अं
अंक में आना गले लगाना। उदहारण – अंक न आवे मयंक मुखी।
अंक देना गले लगाना, आलिंगन देना।
अंक भरना हृदय से लगाना, लिपटाना, गले लगाना, दोनो हाथों से घेरकर प्यार से दबाना, आलिंगन करना।
अंक लगना गले लगना, आलिंगन देना।
अंक लगाना गले लगाना, लिपटाना।
अंकवार देना गले लगना, छाती से लगाना, आलिंगन करना, भेंटना, गोद में बच्चा रहना, उदहारण – अंकवार भरी रहे नित तिहारी।
अंकवार भरना आलिंगन करना, हृदय से लगाना, दोनों हाथों से घेरकर मिलना, गोद में बच्चा रहना। सन्तानयुक्त होना।
अंग ऐंडा करना ऐंठ दिखाना, बेपरवाही और घमण्ड दिखाना। उदहारण – यह ग्वारन को गाँव बात नहीं सूधे बोले, बसै पसुन के संग अंग एड़े करि डोले। दीनदयाल।
अंग करना अपनाना, स्वीकार करना, अंगीकार करना। उदहारण – जाको मनमोहन अंग करै। सूर।
अंग छूना शपथ खाना, माथा छूना, शरीर छूकर कसम खाना। उदहारण – सूर हृदय तें टरत न गोकुल अंग छुअत हौं तेरो। सूर।
अंग टूटना अंगड़ाई आना, जम्हाई के साथ आलस्य से अंगों को फैलाया जाना। ज्वर के पहले देह टूटना।
अंग तोड़ना अंगड़ाई लेना, जम्हाई लेना।
अंग धरना पहिनना, धारण करना।
अंग मोड़ना शरीर के भागों को सिकोड़ना, लज्जा से देह छिपाना, अंगड़ाई लेना। पीछे हटना, भागना, नटना, बचना उदहारण – रे पतंग निःशंक जल, जलत न मोड़े अंग, पहिले तो दीपक जलै, पीछे जलै पतंग।
अंग लगना लिपटना, आलिंगन करना, छाती से लगना, भोजन का पचकर शरीर को पुष्ट करना, शरीर को बलवान करना, काम में आना, हिलना, पचना.
अंग लगाना आलिंगन करना, छाती से लगाना, लिपटाना, उदहारण – परनारी पैनी छुरी कोउ नहिं लावो अंग। हिलाना, परचाना, अपने शरीर के आराम में खर्च करना, अंगीकार करना।
अंगड़ाई तोड़ना आलस्य में बैठे रहना, कुछ काम न करना, (जो आमतौर पर मनहूस समझा जाता है)।
अंगाकड़ी करना बाटी तैयार करना, बाटी पकाना।
अंगाकड़ी लगाना बाटी तैयार करना, बाटी पकाना।
अंगारा बनना गुस्से से, क्रोध में लाल हो जाना।
अंगारा हो जाना गुस्से से क्रोध मे लाल होना।
अंगारा / अंगारे उगलना कड़ी कड़ी बातें मुँह से निकालना। ऐसी बात बोलना जिससे सुनने वाले को अत्यन्त क्रोध उत्पन्न हो। जली कटी सुनाना।
अंगारी फांकना ऐसा काम करना जिसका फल बहुत बुरा हो।
अंगारा बरसना अत्यधिक गरमी पड़ना, लू चलना, दैवी आपत्ति आना। आग बरसना।
अंगारों पर पैर रखना जान बूझकर हानिकारक कार्य करना, अपने को खतरे में डालना।
अंगारों पर लोटना क्रोध या ईर्ष्या से जलना।
अंगूठा चूमना खुशामद करना, सेवा करना, अधीन होना, सम्मान या अति विनय प्रकट करना।
अंगूठा चूसना बड़ा होकर बच्चे जैसा नामसमझी का काम करना।
अंगूठा दिखाना किसी वस्तु को देने से अवज्ञापूर्वक नाहीं करना, किसी कार्य को करने से हट जाना, चिढ़ाना, धोखा देना।
अंगूठे पर लेना तुच्छ समझना, परवाह न करना।
अंगूठे पर होना तुच्छ होना।
अंगूर खट्टा होना किसी वस्तु को पा सकने की असमर्थता छिपाने के लिए उसे अवांछनीय ठहराना।
अंगूर तड़कना, फटना भरते हुए घाव पर बंधी हुई मांस की झिल्ली का अलग हो जाना।
अंगूर बंधना, भरना घाव के ऊपर मांस की नई झिल्ली चढ़ना, घाव भरना।
अंचरा पसारना किसी बड़े या देवता से कुछ मांगते समय (स्त्रियों का) अपने अंचल को आगे फैलाना जिससे दीनता और उद्वेग सूचित होता है। दीनता और विनय के साथ मांगना।
अंचल थामना सहायता या सहारा देना।
अंचल पकड़ना सहायता या सहारा देना।
अंचल बांधना संकल्प करना।
अक्षर मारना जादू करना, टोना करना, मंत्र प्रयोग करना।
अंजर पंजर ढीला होना शरीर के जोड़ों का उखड़ना या हिल जाना, देह का बंद बंद टूटना, शिथिल होना, लस्त होना।
अंजर पंजर निकलना ठठरी या भीतरी चीजें निकलना।
अंजाम को पहुंचाना पूरा करना।
अंजाम देना पूरा करना।
अंजाम निकालना फल निकालना।
अंजाम पाना पूरा होना।
अंफा पड़ना सूना या नागा होना, खाली जाना।
अंफा होना सूना या नागा होना।
अंटागुड़गुड़ (अंटागफील) होना बेखबर सो जाना।
अंटाचित होना स्तम्भित होना, अवाक होना, सन्न होना, नशे में बेसुध होना, बेखबर होना, अचेत होना।
अंटी देना गरदनी देना।
अंटी पर चढ़ना धोखा खा जाना।
अंटी मारना जुवा खेलते समय कौड़ी को उंगलियों के बीच में छिपा लेना, आंख बचाकर धीरे से दूसरे की वस्तु खिसका लेना। धोखा देकर कोई वस्तु उड़ा लेना, कम तोलना, डांडी मारना।
अंटी में रखना टैंट या मुर्री में खौंसना।
अंटी रखना छिपा रखना, दबा रखना, प्रकट न होने देना।
अंडा खटकना अंडा फूटना, अंडे का तड़कना।
अंडा ढीला होना नस ढीली होना, थकावट आना, शिथिल होना, द्रव्यहीन होना, दिवालिया होना, कमजोर या बीमार होना।
अंड़ा फूटना अंडे से बच्चे का बाहर आना।
अंडा लड़ाना एक तरह का जुआ।
अंडा सरकना हाथ पैर हिलना, हाथ पैर उठना।
अंडा सरकाना हाथ पैर हिलाना, अंग डोलाना, हाथ पैर उठाना।
अंडे का शाहजादा वह व्यक्ति जो कभी घर से बाहर न निकलता हो, वह जिसे अनुभव न हो।
अंडे बच्चे सन्तान।
अंडा सेना पक्षियों का अपने अंडों पर गर्मी पहुंचाने के लिए बैठना। घर में बैठे रहना, बाहर न निकलना।
अंत आना नाश या मृत्यु समय आना। पूर्ति पर पहुंचना।
अंत करना मार डालना, समाप्त करना, इति श्री करना।
अंत जानना फल जानना।
अंत जाना दूसरे स्थान जाना। (अन्यत्र का अपभ्रंश है)
अंत देखना परिणाम देखना।
अंत पाना भेद पाना। पता पाना। पार पाना।
अंत बनना अन्तिम भाग का अच्छा होना, फल अच्छा होना, जीवन लीला की समाप्ति का अच्छा होना, परिणाम अच्छा होना।
अंतर्निविष्ट करना भीतर बठाना, जाना, भीतर रखना, मन में रखना, हृदयंगत करना, दिल में जमाना।।
अंतर्निविष्ट होना भीतर बैठना, भीतर जाना, मन में धँसना, दिल में जमना,
अंत बिगड़ना अन्तिम या पिछले भाग का बुरा होना, फल बुरा होना, परिणाम बुरा होना।
अंत लेना भेद लेना, मन का भाव जानना, मन छूना।
अंत होना खत्म होना, पूर्ण होना, मर जाना।
अंतड़ी गले में पड़ना किसी आपत्ति में फंसना।
अंतड़ी जलना कुलबुलाना, पेट जलना, बहुत भूख लगना।
अंतड़ी टटोलना किसी से खाने के लिए पूछना, रोग की पहिचान के लिए पेट को दबाकर देखना।
अंतड़ियां मिलना एक होना।
अंतड़ियों का बल खोलना बहुत दिनों के बाद भोजन मिलने पर खूब पेट भर खाना।
अंतड़ियों में बल पड़ना अंतड़ियों का ऐंठना या दुखना, पेट में दर्द होना।
अंतरपट साजना छिप्कर बैठना, सामने न होना, ओट में रहना।
अंतर करना भेदभाव करना।
अंतर रखना भेदभाव रखना।
अंदाज उड़ाना दूसरे की चाल ढाल पकड़ना, पूरी तरह नक्ल करना।
अंधा आईना धुंधला शीशा वह दर्पण जिसमे चेहरा साफ दिखाई न देता हो।
अंधा कुआँ सूखा कुआँ । वह कुआँ जिसमें पानी न हो और जिसका मुँह घास पात से ढका हो, लड़कों का एक खेल।
अंधा झोंपड़ा पेट, उदर।
अंधा तारा नेपचून तारा।
अंधा दीया वह दीपक जो धुंधला या मंद जलता हो, धुंधले प्रकाश का दीपक।
अंधा बनना जान बूझकर किसी बात का ध्यान न देना।
अंधा बनाना आँख में धूल डालना, बेबकूफ बनाना, धोखा देना।
अंधा भैंसा लड़कों का एक खेल।
अंधी खोपड़ी का नासमझ, मूर्ख।
अंधी सरकार राज्य जिसका प्रबन्ध बुरा हो, मालिक जो अपने नौकरों का वेतन समय पर न देता हो।
अंधे की लकड़ी (लाठी) एकमात्र आधार, सहारा, आसरा, इकलौता लड़का
अंधे को चिराग दिखाना व्यर्थ का कार्य करना।
अंधे कोठे का मूर्ख, विचार शून्य।
अंधे झोपड़े में आग लगना भूख लगना
अंधेरा छा जाना एकाएक कुछ दिखाई न देना।
अंधेरा छोड़ना प्रकाश के सामने से हटना।
अंधेरा पाख या पक्ष कृष्ण पक्ष या बदी।
अंधेरी कोठरी गुप्त भेद, रहस्य।
अंधेरी कोठरी का यार गुप्त प्रेमी।
अंधेरी देना आँख मूंदकर दुर्गति करना, धोखा देना।
अंधेरे उजाले वक्त बेवक्त।
अंधेरे घर का उजाला अत्यन्त कान्तिमान, कुल दीपक, अत्यन्त सुन्दर, सुलक्षण, वंश की मर्यादा बढ़ाने वाला, इकलौता बेटा।
अंधेरे मुँह सूर्योदय के पहले जब मनुष्य एक दूसरे का मुँह अच्छी तरह न देख सकते हों, बड़े तड़के, बड़े सबेरे, पौ फटते, उजाला होने के पहले।
अंधे की आँख अत्यन्त प्रिय वस्तु।
अंबर के तारे डिगना असम्भव बात का होना।
अकड़कर चलना सीना उभारकर चलना।
अकड जाना लड़ना, ऐंठ जाना, गर्व चूर होना।
अंधेरा छा जाना अत्यधिक अंधकार होना, बहुत बड़ी हानि आदि के एकाएक होने पर कुछ दिखाई न देना।
अंधेरे उजेले समय, कुसमय।
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अकड़ दिखाना घमंड दिखाना।
अकड़ निकालना घमंड दूर करना।
अकड़ में आना हठ में आना, घमंड में आना।
अकड़ रखना हठ करना, घमंड रखना।
अकबक करना प्रलाप करना।
अक्ल अंधी होना बेअक्ल होना।
अक्ल आना समझ आना, समझ होना
अक्ल का कसूर होना बुद्धि दोष।
अक्ल का काम करना समझ में आना।
अक्ल का काम न करना कुछ समय में न आना।
अक्ल का चक्कर में आना विस्मित या चकित होना, हैरान होना, कुछ समझ में न आना।
अक्ल का चरने जाना समझ जाती रहना, बुद्धि नष्ट होना।
अक्ल का चिराग गुल होना अक्ल जाती रहना।
अक्ल का दुश्मन मूर्ख, बेवकूफ।
अक्ल का पुतला बहुत बुद्धिमान। मूर्ख के लिए व्यंग्य में।
अक्ल का पूरा मूर्ख, जड़, बुद्धू (व्यंग्य)।
अक्ल का फतूर अक्ल की कमी।
अक्ल का मारा मूर्ख
अक्ल का मोल लेना किसी समझदार से राय लेना।
अक्ल की कोताही बुद्धि की कमी।
अक्ल की पुडिया बुद्धिमती।
अक्ल के घोड़े दौड़ाना बुद्धि द्वारा समस्या सुलझाने का प्रयास करना।
अक्ल के तोते उड़ जाना बुद्धि ठिकाने न रहना।
अक्ल के नाखून लेना समझकर बात करना।
अक्ल के पीछे लट्ठ लिए फिरना हर समय बुद्धि विरुद्ध कार्य करना।
अक्ल के बखिये उधेड़ना किसी को मूर्ख सिद्ध कर देना।
अक्ल खर्च करना समझ को काम में लाना, सोचना-समझना
अक्ल खो देना समझ का लोप होना।
अक्ल गुम होना बुद्धि का लोप हो जाना, अक्ल का काम न करना, अक्ल मारी जाना।
अक्ल चकराना विस्मित या चकित होना, हैरान होना।
अक्ल जाती रहना बुद्धि काम न करना।
अक्ल ठिकाने लगाना औकात बताना।
अक्ल देना समझाना-बुझाना।
अक्ल दौड़ाना बुद्धि का प्रयोग करना, सोचना, विचारना , गौर करना।
अक्ल पर पत्थर पड़ना अक्ल जाती रहना।
अक्ल पर परदा पड़ना बुद्धि का लोप होना, समझ का काम न करना।
अक्ल भिड़ाना बुद्धि का प्रयोग करना, सोचना, विचारना, गौर करना।
अक्लमंद की दुम मूर्ख (व्यंग्य)।
अक्ल मारी जाना बुद्धि नष्ट होना, हतबुद्धि होना।
अक्ल लड़ाना बुद्धि का प्रयोग करना, सोचना, विचारना।
अक्ल सठियाना बुद्धि भ्रष्ट होना, बुद्धि जीर्ण होना।
अक्ल से काम लेना समझ बूझकर बुद्धि से काम करना।
अक्ल से दूर होना समझ में न आना।
अक्ल से बाहर होना समझ में न आना।
अक्स उतारना हूबहू नक्ल बनाना, फोटो खींचना।
अक्स छाना रंग उतर जाना।
अक्स लेना कसी तस्वीर पर बारीक कागज रखकर खाका लेना।
अक्षर घोंटना अक्षर लिखने का अभ्यास करना।
अक्षर से भेंट न होना मूर्ख रहना, अनपढ़ रहना, बिल्कुल अनपढ़ होना।
अखाड़ा गरम होना ज्यादा भीड़ होना।
अखाड़ा जमना खिलाड़ियों का अखाड़े में जमा होना और दर्शकों की भीड़ लगाना, किसी जगह बहुत से आदमियों का जमा होना।
अखाड़े का जवान कसरती बदन का आदमी।
अखाड़े में आना मुकाबले में खड़ा होना।
अखाड़े में उतरना मुकाबला करने के लिए अखाड़े में आना।
अख़्खाह करना ग्रहण करना, अर्थ या नतीजा निकालने से बात निकालना।
अख़्तर चमकना नसीब जागना, भाग्य का उदय होना।
अगर मगर करना हुज्जत करना, तर्क करना, आगे पीछे करना, टाल-मटोल करना, बहाना करना।
अच्छा करना किसी को ठीक करना।
अच्छा कहना प्रशंसा करना।
अच्छा घर सम्पन्न घर, प्रतिष्ठत कुल।
अच्छा दिन सुख सम्पत्ति का दिन।
अच्छा पहर ऐसा पहर जिसमें आरम्भ किया हुआ कार्य शीघ्र पूरा हो जाय।
अच्छा रहना अच्छी दशा में रहना, लाभ में या आराम में रहना।
अच्छा लगना भला जान पड़ना, सुन्दर लगना, पसन्द आना।
अच्छी कटना आराम से दिन बीतना।
अच्छी गुजरना आराम से दिन बीतना।
अच्छी बीतना अच्छी तरह बीतना, आनन्द से दिन काटना, आराम से दिन बीतना।
अच्छे थान का घोड़ा अच्छी जाति का घोड़ा, प्रसिद्ध स्थान का घोड़ा।
अच्छे वक्त जरूरत के वक्त, आवश्यकता के समय।
अच्छे से पाला पड़ना बड़े बेढब आदमी से वास्ता पड़ना।
अज़ान देना ऊँचे स्थान पर खड़े होकर ऊँचे स्वर से नमान के समय की सूचना देना।
अज़ाब मोल लेना अकारण कष्ट, झंझट में पड़ना।
अज़ीज़ करना प्यार जानना।
अज़ीज़ जानना कद्र करना, प्यार समझना, चाहना।
अज़ीज़ रखना कद्र करना, प्यार समझना, चाहना
अज़ीज़ होना प्रिय होना।
अजीरन होना अपच होना। अजीर्ण का अपभ्रंश है।
अटकन-बटकन खेलना बेकार काम करना।
अटवाटी खटवाटी लेकर पड़ना खिन्न और उदासीन होकर अलग रहना, काम-काज छोड़कर रूठ कर अलग बैठना।
अटेरन कर देना दांव में डालकर चकरा देना, दम न लेने देना।
अटेरन फेरना घोड़े को कावा फेरना।
अटेरन होना हड्डी हड्डी निकलना, अत्यन्त दुर्बल होना।
अठखेलिया करना किलोल करना।
अड्डा जमाना लगातार कहीं पर रहना।
अड्डे पर आना अपने स्थान पर पहुँचना।
अड्डे पर चहकना अपने स्थान पर रौब दिखाना।
अड्डे पर बोलना स्थान विशेष पर ही बोलना।
अड़ंगा डालना अड़चन डालना, होते हुए कार्य में बाधक होना।
अडंगा मारना विघ्न डालना।
अड़ंगा लगाना अड़चन डालना। होते हुए कार्य में बाधक होना।
अड़तल पकड़ना पनाह लेना, शरण में आना, बहाना करना।
अड़िया करना जहाज के लंगड़ की रस्सी खींचना।
अता करना देना
अता फरमाना देना।
अता होना मिलना।
अतिसार होकर निकलना दस्त के रास्ते निकलना, किसी प्रकार नष्ट होना। हमारा जो कुछ खाया है, वह नष्ट होकर निकलेगा।
अदब करना लिहाज़ करना।
अदब की जगह वह व्यक्ति या वस्तु जिसका अदब करना आवश्यक हो।
अदम का रास्ता लेना परलोक सिघारना, मरना।
अदम को सिघारना परलोक सिधारना, मरना।
अदहन देना अदहन का पानी बाग पर चढ़ाना।
अदा करना पालन करना, पूरा करना।
अदालत करना मुकदमा लड़ना।
अधर चबाना क्रोध के कारण दाँतों से ओंठ चबाना। उ0- तदपि क्रोध नहिं रोक्यो जाई। मए अरून चख अधर चबाई। मन्नालाल। अत्यन्त कुद्ध होना।
अधर में फूलना अधूरा रहना, पूरा न होना, पशोपेश में पड़ना, दुविधा में पड़ना, अनिश्चय की दशा में पड़ना।
अधर में पड़ना अधूरा रहना, पूरा न होना, पशोपेश में पड़ना, दुविधा में पड़ना, अनिश्चय की दशा में पड़ना।
अधर में लटकना अधूरा रहना, पूरा न होना, पशोपेश में पड़ना, दुविधा में पड़ना, अनिश्चय की दशा में पड़ना।
अधिया पर उठाना खेत या गायादि के बच्चे को आधे साझे पर देना।
अधिया पर देना देहातों में बेचने की रीति जिसके अनुसार अनाज के आधे के बराबर बेचने वाला अपनी चीज देता है।
अधूरा जाना असमय गर्भपात होना।
अघौड़ी तनना अघाना, खूब पेट भर जाना।
अघौड़ी तानना खूब पेट भरकर खाना,
अनकही देना अवाक् रहना, चुपचाप होना।
अनमल ताकना अहित चाहना।
अनसुनी करना ध्यान न देना। सुनकर भी न सुनना, जान-बूझकर उपेक्षा करना, आनाकानी करना।
ऊनी का हाथ सामने की चोट।
ऊनी की चोट सामने की चोट।
अनी पर कनी चाटना ग्लानि के कारण कनी चाटकर आत्महत्या करना।
अनसूनी करना आनाकानी करना, ध्यान न देना, जान बूझकर उपेक्षा करना।
अन्न मिट्टी होना खाना पीना हराम होना। उ0- जेहि दिन वह छेंके गट घाटी। होई अन्त ओहीं दिन माटी। जायसी।
अन्न जल त्यागना या छोड़ना कुछ न खाना पीना।
अनुकूल चलना इच्छानुसार या आज्ञानुसार चलना।
अनुकूल जाना पक्ष में हो जाना।
अनुकूल होना प्रसन्न या पक्ष में होना।
अन्न जल उठना रहने का संयोग या सहारा न होना।
अन्यथा करना उलटा करना, झूठ बनाना, पहले की आज्ञा या निश्चय रद्द करना।
अन्यथा होना विपरीत होना, असत्य होना।
अपना उल्लू सीधा करना अपना स्वार्थ सिद्ध करना।
अपना करना अपना बनाना, अपने अनुकूल कर लेना, मित्र बना लेना, हाथ में कर लेना।
अपना काम करना प्रयोजन निकालना।
अपना किया पाना किये को भुगतना, कर्म का फल पाना।
अपना घर समझना आराम की जगह समझना, संकोच का स्थान देखना, समझना, ऐसा स्थान समझना जहाँ घर के व्यवहार हो।
अपना देखना स्वार्थ देखना।
अपना पराया शत्रु मित्र, स्वजन परजन, दोस्त दुश्मन।
अपना पराया समझना यह ज्ञान होना कि कौन अपना है कौन बिराना। शत्रु मित्र, भला बुरा पहचानना। भेदभाव रखना।
अपना पेट काटना बचाने के लिए कम खाना, जानबूझकर कम खाना जिसमें कुछ बचत हो।
अपना बेगाना शत्रु मित्र, स्वजन-परजन।
अपना मन डोलाना लालच करना।
अपना राग अलापना अपनी ही बात कहना, अपना ही विचार प्रकट करना, दूसरों की बातों पर ध्यान न देना।
अपना सा करना अपने सामर्थ्य या विचार के अनुसार करना, भरसक करना। उ0- बार-बार मुहिं कहा सुनावत। नेकहु टरत नहीं हिरदय से विविधि मांति मन को समझावत। दाँवल कहा देति मोहि सजनी तू तो बड़ी सुजान। अपनी सी मैं बहुत कीन्हीं रहति न तेरी आन। सूर।
अपना सा मुँह लेकर रह जाना लज्जित होना, वेवकूफ बनना।
अपना ही गीत गाना अपना ही वृतान्त कहना, अपनी ही बात कहना, दूसरे की न सुनना।
अपनी अपनी पड़ना अपनी चिन्ता में व्यग्र होना। उ0- पद्माकर कछु निज कथा कासों कहों बखान। जाहि लखों ता है परी अपनी अपनी आन। पदमाकर
अपनी औसाना इतनी अधिक बातें करना कि दूसरे को बात करने का समय ही न मिले। बातों की झड़ी बांधना।
अपनी संचाना अपनी ही कही हुई बात की बारम्बार पुष्ट करते जाना, दूसरे के तर्क को कुछ न सुनना। उ0- सुनौ धौं दै कान अपनी लोक लोकन कीति। सूर प्रभु अपनी खचाई रही निगमन जीति। सूर।
अपनी खुशी जीना अपने ही सुख में आनन्दित होना।
अपनी गाना अपनी ही बात कहना और किसी की न सुनना।
अपनी गुड़िया संवार देना सामर्थ्य के अनुसार बेटी का विवाह करना।
अपनी जांघ उघाड़ना अपनी बदनामी या कलंक की बात प्रकट करना।
अपनी घरन घरना अपनी बात पर अड़े रहना। हठ या जिद न छोड़ना।
अपनी नींद सोना इच्छानुसार कार्य करना, अपनी मर्जी से सोना-जागना।
अपनी बात का एक दृढ़ प्रतिज्ञा जो अपनी बात पर डटा रहे।
अपनी बात पर आना हठ पकड़ना। हठ करना।
अपनी बात से टलना प्रतिज्ञा न पूरी करना, मुकरना।
अपनी मौत मरना स्वाभाविक ढंग से मरना, प्राकृतिक नियम के अनुसार मरना।
अपनी रूई सूत में उलझना अपने काम में लगना, अपने काम काज में फंसना।
अपनी सी अपने मरसक, जहां तक अपने से हो सके, वहां तक। उ0- मैं अपनी सी बहुत करी री। सूर अपनी इच्छा या शक्ति मर। अपने मन के अनुसार।
अपनी ही गाना अपनी ही बात कहते जाना और किसी की बात न सुनना। अपना ही हाल कहना। अपनी ही विचार प्रकट करना। अपने ही मतलब की बात कहना।
अपने आपको भूलना अपनी अवस्था का ध्यान न रखना, किसी मनोवेग के कारण बेसुध होना। मदान्थ होना। घमण्ड में चूर होना।
अपने चलते भरसक, यथाशक्ति। उ0- अपने चलत न आजु लगि, अनमल काहु कीन्ह। तुलसी।
अपने तक रखना किसी से न कहना, किसी को पता न देना।
अपनेपन पर आना अपने दुःस्वभाव के अनुसार काम करना।
अपने पावैं अपने अनुसार, अपनी जान में।
अपने मुँह मियां मिट्ठू बनना आत्मप्रशंसा करना।
अपने में आना आवेश में आना, क्रोध में आना, अपनी मर्यादा के अन्दर रहना।
अपने लिए कांटा बोना अपने हित की हानि करना।
अपने हिसाब अपनी समझ के अनुसार अपनी जान मे , अपने विचार में। लेखे में।
अपने हिसाब से अपनी समझ के अनुसार अपनी जान मे, अपने विचार में। लेखे में।
अफवाह उड़ाना झूठी बात फैलाना।
अब का इस बार, इस समय का, आधुनिक।
अब के हैले इस बार, इस दफा।
अब जाकर इतनी देर पीछे।
अब तब करना आजकल करना, टाल मटोल करना।
अब तब लगना मरने का समय निकट पहुंचना, मरणासन्न होना, कुछ देर का मेहमान होना।
अब तब होना मरने का समय निकट पहुंचना, मरणासन्न होना, कुछ देर का मेहमान होना।
अब बताओ अब कहो क्या करोगे। अब क्या उपाय है, अब तो मेरे वश में हो, अब क्या कर सकते हो।
अब भी इस समय भी , इतने पर भी।
अब से इस समय से आगे, भविष्य में।
अबरू पर बल आना कुद्ध होना, त्योरी चढ़ना।
अबरू पर मैल न आना (आघात आदि का ) असर होना, अविचलित रहना।
अबे तबे करना निरादर करना, निरादर पूर्वक वाक्य बोलना, कच्ची पक्की बोलना, अपमान जनक ढंग से बात करना।
अभय देना भय से बचाने का वचन देना, शरण देना, निर्भय करना। उ0- ब्रह्म रूद्र लोकहू गयौ।उनहूं ताहि अभ्य नहि दयौ। सूर।
अभय बांह देना भय से बचाने का वचन देना, शरण देना, निर्भय करना। उ0- चरन नाह सिर विनती कन्ही लछिमन अभय बाहं तेहि दीन्हीं।
अभिनय करना नाचना कूदना
अभी जमीन से उठना अल्प वयस्क होना।
अमल दरामद होना काम में लाया जाना।
अमल पानी करना नशा करना, भांग पीना।
अमल में आना निश्चय, आज्ञा आदि का कार्य के रूप में परिणत होना।
अमान मांगना रक्षा की प्रार्थना करना, त्राहि त्राहि करना।
अरई देना ताकीद करना, प्रेरणा करना।
अरई लगाना ताकीद करना, प्रेरणा देना।
अरक अरक होना पसीने में भीग जाना।
अरजी गुजारना किसी बड़े अधिकारी के सामने प्रार्थना पत्र पेश करना।
अरमान निकालना इच्छा पूरी करना, कामना की पूर्ति होना।
अरमान भरा उत्सुक।
अरमान रह जाना इच्छा का पूरा न होना, मन की बात का मन ही में रहना, लालसा, कामना का अतृप्त रह जाना।
अरसा तंग होना कठिनाई में पड़ना।
अर्क होना पसीने से तर हो जाना, लज्जित होना, पानी-पानी होना।
अर्श (दिमाग) पर होना अपने को बहुत बड़ा समझना, अपनी शक्ति सामर्थ्य पर इतराना, बड़े-बड़े मनसूबे बांधना।
अलंग पर आना घोड़ी का मस्ताना।
अलंग पर होना घोड़ी का मस्ताना।
अलख जगाना पुकार कर परमात्मा का स्मरण करना या कराना, परमात्मा के नाम पर भिक्षा मांगना, किसी के नाम की रट लगाना या किसी में विशेष रूप से अनुरक होना।
अलग करना जुदा करना, दूर करना, हटाना, खसकाना, छुड़ाना, बरखास्त करना, बेच डालना, निपटाना, समाप्त करना, बेलाग, बचा हुआ, रक्षित छांटना।
अलग होना दूर या किनारे होना, संयुक्त परिवार के पृथक होना, नौकरी या काम छोडना।
अलच्छन आना बुरा समय आना।
अलबी तलबी छांटना योग्यता दिखाना, रौब जमाना, क्रोध दिखाना।
अलबी तलबी धरा रहना निश्फल कोप होना, रौब सब पड़ रह जाना।
अलबी तलबी भुलाना रौब या आतंक का नष्ट कर देना।
अलबी तलबी भरूल जाना रौब या आतंक का नष्ट कर देना।
अलल हिसाब देना पावने का हिसाब किये बिना कुछ रकम दे देना।
अलारम बजना खतरे की घंटी बजना।
अलाली आना अकर्मण्यता आना, सुस्ती आना, निकम्मा हो जाना।
अलाली चढ़ना अकर्मण्यता आना, सुस्ती आना, निकम्मा हो जाना।
अलाली सवार होना अकर्मण्यता आना, सुस्ती आना, निकम्मा हो जाना।
अलोला रहना नमक न खाने का व्रत रखना।
अल्लाह आमीन से पालना देवता-पितर मनाते हुए बड़े यत्न से पालन करना।
अवटि डालना खूब घूम डालना, छान-बीन कर डालना, मथ डालना।
अवटि मरना ठोकरे खाना, कष्ट उठाना, ममना, मारे-मारे फिरना, चक्कर मारना, दुःख उठाना। उ0- रामचन्द्र रघुनायक तुमसो हों विनती केहि भांति करौ। जो आचरण विचारहु मेरी कल्प कोटि लगि अवटि मरौ। तुलसीदास प्रभु कृपा विलोकनि गोपद ज्यों मवसिंधु तरौं। तुलसीदास।
अवतार करना शरीर धारण करना। उ0- अरून असति सित वपु उनहार। करत जगत में तुम अवतार। सूर।
अवतार धरना जन्म ग्रहण करना। उ0- भुव की रक्षा करन जु कारण धरि वराह अवतार। पीछे कपिल रूप हरि धारयो कीन्हों सांख्य विचार।सूर।
अवतार लेना शरीर ग्रहण करना, जन्म लेना। उ0- असंन सहित मनुज अवतारा लैहहउं दिनकर वंस उदारा। तुलसीदास।
अवधि देना समय नियत कर देना, मुद्दत बांधना।
अवधि घरना समय निर्धारित, नियत कर देना, मुद्दत बांधना।
अवधि बदना समय नियत करना, अवधि देना, समय निर्धारित करना। उ0- आज बिनु आनंद को मुख तेरो। निसि बसिबै की अवधि बदी मोहिं सांझ गये कहि आवन। सूर-श्याम अनतहि कहुं लुबधै नैन भए दोउ सावन।सूर।
अवसर चूकना मौका हाथ से जाने देना। उ0- अवसर चूकी डोमिनी गावै ताल बेताल। सुयोग का लाभ न उठाना।
अवसर ताकना उपयुक्त समय की प्रतीक्षा करना, मौका ढूंढना।
अवसर मारा जाना मौका हाथ से निकल जाना, समय बीत जाना। उ0- संचारी समय विचारिया क्या गिरही क्या योग। औसर मारा जात है चेतु विराने लोग। कबीर।
अवसान उड़ना सुधि-बुधि न रहना। संज्ञा शून्य होना।
अवसान छूटना होश हवास न रहना।
अवसान जाना सुधि-बुधि न रहना। संज्ञा शून्य होना।
अव्वल आना प्रतियोगिता में सर्वप्रथम आना।
अव्वल तौ पहले तौ। प्रथमतः।
अव्वल रहना प्रतियोगिता में सर्वप्रथम आना।
आवाज कसना व्यंग्य कहना, उत्तेजक वाक्य कहना।
अविरद करना प्रण छुटाना।
अशुभ चेतना बुरा चेतना, अमंगल कामना करना।
अशुभ मानना बुरा चेतना, शाप देना, अमंगल कामना करना।
अस्ति अस्ति करना वाह वाह कहना, साधुवाद कहना।
अस्ति अस्ति कहना वाह वाह करना, साधुवाद करना।
अस्ति नास्ति करना हाँ नहीं करना, स्पष्ट उत्तर न देना, संदिग्ध बात कहना।
अस्ति नास्ति कहना हाँ नहीं करना, स्प्ष्ट उत्तर न देना, संदिग्ध बात कहना।
अस्ति नास्ति में डालना सन्देह में छोड़ना, द्विधा में डालना
असामी बनाना अपने मतलब पर चढ़ाना, अपनी गौं का बनाना।
आँ,आं
आँख ध्यान, लक्ष्य, विचार, विवेक, परख, निशान्त, कृपादृष्टि, सन्तति, सन्तान, लड़कावाला। उ0- सौगिन मर गई आँख छोड़ गई।
आँख आना आँख में लाली, पीड़ा और सूजन के साथ कीचड़ और पानी आना।
आँख ओट पहाड़ ओट जब आँख के सामने नहीं तब क्या दूर क्या नजदीक, सामने न होने पर दूर नजदीक एक सा होना।
आँख उठना आँख आना, आँख में लाली और पीड़ा के साथ कीचड़ और पानी आना।
आँख उठाकर न देखना ध्यान न देना, तिरस्कार करना, सामने न ताकना, लज्जा व संकोच से बराबर दृष्टि न करना, उपेक्षा करना।
आँख उठाना ताकना, देखना, सामने नज़र करना, बुरी नज़र देखना, बुरा बर्ताव करना, हानि पहुँचाने की चेष्टा करना, शत्रु भाव से देखना।
आँख उलट जाना पुतली का ऊपर चढ़ जाना, आँख पथरा जाना, (यह मरने के समय होता है) घमंड से नज़र बदल जाना, धमंड होना, अभिमान होना, विचार में परिवर्तन होना।
आँख उलटना क्रोध करना।
आँख ऊँची न होना लज्जा के बराबर ताकने का साहस न होना, लज्जा से दृष्टि नीचे रहना, नज़र बराबर न करना, लज्जा के कारण सामने न देखना।
आँख ऊपर न उठाना लज्जा या भय से सामने न देखना।
आँख कडुआना आँख गड़ाकर देखने या, देर तक जागने से आँखों में पीड़ा होना।
आँख करकना आँख दुखना या पीड़ा करना।
आँख का अंधा गांठ का पूरा मूर्ख धनवान, अनाड़ी मालदार, पैसां वाला पर मूर्ख।
आँख का अंधा नाम नयनसुख नाम गुण में विरोध, काले को गोरा कहना।
आँख का उलट जाना लौभ, ऐश्वर्य या उत्कर्ष के कारण दूसरों को तुच्छ समझना, घमंड से भर जाना।
आँख का कांटा कार्य में बाधक, शत्रु जिसे देखकर कष्ट हो।
आँख का काजल चुराना गहरी चोरी करना, बड़ी सफाई के साथ चोरी करना, सामने या पास की वस्तु चुरा लेना
आँख का कोया आँख का उभरा हुआ सफेद भाग जिस पर पुतली रहती है।
आँख का जाला आँख का एक रोग जिसमें पुतली पर एक सफेद झिल्ली जिसके कारण धुंध दिखा देता है।
आँख का ढेला आँख का बट्टा, आँखा का उभड़ा हुआ सफेद भाग जिस पर पतुली रहती है।
आँख का तारा प्रिय व्यक्ति, संतति।
आँख का तिल आँख का तारा, कनीनिका, प्रिय व्यक्ति।
आँख का तेल निकालना आँखों को कष्ट देना, ऐसा महीन काम करना जिसमें आँखों पर बहुत जोर पड़े।
आँख का परदा आँख के भीतर की झिल्ली जिससे होकर प्रकाश जाता है।
आँख का परदा उठना ज्ञान-चक्षु का खुलना, अज्ञान या भ्रम दूर होना, चैत होना।
आँख का पानी ढल जाना लज्जा छूट जाना, लाज, शर्म का जाता रहना, निर्लज्ज या बैहया हो जाना।
आँख कान खुला रहना सचेत रहना, सावधान रहना, होशियार रहना।
आँख किरकिराना आँख दुःखना, दृष्टि जमना, टकटकी बधना,
आँख की किरकिरी आँख का कांटा, चक्षुशूल, खटकने वाली वस्तु या व्यक्ति।
आँख की ठंढक प्रिय व्यक्ति या वस्तु। आँख के भीतर के परदे का वह भाग जो बाहर से काला दिखाई देता है।
आँख की पुतली अति प्रिय व्यक्ति, प्यारा मनुष्य।
आँख की पुतली फिरना आँख की पुतली का चढ़ जाना, पुतली का स्थान बदलना, आँख का पथराना (यह मरने के पूर्व का लक्षण है)।
आँख की बदी भौं के आगे किसी का दोष ही उसके इष्ट मित्र, भाई बन्धु के सामने ही कहना।
आँख के सामने नाचना अन्तःकरण में प्रत्यक्ष के समान प्रतीत होना, ध्यान में ज्यों का त्यों होना, समृद्धि में बना रहना।
आँख खटकना आँख टीसना, आँख किरकिराना। उ0- कुमसुम मारो गुलाल, नंद जू के कृष्णलाल, जाय कहूँगी कंसराज के आँख खटक मौरी भई है लाल। होली।
आँख खुलना पलक खुलना, परस्पर मिली या चिपकी हुई पलकों का अलग हो जाना, नींद टूटना, भ्रम दूर होना, दिमाग पर तरोताजगी पहुँचना, चैत होना, दिमाग पर तरोताजगी पहुंचना, चैत होना, ज्ञान होना, चित्त स्व्स्थ होना, जागना, तबीयत ठिकाने आना।
आँख खुलवाना आँख बनवाना, मुसलमानों के विवाह की एक रीति जिसमें दुल्हा-दुल्हिन के बीच एक दर्पण रक्खा जाता है और वे उसमें एक दूसरे का मुँह देखते हैं।
आँख खोलना पलक उठाना, ताकना, आँख बनाना, आँख का जाला या मांडा निकालना, चेताना, सावधान करना, ज्ञान का संचार करना, वास्तविक बोध करना, ज्ञान का अनुभव करना, वाकिफ होना, सावधान होना। उ0- माह बंधु औ कुटुंब कबेला झूठे मित्र गिनावै। आँख खोल जब देख बावरे। सब सपना कर पावे। कबीर। सुध में होना, स्वस्थ होना।
आँख गड़ना आँख किरकिराना, आँख दुखना, आँख बैठना, दृष्टि जमना, टकटकी बंधना, बड़ी चाह होना, प्राप्त की उत्कट इच्छा होना।
आँख गड़ाना टकटकी बांधना, स्तब्ध दृष्टि से ताकना, नज़र रखना, प्राप्ति की इच्छा करना, टकटकी लगाकर देखना।
आँख चढ़ना नशे, नींद या सिर की पीड़ा से पलकों का तन जाना और नियमित रूप से न गिरना, आँखों का लाल और प्रफुल्लित होना।
आँख चमकाना आँखों से संकेत करना, आँख की पुतली इधर-उधर घुमाना, आँख मटकाना।
आँख चर जाना दृष्टि का जाता रहना।
आँख चीर चीरकर देखना खूब आँख खोलकर देखना, उत्सुकता से देखना।
आँख चुराकर कुछ करना छिपकर कोई काम करना।
आँख चुराना नज़र बचाना, कतराना, सामने न होना, लज्जा से बराबर ताकना, दृष्टि नीची करना, रूखाई करना, ध्यान न देना, बे मुरोवत हो जाना।
आँख चूकना नज़र चूकना, दृष्टि हट जाना, असावधानी होना, गाफिल होना।
आँख छत से लगना आँख ऊपर को चढ़ना, आँख टंगना, आँख स्तव्ध होना, आँख का एकदम खुली रहना। (यह मरने के पूर्व की अवस्था है) टकटकी बंधना।
आँख छिपाना नज़र बचाना, कतराना, टाल मटोल करना, लज्जा से बराबर न ताकना, दृष्टि नीची करना, रूखाई करना, ध्यान न देना, बे-मुरोवत हो जाना।
आँख जमना नज़र ठहरना, दृष्टि का स्थिर रहना।
आँख जाना आँख फूटना।
आँख झपकना आँख बन्द होना, पलक गिरना, नींद आना, झपकी लगना।
आँख झेंपना दृष्टि नीची होना, लज्जित होना।
आँख झपकाना आँख मारना, इशारा करना।
आँख टंगना आँख ऊपर को चढ़ जाना। आँख की पुतली का स्तवध होना। आँख का एकदम खुली रहना (यह मरने के पूर्व का लक्षण है)। टकटकी बंधना।
आँख टेढ़ी करना भौं टेढ़ी करना, रोष दिखाना, आँखे बदलना, रूखाई करना, बेमुरौवती दिखलाना।
आँख टोरना लज्जा आदि से दृष्टि हटाना, या अलग करना, आँख मोड़ना, दृष्टि छिपाना। उ0- सूर प्रभु के चरित सखियन कहत लौचन टौरि।सूर।
आँख डालना दृष्टि डालना, देखना, ध्यान देना, चाह करना, इच्छा करना।
आँख तरसना देखने के लिए व्याकुल होना, दर्शन के लिए दुखी होना।
आँख दबाना पलक सिकोड़ना, आँख मचकाना।
आँख दिखाना क्रोध की दृष्टि से देखना, कौप जताना। उ0- बादहिं सूद्र द्विजन्ह सन हम तुमते कछु घाटि। जानई ब्रह्म सो विप्रवर आँख दिखावहिं डांटि। तुलसी। (ख) सुनि सरोष भृगुनायक आये। बहुत भांति तिन आँखि दिखाये। तुलसी। (ग) तुलसी रघुबर सेवकहि खल डाटत मन माखि। बाजराज के बालकहि लवा दिखावत आँखि। बाजराज के बालकहि लवा दिखावत आँखि। तुलसी। रोष या अवज्ञा सूचक दृष्टि से देखना।
आँख दीदे से डरना ईश्वर से डरना जो पापियों को अंधा और नकटा कर देता है, पाप से डरना जिससे आँख जाती रहती है।
आँख न उठाना नज़र न उठाना, सामने न देखना, बराबर न ताकना, लज्जा से दृष्टि नीची किये रहना, किसी काम में बराबर लगे रहना।
आँख का खोलना (ज्वर आदि के कारण) गाफिल या बेसुध होना, आँख बन्द रखना, सुस्त पड़ा रहना, बेसुध होना, बादल का घिरा रहना, पानी का थमना, वर्षा का रूकना।
आँख ठहरना चमक या द्रुतगति के कारण दृष्टि न जमना।
आँख न पसीजना आँख में आंसू न आना।
आँख नाक से डरना ईश्वर से डरना जो पापियों को अंधा और नकटा कर देता है। पाप से डरना जिससे आँख जाती रहती है।
आँख निकालना आँख दिखाना, क्रोध की दृष्टि से देखना, आँख के ढेले को निकलना।
आँख नीची करना दृष्टि नीची करना, सामने न ताकना, लज्जा या संकोच से बराबर नज़री न करना, दृष्टि न मिलाना।
आँख नीची होना सिर नीचा होना, लज्जित होना।
आँख नीली-पीली करना गुस्सा दिखाना, धमकाना, बहुत क्रोध करना, तेवर बदलना।
आँख पटपटा जाना आँख फूट जाना (स्त्रियां गाली देने में अधिक बोलती है)।
आँख पट्टम होना आँख फूट जाना।
आँख पड़ना दृष्टिगत होना, नज़र पड़ना, ध्यान जाना, कृपादृष्टि होना, चाह की दृष्टि होना, पाने की इच्छा होना।
आँख पथराना पलक का नियमित रूप से न गिरना और पुतली का गतिहीन होना (मरने के पूर्व लक्षण), स्तवध होना।
आँख पसारना दूर तक दृष्टि बढ़ाकर देखना, नज़र दौड़ाना।
आँख फड़कना आँख की पलक का बार-बार हिलना, वायु के संचार से आँख की पलक का बार-बार फड़फड़ाना (दाहिनी या बाई आँख के फड़कने से लोग भविष्य के शुभ अशुभ का अनुमान करते हैं।)
आँख फाड़ना खूब आँख खोलकर देखना, उत्सुकता से देखना।
आँख फाड़ फाड़कर देखना आश्चर्य या औत्सुक्य के साथ देखना, खूब आँखे खोलकर देखना।
आँख फूटना आँख का जाता रहना, आँख की ज्योति का नष्ट होना, बुरा लगना, कुढ़न होना, देखकर जलना, कुछ लगना, अन्धा होना।
आँख फेरना निगाह फेरना, नज़र बदलना, पहले की सी कृपा या स्नेह दृष्टि न रखना, मित्रता तोड़ना, विरूद्ध होना, प्रतिकूल होना।
आँख फैलाना दृष्टि फैलाना, दीठ पसारना, दूर तक देखना, नज़र दौड़ाना।
आँख फोड़ना आँख नष्ट करना, आँख की ज्योति का नाश करना, कोई ऐसा काम करना जिससे आँख पर जोर पड़े, और कोई ऐसा काम करना जिसमें दृष्टि देर तक गड़ानी पड़े।
आँख बंदकर कोई काम करना बिना सोचे समझे कोई काम करना, बिना जाँच पड़ताल किये कोई काम करना, दूसरी बातों की ओर ध्यान न देकर अपना काम करना, अन्य बातों की परवाह न करके अपना काम करना, किसी के कुछ कहने सुनने की परवाह न करके अपना काम करना।
आँख बन्द होना आँख झपकना, पलक गिरना, मृत्यु होना, ज्ञान न होना।
आँख बचाकर कोई काम करना इस रीति से कोई काम करना कि दूसरा न देख पावे। छिपाकर कोई काम करना।
आँख बचाना नज़र चलाना, सामना न करना, कतराना, आँख चुराना।
आँख बचे का चाँटा लड़कों का एक खेल जिसमें यह बाजी लगती है कि जिसे असावधान देख उसे चांटा लगावे।
आँख बनवाना आँख का जाला कटवाना, आँख का माड़ा निकलवाना, आँख की चिकित्सा करना।
आँख बनाना मोतियाबिंद आदि का शल्योपचार करना।
आँख बराबर करना आँख मिलाना, सामने ताकना, मुँह पर बातचीत करना, सामने डट कर बातचीत करना, ढिठाई करना।
आँख बराबर होना दृष्टि सामने होना, नज़र से नज़र मिलाना।
आँख बहाना आंसू बहाना, रोना। उ0- घाय नहीं घर, दायं परी, जुरि आई खिलायक आँख बहाऊं। पौरियै आवै रतौंधी इते पर ऊंचो सुनै सो महा दुख पाऊं। केशव।
आँख बिगड़ना दृष्टि कम होना, नेत्र की ज्योति घटना, आँख में पानी उतरना या जाला इत्यादि पड़ना। आँख उलटना, आँख पथराना, आँख खराब होना।
आँख बिछाना आदरपूर्वक स्वागत करना।
आँख बैठना आँख का भीतर की ओर धस जाना, चोट आदि के कारण आँख का नष्ट हो जाना, आर्थिक आघात लगना।
आँख भर आना आँख में आंसू आना।
आँख भर देखना खूब अच्छी तरह देखना। तृप्त होकर देखना, बड़े स्नेह से देखना, इच्छा भर देखना। उ0- गाज परै यहि लाज मै री अंखिया मरि देखन हू नहिं पाई।
आँख भर लाना आंसू भर लाना, आँख डबडबाना, रोवांसा हो जाना।
आँख भौं टेढ़ी करना आँख दिखाना, क्रोध की दृष्टि से देखना, तेवर बदलना।
आँख मचकाना आँख खोलना और फिर बंद करना, पलकों को सिकोड़कर गिराना, संकेत करना, सैन मारना।
आँख मलना सोकर उठने पर आँखों को जल्दी खुलने के लिए हाथ से धीरे-धीरे रगड़ना।
आँख मारना इशारा करना, सनकारना, पलक मारना, आँख मटकाना, आँख से निषेध करना, इशारे से मना करना।
आँख मिलना साक्षात्कार होना, देखा-देखी होना, नजर से नजर मिलाना प्रेम होना, प्रीति होना।
आँख मिलाना आँख सामने करना, बराबर ताकना, नज़र मिलाना, सामने आना, सन्मुख होना, मुँह दिखाना, बराबर के भाव से देखना।
आँख मुंदना आँख बन्द होना, आँख झपकना, मृत्यु होना।
आँख मूंदकर कोई काम करना बिना पूछे ताछे कोई काम करना, बिना आगा पीछा किये कोई काम करना।
आँख मूँदना आँख बन्द करना, पलक गिराना, मरना, ध्यान न देना। उ0- मूंदहु आँख कतहुं काई नाही। तुलसी।
आँख में आँख डालना आँख मिलाना, बराबर ताकना, ढिठाई से ताकना। धृष्टतापूर्व दृष्टि से देखना।
आँख में करकना बुरा लगना, आँख से गड़ना।
आँख खटकना मालूम होना, अच्छा न लगना।
आँख मे गड़ना आँख में खटकना, बुरा लगना, मन में बसना, जंचना, पसन्द आना, ध्यान पर चढ़ना। उ0- जाहु भले ही, कान्ह, दान अंग-अंग को मांगत। हमरौ यौवन रूप आँख इनके गड़ि लागत। सूर।।
आँख में घर करना इतना पसन्द आना कि उसका ध्यान सदा बना रहे, प्रिय होना, प्रेमपात्र होना।
आँख में चुभना आँख में धंसना, आँख में खटकना, बुरा लगना, दृष्टि से जंचना, ध्यान पर चढ़ना, पसन्द आना।
आँख में चोब आना चोट आदि लगने से आँख में ललाई आना।
आँख में बसना ध्यान पर चढ़ना, हृदय में समाना, किसी वस्तु का इतना प्रिय लगना कि उसका ध्यान चित्त में हर समय बना रहे।
आँख मोड़ना निगाह फेरना, नज़र बदलना, पहिले की सी कृपा या स्नेह दृष्टि न रखना, मित्रता तोड़ना, विरूद्ध होना, वाम होना, प्रतिकूल होना।
किसी पर आँख रखना नज़र रखना, चौकसी करना, चाह रखना, इच्छा रखना, आसरा रखना, भलाई की आशा रखना।
आँख लगना नींद आना, झपकी आना, सोना। उ0- जब जी वे सुधि कीजिये, तब तक सब सुधि जाहिं। आँखन आँख लगी रहै, आँखे लागत नाहि। बिहारी प्रीति होना, दिल लगना। उ0- (क) धार लगै तरवार लगै पर काहू सों काहू की आँख लगे ना। (ख) ना खिन टरत टारे लगत आँखि। पल आँखि लगे न लगै री श्याम सुंदर सलोने से। देव। टकटकी लगना, दृष्टि जमना, किसी से प्रीति होना। उ0- पलक आँख तेहि मारग, लागी दुनहु रहा हिं, कोउ न संदेसी आवहि, तेहिक संदेश कहाहिं। जायसी।
आँख लगाना टकटकी बांधकर देखना, प्रीति लगाना, नेह जोड़ना।
आँख लगी जिससे आँख लगी हो, प्रेमिका, सुरैतिन, उढरी।
आँख लड़ना प्रेम दृष्टि से देखना, देखा देखी होना, आँख मिलना, प्रीति होना।
आँख लड़ाना आँख मिलाना, घूरना, नज़रबाजी करना।
आँख ललचाना देखने की प्रबल इच्छा होना।
आँख लाल करना आँख दिखाना, क्रोध की दृष्टि से देखना, क्रोध करना।
आँख लाल पीली करना गुस्सा दिखाना, धमकाना
आँख वाला जिसे आँख हो, जो देख सकता हो, परखवाला, पहिचानवाला, जानकार, चतुर।
आँख सामने न करना सामने न ताकना, नज़र न मिलाना, दृष्टि बराबर न करना (लज्जा और भय से प्रायः ऐसा होता है)। सामने ताकने या वाद-प्रतिवाद करने का साहस न करना, मुँह पर बात चीत करने की हिम्मत न करना।
आँख सामने न होना लज्ता से दृष्टि बराबर न होना। शर्म से नज़र न मिलना।
आँख सेंकना सौन्दर्य दर्शन का सुख उठाना, नेत्रानंद लेना, सुन्दर रूप देखना, नजारा करना।
आँख से आँख मिलाना सामने ताकना, दृष्टि बराबर करना, नज़र लड़ाना।
आँख से उठाना सादर स्वीकार करना।
आख से गिरना नजरों से गिरना, दृष्टि से तुच्छ ठहरना
आँख से भी न देखना ध्यान भी न देना, तुच्छ समझना।
आँख होना परख होना, पहिचान होना, शिनाख्त होना, नज़र गड़ना, इच्छा होना, चाह होना, ज्ञान होना, विवेक होना। उ0- देखों राम कैसी कहि कैद किये किये, हिये, हूजिये कृपाल हनुमान जू दयाल हौ, ताहि समय फैलि गये गये कोटि कोटि कपि नये लौचे तनु खैचे चीर भयो यो विवाह हौ…..मई तब आँखे दुख सागर को चाखै, अब वही हमैं राखे, माखे वारो घून माल हौं। प्रिया।
आँखे गुद्दी में चली जाना हुए भी न देखना या न समझना न मानना
आँखे घुलना चार आँखे होना, खूब घूरा घुरी होना, दृष्टि से दृष्टि मिलना। आँख से आँख प्रेमपूर्वक मिलना। उ0- छबीले दृग घुरि घुरि हंसि मुरि जात।नागरी।
आँखे चढ़ना नशे, नींद या सिर की पीड़ा से पलकों का तन जाना और नियमित रूप से न गिरना, क्रोध आना, नशा हो जाना।
आँखे चार करना देखा देखी होना, सामने आना।
आँखे चार होना देखा देखी होना, सामना होना, एक दूसरे का दर्शन होना, विद्या का होना।
आँखे चुराना सामने न आना।
आँखे ठंडी होना तृप्ति होना, इच्छा पूरी होना।
आँखे डबडबाना आँखों में आंसू मर आना।
आँखे ढकर ढकर करना पलकों की गति ठीक न रहना, आँखों का तिलमिलाना।
आँखें तरेरना क्रोध से आँखे निकालकर देखना, क्रोध की दृष्टि से देखना। उ0- सुनि लछिमन बहुरि ज नयन तरेरे राम। तुलसीदास। क्रोध जताना।
आँखे दुखना आँखों में पीड़ा होना।
आँखे दो चार होना सामना होना।
आँखे दौड़ाना नज़र दौड़ाना, डीट पसारना और दृष्टि फैरना, इधर उधर देखना।
आँखे नचाना चंचलतापूर्वक आँखों की पुतलियों को इधर व उधर घुमाना।
आँखे नीली पीली करना बहुत क्रोध करना, तेवर बदलना, आँख दिखलाना।
आँखे फटना चोट या पीड़ा से यह मालूम पड़ना कि आँखें निकली पड़ती हैं। आँखे बढ़ना, आँखों की फांक का फैलाना। उ0- दौरत धीरे ही में थकिये, थहरै पग, आवत जांघ सटी सी। होंत घरी घरी छीन खरी से कटि, और है पास सुवास अटी सी। हे रघुनाथ, बिलौकिबै की तुम्हें आई न खेलन सोंच परी सी। मैं नहिं जानति हाल कहा यह काहै ते जाति है अंखि फटी सी। रघुनाथ।
आँखे फिर जाना नजर बदल जाना, पहिले की कृपा या स्नेह दृष्टि न रहना, चित्त में विरोध उत्पन्न हो जाना, मन में बुराई आना, चित्त में प्रतिकूलता आना। बे मुरौवत होना।
आँखे बदल जाना पहिले की सी कृपा दृष्टि या स्नेहदृष्टि न रह जाना, पहिले का सा व्यवहार न रह जाना, नज़र बदल जाना, बरताव में रूखापन आना। उ0- गौं निकल गई आँख बदल गई। आकृति पर क्रोध दिखाई देना। क्रोध की दृष्टि होना। रिस चढ़ना।
आँखे सेंकना सुन्दर रूप देखकर नजारा करना।
आँखे गुदी में चली जाना सफाई न देना, देख न पड़ना, समय में न आना, किसी वस्तु के प्रत्यक्ष होते हुए भी न देखना या न समझना या न मानना।
आँखे गुदी में होना सफाई न देना, देख न पड़ना, समय में न आना, किसी वस्तु के प्रत्यक्ष होते हुए भी न देखना या न समझना या न मानना।
आँखों का उमडना आँखों का आंसुओं से भर आना, आँखों से अविरल धारा का बहना।
आँखों की सूईयाँ निकालना किसी के कोई काम लगभग पूरा कर लेने का थोड़ा करके सारा श्रेय लेने का प्रयत्य करना।
आँखों के आगे अंधेरा छाना मस्तिष्क पर आघात लगने या कमजोरी से नजर के सामने थोड़ी देर के लिए कुछ न दिखाई देना, बेहोशी होना, मूर्च्छा आना।
आँखों के आगे अंधेरा होना संसार सूना दिखाई देना, विपत्ति या दुःख के समय अपने को असहाय पाकर घोर निराश होना, मूच्छित होना।
आँखों के आगे चिनगारी छूटना आँखों का तिलमिलाना, तिलमिली लगना, मस्तिष्क पर आघात पहुँचने से चकाचौंध सा लगना, चोर आदि के कारण चकाचौध होना।
आँखों के आगे नाचना ध्यान पर चढ़ा रहना, स्मृति में बना रहना, सामने दृश्य मौजूद होना।
आँखों के आगे पलकों की बुराई किसी के इष्ट मित्रों के आगे ही उसकी निन्दा करना।
आँखों के आगे फिरना ध्यान पर चढ़ा रहना, स्मृति में बना रहना, सामने दृश्य मौजूद होना।
आँखों के आगे रखना सामने रखना।
आँखों के डोरे आँखों के सफेद भाग (ढेलों) पर लाल रंग की बहुत बारीक नसें।
आँखों के तारे छूटना आँखों का तिलमिलाना, तिलमिली लगना, मस्तिष्क पर आघात पहुँचने से चकाचौंध सा लगना, चोट आदि के कारण चकाचौंध होना।
आँखों के सामने नाचना ध्यान पर चढ़ा रहना, स्मृति में बना रहना, दृश्य के सामने रहना।
आँखों के सामने रखना निकट रखना, पास से जाने न देना।
आँखों के सामने होना सम्मुख होना, आगे आना।
आँखों की रौ बैठना आँखों को खो देना, अंधे होना।
आँखों तले न लाना कुछ न समझना, तुच्छ समझना।
आँखों देखते आँखों के सामने, देखते हुए, जान बूझकर, देखते देखते, थोड़े ही दिनों में।
आँखों देखा हुआ आँखों से देखा हुआ, अपना देखा। उ9- जल में उपजे जल में रहे। आँखों देखा खूसरो कहे। पहेली-काजल।
आँखों पर आईये आदर के साथ आईये। सादर पधारिये।
आँखों पर ठिकरी रख लेना जान बूझकर अनजान बनना, रूखाई करना, शील न करना, गुण न मानना, उपकार न मानना। कृतघता करना, लज्जा खो देना, निर्लज्ज होना।
आँखों पर पट्टी बाँध लेना दोनों आँखों के ऊपर से कपड़ा ले जाकर सिर के पीछ बांधना जिससे कुछ दिखाई न पड़े। आँखों को ढकना, आँख बन्द करना, ध्यान न देना।
आँखों पर परदा पड़ना अज्ञान का अन्धकार छाना, प्रमाद होना, भ्रम होना, विचार का जाता रहना, विवेक का दूर होना, कमजोरी से आँखों के सामने अंधेरा छाना, सुनाई न देना, समझ में न आना, वस्तु स्थिति न समझना।
आँखों पर पलकों का बोझ न होना अपनी चीज का रखना भारी मालूम नहीं होना, अपने कटुम्बियों को खिलाना पिलाना नहीं खलता। काम की चीज महंगी नहीं मालूम होती।
आँखों पर बिठाना बहुत आदर सत्कार करना, आव भगत करना, प्रीतिपूर्वक व्यवहार करना।
आँखों पर बैठाना आदर के साथ रखना।
आँखों पर रखना बहुत प्रिय करके रखना, बहुत आराम से रखना, खातिरदारी के साथ रखना।
आँखों में दृष्टि में नज़र में, परख में, अनुमान में।
आँखों में क़ाजल क़ाजल का आँखों में खूब लगना।
आँखों में खून अतरना क्रोध से आँखों का लाल होना, रिस चढ़ना। (कसी की) आँखों में घर करना
आँखों में बसना हृदय में समाना, ध्यान पर चढ़ना, किसी को मोहना या मोहित करना।
आँखों में चढ़ना पसन्द आना।
आँखों में चरबी छाना घमण्ड, बैपरवासी या अवावधानी से सामने की चीज न दिखाई देना, प्रमाद से किसी वस्तु की ओर ध्यान र जाना, मदान्थ होना, गर्व से किसी की ओर ध्यान न देना, अभिमान में चूर होना।
आँखों में चुभना बरा लगना, आँखों में जंबना, पसन्द आना, आँखों पर गहरा प्रभाव डालना।
आँखों में चौब आ जाना चोट आदि के कारण आँखों का लाल होना।
आँखों में फाई पड़ना आँखों का थक जाना। उ0- आंखड़ियों फाई परीं, पंथ निहारि निहारि जीभड़ियां छाला परयो, राम पुकारी पुकारि।कबीर।
आँखों में टेसू, तीखी या सरसों फूलना चारों ओर एक ही रंग दिखाई देना, जो बात जी में समाई हुई है उसी का चारों ओर दिखाई पड़ना। जो बात ध्यान से चढ़ी है चारों ओर वही सूझना, नाश होना, तरंग उठना, मस्ती आना।
आँखों में तकला चुभाना आँख फोड़ना।
आँखों में तरावट आना आँखों में ठंडक आना, तबीयत ताजी होना।
आँखों में धूल झोंकना सरासर धोखा देना, भ्रम में डालना। उ0- मैया री मैं जानति वाको, पीत उढ़निया जो मेरी ले गई ले आनो घरि ताको। हरि की माया कोउ न जाने आँाि घूरि सी दीनी, लाल ढिगनी की सारी ताको पीत उढ़नियां कीनी। सूर।
आँखों में धूल डालना सरासर धोखा देना, भ्रम में डालना
आँखों में धूल देना सरासर धोखा देना, भ्रम में डालना
आँखों में नाचना ध्यान पर रहना, स्मृति में बना रहना, दृश्य सामने रहना।
आँखों में नील की सलाई आँखें फाड़वा डालना।
आँखों में नून देना आँख फोड़ना।
आँखों में नून राई आँखें फूटें (स्त्रिया उन लोगों के लिए बोलती हैं जो उनके बच्चों की नज़र लगावे। किसी बच्चे की नज़र लगाने का सन्देह होने पर वे उसके चारों राई नमक घुमाकर आग में डालती है।
आँखों में नौन देना आँख फोड़ना।
आँखों में पालना बड़े सुख चैन से पालना। बड़े लाड़-प्यार से पालन-पोषण करना।
आँखों में फिरना ध्यान पर चढ़ा रहना, स्मृति में बना रहना।
आँखों में बसना दिल में घर कर लेना।
आँखों में बैठना पसन्द आना, आँखों पर गहरा प्रभाव डालना, आँखों में धसना।
आँखों में भंग घुटना आँख पर भांग का खूब नशा छाना। गहागडड नशा होना, भंग के नशे में होना।
आँखों में रहना लाड़ प्यार से रखना, प्रेम में रखना, सुख से रखना। उ0- रानी में जानी अजानी महा पविवाहन हू ते कठोर हियो है। राजहु काज अकाज न जान्यो कहो तिय को जिन ज्ञज्ञन किये है। ऐसी मनोहर मूरति ये बिछुरे कैसे प्रीतम लोग जियो है। आंखिन में, सखि, राखिबे जोग इन्हे किमि कै, वनवास दियो है। तुलसी। सावधानी से रखना, यत्न और रक्षापूर्वक रखना।
आँखों में रात कटना किसी कष्ट, चिन्ता या व्यग्रता से सारी रात जागते बीतना, रात भर नींद न पड़ना।
आँखों में रात काटना किसी कष्ट, चिन्ता या व्यग्रता के कारण जागकर रात बिताना।
आँखों में शील होना चित्त में कोमलता होना, दिल में मुरौअत होना।
आँखों में समाना हृदय में बसना, ध्यान पर चढ़ना, चित्त में स्मरण बना रहना, दिल में घर कर लेना।
आँखों लगना आँखों में लगना, ऊपर पड़ना, ऊपर आना, शरीर पर बीतना। उ0- यशोदा तेरी चिरजीवे गोपाल। बेगि बढ़ै बल सहित वृद्ध लट महरि मनोहर बाल। उपजि परयो यहि कोख कर्मवश मुंदी सीप ज्यों लाल। या गोकुल के प्राण जीवन धन बैरिन के उर साल। सूर कितो मन पावत है देखे श्याम तमाल। सज आरति लगौ मोरी अखियन राग दीख जंजाल। सूर।
आँखों सुख कलेजे ठंडक पूरी प्रसन्नता, ऐन खुशी (जब किसी की बात को लोग प्रसन्नतापूर्वक स्वीकार करते हैं तब यह वाक्या बोलद है)।
आँखों से ओझल होना नज़र से गायब होना, सामने से दूर होना।
आँखों से आंट होना दृष्टि से छिप जाना।
आँखों से उतरना नज़रों से गिरना, दृष्टि से नीचा ठहरना।
आँखों से काम करना इशारों से काम निकालना।
आँखों से कोई काम करना बहुत प्रेम और भक्ति से कोई काम करना।
आँखों से गिरना आँखों से उतरना, नज़रों से गिरना, दृष्टि से तुच्छ ठहरना।
आँखों से चिनगारी छूटना क्रोध से आँखे लाल होना।
आँखों से लगाकर रखना बहुत प्रेम से रखना, बहुत आदर सत्कार से रखना।
आँखों से लगाना प्यार करना, चूम लेना।
आँच आना हानि होना कष्ट या आघात पहुंचना या अपकार होना।
आँच खाना गरमी पाना, आग पर चढ़ना, ताव खाना, आवश्यकता से अधिक पकना, आंच पर पकाया जाना।
आँच दिखाना आग के सामने रखकर गरम करना।
आँच देना गरम करना
आँच पहुंचाना गरमी देना। चोट या हानि पहुँचाना।
आंचार बाँधना स्मरण के लिए अंचल में गाँठ बाँधना।
(किसी के आगे) आँचल जोड़ना कुछ माँगने के लिए दीनतापूर्वक कपड़े का पल्ला फैलाना।
आँचल डालना मुसलमान लोगों में विवाह की एक रीति (जब दूल्हा दुलहिन के घर में जाने लगता है जब उसकी बहिन दरवाजे से उसके सिर पर आंचल डालकर उसे घर में ले जाती है। इसका नैग बहिन को मिलता है)।
आँचल दबाना दूध पीना
आंचल देना बच्चे को दूध पिलाना, विवाह की एक रीति (जब बारात वर के वहां से चलने लती है तब दूल्हे की माँ उसके ऊपर आंचल डालती है और काजल लगाती है, इस रीति की आंचल देना कहते है) आंचल से हवा करना।
आंचल पड़ना आंचल छू जाना। (स्त्रियां बच्चे पर आंचल पड़ना बुरा समझती हैं और कहती हैं कि इससे बच्चों की देह फल जाती है)।
आंचल पल्लू कपड़े के एक छोर पर टका हुआ चौड़ा ठप्पेदार पट्ठा।
आंचल फाड़ना बच्चे के जीने के लिए टोटका करना (जिस स्त्री के बच्चे नहीं जीते या जो बांझ होती है वह किसी बच्चे वाली स्त्री का आंचल घात पाकर कतर लेती है और उसे जलाकर खा जात है। स्त्रियों का विश्वास है कि ऐसा करने से जिसका आंचल कतरा जाता है उसके बच्चे मर जाते हैं और जो आंचल कतरती है उसके बच्चे जीने लगते हैं।
आंचल में बाधना हर समय साथ रखना, प्रतिक्षण पास रखना। कभी न भूलना, गाँठ बांधना तरह स्मरण रखना।
आंचल में बात बांधना किसी कहीं हुई बात को अच्छी तरह स्मरण रखना, कभी न भूलना, दृढ़ निश्चय करना, पूरा विश्वास रखना।
आंचल में सात बातें बांधना टोटका करना, जादू करना।
आंचल लेना आंचल से पैर छूकर प्रणाम करना, सत्कार या अभिवादन करना।
आंचल संभालना आंचल ठीक करना, शरीर को अच्छी तरह ढकना। उ0- फुलवा बिनत डार डार गोपिन के संग कुमार चंद्रबदन चमकत वृषाभानु की लली। हे चंचल कुमारि अपनो अंचलसंभार आवत ब्रजराज आज बिनन को कली।
आंट पर चढ़ना दांव पर चढ़ना
आंटी काटना गिरह काटना, जेब काटना।
आंत उतरना एक रोग जिसमें आंत ढीली होकर असहाय अंडकोश में उतर जाती है और असहनीय पीड़ा उत्पन्न होती है।
आंते ऐंठना आंतों में ऐंठन होना, मरोड होना।
आंते कुलबुलाना मूर्ख के मारे बुरी दशा होना। अत्यन्त भूख होना, भूख लगना।
आंते गले में आना नाकों दम होना, जंजाल में फंसना, तंग होना।
आंते बोलना मूख से पेट कुलकुलाना, पेट बोलना।
आंते मुंह में आना नाको दम होना, जंजाल में फंसना, तंग होना, आंतों में बल पड़ना।
आंते समेटना भूख सहना
बातें सूखना बहुत भूखा होना, भूख के मारे बुदी दशा होना।
आँतों का बल खुलना पेट भरना, भोजन से तृप्ति होना, बहुत देर तक भूखे रहने के उपरान्त भोजन मिलना, छककर खाना।
आंतों का बल खुलवाना पेट पर खिलवाना।
आंतों में बल पड़ना पेट में बल पड़ना, पेट ऐंठना।
आतों का आवा बिगड़ना किसी समाज के सब लोगों का बिगड़ना।
आंधी उठना अंधेर होना, प्रबल आन्दोलन होना, हलचल मचाना, तूफान उठना।
आंधी उठाना हलचल मचाना, धूम धाम मचाना।
आंधी की तरह तेज किसी काम को झटपट करने वाला। चुस्त, चालाक।
आंधी के आम आंधी में अपने से गिरे हुए आम, बिना परिश्रम के मिली हुई चीज, बहुत सान्ती चीज, थोड़े दिन रहने वाली चीज।
आंसू गिराना रोना
आंसू डबडबाना आंसू निकालना, रोने की दशा होना। आंसू ढालना, आंसू गिराना, रोना। उ0- परगट ढारि सके नहिं आंसू। घुट घुट मांस गुपुत होय नासू। जायसी। (ख) नारि चरित की ढारई आंसू। तुलसी।
आंसू तोड़ कुसमय की वर्षा (ठग)।
आंसू थमना आंसू रूकना। रोना बन्द होना। उ0- थमते थमते थमेंगे आंसू। रोना है वह हंसी नहीं है। मीर।
आंसू पीकर रह जाना भीतर ही भीतर रोकर रह जाना। अपनी व्यथा को रोकर प्रकट करना, मन ममसूस कर रह जाना।
आंसू पोछना आश्वासन मिलना, ढांढस बधाना। किसी के आंसू पोछना, बहते हुए आंसू को कपड़े से सुखाना, ढाढस बंधाना, दिलासा देना, आश्वासन देना।
आंसू भर आना आंसू निकल पड़ना
आंसू भर लाना रोने लगना।
आंसू रोना रक्त शोषक दुःख से रोना।
आंसूओं का तार बंधना बराबर आंसू बहना।
आंसूओं से मुँह धोना बहुत आंसू गिरना, बहुत रोना, अत्यन्त विलाप करना।
आ
आ जाना पड़ जाना, स्थित होना।
आ टपकना एक बारगी आ पहुंचना, अकस्मात पाकर उपस्थित होना।
आ धमकना एकाएक आ पहुंचना, तुरन्त आ जाना, देखते देखते उपस्थित होना, अचानक भारस्वरूप उपस्थित हो जाना।
आ निकलना एकाएक पहंुच जाना, अनायास आ जाना।
आ पड़ना सहसा गिरना, एक बारगी गिरना, आक्रमण करना, (अनिष्ट घटना का) घटित होना, संकट, कठिनाई या दुःख का उपस्थित होना, उपस्थित होना, एकबारगी ओना, डेरा जमाना, टिकना, विश्राम करना, सहसा आ पहुंचना।
(किसी की) आ बनना लाभ उठाने का अच्छा अवसर हाथ आना, स्वार्थ साधन का मौका मिलना, किसी पर विपत्ति पड़ना। उ0- आन बनी सिर आपने छोड़ पराई आस।
आ रहना गिर पड़ना।
आ लगना किसी ठिकाने पर पहुँचना। (इस क्रिया पद का प्रयोग जड़ पदार्थो के लिए होता है, चेतन के लिए नहीं)। आरम्भ होना, पीछे लगना, साथ होना।
आ लेना पास पहुंच जाना, पकड़ लेना, आक्रमण करना, टूट पड़ना।
आई आई हुई मृत्यु, आई हुई विपत्ति
आईना होना स्पष्ट होना, अनायास समझ मे आने योग्य होना।
आईने में मुँह देखना अपनी योग्यता को जाँचना, अपनी योग्यता समझ लेना, मुहावरा उस समय बोला जाता है जब कोई व्यक्ति अपनी योग्यता से अधिक काम करने की इच्छा प्रकट करता है।
आए गये होना खो जाना, नष्ट हो जाना, व्यर्थ खर्च होना।
आए दिन प्रतिदिन , नित प्रतिदिन
आक की बुढ़िया बहुत बूढ़ी स्त्री।
आकबत बिगड़ना परलोक बिगड़ना।
आकबत में दिया दिखाना परलोक में काम आना।
आकाश उठाना बड़ा उपद्रव करना। आकाश की ओर क्षीतिज
आकाश खुलना आसमान साफ होना, बादल हटना।
आकाश चूमना बहुत ऊँचा होना, बहुत बादल हटना।
आकाश छूना बहुत ऊँचा होना।
आकाश पाताल एक करना भारी प्रयास करना, आन्दोलन करना, हलचल करना, धूम मचाना, कठिन परिश्रम करना।
आकाश पाताल का अन्तर बहुत बड़ा अन्तर, बहुत फर्क।
आकाश बांधना अनहोनी बात कहना, असम्भव बात कहना। उ0- जब दधि बेचन जाहिं तब मारग रोकि रहै। ग्वालिनी देखत धाई री अंचल आनि गई।… कहा कहत डरपाई कहु कलू मेरी घटि जहैं। तुम आंधत आकाश बात झूठी को सहैं। सूर।
आकाश में चढ़ना अति करना, कल्पना क्षेत्र में घूमना, असम्भव कार्य करना। उ0- तुलसी चढ़न आकाश।
आकाश से बातें करना बहुत ऊँचा होना, बहकना, बढ़-चढ़कर बातें करना।
आखोर की मस्ती निकम्मों का समूह, निकम्मी चीजों का अटाला।
आग उखाड़ना (गड़ी हुई) भूली हुई, जली भुनी बात की याद दिलाना, निपटे हुए झगड़े को फिर उठाना।
आग उगलना जलाने या दुखाने वाली बुरी बातें कहना, मर्म भेदी बातें कहना, तीखीं और बड़ी बातें कहना।
आग उठाना झगड़ा उठाना, कलह या उपद्रव उत्पन्न करना, दबी वेदना को जगाना। आग उमाड़ना, पुरानी, भूली हुई बरी और क्रोध या झगड़ा उत्पन्न करने वाली बात छेड़ना।
आग कंजियाना आग का ठंडा होना, दहकते हुए कोयले का फिर ढंडा होकर काला पड़ जाना।
आग का पुतला क्रोधी, चिड़चिड़ा।
आग का झंड़काना आग का धधकना, लड़ाई बढ़ाना, जोश बढाना, क्रोध और शोक आदि भावों को उदीप्ति करना।
आग का बाग सुनार का अंगीठा, आतिशबाजी।
आग के मोल बहुत महंगा।
आग खाना अंगार हगना जैसी करनी वैसी भरनी।
आग गाड़ना कड़े की आग की राख में सुरक्षित रखना।
आग जोड़ना आग सुलगाना, अहरा जलाना।
आग झंवाना आग को ठंडा होना, दहकते हुए कोयले का फिर ठंडा होकर काला पड़ जाना।
आग झाड़ना पत्थर या चकमक से आग बनाना।
आग दबाना क्रोध या झगड़ा दबा देना।
आग दिखाना आग लगाना, जलाने के लिए आग छुलाना, तोप में बत्ती देना।
आग देना चिता में आग लगाना, दाह-कर्म करना, आतिशबाजी में आग लगाना। आग लगाना, जलाना, फूकना। उ0- लागी कंट आब दे होरी। छार भई जरि अंग न मोरी। जायसी। बरबाद करना, नष्ट करना, तोप में बत्ती देना। रंजक पर पलीता छुलाना।
आग धोना हुक्का भरने के लिए अंगारों के ऊपर से राख दूर करना।
आग निकलना (आँखों से) अत कुपित होना।
आग निकालना जैसे करना वैसा पाना।
आग पर आग डालना जले को जलाना, दुःख पर दुःख होना। उ0- विरह आग पर मैले आगी। विरह घाव पर घाव विजागी। कैशव।
आग पर पानी डालना क्रोध के समय शीतल वचन कहना, झगड़ा शान्त करना, क्रुद्ध को शांत करना, लड़ने वालों को समझाना बुझाना।
आग पर लोटना बेचैन होना, विकल होना, तड़पना, छाह से जलना, ईष्या करना।
आग पानी का वैर स्वाभाविक शत्रुता, जन्म का बैर, सहज वैर।
आग फांकना व्यर्थ की बकवाद करना, बात बघारना, झूठी शैखी हांकना, डींग मारना।
आग फूंक देना जलन उत्पन्न करना, गरमी पैदा करना।
आग फूंकना क्रोध उत्पन्न करना। रिस लगना, क्रुद्ध करना।
आग फूस का बैर स्वाभाविक शत्रुता, जन्म का बैर, सहज बैर।
आग फैलना बुराई या बावेला फैलाना।
आग बनाना आग सुलगाना।
आग बबूला बनना क्रोध के आवेश में होना, अत्यन्त कुपित होना, गुस्से से लाल होना।
आग बरसना बहुत गरमी पड़ना, लू चलना, गोलियों की बौछार होना, बड़े कठोर वचन कहना।
आग बरसना शत्रु पर गोले गोलियों की वर्षा करना।
आग बुझा लेना कंसर निकालन, बदला लेना।
आग बोना आग लगाना। उ0- योगी आहि वियोगी कोई तुम्हरे मंडप आगि जिन बोई। जायसी। चुगल खोरी करके झगड़ा या उत्पात खड़ा करना।
आग भड़कना आग का धधकना, लडाई उठना, उत्पाद खड़ा होना, हलचल मचना, उद्वैग होना, जोश होना और शोक आदि भावों का तीव्र या उदीप्ति होना।
आग भड़काना हलचल मचाना, लड़ाई बढ़ाना, जोश बढ़ाना।
आग बबूला होना क्रोध से लाल होना
आग भी न लगाना बहुत तुच्छ समझना।
आग मूतना अति करना।
आग में कूदना अपने ऊपर विपत्ति लेना।
आग में घी छोड़ना क्रोध भड़काना, झगड़ा बढ़ाना।
आग में घी डालना क्रोध भड़काना, झगड़ा बढ़ाना।
आग में झोंकना (किसी को) आफत में डाल देना, लड़की को ऐसे घर व्याह देना जहां उसे हर घड़ी कष्ट हुआ करे, खतरे या अनिष्ट में ढकेल देना।
आग में पानी डालना क्रोध शान्त करना, झगड़ा मिटाना।
आग लगना आग से किसी वस्तु का जलना। उ0- नयन चुवहि जस महवअ नीरू। तेहि जल आगलाग सिर चीरू। जायसी। क्रोध उत्पन्न होना, कुढ़न होना, बुरा लगना, ईर्ष्या होना, डाह होना, लाल फैलना, लाल फूलों का चारों ओर झूलना, किसी वस्तु का बहुत महंगा हो जाना, किसी तीव्र भाव का उदय होना, सत्यानाश होना।
आग लगाकर तमाशा देखना झगड़ा या उपद्रव खड़ा करके अपना मनोरंजन करना।
आग लगाकर पानी को दौड़ना पहले झगड़ा लगाकर इसको शांति करने का यत्न करना।
आग लगाके दूर होना झगड़ा, बखेड़ा कराके अलग हो जाना।
आग लगाना क्रोध या ईर्ष्या भड़काना, चुगली खाना, नाश करना, उद्वेग बढ़ाना, जोश बढ़ाना, झगड़ा लगाना।
आग लगे बुरा हो, नाश हो।
आग लगाने पर कुंआ खोदना कोई कठिन कार्य आ पड़ने पर उसके करने के सीधे उपाय को छोड़ बड़ी लम्बी चौड़ी युक्ति में लगना। उ0- आग लगे खोदे कुआं कैसे आग बुझाय। पहले से करने के काम को एैन वक्त पर करने चलना।
आग लगे पर पानी कहाँ गुस्से में मुरौवत नहीं रहती।
आग लगे मुँह पाना ताव पर किसी काम का चटपट न होना। उ0- या के तो आजु ही मिलौ माह। आगि लागे मेरी आली मेह पाइयतु है। केशव।
आग लेने जाना पांव लौट जाना, थोड़ी देर के लिए आना।
आग से पानी होना क्रोध करने के बाद होना, रिस का जाता रहना।
आग होना गर्म होना, लाल अंगारा होना, कुद्ध होना, रोष में मरना।
आगम करना उपक्रम बांधना, ठिकाना करना, लाभ का डोल करना, उपाय रचना।
आगम जनाना होनहार की सूचना देना।
आगम बांधना आने वाली बात का निश्चय करना।
आगा काटना किसी अपशकुन कारक व्यक्ति या प्राणी का आगे से निकल जाना।
आगा तागा लेना आव भगत करना, आदर सत्कार करना।
आगा पीछा करना दुविधा में पड़ना, सन्देह में रहना।
आगा पीछा विचारना भूत भविष्य का विचार करना।
आगा मारी होना गर्भवती होना, पैर भारी होना, कहारों की बोली में राह में ठोकर गड्ढा आदि का होना जिससे गिरने का भय हो।
आगा मारना किसी के कार्य में बाधा डालना, किसी के उन्नति में रूकावट डालना, बाधक होना।
आगा मारा जाना भावी उन्नति में विघ्न पड़ना, आगम मारा जाना।
आगा रूकना भावी उन्नति में बाधा पड़ना।
आगा रोकना आक्रमण रोकना, कोई बड़ा कार्य आ पड़ने पर उसे सम्भालना, मुहड़ा सम्भालना, किसी के सामने इस तरह खड़ा होना कि ओट हो जाय, किसी की उन्नति में बाधा डालना, बाधक होना, आड़ करना।
आना लेना शत्रु के आक्रमण को रोकना, भिड़ना।
आगा सम्भालना मुहड़ा सम्भालना, कोई बड़ा कार्य आ पड़ने पर उसका प्रबन्ध करना, गुप्त अंग को ढांकना, बार रोकना। भिड़ना।
आगे आगे? थोड़े दिनों बाद। क्रमशः।
आगे आना सामने आना, सामने पड़ना, मिलना, सम्मुख होना, सामना करना, भिड़ना, कर्म फल का घटित होना, मिलना, बदला मिलना। उ0- (क) जो जैसा करे सो तैसे पावे। पूत भतार के आगे आवे। (ख) मत कर सास बुराई, तेरी घी के आगे आई, घटित होना। घटना, प्रकट होना, स्वागत करना। उ0- आगे आयहु लेन। रामा0।
आगे करना उपस्थिित करना, प्रस्तुत करना, अगुआ बनाना, मुखिया बनाना। उ0- कमल सहाय सूर संग लीन्हा। राघव चेतन आगे कीन्हा। जायसी अगुआना। अग्रगंता बनाना। उ0- राजै राक्षस नियर बोलावा, आगे कीन्ह पंथ जनु पावा। जायसी। आगे बढ़ाना, चलाना। उ0- चक्र सुदर्शन आगे कीयो, कौटिक सूर्य प्रकाशित भयो। सूर। किसी आफत में डालना, मुखिया बनाना।
आगे का उठा खाने से बचा हुआ, जूठा, उच्छिष्ट। आगे का उठा खाने वाला जूठा खाने वाला, हास होना, टुकड़ खोर, दास नीच, अत्यन्त तुच्छ, नाचीज, दहशत छा जाना।
आगे का कपड़ा घूंघट, आंचल।
आगे की कपड़ा खींचना घूंघट काढ़ना।
आगे की उखेड़ कुश्ती का एक पेंच, खिलाड़ी का प्रतिद्वंदी की पीठ पर जाकर उसकी कमर की लपेट को पकड़कर जिवर और चले उधर फेंकना। अग्रीतोलन।
आगे को आगे से भविष्य में फिर पुनः आंदा।
आगे चलकर भविष्य में अन्तर।
आगे चलना पथ दिखाना, नेता बनना, मुखिया होना।
आगे जागर भविष्य में, इसके बाद, अनन्तर।
आगे डालना देना, खाने के लिए सामने रखना, (यह अवज्ञा सूचक है और प्रायः इसका प्रयोग पशु आदि श्रेणी के जीवधारियों के लिए होता है)।
आगे डोलना आगे फिरना, सामने खेलना कूदना, लड़कों का होना।
आगे देना सामने रखना, उपस्थित करना।
आगे दौड़ पीछे छोड़ किसी काम को जल्दी जल्दी करते जाना और यह न देखना कि किए हुए काम की क्या दशा होती है, आगे करते जाना और पीछे का ध्यान न रखना।
आगे घरना आदर्श बनाना, प्रस्तुत करना, उपस्थित करना, पेश करना, भेंट करना, भेंट देना।
आगे निकलना साथियों, प्रतिस्पर्धियों से आगे बढ़ जाना।
आगे पीछे एक के पीछे एक, कुछ काल के अन्तर यथावकाश, इधर का उधर, उलट पलट।
(किसी) के आगे पीछे होना किसी के वंश में किसी प्राणी का होना।
आगे रखना अर्पण करना, देना, चढ़ाना, उपस्थित करना, पेश करना, भेंट करना, आदर्श बनाना।
आगे लेना अगवानी करना, या आगे बढ़कर स्वागत करना, किसी को प्रसन्न रखने के लिए उसके इच्छानुसार सब काम करना, आदर या सत्कार करना।
आगे से आइंदा भविष्य में, बहुत दिनों से, सामने से, पहिले से।
आगे से लेना स्वागत करना, अभ्यर्थना करना। उ0- कुंअरि सुनि पायो अति आनंद। मनही मनहिं विचार करत इह कब मिलिहैं नंद नंद। हरि आगमन जानि के भीषम आगे लेन सिधायो। सूरदास प्रभु दर्शन कारण नगर लोग सब घायो। सूर।
आगे होकर लेना आगे बढ़कर स्वागत करना, अभ्यर्थना करना। उ0- आगे हवै जहि सुरपति लेई। अर्द्ध सिंहासन आसन देई। तुलसी।
आगे होना आगे बढ़ना, अग्रसर होना, बढ़ जाना, सामने आना, मुकाबला करना, मुखिया बनना, परदा करना, आड़ करना, स्वागत करना।
आजकल करना टाल मटोल करना, हीला हवाली करना।
आजकल का हाल का, नये जमाने का।
आजकल का मेहमान होना अति लघु समय में मरना, मरण काल निकट होना।
आजकल बताना टाल मटोल करना, हीला हवाला करना।
आजकल में थोड़े दिनों में शीघ्र दो चार दिनों में ही।
आजकल लगाना अब तब लगना मरने में दो ही एक दिन की देर होना। मरण काल निकट आना।
आजकल होना टाल मटोल होना, हीला हवाला होना।
आज को इस समय, इस अवसर पर, ऐसे समय में, ऐसे मौके पर।
आज तक आज के दिन तक, इस समय तक, इस घड़ी तक।
आज दिन इस समय, वर्तमान समय में।
आज मुए कल दूसरा दिन मरने के पीछे जो चाहे सो हो। मरने के बाद कोई चिन्ता नहीं रहती। मृत्यु के बाद की बात की ओर ध्यान न देना।
आज लों आज तक।
आज से इस मि समय से। अब से, भविष्य में।
आज हो कि कल थोड़े दिनों में. दो चार दिन के भीतर ही।
आटा कर देना बहुत बारीक करना, पीसना
मुफलिसी में आटा गीला होना कठिनाई में कठिनाई पैदा हो जाना।
आटा के साथ घुन पीसना बड़े आदमी के साथ छोटों को नुकसान पहुँचाना।
आटा दाल का भाव मालूम होना संसार के व्यवहार का ज्ञान होना, असलियत का पता चलना, किये का फल मिलना, जीवन की कटुता का पता चलना।
आटा दाल की फिक्र जीविका की चिन्ता, गृहस्थी की चिन्ता।
आटा माटी होना नष्ट भ्रष्ट होना, किसी वस्तु का चूर्ण, बुकनी, तबाह होना।
आटा में नमक थोड़ा सा, जरा सा।
आटे की आपा मौली स्त्री, अत्यन्त सीधी सादी स्त्री।
आंटके के साथ घुन पिसना बड़े आदमी के साथ छाटे को नुकसान पहुँचाना।
आठ आठ आसू रोना अत्यधिक विलाप करना, फूट फूटकर रोना।
आठ अठारह होना तितर बितर होना, हैरान होना।
आठ पहर चौसठ घड़ी हर वक्त।
आठों गाँव कुम्हैत सर्वगुण सम्पन्न, चतुर, छंटा हुआ, धुर्त दुष्ट, चालाक, वह घोड़ा जिसके सब अंग दुरस्त हों और रंग कुम्हैत हो।
आठों पहन आयों दिन रात। उ0- ओछी संगत कुर की, आठो पहर उपाधि। कबीर।
आड़ा पहर सूली पर रहना चौबीस घंटे, हमेशा कष्ट में रहना।
आड़ो पड़ना बीच में पड़ना, रूकावट डालना। उ0- कबिरा करनी आपनी, कबहुं न निष्फल जाय। सात समुद्र आड़ा परै, मिले अगाउ आय। कबीर। बाधक होना।
आड़ा होना रूकावट डालना, बाधा डालना, आगे न बढ़ने देना। उ0- मैं पाछे मुनि घीय के, चहयों चलन करि चाव, मर्यादा आड़ी मई, आगे दियौ न राव। लक्ष्मण। बाधक होना।
आड़े आना रूकावट डालना, बाधक होना, कठिन समय में सहायक होना, गाढ़े में काम आना, संकट में खड़ा होना।उ0- कमरी धीरे दाम की आवै बहुत काम। खासा मलमल बाफता उनकर राखै मान। उनकर राखै मान बुंद जहं आड़े आवे। बकुवा बाधै मोट राति को मारि बिछावै। गिरिधर सामने आना।
आड़े दिन काम आना विपत्ति के दिनों में सहायता करना।
आड़े देना ओट करना, आड़ के लिए सामने रखना। उ0- आड़े दे आले बसन, जाड़े हू की रात। साहस कै कै नेह बस, सखी सबै ढिक जाति। बिहारी। रक्षा शरण, पनाह। सहारा। आश्रय।
आड़े पड़ना रूकावट डालना। उ0- कबिरा करनी अपनी, कबहुँ न निष्फल जाय, सात समुद्र आड़ ।
आड़े समय कठिनाई के समय, कष्ट के दिनों में।
आड़े हाथों लेना किसी को व्यंग्य द्वारा लज्जित करना, छिपा हुआ, आश्रेप करके लज्जित करना, बुरी तरह बनाना, अनायास विफल करना।
आढ़ आढ़ करना बीच में अवधि डालना, आजकल करना। टाल मटोल करना। उ0- हरि तेरी माया को न बिगोयो? सो योजन मरजाद सिधु की पल में राम बिलोयो। नारद मगन भये साया में ज्ञान बुद्धि बल खोयो। साठ पुत्र अरू द्वादश कन्या कंठ लगाये जोयो। शंकर की चित हरयो कामिनी सैज छाड़ि भू सोयो। जारि मोहिनी आढ़ आढ़ कियो तब नख सिख तें रोयो। सो मैया राजा दुरजोधन पल में गर्द समोयो, सूरदास कांच कंचन एकहि धगा पिरायो, सूर। (ख) आढ़ आढ़ करत असाढ़ आयो, एरी आली, डर से लगत देखि तक के जमाक ते। श्रीपति ये मैन माते मोरन के बैन सुनि परत न चैन बुंदियान के कमाक ते। श्रीपति।
आत्मा का असीसना हृदय से प्रसन्न होकर मंगल कामना करना, आशीष देना।
अब अर्ज करना प्रणाम करना
अब बजा लाना नियमानुसार प्रणाम करना
आत्मा ठंडी होना तुष्टि होना, तृप्ति होना, सन्तोष होना, प्रसन्नता होना, पेट भरना, भूख मिटना।
आत्मा मसोसना भूख सहना, भूख दबाना, किसी प्रबल इच्छा को दबाना, किसी आवेग को भीतर ही भीतर सहना।
आता जाता आने जाने वाला, पथिक, बटोही, ज्ञान जानना।
आदमी करना पति बनाना।
आदमी कसना मनुष्य या नौकर की परीक्षा करना।
आदमी बनना सम्मान होना, पैसा पैदा कर लेना, सभ्यता सीखना, अच्छा व्यवहार सीखना, शिष्टता सीखना, मनुष्यता आना।
आदमी बनाना शिष्ट और सभ्य करना।
आदाब अर्ज करना प्रणाम करना।
आदाब बजा लाना नियमानुसार प्रणाम करना।
आदि से अंत तक आद्योपात, शुरू से आरवीर, सम्पूर्ण समग्र सब।
आधा तीतर आधा बटेर बेजोड़, बेमैल, कुछ एक तरह का और कुछ दूसरी तरह का, क्रमविहीन।
आधा होना दुबला होना, सूखना।
आधार होना कुछ पेट भर जाना, कुछ भूख मिट जाना।
आधी बात जरा सी भी अपमानसूचक बात।
आधी बात कहना जरा सी भी अपमानसूचक बात कहना।
आधी बात न पूछना कुछ ध्यान न देना, कदर न करना।
आधी बात मुँह से निकालना जरा सी भी अपमानसूचक बात कहना।
आधे आध दो बराबर भागों में, अर्द्ध भाग। उ0- लागे जब संग युग सेर भोग धरेउ रंग आधे आघ पाव चले नपूर बजाइ कै। प्रिया।
आधे पेट खाना- भरपेट न खाना, पूरा भोजन न करना।
आधे पेट रहना तृप्त होकर न खाना।
आनंद के ढोल बजाना आनंद के गीत गाना, उत्सव मनाना।
आनंद के तार बजाना आनंद के गीत गाना, उत्सव मनाना।
आज की आन में शीघ्र ही, अल्पकाल में, चटपट बात की बात में, तुरन्त, शीघ्र ही, अल्प काल में।
आनंद के ढोल बजाना आनंद के गीत गाना, उत्सव मनाना।
आनंद के तार बजाना आनंद के गीत गाना, उत्सव मनाना।
आना जाना आवागमन, सहवास करना, संभोग करना।
आप आप करना खुशामद करना।
आप आप की पड़ना अपने अपने काम में व्यवस्त रहना, अपनी अपनी अवस्था का ध्यान रहना, अपनी अपनी रक्षा या लाभ का ध्यान रहना, अपनी ही चिंता होना।
आप आपको अलग अलग, न्यारे न्यारे। उ0- दो पुरूष आप आपको ठाड़े । जब मिले जब नित के गाड़े, पहेली (किवाड़)। अपने अपने।
आप आप में आपस में, परस्पर।
आप से स्वयं, खुद। उ0- खैलत ही सतरंज आलिन मैं आपहि आपहि ते। तहां हरि आये कीघो काहू के बुलाये से केशव।
आप से आप स्वयं अपने आप स्वतः।
आप ही स्वयं अपने आप। उ0- जागहिं दयादृष्टि के आपी। खोल के नयन दीन विधि झांपी। जायसी।
आप ही आप बिना किसी और की प्रेरणा के आपसे आप, मन ही मन, किसी को सम्बोधन करके नहीं। स्वतः स्वगत।
आपकी पड़ना अपने-अपने कार्यों में व्यस्थ रहना।
आपको जानना अपनी आत्मा का ज्ञान होना, अपने गुण कर्मादि का बोध होना।
आपको भूलना किसी मनोवेग के कारण बेसुध होना, मदांध होना, घमंउ में चूर होना, अपनी प्रतिष्ठा और मर्यादा का ख्याल न रखना।
आपस का एक दूसरे से समान सम्बन्ध रखने वाला, अपने भाई, बंधु के बीच का पारस्परिक, इष्ट मित्र के बीच का।
आपस में परस्पर, एक दूसरे के साथ, एक दूसरे के बीच। उ0- (क) हिन्दू यमन शिष्य रहे दोऊ। आपस में भाषै एब कोऊ कबीर। (ख) सुख पाइ है कान सुने बतियाँ फल आपुस में कलपै कहि है। तुलसी।
आपा खोना मर्यादा नष्ट करना, अपना गौरव छोड़ना, अहंकार त्यागना, नम्र होना। निरभिमान होना। उ0- ऐसी बानी बोलिए मन का आपा खोय, औरन को शीतल करै आपहिं शीतल होय। कबीर। अपने को बरबाद करना, अपने को मिटाना, अपनी सत्ता को भूलना, खाक में मिलना। उ0- रंगहि पान मिला जस होई आपहि खोय रहा होय सोई। जायसी। हस्ती बिगाड़ना, प्राण तजना, मरना।
आपा जाना अपने अस्तित्व या मर्यादा का नष्ट होना।
आपा डालना अहंकार का त्याग करना, घमंड छोड़ना। उ0- तन मन ताको दीजिए जाके विषया नाहिं। आपा सबहि डारी के राखै साहिब माहिं। कबीर।
आपा तजना अपनी सत्ता को भूलना, अपने को मिटाना, आत्मभाव परित्याग करना, अपने पराये का भेद छोड़ना। उ0- आप तजो ओ हरि मजो नख शिख तजो विकार। सब जिउलै निर्वेर रहु साधु मता है सार। कबीर। अपने आपको मिटाना। अपने को खराब करना। अहंकार छोड़ना। निरभिमान होना। उ0- आपा तजे सौ हरि का तोय। चोला छोड़ना, प्राण छोड़ना, मरना। आत्मघात करना, उपनत्व से दूर रहना।
आपा दिखलाना दर्शन देना। उ0- के विरहिन को मीच दे कै आप दिखलाय। आठ पहर का दाफना मोपै रहा न जाय। कबीर।
आपा बिसरना आत्मभाव का छूटना, अपने पराये ज्ञान का नाश होना। उ0- ब्रलज्ञान हियै धरू बोलते की खोज करू . माया अज्ञान हरू आपा बिसराउ रै। कबीर। सुध बुध भूलना। होश हवास खोना।
आपा बिसराना अहं भाव को भूलाना, अपने पराये का भेद भुलाना, सुध बुध भुलाना, होश हवास खोना।
आपा भूलना अपने अस्तित्व को भूल जाना।
आपा रखना अपने अस्तित्व को रक्षित रखना, अपनी मान बनाये रखना।
आपा मिटना अहंकार का नाश होना, घमंड का जाता रहना। उ0- या मन फटक पछोरि ले सब आपा मिट जाय। पिंगला होय पिय पिय करै ताको काल न खाय। कबीर।
आपा मेटना घमंड छोड़ना, अहंकार त्यागना। उ0- गुरू गोविन्द दोउ एक है दूजा सब आकार। आपा मेटे हरि मजे तब पावै कतरार। कबीर।
आपा संभालना चैतन्य होना, जागना, होशियार होना, चेतना, शरीर सम्भालना, अपने देह की सुध रखना। अपनी दशा सुधारना, व्यस्क होना, होश सम्भालना, जवान होना।
आपे में आना होश हवाश में होना, सुध में होना, चैत में होना।
अपने में होना, होशो हवास में होना मनोभावों पर काबू होना।
आपे में न रहना आपे से बाहर होना। बेकाबू होना, घबराना, बदहवास होना, उत्तेजना में विवेक खो देना, अत्यन्त क्रोध में होना।
आपे में रहना अपनी मर्यादा के अन्दर रहना, अपने को अपने वश में रखना।
आपे से निकलना आपे से बाहर होना, क्रोध और हर्ष आवेश में सुध बुध खोना।
आपे से बाहर होना वश में रहना, बेकाबू होना, क्रोध या हर्ष के आवेश में सुध बुध खोना। आवेश के कारण अधीर होना, क्षुब्ध होना, घबड़ाना, उद्विग्न होना, अपने गौरव को भुला देना।
आफत उठाना दुःख सहना, विपत्ति मांगना, ऊधम मचाना, हलचल मचाना।
आफत का टुकड़ा बहुत तेज, चलता, धूर्त आदमी, तूफानी।
आफत का परकाला किसी काम को बड़ी तेजी से करने वाला, कुराल, अटूट प्रयत्न करने वाला, उपद्रवी, उद्यमी, उधम मचाने वाला, चंचल, नटखट।
आफत का मारा विपत्ति से सताया हुआ, दुर्दैव, पीड़ित, विपदग्रस्त, संकट में पड़ा हुआ।
आफत खड़ी करना कठिनाई उत्पन्न करना, विघ्न डालना, विपद उपस्थित करना।
आफत गिरना अकस्मात विपत्ति का पड़ना।
आफत ढाना दंगा करना, जल्दी मचाना, आफत उठाना, ऊधम मचाना, उपद्रव मचाना, हलचल मचाना, तकलीफ देना, दुःख पहुँचाना, गजब करना, अनहोनी बात कहना।
आफत तोड़ना आफत मचाना, ऊधम मचाना, उपद्रव मचाना।
आफत मचाना हलचल करना, ऊधम मचाना, दंगा करना, शोर मचाना, गुल गपाड़ा करना, जल्दी मचाना, उतावली करना।
आफत मोल लेना कोई झंझट, बखेड़ा अपने सिर लेना, संकट को न्यौता देना।
आफत लाना विपद उपस्थित करना, बखेड़ा खड़ा करना, झंझट पैदा करना, संकट में लाना .
