19 Apr Uncategorized भेड़िया आया, भेड़िया आया April 19, 2023 By admin 0 comments एक चरवाहा दूर जंगल में भेड़ें चराया करता था. एक दिन वह मज़ाक मजाक में चिल्लाने लगा – भेड़िया आया, भेडिया आया. आसपास के लोग उसकी मदद के... Continue reading
19 Apr Uncategorized बैरी लायो गेह में, किया कुटुम पर रोस, आप कमाया कामड़ा, दई न दीजे दोस April 19, 2023 By admin 0 comments बैरी लायो गेह में, किया कुटुम पर रोस, आप कमाया कामड़ा, दई न दीजे दोस (बैरी न्यूत बुलाइयाँ कर भायां से रोस). दई – दैव, ईश्वर; कामड़ा – द... Continue reading
19 Apr Uncategorized बुद्धिमान शत्रु से मूर्ख मित्र अधिक खतरनाक होता है. April 19, 2023 By admin 0 comments कहावत का अर्थ तो स्पष्ट है. इस को आसानी से समझाने के लिए एक कहानी कही जाती है. एक शिकारी जंगल में शेर का शिकार करने गया. शेर बहुत चालाक... Continue reading
19 Apr Uncategorized बड़न की बात बड़े पहचाना April 19, 2023 By admin 0 comments कहावत का शाब्दिक अर्थ तो यह है कि बड़े लोगों के बातें बड़े ही समझ सकते हैं लेकिन इसको मज़ाक में अधिक प्रयोग करते हैं (जैसे यदि दो मूर्ख... Continue reading
19 Apr Uncategorized बंद है मुठ्ठी तो लाख की, खुल गई तो फिर ख़ाक की. April 19, 2023 By admin 0 comments जब तक कोई रहस्य खुलता नहीं है तब तक लोगों को उसके विषय में बहुत उत्सुकता रहती है. रहस्य खुलने के बाद उसकी पूछ खत्म हो जाती है. इस विषय ... Continue reading
11 Apr Uncategorized पढ़े तो हैं पर गुने नहीं April 11, 2023 By admin 0 comments पढ़े तो हैं पर गुने नहीं. (गुनना – व्यवहारिक ज्ञान प्राप्त करना). शिक्षा ली हो पर व्यवहारिक ज्ञान प्राप्त न किया हो तो वह शिक्षा किसी क... Continue reading
11 Apr Uncategorized पजामे का कोई जिकर नहीं August 5, 2023 By admin 0 comments किसी व्यक्ति के घर उसका एक मित्र आया. मित्र को उस शहर में कुछ लोगों से मिलने जाना था लेकिन रास्ते में उसका पजामा कीचड़ से गंदा हो गया थ... Continue reading
11 Apr Uncategorized पंडित जी ने कौआ हग दिया September 1, 2023 By admin 0 comments अफवाहों द्वारा बात का बतंगड किस प्रकार बनता है, इस के पीछे एक कहानी कही जाती है. एक पंडित जी जंगल में शौच के लिए गए और एक पेड़ के नीचे ... Continue reading
11 Apr Uncategorized निन्यानवे के फेर में जो पड़ा वो दीन दुनिया से गया September 1, 2023 By admin 0 comments इसके पीछे एक कहानी है. एक नेक लकड़हारा जंगल से लकड़ियाँ बीन कर दो पैसे रोज कमाता था और उनसे अपने परिवार का पेट पालता था. वह हर समय भगवा... Continue reading
11 Apr Uncategorized दगा किसी का सगा नहीं, कर के देखो भाई May 9, 2023 By admin 0 comments किसी को धोखा दे कर आप फायदा नहीं उठा सकते, इस आशय की एक कहानी कही जाती है. एक पंडित नित्य राजा को कथा सुनाने जाया करता था। एक दिन ... Continue reading