1. दैया रे दैया बन्ने को नज़र लागी

दैया रे दैया बन्ने को नज़र लागी, मैं डिबिया काजल की लेकर भागी,
शीश बन्ने के सेहरा सोहे, दैया रे दैया लड़ियो पे नज़र लागी
मैं डिबिया काजल की लेकर भागी,
अंग बन्ने के जामा सोहे, दैया रे दैया पटके पे नज़र लगी,
मैं डिबिया काजल की लेकर भागी
संग बन्ने के बन्नी सोहे, दैया रे दैया जोड़ी पे नज़र लागी
मैं डिबिया काजल की लेकर भागी

2. बन्ने से बनड़ी, फेरों पे झगड़ी

बन्ने से बनड़ी, फेरों पे झगड़ी,
अजी तुम क्यों न लाये जी, सोने की तगड़ी
ओ बन्नी धीरे-धीरे बोल कि तेरे बाबा सुन लेंगे,
ओ बन्नी धीरे-धीरे बोल कि तेरे नाना सुन लेंगे
कंगने पे ला दूंगा सोने की तगड़ी,
बन्ने से बनड़ी कंगने पे झगड़ी,
अजी तुम क्यों ना लाये जी, सोने की तगड़ी
ओ बन्नी धीरे-धीरे बोल कि तेरे ताऊ सुन लेंगे,
ओ बन्नी धीरे-धीरे बोल कि तेरे चाचा सुन लेंगे
विदा पर ला दूंगा सोने की तगड़ी,
बन्ने से बन्नी विदा पे झगड़ी,
अजी तुम क्यों ना लाए जी, सोने की तगड़ी
ओ बन्नी धीरे-धीरे बोल कि तेरे भैया सुन लेंगे,
ओ बन्नी धीरे-धीरे बोल कि तेरे जीजा सुन लेंगे
घर जाकर ला दूंगा सोने की तगड़ी,
बन्ने से बन्नी घर जाकर झगड़ी,
अजी तुम क्यों ना लाए जी सोने की तगड़ी
अरे भई ले तो आया हूं सोने की तगड़ी,
अरे भई ले तो आया हूं सोने की तगड़ी

इस लोक गीत को इस प्रकार भी गाया जाता है 

जयमाल पे बन्नी बन्ने से झगड़ी,
अरे तू क्यों न लाया रे सोने की तगड़ी,
जरा धीरे-धीरे बोल, जरा हौले हौले बोल,
बाराती सुन लेंगे, मेरी साथी सुन लेंगे,
फेरों पे ले लेना सोने की तगड़ी।
फेरों पे बन्नी बन्ने से झगड़ी,
अरे तू क्यों न लाया रे सोने की तगड़ी,
जरा धीरे-धीरे बोल, जरा हौले हौले बोल,
वो पंडित सुन लेगा, वो नाई सुन लेगा,
अरे सेजों पे ले लेना सोने की तगड़ी।
सेजों पे बन्नी बन्ने से झगड़ी,
अरे तू क्यों न लाया रे सोने की तगड़ी,
जरा धीरे-धीरे बोल, जरा हौले हौले बोल,
मेरी अम्मा सुन लेगी, मेरी बहना सुन लेगी,
दो साल में ले लेना सोने की तगड़ी।
दो साल पे बन्नी बन्ने से झगड़ी,
अरे तू क्यों न लाया रे सोने की तगड़ी,
जरा धीरे-धीरे बोल, जरा हौले हौले बोल,
ये मुन्ना सुन लेगा, ये मुन्नी सुन लेगी,
अरे अब भूल भी जा मेरी जान सोने की तगड़ी।