आफत सिर पर लेना झगड़ा मोल लेना, झंझट में पड़ना, संकट में पड़ना, दुःख को बुलाना, अपने को झंझट में डालना।
आब आना रौनक या छवि आ जाना।
आब आब कहना पानी माँगना । उ0- काबुल गए मुगल हो आए बोले बोल पठानी। आब आब करि पूता मर गये सिरहाने रहा पानी।
आब उतरना चमक का मलीन हो जाना।
आब उतारना प्रतिष्ठा नष्ट करना।
आब चढ़ाना कलई करना, उत्साह देना, उत्तेजित करना।
आब जाना शोभा नष्ट होना, प्रतिष्ठा न रहना।
आब रखना प्रतिष्ठा रखना, पानी रखना।
आब लाना शोभा बढ़ाना, युवावस्था को प्राप्त होना।
आब दाना उठता जीविका न रहना, रहायस न होना। किसी जगह से हटने के लिए विवश होना।
आबनूस का कुंदा जहां के रहने या पहुंचने का संयोग हो। अत्यन्त काले रंग का मनुष्य।
आबी करना दूध, पानी और लालवर्द से बने हुए रंग से किसी कपड़े के थान को तर करके उस पर चमक लाना।
आबोदाना रूठना जीविका न रह जाना।
आबोदाने के हाथ होना जीविका के वश में होना।
आम के आम गुठली के दाम दोहरा लाभ।
आमद आमद होना आने का समय अत्यन्त निकट होना, किसी के आने की खबर फैलाना या घूम होना।
आमीं आमीं करने वाले हाँ में हाँ मिलाने वाले। खुशामदी ।
आ गया अतिथि, अभ्यागत, बीता हुआ, समाप्त।
आयु खुटाना आयु कम होना। उ0- जैहि सुमाय चितवहीं हित जानी। सौ जाने वायु खुटानी। तुलसी।
आयु सिराना जीवन बीतना, आयु का अंत होना। उ0- जौ तें कहीं सो सब हम पानी। पुंडरीक की आयु सिरानी। गोपाल।
आये दिन नित्यप्रति।
आरजू बर आना इच्छा पूरी होना, आशा पूरना।
आरजू मिटाना इच्छा पूरी करना।
आरती उतारना अभिनन्दन करना, सिर चढ़ाना, पूजा करना, अत्याधिक आदर, प्रेम या सेवा करना।
आरती लेना देवता की आरती को चुकने पर उपस्थित लोगों का उस दीपक पर हाथ फेरकर माथे पर चढ़ाना, वह पात्र जिसमें कपूर या घी की बत्ती रखकर आरती की जाय। वह स्तोत्र जो आरती के समय गाय या पढ़ा जाता है।
आराम करना सोना, विश्राम करना।
आराम में होना सोना, सुख में होना।
आराम लेना विश्राम करना, सुस्ताना।
आराम से फुरसत में, धीरे-धीरे, बेखटके, सुख से।
आराम से गुजरना चैन से दिन कटना
आराम होना चंगा या अच्छा होना।
आल्हा गाना अपना वृत्तान्त सुनाना, अपनी बीती सुनाना, किसी बात को बहुत बढ़ा चढ़ा कर कहना, बहुत लम्बा चौड़ा वर्णन।
आवाज उठाना गाने में स्वर ऊँचा करना, किसी के विरूद्ध कहना, विरोध करना, पक्ष या विपक्ष में कहना या बोलना।
आवाज ऊँची करना किसी के पक्ष या विपक्ष में कहना, बोलना।
आवाज खुलना बैठी हुई आवाज का साफ निकलना, स्पष्ट शब्द निकलना, अधोवायु का निकलना।
आवाज गिरना स्वर का मंद पड़ जाना।
आवाज देना जोर से पुकारना, बुलाना।
आवाज निकालना बोलना, चूं करना, जबान खोलना।
आवाज पड़ना गला बैठना, स्वर भंग होना, आवाज बैठना।
आवाज पर कान रखना सुनना, ध्यान देना।
आवाज पर लगना (तीतर, बटेर आदि का आवाज पहिचानकर चलना, आवाज देने पर कोई काम करना।
आवाज फटना आवाज भर्राना।
आवाज बैठना कफ के कारण स्वर का स्पष्ट रूप से न निकलना, स्वर भंग होना, गला बैठना।
आवाज भर्राना गले के अस्पष्ट और मोटी आवाज निकलना। आवाज भारी होना, गला बैठना।
आवाज भारी होना कफ के कारण कंठ का स्वर विकृत होना। गले के अस्पष्ट और मोटी आवाज निकलना। आवाज भारी होना, गला बैठना।
आवाज मारा जाना स्वर सुरीला न रहना, स्वर का कर्कश होना।
आवाज मारना आवाज देना, जोर से पुकारना।
आवाज में आवाज मिलाना ऊँची तान लगाना।
आवाज लगाना जोर से पुकारना।
आवाज लड़ना एक के सुर का दूसरे के सुर से मेल खाना।
आवाज कसना जोर से खींचकर शब्द निकालना, व्यंग बात करना, ललकारना, चुनौती देना, बोली बोलना।
आवाजाही लगाना बारबार आना जाना।
आवां का आवां सारा का सारा।
आवां बिगड़ना आवै के बरतनों का ठीक ठीक न पकना।
आवें का आवां बिगड़ना सारे कुटुम्ब मे कोई दोष होना, सारे परिवार का बिगड़ना, किसी समाज के सब लोगों का बिगड़ना।
आशा टूटना आशा न रहना, आशा भंग होना।
आशा तोड़ना किसी को निराश करना।
आशा देना किसी को उम्मीद बांधना, किसी को उसके अनुकूल कार्य करने का वचन देना।
आशा पर पानी फिरना निराश होना, हताश होना, प्रयोत्नों का सफल न होना।
आशा पूजना आशा पूरी होना।
आशा पूरी करना किसी की इच्छा और निश्चय के अनुसार कार्य करना।
आशा पूरी होना इच्छा और सम्भावना के अनुसार किसी कार्य या घटना का होना।
आशा बंधना आशा उत्पन्न होना।
आशा बांधना आशा करना।
आस करना आशा करना, आसरा करना, मुंह ताकना।
आस छोड़ना आशा परित्याग करना, उम्मीद न रखना।
आस टूटना निराश होना।
आस तकना आसरा देखना, प्रतीक्षा करना, सहायता की अपेक्षा रखना, मुंह जोहना।
आस तजना आशा छोड़ना।
आस तोड़ना किसी की आशा के विरूद्ध कार्य करना, किसी को निराश करना।
आस देना उम्मीद दिलाना, किसी को उसके इच्छानुकूल कार्य करने का वचन देना, संगति में किसी बाजे या स्वर से सहायता देना।
आस पुराना आशा पूरी करना
आस पूजना आशा पूरी होना, इच्छानुकूल फल मिलना।उ0- एकहि बार आस सब पूजी। अब कछु कहब जीभ कर दूजी। तुलसी। मनचाही बात होना।
आस पूरना आशा पूरी होना।
आस बंधना आशा उत्पन्न होना।
आस बांधना उम्मीद करना, किसी अनुकूल घटना की सम्भावना का निश्चय करना।
आस रखना आशा रखना, उम्मीद रखना।
आस लगना आशा उत्पन्न होना।
आस लगाना आशा बांधना।
आस होना आशा होना, सहारा होना, आश्रय होना, गर्म होना, गर्म रहना।
आस्तीन का सांप होना विश्वासघात करना, जमकर न बैठ सकना, डगमगाना।
आसन उखड़ना अपनी जगह से हिल जाना, घोड़े की पीठ पर रान न जमना, प्रभुत्व कम होना या मिटना।
आसन उठना स्थान छूटना, प्रस्थान होना, जाना।
आसन करना योग के अनुसार शरीर को विशेष स्थिति में रखना, बैठना, टिकना, ठहराना।
आसन कसना अंगों को तोड़ मरोड़कर बैठना।
आसन गांठना आसन बनाना
आसन छोड़ना उठ जाना, चला जाना, उठकर चले जाना।
आसन जमना जिस स्थान पर जिस रीति से बैठे उसी स्थान पर उसी रीति से स्थिर रहना, बैठने में स्थिर भाव आना, प्रभाव होना।
आसन जमाना स्थिर भाव से बैठना, जमकर अडिग भाव से बैठना, अपनी स्थिति, अधिकार दृढ़ कर लेना, डेरा डालना।
आसन डिगना चित्त का विचलित होना, बैठने में स्थिर भाव न रहना, चित्त चलायमान होना, मन डोलना, इच्छा और प्रवृत्ति होना, मन में भय या घबराहट पैदा हो जाना।
आसन डिगाना जगह से विचलित करना, चित्त को चलायमान करना, लोभ या इच्छा उत्पन्न करना।
आसन डोल कहारों की बोली, जब पालकी का सवार बीच में खिसक कर एक ओर होता है और पालकी उस और झुक जाती है तब कहार लोग यह वाक्य बोलते हैं।
आसन डोलना चित्त चलायमान होना, लोगों के विश्वास के विरूद्ध किसी की किसी वस्तु की ओर इच्छा या प्रवृत्ति होना, चित्त क्षुब्ध होना, हृदय पर प्रभाव पड़ना, हृदय में भय और करूणा का संचार होना।
आसन तले आना वश में आना, अधीन होना।
आसन देना सत्कारार्थ बैठने के लिए कोई वस्तु रख देना या बतला देना। बैठाना, टिकाना।
आसन पहचानना बैठने के ढंग घोड़ों का सवार को पहचानना।
आसन पाटी खाट खटोला, ओढ़ने बिछाने की वस्तु।
आसन पाटी लेकर पड़ना अटवाटी खटवाटी लेकर पड़ना, दुःख और काम प्रकट करने के लिए ओढ़ना ओढ़कर ओर बिछौना बिछाकर खूब आडम्बर के साथ सोना।
आसन बांधना दोनों रानों के बीच दबाना, जाँधों से जकड़ना।
आसन मारना जमकर बैठना, पालथी लगार बैठना। उ0- मठ मंडप चहुं पास सकार, जपा तपा सब आसन मारे। जायसी।
आसन लगाना आसन मारना, जमकर बैठना, टिकना, ठहरना, किसी कार्य साधन के लिए अड़कर बैठना, बैठने की वस्तु फैलाना, बिछौना।
आसन होना रति प्रसंग के लिए उद्यत होना। बैठने के लिए कोई वस्तु होना। (साधुओं की) टिकान, निवास का डेरा या निवास स्थान।
आसमान का चूमना बहुत ऊँचा होना।
आसमान के कुलाबे मिलाना। वह व्यक्ति जो कभी घर से बाहर निकलता न हो, वह जिसे अनुभव न हो।
आसमान के तारे तोड़ना कोई कठिन या असम्भव कार्य करना, दूरस्थ अनहोनी बात कर डालना।
आसमान गिराना अत्यन्त उच्च स्वर से चिल्लाना, उत्पात मचाना।
आसमान छूना बहुत ऊँचा होना, गगनचुम्बी होना।
आसमान जमीन के बुलावे मिलाना खूब लम्बी चौड़ी हांकना, खूब बढ़ चढ़कर बातें करना, गहरा जोड़ तोड़ लगाना, विकट कार्य करना।
आसमान झांकना घमंड करना।
आसमान टूट पड़ना किसी विपत्ति का अचानक आ पड़ना, वज्रपात होना, गजब पड़ना। दैव कोष होना, विपत्तियों का एकाएक घेर लेना।
आसमान ताकना घमंड से सिर ऊपर उठाना, तनना, मुर्गबाजों की बोली में मुर्ग का मस्ताकर लड़ने के लिए तैयार होना, झड़प चाहना। (जब मुर्गा जोश में भरता है तब आसमान की ओर फूलकर नाचता है। इसी से यह मुहावरा बना है)।
आसमान दिखाना कुश्ती में प्रतिंद्वंद्वी को चित करना, पराजित करना, प्रतिपक्षी को हराना।
आसमान पर उड़ना इतराना, गुरूर करना, बहत ऊँचे ऊँचे संकल्प बांधना, ऐसा कार्य करने का विचार प्रकट जो सार्म्थ्य से बाहर हो, बहुत बढ़कर बात करना, डींग हांकना, अपने आगे किसी को कुछ न समझना।
आसमान पर चढ़ना गरूर करना, घमंड दिखाना, शेखी मारना, चाहत वारिद बुंद गहि, तुलसी चढ़न अकास। तुलसी।
आसमान पर चढ़ाना अत्यन्त प्रशंसा करना, अत्यन्त प्रशंसा करके किसी को फुला देना, प्रशंसा करके मिजाज बिगाड़ देना।
आसमान पर थूकना किसी महात्मा के ऊपर लांछन लगाने के कारण स्वयं निंदित होना, किसी सज्जन को अपमानित करने के कारण उलटे आप तिरस्कृत होना।
आसमान फटना अचानक भारी विपदा आ पड़ना। देवकोप होना।
आसमान में उड़ना इतराना, गरूर करना, बहुत ऊँचे ऊँचे संकल्प बांधना, ऐसा कार्य करने का विचार प्रकट करना जो सामर्थ्य से बाहर हो, बहुत बात करना, डींग हांकना।
आसमान में छेद करना आश्चर्यजनक काम करना, अति करना।
आसमान में छेद हो जाना अति वृष्टि होना, वर्षा का ना थमना
आसमान में थिगली लगाना विकट करर्य करने का प्रयत्न करना, जहाँ किसी की गति न हो वहाँ पहुंचना, कठिन या अनहोनी बात करना।
आसमान सिर पर उठाना ऊधम मचाना, उपद्रव मचाना, हलचल मचाना, खूब आन्दोलन करना, धूम मचाना, अत्याचार करना।
आसमान सिर पर टूट पड़ना देवकोप होना, अचानक कोई भारी विपदा आ पड़ना।
आसमान से गिरना अकारण प्रकट होना, आप से आप आ जाना, अनायास प्राप्त होना, बिना परिश्रम मिलना।
आसमान से टपकना (किसी चीज का) अपने आप उपस्थित हो जाना।
आसमान से बातें करना? आसमान छूना, आसमान तक पहुँचना, बहुत ऊँचा होना।
आसरा टूटना भरोसा न रहना, नैराश्य होना।
आसरा देना वचन देना, किसी बात का विश्वास दिलाना।
आस्तीन का सांप वह व्यक्ति जो मित्र होकर शत्रुता करे, ऐसा संगी जो प्रकट में हिला मिला हो और हृदय से शत्रु हो। प्रच्छत्र शत्रु । छिपा दुश्मन।
आस्तीन चढ़ाना किसी काम को करने के लिए मुश्तैद होना, लड़ने के लिए तैयार होना।
आस्तीन में साँप पालना शत्रु या अशुभ चिन्तक को अपने पास रखकर उसका पोषण करना, धोखा खाना।
आह करना हाय करना, कल्पना, ठंडी सांस लेना। उ0- (क) आह करों तो जग जले, जंगल मी जल जाय। पापी जियरा ना जले, जिसमें आह समाय। (ख) भरथहिं बिछोह पिंगला, बाह करत जिव दीन्ह हौं, सांपिन जो जियत हों, यही दोष हम कीन्ह। जायसी।
आह खींचना ठंडी सांस भरना, उसास खींचना, कल्पना।
आह पड़ना शाप पड़ना, किसी को दुःख पहुंचाने का फल मिलना।
आह भरना ठंडी सांस खींचना। उ0- चितहिं जो चित्र कीन्ह घन रों रों अंग समीप। सहा साल दुःख आह भर, मुरक परी कामीय। जायसी। कल्पना।
आह मारना ठंडी सांस खीचना। उ0- आह जो मारी विरह की, आग उठी तेहि लाग। हंस जो रहा शरीर मंह, पंख जरै तब माग। जायसी।
आह लगना शाप का सत्य होना, किसी को दुःख देने का बुरा फल मिलना।
आह लेना किसी को इतना सहारना कि उसके हृदय से आह निकले।
आहट मिलना किसी के आने का शब्द सुनाई पड़ना और उसके आने का अनुमान करना, पता लगाना।
आहट लेना पता या टोह लेना, किसी के आने के शब्द को सुनना, आहट पाने, टोह लेने के लिए कान लगाये रहना।
इ
इंद्रायान का फल देखने में अच्छा पर वास्तव में बुरा। खोटा।
इज्जत उतारना मर्यादा नष्ट करना, अपमानित करना, बेआबरू करना।
इज्जत खोना मर्यादा खोना।
इज्जत गवांना मर्यादा खोना।
इज्जत देना प्रतिष्ठा गंवाना, सम्मान या आदर करना।
इज्जत बढ़ाना समाज में नाम यश कमाना।
इज्जत बिगाड़ना सतीत्व नष्ट करना, मान मर्यादा नष्ट करना, अपमानित करना।
इज्जत मिट्टी में मिलाना प्रतिष्ठा नष्ट करना।
इज्जत रखना प्रतिष्ठा की रक्षा करना, मान मर्यादा की रक्षा करना।
इज्जत लेना बेइज्जत करना, अपमानित करना, अनुचित मौन सम्बन्ध करना, बेइजजत।
इत उत इधर उधर करना। उ0- भोजन करत चपल चित, इत उत अवसर पाइ। माजि चले किलकात मुख, दधि ओदन लपटाई। तुलसी।
इतना सा मुँह निकल आना दुर्बलता के कारण सुस्त होना, चेहरे पर रौनक न रह जाना, विफलता, हानि या दुःख आदि के कारण उदासीन होना।
इतने में इसी बीच में, इसी समय। उ0- इतने में रनठौर रूधिर नदी प्रगटत मह। गज हय सुमट करारे छिन्न अंग ह्वे ह्वै गिरे।
इत्तफ़ाक करना सहमत होना।
इत्तफाक पड़ना संयोग उपस्थित होना, मौका पड़ना, अवसर आना।
इत्तफाक से संयोगवश, अचानक, अकस्मात।
इतला लिखना राजकर्मचारियों को किसी बात की सूचना लिखना।
इतने में इसी बीच।
इधर उधर यहाँ वहाँ। इतस्तः। अनिश्चित स्थान में, आस पास इनारे किनारे, आस पड़ोस।
इधर उधर करना टाल, मटूल करना, हीला हवाला करना, अस्त व्यस्त करना, उलट पलट करना, क्रम भंग करना, तितर बितर करना, भगाना, हटाना, भिन्न भिन्न स्थानों पर कर देना, कहीं का कहीं कर देना।
इधर उधर की बात बाजारू गप, अफवाह, सुनी सुनाई बात, असम्बद्ध बात, व्यर्थ की बकवाद, अप्रमाणिक।
इधर उधर की उड़ाना झूठमूठ बकना, व्यर्थ बकवाद करना, गप मारना।
इधर उधर की हाकना गप मारना, झूठमूठ बकना, व्यर्थ बकवाद करना।
इधर उधर के काम व्यर्थ के कार्य, अनावश्यक कार्य।
इधर उधर में रहना व्यर्थ समय खोना।
इधर उधर से अनिर्दिष्ट स्थान से, अनिश्चित जगह से। औरों से, दूसरों से, जहाँ तहाँ से।
इधर उधर होना उलट-पुलट होना, बिगड़ना, टाल-मटोल होना, हीला-हवाली होना, भाग जाना, तितर-बितर होना।
इधर का उधर करना उलट-पलट देना, अस्त-व्यस्त करना, क्रम बिगाड़ना।
इधर का उधर होना उलट-पलट जाना, विपर्यय होना, विपरीत हो जाना, अंड कंड होना, कहीं का कहीं हो जाना।
इधर की उधर चुगली, निन्दा, शिकायत।
इधर की उधर करना चुगलखोरी करना, चबाव करना, एक पक्ष के लोगों की बात दूसरे पक्ष के लोगों से कहना, झगड़ा लगाना।
इधर की उधर लगाना चुगलखोरी करना, चबाव करना, एक पक्ष के लोगों की बात दूसरे पक्ष के लोगों से कहना, झगड़ा लगाना।
इधर की दुनिया उधर होना अनहोनी बात का होना, असम्भव का सम्भव होना।
इधर या उधर होना, किसी एक का होना परस्पर विरूद्ध दो सम्भावित घटनाओं में से कोई एक अनुकूल या प्रतिकूल होना। पक्ष या विपक्ष में जीत या हार।
इधर से उधर फिरना चारों ओर।
इनायत करना कृपा करना, कृपा करके देना, रहने देना, बाज रखना, वंचित रखना (व्यंग)।
इमली घोटाना व्याह की एक रस्म जो वर-वधू के मामा को करनी पड़ती है।
इल्लत पालना कोई झंझट, बुरी आदत लगा देना।
इशारे पर चलना आज्ञानुसार करना।
इशारे पर नाचना संकेत पाते ही आज्ञापालन करना।
इस्तिंजा लड़ना अत्यन्त मित्रता का होना, दांतकाटी रोटी होना,
इस्तिंजा लड़ाना अत्यन्त मित्रता करना।
इंस्तिजे का ढेला आनादृत व्यक्ति, तुच्छ मनुष्य।
इष्ट होना किसी देवता की आराधना में सिद्धि प्राप्त कर लेना, उसके आवाहन और अभिलषित कार्य कराने में समर्थ होना।
इल्लत झंझट, बखोड़ा, रोग, बिमारी, दोष, अपराध।
ई
ईंट ईंट बिकना सब सम्पत्ति समाप्त होना।
ईंट का छल्ला देना कच्ची दीवार की मजबूती के लिए उससे साटाकर ईट की एकहरी जोड़ाई करना।
(डेढ़ या ढाई) ईंट की मस्जिद अलग बनाना
अपनी ही बात पर चलना, सबसे निराला ढंग रखना। जो सब लोग कहते या करते हो उसके विरूद्ध कहना या करना।
ईंट गढ़ना ईंटों की काट छांटकर जोड़ाई के काम में आने योग्य बनाना।
ईंट चुनना दीवार बनाने के लिए ईंट पर ईंट बैठाना, ईंटों को जोड़कर दीवार उठाना, जोड़ाई करना।
ईंट पत्थर कुछ नहीं, व्यर्थ की चीजें।
ईंट पाथना गिली मिट्टी को सांचे में डालकर ईंट का आकार देना।
(गुड़ दिखाकर) ईंट या ढेला मारना भलाई की आशा बंधाकर बुराई करना।
ईंट से ईंट बजना किसी नगर या घर का ढह जाना या ध्वंस होना।
ईंट से ईंट बजाना किसी नगर या मकान को ध्वस्त करना या ढहाना।
ईद का चाँद ऐसी वस्तु जिसके दर्शन दुलर्भ हो, अत्यन्त अभिलक्षित और प्रतिक्षित व्यक्ति या पदार्थ।
ईद के चाँद होना बहुत कम दिखाई पड़ना या मिलना, और अति प्रिय होना।
ईद मुहर्रम होना प्रसन्नता या सुख में विपत्ति पड़ना।
ईमान का सौदा खरा व्यवहार।
ईमान की कहना सब कहना, सच्ची बात कहना।
ईमान ठिकाने न होना धर्म पर दृढ़ न रहना।
ईमान डिगना नियत में खामी आना।
ईमान देना सत्य छोड़ना, धर्म विरूद्ध कार्य करना।
ईमान में फर्क आना धर्मभाव में ह्रास होना, नीयत बिगड़ना।
ईमान बिगड़ना नीयत बिगड़ना, धर्म में सच्ची निष्ठा न रहना।
ईमान लाना किसी मत, सिद्धान्त या धर्म की सच्चाई पर विश्वास करना, उसे धर्म रूप में स्वीकार करना।
ईमान से कहना सच सच कहना।
उ
उंगलिया चमकाना बातचीत या लड़ाई करते समय हाथ और उंगलियों को हिलाना।
उंगलियाँ बचाना बातचीत या लड़ाई करते समय हाथ या उंगलियों को हिलाना या मटकाना, उंगलियाँ चमकाना।
उंगलियाँ फोड़ना उंगलियों को इस प्रकार खींचना या दबाना कि उनमें से चट-चट शब्द निकले।, उंगलियाँ चटकाना।
उंगलियों पर नचाना जैसे चाहे वैसे काम कराना, अपने वश मं रखना, तंग करना, हैरान करना, अपनी इच्छा के अनुसार ले चलना। उ0- बड़े घाघ को उंगलियों पर नचाये। मनमानी दौड़ धूप कराना।
उंगलियों पर नाचना किसी की इच्छानुसार सब प्रकार का कार्य करना।
किसी पर या कसी की ओर लोगों की निंदा करना, बदनामी करना, उपहास का पात्र बनाना।
उंगली उठाना
किसी पर या किसी ओर निंदा का लक्ष्य बनाना, लच्छित करना, दोषी बताना, हानि पहुँचाना, टेढ़ी नज़र से देखना, बदनाम करना।
उंगली उठाना
उंगली देना (सांप के मुँह में) हानिप्रद कार्य में हाथ डालना, विनाश का प्रयत्न करना। उ0- सांपहु के मुंह आंगुरि दी
उंगली पकड़ते पहुँचा पकड़ना थोड़ा सा सहारा पाकर विशेष की प्राप्ति के लिए उत्साहित होना, थोड़े मौके का अनुचित और अधिक लाभ उठाना, किसी की भलमनसी का अनुचित लाभ उठाना।
उंगली पर नचाना इच्छानुसार काम करवाना, जैसे चाहे वैसे कराना, किसी से अपनी इच्छानुसार काम लेना।
किसी की कृति पर उंगली रखना दोष दिखलाना। उ0- भला आपको कविता पर कोई उंगली रख सकता है। नाम मात्र।
उंगली लगाना छूना, किसी कार्य में हाथ लगाना, किसी कार्य में थोड़ा भी परिश्रम लगाना।
उखड़ी उखड़ी बातें करना बेलोस (बेमुरव्वत) बातें करना, उदासीनता दिखाते हुए बात करना, विरक्ति सूचक बात करना।
उखड़ी जवान से अस्पष्ट वाणी से।
उखड़ी पुखड़ी सुनाना ऊँचा नीचा सुनाना, अंड बंड सुनाना।
उखाड़ पछाड़ अदल बदल, इधर का उधर, उलट पलट, इधर की उधर लगाना।
उखाड़ पछाड़ करना आलोचना करना
उखाड़ी उखड़ना
उगल देना गुप्त बात को प्रकट कर देना।
उगल पड़ना तलवार का म्यान से बाहर निकल पड़ना।
उधड़ कर नाचना बाहर निकलना, लोकलज्जा छोड़कर खुल्लम खुल्ला मनमाना काम करना। उ0- आजु हौं एक एक करि टरि हौं। अब हौं उधरि नचन चाहत हौं तुमहि विरद विनु करि हौं। सूर। (ख) गोपी स्याम रंग राची। देह गेह सुबधि बिसारि बदी प्रीति साँधी। दुविधा उर दूर भई गई मति वह काँची। राधा ते विवस भई आप उधरि नाची।सूर।
उधड़ पड़ना खुल पड़ना, अपने असली रूप को खोल देना, भेद प्रकट कर देना।
उधाड़ करना किसी दवा का छाले डालना, या वहाँ की खाल उड़ाना।
उच्च के चन्द्रमा होना सौभाग्य और उन्नति के दिन।
उंगली पर नचाना इच्छानुसार काम करवाना। जैसे चाहे वैसे कराना। किसी से अपनी इच्छानुसार काम लेना।
(किसी की कृति में) उंगली रखना दोष दिखाना, किसी काम में नाममात्र हाथ लगाना, किसी कार्य में थोड़ा भी सहारा देना।
उखड़ी उखड़ी बातें करना उदासीनता दिखाते हुए बात करना, उल्टी सीधी बात करना।
उखड़ी जबान से अस्पष्ट वाणी से।
उखड़ी पुखड़ी सुनाना ऊँचा नीचा सुनाना, अंडबंड सुनाना।
उखाड़ पछाड़ अदल बदल, इधर का उधर, उलट पलट, इधर की उधर लगाना।
उखाड़ पछाड़ करना आलोचना करना।
उखाड़ी उखड़ना पोल खोलना, रहस्य जान लेना ।
बेडोल जिसका डील या रूप अच्छा न हो, भद्दा बेढंगा।
बेलौस सच्चा खरा, बेमुरब्बत।
उघड़ कर नाचना बाहर निकलना, लोकलज्जा छोड़कर खुल्लम खुल्ला मनमानी काम करना। उ0- आजु हौं एक एक करि टहहौं। अब हौं उधरि नचन चाहत हौं तुमहि विरद बिनु करि हौं। सूर। (ख) गोपी स्याम रंग राची। देह गेह सुधि बिसारि बढ़ी प्रीति साँची। दुविधा डर दूर भई गई मति वह कावी। राधा ते विनस भई आप उधरि नाची।सूर।
उधड़ पड़ना खुल पड़ना, अपने असली रूप को खोल देना, भेद प्रकट कर देना।
उधाड़ करना किसी दवा का शरीर पर छाले डालना, या वहाँ की खाल उड़ाना।
उच्च के चन्द्रमा होना सौभाग्य और उन्नति के दिन।
उगल देना गुप्त बात का प्रकट कर देना।
उगल पड़ना तलवार का म्यान से बाहर निकल पड़ना।
उधड़ कर नाचना बाहर निकलना, लोकलज्जा छोड़कर खुल्लम खुल्ला मनमानी काम करना।
उधर कर नाचना लोक लज्जा छोड़कर खुल्लम खुल्ला मनमानी काम करना। उ0- (क) आजु हों एक एक करि टरिहौं। अब हों उधरि नाचन चाहत हौं। तुम्ही निरद बिनु करिहौ। सूर। (ख) गोपी स्याम रंग राची। देह गेह सुधि बिसारी बढ़ी प्रीतिसानी। दुविधा उर दूर भई गई मति तह कान्ती। राधा ते विनस भई आप उधरि नाची। सूर।
उछंग लेना आलिंगन करना, हृदय से लगाना। उ0- हाँ हाँ हो पिय नृत्य करो। जैसे करि मैं तुमहि रिझाई त्यों मेरी मन तुमहु हरो।.. मैं हारी त्योंही तुम हारो चरन चापि श्रम मेटोगी। सूर स्याम ज्यों उछंग लई मोहि त्यों में हूं हंसि मेटोगी। सूर।
उछल कूद करना आवेन और उत्साह दिखाना, बढ़ बढ़कर बातें करना।
उजरत पर देना किराये पर देना, भाड़े पर देना।
उजला मुँह करना गौरान्वित करना, महत्व बढ़ाना, गौरव बढ़ाना, कलंक मिटाना।
उजला मुँह होना गौरान्वित होना, निष्कलंक होना।
उजली समझ उज्जवल बुद्धि, स्वच्छ विचार।
उजाला होना दिन निकलना, सबेरा होना।
उजाले का तारा शुक्र ग्रह।
उट्ठी बोलना हार मान लेना।
उठ खड़ा होना चलने को तैयार होना।
दुनिया से उठ जाना दुनिया से चला जाना, मर जाना। उ0- जो उठि गयो बहुरि नहिं आयो मरि मरि दहां समाहीं।कबीर।
उठ बैठ हैरानी, दौड धूप, बेचैनी, उठने बैठने की कसरत।
उठ बैठना लेटा न रहना, जाग पड़ना।
उठती कोपल नवयुवक, गभरू।
उठती जवानी युवावस्था का आरम्भ, उभरती हुई जवानी।
उठा रखना छोड़ना, बाकी रखना, कसर छोड़ना, तुमने हमें तंग करने के लिए कोई बात उठा नहीं रक्खी।
उठा धरना बढ़ जाना।
उठा न रखना बाकी न रखना, कसर न छोड़ना।
उडू उडू होना चारों ओर से बुरा होना,कलंकित होना, बदनाम होना, नक्कू बनना।
उठती परखी जोते का एक भेद जिसके अनुसार किसानों को केवल उन खेतों का लगान देना पड़ता है जिनको वे उस वर्ष जोतते हैं और परती खेतों का कुछ नहीं देना पड़ता।
उठते बैठते प्रत्येक अवस्था में, हर घड़ी, प्रतिक्षण।
उठना बैठना आना जाना, संग साथ, मेल जोल।
उठल्लू का चूल्हा बेकाम, व्यर्थ, इधर उधर फिरने वाला, निकम्मा, बेमतलब घूमने वाला।
उठा धरना बढ़ जाना।
उठा न रखना बाकी न रखना, कसर न छोड़ना।
उठा बैठी हैरानी, दौड़ धूप। बेकली, बेचैनी, उठने बैठने की कसरत, बैठक।
उठा रखना छोड़ना, बाकी रखना, तुमने हमें तंग करने के लिए कोई बात उठा नहीं रक्खी, कसर छोड़ना।
उड़ जाना किसी स्थान से वेग से आना। झटपट आना, भाग आना। उ0- बहुरिव्यास कह ठाकुर काही उड़ि अडहै ठाकुर ब्रजमाही। रघुराज। इतनी जल्दी से आना कि किसी को खबर न हो। चुपके से भाग जाना। उ0- करी खैचरी सिद्ध जनु उड़ि सी आई ग्वारि। बाहिर जनु मदमत्त बिधु दियो अमी सब ढारि।व्यास।
उड़ा खाना उड़ उड़ केर काटना, घर खाना, अप्रिय लगना, न सुहाना। उ0- ऐसे सुनिय द्वै वैसाख। जानत हौं जीवन काहे को जतन करो जो लाख। मृग मद मिलै कपूर कुमकुमार केसरि मला लाख। जरति अगिनि में ज्यों घृत नायो तनु जरि हवै हवै है राख। ता ऊपर लिखि योग पठावत खाहु नीव तजि दाख। सूरदास ऊधों की बत्तियां उड़ि उड़ि बैठी खात। सूरदास।
उड़ चलना तेज दौड़ना, सरपट भागना, शोभित होना, फबना, घमंड करना, इतराना।
उड़ती खबर सुनी सुनाई या बिना प्रमाण की खबर।
उड़ता बनना भाग जाना, चलता होना, चल देना।
उड़ता होना भाग जाना, चलता होना, चल देना।
उड़ता खाना चलती फिरती खबर, अपना कार्य आप करना, जीविका प्राप्त करना।
उड़ती खबर वह खबर जिसकी सच्चाई का निश्चय न हो, बाजारू खबर।
उड़ती चिड़िया पहिचानना किवदंती मन की बात जान लेना।
उड़ने लगना चकमा दे हुआ लगना, सशक्त और सबल होना, अपना कार्य करने के योग्य हो चलना।
उड़ान पर्दा बैलगाड़ी का पर्दा, पर्दा जो बैलगाड़ी पर डाला जाता है।
उड़ान फल वह फल जिसके खाने से उड़ने की शक्ति उत्पन्न हो। उ0- वह उड़ान फर तहिअए खाए। जब भा पंखि पांख तन पाए। जायसी।
उड़ान भरना बहुत ऊपर या दूर तक उड़ना या दौड़ना।
उड़ान मारना बहाना करना, बातों में टालना।
उतरकर फीका होकर, निम्न श्रेणी का, नीचे दरजे का।
उतर पड़ना किसी काम को तन मन से लगना, डट जाना, तुल जाना।
उतार चढ़ाव बताना ऊँचा नीचा समझाना, धोखा देना, लाभ हानि बताना।
उत्तू करना बहुत मारना।
उथल पुथल मचाना गड़बड़ी मचाना।
उथल पुथल होना गड़बड़ी होना।
उदय से अस्त तक पृथ्वी के एक द्वार से दूसरे छोर तक, सारी पृथ्वी में, आदि से अंत तक।
उदर जिलाना पेट पालना, पेट भरना, खाना। उ0- मांगत बार बार शेष ग्वालन को पाऊं। आप लियौ कछु जानि भक्ष करि उदर जियाऊँ।सूर।
उदर भरना पेट भरना, खाना। उ0- हरि हरि हरि सुमिरन करो। हरि चरणाविंद उर धरो। भिक्षा वृत्ति उदर नित भरै। निशि दिन हरि हरि सुमिरन करै।सूर।
उधार खाना कर्ज पर गुजर करना।
उधार खाये बैठना किसी अपने अनुकूल होने वाली बात के लिए अत्यन्त उत्सुक रहना। किसी बात पर तुल जाना। किसी मारी आसरे पर दिन काटते रहना।
उधेड़कर रख देना कच्चा चिट्ठा खोल देना,सब दोष बुराई उलट देना।
उनका होना अलभ्य, अदृश्या हो जाना।
उन्नीस बीस का फर्क बहुत ही थोड़ा अन्तर।
उन्नीस बीस होना मात्रा में कुछ कम होना, कम वेश होना। तुलना में एक दूसरे से कुछ हो अच्छा बुरा होना।
उन्नीस होना मात्रा में कुछ कम होना, थोड़ा घटना, गुण में तनिक घटकर होना।
उपज की लेना मजा लेना, आनंद करना, उक्ति निकालना, जोश, देष या आवेश के कारण मन में छिपे भाव प्रकट कर देना।
उपयोग करना आवेश में उचित अनुचित का किये बिना बोलना।
उफ़ न करना पीड़ा पी जाना, मुँह से आह तक न निकालना।
उबटना खेलना मुसलमानों में विवाह की एक रस्म जिसमें लोग गले मिलते हैं।
उबल पड़ना जोश या आवेश के कारण मन में छिपे भाव प्रकट कर देना, आवेश में उचित अनुचित का विचार किये बिना बोलना।
उभारा लेना किसी बीमारी का फिर फिर होना।
उमड़ना घुमड़ना घूम घूमकर फैलना।
उम्मीद बर आना इच्छा पूरी होना, अमीष्ट सिद्ध होना।
उम्मेद से होना गर्भवती होना।
उम्मेद होना सन्तान की आश होना, गर्भ के लक्षण दिखाई देना।
उम्र का पैमाना भर जाना आयु अन्त निकट होने जाना, मृत्यु निकट आना।
उम्र का प्याला भर जाना आयु का अन्त हो जाना, मृत्यु निकट आना।
उम्र टेरना किसी तरह जिन्दगी के दिन पूरे करना, किसी तरह दिन काटना।
उर आनना छाती से लगाना। आलिंगन करना। उ0- (क) ताप सरसानी, देखे अति अकुलानी, जउ पति उर आनी, तरू सेज में बिलानी जात। पद्माकर। (ख) दिन दस गये बालि पहं जाई, पूछेहु कुशल सखा उर लाई। तुलसी। मन में लाना, ध्यान करना, विचारना। उ0- उर आनहु रघुपति प्रभुताई। तुलसी। सोचना।
उर धरना मन में रखना, ध्यान में रखना, ध्यान करना। उ0- वंदि चरण उर धरि प्रभुताई, अंगद चले सबहिं सिर नाई। तुलसी।
उर लाना छाती से लगाना, सोचना, ध्यान करना, मन में लाना।
उरद के आटे की तरह ऐंठना बिगड़ना, नाराज होना, घमंड करना, इतराना, ठसक दिखाना।
उरद पर सफेदी बहुत कम मात्रा, नाम मात्र को, दाल में नमक।
उलझन में डालना झंझट में फंसाना, बखेड़े में डालना।
उलझन में पड़ना फेर में पड़ना, चक्कर में पड़ना, आगा पीछा करना।
उलझना उलझाना बात बात में दखल देना।
उलझना पुलझना अच्छी तरह फंसना। उ0- ब्राह्मण गुरू है जगत के करम मरम का खाहिं। उलझि पुलझि के मरि गये चारिउ वेदन माहिं। कबीर।
उलझना सुलझना फंसना और खुलना। उ0- को सुख को दुःख देत है छेत कर्म झकझोर। उरके सुरके आप ही ध्वजा पवन की जोर। सभा. वि0।
उलझा सुलझा टेढ़ा सीधा, भला बुरा।
उलट पड़ना एकाएक आक्रमण कर बैठना।
उलटा जमाना वह संगत जब भली बात बुरी समझी जाय, अंधेरे का समय।
उलटा तवा अत्यन्त काला, काला कलूटा।
उलटा घड़ा बांधना और का और करना, मामले को फेर देना, ऐसी युक्ति रचना कि विरूद्ध चाल चलने वाले की चाल का बुरा फल घूमकर उसी पर पड़े।
उलटा पाठ पढ़ाना कुछ का कुछ समझा देना, वास्तविकता के विरूद्ध चालाकी से गलत विश्वास करा देना, बहका देना।
उलटा फिरना तुरन्त लौट पड़ना, बिना क्षण भर ठहरे पलटना, चलते चलते घूम पड़ना।
उलटा लटकना किसी वस्तु के लिए प्राण देने पर उतारू होना।
उलटा लौटना तुरन्त लौट पड़ना, बिना क्षण भर ठहरे पलटना, चलते चलते घूम पड़ना।
उलटा सीधा बिना क्रम का, अंडबंड, बेसिर पैर का, बिना ठीक ठिकाने का, अव्यवस्थित, भला बुरा।
उलटा हाथ बायां हाथ, इसकी गुप्त मंशा क्या है अस्पष्ट है जो स्पष्ट हो सके।
उलटी खोपड़ी का औंधी समझ का, जड़, मूर्ख, नासमझ।
उलटी गंगा बहना अनहोनी या नियम विरूद्ध बात होना, बताना, उलटी रीति चलाना, रीति विरूद्ध।
उलटी गंगा बहाना जो कभी न सकता हो उसको करने का असफल प्रयास करना, रीति विरूद्ध चलना, उलटी रीति चलाने का असफल प्रयास करना।
उलटी टांगे गले पड़ना अपनी चाल से आप खराब होना, आपत्ति मोल लेना, लेने के देने में पड़ना, अपनी बात से आप ही कायल होना।
उलटी माला फेरना मारण आदि का प्रयोग करना।
उलटी पट्टी पढ़ाना टेढ़ी सीधी समझाना, और की ओर सुझाना, भ्रम में डालना।
उलटी सांस चलना दम उखड़ना, निकट समय आने का लक्षण दिखाई देना, रुक रुक कर सांस चलना, मरणासन्न होना। (मरने के समय)।
ऊ
ऊखल में सिर देना झंझट या जोखिम के काम में पड़ना।
ऊन मानना दिल छोटा करना, दुःखी होना।
ऊपर ऊपर बाला बाला, अलग अलग, निराले निराले, बिना और किसी के जताये चुपके से, बाहर ही बाहर, बिना घुले मिले या एक हुए।
ऊपर जाना लक्ष्य से बाहर जाना, निष्फल होना, व्यर्थ जाना, कुछ प्रभाव न उत्पन्न करना।
ऊपर का दम भरना ऊँची साँस चलना, उखड़ी साँस चलना, धरा चलना।
ऊपर का प्रकोप ईश्वर का कोप
ऊपर की आमदनी वह प्राप्ति जो वेतन के अतिरिक्त हो। इधर उधर से घूस आदि के द्वारा प्राप्त रकम।
ऊपर की आज्ञा किसी ऊपर के अधिकारी या शासक का हुआ।
ऊपर की दोनों जाना दोनों आँखें फूटना। उ0- ऊपर की दोनों गई हिय की गई हैराय। कह कबीर चारिहुं गई तासो कहा बसाय। कबीर।
ऊपर छार पड़ना मर जाना। उ0- जौ लहि ऊपर छार न परे। तौलहि यह तृष्णा नहिं मरे। जायसी।
ऊपर टूट पड़ना धावा करना, आक्रमण करना।
ऊपर तले ऊपर नीचे, एक के पीछे एक, आगे पीछे, लगातार।
ऊपर तले के आगे पीछे होने वाले, तरपरिया।
ऊपर लेना जिम्मे लेना, हाथ में लेना, किसी कार्य का भार लेना, सिर या कन्धे पर रखना, भार ग्रहण करना।
ऊपरवाला ईश्वर, अधिकारी ऊँचे दर्जे का, ऊपरी काम करने वाला, अपरिचित, बिना जाना बूझा आदमी, बाहरी आदमी।
उलटी सांस लेना जल्दी जल्दी सांस खींचना, मरने के निकट होना, मरने के समय रोगी का बड़े कष्ट से सांस लेना। सांस उखड़ना, गहरी या ठंडी सांस लेना।
उलटी सीधी हाँकना लम्बी चौड़ी बातें करना, बेसिर पैर की बातें करना।
उलटी सीधी सुनना भला बुरा सहना, गाली खाना।
उलटी सीधी सुनाना खरी खोटी सुनाना, भला बुरा कहना, फटकारना।
उलटी हवा बहना उलटी रीति चलना, गलत रास्ते पर चलना।
उलटे कांटे तौलना कम तौलना, डांडी मारना।
उलटे कुरे से मूंडना उल्लू बनाकर काम निकालना बेबकूफ बनाकर लूटना, फंसना, उल्लू बनाकर पैंसा ऐंठना।
उलटे पांव फिरना तुरन्त लौट पड़ना, बिना क्षण भर ठहरे वापिस चल देना।
उलटे पांव लौटाना तुरन्त लौटाना।
उलटे मुँह गिरना दूसरे की हानि करने के प्रयत्न में स्वयं हानि उठाना, दूसरे को नीचा दिखाने के बदले स्वयं नीचा देखना, धोखा खाकर बुरी तरह विफल होना।
उलटे हाथ दांव बांए हाथ का खेल, काम को बहुत ही सहल होना बताना।
उलथ मारना कलाबाजी करते हुए (पानी में) कूदना, करवट बदलना।
उल्लू का गोश्त खिलाना बेककूफ बनाना, मूर्ख बनाना, दाव पेंच से वश में कर लेना।
उल्लू का पट्ठा निपट मूर्ख।
उल्लू बनना बहस आदि में हारकर निरुत्तर होना।
उल्लू बनाना मूर्ख बनाना, ठगना, धोखा देना।
उल्लू बोलना उजाड़ होना, उजड़ जाना, वीरान होना।
उल्लू सीधा करना स्वार्थ सिद्ध करना, मतलब गाँठना।
ऊँचा नीचा ऊबड़ खाबड़, जो समतल न हो, भला बुरा, हानि लाभ।
ऊँचा नीचा दिखाना हानि लाभ बतलाना, उलटा सीधा, समझाना, बहकाना।
ऊँचा नीचा सोचना परिणाम का विचार न करना, भला बुरा न विचारना।
ऊँचा नीचा समझना हानि विचारना। उ0- बड़ा हुआ तो क्या हुआ बढ़ गया जैसे बांस। ऊँच नीच समझे नहीं किया बंस का नास।
ऊँचा नीचा समझाना हानि लाभ बतलाना, उलटा सीधा समझाना, बहकाना।
ऊँचा नीचा सुझाना हानि लाभ बतलाना, उलटा सीधा समझाना, बहकाना।
ऊँचा नीचा सोचना हानि विचारना। उ0- बड़ा हुआ तो क्या हुआ बढ़ गया जैसे बांस। ऊँच नीच समझे नहीं किया बंस का नास।
ऊँचा नीचा सुनाना खरी खोटी सुनाना, भला बुरा कहना, फटकारना।
(किसी को) ऊँचा पीढ़ा देना किसी को ऊँचे आसन या पद पर बैठाना, सम्मानित करना।
ऊँचा सुनना केवल जोर की आवाज सुनाना, कम सुनना, अर्ध-बाधिर होना।
ऊँचा सुनाई देना (पड़ना) कम सुनाई पड़ना।
ऊँची दुकान फीका पकवान होना नाम के अनुरूप काम, गुण आदि का न होना।
ऊँची नीची सुनाना खोटी खरी सुनाना, भला बुरा कहना, फटकारना।
ऊँची सांस लम्बी सांस, दुःख भरी सांस।
ऊँचे नीचे पैर पड़ना व्यभिचार में फंसना, बुरे काम में प्रवृत्त होना, चूक होना।
ऊँचे नीचे पैर रखना कुमार्ग पर चलना, बुरा काम करना।
ऊँचे बोल का बोल नीचा घमंडी का सिर नीचा।
ऊँचे बोल बोलना घमंड की बातें करना।
ऊँट किस करवट बैठता है देखिये, मामले का क्या नतीजा होता है?
ऊँट की चोरी और नीचे नीचे न छिपने वाली बात को छिपाने की कोशिश करना।
ऊँट के गले में बिल्ली बेमेल, असंगत बात।
ऊँट के मुँह में जीरा अधिक खाने वाले या आवश्यकता वाला को थोड़ी सी चीज देना।
ऊपर से बुलन्दी से, ऊँचे से, इसके अतिरिक्त, सिवा इसके, वेतन से अधिक, घूस, ऊपर की आय, भेंट, असाधारण आय, दिखाने के लिए, जाहिरी तौर पर।
ऊपर से चला जाना कुचलते हुए चले जाना, रौंदते हुए जाना।
ऊपर से देखने पर जो ऊपरी भागों में, सर्वत्र, स्वांग में, सिर से पैर तक,
ऊपर ही ऊपर नीचे तक पहुँचना, कुछ इने गिने लोगों तक ही, मुख्य को छोड़कर, गहराई में जाये बिना।
ऊपर होना बढ़ जाना, आगे निकल जाना, बढ़ कर होना, श्रेष्ठ होना, प्रधान होना, मुख्य होना, स्वतंत्र होना, रक्षा या सहायता विहीन होना।
ऋ
ऋण उतरना कर्ज अदा होना।
ऋण उतारना कर्ज अदा करना।
ऋण चढ़ना कर्ज होना।
ऋण चढ़ाना कर्जा चढ़ाना
ऋण पटना धीरी धीरे करके कर्ज अदा करना।
ऋण पटाना धीरे धीरे करके उधार लिया हुआ रूपया चुकता करना।
ऋण मढ़ना ऋण चढ़ाना, देनदार बनाना, ऐसा कैसे होगा कृपया सोचें? मढ़ना, दर्शाता है कि जबरदस्ती जानबूझ कर गलतौर पर ऋण चढ़ाना से मतलब है।
ए
एंड़ी बेड़ी सुनाना भला बुरा कहना, फटकारना।
एक अंक पक्की बात, निश्चय एक ही, बात मुख फेरि हंसैं सब रावरंग। तेहि धरेन गेहू एक अंक कबीर।
एक अनार सौ बीमार चीज थोड़ी और चाहने वाले बहुत।
जहाँ राम यह आयहु देहू, एकहि आक मारे हित एकहु। तुलसी।
एक आंक पक्की बात, निश्चय।
एक आँख न आना तनिक भी अच्छा न लगना, बिल्कुल नापसंद होना।
एक आँख न भाना तनिक भी अच्छा न लगना, बिल्कुल नापसन्द होना।
एक आँख से सबको देखना सबके साथ समान भाव रखना, एक ही तरह का बर्ताव।
एक आध बहुत थोड़ा, बहुत कम,
एक एक प्रत्येक हर एक, सब अलग अलग, पृथक पृथक।
एक एक करके एक के पीछे दूसरा, धीरे धीरे, क्रम से।
एक एक के दस दस करना खूब लाभ कमाना।
एक एक के दो दो करना काम बढ़ाना, व्यर्थ समय खोना, दिन काटना।
एक ओर किनारे, दाहिने या बाएं।
एक और एक ग्यारह होना मिलकर शक्ति बढ़ाना।
एक और एक ग्यारह होना कई आदमियों के मिलने से शक्ति बढ़ना।
एक करना जिता देना, मिल्लत करना
एक करना किसी की और अपनी दशा एक सी करना, मारना और मर जाना, समस्त उपाय कर डालना, मिला देना, व्याप्त होना।
एक कलम बिल्कुल, सब, एक साथ, एक राम, एक विचार।
एक की चार लगाना बढ़ा चढ़ाकर कहना, शिकायत करना, अपनी ओर से बातें जोड़ मिलाकर कहना, भड़काना।
एक की दवा दो एक को दबाने, हराने के लिए दो बहुत होते हैं।
एक के दस सुनाना एक कड़ी बात के बदले दस कड़ी बातें सुनाना।
एक चना माड़ नहीं फोड़ सकता एक आदमी के किये वह काम नहीं हो सकता, जो कई आदमियों के मिलकर करने का हो।
एक चने की दाल एक रूप या ढंग से लगातार, बिल्कुल एक से, हर बात में बराबर, सगे भाई।
एक चाल से एक रूप या ढंग से। लगातार।
एक जान खूब मिला जुला, जो मिलकर एक रूप हो गया हो।
एक जान दो कालिब बहुत आदमी को अगणित चिन्ताएं, रंज होना।
एक जान हजार गम एक आदमी को अगणित चिन्ताएं, रंज होना।
एक जान हजार मुसीबतें एक आदमी को अगणित चिन्ताएं, रंज होना।
एक टक बिना सांस की पलक मारे हुए, अनिमेष, स्थिर दृष्टि से, नजर गड़ाकर। उ0- (क) सकुच सनेह मोद मन बाढ़ा, भरतहिं चितवत एकटक ठाढ़ा। तुलसी। (ख) भरत विमल जस विमल विघु सुमति चकौर कुमारि। उदित विमल जन हृदय नाम एकटक रही निहारी। तुलसी।
एक टक आशा देखना लगातार वाट जोहना
एकटक आशा लगाना लगातार बहुत दिनों से आसरा बंधा रहना। उ0- जन्म ते एक टक लागि आशा रही विषय विष खात नहिं तृप्ति मानी।सूर।
एक टांग फिरना बराबर घूमा करना, बैठकर दम भी न लेना।
एक तरफ किनारे, दाहिने या बाएं।
एकताक समान, बराबर, भेद रहित, तुल्य। उ0- सरवन भंग हरि जेंवत छाक। प्रेम सहित मैया दे पतयो सवै बनाए है एकताक। सूर।
एक तो पहले तो, पहली बात तो यह कि।
एक थैली के चट्टे बट्टे दोनों एक से, दोनों में कोई वास्तविक अन्तर नहीं।
एकदम बिना रूके, एक क्रम से, फौरन, उसी समय, एक बारगी, एक साथ, बिल्कुल, नितान्त, जहाज में यह वाक्य कह कर उस समय चिल्लाते हैं जब बहुत से जहाजियों को एक साथ किसी काम में लगाना होता है। लगातार।
एक दिल खूब मिला जुला, जो मिलकर एक रूप हो गया हो। एक ही विचार का अभिन्न हृदय। एक ही लक्ष्य का।
एक दीवार रूपया हजार रूपया, काफी रूपया।
एक दूसरे का, की, पर में से परस्पर
एक (रीति) न आना ढंग से आना।
एक न चलना कोई युक्ति सफल न होना, सारे प्रयत्न विफल होना।
एक न लगना कोई उपाय न लगना।
एक न शुद को शुद एक ही बला थी, दूसरी और आ पड़ी, एक कष्ट या विपत्ति के रहते दूसरी का आ जाना। गरीबी में आटा गीला।
एक पंथ दो काज एक यत्न, उपाय से दो कार्य सिद्ध होना, एक करम करते हुए दूसरा हो जाना।
एक पत्तल में खने वाले परस्पर घनिष्ट सामाजिक सम्बन्ध रखने वाले। परस्पर रोटी बेटी का व्यवहार करने वाले। अत्यन्त सवर्गीय या सजातीय।
एक पाँव भीतर एक पाँव बाहर काम की भीड़ या परेशानी से एक जगह ठहर न सकना, कभी यहाँ कभी यहाँ आते जाते रहना।
एक पाँव रिकाब में होना यात्रा के लिए हर समय तैयार रहना, आज यहाँ कल वहाँ जाते रहना।
एक पाँव से खड़े रहना आज्ञापालन के लिए तैयार रहना, आज्ञा की प्रतीक्षा में खड़ा रहना, ताबेदारी बजाना।
एक पास पास पास, एक ही जगह, निकट। उ0- रची सार दोनों एक पासा। होय जुग जुग आवहि कैलासा। जायसी। (ख) जलचर वृंद जाल अन्तर्गत, सिमिट होत एक पासा। तुलसी।
एक पेट से सहोदर, एक ही माँ से उत्पन्न (भाई या बहन)
एक-ब-एक अकस्मात, अचानक, एक बारगी।
एक बात दृढ़ वचन, ठीक बात, सच्ची बात।
एक मामला कई आदमियों में परस्पर इतना हेल मेल कि किसी एक का किया हुआ दूसरों को स्वीकार हो।
एक मुँह से कहना एक मत होकर कहना, एक स्वर में कहना।
एक मुँह से बोलना एक मत होकर बोलना, एक स्वर से बोलना।
एक मुश्त एक साथ, एक बारगी, इकट्ठा (रुपये पैसे के सम्बन्ध में)।
एक रोयां न उखड़ना कुछ भी हानि न होना।
एक लख्त एक दाम, एक बारगी।
एक लाठी से सबको हांकना सबके साथ एक सा व्यवहार करना, भले-बुरे का विचार न करना। छोटे-बड़े, ऊँच-नीच का विचार न करना ।
एक समान एक सा, एक जैसा।
एक सा समान, बराबर।
एक साथ एक सिलसिले में।
एक से एक एक से एक बढ़कर। उ0- एक ते एक महा रनधीरा। तुलसी।
एक से इक्कीस होना बढ़ना, उन्नति करना, फलना फूलना
एक स्वर से (कहना या बोलना) एक मत होकर कहना, बिना रूके लगातार कहते जाना, बोलने में सांस या दम न लेना, एक साथ बोलना।
एक से दो होना व्याह होना, बीबी का घर में आना।
एक हत्या करना एकाधिकार, हज़ारा, कायम कर लेना।
एक हाथ से ताली नहीं बजती बैर या प्रीति एक ओर से नहीं होती।
एक ही आंक दृढ़ बात, पक्की बात, निश्चय।
एक ही टाट के एक ही बिरादरी के, एक साथ उठने बैठने वाले, एक ही मंडली के, एक ही दल के, एक ही विचार के।
एक ही थैली के चट्टे बट्टे एक ही गुट के मनुष्य, एक ही स्वभाव और रूचि के लोग, एक ही मेल के आदमी, एक ही विचार के लोग। एक जैसे।
एक होना मिलना-जुलना, मेल करना, तदय होना, मिल जाना। गोल बनाना (एकदम बन जाना) गुटबंदी करना, एक जज होना, एक पक्ष में निर्णय। वह डिगरी जो मुद्दालैह के हाजिर न होने के कारण मुदई को प्राप्त हो।
एकताक समान, बराबर, भेद रहित। उ0- सखन संग हरि जैंवत छाक। प्रेम सहित भैया दे पठयो सबै बनाए है एकताक। सूर।
एकतार एक ही नाम का, एक ही रूप रंग का, समान, बराबर, समभाव से, लगातार। उ0- (क) आकिंबन इंद्रिय दमन रमन राम एकतार। तुलसी ऐसे संत जन बिरले या संसार। तुलसी। (ख) का जानों कब होयगा हरि सुमिरन एकतार। का जानों कब छोडिहैं यह मन विषय विकार। दादू।
एकत्र करना बटोरना, संग्रह करना।
एकत्र होना जमा होना, इकट्ठा होना, जुड़ना, जुटना।
एकादशी मनाना निराहार रहना।
एकादशी होना आहार न मिलना।
एड़ करना एड़ लगाना, खाना होना, चल देना, ऐड़ का प्रयोग करना।
एड़ देना घोड़े को आगे बढ़ाने के लिए एड़ मारना, उत्तेजित करना, चलते हुए काम में बाधा डालना, घोड़े को आगे बढ़ाना।
एड़ लगाना घोड़े को आगे बढ़ाने के लिए एड़ मारना। उकसाना, उत्तेजित करना, बाधा डालना।
एडलेड बकना अंडबंड बोलना, बेसिर पैर की बातें करना।
एड़ी घिसना एड़ी को मल मलकर धोना। उ0- मुख धोवति दीपना, बहुत दिनों से कलेश या बिमारी में पड़े रहना, बहुत कष्ट भोगना, श्रम, दौड़-धूप करना।
एड़ी रगड़ना बहुत दिनों के क्लेश या बीमारी में पड़े रहना। कष्ट उठाना।
एड़ी चाटना
एड़ी चोटी पर से वारना सिर और पाँव पर से न्योछावर करना, तुच्छ समझना, कुछ कदर न करना, एड़ी चोटी पै मुए देव को कुडबाने कह। ईदा सभा।
एड़ी रगड़ना एड़ी को मल मलकर धोना, मुख धेवत एड़ी घसति हंसति अगनगन तितीर। बिहारी। रोधना बहुत दिनों से बीमारी या क्लेश में पड़े रहना, बहुत कष्ट भोगना, बहुत श्रम, दौड़-धूप करना।
एड़ी चोटी का पसीना एक करना बहुत परिश्रम, प्रयास करना।
एड़ी से चोटी तक सिर से पैर तक, आदि से अन्त तक, अत्यधिक, नीचे से ऊपर तक।
(किसी का) एतवार उठना (किसी के ऊपर से) लोगों का विश्वास हटना, किसी का अविश्वास होना।
एतबार खोना अपने ऊपर से लोगों का विश्वास हटाना।
एतबार जमना विश्वास उत्पन्न होना।
एहसास जताना अपने उपकारों की प्रतिफल की भावना से ऊँचे स्वरों से चर्चा करना। (किसी को) अपने एहसानों की याददिलाना, उपकार करके उसे बखारना और उसके प्रतिफल की इच्छा करना।
ऐंड़ा ऐंड़ा डालना इतराना फिरना, घमंड में फूलकर घूमना।उ0- जिन पै कृपा करी नंद नंदन सो ऐंड़ी काहे नहिं डोले। सूर।
ऐंड़ा ऐंड़ा फिरना इतराया फिरना, घमंड में फूलकर घूमना।
ऐब करने को हुनर चाहिए दोष के लिए गुण की अपेक्षा है।
ऐब निकालना दोष दिखाना (किसी वस्तु में)
ऐसा गैरा नत्थू खेरा जिसकी कोई हैसियत न हो, तुच्छ, नगण्य जन, अपरिचित व्यक्ति, राह चलता आदमी।
गेरा गैरा पंचकल्याणी ऐरा गैरा आदमी।
ऐसा तैसा साधारण, तुच्छ, अदना।
ऐसा वैसा साधारण, तुच्छ, अदना।
ऐसी तैसी में जाना माड़ में जाना, चूल्हे में जाना, नष्ट होना।
ऐसे ऐसे नाखूनों में पड़े हैं ऐसे ऐसे बहुत देखे हैं, ऐसों की कहीं पर कोई गिनती नहीं। तुच्छ, अनदेखा करना।
ऐसी की तैसी किसी के प्रति अत्यन्त उपेक्ष निरादर और अमर्श सूचित करने का भाव।
ओ
ओंठ उखड़ना परती खेत को पहले पहल जोतना।
ओंठ काटना क्रोध और दुःख से ओंठों से दातों के नीचे दबाना, क्रोध और दुःख प्रकट करना।
ओंठ चबाना ओंठ को दांतों तले दबाना।
ओंठ चबाना क्रोध और दुःख प्रकट करना।
ओंठ चाटना किसी वस्तु को खो चुकने पर स्वाद के लालच से ओंठों पर जीभ फेरना।
ओंठ चूसना अधर का चुम्बन करना।
ओंठ दबाना भय प्रकट करना, निवारण करना।
ओंठ पपड़ाना ओंठ पर खुश्की के कारण चमड़े की सूखी हुई तह जम जाना।
ओंठ फटना खुश्की के कारण ओंठ पर पपड़ी पड़ना।
ओंठ फड़कना क्रोध के कारण ओंठ फड़कना।
ओंठ मलना कटुई बात करने वाले को दण्ड देना।
ओंठ हिलना मुँह से शब्द निकलना, बोलने का प्रयास करना।
ओंठ हिलाना मुँह से शब्द निकालना, बोलने का प्रयास करना।
ओंठों पर जबान पर आकर रूक जाना, कुछ स्मरण आने के कारण मुँह से निकलने पर वाणी द्वारा स्फुरित होने के निकट प्रकट होने के निकट।
ओंठों पर मुसकराहट आना चेहरे पर हंसी दिखाई पड़ना।
ओंठों पर मुस्कराहट दिखाई देना चेहरे पर हंसी दिखाई पड़ना।
ओठों पर हंसी आना चेहरे पर हंसी दिखाई पड़ना।
ओंठों पर हंसी दिखाई पड़ना चेहरे पर हंसी दिखाई पड़ना।
ओंठों में कहना धीमे ओर अस्पष्ट स्वर में कहना, मुँह से साफ शब्द न निकलना।
ओंठों से मुस्कराना बहुत थोड़ा हंसना, ऐसा हंसना कि वह बहुत प्रसन्न न हो।
ओखली में सिर देना अपनी इच्छा से किसी झंझट में पड़ना।
ओट में बहाने से, हीले से। ओट राम नाम की, लजाव सिसि गई है। तुलसी। तृण धरि ओट कहत वेदेही।
ओढ़ना उतारना अपमानित करना, इज्जत उतारना।
ओढ़ना ओढ़े को बिछाऊँ किसी काम में ला सकने योग्य न हो पाना।
ओढ़ना गले में डालना बांधकर न्यायकर्ता के पास ले जाना, अपराधी बनाकर रखना।
ओढ़ना बिछौना बना लेना हर समय काम में लाना, लापरवाही से बरतना।
ओढ़नी बदलना बहनापा जोड़ना, बहन का सम्बन्ध स्थापित करना, सहेली बनाना।
ओढ़े या बिछावे क्या करे किस काम में लावे। उ0- वे राम में वचन हमें नहिं पावै। योग क्या ओढ़े कि बिछावें। दूर।
ओड़ा पड़ना अप्राप्य होना, अकाल पड़ना, मिटना।
ओना लगना तालाब में इतना पानी भरना कि ओने की राह से बाहर निकल चले।
ओर आना नाश का समय आना। उ0- हंसता ठाकुर, अन्तिम समय तक, खांसता चोर, इन दोनों का आया और।
ओर निबाहना किसी की बराबर सहायता करते रहना, अन्त तक अपना कर्तव्य पूरा करना। उ0- (क) पुरूष गंभीर न बोलहिं काहू। जो बोलहिं तो और निबाहू। जायसी। (ख) प्रणतपाल पालहि सब काहू। दूहू दुहूं दिसि और निबाहू। तुलसी।
और निभाना अन्त तक अपना कर्तव्य पूरा करना, किसी की सहायता बराबर करते रहना।
ओलती तले का भूत पास रहने वाला आदमी जो घर के सब भेद जानता हो।
ओली ओड़ना आंचल फैलाकर कुछ मांगना, विनयपूर्वक कोई प्रार्थना करना, विनती करना, बोली न हो कि तो लाभ रहे हरि पायं परे अरू ओलियो ओड़ी।केशव। ओली, खेत की उपज करने का एक ढंग।
ओली ओड़ना आंचल फैलाकर कुछ मांगना, विनय पूर्वक कोई प्रार्थना करना, विनती करना। उ0- (क) ऐंड सो ऐंडाय जनि अंचल उड़ात ओली बओड़त हो काहू की जु डीहि लगि जायगी। केशव। (ख) एरछ ही जैये सब छोड़ि, हों जु कहत हौं ओली ओडि, केशव। (ग) बोली न हों वे बोलाय रहे हरि पायं परे अरू ओलियां ओड़ी।केशव।
ओली लेना गोद लेना, दत्तक बनाना।
ओस चाटने से प्यास नहीं बुझती थोड़ी सी वस्तु से बड़ी आवश्यकता की पूर्ति नहीं हो सकती।
ओस पड़ना कुमहलाना, बेरौनक हो जाना, उत्साह नष्ट हो जाना, उदासी छाना, ठंडा हो जाना, लल्जित होना, शरमाना।
ओस का मोती शीघ्र नाशवान, जल्दी मिटने वाला। उ0- यह संसार ओस का मोती बिखर जात इन छिन में। कबीर।
औ
औंठ उठाना परती पड़े हुए खेत को जोतना।
औंधा हो जाना गिर पड़ना, असुध होना, अचेत होना।
औंधी खोपड़ी का मूर्ख, जड़, कूढ, मग्ज, नासमझ। उ0- कबिरा औंधा खोपड़ी, कबहू घापैं नाहिं। तीन लोक की संपदा, कव ओवे घर माहिं। कबीर।
औंधी बुद्धि उलटी समझ, जड़, बुद्धि।
औंधी समझ उलटी समझ, जड़, बुद्धि।
औंधे मुँह मुँह के बल, नीचे मुँह किए हुए।
औंधे मुँह गिरना मुँह के बल गिरना, बेतरह चूकना या धोखा खाना, झटपट बिना सोचे समझे किसी काम को बिना सोचे समझे करके दुःख उठाना, भूल करना। भ्रम में पड़ना।
औचट में पड़ना संकट में पड़ना।
औझड़ मारना वार पर वार करना, धड़ाधड़ चांटे लगाना।
औझड़ लगाना वार पर वार करना, धड़ाधड़ चांटे लगाना।
औने-पौने करना कमती बढ़ती दाम पर बेच डालना, जो कुछ मिले उसी पर बेच डालना, औने-पौने बेचना।
और क्या? हाँ, अवश्य, नहीं तो क्या? ऐसा ही, बिल्कुल सही।
और का और कुछ या कुछ, विपरीत, अंडबंड, उलटा।
और का और होना भारी उलट फेर। विशेष परिवर्तन। उ0- द्विज पतिया दे कहियो श्यामहि अब ही और की और होत कछु लागै वारा ताते मैं पाती लिखी तुम प्रान अधारा। सूर।
और तो और दूसरों का ऐसा करना तो उतने आश्चर्य की बात नहीं। दूसरों से या दूसरों के विषय में ऐसी सम्भावना हो भी। दूसरों की बात जाने, दूसरों की तो बात ही क्या?।
और तो क्या और बातें तो दूर रही, और बातों का तो जिक्र ही क्या, उचित तो बहुत कुछ था।
और लो, और सुनो यह वाक्य किसी तीसरे से उस समय कहा जाता है, जब कोई व्यक्ति एक के उपरान्त दूसरी और अधिक अनहोनी बात करता है या कहने वाले पर दोषारोपण करता है।
और ही कुछ होना सबसे निराला होना, विलक्षण होना। उ0- यह चितवनी और कछु जिहि बस होत सुजान। बिहारी। जुदा। अनूठा।
औसान खता होना सुधबुध भूलना, बुद्धि का चकराना, धैर्य न रहना, मतिभ्रम होना, घबरा जाना।
क
कंकड पत्थर बेकाम की चीज, कूड़ा करकट।
कंगन बोहना दो आदमियों का एक दूसरे के पंजे को गठना, पंजा मिलाना, पंजा फसाना।
कंघी चोटी बनाव सिंगार।
कंघी चोटी करना बाल संवारना, बनाव सिंगार करना।
कंचन बरसना (किसी स्थान का) समृद्धि और शोभ से युक्त होना। अति लाभ होना। उ0- आवत ही हरषै नहीं नैनन नहीं सनेह। तुलसी तहां न जाइये वरषै। तुलसी। अटूट धन सम्पत्ति प्राप्त होना।
कंचन बरसाना बहुत कुछ धनादि देना।
कंठ करना कंठस्थ करना, जबानी याद करना।
कंठ खुलना रूंधे हुए गले का साफ होना, मुँह से आवाज निकलना।
कंठ खोलना, बोलना रूंधे हुए गले का साफ होना, मुँह से आवाज निकलना।
कंठ दबाना, मार डालना वर्णो के स्पष्ट उच्चारण का आरम्भ होना।
कंठ फूटना आवाज खुलना, बच्चों की आवाज साफ होना, बकारी फूटनार, वक्कुर निकलना, मुँह से शब्द निकलना। घांटी फूटना, युवावस्था आरम्भ होने पर आवाज का बदलना, तोते आदि पक्षियों के गले में रंगीन रेखायें पड़ना, हंसली पड़ना या फूटना। उ0- हीरामन हौं तैहिक परवा। कंठा फूट करत तेहि सेवा। जायसी।
कंठ फोड़ना बोलने का अभ्यास करना, बोलने का अभ्यास करना।
कंठ बैठना आवाज का बेसुरा हो जाना, आवाज का भारी हो जाना, गला बैठना।
कंठ में रखना कंठस्थ रखना, जबानी याद रखना।
कंठ में सरस्वती का बैठना सबका ज्ञान हो जाना, कृतनिध होना, सदा उपस्थिति रहना, बराबर याद रहना।
कंठ में होना बराबर याद रहना।
कंठ सूखना प्यास से व्याकुल होना।
कंठ होना कंठाग्र होना, जबानी याद होना, स्मरण रहना।
कंठी उठाना कंठी की सौगंध खाना, कसम खाना।
कंठी छूना कंठी की सौगंध खाना, कसम खाना।
कंठी तोड़ना वैष्णत्व का त्याग, मांस-मछली फिर खाने लगना।
कंठी देना चला करना, चैला बनाना।
कंठी बांधना चेला बनाना, चेला मूंडना, अपना अंधभक्त बनाना, वैष्णव सम्प्रदाय की दीक्षा लेना, भक्त होना।
कंठी लेना मंद्य मांस छोड़ना, विषयों को त्यागना, धार्मिक जीवन बिताना, किसी गुरू से दीक्षा लेना, वैष्णव होना, गुरू मंत्र लेना, भक्त होना, मद्य मांस छोड़ना, विषयों को त्यागना, मेम धर्म निवाहना।
कंडा होना सूखना, दुर्बल हो जाना, ढेंड जाना, मर जाना, अंकार में पथा हुआ गोबर जो जलाने के काम आता है।
कंदला गलाना चांदी और सोने को एक में मिलाकर गलाना।
कंधा डालना बैल या अपने कंधे से जुआ फेंक देना।, जुआ डालना, हिम्मत हारना, थक जाना, साहस छोड़ना। (कोई) बोझ, जिम्मेदारी उठाने से भागना।
कंधा देना अर्थी में कंधा लगाना, अर्थी को कंधे पर लेना या लेकर चलना। शव के साथ श्मशान तक जाना। सहारा देना, सहायता देना, मदद देना।
कंधा बदलना बोझ को एक कंधे से दूसरे कंधे पर लेना, बोझ को दूसरे के कंधे से अपने कंधे पर लेना। पालकी कांवर आदि एक कंधे से दूसरे कंधे पर लेना।
कंधा लगना जुए की रकड़ से कंधे का छिल जाना।
कंधावर डालना किसी दुपट्टे को जनेऊ की तरह कंधे पर डालना।
कंधे की उड़ान मालखम्भ की एक कसरत जिसमें कंधे के बल उड़ते हैं।
कंधे से कंधा छिलना अत्यधिक पीड़ा होना।
कंधों से कंधा छिलना भारी भीड़ होना।
कंधा मारना चिड़ियों को कंपे में फंसाना, धोखे से किसी को अपने वश में करना, फंसाना, दांव पर चढ़ाना।
कंधा लगाना चिड़ियों को कंधे से फंसाना, धोखे से किसी को अपने वश में करना, फंसाना, दाव पर चढ़ाना।
कंपास लगाना नापना, ताक झांक करना, फंसाने की घात में रहना।
ककड़ी का चोर छोटा अपराध करने वाला।
ककड़ी के चोर की कटारी से मारना छोटे अपराध या दोष पर कड़ा दण्ड देना, निष्ठुरता करना।
ककड़ी खीरा करना तुच्छ समझना, तुच्छ बनाना, कदर न करना।
कब्र बांधना किसी की बगल से हाथ ले जाकर उसके कंधे पर चढ़ाना और उसकी गरदन को दबाना।
कचर कचर कर खाना खूब पेट भर खाना।
कचहरी करना फैसला करना, न्याय का आडंबर करना, दायर मुकदमा करना।
कचहरी चढ़ना अदालत तक मामला ले जाना।
कचहरी लगाना भीड़ लगाना, गल मचाना।
कचालू करना खूब पीटना।
कचालू बनाना खूब पीटना।
कचीची बंधना दाँत बैठना। (मरने के समय)
कचीची बटना दाँत पीसना, किच किचाना।
कचीची लेना मरने के समय का दाँत पीसना।
कचूमर करना खूब कूटना, चूर-चूर कना, कबुलना, असावधानी या अत्यधिक व्यवहार के कारण किसी वस्तु को नष्ट करना, मारते मारते बेदम करना। खूब पीटना, मुरकुस निकालना, भुर्ता बना देना।
कचूमर निकालना खूब कूटना, चूर-चूर कना, कबुलना, असावधानी या अत्यधिक व्यवहार के कारण किसी वस्तु को नष्ट करना, मारते मारते बैदम करना। खूब पीटना, मुरकुस निकालना।
कचूर होना कचूर की तरह हरा होना, खूब हरा होना (खेती आदि का)।
कच्चा करना डराना, भयभीत करना, हिम्मत छुड़ा देना, कच्ची सिलाई करना, लंगर डालना, सलंगा मारना मरना, अप्रमाणिक ठहराना, झूठा सिद्ध करना, लज्जित करना, नीचा दिखाना, काट देना, कातिल ठहराना।
कच्चा काम करना अपूर्ण कार्य करना, यथोष्ट या यथोचित न करना।
कच्चा खा जाना मार डालना, प्राण ले लेना, नष्ट करना। (क्रोध में लोगों की यह साधारण बोल चाल है)।
कच्चा खाना हारना, हतोत्साह होना।
कच्चा चिट्ठा पूरा और ठीक ठीक गुप्त वृतान्त, ऐसा सविस्तार वृतान्त जिसमें कोई बात छिपाई न गई हो।
कच्चा चिट्ठा खोलना गुप्त बातों को पूरे व्योरे के साथ प्रकट करना। गुप्त वृतान्त कहना, रहस्य उद्घाटित।
कच्चा जाना गर्भपात होना, गर्भ गिरना।
कच्चा जी या दिल विचलित होने वाला चित, धैर्ययुक्त होने वाला चित्त।
कच्चा पक्का इमारत या जोड़ाई का वह काम जिसमें पक्की ईंटे मिट्टी गारे से जोड़ी गई हों।
कच्चा पड़ना अप्रामाणिक ठहरना, निःसार ठहरना, झूठा ठहरना, सिटापिटाना, संकुचित होना, सकुचाना, लज्जित होना।
कच्चा बैठना दाँत बैठना, मरने के समय ऊपर नीचे के दाँतों का इस प्रकार मिल जाना कि वे अलग न हो के। निराहार से कनपटी का धंस जाना।
कच्चा हिसाब स्थूल विवरण, मोटा व्योरा, ऐसा व्योरा जो अधूरा हो।
कच्चा होना अधीर होना, हतोत्साह होना, हिम्मत हारना, लंगर पड़ना, कच्ची सिलाई होना।
कच्ची करना चौसर, पचीसी में विपक्षी की गोटी मारने के लिए अपनी लाल या पक्की गोटी को फिर बाहर निकालना।
कच्ची कली टूटना थोड़ी अवस्था वाले का मरना, बहुत छोटी अवस्था वाली या कुमारी का पुरूष से संयोग होना।
कच्ची गृहस्थी वह कुटुम्ब जिसके छोटे छोटे बच्चों को देखभाल करने वाला कोई बड़ा व्यक्ति न हो।
कच्ची गोटी खेलना अनुभवहीन होना, अशिक्षित बने रहना, अनाड़ीपन वाला।
कच्ची गोली खेलना अनुभवहीन बनना, अनुभवहीन होना, अनाड़ीपन करना।
कच्ची जबान बोलना अनादर सूचक शब्दों का प्रयोग करना, गाली देना, अशिष्ट शब्द कहना।
कच्ची पक्की भली बुरी, उलटी सीधी, दुर्वचन गाली ।
कच्ची पक्की (बात) कहना झूठ सच कहना, इधर उधर, भली बुरी कहना।
कच्ची बात अश्लील बात, लज्जाजनक बात।
कच्चे घड़े की चढ़ना शराब या ताड़ी आदि को पीकर मतवाला होना, नशे में चूर होना, पागल होना, उन्मत होना। बहकना।
कच्चे धड़े पानी भरना अत्यन्त कठिन काम करना।
कच्छ की उखेड़ कुश्ती का एक पेंच जिससे पट पड़े हुए को उलटते हैं।
कच्छा पाटना कई कच्छों या पटेलों को एक साथ बांधकर पाटना।
कछोटा मारना स्त्री का कछोटा बांधना
कज निकालना दोष को दूर करना, दोष बतलाना, दूर्षण दिखाना।
क़जा़ आना मौत आना।
क़ज़ा करना नमाज या दूसरे मजहबी फर्ज का नियत समय पर अदा न होना।
क़ज़ा होना नमाज या दूसरे मजहबी फर्ज का नियत समय पर अदा न होना।
कट जाना लज्जित हो जाना, झेपना।
कट मरना कटकर मर जाना, लड़ मरना।
कटटे लगाना किसी दूसरे के कारण अपनी वस्तु का नष्ट होना या इसका दूसरे के हाथ लगना।
कटती कहना लगती हुई बात कहना, मर्म भेदी बात कहना।
कटनी काटना इधर से उधर और उधर से इधर भागना, दाहिनी और से बाई और और बाई और से दाहिनी और भागना।
कटनी मारना बैसाख, जेठ में अर्थात् जोतने के पहले कुदाल से खेतों की घास खोदना।
कटाव पड़ना किसी दूसरे के कारण अपनी वस्तु का नष्ट होना या उसका दूसरे के हाथ लगना, किसी ऐसी वस्तु का नष्ट होना या हाथ से निकल जाना जो दूसरे की नज़र में खटकती हो।
कटाव लगना किसी दूसरे के कारण अपनी वस्तु का नष्ट होना या उसका दूसरे के हाथ लगना, किसी ऐसी वस्तु का नष्ट होना या हाथ से निकल जाना जो दूसरे की नज़र में खटकती हो।
कटे पर नमक छिड़कना किसी दुःखी को और दुःख देना, पीड़ित को और पीड़ित करना, कष्ट पाते हुए को और कष्ट पहुँचाना।
कटोरा चलाना मंत्रबल से चोर या काल का पता लगाने के लिए कटोरा खसकाना।
कट्टे लगना किसी दूसरे के कारण अपनी वस्तु का नष्ट होना या उस दूसरे के हाथ लगना, स्वामी की इच्छा के विरूद्ध किसी वस्तु का दूसरे के हाथ में जाना, किसी ऐसी वस्तु का नष्ट होना या हाथ से निकल जाना जो दूसरे की नज़र में खटकती हो।
कढ़ जाना किसी स्त्री या किसी के साथ भाग जाना, यार के साथ चले जाना, कुटुम्ब छोड़कर उपपति करना। उ0- गोकुल के कुल को तजि के मजि कै वन वीधिनन मे बढ़ि जइये। उपपति – अवैध पति
