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ज जंगल देख के गूजर नाचे, चंग देख बैरागी, खीर देख के बामन नाचे, तन मन होवे राजी. गूजर जंगल देख कर खुश होता है क्योंकि उसे जानवर चराने ह...

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छ छंटाक भर चून चौबारे रसोई (छंटाक भर सतुआ और मथुरा में भंडारा). बहुत थोड़े साधन में बहुत अधिक दिखावा. घर में जरा सा आटा है और घर के बाह...

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च चंचल नार की चाल छिपे नहिं, कोई नीच छिपे न बड़प्पन पाए, जोगी का भेस नीक धरो, कोई करम छिपे न भभूत रमाए. चंचल नार से अर्थ चरित्रहीन नारी...

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घट तोला, मिठ बोला.बनिए की विशेषता बताई गई है, कम तौलते है और मीठा बोलते हैं. 2. जो कम तौलते हैं वे मीठा बोलते हैं. घड़ी घड़ी की मांगो ...

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गँवार गन्ना न दे, भेली दे(गुड़ न दे भेली दे). मूर्ख व्यक्ति छोटी सी चीज़ देने में आनाकानी करता है जबकि बड़ी चीज़ दे देता है. भेली – गुड...

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ख खंजर तले जो दम लिया तो क्या दम लिया. तलवार के साए में कौन चैन से बैठ सकता है. खंडहर बता रहे हैं इमारत बुलंद थी. जिस प्रकार बड़ी इमार...

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क कंकड़ बीनते हीरा मिला. किसी बहुत छोटे काम को करते समय बड़ा लाभ हो जाना. कंकड़ से गाड़ी अटक गई. नाम मात्र की बाधा से कार्य की प्रगति रु...

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आँ, आं , आ

आँ, आं, आ आँख एक नहीं, कजरौटा दस ठो. कजरौटा – काजल बना कर रखने की डिब्बी. आवश्यकता के बिना आडम्बर की वस्तुएं इकट्ठी करना. (देखिये परिश...

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ओ, औ

ओ, औ ओई की रोटी ओई की दार, ओई की टटिया लगी दुआर. यह एक बुन्देलखंडी पहेलीनुमा कहावत है जिस का उत्तर है चना. चने की रोटी को चने की दाल स...

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ए, ऐ ए माँ मक्खी, बेटा उड़ा दे, माँ माँ दो हैं. बहुत ही आलसी व्यक्ति पर व्यंग्य. एक अंडा, वह भी गंदा. कोई एक चीज़ हो वह भी खराब हो. एक...

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