3. बन्ना डोले रे अंगनवा कैसे सपरी, कैसे सपरी हो रामा कैसे सपरी

बन्ना डोले रे अंगनवा कैसे सपरी, कैसे सपरी हो रामा कैसे सपरी
बन्ना डोले रे अंगनवा कैसे सपरी
बाबा सज गए नाना सज गए सज गई सगरी बरात
कमरे में से बन्ना बोला मैं ना जाऊं साथ
कैसे लाओगे दुल्हनिया कैसे सपरी, बन्ना डोले रे अंगनवा कैसे सपरी
ताऊ सज गए चाचा सज गई सगरी बरात
कमरे में से बन्ना बोला मैं ना जाऊं साथ,
कैसे लाओगे दुल्हनिया कैसे सपरी,बन्ना डोले रे अंगनवा कैसे सपरी
मामा सज गए मौसा सज गए सज गई सगरी बरात
कमरे में से बन्ना बोला मैं ना जाऊं साथ,
कैसे लाओगे दुल्हनिया कैसे सपरी, बन्ना डोले रे अंगनवा कैसे सपरी
भैया सज गए जीजा सज गए सज गई सगरी बारात,
कमरे में से बन्ना बोला मैं ना जाऊं साथ
कैसे लाओगे दुल्हनिया कैसे सपरी, बन्ना डोले रे अंगनवा कैसे सपरी

4. बन्ना एते बड़े कुँवारे क्यों रहे, जी बन्ना एते बड़े कुँवारे क्यों रहे

बन्ना एते बड़े कुँवारे क्यों रहे, जी बन्ना एते बड़े कुँवारे क्यों रहे
माली के गए मालिन न मिली,
सेहरे बिन कुँवारे हम रहे जी, सेहरे बिन कुँवारे हम रहे,
भैया के गए भाभी न मिली,
कजरे बिन कुँवारे हम रहे जी, मेंहदी बिन कुँवारे हम रहे
ससुराल गए सासु न मिली,
बन्नी बिन कुँवारे हम रहे जी, बन्नी बिन कुँवारे हम रहे
इस गीत को एक और प्रकार से भी गाया जाता है –
बन्ना ऐते बड़े कुँवारे क्यूं रहे, बन्ना ऐते बड़े कुँवारे क्यूं रहे।
पंडित के गए, पंडित न मिला, मुहुरत बिन कुँवारे हम रहे -2
बन्ना ऐते बड़े कुंवारे क्यों रहे
माली के गए, माली न मिला, सेहरे बिन कुँवारे हम रहे -2
बन्ना ऐते बड़े कुंवारे क्यों रहे
दर्जी के गए, दर्जी न मिला, कपड़ों बिन कुँवारे हम रहे -2
बन्ना ऐते बड़े कुंवारे क्यों रहे
साइस के गया साइस न मिला, घोड़ी बिन कुँवारे हम रहे -2
बन्ना ऐते बड़े कुंवारे क्यों रहे
ज्वैलर के गए ज्वैलर न मिला, कण्ठे बिन कुँवारे हम रहे -2
बन्ना ऐते बड़े कुंवारे क्यों रहे
ससुराल गए, पर तू न मिली, बन्नी तेरे बिन कुँवारे हम रहे -2
बन्ना ऐते बड़े कुंवारे क्यों रहे

5. मेरे हरियाले बन्ने मेरे शहजादे बन्ने

मेरे हरियाले बन्ने मेरे शहजादे बन्ने,
चांदनी रात आई खुशी की रात आई।
संग बाबा चले संग नाना चले
बेटी वाले के घर पर हमला किया – 2
माल को लूट लाए बन्नी को ब्याह लाए – 2
चांदनी रात आई खुशी की रात आई

इसी प्रकार मामा – मौसा, ताऊ – चाचा, भैया – जीजा आदि बोलना है और गीत को आगे बढ़ाना है.