कढ़ाही करना कढ़ाही चढ़ाना, मनौती पूरी होने पर किसी देवी देवता की पूजा के लिए हलवा पूरी करना।
कढ़ाही पूजन किसी शुभ कार्य के निमित्त पकवान बनाने के लिए कढ़ाही चढ़ाने के पहले उसकी पूजा करना।
कढ़ी का सा उबाल शीघ्र ही घट जाने वाला जोश। (कढ़ी में एक ही बार उबाल आता है और शीघ्र ही दब जाता है)।
कढ़ी में कंकड़ी अत्यन्त सुन्दर वस्तु में खटकने वाला दोष होना, क्षमिक उत्साह या आवेश।
कढ़ी में कोयला अच्छी वस्तु में कुछ छोटा सा दोष, दाल में काला, कुछ मर्म की बात, कोई भेद, अत्यन्त सुन्दर वस्तु में खटकने वाला दोष होना।
कड़क उठना एकाएक गरजकर बोलना।
कडुवा घूंट पीना अति कष्टकर बात को सह लेना।
कड़वा होना स्पष्ट होना, बिगड़ना।
कड़ा करना मजबूत करना।
कड़ा पड़ना दृढ़ता दिखाना, न दबना, किसी मामले में कठोरता धारण करना।
कड़ा पानी ऐसे जलवायु जिसमें उत्पन्न या पले मनुष्य या पशु फुरतीले, शूर, साहसी तथा कट्टर स्वभाव के हो।
कड़ा लगाना लदाव की छत बनाना।
कड़ा होना निर्दय होना, भाव तेज होना।
कड़ाके का जोर का, तेज, प्रचंड।
कड़ाही में हाथ डालना अग्नि परीक्षा देना।
कड़ी उठाना मुसीबतें झेलना।
कड़ी छत लदाव की छत, वह छत जो केवल चूने और ईंटों से पाटी गई हो, कड़ी या शहतीर के आधार पर न हो।
कड़ी घरती वह प्रदेश जहाँ के लोग हट्टे कट्टे हों, भूत प्रेत के रहने की जगह।
कड़ी पाटन लदाव की छत, वह छत जो केवल चूने और ईंटों से पाटी गई हो, कड़ी या शहतीर के आधार पर न हो।
कड़ी बोलना अस्पष्ट से चिटकने की सी आवाज निकलना, जो रहने वाले के लिए अशकुन समझा जाता है।
कड़ी दृष्टि रखना पूरी निगरानी रखना, ताक में रहना।
कड़ी दृष्टि होना पूरी निगरानी होना, कोप का भाव रहना।
कड़ी सुनाना खोटी-खरी सुनाना।
कड़ुआ करना धन बिगाड़ना, कुछ रूपया लगाना, कुछ दाम खड़ा करना, औने पौने करना।
कडुआ घूंट कठिन काम, असहज बात।
कडुआ मुँह वह मुँह जिससे कटु शब्द किले, कटुभासी मुख। उ0- खीरा को मुख काटि के मलियत लोन लगाय। रहिमन कडुए मुख की चाहिए यही उपाय। रहीम।
कडुए कसैले दिन बुरे दिन, कष्ट के दिन, दो रसा दिन, जिसमें रोग फैलता है, गर्भ का आठवां महीना जिसमें गर्भ गिरने का भय रहता है।
कतरनी सी जबान चलना बकवाद करना, दूसरे की बात काटने की बहुत बकवाद करना।
कता करना कपड़े को किसी नापके अनुसार काटना, कपड़े को व्योंतना
कथा उठना कथा बन्द या समाप्त होना।
कथा चुकाना झगड़ा मिटाना, मामला खत्म करना, काम तमाम करना, मार डालना। उ0- मेधनादै रिस आई, मंत्र पढ़ि के चलाइयौ बाण ही में नाग फांस बड़ी दुखदाहनी।… काहे की लराई उन कथा ही चुकाई जैसे पारा मारि डाख है पल मंे रसाइनी। हनुमान।
कथा बैठना कथा होना, कथा का प्रारम्भ होना,
कथा बैठाना कथा कहने के लिए किसी व्यास को नियुक्त करना। पुराण की कथा का आयोजन करना।
कदम उखड़ना पाँव उखड़ना, भाग जाना।
कदम उठाना आगे बढ़ना, तेज चलना, उन्नति करना, कोई काम प्रारम्भ करना।
कदम चूमना प्रणाम करना, शपथ खाना, गुरू मान लेना, अत्यन्त आदर करना।
(किसी के) कदम छूकर कुछ कहना किसी की शपथ खाकर कुछ कहना।
कदम छूना प्रणाम करना, शपथ खाना, खुशामद करना।
कदम निकालना (घोड़े को) कदम की चाल सिखाना, बाहर जाना।
कदम पर कदम रखना ठीक पीछे चलना, पीछे लगना, अनुसरण करना, नकल करना, पैरवी करना, घोड़े की वह चाल जिसमें पैर तो चलते हैं किन्तु बदन नहीं हिलता।
कदम ब कदम चलना साथ साथ चलना, अनुकरण करना।
कदम बढ़ाना तेज चलना, चाल तेज करना, उन्नति करना, आगे बढ़ना।
कदम भरना चलना, डग बढ़ाना।
कदम मारना दौड़-धूप करना, यत्न प्रयत्न करना।
कदम रखना प्रवेश करना।
कदम लेना पांव पड़ना, पांव छूकर प्रणाम करना, आदर सत्कार करना।
कनकौवा काटना किसी बढ़ी हुई पतंग की डोरी को दूसरी बढ़ी हुई पतंग की डोरी से रगड़कर काटना।
कनकौवा बढ़ाना कनकौवे पतंग की डोर ढीली करना जिसमें वह हवा में और ऊपर या आगे जा सके।
कनकौवा लड़ाना किसी बढ़ी हुई पतंग की डोरी में दूसरी बढ़ी हुई पतंग की डोरी को फंसाना जिसमें रकड़ खाकर वह दोनों में से कोई पतंग कट जाय।
कनकौवे से दुमछल्ला बड़ा मुख्य वस्तु से अंगभूत, उसमें उपजी वस्तु का बड़ा होना।
कनसी देना रोकना।
कनखी मारना आँख से इशारा करना, आँख के इशारे से किसी को कोई काम करने से रोकना।
कनखियाँ लगना छिपकर देखना, ताकना, झांकना। उ0- घुनि किंकिनी होति जगेगी सबै सुख सारिका चौंकि चित परिहै। कनखैंयन लागि रही है परीसिन की सिसकी सुनि कै डरिहैं। लाल।
कनखैयन लगना छिपकर देखना, ताड़ना, भांपना। उ0- घुनि किंकिनि होति जगैंगी सबे सारिका चौंकि चित परिहै। कनखैंयन लागि रही है परीसिन की सिसकी सुनि कै डरिहैं। लाल।
कनसुई कनसुइयां लेना छिपकर किसी की बात सुनना, अनकना, भेद लेना, आहट लेना, एगुन विचारना।
कनाई काटना रास्ता काटकर दूसरे रास्ते निकल जाना, सामना बचाकर दूसरा रास्ता पकड़ना, किसी काम के लिएकह कर मौके पर निकल जाना, चालबाजी करना।
कनात करना बचना, छोड़ना।
कनी खाना हीरे की कनी निगलकर प्राण देना, हीरे की कन किरिच खाकर आत्मघात करना।
कनी चाटना हीरे की कनी निगलकर प्राण देना, हीरे की कन किरिच खाकर आत्मघात करना।
कनैव छेदना पये के छेदों को टेढ़ा छेदना जिससे चारपाई कन्नी हो जाय।
कनौतियां उठाना कान खड़ा करना, चौकन्ना होना।
कनौतियां खड़ा करना कान खड़ा करना, चौकन्ना होना।
कनौतियां बदलना घोड़े का कान खड़ा करना, चौकन्ना होना, चौककर सावधान होना।
कन्ना काटना प्रयत्न का निष्फल होना।
कन्ना ढीला होना थक जाना, शिथिल होना, ऐंठ ढीली पड़ जाना, जोर का टूटना, शक्ति और गर्व न रहना, मान मर्दन होना, हौंसला पस्त होना।
कन्ना साधना कन्ने की गांठ ठीक जगह बांधने के लिए उसकी लम्बाई नापना।
कन्नी काटना सामने न आना, कतराना, सामने से निकल जाना।
कन्नी खाना पतंग या उड़ने में एक और झुकना, पतंग का एक और झुक उड़ना। (इस प्रकार उड़ने से पतंग बढ़ नहीं सकती)।
(किसी की) कन्नी दबना किसी के अधीन या वशीभूत होना, दबना, सहमना, झेपना, लजाना।
कन्नी दबाना काबू में, अधीनता में लाना।
कन्ने से कटना मूल से अलग होना, पतंग का कन्ने पर से कट जाना।
कन्ने से काटना मूल से अलग करना, किसी कार्य को मूल से नष्ट कर देना।
कपड़े आना मासिक धर्म से होना।
कपड़ा उतार लेना वस्त्र मोचन करना, खूब लूटना, सब कुछ छीन लेना।
कपड़ा रंगना गेरूआ वस्त्र पहनना, योगी होना, विरक्त होना।
कपड़े छानना पल्ला छुड़ाना, पिंड छुड़ाना, पीछा छुड़ाना।
कपड़ों में न समाना फूले अंग न समाना, आनन्द से फूलना।
कपड़ों से होना मासिक धर्म से होना, रजस्वला होना, एकवस्त्र होना।
कपाल खुलना भाग्य का उदय होना, सिर खुलना, सिर से लहू निकलना।
कपाल क्रिया करना नष्ट करना।
कपूर खाना विष खाना। उ0- बुडे जलजात कूर कदली कपूर खात दाडिग दरिक अंग उपमा न तौलेरी।। तेरे स्वास सौरभ को त्रिविध समीर धीर विविध लतान तीर बन बन डोलै री। बेनी प्रवीन।
कफन की कौड़ी न रखना जो कमाना वह सब खा डालना । धन संचित न करना कुछ मी बचा न रखना। अत्यन्त त्यागी होना। (साधु के लिए)।
कफन की कौड़ी न होना अत्यन्त दरिद्र होना।
कफन फाड़कर उठना मुर्दे का जी उठना, सहसा उठ पड़ना।
कफन फाड़कर चिल्लाना बहुत जोर से चिल्लाना।
कफन फाड़कर बोलना बहुत जोर से बोलना, शोर मचाना।
कफन मैला न होना मृत्यु हुए अधिक दिन न होना, मरे थोड़े ही दिन होना। (मुसलमान)
कफन सिर में बाधना मरने पर तैयार होना, जान जोखिम में डालना, जान पर खेलना, युद्ध के लिए रवाना होना।
कफे अफसोस मलना हाथ मलना, पछताना।
कब ऐसा हो कब ऐसा करें ज्योहि ऐसा हो त्योंहि ऐसा करें।
कब कब कभी कभी, बहुत कम। उ0- कब कब मंगरू बोवे घान।सूखा डाले भगवान।
कब का, के, से देर से, विलम्ब से।
कब नहीं बराबर, सदा।
कबड्डी खेलते फिरना बेकाम फिरना, इधर उधर घूमना।
कबड्डी खेलना कूदना-फांदना।
कबाब करना जलाना, दुःख देना, कष्ट पहुंचाना, पकड़कर खींचना, मलावरोध करना।
कबाब लगना कबाब पकना।
कबाब होना भुनना, जलना, क्रोध से जलना।
कबाबा लिखना किसी जायदाद पर कब्जा करना, जायदाद अधिकार में लाना, मालिक बनना।
कबाला लेना किसी जायदाद पर कब्जा करना, जायदाद अधिकार में लाना, मालिक बनना।
कब्जा उठना अधिकार का जाता रहना।
कब्जे पर हाथ रखना खींचने के लिए उस तलवार की मूंठ पकड़ना।
कब्र का अजाब (मुसलमानों के विश्वासनुसार) पापी को कब्र में मिलने वाला कष्ट, पाप के बदले में मिलनेवाला दुःख
कब्र का मुँह झाँक आना मरते मरते बचना, मौत के मुँह से निकल आना।
कब्र का मुँह झाँकना मरते मरते बचना।
(अपनी) कब्र खोदना अपने सर्वनाश का उपाय करना।
कब्र में जाना मरने के निकट होना, मर जाना।
कब्र में पैर लटकाये होना मरने को होना, मरने की करीब होना, बहुत बूढा होना।
कब्र में सांथ ले जाना मरते दम तक याद रखना, मघ कभी न भूलना।
कब्र से उठकर आना मरते-मरते बचना, नव-जीवन पाना।
कभी कबार कभी कभी।
कभी कभी कुछ काल के अन्तर पर, बहुत कम।
कभी का बहुत देर से।
कभी कुछ कभी कुछ एक ढंग पर नहीं। (इस वाक्य का व्याकरण सम्बन्ध दूसरे वाक्य के साथ नहीं रहता, जैसे- उनका कुछ ठीक नहीं, कभी कुछ कभी कुछ)।
कभी न कभी किसी न किसी समय, आगे चलकर किसी अवसर पर अवश्य।
कम से कम अधिक नहीं तो इतना अवश्य। (इस मुहावरे के साथ ‘तो’ प्राय आता है)।
कमबख्ती आना बुरा समय आना, कुभाग्योदय होना।
कमबख्ती सवार होना बुरा समय आना, अभाग्योदय होना।
कमबख्ती सूझना शैतानी या नटखटी सूझना।
कमर करdfghना घोड़े का सवारी में कमर उछालना , कबूतर का कलाबजी मरना।
कमर कसना किसी काम को करने के लिए तैयार होना, उद्यत होना, उतारू होना, तत्पर होना, कटिबद्ध होना, चलने की तैयारी करना, गमनोद्यत होना, किसी काम को करने की दृढ़ प्रतिज्ञा करना, संकल्प करना, इरादा करना।
कमर की टंगड़ी कुश्ती का एक पेंच।
कमर खोलना कमरबंद उतारना, पटका खोलना, पेटी खोलना, विश्राम करना, दम लेना, सुस्ताना, ठहरना, किसी काम को करने का विचार छोड़ देना, संकल्प छोड़ना, किसी उद्यम से मन हटाना, हिम्मत हारना, हतोत्साह होना।
कमर टूटना हिम्मत पस्त होना, दिल बैठ जाना, कुछ करने का दम न रह जाना, निराश होना, असहाय या निरावलम्ब हो जाना।
कमर तोड़ना हताश करना, निराश करना
कमर बैठ जाना आशा टूटना, निराश होना, उत्साह का न रहना।
कमर सीधी करना ओंठगना, विश्राम करना, थकावट मिटाना।
काल उलट जाना बच्चेदानी या गर्भाश्य के मुँह का अपवर्तित हो जाना जिससे स्त्रियाँ बंध्या हो जाती है।
कमल खिलना चित्त आनन्दित होना।
कमाई हुई हड्डी व्यायाम से बलिष्ठ देह।
कमान उतारना कमान का चिल्ला या रौदा उतार देना।
कमान खींचना कमान पर तीर चढ़ाकर उसके रोदे को अपनी और खींचना।
कमान चढ़ना दौरदौरा होना, त्यौरी चढ़ना, क्रोध में होना, बोलबाला होना।
कमान चढ़ाना कमान का चिल्ला चढ़ाना।
कमान तानना कमान पर तीर चढ़ाकर उसके रौंदे अपनी ओर खींचना।
कमान पर जाना नौकरी पर जाना, लड़ाई पर जाना।
कमान पर होना काम पर होना, लड़ाई पर होना।
कमान बोलना सिपाही के नौकरी पर जाने की आज्ञा देना, लड़ाई पर जाने की आज्ञा देना।
कमान बोली जाना लड़ाई पर जाने की आज्ञा मिलना।
कमाना धमाना उद्यम, व्यापार करना, काम काज करके रूपया पैदा करना।
कमाया साँप वह साँप जिसके दाँत उखाड़ लिए गये हों।
कमाल करना अद्भुत कुशलता, योग्यता का परिचय देना।
कमाल को पहुँचाना पूरा उतारना।
कमेला करना मारना, हनना।
कयामत का गजब का, हद दरजे का, अत्यधिक, अत्यधिक प्रभाव डालने वाला।
कयामत बरपा होना अति आपत्ति का उपद्रव करना, गजब ढाना, क्रोध करना।
कयास में आना समय में आना, मन में बैठना।
कयास दौड़ाना अनुमान बांधना, अटकल पच्चू विचार करना, ध्यान दौड़ाना।
कयास लगाना अनुमान बांधना, अटकल पच्चू विचार करना, ध्यान दौड़ाना।
कर गहना हाथ पकड़ना, पाणिग्रहण करना।
करधन टूटना सामर्थ्य न रहना। (साहस छूटना) हिम्मत न रहना, धन का बल न रहना, दरिद्र होना।
करधन में बूता होना कमर में ताकत होना, शरीर में बल होना, पौरुष होना।
करम का मारा अभागा, भाग्यहीन
करम टेढ़ा होना भाग्यमंद होना, भाग्य बुरा होना, किस्मत खोटी होना।
करम तिरछा होना भाग्य मंद होना, भाग्य बुरा होना, किस्मत खोटी होटन। उ0- पा लागों छाड़ों अब अंचल बार बार अंचल करौ तेरी। तिरछी करम मयो पूरब की प्रीतम मयो पायं की बैरी।सूर।
करम फूटना भाग्य मंद होना, भाग्य बुरा होना, किस्मत खोटी होना।
करम होना कष्ट या दुःख मिलना, अपमान होना।
करवट खाना उलट जाना, फिर जाना, जहाज का किनारे लग जाना, जहाज का टेढ़ा होना या झुक जाना (लशकर)।
करवट न लेना कर्त्तव्य पर ध्यान र रखना, दम न लेना, साँस न लेना, सन्नाटा खींचना, चुप्पी साधना, कुछ न करना, न लौटाना।
करवट बदलना दूसरी ओर घूमकर लेटना, पलटा खाना, और का और कर बैठना, एक ओर से दूसरी ओर हो जाना, एक पक्ष छोड़कर दूसरे पक्ष में हो जाना, सो न सकना, जमाने का फिर जाना।
करवट लेना दूसरी ओर फिर कर लेटना, मुँह फैरना, पीठ फेरना, और का और हो जाना, पलट जाना, बेरूख होना, फिर जाना, विमुख होना, करवट के नीचे सर काटना। उ0- (क) गारी मति दीजौ मो करीबिनी को जायो है।… काशी करवट लीनों द्रव्य हू लुटायो है। (ख) तिल भर मछली खाई जो कोटि गऊ दे दान काशी करवट लै मरै तो हू नरक निदान।
करवट होना उलट जाना, फिर जाना, जहाज का किनारे लग जाना, जहाज का टेढ़ा होना, या झुक जाना। (लशकर)।
करवटें बदलना बार बार पहलू बदलना, बिस्तर पर बेचैन रहना, तड़पना, विकल होना।
करवटों में रात काटना सोने का समय व्याकुलता में बिताना, उख्पंठा में रात बिताना।
करसी लेना कंडे की आग में अपने शरीर को जलाकर राख कर देना। उ0- सोइ सुकृती सुचि सांचो जगहि पन तुम रीझे, मनिका, गोधी अधिक हरिपुर गए लै करसी प्रयाग कब सीझे। विमुक्त।
करार पाना तै होना, ठहरना, चैन आराम पाना।
करारा दम जो थका मांदा न हो। जो शिथिल न हो, तेज।
करीम लेना भालू के नाखून काटना।
करोड़ की एक बहुत सी बातों का तत्व, यथार्थ तत्व, बड़े अनुभव की बात।
कर्ज उठाना ऋण लेना, ऋण का बोझ ऊपर लेना।
कर्ज उतारना कर्ज, चुकाना, उधार बेबाक करना।
कर्ज खाए बैठना किसी अपने अनुकूल होने वाली बात के लिए अत्यन्त उत्सुक रहना, किसी मारी आसरे पर दिन काटते रहना। किसी की मृत्यु के आसरे में रहना, किसी का नाश चाहना।
कर्ज खाना ऋणी होना, ऋण भार से दबा होना, उपकृत होना, वश में होना।
कर्ण का पहरा प्रभात काल, दान, पुण्य का समय।
कर्मकांड करना बड़े लम्बे चौड़े ढंग से कोई काम करना।
करूना करना रोना, बिलखना, दुःख करना और रोना। उ0- जन अबला इव करूना करहू। रामा0।
कलंक का टीका दोष का धब्बा, लांछन।
कलंक चढ़ाना कलंक या दोष लगाना।
कल ऐंठना किसी के चित्त को किसी ओर फेरना।
कल कल करना बात के लिए सदा दूसरे दिन का वादा करना, टाल मटोल करना, हीला हवाला करना।
कल का थोड़े दिनों का, हाल का।
कल का पुतला दूसरे के कहने पर चलने वाला, दूसरे के अधीन काम करने वाला।
कल की बात थोड़े दिनों की बात, ऐसी घटना जिसे हुए बहुत दिन न हुए हों, हाल का मामला।
कल की रात वह रात जो आज से पहले बीत गयी।
कल घुमाना किसी के वित्त की किसी ओर फेरना।
कल बेकल होना पुरजा ढीला होना, जोड़ आदि का सरकना, अव्यवस्थित होना, क्रम बिगड़ना।
कल से चैन से। उ0- सुवै तहां दिन दस कल काटी। आयल व्याध ढुका है टाटी। जायसी। आराम से, धीरे धीरे, अहिस्ता अहिस्ता।
कलई करना असली बात छिपाना और उसे दूसरे चमत्कृत या झूठे रूप में रखना।
कलई खुलना असलियत जाहिर होना, असली भेद खुलना, वास्तविक रूप का प्रकट होना। उ0- आई उधरि प्रीति कलई सी जैसी खाटी आमी। सूर। पोल खुलना।
कलई खोलना छिपी हुई बुराईयां प्रकट कर देना।
कलई चढ़ाना असली बात छिपाना और उसे दूसरे चमत्कृत या झूठे रूप में रखना।
कलई न लगना झूठी युक्ति न चलना।
कलम करना काटना-छांटना, जैसे कलम रूके तो कर कलम कराइये, नष्ट करना।
कलम घसीटना लिखना।
कलम चलना लिखाई होना, कलम का कागज पर अच्छी तरह खिसकना।
कलम चलाना लिखना।
कलम तोड़ना लिखने की हद कर देना, अंनूठी उक्ति करना, रचना कोशल की पराकाष्ठा का देना।
कलम दान देना किसी को लिखने पढ़ने की कोई नौकरी देना।
कम फेरना लिखे हुए को काटना, रद्द करना।
कलम बंद पूरा पूरा, ठीक ठीक।
कलम बंद करना लेखबद्ध करना।
कलम मारना लिखे हुए को काटना, रद्द करना।
कलमा टूटना हठ छूटना, दुराग्रही जन का किसी बात को मान लेना।
कलमा पढ़ना इस्लाम धर्म स्वीकार करना, विश्वास करना।
(किसी का) कलमा पढ़ना (किसी का) भक्त, अनुगत, प्रेमी, प्रशंसक होना, (किसी के) रूप, गुण पर मुग्ध होना।
कलमा पढ़ाना मुसलमान बनाना, इस्लाम की दीक्षा देना।
कलमे का शरीफ सहधर्मी, धर्मबन्धु (मुसलमान)
कला बजाना बन्दरों का मजीरा बजाना (मदारी)।
कलाबाजी खाना लौटनियाँ लेना, उड़ते उड़ते सिर नीचे करके पलटा खाना (गिरहबाज कबूतर का)।
कलाम होना सन्देह होना, शंका होना।
कलेजा उछलना दिल धड़कना, घबड़ाहट होना, हृदय प्रफुल्लित होना, हर्ष उद्वेग, आशंका आदि से दिल का धड़कना।
कलेजा उड़ना होश जाता रहना, घबड़ाहट होना।
कलेजा उलटना कै करते करते आँतों में बल पड़ना, वमन करते करते जी घबड़ाना, होश का जाता रहना।
कलेजा कटना हीरे की कनी या और किसी विष के खाने से अतड़ियों में छेद होना, मल के साथ रक्त गिरना, खूनी दस्त आना, दिल पर चोट पहुँचना, अत्यन्त हार्दिक कष्ट पहुँचना, बुरा लगना, दिल जलना, डाह होना।
कलेजा कबाब होना दिल जलना, अति दुःख, सन्ताप अनुभव करना।
कलेजा कांपना जी दहलना, डर लगना, डर से कांप जाना।
कलेजा काढ़ के देना अपनी अत्यन्त प्यारी वस्तु देना, सूम का किसी को अपनी कोई वस्तु देना (जिससे उसे बहुत कष्ट हो)।
कलेजा काढ़ लेना हृदय में वेदना पहुँचाना, अत्यन्त कष्ट देना, मोहित करना, रिझाना, चोटी की चीज निकाल लेना, सबसे अच्छी वस्तु को छांट लेना, सार वस्तु ले लेना, किसी का सर्वस्त्र हरण कर लेना, किसी की प्रिय वस्तु को ले लेना।
कलेजा काढ़ना दिल निकालना, वेदना पहुँचाना, किसी की अत्यन्त प्रिय वस्तु को ले लेना, किसी का सर्वस्त्र हरण करना।
कलेजा खाना बहुत तंग करना, बार-बार तकाजा करना,सताना पीड़ा देना, किसी चीज को बार बार मांगकर कष्ट पहुंचाना।
कलेजा खिलाना अत्यन्त प्रिय वस्तु देना, आदर सत्कार में कोई बात उठा न रखना।
कलेजा खुरचना बहुत भूल लगना, प्रिय वस्तु को पृथक होने पर व्याकुल होना।
कलेजा गोदना कटु वाक्यों की वर्षा करना, लगती बात कहना, ताने मेहने मारना।
कलेजा चीरकर रखना हृदय मे छिपे भावों को व्यक्त करना।
कलेजा छलनी होना दुःख या झंझट सहते सहते हृदय जर्जर हो जाना, निरन्तर कष्ट से जी ऊब जाना, जी दुखाने वाली बात सुनते सुनते घबड़ा जाना।
कलेजा छिदना कड़ी बातों से जी दुखना, ताने मेहने से हृदय व्यथित होना।
कलेजा छेदना कटु वाक्यों की वर्षा करना, लगती या चुभती बात कहना, ताने मारना।
कलेजा जलना मन को अत्यन्त दुःख पहुंचना, कष्ट पहुंचना, बुरा लगना, अरूचिकर होना, छाती जलना।
कलेजा जलाना दुःख देना, दुःख पहुंचाना, सताना।
कलेजा जली दुखिया, जिसके हृदय पर बहुत चोट पहुंची हो।
कलेजा टूक टूक होना शोक से हृदय विदीर्ण होना, हृदय पर कड़ी चोट पहुंचना।
कलेजा टूटना जी टूटना, उत्साह भंग होना, हौसला न रहना।
कलेजा ठंडा करना सन्तोष देना, तुष्ट करना, चित्त की अभिलाषा पूरी करना।
कलेजा ठंडा होना मन को शांति मिलना, तृप्ति होना, सन्तोष होना, अभिलाषा पूरी होना, शांति मिलना, चैन पड़ना।
कलेजा तर होना कलेजे में ठंडक पहुँचना, निर्द्वन्द रहना।
कलेजा थामकर बैठ जाना शोक के वेग को दबाकर रह जाना, मन मसोस कर रह जाना, सन्तोष करना।
कलेजा थामकर रह जाना शोक के वेग को दबाकर रह जाना, मन मसोस कर रह जाना, सन्तोष करना, असहय कष्ट-वेदना को बिना आह किये, दिल पकड़कर सह लेना।
कलेजा थाम थाम कर रोना मसोस मसोस कर रोना, शोक के वेग को दबाते दबाते रोना, रह रह कर रोना।
कलेजा थाम लेना दुःख सहने के लिए जी कड़ा करना, शोक के वेग को दबाना।
कलेजा दहलना डर से हृदय कांपना, डर के मारे छाती धक-धक करना, भय से कांपना।
कलेजा धक धक करना भय से व्याकुल होना, आशंका से चित्त विचलित होना, भय, आशंका से असहय कष्ट सहन के लिए बल संचय करन, घबराना।
कलेजा धक से हो जाना भय से सहसा स्तव्ध होना, एक वारगी डर का जाना, चकित होना, विस्मित होना, भौचक्का रहना।
कलेजा धड़कना डर से जी कांपना, भय या आशंका से हृदय जोर जोर और जल्दी जल्दी उछलना, भय से व्याकुलता होना, चित्त में चिन्ता होना, जी खटका होना।
कलेजा का धड़काना डरा देना, भयभीत कर देना, खटके में डाल देना।
कलेजा धुकड़ धुकड़ करना डर से जी कंपना, भय से व्याकुलता होना, चित्त में चिन्ता होना, जी में खटका होना।
कलेजा निकलना अत्यन्त कष्ट होना, असहय क्लेश होना, खलना, सार सार वस्तु का निकल जाना, हीर निकल जाना।
कलेजा निकाल कर घर कर देना अत्यन्त प्रिय वस्तु समर्पित करना, सर्वस्त्र दे देना, सारी शक्ति लगा देना।
कलेजा निकाल कर रख देना अत्यन्त प्रिय वस्तु समर्पित करना, सर्वस्त्र दे देना, सारी शक्ति लगा देना, मर्म या भेद खोलना।
कलेजा निकालना दिल निकालना, वेदना पहुंचाना, किसी की अत्यन्त प्रिय वस्तु को ले लेना, किसी का र्स्वस्त्र हरण करना।
कलेजा पक जाना किसी कष्ट से ऊब जाना, दुःख सहते सहते तंग आ जाना।
कलेजा पकड़ लेना कष्ट सहने के लिए जी कड़ा करना, कलेजे पर भारी मालूम होना।
कलेजा पकड़ना दुःख सहने के लिए जी कड़ा करना, शोक के वेग को दबाना।
कलेजा पकना जी जलना, सन्ताप होना।
कलेजा पकाना इतना दुःख देना कि जी ऊब जाय, नाक में दम करना, हैरान करना, जी जलाना।
कलेजा पत्थर का करना भारी दुःख झेलने के लिए चित्त को कड़ा करना, निष्ठुर, निर्भय बन जाना।
कलेजा पत्थर होना जी कड़ा होना, चित्त कठोर होना।
कलेजा पसीजना दयार्द्व होना, किसी के दुःख से प्रभावित होना।
कलेजा फट जाना किसी के दुःख को देखकर मन में अत्यन्त कष्ट होना।
कलेजा बढ़ जाना दिल बढ़ना, उत्साह और आनन्द होना, हौसला होना।
कलेजा बल्लियां उछलना हर्ष, भय आशंका आदि से हृदय का ओर से स्पंदित होना, दिल का बड़े जोर से धड़कना, आनन्द से चित्त प्रभुल्लित होना।
कलेजा बांसो उछलना आनन्द से चित्त प्रभुल्लित होना, आनन्द की उमंग में फूलना, भय या आशंका से जी धक धक करना।
कलेजा बिंचना कड़ी बातों से जी दुखना, ताने मेहने से हृदय व्यथित होना।
कलेजा बीधना कटु वाक्यों की वर्षा करना, लगती बात कहना, ताने मारना।
कलेजा बैठ जाना भय या शिथिलता से चित्त का संज्ञा शून्य और व्याकुल होना, श्रीणता के कारण शरीर और मन की शक्ति का मंद पड़ना।
कलेजा मलना दिल दुखाना, कष्ट पहुंचाना।
कलेजा मसोस कर रह जाना कलेजा थामकर रह जाना, दुःख के वेग को रोक कर रह जाना।
कलेजा मुँह की आना जी घबड़ाना, उकताना, व्याकुलता होना, संताप होना, किसी कष्ट, व्यथा से व्याकुल, बेचैन होना, अति क्लेश होना।
कलेजा सुलगना दिल जलना, अत्यन्त दुःख पहुंचना, सन्ताप होना।
कलेजा सुलगाना बहुत सताना, अत्यन्त कष्ट देना, दिल जलाना।
कलेजा हिलना कलेजा कांपना, अत्यन्त भय होना।
कलेजा हुकर पुकर करना भय या आशंका से हृदय से कंपकपी या अशांति होना, डर या घबराहट से दिल घबड़ाना, चित्त अधीर होना या घबराहट होना।
कलेजे का टुकड़ा सन्तान, बेटा।
कलेजे की कौर सन्तान, बेटी, अत्यन्त प्रिय व्यक्ति।
कलेजे खाई डाइन, बच्चों पर टोना करने वाली।
कलेजे पर चोट लगना सदमा पहुँचना, अत्यन्त क्लेश होना।
कलेजे पर छुरी चल लाना दिल पर चौट पहुँचना, अत्यन्त क्लेश पहुँचना।
कलेजे पर छुरी फिरना हृदय पर गहरा आघात पहुंचना।
कलेजे पर मक्खन मला जाना छाती ठंडी होना, बहुत सन्तोष या तृप्ति होना, शत्रु की क्षति से तृप्ति होना।
कलेजे पर सांप लोटना चित्त में किसी बात के स्मरण आ जाने से एक बारगी शोक छा जाना, अत्यन्त दुःख होना, अत्यधिक व्याकुलता या पीड़ा होना, ईष्या आदि के कारण अत्यन्त दुःख होना।
कलेजे में हाथ घर कर देखना अपनी आत्मा से पूछ कर देखना, अपने चित्त का जो यथार्थ विश्वास हो उस पर ध्यान देना।
कलेजे पर हाथ फेरना अपनी बात की यर्थाथता के विषय में अपने दिल अंतरात्मा से पूछना।
कलेजे पर हाथ रखना अपने दिल से पूछना, अपनी आत्मा से पूछना, चित्त में जैसा विश्वास हो ठीक वैसा ही कहना।
कलेजे में आग लगना अत्यन्त दुःख या शोक होना, डाह होना, द्वेष होना, बहुत प्यास लगना।
कलेजे में घुसना भेद लेने या मतलब निकालने के लिए हेल-मेल बढ़ाना।
कलेजे में डालना प्यार से पास रखना, हृदय से लगाकर रखना।
कलेजे में तीर लगना दिल में गहरी चोट लगना।
कलेजे में पैठना भेद लेने या मतलब निकालने के लिए हेल-मेल बढ़ाना।
कलेजे में लगना कलेजे में अटकना, कलेजे पर भारी मालूम होन, कलेजे या पेट में विकार उत्पन्न करना।
कलेजे में लगाकर रखना किसी प्रिय वस्तु को अपने अत्यन्त निकट पास से जुदा न होने देना, बहुत प्रिय करके बहुत यत्न रखना।
कलेजे से लगना छाती से लगाना, आलिंगन करना, प्यार करना।
कलेवर चढ़ाना महावीर, भैरव, गणेश आदि देवताओं की मूर्ति पर घी तेल में मिले हुए सेंदुर का लेप करना।
कलेवर बदलना एक शरीर त्यागकर दूसरा शरीर धारण करना, चोला बदलना, एक रूप् से दूसरे रूप में जाना, काया कल्प होना, रोग के पीछे शरीर पर नईनंगत चढ़ना, पुराना कपड़ा उतारकर नया और साफ कपड़ा पहनना।
कलेवा करना निगल जाना, खा जाना, उ0- भूपन जगजीति बांधि जम अपनी बांह बसायो। तेऊ काल कलेवा कीन्हो तू गिनती कब आयो। तुलसी। अधिक अवस्था का होना, मार डालना।
कलैया खाना एक पक्ष को छोड़कर दूसरे पक्ष में हो जाना।
कल्ला चल्ला मुँह चलना, खाना।
कल्ला दबाना गला दबाना, बोलने से रोकना, मुँह पकड़ना, अपने सामने दूसरे को न बोलने देना।
कल्ला फुलाना मुँह, फुलाना, रंज से मुँह फुलाना, किसी से बोल चाल बन्द कर देना, रूठना, रिसना, घमंड से मुँह फुलाना, घमंड करना।
कल्ला मारना गाल बजाना, डींग हांकना, शेखी बधारना।
कल्ले पाए सिर और पैर का मांस।
कल्ले तले दबा लेना चीख-चिल्लाकर दूसरे को दबा लेना।
कसकर खींचकर, जोर से, बल पूर्वक। उ0- दहें निगोड़े नैन ये गहैं न चेत अचेत। हौं कसि कसि कै रिस करौं ये निरखे हंसि देत। पूरा पूरा, अत्यधिक।
कस का वश का, अधीन, जिस पर अपना अधिकार हो।
कस की गोदी कुश्ती का एक पेंच।
कस में कर रखना रोक रखना, दबाना। उ0- पर तिय दोष पुराण सुनि हंसि मुलकी सुखदानि। कस करि राखि मित्रहूं मुख आई मुसकानि। बिहारी।
कस में करना वश में रखना, अधीन रखना।
कस में रखना वश में रखना, अधीन रखना, रोक या दबाव में रखना।
कसक काढ़ना पुराने वैर का बदला लेना।
कसक निकालना हौंसला पूरा करना, पुराने बैर का बदला लेना।
कसक मिटाना हौंसला पूरा करना, पुराने वैर का बदला लेना।
कसम उतारना शपथ का प्रभाव दूर करना, खाई या दिलाई हुई शपथ के अनुसार न चलने पर उसके दोष का परिहार करना, किसी काम को नाम मात्र के लिए करना।
कसम खाकर कहना सत्य कहना।
कसम खाना प्रतिज्ञा करना, शपथ लेना, दूर रहना, बाज आना, परहेज करना।
कसम खाने को नाम मात्र को।
काम तोड़ना शपथ खाकर किसी कार्य को पूरा न करना, प्रतिज्ञा भंग करना।
कसम देना किसी को किसी शपथ द्वारा बाध्य करना, सत्य कहलाना।
कसम रखना सत्य कहलाना।
कसम लेना कसम खिलाना, प्रतिज्ञा कराना।
कसर करना त्रुटि +कराना, कछ बांकी छोड़ना। (किसी बात को करने में) कमी रखना, कोताही करना।
कसर खाना घाटा सहना, हानि उठाना।
कसर छोड़ना त्रुटि करना, कुछ बाकी छोड़ना।
कसर देना घाटा पूरा करना
कसर निकलना क्षतिपूर्ति होना, बदला मिलना।
कसर निकालना कमी पूरी करना, बदला लेना।
कसर भरना घाटा पूरा करना, वैर फेरना।
कसर रखना त्रुटि करना, कुछ बाकी छोड़ना। (किसी बात के करने में) कमी रखना, कोताही करना।
कसर रहना कमी रहना।
कसा पूरा पूरा, अत्यधिक
कसा कसाया चलने के लिए बिलकुल तैयार।
कसा तौलना कम तोलना, तौल में कम देना।
कसाई के खूंटे बंधना निष्ठुर के पाले पड़ना, बेदर्द से व्याहा जाना।
कसौटी पर कसना जाँचना, परखना, आजमाना।
कस्तूरी हो जाना किसी वस्तु का बहुत महंगा हो जाना या कम मिलना।
कहकहा लगाना जोर से हंसना।
कह बदलकर प्रतिज्ञा करके, दृढ़ संकल्प करके, ललकार कर, खुले खजाने, दावे के साथ।
कहना बदना निश्चय करना, ठहराना।
कहना-सुनना बातचीत करना, समझाना, बहस करना, मनाना, विनीत करना।
कहने की बात वह बात जो वास्तव में नहीं हो।
कहने को नाम मात्र को, बरायनाम, भविष्य में स्मरण के लिए।
कहने पर जाना किसी की बनावटी बातों पर विश्वास करने और उसके अनुसार कार्य करना।
(किसी के) कहने में आना किसी की बहकाने वाली बात को मान लेना, किसी के चकमे में आना।
(किसी के) कहने में होना किसी के हाथ, वश में होना।
कहने सुनने को नाम-मात्र की, भविष्य में स्मरण के लिए।
कह करना अत्याचार करना, अद्भुत कर्म करना, ऐसा काम करना जिससे लोगों को विस्मय हो, अनोखा काम करना, असम्भव को सम्भव करना, अमानुष कृत्य करना।
कह का कठिन, असहय, मात्रा से अधिक, अत्यन्त, भयानक, डरावना, बहुत बड़ा, महाना।
कह टूटना आफत आना, दैवी विपत्ति पड़ना।
कह़ ढाना किसी पर आफत लाना।
कहाँ का न जाने कहां का? ऐसा जो पहले और कहीं देखने में न आया हो, असाधारण, बड़ा भारी, कहीं का कहीं।
कहाँ का कहाँ बहुत दूर
कहाँ की बात यह बात ठीक नहीं है, यह बात कभी नहीं हो सकती।
कहाँ तक (लौं) कितनी दूर तक, कितने परिमाण तक, कितनी संख्या तक, कितनी मात्रा तक, कितनी देर तक, कितने कायल पर्यन्त।
कहाँ यह कहाँ वह इनमें बड़ा अन्दर है। उ0- कहं कुंमज कहं सिंधु अपारा। रामा0।
कहाँ से क्यों, व्यर्थ, नाहक, कभी नहीं, कदापि नहीं, नहीं।
कहाँ से कहाँ अनिश्चित स्थान से, अनिश्चित स्थान में। उ0- उठि आये कहाँ ते कहाँ घों कहो। रत्नाकर।
कहानी जोड़ना कहानी बनाना, आख्या रचना।
कहीं उल्लू बोलना उजाड़ होना।
कहीं और दूसरी जगह, अनयत्र।
कहीं कहीं किसी किसी स्थान पर, कुछ जगहों में, बहुत कम स्थानों में।
कहीं का न जाने कहाँ का। ऐसा जो पहले सुनने में न आया हो, बड़ा भारी।
कहीं का न छोड़ना तबाह करना, बरबाद करना।
कहीं का न रहना दो पक्षों में से किसी पक्ष के योग्य न रहना, दो भिन्न मनोरथों में से एक का भी पूरा न होना, किसी का न रहना, बरबाद होना।
कहीं का हो रहना कहीं से ना लौटना, कहीं जाकर वहीं रह जाना, अधिक विलम्ब लगा देना।
कहीं न कहीं किसी स्थान पर अवश्य।
कहीं पर नाल गाड़ना कोई स्थान जन्म स्थान के समान प्रिय होना, किसी स्थान से बहुत प्रेम होना, किसी स्थान पर सदा बना रहना, जल्दी न हटना, किसी स्थान पर अधिकार होना, दावा होना।
कहीं से या का कहीं एक ओर से दूसरी ओर। दूर। उ0- कहीं का ईंट कहीं का रोड़ा । भानमती से कुनुबा जोड़ा।
कहीं सींग समाना कहीं ठिकाना मिलना, शरण मिलना, कहीं गुजारा या निर्वाह होना।
कहीं……………… न (आशंका और आशा सूचित के लिए) ऐसा न हो कि। ( इस मुहावरे में या तो भाव रूप में क्रियायें आती हैं अथवा संदिग्ध भूत, सम्भाव्य भविष्यत् आदि सम्भावना सूचक क्रियायें आती हैं)।
कहीं……………तो नहीं (प्रश्न के रूप में आशंका और आशा सूचित करने के लिए)
कांकरी चुनना वियोग के दुःख से किसी काम में मन न लगना। उ0- ता थल कांकरी बैठी चुन्यो करे। रस0
काँख में कतरनी रखना छल करना।
काँच खोलना प्रसंग करना। उ0- कामी से कुत्ता भला रितु सर खोलै कांच। राम नाम जाना नहीं भावी जाय न बांच। कबीर। हिम्मत छोड़ना, साहस छोड़ना, विरोध करने में असमर्थ होना।
काँच निकलना किसी श्रम या चोट के सहने में असमर्थ होना। किसी आघत या परिश्रम से बुरी दशा होना, एक रोग।
काँच निकालना अत्यन्त चोट या कष्ट पहुँचाना। वे दम करना, अत्यधिक परिश्रम लेना।
काँचा मन कच्चा मन, जो शुद्धता और भक्ति में दृढ़ न हो। उ0- जप माला, छापा, तिलक सरें न एकौ काम, मन कांचे नाचे वृथा कि सांचे रांचे राम।बिहारी।
काँची बुद्धि उपरिपक्व बुद्धि, खोटी समझ। उ9- ठकुराइत गिरिधर जू की सांची।……हरि चरणाविध तजि लागत अनत कहूं तिन की मति कांची सूरदास भगवंत भजन जे जिनकी लीक चहूं युग खंची। सूर।
काँची मति अपरिपक्व बुद्धि। खोटी समझ। उ0- ठकुराइत गिरिधर जू सांची। … हरि चरणाबिंद तजि लागत अनत कहूं तिन की मति कांची। सूरदास भगवंत मजत जे तिनकी लीक चहूं युग खांची।सूरदास।
काँटा डालना मछली फंसाने के लिए कांटे पानी मे डालना।
काँटा निकलना बाधा या कष्ट दूर होना, चैन होना, आराम होना, खटका मिटना, मन का क्लेश मिटना।
काँटा निकालना बाधा या कष्ट दूर करना, खटका मिटाना।
काँटा पड़ना गले या जीभ का प्यास से सूखना।
(राह में) काँटा बिछाना अड़चन डालना, विघ्न करना, बाधा डालना, रोड़े अटकाना।
काँटा बोना बुराई करना, अनिष्ट करना। उ0- जौ तोकों कांटा बोधे ताहि बोउ तू फूल। कबीर। अड़चन डालना, उपद्रव मचाना, भावी अनिष्ट का कारण बनना।
काँटा लगना पक्षी को काँटे का रोग होना।
काँटा सा कंटक के समान, दुःखदायी, खटकने वाला।
आँखों में काँटा खटकना अच्छा न लगना, दुःखदायी होना, बुरा लगना, असहय होना। उ0- निसि दिन काँट लौं करेजे कसकत है ।
काँटा होना दुबला होना, सूखकर ठठरी ही ठठरी रह जाना, सूखकर कड़ा हो जाना, विघ्न या बाधा बनना।
काँटी खाना कैद काटना, जेल काटना, कैद होना। (जुआरी की बोली)।
काँटी लड़ाना लड़कों का एक खेल, लंगर लड़ाना।
काँटे की तोल बिल्कुल ठीक ,न कम न अधिक।
काँटे पर की ओस क्षणभंगुर वस्तु, थोड़े दिन रहने वाली चीज।
काँटे में तुलना महँगा होना।
काँटे से काँटा निकालना बुराई का बदला बुराई से लेना, एक शत्रु से दूसरे का नाश करना।
काँटों पर लोटना बैचेन होना, डाह से जलना, कष्ट से तड़पना।
काँटों में घसीटना किसी की इतनी अधिक प्रशंसा या आदर करना जिसके योग्य वह अपने को न समझे। (अनुचित प्रशंसा द्वारा) लज्जित करना, दुःख झंझट या संकोच में डालना।
काँटों में हाथ डालना संकट में फंसना।
कांड़ी कफन मुरदे की रथी का सामान।
कांध देना सहारा देना, उठाने में सहायता करना, किसी भारी चीज को कंधे पर उठाकर ले जाने में सहायता देना, अंगीकार करना, ऊपर लेना, मानना। उ0- यह सौ कृष्ण बलराज जस कीन छहै छर बांध। हम विचार अस आवहि मौरहिं दीज न कांघ। जायसी।
कांध मारना न टिकना, धोखा देना, काम न आना। उ0- सजग जो नाहिं मार बल बांधा, बुध कहिये हस्ती का बांधा। जायसी।
कांध लेना उठाना, ऊपर लेना, सम्भावना। उ0- कांघ समुद्र घस लीन्हेसि मा पाछे सब कोई। कोई काहू न संभारे आपस आपस होइ। जायसी।
कांधी देना इधर उधर करके बात टालना, टाल मटोल करना, कंधा देना।
कांधी मारना घोड़े का अपनी गर्दन को किसी ओर को झटके के साथ फेरना जिससे सवार का आसन हिल जाये।
कांस में तैरना असमंजस में पड़ना, दुविधा में पड़ना।
कांस में फंसना संकट में पड़ना।
काई छुड़ाना मैल दूर करना, दुःख दारिद्रय मिटाना।
काई लगना मैला हो जाना। उ0- शरीस लस्यो तजि नीर ज्यों काई। कवि.।
काई सा फट जाना तितर-बितर हो जाना, छंट जाना, बिसर जाना।
काकुल छोड़ना बालों की लट गिराना या बिखराना।
कागज काला करना व्यर्थ कुछ लिखना।
कागज की नाव क्षण भंगुर वस्तु, न टिकने वाली चीज।
कागज पर चढ़ाना कहीं लिख लेना, टांकना, टीपना।
कागज रंगना कागज पर कुछ लिखना, व्यर्थ कुछ लिखना।
कागज के घोड़े दौड़ाना खूब लिखा पढ़ी करना, खूब चिट्ठी पत्री करना, परस्पर खूब पत्र -व्यवहार करना। उ0- सत्य कहा लिखि कागद कोरे। रामा0। केवल कागजी कार्यवाही करना।
कागजी फूल सारहीन कृत्रिम, दिखावटी पदार्थ।
कागद खोना वृद्ध होकर भी मृत्यु न होना।
काछ काछना वेष बनाना।
काछ का खोलना नंगा करना, संभोग करना।
काछ लगना चलने में रानों का रगड़ खाना, चमड़े का रगड़ कर छिल जाना।
काजल की कोठरी ऐसा स्थान जहां जाने से मनुष्य को कलंक लगे।
कागज घुलाना (आँखों में) कागज लगाना।
काजल पारना दीपक के घुएं की कालिख को किसी बर्तन में जमाना, दीपक के धुंए से काजल बनाना या जमाना।
काजी जी की दाढ़ी तबर्रुक में गयी किसी अच्छी चीज का यों ही समाप्त हो जाना।
काजी जी दुबले क्यों शहर के अंदेशे से ऐसी बातों की चिन्ता में घुलना, जिनका अपने में सम्बन्ध न हो।
काट खाना दाँतों से घायल करना, डंसना, डंक मारना।
काटने दौड़ना चिड़चिड़ाना, खीजना, बहुत बुरा लगना, सूना और उजाड़ लगना, बहुत गुस्से में बोलना।
काटे खाना बुरा मालूम होना, चित्त को व्यथित करना, जी को उचाट करना, सूना ओर उजाड़ लगना।
काटे दौड़ना बुरा मालूम होना, चित्त को व्यथित करना, जी को उचाट करना, सूना ओर उजाड़ लगना।
काटो तो खून नहीं अचानक उत्पन्न हुए भयादि के कारण स्तब्ध होना, एकबारगी सन्न हो जाना।
काठ कटौअल बांसुरी आँख मिचौनी की तरह एक खेल जिसमें लड़के किसी काठ को छूकर आते हैं।
काठ का उल्लू जड़, बज्र मूर्ख।
काठ का घोड़ा बैसाखी।
काठ कौड़ा चलना काठ में पैर देने और कोड़ा मारने का अधिकार होना, दण्ड देने का अधिकार होना, बड़ी चलती होना।
काठ की हांड़ी ऐसी दिखाऊ वस्तु जिसका धोखा एक बार से अधिक न चल सके।
काठ की पुतली होना अशक्त होना।
काठ चबाना दुःख से निर्वाह करना।
(किसी को) काठ मार जाना अत्यधिक चकित, स्तब्ध या सुन्न हो जाना।
काठ मारना अपराधी को काठ की बेड़ी पहनाना, चलने-फिरने पर रोक लगाना।
काठ में पाँव देना अपराधी को काठ की बेड़ी पहनाना, कलंदरा में पाँव डालना, स्वयं बन्धन में पड़ना। उ0- पूलै फूले फिरत है, होत हमारी व्याव, तुलसी गाय बजाय के देत काठ में पांव। तुलसी।
काठ हो जाना डर या घबराकर सन्न हो जाना, स्तब्ध होना।
काठ होना संज्ञाहीन होना, चेतना रहित होना, जड़वत होना, स्तब्ध होना, सूखकर कड़ा हो जाना।
कान उठाना सुनने के लिए तैयार होना। (पशु का) आहट लेना, चौकन्ना होना, सचेत या सजग होना।
कान उड़ना लगातार देर तक गम्भीर या कड़ा शब्द सुनते सुनते कान कान को पीड़ा या चित्त को घबड़ाहट होना, कान का कट जाना।
कान उड़ा देना हल्ला गुल्ला करके कान को पीड़ा पहुँचाना और व्याकुल करना, कान काट लेना।
कान उमेठना दण्ड देने के हेतु किसी का कान मरोड़ देना, दण्ड आदि द्वारा गहरी चेतावनी देना, किसी काम के न करने की कड़ी प्रतिज्ञा करना।
कान ऊँचे करना सुनने के लिए तैयार होना, आहट लेना, सचेत या सजग होना, होशियार होना।
कान ऐंठना दण्ड देने के हेतु किसी का कान मरोड़ देना, दण्ड आदि द्वारा गहरी चेतावनी देना, कोई काम न करने की शपथ करना।
कान करना सुनना, ध्यान देना, उ0- बालक बचन करिय नहिं काना। तुलसी।
कान कतरना मात देना, बढ़कर होना, नीचा दिखाना।
कान का कच्चा जो कुछ सुने, उस पर बिना विचार किये विश्वास कर लेने वाला।
कान काटना मात देना, बढ़कर होना, नीचा दिखाना।
कान खड़े करना (आप) चौकन्ना होना, सचेत होना, सचेत करना, होशियार करना।
कान खड़े रखना होशियार रहना।
कान खड़े होना सचेत होना, चौकन्ना होना।
कान खरा करना कान गरम करना, कान मलना।
कान खा जाना बहुत शोर गुल करना, बहुत बातें करना।
कान खाना बहुत शोर गुल करना, बहुत बातें करना।
कान खुलना सजग होना, सचेत होना, शिक्षा ग्रहण करना।
कान खोल देना होशियार कर देना, चेताना, सजग कर देना, मूल बता देना।
कान खोलना होशियार कर देना, चेताना, सजग कर देना, मूल बता देना, सावधान कर देना।
कान गरम कर देना कान उमेठना।
कान झन्नाना अधिक शब्द सुनने से कान का सुन्न हो जाना।
कान दबाना विरोध न करना, दबना, सहमना।
कान देना ध्यान देना, ध्यान से सुनना। उ0- सुर असुर ऋषि मुनि कान दीन्हे। रामा0।
कान धरना ध्यान से सुनना, (किसी बात को) फिर न करने की प्रतिज्ञा करना, बाज आना, कान मरोड़ना, दण्ड आदि द्वारा गहरी चेतावनी देना।
कान न दिया जाना कर्कश या करूण स्वर सुनने की क्षमता न रहना, न सुना जाना, सुनने में कष्ट होना।
कान हिलाना कुछ उत्तर न देना, उपेक्षा भाव रखना, बिना विरोध किसी बात को मान लेना, चूं न करना, दम न मारना, विरोध, आपत्ति न करना।
कान पकड़कर उठना बैठना बच्चों को दी जाने वाली एक सजा।
कान पकड़कर निकाल देना अनादर के साथ किसी स्थान से बाहर कर देना, बइज्जती से हटा देना।
कान पकड़ना कान मलकर दण्ड देना, कान उमेठना, अपनी भूल या छोटाई स्वीकार करना, किसी को अपना गुरू मान लेना। पछतावे के साथ किसी बात को फिर न करने की प्रतिज्ञा करना।
कान पकड़ी लोंडी अत्यन्त आज्ञाकारिणी दासी।
कान पड़ना सुनने में आना, सुनाई पड़ना।
कान पड़ी आवाज सुनाई न देना शोरगुल के कारण कान में पड़ी हुई बात का सुनाई न देना।
कान पर जूं न रेंगना कुछ भी परवाह न होना, कुछ भी ध्यान न देना, कुछ भी चेत न होना, बेखबर होना।
कान पूंद दबा कर चला जाना चुपचाप चला जाना, बिना ची चपड़ के खिसक जाना, बिना विरोध किए टल जाना।
कान पूंछ फटकारना सजग होना, सावधान होना, चैतन्य होना, तुरन्त के आघात से स्वस्थ या तन्द्रा से चैतन्य होना।
कान फटना कड़े शब्द को सुनते सुनते कान में पीड़ा होना या जी उबना।
कान फटफटाना कुत्तों का कान हिलाना जिससे फट फट शब्द होता है। (यात्रा आदि में यह अशुभ समझा जाता है)।
कान फूंकवाना गुरूमंत्र लेना, दीक्षा लेना।
कान फूंकना दीक्षा देना, चेला बनाना, गुरू मंत्र देना, किसी के विरूद्ध किसी के मन में कोई बात बैठा देना, पहले से किसी के विषय में किसी का ख्याल खराब करना, बहकाना, कान भरना।
कान फोड़ना शोरगुल करके कानों को कष्ट पहुंचाना।
कान बंद कर लेना जान बूझकर किसी की बात न सुनना, सुनकर भी उस पर ध्यान न देना।
कान बजना कान में सायं सायं की आवाज होना।
कान बहना कान से पीव निकलना।
कान बहरे कर लेना जान बूझकर किसी की बात न सुनना, सुनकर भी उस पर ध्यान देना।
कान बीधना कान छेदना।
कान बुचियाना कानों को पीछे की ओर दबाकर काटने या चोट करने की तैयारी करना। (यह मुद्रा बन्दरों और घोड़ों में बहुधा देखने को आती है)।
कान भर जाना सुनते सुनते जी ऊब जाना।
कान भरना चुगली करना, बुराई या निंदा करना, किसी विषय में पहले से किसी का ख्याल खराब करना।
कान मलना कान उमेठना, दण्ड आदि द्वारा गहरी चेतावनी देना।
कान मूंदना सुनना न चाहना।
कान में कोड़ी डालना दास या गुलाम बनाना।
कान में ठेंठी लगाना न सुनना।
(कोई बात) कान में डाल देना सुना देना, जता देना।
कान में तेल डालकर बैठना बहरा बन जाना, बात सुनकर भी उस ओर कुछ ध्यान न देना, बेखबर रहना।
कान में तेल डालना सुना देना, कान बहरे कर लेना।
कान में पड़ना सुनने में आना, सुनाई पड़ना।
कान में पारा मरना कान में परा भरने का दण्ड देना। (प्राचीन काल में अपराधियो के कान में सीसा या पार भरा जाता था)।
कान में लेना सुनना। उ0- करें धरी दस ता में कोऊ जो खबरि देत लेत। नहिं कान और मखवजी। प्रियादास।
कान लगना कान के पीछे घाव होना। कनकटी हो जाना, चुपके चुपके कान भरना, गुप्त रीति से मंत्रणा देना।
कान लगाना ध्यान देना।
कान होना चेतना, खबर होना, ख्याल होना, दूसरों की काम करने वाली बातों को सुनाना।
कानाफूसी करना चुपके चुपके कान में बात कहना, या भेद बताना।
कानाबाती करना चुपके चुपके कान में बात कहना, बच्चों को हंसाने का एक ढंग, जिसमें बच्चे के कान में ‘काना बाती काना बाती कू’ कह कर ‘कू’ शब्द को अधिक जोर से कहते हैं जिससे बच्चा हंस देता है।
कानि पड़ना लोक या समाज की मर्यादा का ध्यान रखना।
कानी उंगली कनिष्का या सबसे छोटी उंगली।
कानी कौड़ी पास न होना एक पैसा भी पास न रहना, निर्धन होना।
कानून छांटना बहस करना, कुतर्क करना, हुज्जत करना।
कानून बधरना अनावश्यक तर्क-कुतर्क करना।
कानून बूंकना तर्क-कुर्तक करना।
कानों पर जूं रेंगना चेत होना, स्थिति का ज्ञान होना, सतर्कता होना, होश होना।
कानों पर हाथ धरना बिल्कुल इनकार करना, किसी बात से अपनी अनभिज्ञता प्रकट करना, किसी बात से अपना लगाव अस्वीकार करना, किसी बात के करने से एकबारगी इनकार करना, अनजान बनना।
कानों में उंगली देना किसी बात से उदासीन या विरक्त होकर उसकी चर्चा बचाना, किसी विषय को न सुनने का प्रयत्न करना।
कानों कान खबर न होना किसी के सुनने में न आना, जरा भी खबर न होना।
काफिया तंग करना बहुत हैरान करना, नाकों दम करना, परेशान करना।
काफिया तंग होना लाचार होना, नाकों दम रहना।
काफिया मिलाना तुक मिलाना, अपना साथी बनाना, किसी काम में शरीक करना।
काफूर होना चम्पत होना, रफू चक्कर होना, गायब होना, उड़ जाना, अदृश्य हो जाना।
काबुल में क्या गधे नहीं होते? अच्छों के बीच बुरे, पंडितों के कुल में मूर्ख भी हो सकते हैं।
काबू पर चढ़ना अधिकार में आना, दांव पर चढ़ना।
काबू में रहना वश में करना।
काम अटकना काम रूकना, हर्ज होना।
काम आना लड़ाई में मारा जाना, काम में आना, व्यवहार में आना, उपयोगी होना, साथ देना, सहारा देना,सहायक होना, आड़े आना।
काम उतारना किसी दस्तकारी के काम को पूरा करना, कोई कारीगरी की चीज को तैयार करना।
काम करना प्रभाव डालना या दिलाना, असर करना, प्रयत्न में कृत होना,संभोग करना, अर्थ साधना, मतलब निकालना।
काम के सिर होना काम में लगना।
काम खुलना कारोबार चलना, नया कारखाना खुलना, नया कारोबार प्रारम्भ होना।
काम चढ़ना तैयारी के लिए किसी चीज का खराब करघे कालिब वूल आदि पर रक्खा जाना।
काम चढ़ाना किसी चीज को तैयार करने के लिए खराब, करघे कालिक, कल आदि पर रखना या लगाना।
काम चलना काम जारी रहना, क्रिया का सम्पादन होना, प्रयोजन निकलना, अर्थ सिद्ध होना, अभिप्राय निकालन, अर्थ सिद्ध करना, कार्य निवार्हह करना, आवश्यकता पूरी करना।
काम चमकना बहुत अच्छी तरह कारोबार चलना, व्यवसाय में वृद्धि होना।
काम तमाम करना काम पूरा करना, मार डालना, घात करना।
काम तमाम होना काम पूरा होना, काम का समाप्त होना, मरना, जान से जाना, प्राण निकल जाना।
काम देखना किसी चलते हुए कार्य को देखभाल करना, काम की जाँच करना, अपने कार्य या मतलब की ओर ध्यान रखना।
काम देना व्यवहार में आना, उपयोगी होना।
काम न आना बेकाम हो जाना
काम निकलना प्रयोजन सिद्ध होना, उद्देश्य पूरा होना, मतलब गंठना, कार्य-निवार्ह होना, आवश्यकता पूरी होना।
काम निकालना प्रयोजन साधना, मतलब गांठना, कार्य निर्वाह करना, आवश्यकता पूरी करना।
काम पड़ना आवश्यकता होना, प्रयोजन पड़ना, दरकार होना, किसी से पाला पड़ना, किसी प्रकार का व्यवहार या सम्बन्ध होना। उ0- चंदन पड़ा चमार घर, नित उठि कूटै चाम। चंदन बपुरा का कै, पड़ा नीच से काम।
काम पर जाना कार्यालय जाना, अपने रोजगार की जगह जाना, जहाँ पर कोई काम हो रहा हो वहाँ जाना।
काम बंटाना किसी काम में सम्मिलित होना, किसी काम में सहायता करना, सहायक होना।
काम बढ़ाना काम बंद करना,नित्य के नियमित समय पर कोई काम बंद करना।
काम बनना अर्थ साधना, प्रयोजन निकलना, मतलब गठना, उद्देश्य सिद्ध होना, बात करना।
काम बनाना किसी का अर्थ साधन करना, किसी का मतलब निकालना।
काम बिगड़ना कारबार बिगड़ना, व्यवसाय नष्ट होना, व्यापार में घाटा आना, बात बिगड़ना, मामला बिगड़ना।
काम भुगतना काम निपटना, काम पूरा होना।
काम भुगताना कार्य समाप्त करना, काम पूरा करना।
काम में आना व्यवहार में आना, वरता जाना, व्यवहृत होना।
काम में नघना काम में लगना।
काम में नाथना काम में लगाना।
काम में लाना बरतना, व्यवहार करना, उपयोग करना।
काम रखता है बड़ा कठिन कार्य है, मुश्किल बात है।
काम रखना वास्ता रखना, सरोकार रखना, लगाव रखना, कठिन होना।
काम लगना काम जारी होना, कार्य का विधान होना, किसी वस्तु के निर्मित करने का अनुष्ठान होना, काम पड़ना, आवश्यकता होना।
काम लगा रहना व्यापार जारी रखना।
काम लेना कार्य में नियुक्त करना, कार्य कराना, व्यवहार में लाना, उपयोग करना, बरतना।
काम संवारना काम बनाना, किसी का अर्थ साधन करना।
काम सीखना कार्यक्रम की शिक्षा लेना, व्यवसाय का धंधा सीखना, कला सीखना।
काम से काम रखना अपने कार्य में प्रयोजन रखना, अपने प्रयोजन की ओर ध्यान रखना, व्यर्थ की बातों में न पड़ना।
काम होना प्रयोजन सिद्ध होना, अर्थ निकलना, आवश्यकता पूरी होना, मरना, प्राण जाना, अत्यन्त कष्ट पहुंचना।
कायजा करना घोड़े की लगाम की डोरी को पूँछ में फंसाना (घोड़े को चुपचाप खड़ा करने के लिए खरहरा करते समय प्रायः ऐसा करते है)।
कायम उठाना शतरंज की बाजी का इस प्रकार समाप्त होना, जिसमें किसी पक्ष की हार जीत न हो।
कायल करना किसी से कोई बात मनवा लेना।
कायल माकूल करना कायम करना।
कायल होना मान लेना, विपक्षी की बात का औचित्य स्वीकार करना, निरूत्तर हो जाना।
काया पलट जाना रूपान्तर हो जाना, और से और कर देना।
काया पलट देना रूपान्तर करना, और से और कर देना।
कारखाना फैलाना अनावश्यक विस्तार या आडम्बर करना।
कारूरा मिलना अत्यन्त घनिष्ठता होना, अत्यन्त हेल-मेल होना।
काल काटना समय बिताना।
काल के गाल में जाना मर जाना, ऐसे संकट में पड़ना जिसमें मरने का भय हो, मृत्यु के मुख में पड़ना।
कालक्षेप करना समय काटना, दिन बिताना।
काला के आगे चिराग नहीं जलता जबरदस्त के आगे कुछ और नहीं चलता। (कहते हैं कि काले सांप के फुफकार से दीपक बुझ जाता है)।
काला मुँह होना कलंकित होना बदनाम होना।
काला बाल जाना किसी को अत्यन्त तुच्छ समझना। उ0- चोर कब उसका जोर माने है, काला बाल उसको अपना जाने है। सौदा।
कालिख पुत जाना बदनामी होना।
कालिख पोतना बदनामी करना।
काली हांडी सिरपर रखना सिर पर बदनामी लेना, कलंक टीका लगाना।
काले कौसो बहुत दूर। उ0- तातें अब मरियत अफसोसन। मथुराहू ते गए सखी री अब हरि काले कोसन। सूर।
काले कौवे खाना बहुत दिनों तक जीवित रहना। (ऐसा प्रसिद्ध है कि कौवा बहुत दिनों तक जीता है)।
(किसी का) काले तिल चबाना (किसी का) दबेल होना, अधीन या वशवर्ती होना, गुलाम होना।
कावा काटना वृत्त में दौड़ना, चक्कर खाना, चक्कर मारना, आँख बचाकर दूसरी ओर निकल जाना।
कावा देना वृत्त में दौड़ाना, चक्कर देना।
(घोड़े को) कावे पर लगाना (घोड़े को) कावा या चक्कर देना।
काशी करवट लेना काशी करवट नामक तीर्थ में गला कटवाकर मर प्राण त्याग करना, कठिन दुःख सहना।
किचकिची बांधना क्रोध से दाँत पिसना, भरपूर बल लगाने के लिए दाँत पर दाँत पर दाँत रखकर चबाना।
किताबी कीड़ा वह कीड़ा जो पुस्तकों को चाट जाता है, व्यक्ति जो सदा पुस्तक पढ़ता रहता है।
किताबी चेहरा वह चेहरा जिसकी आकृति लम्बाई लिए हो।
किधर आया किवर गया किसी के आने जाने की कुछ भी खबर नहीं।
किधर का चाँद निकला यह कैसी अनहोनी बात हुई, यह कैसी बात हुई जिसकी कोई आशा न थी।
किधर जाऊँ क्या करू? कौन सा उपाय करूं? कोई उपाय नहीं सूझता।
किधर से चाँद निकला? आज कैसे दिखाई पड़े? क्या अनहोनी बात हुई जो आप दिखाई पड़े।
किनारा करना अलग होना, दूर होना, परित्याग करना, छोड़ देना। उ0- जिनके हित परलोक बिकारा। ते सब जिअतै किहिन किनारा। विश्राम।
किनारा कश होना अलग, एक ओर हो जाना।
किनारा कशी करना दूर होना, हटना।
किनारा खींचना किनारे होना, अलग होना, दूर होना, हटना।
किनारे करना पूरा करना, अलग करना, हटाना।
किनारे न जाना दूर रहना, अलग रहना, बचना।
किनारे न लगना पास न फटकना, निकट न जाना, दूर रहना।
किनारे बैठना अलग होना, छोड़ कर दूर हटना। उ0- रही किनारे बैठ। कबीर।
किनारे रहना दूर रहना, बचना।
किनारे लगना पार पहुँचना, (किसी कार्य का) समाप्ति पर पहुँचना, काम समाप्त होना।
किनारे लगाना पार पहुँचाना, (किसी कार्य का) समाप्ति पर पहुँचाना, पूरा करना, निर्वाह करना।
किनारे होना बदनामी होना, अपमान होना, हेठी होना।
किरन फूटना सूर्योदय होना।
किराया उतारना भाड़ा वसूल करना।
किराये करना किराये पर लेना।
किराये के व्यर्थ के, अयोग्य (लोग)।
किराये पर देना अपनी वस्तु को दूसरे के व्यवहार के लिए कछ धन के बदले में देना।
किराये पर लेना दूसरे की वस्तु का कुछ दाम देकर व्यवहार करना।
किरिया घराना कसम देना।
किला टूटना किसी बड़ी भारी कठिनता या अड़चन का दूर होना, किसी दुःसाध्य कार्य का पूरा होना।
किला फतह करना कोई कठिन काम कर लेना, अत्यन्त विकट कार्य करने में सफलता प्राप्त करना, किला जीत लेना।
किला बांधना शतरंज के खेल में बादशाह को किसी घर में सुरक्षित रखना जिसमें प्रतिपक्षी जल्दी मात न कर सके।
किला सर करना किला जीत लेना, अति कठिन कार्य करना।
किल्ला गाड़ कर बैठना अटल होकर बैठना।
किल्ली ऐंठना पेच घुमाना, किसी का मत फेर देने की युक्ति करना, जोड़तोड़ लगाना, दांव चलाना।
किल्ली घुमाना दांव पेंच चलाना, किसी का मत फेर देने की युक्ति करना। जोड़ तोड़ लगाना।
(किसी की) किल्ली हाथ मे होना किसी से मनचाहा काम करा लेने की युक्ति मालूम होना।
किवाड़ देना किवाड़ बंद करना।
किवाड़ बंद हो जाना घर में किसी का न रहना, सबका मर जाना।
किसी आदमी को पीसना बहुत भारी उपकार करना या हानि पहुंचाना, नष्ट पहुंचा देना, चौपट कर देना।
किसी ओर फिरना प्रवृत्त होना, झुकना। उ0- तसि मति फिरी अहइ जसि मावी। तुलसी।
किसी का कुछ जानना किसी का सहायतार्थ दिया हआ धन या किया हुआ उपकार स्मरण रहना, किसी के किये हुए उपकार के लिए कृतज्ञ होना।
किसी का तौलना किसी की खुशामद करना।
किसी का वेश धारण करना किसी के रूपरंग और पहनावे की नकल करना।
किसी का सर पूजना किसी की बराबरी तक पहुँचना।
किसी का होना किसी के अधिकार में, अधीन या आज्ञावर्ती होना, दास होना। उ0- तुलसी तिहरो, तुम ही तें तुलसी को हित राखि कहा। जो पे तो ह्वै हों माखी घीय की। तुलसी। किसी का प्रेमी या प्रेमपात्र होना। उ0- अब तो कान्ह मए कुबजा के क्यों कहि हैं ब्रज फेरो। सूर। किसी का आत्मीय या सम्बन्धी होना। उ0- देस में रहेंगे, परदेसा में रहेंगे, काहू भेस में रहेंगे ताऊ रावरे कहावेंगे। अनीस।
किसी काम पर तुलना काई काम करने के लिए उद्यत होना।
किसी की आँखों में सलाई फेरना आँखो में सुरमा या औषण लगाना। किसी को अंधा करने के लिए सलाई गरम करके आँखों में लगाना। आँखें फोड़ना।
किसी की चमकना किसी की श्रीवृद्धि होना, किसी की बढ़ती और कीर्ति होना।
किसी की चलना (किसी का) उपाय लगना, वश चलना, प्रयत्न सफल होना। उ0- अंग निरखि अनंग लज्जित सके नहिं ठहराय। एक की कहा चलै शत शत कोटि रहत लजाय। सूर।
किसी को चलाना प्रसंगवश किसी का जिक्र करना, किसी के बारे में कुछ कहना।
किसी की शान में किसी बड़े के सम्बन्ध में, किसी के प्रति या किसी के विषय में।
किसी को हेकड़ी भुलाना किसी को पराजित करके उसका अभिमान नष्ट करना।
किसी के आगे की थाली खींचना किसी के निश्चित लाभ में बाधक होना।
किसी के आगे पीछे होना किसी के वश में होना।
किसी के कान भरना चुगली करना, छिप कर बुराई या निन्दा करना।
किसी के ख्याल पड़ना किसी के पीछे पड़ना, किसी को तंग या परेशान करने पर उतारू होना।
किसी के चक्कर मे आना या पड़ना किसी के धोखे में आना या पड़ना।
किसी के जिम्मे रूपया आना किसी के ऊपर ऋण स्वरूप रूपया होना, देना ठहराना।
किसी के जोर पर कूदना किसी को अपनी सहायता पर देखकर अपना बल दिखाना।
किसी के ठौर किसी के स्थानापन्न, किसी के तुल्य।
किसी के दरगाह पड़ना किसी के पीछे पड़ना, किसी को लगातार बहुत तंग करना।
किसी के नाम का खुतबा पड़ जाना सर्वसाधारण को सूचना देने के लिए किसी के सिंहासाधीन होने की घोषणा होना।
किसी के नाम डालना किसी के नाम के आगे लिखना, किसी के जिम्मे लिखना।
किसी के निकट किसी के निकट कुछ मांगना, किसी के लेखे में. किसी भी समय में – जैसे तुम्हारे निकट यह काम कुछ भी नहीं।
किसी के पंथ लगना किसी के पीछे होना, अनुसरण करना, अनुयायी होना, किसी के पीछे पड़ना, बराबर तंग करना, लगातार कष्ट देना। उ0- किन्नर, सिद्ध, मनुज, सुर नागा, हठि साब ही के पंथहि लागा। तुलसी।
किसी के पैर की धूल होना किसी की तुलना में अत्यन्त तुच्छ होना।
किसी के बल पर कूदना किसी का सहारा पाकर बहुत बढ़ चढकर बोलना।
किसी के मुँह पर चन्दन पोतना किसी की कीर्ति पर कलंक लगाना, कालिख पोतना। (व्यंग्य)।
किसी के मुँह पर तोबड़ा चढ़ाना किसी को बोलने से रोकना, मुँह बन्द करना।
किसी के रहते किसी की विद्यमानताम में, उपस्थिति में।
किसी के लिए मरना हैरान होना, कष्ट सहना।
किसी के लेखे किसी की समझ में, किसी के विचार के अनुसार। उ0- नर बानर केहि लेखे आंही।
किसी के सिर सेहरा बंधना किसी का कृतकार्य होना, औरों से अधिक यश या कीर्ति होना। श्रेय मिलना।
किसी के सुर में सुर मिलाना किसी की हाँ में हाँ मिलाना, चापलूसी करना।
किसी के हाथ बिकना किसी का अनुचर, सेवक या दास होना, किसी का गुलाम बनना। उ0- आयु चितेरिन हाथ बिकानी। रत्ना0।
किसी को ओसाना किसी को खूब फटकारना।
किसी को कुछ आना किसी को कुछ बोध होना, किसी को कुछ ज्ञान होना।
किसी को कुछ आना जाना किसी को कुछ बोध या ज्ञान होना।
किसी को दीवार में चुनना जीते जी किसी को दीवार में गड़वा देना, किसी मनुष्य को खड़ा करके ऊपर ईंटों की जोड़ाई करना।
किसी (आदमी) को पीसना बहुत भारी उपकार करना या हानि पहुँचाना, नष्ट प्राय कर देना, चौपट कर देना।
किसी को लगाकर कुछ कहना बीच में किसी का सम्बन्ध स्थापित करके किसी प्रकार का आरोप लगाना या गाली देना
किसी घाट लगना कहीं ठिकाना या आश्रय पाना।
किसी न किसी कोई न कोई (कोई एक) एक न एक।
किसी पर आँख रखना नज़र रखना, चौकसी करना, चाह रखना, इच्छा रखना, आशा रखना, भलाई का आसरा रखना।
किसी पर किसी को छोड़ना किसी के पीछे किसी को दौड़ाना, किसी को पकड़ने, तंग करने या चोट पहुंचाने के लिए उसके पीछे किसी को लगा देना।
किसी पर गुजरना किसी पर (संकट या विपत्ति) पड़ना।
किसी पर छौहाना किसी पर स्नेह प्रकट करना, किसी पर दया या अनुग्रह करना।
किसी पर टाल देना समय बिताना, अपनी जान बचाते हुए दूसरे को निर्देश कर देना।
किसी पर डांट रखना किसी पर शासन या दबाव रखना।
किसी (व्यक्ति या वस्तु) पर थूकना अत्यन्त घृणा करना, तनिक भी पसन्द न करना, अत्यन्त तुच्छ समझ कर ध्यान तक न देना।
किसी पर मरना लुब्ध होना, आसक्त होना।
किसी पर रोशन होना किसी पर जाहिर होना, प्रकट होना, मालूम होना।
किसी पर हंसना विनोद की बात कहकर तुच्छ या मूर्ख ठहराना, उपहास करना, व्यंग्यपूर्ण निन्दा करना, अनादर करना। उ0- (क) हंसिबे जोग, हंसे नहिं खोरी। तुलसी। (ख) हंसहि मलिन खल विमल बतकहि। तुलसी।
किसी पर हरफ आना दोष लगना, कसूर लगना।
किसी बात का ठहरना किसी बात का संकल्प होना, विचार स्थिर होना, उठना, किसी बात का पक्का होना।
किसी बात का रोना होना किसी बात का कष्ट या प्रभाव होना।
किसी बात को गठिया रखना किसी बात को निश्चय समझना।
किसी बात को पीटना किसी व्यक्ति की मृत्यु पर शोक करना, किसी व्यक्ति के मरने पर छाती पीटना।
किसी बात पर जाना किसी बात के अनुसार कुछ अनुमान या निश्चय करना, किसी बात को ठीक मानकर उस पर चलना, किसी बात पर ध्यान देना।
किसी बात पर ठनना किसी बात या काम को करने के लिए उद्यत होना।
किसी बात से भी गये इतनी बात से भी वंचित रहे? इतना करने के भी अधिकारी या पात्र न रहे? इतने में भी चूकने वाले हो गये?
