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भूत न मारे, मारे भय

एक पढ़ा लिखा व्यक्ति भूत प्रेत को बिलकुल नहीं मानता था. किसी ने उसे चुनौती दी कि वह आधी रात में श्मशान में स्थित पीपल के पेड़ पर कोयले से...

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सोने के अंडे देने वाली मुर्गी का पेट न फाड़ो

एक आदमी के पास एक ऐसी मुर्गी थी जो रोज सोने का एक अंडा देती थी. उस अंडे को बेच कर उस की अच्छी आय हो जाती थी. एक दिन उसने सोचा कि रोज रो...

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न बेटा न बेटी, बेट होए

 एक ढोंगी महात्मा से किसी गर्भवती स्त्री ने पूछा कि उसके बेटा होगा या बेटी. महात्मा जी को कोई विद्या तो आती नहीं थी. वह तो केवल गोल मोल...

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जब किस्मत मारे जोर, तब खेत निराएं चोर

 एक गरीब किसान अपने खेत की निराई के लिए परेशान था. अकेले वह पूरा खेत निरा नहीं सकता था और मजदूर बहुत महंगे थे. तभी कुछ चोर, सिपाहियों स...

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किसान चाहे वर्षा, कुम्हार चाहे सूखा

 एक महात्मा जी के दो बेटियाँ थीं. एक का विवाह किसान के साथ हुआ था और दूसरी का कुम्हार के साथ. एक बार वह अपनी बेटियों से मिलने के लिए नि...

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काग पढ़ायो पीन्जरो, पढ़ गयो चारों वेद, समझायो समझो नहीं, रह्यो ढेढ को ढेढ

एक महात्मा जी को अपनी विद्या और  सिद्धियों  पर बड़ा गुमान था. उन्होंने एक कौवे को पिंजरे में बंद कर के अपनी विद्या के बल पर चारों वेद पढ़...

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कहूँ तो माँ मार खाय, न कहूँ तो बाप कुत्ता खाय

 एक बार एक स्त्री ने अपने पति के खाने के लिए बकरे के धोखे में (या जान कर) कुत्ते का मांस पका दिया. उसके बेटे को यह बात मालूम थी. बाप खा...

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बीननहारी बीन कपास, तेरी मेरी एक ही सास

एक आदमी मेहमानी में किसी गाँव में गया. वहां गाँव के बाहर कुछ महिलाएं कपास के खेत में कपास बीन रही थीं. उन में से एक महिला को वह पहचानता...

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