(इस गीत को इस प्रकार से भी गाया जाता है)

मेरी हरियाली बन्नी मेरी शहजादी बन्नी
मेरी हरियाली बन्नी मेरी शहजादी बन्नी
मैंने दिल तुझको दिया-2
मेरे बाबा सजे मेरे ताऊ सजे
लड़की वालों के घर पर हमला किया
बागों को लूट लाये बन्नी को ब्याह लाये
तमाशा खूब किया
मेरी हरियाली बन्नी मेरी शहजादी बन्नी
मैंने दिल तुझको दिया-2
मेरे पापा सजे मेरे चाचा सजे
लड़की वालों के घर पर हमला किया
बागों को लूट लाये बन्नी को ब्याह लाये
तमाशा खूब किया
मेरी हरियाली बन्नी मेरी शहजादी बन्नी-2
मैंने दिल तुझको दिया-2
(इसी प्रकार फूफा – मामा, जीजा – भैया)

6. चुप चुप खड़े हो जरूर कोई बात है

चुप चुप खड़े हो जरूर कोई बात है,
बन्नी जी का फोटो बन्ने जी के पास है।
मेरे पास फोटो है तो क्या गजब की बात है,
मेरे पास फोटो है तो क्या गजब की बात है,
दादी जी का फोटो भी तो दादाजी के पास है।

इसी प्रकार ताऊ- ताई, चाचा – चाची, मामा – मामी, बुआ – फूफा
आदि का नाम ले कर गीत आगे बढ़ा सकते हैं.

7. बन्ना बुलाए, बन्नी न आये

बन्ना बुलाए, बन्नी न आये,
आजा प्यारी बन्नी रे, अटरिया सूनी रे।
बाबा खड़े हैं, ताऊ खड़े हैं,
पायल मेरी बजनी रे, मैं कैसे आऊँ रे।
पायल को उतार के, लंबा घूंघट डाल के,
आजा प्यारी बन्नी रे, अटरिया सूनी रे।
(इसी प्रकार चाचा, मामा, जीजा, भैया)

इस गीत को इस प्रकार भी गाया जाता है

बन्ना बुलाये, बन्नी नहीं आये, चली आओ जीने से, अटरिया सूनी पड़ी,
मैं कैसे आऊँ, बाबा खड़े हैं दादी मेरी जागे रे, अटरिया सूनी पड़ी.
पायल उतार के, लम्बा घूंघट काड के, नैना नीचे डाल के,
बिल्ली चाल आओ रे, अटरिया सूनी पड़ी.
बन्ना बुलाये, बन्नी नहीं आये, चली आओ जीने से अटरिया सूनी पड़ी।
मैं कैसे आऊं पापा जी खड़े हैं, मम्मी मेरी जागे रे, अटरिया सूनी पड़ी।
लम्बा घूंघट काड के, पायल उतार के, नैना नीचे डाल के,
धीरे धीरे आओ रे अटरिया सूनी पड़ी।

8. चिक डाल दो कमरे में बन्ना कैरम खेलेगा

चिक डाल दो कमरे में बन्ना कैरम खेलेगा
अगर मैं बाजी जीता तो तुम्हारी दादी को ले जाऊँगा
अगर मैं बाजी जीता तो तुम्हारी नानी को ले जाऊँगा
शादी कर मैं तुम से पीछा छोड़ूंगा
चिक डाल दो कमरे में बन्ना कैरम खेलेगा
अगर मैं बाजी जीता तो तुम्हारी मम्मी को ले जाऊँगा
अगर मैं बाजी जीता तो तुम्हारी ताई को ले जाऊँगा
शादी कर मैं तुम से पीछा छोड़ूंगा
चिक डाल दो कमरे में बन्ना कैरम खेलेगा
अगर मैं बाजी जीता तो तुम्हारी बुआ को ले जाऊँगा
अगर मैं बाजी जीता तो तुम्हारी मौसी को ले जाऊँगा
शादी कर मैं तुम से पीछा छोड़ूंगा
चिक डाल दो कमरे में बन्ना कैरम खेलेगा
अगर मैं बाजी जीता तो तुम्हारी भाभी को ले जाऊँगा
अगर मैं बाजी जीता तो तुम्हारी जीजी को ले जाऊँगा
शादी कर मैं तुम से पीछा छोड़ूंगा

