21 Mar Uncategorized दो लड़ें तीसरा ले उड़े June 24, 2023 By admin 0 comments दो बिल्लियों को एक बार कहीं से एक रोटी मिल गई. दोनों आपस में झगड़ने लगीं कि मुझे मिले है , मैं खाऊँगी, नहीं मुझे मिली है मैं ख... Continue reading
19 Mar Kahawat of the day अंधे और हाथी June 22, 2023 By admin 0 comments छह अंधे आपस में दोस्त थे. एक बार उन्होंने ने सुना कि हाथी नाम का एक बहुत बड़ा जीव होता है. उन के मन में हाथी के बारे में अधिक जानने की ज... Continue reading
19 Mar Uncategorized अतिशय लोभ न कीजिए, लोभ पाप की धार June 24, 2023 By admin 0 comments अतिशय लोभ न कीजिए लोभ पाप की धार, इक नारियल के कारने पड़े कुएं में चार. अधिक लोभ करने से कितना संकट उत्पन्न हो सकता है इसके प... Continue reading
19 Mar Uncategorized अंधेर नगरी चौपट राजा June 23, 2023 By admin 0 comments एक बार एक सन्यासी अपने चेले के साथ घूमते हुए अंधेर नगरी नाम के एक ऐसे शहर में पहुंचे जहां की शासन व्यवस्था बड़ी अजीब थी. वहां पर मामूली... Continue reading
18 Mar Uncategorized सीख उसी को दीजिए, जा को सीख सुहाए September 1, 2023 By admin 0 comments बया का घोंसला हम सभी ने देखा है कि कितने बढ़िया तरीके से बनाती है. उस में गर्मी से, सर्दी से, बरसात से सब से बचने का इंतजाम होता है. ए... Continue reading
18 Mar Uncategorized बीरबल की खिचड़ी June 24, 2023 By admin 0 comments एक बार सर्दी के मौसम में अकबर के दरबार में चर्चा हो रही थी कि आजकल यमुना का पानी बहुत ठंडा है और खासकर रात में तो बहुत ही ज्यादा ठंडा ह... Continue reading
18 Mar Uncategorized जिस की लाठी उस की भैंस June 24, 2023 By admin 0 comments कहानी कुछ इस प्रकार है कि एक ब्राह्मण को कहीं से यजमानी में एक भैंस मिली। उसे लेकर वह घर की ओर रवाना हुआ। सुनसान रास्ते में उसे एक चोर ... Continue reading
18 Mar Uncategorized अंगूर खट्टे हैं June 21, 2023 By admin 0 comments एक बार एक लोमड़ी अंगूरों के बाग से गुजर रही थी। चारों ओर स्वादिष्ट अंगूरों के गुच्छे लटक रहे थे। मगर वे सभी लोमड़ी की पहुंच से बाहर थे। ... Continue reading
08 Sep Uncategorized हिन्दी कहावत कोश September 8, 2022 By admin 0 comments अं अंधेरी रात और साथ में रंडुआ. किसी भी स्त्री के लिए खतरनाक स्थिति. रंडुआ – अविवाहित या विधुर पुरुष. अंग लगी मक्खियाँ पीछा न छोड़तीं.... Continue reading
21 Feb Uncategorized स August 11, 2024 By admin 0 comments स संकट काल में मर्यादा नहीं देखी जाती. जब जान पर बनी हो तो व्यक्ति का पहला धर्म है प्राणों की रक्षा करना. इसी को आपद्धर्म कहा गया है. ... Continue reading