किसी वस्तु को रोना किसी वस्तु के लिए पछताना या शोक करना, किसी वस्तु का दुःख मानना।
किसी व्यक्ति को के लिए पीटना किसी व्यक्ति की मृत्यु का शोक करना, किसी के मरने पर छाती पीटना, मातम करना। उ0- आँख फूटे जो नजर भर देखे। मुझ को पीटे अगर इधर देखे। उर्दू किव।
किस्मत आजमाना भाग्य की परीक्षा करना, किस्मत के भरोसे पर कोई कार्य करना।
किस्मत उलटना भाग्य खराब होना।
किस्मत का धनी भाग्यहीन, बड़े भाग्यवाला।
किस्मत का फेर बदमिस्मती, जमाने का उलट फेर।
किस्मत का लिखा जो भाग्य में बधा हो। नियति।
किस्मत खुलना भाग्य अच्छा होना।
किस्मत चमकना भाग्य प्रबल होना, बहुत भाग्यवान होना, बढ़ती के दिन आना।
किस्मत जगना भाग्य का अनुकूल होना, भाग्य का प्रबल होना, बहुत भाग्यवान होना, बढ़ती के दिन आना।
किस्मत पलटना भाग्य के परिवर्तन होना, प्रारब्ध का अच्छे से बुरा या बुरे से अच्छा होना।
किस्मत फिरना भाग्य के परिवर्तन होना, प्रारब्ध का अच्छे से बुरा या बुरे से अच्छा होना।
किस्मत फूटना भाग्य का मंद पड़ना।
किस्मत उड़ना भाग्य की परीक्षा होना, भाग्य खुलना, प्रारव्य अच्छा होना, भाग्य का अनुकूल होना।
किस्सा कोताह करना थोड़े में मतलब की बात कहना।
किस्सा कोताह यह थोड़े में, संक्षेप में यह। सारांश।
किस्सा खड़ा करना काण्ड खड़ा करना, झगड़ा खड़ा करना।
किस्सा खत्म करना झगड़ा मिटाना, झंझट दूर करना, किसी वस्तु या विषय को समूल नष्ट करना।
किस्सा खत्म होना झगड़ा मिटना, किसी वस्तु या विषय का समूल नष्ट होना।
किस्सा तमाम होना झगड़ा खत्म होना, मिटना, मरना।
किस्सा नाथना अपनी बीती सुनाना, अपने कष्ट का वृतान्त आरम्भ करना, झगड़ा खड़ा करना।
किस्सा पाक होना झगड़ा खत्म होना, मिटना, मरना।
किस्सा बढ़ाना किसी वृतान्त को विस्तार से कहना।
किस्सा मोल लेना झगड़ा खड़ा करना।
कीचड़ में फंसना असमंजस में पड़ना, संकट में पड़ना, कठिनाई में पड़ना।
कीड़ा काटना चुनचुनाहट होना, बेचैनी होना, चंचलता होना, जी उकताना।
कीड़ा पड़ना (वस्तु में) कीड़े उत्पन्न होना, दोष होना, ऐब होना। (किसी चीज का) सड़, बिगड़ जाना।
कीड़ा लगना कीडों का किसी चीज (कपड़ा, किताब आदि को) खा जाना या उसमें घर करना।
कीड़ा होना किसी बात का कार्य में व्यस्त होना।
कीमत ठहरना मूल्य निश्चित करन होना, दाम तै होना।
कीमत ठहराना मूल्य निश्चित करना, दाम तै करना।
कीमा करना किसी चींज के बहुत छोटे-छोटे टुकड़े करना, रैजा-रेजा करना।
कुंजरो ना नरो ना कुंजरो नरो हाथी या मनुष्य, श्वेत या कुष्ण, यह या वह, अनिश्चित या दुविधा की बात। उ0- सोहों सुमिरत नाम सुधारस पैखत परसि घोरा। स्वारथ हूपरमारथ हू को नहिं कुंजरो नरो। तुलसी।
(किसी की) कुंजी हाथ में होना किसी का बस में होना, किसी की चाल या गति का बस में होना।
कुंड पड़ना नदी के बहाव में किसी स्थान का अत्यन्त गहरा पड़ जाना।
कुंडली की विधि मिलना कुंडली में लिखी बात का पूरा होना, पंडित ज्योतिष द्वारा बताई हुई बात का ठीक घटना।
कुंडी खटखटाना दरवाजा खुलवाने के लिए सांकल को इस तरह हिलाना कि जोर की आवाज हो।
कुंद छुरी से हलाल करना बहुत कष्ट देना, सताना।
कुंदन सा दमकना स्वच्छ सोने की भांति चमकना।
कुंदन हो जाना खूब स्वच्छ और निर्मल हो जाना, निखर जाना।
कुंदा कसना दूध से खोवा तैयार करना।
कुंदा मुनना दूध से खोवा तैयार करना।
कुंदा होना मोटा या स्थूल होना।
कुंदे जोड़, तोल या बांधकर उतरना, गिरना। (पक्षी का) परों को समेटकर धरती पर आना।
उतरना, गिरना
कुंदे तौलना पक्षी का पंख फैलाकर उड़ने की चेष्टा करन।
कुआं खोदना दूसरे की बुराई करना, दूसरे का नाश करने या उसे हानि पहुंचाने का प्रयत्न करना, जीविका के लिए परिश्रम करना।
कुआं चलाना कुएं से खेत सींचने के लिए पानी निकालना।
कुआं जोतना कुएं से खेत सींचने के लिए पानी निकालना।
कूआं फंकाना परेशान करना, तलाश में दौड़ाना।
कुआं फांकना यत्न में इधर उधर दौड़ाना, खोज में चारों ओर मारे-मारे फिरना, कोशिश में हैरान होना।
कुआं में गिरना आपत्ति में फंसना, जान-बूझकर विपत्ति में पड़ना, जान देने के लिए कुएं में कूदना।
कूएं की मिट्टी कुएं में लगना जहाँ की आमदनी हो वहीं खर्च होना।
कूएं पर से प्वीसे आना कार्य सिद्ध की जगह से निराश लौटना।
कूएं में गिरना विपत्ति में पड़ना।
कूएं में डालना जन्म नष्ट करना, सत्यानाश करना, लड़की को बुरे घर में डाल देना, उसकी जिन्दगी बरबाद कर देना।
कूएं में ढकेलना लड़की को बुरे घर में डाल देना, उसकी जिन्दगी बरबाद कर देना।
कूएं में बांस डालना बहुत तलाश करना, बहुत ढूंढना, बहुत छानबीन करना।
कूएं में बोलना इतने धीरे से बोलना कि सुनाई न पड़े।
कूएं में भांग पड़ना मंडली की मंडली उन्मत्त होना, सब की बुद्धि मारी जाना, घर के घर का बेवकूफ बन जाना।
कुचल देना पीस डालना, बल तोड़ देना।
कुछ एक थोड़ा सा।
कुछ ऐसा विलक्षण असाधारण।
कुछ कर देना जादू टोना कर देना, मंत्र प्रयोग कर देना।
कुछ कर बैठना कोई अनुचित, अनिष्ट बात कर डालना।
कुछ कह बैठना कड़ी बात कहना, गाली देना, बिगड़ना, उलटा, और की और।
कुछ का कुछ उलटा, और का और।
कुछ कुछ थोड़ा।
कुछ खा कर मर जाना विष खा कर मर जाना।
कुछ खा लेना विष खा लेना।
कुछ घर में आना अपना लाभ होना, प्राप्ति होना।
कुछ चिन्ता नहीं कुछ परवाह नहीं, कोई खटके की बात नहीं।
कुछ न कुछ थोड़ा बहुत, कम या अधिक।
कुछ न चलना वश न चलना।
कुछ ठहरना अयोग्य सिद्ध होना।
कुछ न पूछिये कहने की बात नहीं, क्या कहना, क्या बात है।
कुछ न होना निष्फल या अयोग्य होना।
कुछ पढ़कर मारना मंत्र से फूंककर कोई चीज किसी पर फेंकना (जादू टोना)।
कुछ लगाना (अपने आपको) बड़ा या श्रेष्ठ समझना, अपने धन, बल आदि का गर्व करना।
कुछ समझना (अपने आपको) बड़ा समझना, अपने धन, बल आदि का गर्व करना।
कुछ सुनोगे ऊँचा नीचा सुनोगे, गाली खाओगे।
कुछ हो चाहे जो हो।
कुछ हो जाना कोई रोग या भूत-प्रेत की बाधा हो जाना, किसी योग्य हो जाना, गणमान्य हो जाना।
कुट्टी करना चारा काटना, मित्रता भंग करना।
कुठांव मारना मर्म स्थान पर मारना अथवा ऐसे स्थान पर मारना जहाँ बहुत कष्ट या दुर्गति हो। घोर आघात पहुंचाना, बुरी मौत मारना। उ0- धरम धुरंधर धीर धरि नयन उधारे राव। सिर धुनि लीन्ह उसास असि मारेसि मोहिं कुठांव। तुलसी।
कुड़कुड़ी होना किसी बात को जानने के लिए गहरी उत्कंठा या आकुलता होना, पेट में चूहे कूदना।
कुडुक बोलना व्यर्थ होना, खाली जाना।
कुतका दिखलाना किसी चीज के देने से साफ इनकार कर जाना, अंगूठा दिखलाना।
कुत्ते का काटना सनक जाना, पागल हो जाना।
कुत्ते का दिमाग होना अत्यधिक बरबाद करने की शक्ति होना, बहुत बक्की होना।
कुत्ते का भेजा खाना बहुत बक्की होना।
कुत्ते की दुम कभी सीधी नहीं होती प्रकृतिगत खुटाई पर समझाने बुझाने का कोई असर नहीं होता।
कुत्ते की नींद ऐसी नींद जो जरा से खटके से खुल जाय।
कुत्ते की मौत मरना बहुत बुरी तरह से मरना।
कुत्ते की हुडुक उठना अचानक या कुसमय में किसी वस्तु के लिए आतुर होना।
कुत्ते की हुड़क पागल कुत्ते के काटने से होने वाला जलातक रोग का दौरा।
कुत्ते के पाँव जाना बहुत तेज दौड़ते हुए जाना।
कुत्ते के भूंकने से हाथी नहीं डरता शक्तिशाली पुरुष तुच्छ आदमी के धमकाने की परवाह नहीं करता।
कुत्ते घसीटना नीच और तुच्छ कार्य करना।
कुदक्का मारना इधर उधर कूदते फिरना।
कुदाल बजना (घर का) खोदा जाना।
कुनबा जोड़ना नाते गोते के लोगों को इकट्ठा करना, परिवार जुटाना। उ0- कहीं की ईंट कहीं का रौड़ा, भानुमति से कुनबा जोड़ा।
कुप्पा लुढ़कना किसी बड़े आदमी का मरना, अधिक व्यय होना।
कुप्पा सा मुँह करना मुँह फुलाना, रूठकर बोल चाल बंद करना।
कुप्पा होना फूल जाना, सूजना, वरम होना, मोटा होना, यठना, यठकर बोल चाल बंद करना, हष्ट पुष्ट होना।
(किसी की) कुमक पर होना किसी का हिमायत करना, पक्ष लेना, तरफदारी करना, मददगार होना।
कुम्हड़े की बतिया कुम्हड़े का छोटा कच्चा फल, अशक्त और निर्बल मनुष्य।
कुरबान करना न्यौछावर करना, वारना। उ0- चंचल चारू विशाल विवि लोचन मोचन मान। चिवत दिशि कब देखियों मन की करि कुरबान। विश्राम।
कुरबान जाना न्यौछावर होना, बलि जाना।
कुरबान होना न्यौछावर होना, मरना, प्राण देना।
कुरसी देना आदर करना।
कैफियत तलब करना कारण पूछना, जवाब मांगना, नियमानुसार विवरण मांगना।
कोई भरना अंचल के कोने में चावल, मिठाई, हल्दी, नारीयल आदि मंगल द्रव्य डालना।
कोई भरी रहना पुत्रवती रहना।
कोई एक जो चाहे सो एक।
कोई सा जो चाहे सो एक।
कोई दकीका बाकी न रखना कोई उपाय बांकी न रखना, सब उपाय कर डालना।
कोई दम का मेहमान थोड़े ही काल तक और जीने वाला, शीघ्र मरने वाला।
कोई न कोई एक नहीं तो दूसरा, यह न वह।
कोख उजड़ जाना सन्तान मर जाना, बालक मर जाना, गर्भ गिर जाना।
कोख उजड़ना सन्तान मर जाना, गर्भ गिर जाना।
कोख की आँच सन्तान का वियोग, सन्तान का कष्ट।
कोख का धन्य होना सुयोग्य पुत्रवती होना।
कोख खुलना बांझपन दूर होना।
कोख ठंडी रहना बालक या बालक और पति का सुख देखते रहना। (आसीस)।
कोख ठंडी होना स्त्री का सन्तान प्रसव करके सुखी होना।
कोख बंद होना बन्ध्या होना, सन्तति उत्पन्न करने के अयोग्य होना।
कोख मांग से भरी पूरी रहना बालक या बालक और पति का सुख देखते रहना। (आसीस।
कोख मारी जाना बन्ध्या होना, सन्तति उत्पन्न करने के अयोग्य होना।
कोख सिराना कोख ठंडी होना।
कोखे लगना पेट खाली रहने या अत्यधिक भूख लगने के कारण पेट अन्दर धंस जाना।
कोचा करेला वह चेहरा जिस पर शीतला के हु बहु बहुत से दाग हों।
कोठा खींचना लकीरों से खाना बनाना।
कोठा बिगड़ना अपच आदि रोग होना, गर्भाशय में किसी प्रकार का रोग होना।
कोठा मरना हिन्दुओं में कार्तिक स्नान करने वाली स्त्रियों का विशेष तिथियों को भूमि पर 35 खाने खींचकर ब्राह्मण को दान देने के अभिप्राय से उनमें अन्न वस्त्र आदि पदार्थ भरना।
कोठा साफ होना साफ दस्त होने के बाद पेट का हलका हो जाना। अन्तःकरण शुद्ध होना, हृदय में को बुरा विचार न रहना।
कोठी करना महाजनी का काम शुरू करना, लेन देन का व्यवहार करना, कोई बड़ा कारोबार शुरू करना, बड़ी दुकान खोलना।
कोठी खोलना महाजनी का काम शुरू करना, लेन देन का व्यवहार करना, कोई बड़ा कारोबार शुरू करना।
कोठी मलना कुएं या पुल के खम्भे में जमवट या गोले के ऊपर की जोड़ाई को नीचे धंसाना।
कोठी चलना महाजनी का कारोबार होना, लेन-देन का व्यवहार होना।
कोठी बैठना दिवाला निकलना, कारोबार में घाटा होना।
कोठे पर चढ़ना किसी ऐसे स्थान पर पहुंचना जहां सब लोग देख सकें, अधिक ज्ञात या प्रसिद्ध होना।
कोठे पर बैठना वैश्या बनना, कसब कमाना।
कोठों में चित जाना अनेक प्रकार की आशंकायें होना।
कोठों में चित मरमना अनेक प्रकार की आशंकायें होना।
कोढ़ की खाज दुःख में दुःख बढ़ाने वाली वस्तु।
कोढ़ चूना कोढ़ के कारण अंगों का गल गलकर गिरना।
कोढ़ टपकना कोढ़ के कारण अंगों का गल गलकर गिरना।
कोढ़ में खाज दुःख पर दुःख, विपत्ति पर विपत्ति। उ0- एक तो कराल कलिकाल सूल मूल तामे, कोढ़ में की खाजु सी सनीचरी है मीन की। तुलसी।
कोथला भरना भोजन करना (व्यंग्य)।
कोदों दलना निकृष्ट पर अधिक परिश्रम का काम करना।
कोदों देकर पढ़ना अधूरी या बैढंगी शिक्षा पाना, संत में पढ़ना, फलतः कुछ सीख न पाना, मूर्ख रह जाना।
कोदों देकर सीखना अधूरी या बैढंगी शिक्षा पाना।
कोन देना कोने पर से हल को घुमाना।
कोन भारना जोतने में छूटै हुए कोनों को गोड़ना।
कौना अंतरा घर के भीतर का ऐसा स्थान जहाँ दृष्टि व जल्दी न पड़ती हो, छिपा स्थान।
कौना छांटना बढ़े हुए धारदार किनारे को कम या बराबर करना।
कौना झांकना भय या लज्जा से जी चुराना, किसी बात के बचने का उपाय करना।
कौना दबना दबाव या वश में होना, वश में होना।
कोना निकालना किनारा बनाना।
कौना भारना बढ़े हुए या धारदार किनारे को कम या बराबर करना।
कोने में बैठ रहना एकान्त में छिपकर बैठ रहना।
कोने में रहना थोड़ी जगह में अलग या एकान्त रहना।
कोने में होना चौथाई का भागी होना (दलाली)।
कोन से चार आने फी रुपयों के हिसाब से।
कोयले की दलाली में हाथ काला बुरे काम से बदनामी ही हाथ लगती है।
कोयलों पर मुहर केवल छोटे और तुच्छ खर्चो की अधिक जांच पड़ताल होना, छोटे और तुच्छ पदार्थ की अधिक और अनावश्यक रक्षा होना।
कोर दबना किसी प्रकार के दबाव या वश में होना।
कोर निकालना किनारा बनाना।
कोर भरी रहना पुत्रवती रहना।
कोरट छुटना जायदाद का कोर्ट आफ बार्ड्स के प्रबन्ध से निकलना।
कोर्ट बैठना किसी जायदाद का कोर्ट ऑफ बार्ड्स के प्रबन्ध में लिया जाना।
कोर्ट होना किसी जायदाद का कोर्ट ऑफ वार्ड्स के प्रबन्ध में लिया जाना।
कोरा उस्तरा वह उस्तरा जिस पर ताजा सान रखा हो, वह सान रखा हुआ छुरा जो चलाया न गया हो।
कोरा घोड़ा निर्लज्ज।
कोरा छुरा वह सान रखा हुआ छुरा जो चलाया न गया हो।
कोरा जवाब साफ इन्कार, स्पष्ट शब्दों में अस्वीकार।
कोरा पिंडा अछूता शरीर, बिना व्याहा पुरुष या बिन ब्याही स्त्री।
को रा बरतन मिट्टी का वह बरतन जिसमें पानी न डालागया हो। नवोढ़ा स्त्री, अछूती कुमारी।
कोरा रह जाना कुछ न पाना, सिद्ध लाभ न करना, वंचित रह जाना।
कोरा सिर वह सिर जिसमें छुरा न लगा हो, वह सिर जिसमें पेट के बाल हों, वह मला हुआ सिर जिसमें तेल न लगा हो।
कोरी धार हथियार की धार जिस पर साने अभी रक्खी गयी हो।
कोरी बोढ हरेन।
कोरे छुरे से मूंडना ताजी धार के छुरे से सिर मूंडना जिसमें बाल जड़ से मुड़ जाय अथवा बड़ा कष्ट हो। सूखा मूंडना, बिना पानी लगाये मूंडना, खूब लूटना, म खूब फंसना।
कोल्हू का बैल कड़ी मेहनत करने, हर समय पिसने वाला, एक ही जगह चक्कर खाने वाला।
कोल्हू काटकर, मुंगरी बनाना कोई छोटी चीज बनाने के लिए बड़ी चीज नष्ट करना, घोड़े से लाभ के लिए बड़ी हानि करना।
कोल्हू में डालकर पेरना बहुत अधिक कष्ट पहुंचाना।
कोसना काटना शाप और गाली देना।
कोसों दूर भागना अलग रहना, बहुत बचना।
कोसों दूर रहना अलग रहना, बहुत बचना।
कौआ उड़ाना कहीं बैठे हुए कौए को उड़ाकर किसी प्रिय के आने या न आने का शकुन देखना।
कौड़ी ऊँट बिकना बहुत सस्ते मूल्य पर बिकना।
कौड़ी कफन की न होना बिल्कुल मुफलिस, मुहताज होना।
कौड़ी का जिसका कुछ मूल्य न हो, तुच्छ निकलना, निकृष्ट, खराब।
कौड़ी काम का नहीं किसी काम का न होना, निकम्मा, निकृष्ट।
कौड़ी के तीन तीन बहुत सस्ता, जिसे कोई न पूछे।
कौड़ी के तीन बिकना बहुत सस्ता बिकना।
कौड़ी के तीन होना बहुत सस्ता होना, तुच्छ होना, बेकदर होना, नाचीज होना, नगण्य होना।
कौड़ी के मोल बहुत सस्ता या सस्तें में।
कौड़ी कौस दौड़ना एक कौड़ी के पीछे कोसों का धावा मारना, थोड़ी सी वस्तु के लिए बहुत परिश्रम करना।
कौड़ी कौड़ी एक एक कौड़ी।
कौड़ी कौड़ी का हिसाब छोटी से छोटी रकम का, पाई पाई का हिसाब।
कौड़ी कौड़ी की मुहताज रुपये पैसे से बिलकुल खाली, दरिद्र, अति निर्धन।
कौड़ी कौड़ी चुका देना अदा करना, सब ऋण चुका देना, कुल बेबाक कर देना।
कौड़ी कौड़ी जोड़ना बहुत थोड़ा थोड़ा करके धन इकट्ठा करना, एक-एक पैसा जोड़ना, बड़े कष्ट से रूपया बटोरना।
कौड़ी कौड़ी भर पाना सारा लहना वसूल कर लेना।
कौड़ी जलना भूख, क्रोध आदि से शरीर में ताप होना।
कौड़ी न पूछना मुफ्त भी न लेना, बिलकुल निकम्मा समझना नितान्त तुच्छ ठहराना, कुछ भी आदर न करना।
कौड़ी फिरना जुए में अपना दांव पड़ने लगना, फौजी, सिपाहियों का किसी विषय में एकमत होना।
कौड़ी फेरा करना घड़ी घड़ी आना जाना, बहुत से फेरे लगाना।
कौड़ी भर बहुत थोड़ा सा, जरा सा।
कौड़ी लेना मस्तुल के चारों ओर रस्सी लपेटना (लशकर)। कौन शिशिर है, किसके फालतू सिर है? किसी अपने मरने का भय नहीं है?।
कौन सा कौन।
कौन होना क्या अधिकार रखना है, क्या मतलब रखना है, कौन संबंधी होना। उ0- कोटि मनोज लजाव निहोर सुमुखि कहहु को आहि तुम्हारी। तुलसी।
कौमार्य भंग करना किसी पुरुष का किसी कुमारी कन्या से, अथवा किसी स्त्री का किसी कुंआरे पुरुष से पहले पहल सम्भोग करना, जिससे उसका कौमार्य नष्ट हो।
(काल) कौर होना मर जाना, मृत्यु के वश होना। उ0- काल कौर ह्ये है छिन माही। रामा0।
कौरी भर कर लेना आंलिंगन करके मिलना। उ0- छत्रसाल त्यों गये बिजौरी। मेंटे रतन साहु भर कौरी। लाल।
कौरे लगना किसी बात को चुपचाप सुनने के लिए द्वार के कोने में छिप कर खड़ा होना, किसी घात में छिपा रहना। उ0- मन जिनि सुनै बात यह माई। कौरे लाग्यो होई गौ कितहूं कहि दैहे सो जाई। सूर, रूठकर द्वार के कोने में खड़ा होना, मुँह फुलाना।
कौल तोड़ना किसी से की हुई प्रतिज्ञा छोड़ना, प्रतिज्ञा के अनुसार कार्य न करना।
कौल देना किसी से प्रतिज्ञा करना, वचन देना।
कौल लेना प्रतिज्ञा कराना, वचन लेना।
कौल से फिरना किसी से की हुई प्रतिज्ञा छोड़ना, प्रतिज्ञा के अनुसार कार्य न करना।
कौल हारना किसी से प्रतिज्ञा करना, किसी को वचन देना।
कौले लगना रूठकर द्वार के कोने में खड़ा होना, किसी बात को चुपचाप सुनने के लिए द्वार के कोने में छिप कर खड़ा होना, घात में रहना।
कौले सींचना पूजा, यात्रा आदि के समय द्वार के इधर-उधर पानी छिड़कना।
कौवा उठाना बढ़ी या अधिक लटकती हुई घंटी को दबाकर यथा स्थान करना।
कौवा गुहान में पड़ना हुल्लड़ या शोर में पड़ना, बहुत बोलने वालों के बीच में फंसना।
कौवा गुहान में फंसना हुल्लड़ या शोर में पड़ना, बहुत बोलने वालों के बीच में फंसना।
कौवे उड़ाना व्यर्थ या अनावश्यक कार्य करना।
क्या आये क्या चले बहुत जल्दी जा रहे हो, अभी थोड़ा और बैठो।
क्या उखाड़ना कुछ न कर सकना, कुछ हानि न पहुंचा सकना।
क्या कहना है? (प्रशंसा सूचक वाक्य) धन्य, साधु साधु, शाबास, वाह वाह, बहुत अच्छा है, बहुत बढ़िया है, प्रशंसा के योग्य नहीं है, बहुत बुरा है, बहुत अनुचित है, बिलकुल ठीक नहीं है, ऐसा नहीं है। (व्यंग्य)।
क्या किसी का नाल काटा है? क्या किसी की दाई है? क्या किसी को जनाने वाली है? क्या किसी की बढ़ी बूढ़ी है?
क्या कुछ सब कुछ, बहुत कुछ।
क्या कुत्ते ने काटा है क्या पागल हुए हैं।
क्या क्या कुछ सब कुछ, बहुत कुछ।
क्या गुदड़ी है? क्या बित्त है? क्या मजाल है?
क्या चीज है? नाचीज है, तुच्छ है।
क्या जाता है? क्या हानि होती है, कौन सा हर्ज होता है? क्या हानि नहीं, क्या व्यय होता है? क्या लगता है।
क्या पड़ना क्या आवश्यकता होना, कुछ अत्यन्त न होना, कुछ गरज न होना।
क्या जाने? कुछ नहीं जानते, ज्ञात नहीं, मालूम नहीं।
क्या नाम? नाम स्मरण नहीं आना ।
क्या पड़ी है? क्या आवश्यकता है? कुछ जरूरत नहीं। उ0- परी कहा तोहिं ब्यारी पाप अपने जरि जाहीं। सूर।
क्या पूछना (प्रशंसा सूचक वाक्य) धन्य, साधु साधु, शाबास, बहुत अच्छा है, प्रशंसा के योग्य नहीं है, बहुत बुरा है, अनुचित है, बिलकुल ठीक नहीं है, ऐसा नहीं है।
क्या समझते हैं? कुछ नहीं समझते, तुच्छ समझते हैं।
क्या से क्या हो गया बिलकुल बदल गया, और ही दशा हो गई।
क्या हुआ? क्या हर्ज है, कुछ हर्ज नहीं है, कुछ परवाह नहीं है।
क्यों न हो तुम ऐसे महानुभाव से ऐसा उत्तम कार्य क्यों न हो? वाह वाह, क्या खूब, धन्य हो, ऐसी विलक्षण बात क्यों न कहोगे?। (व्यंग्य)।
क्यों नहीं ऐसा ही है, ठीक कहते हो, निःसन्देह, (किसी बात के समर्थन में)। (स्वीकार में) हां, अवश्य, ऐसा नहीं है, ठीक नहीं करते हो। (व्यंग्य) कभी नहीं।
क्यों कर किस प्रकार, कैसे।
क्रम क्रम करके धीरे-धीरे, शनैः शनैः। उ0- जो कोउ दूरि चलन को करे। क्रम क्रम करि डग डग पग धरे। सूर।
क्रम क्रम से धीरे धीरे।
क्रम से धीरे धीरे।
क्षण मात्र थोड़ी देर।
ख
खंगर लगना सुखंडी रोग होना, दुर्बलता का रोग होना।
खंड खंड करना चकनाचूकर करना, टुकड़े टुकड़े करना, धज्जियाँ उड़ा देना।
खंडहर करना विनिष्ट करना, उजाड़ देना।
खंडहर होना उजाड़ होना।
खंडी करना किस्त बांधना।
खट से तुरन्त, तत्काल।
खटके पर होना खटके के सहारे रहना।
खटपाटी लेना हड़ या क्रोध के कारण स्त्रियों का काम धंधा छोड़ देना।
खटाई देना गहने आदि को साफ करने के लिए खटाई में रखना।
खटाई में डालना दुविधा में रखना, कुछ निर्णय न करना, अनश्चित अवस्था में रखना, गहना साफ करने के लिए खटाई में डालना।
खटाई में पड़ना दुविधा में पड़ना, अनश्चिित दशा में होना, खटाई में डाला जाना।
खट्टा खाना अप्रसन्न रहना, मुँह फुलाना, नीचा देखना, विफल होना।
खट्टा होना अप्रसन्न होना।
खट्टी कहना अप्रिय बात कहना।
खड़ा करना ढांचा खड़ा करना, स्थूल रूप से आकार आदि बनाना, विरोध करना, रोकना, तैयार करना, कच्ची सिलाई करना।
खड़ा जवाब अभिलम्ब इनकार या अस्वीकृति, साफ इनकार।
खड़ा दांव जुए का वह दांव जो जुवारी उठते उठते समय लगाते हैं।
खड़ा दोना मिठाई आदि जो किसी पीर को चढ़ाई जाय।
खड़ा होना सहायता करना, मदद देना, तैयार होना, चुनाव में उम्मीदवार होना।
सड़िया में कोयला बेमैल बात, अच्छे के साथ बुरे का संयोग।
खड़ी पछाड़े खाना क्रोध या शोक से पृथ्वी पर गिरगिर पड़ना।
खड़ी सवारी आना तुरन्त लोट जाने को तैयार होना।
खड़े खड़े खड़े रहने की दशा में, तुरन्त, झटपट।
खड़े घाट घोना घाट पर ही कपड़ा लेकर बिना भट्ठी दिये धोना, कुछ घंटों में ही कपड़ा धो देना।
खत खींचना लकीर, खींचना, काटना।
खत निकलना दाढ़ी के बाल उगना।
खत बनाना दाढ़ी औ कनपटी के बालों को उस्तरे से बराबर करना, हजामत बनाना।
खतम करना मार डालना।
खत्म होना मर जाना, प्राण निकल जाना।
खता खाना धोखे से पड़ना, धोखे से पड़कर हानि उठाना, चूकना, गलती करना।
खता होना कसूर होना, मूल जाना, ठीक ठिकाने न रहना (होश) अनजान में निकल जाना (पेशाब)।
खतौनी करना खाते में चढ़ाना, खतियाना।
खपरैल डालना खपड़े की छत छाना।
खप्पर भरना खप्पर में मदिरा आदि भरकर देवी पर चढ़ाना।
खबर उड़ना चर्चा फैलना, अफवाह होना।
खबर फैलना खबर उड़ना।
खबर लेना समाचार जानना, वृतान्त समझना, दीन दशा पर ध्यान देना, सहायता करना, सहानुभूति दिखलाना, दंडित करना,डांटना, फटकारना।
खव्त सवार होना सनक चढ़ना, पागलपन रहना।
खम खाना मुड़ना, झुकना, दबना, हारना, पराजित होना, नीचा देखना। उ0- पहर रात भर भार मचाई। मुरक्यो तुरक उहां खम खाई। लाल। (ख) सूदन समर साहि सैन तृन तन गनी हनी दैह गौलिन न खाई खेत खम है। सूदन। (ग) तीन खम खाता है यों लफ्जे कमर तहरीर में।
खम ठोंकना लड़ने के लिए ताल ठोंकना।
खम ठोंककर ताल ठोंक कर। दृढ़तापूर्वक, निश्चयपूर्वक, जोर देकर, निडर होकर।
खम बजाना लड़ने के लिए ताल ठोंकना, दृढ़ता दिखलाना।
खम मारना लड़ने के लिए ताल ठोंकना, दृढ़ता दिखलाना।
खमीर उठना आटे आदि का खमीर पैदा हो जाने से फूलकर उठना, फैलना।
खमीर खट्टा होना गूंधे हुए आटे का अधिक खमीर उठने के कारण खट्टा हो जाना।
ख्याल में न लाना लिहाज, परवाह न करना।
ख्याल में समाना ध्यान में चढ़ जाना, हर समय याद रहना।
ख्याल से उतरना याद न रहना, भूल जाना।
ख्याली पुलाव पकाना कल्पना के महल खड़ा करना, अनहोनी बातें सोचना।
(घी) खर करना (घी) गरम करके तपाना।
खरका करना भोजन के उपरान्त दांतों में फंसे हुए अन्न आदि को तिनके से खोदकर निकालना।
खरबूजे को देखकर खरबूजा रंग पकड़ता है आदमी जैसे का संग करे वैसा ही हो जाता है।
खरल करना खरल में बारीक पीसना, हल जोतना।
खरा आदमी लेन देन में सफाई रखने वाला आदमी, व्यवहार में सच्चा मनुष्य, ईमानदार।
खरा खेल साफ मामला, शुद्ध व्यवहार।
खरा खेल फर्रूखाबादी शुद्ध और सच्चा व्यवहार।
खरा खोटा भला बुरा।
खरा परखना भले बुरे की पहचान करना।
खराई भारना जलपान करना, कलेवा करना।
खराद पर चढ़ना ठीक करना, दुरूस्त होना, सुवरना, लौकिक व्यवहार में कुशल होना, अनुभव प्राप्त होना।
खराद पर चढ़ाना ठीक करना, सुधारना, दुरस्त करना, संवारना। उ0- खैचि खराद चढ़ाये नहीं न सुढार के ढरनि मध्य ढराये। सरदार।
खरापत बधारना सच्चाई की डींग मारना, अत्यधिक सच्चा बनना।
(किसी को) खराब करना (किसी पर स्त्री के साथ) कुकर्म करना।
खराब होना दुष्टचरित्र होना, बदचलन होना।
खराबी में पड़ना विपत्ति या दुर्दशा में पड़ना।
खरी खरी सुनाना सच्ची बात कहना, चाहे किसी को भली लगे चाहे बुरा, अप्रिय सत्य कहना।
खरी खोटी सुनाना सच्ची बात कहना, चाहे किसी को भली लगे चाहे बुरा, अप्रिय सत्य कहना।
खरे आये अच्छे मिले, अच्छे आये (व्यंग्य)।
खर्च उठाना व्यय का भार सहना, खर्च करना।
खर्च चलाना व्यय का निर्वाह करना, आवश्यक व्यय के लिए धन देते रहना।
खर्च निकलना लागत निकल आना।
खर्च में डालना व्यय करने के लिए विवश करना, किसी धन को खर्च में मद में लिखना।
खर्च में पड़ना व्यय करने के लिए विवश होना।
खर्ची पर चलना कुकर्म्भ करना, प्रसंग कराना।
खर्ची पर जाना कुकर्म्भ करना, प्रसंग कराना।
खर्राटे भरना बेखबर सोना, गहरी नींद सोना।
खर्राटे मारना बेखबर सोना, गहरी नींद सोना।
खर्राटे लेना बेखबर सोना, गहरी नींद सोना।
खल करना खल में महीन पीसना।
खल होना पीसना, चूर चूर होना। उ0- खल मई लोक लाज कुल कानी। सूर।
खलाल देना भात करना।
खलित होना वीर्यपात होना। उ0- पारवती ऐसी पत्नी जाकी ताको मन क्यों डोला। खलित भये छवि देख मोहिनी हा हा करि के बोला। कबीर।
खलियान करना काटी हुई फसल का ढेर लगाना, तितर बितर करना, नष्ट करना।
ख्वे से ख्वा छिलना बहुत भीड़ होना, धक्कम धक्का होना।
खसम करना किसी पुरुष से पति सम्बन्ध स्थापित करना। (स्त्री का) विवाह करना।
खस्सी चढ़ाना बकरे को बलिदान करना।
खा जाना मार डालना।
खा पका जाना खर्च कर डालना, उड़ा डालना।
खा पका डालना खर्च कर डालना, उड़ा डालना।
(कहीं पर) खाक उड़ना बरबादी होना,तबाही होना, नाश होना, उजाड़ होना।
खाक उड़ाना खाक छानना, मारा मारा फिरना, उपहार करना, मिट्टी पलीद करना, धूल उड़ाना, जीट उड़ाना।
खाक करना तबाह करना, बरबाद करना, नष्ट भ्रष्ट करना, जलाकर राख कर देना।
खाक का पैबंद होना दफन होना, मरना।
खाक चाटकर अति नम्रतापूर्वक (कोई बात कहना)।
खाक चाटना सिर नवाजा, नम्रता करना, अनुनय विनय करना, स्वीकार करना, धूल चाटना।
खाक छानना बहुत ढूंढना, अच्छी तरह तलाश करना, मारा मारा फिरना, आवारा फिरना, चारो ओर भटकते फिरना।
खांक डालना छिपाना, दबाना, भूल जाना। (एैब पर) पर्दा डालना।
खाक बरसाना अच्छी दशा न रहना, नष्ट भ्रष्ट हो जाना, उजाड़ लगना, धूल उड़ना।
खाक में मिलना बिगड़ना, बरबाद होना, चौपट होना, नष्ट भ्रष्ट होना, धूल में मिलना।
खाक में मिलाना बिगाड़ना, तबाह करना, नष्ट भ्रष्ट करना, सत्यानाश करना।
खाक रखना नष्ट हो जाना।
खाक सियाह कर देना जलाकर राख कर देना, नष्ट कर देना।
खाक सियाह करना जलाकर राख कर देना, नष्ट कर देना।
खाक सिर पर उड़ाना मातम मनाना, शोक में रोना धोना।
खाक सिर पर डालना शोक करना, रोना पीटना।
खा जाना निकल जाना, मार डालना, खर्च कर देना, हजम गवन कर लेना।
खा डालना निकल जाना, मार डालना, खर्च कर देना, हजम गवन कर लेना।
खा पका जाना खर्च कर डालना, उडा डालना।
खा पी जाना खा पीकर खत्म करना, उड़ा डालना।
खाका उड़ाना नक्ल उतारना, एक ही ढांचे पर बनाना, उपहार करना, निन्दा करना, धूल उड़ाना, बदनाम करना।
खाका उतारना नकल करना।
खाजा होना शिकार होना।
खाजी खाना मुँह की खाना, बुरी तरह परास्त और लज्जित होना। उ0- सानुज सचिव सुजोधन भए सुख मलिन खाइ खल खाजी। तुलसी।
खाट कटना खाट पर ही मल-मूल त्याग का प्रबन्ध होना, सख्त बीमार होना।
खाट पर पड़ना बीमार पड़ना, बीमार होकर चारपाई पर पड़ना।
खाट से उतारा जाना आसन्न मरण होना, मरने के समीप होना।
खाट से लगना बहुत बीमार पड़ना, इतना बीमार पड़ना कि उठ बैठ न सकना।
खाता कमाता खाने पीने भर को कमाने वाला, वह व्यक्ति जिसके पास धन संचित न हो।
खाता खोलना हिसाब खोलना, किसी से लेन देन आरम्भ करना, नया व्यवहार करना।
खाता चलना लेन देन के व्यवहार का चलता रहना।
खाता डालना हिसाब खोलना, किसी के लेन देन आरम्भ करना।
खाता पड़ना लेन देन आरम्भ होना।
खाता बंद करना हिसाब किताब बंद करना।
खाते बाकी वह रकम जो खाते में बाकी निकलती हो।
खाते में पड़ना किसी के नपाम, किसी के हिसाब में लिखा जाना, पक्की बही में लिखा जाना।
खादर लगाना पशुओं के चरने योग्य घास उगना।
खानगी ढंग (तौर) से आपसाना ढंग से।
खाना कमाना काम धंधा करके जीविका निर्वाह करना, मेहनत मजदूरी करके गुजर करना।
खाना खिलाना अच्छी चीजें बनाकर खाने और दूसरे को खिलाने का शौक रखना।
खाना न पचना चैन न पड़ना, जी न मानना।
खाना पीना भोजन-पान, खाने पीने का सुख मांगना।
खाना लहू करना कुद्ध का खिन्न करके खाने पीने को निरानंद कर देना, क्रोध या खेद उत्पन्न करना।
खाना हराम करना बहुत कष्ट देना, तंग करना, अवकाश न मिलना।
खाना हराम होना बहुत कष्ट होना।
खाने के दाँत और दिखाने के ओर बाहर कुछ भीतर कुछ करना, कुछ और प्रकट करना कुछ और।
खाने दौड़ना चिड़चिड़ाना, कुद्ध होना।
खाने पीने से खुश सुख से जीवन निर्वाह करने वाला, सुखी, खुशहाल।
खम पड़ना घटना, कम पड़ना।
खार उतारना क्रोध उतारना, बदला लेना।
खार गुजरना बुरा लगना, खटकना।
खार खाना डाइ करना, जलना, क्रोध करना, द्वेष करना।
खार देना कष्ट, क्लेश देना।
खार निकलना खटक, जलन मिटना।
खार निकालना बदला लेना, जलन मिटाना।
खार लगना छरछराना।
खारिज करना बाहर करना, निकाल देना, विचार के अयोग्य मानना, नामंजूर करना।
खाल उड़ाना बहुत मारना।
खाल उधेड़ना बहुत मारना।
खाल खींचना जीवित शरीर पर से चमड़ा खींचकर अलग कर लेना, बहुत मारना, कड़ा दण्ड देना।
खाल खींचकर भूसा भर देना बहुत मारना। उ0- मुई खाल की सांस सो। कबीर।
खाल बिगड़ना दुर्दशा कराने या दंडित होने की इच्छा होना, शामत आना।
(अपनी) खाल में मस्त होना अपनी स्थिति से सन्तुष्ट होना, बैपरवाह होना।
खालसा करना जब्त करना, नष्ट करना, चौपट करना, सरकार का किसी सम्पत्ति का प्रबंन्ध अपने हाथ में लेना।
खाला ऊंचा जो समतल न हो, भला बुरा या हनि लाभ।
खाला जी का घर वह काम जिसके करने से अधिक परिश्रम न करना पड़े, सहज काम। उ0- यह तो घर है पैम का खाला का पर नाहि। कबीर।
खाली करना भीतर कुछ न रहने देना, भीतर की वस्तु या सार निकाल लेना।
खाली जाना निशाने पर लगना, व्यर्थ होना।
खाली दिन वह दिन जिस दिन कोई नया या शुभ कार्य न किया जाय।
खाली देना हट-बढ़कर वार बचाना, साफ निकल जाना।
खाली पेट बिना कुछ खाये हुए, निरन्ने पेट, बासी मुँह।
खाली बैठना कोई काम धाम न करना, बेरोजगार रहना, बिना जीविका के रहना, बेकार बैठना।
खाली हाथ बिना मुट्ठी में कुछ दाम लिये, बिना कुछ रूपये पैसे के, बिना किसी हथियार के।
खाली हाथ लौटना विफल लौटना।
खाली हाथ होना हाथ या मुट्ठी में रूपया पैसा न होना, अंकिचन या निर्धन होना, हाथ में कोई हथियार न होना, हाथ में लिया हुआ काम समाप्त होना, फुरसत मिलना, अवकाश मिलना।
खाविंद करना नया पति करना।
खासकर विशेषत, प्रधानतः।
खास खास चुने चुने, चुनिंदे, अच्छे और प्रतिष्ठित।
खिचड़ी आना मकर संक्रान्ति के अवसर पर वधू के मैके से खिचड़ी, चूड़ा, तिलवा आदि का आना, भेजा जाना।
खिचड़ी खाते पहुंचा उतरना अत्यन्त कोमल होना, बहुत नाजुक होना, बहुत नजाकत दिखाना।
खिचड़ी छुवाना नव वधू से पहले पहल भोजन बनवाना।
खिचड़ी खिलाना वर और बरातियों को (कन्या पक्ष वालों का) कच्ची रसोई खिलाना।
खिचड़ी पकना गुप्त मंत्रणा होना।
खिचड़ी पकाना गुप्त भाव से कोई सलाह करना।
खिचड़ी होना बालों का पकने लगना।
खिड़की फोड़ना खिड़की बनाना।
खिन खिन प्रति क्षण, हर दम।
खिल्ली उड़ाना हंसी करना, किसी का मजाक उड़ाना।
खिसियानी खंभा नोचे खिसियाना हुआ आदमी अपनी खीस दूसरों पर उतारता है।
खीज निकालना किसी को चिढ़ाने के लिए कोई नई बात निकालना।
खीर चटाना बच्चे को अन्नप्राशन में खीर खिलाना।
खीरा ककड़ी अत्यन्त तुच्छ वस्तु, गाजर मूली।
खीरे ककड़ी की तरह काटना धड़ाधड़, बिना प्रयास काटना।
खीस काढ़ना बेढंगे तौर से हंसना, दीन होकर कुछ मांगना, मर जाना।
खीस जाना नष्ट होना। उ0- कान्ह कृपाल बड़े नतपाल गये खल खेचर खीस खलाई। तुलसी।
खीस डालना नष्ट करना। उ0- काहे को निर्गुण ज्ञान गनत हो जित तित डारत खीस। सूर।
खीस निकालना गाय, भैंस का दूध, गर्भकाल में रूका रहने से उनके थन में जो मांस-कील बन जाती है, उसे खींचकर निकालना, कोई भूल हो जाने पर या असमर्थ होने पर भी निर्लज्जतापूर्वक हंसना।
सुगीर की मस्ती अनावश्यक और व्यर्थ के लोगों या पदार्थों का संग्रह।
खुदरा करना नोट या रूपया भुनाना।
खुदा की मार ईश्वरी प्रकोप।
खुदा के घर जाना मरना।
खुदा की दरियामान देना ईश्वर को साक्षी बनाना।
खुदा खैर करे ईश्वर कुशल करे, भगवान रक्षा करे।
खुदा गंजे को नाखून न दे ईश्वर औछे को धन, अधिकार न दे।
खुदा न ख्यास्ता ईश्वर न करे (ऐसा हो)।
खुदा हाफिज़ ईश्वर रक्षक है।
खुम चढ़ाना कपड़े को धाने से पहले भट्ठी देना।
खुमार तोड़ना नशे के उतार का अवसाद दूर करने के लिए थोड़ी सी शराब फिर पी लेना।
खुरपा सम्भालना घसियारे का धंधा करना।
खुरी करना घोड़े, बैल आदि सुमवाले पशुओं का पैर से जमीन खोदना, बहुत जल्दी करना।
खुल कर बिना रूकावट के, खूब अच्छी तरह, साफ साफ निःसंकोच, स्पष्टतः, प्रकट रूप से।
खुलकर खेलना लज्ता या कलंक का भय छोड़कर कोई काम सबके सामने करना, निडर होकर कोई काम करना, लज्जा , संकोच त्याग देना
खुल जाना गांठ से जाता रहना, खो जाना।
खुलता रंग हलका सुहावना रंग, वह रंग जो बहुत गहरा न हो।
खुली मुट्ठी होना दान देने, खर्च करने में उदार होना।
खुली सोरठ कहना खुले आम कहना, निःसंकोच कहना।
खुले आम बेधड़क, सबके सामने, छिपाकर नहीं।
खुले खजाने बेधड़क, सबके सामने, अलानिया, छिपाकर नहीं।
खुले दिल का उदार, साफ दिल।
खुले दिल से उदार, साफ दिल।
खुले बंदा बेधड़क, सबके सामने।
खुले बाजार बेधड़क, सबके सामने।
खुले मैदान खुले खजाने, डंके की चोट, छिपाकर नहीं, सबके सामने।
खुशी से फूल उठना। अति प्रसन्न होना, खिल उठना।
खूंटा गाड़ना सीता निर्धारित करना, हद बांधना, केन्द्र निर्धारित करना, अड्डा बना लेना, जम जाना।
खूंटी कसना सितार, सारंगी आदि के तार कसना।
खूंटी निकालना ऐसा मूंडना कि बाल की जड़ तक न रह जाय।
खूंटी लेना इस तरह मुड़ना कि बालों की खूंटियां निकल जाये।
खूंटे के बाल कूदना दूसरे के बल-बूते पर कूदना, इतराना।
खून आंखों से उबरना क्रोध से आँखे लाल हो जाना, अति कुद्ध होना।
खून उबलना क्रोध से शरीर लाल होना, गुस्सा चढ़ना।
खून करना हत्या करना।
खून का जोश वंश या कुल का प्रेम।
खून का दौरा शरीर में होने वाला रक्त का संचार।
खून का प्यासा वध करने का इच्छुक, जान लेने पर तुला हुआ।
खून के आंसू रोना बहुत शोक करना, अतिशय व्यथित होना।
खून के घूंट पीना भारी गुस्से को पी जाना, सह लेना।
खून खुश्क होना अत्यन्त भयभीत होना।
खून खौलना क्रोध से शरीर लाल होना, गुस्सा चढ़ना, अति कुद्ध होना।
खून गरदन पर होना (किसी के) कतल का जिम्मेदार होना।
खून थूकना मुँह से खून थूकना, क्षय से पीड़ित होना।
खून पानी एक करना अत्यधिक शारीरिक परिश्रम या प्रयत्न करना, खून पानी की तरह बहाना।
खून पानी होना बहुत गर्म होना, कठिन कष्ट पहुंचना।
खून पीना मार डालना, बहुत तंग करना, सताना, बहुत दुःख सहना।
खून बहाना मार डालना, रक्तपात करना।
खून बिगड़ना रक्त में किसी प्रकार का विकार होना, कोढ़ी हो जाना।
खून मुँह (को) लगना खून का भजा मिलना, खून का चाट लगना, काटने की आदत पड़ जाना।
खून रूलाना बहुत पीड़ा, क्लेश देना।
खून लगना किसी हिंसक पशु का खुंखार हो जाना।
खून लगाकर शहीद बनना काम का नाम करके उसका यश चाहना।
खून लगाकर शहीदों में दाखिल होना काम का नाम करके उसका यश चाहना।
खून सिर पर चढ़कर बोलता है हत्या का पाप छिपा नहीं रहता।
खून सिर पर चढ़ना किसी को मार डालने या किसी प्रकार का और कोई अनिष्ट करने पर उद्यत होना।
खून सफेद होना प्रेम, आत्मीयता की भावना न रहना, निष्ठुर हो जाना।
खेड़े की दूब अत्यन्त बलहीन, दुर्बल या तुच्छ। उ0- नंद नंदन लै गये हमारी सब व्रज कुल की ऊब। सूर श्याम तजि औरे सूझे ज्यों खेरे की दूब। सूर।
खेत आना युद्ध में मारा जाना। उ0- खड़गी न खेत आय कोपित करिदै धायो, मरत बचायो, गुहरायो रघुबीर। वीरगति प्राप्त करना।
खेत मारना जुताई, खाद आदि से खेत को उपजाऊ बनाना।
खेत करना समतल करना। उ0- सीखि के खेत के बांधि सेतु करि उतरिबो उदधि न बोहित चाहिबा तुलसी। उदय के समय चन्द्रमा का पहले पहल प्रकाश फैलाना, युद्ध करना, लड़ना।
खेत काटना खेत में उपजी हुई फसल काटना, खड़ी फसल की चोरी करना।
खेत छोड़ना रणभूमि में परास्त होना, रणभूमि छोडकर भागना, पीठ दिखलाना।
खेत पड़ना युद्ध में मारा जाना।
खेत पर चढ़े किसमी योग्यता का पता काम पड़ने पर लगता है।
खेत बदना लड़ने का स्थान, काल नियत करना।
खेत रखना खेत की रखवाली करना। उ0- खति खेत खरी खरी खरे उरोजन बाल। बिहारी। समर में विजय प्राप्त करना।
खेत रखना खेत की रखवाली करना।
खेत रहना युद्ध में मारा जाना।
खेत लेना युद्ध छेड़ना। उ0- सानुज निदरि निपातउं खेत। लीन्ह्यो खेत मारी कुरूराज सो अकेला जाई। अ0व0।
खेत होना युद्ध में मारा जाना।
खेती मारी जाना फसल नष्ट होना।
खेती लेट जाना फसल का अधिक वर्षा या हवा के कारण सीधा खड़ा न रहना, जमीन पर पड़ जाना, नत होना, विनीत हो जाना, प्रभुत्व मान लेना।
खेप लदाना इतना सामान देना जो बैलगाड़ी आदि पर ढोया जा सके।
खेप लादना बैलगाड़ी पर माल लादना।
खेप हारना माल में घाटा उठाना।
खेल उलटना किसी का किया कराया चौपट करना, किसी छल को सफल न होने देना, भंडाफोड़ करना।
खेल करना किसी काम को अनावश्यक या तुच्छ समझकर हंसी में उड़ाना।
खेल के दिन खेलने खाने के दिन, लड़कपन।
खेल खेलना चाल चलना।
खेल खैलाना बहुत तंग करना।
खेल जानना बहुत आसान समझना।
खेल न होना साधारण बात न होना।
खेल बनना काम बनना।
खेल बिगड़ना काम खराब होना, रंग में भंग होना।
खेल समझना साधारण या तुच्छ समझना, कुछ न समझना।
खेलना खाना आनन्द से दिन बिताना, निश्चिन्त होकर चैन से दिन बिताना। उ0- (क) खेलत खात रहे व्रज भीतर। नान्ही जाति तकि धन ईतर। सूर। (ख) खेलत खात लरिकपन गौ जीवन जुवतिन लियो जीति। तुलसी। केवल खेलने खाने से मतलब रखना।
खेला खेलाकर मारना दौड़ा दौड़ाकर धीरे धीरे मारना, सांसत देकर मारना। उ0- अबहिं बहुत का करों बड़ाई। हतियों तोहि खेलाइ खेलाई। तुलसी।
खेली खाई पुरुष समागम से जानकार।
खैवा मी देना और बह भी जाना पैंसे देकर बेवकूफ बनना।
खेह खाना धूल फांकना, मट्टी छानना, फाख मारना, व्यर्थ समय खोना, नष्ट जाना। उ0- सुनि सीतापति सील सुमाऊ। मौद न मन तन पुलक नयन जल सो नर खेहहिं खाऊ। तुलसी। दुर्दशाग्रस्त होना। उ0- रघुनाथ कपि साथ पाथ बांधि आयो नाथ मागे ते खिरिर खेह खहिगो। तुलसी। दुर्दशाग्रस्त होना।
ख़ैर बाद कहना बिदा करना।
ख़ैरियत पूछना कुशल पूछना।
ख़ैरियत मिलना कुशल मिलना।
खोंइचा भरना शकुन के रूप में किसी (स्त्री) के आंचल में चावल, गुड आदि देना।
खो जाना गुम हो जाना, किसी चिंता-विचार मेें डूब जाना, हक्का बक्का हो जाना।
खोज खबर लेना हाल चाल पूछना, पता लेना।
खोज पड़ना पीछे पड़ना। उ0- सखी परी सब खोज।
खोज मारना लीक या पद चिन्ह मिटा देना। उ0- खोज मारि रथ हांकहु ताता। आन उपाय बनहि नहिं बाता। तुलसी।
खोज मिटाना नष्ट करना, ध्वस्त करना, बरबाद करना, यिंह तक न रहने देना, पद चिन्ह मिटाना।
खोट होना दूषित होना, खराब हो जाना।
खोटा खरा भला बुरा, उत्तम या निकृष्ट।
खोटा खाना बेइमानी से या बुरी तरह से कमाकर खाना। उ0- फाटक दै कै हाटक मांगत मोरी निपट सुधारी। धुर ही ते खोटो खायो के लिये फिरत सिर भारी। सूर।
खोटी करना खोटापन या बुराई करना।
खोटी खरी सुनाना दुर्वचन कहना, डांटना, फटकारना।
खोटी बोलना बुरी बात बोलना।
खोद खोदकर पूछना एक एक बात पर शंकर करके पूछना, अच्छी तरह पूछना, पूरी बात जानने के लिए जिरह करना।
खोन्चा लगाना बेचने के लिए खोन्चे में मिठाई सजाना या रखना।
खोपड़ी खा जाना बहुत बात करके तंग करना।
खोपड़ी खाली हो जाना मस्तिष्क में बातें करते करते शिथिलता आ जाना, अधिक श्रम से दिमाग थक जाना।
खोपड़ी खुजलाना ऐसी कोई बात या शरारत करना जिससे मार खाने की नौबत आवे, मार खाने का जी चाहना, सिर पर जूता मारना।
खोपड़ी गंजी करना मारते मारते सिर के बोल न रहने देन, सिर पर खूब जूते लगाना, मार या व्यय आदि के कारण परेशान होना।
खोपड़ी गंजी होना इतनी मार खाना कि सिर के बाल झड़ जायं, सिर पर खूब जूते पड़ना।
खोपड़ी चटकना अधिक धूप, प्यास या पीड़ा के कारण सिर में गर्मी और चक्कर मालूम होना, सिर ठनकना।
खोपड़ी चाट जाना बकवाद करके तंग करना।
खोया-खोया रहना किसी चिंता-विचार में निमग्न रहना, गुमसुम रहना।
खोया जाना चकपका जाना, सिटपिटा जाना, घबराना, हक्का बक्का होना।
खोरी करना राख में मिला देना, राख के रूप में कर देना, सोने या चाँदी को राख कर देना।
ख्याल करना सोचना, याद करना, रिआयात करना।
ख्याल पड़ना ख्याल में आना, याद आना, पीछे पड़ना, तंग या परेशान करने पर उतारू होना। उ0- राधा मन में यही विचारति। ये सब मेरे ख्याल परी हैं अबहिं बातन लै निरूआरति। सूर।
ख्याल पर चढ़ना ध्यान में आना, याद आना।
ख्याल बांधना अनुमान लगाना, कल्पना करना।
ख्याल में आना समय में आना।
ख्याल में लाना रियायत करना, महत्वपूर्ण समझना।
ख्याल रखना ध्यान रखना, देखते भालते रहना, याद रखना, स्मरण रखना, कृपादृष्टि रखना।
ख्याल रहना याद रहना।
ख्याल से उतर जाना भूल जाना, विस्मृति हो जाना।
ख्याल से उतरना भूल जाना, विस्मृत हो जाना।
ख्याली पुलाव पकाना असम्भव बातें सोचना, मनोराज्य करना।
ग
गंगा उठाना गंगाजल उठाकर शपथ खाना
गंगा नहाना कृतार्थ होना, छुट्टी पाना, किसी कठिन कार्य को पूरा कर लेना।
गंगा दुहाई गंगा की शपथ।
गंगा पार करना देश से निकालना।
गंगा पीना झूठी कसम खाना।
गंगाजली उठाना गंगाजली हाथ में लेकर शपथ खाना, गंगा की कसम खाना।
गंगालाभ होना गंगा किनारे पर मरना, मुक्त होना, डूब कर मरना, मरना।
गंज डालना बाजार लगाना, मण्डी आबाद करना।
गंडा ताबीज मंत्र जंत्र, झाडू फूंक, जादू टोना, टोटका।
गंद बकना गालियां बकना।
गंव से ढंग से, युक्ति से, धीरे से, चुपके से। उ0- (क) बैठे हैं राम लखन अरू सीता। पंचवटी बर परनकुटी तर कहै ककु कथा पुनीता। कपट कुरंग कनक मनि मय लखि प्रिय सों कहति हंसि बाला। पाए पलिबे जोग मंजुमृग मंजुल छाला। प्रिया वचन सुनि बिहंसि प्रेमबस गंवहिं चाप सर लीन्हें। चल्यो सो भोजि फिरि फिरि हैरत मुनि रखवारे चीन्हे। तुलसी। (ख) रावन बान महाभट मारे, देखि सरासन गंवहिं सिधारे। तुलसी।
गंवार का लट्ठ उजड़ड, उजबक।
गई करना ध्यान न देना, जाने देना, तरह देना।
गगन खेलना बहते हुए पानी या नदी आदि का उछलना।
गगन होना पक्षी या गुड्डी आदि का बहुत ऊपर आकाश में जाना।
गज़ट होना किसी सूचना या वृत्त का गज़ट में छप जाना।
गज़ब का विलक्षण, अपूर्व।
गज़ब टूटना आफत करना, भारी अनर्थ पड़ना।
गज़ब ढाना आफत करना, भारी अनर्थ पड़ना।
गज़ब पड़ना अचानक भारी विपत्ति आ पड़ना।
ग़ज भर बनियों की बोल चाल में एक रूपये में सोलह सेर का भाव।
गज़र का वक्त सबेरा, उषा काल।
गज़र दम तड़के, पौ फटते, सबेरे।
गज़र बजे तड़के, पौ फटते, सबेरे।
गजी गाढ़ा मोटा, साधारण और सख्त कपड़ा।
गज्फा छोड़ना मछली का पानी के भीतर से बाहर बुलबुला फेंकना।
गज्फा दबाना माल दबाना या हड़प करना, अनुचित रूप से बहुत सा धन एक बारगी ले लेना, मारना।
गज्फा मारना गज्फा छोड़ना, माल मारना, रूपया हाथ में करना।
गट्ट करना निगल जाना, हड़प जाना, दबा बैठना, अनुचित अधिकार कर लेना।
गट्टा उखाड़ना परास्त करना, दबाना।
गट्टा पकड़ना तगादा या झगड़ा करने अथवाबलपूर्वक कुछ मांगने या पूछने आदि के लिए किसी की कलाई पकड़ना।
गट्टी करना किसी खम्भे में बंधी हुइ पाल को चूल के सहारे घुमाना।
गट्ठर साधना तैराक का गठरी बांधकर ऊँचाई से कूदना।
गठरी कटना भारी रकम हाथ से निकल जाना, खर्च।
गठरी कर देना हाथ पैर तोड़ या बांध कर अथवा और किसी प्रकार बेकाम कर देना, ढेर करना, मार कर गिरा देना, कुश्ती में विपक्षी को इस प्रकार दोहरा कर देना कि जिसमें उसकी आकृति गठरी के समान हो जाय।
गठरी बांधना असबाब बांधकर यात्रा की तैयारी करना, पैरों और घुटनों को छाती से लगाकर और उन्हें दोनों हाथों से जकड़कर गठरी की आकृति बना लेना।
गठरी मारना अनुचित रूप से किसी का धन ले लेना, ठगना।
गठिया होना मोटा होना।
गडंग मारना डींग मारना, शेखी बधरना, बढ़ बढ़कर बातें करना, अहंकार करना, शेखी करना।
गड्ड का गड्ड ढेर का ढेर, बहुत सा।
गड्ड में छोटी बड़ी या सब तरह की चीजें एक साथ लेने पर (मूल्य, भाव आदि के विचार से)।
(किसी के लिए) गड्ढा खोदना अनिष्ट का प्रयत्न करना, किसी को हानि पहुँचाने का प्रयत्न करना।
गड्ढे में गिराना विपत्ति में फंसाना।
गड्ढे में डालना विपत्ति में फंसाना।
गढ़ गढ़ कर बातें करना झूठ मूठ की कल्पना करके बात कहना, नमक मिर्च लगाकर बातें करना। उ0- तू माही को मारन जानति, उनके चरित कहा कोउ जाने, उनहि कही तू मानति, कदम ते मोहिं बुलाय गढ़ि गढ़ि बातेें बानति। मटकत गिरी गागरी सिर से अब ऐसी बुधि ठानति। सूर।
गढ़ जीतना किला जीतना, किले पर अधिकार करना, बहुत कठिन काम करना।
गढ़ तोड़ना किला जीतना, किले पर अधिकार करना, बहुत कठिन काम करना।
(किसी के लिए) गढ़ा खोदना किसी की बुराई का, किसी को हानि पहुँचाने का उपाय करना।
गढ़ा भरना घाटा पूरा होना, पेट भरना।
गढ़े में गिरना विपद में फंसना, पतन होना।
गड़ जाना झैंप जाना, लज्जित होना, लजाना।
गड़पंख बनाना मूर्ख बनाना, बेवकूफ बनाना।
गड़प से गडप शब्द करके (पानी आदि का एक बारगी पी जाना)।
गड़प होना डूब जाना, धंस जाना।
गड़हा खोदना बुराई करना, हानि पहुंचाना, किसी के लिए गड्ढे खोदना, किसी के लिए अनष्टि का प्रबन्ध करना।
गड़हा पाटना टोटा भरना, कमी या घाटा पूरा करना, खुशी सुखी से पेट भरना।
गड़हे में पड़ना असमंजस में पड़ना, फेर में पड़ना कठिनाई में पड़ना।
गडे़ मुर्दे उखाड़ना दबी दबाई या पुरानी बात उझाड़ना, पुरानी फूली हुई (अप्रिय) बातों की चर्चा करना।
गत का काम का, अच्छा भला।
गत बनाना दुर्दशा करना, दुर्गति करना, अपमान करना, डांटना-डपटना, मारना-पीटना, दण्ड देना, खबर लेना, हंसी ठट्ठे में लज्जित करना, उपहार करना, झेंपना, वेवकूप बनाना, रूप रंग बनाना, वेष धारण करना, अद्भुत रूप रंग बनाना, आकृति बिगाड़ना।
गत होना मरना, मर जाना।
गत्तालखाते में जाना हजम हो जाना, हड़प हो जाना।
गत्तालखाते लिखना हजम हुआ समझना, गया डूबा समझना।
गद्गद् होना प्रसन्नता से प्रपूरित होना।
गदहे का हल चलना बिलकुल उजड़ जाना, बरबाद हो जाना।
गदहे पर चढ़ाना अत्यधिक अपमान या बदनाम करना।
गदका सुनाना झिड़की सुनाना, फटकारना।
गद्द माराना अपने वश में करना।
गद्द मारा जाना जड़ हो जाना, वेवकूफ बन जाना।
गद्दी चलना वंश परम्परा या शिष्य परम्परा का जारी रहना, उत्तराधिकारियों का क्रम चलना।
गद्दी जगाना परम्परा का कायम रखना।
गद्दी पर बैठना सिंहासन रूढ़ होना, उत्तराधिकारी होना।
गद्दी लगाना घोड़े की हथेली या कुहनी से मलना।
गधा पीटे घोड़ा नहीं होना मूर्ख सिखाने से समझदार, कमीना समझाने से भला आदमी नहीं हो सकता।
गधे का हल चलना बिलकुल उजड़ जाना, बदनाम हो जाना।
गधे को बाप बनाना काम निकालने के लिए मूर्ख की खुशामद करना।
गधे पर चढ़ाना अनादर करना, बहुत अपमानित या बदनाम करना।
गधे पर फूल पड़ना बहुत ही अयोग्य या कुरूप मनुष्य के शरीर पर बहुमल्य और बढ़िया पस्त्र होना।
गधे से हल चलवाना खुदवाकर जमीन को बराबर करा देना, बिलकुल उजाड़ देना।
गप उड़ना झूठी खबर फैलना।
गप उड़ाना झूठी खबर फैलाना।
गप पर जाना हड़प जाना।
गप मारना झूठी और विनोदपूर्ण बात करना, डींग मारना, लम्बी चौड़ी बातें करना।
गप लड़ाना गपशप करना।
गप हांकना काल्पनिक बातें करना, डींग मारना, बकवास करना।
गप्पा खाना धोखे से आना, चूकना।
गफ्फा मारना बड़ा कौर खाना।
गबरहा करना बरतन के सांचे पर गोबर और मिट्टी चढ़ाना।
गम करना चट कर जाना, पेट में डाल लेना, खा लेना। उ0- चारि वृक्ष शाखा वाके पत्र अठारह भाई। एतिक ले गैया गम कीन्हों भैया अति हरहाई। कबीर।
गम खाना क्षमा करना, ध्यान न देना, जाने देना। उ0- तस्कर के कुल धर्म, दुष्ट के कल गम खाना। रघुनाथ। धैर्य करना, सन्तोष करना, सहन करना।
गम गलत करना दुःख देने वाली बात को भुलाना, शोक दूर करने का प्रयत्नप करना, जी बहलाना।
गमक उठना महक उठना, बाजे का बजना।
गया करना गया में जाकर पिंडदान आदि करना।
गया घर दुर्दशा प्राप्त घराना, वह जिसकी समृद्धि नष्ट हो गई हो।
गया बीता बुरी दशा को पहुंचा हुआ, दुर्दशा प्राप्त, नष्ट, निकृष्ट।
गरकी देना कष्ट देना
गरगज लगाना ढेर करना।
गरज गांठना मतलब सीधा करना, प्रयोजन निकालना, काम सिद्ध करना।
गरदन उठाना विरोध करना, सिर उठाना, विद्रोह करना।
गरदन उड़ाना सिर काटना, मार डालना।
गरदन उतारना धड़ से सिर अलग करना, मार डालना, बुराई करना, हानि पहुंचाना।
गरदन ऐंठी रहना घमंड में चूर या नाराज रहना।
गरदन काटना धड़ से सिर अलग करना, मार डालना, बुराई करना, हानि पहुंचाना, भारी अहित करना।
गरदन झुकना नम्र, आज्ञाकारी या अधीन होना, लज्जित होना, शरमाना, बेहोश होना, मरना।
गरदन झुकाना नम्रता, आज्ञाकारिता या अधीनता प्रकाशित करना, लज्जित होना, झेंपना।
गरदन ढलना मरना, आसन्न भरण होना।
गरदन न उठाना लज्जित होना, बीमारी से पड़े रहना, सब कुछ सह लेना।
गरदन नापना धक्के देकर निकाल बाहर करना, गरदनिया देना, अपमान करना।
गरदन पर ऊपर, जिम्मै।
गरदन पर छुरी फेरना हलाल करना, अन्याय करना।
गरदन पर जुवा रखना भारी काम सुपुर्द करना।
गरदन पर होना ऊपर होना, जिम्मेदार होना। (हत्या, पाप)।
गरदन फंसना अधिकार में आना, वश में होना, आँखों में पड़ना।
गरदन मोड़ना गला बवाना, मार डालना, पीडित करना, कष्ट पहुंचाना।
गरदन मारना सिर काटना, वध करना, मार डालना।
गरदन में हाथ देना अपमान करना, गरदनियां देना, क्रोध में किसी की गरदन पकड़ना।
गरदन लगाना प्राणों की बाजी लगाना।
गरदन हिलने लगना बहुत वृद्ध होना।
गरदन हिलाना स्वीकार या अस्वीकार करना।
गरदन सही करना गरदन पर घोल लगाना।
गरम व सर्द उठाना संसार का ऊँचा नीचा देखना, भले बुुरे दिन काटना, दुनिया का अनुभव प्राप्त करना।
गरम वसर्व देखना संसार का ऊँचा नीचा देखना, भले बुुरे दिन काटना।
गरम व सर्द रखना दुनिया का भला बुरा, दुःख सुख देख लेना, दुनिया का अनुभव प्राप्त कर लेना।
गरम व सर्व सहना दुनिया का भला बुरा, दुःख सुख देख लेना, दुनिया का अनुभव प्राप्त कर लेना।
गरम होना आवेश आना, कुद्ध होना, भाव तेज होना, चहल पहल होना।
गरमी आना दिमाग बिगड़ना, क्रोध आना।
गरमी करना प्रकृति में उष्णता लाना, पेट या कलेजे में ताप उत्पन्न करना।
गरमी चढ़ना दिमाग बिगड़ना, क्रोध आना।
गरमी दिखाना क्रोध प्रकट करना।
गरमी निकलना घमंड चूर हो जाना, ऐंठ ढीली हो जाना।
गरमी निकालना उष्णता दूर करना, प्रसंग करना, गर्व दूर करना।
गरमी पचना घमंड चूर हो जाना, ऐंठ ढीली हो जाना।
गरह कटना अरष्टि दूर होना, दुःख नष्ट होना, आपत्ति टलना।
गरा गुज़रना भारी होना, नागवार होना।
गराड़ी पड़ना गहरा चिन्ह होना।
गरीबान चाक करना उन्माद में कपड़े फाड़ना, पागल होना।
गरीबान फाड़ना उन्माद में कपड़े फाड़ना, पागल होना।
गरीबान में मुँह डालना लज्जित होना, अपराध स्वीकार करना।
गरीबान में सिर डालना लज्जित होना, लज्जा से मुँह छिपाना।
गरीबी आना दरिद्रता होना, मुहताजी होना।
गरीबी में आटा गीला होना धन की कमी के समय पास से कुछ और जाता रहना।
गर्द उड़ना हवा के साथ धूल का फ।लना।
गर्द उड़ाना नष्ट या चौपट करना, धूल में मिलाना, बरबाद करना।
गर्द को न छू सकना बराबरी न कर सकना।
गर्द को न पहुंचना समता न कर सकना।
गर्द फांकना व्यर्थ घूमना, आवारा फिरना।
गर्द होना तुच्छ होना, समता के योग्य न होना, नष्ट होना, चौपट होना।
गर्भ गिरना पेट के बच्चे का पूरी बाढ़ के पहिले निकल जाना, गर्भपात होना।
गर्भ गिरवाना पेट के बच्चे को औषध आघात द्वारा पूरी बाढ़ या पूरे समय के पहिले निकाल देना, गर्भपात करना।
गर्भ रहना पेट में बच्चा आना।
गल गाजना हर्षित होना।
गलतंस हो जाना निर्वश हो जाना, वंश का नाश हो जाना।
गलती में पड़ना धोखा खाना, भूल करना।
गला आना गले के भीतर छाला पड़ना, सूजन होना।
गला उठाना घंटी बैठाना।
गला काटना धड़ से सिर अलग होना, कतल किया जाना, अनुचित हानि पहुँचना, किसी के विरूद्ध कार्यवाही से हानि पहुंचना।
गला कटवाना जान देना, कतल होना, भारी हानि होना।
गला करना घंटी बैठाना।
गला काटना गरदन काटना, धड़ से सिर अलग करना, अत्यन्त कष्ट पहुंचाना, बहुत दुख देना, अन्याय करना, गले के भीतर कनकनाना, हानि पहुंचाना, बुराई करना, अहित करना।
गला खुलना गले से स्पष्ट स्वर का निकल सकना।
गला खुश्य होना गला सूखना, चिल्लाते चिल्लाते गला बैठ जाना।
गला गरमाना बोलना या गाना आरम्भ करने पर कुछ देर बाद स्वर का तीव्र होना।
गला घुंटना दम रूकना, अच्छी तरह सांस न लिया जाना।
गला घोंटना गले को ऐसा दबाना कि सांस रूक जाय। टेंटुआ दबाना, जबरदस्ती करना, मारडालना।
गला चलना कंठ से सुरीला स्वर निकलना, आवाज का सुरीला होना।
गला छुड़ाना परेशान करने वाले व्यक्ति या वस्तु से पीछा छुड़ाना।
गला छूटना पीछा छूटना, पल्ला छूटना, छुटकारा मिलना, निस्तार होना, किसी अरूचिकर या इच्छा विरूद्ध बात का दूर होना, बचाव होना।
गला जोड़ना प्रीति या मैत्री प्रकट करने के लिए एक दूसरे के गले में हाथ डालना, मिलना, मैत्री करना, साथ देना।
गला टीपना गले को इतने जोर से पकड़ना कि सांस रूकने लगे, गला दबाकर मार डालना, जबरदस्ती करना, अनुचित दबाव डालना।
गला दबाना गले को इतने जोर से पकड़ना कि सांस रूकने लगे, गला दबाकर मार डालना, जबरदस्ती करना, अनुचित दबाव डालना।
गला पकड़ना गले में बैठना, गले में चिपकना या रूकना कंठ से स्पष्ट शब्द न निकलने देना, गले में खुजली या जलन पैदा करना।
गला पड़ना गले के भीतर सूजन या कफ आदि के कारण शब्द मुंह से स्पष्ट न निकलना या घरघराहट के साथ निकलना, बहुत बोलने, गाने आदि से विकृत स्वर निकलना।
गला फंसना बन्धन में पड़ना, लाचार होना, मजबूर होना, कौर दबना, विवश होना, ऋणग्रस्त होना।
गला फंसाना दांव में कसना, बन्धन में डालना, वशीभूत करना, आपत्ति में फंसाना, संकट में डालना, ऋण आदि का बोझ ऊपर डालना।
गला फटना गले में खराब होने से भद्दी, मोटी और बेढंगी आवाज निकलना।
गला फांसना दांव में कसना, बन्धन में डालना, वशीभूत करना, संकट में डालना, ऋण आदि का बोझ ऊपर डालना।
गला फाड़कर चिल्लाना बहुत जोर से बोलना, बेमलब चिल्लाना, जोर भर आवाज लगाना।
गला बंधना मजबूर होना, बंध जाना, विवश होना।
गला बांधना बन्धन में डालना, मजबूर करना।
गला बैठना गले के भीतर सूजन होने या कफ आदि के कारण शब्द मुँह से स्पष्ट न निकलना, घबराहट के साथ निकलना, बहुत बोलने, गाने आदि से विकृत स्वर निकलना।
गला भर जाना शोक, प्रेम आदि से कंठ का वाष्पावरूद्ध हो जाना।
गला भारी होना गला बैठना, मुँह से ठीक आवाज न निकलना।
गला रेतना अत्यन्त कष्ट पहुंचाना, अधिक और असहय दुःख देना, अहित करना, बुराई करना, हानि पहुंचाना, गला काटना।
गलियां छानना किसी की खोज में बहुत भटकना, हैरान होना।
गलियां झांकना किसी की खोज में बहुत भटकना, हैरान होना।
गली कमाना गली में झाडू देना, मेहतर का काम करना, पाखाना साफ करना।
गली गली मारे मारे फिरना इधर उधर व्यर्थ घूमना, जीविका के लिए इधर से उधर भटकना, चारों और अधिकता से मिलना, सब जगह दिखाई पड़ना, साधारण वस्तु होना।
गली गली में भटकना सर्वत्र घूना।
गली झांकना इधर उधर हैरान करना, खोज में फिराना।
गले उतरना (बात) मन में बैठना, जी में जंचना, ध्यान में आना, समझ में आना, स्वीकृत होना।
गले उतारना स्वीकार कराना।
गले का हार इतना प्यारा (व्यक्ति या वस्तु) कि पास से कभी अलग न किया जाय, अत्यन्त प्रिय, चिर सहचर, कभी अलग न होना। उ0- ह्वै गौ सोई अब हार गरे की। रसाल। पीछा न छोड़ने वाला।
(बातें) गले के नीचे उतरना (बात) मन में बैठना, जी में जे चना, ध्यान में आना, समझ में आना, स्वीकृत होना, ठीक लगना।
गले पकड़कर देना जबरदस्ती देना, मत्थे मढ़ना।
गले पड़ना इच्छा के विरूद्ध प्राप्त होना, न चाहने पर भी मिलना, मत्थे पड़ना। उ0- पड़ी ढोल बजाए सिद्ध, सिर पड़ना, आगे आना, मांगने या सहने के लिए सामने उपस्थित होना। उ0- होी अनजान तो न जानत इतीक विथा मेरे जिय जान मेरो जानिबो गरै परयो। देव।
गले पर छुरी फेरना अनिष्ट करना, भारी हानि पहुँचाना, अन्याय करना, गला काटना।
गले बांधना संग लगाना, सिर पर से लेना, व्यर्थ पास में रखना, निष्प्रयोजन के लिए रहना, इच्छा के विरूद्ध किसी से विवाह करना, दूसरे की इच्छा के विरूद्ध उसे देना, जबरदस्ती देना।
गले मढ़ना किसी की इच्छा के विरूद्ध उसे देना, जबरदस्ती देना, किसी की इच्छा के विरूद्ध उस पर किसी कार्य का भार देना, कोई काम सौंपना, किसी की इच्छा के विरूद्ध उसके साथ किसी की व्यावहना।
गले मिलना आलिंगन करना, गले लगाना, बगलवीर होना, भेंटन।
गले में उतरना गिला निगला जाना, मन में धंसना, मन पर प्रभाव करना।
गले में खटकना गले मिलना, गले में हाथ डालना, गले पड़ना, इच्छा के विरूद्ध प्राप्त होना, मेंटना, बगल गीर होना।
गले लगाना गले मढ़ना, दूसरे की इच्छा के विरूद्ध उसे देना, दूसरे के न चाहने पर भी उसे लेने के लिए विवश करना, आलिंगन करना।
गंव ताकना मौका देखना।
गर्व से घात देखकर, मौका तजबीज कर, धीरे से, चुपचाप। उ0- रावन, बान महामट मारे। देखि सरासन नवहिं सिधारे। तुलसी।
गवाह देना अपने दावे को सिद्ध करने के लिए प्रमाण के लिए साक्षी उपस्थित करना।
गवाह ऐनी या ख्यत वह गवाह जिसने घटना अपनी आँखों देखी हो और जो सुनी सुनाई बात कहे।
गवाह समाई वह गवाह जिसने घटना अपनी आँखों देखी हो और जो सुनी सुनाई बात कहे।
गवाह देना किसी साक्षी या किसी घटना के विषय में अपना इज़हार लिखना, प्रमाण देना।
गश खाना मूर्च्छित होना, बेहोश होना।
गश्त नाचना वेश्याओं का बारात के आगे नाचते हुए चलना।
गश्त मारना चक्कर देना, चारों और फिरना।
गस्सा मारना कौर मुँह में डालना।
गह बैठना झूठ पर हाथ भरपूर जमाना, झूठ पर अच्छी तरह हाथ बैठना।
गहने रखना रैहन या बन्धक रखना।
गहरा आसामी भारी या मालदार आदमी, बड़ा आदमी।
गहरा पेट ऐसा पेट जिसमें बहुत सी बातें पच जायं, ऐसा हृदय जिसका भेद न मिले।
गहरा हाथ हथियार का भरपूर वार, जिससे खूब चोट लगे।
गहरा हाथ मारना हथियार का भरपूर वार करना, भारी माल उड़ाना, खूब धन चुराना, बहुत माल पैदा करना, किसी भारी या अनूठी वस्तु को पैदा करना।
गहरी घुंटना खूब गाढ़ी पंग पिसना, गाढ़ी मित्रता होना, अत्यधिक हेल मेल होना, खूब आमोद-प्रमोद होना।
गहरी छनना गाढ़ी या अधिक मांग पीना, गाढ़ी मित्रता होना, अत्यन्त घनिष्टता होना, साथ में खूब आमोद-प्रमोद होना, बिगाड़ होना, लड़ाई होना, एक-दूसरे के विरूद्ध प्रयत्न होना।
गहरी बात गूढ़ या दिल मंे बैठने वाली बात, गम्भीर बात।
गहरी सांस भरना ठंडी सांस लेना।
गहरी सांस लेना अत्यधिक दुःख या शौक होना, सन्तोष या विश्राम का अनुभव करना।
गहरे करना माल मारना, खूब लाभ कमाना।
गहरे चलना घात में लगना, जाते हुए पथिक का प्राण लेना। (ठग)। घोड़े का खूब जोर से कदम चलना।
गहरे लोग चतुर लोग, भारी उस्ताद, घोर धूर्त।
गांठ उखड़ना जोड़ उखड़ना, किसी अंग का अपने जोड़ पर से हट जाना।
गांठ कतरना गांठ काटकर रूपया निकाल लेना, जेब कतरना, लूटना, ठगना, मूल्य से अधिक लेना।
गांठ करना संग्रह करना, इकट्ठा करना, अपने पास रख लेना। उ0- रह द्रव्य तब कीन न गांठी पुनि कत मिलै लच्छ जौ नाठी। याद रखना। गांठ में बाध लेना, बटोरना।
गांठ का पास का, पल्ले का।
गांठ का पूरा धनी, मालदार।
गांठ का पूरा आंँख का अंधा पैसे वाला पर मूर्ख।
गांठ काटना जेब काटना
गांठ खुलना उलझन मिटना, किसी भारी समस्या का समाधान होना, कोई भारी प्रश्न हल होना, दिल की सफाई होना।
गांठ खोलना या छोड़ना उलझन मिटाना, अड़चन दूर करना, कठिनाई मिटाना। उ0- कहनि रहनि एक विरति विवेक नीति वेद वुधसंमत पथन निरवान को बिनु गुन की कठिन गांठि जड़ चेता की छोरी अनायास साधु साधक उफान की। तुलसी। थैली या जेेब से रूपया निकालना, पास का खर्च होना।
गांठ जोड़ना गंठजोड़ा करना, गठबन्धन करना, किसी के साथ विवाह करना।
(मन में) गांठ पड़ना मैद मानना, अन्तर रखना, बुरा मानना, खिंचा रहना, वैर मानना, कीना रखना, बिगाड़ होना।
गांठ पर गांठ पड़ना उलझन बढ़ती जाना, किसी बात का उत्तरोत्तर कठिन होता जाना, मामला पैचींदा होता जाना, मन मौटाव बढ़ता जाना, द्वेष बढ़ता जाना।
गांठ में बांधना अच्छी तरह याद रखना, स्मरण रखना, सदा ध्यान में रखना। उ0- कहल हमारा गांठी बांधो, निसि बासरहि होहु हुसियारा। ये कलि के गरू बड़ परपंची, डारि ठगोरी सब जग मारा। कबीर।
गांठ में लंगोटी न होना अत्यन्त दरिद्र होना।
गांठ में होना पल्ले में होना, पास में होना। उ0- राजा पद्मावति सो कहा। सांठ नाठ कछु गांठ न रहा। जायसी।
गांठ से पास से, पल्ले से।
गाव गवई देहात।
गांव गिरावं देहात, जमींदारी।
गांव मारना डाका डालना। उ0- जिमीदारसुता ताके उमे माई रहे आपस में वैर, गांव मास्यो सब छीजियो। प्रिया।
गांस निकालना वैर निकालना।
गांस में करना अधिकार में रखना, देह रेख में रखना, शासन में रखना। उ0- निर्गुण कौन ईस को बासी। मधुकर कहि समुझाई सौंह के बूझत सांच। न हांसी।….. पावैगो पुनि किो आपनो जोर करेगी गांसी। सुनत मौन ह्वै रह्यो बावरी सूर सबै मत नासी। सूर।
गांसी लगना तीर लगना। उ0- फांसी से फुलेल लागे गांसी सी गुलाल लागे गाज अरगजा लागे चौबा लागे चहकना।
गाज गिरना बिजली गिरना, आफत आना।
गाज पड़ना व्रजपात होना, बिजली गिरना। उ0- मानहुं पुरी स्वर्ग हुत गाजा। फाटी धरति आइ जो बाजा। जायसी। आफत आना, ध्वंस होना, नाश होना। उ0- जो सत पूछसि गंध्रब राजा सत पर कबहुं पैर नहिं गाजा। जायसी।
(किसी बात पर) गाज पड़े नष्ट हो, दूर हो। न रह जाय। उ0- (क) गाज परै ऐसी लाज पै जो मारि लोचन देति न मोहिं निहारन। (ख) गाज परै ब्रज कौ बसिबो तुमहुं, सखि, देखति हौ बजोरी। दूलह। (किसी को कोसने या किसी बात से अनिच्छा प्रकट करने के लिए इस मुहावरे का प्रयोग स्त्रियाँ बहुत अधिक करती हैं)।
गाज मारना बिजली गिरना, ब्रजघात होना, आफत आना। उ0- दैव कहा सुनु बड़रे राजा। दैवहि अनुमन मारा गाजा। जायसी।
गाजर मूली समझना तुच्छ समझना।
गाढ़ पड़ना संकट पड़ना, हानि होना। उ0- गाढ़ परै ही जानिये, हित अनहित के कौय।
गाढ़ी छनना खूब भंग पिया जाना, गहगड्ड नशा होना, गहरी मित्रता होना, गूढ़ मित्रता होना, गूढ़ प्रेम होना, गुप्त सलाह होना, लाग डाट होना, विरोध होना।
गाढ़े का साथी संकट के समय का मित्र, वितकाल में साथ देने वाला।
गाढ़े दिन गाढ़, मुसीबत के दिन।
गाढ़े पसीने की कमाई कठिन परिश्रम से अर्जित किया हुआ धन।
गाढ़े में विपत्ति के दिनों में, संकट के समय में।
गाढ़े में पड़ना संकट से पड़ना, आपत्तिग्रस्त होना। उ0- एक परे गाढ़े, एक डाढ़त ही काढ़े, एक देखत है ठाढ़े, कहै पावक भयावनो। तुलसी।
गाड़ी कटना किसी डिब्बे का ट्रेन से अलग होना, चलती गाड़ी में से माल चोरी जाना।
गाड़ी छूटना गाड़ी का रवाना होना।
गाड़ी जोतना गाड़ी में घोड़े जोतना, चलने के लिए गाड़ी तैयार करना।
गाड़ी भर बहुत सा, ढेर का ढेर।
गाड़े बैठना घात में बैठना, चौकी या पहरा देना।
गात उमगना छाती उठना, कुच निकलना।
गात से होना गर्भवती होना।
गाती मारना गाती गांधना।
गाथा गाना क्या प्रशंसा करना, सविस्तार कहना।
गाद बैठना तलछट बैठना।
गाना बजाना आमोद-प्रमोद करना, उत्सव मनाना, राग-रंग, गान-वाथ, उत्सव।
गाबर खुर्द होना बरबाद जाना, नष्ट भ्रष्ट हो जाना, चौपट होना, गायब होना, लापता होना, उड़ जाना।
गाम डालना गर्भ गिराना, गर्भ फेंकना, बच्चा डालना, अत्यन्त भयभीत होना।
गामत होना पानी का टपकना।
गाय का बछिया तले हेरी फेरी करना, इधर उधर करन।
गाय की तरह कांपना बहुत डरना।
गायताल लिखना बट्टे खाते डालना, गया गुजरा समझना। उ0- टूटे मणि मालै निर्गुण गायताल लिखे पोथिन ही अंक मन कलह विचारही। गुमान।
गायब करना चुरा लेना, उड़ा लेना।
गायब खेलना बिना देखे शतरंज खेलना।
गायब होना चोरी जाना।
गारद में करना पहरे में रखना, कारागार में बंद करना।
गारद में रखना पहरे में रखना, कारागारर में बंद करना।
गारी आना कलंक लगना, लांछन लगना, दाग लगना, बदनामी होना। उ0- लोचन लालच भारी, इनके लिए लाज या तन की सबै श्याम सौं हारी। बरजत मात पिता पति बांधव अरू आवै कुल गारी। तदपि रहत न नंद नंदन बिनु कठिन प्रकृति इठ धारी। सूर।
गारी लाना कलंकित करना, दाग लगाना।
गाल करना बोलने में शंकर संकोच न करना, मुँहजोरी करना, मुँह के अंडबंड निकालना। उ0- कत सिख देह हमहिं कोउ माई। गालु करब केहि कर बल पाई। तुलसी। बढ़ बढ़कर बातें करना। डींग मारना। उ0- वेगि करो मेरो कह्यो पकवान राल। वह मधवा बलि लेतु है नित करि करि गांल। गिरि गांवर्द्धन पूजियै जीवन गोपाल। जाके दीन्हे बाढ़ही मैया गण जाल। सूर।
गाल पिचकना गालों का धंस जाना, दुबला होना।
गाल फुलाना गर्व सूचक आकृति बनाना, अभिमान प्रकट करना। उ0- सो मलु मन न खाब हम भाई। बचन कहहिं सब गाल फुलाई। तुलसी। रूठ कर बोलना, रूठना, रिसाना,ख् मान करना। उ0- दोउ एक संग न होइ भुवालू। हंसब उठाई फुलाउब गालू। तुलसी।
गाल बजाना डींग मारना, बढ़ चढ़कर बातें करना। उ0- (क) वृथा मरहु जनि गाल बजाई। मनमोदकर कि मूख बुझाई। तुलसी। (ख) बलवान है स्वान गली अपनी तोहि लाज न गाल बजावत सोई तुलसी। व्यर्थ बकवाद करना। मिथ्या प्रलाप करना। उ0- कबीर वर्णहिं पैरि के अवरण भई छिनार। बैठी आप अतीत ह्वै कियो अनंत मतारि। कबीर बैठी शेष ह्वै बिना रूप की रांड। गाल बजावै नेति कहि कियो मतारहि भांड। कबीर।
गाल मारना डींग हांकना, बढ़ चढ़कर बातें करना। सीटना। उ0- मूढ़ मृषा जनि मारसि गाल। राम बैर होइहै अस हाला। तुलसी। व्यर्थ बकवाद करना, बड़बड़ाना, मिथ्या जल्पना। उ0- क्यों न मारे गाल बैठो काल डाढ़न बीच। तुलसी। व्यर्थ बकवाद करना, बड़बड़ाना। ्रास मुख में रखना, कौर मुँह में डालना। उ0- काहू को सर सूघो न परै मारत गाल गली गली हाट। हरिदास।
गाल में जाना मुँह में पड़ना।
गाल में भरना खाने के लिए मुँह में रखना।
गाला सा बहुत उजला, सफेद, धुला।
गालियों पर उतरना गालियां देने लगना, गालियां बकने पर उतारू होना।
गालियों पर मुँह खोलना गाली बकना आरम्भ करना।
गाली खाना दुर्वचन सुनना, गाली सहना।
गाली चढ़ाना विवाह के पूर्व किसी को किसी लड़की का पति, सास, ससुर आदि बताना।
गाली देना दुर्वन कहना।
गाली पड़ना किसी स्त्री के बारे में नाते के विरूद्ध बात कहना।
गाहकी पटना सौदा पटन।
गाही के गाही अत्यधिक।
गिरपिट करना टूटी फूटी अंग्रेजी बोलना।
गिन गिनकर कदम रखना बहुत धीरे धीरे चलना, छोटे छोटे कदम रखना।
गिन गिनकर गालियां देना बुरी से बुरी गालियां देना, अत्यधिक गालियां देना, घर के घर आदमी का नाम ले-लेकर गालियां देना।
गिन गिनकर दिन काटना बहुत कष्ट से समय बिताना।
गिन गिनकर पैर रखना बहुत धीरे धीरे और सावधानता से चलना।
गिन गिनकर मारना खूब मारना।
गिन देना तुरन्त चुकता कर देना।
गिनती कराना किसी कोटि के अन्तर्गत समझा जाना।
गिनती के बहुत थोड़े, संख्या में बहुत कम।
गिनती गिनाने के लिए नाम मात्र के लिए, कहने सुनने भर को।
गिनती पर जानाु हाजिरी देने या लिखाने जाना।
गिनती में आना कुछ मूल्य, महत्व का होना, कुछ समझा जाना।
गिनती में होना कुछ मूल्य, महत्व का होना, कुछ समझा जाना।
गिनती होना महत्व का समझा जाना।
गिन्नी खाना चक्कर खाना (पतंग का)।
गिन्नी खिलाना चक्कर देना।
गिने गिनाये थोड़े से, गिनती के।
गिने-चुने थोड़े से, गिनती के।
गिरकर मामला करना गरजमंद बनकरी, दबकर मामला करना।
गिरकर सौदा करना गरजमंद बनकर, दबकर मामला करना।
गिरकिट की तरह रंग बदलना बहुत जल्दी सम्पत्ति या सिद्धान्त बदल देना, कभी कुछ कभी कुछ कहना और करना।
गिरफ्त करना कोई दोष निकालना या आपत्ति करना।
गिरफ्तारी निकलना किसी के गिरफ्तार होने का पखाना या वारंट निकलना।
गिरह लगाना किसी अन्य कवि की किसी छंद पंक्ति को लेकर उसके भाव को बढ़ाकर पूरा करना। उ0- नाते की गिरह ताहि नैननि निर्बर दे। द्विज।
गिरो गाठा रैहना।
गिल्लियां गढ़ना वितंडावाद करना, व्यर्थ बकवाद करना।
गीत गाना बड़ाई करना, प्रशंसा करना। उ0- गाना जय के गीत कहीं। अयो0।
गीदड़ बोलना बुरा शकुन होना।
गृहस्थी सम्भालना घर का काम काज देखना, कुटुम्ब का पालन पोषण करना।
गंुचा खिलना खूब नाच रंग होना, जश्न होना, आनन्द उड़ना।
गुंमी बांधना पाल को खींच खींचकर ठीक करना। (लश0)।
गुज़र जाना मर जाना
गुट्ट करना मिल जुलकर सलाह करना।
गुट्ट बांधना मुँह इकट्ठा करना, दल बनाना।
(किसी के नाम का) गुड्डा बांधना अपकीर्ति करते फिरना, निंदा करना, माटा जोग जब अपने किसी जजमान से इच्छानुसार धन नहीं पाते तब एक लम्बे बांस में एक पुतला बांधकर लटकाते हैं और उस पुतले को वहीं सूम जजमान मानकर उसकी निंदा करते फिरते हैं। इसी को गुड्डा बांधना कहते हैं।
गुड़ खाना, गुलगुले से परहेज करना बड़ी बुराई करना, छोटी से बचना।
गुड़ गोबर होना अच्छा काम बिगड़ जाना, रंग में भंग होना।