9. लेके पहला पहला प्यार, संग में मोटर साकिल कार

लेके पहला पहला प्यार, संग में मोटर साकिल कार
बन्ना बन्नी को लेने चला है ससुराल
बन्ना के बाबा द्वार खड़े है बन्ना के ताऊ द्वार खड़े हैं,
दादी करती मंगलवान, ताई करती मंगल गान,
बन्ना बन्नी को लेने…..
बन्ना के मामा द्वार खड़े है बन्ना के चाचा द्वार खड़े हैं,
मामी करती मंगलवान, चाची करती मंगल गान,
बन्ना बन्नी को लेने…..
बन्ना के मौसा द्वार खड़े है बन्ना के फूफा द्वार खड़े हैं,
मौसी करती मंगलवान, बुआ करती मंगल गान,
बन्ना बन्नी को लेने…..

10. ताला दे कर ताली क्यों न लाया रे बन्ने

ताला दे कर ताली क्यों न लाया रे बन्ने,
तूने किस के भरोसे घर छोड़ा रे बन्ने।
मैं ने दादी के भरोसे घर छोड़ा री बन्नी,
मैंने नानी के भरोसे घर छोड़ा री बन्नी,
तेरी दादी का भरोसा मुझे नाहीं रे बन्ने,
तेरी नानी का भरोसा मुझे नाही रे बन्ने,
वो तो खावे और लुटावे घर को मेरे बन्ने।
मैं ने ताई के भरोसे घर छोड़ा री बन्नी,
मैंने चाची के भरोसे घर छोड़ा री बन्नी,
तेरी ताई का भरोसा मुझे नाहीं रे बन्ने,
तेरी चाची का भरोसा मुझे नाही रे बन्ने,
वो तो खावे और लुटावे घर को मेरे बन्ने।
(इसी प्रकार मौसी – बुआ, भाभी – बहना).

11. फुलवा बीन लइयो मोरे लाल बन्ना

फुलवा बीन लइयो मोरे लाल बन्ना।
सासू तुम्हारी बड़ी रानिया, वहाँ रुक मत जइयो मेरे लाल बन्ना,
फुलवा बीन लइयो मोरे लाल बन्ना।
ससुरा के आँगन खड़ी नीमड़ी, वहाँ फूँकि फूँकि जइयो मेरे लाल बन्ना,
फुलवा बीन लइयो मोरे लाल बन्ना।
सलहज तुम्हारी देगी गालियाँ, वहाँ लड़ मति जइयो मेरे लाल बन्ना,
फुलवा बीन लइयो मोरे लाल बन्ना।
साली तुम्हारी बड़ी सोहिनी, वहाँ मोह मति जइयो मेरे लाल बन्ना,
बन्नी तुम्हारी बड़ी मोहिनी, उसे ब्याह घर लइयो मेरे लाल बन्ना।

12. आओ बन्नो आओ अरे हम तुम पे मरेला है

आओ बन्नो आओ अरे हम तुम पे मरेला है,
पीछे पलट के देख जरा, बन्ना खड़ेला है.
सोचा था हमने हम तुमको चाय पिलाएगा,
चीनी भी है चाय पत्ती भी है पर दूध फटेला है.
सोचा था हमने हम तुमको पिक्चर दिखाएगा,
टीवी भी है डीवीडी है पर लाइट कटेला है.
सोचा था हमने हम तुमसे शादी रचाएगा,
मम्मी भी राजी, पापा भी राजी, पर पंडित सड़ेला है.
सोचा था हमने हम तुमसे इश्क लड़ाएगा,
मौका भी है और मूड भी है पर बुढऊ जगेला है.

