एक घर में सैकड़ों चूहे रहते थे। वे आज़ादी से पूरे घर में टहलते थे। अचानक एक दिन उस घर में कहीं से एक बिल्ली आ गई। बिल्ली को देखते ही सारे चूहे तेजी से अपने-अपने बिल में छिप गए। बिल्ली ने देखा कि इस घर में तो बहुत सारे चूहे हैं तो उसने यहीं रहने का मन बना लिया। जब चूहे बाहर निकलते, बिल्ली उन पर झपट्टा मारती और एकाध को खा जाती।
धीरे-धीरे चूहों की संख्या कम होने लगी थी। तो इस समस्या का हल निकालने के लिए चूहों ने एक सभा बुलाई। सभी ने अपने अपने सुझाव दिए लेकिन कोई सुझाव ऐसा नहीं था, जिससे बिल्ली का आंतक रोका जा सके। अचानक एक जवान चूहे ने सुझाव दिया कि यदि हम बिल्ली के गले में घंटी बांध दें तो जब वह आएगी हमें खतरे के बारे में पता चल जाएगा और हम लोग भाग कर अपनी बिल में छिप जाएंगे।
यह सुझाव सुन कर सभी चूहे खुशी से झूमने लगे। अचानक एक अनुभवी चूहा उठ खड़ा हुआ। उस ने कहा कि यह बताओ कि आखिर बिल्ली के गले में घंटी बांधेगा कौन? सभा में सन्नाटा छा गया था। इसी बीच बिल्ले के आने की आहट पाते ही सभी चूहे भागकर अपने-अपने बिल में जाकर छिप गए।