बुरे दिन आने पर सभी बातें उल्टी हो जाती हैं. जब राजा नल जुए में अपना राजपाट हार गए, तो रानी दमयंती को लेकर जंगल में चले गए. वहां एक दिन उन्हें कुछ खाने को नहीं मिला, तब भूख से व्याकुल होकर उन्होंने तालाब में से मछली पकड़ी और उसे आग में भूना. यह देखकर कि उसमें बहुत राख लगी है, रानी जब उसे पानी में धोने गई, तो वह ज़िंदा हो गई और तैर कर चली गई.
राजा नल पर विपदा पड़ी, भूनी मछली जल में तिरी
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Jun