एक कछुए को किसी सियार ने पकड़ लिया. कछुए की कठोर खाल के कारण वह उसे खा नहीं पा रहा था. पेड़ पर बैठे कछुए के मित्र कौए ने कहा कि हे मूर्ख तू इसे पानी में भिगो कर क्यों नहीं खाता. सियार ने जैसे ही उसे तालाब के पानी में डाला. कछुआ तैर कर भाग निकला.
अक्ल के पोपट ज्ञान कहाँ पाए, पानी में भिगो के काहे न खाए
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Jul