13. एक फूल खिला आधी रात बन्ने ने पकड़ा हाथ

एक फूल खिला आधी रात बन्ने ने पकड़ा हाथ
बन्नी तो हमारी है।
छोड़ो-छोड़ो बन्ने जी मेरा हाथ अभी तो कुंवारी हूँ
मेरे बाबा जी देंगे कन्यादान वो देंगे महादान
तभी तो तुम्हारी हूँ
मेरे ताऊ जी देंगे कन्या दान वो देंगे महादान
तभी तो तुम्हारी हूँ
एक फूल खिला आधी रात बन्ने ने पकड़ा हाथ
बन्नी तो हमारी है।
छोड़ो-छोड़ो बन्ने जी मेरा हाथ अभी तो कुंवारी हूँ
मेरे पापा जी देंगे कन्यादान वो देंगे महादान
तभी तो तुम्हारी हूं
मेरे चाचा जी देंगे कन्या दान वो देंगे महादान
तभी तो तुम्हारी हूं
एक फुल खिल्या आधी रात बन्ने ने पकड़या हाथ
बन्नी तो हमारी है।
एक फूल खिला आधी रात बन्ने ने पकड़ा हाथ
बन्नी तो हमारी है।
छोड़ो-छोड़ो बन्ने जी मेरा हाथ अभी तो कुंवारी हूँ
मेरे फूफा जी देंगे कन्यादान वो देंगे महादान
तभी तो तुम्हारी हूँ
मेरे मामा जी देंगे कन्या दान वो देंगे महादान
तभी तो तुम्हारी हूँ
एक फूल खिला आधी रात बन्ने ने पकड़ा हाथ
बन्नी तो हमारी है।

14. कच्ची पक्की कलियाँ हिलाया न करो, रोज़ रोज़ बन्ना तुम आया न करो

कच्ची पक्की कलियाँ हिलाया न करो, रोज़ रोज़ बन्ना तुम आया न करो
माथे बन्नी के बेंदी सोहे -२,
अँखियन में झलक दिखाया न करो, रोज़ रोज़ बन्ना तुम आया न करो
कच्ची पक्की कलियाँ हिलाया न करो, रोज़ रोज़ बन्ना तुम आया न करो
कानों बन्नी के कुण्डल सोहे -२
होंठों पे झलक दिखाया न करो, रोज़ रोज़ बन्ना तुम आया न करो
कच्ची पक्की कलियाँ हिलाया न करो, रोज़ रोज़ बन्ना तुम आया न करो
हाथ बन्नी के कंगन सोहे -२
मेंहदी में झलक दिखाया न करो, रोज़ रोज़ बन्ना तुम आया न करो
कच्ची पक्की कलियाँ हिलाया न करो, रोज़ रोज़ बन्ना तुम आया न करो

15. गोरे गोरे गाल, गाल पर घुंघर वाले बाल, बन्ने तेरा क्या कहना

गोरे गोरे गाल, गाल पर घुंघर वाले बाल, बन्ने तेरा क्या कहना,
महकी महकी चाल, चाल पर वारूं चवन्नी चार
बन्ने तेरा क्या कहना
पतले पतले होंठ, होठ पर वांरू सो का नोट,
बन्ने तेरा क्या कहना,
बन्ने के दादा खरचे नोट, बन्ने की दादी के उड़ गये होश
बन्ने तेरा क्या कहना
गोरे-2 गाल, गाल पर घुंघर वाले बाल
बन्ने तेरा क्या कहना,
महकी-2 चाल-चाल पर वारूं चवनी चार
बन्ने तेरा क्या कहना
पतले-2 होंठ, होठ पर वांरू सो का नोट,
बन्ने तेरा क्या कहना,
बन्ने के पापा खरचे नोट, बन्ने की मम्मी के उड़ गये होश
बन्ने तेरा क्या कहना
गोरे-2 गाल, गाल पर घुंघर वाले बाल
बन्ना तेरा क्या कहना,
महकी महकी चाल-चाल पर वारूं चवनी चार
बन्ने तेरा क्या कहना
पतले-2 होंठ, होठ पर वांरू सो का नोट,
बन्ने तेरा क्या कहना,
बन्ने के भईया खरचे नोट, बन्ने की भाभी के उड़ गये होश
बन्ने तेरा क्या कहना

