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अक्कल अपनी ही आड़ी आवे

एक दिन एक तालाब में रहने वाला मगरमच्छ अच्छे भोजन की तलाश में निकला तो उसे एक फलदार जामुन का पेड़ दिखाई दिया. उसने पेड़ पर बैठे एक बंदर से...

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जैसा दिया वैसा पाया

एक चालाक अहीर पांच सेर की एक मटकी में नीचे साढ़े चार सेर गोबर और ऊपर से खूब अच्छा आधा सेर ताजा घी फैलाकर बेचने चला. रास्ते में उसे एक आ...

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तिरिया तेल, हमीर हठ, चढ़ै न दूजी बार

सिंह सुवन, सत्पुरुष वचन, कदली फलै इक बार, तिरिया तेल, हमीर हठ, चढ़ै न दूजी बार. सिंह एक ही बार संतान को जन्म देता है. सच्चे लोग बात को ...

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वह पानी मुल्तान गया

एक बार कबीर दास रैदासजी के पास सत्संग हेतु पहुंचे और पीने के लिए पानी माँगा. रैदास जी ने तुरंत चमड़ा भिगोने की कठौती से थोड़ा सा पानी द...

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भूत न मारे, मारे भय

 एक पढ़ा लिखा व्यक्ति भूत प्रेत को बिलकुल नहीं मानता था. किसी ने उसे चुनौती दी कि वह आधी रात में श्मशान में स्थित पीपल के पेड़ पर कोयले स...

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तुम तो मुझे छेड़ोगे

झूठमूठ का नख़रा करना. एक ज्यादा नाज नखरे करने वाली स्त्री अपने सिर पर एक खाली घड़ा रखे जा रही थी. रास्ते में एक पुरुष मिला जो अपने दोनों...

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औसर चूकी डोमनी, गावे ताल बेताल

डोमनियां डोम जाति की स्त्रियां होती हैं, जो शादी-ब्याह में लोगों के घर जाकर गाती-बजाती हैं और उसके लिए इनाम पाती हैं. अगर डोमनी मौके पर...

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चोरी तो चोरी है हीरे की हो या खीरे की

एक राजा के दरबार में एक चोर पकड़ कर लाया गया. राजा ने उसे सूली पर चढ़ाने का हुक्म दिया. चोर गिड़गिड़ाया - महाराज मुझसे एक बहुत छोटी सी भूल ...

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