गुड़ चिंउटा होना एक दूसरे से गुथ जाना, परस्पर चिपट जाना, गुत्थमगुत्था होना।
गुड़ दिखाकर ढेला मारना कुछ लालच लेकर ऐसा बर्ताव करना जिससे कुछ प्राप्त न हो, उलटा कष्ट उठाना पड़े, भलाई की आशा देकर बुराई करना।
गुड़ भरा इंख्यिा असमंजस का काम जिसे न तो करते ही बने और न छोड़ते ही, ऐसा काम जिसे करने से भी जी हिचकता है और छोड़ने को भी जी नहीं चाहता।
गुड़ लेट जाना ताव बिगड़ने के कारण गुड़ का गिला और चिपचिपा हो जाना।
गुड़ से मरे तो जहर क्यों दे नरमी से काम चले तो कड़ाई क्यों करे।
गुड़िया संवारना वित्त के अनुसार लड़की का विवाह करना।
गुड़िया सी छोटी और सुन्दर, रूपवती।
गुड़ियों का खेल सहज काम
गुडियों का व्याह लड़कियों का खेल जिसमें वे गुड्डे और गुड़िया की शादी करती हैं। गरीब आदमी का व्याह जिसमें बहुत धूम धाम नहीं होती।
गुण गाना प्रशंसा करना।
गुण मानना एहसान मानना, निहोरा मानना, कृतज्ञ होना।
गुत्थी सुलझाना जटिल समस्याओं की मीमांसा करना, कठिनाइयों से बचने का मार्ग निकालना।
गुदड़ी का लाल साधारण घर में जनमा हुआ, साधारण वेशभूषा में रहने वाला असाधारण गुणी।
गुदड़ी में लाल तुच्छ स्थान में अच्छी वस्तु।
गुदारे लगना नाव का किनारे पहुंचना, किसी काम का समाप्ति या अन्त होना।
गुद्दी की नागिन गरदन के पीछे बालों की मोरी जिसे लोग अशुभ समझते हैं।
गुद्दी नापना गुद्दी पर घोल लगाना।
गुद्दी से जीभ खीेंचना जबान डींच लेना, बहुत बड़ा दण्ड देना।
गुबार निकालना मन में भरी हुई बातें कह डालना, भड़ास निकालना।
गुर्रा करना तातील करना, छुट्टी करना, लंघन करना, फाका करना।
गुर्रा देना नाना करना, लंघन करना, फाका करना।
गुर्रा बताना तातील का वादा करना, नाना करना, लंघन करना, टाल-मटूल करना, बिना कुछ दिये टाल देना।
(चिराग) गुल करना (चिराग) बुझना या ठंडा करना।
गुल कतरना कागज या कपड़े आदि के बैल-बूटे या फूल बनाना। कोई विलक्षण या अनोाा काम करना, गुल खिलाना, बत्ती का गुल काटना।
गुल खाना अपने शरीर पर गरम घातु से दगवाना, जलना।
गुल तिलना विचित्र घटना होना, अद्भुत बात होना। ऐसी बात होना जिसका अनुमान पहले से लोगों को न हो, मजेदार बात होना। कोई ऐसी घटना होना, जिससे लोगों को कतूहल हो। बखेड़ा खड़ा होना, उपद्रव मचना, भेद खुलना।
गुल खिलाना विचित्र घटना उपस्थित करना, उपद्रव मचाना, काई अद्भुत, अचम्भे की बात करना।
गुल बंधना आग का अच्छी तरह सुलग जाना, पास में कुछ घन हो जाना, कुछ पूंजी हो जाना, बत्ती के सिरे का खूब जल जाना।
गुल होना (दीपक) बुझना।
गुलगोथना सा मोटा ताजा, पूल फुले हुए गाल वाला।
गुलछर्रे उड़ाना निर्द्वन्द रूप से अनुचित और अत्यधिक भोग विलास करना, मौज करना।
गुल्फ टी निकालना मनोमालिन्य दूर करना।
गुलाम का तिलाम बहुत ही तुच्छ सेवक, सेवक का सेवक।
गुलामी बजाना गुलाम का काम करना।
गुल्ली खेलना खेल कूद में समय नष्ट करना।
गुल्ली बंधना वीर्य का पुष्ट होना, युवावस्था आना।
गुस्सा उतरना क्रोध शांत होना।
(किसी पर) गुस्सा उतारना क्रोध में जो इच्छा हो उसे पूर्ण करना। कोप प्रकट करना, अपने कोप का फल चखना, एक के ऊपर जो क्रोध हो उसे दूसरे पर प्रकट करना।
गुस्सा चढ़ना क्रोध का आवेश होना, रिस का लगना।
गुस्सा थूक देना क्रोध को दूर कर देना, क्षमा करना, गई गुजरी करना (स्त्रियाँ)।
गुस्सा निकलना क्रोध शांत होना।
गुस्सा निकालना क्रोध की शांति के लिए (किसी पर) बिगड़ना, मारना इत्यादि।
गुस्सा पी जाना क्रोध रोकना, भीतर ही भीतर क्रोध करके रह जाना, प्रकट न करना।
गुस्सा मारना क्रोध रोकना।
गुस्से से लाल होना क्रोध से तमतमाना, क्रोध से न कही जाय, इशारों में कही जाय।
गूंगे का गुड़ वह बात जो अनुभव की जाय, पर कहीं न जा सके। अकथनीय अनुभव।
गूंगे का गुड़ खाना गूंगू के द्वारा गुड़ का खाया जाना। उ0- (क) नैनहिं ढुरहिं मौति औ मूंगा। जस गुर खाय रहा ह्वै गूंगा। जायसी। (ख) ज्यों गूंगा गुर खाइ के स्वाद न सकै बखानि। तुलसी।
गू उठाना पाखाना साफ करना, तुच्छ से तुच्छ सेवा।
गू उछलना कलंक फैलना, निंदा होना।
गू उछालना बदनामी कराना।
गू करना गंदा और मैला करना।
गू का कीड़ा बहुत मैला रहने वाला, घिनौना आदमी।
गू का चौंथ मद्दा और घिनौना (वस्तु या व्यक्ति) निकम्मा आदमी।
गू का टोकरा बदनामी का टोकरा, कलंक का मारा।
गू खाना बहुत अनुचित और भ्रष्ट कार्य करना।
गू गोड़ते फिरना अगभ्या स्त्रियों से गमन करते फिरना।
गू मूत करना मलमूत्र साफ करना, बच्चे का पालन-पोषण करना।
गू में घसीटना बहुत जलील करना, दुर्दशा करना।
गू में ढेला फेंकना बुरे आदमी से छेड़छाड़ करना, नीच के मुँह लगना।
गू में नहलाना बहुत जलील करना, दुर्दशा करना।
गूलर का कीड़ा एक ही स्थान पर पड़ा रहने वाला, अनुभव प्राप्त करने के लिए घर या देश से बाहर न निकलने वाला। ईधर उधर की कुछ भी परवाह न रखने वाला। कूपमंडक।
गूलर का पेट फड़वाना गुप्त या दबाई बात प्रकट करना, मंडा फोड़वाना, भेद खुलवाना।
गूलर का फूल वह जो कभीदेखने में न आये, दुलर्भ व्यक्ति या वस्तु। उ0- दीवाने हो गये हैं गूलर का फूल लेंगे।
गूलर का फूल होना कभी देखने में न आना, दुलर्भ होना।
गूलर फोड़कर जीव उठाना गुप्त भेद प्रकट करना।
(किसी की) गैल जाना किसी का अनुसरण करना, किसी के साथ जाना।
गैल बताना दगाबाजी करना। उ0- घायल के प्यारे अब गैल बतरावै। ऊ0।
गैल लेना साथ में लेना
गौंडा सीजना बरात के पहुंचने पर कन्या के घरवालों का नयोछावर के रूप में कुछ द्रव्य बांटना या लुटाना।
गोदी सा लदना अत्यधिक फलना, फलों से कुछ जाना, शरीर में शीतला के या और किसी प्रकार के बहुत से दाने निकलना।
गौजी चलना लाठियों से मार-पीट होना।
गौअी जमना खेल के आरम्भ में पौ आदि दांव पड़ने पर मई गोटी का चलने योग्य बनना। युक्ति चलना, उपाय या युक्ति का सफल होना, प्राप्त का डोल होना। आमदनी सूरत होना।
गोटी जमाना युक्ति लगाना, तकदीर छड़ाना।
गोटी बैठना युक्ति चलना, उपाय सफल होना, प्राप्ति का डोल होना, आमदनी का जरिया होना।
गोटी बैठाना युक्ति लगाना, तकदीर लड़ाना।
गोटी मरना किसी गोटी का मृत मान लिया जाना, खेल में काम न आ सकना।
गोटी लगाना परिस्थितियों का उत्पन्न होना।
गोटी लाल होना लाभ होना, प्राप्ति होना, काम बनना।
गोड़ मरना प्रैर में महावर लगाना, विवाह की एक रस्म जिसमें वर की माता या चाची उसे गोद में लेकर मंडप में बैठती है और नालन उसके पैर में महावर लगाती है।
गोड़ी जमना उद्योग में सफलता होना, लाभ के लिए जो चाल चली गई हो उसका सफल होना, लाभ होना।
गोड़ी लगना उद्योग में सफलता होना, लाभ होना, प्रयत्न सफल होना।
गोड़ी हाथ से जाना कुछ न लगना, कुछ लाभ न होना।
गोता खाना जल में डूबना, डुबकी लगाना, धोखे में आना, धोखा खाना।
गोता देना डुबाना, धोखा देना।
गोता मारना डुबकी लगाना, डूबना, स्त्री प्रसंग करना, बीच में अनुपस्थित रहना, नागा करना।
गोता लगाना डुबकी लगाना, डूबना, बीच में अनुपस्थित रहना, नागा करना।
गोद का छोटा बालक, बच्चा, बहुत समीप का पास का, गोद में खेलने वाला।
गोद का बच्चा शिशु, दूध पीता बच्चा।
गोद पसारकर अत्यन्त अधीनता से।
गोद पसारना कुछ मांगने के लिए दीनतापूर्वक पल्ला फैलाना।
गोद बिठाना दत्तक बनाना, गोद लेना।
गोद बैठना दत्तक बनना, गोद लिया जाना।
गोद भरना विवाह आदि शुभ अवसरों पर अथवा किसी के आने जाने के समय सौभाग्यवती स्त्री के अंचल में चावल, हल्दी, नारियल आदि पदार्थ देना, जो शुभ समझा जाता है, सन्तान होना।
गोद भरी रहे पुत्रवती बनी रहे।
गोद भरी होना स्त्री के ओ बाल कच्ची होना, सन्तानवती होना।
गोद लेना किसी लड़के को दत्तक बनाना।
गोबर करना गौ, बैल आदि का विष्टा त्याग रिना, गाय, बैल आदि के नीचे का गोबर हटाना, गोबर आदि से कंडे पाथना अथवा इसी प्रकार का और कोई मैला काम करना।
गोबर का चौथ मद्दा और बेडौल, जड़ और मूर्ख।
गोबर खाना प्रायश्चित करना।
गोबर पाथना गोबर के कंडे बनाना।
गोबर बीनना ईधन के लिए सूखा हुआ गोबर इकट्ठा करना।
गोबरी निकालना जहाज के पेंदे में छेद करना।
गोबरी फेरनाु अन्न की राशि के चारों ओर गौबर का चिन्ह डालना।
गोमुख नाहर वह व्यक्ति जो देखने में बहुत ही सीधा पर वास्तव में बड़ा क्रूर और अत्याचारी हो।
गोल करना कोई चीज कहीं से चुपके से हटा देना, गायब करना।
गोल गोल स्थूल रूप से, मोटे हिसाब से, अस्पष्ट यप से, साफ साफ नहीं।
गोल मटोल स्थूल रूप से, कस्पष्ट रूप से, मोटा और ठेंगना, नाटा और मोटा, गुलगुथना, ऊँचाई के हिसाब से जिसको चौड़ाई या मोटाई बहुत अधिक हो।
गोल पारना गड़बड़ मचाना, हलचल मचाना। उ0- ऊधो सुनो तिहारी बोल, त्यायो हरि कुशलात धन्य तुम घर पारयो गोउ। सूर।
गोल बांधना मंडली या फुंड बनाना, भीड़ लगाना।
गोल बात ऐसी बात जिसका अर्थ स्पष्ट न हो।
गोल रहना बिलकुल चुप रहना।
गोल होना चुप हो रहना, मौन हो जाना, गायब।
गोला बारूद लड़ाई की सामग्री।
गोली खाना बंदूक की गोली से घायल होना, गोली की चोट सहना।
गोली चलना बंदूक से गोली का चलाया जाना।
गोली मारना किसी पर बन्दूक चलाना, जाने देना, ध्यान न देना, त्याग देना, तुच्छ या अनावश्यक समझना, ठुकरा देना।
गोली मारो उपेक्षापूर्वक छोड़ दो, तुच्छ समझकर ध्यान देना, छोड़ दो, मिलने न मिलने या होने न होने की परवाह न करो, जाने दो, दूर हटाओ।
गोश गुज़ार करना सुनाना।
गोश होना सुनना, कान में पड़ना।
गोहार मारना सहायता के लिए पुकारना।
गोहार लगना सहायता या रक्षा करना। उ0- कौन जन कातर गोहार लगिबै के काज। रत्ना0।
गोहार लड़ना सबको ललकार कर लड़ना, गंवारों का लाठियों से लड़ना, एक आदमी का कई आदमियों से लड़ना।
गौ का मतलब का, काम का, प्रयोजनी (वस्तु)। स्वार्थी, मतलबी (व्यक्ति)।
गौ का यार मतलबी, स्वार्थी।
गो गांउना अपना मतलब निकालना, स्वार्थ साधन करना, काम निकालना, अपनी गरज देखना।
गौ तकना मौका देखना। उ0- जिमि गौ तकइ लेउं केहि मांती। रामा0।
गौ निकलना काम निकालना, प्रयोजन सिद्ध होना, मतलब पूरा करना, स्वार्थ साधन होना।
गौ पड़ना काम पड़ना, गरज होना, दरकार होना, आवश्यकता होना।
गौ से चुपके से।
गौना देना वधू को वर के साथ पहले पहल ससुराल भेजना।
गौना लाना वर अपनी ससुाल जाकर वधू को अपने साथ ले जाना।
घ
घंटा दिखाना किसी मांगने या चाहने वाले को कोई वस्तु न देना, किसी मांगी या चाही हुई वस्तु का अभाव बतलाना।
घंटा हिलाना व्यर्थ का काम काना, फख मारना, सिर पटकना, हाथ मलना, ऐसा काम करना जिससे कुछ हाथ न लगे।
घंटे मोरछल से उठाना उत्यन्त वृद्ध के शव को बाजे गाजे के साथ श्मशान पर ले जाना।
घट पट करना न्याय, वेदान्त की चर्चा करना या बहस करना।
घट में बुसना मन में बसना, हृदयगंम होना।
घटका लगना मरते समय तक कफ छेंकना।
घटती का पहरा अवनति के दिन, बुरा जमाना।
घटा उठना मेघमाला का उमड़ना।
घटा घिरना आकाश का बादलों से ढक जाना।
घटा छाना आकाश का बादलों से ढक जाना।
घटाव पर होना बाढ़ का कम होना।
घटी आना व्यवसाय में हानि होना।
घटी पड़ना व्यवसाय में हानि होना।
घट्टा खुलना दरार होना, फट जाना।
घट्ठा पड़ना अभ्यास होना, मश्य होना, आदत पड़ना।
घड़ी गिनना किसी बात का बड़ी उत्सुकता के साथ आसरा देखना, अत्यन्त उत्कंठित होकर प्रतीक्षा करना, मृत्यु का आसरा देखना, मरने के निकट होना। उ0- मानहु मीचु धरी गनी लेई तुलसी।
घड़ी घड़ी बार बार। थोड़ी थोड़ी देर पर। उ0- सोंचि गुलाब घरी घरी अरी वरीहिं न बार। बिहारी।
घड़ी टलना समय बोतना, किसी बात का नियत काल, मुहुर्त टालना।
घड़ी घड़ी माशा कभी कुछ, कभी कुछ, एक क्षण में एक बात दूसरे क्षण में दूसरी बात, अस्थिर बात या व्यवहार।
घड़ी देखना प्रतीक्षा करना, ठीक समय देखना।
घड़ी देना। मुहुर्त बतलाना, साइत बतलाना। उ0- मरै गौ चले गंग गति लैही तेहि दिन कहां घड़ी को देई जायसी।
घड़ी भर थोड़ी देर, थोड़ा समय।
घड़ी में घड़ियाल है जिन्दगी का कोई ठिकाना नहीं, न जाने कब काल आवे। क्षण भर में न जाने क्या से क्या हो जाता है, दश पलटने में दूर नहीं लगती।
घड़ी साइत का मेहमान आसन्नमरण।
घड़ी साइत पर होना मरने के निकट होना।
घड़ी पानी पड़ जाना अत्यन्त लज्जित होना, लज्ता के मारे गड़ जाना।
घन का बहुत घना।
घनचक्कर में फेर में फंसना, संकट में पड़ना।
घपची बांधकर पानी में कूदना दोनों घुटनों को छाती से सटाकर और उन्हें दोनों हाथों के घेरे में कसकर पानी में कूदना।
घमंड टूटना मान ध्वस्त होना, गर्व चूर्ण होना।
घमंड निकलना घमंड दूर होना, गर्व चूर्ण होना।
घर आबाद होना घर बसना, घर में स्त्री का आना, विवाह होना।
घर उठना घर बनना, घर पर तबाही आना।
घर उजड़ना परिवार की दशा बिगड़ना, कुल को समृद्धि नष्ट होना, घर पर तबाही आना, घर की सम्पत्ति नष्ट होना, परिवर पर विपत्ति आना, घर के प्राणियों का तितर बितर होना या मर जाना, पत्नी का मर जाना।
घर करना बसना, रहना, निवास करना, घर बनाना, किसी वस्तु का जमने या ठहरने के लिए जगह बनाना, समाने या अंटने के लिए स्थान निकालना, घुसना, धंसना, बिल बनाना, छेद करना, घर का प्रबन्ध करना, घर सम्भालना, किफायत से चलना, इतना पसन्द आना कि उसका ध्यान सदा बना रहे, प्रिय होना, प्रेमपात्र होना।
घर कहना ठीक स्वर के साथ गाना, चिड़ियों का अच्छी बोली बोलना।
घर का निज का, अपना, आपस का, सम्बन्धियों का, आत्मजनों के बीच का।
घर का अच्छा समृद्ध कुल का, अच्छे खनदान का, खाने पीने से खुश, खुशहाल।
घर का आदमी अपने कुटुम्ब का प्राणी, भाई बन्धु, इष्ट मित्र।
घर का आंगन हो जाना घर खंडहर हो जाना, घर उजड़ जाना, घर पर तबाही आना, स्त्री को बच्चा होना, घर में सन्तान उत्पन्न होना।
घर का उजाला कुलदीपक, कुल की समृद्धि करने वला, कुल की कीर्ति बढ़ाने वाला, भाग्यवान, अत्यन्त प्रिय, लाड़ला, रूपवान।
घर का काटे खाना घर में तनिक भी जी न लगना, घर का भयानक लगना।
घर का घर घर के सब आदमी, अपना घर।
घर का घरोना करना घर उजाड़ना, घर सत्यानाश करना।
घर का चिराग घर भर का प्यारा, बहुत सुन्दर बेटा, घर की शोभा।
घर का न घाट का जो कहीं का न हो, निकम्मा, जिसके रहने का कोई निश्चित स्थान न हो।
घर का नाम डुबोना कुल को कलंकित करना, अपने भ्रष्ट और निकृष्ट आचरण से अपने परिवार की प्रतिष्ठा खोना।
घर का बोझ गृहस्थी का काम-काज देखना, घर का प्रबन्ध करना।
घर का बोझ सम्भालना घर का काम-काज देखना, घर बार संभालना।
घर का भेदी घर का सब भेद जानने वाला, ऐसा निकटस्थ मनुष्य जो सब रहस्य जानता हो। उ0- घर का भेदिया लंका डाहे।
घर का मोला अपने परिवार में सबसे मूर्ख, बिलकुल सीधा सादा।
घर का मर्द जो घर में हो बहादुरी दिखा सके।
घर का रास्ता सीधा या सरल काम।
घर का रास्ता लेना चल देना, सिधरना, घर को वापस जाना।
घर का हिसाब अपने लेन-देन का लेखा, निज का लेखा, अपने इच्छानुसार किया हुआ हिसाब, मनमाना लेखा।
घट काटने दौड़ना घर में रहना, अच्छा न लगना, घर उजाड़ और भयानक लगना, घर में उदासी छाना।
घर को घरवाली,गृहणी, स्त्री।
घर की खेती अपनी ही वस्तु, अपने यहां होने या मिलने वाली वस्तु।
घर की पूंजी अपने पास की सम्पत्ति, निज का धन।
घर की बात कुल से सम्बन्ध रखने वाली बात। आपस की बात, आत्मीय जनों के बीच की बात।
घर की मुर्गी घर का लायक, पर बेकदर आदमी, पत्नी।
घर की मुर्गी दाल बराबर घर की अच्छी चीज की भी कद्र नहीं होती।
घर के घर घर ही घर में, अन्दर ही अन्दर, बहुत से धर। गुप्त रीति से।
घर के घर बन्द होना बहुत से घरों का उजड़ जाना, बहुत से घरों के रहने वालों का मर जाना या कहीं चला जाना।
घर के घर रहना हानि उठाना और न लाभ, बराबर रहना।
घर के जाले बुहारना घर घर फिरना, भटकना।
घर के बाढ़े घर ही मेंबढ़ बढ़ कर बाते करने वाला, बाहर कुछ पुरूषार्थ न दिखाने वाला। पीठ पीछे शैखी बधारने वाला, सामने न आने वाला। उ0- (क) मिले नप कबहुसुभट रन गाढ़े, द्विज देवता धरहिं के बाढ़े। तुलसी। (ख) ग्वालिन घर ही की बाढ़ी, निस दिन देखत अपने ही आंगन का ठाढ़ी सूर। (ख) ग्वालिन घर ही की बाढ़ी, निज दिन देखत अपने ही आंगन ठाढ़ी। सूर।
घर खाली छोड़ना वार न करना, वार चूक जाना।
घर खाली देना वार न करना, वार चूक जाना।
घर खोज मिटा जिसके घर का चिन्ह तक न रह जाय, जिसका कुल क्षय हो जाय, नष्ट, निगोड़ा।
घार खोज मिटे घर बरबाद हो, सत्यानाश हो। (स्त्रियों का अभिशाप)
घर घर हर एक घर में, सब के यहाँ।
घर घर का हो जाना तितर बितर हो जाना, इधर उधर हो जाना, मारे मारे फिरना, बे ठिकाने हो जाना। उ.- तेरे मारे यातुवान भर्ये घर घर के। तुलसी।
घर चलना घर बिगड़ना, घर उजड़ना, परिवार की बुरी दशा होना, कुल में कलंक लगना। उ0- कहै ही बिना घर केते घलै जू। देव।
घर घाट रंग ढंग, चाल ढाल, गति और अवस्था, प्रकृति।
घर घाम में छवाना विपत्ति में डालना।
घर घालना घर बिगाड़ाना, परिवार में अशान्ति या दुःख फैलाना, परिवार को हानि पहुंचाना, कुल को दूषित करना, कुल को मर्यादा भ्रष्ट करना, कुल कुल में कलंक लगाना, मोहित करके वश में करना, प्रेम में व्यथित करना।
घर घुसना घर में घुसा रहने वाला, हर घड़ी अन्तःपुर में पड़ा रहने वाला, सदा स्त्रियों के बीच बैठा रहने वाला, सदा बाहर निकलकर काम काज न करने वाला।
घर चढ़कर लड़ने वाला लड़ाई करने के लिए किसी के घर पर जाना।
घर चलना गृहस्थी का निर्वाह होना, घर का खर्च चलना।
घर चलाना गृहस्थी का निवाह करना।
घर जमना गृहस्थी ठीक होना, घर का सामान इकट्ठा होना।
घर जाना घर का बिगड़ना, कुल का नाश होना।
घर जुगुत गृहस्थी का प्रबन्ध।
घर झंकनी एक घर से दूसरे घर घूमने वाली। अपने घर न बैठने वाली।
घर डुबोना घन की सम्पत्ति नष्ट करना, घर तबाह करना, कुल में कलंक लगाना।
घर डूबना घर तबाह होना।
घर तक पहुंँचना माँ बहिन को गाली देना, बाप दादा तक बढ़ जाना, बाप दादे बखनना, पूरा करना।
घर तक पहुंचानपा समाप्ति तक पहुंचाना, सम्पूर्ण करना, ठिकाने तक ले जाना, बात को ठीक ठीक समझादेना, कायल करना।
घर दामाद लेना दामाद को अपने घर रखना।
घर देखना किसी के घर कुछ मांगने जाना, रास्ता देख लेना, परब जाना, ढर्रा निकाल लेना।
घर देख लेना रास्ता देख लेना, परब जाना, ढर्रा निकाल लेना, बार बार कुछ मांगने आना।
(किसी के) घर पड़ना किसी के घर में पत्नी भाव से जाना, घर में आना, प्राप्त होना, मिलना, मोल मिलना, पत्नी, बहू होकर जाना, व्याहा जाना।
घर पर गंगा आना बिना परिश्रम के काम पूरा हो जाना।
घर पोछे एक एक घर में एक एक घर से।
घर फटना मकान की दीवार आदि में ददार पड़ना, घर में बच्चा उत्पन्न होना, छाती फटना, बुरा लगना, असहय होना, न भाना, घर में बिगाड़ होना।
घर फूंक तमाशा घर का सत्यानपाश करने वाली बात, ऐसी बात जिससे घर की सम्पत्ति नष्ट हो, घर पर तबाह लाने वाली चाल ढाल।
घर फूंक तमाशा देखना घर की सम्पत्ति नष्ट करके अपना मनोरंजन करना, अपनी हानि करके मौज उड़ाना।
घर फोड़ना घर में विग्रह उत्पन्न करना, परिवार में झगड़ा लगाना।
घर बन्द होना शतरंज या चौसर में किसी मोहने या गोट का किसी घर में न जा सकना, घर में ताला लगना, घर में प्राणे न रह जाना, घर का कोई मालिक न रहना, घर के प्राणियोें का तितर बितर होना, किसी घर से कोई सम्बन्ध न रह जाना।
घर बनना मकान तैयार होना, घर की आर्थिक स्थिति अच्छी होना, सम्पन्न होना, घर भरा पूरा होना।
घर बनाना मकान तैयार करना, निवास स्थान ठहराना, बसना, जम कर रहना, घर भरना, घर को धन-धान्य से पूर्ण करना, घर की आर्थिक दशा सुधारना, अपना लाभ करना।
घर बरबाद होना घर बिगड़ना, घर की समृद्धि नष्ट होना, परिवार की दशा बिगड़ना।
घर बसना कुटुम्ब सहित सुखपूर्वक स्थिति होना, घर आबाद होना, घर में प्राणियों का होना। उ0- नारद बचन न में परिहरहूं। बसउ भवन, उबरउ नहिं घ डरहूं। तुलसी। घर की दशा सुधारना, घर में धन-धान्य होना, घर में स्त्री या बहू आना, व्याह होना, दूल्हा दुलहिन का समागम होना।
घर बसाना गृहस्थी जमाना, घर आबाद करना, घर में नये प्राणी लाना, घर की दशा सुधारना, घर को धन-धान्य से पूरित करना, घर में स्त्री या बहू लाना, विवाह करना।
घर बह जाना सब नष्ट हो जाना। उ0- खेत में उपजे सब जग खाय। घर में होय तो घर बहि जाय।
घर बिगड़ना घर में फूट या कलह पैदा करना,घर सम्पत्ति को नष्ट करना।
घर बिगाड़ना घर उजाड़ना, घरकी समृद्धि नष्ट करना, घर तबाह करना, परिवार की हानि करना, घर में फूट फैलाना, घर में झगड़ा खड़ा करना, घर के प्राणियों में परस्पर लड़ाई कराना, कुलवती को बहकाना, घर की बहू बेटी को बुरे मार्ग पर ले जाना।
घर बेचिराग हो जाना बेटे का मर जाना, कोई नामलेवा न रह जाना।
घर बैठना घर में बैठना, एकान्त सेवन करना, काम पर न जाना, काम छोड़ना, नौकरी छोड़ना, कोई काम न मिलना, बेकार रहना, बेरोजगार रहना, जीविका न रहना, अधिक वर्षा से मकान का गिरना, किसी के घर पत्नी भाव से जाना, किसी को पति बनाना।
घर बैठे बिना कुछ काम मिये, बिना हाथ पैर डुलाये, बिना परिरम, बिना कहीं गये, बिना कुछ देखे भाले, बिना बाहर जाकर सब बातों का पता लगाये, बिना देश काल को अवस्था जाने, बिना एक ही स्थान पर रहते हुए।
घर बैठे की नौकरी बिना परिश्रम की नौकरी।
घर पर घर के सब प्राणी, सारा परिवार।
घर भरना घर को धन धान्य से पूर्ण करना, अपना लाभ करना, माल अपने घर में रखना। (अकर्मक) घाटा पूरा होना, हानि की पूर्ति होना, घर का प्राणियों से भरना, घर में मेहमानी और कुटुम्ब वालों का एकत्रित होना। (किसी को) खूब धन देना।
घर मुसना घर में चोरी होना।
घर में स्त्री, घरवाली।
घर में कहना ठीक स्वर के साथ गाना।
घर में कहना आना बड़ी कठिनता का सामना होना, विपत्ति आना।
घर में डालना किसी स्वी को रंडेली बना लेना, रख लेना, जोरू बनाना।
घर में पड़ना पत्नी, बहू होकर जाना, विवाह जाना।
घर में बसना सुखपूर्वक गृहस्थी में रहना। उ0- सुनत वचन विहसे रिषिय गिरि संभव तव देह, नारद कर उपदेश कहहु बसेउ को गेह। तुलसी।
घट लुटना घर का माल चोरी जाना या अपहृत होना।
घर सिर पर उठा लेना बहुत शोर, ऊधम मचाना।
घर से पास से, पल्ले से, पति, स्वामी, स्त्री, पत्नी।
घर से देना अपने पास से देना, अपनी गांठ से देना, अपना रूपया खोना, स्वयं हानि उठाना।
घर से पांव निकालना इधर उधर बहुत घूमना, शासन में न रहना, स्वेच्छाचार करना, मर्यादा के बाहर चलना।
घर से बाहर पांव निकालना वित्त से बाहर काम करना, कमाई से अधिक खर्च करना।
घर सेना घर में पड़े रहना, बाहर न निकलना, बेकार बैठक रहना, इधर उधर काम धंधे के लिए न जाना।
घर ही के घर रहना न हानि उठाना, न लाभ। बराबर रहना।
घर होना गृहस्थी चलना, निर्वा होना, घर का काम चलना, घर के प्राणियों में मेल जोल होना, घर में सुख शंति होना, स्त्री पुरूष में बनना।
धरा चलना मरते समय कफ छेंकने के कारण सांस का घरघराहट के साथ रूक रूक कर निकलना। घुघंरू बोलना, घटका लगना।
घाट घाट का पानी पीना चारों ओर देश देशान्तर में घ्ूम कर अनुभव प्राप्त करना, अनेक स्थानों में अनेक प्रकार के व्यापारों में रहकर जानकार होना, इधर उधर मारे मारे फिरना, कई घर बदलना, बहुतेरे बीबी बनना, भटकना।
घाट करना राह छेंकना, जबरदस्ती के लिए रास्ते में खड़े होना। उ0- घाट धरयो तुम यहे जानि के करत ठगन के छंदा। सूर।
घाट नहाना किसी के मरने पर उदय क्रिया करना।
घाट मारना नदी को उतराई न देना, नाव या पुल का महसूल दिये बिना चले जाना।
(किसी) घाट लगना नाव का किनारे पहुंचना, कहीं ठिकाने लगना, आश्रय मिलना।
घाटा उठाना हानि सहना, नुकसान में पड़ना।
घाटा भरना नुकसन भरना, अपने पल्ले का रूपया देना, हानि कसर निकालना, कमी पूरी करना।
घात चलाना मारन मोहन आदि प्रयोग करना, झूठ चलाना, जादू टोना करना।
घात पर चढ़ना अभिप्राय साधन के अनुकूल होना, दाव पर चढ़ना, वश में आना, हत्थे चढ़ना, चाल में फंसना।
घात में ताक में। उ0- नर सों बचि रहो, करे न कबहू घात। वृ0।
घात में आना अभिप्राय साधन के अनुकूल होना, दाव पर चढ़ने वश में आना, हत्थे चढ़ाना, चाल में फसना।
घात में पाना किसी को ऐसी स्थिति में पाना जिससे कोई अर्थ सिद्ध हो। वश में पाना।
घात में फिरना ताक में घूमना, अनिष्ट साधन के लिए अनुकूल अवसर ढंूढते फिरना।
घात में बैठना आक्रमण करने या मारने के लिए छिपकरबैठना, किसी के विरूद्ध कोठ्र कार्य करने के लिए गुप्त रूप से तैयार रहना।उ0- चित्रकूट अचल अहेरी बैठो घात मानो पातक के ब्रात घोर सावज संधारिहे। तुलसी।
घात में रहना किसी के विरूद्ध कोई कार्य करने के लिए अनुकूल अवसर ढूंढते रहना, ताक में रहना।
घात में होना किसी के विरूद्ध कार्य करने को ताक में रहना।
घात लगना सुयोग मिलना, किसी कार्य के लिए अनकूल स्थिति होना। उ0- हमिरउ लागी घात तब हमहूं देव कलंक, विश्राम। अच्छा मोका मिलना।
घात लगाना युक्ति भिड़ाना, तरकीब करना, ताक में बैठना, आक्रमण आदि के अवसर की खोज में रहना। उ0- केलि के राति अधाने नहीं दिन ही में लला पुनि घात लगाई। मतिराम।
घाटे में मुफ्त में, नफे में, शप्प के अतिरिक्त।
घातें बताना चाल सिखाना, चालबाजी करना, रास्ता बतलाना, बहलाना।
घान उतरना कोल्हू में एक बार डाली हुई वस्तु से तेल या रस आदि निकलना, कढ़ाई में पकवान निकलना।
घान उतारना कोल्हू में से तेल, रस तथा कढ़ाई में से पकवान आदि निकलना।
घान डालना कोल्हू में पैरने या कढ़ाई में एक बार में तलने के लिए वस्तु डालना, किसी काम में हाथ लगाना।
घान पड़ जाना किसी काम में हाथ लग जाना, किसी कार्य का आरम्भ हो जाना।
घान पड़ना कोल्हू मेंपैरने या कढ़ाई में पकाने के लिए वस्तु का डाला जाना।
घान लगना घान का कार्य आरम्भ होना।
घानी करना पेरना।
घामी करना पैरना।
घाम खाना गर्मी के लिए धूप में रहना, ऐसे स्थान पर रहना, जहाँ धूप या सूर्य की गर्मी का प्रभाव पड़े।
घाम बचाना कष्टदायक बात से बचना।
घाम कराना कष्टदायक बात से बचना।
घाल न गिनना पसंगे बराबर भीन समझना। तुच्छ समझना, हेय समझना। उ0- (क) रघुवीर बल गर्वित विभिषण घाल नहिं ताकहं गनै। तुलसी। (ख) वीर करि केसरी कुठारपानि मानी हार तेरी कहा चली विह तो को गनै घाल को। तुलसी। (ग) चढ़हिं कुंवर मन करें उछाहूं। आग घाल गनै नहि काहू। जायसी।
घाव खाना घायल होना, आहत होना।
घाव देना दुःख पहुंचाना, शोक में डालना।
घाव पर नमक छिड़कना दुःख के समय और दुःख देना, शोक पर और शौक उत्पन्नकरना।
घाव पूजना घाव का अच्छा होना, घाव का भरकर सूख जाना।
घाव भरना घाव का भरकर सूख जाना।
घास काटना तुच्छ काम करना, छोटा और सहल काम करना, व्यर्थ काम करना, निरर्थक काम करना। उ0- तुम सो प्रेम कथा को कहिवो मनो काटिवो घास। सूर। किसी काम को बेपरवाही से जल्दी जल्दी करना।
घास खाना पशु बनना, पशु के समान होना, घोर मूर्खता का परिचय देना।
घास खोदना तुच्छ काम करना, छोटा और सहल काम करना, व्यर्थ काम करना, निरर्थक काम करना, किसी को बेवरवाही से जल्दी जल्दी करना।
घास छीलना तुच्छ काम करना, व्यर्थ काम करना।
घिग्घी बंधना रोते रोते सांस का रूक रूक कर निकलना और स्पष्ट शब्द मुंह से बाहर न होना, हिचकी बंधना, डर के मारे मुंह से साफ बोली न निकलना।
घिन खाना घृणा करना।
घिरनी खाना चक्कर लगाना, चारों ओर फिरना।
घिरिया में घिरना असमंजस या कठिनता में पड़ना, ऐसी अवस्था में पड़ना जिससे निस्तार कठिन हो।
घिस घिस कर चलना बहुत दिनों तक खूब काम में लाया जाना और चलना।
फिस लगाने को नहीं घिस कर मिलक या अंजन लगाने भर को भी नहीं। लैश मात्र नहीं।
घी कड़कड़ाना साफ और सोंधा करने के लिए घी को तपाना।
घी का कुप्पा लुढ़कना किसी बहुत बड़े धनी का मर जाना, किसी बड़े आदमी की मृत्यु होना, भारी हानि होना, बहुत नुकसान होना।
घी का डोरा घी की धार वो दाल आदि में डालते समय बंध जाती है।
घी का डोरा देना किसी भोजन में तपाया हुआ घी डालना।
घी के जलना कामना पूरी होना, मनोरथ सफल होना, उत्सव होना, समृद्धि होना।
घी के दिये जलना कामना पूरी होना, मनोरथ सफल होना, आनन्द मंगल होना, उत्सव होना, सौभाग्य की दशा होना, धनधान्य की पूर्णता होना, समृद्धि होना, ऐश्वर्य होना।
घी के लिये जलाना (मनोरथ पूरी होने पर) आनन्द मंगल मनाना, उत्सव मनाना, सुख सम्पत्ति का भोग करना, बड़े सुख चैन से रहना।
घी के दिये भरना आनन्द मंगल मनाना, उत्सव मनान। उ0- भूप गहै कपिराज के पाप कहयो अब दीप भरो सब घी के। हनुमान। सुख सम्पत्ति का भोग करना, बड़े सुख चैन से रहना।
घी खिचड़ी खूब मिला जुला।
धी खिचड़ी होना खूब मिल जुल जाना, अभिन्न हृदय होना, प्रगाढ़ प्रेम होना।
घुंघनियां मुँह में रख कर बैठना चुपचाप बैठना, मौन होकर बैठना।
घुंघरू आंघना नाचने में चेला करना, नाचने के लिए तैयार होना।
घुंघरू बोलना घर्रा लगारा, घटका लगना, मरते समय तक छेंकना।
घुंघरू सा लदना शरीर में अत्यधिक फुंसिया, चेचक या छाले आदि निकलना।
घुंडी लगाना घुंडी टांकना, घुंडी में तुकने से अंगरखे आदि का पल्ला अटकाना।
घुटकी लगना प्राण का कंठगत होना।
घुट-घुट करके जान देना घुल-घुलकर, असहय कष्ट सहते हुए मरना।
घुट घुट कर मरना दम तोड़ते हुए सांसत सेमरना, असहय कष्ट सहते हुए मरना।
घुटने टेकना घंटनों के बल बैठना, अधीनता स्वीकार करना, पराजय स्वीकार कर लेना।
घुटनों के बल चलना बच्चे का बैंया बैयां चलना।
घुटनों में सिर देना सोच में बैठना, चिन्तित या उदास होना, लज्जित होना, सिर नीचा करना।
घुटनों में लगकर बैठना हर घड़ी पास रहना, सटे रहना।
घुटा हुआ मुंडा हुआ, सफाचट (सिर)। पक्का चालाक, मंजा हुआ, रगड़ खाकर चिकना होना।
घुट्टी में पड़ना स्वभाव में होना। उ0- घुट्टी पान करत हरि रोचत। सूर।
घुन फड़ना घुन खाई हुई लकड़ी का चूर गिरना।
घुन लगना घुन का अनाज या लकड़ी को खाना, भीतर ही भीतर किसी वस्तु का क्षीण होना, धीरे-धीरे अप्रत्यक्ष रूप से किसी वस्तु का ह्रास होना। उ0- कीट मनोरथ दारू शरीरा। जेहि न लाग घुन को अस धीरा। तुलसी।
घुमाव फिराव की बात पेंचीदी बात, हेर फेर की बात।
घुल घुल कर कांटा होना बहुत दुबला हो जाना, इतना दुबला हो जाना कि शरीर की हड्डिया दिखाई दें।
घुल घुलकर जान देना रोग-शोक से क्रमशः छोजकर, सूख कर, बहुत दिनों तक कष्ट उठाकर मरना।
घुल-घुलकर बातें करना खूब मिल जुलकर बातें करना, अभिन्न हृदय होकर बातें करना, बड़ी घनिष्ठता के साथ बातें करना।
घुल-घुलकर मरना बहुत दिनों तक कष्ट भोगकर मरना।
घुल मिलकर खूब मेल जोल के साथ।
घुला हुआ बुड्ढा, खूब पका हुआ, पिलपिला।
घुस कर बैठना छिप रहना, सामने न आना, पास पास बैठना, सट कर बैठना।
घूंघट उठाना मुँह खोलने के लिए घूंघट को ऊपर उठाना, परदा हटाना।
घूंघट उलटना मुँह खेलने के लिए घूंघट को ऊपर उठाना, परदा हटाना।
घूंघट करना साड़ी, दुपट्टे आदि से मुँह को ढक लेना, परदा करना।
घूंघट काढ़ना साड़ी, दुपट्टे आदि से मुँह को ढक लेना, परदा करना।
घूंघट निकालना साड़, दुपट्टे आदि से मुँह को ढक लेना, परदा करना।
घूंट घूंट कर मारना तंग करके मारना, दुःख पहुंचा पहुंचा कर मारना।
घूं फेंकना किसी पीने की वस्तु का बहुत थोड़ा सा अंश पीने के पहले पृथ्वी पर गिराना जिसमें नजर न लगे या किसी देवी देवता का अंश निकल जाय।
घूंट लेना घूंट घूंट करके पीना, बहुत थोड़ा थोड़ा करके पीना।
घूंसो का क्या उधार? मार का बदला मार से लेने में क्या देर? मार पीट का बदला तुरन्त ले मारने वाले को तुरन्त मारना चाहिए।
घूम पड़ना सहसा कुद्ध हो जाना, बिगड़ उठना।
घोटाले में पड़ना गड़बड़ में पड़ना, निश्चित या ठीक न होना, अस्थिर रहना।
घोड़ा उठाना घोड़े को तेज, सरपट दौड़ाना।
घोड़ा उलांगना किसी नये घोड़े पर पहले पहल सवार होना।
घोड़ा कसना घोड़े पर सवारी के लिए जोन या चार जाना कसना।
घोड़ा खोलना घोड़े का साज या चारजामा उतारना, घोड़े को बन्धन मुक्त करना, घोड़ा चुराना या छीनना।
घोड़ा छोड़ना किसी और घोड़ा दौड़ाना, किसी के पीछे घोड़ा दौड़ाना, घोड़े की घोड़ी से जोड़ा खाने के लिए छोड़ना, घोड़े का घोड़ी से समागम कराना, घोड़े को उसके इच्छानुसार चलने देना, दिग्विजय के लिए अश्वमेघ का घोड़ा छोड़ना कि वह जहां चाहे वहां चला जाय। घोड़े का साज या चारजामा उतारना।
घोड़ा डालना किसी और वेग से घोड़ा बढ़ाना।
घोड़ा निकालना घोड़े को सिखलाकर सवारी के योग्य बनाना, घोड़े को आगे बढ़ा ले जाना।
घोड़े पर चढ़े आना किसी स्थान पर पहुंचकर वहां से लौटने के लिए जल्दी करना।
घोड़ा फेंकना वेग से घोड़ा दौड़ाना।
घोड़ा फेरना घोड़े को सिखाकर सवारी योग्य बनाना, घोड़े को दौड़ने का अभ्यास कराने के लिए एक वृत्त में घुमाना, कावा देना।
घोड़ा बेचकर सोना खूब निश्चिन्त होकर सोना, गहरी नींद में सोना।
घोड़े जोड़े की सैर दूल्हा-दुल्हन और उसकी सवारी सकुशल रहे।
घोड़े पर चढ़ आना लौटने की जल्दी मचाना।
घोड़ी चढ़ना विवाह में दूल्हे का घोड़ी पर चढ़कर दुलहिन के घर जाना।
घोलकर पी जाना सहज में मार डालना, देखते देखते नाश कर डालना, कुछ गिनना, पारंगत हो जाना।
घोल पाना शरबत की तरह पी जाना, सहज में मार डालना, सहज में नष्ट कर देना, कुछ न समझना, तृण समझना।
घोलुवा घोलना किसी काम में बहुत देर करना।
घोलुवा पीना कडुई वस्तु (दवा आदि) पीना।
घोले में डालना खटाई में डालना, रोक रखना, फंसा रखना, उलझन में डाल रखना, किसी काम में बहुत देर लगाना, किसी काम में टालमटोल करना।
घोले में पड़ना बखेड़े में पड़ना, उलझन में फंसना, ऐसे काम में फंसना जो जल्दी न निपटे।
च
चंग उभहना बड़ी बात होना, खूब जोर होना। उ0- तवो पद्माकर दीजे मिलाय क्यों चंग चबाइन की उमही है। पद्माकर।
चंग चढ़ना बड़ी बड़ी बात होना,खूब जोर होना।
चंक पर चढ़ाना इधर उधर की बातें कहकर किसी को अपने अनुकूल करना, किसी को अभिप्राय साधन के अनुकूल करना, आसमान पर चढ़ा देना, मिज़ाज बढ़ा देना।
चंगुल में फंसना पंजे में फंसना, वश या पकड़ में आना, काबू में होना,कब्जे में आना।
चंडासा चढ़ाना बहुत जल्दी मचाना, उतावली करना।
चंडूखाने को गप मतवालों की झूठी बकवाद, बिलकुल झूठी बात।
चंदन उतारना पानी के साथ चन्दन की लकड़ी को घिसना जिसमें उसका अंश पानी में घुल जाय।
चंदन चढ़ाना घिसे हुए चन्दन को शरीर में लगाना।
चंदिया खाना बकवाद करना, सिर खाना, सिर में दर्द पैदा करना, सब कुछ हरण करके दरिद्र बना देना।
चंदिया खुजाना सिर खुजलाना, मार या जूते खाने को जी चाहना, मार खाने का काम करना।
चंदिया पर बाल न छोड़ना सिर के बाल तक न छोड़ना, सब कुछ ले लेना, सर्वस्व हरण कर लेना, सिर पर जूते लगाते बाल उड़ा देना, खूब जूते उड़ाना।
चंदिया मूंड़ना सिर, मूंडना, हजामत बनाना, लूट कर खाना, धोखा देकर किसी का धन आदि ले लेना, सिर पर खूब जूते लगाना।
चंदिया से परे सरक सिर के ऊपर से अलग जाकर खड़ा हो पास से हट जा।
चंजल लगाना खूब पानी बढ़ता, जलमय होना।
चंवर ढलना ऊपर चंवर हिलाया जाना।
चक काटना भूमि का विभाग करना, जमीन की हद बांधना।
चक जमना रंग जमना, अधिकार होना।
चक बंधना बराबर बढ़ता जाना, एक पर एक अधिक होता जाना, तार बंधना।
चकता मारनादां दांत से मांस आदि नोच लेना, वकोटा मारना, दांतों से काट खाना।
चकता मरना दातों से काटना, दांतों से मांस निकाल लेना।
चकता मारना दांतों से काटना।
चकमा खाना धोखा खाना, भुलावे में आना।
चकमा देना धोखा देना, भुलवाना, प्रान्त करना।
चकाबू में पड़ना फेर में पड़ना, चक्कर में पड़ना, ऐसी स्थिति में होना जिसमें कर्तव्य सूझ न पड़े।
चक्कर काटना वृत्तकार परिधि में घूमना, परिक्रमा करना, मंडराना, भटकना, फेरा करना।
चक्कर खाना पहिये की तरह घूमना, अक्ष पर घूमना, घुमाव फिराव के साथ जाना, सीधे न जमकर टेढ़े मेढ़े जाना, भटकना, प्राप्त होना, हैरान होना।
चक्कर देना मंडल बांधकर घेमना, परिक्रमा करना, मंडराना।
चक्कर पड़ना जाने के लिए सीधा न पड़ना, घुमाव या फेर पड़ना, व्रजपात होना, विपत्ति आना, गाज गिरना।
चक्कर बांधना मंडलाकार मार्ग बनाना, वृा बनाते हुए घूमना, इस तरह घूमना कि वृत्त बन जाय।
चक्कर मारना पहिये की तरह अक्ष पर घूमना, परिक्रमा करना, चारों ओर घूमना, इधर उधर फिरना, भटकना।
चक्कर में आना चकित होना, प्रान्त होना, हैरान होना, दंग रह जाना, धोखे में आना, भुलावे में आना।
चक्कर में डालना चकित करना, हैरान करना, कठिनता या असमंजस में डालना, फेर में डालना, ऐसी स्थिति में करना जिसमें यह न सूझ पड़े कि क्या करना चाहिए।
चक्कर में पड़ना असमंजस मे पड़ना, दुविधा में पड़ना, कठिन स्थिति में पड़ना, हैरान होना, माथा खपाना, धोखे मे पड़ना, भुलावे में पड़ना।
चक्कर लगाना परिक्रमा करना, मंडराना, चारों ओर घूमना, इधर उधर फिरना, फेरा लगाना, आना जाना, घूमना फिरना।
चक्की का पाट चक्की का एक पत्थर।
चक्की की मानी चक्की के पीने के पाट के बीच में गड़ी हुई वह खूंटी जिस पर ऊपर का पाट घूमता है। ध्रुव। ध्रुव तारा।
चक्की कूना चक्की में हाथ लगाना, चक्की चलाना आरम्भ करना, अपना चरखा श्खुरू करना, अपना वृतान्त आरम्भ करना, अपनी कथा छोड़ना, आप बीती सुनाना।
चक्की पीसना चक्की में डालकर अनाज पीसना, चक्की चलाना, कड़ा परिश्रम करना, बड़ा कष्ट उठाना।
चक्की रहाना चक्की की टांकी से खोद खोदकर खुरदरा करना जिसमें दाना अच्छी तरह पिसे। चक्की कूटना।
चक्र गिरना बज्रपात होना, विपत्ति आना।
चचा बनाकर छोड़ना खूब बदला लेकर छोड़ना।
चचा बनाना यथोचित दण्ड देना, खूब बदला लेना, दुरस्त करना।
चट कर जाना सब खा जाना, चाट-पोछकर खा जाना, पचा जाना, हजम कर लेना, दूसरे की वस्तु लेकर न देना।
चट बलाएं लेना उंगलियां चटकाते हुए (नज़र लगाने वाले का नाश मनाते हुए) बलाएं लेना।
चट से जल्दी से, शीघ्र।
चटकारे का चरपरा, मजेदार, तीक्ष्ण स्वाद का।
चटखारे भरना खूब जीभ से चाट चाटकर स्वाद लेना, ओंठ चाटना, स्वाद लेकर खाना।
चटनी करना बहुत महीन पीसना, पीस डालना, चूर-चूर कर देना, मार डालना, खा जाना, चाट जाना।
चटनी होना खूब पीस जाना, चट हो जाना, चट पट खा लिया जाना, खाने भर को न होना, चुक जाना, खतम हो जाना, उड़ जाना।
चटपट की गिरह वह फंदा जिसे खींच लेने से चट से गांठ पड़ जाय। सकरमुद्धी।
चटपट होना चटपट मर जाना, थोड़ी ही देर में समाप्त हो जाना, बात की बात में मर जाना।
चटर करना मस्तूल आदि को घुमाना या फेरना, चक्कर देना।
चटाके का बहुत तेज, उग्र, प्रचण्ड।
चट्टी भरना हानि पूरी करना।
चट्टे कट्टे लगाना इधर की उधर लगाकर लड़ाई कराना, चुटकुला छोड़ना, ऐसी बात कहना जिसमें कुछ लोग आपस में लड़ जाये।
चड्ढी गांठना रोब से दबा देना, किसी पर हावी होना, सवारी करना।
चड्ढी देना हार कर पीठ पर चढ़ाना।
चढ़ दौड़ना चढ़ाई करना, आक्रमण करना, चढ़ जाना।
चढ़ बजना बात बनना, पौ बारह होना, खूब चलती होना। उ0- अधर रस मुरली लूटि करावति। आपुन बार बार लै अंचवति जहां तहां ढरकावति। आजु महा चढ़ि बाजी बाकी जोड कोई करे विराजे। करि सिंहासन पैठि अधर सिर छत्र घरे वह गाजै। सूर।
चढ़ बनना मनोरथ सफल होना, सुयोग मिलना, लाभ का अवसर हाथ आना, मनचाही होना, बन आना।
चढ़ बैठना सवार हो जाना, दबा लेना।
चढ़ती जवानी योवनारम्भ, उठती जवानी।
चढ़ा लाना आक्रमण या चढ़ाई के लिए किसी को दल बल सहित साथ लाना।
चढ़ावा बढ़ावा देना जी बढ़ाना, उत्साह बढ़ाना, उकसाना, उत्तेजित करना।
चढ़ी उतरी लगाना बार बार चढ़ना उतरना।
चढ़ी ऊपरी लगाना एक दूसरे से आगे होने या बढ़पने का प्रयत्न करना, होड़ा होड़ी करना।
बड़बड़ चड़बड़ करना बकवाद करना।
चतुरई छोलना चालाकी करना, धोखा देना। उ0- जाहु चले गुन प्रगट सूर प्रभु कहा चतुरई छौलत हो। सूर।
चतुरई तौलना चालाकी करना। उ0- बहुनायक आजु में जानी कहा चतुरई तौलत हो। सूर।
चद्दर पड़ना नदी के बहतु हुए पानी के कुछ अंश का एकदम समतल हो जाना।
चने का मारा मरना इतना दुर्बल होना कि बहुत जरा सा चोट से मर जाय।
चपटी लड़ाना दो स्त्रियों का परस्पर योनि मिलाकर रगड़ना।
चपत बैठना हानि होना।
चपत लगना हानि होना
चपनी चाटना बहुत थोड़ा अंश पाकर रह जाना।
चपनी भर पानी में डूब मरना लज्जा के मारे किसी को मुँह न दिखाना।
पाती सा पेट वह पेट जो बहुत निकला हुआ न हो। कृशेदर।
चबा चबा कर बाते करना एक एक शब्द धीरे धीरे बोलना, मठार मठार कर बातें करना।
चबा जाना खा जाना, काट खाना।
चबे को चबाना एक ही काम को बार बार करना, पिष्टपेषण करना। उ0- बरस पखासक लों विषय ही में वास कियो तऊ ना उदास भये चबे को चबाइए। प्रिया। चमकना, फलकना।
चमक देना चमकना, झलकना।
चमक लाना चमक उत्पन्न करना, झलकाना।
चमड़ा उधेड़ना चमड़े को शरीर से अलग करना, बहुत मार मारना, बहुत कठोर दण्ड देना।
चमड़ा खींचना चमड़े को शरीर से अलग करना, बहुत मार मारना, बहुत कठोर दण्ड देना।
चमड़ा सिफाना विशेष प्रक्रिया से चमड़े को मुलायम करना।
चरण छूना दण्डवत या प्रणाम करना, बड़े का अभिवादन करना, पांव छूकर प्रणाम करना।
चरण देना पैर रखना। उ0- जैहि गिरि चरण देह हनुमंता। तुलसी।
चरण पड़ना आगमन होना, कदम जाना। उ0- जहं जहं चरणपड़े संतन के तहं तहं बंटा धार। तुलसी। प्रवेश होना।
चरण लेना पैर पड़ना, पैर छूकर प्रणाम करना।
चरण सेना तुच्छ से तुच्छ चाकरी बजाना, पैर दबाना।
चरणामृत लेना किसी महात्मा या बड़े के चरण धोकर पीना, बहुत ही थोड़ी मात्रा में कोई तरल पदार्थ पीना।
चरब करना घी, तेल में तलना, घी-तेल लगाना, चिकनाना।
चारबांक दीदा जिसकीदृष्टि चंचल हो, चंचल नेत्रवाला, ढीठ, निडर, शेख।
चरबा उतारना खाका खींचना, नक्शा उतारना, चित्र खींचना, किसी की नकल करना।
चरबी चढ़ना मोटा होना, मद में अंधा होना।
चरबी छाना (किसी मनुष्य या पशु आदि का) बहुत मोटा हो जाना, मदान्ध होना, गर्व के कारण किसी को कुछ न समझना।
चरीं छोड़ना व्यंग्यपूर्ण या लगती हुई बात कहना।
चल निकलना किसी कार्य में उन्नति करना, किसी विषयम में क्रमशः आगे बढ़ना, किसी काम का ढर्रे पर आना, किसी कार्य में सफलता होना, जमना।
चल बसना मर जाना।
चल विचल होना मन का किसी एक बात पर न ठहरना, चित्त का चंचल होना।
चलता करना हटाना, भगाना, भेजना, किसी प्रकार निपटाना, झगड़ा दूर करना।
चलता गाना वह गाना जो शुद्ध राग रागनियों के अन्तर्गत न हो पर जिसका प्रचार सर्वसाधारण में हो।
चलता पुरजा व्यवहार कुशल, चालाक, चुस्त, व्यवहार तत्पर, उपयोगी।
चलता फिरता नजर आना चला जाना, चलता बनना।
चलता बनना चल देना, प्रस्थान करना, खिसक जाना।
चलता हिसाब लेन देन का लेखा जो जारी हो।
चलता होना चल देना, प्रस्थान करना, खिसक जाना।
चलती गाड़ी में रोड़ा अटकाना होते हुए कार्य में बाधा डालना।
चलते बाजू जब तक अपने पास शक्ति सामर्थ्य रहे।
चलते रहते जब तक अपने पास शक्ति सामर्थ्य रहे।
चलते बैल को आर लगाना ठीक तरह से काम करने वाले को भी ताकीद करके उसे तंग करना।
चलन से चलना अपने पद और मर्यादा आदि के अनुकूल काम करना, उचित रीति से व्यवहार करना।
चश्मदीद गवाह वह गवाह जिसने घटना आंख से देखी हो।
चश्म बद दूर बुरी नज़र दूर हो, बुरी नज़र न लगे।
चहका लगाना लूका लगाना, आग लगाना, जलाना। (स्त्रियों की गाली)।
चहन कर खाना बहुत अच्छी तरह खाना, कस कर खाना। उ0- लुचई पोइ घी मेइ। पाछे चहन खांड़ सों जेई। जायसी।
चांड सरना इच्छा पूरी होना, काम पूरा होना, लालसा पूरी होना। उ0- तोरे धनुष चांड, नहिं सरई। जनित हमहिं कुंवर को बरई। तुलसी।
चांड सराना इच्छा पूरी करना, लालसा मिटना। उ0- पुरुष मंवर दिन चारि आपने अपनो चांड सरायो। सूर।
चांद का टुकड़ा अति सुन्दर, अत्यन्त सुन्दर मनुष्य।
चांद को ग्रहण लगना अच्छी, सुन्दर वस्तु में दोष होना।
चांद गंजी हो जाना बहुत मार पड़ना।
चांद चढ़ना चन्द्रमा का ऊपर आना, नया महीना चढ़न, ऋतु का बीत जाना, गर्भ रहना।
चांद ढलना चन्द्रमा का अस्त होना।
चांद दीखे शक्ल द्वितिया के पीछे।
चांद पर ख़ाक उड़ाना निर्दोष व्यक्ति या वस्तु में दोष निकालना, साधु चरित जन पर दोष लगाना।
चांद पर थूकना किसी महात्मा पर कलंक लगाना, जिसके कारण स्वयं अपमानि होना पड़े, किसी निर्दोष पर कलंक लगाना।
चांद पर धूल उड़ाना सिर पर इतने जूते लगाना कि बाल फड़ जाय। सिर पर खूब जूते लगाना, मूंडना, सर्वस्व हरण करना, सब कुछ ले लेना।
चांद का मुखड़ा अत्यन्त प्यारा मुख।
चांदनी का खेत चन्द्रोदय का चारों ओर फैला हुआ प्रकाश, चन्द्रमा के निकलने के पहले उसकी आभा का फैलना।
चांदनी खिलना चन्द्रमा के स्वच्छ प्रकाश का खूब फैलना, शुभ्र ज्योत्सना का फैलना।
चांदनी मारना चांदनी का बुरा प्रभाव पड़ना।
चांदी काटना खूब रूपया पैदा करना, गहरी आय होना, खूब माल मिलना, स्त्री से प्रथम समागम करना।
चांदी कर देना जला कर राख कर डालना।
चांदी का जूता घूस, उत्कोच, रिश्वत।
चांदी का पहरा सुख समृद्धि का समय, सौभाग्य की दशा, धन धान्य से पूर्णता की अवस्था।
चांदी काटना खूब रूपया पैदा करना।
चांदी की जूती घूस, उत्कोच।
चांदी खोलवाना चांद के ऊपर के बाल मुड़ाना।
चांदी होना बहुत लाभ होना, माल मिलना, जलकर राख होना।
चाक करना चीरना, फाड़ना।
चाक चौबन्द हृष्ट-पुष्ट, तगड़ा।
चाक होना चीरा जाना, फाड़ा जाना।
चाकरी बजाना सेवा करना।
चाट जाना खा डालना, साफ कर देना।
चाट पोंछकर खाना सब खा जाना, कुछ न छोड़ना।
चाबर उतारना बेपर्द करना, इज्जत उतारना, अपमानित करना, मर्यादा बिगाड़ना।
चादर ओढ़ाना किसी विधवा को रख लेना।
चादर डालना विधवा से विवाह करना, विधवा को घर में डाललेना।
चादर देखकर पांव फैलाना वित्त, बिसात देखकर खर्च करना।
चादर रहना सम्मान रहना, कुल की मर्यादा रहना, प्रतिष्ठा का बना रहना।
चादर से बाहर पैर फैलाना अपनी हद से बाहर जाना, अपने वित्त से अधिक खर्च आदि करना।
चादर हिलाना युद्ध में शत्रुओं से घिरे हुए सिपाही का युद्ध रोकने या आत्म समर्पण करने के लिए कपड़ा हिलाना, युद्ध रोकने का झंडा दिखाना।
चाबी देना कुंजी घुमाकर घड़ी आदि की कमानी को कस देना।
चाम के दाम चलाना अपनी जबरदस्ती के भरोसे कोई काम करना, अन्याय करना, अन्धेर करना। उ0- ऊधो अब कछु कहत न आवे। सिर में सोति हमारो कुबजा चाम के दाम चलावै। सूर। अधिकार या अवसर पाकर मनमाना अन्धेर करना। उ0- अतयान सुनाय के सोतिन की छतियान में साल सलाय ले रो। सपनेहू न कोजिय मान अये अपने जोबना को बलाय ले री। परमेसू ज रूप तरगन सौ अंग अंगन रूप रलाय ले रो। दिन चारिक तू पिय प्यारे के प्यार सो चाम के दाम चलाय ले री। परमेश।
चार आंखे करना आँखे मिलाना, देखा देखी करना, सामने आना, साक्षात्कार करना, मिलना।
चार आंखे होना दृष्टि से दृष्टि मिलना, देखा देखी होना, साक्षात्कार होना, बुद्धिमता होना, आँखे चार होना।
चार की कही पंचों या लोगों का कहना।
चार के कंधे, कांधे चढ़ना मर जाना, अरथी उठाना।
चार के कंधे, कांधे चलना मर जाना, अरथी उठाना।
चार के कान पड़ना चर्चा होना, बात का फैलना।
चार चांद लगना चौगुनी प्रतिष्ठा होना, चौगुनी शोभा होना, सौन्दर्य बढ़ना।
चार तार चार थान कपड़े या गहने, कुछ कपड़ा लत्ता या जेवर।
चार ताल चौताला, तबले का मृदंग के एक ताल का नाम।
चार दिन थोड़े दिन, कुछ दिन।
चार दिन की चांदनी दो-चार ही दिन रहने, टिकने वाली बात, चंद रोज, थोड़े दिन रहने वाला, सुख का आनन्द।
चार पकड़ी करना जहाज का लंगर डालना, जहाज को ठहराना।
चार पांच करना हीला हवाला करना, इधर उधर करना, बातें बढ़ाना, तकरार करना।
चार पांच लाना हीला हवाला करना, तकरार करना।
चार पैंसे कुछ धन, कुछ रूपया पैंसा।
चारपाई धरना अत्यन्त रूग्ण होना।
चारपाई पकड़ना अत्यन्त रूग्ण होना।
चारपाई पर पड़ना लेटना, बीमार होना।
चारपाई में कान निकलना चारपाई का टेढ़ा होना, चारपाई में कज पड़ना।
चारपाई से पीठ लगना बीमारी के कारण चारपाई से उठ न सकना, सख्त बीमार होना।
चारपाई में लगना बीमारी के कारण चारपाई से उठ न सकना।
चारमेखा करना लिटाकर हाथ पांव खम्भों से बांध देना।
चारों खाने चित गिरना पूरी तरह परास्त हो जाना। (कोई शोक संवाद सुनकर) स्तब्ध हो जाना, हिम्मत हार जाना।
चारों फूटना चारों आँखे फूटना। (दो हिये की, दो ऊपर की)। अंधा होना। उ0- आछो गात अकारथ गारयो। गरी न प्रीति कंमल लोचन सो जन्म जुवा ज्यों हारयो, निसि दिन विषय विलासन सिलति फूटि गई तब चारयो। सूर।
चाल खेलना कुछ चालाकी करना।
चाल चलना धोखा देना, धूर्तता से कार्य सिद्ध होना, धोखा देने का आयोजन करना, चालाकी करना, धूर्तता करना।
चाल चलना गलत, अपनी ही हानि करने वाली चाल चलना।
चाल फंसना (शतरंज आदि में) ऐसी चाल चलना की अपनी ही मुहरा फंस जाय। अपनी चाल में खुद फंस जाना।
चाल मिलना हिलने डोलने का शब्द सुनाई देना, आहट मिलना।
चाल में आना धोखे में पड़ना, धोखा खाना, प्रतारित होना।
चाल सुधारना आचरण ठीक करना।
चाला देखना यात्रा का मुहूर्त विचारना।
चाला निकालना मूहुर्त निश्चित करना।
चालू करना प्रगति देना, चलाना।
चाव निकालना लालसा पूरी करना।
चावल भर रत्ती के आठवें भाग के बराबर।
चाश्नी चटाना मजा चखाना, क्षति पहुंचाना।
चाशनी में पागना मीठा करने के लिए चाशनी में डुबाना।
चाहे इधर से नाक पकड़ो चाहे उधर से चाहे जिस तरह कहो या मरो बात एक ही है।
चिं आं सी छोटी, बहुत छोटी।
चिंउटी की चाल बहुत सुस्त चाल, मंद गति।
चिंउटी की चाल चलना बहुत धीमी चाल से चलना।
चिंउटी के पर निकलना ऐसा काम करना जिससे मृत्यु हो, मरने पर होना, मृत्यु या विनाश का समय पास आना।
चिंटियों से भरा कबाव झगड़े-झंझट की चीज, मुसीबत का घर।
चिंता लगना चिंता का बराबर बना रहना।
चिंदी की बिन्दी अत्यन्त तुच्छ मूल निकालना, कुतर्क करना।
चिंदी की बिंदी करना किसी वस्तु को ऐसा तोड़ना कि उसके छोटे छोटे टुकड़े हो जायें।
चिकना घड़ा जिस पर कहने सुनने का असर नहो, बैहया, निर्ल्लज।
चिकना चुपड़ा बना ठना, छैल चिकनिया, संवार सिंगार किये हुए।
चिकना देख फिसल पड़ना केवल सौन्दर्य या धन देखकर रौफ जाना, धन या रूप पर लुभा जाना।
चिकना मुँह सुन्दर और संवारा हुआ चेहरा।
चिकनी चुपड़ी बातें बनावटी स्नेह से भरी बातें, कृत्रिम मधुर भाषण।
चिकने घड़े पर पानी पड़ना किसी पर किसी अच्छी बात या उपेक्षा का प्रभाव पड़ना।
चिकने मुँह का ठग ऐसा मूर्त जो देखने में और बातचीत से मलभानुसा जान पड़ता हो। वंचक।
चिचड़ी सा चिमटना पीछा न छोड़ना, साथ में बना रहना, पिंड न छोड़ना।
चिट्ठा बांधना लेखा तैयार करना।
चिट्ठा लड़ाना झूठा बढ़ावा देना, ऐसी बात कहना जिससे दो आदमियों में झगड़ा हो।
चिट्ठी करना किसी के नाम से हुंडी करना, किसी को रुपये देने की लिखित आज्ञा देना।
चिट्ठी डालना लाटरी डालना।
चिढ़ निकालना ढूंढ कर ऐसी बात कहना जिससे कोई चिढ़े, चिढ़ाने की युक्ति निकालना, छेड़न का ढंग निकालना, कुढ़ाना, खिझाना।
चिड़िया का दूध अप्राप्य वस्तु, अलभ्य वस्तु, ऐसी वस्तु जिसका होना असम्भव हो।
चिड़िया के छिनाले में पकडा जाना व्यर्थ की आपत्ति में फंसना, नाहक झंझट में पड़ना।
चिड़िया नाचन चारों ओर का तकाजा, चारों ओर की मांग, बहुत से लोगों का किसी बात के लिए अनुरोध या दबाव।
चिड़िया पर नहीं मार सकती कोई जा नहीं सकता, किसी की पहुंच नहीं हो सकती।
चिड़िया फंसाना किसी स्त्री को बहका कर हाथों में कर लेना, किसी देने वाले धनी आदमी को अपने अनूकूल करना, किसी मालदार को दांव पर चढ़ाना।
चित करना कुश्ती में प्रतिपक्षी को पछाड़ना, कुश्ती में पटकना।
चित पट करना इधर या उधर कुछ निर्णय करना, कुछ तै कर डालना।
चित पट होना कुछ तै होना, कुछ निर्णय होना।
चित होना बेसुध होकर पड़ जाना, बेहोश होना, कुश्ती में हार खाना, पछाड़ा जाना।
चितवन चढ़ाना त्योरी चढ़ाना, भों चढ़ाना, कुपित दृष्टि करना, क्रोध की दृष्टि से देखना।
चिता चुनना शवदाह के लिए लकड़ियों को नीचे ऊपर क्रम से रखना, चिता सजाना, चिता तैयार करना।
चिता पर चढ़ना मरना।
चिता में बैठना सती होने के लिए विधवा या मृत पति की चिता में बैठना, मृत पति के साथ जलना, सती होना।
चिता सजाना शवदाह के लिए लकड़ियों को नीचे ऊपर क्रम से रखना, चिता तैयार करना।
चित उलटना जी न लगना, विरक्ति होना, मन उदास होना।
चित करना इच्छा होना, जी चाहना।
चित कौड़ी वह कौड़ी जिसकी पीठ पर उभड़ी हुई गांठे हों। (इसका व्वहार जुये में होता है)। उ0- कौड़ी के न काम के आये बिना दाम के। बैनी।
चित खींचना मन को मोहित करना।
चित चढ़ना ध्यान पर चढ़ना, मन मे बसना, बार-बार ध्यान में आना। उ0- तब चित चढ्यो जो शंकर कहेऊ।
चित चिहुंटना चित में संवेदना उत्पन्न करना, मर्म स्पर्श करना, चित में चुभना। उ0- चुमकी निकसै धसै विहसै अंग दिखाय। तकि तकि चित चिहुटै खरी ऐंड़ भरी, अंगिराय।
चित चुराना मन मोह लेना, मोहित करना, चित आकर्षित करना। उ0- नैन सैन दै चितहिं चुरावति यहै मंत्र टोना सिर डारि। सूर।
चित देना ध्यान देना, मन लगाना, गौर करना। उ0- चित दे सुनो हमारी बात। सूर।
चित धरना ध्यान देना, मन लगाना। उ0- कहीं सो क्या सुनो चित धर, कहै सुनै सौ लहै सुख सार। सूर मन में लाना। उ0- हमारे प्रभु चि अवगुन चित न धरौ। सूर।
चित पर चढ़ना ध्यान पर चढ़ना, मन में बसना, बार बार ध्यान में आना, स्मरण होना, याद पड़ना।
चित बंटना चित एकाग्र न रहना, ध्यान दो ओर हो जाना, एक विषय की ओर ध्यान स्थिर न रहना, ध्यान इधर उधर होना, चित में बहुत सी चिन्तायें होना।
चित बंटाना ध्यान इधर उधर करना, ध्यान एक ओर न रहने देना।
चित में घर करना इतना पसन्द आना कि उसका ध्यान सदा बना रहे, जंचना, अत्यन्त प्रिय होना, प्रेम पात्र होना।
चित में जमना जी में जमना, हृदय में दृढ़ होना, हृदयगम होना, असर करना।
चित में धंसना जी में जमना, हृदय में दृढ़ होना, मन में धंसना, हृदयगम होना, असर करना।
चित में बैठना जी में जमना, हृदय में दृढ़ होना, मन में धंसना, हृदयगम होना। उ0- अब हमारे चित बैठयो यह पद होनी होउ सौ होउ, असर कहाना।
चित मे होना इच्छ होना, जी चाहना। उ0- चित होत जाउं में अबहीं यहां नहीं मन लागत। सूर।
चित लगना मन लगना, जी न घबड़ाना, जी न ऊबना, मन की प्रवृत्ति स्थिर रहना।
चित लेना इच्छा होना, जी चाहना।
चित में उतरना ध्यान में न रहना, विस्मृत होना, भूल जाना। उ0- सूर श्याम चित में नहिं उतरत वह बन कुंज थली। सूर। दृष्टि में गिरना, प्रिया या आदरणीय न रह जाना, विरक्तिभाजन होना, अप्रिय लगना, अश्रद्धाभजन होना, नीचा जंचना।
चित से न टलना ध्यान में बराबर बना रहना, भूलना। उ0- सूर चित में टरत नाहीं राधिका की प्रति। सूर।
चित होना इच्छा होना, जी चहकना। उ.- चित होत जाउं में अबहीं यहां नहीं मन लागत। सूर।
चित्र उतारना चित्र बनाना, तसवीर खींचना, वर्णन आदि के द्वारा ठीक ठीक दृश्य सामने उपस्थित कर देना।
चित्र खींचना चित्र बनाना, तसवीर खींचना, वर्णन आदि के द्वारा ठीक ठीक दृश्य सामने उपस्थित कर देना।
चिथड़ा लपेटना फटे पुराने कपड़े पहनना।
चिथड़े चिथड़े हो जाना बुरी तरह फट जाना, धज्जियां उड़ जाना।
चिथड़े लगाना गरीबी के कारण फटे-चिथे कपड़े पहनने को लाचार होना, बहुत गरीबी आना।
चिथड़ों लगना बहुत दारिद्र होना, इतना दरिद्र होना कि पहनने को केवल चिथड़े ही मिले।
चिनगारी छोड़ना झगड़ा लगाने वाली बात कहना, ऐसी चाल चलना जिससे एक नई बात खड़ी हो जाय।
चिनगारी डालना आग लगाना, कोई ऐसी बात कह देना जिससे लोगों में लड़ाई झगड़ा हो जाय।
चिरबत्ती कर डालना चिथड़े-चिथड़े कर डालना, फाड़कर टुकड़े-टुकड़े करना। (कागज, कपड़ा आदि)।
चिराग उफ़ करना चिराग बुझाना।
चिराग का हंसना चिराग से फूल झड़ना।
चिराग को हाथ देना चिराग बुझाना।
चिराग गुल करना दीपक बुझाना, किसी के वंश का विनाश करना, रोनक मिटाना।
चिराग गुल पगड़ी गायब निगाह झपते ही माल का गायब कर दिया जाना।
चिराग गुल होना दीपक का बुझ जाना, रोनक मिटना, उदासी होना, किसी के वंश का विनाश होना। (घर का किसी प्रिय व्यक्ति का मरना)।
चिराग जले अंधेरा होने पर, सन्ध्या समय।
चिराग ठंडा करना दिया बुझाना।
चिराग तले अंधेरा रखवाले के सामने चोरी, किसी ऐसे स्थान पर बुराई होना जहां उसके रोकने का प्रबन्ध हो, किसी ऐसे मनुष्य द्वारा कोई बुराई होना जिससे उसकी सम्भावना न हो, ज्ञानी के घर में घोर मूर्खता का आचरण होना।
चिराग दिखाना रोशनी दिखाना, सामने उजाला करना।
चिराग पा होना घोड़े का अलफ होना।
चिराग बढ़ाना दिया बुझाना।
चिराग बत्ती करना दीपक जलाना, दीपक जलाने की तैयारी करना।
चिराग बत्ती का वक्त सन्ध्या का समय।
चिराग लेकर ढूंढना बड़ी छानबीन के साथ ढूंढना, चारों ओर हैरान होकर ढूंढना
चिराग से चिराग जलता है एक के गुण आदि से दूसरे को लाभ पहुंचता है।
चिराग के फूल झड़ना चिराग की जलती हुई बत्ती में गोल गोल फुचड़े निकलना या गिरना, चिराग से गुल झड़ना।
चिरायंध फैलना बदनामी फैलना।
चिलम चढ़ाना चिलम पर तम्बाकू (गांजा आदि) और आग रखकर उसे पीने के लिए तैयार करना, गुलामी करना।
चिलम पीना हुक्का, तम्बाकू पीना।
चिलम मरना चिलम पर तम्बाकू (गांजा आदि) और आग रखकर उसे पीने के लिए तैयार करना, गुलामी करना।
चिल्ला खींचना चालीस दिनों का अनुष्ठान करना।
चिल्लै का जाड़ा बहुत कड़ी सरदी, चालीस दिन का अंधेज या किसी पुण्य कार्य का नियम।
चीं बजबी होना रूष्ट होना।
चीं बरजबीं होना रूष्ट होना।
चीं बोलना अयोग्यता, अकर्मण्यता या अधीनता स्वीकार करना, दबैल होना, हार मान लेना।
चीख़ मारना चिल्लाना, जोर से कराहना।
चीरा उतारना (किसी पुरूष का स्त्री के साथ) प्रथम समागम करना, कुमारी का कौमार नष्ट करना।
चील का भूत वह चीज जिसका मिलना बहुत कठिन प्रायः असम्भव हो।
चुकौता लिखना भरपाई का कागज लिखकर देना, कर्जा चुकता पाने की रसीद देना, भरपाई करना।
चुगली खाना पीठ पीछे निन्दा, बुराई करना।
चुटकियों में चुटकी बजाते, दम भर में।
चुटकियों में उड़ाना बात की बात में निपटाना, अत्यन्त तुच्छ या सहज समझना, कुछ न समझना, कुछ परवाह न करना, खेल समझना।
चुटकी काटना चुभती या लगती हुई बात का कहना, हंसी उड़ाना, व्यंग्य वचन बोलना।
चुटकी देना चुटकी बजाना। उ0- मूरति जल थल मों व्यापक निगम न खोजत पाई। सो मूरति तू अपने आंगन चुटकी दै दै नचाही सूर। भोख देना।
चुटकी बजाते चटपट, देखते देखते, बात की बात में।
चुटकी बजाना अंगूठे को बीच की उंगली पर रखकर जोर से छटका कर शब्द निकालना।
चुटकी बजाने वाला खुशामदी, चापलूस।
चुटकी बैठना किसी ऐसे काम का अभ्यास होना जो चुटकी से पकड़ कर किया जाय।
चुटकी भर बहुत थोड़ा सा, जरा सा।
चुटकी भरना चुटकी काटना, चुमती या लगती हुई बात कहना, हंसी उड़ाना, व्यंग्य वचन बोलना, चुटकी लेना।
चुटकी मांगना भिक्षा मांगना।
चुटकी लगाना चुटकी से पकड़ना, कपड़े के थान को उंगलियों से फाड़ना, थान पर से कपड़ा उतारना, जेब काटना, दूध दुहने के लिए चुटकी से गाय का थन पकड़ना, चुटकी से पत्तों को मोड़कर दोना बनाना।
चुटकी लेना हंसी उड़ाना, ठट्ठा करना, उपहार करना, व्यंग्य व्यंग्य वचन बोलना, चुभती या लगती बात कहना, चुटकी से खोदना। उ0- बार बार कर गहि गहि निरखत घूंघट ओट करो किन न्यारो। कबहुक कर परसत कपोल कुइ चुटकि लेत हया हमहिं निहारो। सूर।
चुटकुला छोड़ना विलक्षण बात कह बैठना, दिल्लगी की बात कहना, कोई ऐसी बात कहना जिससे एक नया मामला खड़ा हो जाय।
(किसी की) चुटिया हाथ में होना अपने वश या कब्जे में होना।
चुनचुना लगना मलदार में कृमियो के काटने के कारण जलन और खुजली होना।
चुना हुआ बढ़िया, उत्तम, श्रेष्ठ।
चुन्नी रचना मस्तक और कपोलों पर सितारे या चमकी लगाना।
चुप साधना मौनावल्म्बन करना।
चुप मारना मौन होना।
चुपका करना बोलने न देना, चुप होना, मौन रहना।
चुपकी लगाना मुँह से बात न निकालना, सन्नाटे में रहना। उ0- ऐसी मीठी कुछ नहीं जैसी मीठी चुप। कबीर।
चुपके से मौन, बिना कुछ कहे सुने। छिपाकर, गुप्त रूप से, चुपचाप, शान्त भाव से, धीरे से।
चुप्पी साधना मौन हो रहना, चुप लगा लेना।
चुर मुर होना ‘चुरमुर’ की आवाज के साथ टूटना, चूर होना।
चुल उठना खुजलाहट होना, प्रसंग की इच्छा होना।
चुल मिटना कामदासना तृप्त करना।
चुल्लओं लहू पीना बहुत सताना।
चुल्लू भर पानी में डूब मरना लज्जा के मारे मर जाना, शर्म के मारे मुँह न दिखा सकना।
चुल्लू भर पानी में डूब मरो मुँह न दिखाओ, लज्जा के मारे मर जाओ।
चुल्लू भर लहू पीना दुश्मन को कतल कर चुल्लू भर खून पीना। (पुराने ज़माने की एक चाल)।
चुल्ल में उल्लू बनना बहुत थोड़ी सी मांग या शराब में बेसुध हो जाना।
चुल्लू में समुद्र न समाना छोटे पात्र में बहुत वस्तु न आना, कुपात्र या शुद्र मनुष्य से कोई बड़ा या अच्छा काम न हो सकना।
चूं करना कुछ कहना, विरोध में कुछ कहना।
चूं चं का मुरब्बा तरह तरह की बेमैल चीजों का योग।
चूं न करना तनिक भी उज्र, आपत्ति न करना।
चूची पीता बहुत छोटा (बच्चा), नासमझ, नादान।
चूड़ियाँ ठंडी करना पति के मरने के समय स्त्री का अपनी चूड़ियाँ उतारना या तोड़ना, वैधव्य का चिन्ह धारण करना।
चूड़ियाँ तोड़ना स्त्री के विधवा होने पर चूडियाँ तोड़ देना।
चूड़ियाँ पहनना स्त्रियों का वेश धारण करना, औरत बनना, स्त्रियों की तरह कायर बनना, स्त्री का किसी को अपना उप पति बना लेना। स्त्री का किसी के घर बैठ जाना, विधवा का फिर से व्याह करना।
चूड़ियाँ पहनाना विधवा स्त्री से विवाह करना।
चूड़ियाँ बढ़ाना चूड़ियाँ उतारना। (चूडियों के साथ उतारना शब्द का प्रयोग स्त्रियों में अनुचित और अशुभ माना जाता है)।
चूड़ी टूटना पति का मरना।
चूतड़ दिखाना कठिन समय पर भाग जाना, पीठ दिखाना।
चूतड़ पीटना बहुत प्रसन्न होना।
चूतड़ बजाना बहुत प्रसन्न होना।
चूतड़ों का लहू भरना एक स्थान पर जम कर बैठने के योग्य होना।
चूना छूना दीवारों पर चूने की सफेदी करना।
चूना देना धोखा देना।
चूना फेरना सफेदी करना।
चूना लगाना खूब धोखा देना, हानि पहुंचाना, बहुत लज्जित करना, वेबकूप बनाना।
चुप कर छोड़ देना किसी भारी कार्य को आरम्भ करके या किसी वस्तु को छूकर बिना उसका उपयोग किये छोड़ देना।
चूमना चाटना चूमना, प्यार करना।
चूर चूर करना किसी पदार्थ को तोड़ फोड़ कर उसके बहुत छोटे छोटे टुकड़े करना, नष्ट कर देना।
चूले ढीली होना अधिक परिश्रम के कारण बहुत थकावट होना, पस्त होना।
चूल्हा जलना भोजन बनना।
चूल्हा जलाना भोजन बनाना।
चूल्हा न्योतना घर के सब लोगों को निमंत्रण देना।
चूल्हा फूंकना भोजन पकाना।
चूल्हे में जाय नष्ट भ्रष्ट हो जाय।
चूल्हे में डालना नष्ट भ्रष्ट करना, दूर करना।
चूल्हे में पड़े नष्ट भ्रष्ट हो जाय, अस्तित्व मिट जाय।
चूल्हे से निकलकर भट्ठी में पड़ना छोटी विपत्ति से निकलकर बड़ी विपत्ति में फंसना।
चैक काटना चैक लिखकर देना।
चैता भूलना ध्यान न रहना, स्मरण न रहना।
चैहलाई करना भेंट और पूजा आदि संगह करने के लिए चेलों मंे घूमना।
चेला मूड़ना चैला बनाना, शिष्य बनाना।
चेहरा उड़ना लज्जा, शोक, चिन्ता या रोग के कारा किसी चेहरे का तेज जाते रहना, मुख मलीन होना, मुख पर उदासी छानप।
चेहरा तमतमाना गर्मी या क्रोध आदि के कारण चेहरे पर लाल हो जाना।
चेहरा पीला पड़ जाना रोग, भय आदि के कारा चेहरे पर पीलेपन की झलक आ जाना, आकृति से भय, उद्विग्नता, लज्जा, खेद, विषाद, ग्लानि आदि मनोभावों का प्रकट होना, सजीवता से लज्ता नष्ट होना।
चेहरा बिगड़ना मार खाने के कारण चेहरे की रंगत फीकी पड़ जाना।
चेहरा बिगाड़ना इतना मारना कि सूरत पहचानी न जाय, बहुत मारना।
चेहरा लिखाना (सेना में) नौकरी करना।
चेहरा सफेद हो जाना रोग या भय के कारण चेहरे पर सफेदी आ जाना, उसकी चमक, सुर्खी का गायब हो जाना।
चेहरा होना फौज में नाम लिखा जाना।
चेहरे पर मुर्दनी छाना मुख पर मृत्यु के चिन्ह प्रकट होना, अत्यधिक निराश या उदास होना।
चेहरे पर हवाईयां उड़ना आश्चर्य या विस्मय होना, भय, ग्लानि से चेहरे का रंग उड़ जाना।
चैन उड़ाना चैन करना, आनन्द करना।
चैन की वंशी बजाना बड़े आनन्द से दिन बिताना, निश्चिंत रहना।
चैन पड़ना शान्ति मिलना, सुख मिलना, कल मिलना।
चैन से कटना सूख पूर्वक समय बीतना, आराम से जिन्दगी बसर होना।
चोंच बन्द करना मुँह बन्द करना, चुप हो जाना।
चौड़े पर (कोई काम करना) सिर पर चढ़कर या सामने होकर (कोई काम करना)।
चौथ लगाना हग कर गुह का ढेर लगाना।
चोट उभरना चोट में फिर से पीड़ा होना, चोट खाये हुए स्थान पर फिर से दर्द करना।
चोट करना हमला या प्रहार करना। (हिंस जंतु का) काटना, डंसना।
चोट खाना आघात सहना, प्रहार सहना, घायल होना।
चोट खाली जाना वार का निशाने पर न बैठना, आक्रमण व्यर्थ होना।
चोट पर चोट पड़ना दुःख पर दुःख होना, हानि पर हानि होना।
चोट बचाना चोट न लगने देना।
चोटी कटाना बस में होना, गुलाम बनना।
चोटी कतरना बस में करना, अधीन करना।
चोटी करना सिर के बालों को एक में मिलाकर गूंथना।
चोटी का सबसे बढ़िया या अच्छा, सर्वोत्तम।
चोटी दबना दबाव में होना, काबू में होना।
(किसी की) चोटी हाथ मे होना दबाव में होना, काबू में होना।
चोटें चलना दो आदमियों का एक दूसरे पर (शब्द या शस्त्र से ) वार करना।
चोभा देना औषधि की पोटली में बांधकर उससे शरीर के किसी प्रीड़ित अंग को सेकना।
चोर पड़ना चोर का कुछ आकर चुरा ले जाना।
चोर पर मोर पड़ना धूर्त से धुर्तता होना, चालाक के साथ चालाकी होना।
चोरी चोरी छिपाकर, गुप्त रूप से।
चोरी लगना चोरी के दोष का आरोपण होना।
चोला छोड़ना मरना, प्राण त्यागना।
चोला बदलना एक शरीर का परित्याग करके दूसरा शरीर धारण करना (साधुओं की बोली)। नया स्वरूप धारण करना। रूप बदलना।
चोली दामन का साथ कभी न छूटने वाला साथ, बहुत अधिक घनिष्ठता।
चोर ढलना सिर पर चंवर हिलाया जाना।
चोंर ढालना सिर पर चोंर हिलाना।
चौक पूरना जमीन पर पूजा के लिए या मंगल अवसरों पर आटे, अधीर आदि से चौकोर चित्रण या अंकन करना।
चौकड़ी भूल जाना एक भी चाल न सूझना, बुद्धि का काम न करना, किंकर्तव्य विमूढ़ होना, सिरपिटा जाना, घबरा जाना, भैचक्का रह जाना।
चौका घोलना लीप-पांत कर बराबर करना, सत्यानाश करना, चौपट करना।
चौका बरतन करना बरतन मांजने और रसोई का घर लीपने पोतने का काम करना।
चौका देना, फेरना या लगाना लीप-पोत कर बराबर करना, सत्यानाश करना, चौपट करना। उ0- कियो तीन तेरह सबै चौका चौका लाय। हरिश्चन्द्र। किसी स्थान को गोबर या मिट्टी से लीपना।
चौकी जाना कसब कमाने जाना, खर्ची पर जाना।
चौकी देना बैठने के लिए कुरसी देना, कुरसी पर बिठाना, पहरा देना, रखवाली करना।
चौकी भरना पहरा पूरा करना, अपनी बारी के अनुसार पहरा किसी देवी या देवता के दर्शनों के मन्नत के अनुसार जाना।
चौखट न झांकना (किसी के घर) कभी न जाना।
चौखट लांघना घर के भीतर या बाहर जाना।
चौचंद पारना चबाव करना, बदनामी करनप।
चौथा का चांद भद्र शुक्ल चतुर्थी का चन्द्रमा जिसके विषय में प्रसिद्ध है कि यदि कोईै देख ले तो उसे झूठा कलंक लगता है।
चौथी का जोड़ा वह जोड़ा या लहंगा जो वर के घर से आता है और जिसे दुलहिन चौथी के दिन पहनती है।
चौथी खेलना विवाह के चौथे दिन दूल्हा दुलहिन का एक दूसरे के ऊपर मेवे, फल आदि फेंकना।
चौथी छुड़ाना चौथी की रीति करना।
चौथी छूटना चौथी के दिन वर कन्या के हाथों कंगन खुलना, चौथी की रीति होना।
चौपड़ मढ़ना चौपड़ खेलने के लिए उसकी विसात बिछाना।
चौपहरा देना चार चार पहर के अन्तर पर घोड़े से काम लेना।
चौमुखा दिया जलाना दिवाला निकालना, दिवालिया बनना।
चौरंग उड़ाना, करना, काटना तलवार आदि से किसी चीज को बहुत सफाई से काटना, एक में बंधे हुए ऊँट के चारों पैर को तलवार के एक हाथ से काटना।
चौरासी में पड़ना निरन्तर कई प्रकार के शरीर धारण करना, आवागमन केचक्र में पड़ना। उ0- चौरासी पर नाचत अस उपदेसत छविधारी। देवस्वामी।
चौवा करना चार उंगलियों में तागा आदि लपेटना।
छ
छंटा हुआ चुना हुआ, चालाक, चतुर, धूर्त।
छंटाक पर तौल में पाव का चौथाई भाग, बहुत थोड़ा, स्वल्प, कम।
छंटे छंटे फिरना दूर दूर रहना, साथ बचाना, कुछ सम्बन्ध या लगाव न रखना।
छकड़ा लादना छकड़े में बोझ या सामान भरना।
छक्का पंजा दांव पेंच, चालबाजी, छल कपट।
छक्का पंजा भूल जाना उपाय काम न करना, चाल न चलना, कर्तव्य सुझाई न पड़ना, बुद्धि का काम न करना।
छक्का छूटना होश हवास जाता रहना, होश उड़ना। बुद्धि का काम न करना, स्तब्ध होना, हिम्मत हारना, साहस छूटना, घबरा जाना, चालाकी या उपाय न सूझना, चालाकी न चलना, चकित होना।
छक्के छुड़ाना चकित करना, विस्मित करना, हैरान करना, साहस छुड़ाना, अधीर करना, घबरा देना, पस्त करना, पैर उखाड़ा देना, हौंसला पस्त कर देना।
छछूंदर के सिर में चमेली का तेल कोई बेमेल बात, अयोग्य व्यक्ति।
छछूंदर छोड़ना ऐसी बात कहना जिससे लोगों में हलचल मच जाय, आग लगाना, झगड़ा लगाना, खुराफात करना।
छटा हुआ चतुर, बदमाश।
छठी का दूध निकलना कठिन श्रम पड़ना, बहुत हैरानी होना, भारी संकट पड़ना, बचपन का खाया पिया निकलना।
छठी का दूध निकालना बहुत हैरान करना, अधिक परिश्रम लेना, बहुत कष्ट देना।
छठी का दूध याद आना सब सुख भूल जाना, बचपन की सारी ख्लिाई पिलाई निकल आना, घोर परिश्रम पड़ना, बहुत हैरानी होना, भारी संकट पड़ना, शेखी भूल जाना।
छठी का राजा पुश्तैनी अमीर, पुराना रईस। (व्यंग्य)। अन्य का दरिद्र।
छठी में न पड़ना भग्य में न होना, प्रकृति में न होना, प्रकृति विरूद्ध होना, स्वभाव के प्रतिकूल होना।
छड़ी छटांक बिना किसी संगी साथी के, अकेले एकाकी, बिना किसी बोझा या असबाब लिए।
छत बंधना बादलों का घेर कर छाना।
छनन मनन होना पूरी पकवान आदि बनाना।
छन्न होना सूख जाना, उड़ जाना।
छप्पर पर रखना दूर रखना, अलग रखना, रहने देना, छोड़ देना, चर्चा न करना।
छप्पर पर फूस न होना अत्यन्त निर्धन होना, कंगाल होना, अकिंचन होना।