16. बन्ने जोबनिया जलेबी भरी रस की

बन्ने जोबनिया जलेबी भरी रस की
थारे साथ चलुगी म्हारे जंच गई
बन्ने बाबा जी से कहियों म्हारा मन की
बन्ने ताऊ जी से कहियों म्हारा मन की
थारे साथ चलुंगी म्हारे जंचगी
हाथी लाइयो घोड़ा लाइयो लाइयो मोटर कार
संग में बाराती लाइयो लाइयो रिस्तेदार
बन्ने थारी और म्हारी जोड़ी जंचगी
थारे साथ चलुंगी म्हारे जंचगी..
बन्ने जोबनिया जलेबी…..
बन्ने जोबनिया जलेबी भरी रस की
थारे साथ चलुगी म्हारे जंच गई
बन्ने पापा जी से कहियों म्हारा मन की
बन्ने चाचा जी से कहियों म्हारा मन की
थारे साथ चलुंगी म्हारे जंचगी
हाथी लाइयो घोड़ा लाइयो मोटर कार
संग में बाराती लाइयो लाइयो रिस्तेदार
बन्ने थारी और म्हारी जोड़ी जंचगी
थारे साथ चलुंगी म्हारे जंचगी..
बन्ने जोबनिया जलेबी……
बन्ने जोबनिया जलेबी भरी रस की
थारे साथ चलुगी म्हारे जंच गई
बन्ने मामा जी से कहियों म्हारा मन की
बन्ने फूफा जी से कहियों म्हारा मन की
थारे साथ चलुंगी म्हारे जंचगी
हाथी लाइयो घोड़ा लाइयो मोटर कार
संग में बाराती लाइयो लाइयो रिस्तेदार
बन्ने थारी और म्हारी जोड़ी जंचगी
थारे साथ चलुंगी म्हारे जंचगी..
बन्ने जोबनिया जलेबी……

17. लैला मिली मजनूँ न मिला

लैला मिली मजनूँ न मिला-२
बड़े जोर की आँधी आई
बन्नी चढ़ गई कोठे पर
नीचे से वो बन्ने बोले
ओय ओय ओय बन्नी उड़ मत जाना आँधी में
लैला मिली मजनूँ न मिला-२
बड़े जोर की बदरी छाई
बन्नी चढ़ गई कोठे पर
नीचे से वो बन्ने बोले
ओय ओय ओय बन्नी खो मत जाना बदरी में
लैला मिली मजनूँ न मिला-२
बड़े जोर से पानी बरसा
बन्नी चढ़ गई कोठे पर
नीचे से वो बन्ने बोले
ओय ओय ओय बन्नी बह मत जाना पानी में
लैला मिली मजनूँ न मिला-२

18. सनन सनन सांय सांय हो रही थी रेल में

सनन सनन सांय सांय हो रही थी रेल में-२
पहले डिब्बे में बैठे थे सास और ससुर जी
सीता-राम सीता-राम हो रही थी रेल में
सनन सनन सांय सांय हो रही थी रेल में-२
दूजे डिब्बे में बैठे थे जेठ और जेठानी
घूसा-लात घूसा-लात हो रही थी रेल में
सनन सनन सांय सांय हो रही थी रेल में-२
तीजे डिब्बे में बैठे थे ननद और ननदोई जी
सोजा मुन्ने, सोजा मुन्ने रही थी रेल में
सनन सनन सांय सांय हो रही थी रेल में-२
चौथे डिब्बे में बैठे थे बन्ना और बन्नी
आई लव यू, आई लव यू हो रही थी रेल में
सनन सनन सांय सांय हो रही थी रेल में-२
पाँचवे डिब्बे में बैठे थे देवर और बराती
तांका-झाँकी, तांका-झाँकी हो रही थी रेल में

19. चौराहे पे बन्ना उड़ावे पतंग 

चौराहे पे बन्ना उड़ावे पतंग
उसके बाबाजी बोले अरे लाडले
तुम्हें बन्नी दिखाऊ करोगे पसंद
चौराहे पर बन्ना उड़ावे पतंग
तुमने बन्नी का फोटो मंगाया नहीं
मेरे कमरे में उसको लगाया नहीं
ऐसे कैसे मैं उसको करूंगा पसंद
चौराहे पे बन्ना उड़ावे पतंग
(ऐसे ही सभी रिश्तेदारों के नामों के साथ गा सकते हैं)

