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अक्ल के पोपट ज्ञान कहाँ पाए, पानी में भिगो के काहे न खाए

एक कछुए को किसी सियार ने पकड़ लिया. कछुए की कठोर खाल के कारण वह उसे खा नहीं पा रहा था. पेड़ पर बैठे कछुए के मित्र कौए ने कहा कि हे मूर्ख ...

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मूरख मिले मौन हो जईयो, ऊसर बीज न बईयो जी

गधे ने बाघ से कहा कि घास नीले रंग की होती है. बाघ ने कहा नहीं घास का रंग हरा है. दोनों के बीच बहस हो गई. इस विवाद को समाप्त करने के लिए...

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सुन रे ढोल, बहू के बोल

कोई बूढ़ी औरत अपने लड़के से उसकी स्त्री की हमेशा शिकायत किया करती थी. स्त्री बदचलन थी. पर लड़के ने कभी उस पर ध्यान नहीं दिया. कुछ दिनों...

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सहरी भी न खाऊं तो काफ़िर न हो जाऊं

एक समय बहुत से मुलमान इकट्ठे होकर सहरी खा रहे थे. उनमें एक मुसलमान ऐसा भी था, जो रोज़ा नहीं रखे हुए था. उसे अपनी पंक्ति में देखकर सबके ...

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समझने वाले की मौत है

एक बार अकबर बादशाह के दरबार में किसी अच्छे गवैये का गाना हो रहा था. उसे सुनकर सब अपना सिर हिला रहे थे. बादशाह ने अंचभे में आकर बीरबल से...

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शैतान भी लडकों से पनाह मांगता है

किसी शैतान को लड़कों के साथ खेलने में बड़ा आनंद मिलता था. एक दिन वह गदहे के रूप में उनके बीच खेलने आया. लड़कों ने उसे देखते ही उस पर सव...

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