कुछ चोरों ने एक मंदिर से सोने की आदमकद मूर्ति चुराई. अब उसे शहर के बाहर अपने अड्डे तक ले कैसे जाएँ? तो उन्होंने इस के लिए एक नायाब तरीका निकाला. उन्होंने एक अर्थी बनाई और उस पर मूर्ति को रखा और बाकायदा कपड़ा ढक कर राम नाम सत्य बोलते हुए ले जाने लगे. राह में कुछ राहगीर भी अर्थी के साथ हो लिए. संयोग से पैर के ऊपर ढंका कपड़ा कुछ उघड़ गया और मूर्ति का पैर दिखने लगा. किसी आदमी ने यह देखा तो पूछा कि इस मुर्दे का पाँव पीला कैसे है. चोरों को लगा कि इस आदमी को शक हो गया है तो उस से बोले कि तुम भी साथ आ जाओ, तुम्हें भी हिस्सा दे देंगे. किसी घोटाले के उजागर होने पर घोटाला करने वाला हिस्सा देने की बात कहे तो यह कहावत कही जाती है.
इस मुर्दे का पीला पाँव, के पीछे पीछे तुम भी आओ
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Apr