20. बन्ना मेरा फ़ोटो पे मचल गया रे 

बन्ना मेरा फ़ोटो पे मचल गया रे
बाबा जी मेरी एक अरज सुन लेना
बन्नी की फ़ोटो मँगवा देना
मैं काली, गोरी देख के अपना ब्याह रचाऊंगा
बन्ना मेरा फ़ोटो पर मचल गया रे
ताऊ जी मेरी एक अरज सुन लेना
बन्नी की फ़ोटो मँगवा देना
मैं लम्बी, नाटी देख के अपना ब्याह रचाऊंगा
बन्ना मेरा फ़ोटो पर मचल गया रे
पापा जी मेरी एक अरज सुन लेना
बन्नी की फ़ोटो मँगवा देना
मैं पढ़ी-लिखी देख के अपना ब्याह रचाऊंगा
बन्ना मेरा फ़ोटो पर मचल गया रे

21. नगर में शोर भारी है न जाने किसकी शादी है 

नगर में शोर भारी है न जाने किसकी शादी है
बन्ने के बाबा से पूछों नगर में किसकी शादी है
उन्होंने हँस के फरमाया मेरे पोते की शादी है
नगर में शोर भारी है न जाने किसकी शादी है
बन्ने के ताऊ से पूछों नगर में किसकी शादी है
उन्होंने हँस के फरमाया मेरे भतीजे की शादी है
नगर में शोर भारी है न जाने किसकी शादी है
बन्ने के पापा से पूछों नगर में किसकी शादी है
उन्होंने हँस के फरमाया मेरे बेटे की शादी है
नगर में शोर भारी है न जाने किसकी शादी है

22. प्यारे बन्ने तू शादी रचाना, नहीं शरमाना 

(तर्ज़ – फिरकी वाली तू कल फिर आना)
प्यारे बन्ने तू शादी रचाना, नहीं शरमाना
तू सारे जहान से, शादी होएगी तेरी बड़ी शान से
मैंने सोचा था बन्ना सेहरा लेकर आयगा
लेकिन सेहरा न मिला
प्यारे बन्ने तू हैट लगाना, नहीं शरमाना
तू सारे जहान से, शादी होएगी तेरी बड़ी शान से
प्यारे बन्ने तू शादी रचाना, नहीं शरमाना
तू सारे जहान से, शादी होएगी तेरी बड़ी शान से
मैंने सोचा था बन्ना कँगना लेकर आयगा
लेकिन कँगना न मिला
प्यारे बन्ने तू घड़ी लगाना, नहीं शरमाना
तू सारे जहान से, शादी होएगी तेरी बड़ी शान से
प्यारे बन्ने तू शादी रचाना, नहीं शरमाना
तू सारे जहान से, शादी होएगी तेरी बड़ी शान से
मैंने सोचा था बन्ना जामा लेकर आयगा
लेकिन जामा न मिला
प्यारे बन्ने तू सूट पहनना, नहीं शरमाना
तू सारे जहान से, शादी होएगी तेरी बड़ी शान से
प्यारे बन्ने तू शादी रचाना, नहीं शरमाना
तू सारे जहान से, शादी होएगी तेरी बड़ी शान से
मैंने सोचा था बन्ना घोड़ी चढ़ कर आयगा
लेकिन घोड़ी न मिली
प्यारे बन्ने तू कार लेके, नहीं शरमाना
तू सारे जहान से, शादी होगी तेरी बड़ी शान से