छप्पर फाड़कर देना अनायास देना, बिना परिश्रम प्रदान करना, बैठे बिठाये अक्समात देना, घर बैठे पहुंचना।
छप्पर रखना एहसान रखना, बोझ रखना, निहारा लगाना, उपकृत करना, दोषारोपण करना, दोष लगाना, कलंक लगाना।
छर जाना भूत इत्यादि से डर जाना।
छर्रा पिलाना बन्दूक में छर्रे भरना।
छल छंद कपट, धोखेबाजी, चालबाजी। उ0- छोम छल छंदन कोबाढ़े। पाप दंद को फिकिर के फंदन को फाहिहै पैफारिहै। पद्माकर।
छल छेव कपट व्यवहार, कुटिलता का दांव पेच, छल छिद्र। उ0- जानति नहीं कहां ते सीखे चौरी के छल छेव। सूर।
छल पिलाना कटोरे बजा बजाकर राह चलते पथिकों को पानी पिलाना।
छलनी कर देना छेदों से भर देना, जर्जर कर देना।
छलनी में डालकर छाज उड़ाना बात का बतंगड़ करना, थोड़ी सी बुराई या दोष को बहुत बढ़ाकर कहना, थोड़ी सी बात का लेकर चारों और बढ़ा चढ़ाकर कहते फिरना, तिल का ताड़ बनाना।
छलनी हो जाना किसी वस्तु में बहुत से छेद हो जाना, किसी वस्तु का स्थान स्थान पर फटकर बेकाम हो जाना, बहुत जीर्ण हो जाना।
छलावा खेलना अगिया बेताल कमा इधर उधर दिखाई पड़ना। इधर उधर लुक फिरता हुआ दिखाई पड़ता देना।
छलावा सा बहुत चंचल। उ0- कर तें छटकि छूटी छलकि छलावा सी। हरिशचन्द्र।
छलावा हो जाना अदृश्या हो जाना।
छांटा देना किसी को छलपूर्वक संग साथ से अलग करना।
छांह छूना पास जाना, पास फटकना। उ0- माहीं लगी जग नाहीं मुबारक, छाहीं कुए छरके उछलै। मुबारक।
छांह न छूना पास तक न जाना।
छांह न छूने देना पास न फटकने देना, निकट तक न आने देना।
छांह पड़ना प्रभाव पड़ना।
छांह बचाना दूर दूर रहना, पास न जाना, अलग रहना।
छांह में होना ओट में होना, छिपता। उ0- पंथ अति कठिन पथिक कोऊ संग नाहिं तेज भए तारागन छांह भयो रवि है।
छाज में उड़ाना बात का बतंगड़ करना, थोड़ी सी बुराई या दोष को बहुत बढ़ाकर कहना। थोड़ी सी बात को लेकर चारों ओर बढ़ा चढ़ाकर कहते फिरना।
छाज की दाढ़ी बड़ी और चौड़ी दाढ़ी।
छाजों में बरसना बहुत पानी बरसना, मूसलाधार पानी बरसना।
छाती उड़ी जाना दुःख या आशंका से चित व्याकुल होना, कलेजा दहलना, जी घबड़ाना।
छाती उमड़ जाना प्रेम या करूणा के आवेग से हृदय परिपूर्ण होना, प्रेम या करूणा से गद्गद होना।
छाती उभरना युवावस्था आरम्भ होने पर स्त्रियों के स्तन का उठना बढ़ना।
छाती का जम दुःखदायक वस्तु या व्यक्ति, हर घड़ी कष्ट पहुंचाने वाला आदमी या वस्तु, कष्ट पहुंचाने क लिए सदा घेरे रहने वाला आदमी, घृष्ट मनुष्य ढीठ आदमी।
छाती कूटना छाती पर जोर जोर से हाथ पटकना, दुःख या शोक से व्याकुल होकर छाती पर हाथ पटकना, शोक के आवेग में हृदय पर आघात करना, मातम मनाना, ईष्या के अतिरेक से छाती पीटना।
छाती के किवाड़ खुलना छाती फटना, गहरी चीख निकलना।
छाती छलनी होना कष्ट या अपमान उहते सहते हृदय जर्जर हो जाना, बार-बार के दुःख या कुढ़न से चित का अत्यन्त व्यथित होना, दुःख फैलते फैलते या कुढ़ते कुढ़ते जी ऊब जाना।
छाती जलना कलेजे पर गर्मी मालूम होना, अजीर्ण आदि के कारण हृदय में जलन मालूम होना, शौक से हृदय व्यथित होना, हृदय दग्ध होना, मानसिक व्यथा होना, सन्ताप होना, ईष्या या क्रोध से चित्त सन्तप्त होना, जलन होना। उ0.- जौ वही भली नेक हू हो तो तो मिलि सबनि बताती। वह पापिनी दाहि कुल आई देखि जरत मोरि छाती। सूर।
छाती जलाना हृदय सन्तप्त करना, सन्ताप देना, मानसिक व्यथा पहुंचाना, जी जलाना, कष्ट पहुंचाना, कुढ़ाना, चिढ़ाना।
छाती जुड़ाना हृदय शीतल होना, चित शांत और प्रफुल्लित होना, मन का आवेग शांत होना, कामना पूर्ण होना, हौसला पूरा होना, हृदय शीतल करना, चित शांत करना, कामना पूर्ण करना, इच्छा या हौसला पूरा करना, मन का आवेग संग्रह करना। उ0- (क) लेहिं परस्पर अति प्रिय पाती, हृदय लगाय जुड़ावहिं छाती। तुलसी। (ख) खौजत रहेउं तोहिं सुत घाती। आज निपाति जुड़ावहुं छाती। तुलसी।
छाती ठंडी करना हृदय शीतल करना, चित शांत और प्रफुल्लित करना, मन का आवेग शांत करना, मन की अभिलाषा पूर्ण करना, हौसला पूरा करना।
छाती ठंडी होना हृदय शीतल होना, चित शांत और प्रफुल्लित होना, मन का आवेग शांत होना, कामना पूर्ण होना, हौंसला पूरा होना, जी की जलन मिटना।
छाती ठुकना हिम्मत बधना, साहस बंधना, चित में दृढ़ता होना।
छाती ठोककर कहना कोई कठिन कार्य करने की प्रतिज्ञा करना, विश्वास दिलाना।
छाती ठोकना किसी कठिन कार्य के करने की साहसपूर्वक प्रतिज्ञा करना, किसी भारी या कठीन कार्य को करने का दृढ़तापूर्वक निश्चय दिलाना, कोई दुष्कर कार्य करने का साहस प्रकट करना, हिम्मत बांधना।
छाती ढलना स्तनों का लटक जाना।
छाती तले रखना पास से अलग न होने देना, सदा अपने समीप या अपनी रक्षा में रखना, अत्यन्त प्रिय करके रखना।
छाती तले रहना पास रहना, आँखों के सामने रहना, अत्यन्त प्रिय होकर रहना।
छाती थामकर रह जाना ऐसा भारी शोक या दुःख अनुभव करना जो प्रकट न किया जा सके, कोई भारी मानसिक आघात सह कर स्तब्ध हो जाना, शोक से ठक रह जाना।
छाती दरकना दुःख से हृदय व्यथित होना, दुःख, शोक आदि से चित व्याकुल होना, अत्यन्त मानसिक क्लेश होना, अत्यन्त सन्ताप होना, ईष्या से हृदय व्यथित होना, चित में डाह होना, जी जलना, कुढ़न होना।
छाती देना बच्चे के मुंह में पीने के लिए स्तन डालना, दूध पीलाना, बच्चे को दूध पीलाना।
छाती पकड़ना किसी भय या आशंका से हृदय कंपित होना, कलेवा धक धक करना, खटके या डर से कलेजा जल्दी जल्दी उलझना, जी दहलना।
छाती निकालकर चलना सीना तानकर चलना, अकड़ कर चलना, ऐंठ कर चलना।
छाती पक जाना कष्ट का अपमान सहते सहते हृदय जर्जर हो जाना। बार-बार के दुःख या कुढ़न से चित का अत्यन्त व्यथित होना।
छाती पकड़ कर रह जाना ऐसा भारी शोक या दुःख अनुभव करना जो प्रकट न किया जा सके, कोई भारी मानसिक आघात सह कर स्तव्ध हो जाना, शोक से ठक रह जाना।
छाती पकना स्तनों पर क्षत होना, स्तनों में घाव होना।
छाती पत्थर की करना अत्यन्त शोक या दुःख सहने के लिए हृदय कठोर करना, भारी कष्ट या सन्ताप सह लेना या सहने के लिए प्रस्तुत होना।
छाती पत्थर की होना अत्यन्त शोक या दुःख सहने के लिए कड़ा होना, हृदय इतना कठोर होना कि वह शोक या दुःख का आघात सह सके।
छाती पर का जम हर घड़ी साथ लगा रहने या घेरे रहने वाला आदमी।
छाती पर कौदों दलना किसी को दिखाकर कोई ऐसा काम करना जिससे उसे ईष्या या ताप हो, ऐसी बात करना, जिससे किसी का जी दुख या क्रोध सन्ताप हो, किसी के सामने ही उसकी हानि या बुराई करना, अत्यन्त कष्ट पहुंचाना, खूब पीड़ित करना।
छाती पर चढ़कर ढाई चुल्लू लहू पीना कठिन दण्ड देना, प्राण दण्ड देना।
छाती पर चढ़ना कष्ट पहुंचाने के लिए पास जाना।
छाती पर घर कर ले जाना मरने पर अपने साथ ले जाना।
छाती पर पत्थर रखना किसी भारी शोक या दुःख के आघात का सहन दुःख सहने के लिए हृदय कठोर करना।
छाती पर फिरना घड़ी घड़ी ध्यान में आना, बार बार स्मरण होना।
छाती पर बाल होना उदारता, न्यायशीलता आदि के लक्षण होना।
छाती पर सांप लौटना दुःख से कलेजा दहल जाना, हृदय पर दुःख, शोक आदि का आघत पहुंचना, मन महोसना, मानसिक व्यथा होना, ईर्ष्या से मन व्यथित होना, डाह होना, जलन होना।
छाती पीटना छाती पर जोर जोर से हाथ पटकना, दुःख या शोक से व्याकुल होकर छाती पर हाथ पटकना, शोक के आवेग में हृदय पर आघत करना, मातम मनाना, ईष्या के अतिरेक से बार बार छाती पर हाथ पटकना।
छाती फटना दुःख से हृदय व्यथित होना, दुःख, शोक आदिसे चित व्याकुल होना, अत्यन्त मानसिक क्लेश होना, अत्यन्त सन्ताप होना। उ0- तुम बिन छिन छिन कैसे कटे। पलक ओट में छाती फटे। लल्लू। (ख) बल विलौकि विवरति नहिं छाती। रामा0। ईष्या से हृदय व्यथित होना, चित में डाह होना, कुढ़न होना,जल जलना।
छाती फुलाना अकड़कर चलना, तनप कर चलना, इतराना, घमंड करना, अभिमान दिलाना।
छाती पर आना प्रेम या करूणा के आवेग से हृदय परिपूर्ण होना, प्रेम या करूणा से गदगद होना। उ0- वारि विलोचन वांचत पाती। पुलकि गात मारि आई छाती। तुलसी। छाती में दूध भर आना, दूध उतरना, अत्यन्त दुःख होना।
छाती मसोसना चुपचाप हृदय में ऐसा घोर दुःख होना जो प्रकट न किया जा सके, मन ही मन संतप्त होना।
छाती में छेद पड़ना कष्ट या अपमान सहते सहते हृदय जर्जर होना, बार बार के दुःख या कुढ़न से चित अत्यन्त व्यथित होना। उ0- मेदिया सो मेद कहिवो। छेद सो छाती परो। सूर।
छाती में नासूर डालना बहुत कुढ़ाना, बहुत तंग करना।
छाती से पत्थर टलना किसी ऐसे भारी काम का हो जाना जिसका भार अपने ऊपर रहा हो, कठिन या बड़े काम के पूरे होने पर चित निश्चिन्त होना, ऐसे कार्य का पूरा हो जाना जिसका खटका सदा बना रहता हो, बेटी का ब्याह हो जाना।
छाती से लगाना आलिंगन करना, गले लगाना, प्यार करना, प्रेम से दोनों भुजाओं के बीच दबाना।
छाती से लगा रखना अपने पास से जाने न देना, प्रेमपूर्वक सदा अपने समीप रखना, अत्यन्त प्रिय करके रखना, अपनी देख-रेख और रक्षा में रखना।
छापा मारना हमला करना।
छार खार करना खाक-सियाह कर देना, नष्ट-भ्रष्ट करना।
छिपा रूस्तम वह जो देखने में सीधा साधा पर वास्तव में बहुत वीर हो।
छिया छरद करना छी छी करना, घिनाना, घृणित समझना। उ0- जो छिया छरद करि सकल संतन तजी तासु मतिमूढ़ रस प्रीति ठानी। सूर।
छियाकिया करना खराब या बरबाद करना, नष्ट भ्रष्ट करना।
छींक होना अपशकुन होना।
छींकते नाक काटना थोड़ी थोड़ी बात पर चिढ़ना या दण्ड देना, अत्याचार करना, छोटे से उपराध का बहुत बड़ा दण्ड मिलना।
छींकने पर नाक कटना छोटे से अपराध का बहुत बड़ा दण्ड मिलना।
छींटा कसना कटूक्ति कहना।
छींटा छोड़ना आक्षेप करना आक्षेप करना, व्यंग्य करना।
छींटा देना भड़काना, उकसाना।
छींटा फेंकना आक्षेप करना, व्यंग्य करना।
छी छी करना घिनाना, अरूचि या घृणा प्रकट करना। उ0-वैश भये विष भावे न भूशन भोजन को कहुहू नही इडी। मोच के साधन सोंध सधा, दधि दूध जो माखन आदिहु छो। छो।
छोका टूटना अनायास ऐसी घटना होना जिससे किसी को कुछ लाभ हो जाय, संयोग से बिना प्रयत्न किये कोई लाभ हो जाना।
छीर डालना धोती आदि में किनारे का तागा निकालकर फालर बनाना।
छुलहंड दिखाना मांगने पर किसी वस्तु को देने से इनकार करना या उसका अभाव बतलाना।
छुट्टा छरिंदा एकाकी, अकेला, जिसके साथ यात्रा में मा अवसाव या साथी न हो।
छुट्टी पाना झंझट से बचना, पीछा छुड़ाना, जवाबदेही या जिम्मेदारी से अलग होना।
छुट्टी पर जाना नियत कार्य से अवकाश ग्रहण करना।
छुट्टी मनाना अवकाश का दिन आनन्द से मनाना।
छुट्टी होना झंझट दूर होना, काम निपटाना, काम समाप्त होना।
छुट्टे हाथ खाली हाथ, हाथ में बिना छड़ी या हथियार आदि लिए।
छुरी कटारी रहना लड़ाई झगड़ा रहना, बिगाड़ रहना, बैर रहना।
छुरी कटारी लिए रहना लड़ने को तैयार रहना।
छुरी कटारी होना बैर होना, लड़ाई झगड़ा होते रहना।
छुरी चलना छुरी से लड़ाई होना, चीरने आदि के लिए छुरी का प्रयोग होना।
छुरी चलाना बहुत सताना, कष्ट देना, भारी हानि करना।
छुरी तले दम लेना अति क्लेश, विपत्ति में धैर्य धारण करना।
छुरी तेज करना उत्पीड़न, अपकार, हानि पहुंचाने की तैयारी करना।
छुरी तेज होना अनिष्ट करने या हानि हपुंचाने की तैयारी होना।
छुरी देना मारना, गला काटना।
छुरी फेरना किसी का अनिष्ट करना, या किसी को भारी हानि पहुंचाना।
छूंछा पड़ना व्यर्थ जाना, निष्फल होना।
छूंछा हाथ द्रव्य से खाली हाथ, बिना हथियार का हाथ।
छू करना मंत्र पड़कर फूंकना।
छू छू बनाना उल्लू बनाना, वेवकूफ बनाना।
छू बनना चलता बनना, गायब होना।
छू मंतर होना चट पट दूर होना, मिट जाना, गायब होना, जाता रहना, न रहना।
छू होना चलता बनना, चंपत होना, गायब होना, उड़ जाना, जाता रहना।
छूट पड़ना किसी पकड़ी या बंधी हुई वस्तु का अलग होकर नीचे गिर जाना।
छूत उतरना अशुचि स्पर्श का दोष दूर होना।
छूत झाड़ना मनहूस आदमी या भूत प्रेत की छाया का प्रभाव मंत्र से दूर करना।
छूने को होना रजस्वला होना।
छूने से होना रजस्वला होना।
छेड़ निकालना चिढ़ाने वाली बात करना।
(पत्तल में) छेद करना हानि करना।
छै जाना देर का फट जाना, किसी छेद का फैलकर इतना बढ़ जाना कि उसके आस पास का स्थान फट जाय।
छोटे मुंह बड़ी बात अपने हैसियत से बड़ी बात कहना, छोटे आदमी का बड़े के दोष निकालना, निंदा करना।
(किसी को) छोड़ या छोड़कर (किसी के) अतिरिक्त। सिवाय।
छोड़ छोड़ाई माफी।
ज
जंगल में मंगल सुनसान स्थान पर चहल पहल।
जंचा तुला सुपरिचित, सध या मंजा, अव्यर्थ, ठीक ठाक, जिसकी सच्चाई में कुछ भी सन्देह नहो।
जंजाल में पड़ना कठिनता में पड़ना, संकट में पड़ना, उलझन में फंसना।
जंजीर डालना पैर में बेड़ी डालना, बांधना, बंदी करना।
जंजीर बजाना कुंडी खटखटाना।
जंजीर लगाना कुंडी बंद करना।
जंतरी में खींचना तारों को जते में डालकर पतला और लम्बा करना, सीधा करना, दुरस्त करना, कजजि निकालना, टेढ़ापन दूर करना।
जंदरा ढीला होना कल पूर्जे बेकार होना, हाथ पैर सुस्त होना, नस ढीली होना, थकावट आना।
जई डालना अंकुर निकालने के लिए किसी अन्न को भिगोना या तर स्थान में रखना।
जई लेना किसी अन्न को इस बात की परीक्षा करने के लिए बोना कि वह अंकुरित होगा या नहीं।
जक बंधना रट लगना, धुन लगना। उ0- तब पद चमक चकवाने चंद्रचूड़ चख चितवत एकटक जक बंध गई है। चरण।
जकड़बंद करना खूब कसकर बांधना, अच्छी तरह फंसा लेना, पूरी तरह अपने अधिकार में कर लेना।
जख्म ताजा हो आना बीते हुए कष्ट का फिर लौट आना, गई हुई विपत्ति का फिर आ जाना, पिछला कष्ट फिर याद आना।
जख्म हरा होना बीते हुए कष्ट का फिर लोट आना।
जगत का साला वह आदमी जिसका धन, बडप्पन दूसरे की कृपा का फल हो।
जगह जगह सब स्थानों पर, सब जगह।
जटल काफिये उड़ाना वे सिर पैर की और व्यर्थ बातें करना।
जड़ उखाड़ना समूल नष्ट करना, बुराई करना, अहित करना।
जड़ काटना तबाह करने की कोशिश करना, भारी हानि पहुंचाना।
जड़ खोदना किसी प्रकार की हानि पहुंचाकर या बुराई करके समूल नाश करना, ऐसा नष्ट करना जिसमें वह फिर अपनी पूर्व स्थिति तक न पहुंच सके, अपकार या अहित करना।
जड़ जमाना दृढ़ या स्थायी होना, पौधे का अच्छी तरह जम जाना।
जड़ पकड़ना जमना, दृढ़ होना, मजबूत होना, पौधे का अच्छी तरह जम जाना।
जड़ पड़ना नींव पड़ना, बुनियाद पड़ना, चल या बढ़ सकने की स्थिति में होना।
जड़ बुनियाद से समूल जड़ से।
जड़ मूल से समूल, जड़ से।
जड़ में पानी देना जड़ खोदना।
जनम गंवाना व्यर्थ जनम या समय नष्ट करना, जीवन का सदुपयोग न करना।
जनम बिगड़ना धर्म नष्ट होना।
(किसी बात का) जनमघूंटी में पड़ना जन्म से ही (किसी बात को) आदत पड़ना, जन्म से ही इतना अभ्यस्त हो जाना कि उससे पीछा न छूट सके।
जनाना करना पर्दा करना, स्थान को पर्दे वाली स्त्रियों के आने जाने योग्य करना।
जनेऊ का हाथ पटेबाजी या तलवार का एक हाथ जिमसें प्रतिद्वंदी की छाती पर ऐसा आघात लगाया जाता है जैसे जनेऊ पड़ा रहता है।
जन्म जन्म सदा, नित्य।
जन्म बिगाड़ना बे धर्म होना, धर्म नष्ट होना।
जन्म में थूकना घृणापूर्वक धिक्कारना।
जन्म लेना पैदा होना।
जन्म हारना व्यर्थ जन्म खोना, दूसरे का दास होकर रहना।
जब जब जब कभी, जिस समय। उ0- जब जब होइ धरम की हानी, बाढ़े असुर अधम अभिमानी, तब तब प्रभु धरि मनूज शरीरा। हरहिं कृपानिधि सज्जन पीरा। तुलसी।
जब तक जीना तब तक सोना जीवन पर्यन्त किसी काम में लगे रहना। उ0- पेट के बैट बेगारहि में जब लौ जियना तब लौ सियना है। पद्माकर।
जब तब कभी कभी।
जब देखे तब सदा, सर्वदा, हमेशा।
जब होता है तब प्रायः बराबर।
जबड़ा फाड़ना मुँह खोलना, मुँ फाड़ना।
जबह करना बहुत कष्ट देना, अत्यन्त दुःख देना।
जबान खींच लेना ऐसा कठोर दण्ड देना कि दण्डित व्यक्ति बोलने के योग्य न रह जाय।
जबान खींचना बहुत अनुचित या घृष्टतापूर्ण बातें करने के लिए कठोर दण्ड देना।
जबान खुलना मुँह से बात निकलना, बच्चे का बोलने लगना।
जबान खुलवाना बोलने, जवाब देने या कोई अप्रिय बात कहने को विवश करना, मुँह खुलवाना।
जबान खुश्क होना बहुत प्यासा होना, बहुत बातें करना।
जबान खोलना मुँह से बात निकालना, बोलना, शिकायत करना।
जबान चलना मुँह से जल्दी जल्दी शब्द निकलना, मुँह से अनुचित शब्द निकलना, खाया जाना, मुँह चलना।
जबान चलाना बोलना, विशेषतः जल्दी जल्दी बोलना, मुँह से अनुचित शब्द निकालना।
जबान चलाये की रोटी खाना चापलूसी से पेट पालना।
जबान चाटना ओठ चाटना।
जबान टूटना (बालक का) किलष्ट शब्दों का शुद्ध, स्पष्ट उच्चारण करने लगना।
जबान ढालना मांगना, याचना करना, पूछना, प्रश्न करना।
जबान थामना किसी को अपनी बात कहने से रोकना, बोलने न देना, वचन में दोष, गलती निकालना, टोकना।
जबान देना प्रतिज्ञा करना, वचन देना, वादा करना।
जबान पकड़ना बोलने न देना, कहने से रोकना, वक्त में दोष निकालना।
जबान पर आना कहा जाना, किसी बात का मुँह से निकलना।
जबान पर ताला लगाना (कुत्सित, व्यर्थ) न बोलना।
जबान पर मुहर होना जबान बंद होना, बोल न सकना।
जबान पर रखना किसी चीज को थोड़ी मात्रा में खाकर उसका स्वाद देखना, चखना, स्मरण रखना, याद रखना।
जबान पर लाना मुँह से कहना, बोलना, बयान करना।
जबान पर होना हर दम याद रहना, स्मरण रहना, चर्चा का विषय होना।
जबान पलटना बात कहकर मुकरना, वचन भंग करना।
जबान बंद करना चुप होना, बोलने से रोकना, विवाद में हराना।
जबान बंद रखना (कुत्सित, व्यर्थ) न बोलना।
जबान बंद होना मुँह से शब्द न निकलना, विवाद में हार जाना, निग्रह स्थान में आना, चुप रहने को विवश होना।
जबान बदलना कही हुई बात से फिर जाना, वचन भंग करना।
जबान बिगड़ना मुँह से अपशब्द निकलने का अभ्यास होना, मुँह का स्वाद इस प्रकार खराब होना कि खाने की चीज अच्छी न लगे, जबान चटोरी होना।
जबान में कांटे पड़ना जबान का सूखकर खुरदरा हो जाना।
जबान में खुजली होना लड़ने, उलझने को जी चाहना।
जबान में (पर) ताला लगना चुप रहना, मौनावलम्बन करना।
जबान में लगाम न होना अनुचित बातें कहने का अभ्यास होना, सोच समझकर बोलने के अयोग्य होना, बिना सोचे समझे बोलने की आदत होना, मुँहफट हो जाना।
(मुँह में) जबान रखना बोलने में, उत्तर देने में समर्थ होना।
जबान रूकना बोलने में अटकना, चूप होना।
जबान रोकना जबान पकड़ना, चुप करना, बोलना बंद करना।
जबान सम्भालना मुँह से अनुचित शब्द निकलने न देना, सोच समझकर बोलना।
जबान से निकलना अच्चारित होना, कहा जाना।
जबान हारना प्रतिज्ञा करना, वचन देना, वादा करना।
जबान हिलाना बोलने का प्रयत्न करना, मुँह से शब्द निकालना।
जबाने हाल से कहना बिना कहे, स्थिति से प्रकट होना।
जब्ती में आना जब्त हो जाना।
जब्त करना बहुत कष्ट देना।
जम हो जाना न टलना, पीछा न छोड़ना।
जमा मारना अनुचित रूप से किसी का धन ले लेना।
जमाना उलटना समय का एकबारगी बदल जाना, नया युग उपस्थित हो जाना।
जमाना देखना अनुभव प्राप्त करना।
जमाना देखी होना अनुभवी होना।
जमाना पलटना अच्छे दिन से बुरे या बुरे दिन से अच्छे दिन आना।
जमाना बदलना अच्छे दिन से बुरे या बुरे दिन से अच्छे दिन आना।
जमाने की गर्दिश समय का उलट का फेर, दिन का फेर।
अमीन आसमान एक करना अत्यधिक परिश्रम या उद्योग करना, बहुत बड़े उपाय करना, हलचल मचाना, दुनिया छान मारना।
जमीन व आसमान का फर्क अत्यधिक अन्तर, आकाश पाताल का अन्तर।
जमीन आसमान के बुलावे मिलाना बहुत डींग हांकना, बहुत शैखी करना, अत्युक्ति करना, झूठ का पुल बांधना।
जमीन का पांच तले से खिसक जाना भय या घबराहट से खड़ा न रह सकना।
जमीन का पैबंद होना दफन होना, मरना।
जमीन चूमना मुँह के बल गिरना, जमीन से माथा टेककर (राजा आदि को) प्रणाम करना।
जमीन दिखाना गिराना, पटकना, नीचा दिखाना।
जमीन देखना गिर पड़ना, पटका जाना, नीचा देखना।
जमीन नापना अधिक यात्रा करना, बेकार फिरते रहना।
जमीन पकड़ना जम कर बैठना (कुश्ती में) चित न होना।
जमीन पर आना (कुश्ती में) नीचे आना।
जमीन पर चढ़ना घोड़े को तेज दौड़ने का अभ्यस्त होना, किसी कार्य का अभ्यस्त होना।
जमीन पर पांव न पड़ना बहुत अभिमान होना।
जमीन पर पांव न रखना बहुत इतराना, बहुत अभिमान करना।
जमीन बांधना किसी कार्य के लिए पहले प्रणाली निश्चित करना, अस्तर लगाकर चित्र की जमीन तैयार करना, भूमि का बांधना, पेशबंदी करना।
जमीन में गड़ जाना अत्यनत लज्जित होना, लज्जा से सिर उठा न सकना।
जमीन सूंघना पीनक लेना, ऊँघना।
जय बोलना विजय की कामना, समृद्धि चाहना।
जय मनाना विजय कल्याण की कामना करना, समृद्धि चाहना।
जय हो आशीर्वाद जो ब्राह्मण लोग प्रणाम के उत्तर में देते हैं।
जरदी छाना किसी मनुष्य के शरीर का रंग बहुत दुर्बलता, खून की कमी या किसी दुर्घटना आदि के कारण पीला हो जाना।
जरब देना चोट लगाना, पीटना। उ0- दगा देत दूतन चुनौती चित्र गुप्तै देत जम को जरब देत पापी लेत शिव लोक को। पद्माकर। गुणा करना।
जरीब डालना भूमि को जरीब से नापना।
जरूरियात से फारिग होना शौचादि से निवृत्त होना।
जल बलना जलना।
जल भुनकर कबाब होना बहुत कुद्ध होना, आग बबूला होना।
जल भुनकर कोयला होना बहुत कुद्ध होना, आग बबूला होना।
जल भरना डाह या ईर्ष्या आदि के कारण बहुत कुढ़ना, द्वेष आदि के कारण बहुत व्यथित हो उठना, आत्मघात करना, जलकर मर जाना। उ0- तुम अपनायो तब जहिहों जब मन फिरि परिहै, हरिखिहै न अति आदरे निदरे न जरि मरिहै। तुलसी।
जलकर कवाब होना बहुत कुद्ध होना, आग बबूला होना।
जलकर कोयला होना बहुत कुद्ध होना, आग बबूला होना।
जलकर खाक होना अति कुपित होना, आग बबूला होना।
जलकर लाल होना अति कुपित होना, आग बबूला होना।
जलती आग भयानक आपत्ति।
जलती आग में कूदना जान बूझकर भारी विपत्ति में फंसना।
जलती आग मे घी डालना झगड़ा बढ़ाना, ऐसी बात करना जिससे क्रोध और बढ़ जाय।
जलती आग में तेल डालना झगड़ा बढ़ाना, ऐसी बात करना जिससे क्रोध और बढ़ जाय।
जलन निकालना द्वेष या ईष्या से उत्पन्न इच्छा पूरी करना।
जलना भुनना कुढ़ना।
जला-बला क्रोध में उबलता हुआ, बहुत कुद्ध।
जला जला कर मारना बहुत दुःख देना, खूब तंग करना।
जला भुना अति कुपित, क्रोध में उबलता हुआ।
जली कटी बात वह लगती हुई बात जो द्वेष, डाह या क्रोध के कारण बहुत व्यथित होकर कही जाय। तीखे व्यंग्य ;सुनना।
जली-कटी सुनाना डाह या क्रोध आदि के कारण कड़वी बातें कहना।
जले को जलाना दुःखी को दुःख देना।
जले पर नमक छिढ़कना किसी दुःखी या व्यथित मनुष्य को और अधिक दुःख या व्यथा पहुंचाना।
जले पर लोन देना दुःख पर दुःख देना। उ0- अति कटु वचन कहति मानहु लोन जलें पर देई। तुलसी।
जले पांव की बिल्ली जो स्त्री हरदम घूमती फिरती रहे और एक स्थान पर न ठहर सके।
जले फफोड़े फोड़ना दुखी या व्यथित को किसी प्रकार, विशेषकर अपना बदला चुकाने की इच्छा से और अधिक दुखी या व्यथित करना, भड़ास निकालना।
जवानी उठना यौवन का प्रारम्भ होना, तरूणार्थ का आरम्भ होना।
जवानी उतरना उमर ढलना, बुढ़ापा आना।
जवानी चढ़ना यौवन का आगमन होना, तरूणाई का प्रारम्भ होना मद पर आना, मदभाव होना।
जवानी ढलना जवानी उतरना, बुढ़ापा आना, युवावस्था का जाता रहना।
जवानी दीवानी है जवानी के जोश में आदमी बहुत सी भूले करता है।
जवानी फटी पड़ना योजवन का पूर्ण विकास होना, जवानी का खिल उठना।
जवानी में माँझा ढीला भरी जवानी में अशक्तता दिखाना।
जवानी में फल पाये जवानी से सुख भोगे (आशीर्वाद)।
जवाब तलब करना (किसी बात का) कारण पूछना।
जवाब देना नौकरी से अलग करना, इनकार करना, छोड़ना, अलग होना, बेकार मिलना।
जवाब मिलना निषेधात्मक उत्तर मिलना।
जहन्नुम में जाय चूल्हे में जाय, हमसे कोई सम्बन्ध नहीं। (इस मुहावरे का प्रयोग दुःख जनित उदासीनता प्रकट करने के लिए होता है)।
जहमत उठाना दुःख भोगना।
जहमत में पड़ना झंझट में फंसना, बखेड़े में पड़ना।
जहर उगलना ममभेदी बात कहना, द्वेषपूर्ण बात कहना, जली कटी कहना।
जहर कर देना किसी खाद्य पदार्थ को इतना कडुवा कर देना कि उसका खाना कठिन हो जाय, अत्यधिक कटु, अप्रिय या दुःखद बात कह देना कि भोजन का स्वाद सुख जाता रहे, अप्रिय बना देना।
ज़हर का घूंट बहुत कड़वा, बे स्वाद या कड़ुवा होने के कारण न खाने योग्य, अति अप्रि, असहय बात।
ज़हर का घूंट पीना विवशता के कारण क्रोध को मन ही मन दबा रखना, क्रोध को प्रकट न होने देना, अत्यधिक क्रोध आने पर भी चुप रह जाना, असहय को सह लेना।
ज़हर का घूंट पीकर रह जाना विवशता के कारण क्रोध को मन ही मन दबा रखना, क्रोध को प्रकट न होने देना, अत्यधिक क्रोध आने पर भी चुप रह जाना, असहय् को सह लेना।
ज़हर का बुझाया हुआ बहुत अधिक उपद्रवी या दुष्ट।
ज़हर की पुड़िया भारी उपद्रवी।
(किसी बात पर) ज़हर खाना किसी बात से खिन्न, दुःखी होकर आत्महत्या का यत्न करना।
ज़हर देना ज़हर पिलाना, ज़हर खिलाना।
ज़हर मार करना अनिच्छा या अरूचि होने पर भी जबरदस्ती खाना।
ज़हर मारना विष के प्रभाव या शक्ति को दबाना या शान्त करना।
ज़हर मिलाना किसी बात को अप्रिय कर देना।
ज़हर में बुझाना धारदार (चीर, छुरी तलवार,कटार आदि) हथियारों को विषाक्त करना, किसी बात या काम को अप्रिय बनाना।
ज़हर लगना बहुत अप्रिय जान पड़ना।
जहां का तहां जिस जगह पर हो, उसी जगह पर।
जहाँ तहाँ इतस्तत:, इधर उधर, सब जगह, सब स्थानों पर।
जहाज का कौआ वह कौवा जो किसी जहाज के टूटने के समय उस पर बैठ जाता है और जहाज के बहत दूर समुद्र में निकल जाने पर जब वह उड़ता है तब चारों ओर कहीं स्थल न देखकर फिर उसी जहाज पर आ बैठता है। उ0- काम जहाज को सूझत और न ठोर। तुलसी। बहुत बड़ा धूर्त। मारी चालाक।
जा धमकना एकाएक पहुंच जाना।
जा निकलना अचानक पहुंच जाना।
जा पड़ना अकस्मात जा पहुंचना।
जा पहुंचना अकस्मात पहुंचना।
जा रहना किसी स्थान पर जाकर वहां ठहरना, टिकना।
जा लेना आगे बढ़कर किसी के पास पहुंचना या साथ होना, भागने वाले को पकड़ लेना।
जांगर थकना प्रत्यक्ष, साक्षात। उ0- जाहिरै जागति सी जमुना जब जूड़े बहै उमहै वह बैनी। पद्माकर। प्रकाशित।
जादू उतरना जादू का असर दूर होना।
जादू चलना जादू का असर होना, बात का असर होना।
जादू जगाना प्रयोग प्रारम्भ करने से पहले जादू को चैतन्य करना।
जादू डालना जादू करना।
जादू मारना जादू का प्रयोग करना।
जादू वह जो सिर पर चढ़कर बोले उपाय वहीं अच्छा है जो सफल हो और विरोधी को भी मानना पड़े।
जान आँखों में आ जाना आसन्नमरण होना।
जान आना जी ठिकाने होना, चित में धैर्य होना, चित स्थिर होना, शांति होना, शोभा बढ़ना, ओज का बढ़ना।
जानकर अनजान होना किसी बात के विषय में जानकारी रखते हए भी किसी को चिढ़ाने, धोखा देने या अपना मतलब निकालने के लिए अपनी अनभिज्ञता प्रकट करना।
जान का अज़ाब जी का जंजाल, झंझट, बखेड़ा।
जान का गाहक प्राण लेने की इच्छा रखने वाला, मार डालने का यत्न करने वाला, भारी शत्रु, बहुत तंग करने वाला, पीछा न छोड़ने वाला।
जान का नुकसान प्राण हानि, किसी दुर्घटना मे मनुष्यों का मरना या मारा जाना।
जान का रोग ऐसा दुःखदायी व्यक्ति या वस्तु जो पीछा न छोड़े। सब दिन कष्ट देने वाला, भारी जंजाल।
जान का लागू जान का दुश्मन।
जान को अमान प्राण रक्षा, प्राणदान (पाना, मांगना)।
जान की खैर प्राण रक्षा, कुशल।
जान की तरह रखना तनिक भी कष्ट न पहुंचने देना, सुख सुपास का विशेष ध्यान रखना, बहुत समझाकर रखना।
जान की पड़ना जान बचाने की चिन्ता होना, प्राण मय होना।ै
जान के लाले पड़ना प्राण बचना कठिन दिखाई देना, जी आ बनना, उबरने की आशा न रहना।
जान को जान न समझना प्राण जाने की परवाह न करना, अत्यधिक कष्ट सहना या परिश्रम करना, किसी को अत्यन्त कष्ट या दुःख देना, किसी के साथ निष्ठुर व्यवहार करना।
(किसी की) जान को रोना किसी के कारण कष्ट पाकर उसका स्मरण करते हुए दुखी होना, किसी के द्वारा पहुंचाये हुए कष्ट को याद करके दुखी होना।
जान खपाना (किसी काम में) बहुत श्रम करना, कष्ट उठाना।
जान खाना तंग करना, बार बार घेरकर परेशान करना, किसी बात के लिए बार बार कहना।
जान खोना जान देना, किसी दुःख में घुलना।
जान चुराना किसी काम से भागना।
जान छुड़ाना प्राण बचाना, किसी झंझट से छुटकारा करना, किसी अप्रिय या कष्टदायक वस्तु को दूर करना, संकट टालना, छुटकारा करना, निस्तार करना, पीछा छुड़ाना।
जान छूटना किसी झंझट या आपत्ति से छुटकारा मिलना, किसी अप्रिय या कष्टदायक वस्तु का देर होना, निस्तार होना।
जान जाना प्राण निकलना, मृत्यु होना, किसी पर अत्यधिक प्रेम होना।
जान जोखिम होना प्राण जाने का भय होना।
जान जोखों प्राण जाने का भय।
जान दूभर होना जीवन कटना कठिन जान पड़ना, जीना मार मालूम होना, दुःख पड़ने के कारण जी ने की इच्छा न रह जाना।
जान देना प्राण त्याग करना, मरना, किसी के किसी कर्म के कारण प्राण त्याग करना, किसी के किसी काम रूष्ट या दुखी होकर मरना, किसी पर प्राण न्योछावर करना, किसी को प्राण में बढ़कर चाहना, किसी को अत्यधिक चाहना, किसी वस्तु के लिए अत्यधिक व्यग्र होना, किसी वस्तु की प्राप्ति या रक्षा के लिए बेचैन होना, दांत से पकड़े रहना, व्यय या हानि सह न सकना।
जान निकलना प्राण निकलना, मरना, भय के मारे प्राण सूखना, डर लगना, अत्यधिक कष्ट होना, घोर पीड़ा होना।
जान निसार करना दूसरे के लिए मरना, प्राणोत्सर्ग करना।
जान पड़ना प्राण संचार होना, शक्ति आना, हरा-भरा होना, मालूम होना, अनुभव होना।
जान पर जा बनना प्राण भय होना, प्राण बचना कठिन दिखाई देना, आपत्ति आना, चित्त संकट में पड़ना, हैरानी होना, नाक में दम होना, गहरी व्यग्रता होना।
जान पर खेलना प्राणों को भय में डालना, जान जोखिम में डालना, बड़े साहस का काम करना।
जान पर नौबत आना जान जाने का डर होना, भारी संकट में पड़ना।
जान बचाना प्राण रक्षा करना, पीछा छुड़ाना, किसी कष्टदायक या अप्रिय वस्तु को दूर रखना, निस्तारण करना।
जान-बूझकर भूल से नहीं, अनजान में नहीं, पूरे संकल्प के साथ, नीयत के साथ।
जान भारी होना जीना दुःखद हो जाना, जिन्दगी से ऊब जाना।
जान मारकर काम करना जी तोड़कर काम करना, अत्यधिक परिश्रम से काम करना।
जान मारना प्राण हत्या करना, सताना, दुःख देना, तंग करना, अत्यधिक परिरम कराना।
जान में जानकारी में, जहां तक कोई जानता है वहां तक।
जान में जान आना धैर्य बंधना, ढाढस होना, चित स्थिर होना, व्यग्रता, घबड़ाहट या भय आदि का दूर होना।
जान में जान होना जिन्दा होना (जब तक जान में जान है)।
जान रखना समझ रखना, ध्यान में रखना, मन में बैठाना, हृदयगम करना।
जान लड़ाना जी जान से, जी तोड़ कोशिश करना।
जान लबों पर आना आसन्नमरण होना, प्राणांतक कष्ट होना।
जान लेना मार डालना, प्राणघात करना, तंग करना, दुःख देना, पीड़ित करना।
जान सी निकलने लगना कठिन पीड़ा होना,बहुत दुःख होना।
जान सूखना प्राण सूखना, भय के मारे स्तब्ध होना, होश हवास उड़ना, अत्यधिक कष्ट होना, बहुत बुरा लगना, खलना।
जान सूली पर होना जान खतरे में होना, भारी परेशानी में होना।
जान से गुजर जाना मर जाना
जान से जाना प्राण खोना, मरना।
जान से तंग आना जीना असहय हो जाना, जीने से ऊब जाना।
जान सक बेज़ार होना जीना असहय हो जाना, जीने से ऊब जाना।
मान से मारना मार डालना, प्राण ले लेना।
जान से हाथ धोरा प्राण गंवाना, मर जाना।
जान हलाकान करना सताना, तंग करना, हैरान करना।
जान है तो जहान है दुनिया का सब सुख जिन्दगी के साथ है।
जान होठों पर आना प्राण कंठगत होना, प्राण निकलने पर होना, अत्यन्त कष्ट होना, घोर पीड़ा होना।
जाने देना छोड़ देना, क्षमा कर देना।
जाने दो क्षमा करो, त्याग करो, छोड़ दो, चर्चा छोड़ो, प्रसंग छोड़ो, ध्यान मत दो।
जाम चलना शराब का दौर चलना, प्याले पर प्याला पीते जाना।
जाने में फूला न समाना अत्यन्त आनन्दित होना।
जामे से बाहर होना आपे से बाहर होना, अत्यधिक क्रोध करना, अति प्रसन्न होना।
जायजा देना हिसाब समझाना।
जायजा लेना पड़ताल करना, जांचना।
जारी करना निकालना, चलाना, आरम्भ करना।
जाल डालना पानी में जाल फेंकना, फैलाना।
जाल फैलाना चिड़ियों आदि को फंसाने के लिए जाल लगाना, किसी को फंसाने के लिए युक्ति करना।
जाल फेंकना पानी में जाल फेंकना, फैलाना।
जाल बिछाना फंसाने की युक्ति रखना।
जाल में फंसना धोखा खाना, किसी के फरेब मे आना।
जिन्दगी के दिन पूरा करना दिन काटना, जीवन बिताना, मरने को होना, आसन्न मृत्यु होना।
जिन्दगी बसेर करना जीवन बिताना, जीवन यापन करना।
जिन्दगी से बेजार होना जीने से निराश होना, जीवन से मृत्यु की अधिक पसन्द करना।
जिन्दगी में मौत का मजा चखना बहुत कष्ट भोगना।
जिउ तपना जी जलना।
जिगर कबाब होना कलेजा पकना, बुरी तरह कुढ़ना।
जिगर के टुकड़े होना दिल पर भारी दुःख होना।
जिगर थामकर बैठ जाना असह्य आघात, पीड़ा से व्याकुल होना।
जिद चढ़ना हठ करना।
जिद पकड़ना हठ करना।
जिद पर आना हठ करना, अड़ना।
जिन्न का साया जिन्न का सिर पर सवार होना।
जिन्न चढ़ना गुस्से में पागल हो जाना।
जिधर तिवर जहां तहां, इधर उधर, बे ठिकाने।
जिफायत करना आदर सत्कार करना, खाना, खिलाना, मौज देना।
जियारत लगना मेला लगना, दर्शन के लिए दर्शकों की भीड़ होना।
जिरह काढ़ना खेद विनोद करना, अत्यधिक पूछताद करना, बात में बात निकासलना, खुचुर निकालना।
जिला देना मांगकर तथा रोगा आदि चढ़ाकर चमकाना, सिकली करना।
जिला बोलना दयर्थक बात कहना, व्यंग्योक्ति करना।
जिल्लत उठाना अपमानित होना, तुच्छ होना, हेठा ठहरना।
जिल्लत देना अपमानित करना, तुच्छ होना, हेठा ठहराना।
जिल्लत पाना अपमानित होना।
जिसका खाना गुर्राना जिसका अन्न खाना उसी को आंख दिखाना, उपकार न मारना।
जिहन खुलना बुद्धि का विकास होना।
जिहन में जाना समझ में आना।
जिहन लड़ना बुद्धि का काम करना, बुद्धि पहुंचना।
जिहन लड़ाना सोचना, बुद्धि दौड़ाना, ऊहापोह करना।
जिह्वाग करना कंठस्थ करना, जबानी याद करना। उ0- अमुष्य विद्या जिह्वाग नर्तकी। नैष0।
जिह्वाग्र होना जवानी याद होना।
जी अच्छा होना चित्त स्वस्थ होना, रोग आदि की पीड़ा या बेैचनी न रहना, निरोग होना।
(किसी पर) जी आना (किसी से) प्रेम होन, हृदय का किसी के प्रेम में अनुरक्त होना।
जी उकताना चित्त का उचाट होना, चित्त न लगना, एक ही अवस्था में बहुत काल तक रहते रहते परिवर्तन के लिए चित्त व्यग्र होना, तबीयत घबड़ाना।
जी उचटना चित्त न लगना, चित्त का प्रवृत न होना, मन हटना, किसी कार्य, वस्तु या स्थान आदि के विरक्ति होना।
जी उठना चित्त न लगना, चित्ता का प्रवृत न होना, मन हटना, किसी कार्य वस्तु या स्थान आदि से विरक्ति होना, मरे हुए का जी जाना, सूखे हुए का हरा हो जाना।
जी उठाना चित्त हटाना, मन फेर लेना, विरक होना, अनुरक्त न रहना।
जी उड़ा जाना भय, आशंका आदि से चित्त सहसा व्यग्र हो जाना, चित्त चंचल हो जाना, धैर्य जाता रहना, जी में घबराहट होना।
जी उदास होना चित्त खिन्न होना।
जी उलझना दिल घबराना।
जी उलट जाना मन का वश में न रहना, चित्त चंचल और अयवथित हो जाना, चित्त विक्षिपत हो जाना, होश हवास जाता रहना, मन फिर जाना, चित्त विरक्त होना।
जी करना हिम्मत करना, हौसला करना, साहस करना, जी चाहना, इच्छा होना।
जी कल्लाना चित्त को दुःख पहुंचना।
जी कांपना भय, आशंका आदि से कलेजा धक धक करना, हृदय थर्राना, डर लगना।
जी का जीवटवाला, जीगरेवाला, साहसी, हिम्मती। उ0- धनी धरनी के नीके आपुनी अनी के संगी आवें जुरि जीके मो नजी के गरजी के सो। गोपाल।
जी का गाइक प्राण लेने वाला, मार डालने की ताक में रहने वाला, दिल करने वाला।
जी का बुखार निकालना हृदय का उद्वेग बाहर करना, क्रोध, शेक, दुःख आदि के वेग को रो-कलप कर या वक-फक कर शान्त करना, मन का दुःख या व्यथा कहकर प्रकट करना और इस प्रकार जी हलका करना।
जी का बोझ हलका होना ऐसी बात का दूर होना जिसकी चिंता चित्त में बराबर रहती आई हो, खटका मिटना, चिन्ता दूर होना।
जी की अमान मांगना प्राण रक्षा को प्रार्थना करना, किसी काम के या किसी बात के कहने के पहले उस मनुष्य के प्राण रक्षा करने या अपराध क्षमा करने की प्रार्थना करना जिसके विषय में यह निश्चय हो कि उसे उस काम के होने या उस बात के सुनने से अवश्य दुःख पहुंचेगा।
जी की आ लगना प्राणों पर आ बनना, प्राण बचना कठिन हो जाना, संकट से पीछा छुड़ाना कठिन हो जाना।
जी की घुंडी खोलना हृदय की गांठ खोलना, चित्त से दुर्भाव या द्वेश निकालना।
जी का जी में रहना मनोरथों का पूरा न होना, मन में ठानी, सोची या चाही हुई बातों का न होना।
जी की निकालना मन की उमंग पूरी करना, मनोरथ पूरा करना, हृदय का उद्गार निकालना, क्रोध, दुःख, द्वेष आदि को बक-फक कर शांत करना, बदला लेने की इच्छा पूरी करना।
जी की पड़ना प्राण बचाने की चिंता होना, प्राण बचाना, कठिन हो जाना, ऐसे भारी झंझट में फंस जाना कि पीछा छुड़ाना कठिन हो जाय। उ0- सब असबाब दाड़ों मैन काढ़ो तेन काढ़ो जिय की परी सभारे सहन भंडार की। तुलसी।
(किसी के) जी को जी न समझना (किसी के) कष्टों आदि की कुछ भी परवाह न करना।
जी को न लगना चित्त में अनुभव होना, हृदय में वेदना होना, सहानुभूति होना, प्रिय लगना, भाना, अच्छा लगना।
जी को मारना मन की इच्छाओं को रोकना, चित्त के उत्साहों को न पूरा करना, सन्तोष धारण करना।
जी का रोग लगना किसी बात की चिन्ता करना।
जी को लगना दिल पर असर होना, चोट पहुंचना।
जी खटकना चित्त में खटका या सन्देह उत्पन्न होना, हानि आदि की आशंका से (किसी काम के करने से) जी हिचकना।
जी खट्टा करना जी फेर देना, चित्त में घृणा या विरक्ति उत्पन्न कर देना, चित्त विरक्त करना, हृदय में दुर्भाव उत्पन्न करना।
जी खट्टा होना चित्त हट जाना, मन फिर जाना य विरक्त होना, अनुराग न रहना, घृणा होना, चित्त प्रसन्न होना।
जी खपाना चित्त तन्मय करना। (किसी काम में) जी लगाना, नितान्त दत्चित होना, जी तोड़कर किसी काम में लगना, प्राण देना, अत्यन्त कष्ट उठाना।
जो खरा खटा होना चित्त चलायमान होना, डिगना, बुरी नियत होना।
जी खुलना संकोच छूट जाना, धड़क खुल जाना, किसी काम मे करने में हिचक न रह जाना।
जी खोना जान देना, दिल का हाथ में न रहना।
जी खोलकर बेधड़क, बिना किसी संकोच के, बिना किसी प्रकार के भय या लज्ता के, बिना हिचके, जितना जी चाहे बिना अपनी ओर से कोई भी कमी किये, मनमाना, यथेष्ट।
जी गंवाना प्राण देना, जान खोना।
जी गिरा जाना जी बैठा जाना, तबीयत सुस्त होती जाना, शिथिलता आती जाना।
जी घबराना चित्त व्याकुल होना, मन व्यग्र होना, मन न लगना, जी उबना।
जी चलना जी चाहना, इच्छा होना, जी आना, चित्त मोहित होना।
जी चला वीर, शूर, दानवीन, उदार, रसिक, सहृदय।
जी चलाना इच्छा करना, मन दौड़ाना, चाह करना, हिम्मत बांधना, साहस करना, हौंसला बढ़ाना।
जी चाहना मपोमिलाष होना, मन चलना, इच्छा होना।
जी चुराना हीला हवाली करना, किसीकाम से भागना, मन न लगना।
जी चाहे यदि इच्छा हो (तो)। यदि मन में आवे।
जी छुपाना किसी काम या बात से बचने के लिए हीला हवाली करना या युक्ति रचना, किसी काम से भागना।
जी छूटना हृय की दृढ़ता न रखना, साहस दूर होना, निराश होना, उत्साह जाता रहना, थकावट आना, शिथिलता आना।
जी छोटा करना उत्साह कम करना, मन उदास करना, हृदय संकुलित करना, उदारता छोड़ना, कंजूसी करना।
जी छोड़कर भागना हिम्मत हारकर बड़े वेग से भागना, एकदम भागना, ऐसा भागना कि दम लेने के लिए भी न ठहरना।
जी छोड़ना प्राण त्याग करना, मरना, हृदय की दृढ़ता खोना, साहस गंवाना, हिम्मत हारना।
जी जलना चित्त संतप्त होना, हृदय में संताप होना, चित्त में कुढ़ना और दुःख होना, क्रोध आना, गुस्सा लगना, ईष्या होना, डाह होना।
जी जलाना चित्त संतप्त करना, हृदय में क्रोध उत्पन्न करना, कुढ़ाना, चिढ़ाना, हृदय में दुःख उत्पन्न करना, रंज पहुंचाना, दुखी करना, चित्त व्यथित करना, सताना, ईष्या या डाह उत्पन्न करना।
जी जान उड़ाना मन लगाना, दत्तचित्त होना।
जी जान से हृदय से, सारा एकाग्रचित होकर, पूरी शक्ति से।
जी जानता है हृदय ही अनुभव करता है, कहा नहीं जा सकता, सही हुई कठिनाई, दुःख, पीड़ा आदि वर्णन के बाहर है।
जी टंगा रहना चित्त में ध्यान या चिंता रहना, जी में खटका बना रहना चित्त चिंतित रहना।
जी टंगा होना किसी बात की चिन्ता लगी रहना, खटका बना रहना।
जी टूट जाना उत्साह भंग हो जाना, उमंग या हौसला न रह जाना, नैराश्य होना, उदासीनता होना।
जी ठंडा होना चित्त शांत और सन्तुष्ट होना, अभिलाषा पूरी होने से हृदय प्रभुल्लित होना, चित्त में सन्तोष और प्रसन्नता होना।
जी ठुकना मन को सन्तोष होना, चित्त स्थिर होना, चित्त मे दृढ़ता होना, साहस होना, हिम्मत बंधना।
जी डालना शरीर में प्राण डालना, जीवित करना, प्राण रक्षा करना, मरने से बचाना, हृदय मिलाना, प्रेम करना।
जी डूबना बेहोशी होना, मूर्छा आना, चित्त विड्वल होना, चित्त स्थिरन रहना, घबराहट और बेचैनी होना, चित्त व्याकुल होना।
जी ढहा जाना चित्त विह्वल होता जाना, चित्त ठिकाने न रहना, चैतन्य न रहना, मूर्च्छा सी आना।
जी तपना जी जलना, चित्त क्रोध से सन्तप्त होना, क्रोध चढ़ना। उ0- सुनि गज जूह अधिक चिउ तपा। सिंह जात कहुं रह नहिं छपा। जायसी।
जी तरसना किसी वस्तु या बात के अभाव से चित्त व्याकुल होना, किसी वस्तु की प्रापित के लिए अधीर या दुखी होना, किसी बात को इच्छा पूरी न होने का कष्ट होना।
जी तले ऊपर होना जी मचलाना, जी ऊबना, चित्त घबराना।
जी दहलना भय या आशंका से चित्त डांवाडाल होना, डर से हृदय कांपना, डर के मारे जी ठिकाने न रहना, अत्यन्त भय लगना, डर के मारे छाती धक धक करना।
जी-दान प्राणदान, प्राण रक्षा।
जी दार जीयटवाला, दृढ़ हृदय का, साहसी, हिम्मतवर।
जी दुःखना चित्त को कष्ट पहुँचना, हृदय में दुःख होना।
जी दुखाना चित्त व्यथित करना, हृदय को कष्ट पहुंचाना, दुःख देना, सताना, मानसिक कष्ट पहुंचाना, मन में दुःख उत्पन्न करना।
जी देना प्राण खोना, मरना, दूसरे की प्रसन्नता या रक्षा के लिए प्राण देने के लिए प्रस्तुत रहना, प्राण से बढ़कर प्रिय समझना, अत्यधिक प्रेम करना।
जी धंसा जाना चित्त विहवल होना जाना, चित ठिकाने न रहना, चैतन्य न रहना, मूचर्छा सी आना।
जी दौड़ना मन चलना, इच्छा होना, लालसा होना।
जी धक धक करना कलेजे का भय आदि के आवेग से जोर जोर उलझना, भय या उद्वेग से जी धड़कना, डर लगना।
जी धक धक होना कलेजे का भय आदि के आवेग से जोर जोर उलझना, भय या उद्वेग से जी धड़कना, डर लगना।
जी धक से होना उद्वेग या घबराहट होना, आशंका होना, भय होना, जी दहलना।
जी धक हो जाना भय या उद्वेग से जी धड़क उठना, डर से जी दहल जाना, चौक उठना।
जी धड़कना भय या आशंका से चित्त स्थिर न रहना, कलेजा धक धक करना, डर के मारे हृदय घबराहट होना, डर लगना, चित्त में दृढ़ता न होना, साहस न होना।
जी निकलना प्राण छूटना, प्राण निकलना, मृत्यु होना, भय से चित्त व्याकुल होना, डर लगना, प्राण सूखना।
जी निढाल होना चित्त का स्थिर न रहना, चित्त ठिकाने न रहना, चित्त विह्वल होना, हृदय व्याकुल होना, मूर्च्छा आना, जी डूबना।
जी पक जाना किसी अप्रिय बात को नित्य देखते देखते या सुनते सुनते चित्त दुखी हो जाना, किसी बार बार होने वाली बात का चित्त को असह्य हों जाना, और अधिक सहने की सामर्थ्य चित्त में न रहना।
जी पकड़ लेना कलेजा थामना, किसी असह्य दुःख के वेग को दबाने के लिए हृदय या छाती पर हाथ रख लेना।
जी पकड़ा जाना मन में सन्देह पड़ जाना, माथा ठनकना, कोई भारी खटकापैदा हो जाना, कोई भारी आशंका चित्त में उठना।
जी पड़ना शरीर में प्राण का संचार होना, मृतक के शरीर में प्राण का संचार होना।
जी पर आ बनना प्राण बचाना, कठिन हो जाना, ऐसे भारी संकट या झंझट में फंस जाना कि पीछा छुड़ाना कठिन हो जाय।
जी पर खेलना प्राण को संकट में डालना, जान को आफत में डालना, ऐसा काम करना जिसमें प्राण जाने का भय हो, बड़े साहस का काम करना।
जी पानी करना लहू पानी एक करना, प्राण देने और लेने की नौबत आना, भारी आपत्ति खड़ी करना, चित्त कोमल या दयार्द करना।
जी पानी होना चित कोमल या दयार्द होना।
जी पिघलना दया में हृदय द्रवित होना, चित का दयार्द्र होना, हृदय का प्रेमार्द्र होना, चित में स्नेह का संचार होना।
जी पीछे पड़ना दिल बहलाना, चित बंटना, मन का किसी और लग जाना जिसमें दुःख की बात कुछ भूल जाय।
जी पीढ़ा करना जी कड़ा करना, चित को दृढ़ करना जिसमें भय, पीड़ा, दुःख आदि से विचलित न हो।
जी फट जाना हृदय मिला न रहना, चित में पहले का सा सद्भाव या प्रेमभव न रह जाना, प्रीति भंग होना, प्रेम में अन्तर पड़ जाना, चित विरक्त होना, किसी की ओर से चित खिन्न हो जाना।
जी फिर जाना मन हट जाना, चित विरक्त हो जाना, चित अनुरक्त न रहना, हृदय में घृणा या अरूचि उत्पन्न हो जाना।
जी फिरना चित प्रवृत न रहना, चित उचट जाना, चित हट जाना, विरक्त हो जाना।
चित फिसलना चित का (किसी और) आकर्षित होना, मन खिंचना, हृदय अनुरक्त होना, मन मोहित होना, मन लुभाना, मन प्रवृत होना।
चित फीका होना चित हट जाना, मन फिर जाना, या विरक्त होना, अनुराग न रहना, घृणा होना।
जी बंटना जी बहलाना, चित का किसी और इस प्रकार लग जाना कि कोई दुःख या चिंता की बात भूल जाय। चित का एकाग्र न रहना। चित का एक विषय में पूर्ण रूप से न लगा रहना, दूसरी बातों की ओर भी चला जाना, ध्यान स्थिर न रहना, ध्यान भंग होना, मन उचटना, एकान्त प्रेम न रहना, एक व्यक्ति के अतिरिक्त दूसरे व्यक्ति से भी प्रेम हो जाना, अनन्य प्रेम न रहना।
जी बढ़ना चित प्रसन्न या उत्साहित होना, हौंसला बढ़ना, साहस बढ़ना, हिम्मत आना।
जी बढ़ाना उत्साह बढ़ाना, किसी विषय में प्रवृत्त करने के लिए उत्तेजित करना, प्रशंसा, पुरस्कार आदि द्वारा किसी काम में अधिक रूचि उत्पन्न करना, हौंसला बढ़ाना, किसी कार्य की सफलता की आशा बांधकर अधिक उत्साह उत्पन्न करना, किसी कार्य में होने वाली बाधा कठिनाई के दूर होने का निश्चय दिलाकर उसकी ओर अधिक प्रवृत्ति उत्पन्न करना, साहस दिलाना, हिम्मत बंधाना।
जी बहलना चित का किसी विषय में लगकर आनन्द अनुभव करना, चित का आनन्दपूर्वक लीन होना, मनोरंजन होना, चित के किसी विषय में लग जाने से दुःख या चिन्ता की बात भूल जाना।
जी बहलाना रूचि के अनुकूल किसी विषय में लगकर चित प्रसन्न करना, ध्यान को किसी ओर लगाकर आनन्द अनुभव करना, मनोरंजन करना, चित को किसी ओर लगाकर दुःख या चिन्ता की बात भूल जाना।
जी बिखरना चित ठिकाने न रहना, मन विह्वल होना, मूर्च्छा आना।
जी बिगड़ना जी मचलाना, मतली छूटना, भिटकना, घृणा करना, घिन मालूम होना।
जी बुरा करना कै करना, उलटी करना, वमन करना, किसी के प्रति अच्छा भाव न रखना, किसी के प्रति बुरी धारणा रखना, किसी के प्रति घृणा या क्रोध करना, दूसरे का ख्याल खराब करना, बुरी धारणा उत्पन्न करना, क्रोध, घृणा या दुर्भाव उत्पन्न करना।
जी बुरा होना उलटी होना, ख्याल खराब होना, चित में दुर्भाव या घृणा उत्पन्न होना।
जी बैठ जाना दिल डूबना, चित का अति खिन्न होना।
जी बैठा जाना चित विह्वल होता जाना, चित ठिकाने न रहना, चैतन्य न रहना, मूर्च्छा सी आना, मन मरना, उदासी होना, मन का धैर्य नष्ट होता जाना।
जी भर आना हृदय का करूण या शोक के आवेग से पूर्ण होना, चित में दुःख या करूणा का उद्वेग होना, दुःख या दया उमड़ना, हृदय में इतने दुःख या दया का वेग उठना कि आंखों में आंसू आ जाय, हृदय का करूणा से विह्वल होना।
जी भरकर जितना और जहां तक जी चाहे, मन माना यथेच्छ।
जी भरना चित सन्तुष्ट होना, तुष्टि होना, तृप्ति होना, मन अधाना, और अधिक की इच्छा न रह जाना, मन को अभिलाषा पूरी होने से आनन्द और सन्तोष होना, चित विश्वास पूर्ण करना, चित का सन्देह दूर करना, चित से किसी बात की बुराई या धोखा आदि खाने की आशंका दूर करना, क्षटका मिटाना, रूचि के अनुकूल होना, मन मानना, मन में घृणा न होना, दूसरे का सन्देह दूर करना, खटका मिटाना।
जी भरभरा उठना रोमांच होना, हृदय के किसी आकस्मिक आवेग से चित विह्वल हो जाना।
जी भारी करना चित खिन्न या दुखी करना।
जी भावरी होना तबीयत अच्छी न होना, किसी रोग या पीड़ा आदि के कारण सुस्ती जान पड़ना, शरीा अच्छा न रहना, अनमना होना।
जी भिटकना चित में घृणा होना, घिन मालूम होना।
जी भुरभुराना किसी की ओर चित आकर्षित होना, मन लुभाना, मन मोहित होना।
जी मतलाना चित में उलटी करने की इच्छा होना, वमन करने को जी चाहना।
जी मर जाना मन में उमंग न रह जाना, हृदय का उत्साह नष्ट होना, मन उदास हो जाना।
जी मलमलाना चित में दुःख या पछतावा होना।
जी मारना चित की उमंग को रोकना, हृदय का उत्साह नष्ट करना, सन्तोष धारण करना।
जी मिलना चित के भाव का परस्पर समान होना, हृदय का भाव एक होना, समान प्रवृत्ति होना, एक मनुष्य के भावों का दूसरे मनुष्य के भावों के अनुकूल होना।
जी में आना मन में भाव उठना, चित में विचार उत्पन्न होना, मन में इच्छा होना, जी चाहना, संकल्प होना।
जी में गड़ना मन में बस जाना।
जी में घर करना मन में स्थान करना, हृदय में किसी का ध्यान जम जाना, हृदय में बराबर किसी का ध्यान बना रहना।
जी में खुमना चित में जम जाना, हृदय पर गहरा प्रभाव करना, मर्म भेदना, हृदय में अंकित हो जाना, चित मे बराबर ध्यान बना रहना। उ0- माधव मूरति जिय में खुमी। सूर।
जी में जलना हृदय में क्रोध के कारण सन्ताप होना, मन में कुढ़ना, मन ही मन ईष्या करना, डाह करना।
जी में जी आना चित ठिकाने होना, चित की घबराहट दूर होना, चित शांत और स्थित होना, चित की चिंता या व्यग्रता दूर होना, किसी बात की आशंका या भय मिट जाना, आत्म विश्वास होना।
जी में जी डालना चित सन्तुष्ट और स्थिर होना, चित का खटका दूर करना, चिंता मिटाना, विश्वास दिलाना, मन में विचार लाना, सोचना।
जी में धंसना चित में प्रभाव उत्पन्न करना, मन में निश्चय या विश्वास उत्पन्न करना, हृदय में अंकित होना, ध्यान पर बराबर चढ़ा रहना।
जी में धरना मन में लाना, चित में किसी बात का इसलिए ध्यान बनाये रहना जिसमें आगे चलकर उसके अनुसार कोई कार्य करें, मन में बुरा मानना, बैर रखना। उ0- माधव जू जो जन तै बिकरै। तड कृपालु करूणामय केशव प्रभु नहिं जीय धरै। सूर।
जी में पैठना चित में जम जाना, हृदय पर गहरा प्रभाव करना, मर्म भेदना, ध्यान में अंकित होना, बराबर ध्यान में बना रहना, चित से न हटना या भूलना।
जी में बसना दिल में घर कर लेना, सदा याद रहना।
जी में बैठना मन में स्थिर होना, चित में निश्चय होना, मन में सत्य प्रतीत होना, हृदय पर गहरा प्रभाव करना, हृदय पर अंकित हो जाना, ध्यान में बराबर बना रहना।
जी में रहना चित में विचार धारण करना, ख्याल बनाये रखना, चित में इसलिए किसी बात का ध्यान बनाये रहना जिसमें आगे चलकर उसके अनुसार कोई कार्य करे, बुरा मानना, बैर रखना, द्वेष रखना, हृदय में गुप्त रखना, हृदय के भाव को बाहर न प्रकट करना, मन में लिए रहना।
(किसी का) जी रखना मन रखना, मन की बात होने देना, मन की अभिलाषा पूरी करना, इच्छा पूरी करना, उत्साह भंग न करना, प्रसन्न करना, सन्तुष्ट करना।
जी रूकना जी घबराना, जी हिचकना, चित प्रवृत न हो।न
जी लगना चित तत्पर होना, मन का किसी विषय में योग देना, चित प्रवृत होना, चित का प्रेमासक्त होना, किसी से प्रेम होना।
जी लगाना तत्पर होना, दतचित होना, दिल लगाना।
जी लगा होना ध्यान रहना, जी में खटका लगा रहना, चित चिन्हित रहना, चिन्ता लगी रहना।
जी लड़ाना प्राण जाने की भी परवाह न करके किसी विषय में तत्पर होना,मन का पूर्ण रूप से योग देना, पूरा ध्यान देना।
जी लरजना कलेजा कांपना।
जी ललचना जी में लालच होना, चित में किसी बात के लिए प्रबल इच्छा होना, किसी वस्तु के प्राप्त करने की प्रबल इच्छा होना,चित आकर्षित होना, मन लुभाना, मन मोहित होना।
जी ललचाना चित में लालच उत्पन्न करना, किसी बात के लिए प्रबल इच्छा उत्पन्न कराना, मन लुभाना, मन मोहिल करना।
जी लुटना मन मोहित होना, मन मुग्ध होना, हृदय प्रेमासतः होना।
जी लुभाना चित आकर्षित करना, मन मोहित करना, हृदय में प्रीति उपजाना, सौन्दर्य आदि गुणों के द्वारा मन खींचना, चित आकर्षित होना, मन मोहित होना।
जी लूटना मन मोहित करना, चित आकर्षित करना।
जी लेना जी चाहना, जी करना, चित का इच्छुक होना, प्राण हरण करना, मार डालना।
जी लोट जाना किसी चीज के लिए दिल का बैचेन हो जाना।
जी लोटना जी छटपटाना, किसी वस्तु की प्राप्ति या और किसी बात के लिए चित व्याकुल होना, चित का अत्यन्त इच्छुक होना, ऐसी इच्छा होना कि रहा न जाय।
जी सन्न होना चित स्तब्ध हो जाना, जी घबरा जाना, डर के मारे चित ठिकाने न रहना, होश उड़ जाना।
जी सनसनाना चित स्तब्ध होना, भय, आशंका आदि से अंगों की गति शिथिल हो जाना, चित विह्वल होना।
जी सांय सांय करना चित स्तब्ध होना, चित विह्वल होना, भय, आशंका आदि से अंगों की गति शिथिल हो जाना।
जी से जी लगाकर, ध्यान देकर, पूर्ण रूप से, दतचित होकर।
जी से उतर जाना दृष्टि से गिर जाना, इच्छा या चाह न रह जाना स्नेह या श्रद्धा न रह जाना, चित में विरक्ति हो जाना, भला न जंचना, हेय या तुच्छ हो जाना।
जी से जाना प्राण विहिन होना, मर जाना, जान खो बैठना।
जी से जी मिलना हृदय के भाव परस्पर एक होना, मैत्री का व्यवहार होना, चित में एक दूसरे से प्रेम होना, परस्पर प्रीति होना।
जी हजूरी करना चापलुसी या खुशामद करना।
जी हट जाना चित विरक्त हो जाना, चित प्रवृत्त या अनुरक्त न रह जाना, इच्छा या चाह न रह जाना।
जी हवा हो जाना, किसी भय या आशंका की बात से चित ठिकाने न रह जाना, किसी भय, दुःख या शोक के सहसा उपस्थित होने पर चित स्तव्ध हो जाना, चित विह्वल हो जाना, चित घबरा जाना, चित व्याकुल हो जाना।
जी हवा होना प्राण निकल जाना, मृत्यु होना।
(किसी का) जी अपने हाथ में रखना किसी का भाव अपने प्रति अच्छा रखना, किसी को प्रसन्न रखना, मन मैला न होने देना, जी में किसी प्रकार खटका न पैदा होने देना।
जी हाथ में लेना किसी का भाव अपने प्रति अच्छा रखना, किसी को प्रसन्न रखना।
जी हारना किसी काम से घबरा या ऊब जाना, हैरान होना, हिम्मत हारना, साहस छोड़ना।
जी हिलना भय से हृदय कांपना, जी दहलना, करूणा से हृदय क्षुब्ध होना, दया से चित उद्विग्न होना।
जीता जागता जीवित और सचेत, भला चंगा।
जीता लहू देह से ताजा निकला हुआ खून।
जीती मक्खी निगलना जान बूझकर कोई अनुचित या अन्याय पूर्ण कार्य करना, सरासर बेईमानी करना, जान बूझकर बुराई में फंसना, जान बूझकर आपत्ति या संकट में पड़ना, जान बूझकर कोई ऐसा अनुचित कृत्य या पाप करना जिसके कारण पीछे से हानि हो, दोष या अनौचित्य की ओर ध्यान न देना।
जीते जी जीवित अवस्था में, जिन्दगी रहते हुए, उपस्थित में, बने रहते, जब तक जीवन है, जिन्दगी भर।
जीते जी मर जाना जीवन में ही मृत्यु से बढ़कर कष्ट भोगना, किसी भारी विपत्ति या मानसिक आघात से जीवन भच भारी होना, जीवन का सारा सुख और आनन्द जाता रहना, जीवन नष्ट होना।
जीते-मरते किसी तरह, बड़ी कठिनाई से।
जीते रहो बहुत दिनों जियो (आशीर्वाद)
जीनत देना श्रंगाररूप होना, शोभा बढ़ाना।
जीनत बख्शना श्रंगाररूप होना, शोभा बढ़ाना।
जीना दूभर हो जाना जीवन का प्रारूप या कठिन हो जाना।
जीना भारी हो जाना जीवन कष्टमय हो जाना, जीवन का सुख और आनन्द जाता रहना।
जीने का मज़ा जीवन का सुख।
जीम करना बढ़ बढ़कर बोलना, ढिठाई से उत्तर देना।
(किसी की) जीभ के नीचे जीभ होना (किसी का) अपनी कही हुई बात का बदल जाना, झूठ बोलने की आदत होना।
जीभ खोलना मुँह से कुछ बोलना, शब्द निकालना।
जीभ गिरना स्वादिष्ट भोजन को लालायित होना।
जीभ खलना भिन्न भिन्न वस्तुओं का स्वाद लेने के लिए जीभ का हिलना, डोलना, स्वाद के अनुभव के लिए जिवा चंचल होना, चटोरेपन की इच्छा होना। उ0- जीभ चले बल ना चले, वहे जीभ जरि जाय, बहुत बकना, बढ़ बढ़ कर बात करना।
जीभ चलाना बहुत बोलना, अनुचित या अनाधिकार बातें करना।
जीभ थोड़ी करना कम बोलना, बकवाद कम करना, अधिक न बोलना। उ0- मेरो गोपाल तनक सो कहा करि जाने दधि को चोरी, हाथ नचावति आवति ग्वालिनि जीभ न करही थोरी। सूर।
जीभ निकालना जीभ बाहर करना, जीभ खींचना, जीभ उखाड़ लेना।
जीभ पकड़ना बोलने न देना, बोलने से रोकना।
जीभ बढ़ाना चटोरेपन की आदत होना।
जीभ बन्द करना बोलना बन्द करना, जबान न खोलना, चुप रहना।
जीभ लड़खड़ाना ठीक ठीक या पूरे शब्द और वाक्य मुँह से न निकलना, मुँह से स्पष्ट शब्द न निकलना, टूटे-फूटे शब्द या वाक्य निकलना, मुँह से रूक रूक कर शब्द निकालना।
जीभ लड़ना बकबक करना, बहुत बोलना।
जीभ लपलपाना चखने की इच्छा या लोभ करना।
जीभ रोकना कुपथ्य या कुत्सित पाषण न करना।
जीभ हिलाना मुँह खोलना, बोलना।
जीवन मरन जीवन व्यतीत करना, जिन्दगी के दिन काटना।
जीविका लगना भरण-पोषण का उपाय होना, रोजी का ठिकाना होना।
जीविका लगाना भरण-पोषण का उपाय करना, जीवन निर्वाह का उपाय करना, रोजी का ठिकाना करना।
जुंबिश खाना हिलना डोलना, इधर उधर होना।
जुकाम बिगड़ना जुकाम का सूख जाना।
(मेढ़की को) जुकाम होना छोटे आदमी में भी बड़ों की बराबरी करने का होसला होना।
जुग जुग चिर काल तक, बहुत दिनों तक।
जुग टूटना किसी समुदाय के मनुष्यों का परस्पर मिला न रहना, अलग अलग हो जाना, दल टूटना, मंडल तितर बितर होना, किसी दल या मंडली में एकता या मेल न रहना।
जुग फूटना जोड़ा खंडित होना, साथ रहने वाले मनुष्यों में से किसी एक का न रहना, फूट पड़ना।
जुगत लगाना जोड़-तोड़ बैठाना, ढंग रचना, उपाय करना।
जुमा जुमा आठ दिन थोड़े दिन, चंद रोज।
जुलाहा की सी दाढ़ी छोटी, नोकदार दाढ़ी।
जुलाहे का तीर झूठी बात।
जुल्म टूटना संकट आ पड़ना।
जुल्म ढाना अत्याचार करना, कोई अद्भुत काम करना।
जुल्म तोड़ना अत्याचार करना।
जूं की चाल बहुत धीमी चाल।
(कानों पर) जूं न रेंगना स्थिति पर ध्यान न जाना, होश न होना।
जूठी पत्तल अच्छिष्ट, जूठा। उ0-जूठी पातर मखत है वारी वायस स्वान। राम प्रवीन।
जूठे हाथ से कुत्ता न मारना अत्यधिक कंजूस होना।
जूता उछलना जूतों से मार पीट होना, लड़ाई दंगा होना, झगड़ा होना।
जूता उठाना मारने के लिए जूता हाथ मे लेना, किसी का दासत्व करना, किसी की हीन से हीन सेवा करना, चापलूसी करना, खुशामद करना।
जूता गांठना फटा हुआ जूता सीना, चमार का काम करना, नीच काम करना।
जूता चलना मार पीट होना, लड़ाई दंगा होना, झगड़ा होना।
जूता चाटना अपनी प्रतिष्ठा का ध्यान न रखकर दूसरे की शत्रुता करना, खुशामद करना, चापलूसी करना।
जूता जड़ना जूता मारना।
जूता देना जूता मारना।
जूता पड़ना जूतों को मार पड़ना, उपानह प्रहार होना, मुँह तोड़ जवाब मिलना, किसी अनुचित बात का कड़ा और मर्म भेदी उत्तर मिलना, ऐसा उत्तर मिलना कि फिर कुछ कहते सुनते न बने। घाटा होना, हानि होना।
जूता पहनना जूता मोल लेना।
जूता बरसना जूतों की मार पड़ना, उपानह प्रहार होना।
जूता मारना जूते से मारना, मुँह तोड़ जवाब देना, किसी अनुचित बात का ऐसा कड़ा उत्तर देना कि दूसरे से फिर कुछ कहते सुनते न बने।
जूता लगना जूते की मार पड़ना, मुँह तोड़ जवाब मिलना, किसी अनुचित कार्य का बुरा फल प्राप्त होना, हानि होना, घाटा पड़ना, अपमानित होना।
जूता लगाना अपमानित करना, लधेड़ना।
जूतियां उठाना नीच सेवा करना, दासत्व करना।
जूता खाना जूतों की मार खाना, ऊँचा नीचा सुनना, भला बुरा सुनना, कड़ी बातें सहना, अपमान सहना, तिरस्कृत होना।
जूतियां गांठना फटी हुई जूतियों को सीना, अत्यन्त तुच्छ काम करना, निकृष्ट व्यवसाय करना।
जूतियां चटकाना मारा मारा फिरना।
जूतियां चटखाते फिरना मारा मारा फिरना, दुर्दशाग्रस्त होकर घूमना, व्यर्थ इधर उधर घूमना।
जूतियां बगल में दबाना चुपचाप भागना, धीरे से चलता बनना, खिसकना।
जूतियां मारना जूता लगाना।
जूतियां सिर पर रखना चापलूसी करना।
जूतियां सीधी करना निकृष्ट सेवा करना, दासत्व करना।
(किसी की) जूतियों का सदका (किसी के) चरणों का प्रसाद।
जूतियों दाल बंटना आपस में खूब लड़ाई झगड़ा होना, वैर विरोध होना, फूट होना, आपस में न पटना।
जूती की नोक पर मारना कुद न समझना, तुच्छ समझना, कुछ परवाह न करना।
जूती की नोक से (मेरी) बला से, कुछ परवाह नहीं।
जूती के बराबर न समझना तुच्छ, हेय या कुछ न समझना।
जूती चढ़ना यात्रा का आगम दिखाई पड़ना।
जूती चाटना खुशामद करना, चापलूसी करना।
जूती देना जूती से मारना।
जूती पर मारना कुछ न समझना, तुच्छ समझना।
जूती पर रख कर रोटी देना अपमान के साथ खाने पीने को देना, निरादर के साथ रखना या पालना।
जूते का आदमी ऐसा आदमी जो बिना जूता खाये ठीक काम न करे।
जूते खाना जूतों की मार खाना, जूतों का प्रहार सहना, बुरा भला सुनना, ऊँचा नीचा सुनना, तिरस्कृत होना।
जूते से खबर लेना जूते से मारना।
जूतों दाल बंटना आपस में लड़ाई झगड़ा होना, परस्पर वैर विरोध होना, अनबन होना।
जूतों से आना जूतों से मारना, जूते लगाना, जूते से मारने के लिए तैयार होना।
जूतों से खबर लेना जूतों से मारना।
जूते से बात करना जूते मारना, जूते लगाना।
जूस देना उबली हुई दाल का पानी पिलाना।
जूस लेना उबली हुई दाल का पानी पीना, रोगी का कुछ सशक्त होकर खाने पीने लायक होना।
जेठा रंग वह रंग जो कई बार की रंगाई में सबसे अन्तिम बार रंगा जाय।
जेब कतरना जेब काटकर रूपया पैसा निकाल लेना, गांठ काटना।
जेब खाली होना पास में कुछ न होना, हाथ खाली होना।
जेब भारी होना पास में काफी पैसा होना।
जेब तन, बदल करना धारण करना, पहनना।
जैर करना हराना, पछाड़ना, अधीन करना।
जेल काटना कैद की सजा भुगतना।
जेहन खुलना बुद्धि का तीक्ष्ण होना।
जे नशीन होना समझ में आना, याद होना।
जे में बैठना समझ में आना, मन में बैठना।
जे लड़ाना सोचना।
जैबा देना शोभित होना, शोभा देना।
जैसा चाहिए उपयुक्त, ठीक, जैसा उचित हो।
जैसे का तैसा ज्यों का त्यों, जैसा पहले था, वैसा ही।
जैसे को तैसा जो जैसा व्यवहार करे उसके साथ वैसा ही व्यवहार करने वाला, एक ही स्वभाव और प्रकृति का, जोड़ का तोड़।उ0- जैसे को तैसा मिले, मिले नीच को नीच, पानी को पानी मिले, मिलै कीच को कीच।
जैसे जैसे जिस क्रम से, ज्यों ज्यों।
जैसे तैसे किसी प्रकार, बहुत यत्न करके, बड़ी कठिनता से। उ0- जैसे तैसे फिरेउ निषाद।
जैसे बने जिस प्रकार सम्भव हो, जिस तरह हो सके।
जैसे हो जिस प्रकार सम्भव हो, जिस तरह हो सके।
जो तो करके बड़ी कठिनता से।
जो हुआ सो हुआ बीती बात जाने दो, जो हुआ वह अब और न होगा। उ0- जाहु लला। जो भई सो भई अब नेह की बात चलाइए ना।
जोखिम उठाना ऐसा काम करना जिसमें भारी अनष्टि की आशंका हो।
जोखिम में डालना हानि में डालना।
जोखिम में पड़ना जोखिम उठाना।
जोखिम लेना जोखिम वाला काम करना, हानि या अनिष्ट का खतरा लेने को तैयार होना।
जोखिम सहना ऐसा काम करना जिसमें भारी अनिष्ट की आशंका हो।
जोड़ का तोड़ बराबरी का, जवाब।
जोड़ छूटना पहलवारों के एक जोड़ का कुश्ती के लिए अखाड़े में उतारा जाना।
जोड़-जोडकर धरना पैसा-पैसा करके धन बटोरना।
जोड़ तोड़ मिलना समान होना।
जोड़ बदना दो पहलवानों की कुश्ती बंदी जाना।
जो़ड बटोरकर कुल मिलाकर।
जोड़ बांधना कुश्ती के लए बराबरी के दो पहलवानों को चुनना, किसी काम पर अलग अलग दो आदमियों को नियत करना, चौपड़ में दो गोटियों का एक ही घर में रखना।
जोड़ मिलना बराबर का होना, तुक मिलना।
जोड़ा खाना पशु-पक्षियों के नर मादे का प्रसंग।
जोड़ी मिलाना बराबरी की चीज सामने लाकर रखना, तुलना करना, उपमा करना।
जोबन उतरना युवावस्था का सौन्दर्य होना।
जीवन चढ़ना युवावस्था का सौन्दर्य आना।
जीवन ढलना युवावस्था समाप्त होना, युवावस्था के चिन्हों का जाता रहना, जवानी का उतार होना।
जीवन पर आना सुन्दरता का खिल उठना, बहार पर होना।
जीवन लूटना (किसी स्त्री की) युवावस्था का आनन्द लेना।
जोर आज़माना बल परीक्षा करना, भिड़ना, बराबरी करना।
ज़ोर करना बल का प्रयोग करना, ताकत लगाना, प्रयत्न करना, कोशिश कराना, प्रबलता दिखलाना, बढ़ना।
ज़ोर चलना बस चलना।
ज़ोर डालना बोझ़ डालना, बल का प्रयोग करना, दबाव डालना।
ज़ोर दिखाना शक्ति, अधिकार का परिचय देना।
ज़ोर देकर कहना किसी बात को अत्यधिक दृढ़ता या आग्रह से कहना।
ज़ोर देना बल का प्रयोग करना, ताकत लगाना, बोझ डालना, मार देना, किसी बात को बहुत ही आवश्यक या महत्वपूर्ण बतलाना, आग्रह करना, किसी बात के लिए हठ करना, शतरंज के मुहरे को दूसरे मुहरे का सहारा देना।
ज़ोर पकड़ना प्रबल होना, तेज होना, बढ़ना।
ज़ोर बांधना प्रबल होना, तेज होना, बल प्राप्त करना।
ज़ोर मारना प्रबलता दिखलाना, बल का प्रयोग करना, बहुत प्रयत्न करना।
ज़ोर में आना ऐसी स्थिति में पहुंचना जहां अनायास ही उन्नति या वृद्धि हो जाय।
ज़ोर लगाना बल का प्रयोग करना, अत्यधिक प्रयत्न करना।
ज़ोरो पर बड़े वेग से, बड़ी तेजी से, भरोसे, सहारे।
ज़ोरों पर होना पूरे बल पर होना, बहुत तेज होना, खूब उन्मत दशा में होना।
ज़ोरों से जोर देकर, बहुत आग्रह के साथ।
जोश खाना उबलना, उफनना, खौलना।
जोश देना पानी के साथ उबालना।
जोश मारना उबलना, उमड़ना, मथना।
जोश में आना उत्तेजित हो उठना, आवेश में आना, कुद्ध होना।
जोहर खुलना गुण का विकास होना, गुण प्रकट होना, खुबी जाहिर होना, करबत प्रकट होना, भेद खुलना, कार्यवाही प्रकट होना।
जौहर खोलना गुण प्रकट करना, उत्कर्ष दिखाना, खूबी जाहिर करना, करतब दिखलाना।
जौहर होना चिता पर जल मरना। उ0- जौहर भई सब स्त्री पुरूष भये से ग्राम। जायसी।
ज्यों-ज्यों जिस क्रम से, जिस मात्रा से, जितना।
ज्यों का त्यों ठीक वैसा ही।
ज्यों त्यों किसी न किसी प्रकार।
ज्योनार बैठना अतिथियों का भोजन करने बैठना।
ज्योनार लगाना अतिथियों के सामने रखने के लिए व्यंजनों को क्रम से लगाकर रखना।
ज्वाला फूंकना गर्मी उत्पन्न करना, शरीर में दाह उत्पन्न करना।
ज्वाला फूंकना गर्मी उत्पन्न करना, शरीर में दाह उत्पन्न करना।
झ
झंझी कौड़ी वह कौड़ी जो टूटी हो, अत्यन्त द्रव्य।
झंडा उड़ाना झंडा फहराना।
झंडा खड़ा करना सैनिक आदि एकत्र करने के लिए झंडा स्थापित करके संकेत करना, आडम्बर करना, पूर्ण रूप से अपना अधिकार जमाना।
झंडा गाड़ना (किसी नगर, दुर्ग आदि पर) किसी स्थान विशेषतः नगर या किले आदि पर अपना अधिकार करके उसके चिन्ह स्वरूप झंडा स्थापित करना, पूर्ण रूप से अपना अधिकार जमाना।
झंडा झुकाना किसी की मृत्यु पर राज्य या किसी दल, संस्था की ओर से शोक प्रकाट किया जाना।
झंडा फहराना झंडा गाड़ना, पूर्ण रूप से अपना अधिकार जमाना।
झंडी दिखाना झंडी से संकेत करना।
(किसी के) झंडे के नीचे आना अधीनता में आकर अनुयायी बनना।
(किसी के) झंडे तले आना किसी की ओर से लड़ने के लिए तैयार होना, एकत्र होना, अधीनता में आकर अनुयायी बनाना।
झंडे तले की दोस्ती बहुत ही साधारण या राह चलते की जान पहचान।
झंडे पर चढ़ना बदराम होना, अपने सिर बहुत बदनामी लेना।
झंडे चढाना बदनाम करना।
झंप देना कूदना। उ0- करि अपनो कुल नास बनहि सो अगिन झंप दे आई।सूर।
झख मारना व्यर्थ समय नष्ट करना, उ0- मकर नक्र झख नाना व्याला। रामा0। अपनी मिट्टी खराब करना, विवश होकर बुरी तरह झीखना, लाचार होकर खूब कुढ़ना।
झगड़ा पाक करना किसी ऐसे कार्य को समाप्त कर डालना जिसके लिए विशेष चिन्ता रही हो, झगड़ा करना, दूर करना, मार डालना।
झझक निकालना झझक दूर होना, भय कष्ट होना।
झझक निकालना झझक या भय दूर करना।
झट से जल्दी से, शीघ्रतापूर्वक।
झटक कर झोंके से, झटके से। उ0- झटकि चढ़ति उतरति अटा नेक न थकति देह। भई रहति नट को बटा अटकी नागरि नेह। बिहारी।
झटके का माल जबरदस्ती छीना या चुराया हुआ माल।
झड़बेरी का कांटा लड़ने या उलझने वाला मनुष्य, व्यर्थ झगड़ा करने वाला मनुष्य।
झप खाना पतंग का जल्दी से पंदी के बल गिर पड़ना।
झपट लेना बहुत तेजी से बढ़कर छीनना।
झपट्टा मारना (चील आदि का) किसी चीज पर टूटना।
झांई आना आंखों के सामने अधंरा छा जाना।
झांई देना छल करना, इधर-उधर की बातें कहकर धोखा देना।
झांई बताना छल करना, धोखा देना।
झांई माई होना नज़रों से गायब हो जाना, अदृश्य हो जाना।
झांवली देना आंख से इशारा करना।
झांसे में आना धोखे में आना।
झाड़ फछोड़कर देखना जाँच-तोल करना, खूब आजमाना।
झाड़ पोंछकर कुल इकट्ठा करके, झाड-बुहारकर।
झाडू फिरना सफाया हो जाना, कुछ न रहना, सब नष्ट हो जाना।
झाडू फेरना बिलकुल नष्ट कर देना।
झाडू मारना घृणा करना, निरादर करना, ठोकर मारना।
झापड़ कसना थप्पड़ मारना।
झायं झांय करना सूना, डरावना लगना।
झार झार अत्यधिक।
झार बिरहा गाना बढ़ बढ कर ऐसी बातेें कहना जो प्रायः कार्य रूप में परिणित न हो सकती हो।
झिझक खुलना एक बार कुछ चुकने पर उसके विषयन में भय या संकोच दूर होना।
झुंड के झुंड संख्या में बहुत अधिक (प्राणी)।
झुक झुक पड़ना नशे या नींद आदि के कारण किसी मनुष्य का सीधा या अच्छी तरह खड़ा या बैठा न रह सकना। उ0- अभिय हलाहल मद भरे सेत स्याम रतनार। जियत मरत, झुकि झुकि परत जेहि चितवत एक बार। बिहारी।
झुरमुट मारना चादर या ओढ़ने आदि से सारा शरीर इस प्रकार ढक लेना कि जिसमें जल्दी काई पहचान न सके।
झूठ का दफ्तर मन गढ़ंत बातें, ऐसा कथन जो आदि से अन्त तक झूठ हो।
झूठ का पुतला बहुत झूठ बोलने वाला, भारी झूठा।
झूठ का पुल बांधना झूठ की झड़ी लगा देना, झूठ पर झूठ बोलना।
झूठ की पोट सरासर, आदि से अन्त तक झूठी बात।
झूठ को सच बनाना झूठ को इस तरह कहना कि सच जान पड़े, झूठी बात को सच्ची साबित कर देना।
झूठ सब कहना झूठी निंदा करना, शिकायत करना।
झूठ सच जोड़ना सच में झूठ मिलाकर कहना, झूठी शिकायतें करना।
झूठ सच लगाना झूठी निन्दा करना, शिकायत करना।
