गधे ने बाघ से कहा कि घास नीले रंग की होती है. बाघ ने कहा नहीं घास का रंग हरा है. दोनों के बीच बहस हो गई. इस विवाद को समाप्त करने के लिए, दोनों जंगल के राजा शेर के पास गए. बाघ के कुछ कहने से पहले ही गधा चिल्लाने लगा. महाराज यह बाघ नीली घास को हरी बता रहा है. इसे ठीक से इसकी सजा दी जाए. शेर ने तुरंत घोषणा की, बाघ को एक हफ्ते की जेल होगी. बाघ शेर के पास गया और पूछा, क्यों महाराज! घास हरी है, क्या यह सही नहीं है. शेर ने कहा, हाँ घास हरी है. मगर तुम को सज़ा उस मूर्ख गधे के साथ बहस करने के लिये दी गई हैं.
मूरख मिले मौन हो जईयो, ऊसर बीज न बईयो जी
21
Jun