23. नखराला बन्ना बन्नी पे जादू कर गया 

नखराला बन्ना बन्नी पे जादू कर गया
मतवाला बन्ना बन्नी पे जादू कर गया
रंगरंगीला छैल छबीला ये बन्ना है प्यारा
मीठी-मीठी मुस्की मारे ये तो जादूगारा
रसीला बन्ना बन्नी के मन बस गया
नखराला बन्ना बन्नी पे जादू कर गया
शीश बने के कलगी सोहे, सेहरे की शोभा न्यारी
घोड़ी ऊपर बैठा बन्ना पहने सूट हजारी
हरियाला बन्ना बन्नी के चित्त चढ़ गया
नखराला बन्ना बन्नी पे जादू कर गया
सज धज कर है आया बन्ना संग में आए बराती
आगे-आगे नाच रहे हैं बन्ने के सब साथी
अनोखा बन्ना बन्नी पे जादू कर गया
नखराला बन्ना बन्नी पे जादू कर गया
मतवाला बन्ना बन्नी पे जादू कर गया

24. सावन का महीना बन्ने ने किया शोर 

सावन का महीना बन्ने ने किया शोर
जल्दी शादी कर दो मंहगाई का है जोर
दादा बराती आये दादी को संग में लाये
जब से बन्नी आयी दादी का चले ना जोर।
जल्दी शादी कर दो मंहगाई का है जोर
सावन का महीना बन्ने ने किया शोर
जल्दी शादी कर दो मंहगाई का है जोर
पापा बराती आये मम्मी को संग में लाये
जब से बन्नी आयी मम्मी का चले ना जोर।
जल्दी शादी कर दो मंहगाई का है जोर
सावन का महीना बन्ने ने किया शोर
जल्दी शादी कर दो मंहगाई का है जोर
भईया बराती आये भाभी को संग में लाये
जब से बन्नी आयी भाभी का चले ना जोर।
जल्दी शादी कर दो मंहगाई का है जोर
सावन का महीना बन्ने ने किया शोर
जल्दी शादी कर दो मंहगाई का है जोर
जीजा बराती आये जीजी को संग में लाये
जब से बन्नी आयी जीजी का चले ना जोर।
जल्दी शादी कर दो मंहगाई का है जोर
सावन का महीना बन्ने ने किया शोर
जल्दी शादी कर दो मंहगाई का है जोर

25. बाग लगाये मधुबन में, खिलेंगे फूल मन में 

बाग लगाये मधुबन में, खिलेंगे फूल मन में,
खुशी का दिन आया है।
बन्नी पूछो बन्ने से अपने, कौन तपस्या कीन्ही,
बन्नी तो बड़ी सुन्दर है।
बाबा का अपने हुक्म बजाया, दादी के आज्ञाकारी,
तो बन्नी मिली सुन्दर है।
बाग लगाये मधुबन में, खिलेंगे फूल मन में।
खुशी का दिन आया है।
बन्नी पूछो बन्ने से अपने, कौन तपस्या कीन्ही,
बन्नी तो बड़ी सुन्दर है।
पापा का अपने हुक्म बजाया, मम्मी के आज्ञाकारी,
तो बन्नी मिली सुन्दर है।
बाग लगाये मधुबन में, खिलेंगे फूल मन में।
खुशी का दिन आया है।
बन्नी पूछो बन्ने से अपने, कौन तपस्या कीन्ही,
बन्नी तो बड़ी सुन्दर है।
भैया का अपने हुक्म बजाया, भाभी के आज्ञाकारी,
तो बन्नी मिली सुन्दर है।
बाग लगाये मधुबन में, खिलेंगे फूल मन में।
खुशी का दिन आया है।

26. बन्ना नादान गलियों गलियों में कहता डोले

बन्ना नादान गलियों गलियों में कहता डोले
बाबा बराती होगें, ताऊ बराती होगें
पापा बराती होंगे, चाचा बराती होगें
उसी बरात में हैं यार, दूल्हा हमीं बनेगें
बन्ना नादान गलियों गलियों में कहता डोले
फूफा बराती होगें, मौसा बराती होगें
मामा बराती होंगे, भईया बराती होगें
उसी बरात में हैं यार, दूल्हा हमीं बनेगें
बन्ना नादान गलियों गलियों में कहता डोले