झूठा पड़ा (किसी कल-पुरजे या अंग का) काम देने लायक न रहना, बेकार हो जाना।
झूठे का मुँह काला झूठा हर जगह अपमानित होता है।
झूठे की कब्र तक पहुंचना झूठे का झूठ पकड़कर साबित करके उसे लज्जित करना।
झूठे की कब्र तक जो आना झूठे का झूठ पकड़कर साबित करके उसे लज्जित करना।
झूठे को घर पहूँचा देना झूठे को कायल कर देना, उससे मना लेना कि उसके झूठ बात कही।
झूठे पर खुदा की मार झूठ बोलने वाले का सत्यानाश हो।
झूठे पर खुदा की लानत झूठ बोलने वाले का सत्यानाश हो।
झठों का पीर बहुत बड़ा झूठा।
झुठों का बादशाह बहुत बड़ा झूठा।
झूम झूम कर सिर और धड़ को आगे पीछे या इधर उधर खूब हिला हिला कर, लहारा लहरा कर।
झोंक मारना डांड़ी मारना, कम तोलना।
झोंका खाना किसी आघात का वेग आदि के कारण किसी ओर झुकना।
झांके आना नींद के कारण झुक झुक पड़ना, ऊँघ लगना।
झोंटा देना झूले को बढ़ाने के लिए धक्का देना, पंेग मारना।
झोंटा मारना झूले को बढ़ाने के लिए धक्का देना, पंेग मारना।
झोल बैठाना मुर्गी के नीचे सेने के लए अंडे रखना।
झोला मारना बात रोग से किसी अंग का बेकाम हो जाना, पक्षाघात होना, सुस्त पड़ जाना, बेकाम हो जाना।
झोली छोड़ना बुढ़ापे के कारण शरीर के चमड़े का फूल जाना।
झोली डालना भिक्षा मांगने के लिए झोली उठाना, साधु या भिक्षुक हो जाना।
झोली करना साधु को भरपूर भिक्षा देना।
झोली बुझाना सब काम हो चुकने पर पीछे उसके करने चलना। कोई बात हो जाने पर व्यर्थ उसके सम्न्ध में कुछ करना।
ट
टंग जाना फांसी पर चढ़ना।
टंगड़ी पर उड़ाना लंकड़ मार कर गिराना, कुश्ती में पैर से पैर फंसारक गिराना, अडंगा मारना।
टंटा खड़ा करना उपद्रव खड़ा करना।
टक टक देखना बिना पलक गिराये लगातार कुछ काल तक देखते रहना।
टंक बंधना किसी और स्थिर दृष्टि से देखना।
टक बांधना स्थिर दृष्टि होना, स्थिर दृष्टि से देखना।
टक लगाना आसरा देखते रहना, प्रतीक्षा में रहना।
टकटकी बांधना स्थिर दृष्टि से देखना।
टकराते फिरना मारे मारे फिरना, हैरान घूमना।
टकसाल का खोटा नीच, दृष्ट, अशिष्ट।
टकसाल चढ़ना टकसाल में परखा जाना, सिक्के या धतु खण्ड की परीक्षा होना, किसी विद्या या कला कौशल में दत्त माना जाना, पारंगत माना जाना, बुराई मेें अभ्यस्त होना, निर्लज्ज होना, दुष्टता में परिपक्व होना।
टकसाल बाहर (सिक्का) जिसका चलन न हो। (वाक्य या शब्द) जिसका र्पूा शिष्ट न माना जाय।
टकसाली बात जंची तुली बात, पक्की बात, ठीक बात, ऐसी बात जो अन्यथान हो।
टकसाली बोली सर्वसम्मत भाष, विज्ञों द्वारा अनुमोदित भाषा, शिष्ट भाषा।
टका पास न होना निर्धन होना, दरिद्र होना, धनहीन होना।
टका भर तीन तौले का परिमाण, छोड़ा सौ।
टका सा जवाब देना खट से जवाब देना, तुरन्त अस्वीकार करना, किसी की प्रार्थना, याचना, अनुरोध या आशा को तुरन्त अस्वीकार करना, कोरा जवाब देना, साफ निकल जाना, कानों पर हाथ रखना।
टका सा मुँह लेकर रह जाना लज्जित हो जाना, खिसिया जाना।
टका सी जान अकेला दम, एकाकी जीव।
टके गज की चाल मोटी चाल, थोड़े खर्च में निर्वाह।
टके गिनना हुक्के का गुड़गुड़ बोलना।
टके सेर भाजी टके सेर खाजा अंधेर, अंधाधुंध, अराजकता।
टक्कर का जोड़ का, बराबरी का, समान, तुल्य।
टक्कर खाना सामना करना, सम्मुख होना, लड़ना, भिड़ना, समान होना, तुल्य होना, मारा मारा फिरना, कार्य साधन के लिए इधर से उधर फिरना, किसी कड़ी वस्तु के साथ इतने वेश से भिड़ना या यू जाना कि गहरा आघात पहुंचे।
टक्कर फेलना हानि उठाना, नुकसान सहना, संकट या आपत्ति सहना।
टक्कर मारना सिर से धक्का लगाना, माधा मारना, हैरान होना, घोर परिश्रम और उद्योग करना, ऐसा प्रयत्न करना जिसका फल शीघ्र दिखाई न दे।
टक्कर लगाना व्यथर्् किसी के यहां जाना।
टक्कर लड़ना दूसरे के सिर पर सिर मार कर लड़ना, माथे से माथा भिड़ाना।
टक्कर लड़ाना सिर से धक्का मारना।
टक्कर लेना वार सहना, चोट सहना, सामना करना, लड़ना-भिड़ना।
टट्टर देना टट्टर बन्द करना।
टट्टर लगाना टट्टर बन्द करना।
टट्टी का शीशा पतले दल का शीशा।
टट्टी की ताड़ से शिकार खेलना छिप्कर चाल चलना, किसी के विरूद्ध गुप्त रूप से कोई कार्यवाही करना, छिपाकर बुरा काम करना, लोगों की दृष्टि बचाकर कोई अनुचित कार्य करना।
टट्टी की ओट बैठना छिपे तौर पर कोई कार्य करना।
टट्टी में छेर करना बुराई करने में किसी प्रकार का परदा न करना, प्रकट रूप से कुकर्म करना, खुल खेलना, निर्लज्ज हो जाना, लोक लज्जा छोड़ देना।
टट्टी लगाना आड़ करना, परदा खड़ा करा, किसी के सामने भीड़ लगाना।
टट्टू पार होना बेड़ा पार होना, काम निकल जाना, प्रयोजन सिद्ध हो जाना।
टट्टू मड़कना कामोछिपन होना।
टन हो जाना चटपट मर जाना।
टप से चट से, फट से, बडी जल्दी।
टपक पड़ना एक बारगी आ पहुंचना, अकस्मात आकर उपस्थ्ज्ञित होना।
टप्पा खाना किसी फेंकी हुई वस्तु का बीच में गिरकर जमीन से छू जाना और फिर उछलकर आगे बढ़ना।
टप्पा देना लम्बे लम्बे डग बढ़ाना, कूदना, अन्तर डालना।
टप्पा मारना दूर-दूर बखिया करना, मोटी और भद्दी सिलाई करना, लंगुर डालना।
टर टर करना ढिठाई से बोलते हो जाना, प्रतिवाद में बार बार कुछ कहते जाना, बकवाद करना, व्यर्थ बक बक करना।
टर टर लगाना व्यर्थ बकवाद करना, झूठ मूठ बक बक करना, इतना और इस प्रकार बोलना जो अच्छा न लगे।
टरक देना धीरे से चला जाना, चुपचाप हट जाना।
टस से मस न होना किसी भारी चीज का कुछ भी न खिसकना, किसी कड़ी वस्तु का (पकाने या गलाने आदि से) जरा सा भी न गलना, कहने सुनने का कुछ भी प्रभाव अनुभव न करना, किसी के अनुकूल कुछ भी प्रवृत न होना।
टसुए बहाना झूठ मूठ आंसू गिराना।
टहल जाना धीरे से खिसक जाना, चुपचाप अन्यत्र चला जाना, हट जाना, जान बूझकर उपस्थित न रहना।
टहल बजाना सेवा करना।
टहोका खाना धक्का खाना, ठोकर सहना।
टहोका देना हाथ या पैर से धक्का देना, भटकना, ढकेलना, ठेलना।
टांका भरना सीना, सिलाई करना।
टांका मारना दूर दूर पर सिलाई करना।
टांकी बजना पत्थर पर टांकी का आघत पड़ना, पत्थर की गढ़ाई होना, इमारत का काम लगना।
टांग अड़ाना बिना अधिकार के किसी काम में हस्तक्षेप करना, किसी का ऐसे काम में हाथ डालना जिसमें उसकी आवश्यकता न हो। अडंगा लगाना, विघ्न डालना, बाधा उपस्थित करना, ऐसे विषय पर कुछ कहना जिसकी जानकारी न हो, अनाधिकार चर्चा करना।
टांग उठाना स्त्री सम्भोग करना, जल्दी और पैर बढ़ाना, जल्दी जल्दी चलना।
टांग तले से निकलना हार मानना, परास्त होना, पीचा देखना।
टांग तोड़ना अंग भंग करना, बेकाम करना, निकम्मा करना, किसी काम का न रखना, किसी भाषा को सीखकर उसके टूटे फूटे या अशुद्ध वाक्य बोलना, चलते चलते पैर थकाना, घूमते घूमते हैरान होना।
टांग पसार का सोना निर्द्वन्द होकर सोना, सुख की नींद सा लेना, निश्चिंत होकर सोना, चैन से दिन बिताना।
टांगे रह जाना चलते चलते पैर दर्द करने लगना, चलते चलते पैरों का शिथिल हो जाना, लकवा या गठिया से पैर का बेकाम हो जाना।
टांग लेना टांग पकड़नपा। (कुत्ते आदि का) पैर पकड़कर काट खाना, कुत्ते की तरह काटना, पीछे पड़ जाना, सिर होना, पिंड न छोड़नरा।
टांग बराबर छोटा सा।
टांच मारना कार्यनाशक बातें कहना।
टांट से बाल उड़ना सिर के बाल झड़ना, सर्वस्व निकल जाना, पास में कुछ न रह जाना, खूब मार पड़ना, मुरकुस निकलना।
टांट के बाल उड़ाना सिर पर खूब जूते लगाना, मारते मारते सिर पर बाल न रहने देना।
टांट खुजाना मार खाने को जी चाहना, कोई ऐसा काम करना जिससे मार खाने की नौबत आवे, दण्उ पाने का काम करना।
टांट गंजी कर देना मारते मारते सिर गंजा करना, खूब खर्च करवाना, खर्च के मारे हैरान कर देना।
टांट गंजी होना मार खाते खाते सिर गंजा होना, खूब मार पड़ना, खर्च के मारे घुर्रा निकलना।
टांड़ा लदना बिक्री का माल लदना, कूच की तैयारी होना, मरने को तैयार होना।
टांय टांय फिस लम्बी बातें, पर परिणाम कुछ नहीं, धूम धाम से काम शुरू करना, पर अन्त में कुद न हो सकना।
टाट उलटना दिवाला निकलना, दिवालिया होने को सूचना देना।
टाट करना मस्तूल खड़ा करना।
टाट पर मूंज का बखिया जैसे भद्दी चीज वैसी ही सजावट।
टाट बाहर होना जाति-च्युत होना।
टाट में पाट की बखिया चीज तो भद्दी और सस्ती पर उसमें लगी हुई सामग्री बढ़िया और बहुमूल्य, बेमेल सजावट।
टापते रह जाना हाथ मलकर रह जाना।
टाप देना छलांग मारना।
टापा देना लम्बे डग भरना। उ0- कबिरा यह संसार में घने मनुष मतिहीन। राम नाम जाना नहीं आये टापा दीन। कबीर। छलांग मारना।
टाल देना दूर कर देना,ख् बहाना कर देना, टरकाना, नाश करना, समय निर्धारित करना।
टाल मारना पहिये के किनारों का छिलना।
टिकड़ा लगना आग पर बाटी सेंकना या पकाना।
टिक्की जमना,बैठना, लगना प्रयोजन सिद्धि का उपाय होना, युक्ति लड़ना, प्राप्ति आदि का डोल होना, गोट जमना।
टिटकारी पर लगना (पशु का) इशारा पाकर काम करना, संकेत पाकर या बोली पहचानकर पास चला जाना।
टिड्डी दल बहुत बड़ा झुंड, बहुत बड़ा समूह।
टिप टिप करना बूंद बूंद गिरना या बरसना।
टिप्पन का मिलान विवाह सम्बन्ध स्थिर करने के लिए वर कन्या की जन्म पत्रियों का मिलान।
टिप्पस भिड़ाना विकट परिस्थिति में अपना काम निकालने के लिए कोई युक्ति या उपाय करना।
टिप्पस लड़ाना विकट परिस्थिति में अपना काम निकालने के लिए कोई युक्ति या उपाय करना।
टोकन देना बढ़ते हुए पौधों को सीधा और सुडोल रखने के लिए कोई युक्ति धूनी लगाना।
टीका काढ़ना मुंडन या यज्ञोपवीत के अवसर पर संस्कार किये जाने वाले लड़के को टीका करके द्रव्य देना, मांग में सिंदूर धारण करना।
टीका लगाना ललाट पर चन्दन आदि से चिन्ह करना, सुई द्वारा औषण प्रविष्ट करना।
टीके का विशेषता रखने वाला, अनोखा।
टीप लड़ाना संगीत में टीप लगाते हुए गाना।
टीस उठना दर्द शुरू होना, रह रह कर पीड़ा होना।
टीस मारना रह रह कर दर्द करना।
टुंच भिड़ाना थोड़ी पूंजी से काम करना।
टुंच लड़ाना थोड़ी पूंजी से काम आरम्भ करना, थोड़ी पूंजी से जुआ खेलना, धीरे-धीरे जीतना।
टुक सा जरा सा, थोड़ा सा।
टुकड़ा तोड़ जवाब देना साफ साफ इनकार कर देना, दो टूक जवाब देना।
टुकड़ा तोड़ना दूसरे की दी हुई रोटी खाना, दूसरे के दिये हुए भोजन पर निर्वाह करना।
टुकड़ा देना भिखमंगे को रोटी या खाना देना।
टुकड़ा मांगना भीख मांगना।
टुकड़ा सा जवाब देना झट और स्पष्ट शब्दों में अस्वीकार करना, संकोच नहीं करना, साफ इनकार करना, लगी लिपटी न रखना, कोरा जवाब देना।
टुकड़े करना काट या तोड़कर कई भाग करना, खण्ड करना।
टुकड़े का मुजताज होना महादीन होना।
टुकड़े टुकड़े उड़ाना काट कर खण्ड खण्ड करना।
(दूसरे के) टुकड़ों पर पड़ना दूसरे की दी हुई रोटी खाकर रहना, दउूसरे के वहां के भोजन पर निर्वाह करना, पराई कमाई पर निर्वाह करना।
टंटंरू सा अकेला, एकाकी।
टूट जाना बंद हो जाना, चलना, रूक जाना, गढ़ का कब्जे में आ जाना, दुर्बल या शक्ति हीन होना।
टूट पड़ना अचानक आ जाना, ऊपर से नीचे गिरना।
टूट टूटकर बरसना अत्यधिक पानी बरसना, मूसलाधार बरसना।
टूटी फूटी बात असम्बद्ध वाक्य, अस्पष्ट वाक्य। उ0- शीत, पित, कफ, कंठ निरोघे रखना टूटी फूटी बात। सूर।
टूटी बांह गले पड़ना अपाहिज के निर्वाह का भार अपने ऊपर पड़ना, किसी सम्बन्धी का खर्च अपने जिम्मे होना।
टूम छल्ला छोटा मोटा गहना, साधारण गहना।
टूम झारना ताना मारना।
टूम देना कबूतर को छतरी पर से उड़ाना।
टमटम गलत पाती, वस्त्राभूषण, बनाव सिंगार।
टें बोलना चटपट मर जाना, झट प्राण छोड़ देना, न बचना।
टें होना झट प्राण छोड़ देना, मर जाना, न बचना।
टेंट गरमाना हाथ में रूपया आना, पास में रूपया पैसा आना, हाथ में रूपया देना, कुछ इनाम या रिश्वत देना।
टेंट में कुछ होना पास में कुछ रूपया पैसा होना।
टें टें करना व्यर्थ की बकवाद हुज्जत करना।
टेक गहना हठ करना, अड़ना।
टेक निबाहना प्रण पूरा करना, संकल्प को पूरा करना।
टेक निभना जिस बात के लिए आग्रह या हठ हो, उसका पूरा होना, प्रतिज्ञा पूरी होना।
टेक पकड़ना हठ करना, जिद करना, उड़ना, आग्रह करना।
टेक रहना जिस बात के लिए आग्रह या हठ हो उसका पूरा होना, प्रतिज्ञा पूरी होना।
टेढ़ की लेना नटखटी करना, शरारत करना, उजड्डपन करना।
टेढ़ा पड़ना उग्र रूप धारण करना, बिगड़ना, भला बुरा कहना, कटु बातें कहना, कुपित होना, कठोर व्यवहार करना, अकड़ना, ऐंठना, टर्रारा, रूखाई से बात करना।
टेढ़ा बांका नोक झोक, बना ठना, छैल छबीला।
टेढ़ा हिसाब कठिन कार्य, अव्यवस्था, गड़बड़।
टेढ़ी आँख से देखना कूर दृष्टि करना, शत्रुता की दृष्टि से देखना, अनिष्ट करने का विचार करना, बुरा व्यवहार करने का विचार करना।
टेढ़ी आँखे करना कुपित दृष्टि करना, क्रोध की आकृति बनाना, बिगड़ना।
टेढ़ी खीर कठिन कार्य, दुष्कर कार्य।
टेढ़ी चितवन तिरछी चितवन, भावभरी दृष्टि।
टेढ़ी सीधी सुनाना ऊँची नीची सुनाना, खरी खोटी सुनाना, भला बुरा कहना, कटु बातें कहना।
टेढ़े मेढ़े जाना इतराना, घमण्ड करना। उ0- (क) कबहूं कमला चपला पाय के टेढ़े टेढ़े बात जात। कबहूंक मग मग धूरि टटोरत, भोजन को बिललात। सूर। (ख) जो रहीम ओछो बढ़े तो अति ही इतरात, प्यादा से फरजी भयो टेढ़े टेढ़े जात। रहीम।
टेढ़े मेढ़ै चलना इतराना।
टेनी मारना सौदा तोलने में उंगली को इस प्रकार घुमाना फिरा कि चीज कम चढ़े, सौदा कम तोलना।
टेर करना गुजारना, बिताना, काटना।
टेव पड़ना आदत पड़ जाना।
टोक में आना नजर लगाने वाले आदमी के सामने पड़ जाना।
टोक लगना किसी के टोकने का अनिष्ट प्रभाव पड़ना।
टोकरे पर हाथ रहना इज्जत बनी रहना, परदा न खुलना, भ्रम बना रहना।
टोटका करने वाला आकर कुछ भी न ठहरना, थोड़ी देर भी न बैठना, तुरन्त चला जाना।
टोटका होना किसी बात का चटपट हो जाना, किसी बात का ऐसी जल्दी हो जाना कि देखकर आश्चर्य हो।
टोटा देना हानि पूरा करना, घाटा पूरा करना, हरजाना देना।
टोपा भरना तागा भरना, सीना।
टोपी उछलना निरादर करना, अनादर करना।
टोपो बदलना भाई भाई का सम्बन्ध जोड़ना, भाईचारा करना, राज्य बदलना, दूसरे राजा का राज्य होना।
टोह मिलना पता लगना।
टोह में रहना तलाश में रहना।
टोह लगाना पता लगाना, सुराग लगाना।
टोह लेना पता लगाना, सुराग लगाना।
ठ
ठंढक पड़ना शीत का संचार होना।
ठंढक लगना शीत का अनुभव होना, शीत का प्रभाव पड़ना।
ठंढा करना क्रोध शांत करना, ढाढस देकर शोक कम करना, तोड़कर अलग करना (कोई पवित्र या पूज्य पदार्थ) जल में विसर्जन करना, डुबाना।
ठंढा पड़ना क्रोध शांत होना, आवेश रहित होना।
ठंढ़ा रखना आराम से रखना, किसी बात को असुविधा न होने देना, सन्तुष्ट रखना।
ठंढा होना मर जाना।
ठंढी आग हिम, बरफ, पाला, तुषार।
ठंढी कढ़ाई हलवाइयों से सब पकवान बना चुकने के पीछे हलुवा बनाकर बांटने की रीति।
ठंढी गरमी ऊपर की प्रीति, बनावटी स्नेह का आवेश।
ठंढी ढलना शीतला के दानों का मुरझाना, चेचक का जोर कम होना।
ठंढी निकलना शीतला के दाने शरीर पर होना, शीतला का चेचक का रोग होना।
ठंढी मार भीतरी मार, ऐसी मार जिसमें ऊपर देखने में कोई अंग फूटा न हो, पर भीतर बहुुत चोट आई हो।
ठंढी मिट्टी ऐसा शरीर जो जल्दी न बढ़े, ऐसी देह जिसमें जवानी के चिन्ह जल्दी न मालूम हो, ऐसा शरीर जिसमें कामोदीपन न हो।
ठंढी सांस दुःख से भरी सांस, शोकोच्छवास, आह।
ठंढी सांस लेना अत्यधिक दुःख या शोक होना, असन्तोष या विश्राम का अनुभव करना, दुःख की सांस लेना, आह भरना।
ठंढे ठंढे ठंडे समय में, धूप निकलने के पहले, तड़के, सबेरे, बिना चूं किये, चुपचाप, बिना विरोध या प्रतिवाद किये, खुशी से, कुशल आनन्द से। अर्थात् असंतुष्ट होकर या निरोश होकर लोटना।
ठंढ़े ठंढे घर आना बहुत तृप्त होकर लौटना। (व्यंग्य)।
ठंढे दिल से शान्तिपूर्वक, भाववेश। रहित।
ठंढे पेटों हंसी खुशी से, प्रसन्नता से,बिना मन मुटाव या लड़ाई झगड़े के, सीधे से।
ठंढे रहो प्रसन्न रहो, खुश रहो। (आशीर्वाद)।
ठक हो जाना स्तम्भित हो जाना, भैचक्का हो जाना।
ठग के लड्डू खाना पागल होना, नासमझी करना, होश हवास में न रहना।
ठग लगना ठगों का आक्रमण करना या पीछा पड़ना।
ठगपना करना घूर्तता की चाल चलना।
ठगपूरी खाना मतवाला होना, होश हवास में न रहना। उ0- काहू तोहि ठगोरी लाई, बूरूति सखी सुनत नहिं नेकहु तुही कियो ठकमूरी खाई। सूर।
ठकलाडू खाना मतवाला होना होश हवास में न रहना, बेसुध होना। उ0- (क) मनहु दीन ठकलाडू, देख आय तस मीच। जायसी। (ख) सूर कहा ठकलाडू खायो इत उत फिरत मोह को मातो कबहुं न सुधि करि हरि चित लायो। सूर।
ठगा सा आश्चर्य से स्तब्ध, चकित, भैचक्का। उ0- करत कछु नाही आजु बनो, हरि आए हो रही ठकी सी जैसे चित्र धनी। सूर।
ठगोरी डालना मोहित करके अथवा और किसी प्रकार अपनेवश में कर लेना।
ठट कर बातें करना बना बना कर बातें करना, एक एक शब्द पर जोर देते हुए बातें करना।
ठट से ठट झुंड के झुंड, बहुत से।
ठट लगना भीड़ जमना, भीड़ खड़ी होना, ढेर लगना, राशि इकट्ठी होना।
ठटरी होना दुबला होना, कृशांग होना।
ठट्ठा उड़ाना उपहार करना, दिल्लगी करना।
ठट्ठा मारना खिलखिलाना, अट्टहास करना।
ठट्ठा लगानपा खिल खिलाकर हंसना, उठा कर हंसना, अट्ठहास करना।
उठाकर हंसना जोर से हंसना, अट्ठहास करना। उ0- दोउ एक संग न होहिं पूवालू। हंसव उठाई, फुलाउब गालू। तुलसी।
ठठेरे की बिल्ली ढीठ, ऐसा व्यक्ति जिस पर किसी बात का प्रभाव न पड़े।
ठठेरे ठठेरे बदलाई जोड़-तोड़ का व्यवहार, जैसे के साथ तैसे का।
ठह कर अच्छी तरह जम कर।
ठह ठक कर बोलना हाव भाव के साथ रूक रूक कर बोलना, एक एक शब्द पर जोर देकर बोलना, मठार मठार कर बोलना।
ठहरा जैसे वह अपने सम्बन्धी ठहरे।
ठहाका लगाना अट्ठहास करना।
ठाट खड़ा करना ढांचा तैयार करना।
ठाट खड़ा होना ढांचा तैयार होना।
ठाट बदलना वेश मदलना, झूठमूठ बडप्पन बताना एवं बांधना।
ठाट बांधना वार करने की मुद्रा से खड़ा होना।
ठाट मांजना वेश बदलना, नया रूपसेग दिखाना, श्रेष्ठता प्रकट करना, झूठ मूठ अधिकार या बड़प्पन दिखाना, रंग बांधना।
ठाट मारना मौज उड़ाना, मजे उड़ाना, चैन करना, पर झड़प डाना।
ठाट से कटना चैन से दिन बीतना।
ठाठ पर रह जाना उद्देश्य सिद्ध करने में विफल होकर ज्यों के त्यों रह जाना।
ठाठ बदलना वेश बदलना, नया रूप रंग दिखाना, और का ओर भाव प्रकट करना, प्रयोजन निकाने या श्रेष्ठता प्रकट करने के लिए झूठे लक्षण दिखाना, श्रेष्ठता प्रकट करना, झूठ मूठ का अधिकार या बड़प्पन दिखाना, रंग बाधना, दूसरी से खड़ा होना, पैतरा बदलना।
ठाढ़ा देना स्थिर रखना, ठहराना, रखना, ठिकाना। उ0- बारह वर्ष दयो हम ठाढ़ो यन्ह प्रताप बिनु जाने। अब प्रगटे वसुदेव सुवन तुम गर्ग वचन परिमाने। सूर।
ठाला बताना बिना कुछ दिये चलता करना। धता बताना।
ठाके कुडाव हर जगह अच्छी या बुरी किसी भी जगह, अवसर का विचार न करके उचित या अनुचित समझे बिना स्थान और समय से औचित्य और अनौचित्य का ध्यान न रखकर।
ठिकाना करना जगह करना, स्थान निश्चित करना, स्थान नियत करना, टिकना, डेरा करना, ठहरना, आश्रय ढूढना, जीविका लगाना, ब्याह के लिए वर ढूंढना, विवाह ठीक करना।
ठिकाना ढूंढना स्थान ढूंढना, जगह तलाश करना, रहने या ठहरने के लिए स्थान ढूंढना, निवास स्थान ठहराना, नौकरी या काम धंधा ढूंढना, जीविका खोजना, आश्रम ढूंढना, वर खोजना।
ठिकाना लगना आश्रय स्थान मिलना, ठहरने या रहने की जगह मिलना, प्रबन्ध होना, आयोजन होना, जीविका का प्रबन्ध होना, प्राप्ति का डोल होना, निपर्वाह का प्रबन्ध होना।
ठिकाने आना अपने स्थान पर पहुंचना, नियत या वांछित स्थान पर वास होना। उ0- चलत पंथ कोउ थाको होई। कहै दूरि डरि मरिहै सोई। जो कोउ ताको निकट बतावे। धीरज धरि सो ठिकाने आवे। सूर। ठीक विचार पर पहुंचना, बहुत सोच विचार या बातचीत के उपरान्त यथार्थ बात करना या समझना, मूल तत्व तक पहुंचना, प्रयोजन की बात पर आना, मतलब की बात उठाना।
ठिकाने की बात ठीक बात, सच्ची बात, यथार्थ बात, प्रमाणिक बात, समझदारी की बात, युक्ति युक्त बात, पते की बात, ऐसी बात जिससे कोई भेद खुले, ऐसी बात जिससे किसी विषय की जानकारी हो जाय।
ठिकाने न रहना चंचल बना रहना।
ठिकाने पहुंचाना यथास्थान पहुंचाना, ठीक जगह पर पहुंचाना, लुप्त या नष्ट कर देना, न रहने देना, मार डालना।
ठिकाने लगना ठीक स्थान पर पहुंच जाना, वांछित स्थान पर पहुंच जाना, काम में आना, उपयोग में आना, अच्छी जगह खर्च करना, फल होना, फलीभूत होना, परमधाम सिधारना, मर जाना।
ठिकाने लगाना ठीक जगह पहुंचाना, उपयुक्त या वांछित स्थान पर ले जाना, काम में लाना, उपयोग में लाना, अच्छी जगह खर्च करना, सार्थक करना, सफल करना, निष्फल न होने देना, इधर उधर कर देना, खो देना, लूप्त कर देना, नष्ट कर देना, न रहने देना, खर्च कर डालना, आश्रय देना, जीविका का प्रबन्ध करना, काम धंधों में लगाना, कार्य को समािप्त तक पहुंचाना, पूरा करना, काम तमाम करना, मार डालना।
ठी-ठी करना इस प्रकार की हंसी हंसना।
ठीक आना ढीला या कसा न होना।
ठीक उतरना जितना चाहिए उतना ही ठहरना, जांच करने पर न घटना न बढ़ना।
ठीक देना मन में पक्का करना, दृढ़ निश्चय करना। उ0- (क) नीके ठीक दई तुलसी अवलंब बड़ी उर आखर दू की। तुलसी (ख) कर विचारमन दीन्ही ठीका। राम रजायसु आपन नीका, तुलसी। जोड़ निकालना, योगफल निश्चित करना।
ठीक बनाना भला जान पड़ना।
ठीक लगाना भला जान पड़ना।
ठीक लगाना जोड़ निकालना, योगफल निश्चित करना।
(सिर का) ठीकरा फोड़ना किसी के सिर पर दोष मढ़ना, कलंक लगाना।
ठीकुरा समझना कुछ न समझना, कुछ भी मूल्यवान न समझना, अपने किसी काम का न समझना।
ठीकरा होना अंधा धुंध खर्च होना, पानी की तरह बहाया जाना।
ठुड्डी पकड़ना अनुनय विनय करना, खुशामद करना।
ठुन ठुन लगाये रहना बराबर रोया करना।
ठुमुक ठुमुक कर चलना बच्चों की तरह धीरे धीरे और रूक रूक कर चलना, बच्चों का उमंग में जल्दी-जल्दी थोड़ी थोड़ी दूर पर पैर पटकते हुए चलना, नाचने में पैर पटक कर चलना, जिससे घुंघरू बजे। ठुमुकि चलत रामचन्द्र बाजत पैजनियाँ। तुलसी।
ठेंगा दिखाना अंगूठा दिखाना, ठोसा दिखाना, धृष्टता के साथ स्वीकार करना, बुरी तरह से नहीं करना, चिढ़ाना, निराश करना, धोखा देना, विफल होना।
ठेंगा बजना मार पीट होना, लड़ाई दंगा होना, व्यर्थ की खटपट होना, प्रयत्न निष्फल होना, कुछ काम न निकलना। उ0- जिसका काम उसी को साजे। और के तो ठंेगा बाजे। लाठी चलना।
ठेंगे से बला से, कुछ परवाह नहीं।
ठेका भरना घोड़े का उछल कूद करना।
ठोक ठोककर लड़ना ताल ठोक कर लड़ना, डट कर लड़ना, जबरदस्ती झगड़ा करना। उए0- दिन दिन देन उरहनो आवे ठुकि ठुकि करत लरैया। सूर।
ठोकना बजाना अच्छी तरह परख लेना, जांचना।
ठोकर उठाना आघात या दुःख सहना, हानि उठाना।
ठोकर उड़ाऊ कदम में ठोकर बचाते हुए, रास्ते का कंकड़ बचाते हुए।
ठोकर खाते फिरना उद्योग विशेष में असफल होते रहना, मारा-मारा फिरना।
ठोकर खाना पैर का आघात सहना, किसी भूल के कारण दुःख या हानि सहना, धोखे में आना, असावधानी या चूक के कारण कष्ट या क्षति उठाना, भूल करना, प्रयोजन सिद्धि या जीविका आदि के लिए चारों ओर घूमना, दुर्गति सहनपा, कष्ट सहना।
ठोकर देना ठोकर मारना।
ठोकर लगना किसी भूल या चूक के कारण दुःख या हानि पहुंचना।
ठोकर लेना ठोकर खाना, अढुकना ठेस खाना।
ठोकर पहाड़िया कदम में धंसा हुआ पत्थर या कंकड़ बचाते हुए।
ठोकरों पर पड़ा रहना किसी की सेवा करके और मार गाली खाकर निर्वाह करना, अपमानित होकर रहना।
ठोसा दिखाना अंगूठा दिखाना, साफ इनकार करना।
ठोसे से बला से, ठेंगे से, कुछ परवाह नहीं।
ठौर कुठौर अच्छी बुरी जगह, बुरे ठिकाने, अनपुयुक्त स्थान पर, बेमोका, बिना अवसर।
ठौर ठिकाना रहने का स्थान।
ठौर देखना मौका या स्थान देखना।
ठौर न आना समीप न आना, पास न फटकना। उ0- हरि को मजै सो हरि पद पावै, जनम मरन तेहि ठौर न आवै। सूर।
ठौर रखना मार डालना।
ठौर रहना जहां का तहां रह जाना, पड़ रहना, मर जाना।
ड
डंका डालना मुर्गे से मुर्गा उड़ाना, मुर्गे का चोंच मारना।
डंका देना हल्ला करके सबको सुनाना, सब पर प्रकट करना, प्रसिद्ध करना, घोषित करना, मुनादी करना।
डंका पीटना हल्ला करके सबको सुनाना, सब पर प्रकट करना, प्रसिद्ध करना, घोषित करना, मुनादी करना।
डंका बजना अधिकार होना, चलती होना।
(लड़ाई का) डंका बजना युद्ध आरम्भ होना।
डंका बजाना घोषित करना, जोर-जोर से कहकर सबको सुनाना।
डंके की चोट कहना खुल्लमखुल्ला कहना, सबको सुनाकर कहना, बेधड़क कहना।
डंड डालना अर्थ दण्ड नियत करना, अर्थ दण्ड लगाना।
डंड पड़ना हानि होना, व्यर्थ व्यय होना।
डंड पेलना खूब दण्ड करना, आनन्द करना।
डंड भरना हानि के बदले में धन देना, हरजाना देना, क्षतिपूर्ति करना।
डंडा खाना डंउे की मार सहना।
डंडा खींचना चारदीवारी उठाना।
डंडा चलाना डंडे से प्रहार कराना।
डंडा बजाते फिरना मारा मारा फिरना।
डंडी मारना कम सौदा तोलना।
डंडे खेलना डंडी की लड़ाई का खेल खेलना।
डंडवारा खींचना डंडवारा उठाना, चारदीवारी उठाना।
डकार जाना किसी के घनादि का अपहरण करना।
डकार न लेना किसी का धन या कोई वस्तु उड़ाकर पता तक न देना, चुपचाप हजम कर जाना, कोई काम करके उसका पता तक न देना, चुप्पी साध लेना।
डग देना कदम रखना। उ0- फुर ते निकसी रघुवीर वधू धरि धीर दियो ज्यों डग द्वै। तुलसी।
डग भरना कदम बढ़ाना।
डग मारना कदम बढ़ाना, लम्बे पैर बढ़ाना। उ0-मारि डगै जब फिरि चली सुन्दर बेनि ढुरै सब अंग, मनहुं चंद के बदन सुधा को उड़ि उड़ि लात मुअंग। सूर।
डगडगा कर पानी पीना एकदम से बहूत सा पानी पीना।
डगर बताना रास्ता बताना, उपाय बतलाना, उपदेश देना।
डगा देना नगाड़ा बजाना।
डट कर खाना खूब पेट भर खाना।
डटा रहना सामना करने या कठिनाई झेलने के लिए खड़ा रहना, न हटनपा, मुँह न मोड़ना।
डब पकड़कर कुछ कराना गरदन पकड़कर कुछ काम कराना, गला दबाकर काम कराना।
डब में जाना वश में होना, काबू में आना।
डर के मारे भय के कारण।
डर जाना भयभीत होना, डल का।
डल का डल ढेर का ढेर, बहुत सा।
डंगर घसीटना चमारों की तरह मरा हुआ चौपाया खींचकर ले जाना, अशुचि कर्म करना।
डांट पर पालकी के कहारों की एक बोली।
डांट में रखना शासन में रखना, शासन द्वारा वश में रखना।
डांड़ मारना मेंड़ उठाना।
डांडी मारना कम तोलना।
डाक बैठाना शीघ्र पहुंचाने के लिए स्थान स्थान परसवारी बदलने की व्यवस्था करना।
डाक लगाना शीघ्र यात्रा के लिए स्थान स्थान पर सवारी बदलने की चौकी नियत करना।
डाढ़ी का एक एक बाल करना डाढ़ी उखाड़ लेना, अपमानित करना, दुर्दशा करना।
डाढ़ी को कलम लगाना बूढ़े आदमी को कलंक लगाना, श्रेष्ठ और वृद्ध को दोष लगाना।
छाढ़ी छोड़ना डाढ़ी न मुड़वाना, डाढ़ी बढ़ाना।
डाढ़ी फटकारना हाथ से डाढ़ी के बालों को झटकना, सन्तोष और उत्साह प्रकट करना।
डाढ़ी रखना डाढ़ी के बाल न मुडवाना,, डाढ़ी बढने देना।
डाल का टूटा डाल से पक कर गिरा हुआ ताजा फल, बढ़िया, चौखा, अनोखा, नया आया हुआ, नवागंतुक।
डाल का पका पेड़ ही में पका हुआ।
डाल रखना किसी काम को लेकर उसमें हाथ न लगाना, रोक रखना, देर लगाना, फुलाना।
डाली देना ओसाना, बरसाना।
डाली भेजना मेवे आदि भेंट करना।
डाली लगाना मेवे आदि भेंट करना।
डिगरी जारी करना न्यायालय के निर्ण के अनुसार किसी सम्पत्ति पर अधिकार करने की कार्यवाही करना।
डिगरी देना अभियोग में किसी के पक्ष में निर्णय करना, फैसले के जरिये से हक कायम करना।
डिगरी पाना अपने पक्ष में न्यायालय का आदेश प्राप्त करना।
डींग को लेना शैखी बधारना।
डींग हांकना लम्बी-चौड़ी बातें कहना।
डीठ चुराना नजर छिपाना, सामने न ताकना।
डीठ छिपाना नजर छिपाना, सामने न ताकना।
डोठ जोड़ना चार आँखे करना, सामने ताकना।
डीठ बांधना नजरबंद करना, जादू द्वारा दृष्टि में भ्रम उत्पन्न करना।
डीठ मारना नजर डालना, चितवन से चित मोहित करना।
डीठ रखना नजर रखना, देख रेख करना, निरीक्षण करना।
डीठ लगाना नजर लगाना, किसी अच्छी वस्तु को इस प्रकार देखना कि उस पर बुरा प्रभव पड़े।
डुगडुगी पीटना डोडी बजाकर घोषित करना, मुनादी करना, चारों ओर प्रकट करना।
डुबकी मारना गायब हो जाना।
डुबकी लगाना गायब हो जाना।
डूब मरना लज्ता के मारे मर जाना, शरम के मारे मुँह न दिखाना। उ- गर बांधि के सागर डूबि मरौ। रामा0।
डूबते को तिनके का सहारा होना निरात्रय व्यक्ति के लिए घोड़ा सा वाक्य भी बहुत होना, अवलम्बहीन को थोड़ा सहारा मिलन।
डूबना-उतराना चिन्ता में मग्न होना, सोच में पड़ जाना, चिन्ताकुल होना, घबराना।
डूबा नाम उछालना फिर से प्रतिष्ठा प्राप्त करना, गयी हुई मर्यादा को फिर से स्थापित करना, अप्रसिद्वि से प्रसिद्वि प्राप्त करना।
डेर्ढ़ इंट की मसजिद चुनना बनाना सब से निराला ढंग से रखना, जो सब लोग कहे या करते हो उसके विरूद्ध कहना या करना।
डेढ़ गांठ मुद्वी।
डेढ़ चावल की खिचड़ी पकाना अपनी राय सबसे अलग रखना, बहुमत से भिन्न मत प्रकट करना।
डेढ़ चुल्लू लहू पीना मार डालना, खूब दंड देना।
डेढ़ हाथ की मसजिद बनाना खरेपन या अकड़पन के कारण सबसे अलग काम करना, मिल कर काम न करना।
डेरा कूच होना यात्रारम्भ हो जाना।
डेरा डंडा उखाड़ना टिकने का सामान हटा कर चला जाना।
डेरा डालना सामान के साथ टिकना, ठहरना, रहना, कहीं जमकर बैठ जाना।
डेरा पड़ना टिकान होना, छावनी पड़ना। उ0- भरि चौरासी कोस पर गोपन के डेरा। सूर।
डांगा बूड़ना नाश होना, बरबाद होना।
डोंगा वोर देना खराब कर देना, नष्ट कर देना।
डोबा देना डुबाना, गोता देना।
डोबा भरना डुबाना, गोता देना।
डोर पर लगाना रास्ते पर लाना, प्रयोजन सिद्वि के अनुकूल करना, ढब पर लाना, प्रसृत्त करना, परवाना।
डोर भरना कपड़े के किनारे को कुछ मोड़कर उसके भीतर तागा भर कर सीना, फलीता लगाना।
डोर मजबूत होना जीवन का सूत्र दृढ़ होना, जिन्दगी बाकी रहना।
डोर लगना किसी के पीछे पीछे चलना, अनुयायी बनना, अनुकरण करना।
डोर होना मुग्ध होना, मोहित होना, लट्टू होना।
डोरा डालना पेमसूत्र में बद्ध करना, प्रेम में फंसाना, अपनी और प्रवृत करना, परचाना।
डोरा देना तपा हुआ घी ऊपर से डालना।
डोरा लगना स्नेह का बन्धन होना, प्रीति सम्बन्ध होना।
डोरी खींचना सुध करके अपने पास दूर से बुलाना, पास बुलाने के लिए स्मरण करना।
डोरी ढीली छोड़ना देख रेख काम करना, चौकसी कम करना।
डोरी लगना किसी के पास पहुंचने या उसे उपस्थित करने के लिए लगातार ध्यान बना रहना।
डोला देना किसी राजा या सरदार को भेंट में अपनी बेटी देना, अपनी बेटी को वर के घर ले जाकर व्याहना।
डोला निकालना दुलहन को विदा करना।
डोला लाना लड़की को वर के घर पहुंचा देना।
डोला लेना भेंट में कन्या लेना।
डाला सिर पर उछलना किसी दूसरी स्त्री का सम्बन्ध या प्रेम किसी स्त्री के पति के साथ होना।
डोंड़ी देना ढोल बजाकर सर्व साधारण को सूचित करना, मुनादी करना, सब किसी से कहते फिरना।
डोंड़ी बजना घोषणा होना, दुहाई फिरना, जय जयकार होना, चलती होना। उ0- लोड़ी के घर डोंड़ी बाजी ओछो निपट अजानो। सूर।
डोल डालना ढांचा खड़ा करना, रचना का प्रारम्भ करना, बनाने में हाथ लगाना, लग्ना लगाना।
डोल पर लाना काट छांट कर सुडोल करना, दुरस्त करना, अभिप्राय सावन के अनुकूल करना, इस प्रकार प्रवृत करना जिससे कुछ प्रयोजन सिद्ध हो सके।
डौल बांधना उपाय करना, युक्ति बैठाना।
डौल लगाना उपाय करना, युक्ति बैठाना।
डौल से लगाना ठीक क्रम से रखना, इस प्रकार रखना जिसमें देखने में अच्छा लगे।
ड्योढ़ी खुलना दरबार में आने की आज्ञा मिलना, आने जाने की आज्ञा मिलना।
ड्योढ़ी बंद होना किसी राजा या रईस के यहां आने जाने की मनाही होना, आने जाने का निषेध होना।
ड्योढ़ी लगना द्वार पर द्वारपाल बैठना जो बिना आज्ञा पाये लोगों को भीतर नहीं जाने देता।
ढ
ढंका परदा छिपा हुआ दोष या कलंक, बनी हुई प्रतिष्ठा या मर्यादा।
ढंग का कार्यकुशल, व्यवहार दत्त, चतुर।
ढंग पर चढ़ना अभिप्राय साधन के अनुकूल होना, किसी का इस प्रकार प्रवृत्त करना जिससे (दुसरों का) कुछ अर्थ सिद्ध हो।
ढंग पर लाना अभिप्राय साधन के अनुकूल होना, किसी का इस प्रकार प्रवृत्त करना जिससे मतलब निकले। उचित रास्ते पर लाना।
ढंग बरतना शिष्टाचार दिखाना, दिखाऊ व्यवहार करना।
ढंग बैठना युक्ति लगना, सिलसिला लगना।
ढंग लगना उपाय या युक्ति चलना।
ढंग लगाना स्वार्थ-सिद्धि का उपाय करना, उपयुक्त साधन करना।
ढंढोरा पीटना घोषित करना।
ढई देना जब तक काम न हो जाय किसी के यहां डटा रहना, धरना देना।
ढड्यो का मूर्ख, बेवकूफ।
ढब डालना आदत डालना, अभ्यास करना, अच्छी आदत डालना, आचार-व्यवहार की शिक्षा देना।
ढब पर चढ़ना अभिप्राय साधन के अनुकूल होना, किसी का ऐसी अवस्था में होना जिससे कुछ मतलब निकले।
ढब पर चढ़ाना अभिप्राय साधन के अनुकूल करना, अपने मतलब का बनाना।
ढब पर लगाना अभिप्राय साधन के अनुकूल करना, अपने मतलब का बनाना।
ढब पर लाना अभिप्राय साधन के अनुकूल करना, अपने मतलब का बनाना।
ढय पड़ना उतर पड़ना, सहसा आकर टिक जाना, एक बारगी आकर डेरा डाल देना। (व्यंग्य)।
ढाई घड़ी का आना चटपट मौत छाना, स्त्रिी का कोसना।
ढाई चावल की खिचड़ी अलग पकाना सब की सहमति के विरूद्ध कोई कार्य होना, बहुमत के विपरीत कोई काम होना।
ढाई चावल की खिचड़ी अलग पकाना बहुमत के विरूद्ध कोई काम करना।
ढाई चुल्लू लहू पीना मार डालना, कठिन दण्ड देना।
ढाई दिन की बादशाहत करना थोड़े दिनों के लिए खूब ऐश्वर्य मांगना, दूल्हा बनना।
ढाक के तीन पात सदा एक सा
ढाठा देना गला दबाकर मार डालना।
ढाढ़स बंधाना सान्त्वना देना।
ढाड़ मार कर रोना चिल्ला चिल्ला कर रोना।
ढाड़ मारना चिल्ला कर रोना।
ढाल बांधना ढाल हाथ में लेना।
ढिंढोरा पीटना चारों ओर घोषित करना, मुनादी करना। उ0- जो में ऐसी जानती, प्रीति किये दुख होय। नगर ढंढोरा पीटती, प्रीति न किजौ कोय। नजीर। खूब प्रचार करना।
ढींढा गिराना गर्भपात करना।
ढींढा फूलना पेट में बच्चा होने के कारण पेट निकलना।
ढील देना ध्यान न देना, दतचित्त न होना, बेपरवाही करना, पतंग की ओर बढ़ाना जिससे वह आगे बढ़ सके, मनमाना करने का अवसर देना, स्वच्छन्दता देना, वश में न रखना, बन्धनमुक्त करना।
ढीला पड़ना सुस्त हो जाना, लापरवाही करना।
ढीली आँख मंद मंद दृष्टि, अधखुली आंख, रस या मदभरी चितवन। उ0- देह लग्यो ढिग गेहपति तऊ नेह निरवाहि, ढीली अखियन की इतै गई कनखियन चाहि। बिहारी।
ढीली छोड़ना बन्धन ढीला करना, अंकुश न रखना, मनमाना इधर उधर करने के लिए स्वच्छन्द करना।
ढुंढिया चढ़ाना मुश्कें बांधना।
ढूंढ ढांढ़ खोज, तलाश।
ढूका देना चोरी से या छिपकर किसी के पीछे लगना।
ढेर करना मार कर गिरा देना, मार डालना।
ढेर रखना मार कर रख देना, जीता न छोड़ना।
ढेर रहना गिर कर मर जाना, थक कर चूर हो जाना, अत्यन्त शिथिल हो जाना।
ढेर हो जाना गिरकर मर जाना, ध्वस्त हो होना, गिर पड़ जाना। थक कर चूर हो जाना।
ढोल के भीतर पोल बाहर से अच्छा किन्तु अन्दर से बुरा।
ढोल पीटना घोषणा करना, प्रसिद्धि करना, प्रकट करना, प्रकाशित करना, चारों ओर कहते या जताते फिरना।
ढोल बजाना घोषणा करना, प्रसिद्धि प्रकट करना, प्रकाशित करना, चारों और कहते या जताते फिरना।
त
तंग आना घबरा जाना, थक जाना, परेशान होना, दुःखी होना।
तंग करना सताना, दुःख देना, हैरान करना।
तंग होना घबरा जाना, थक जाना, दुःखी होना, परेशान होना।
तंदूर झोंकना भाड़ झोंकना, निकृष्ट काम करना।
तक़दीर आज़माना भाग्य के भरोसे कोई काम करना।
तक़दीर ऊँची जगह लड़ना अमीर घर में शादी होना।
तक़दीर का खेल भाग्य के करिश्मे।
तक़दीर का धनी भाग्यवान।
तक़दीर जागना भाग्य का उदय होना।
तक़दीर फूटना किस्मत खराब होना।
तकल्लुफ का बहुत अच्छा, बढ़िया, सजा हुआ।
(किसी के) तकले से बल निकालना सारी शेखी या पाजीपन दूर करना, अच्छी तरह दुरूस्त या ठीक करना।
तख्त का तख्ता हो जाना बरबाद हो जाना।
तख़्ता उलट जाना बरबाद हो जाना, नष्ट हो जाना।
तख़्ता उलटना किसी प्रबन्ध को नष्ट भ्रष्ट करना, बना बनाया काम बिगाड़ना, काया पलट करना, बरबाद हो जाना।
तख़्ते के तख़्ते स्याह करना बहुत लिखना।
तड़ातड़ जवाब देना निःसंकोच होकर, बेधड़क जवाब देना।
तड़ातड़ पड़ना लगातार मार पड़ना।
तवा तवा जो बात बात पर लड़े, लड़ाका, झगड़ालू।
तन कसना तपस्या, कष्ट, सहन आदि के द्वारा अपने आप को सहनशील बनाना।
तन को लगना हृदय पर प्रभाव पड़ना, जी में बैठना। (खाद्य पदार्थ का) शरीर को पुष्ट करना, मन में पूरी चिन्ता या ध्यान होना।
तन मारना शरीर गलाना, शरीर को कष्ट देना, तप करना।
तन तोड़ना अंगड़ाई लेना।
तन देना ध्यान देना, मन लगाना।
तन बदन की सुध न रहना अचेत रहना, बेहोश रहना, किसी ध्यान में इतना लीन होना कि किसी बात की खबर न रहे।
तन मन मारना इन्द्रियों को वश में रखना, इच्छाओें पर अधिकार रखना, आत्मनिग्रह करना।
तपन का महीना वह महीना जिसमें गरमी खूब पड़ती हो।
तपाक बदलना नाराज होना, बिगड़ जाना, जेवर बदलना।
तपोनी का गुड़ तपोनी की पूजा के प्रसाद का गुड़ जो किसी नये आदमी को पहले पहल अपनी मंडली में मिलाने के समय ठग लोग खिलाते हैं, किसी नये आदमी को अपनी मंडली में मिलाने के समय किया जाने वाला काम या दिया जाने वाला पदार्थ।
तबक़ा उलट जाना तबाह हो जाना।
तबला उतरना तबले की बद्धी का ढीला पड़ जाना जिसके कारण तबले में से धीमा या मंद स्वर निकलने लगे।
तबला उतारना तबले की बद्धी को ढीला करके या और किसी प्रकार पर का तनाव कम कर देना जिससे तबले में से धीमा या मंद स्वर निकलने लगे।
तबला खनकना तबला बजना, नाच रंग होना।
तबला ठनकना तबला बजाना, नाच रंग होना, नाच गाना होना।
तबाही खाना जहाज का टूट फूट कर रद्दी होना।
तबाही पड़ना जहाज का काम के मुहताज रहना, जहाज को काम न मिलना।
तबीयत आना (किसी से) प्रेम होना, (किसी चीज को) लेने की इच्छा होना।
तबीयत उखड़ना किसी की ओर से उदासीनता होना, विरक्ति होना, अरूचि होना।
तबीयत उलझना जी घबराना।
तबीयत खींचना मन मनेहित होना, प्रेम न रहना।
तबीयत ढीली होना तबीयत ठीक न होना।
तबीयत पर जोर डालना विशेष ध्यान देना।
तबीयत फड़क उठना चित का उतहपूर्ण और प्रसन्न हो जाना, उमंग के कारण बहुत प्रसन्न होना।
तबीयत फड़क जाना चित का उतहपूर्ण और प्रसन्न हो जाना, उमंग के कारण बहुत प्रसन्न होना।
तबीयत फिर जाना जी हट जाना, अनुराग न रहना।
तबीयत बिगड़ना स्वास्थ्य बिगड़ना, जी मिचलाना।
तबीयत भरना सन्तोष होना, सन्तोष करना, मन भरना, अनुराग या इच्छा न रहना।
तबीयत लगना मन में अनुराग उत्पन्न होना, ध्यान लगा रहना।
तबीयत लगाना चित को किसी काम में प्रवृत्त करना, प्रेम करना।
तबीयत लड़ाना विशेष ध्यान देना।
तबीयत होना अनुराग या प्रवृत्ति होना, जी चाहना।
तबेले में लती चलना आपस में लड़ाई झगड़ा होना।
तमाकू चढ़ाना तमाकू को चिलम पर रखकर और उस पर आग या टिकिया रखकर उसे पीने के लिये तैयार करना।
तमाकू पीना तमाकू का धुंआ खींचना।
तमाकू भरना तमाकू को चिलम पर रखकर और उस पर आग या टिकिया रखकर उसे पीने के लिए तैयार करना।
तमाम होना पूरा होना, समाप्त होना, मर जाना।
तमाशा की बात आश्चर्य भरी और अनोखी बात।
तय पाना निश्चित होना, ठहरना।
तरतीब देना क्रम में रखना या लगाना, सजाना।
तदद्वृद में पड़ना चिन्ता में पड़ना।
तरस खाना दयार्द्र होना, दया करना।
तरह उड़ाना ढंग से नकल करना।
तरह देना ख्याल न करना, बचा जाना, विरोध या प्रतिकार न करना, क्षमा करना, जाने देना। उ0- इन तेरह तें तरह दिए बनि आवै साई। गिरिधर। टालटूल करना, ध्यान न देना, प्रति के लिए समस्या देना, जान-बुझकर उपेक्षा करना।
तराजू हो जाना तीर को निशाने के इस प्रकार आर-पार घुसना कि उसका आधा भाग एक ओर और आधा भाग दूसरी ओर निकला रहे, दो सैनिक दलों का इस प्रकार ठीक ठीक बराबर होना कि एक दूसरे को परास्त न कर सके।
तरारा भरना जल्दी जल्दी काम करना, शीघ्रता से काम करना।
तरारा मारना डींग हांकना, बढ़ बढ़ कर बातें करना।
तरे बैठना पति बनाना।
तल करना नीचे दबा लेना, छिपा लेना।
तलब करना मांगना, मंगाना, बुला भेजना, बुलाना।
तलवा खुजलाना तलबे में खुजली होना जिसे भावी यात्रा का शकुन समझा जाता है।
तलवा न टिकना पैर न टिकना, जमकर बैठा न रहा जाना, आसन न जमना, एक जगह कुछ देर बैठे न रहा जाना।
तलवार करना तलवार का वार करना, तलवार चलाना।
तलवार कसाना तलवार झुकाना।
तलवार का खेत लड़ाई का मैदान, युद्धक्षेत्र
तलवार का फाट तलवार में वह स्थान जहां से उसका टेढ़ापन आरम्भ होता है।
तलवार का पानी तलवार की आभा या दमक।
तलवार का बल तलवार का टेढ़ापन।
तलवार का मुँह तलवार की धार।
तलवार का हाथ तलवार चलाने का ढंग, तलवार का वार, खंग का आघात।
तलवार की आंच तलवार की चोट का सामना।
तलवार के घाट उतारना तलवार से मार डालना।
तलवारों की छाह में ऐसे स्थान में जहां अपने ऊपर चारों और तलवार ही तलवार दिखाई देती हो। रणक्षेत्र में।
तलवार खींच लेना लड़ने के लिए म्यान से तलवार निकाल लेना।
तलवार जड़ना तलवार मारना, तलवार से आघात करना।
तलवार तौलना तलवार को हाथ में लजेकर अन्दाजना जिससे वार भरपूर बैठे, तलवार सम्भालना।
तलवार पर हाथ रखना तलवार निकालने के लिए तैयार होना, तलवार की शपथ खाना।
तलवार बांधना तलवार को कमर में लटकाना, तलवार साथ में रखना।
तलवार सौतना वार करने के लिए म्यान से तलवार निकालना।
तलवे चाटना अत्यधिक खुशामद करना, अत्यन्त सेवा शत्रुता में लगा रहना।
तलवे छलनी हो जाना चलते चलते पैरा घिस जाना, चलते चलते शिथिल हो जाना, बहुत दौड़ धूप की नौबत आना।
तलवे तले आंखे मलना अत्यन्त दीनता प्रकट करना, अत्यधिक अधीनता दिखाना, अत्यन्त प्रेम प्रकट करना।
तलवे धो धोकर पीना अत्यन्त सेवा शुश्रूषा करना, अत्यन्त श्रद्धा भक्ति प्रकट करना, अत्यन्त प्रेम प्रकट करना।
तलवे सहलाना अत्यन्त सेवा शत्रुता करना, अत्यधिक खुखामद करना।
तलवों तले मेटना कुचल कर नष्ट करना, रौंद डालना।
तलवों से आंखे मलना अत्यन्त दीनता प्रकट करना, अत्यधिक अधीनता दिखाना, अत्यन्त प्रेम प्रकट करना,
तलवों से आग लगना अत्यन्त क्रोध होना, रिस से भर उठना।
तलवों से मलना पैर से कुचलना, रौंदना, कुचल कर नष्ट करना।
तलवों से लगना क्रोध चढ़ना, बुरा लगना, अत्यन्त अप्रिय लगना, कुढ़न होना, चिढ़ होना।
तलाब जाना शौच जाना।
तलाशी देना तलाशी लेने घर बार आदि ढूंढने देना।
तलाशी लेना गुम वस्तु को निकालने के लिए सन्देहास्पद व्यक्ति के घर की तलाशी लेना।
तले ऊपर एक के ऊपर दूसरा, उलट पलट किया हुआ।
तले ऊपर के आगे पीछे के, ऐसे दो जिनमें से एक दूसरे के उपरांत हुआ हो।
तले ऊपर होना उलट पलट हो जाना, संयोग में प्रवृत्त होना।
तले की दुनिया ऊपर होना भारी उलट फेर हो जाना, जो चाहे सो हो जाना, महान परिवर्तन होना।
तले की सांस तले और ऊपर
की सांस ऊपर रह जाना ठक रह जाना, स्तव्ध रह जाना, कुछ कहते सुनते या करते धरते न बन पड़ना, भौचक्का रह जाना, हक्का बक्का रह जाना, चकित रह जाना।
तले बच्चा होना साथ में थोड़े दिन का बच्चा होना।
तवा सा मुँह कालिख लगे हुए तवे की तरह काला मुँह।
तवा सिर में बांधना सिर पर प्रहार सहने के लिए तैयार होना, अपने को खूब दृढ़ और सुरक्षित करना।
तवे का हंसना तवे के नीचे जमे हुए कालिख का बहुत जलते जलते लाल हो जाना जिससे घर में विवाद होने का अपशकुन समझा जाता है।
तवे की बूंद क्षणिक, देर तक न टिकने वाला, नश्चर, जो कुछ भी न मालूम हो, जिससे कुछ भी तृप्ति न हो, बहुत थोड़ा।
तशरीफ रखना विराजना, बैठना।
तशरीफ लाना पदार्पण करना, पधारना, आना।
तशरीफ ले जाना प्रस्थान करना, चला जाना।
तसबीह फेरना ईश्वर का नाम या उच्चारण करते हुए माला फेरना।
तसमा खींचना एक विशेष रूप से गले में फंदा डालकर मारना, गला घोंटना।
तमसा लगा न रखना गरदन साफ उड़ा देना, साफ दो टुकड़े करना।
तसल्ली दिलाना तसल्ली देना, धैर्य धारण कराना।
तसवीर उतारना चित्र बनाना।
तसवीर निकालना चित्र बनाना।
तह करना चौपरत करना।
तह का सच्चा वह कबूतर जो बराबर अपने छत्ते पर चला आवै, अपना स्थान न भूले।
तह की बात छिपी हुई बात, गुप्त रहस्य, गहरी बात।
तह को पहुंचना यथार्थ रहस्य जान लेना, असली बात समझ लेना।
तह कर रखो लिये रहो, मत निकमालो या दो, रहने दो, नहीं चाहिए।
तह जमाना परत के ऊपर परत दबाना, भोजन पर भोजन किये जाना।
तक तक पहुंचना किसी बात के गुप्त अभिप्राय का पता पाना, यथार्थ रहस्य जान लेना, वास्तविक बात जान लेना।
तह जोड़ना झगड़ा निपटाना, समाप्ति को पहुंचाना, कुछ बाकी न रखना, कुएं का सब पानी निकाल देना जिससे जमीन दिखाई देने लगे।
तह देना हलकी परत चढ़ाना, थोड़ी मोटाई में फैलाना या बिछाना, हलका रंग चढ़ाना, इत्र बनाने में जमीन देना, आधार देना।
तह बैठाना पर के ऊपर परत दबाना, भोजन पर भोजन किये जाना।
तह मिलाना जोड़ा लगाना, नर और मादा एक साथ करना।
तह लगाना चौपरत करके समेटना।
तहकीकात आना किसी घटना या ममाले के सम्बन्ध में पुलिस के अधिकारी का पता लगाने के लिए आना।
तांत सा बहुत दुबला पतला।
तांतड़ी सा तांत की तरह दुबला पतला।
तांता लगना एक के बाद एक लगातार आता या होता चलना, तार टूटना।
ताक़ पर धरना काम में न लाना।
ताक़ पर रखना पड़ा रहने देना, काम में न लाना, उपयोग न करना, अनावश्यक या व्यर्थ समझकर अलग रखना।
ताक़ पर रहना पड़ा रहना, काम में न आना, अलग पड़ा रहना, व्यर्थ जाना।
ताक़ बांधना दृष्टि स्थिर करना, टकटकी लगाना।
ताक़ भरना देवस्थान पर मनौती चढ़ाना।
ताक़ में रहना उपयुक्त अवसर की प्रतीक्षा करते रहना, मौका देखते रहना।
ताक़ रखना निगाह रखना, निरीक्षण करते रहना, घात में रहना, मौका देखते रहना।
ताक़ लगाना मौका देखना, घात में रहना।
ताग डालना वर के बड़े भाई का वधू को तागपाट पहनाना।
ताग पाट डालना विवाह की रीति के अनुसार गणेश पूजन आदि के पीछे वर के बड़े भाई का वधू को ताग पाट पहनाना।
तागा डालना तागना, सिलाई के द्वारा तागा फंसाना, दूर दूर पर सिलाई करना।
ताजा करना नये सिरे से उठाना, फिर से छेड़ना या चलाना, फिर से उपस्थित करना, स्मरण दिलाना, याद दिलाना, फिर से चित में लाना।
ताजा होना नये सिरे से उठना, फिर से छिड़ना या चलना, फिर उपस्थित होना, स्मरण आना, फिर चित में उपस्थित होना।
ताज़िया ठंढ़ा करना ताजिया दफन करना।
ताज़िया ठंढा होना ताज़िये का दफनाया जाना, किसी बड़े आदमी का मर जाना।
तातील मनाना छुट्टी के दिन विश्राम लेना, आमोद-प्रमोद करना।
तान उड़ाना गीत गाना, अलापना, तान लेते हुए गीत गाना।
तान कर बलपूर्वक, जोर से।
तानकर सोना निश्चित रहना, निश्चित होकर सोना, आराम से सोना।
तान की जान सारांश, खुलासा, सौ बात की एक बात।
तान तोड़ना लय को खींचकर फटके के साथ समय पर विराम देना, किसी को लक्ष्य करके खेद या क्रोध सूचक बात कहना, आक्षेप करना, बौछार छोड़ना।
तान भरना गाने में लय के साथ सुरों को खींचना, अलापना।
तान मारना गाने में लय के साथ सुरों को खींचना, अलापना।
तान लड़ाना गीत गाना, अलापना, तान लेते हुए गीत गाना।
ताना पाई करना बार बार इधर उधर आना जाना।
ताना बाना करना व्यर्थ इधर से उधर आना जाना, हेरी फेरी करना।
ताना मारना चुटीली बात कहना।
तार जमना कार्य सिद्धि का सुबीता होना, ज्योत होना।
तार ढीले पड़ना शिथिलता आना।
तार तार करना किसी बुनी बटी हुई वस्तु की धज्जियां अलग अलग करना, नोच कर सूत सूत अलग करना। उ0- तार तार कीन्ही फारि सारी जततारी की। निदेस।
तार तार होना ऐसा फटना कि धज्जियां अलग अलग हो जायं, बहुत ही फट जाना।
तार दबकना गोटे के लिए तार को पीटकर चिपटा और चौड़ा करना।
तार ब तार छिन्न भिन्न,अस्त व्यस्त, सिलसिला।
तार बंधना किसी क्रम का बराबर चला चलना, किसी बात का बराबर होते जाना, सिलसिला जारी होना, व्यांत होना, कार्य सिद्धि का सुबीता होना।
तार बांधना (किसी बात को) बराबर करते जाना, सिलसिला जारी करना।
तार बैठना व्यांत होना, कार्य सिद्धि का सुबीता होना।
तार लगना कार्य सिद्धि का सुबीता होना।
तार लगाना (किसी बात को) बराबर करते जाना।
तार टूटना उल्कापात होना।
तार डूबना किसी नक्षत का अस्त होना, शुक्र ग्रह का अस्त होना।
तारा सी आंखे होना ललाई, सूजन, कीचड़ आदि दूर होने के कारण आंख का स्वच्छ हो जाना।
तारा हो जाना बहुत ऊँचे पर हो जाना, इतनी उंचाई पर पहुंच जाना कि तारे की तरह छोटा दिखाई दे, इतनी दूर हो जाना कि छोटा दिखाई पड़े, बहुत दूरी पर हो जाना।
तारीख़ टलना नियत दिनांक का और बढ़ जाना।
तारीख़ डालना तिथी, वार आदि लिखना, दिनांक नियम करना, दिन नियत करना।
तारीख़ पड़ना दिन नियत होना, दिनांक नियत होना।
तारीफ़ करना परिचय बताना।
तारीफ़ के पुल बांधना अत्यधिक प्रशंसा करना।
तारे खिलना तारों का चमकते हुए निकलना, तारों का दिखाई देना।
तारे गिनना चिन्ता या आसरे में बैचेनी से रात काटना, दुःख से किसी प्रकार रात बिताना।
तारे छिटकना तारों का दिखाई पड़ना, आकाश स्वच्छ होना और तारों का दिखाई पड़ना।
तारे तोड़ लाना कोई बहुत ही कठिन या चालाकी का काम करना।
तारे दिखाई दे जाना कमजोरी या दुर्बलता के कारण आंखों के सामने तिरमिराहट दिखाई पड़ना।
तारे दिखाई दे जाना प्रसूता स्त्री को छठी क दिन आकाश की ओर इसलिए तकाना जिससे जिन, पूत आदि का डर न रह जाय। (मुसलमान स्त्रियो में रीति है)।
तारों की छांह बड़े सबेरे, तड़के, जब कि तारों का धुधला प्रकाश रहे।
ताल ठोंकना लड़ने के लिए ललकारना।
ताल बेताल जिसका ताल ठिकाने से न हो, अवसर या बिना अवसर के मौके बे मौके।
ताल मेल खाना ठीक ठीक संयोग होना, प्रकृति आदि का मेल खाना विधि मिलना, मेल मिलाना।
ताल मेल बैठना ठीक ठीक संयोग होना, मेल मिलना।
ताल से बेताल होना ताल के नियम के बाहर हो जाना, उखड़ जाना (गाने में)।
ताला जकड़ना ताला लगाकर बन्द करना।
ताला तोड़ना किसी दूसरे की वस्तु को चुराने या लूटने के लिए उसके घर, सन्दूक आदि में लगे हुए ताले को तोड़ना, चोरी करना।
ताला भेड़ना ताला लगाना।
ताली पीटना हंसी उड़ाना, उपहास करना।
ताली बज जाना उपहास होना, निरादर होना।
ताली बजाना हंसी उड़ाना, उपहास करना, भूत प्रतआदि को भगाने के लिए तंत्रशाला में बताये गये ढंग से ताली पीटना, अंधेरे में जीव जन्तुओं को भगाने के लिए हथोड़ी बजाना, खुशी, समर्थन, प्रातत्साहन या प्रशंसा प्रकट करने के लिए हथोड़ी पीटना, आराधना और जय आदि के विहित रीति से ताली बजाना।
तालू उठाना तुरन्त के जनमे हुए बच्चे के तालू को दबाकर ठीक करना।
तालू चटकना सिर में अत्यधिक गरमी जान पड़ना, प्यास से गला सूखना।
तालू में दांत जमना अदृष्ट हाना, बुरे दिन आना, दुर्दशा या विनाश के दिन निकट होना।
तालू से जीभ न लगना चुपचाप न रहा जाना, बोलते जाना।
ताले में बन्द रखना सन्दूक में बन्द रखना।
ताल आना जितना चाहिए उतना गरम हो जाना, यथेच्छ गरमी पहुंचना।
ताव खा जाना पकायी जाती हुई वस्तु का अधिक गरम हो जाना या जल जाना, लू लग जाना।
ताव खाना आंच पर गरम होना।
ताव चढ़ना प्रबल इच्छा होना, ऐसी इच्छा होना कि बात चटपट हो जाय, कामोद्वीपन होना।
ताव दिखाना अभिमान मिला हुआ क्रोध प्रकट करना, आंख दिखाना, बड़प्पन दिखो हुए बिगड़ना, ऐसी ऐंठ या क्रोध दिखाना जिससे लड़ाई-झगड़ा हो सके।
ताव देखना आंच का अन्दाज देखना।
ताव देना आंच पर रखना, गरम करना, आग मे लाल करना, तपाना।
ताव पर जब इच्छा या आवश्यकता हो उसी समय, मौके पर।
ताव बिगड़ना कम या अधिक गरम हो जाना।
ताव में आना अभिमान मिले हुए क्रोध के आवेग में होना, अहंकार मिश्रित क्रोध के वश में होना।
तावीज़ बांधना रक्षा के लिए देवता का मंत्र आदि लिखकर बांधना, कवच बांधना।
तिक्का बोटी करना टुकड़े टुकड़े करना, धज्जी धज्जी अलग करना।
तिड़ी करना गायब करना, चुरा लेना।
तिड़ी होना गायब होना, भाग जाना।
तिनका तोड़ना सम्बन्ध तोड़ना, बलैय लेना, अपने को न्योछावर करना।
तिनका दांतों में पकड़ना दया की भिक्षा मांगना, गिड़गिड़ाना।
तिनके का सहारा थोड़ी सी सहातया।
तिनके चुनना बेसुध हो जाना, अचेत होना, पागल या बावला हो जाना, विक्षिप्त होना।
तिनके चुनवाना पागल बना देना, मोहित करना, विक्षिप्त कर देना।
तिनके की ओट पहाड़ छोटी सी बात में किसी बड़ी बात का छिपा रहना, छोटी सी वस्तु में बहुत बड़े रहस्य का छिपा होना।
तिनके का पहाड़ करना छोटी बात को बड़ी कर डालना।
तिरछी चितवन बिना सिर फेरे हुए बगल की ओर दृष्टि।
तिरछी तिरछी बात कटु वाक्य, अप्रिय शब्द।
तिल का ताड़ करना छोटी सी बात को बहुत बढ़ा देना, छोटे से मामले को बहुत बड़ा करना या दिखाना।
तिल का ताड़ बनाना छोटी सी बात को बहुत बढ़ा देना, छोटे से मामले को बहुत बड़ा करना या दिखाना।
तिल की ओट पहाड़ किसी छोटी बात के अन्दर बहुत बड़ी बात होना।
तिल चाहना मुसलमानों के यहां विवाह में विदाई के समय दूल्हे का दुलहिन के हाथ पर रखे हुए काले तिलों को चाटना।
तिल तिल करके थोड़ा थोड़ा करके।
तिल धरने की जगह न होना जरा सी भी जगह खाली न रहना, पूरा स्थान छिपा रहना, ठसाठस भरा होना।
तिल भर जरा सा, थोड़ा सा। उ0- चढ़ाउब तौरब भाई, तिल पर भूमि न सकेउ छुड़ाई। तुलसी। क्षण भर। थोड़ी देर।
तिलक देना तिलक के साथ धन देना
तिल चावल बाल कुछ सफेद और कुछ काले बाल, खिचड़ी बाल।
तिलस्म तोड़ना किसी ऐसे स्थान के रहस्य का पता लगा लेना जहां जादू के कारण किसी की गति न हो।
तिलाजंली देना बिलकुल छोड़ देना या त्याग देना, सम्बन्ध तोड़ देना।
तिलों में तेल न होना शील-संकोच न होना।
तिलों से तेल निकालना किसी से किसी प्रकार रूपया लेकर उसे उसके काम में लगाना।
तिस पर इसके पीछे इसके उपरांत, इतना होने पर, ऐसी अवस्था में भी।
तीन तेरह करना तितर-बितर करना, इधर उधर छितराना, अलग अलग रखना। उ0- कियो तीन तेरह सबै चौका चौका लाय। हरश्चिन्द्र। अस्त-व्यस्त करना।
तीन तेरह होना नष्ट भ्रष्ट या छिन्न भिन्न होना, तितर-बितर होना, छितरा जाना।
तीन पांच करना इधर उधर की बात करना, घुमाव फिराव या हुज्जत की बात करना, टालमटोल करना।
तीर चलाना युक्ति भिड़ाना, रंग ढंग लगाना।
तीर मारना आजमाना।
तुक जोड़ना वाक्यों को जोड़कर और चरणों के अन्तिम अक्षरो का मेल मिलाकर पद्य बनाना, भद्वा पद्य कविता करना।
तुक्का सा सीधा उठा हुआ, ऊपर उठा हुआ।
तुरई का फूल हलकी या छोटी मोटी चीज की तरह जल्दी खतम या खर्च हो जाने वाला, इस प्रकार चटपट चुक जाने या खर्च हो जाने वाला कि मालूम न हो।
तुरप लगाना जीतने के लिए तुरप का पत्ता चलना।
तुर्की तमाम होना घमण्ड जाता रहना, शेखी निकल जाना।
तुर्राक करना कोड़ा मारना, कोड़ा मारकर घोड़े को बढ़ाना।
तुर्रा चढ़ाना भांग पीना।
तुर्रा जमाना भांग पीना।
तुर्रा यह कि उस पर भी इतना और, सब के उपरान्त इतना यह भी तिस पर विशेषता यह कि।
तुक बैठाना छंछ के चरणों के अन्त में ऐसे शब्दों की योजना करना जिनकी तुक मिल जाय। तुकबंदी करना।
तू तुकार करना कहा सुनी करना, अशिष्ट शब्दो में विवाद करना, गाली गलौज करना, कुवा क्या कहना, अशिष्ट शब्द से सम्बोधन करना।
तू तू, मैं मैं करना कहा सुनी करना, अशष्टि शब्दों में विवाद करना, कुवाक्य कहना, अशिष्ट शब्दों में सम्बोधन करना।
(नक्कारखाने में) तूती की आवाज शोरगुल होते समय की धीमी आवाज जो सुनाई नहीं पड़ती, बड़ों के सामने छोटी की बात (जिसकी कवर नहीं होती)।
किसी की तूती बोलना किसी की धाक जमना या खूब चलती होना।
तूफान उठाना बखेड़ा मचाना।
तूफान खड़ा करना बखेड़ा मचाना।
तूफान जोड़ना झूठा कलंक लगाना, झूठ मूठ दोषारोपण करना।
तूफान बनाना झूठा कलंक लगाना, झूठ-मूठ दोषारोपण करना।
तूफान लाना भारी आपत्ति खड़ी करना, आन्दोलन करना।
तूमार बांधना विस्तार बढ़ाना।
तूर चमकना ज्ञान का प्रकाश दिखाई देना।
तूल खींचना किसी बात या कार्य का आवश्यकता से अधिक बढ़ जाना।
तूल देना किसी बात को आवश्यकता से अधिक बढ़ाना।
तूल पकड़ना किसी बात या कार्य का आवश्यकता से अधिक बढ़ जाना।
तृण गहना (मुँह में तिनका दबाना) हीनता प्रकट करना, गिड़गिड़ाना। उ0- दसन गहहु तृण कंठ कुठारी। रामा0। शरण में जाना।
तृण गहाना नम्र करना, विनीत करना, वशीभूत करना। उ0- कहो तो ताको तृण गहाय के जीवत पायन पारो। सूर। दया की भीख मांगना।
किसी वस्तु पर तृण टूटना किसी वस्तु का इतना सुन्दर होना कि देखने वाले उस पर अपने को न्यौछावर कर दें। उसे नजर से बचाने के लिए उपाय करना पड़े। उ0- आजु की बानिक पै तृण टूटत है कही न जाय, कछू स्याम तोहि रत। स्वा0 हरिदास।
तृण तोड़ना किसी सुन्दर वस्तु को देख उसे नज़र से बचाने के लिए उपाय करना। उ0- ;कद्ध गांधे महामनि और मंजुल अंग सब चित्त चौराहींफ पुरनारि सुर सुन्दरी बरहिं विलोकि सब तृण तोरही। तुलसी। (ख) स्याम गौर सुन्दर दोउ जोरी। निरखत छवि जननी तृन तोरी। तुलसी।
(किसी वस्तु से) तृण तोड़ना सम्बन्ध तोड़ना, नाता तोड़ना। उ- भुजा छुड़ाई तोरि तृण ज्यो हित करि प्रभु निठुर हियो। सूर।
तृण बराबर तिनके बराबर, अत्यन्त तुच्छ, कुछ नहीं। उ0- अई कहि चला महा अभिमानी। तृण समान सुग्रीवहि जानी। तुलसी।
तृण सा तोरना लगाव त्यागना या छोड़ना। उ0- देह गेह सब तृण सम तोरे। रामा0।
तृणवत अत्यन्त तुच्छ, कुछ भी नहीं।
तेरह बाइस करना इधर उधर की बात करना, बहाने बाजी करना।
तेरा तेरी सी तेरे हित की बात, तेरे अनुकूल बात।
तेरी आँखों में राई नोन ईश्वर करे तेरी बुरी डीठ मुझे न लगे।
तेरी सी तेरे अनुकूल बात, तेरे लाभ या मतलब की बात।
तेल चढ़ना विवाह सम्बन्धी तेल की रस्म पूरी होना। उ0- तिरिया तेल हमीर हठ चढ़े न दूजी बार।
तेल चढ़ाना तेल की रस्म पूरी करना। उ0- हररि बंदन करि मंगल गावहिं। करि कुलरीति कलस थापि तैल चढ़ावहिं। तुलसी।
तेली का बैल हर समय काम में लगा रहने वाला व्यक्ति।
तेवर चढ़ना क्रोध के कारण भौहों का तन जाना।
तेवर बदलना रूष्ट हो जाना, कुद्र होना, मृत्यु चिन्ह प्रकट होना, व्वहार में क्रोध या उदसीनता प्रकट करना।
तेवर बिगड़ना रूष्ट हो जाना, मृत्यु चिन्ह प्रकट होना, व्यवहार में क्रोध या उदासीनता प्रकट करना।
तेवर मेले होना दृष्टि में खेद, क्रोध या उदासीनता प्रकट होना।
तेवरी चढ़ाना घुड़कना, धमकाना, आँखे दिखाना।
तैश दिखाना ऐसा कार्य करना जिससे कोई कुपित कुद्र हो, क्रोध करना।
तैश आना बहुत कुद्ध होना, बहुत कुपित होना।
तोंद पचकना मोटाई दूर होना।
तो क्या हुआ? तो कोई आपत्ति नहीं, तो कुछ बुराई या दोष नहीं।
तो फिर क्या है? फिर तो कुछ करने को रह ही न जायगा, तब तो सब काम सिद्ध समझो।
तोड़े डालना नष्ट करना, फोड़ना।
तोड़े उलटना बहुत सा द्रव्य होना।
तोड़े गिनना बहुत सा द्रव्य होना।
तोता पालना किसी दोष या रोग को जान बुझकर बढ़ाना, किसी बुराई या बीमारी से बचने का कोई प्रयत्न न करना, किसी दुर्व्यसन का आदी होना।
तोते की तरह आँखे फेरना बहुत बेमुरौवत होना, पुराने सम्बन्ध को एकदम भुला देना।
तोते की तरह आँखे बदलना बहुत बेमुरौवत होना।
तोते की तरह रटना बिना समझे बुझे रहना।
तोप की सलामी उतारना किसी प्रसिद्ध पुरुष के आगमन पर अथवा किसी महत्वपूर्ण घटना के समय केवल बारूद भर का शब्द करना।
तोप कोलना तोप की नली में लकड़ी का कुंदा खूब कसकर ठोक देना, जिससे उसमें से गोला न चलाया जा सके।
तोप दम करना प्राणदण्ड देना।
तोपा भरना टांके लगाना, सीना, सीधी सिलाई करना।
तोवड़ा चढ़ाना बोलने न देना, मुँह फुलाना।
तोवा करके (कोई बात) कहना अभिमान छोड़कर अथवा ईश्वर के डर कर (कोई बात कहना)।
तोबड़ा सा मुँह बनाना रूष्ट होकर मुँह फुलाना।
तोबा तिल्ला करना रोते चिल्लाते या दीनता दिखलाते हुए रक्षा को प्रार्थना करना।
तोबा तिल्ला मचाना चीखना, चिल्लाना, किसी हानि पर हाय हाय करना।
तोबा तोड़ना प्रतिज्ञा भंग करना, तोबा किये हुए काम को पुनः करना।
तोबा बुलवाना किसी को इतना तंग कर विवश करना कि उसे तोबा करनी पड़े, पूर्ण रूप से परास्त करना।
तोबा बोलना पूरे तौर से हराना।
तौर बेतोर होना रंग ढंग खराब होना, लक्षण बिगड़ना।
त्योरी चढ़ना क्रोध से माधे में बल पड़ना।
त्योरी चढ़ाना भौहें चढ़ाना, आंखे चढ़ाना, दृष्टि या आकृति से क्रोध के चिन्ह प्रकट करना।
त्योरी बदलना क्रोध से माथे में बल पड़ना।
त्योरी में बल डालना त्योरी चढ़ाना।
त्योरी में बल पड़ना त्योरी चढ़ाना।
त्योहार मनाना पर्व या उत्सव के दिन आमोद-प्रमोद करना।
त्राहि-त्राहि करना दया या अभयदान के लिए गिड़गिड़ाना, दया या रक्षा के लिए प्रार्थना करना। उ0- दारूध तय जब कियो, राजसुत तब कांप्यो सुरलोक, राहि-त्राहि हरि सो सब भाष्यो दूर करो सब लोक। सूर।
त्राहि त्राहि मचना विपदग्रस्तों के मुँह से त्राहि त्राहि की पुकार निकलना।
त्रेता के बीजों में मिलना सत्यानाश होना, कष्ट होना। (एक शाम)।
थ
थक जाना तंग आ जाना, परेशान हो जाना, वृद्धावस्था के कारण शक्तिहीन हो जाना, अशक्त हो जाना।
थका डालना शांत कर देना, अशक्त बना देना।
थका देना श्रांत कर देना, अशक्त बना देना।
थपकी देना हाथ से धीरे धीरे ठोकना।
थपकी लगाना हाथ से धीरे धीरे ठोकना।
थपड़ी पीटना उपहास करना, दिल्लगी उड़ाना, हथेलियों के परस्पर आघात द्वारा शब्द उत्पन्न करना।
थपड़ी बजाना उपहास करना, दिल्लगी उड़ाना, हथेलियों के परस्पर आघात द्वारा शब्द उत्पन्न करना।
थप्पड़ कसना तमाचा मारना।
थप्पड़ लगाना तमाचा मारना।
थल बेड़ा लगना ठिकाना लगाना, आश्रय ढूंढना, सहारा देना।
थल बैठना आराम से बैठना, स्थिर होकर बैठना, शान्त भाव से बैठना, जमकर बैठना, आसान जमा कर बैठना।
थलथल करना मोटाई के कारण किसी के अंग का फूल फूलकर हिलना।
थान का टर्रा वह घोड़ा जो खूंटे से बंधा बंधा नटखटी करे। घुड़साल में उपद्रव करने वाला, घर पर ही या पड़ोस में ही अपना जोर दिखाने वाला, अपनी गली में ही शेर बनने वाला।
थान का सच्चा सीधा घोड़ा, वह घोड़ा जो कहीं से छूटकर फिर अपने खूंटे पर आ जाय।
थान में आना (घोड़े का) धूल मे लोटना।
थान बिठाना पहरा बिठाना, चौकी बिठाना।
थाने चढ़ना थाने में किसी के विरूद्ध सूचना देना।
थाली का बैंगन वह जो किसी एक मत का न हो, कभी इस पक्ष में कभी उस पक्ष में हो जाने वाला, अवसरवादी।
थाली फिरना इतनी भीड़ होना कि यदि उसके बीच थाली फेंकी जाय तो वह ऊपर ही ऊपर फिरती रहे नीचे न गिरे। भारी भीड़ होना।
थाली बजाना सांप का विष उतारने के लिए थाली बजाकर मंत्र पढ़ना, बच्चा होने पर उसका डर दूर करने के लिए थाली बजाने की रीति करना।
थाह मिलना जब के नीचे की जमीन तक पहुंच हो जाना, पानी में पैर टेकने के लिए जमीन मिल जाना।
थाह लगना गहराई का पता चलना।
थाह लेना गहराई का पता लगाना, किसी वस्तु की परिमिति तथा रहस्य की जांच करना।
थिगली लगाना ऐसी जगह पहुंचकर काम करना, जहां पहुंचना बहुत कठिन हो, जोड़ तोड़ भिड़ाना, युक्ति लगाना।
थुड़ी थुड़ी करना धिक्कारना, निंदा और तिरस्कार करना।
थुड़ी थुंड़ी होना सबकी दृष्टि में गिर जाना।
थू थू करना घुणा करना, छिः छिः करना, धिक्कारना।
थू थू थुद्दा लड़कों का एक खेल वाक्य जिसे वे खेल में उस समय बोलते हैं, जब समझते हैं कि वे बेईमानी होने के कारण हार रहे हों।
थू थू होना चारों ओर से छिः छिः होना, चारों ओर से निदंन होना।
थूक उछालना व्यर्थ की बकवाद करना।
थूक देना तिरस्कार कर देना, घृणापूर्वक त्याग देना।
थूक बिलोना व्यर्थ बकना, अनुचित प्रलाप करना।
थूक लगाकर दौड़ना नीचा दिखाकर छोड़ना (विरोधी को) तंग और लज्जित करके छोड़ना, दण्ड देकर छोड़ना।
थूक लगाकर रखना बहुत सम्भाल कर रखना, जोड़तोड़ कर एकत्र करना,कंजूसी से जमा करना, कृपणता से संचित करना।
थूक लगाना हराना, नीचा दिखाना, चूना लगाना, हैरान करना, तंग करना।
थूककर चाटना त्यक्त वस्तु को ग्रहण करना, कह कर मुकर जाना, वादा पूरा न करना, दी हुई वस्तु को वापस ले लेना, भविष्य मे कोई अनुचित कान न करने की प्रतिज्ञा करना।
थूकों सत्तू सानना अत्यन्त कृपणता से काम चलाना, थोड़ी सामग्री से बड़ा कार्य करने चलना।
थूथनी फैलाना नाक भौं चढ़ाना, मुँह फुलाना, रूष्ट होना।
थैला करना मारकर ढेर करना, मारते मारते ढील कर देना।
थैली खोलना थैली में से रूपया निकालकर देना। उ0- तब आनिय व्यौहरिया बोली, तुरत देउं में थैली खोली। तुलसी। तोड़े गिनन।
थोक करना एकत्र करना, जमा करना। उ0- दुम चढ़ि काहे न टेरो कान्हा गैयां दूरि गई।….. बिड़रत फिरत सकल बन महियां एकइ एक भई। छाड़ि खेल सब दूरि जात है बोले जो सकै थोक कही-सूर।
थोड़ा थोड़ा होना लज्जित होना, संकुचित होना।
थोड़ा ही नहीं, बिल्कुल नहीं, जोरदार निषेध या निराकरण।
थोथी बात भद्दी बात, व्यर्थ की बात, व्यर्थ का प्रलाप।
द
दंग रह जाना चकित हो जाना।
दंगल बांधना हलका बांधना।
दंगल मारना कुश्ती जीतना।
दंगल में उतरना कुश्ती लड़ने के लिए अखाड़े में आना।
दंगल लड़ना कुश्ती जीतना।
दंड ग्रहण करना सन्यास लेना, विरक्त या सन्यासी हो जाना।
दंड डालना जुर्माना करना, अर्थ दण्ड लगाना, कर लगाना, महसूल लगाना।
दंड पड़ना हानि होना, घाटा होना।
दंड भरना जुर्माना देना, दूसरे के नुकसान को पूरा करना।
दंड भुगतना सजा अपने ऊपर लेना, दण्ड सहना, जान बूझकर व्यर्थ कष्ट उठाना।
दंड सहना हानि उठाना, घाटा सहना।
दई का खोया ईश्वर का मारा हुआ, अभागा, मंदभाग्य।
दई का घाला ईश्वर का मारा हुआ, अभागा। उ0- जननी कहत, दई की घाली। काहे को इतराति। सूर।
दई का मारा ईश्वर का मारा हुआ, अभागा, मंदभाग्य। उ0- दूध दही नहिं लेव री। कहि कहि पचि हारी। कहति, सूर कोऊ घर नाहीं, कहं गइ्र दइमारी? सूर।
दई दई हे देव, हे देव, रक्षा के लिए ईश्वर की पुकार। उ0- (क) दई दई आलसी पुकारा। तुलसी। (ख) दीरघ सांस न लेहि दुख, सुख, सांईहि न भूल। दई दई क्यों करत है दई दई सो कबूलि। बिहारी।
दक़ीका उठा न रखना कोई कसर न छोड़ना।
दक़ीका बाकी न छोड़ना कोई कसर न छोड़ना।
दख़ल देना बीच में बोलना, हस्तक्षेप करना।
दत्तक लेना किसी दूसरे के पुत्र को गोद लेकर अपना पुत्र बनाना।
दफ्तर खोलना सविस्तार वृतान्त कह सुनाना।
दफा दफान करना तिरस्कृत करके दूर करना या हटाना।
दफा लगना विधि की किसी विशेष धारा या नियम के अनुसार अभियुक्त ठहराया जाना।
दफा लगाना अभियुक्त पर किसी दफा के नियमों को घटाना, अपराध का लक्षण आरोपित करना।
दबकी मारना छिप जाना, अदृश्य हो जाना।
(हाथ) दबा होना खर्च के लिए रूपये की कमी होना।
दबाव डालना प्रभावित करना।
दबी आवाज धीमी आवाज।
दबी जब़ान से कहना डरते डरते अस्पष्ट शब्दों में कहना, अस्पष्ट रूपसे बोलना, साफ-साफ न कहना।
दबे दबाये रहना शान्तिपूर्वक या चुपचाप रहना, उपद्रव या कोई कार्यवाही न करना।
दबे पांव इस प्रकार कि किसी को पैर की आहट मामूल न हो, आहिस्त , चुपके।
दबे पांव आना धीरे धीरे आना।
दबे हाथ खर्च करना कम खर्च करना।
दबे होना किसी के वश या आधीन होना।
दम अटकना सांस रूकना, विशेषतः मरने के समय सांस रूकना।
दम उखड़ना संस रूकना, गाते गाते या बात करते करते स्वर भंग होना, दम निकलना, प्राण निकलना।
दम उझलना जी घबराना, व्याकुलता होना।
दम उलटना व्याकुलता होना, घबराहट होना, जी घबराना, हवा की कमी के कारण सांस रूकना, सांस न लिया जा सकना।
दम के दम क्षण भर, थोड़ी देर।
दम खाना विश्राम करना, ठहरना, सुस्ताना, किसी पदार्थ का बंद मुँह के बरतन में भीतरी झाप की सहायता से पकाया जाना, धोखे में आना, धोखा खाना, तंग करना।
दम खींचना चुप्पी साधना, बोलना, सांस खींचना, सांस ऊपर चढ़ाना।
दम खुष्क होना अत्यधिक भय के कारण बिलकुल चुप हो जाना, प्राण सूखना, भय के मारे स्तब्ध होना।
(किसी का) दम गनीमत होना (किसी के) जीवित रहने के कारण कुछ न कुछ अच्छी बातों का होता रहना, गयी बीती दशा में किसी के कार्यो का ऐसा होना जिससे उसका आदर हो सके।
दम घुटना हवा की कमी के कारण सांस न लिया जा सकना, श्वास-प्रश्वास क्रिया का बंद होना।
दम घोंटकर मारना गला दबाकर माना, बहुत कष्ट देना।
दम घोंटना सांस न लेने देना, किसी की सांस लेने से रोकना, बहुत कष्ट देना।
दम चढ़ना जान बूझकर सांस रोकना, जी चुराना, जान बचाना, बहाना करके काम करने से पहले अपने आपको बचाना, श्वास को इस प्रकार रोक लेना कि श्रीर जड़वत् मालूम हो।
दम टूटना मर जाना, मरते समय झटके से सांस लेना, अन्तिम सांस लेना।
दम देना किसी अधपकी चीज की पूरी तरह से पकाने के लिए उसे हलकी आंच पर रखकर उसका मुंह बंद कर देना, फुसलाना, थोड़ा शांत और तैयार होने देना। उ0- ओ छोटे कैदी दे दम मफे।
दम न मारना न बोलना, कुछ न कहना।
दम नाक में आना अत्यधिक दुखी होना, बहुत तंग या परेशान होना।
दम नाक में करना बहुत कष्ट या दुःख देना, बहुत तंग या परेशान करना।
दम निकलना मृत्यु होना, मरना
दम पचना निरन्तर परिश्रम के कारण ऐसा अन्यास होना कि जिसमें सांस न फूले। (कुश्तीबाज)।
दम पर आ बनना जान पर आ बनना, प्राण भय होना, आपत्ति आना आफत आना, हैरानी होना, व्यग्रता होना।
दम पर आना किसी पदार्थ के पकने में केवल इतनी कसर रह जाना कि थोड़ा दम देने से वह अच्छी तरह पक जाय, पक कर तैयारी पर आना।
दम पर दम प्रतिक्षण, बार-बार, जल्दी जल्दी।
दम फड़क उठना किसी चीज की सुन्दरता या गुण आदि देखकर चित का बहुत प्रसन्न होना।
दम फड़कना चित का व्याकुल होना, बैचेनी होना।
दम फ़ना होना अत्यधिक भय के कारण बिलकुल चुप हो जाना, बहुत डर के कारण सांस तक न लेना, प्राण सूखना, भय के मारे स्तब्ध होना, मर जाना।
दम फूलना अधिक परिश्रम के कारण सांस का जल्दी जल्दी चलना, दमे के रोग का दौरा होना।
दम बंद करना बलपूर्वक किसी को बोलने आदि से रोकना।
दम बंद होना भय या आतंक आदि के कारण बिलकुल चुप रह जाना।
दम-ब-दम प्रतिक्षण, बार-बार।
दम भरना किसी के प्रेम अथवा मित्रता आदि का पक्का भरोसा रखना और समय-समय पर अभिमान पूर्वक उसका वर्णन करना, परिरम या दौड़ने आदि के कारण सांस फूलने लगना और थकावट आ जाना, किसी को कुश्ती उड़कर धकाना, किसी स्वर का देर तक उच्चारण करते रहना।
