गुरुनानक देव जी एक बार यात्रा करते हुए मक्का पहुँचे. थके हुए होने के कारण अनजाने में ही वे काबा की ओर पैर कर के सो गए. एक मुल्ला ने जब ये देखा तो गुस्से में आकर उन्हें झकझोर कर जगाया और कहा – चल उठ! अल्लाह के घर की तरफ पैर करता है. नानक बोले – भाई! मुझे तो सारी दुनिया ही अल्लाह का घर नजर आती है. मुझसे उठा नहीं जा रहा, आप ही मेरे पैर घुमा दो. मुल्ला ने दूसरी ओर नानक के पैर घुमा दिए, पर देखता क्या है कि काबा उसी ओर दिख रहा है. हैरत में पड़ कर उसने पैर किसी और दिशा में घुमाए तो काबा उस ओर दिखने लगा. इस पर किसी ने लिखा है – मुल्ला बोला नानक से क्यूँ पैर उधर करता है, नानक बोले काबा तो सब ओर मुझे दिखता है.
अल्लाह का घर सब जगह है
19
Jul