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जो तुम्हें कह गया, वह मुझे भी कह गया

एक राह चलती बुढ़िया ने किसी घुड़सवार से अपनी पोटली ले चलने के लिए कहा. घुड़सवार ने यह कहकर इनकार कर दिया कि घोड़े के सवार और बुढ़िया माई...

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ना बात बिरानी कैये, ना ऐंचा तानी सैये

न व्यर्थ दूसरे की बात किसी से कहो और न इँचे-खिंचे फिरो. एक बार किसी सियार की स्त्री ने एक शेर की माँद में जाकर बच्चे दिये. उस समय शेर ब...

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बिलइया अपनो एक दाँव तो छिपा राखत

होशियार आदमी अपना सब हुनर दूसरों को नहीं बताता. एक बार एक शेर ने बिल्ली के पास जाकर कहा कि मौसी तुम्हें तो शिकार के बहुत से दाव पेंच आत...

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नित चंदन, नित पानी, सालिगराम धुल गये तब जानी

एक सेठ जी शालिग्राम के बड़े भक्त थे और दिन भर उनकी पूजा किया करते थे. उनकी स्त्री इस बात से काफी तंग थी. एक दिन उसने ने उनके इस अभ्यास ...

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तीन में न तेरा में मृदंग बजावें डेरा में

ऐसा व्यक्ति जो किसी गिनती में न हो. कहावत का प्रयोग ऐसे अवसर पर होता है जब किसी आदमी की कोई कदर न हो, परन्तु फिर भी बिना पूछे वह बीच मे...

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जैसे को तैसा मिला, मिली खीर में खाँड़, तू जात की बेड़नी, मैं जात का भाँड़

एक ग्रामीण वैश्या ने पितृ पक्ष के दिनों में ब्राह्मणों को अपने घर भोजन कराना चाहा. परन्तु कोई उसके घर आने को राजी नहीं हुआ. बहुत ढूँढ़ ...

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