मज़ेदार कहावतें : स्वस्थ मनोरंजन के साथ सामाजिक ज्ञान

- पढ़िए हर रोज एक नई कहावत -

ठग ही जाने ठग की भाषा.

चोर उचक्कों ठगों की अलग ही भाषा होती है जिसे वही लोग समझ सकते हैं.