एक बैलगाड़ी धीरे धीरे चल रही थी. एक कुत्ता उस बैलगाड़ी के नीचे चल रहा था. कुछ देर बाद उसे यह गलतफहमी हो गई कि गाड़ी को वही चला रहा है. चलते चलते उसे गुस्सा आया कि वह गाड़ी क्यों चलाए. वह रुक गया. लेकिन गाड़ी ऊपर से निकल गई. तब उसे समझ में आया कि इस गाड़ी को चलाने में उस का कोई योगदान नहीं है. कोई व्यक्ति बिना किसी उपयोगिता के अपने आप को बहुत महत्वपूर्ण सिद्ध करने की कोशिश कर रहा हो तो उस का मजाक उड़ाने के लिए यह कहावत कही जाती है.