Uncategorized

न न अंधे को न्योता देते न दो जने आते. अंधे को बुलाओगे तो अंधा खुद तो आएगा ही, किसी को साथ में ले कर भी आएगा. ऐसा कोई काम करो ही क्यों ...

Continue reading

Uncategorized

ध धंधा थोड़ा धांधल घनी. जहाँ काम कम और धांधलेबाजी ज्यादा होती है. जैसे सरकारी कार्यालय. घनी – अधिक. धक्के में धक्का लगत. हानि में और ह...

Continue reading

Uncategorized

दगा किसी का सगा नहीं.धोखेबाज़ आदमी किसी का सगा नहीं होता. दगा किसी का सगा नहीं, कर के देखो भाई, चिट्ठी उतरी बामन ऊपर, नाई नाक कटाई.किस...

Continue reading

Uncategorized

थ  थका ऊँट सराय ताकता. जब ऊँट थका हुआ होता है तो वह सराय की ओर ताकता है (कि कब मालिक सराय में पहुँचे और कब उसे विश्राम मिले). थका घोड...

Continue reading

Uncategorized

त तंग जूतियों से नंगे पांव रहना भला है. दैनिक प्रयोग की वस्तु यदि कष्टकारक है तो उसका न होना अच्छा. तंग मोहरी जंग लड़ावै. तंग मोहरी क...

Continue reading

Uncategorized

ढंग से करो तो गेंडे को भी गुदगुदी होती है.गेंडे की खाल इतनी मोटी होती है कि उसे गुदगुदी होना असंभव सी बात है, लेकिन युक्ति पूर्वक करने ...

Continue reading

Uncategorized

ढ ढंग से करो तो गेंडे को भी गुदगुदी होती है. गेंडे की खाल इतनी मोटी होती है कि उसे गुदगुदी होना असंभव सी बात है, लेकिन युक्ति पूर्वक क...

Continue reading

Uncategorized

ठ ठंडा लोहा गरम लोहे को काट देता है. यदि दो लोगों में लड़ाई हो तो जीत उस की होती है जो ठंडा (संयत) रहता है. जो अधिक गरम हो जाता है (आपा...

Continue reading

Uncategorized

टंटा विष की बेल है. जब तक राजी खुशी काम चले तब तक झगड़ा नहीं करना चाहिए. झगड़े से आपसी सम्बन्ध खराब होते हैं. झगड़ा बढ़े तो जान माल का नुकस...

Continue reading

Uncategorized

झ झगड़ा झूठा कब्जा सच्चा. जायदाद पर जिसका कब्ज़ा है वही एक प्रकार से उसका मालिक है. एक तो इसलिए कि वह उसे काम में ले  रहा है यानि उसका फ...

Continue reading