दम मारना विश्राम करना, सुस्ताना, बोलना, कुछ कहना, हस्तक्षेप करना, दखल देना, गांजा या चरस आदि को चिलम पर रखकर धुंआ खींचना, मंत्र आदि की सहायता से झाड फूंक करना।
दम में आना धोखे में पड़ना, जाल में फंसना।
दम में दम आना घबराहट या भय का दूर होनरा, चित स्थिर होना।
दम में दम रहना प्राण रहना, जिन्दगी रहना। उ0- नहि दूंगा जानकी जब लो दम में दम।
दम में दम होना जान रहना, प्राण रहना।
दम में लाना बहकाना, फुसलाना, धोखा देना।
दम लगाना गांजे या चरस आदि को चिलम पर रखकर उसका धुंआ खींचना।
दम लेना विश्राम करना,ठहरना, सुस्ताना।
दम साधना श्वास की गति को रोकना, सांस रोकने का अभ्यास करना, चुप होना, मौन रहना।
दम सूखना अत्यधिक भय के कारण बिलकुल चुप हो जाना, बहुत डर के कारण संास तक न लेना, प्राण सूखना, भय के मारे स्तब्ध होना।
दम सूली पर होना बहुत परेशान होना, जान खतरे में होना।
दम होंठों पर आना मरने की स्थिति में होना, मरणासन्न होना।
दम होना भाप से पकना।
दमड़ी का पूत बहुत ही तुच्छ, नगण्य।
दमड़े करना बेचकर दमन खड़ा करना।
दमड़ी के तीन होना बहुत सस्ता होना, कोड़ियों के मोल होना।
दम उठाना विश्वास या प्रतिष्ठा न रहना।
दर गुज़रना छोड़ देना, बाज आना, क्षमा कर देना।
दर दर मारा फिरना कार्य सिद्धि या पेट पालने के लिए एक घर से दूसरे घर फिरना, दुर्दशाग्रस्त होकर घूमना। उ0- ये रहीम दर दर फिरें। रहीम।
दर न होना आदर या विश्वास न होना।
दरक दरक कर रोना फूट फूट कर रोना, अत्यधिक विलाप करना।
दरखास्त गुज़रना प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया जाना।
दरखास्त पड़ना प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया जाना।
दरगुजर करना टालना, हटाना।
दरपेश होना उपस्थित होना, सामने आना।
दरबार करना राजसभा में बैठना।
दरबार खुलना दरबार में जाने का आदेश मिलना।
दरबार बंद होना दरबार में जाने को रोक होना।
दरबार बांधना घूस बांधना, रिश्वत मुकरैर करना, मुंह भरना।
दरबार लगना राजसभा के सभासदों का एकत्र होना।
दरवाजे की मिट्टी खोद डालना बार बार दरवाजे पर आना।
दरवाजे पर हाथी झूमना इतना सम्पन्न होना कि हाथी पाल सके। उ0- झूमत द्वार अनेक पतंक जंजीर जड़े मद अंबु चुचाते। तुलसी।
दरांती पड़ना कटौनी पड़ना, कटाई आरम्भ होना।
दरिया को कूजे में बंद करना थोड़े में बहुत कह जाना।
दर्जा उतारना ऊँचे दर्जे से नीचे दर्जे में कर देना।
दर्जी की सुई हर काम का आदमी।
दई आना कष्ट मालूम होना।
दर्द उठना दर्द उत्पन्न होना।
दर्द करना (किसी अंग का) पीड़ित या व्यधित होना।
दर्द खाना कष्ट सहना, पीड़ा सहना, तरस खाना, दयार्द होना।
दर्द खींचना औषधि आदि का दर्द दूर करना।
दर्द लगना पीड़ा आरम्भ होना।
दर्शन देना देखने में आना, अपने को दिखाना, प्रत्यक्ष होना।
दर्शन पाना (किसी का) साक्षात्कार होना।
दर्शनी हुंडी वह हुंडी जिसके दिखाते ही रूपये चुकता करने का निश्चय हो।
दलक उठना कंपित हो उठना, क्षुब्ध हो जाना।
दलदल में फंसना कीचड़ में फंसना, ऐसी कठिनाई में फंस जाना जिससे निकलना दुस्तर हो, मुश्किल या दिक्कत में पड़ना, जल्दी खतम या तै न होना। अनिर्णीत रहना, खटाई में पड़ना।
दलना मलना चूर्ण करना, पीस कर टुकड़े टुकड़े करना। उ0- रन मत रावण सकल, सुभट, सुभट प्रचंड, भुजबल दलमलें। तुलसी मसलन हाथों से रगड़ना, घिसना।
दलवादल खड़ा होना बड़ा भारी शामियाना या खेमा गड़ना।
दीलेल बोलना सजा के लिए कड़ी कवायद या आदेश देना।
दवा को न मिलना थोड़ा सा भी न मिलना, अप्राप्य होना, दुलर्भ होना।
दस्तक देना बुलाने के लिए किवाड़ खटखटाना।
दस्तक बांधना व्यर्थ का व्यय ऊपर डालना, नाहक का खर्च जिम्मे करना।
दस्तक माफ़ करना किसी को उसके उत्तरदायित्व या भार से मुक्त करना, क्षमा करना।
दस्तबरदार होना बाज आना, किसी वस्तु पर अपना अधिकार छोड़ देना, त्याग देना, छोड़ देना।
दहलीज का कुता पिछलग्गू, पालतू कुत्ता, मुफ्तखोर।
दहलीज की मिटी ले डालना फेरे या फेरा करना, बारबार द्वार पर जाना।
दहलीज झांकना किसी के पास किसी काम से जाना।
दहलीज न झांगना दरवाजे पर न आना, अत्यधिक परदे में रहना।
दहाड़ मार कर रोना चिल्ला चिल्ला कर रोना। उ0- दाड़ मारि विलख पुकारि सब रवै चुकी। रत्नाकर।
दहाड़ मारना चिल्ला चिल्ला कर रोना।
दाहिने होना प्रसन्न या अनुकूल होना।
दही का तोड़ दही का पानी जो कपड़े में रखकर दही को निचोड़ने से निकलता है।
दही के धोखे कपास आना और का ओर समझना, एक ही प्रकार की वस्तुओं के बीच धोखा खाना।
दही दही करना बेचने के लिए किसी वस्तु का प्रचार करते फिरना। उ0- मोर ही ते द्वार पै पुकारति दही दही। दि0।
दांत उखाड़ना दांत मसूड़े से अलग करना, मुंह तोड़ना, कठिन दंड देना।
दांत काटी रोटी अत्यन्त घनिष्ठ मित्रता, गहरी दोस्ती।
दांत काढ़ना दांत उखाड़ना, ओठों को कुछ हटाकर दांत दिखाना, व्यर्थ हंसना, गिड़गिड़ाना, दीनता दिखाना, मुंह बा देना, टें बोल जाना, डर या घबराहट से ठक रह जाना।
दांत किटकिटाना अत्यन्त क्रोध प्रकट करना, सरदी से दांत के हिलने के कारण दांत पर दांत पड़ना और शब्द होना।
दांत किरकिरे होना हार मानना, हार जाना, हैरान हो जाना।
दांत कुरेदने को तिनका न रहना पास में कुछ न रह जाना, सर्वस्व चला जाना।
दांत खट्टे करना खूब हैरान करना, प्रतिद्वंदीता या लड़ाई में परास्त करना, पस्त करना।
दांत खट्टे होना हार जाना, पस्त होना, हैरान होना।
दांत गड़ना दांत घसना, किसी वस्तु को लेने की गहरी चाह होना, प्राप्ति की चिंता होना।
दांत गड़ाना दांत धंसाना, लेने की गहरी चाह रखना, प्राप्ति के प्रयत्न में रहना, लेने की घात में रहना।
दांत चबाना क्रोध से दांत पीसना, कोप प्रकट करना, उ0- दांत चबात चले मधुपुर ते धाम हमारे को। सूर।
दांत जमना दांत निकलना।
दांत झड़ना दांत का टूट कर गिरना।
दांत झाड़ देना दांत तोड़ डालना, कठिन दण्ड देना।
दांत टूटना दांत का गिरना, बुढापा आना।
दांत तले उंगली दबाना अचरज में आना, चकित होना, दंग रह जाना, खेद प्रकट करना, अफसोस करना।
दांत तोड़ना परास्त करना, हैरान करना, कठिन दण्ड देना।
दांत दिखाना हंसना, डराना, घुड़कना, अपना बड़प्पन दिखाना।
दांत न लगाना दांतों से न कुचलना।
दांत निकलना बच्चों के दांत प्रकट होना, दांत जमना।
दांत निकालना दांत उखाड़ना, व्यर्थ हंसना, गिड़गिड़ाना, दीनता दिखाना, डर या घबराहट से ठक रह जाना, फट जाना, उधड़ना, टें बोल जाना।
दांत निपोरना फट जाना, अधड़ना, व्यर्थ हंसना।
दांत पर न रखा जाना खटाई के कारण दांतों को सहन न होना, अत्यन्त खट्टा होना।
दांत पर मैल न होना अत्यन्त निर्धन होना, भुक्खड़ होना।
दांत पीसना अत्यधिक कुद्ध होना, दांत किटकिटाना, क्रोध प्रकट करना।
दांत पैनाना कोई चीज पाने के लिए उस पर निगाह रखना, दांत गड़ाना।
दांत बजना सर्दी से दांतों का छिटकिटाना।
दांत बजाना दांत पर दांत पीसना, दांत किटकिटाना।
दांत बैठ जाना बेहोशी के कारण नीचे ऊपर के दांतों का बैठ जाना।
दांत मसमसाना दांत पर दांत रख कर हिलाना, दांत किटकिटाना।
दांत रखना लेने की गहरी चाह रखना, प्राप्ति के प्रयत्न में रहना, दंश रखना, किसी के प्रति क्रोध या द्वेश का भाव रखना, वैर लेने का विचार रखना, अवसर की प्रतीक्षा में रहना।
दांत रखना किसी वस्तु के लिए अत्यधिक लालायित होना।
दांत लगाना दांत घंसना, दांत चूमने का घाव होना, लेने की गहरी चाह होना, प्राप्ति की चिन्ता होना, लेने की घात में रहना।
दांत से दांत बजाना सर्दी के कारण दांतों का किटकिटाना।
दांत होना गहरी चाह होना, लेने या पाने की अत्यन्त इच्छा होना, प्राप्ति की इच्छा होना, किसी के प्रति क्रोध या द्वेष का भाव होना, किसी से वैर लेने का संकल्प होना।
दांतों उंगली काटना अचरत में आना, चकित होना, दंग रहना, खेद प्रकट करना, अफसोस करना, संकेत से किसी बात का निषेध करना, इशारे से मना करना।
दांतों चढ़ना किसी के आक्षेप आदि का लक्ष्य होना, किसी को खटकना, बुरी नजर का निशान बनना, टोंक में आना, आंख में चुमने लगना।
दांतों चढ़ाना किसी पर आक्षेप करते रहना, बुरी दृष्टि से देखना, पीछे पड़ा रहना, नज़र लगाना।
दांतों तले उंगली दबाना अचरज में आना, चकित होना, दंग रहना, खेद प्रकट काना, अफसोस करना, संकेत से किसी बात का निषेध करना, इशारे से मना करना।
दांतों धरती पकड़कर अत्यन्त दरिद्रता ओर कष्ट से, बड़ी कठिनाई से।
दांतों पर रखना चलना, मुंह में डालना।
दांतों पर होना उस अवस्था को पहुंचना जिसमें दांत निकलने वाले हो।
दांतों पसीना आना कठिन परिश्रम करना।
दांतों में उंगली देना चकित होना, अचम्भे में आना।
दांतों में जीभ सा होना वैरियों के बीच रहन, शत्रुओं से प्रतिक्षण घिरा रहना।
दांतों में तिनका पकड़ना विनती करना, कृपा के लिए दीनतापूर्वक विनय करना, गिड़गिड़ाना। उ0- दसन गहहु तिन कंठ कुठारी। रामा0।
दांतों में तिनका लेना दया के लिए बहुत विनती करना, दण्ड आदि से छुटकारा पाने के लिए बहुत गिड़गिड़ाना, बहुत अधीरता और विनय से क्षमा चाहना।
दांतों से उठाना बड़ी कंजूसी से उठाकर रखना, कृपणता से संचित करना।
दांती बैठना जबड़ों का परस्पर सट जाना। कच्चा बैठना।
दांती लगना जबड़ों का परस्पर सट जाना, कच्चा बैठना।
दाई से पेट छिपाना जानने वाले से कोई बात छिपाना।
दाएं होना अनुकूल या प्रसन्न होना।
दाखिल करना देना, अदा करा, भर देना, जमा करना।
दाखिल करना देना, अदा करना, भर देना, जमा करना।
दाग देना मृतक का दाह कर्म करना।
दाग लगाना कंलकित करना, कलुषित करना।
दाढ़ गरम होना खाना खाने मे आना।
दाढ़ न लगाना दांत से न कुचलना।
दाढ़ मार कर रोना खूब चिल्ला चिल्लाकर रोना।
दाढ़ा फूंकना दाह उत्पन्न करना।
दाद चाहना किसी अत्याचार के प्रतिकार की प्रार्थना करना।
दान देना न्याय करना। उ0- देव तो दया निकंत देत आदि दीन की पै मैरिये अभाग मेरी बात नाथ ढोल की। तुलसी। सराहना। वाह वाह करना, प्रशंसा करना।
दाना पानी उठना जीविका न रहना, रोज़ी खत्म होना।
दाना पानी छूटना रोग के कारण कुछ खाया पीया न जाना।
दाना पानी छोड़ना अन्न जल ग्रहण न करना, न कुछ खाना, न कुछ पीना, उपवास करना।
दाना बदलना एक पक्षी का अपने मुंह का दाना दूसरे पक्षी के मुंह में डालना, चारा बांटना।
दाना मराना चिड़ियों को अपने बच्चों के मुंह में चारा डालना।
दाने का माल वह बर्तन जिसकी नक्काशी उभारी नहीं जाती।
दाने दाने को तरसना अन्न का कष्ट सहना, भोजन के लिए कुछ न पाना, भूखों मरना।
दाने दाने को मुहताज अत्यन्त दरिद्र।
दाव दिखाना अधिकार जताना, डर दिखाना, प्रभुत्व प्रकट करना।
दाव मानना किसी बड़े से डरना या सहमना, प्रभुत्व स्वीकार करना, वश में रहना।
दाव में रखना शासन में रखना।
दाव मे लाना शासन के अन्तर्गत करना, वश में करना।
दाव में होना कस में होना, अधीन होना।
दाम उठना (किसी वस्तु का) मोल ठहराना, मूल्य निश्चित करना, कीमत तै करना, मोल भाव करना।
दाम के दाम पर मूल्य पर, बिना लाभ के।
दाम खड़ा करना मूल्य वसूल करना, मूल्य भर ले लेना।
दाम चुकाना मूल्य से देना, कीमत ठहराना, मौल भाव तय करना।
दाम दाम पर देना कौड़ी कौड़ी चुका देना, कुछ ऋण बांकी न रखना।
दाम देने आना मूल्य देने के लिए विवश होना, किसी वस्तु को नष्ट करने पर उसका मूल्य देना पड़ना, नुकसानी देना पड़ना।
दान पर पाना सारा मूल्य पा जाना।
दाम भरना नुकसानी देना
दामनगीर होना पीछे लगना, ऊपर आ पड़ना, ग्रसना, घेरना।
दायर करना निर्णय के लिए वाद न्यायालय में प्रस्तुत करना।
दायर होना पेश होना, उपस्थित किया जाना।
दायां बायां न जानना भला न जानना। उ0- दाहिन बाम न जानो के कोउय।
दायां बोलना तीतर का दाहिने हाथ की ओर बोलना जो चोरों के लिए अच्छा शकुन जाता है।
दायें होना अनुकूल या प्रसन्न होना।
दाल गलना दाल का अच्छी तरह पक कर नरम हो जाना, दाल सीझना। (किसी का) प्रयोजन सिद्ध होना, मतलब निकलना, कार्य सिद्धि के लिए किसी युक्ति का चलना इस मुहावरे का प्रयोग निषेधात्मक वाक्य में ही अधिकतर होता है।
दाल चप्पू होना एक दूसरे से लिपटकर एक हो जाना, गुत्थमगुत्था होना।
दाल छूटना खुरंड अलग होना।
दाल दलिया सूखा, खरबा भोजन, गरीबों का सा खाना।
दाल बंधना खुरंड पड़ाना, अक्सा का एकत्र होकर पड़ना।
दाल में काला होना कुछ खटके या सन्देह की बात होना, कुछ बुरा रहस्य होना, किसी बुरी बात का लक्षण दिखाई पड़ना। कोई दोष छिपा होना।
दाल रोटी सारा खाना सामान्य भोजन।
दाल रोटी चलना खाना मिलना, जीविका निर्वाह होना।
दाल रोटी से खुश खाने पीने से सुखी, खाता पीता।
दांव करना घात लगाना, घात में बैठना।
दांव खेलना चाल चलना, धोखा देना।
दांव चलना अपनी बारी आने पर शतरंज की गोटी, ताश के पत्ते आदि को रखना।
दाल चूकना अवसर को हाथ में जाने देना। अवसर खोना, घात में बैठना।
दांव ताकना अवसर को ताक में रहना, मौका देखते रहना।
दावें देना खेल में हारे पर नियत दण्ड भोजना, या परिश्रम करना। उ0- (क) खेलत संग अनुज बालक नित जोगवत अनट उपाउ। जीति हारि चुचकारि दुलारत देत दिवावत दाउं। तुलसी। (ख) तुमरे संग कहो को खेले दांव देत नहिं करत रनैया। सूर। चाल चलना, धोखा देना।
दांव पर चढ़ना ऐसी स्थिति में होना जिससे किसी का काम निकल सके। किसी के अभ्रिप्राय साधन के अनुकूल प्रवृत्त होना, इस प्रकार वश में होना कि दूसरा अपना मतलब निकाल ले।
दांव पर चढ़ाना मतलब के अनुकूल करना, कार्य साधन के लिए अनुकूल करना।
दांव पर रखना रूपया पैसा या कोई वस्तु, बाजी पर लगाना।
दांव पर लाना कार्य साधन के लिए अनुकूल करना, कुश्ती में जोड़ को ऐसी स्थिति में करना कि उस पर पेंच हो सके।
दांव फेंकना अपनी बारी आने पर पासा या जुये की कौड़ी आदि डालना।
दांव लगना अवसर हाथ आना, अनुकूल संयोग मिलना, मौका मिलना।
दांव लगाना अवसर को ताक में रहना, मौका देखते रहना, जुये में धन लगाना, बाजी पर लगाना।
दांव लेना बदला लेना, प्रतिकार करना। उ0- असुर कुपित ह्वै कह्यो बहुत तुम असुर संहारे, अब लैहों वह दांव छाड़िहों नहिं बिनु मारे। सूर। खेल में हारने वाले से नियत दण्ड भोगना या परिश्रम कराना।
दाव जमाना मुकदमा ठीक करना, हक साबित करना।
दावा खाजि होना मुकदमा हारना, हक का साबित न होना।
(किसी का) दाहिना हाथ होना बड़ा भारी सहायक होना। उ0- आजु भयो विधि दाहिन मोंही। रामा0।
दाहिनी देना दक्षिणावर्त परिक्रमा करना, उ0- जटा भस्म तनु दहै वृथा करि कर्म बंधावै। पुहुमि दाहिनी देहि गुफा बसि मोहि न पावै। सूर।
दाहिनी लाना प्रदक्षिणा करना। उ0- पंचटी गोदहि प्रनाम करि कुटी दाहिनी लाड़ी तुलसी।
चौ0 दाहिने होना अनुकूल होना। हित की और प्रवृत्त होना, प्रसन्न होना। उ0- पुनि बंदो खल गन सहित पाए। जे बिनु काज दाहिने बाएं। तुलसी।
दिन आना समय पूरा हो जाना, अन्तिम समय आना।
दिन कटना किसी तरह समय बीतना।
दिन काटना समय बिताना, किसी तरह निर्वाह करना।
दिन को तारे दिखाई देना इतना अधिक मानसिक कष्ट पहुंचना कि बुद्धि ठिकाने न रहे। दुःख की प्रबलता के कारण होश ठिकाने न रहना।
दिन को तारे नज़र आना बहुत तेज नज़र होना, घारे अंधकार होना।
दिन को दिन रात को रात समझना अपने सुख या विश्राम का कुछ भी ध्यान न रखना।
दिन को रात कहना उलटी बात कहना।
दिन गंवाना वृथा समय खोना।
दिन गिनना प्रतीक्षा करना, आशा में समय बिताना, किसी प्रकार कालक्षेप करना।
दिन चढ़ना सूर्योदय होना, सूर्य निकलने के उपरान्त कुछ और समय बीतना, किसी स्त्री का गर्भवती होना, दिन व्यतीत होना।
दिन चढ़ाना सबेरे का समय बिताना।
दिन चढ़े सबेरा होने के काफी देर बाद।
दिन छिप्ना सूर्यास्त होना, सन्ध्या होना।
दिन डूबना सूर्यास्त होना, सन्ध्या होना।
दिन ढरकना सूर्यास्त होना, दिन डूबना।
दिन ढ़लना सन्ध्या का समय निकट आना, सूर्यास्त होने को होना।
दिन ढले सन्ध्या को।
दिन दहाड़े बिलकुल दिन के समय, ऐसे समय जब कि सब लोग जागते और देखते हों, खुले ख्जाने।
दिन दिन नित्य प्रति, सदा।
दिन दूना रात चौगुना होना बहुत जल्दी और बहुत अधिक बढ़ना, खूब उन्नति करना।
दिन दोपहर बिलकुल दिन के समय।
दिन धरना दिन ठहराना, दिन निश्चित करना।
दिन धराना दिन स्थिर कराना, दिन निश्चित कराना, मुहुर्त निकलवाना। उ0- अति परम सुन्दर पालना गढ़ि तथ्य रे बढ़ैा।00 पालनो आन्यो सििह अति मन मान्यो नीको दिन घराई सखिन मंगल गवाय रंग मंगल में पौढ्यो हे कन्हैया। सूर।
दिन घोले बिलकुल दिन के समय।
दिन निकलना दिन चढ़ना, सूर्योदय होना।
दिन पड़ना कुसुमय का आना, बुरा समय आना।
दिन पर दिन नित्य प्रति, सदा।
दिन पूरे करना निर्वाह करना, समय बिताना, किसी अवधि तक समय बिताना।
दिन पूरे होना अन्तिम समय निकट आना। उ0- पूरा सेइये, सब विधि पूरा होय। कबीर।
दिन फिरना दुर्भाग्य काल के उपरान्त सौभाग्य काल आना, बुरे दिनों के बाद अच्छे दिन आना।
दिन बदना दिन नियत करना।
दिल बहुरना फिर से अच्छे दिन आना, दिन फिरना।
दिल बिगड़ना बुरे दिन होना, विपत्ति आना।
दिन बूड़ना सूर्यास्त होना, सन्ध्या होना।
दिन भरना बुरे दिन काटना।
दिन भुगताना दिन काटना, समय बिताना।
दिन मुंदना सूर्य डूबना, सन्ध्या होना।
दिन होना दिन निकलना, सूर्योदय होना, दिन चढ़ना।
दिनों का फेर एक दशा से दूसरी दशा की प्राप्ति। उ0- मातु प्यास पिंजरा बरयो सुआ समै कैं फेर। आदस दै दै बेलियतु बाइसु बलि की वेर। बिहारी।
दिनों से उतरना जवानी ढलना।
दिमाग आसमान पर होना अत्यधिक अभिमान होना, गर्व में चूर रहना।
दिमाग खाना बहुत बकवाद करना, व्यर्थ की बातें कहना।
दिमाग खाली करना दिमाग चाटना, मगजपच्ची करना, ऐसा काम करना जिससे मानसिक शक्ति का बहुत अधिक व्यय हो।
दिमाग चढ़ना अत्यधिक अभिमान होना।
दिमाग चाटना बहुत बकवाद करना, व्यर्थ की बातें कहना।
दिगाम चौथे फलक पर होना अत्यधिक अभिमान होना।
दिमाग झड़ना अहंकार नष्ट होना, अभिमान नष्ट होना।
दिमाग ठंडा करना क्रोध या घमंड दूर करना।
दिमाग न मिलना दिमाग चढ़ना
दिमाग पच्ची करना व्यर्थ की बात पर बहुत विचार करते रहना।
दिमाग परेशान करना दिमाग चाटना, ऐसा काम करना जिसमें मानसिक शक्ति का अधिक व्यय हो।
दिमाग में खलल होना मस्तिष्क में ऐसा विकार होना, जिससे विवेक शक्ति न रह जाय।, सिड़ी होना, पागल होना।
दिमाग लड़ाना बहुत अच्छी तरह विचार करना, खूब सोचाना।
दिमाग सातवें आसमान पर होना अत्यधिक अभिमान होना।
दिमाग हो जाना घमंड हो जाना।
दियासलाई लगाना आग लगाना, जलाना।
दिल अटकना चित का प्रमास्क्त होना, किसी से प्रेम हो जाना।
दिल अटकाना किसी से प्रेम करना।
दिल आना किसी से प्रेम आना, हृदय का किसी के प्रेम में अनूरक्त होना।
दिल उतारना चित का उचाट होना , चित न लगना, एक ही अवस्था में बहुत काल तक रहते रहते परिवर्तन के लिए चित व्यग्र होना, तबीयत धबड़ाना।
दिल उचटना चित न लगना, चित का प्रवृत न होना, मन हटना, किसी कार्य, वस्तु या स्थान आदि से विरक्ति होना।
दिल उठाना चित हटाना, मन फेर लेना।
दिल उमड़ना हृदय करूणा व शोक के आवेग से पूर्ण होना, चित में दुःख का उद्रक होना, हृदय का करूणा से विह्वल होना।
दिल उलटना चित व्याकुल होना, मन व्यग्र होना, मन न लगना, जी ऊबना, वमन करने को जी चाहना, होश जाते रहना।
दिल कड़ा करना हिम्मत बांधना, साहस करना, चित में दृढ़ता लाना।
दिल कडुवा करना हिम्मत बांधना, साहस करना, चित में दृढ़ता लाना।
दिल कबाब होना चित संतप्त होना, हृदय में सन्ताप होना चित में कुढ़ना और दुःख होना, क्रोध आना, गुस्सा लगना, ईष्या होना, दाह होना।
दिल करना हिम्मत करना, हौसला करना, साहस करना, जी चाहना, इच्छा होना।
दिल का कंवल खिलना चित प्रसन्न होना, मन आनन्दित होना।
दिल का खोटा कपटी, दगाबाज।
दिल का गवाही देना अंतरात्मा का कोई काम करना स्वीकार करना, मन को किसी बात की सम्भावना या औचित्य का विश्वास होना।
दिल का गुबार निकलना मन का मलाल दूर करना।
दिल का गुबार निकलना क्रोध या दुःख को शब्दों द्वारा प्रकट करना, हृदय का उद्वेग बाहर करना।
दिल का बादशाह अति उदार, मनमौजी, लहरी।
दिल की आग बुझना जी ठंडा होना, इच्छा पूरी होना।
दिल की कली खिलना आनन्दित होना, चित प्रसन्न होना।
दिल की दिल में रहना मनोरथ का पूरा न होना, मन की ठानी, सोचइ या चाही हुई बात का न होना।
दिल की फांस मन की पीड़ा या दुःख, आन्तरिक वेदना।
दिल कुढ़ना चित का दुखी होना, रंज होना।
दिल कुम्हलाना चित का दुखी या शोकाकुल होना, मन का सुस्त हो जाना।
दिल के दरवाजे खुलना (किसी के) जी काहाल मालूम होना, मन की बात प्रकट होना।
दिल के फफोले फूटना चित का उद्गार निकलना, दिल की जलन या क्रोध प्रकट होना, मन का उमंग शंत होना।
दिल के फफोले फोड़ना हृदय का उद्गार निकालना, जली कटी कहकर अपना चित शांत करना, अपने दिल की जलन या क्रोध प्रकट करना।
दिल के मलौले निकालना कुछ बक बककर मन का दुःख दूर करना।
दिल को करार होना चित में धैर्य या शांति होना, हृदय का शांत या सन्तुष्ट होना।
दिल को मसोसना शोक या क्रोध आदि तीव्र मनोवेगों को मन में ही दबा रखनाा, चित के उद्गार को किसी कारणवश निकलने न देना।
दिल को लगना हृदय का पूरा या गहरा प्रभाव पड़ना, किसी बात का जी में बैठना, चित में चुमना।
दिल खटकना चितमें खटका या सन्देह उत्पन्न होना, हानि आदि की आशंका से (कोई काम करने से) जी हिचकना।
दिल खट्टा होना चित हट जाना, मन फिर जाना या विरक्त होना, अनुराग न रहना, घृणा होना।
दिल खिलना चित प्रसन्न होना, मन प्रफुल्लित होना।
दिल खुलना संकोच छूट जाना, धड़क खुल जाना, किसी काम के करने में हिचक न रह जाना।
दिल खोलकर बेधड़क, निःसंकोच, बिना किसी प्रकार के भय या लज्जा के, बिना हिचके, जितना जी चाहे,मनमाना, यथेष्ट।
दिल चलना जी चाहना, इच्छा होना, दिल आना, चित मोहित होना।
दिल चलाना इच्छा करना, मन दौड़ाना, चाह करना, हिम्मत बांधना, साहस करना, हौंसला बढाना।
दिल चुराना 1.किसी को मोहित कर लेना। 2. किसी काम या बात से बचने के लिए हीला हवाली करना, या युक्ति रचना, किसी काम से भागना।
दिल जमना किसी काम में चित लगना, ध्यान या जी लगना, सन्तुष्ट होना, रूचि के अनुकूल होना, जी भरना।
दिल जमाना काम में ध्यान देना, चित लगाना, जी लगाना।
दिल जलना चित सन्तप्त होना, हृदय में सन्ताप होना, चित में कुढ़ना और दुःख होना, क्रोध आना, गुस्सा लगना, ईष्या होना, डाह होना।
दिल जलाना चित सन्तप्त करना, हृदय में क्रोध उत्पन्न करना, कुढ़ाना, चिढ़ाना, हृदय में दुःख उत्पन्न करना, रंज पहुंचाना, दुखल करना, चित व्यथित करना, सताना, ईष्या या डाह उत्पन्न करना।
दिल जान में लगना हृदय में प्रवृत्त होना, सारा ध्यान लगा देना, एकाग्र चित होकर तत्पर होना।
दिल टूट जाना उत्साह भंग हो जाना, उमंग या हौंसला न रह जाना, नैराश्य होना, उदासीनता होना।
दिल टूटना उत्साह भंग हो जाना, उमंग या हौंसला न रह जाना, नैराश्य होना, उदासीनता होना।
दिल ठिकाने होना मन में शांति, सन्तोष या धैर्य होना, चित स्थिर होना, जी ठहरना।
दिल छुकना मन को सन्तोष होना, चित स्थिर होना चित में दृढ़ता होना, साहस होना, हिम्मत बांधना।
दिल ठोकना मन को दृढ़ करना, जी पक्का करना।
दिल डूबना बेहोश होना, बेचैन होना।
दिल तड़पना चित का यों ही विशेषतः किसी के प्रेम में बहुत व्याकुल होना, अत्यधिक घबराहट या बेचैनी होना।
दिल तोड़ना हिम्मत तोड़ना, हतोत्साह करना, साहस भंग करना।
दिल दहलना कलेजा कांपना।
दिल-दिमाग का (आदमी) बहुत साहसी और समझदार (आदमी)।
दिल सूखना चित को कष्ट पहुंचना, हृदय में दुःख होना।
दिल दुखाना चित व्यथित करना, कष्ट पहुंचाना, दुख देना, सताना।
दिल देखना किसी के मन की परीक्षा करना, रूचि या प्रवत्ति का पता लगाना, जी की थाक लेना, मन टटोलना।
दिल देना आशिक होना, प्रेम करना, आसक्त होना, मुहब्बत में पड़ना।
दिल दौड़ाना जी चलाना, इच्छा या लालसा करना, ध्यान दौड़ाना, चिन्तन करना, सोचना।
दिल का धक धक करना भय से व्याकुलता हेाना, आशंका से चित विचलित होना।
दिल धक धक होना भय से व्याकुलता हेाना, आशंका से चित विचलित होना।
दिल ाड़कना डर से जी कांपना, भय से व्याकुल होना, चिख्त में चिन्ता होना, जी खटका होना।
दिल धुकड़ पुकड़ करना डर से जी कांपना, भय से व्याकुलता होना, चित में चिन्ता होना, जी में खटका होना।
दिल पक जाना दिल में सख्त रंज होना, ताने सुन-सुनकर दिल को कष्ट देना।
दिल पकड़ा जाना मन में सन्देह पड़ जाना, माथा ठनकना, कोई भारी खटका पैदा हो जाना, कोई भारी आशंकर चित में उठना।
दिल पकड़े फिरना ममता से व्याकुल होकर इधर उधर फिरना, विकल होकर घूमना।
दिल पकना तंग आना, ऊब उठना।
दिल पर नक्श होना किसी बात का हृदय मे अच्छी तरह जम जाना।
दिल पर सांप लौंटना अत्यन्त दुःख होना, अत्यधिक व्याकुलता होना, ईष्या आदि के कारण अत्यन्त दुःख होना।
दिल पसीजना दया से हृदय द्रवित होना, चित का दयार्द्र होना, हृदय का प्रमार्द्र होना, चित में स्नेह का संचार होना।
दिल पाना आशय जानना, अन्तःकरण की बात जानना, मन की थाह पाना।
दिल फट जाना हृदय मिला न रहना, चित में पहले का सा सद् भाव या प्रेमभाव न रह जाना, प्रीति भंग होना, प्रेम में अन्तर पड़ जाना, चित विरक्त होना, किसी की ओर से चित खिन्न हो जाना।
दिल फिर जाना मनहट जाना, चित विरक्त हो जाना, चित अनुरक्त न रहना, हृदय मे घृणा या अरूचि उत्पन्न हो जाना।
दिल फीका होना चित हट जाना, मन फिर जाना, या विरक्त होना, अनुराग न रहना, घृणा होना।
दिल बढ़ना चित प्रसन्न या उत्साहित होना, हौंसला बढ़ना, साहस बढ़ना, हिम्मत आना, जोश आना।
दिल बढ़ाना उत्साह बढ़ाना, किसी विषय में प्रवृत करने के लिए उत्तेजित करना। प्रशंसा, पुरस्कार आदि द्वारा किसी काम में अधिक से रूचि उत्पन्न करना, हौंसला बढ़ाना, किसी कार्य की सफलता को आशा बंधाकर अधिक उत्साह उत्पन्न करना, साहस दिलाना, हिम्मत बधाना।
दिल बहलना चित का आनन्दपूर्वक लीन होना, मनोरंजन होना, चित के किसी विषय मं लग जाने से दुःख या चिंता की बात भूल जाना।
दिल बहलाना रूचि के अनुकूल किसी विषय में लगकर चित प्रसन्न करना, मनोरंजन करना, चित को किसी ओर लगाकर दुःख याचिंता की बात भूल जाना।
दिल बुझना चित में किसी प्रकार का उत्साह या उमंग न रह जाना, मन भरना।
दिल बरा होना उलटी होना, ख्याल खराब होना, चित में दुर्भाव या घृणा उत्पन्न होना।
दिल बेकल होना बेचैनी होना, घबराहट होना।
दिल बैठा जाना चित विह्वल होना, चित ठिकाने न रहना, चैतन्य न रहना, मूचर्छा सी आना, मन भरना, उदासी होना।
दिल भटकना चित का व्यग्र या चंचल होना, मन में इधर उधर के विचार उठना।
दिल भर आना हृदय का करूणा या शोक के आवेग से पूर्ण होना, चित में दुःख या करूणा का उद्वेग होना, दुःख या दया का उमड़ना, करूणा आदि से विह्वल होना।
दिल भरना चित सन्तुष्ट होना, तुष्टि होना, तृप्ति होना, मन अघाना, मन की अभिलाषा पूरी होने से आनन्द और सन्तोष होना, रूचि के अनुकूल होना, मन मानना, मन में घृणा न होना।
दिल भारी करना चित खिन्न या दुखी करना।
दिल मलना दिल दुखाना, कष्ट पहुंचाना।
दिल मसोस कर रह जाना कलेजा थाम कर रह जाना, दुःख के वेग की रोग कर रह जाना।
दिल मसोसना शोक, क्रोध या किसी दूसरे तीव्र मनोवेग का मन में ही दबा रहना।
दिल मारना खिन्न चित होना, उदास होना, इच्छा को दबाना, मन को वश में करना।
दिल मिलना चित के भाव का परस्पर समान होना, हृदय का भाव एक होका, समान प्रवृत्ति होना, चित पटना, प्रेम होना, मित्रता होना।
दिल में आना मन में भाव उठना, चित में विचार उत्पन्न होना, मन में इच्छा होना, जी चाहना, इरादा होना, संकल्प होना।
दिल में गड़ना चित में जम जाना, हृदय पर गहरा प्रभाव करना, मर्म वेदना, हृदय में अंकित हो जाना, चित में बराबर ध्यान बना रहना, डटना, बुरी बात का दिल में चुमना, अति अभिष्ट वस्तु का दिल में रहना।
दिल में गांठ पड़ना आपस में सम्बन्ध में भेद पड़ना, मन मोटाव होना, वैर होना, द्वेष होना।
दिल में घर करना मन में स्थान करना, हृदय में किसी बात का अच्छी तरह जम जाना, हृदय में किसी का ध्यान बराबर बना रहना।
दिल में चुभना चित में जम जाना, हृय पर गहरा प्रभाव करना, मर्म वेदना, हृदय में अंकित हो जाना, चित में बराबर ध्यान बना रहना।
दिल में जगह करना किसी बात का हृदय में अच्छी तरह जम जाना।
दिल में फफोले पड़ना अत्यधिक मानसिक कष्ट होना।
दिल में पर्ख आना सद्भाव में अन्तर पड़ना, मनमोटाव होना।
दिल में राना चित में विचार धारण करना, ध्यान बनाये रखना, मन में बुरा मानना, वैर रखना, द्वेष रखना, कीना रखना, हृदय में गुूप्त रखना, हृदय में भाव को प्रकट न करना।
दिल मैला करना चित में दुर्भाव उत्पन्न करना, मन मैला करना।
दिल रखना (किसी का) मन रखना, मन की बात होने देना, मन की अभिलाषा पूरी करना, इच्छा पूरी करना, उत्साह भंग न करना, प्रसन्न करना, सन्तुष्ट करना।
दिल रूकना जी घबराना, जी हिचकना, चित प्रवृत्त न होना।
दिल लगना चित तत्पर होना, मन का किसी विषय में योग देना, चित प्रवृत्त होना।
दिल लगाना तत्पर होना, दृढ़ चितत होना, प्रेम करना।
दिल ललचना जी में लालच होना, चित में किसी बात के लिए प्रबल इच्छा होना, चित आकर्षित होना, मन मोहित होना, मन लुभाना।
दिल लेना किसी को अपने पर आसक्त करना, अपने प्रेम में फंसाना, अन्तःकरण की बात जानना, मन की थाह लेना।
दिल लोटना जी झटपटाना, किसी वस्तु की प्राप्ति या और किसी बात के लिए चित व्याकुल होना, चित का अत्यन्त इच्छुक होना, ऐसी इच्छा होना कि रखा न जाय।
दिल से जी लगाकर, अच्छी तरह, ध्यान देकर, अपने मन से, अपनी इच्छा से।
दिल से उठना अपने आप कोई काम करने की प्रवत्ति होना।
दिल में उतरना दृष्टि से गिर जाना, प्रिय या आदरणीय न रह जाना, विरक्त भोजन होना।
दिल से दूर करना भुला देना, विस्मरण करना, ध्यान छोड़ देना।
दिल हट जाना मन हट जाना, चित विरक्त हो जाना, चित अनुरक्त न रहना, हृदय में घृणा या अरूचि उत्पन्न हो जाना।
दिल से दिल में मन ही मन, चुपके चुपके, गुप्त भाव से।
दिल्लगी उड़ाना (किसी बात को) अमान्य और मिथ्या ठहराने के लिए (उसे) हंसी में उड़ा देना, हंसी की बात कहकर टाल देना, उपहास करना।
दिल्लगी में केवल दिल्लगी के विचार से, यों हंसी में।
दिवाला निकलना दिवाला होना।
दिवाला निकालना दिवालिका बन जाना, ऋण चुकाने में असमर्थ हो जाना।
दिवाला मारना दिवालिया बन जाना, यथेष्ट धन बचाकर अपने आपको ऋण चुकाने में असर्म्थ हो घोषित करना।
दिसावर उतरना विदेश मे भाव गिरना।
दीआ घर करना दीपक बुझाना।
दीठ उठाना ताकने के लिए आँख ऊपर करना।
दीठ उतारना किसी उपचार से बुरी दृष्टि का प्रभाव दूर करना।
दीठ करना दृष्टि डालना, ताकना।
दीठ खा जाना किसी की बुरी दृष्टि के सामने पड़ जाना, टोंक में आना, हंस में आना। (बच्चों के सम्बन्ध में अधिक बोलते हैं।)
दीठ गड़ाना दृष्टि स्थिर करना, एकटक ताकना।
दीठ चुराना (लज्जा या भय से) सामने न आना, जान बूझकर दिखाई न पड़ना।
दीठ चूकना नज़र न पड़ना, दृष्टि का इधर हो जाना।
दीठ जलाना नज़र उतारने के लिए राई, लीन या कपड़ा जलाना, बुरी दृष्टि का प्रभाव दूर करना।
दीठ जुड़ना आंख मिलना, साक्षात्कार होना, देखा देखी होना।
दीठ जोड़ाना आंख मिलना, साक्षात्कार होना, देखा देखी होना।
दीठ झाड़ना किसी उपचार से बुरी दृष्टि का प्रभाव दूर करना।
दीठ पर चढ़ना देखने में श्रेष्ठ या उत्तम जान पड़ना, निगाह में जंचना, अच्छा लगने के कारण ध्यान में सदा बना रहना, पसन्द आना, भाना, आंखों में खटकना, किसी वस्तु का इतना बुरा लगना कि उसका ध्यान सदा बना रहे।
दीठ फिरना नेत्रों का दूसरी और प्रवृत्त होना, कृपादृष्टि न रहना, हित का ध्यान या प्रीति न रहना, चित अप्रसन्न या खिन्न होना।
दीठ फिसलना चमक दमक के कारण नजर न ठहरना, आंख में चकाचौंध होना।
दीठ फेंकना नजर डालना, ताकना।
दीठ फेरना नजर हटा लेना, दूसरी ओर ताकना, कृपादृष्टि न रखना, प्रसन्न या खिन्न होना।
दीठ बचाना किसी के सामने होने से बचना। आंख के सामने न आना, जान-बूझकर दिखाई न पड़ना। (भय, लज्जा आदि के कारण)। (किसी से) छिपाना न दिखाना। उ0- मोहन आपनो राधिका को विपरी को चित विचित्र बनाय के। दीठ बचाय सलोनी की आरसी में पिपकाई गयो बहराई के। रस कुसुमाकर।
दीठ बांधना इस प्रकार जादू करना कि आंखों को और का और दिखाई दे, इन्द्रजाली फैलाना।
दीठ बिछाना प्रेम या श्रद्धावश किसी के आसरे में लगातार ताकते रहना, उत्साहपूर्वक किसी के आगम की प्रतीक्षा करना, किसी के आने पर अत्यन्त श्रद्धा या प्रेम से स्वागत करना।
दीठ पर देखना जितनी देर तक इच्छा हो उतनी देर तक देखना, जी भर ताकना।
दीठ मारना आंख से संकेत करना, पलक गिराकर संकेत करना, आंख के इशारे से रोकना।
दीठ मारी जाना देखने की शक्ति न रह जाना।
दीठ मिलना आंख मिलना, साक्षात्कार होना, देखा देखी होना।
दीठ मिलाना आंख मिलना, साक्षात्कार होना, देखा देखी होना।
दीठ में आना दिखार्ठ पड़ना।
दीठ में पड़ना दिखाई पड़ना।
दीठ में समाना अच्छा या प्रिय लगने के कारण ध्यान में सदा बना रहना।
दीठ लगना कुदष्टि पड़ जाना।
दीठ लगाना टकटकी लगाकर देखना, ताकना, दृष्टि करना। उ0- नहिं लावहिं परतिय मन दीठी। तुलसी।
दीठ लड़ना आंख के सामने आंख होना, घूराघूरी होना।
दीठ उड़ाना आंख के सामने आंख किये रहना, घूरना।
दीठ से उतरना श्रद्धा, विश्वास या प्रम का पात्र न रहना।
दीठ नवना शर्म खाना, नम्र होना।
दीदाघाई स्त्री जिसकी आंखों में शर्म न हो, बेशर्मी निलर्ज्ज।
दीदाफटी स्त्री जिसकी आंखों में शर्म न हो, बेशर्मी निलर्ज्ज।
दीदा फूटना आंखे फूटना, आंखे अंधी होना।
दीदा लगना ध्यान जमना, चित रमना।
दीदे का पानी ढल जाना निर्लज्ज हो जाना।
दीदे निकालना क्रोध की दृष्टि से देखना, आंखे नीली पीली करना।
दीदे पटम होना आंखों का फूट जाना।
दीदे फाड़कर देखना अच्छी तरह आंख खोलकर देखना, ध्यानपूर्वक देखना, टकटकी बांधकर देखना।
दीदे मटकाना हाव भाव सहित आंखों की पुतली चमकाना, आंखे चमकाना।
दीमक का खाया हुआ जो गड्ढेदार होने से उपव्य दिखाई देता हो।
दीया जलाना दीया जलने का समय होना, सन्ध्या होना।
दीया जलने के समय सन्ध्या के समय।
दीया जलाना दीवाला निकालना।
दीया ठंढा करना दीया बुझाना।
(किसी के घर का) दीया ठंढा होना दीपक बुझना, किसी के मरने से कुल में अंधकार छा जाना, घर में रौनक न रह जाना।
दीया दिखाना रोशनी दिखाना (किसी के) सामने उजाला करना।
दीया बढ़ाना दीया बुझाना।
दीया बड़ा करना दीया बुझाना।
दीया बत्ती करना दीया जलाने के लिए बत्ती आदि ठीक करना, रोशनी का सामान कराना, चिराग जलाना।
दीया बत्ती का समय सायंकाल, सन्ध्या का समय।
दीया लेकर ढूंढना चारों और हैरान होकर ढूंढना, परिश्रम से खोजना।
दीये का हंसना दीया की बत्ती से फूल या गुल झड़ना, दीये की बत्ती में चमकते हुए गोल रवे दिखाई पड़ना, (इससे विवाह होने, लड़का होने आदि का शुभ शकुन समझा जाता है)।
दीये में बत्ती पड़ना दीया जलने का समय होना, सन्ध्या का समय होना।
दीये से फूल झड़ना दीये की जलती हुई बत्ती से चमकते हुए गोल फुचड़े या रवे निकलना, गुल झडना।
दीवार उठाना दीवार बनाना।
दीवार खड़ी करना दीवार बनाना।
दीवार में चुनना किसी मनुष्य को खड़ा करके उसके ऊपर चारों ओर ईंटों की जोड़ाई करना।
दुःख उठाना कष्ट सहना, ऐसी स्थिति में पड़ना जिसमें सुख व शान्ति न हो।
दुःख देना कष्ट पहुंचाना।
दुःख पड़ना आपत्ति आना, संकट उपस्थित होना।
दुःख पहुंचना दुःख होना।
दुःख पहुंचाना कष्ट पहुंचाना।
दुःख पाना कष्ट सहना, ऐसी स्थिति में पड़ना जिसमें सुख व शन्ति न हो।
दुःख बंटाना सहानुभूति प्रकट करना, कष्ट या संकट के समय साथ देना।
दुःख बिसारना चित में खेद निकालना, शोक या रंज की बात भूलना, जी बहलाना।
दुःख मरना कष्ट या संकट के दिन काटना।
दुःख मानना खिन्न होना, सन्तप्त होना, रंजीदा होना।
दुःख लगना मन में खेद होना, रंज हेाना, रंज होना, रोग घेरना, व्याधि होना।
दुआ करना ईश्वर से किसी की भलाई की प्रार्थना करना।
दुआ मांगना प्रार्थना करना।
दुआ लगना आशीर्वाद का फलीभूत होना।
दुई का परदा द्वैतजनित ज्ञान या आवरण।
दुकान उठाना कारबार का बन्द करके दुकान छोड़ देना, दुकान बन्द करना।
दुकान करना व्यवसाय करना, दुकान खोलना।
दुकान खोलना व्यवसाय करना।
दुकान चलना व्यवसाय में वृद्धि होना।
दुकान बढ़ाना दुकान बंद करना।
दुकान लगाना दुकान का सामान बिक्री के लिए सजाकर रखना।
दुखड़ा रोना आड़म्बर करना।
दुखड़ा पड़ना (किसी स्त्री का) विधवा हो जाना।
दुखड़ा पीटना कष्ट भोगना, बहुत परिश्रम और कष्ट से जीवन बिताना।
दुखड़ा मरना कष्ट भोगना, बहुत परिश्रम और कष्ट से जीवन बिताना।
दुखड़ा रोना दूसरे से अपनी करूण गाथा कह सुनाना।
दुगदुगी में दम होना प्राण कंठगत होना।
दुटूक बात स्पष्ट बात, खरी बात, थोड़े में कही हुई साफ बात।
दुनिया की हवा लगना सांसारिक अनुभव होना, छल-कपट या दुव्यर्वसनों में लगना।
दुनिया के परदे पर सारे संसार में।
दुनिया भर का अत्यधिक।
दुनिया से उठ जाना मर जाना।
दुनिया से चल बसना मर जाना।
दुनियादारी की बात बनावटी बात, इधर उधर की बात जो केवल प्रसन्न करने के लिए कही जाय, लल्ली चप्पो।
दुपट्टा तान कर सोना निश्चिन्त होकर सोना, बेखटके सोना।
दुपट्टा बदलना सहेली बनाना, सखी बनाना।
दुगसली में पड़ना दुविधा में पड़ना।
दुवधे में डालना संशय उत्पन्न कराना।
दुबधे में पड़ना अनिश्चित अवस्था में पड़ना।
दुम के पीछे फिरना साथ साथ लगा रहना, पीछे पीछे घूमना, साथ न छोड़ना।
दुम दबा जाना डर के मारे भाग जाना, भयवश किसी काम के पीछे हट जाना, भयवश किसी काम से अलग हो जाना।
दुम दबाकर भागना डर के मारे न ठहरना, दबकर भागना।
दुम में घुसना गायब हो जाना, दूर हो जाना।
दुम में घुसा रहना खुशामद में लगा रहना, शतूषा के लिए सदा साथ में रहना।
दुप में रस्सा बांध नटखट चौपाये की तरह बांध कर रक्खू।
दुम हिलाना कुत्ते का दुम हिलाकर प्रसन्नता प्रकट करना, चापलूसी करना।
दुर दुर करना तिरस्कारपूर्वक हटाना, कुत्ते की तरह भगाना।
दुरदुराना तिरस्कार पूर्वक दूर करना, अपमान के साथ भगाना।
दुरागौन देना लड़की को दूसरी बात ससुराल भेजना।
दुरागौन लाना बहू को दूरी बार उसके पिता के घर से लाना।
दुरादुरी करके छिपे छिपे, गुप्त रूप से। उ0- सिय भ्राता के समय मौम तंह आयह, दुरादुरी करि नैग, सुनात, जनायउ। तुलसी।
दुरूस्त करना किसी की चाल सुधारना, किसी को दण्ड देना।
दुलत्ती छांटना दोनों लातों को चलाना, दोनों लातों से मारना।
दुलत्ती झाड़ना दोनों लातों को चलाना, दोनों लातों से मारना।
दुलत्ती फेंकना दोनों लात चलाना।
दुह लेना निःसार का देना, सार खींच लेना, सर्वस्व हर लेना, अधिक से अधिक लाभ उठाना। उ0- बैचहिं वेद धरम दुहि लेलीं, पिसुन पराय पाप कहि देहीं। तुलसी।
दुहाई देना (संकट या आपत्ति आने पर) रक्षा के लिए पुकारना, अपने बचाव के लिए किसी का नाम लेकर चिल्लाना।
(किसी की) दुहाई फिरना राजा के सिंहासन पर बैठने पर उसके नाम की घोषणा होना। उ0- बैठे राम राज सिंहासन जग में फिरी दुहाई। निर्भय राजा राम को कहियत सुर नर मुनि सुखदाई। सूर। प्रताप का डंका फिरना, विजय घोषणा होना, जय जयकार होना। उ0- (क) बिंध, उदयगिरि, धौलागिरी कृष्टि दुहाई फिरी। जायसी। (ख) नगर फिरी रघुबीर दुहाई तब प्रभु सीतहि बोल पठाई। तुलसी।
दूज का चांद होना बहुत दिनों पर दिखाई पड़ना, बहुत कम दिखाई पड़ना।
दूध उगलना बच्चे का दूध पीकर के कर देना।
दूध उछालना खौलते दूध को डंढा करने के लिए बार बार उसे धार बांधकर नीचे गिराना।
दूध उतरना स्तनों में दूश भर आना।
दूध का दूध और पानी का पानी उचित न्याय करना। उ0- जातहिं वह उधारि पैरगी दूध दूध पनी सो पानी। सूर।
दूध का बच्चा नन्हा और केवल दूध पीने वाला बच्चा।
दूध का सा उबाल शीर्घ शांत हो जाने वाला क्रोध या मनोवेग आदि।
दूध की मक्खी अत्यन्त तुच्छ और तिरस्कृत पदार्थ।
दूध की मक्खी की तरह निकालना किसी मनुष्य को बिलकुल तुच्छ या अनावश्यक समझकर अपने साथ से एकदम अलग कर देना। उ0- मनसा वचन कर्मना अब हम कहत नहीं कछु राखी। सूर काढ़ि डारयो ब्रज ते ज्यों दूध मांझ से ताखी। सूर। उ0-रेख रंवचाई कहउँ बलु माखी, भामिनी, भइहु दूध कर माखी। मानस।
दूध की मक्खी होना व्यर्थ तथा दूर करने योग्य होना, उ0- भामिनी भयउ दूश की माखी। रामा0।
दूध के दांत शैशवावस्था में निकले दांत।
दूध के दांत न टूटना अभी तक बच्चा होना, ज्ञान और अनुभ्व न होना, सयानान होना।
दूध चढ़ना स्तन से निकलने वाले दूध की मात्रा कम हो जाना।
दूध चढ़ाना दुहते समय गाय का अपने दूध को स्तनों में ऊपर की ओर खींच लेना जिससे दुहने वाला उसे खींच कर बाहर न निकाल सके।
दूध छुड़ाना बच्चे की दूध पीने की आदत छुड़ाना, किसी को दूध छोड़ने में प्रवृत करना।
दूध डालना बच्चों का पीये हुए दूध की कै कर देना।
दूध तोड़ना गाय आदि का दूध देना बन्द या कम कर देना, गरम दूध को ठंढा करने के लिए हिलाना या धंधोलना।
दूध दुहना स्तनों को दबाकर दूध की धार निकालना।
दूध देना अपने स्तनों में से दूध निकालना।
दूध पड़ना कच्चे दनों में रस भर आना, अनाज का तैयारी पर आना।
दूध पिलाना बालक का मुंह स्तन के साथ लगाकर उसे दूध की धार खींचने देना।
दूध पीता बच्चा बोद का बच्चा, बहुत छोटा बच्चा।
दूध पीना स्तनपान करना, किसी चीज को ऐसी दशा में रखना जिसमें उसके नष्ट होने आदि का खटका न रहे।
दूध फटना दूध बिगड़ना।
दूध फाड़ना किसी क्रिया से दूा का पानी और सार भाग अलग अलग करना।
दूध बढ़ाना दूध छुड़ाना, बच्चे की दूध पीने की आदत छुड़ाना।
दूध बिगड़ना दूध का फट जाना।
दूध भर आना माता का प्रेम बढ़ना।
दूधों नहावो, पूतो फलों धन-धन से खूब समृद्ध हो। (आशीर्वाद)
दूधे नहाना पूतो फलना धन-जन से खूब समृद्ध होना।
दून की लेना डींग मारना, बहुत बढ़ चढ़कर बातें करना।
दून को सूझना शक्ति से बाहर की बात का मन में आना।
दून की हांकना डींग मारना, बहुत बढ़ चढ़कर बातें करना।
दूर क्यों जाइये अपरिचित या दूर का दृष्टाान्त न लेकर परिचित और निकटवाले का ही विचार करें।
दूर करना अलग करना, जुदा करना, हटाना, न रहने देना, मिटाना।
दूर की कहना बहुत समझदारी की बात कहना, दूरदर्शिता की बात कहना।
दूर की कौड़ी उठाना अल्प फरप्रद कठिन कार्य करना।
दूर की बात बारीक बात, कठिन बात, बहुत आगे चलकर आने वाली बात।
दूर की सूझ बड़ी सूक्ष्म बात।
दूर की सोचना दूरदर्शी की बात सोचना।
दूर पहुंचना साधन या सामर्थ्य के बाहर, शक्ति के बाहर, दूर की बात सोचना।
दूर भागना बहुत घृणा या तिरस्कार के कारण बिलकुल अलग रहना, बहुत बचना, पास न जाना।
दूर रहना कोई सम्बन्ध न रखना, बहुत बचना।
दूर से सलाम करना किसी बुरी वस्तु के पास न जना, किसी बुरे आदमी से दूर रहना, दूर या अलग रहना।
दूर से हाथ जोड़ना बिलकुल दूर या अलग रहना।
दूर होना हट जाना, अलग हो जाना, छट जाना, मिट जाना, नष्ट होना, न रहना।
दृक्पथ में आना दिखाई पड़ना।
दृग डालना नज़र डालना, देखना।
दृग देना नज़र डालना, देखना। उ0- पाई परे हुतै प्रीतम त्यों कहि केशव क्याहुं न में दृग दीनी। केशव।
दृग फेरना आंख फेरना, अप्रसन्न रहना। उ0- दुःख और में कासों कहीं को सुने ब्रज की वनिता दृग फेरे रहें। पद्माकर।
दृग मरोड़ना भूमंग करना, आंख से इशारा करना, कनखी मारना। उ0- अंतर में पति को सुरति गहि गहि गहकि गुनाह दृग मरोरि मुख मारि तिम छुवन देत नहिं छांह। पद्माकर।
दृष्टि आना देखने में आना, दिखाई पड़ना।
दृष्टि उठाना ताकने के लिए आंख ऊपर करना।
दृष्टि करना दृष्टि में डालना, ताकना।
दृष्टि गड़ना दृष्टि स्थिर करना, एकटक ताकना।
दृष्टि चलाना नज़र डालना।
दृष्टि चुराना (लज्जा या भय से) सामने न आना, जान बूझकर दिखाई न पड़ना, नजर बचाना।
दृष्टि चूकना नजर का इधर उधर हो जाना, आंख का दूरी ओर फिर जाना।
दृष्टि जमाना दृष्टि स्थिर करना, एकटक ताकना।
(किसी से) दृष्टि जुड़ना आंख मिलना, देखी देखी होना, साक्षात्कार होना।
(किसी से) दृष्टि जोड़ना आंख मिलना, देखी देखी होना, साक्षात्कार होना।
दृष्टि देना नज़र डालना, ताकना।
दृष्टि पड़ना दिखाई पड़ना। उ0- (क) दृष्टि परी इंद्रासन पुरी। जायसी। (ख) मैरी दृष्टि परे जा दिन ते ज्ञान मान हरि लीनो री। सूर।
दृष्टि पर चढ़ना देखने में बहुत अच्छा लगना, निगाह से जंचना, ध्यान में सदा बना रहना, पसन्द आना, माना, आंखों में खटकना।
दृष्टि फिरना नेत्रों का दूरी ओर प्रवृत्त होना, कृपा दृष्टि न रहना, हित का ध्यान या प्रीति न रहना, चित अप्रसन्न या खिन्न होना।
दृष्टि फिसलना चमक दमक के कारण नजर न ठहरना। आंख में चकाचौध होना।
दृष्टि फेंकना नजर डालना, ताकना।
दृष्टि फेरना नज़र हटा लेना, दूसरी ओर देखना, किसी ओर ताकते न रहना, किसी पर कृपादृष्टि न रखना, अप्रसन्न या विरक्त होना, खिन्न होना।
दृष्टि बचाना किसी के सामने होने से बचना, आंख के सामने न आना, जान-बूझकर न दिखाई पड़ना, (भय, लज्जा आदि के कारण) किसी से छिपाना, न दिखाना।
दृष्टि बांधना इस प्रकार जादू कराना कि आंखों को और का और दिखाई दे। इन्द्रजाल फैलाना।
दृष्टि बिछाना प्रेम या श्रद्धावश किसी के आसरे में लगातार ताके रहना। उत्कंठापूर्वक किसी के ाअगमन की प्रतीक्षा करना। उ0- पवन स्वास तासों मन लाहई। जैवचे मारग दृष्टि बिछाई। जायसी। किसी के आने पर अत्यन्त श्रद्धा या प्रेम प्रकट करना।
दृष्टि भर देखना जितनी देर तक इच्छा हो उतनी देर तक देखना, जी भर कर ताकना, उ0- करू मन नंद नंदन ध्यान। सैई चरन रोज सीतल तजे विषय रस पान। सूर श्री गोपाल की छवि दृष्टि भरि लखि लेहि। प्रान्पति की निरखि शोभा पलक परन पर देहि। सूर।
दृष्टि मारना आंख से इशारा करना, पलक गिराकर संकेत करना, आंख के इशारे से रोकना।
दृष्टि मारी जाना देखने की शक्ति न रह जाना, नेत्रहीन होना।
दृष्टि मिलना आंख मिलना, देखी होना, साक्षात्कार होना।
दृष्टि मिलाना आंख मिलाना, देखा देखी करना, साक्षात्कार करना। उ0- बिहरत हिया करहे पिय टेका, दृष्टि मया करि मिलवहु एका। जायसी।
देखना चाहिए (क्या होगा) मालूम नहीं, आगे की बात कौन जाने? कह नहीं सके (कि क्या होगा)।
देखना सुनना जानकारी प्राप्त करना, जानना, बूझना, पता लगाना।
देखने में बाह्य लक्षणों के अनुसार, बाहरी चेष्टाओं से साधारण व्यवहार में, रूप रंग में, वर्ण, आकृति आदि में।
देखा जायगा फिर विचार किया जायगा, पीछे जी कुछ करना होना किया जायगा।
देखाव में नजर के सामने, समक्ष।
देखो ध्यानदो, विचार करो, सोचो, सावधान रहो, ख्याल रक्खोे, खबरदार, पुकारने का शब्द सुनो, इधर आओ।
(किसीके) देवता कूच कर जाना होश हवास जाता रहना, भया या किसी और कारण से विवेक नष्ट हो जाना, भय से स्तव्ध होना।
देह छूटना जीवन समाप्त होना, मृत्यु होना।
देह छोड़ना मरना, उ0- मम कर तीरथ छांड़िहि देहा। तुलसी।
देह धरना जन्म लेना, शरीर धारण करना। उ0- देह घरे कर यह फल भाई। भजहु राम सब काम बिहाई। तुलसी।
देह बिसरना तन की सुध न रखना, होश हवास न रखना।
देयन के दई दई करके, किसी प्रकार, कठिनता से, आश्चर्य, भय या दुःख सूचक शब्द जिसे स्त्रियां बोलती हैं। हे दई! हे परमेश्वर! उ0- बूझिहें चवैया तब कैहों कहा, दैया। इतम पारिगो का, मैया, मेरी सेज पे कन्हैया को। पद्माकर।
दैया दैया करके बड़ी कठिनता से। उ0- कौन दुख दैया दैया सोचि उर धारयो में। गया0।
दैव फटना बहुत जोर से गर्जन-तर्जन के साथ वृष्टि होना।
दैव बरसना पानी बरसना।
दैव लगना (किसी पर) ईश्वर का कोप होना।
दो आंखे देखना समान दृष्टि से न देखना।
दो एक कुछ, थोड़े।
दो कौड़ी का जिसका कुल मूल्य न हो, तुच्छ, निकम्मा, निकृष्ट, खराब।
दो घड़िया साधना तुरन्त मुहुर्त निकालकर उसके अनुसार कार्य करना।
दो चार कुछ थोड़े।
दो चार होना भेंट होना, मुलाकात होना।
दो जवान होना झूठ सच बोलना
दो दिन का बहुत ही थोड़े समय का, उ0- दिन द्वैक लों औधहु में पहुनाई। तुलसी।
दो दो चोंचे होना कहा सुनी होना, कुछ लड़ाई झगड़ा होना।
दो दो दाने को फिरना बहुत ही दरिद्र दशा में दूसरों से मांगते फिरना।
दो दो बातें करना संक्षिप्त प्रश्नोत्तर करना, कुछ बातें पूछना और कहना।
दो नावों पर चढ़ना दो पक्षों का अवलम्बन करना, दो वस्तुओं का सहारा लेना।
दो नावों पर पैर रखना दो पक्षों का अवलम्बन करना, दो पदार्थो का आश्रय लेना, उ0- दुइ तरंग दुइ नाव पांव धरि ते हहि कवन न झूठे। सूर।
दो सिर होना मरने को तैयार होना, मौत को न्योता देना।
दीजी से होना गर्भवती होना।
दोपहर ढलना दोपहर के उपरान्त और समय बीतना।
दोष निकालना अवगुण खोजना, दोष का पता लगाना।
दोष लगाना लांछन या कलंक का आरोप करना, किसी के सम्बन्ध में यह कहना कि उसमें अमुक दोष है।
दौड़ दैड़ कर आना जल्दी जल्दी आना, बार बार आना।
दौड़ दौड़ कर जाना जल्दी जल्दी जाना, बार बार जाना।
दौड़ पड़ना एक बारगी वेग के साथ गमन करना।
दौड़ मारना वेग के साथ जाना, दूर तक पहुंचना, लम्बी यात्रा करना, उद्योग में इधर उधर फिरना, कोशित करना, दौड़ना।
दौड़ लगाना दूर तक जाना या पहुंचना, दूर तक की यात्रा करना, उद्योग में कहीं बार-बार आना जाना, दौड़ावेग के साथ जाना।
दौरा चलना शरबत के प्याले का बारी बारी से पीने वालों के पास लाया जाना।
दौरा करना जांच पड़ताल या निरीक्षण के लिए अधिकारी का अपने इलाके में जाना।
दौरा सिपुर्द करना मुकदमे को विचार या फैसले के लिए न्यायाधीश के पास भेजा जाना।
दौर सिपुर्द होना न्यायाधीश के पास विचार के लिए भेजा जाना।
दौरे पर जाना अधिकारी का अपने अधिक्षेत्र में जांच-पड़ताल या निरीक्षण के लिए जाना।
दौरे पर रहना जांच-पड़ताल या देखभाल के लिए अधिकारी का सदर से बाहर रहना।
दौरे पर होना जांच-पड़ताल या देखभाल के लिए अधिकारी का सदर से बाहर रहना।
ट्राविड़ी प्राणायाम कोई सीधी बात सुझाव, फिराब के साथ करना।
द्वार खुलना किसी बात के बराबर होने के लिए र्मा या उपाय निकलना।
द्वार द्वार फिरना कार्य सिद्धि के लिए चारों ओर बहुत से लोगों के यहां जाना, घर घर भीख मागना।
द्वार लगना किवाड़ बन्द होना, किसी आसरे में दरवाजे पर खड़ा रहना। उ0- यह जान्यो जिय राधिका द्वारे हरि लागे। गर्व कियो जिय प्रेम को ऐसे अनुरागे। सूर। चुपचाप किसी बात की आहट लेने के लिए किवाड़ के पीछे छिप्कर खड़ा होना।
द्वार जाना किवाड़ बन्द करना।
ध
(किसी को) धंधले आते हैं छल छंद का अभ्यास है।
धक्का खाना धक्का सहना।
धक्के देकर निकालना तिरस्कार और अपमान के साथ सामने से हटाना।
धक्का उठाना नुकसान सहना, घाटा सहना।
धज्जियां उड़ना फट या कटकर टुकड़े टुकड़े हो जाना, पुरजे होना, विदीर्ण होना। (किसी की) खूब दुर्गति होना, निन्दा या तिरस्कार होना, दोष निकाला जाना।
धज्जियां उड़ाना चीर या फड़कर टुकड़े टुकड़े हो जाना, विदीर्ण करना। (किसी के) दोषों को खूब उधेडना, दुर्गति करना, निन्दा याउपहार करना, मारकर टुकड़े टुकड़े करना, बोटी बोटी काट डालना।
धज्जियां लगना गरीबी से कपड़े फटे रहना, चीथड़े पहनने की नौबत आना, बहुत गरीबी आना।
धज्जियां लेना निंदा या उपहार करना, दोषों को उधेड़ना, बनपाना, दुर्गति करना।
धज्जी हो जाना सूख कर ठठरी हो जाना, बहुत दुर्बल हो जाना, अशक्त हो जाना (रोग आदि के कारण)।
धड़े से उतारना पेट में डालना, खा जाना।
धड़ में डालना पेट में डालना, खा जाना।
धड़ रह जाना शरीर स्तब्ध हो जाना, देह सुन हो जाना, लकवा मार जाना।
धड़ से सिर अलग करना सिर काट लेना, मार डालना।
धड़का खुलना कोई काम एक दो बार कर चुकने पर उसके सम्बन्ध की हिचक दूर होना।
धड़धड़ाता हुआ धड़ धड़ शब्द और वेग के साथ, गड़गड़ाहट और झोक के साथ, बिना रूकावट के और झाोक के साथ, बिना किसी खटके या संकोच के, बेधड़क।
धड़ा उठाना तोलना, वजन करना।
धड़ा करना कोई वस्तु रखकरतौलने के पहले तराजू के दोनों पलड़ों को बराबर कर लेना।
धड़ा बांधना कोई वस्तु रखकर तोलने के पहले तराजू के दोनों पलड़ों को बराबर कर लेना, दोषारोपण करना, कलंक लगाना, दल बांधना।
धड़ाके से झट से, जल्दी से, चटपट बिना रूकावट के।
धड़ी जमाना ओठों पर मिस्सी की तरह जमाना।
धड़ी धड़ी करके लूटना तिनका तिनका लूटना, खूब लूटना, कुछ भी न छोड़ना।
धड़ी भरना वजन करना।
धड़ी लगाना ओइों पर मिस्सी की तरह जमाना।
धत होना चलता होना, चल देना।
धता कहना चलता करना, हटाना, भगाना, टालना।
धता बताना चलता करना, हटाना, जो किसी बात के लिए अड़ा हो उसके इधर उधर का बहाना करके अपना पीछा छुड़ाना, धोखा देकर टालना, टालटूल करना।
धतूरा खाये फिरना पागल बना फिरना, उन्मत के समान घूमना। उए0- सूरदास प्रभु दरसन कारन मानहुं धूतरा खाये। सूर।
धनकुटी करना मारते मारते कचूमर निकालना, बहुत पीटना।
धनिये की खोपड़ी में पानी पिलाना प्यासों मारना, बहुत कठिन दण्ड देना, बहुत तंग करना।
धन्नासेठ का नाती बहुत धनाढ्य कुल का (व्यंग्य)।
धप्पा मारना नुकसान करा देना, धोखा देकर कुछ माल ले लेना, उड़ा लेना।
(किसी पर) धब्बा रखना कलंक लगाना, दोषारोपण करना।
धब्बा लगाना कलंकित करना, बदनाम करना।
धमक पड़ना वेग से आ पहुंचना, चटपट आ जाना।
धमकी से आना किसी के डरने से डरकर कोई काम बैठना।
धर दबाना पकड़कर वश में कर लेना, बलपूर्वक अधिकार में कर लेना, किसी पर इस प्रकार का आ पड़ना कि वह विशेष या बचाव न कर सके। आक्रान्त करना, तर्क या विवाद में परास्त करना।
धर दबोचना पकड़कर वश में कर लेना, बलपूर्वक अधिकार में कर लेना, किसी पर इस प्रकार का आ पड़ना कि वह विशेष या बचाव न कर सके। आक्रान्त करना, तर्क या विवाद में परास्त करना।
धर पकड़कर जबरदस्ती, बलात्।
धरती का फूल खुमी, छत्रक, कुकरमुत्ता, नया उभरा हुआ धनी, नया निकला हुआ अमीर, मेढक।
धरती पर पांव न रहना बहुत घमंड होना, घमंड या शैली के मारे सीधे पैर न पड़ना, आनन्द के मारे अंग स्थिर न रहना, फूले अंग न समाना।
धरती पर पांव न रखना घमंड या शैखी से फूलना, इतराना, आनन्द के मारे उछलना, बहुत प्रसन्न होना।
धरती बाहना जमीन जोतना, परिश्रम करना।
धरन खसकना गर्भाशय की नस का अपनी जगहसे हट जाना, जिससे गर्भाशय इधर उधर हो जाता है।
धरन टलना गर्भाशय की नस का अपनी जगहसे हट जाना, जिससे गर्भाशय इधर उधर हो जाता है।
धरन डिगना गर्भाशय की नस का अपनी जगहसे हट जाना, जिससे गर्भाशय इधर उधर हो जाता है।
धरन सरकना गर्भाशय की नस का अपनी जगहसे हट जाना, जिससे गर्भाशय इधर उधर हो जाता है।
धरा ढका समय पर काम आने के लिए बचा कर रखी हुई वस्तु।
धरा रह जाना काम में न आना, व्यर्थ हो जाना।
धर्म कमाना धर्म करके उसका फल संचित करना।
धर्म कर्म का पक्का कर्तव्य कर्म या सत्कर्म करने में दृढ़।
धर्म खाना धर्म की शपथ खाना, धम्र की दुहाई देना।
धर्म छोड़ना ईमान छोड़ देना।
धर्म बिगाड़ना धर्म के विरूद्ध आचरण करना, किसी का धर्म भ्रष्ट करना, स्त्री का सतीत्व नष्ट करना।
धर्म में आना अन्तःकरण के विरूद्ध आचरण करने से बचना या बचाना।
धर्म लगती कहना सत्य सत्य कहना, ठीक ठीक कहना, उचित बात कहना।
धर्म से कहना सत्य सत्य कहना, ठीक ठीक कहना, उचित बात कहना।
धाक जमाना रौब या दबदबा होना, आतंक छाना।
धांक बंधना रौब या दबदबा होना, आतंक छाना।
धाक बांधना रौब जमाना।
धाक पड़ना बहुत जल्दी होना, बहुत शीघ्रता होना।
धाड़ मारना चिल्ला चिल्लाकर रोना।
धाय पूजना दूर रहना, अलग रहना, जोड़ना, सम्बन्ध न रखना।
धार चढ़ाना किसी देवी, देवता या पवित्र नदी आदि परी दूध जल आदि चढ़ाना।
धार टूटना गिरने का प्रवाह खंडित होना, लगातार गिरना या निकलना बंद हो जाना।
धार देना दूध देना, कोई उपयोगी काम करना। (व्यंग्य)।
धार बंधना किसी तरह पदार्थ का धार गनकर गिरना, मंत्र आदि के बल से काटने वाले अस्त्र की धार निकम्मा हो जाना।
धार बांधना किसी तरह पदार्थ को इस प्रकार गिराना जिसमें उसकी धार बन जाये यंत्र आदि के बल से किसी हथिरयार की वार को निकम्मा कर देना।
धार मारना जोर से पेशाब करना, किसी चीज की बहुत ही तुच्छ और अग्राहय समझना।
धावा करना आक्रमण करना, चढ़ाई करना।
धावा बोलना अधिकारी का अपने सैनिकों को आक्रमण करने की आज्ञा देना, हमला करना।
धावा मारना कहीं पहुंचने के लिए जल्दी जल्दी चलना, दूर तक चढ़ाई करना, दूर तक तेज चलकर जाना।
धुआं काढ़ना बढ़ बढ़कर बाते कहना। उ0- जस अपने मुँह कांढ़े धुवां, चाहेसि परा नरक से कुआं। जायसी।
धुआं देना धुआं छोड़ना, धुआं निकालना, धुआं पहुंचाना।
धुआं निकालना बढ़ बढ़कर बातें कहना, शेखी हांकना।
धुआं रमना धुएं का छाया रहना।
धुआं सा मुंह होना चेहरे का रंग उतर जाना, अत्यन्त लज्जित होना, काला पड़ना, झांवरा होना।
धुआ होना (किसी वस्तु का) काला हो जाना, झांवरा होना।
धुधंले का वक्त वह समय जब कुछ अंधेरा हो जाय और स्पष्ट दिखाई न दे, बहुत सबेरे या सन्ध्या का समय।
धुएं उड़ाना धज्जियां उड़ाना, छिन्न भिन्न करना, टुकड़े टफकड़े करना, नाश करना।
धुएं का धैरहर थोड़े हल काल में मिटने या नष्ट होने वाली वस्तु या आयोजन, क्षणभंगुर वस्त। उ0- (क) कविरा हरि की भक्ति बिन धिक जीवन संसार, धुवां का सा धौरहर जात न लागे बार। कबीर। (ख) धुआं का सौ धौरहर देखि तू न भूल रे। तुलसी।
धुएं के बादल उड़ना भारी गप हांकना, झूठ मूठ बड़ी बड़ी बातें कहना।
धुएं बखेरना धज्जियां उड़ाना, छिन्न भिन्न करना, टुकड़े टुकड़े करना, नाश करना।
धुकधुकी धड़कना छाती धड़कना, जी धक धक करना, अकस्मात आशंका या खटका होना। उ0- भिलनि विलोकि भरत रघुबर की। सुरगन समय धकधकी धरकी। तुलसी।
धुन का पक्का आरम्भ किये हुए कार्य को पूरा करके छोड़ने वाला, फलोदय तक कर्म करने वाला।
धुर सिर से बिलकुल आरम्भ से, बिलकुल शरू से।
धुर से धुर तक आदि से अन्त तक, इस सिरे से उस सिरे तक।
धुरे, उड़ा देना किसी वस्तु के अत्यन्त छोटे छोटे टुकड़े कर डालना,छिन्न भिन्न करडालना, अस्त व्यस्त या नष्ट भ्रष्ट कर डालना, बहुत दंर्गति करना,अत्यधिक मारना या चोट पीटना, धज्जी उड़ाना, मटियामेट करडालना, किसी के विचारों का बुरी तरह खंडन करना।
धूनी देना गंध मित्रित या विशेष प्रकार का धुंआ उठाना या पहुंचाना।
धूनी जगना (साधुओं के पास की) आग जलना।
धूनी जमाना साधुओं कातप के लिए अपने सामने आग जलाना, शरीर तपापा, तप करना, साधु होना, योगी होना। उ0- लाए ध्यान धूनी त्यों उमंग समें उमेठो है। रसाल।
धूनी रमाना साधुओं कातप के लिए अपने सामने आग जलाना, शरीर तपापा, तप करना, साधु होना, विरक्त होना, योगी होना। उ0- लाए ध्यान धूरी त्यौं उमंग में उमेठी है। रसाल।
धूम खाना इस स्थिति में होना कि धूप उन पर पड़े, धूप में गरम होना या तपना।
धूप चढ़ना सूर्योदय के पीछे प्रकाश का बढ़ना या फैलना, धाम निकलना, दिन बढ़ना।
धूप दिखाना धूप में रखना, धूप लगने देना।
धूप देना धूप में रखना, धूप लगने देना।
धूप निकलना सूर्योदय के पीछे प्रकाश ओर ताप फैलना, घाम आना।
धूप पड़ना सूर्य का ताप अधिक होना।
धूप में बाल सफेद करना बूढ़ा होना, और कुछ जानकारी प्राप्त न करना, बिना कुछ अनुभव प्राप्त किये जीवन का बहुत सा भाग बिता देना।
धूप लेना गर्मी के लिए शरीर को धूप में रखना, धूप ऊपर पड़ने देना।
धूप सेकना धूप में रहकर शरीर में गर्मी पहुंचाना,धूप खाना।
धूप डालना ऊधम करना, हल्ला गुल्ला करना।
धूरा डालना शीत से अग सुन्न होने या गरम राख, सौंठ की बुकनी आदि मलना।
धूर्रा देना इधर उधर की बात कहकर या चापलूसी करके गौ पर लाना, अपने अनुकूल करना, बहकाना, धोखा देना।
(कहीं) धूल उड़ना ध्वंस होना, सत्यानाश होना, बरबादी होना, तबाही आना, उदासी छाना, चहल पहल न रहना, सन्नाटा होना, रौनक न रहना।
(किसी की) धूल उड़ना दोषों और त्रुटियों का उधेड़ा जाना, बुराईयों का प्रकट किया जाना, बदनामी होना, उपहास होना, दिल्लगी उड़ाना।
धूल उड़ाते फिरना मारा मारा फिरना, जीविका या अर्थ सिद्धि के लिए इधर उधर घूमना, दीन दशा में फिरना, व्याकुल घूमना।
(किसी की) धूल उड़ाना दोषों और त्रुटियों को उखेड़ना, बुराईयों को प्रकट करना, बदनामी बरना, उपहास करना, हंसी करना।
धूल की रस्सी बटना असम्भव बात के लिए श्रम करना, अनहोनी बात के पीछे पड़ना, परिश्रम करना, केवल धूर्तता से काम निकालना।
धूल चाटना बहुत गिड़गिड़ाना, बहुत विनती करना, अत्यन्त नम्रता दिखाना।
धूल छानना मारा मारा फिरना, हैरान घूमना।
(किसी की) धूल पकड़ना (किसी पर) मार पड़ना, पिटना।
धूल झाड़ना किसी को मारना, शत्रुषा करना, खुखामद करना, हार की लाज छोड़ देना।
(किसी बात पर) धूल डालना (किसी बात को) इधर उधर प्रकट न होने देना, फैलने न देना, दबाना, ध्यान न देनाप।
धूल झोंकना जीविका के अभाव में दीघावस्था में इधर उधर मारा मारा फिरना,े दुर्दशा में होना, सरासर झूठ बोलना, खाने को न पाना, ऐसे स्थान में जाना या रहना जहां बहुत गर्द हो।
(कहीं पर) धूल बरसना उदासी बरसना, पहल होना, खराब होना, ध्वस्त होना, जाता रहना, न रह जाना।
धूल में मिलाना नष्ट करना, चौपट करना, खराब करना, ध्वस्त करना, बरबाद करना।
धूल ले डालना (कहीं पर) अत्यधिक और बार बार जाना, बराबर पहुंचा रहना, बहुत फेरे लगाना।
धूल समझना अत्यन्त तुच्छ समझनार, किसी गिनती में न लाना, बिलकुल नाचीज ख्याल करनप।
धो बहाना न रहने देना, छोड़ देना, खो देना।
धोखा उठाना झूठी बआत का विश्वास करके हानि सहना, भ्रम में पड़कर हानि का कष्ट उठाना।
धोखा खड़ा करना भ्रम में डालने के लिए आडम्बर खड़ा करना, माया रचना। उ0- चित चौड़ा, मन निर्मला, बुधि उत्तम, मति धीर। सौ धोखा नहि बिरवही सतगुरू मिले कबीर। कबीर।
धोखा खाना छला जाना, भुलावे में पड़ना, हानि सहना, ठगा जाने को प्रतारित होना। उ0- और न धोखाा देत जो आपुहि धोखा खात। व्यास। भ्रम में पड़ना, और का और समझना। उ0- जिमि कपूर के हंस सों हसी धोखा खाय। हरिश्चन्द्र।
धोखा दे जाना असमय में मरना या नष्ट होना।
धोखा देना भ्रम में डालना, भुलावा देना, बुत्ता देना, छलना, भ्रम में डालकर अनिष्ट करना, किसी को ऐसी हानि पहुंचाना जिसके सम्बन्ध में वह सावधान न हो। उ0- रहिए लटपट काटि दिन बरू धामिहिं में सोय छांह न बाकी बैठिए जो तरू पतरो होय। जो तरू पतरो होय एक दिन धोखा देहै। जा छिन बहै बयार टूटि वह जर से जेहैं, गिरधर, अकस्मात मर कर या नष्ट होकर दुःख पहुंचाना।
धोखा पड़ना अन्यथा होना, और का और होना, जैसा समझा या कहा जाय उसके विरूद्ध होना।उ0- पंडितन कहा परा नहिं धोखा। कौन अगस्त समुद्रहिं सोखा, जायसी। भूल चूक होना, भ्रम में पड़ना।
धोखा लगना चूक कसर होना, त्रृटि होना, कमी होना। उ0- हीरामन ते प्रान परेवा, धोखा न लाग करत तुव सेवा। जायसी।
धोखा लगाना चूक या कसर करना, त्रुटि करना, कमी करना। उ0- माइहु लावहु धोख जनि आजु काज बढ़ मोहिं। सुनि सरोष बोले सुमट वीर अधीन न होहिं। तुलसी।
धोखा लाना त्र ुटि करना।
धोखे की टट्टी वह परदा जिसकी आड़ में शिकारी किसी जानवर को मारता है। मायाजाल। ऐसी वस्तु या बात जिसके कारण लोग धोखा खाकर हानि उठावे।
धोो में जान में नहीं, जानबूझकर नहीं, मूल से। उ0- (क) जिमि धोखे मदपान करि सचिव सोच तेहि भांति। तुलसी। (ख) काज कहा नरतन धरि सारयो। पर उपकार सार श्रुति को सो धोखेहुमं न विचारयो। तुलसी।
धोखे में आना छला जाना, भुलावे में पड़ना, प्रताडित होना, हानि सहना, कुछ की कुछ समझ लेना।
धोखे से जान में नहीं, जान बूझकर नहीं, भूल से। उ0- जिमि धोखे मदपान करि सचिव सोच तेहि भांति। तुलसी।
धोती खराब होना अनजान में पाखाना होना।
धोती ढीली करना डर जाना, भयभीत होना, डर कर भागना।
धोती ढीली होना भय होना, डर होना।
धोती बांधना धोती पहनना। उ9- मुद्रा त्रवन जनेऊ कांचे। कनक पत्र धोती कटि बांधे। जायसी। तैयारहोना, सनद्ध होना।
धो पड़ना धोया जाना, धुलने की क्रिया होना।
धोबी का कुत्ता उठल्लू आदमी।
धोबी का छैला दूसरे के माल पर इतरानाने वाला, मंगनी या परायी चीज का घमंड करने वाला, मंगनी कपड़े पहनकर निकलने वाला।
धोा धाया निष्कलंक, निर्दोष, साफ, र्लिज्ज, बेहया, घृष्ट।
धोक लगना शरीर पर ताप का प्रभाव पड़ना, लू लगना।
धोकनी की लगना सांस चढ़ना, दम फुलना।
धोंस की चलना चाल चलना।
धौंस देना चढ़ाई का डंका बजाना, चढ़ाई की घोषणा करना।
धौंस पट्टी में आना भुलावे में आना, बहकावे से कोई काम कर बैठना।
धौंस बांधना खर्चा जिम्मे करना, खर्च मढ़ना।
धौस कसना चांटा लगाना, थप्पड़ मारना।
धोल खाना चांटा सहना, थप्पड़ की मार सहना।
धोल जमाना चांटा लगाना, थप्पड़ मारना।
धौल धूर्त गहरा धूर्त, पक्का चालाक। उ0- ऊधो! हम यह कैसे माने, धूत धोल लंपट जैसे पट हरि तैसे औरन जाने।सूर।
ध्यान आना भावना होना, विचार उत्पन्न होना, स्मरण होना, याद होना।
ध्यान करना ध्यान लगाना, परपात्मचिन्ता आदि के लिए चित को एकाग्र करना।
ध्यान छूटना चित की एकाग्रता का नष्ट होना, चित इधर उधर हो जाना। उ0- रोवन लग्यो सुत मृतक जान। रूवन करत हटयो ऋषि ध्यान। सूर। ध्यान भंग होना।
ध्यान जमना विचार स्थिर होना, मन का एक ही विषय के ग्रहण में बराबर तत्पर रहना, ध्यान न बंटना, चित एकाग्र होना।
ध्यान जाना चित काकिसी ओर प्रवृत होना, दृष्टि पड़ना और बीच होना।
ध्यान दिलाना दूसरे का चित प्रवृत करना, ख्याल कराना व जताना, चैत कराना, सुझाना, स्मरण करना, याद दिलाना।
ध्यान देना (अपना) चित को किसी एक ओर प्रवृत्त करना। चित एकाग्र करना, ख्याल करना, गौर करना।
ध्यान धरना किसी के स्वरूप का चिन्तर कना, एकाग्र भाव से ईश्वर आदि का चिन्तन करना।
ध्यान पर चढ़ना मन में स्थान कर लेना, चित से न हटना, अच्छे लगने या आपैर किसी विशेषता के कारण नभूलना, बोध या अनुमान होना, समझ में आना, स्मृति में आना, स्मरण होना, याद होना।
ध्यान बंटना चित का इधर उधर रहना, चित एकाग्र न रहना,ख्याल इधर उधर होना।
ध्यान बंटाना चित को एकाग्र न रहने देना, ध्याल उधर उधर ले जाना।
ध्यान बंटना किसी औरचित का लगा रहना, चित एकाग्र होना, विचार का बराबर या बहुत देर तक बना रहना, लगातार ख्याल बना रहना।
ध्यान में आना बोध या अनुमान होना, समझ में आना।
ध्यान में जमना मन में बैइना, चित में निश्चित होना, विश्वास के रूप में स्थिर होना।
ध्यान में डूबना कोई बात इतना मन में लाना कि और सब बातें भूल जाये।
ध्यानप में न लाना चिन्ता न करना, परवाह न करना, न सोचना, समझना, न विचारना।
ध्यान में मग्न होना कोई बात इतना मन में लाना कि औरसब आतें भूल जाये।
(किसी के) ध्यान में लगना किसी का विचार मन में लाकर मग्न होना। उ0- परसर पंछित लखि रहत लगि कपोल के ध्यान, करलै पिय पाठल विमल प्यारी पठए पान। बिहारी।
ध्यान रखना स्मृति बनाये रखना, याद रखना, न भूलना, विचार बनाये रखना।
ध्यान रहना स्मरण रहना, याद रहना।
ध्यान लगना चित प्रवृत होना, मन का विषय के ग्रहण में तत्पर होना, चित एकाग्र होना, मन में विचार बना रहना। उ0- ध्यान लगो मोहिं तोरा रे। गीता।
ध्यान लगाना चित प्रवृत करना, चित एकाग्रह करना, ख्याल करना, गौर करना, किसी के स्वरूप का चिन्तन करना।
ध्यान से उतरना समृति में न रहना, याद न रहना, विस्मृति होना, भूलना।
ध्वनि उठना शब्द उत्पन्न होना या फैलना।
न
न इधर का होना न उधर का किसी ओर का न रहना, किसी पक्ष में न रहना, किसी कामका न रहना, दो परस्पर विरूद्ध उद्देश्यों में से किसी एउक का भी पूरा न होना।
न में न तेरह में नगण्य, सर्वथा उपेक्षित, जिसकी कहीं पूछ न हो।
नकतोड़े उठाना अनुचित अभिमान सहना, नखरा बर्दाश्त करना।
नकतोड़े तोड़ना अत्यधिक और अनुचित नखरा करना।
नकसीर मी न फूटना कुछ भी हानि न पहुंचना, जरा भी तकलीफ या हानि न होना।
नकाब उलटना चेहरे पर से नकाब हटाना, मुंह पर से घुंघट हटाना।
नकुअन जीव आना बहुत हैरान होना, ऊब उठना।
नकेल न मानना आज्ञा न मानना, मनमानी उदंडता करना।
नकेल हाथ में होना किसी पर सब प्रकार का अधिकार होना, किसी से बलपूर्वक मनमान काम करा लेने की शक्ति होना, किसी का पूर्णतया वश में होना।
नक्कारखाने में तूती की आवाज कौन सुनता है बड़े लोगों के सामने छोटे आदमियों की बात कोई भी नहीं सुनता।
नक्कारा बजा के खुल्लल्खुल्ला, डंके की चोट पर।
नक्कारा बजादे फिरना डुगडुगी पीटते फिरना, चारों और प्रकट करते फिरना।
नक्कारा हो जाना फूलकर बहुत बढ़ाना, बहुत फूलना।
नक्कारे की चोट खुल्लमखुल्ला।
नक्श बिगड़ना अधिकार या प्रभाव न रह जाना, रंग उखड़ना।
नक्श बैठना अधिकार जमना, रंग जमना।
नक्श बैठाना अच्छी तरह अधिकार जमाना, रंग जमाना।
नक्श होना किसी बात का अच्छी तरह से जम जाना, पूर्ण निश्चय हो जाना, अंकित हो जाना।
(आंखों के सामने) नक्शा खिंच जाना किसी के सामने न रहने पर भी उसके रूप रंग आदि का ठीक ठीक ध्यान हो जाना।
नक्शा जमना अत्यधिक प्रभाव होना, खूब चलती होना।
नक्शा जमाना खूब प्रभाव डालना, रग बांधना।
नक्शा तेज होना अत्यधिक प्रभाव होना, खूब चलती होना।
नखरा बधारना नखरा करना।
नखशित ते सिर से पैर तक, ऊपर से नीचे तक। उ0- हंसत दैखि नख-सिख रिस व्यापी। रामा0।
नखास की घोड़ी कसब कमाने वाली स्त्री। खानगी। (बाजारू)।
नखास पर भेजना बेचने के लिए बाजार भेजना।
नग बैठाना नग जड़ना।
नगीना सा बहुत छोटा और सुन्दर।
नछत की बात है भाग्य का खेल है।
नक्कल बली होना भाग्यवान होना।
नजर आना दिखाई देना, दिलाई पड़ना, दृष्टिगोचर होना। उ0- नजर आता है कोई अपना न पराया मुझको। अमानत।
नजर उतारना बुरी दृष्टि के प्रभाव को किसी मंच या युक्ति से हटा देना।
नजर करना देखना।
नजर का खा जाना बुरी दृष्टि से प्रभवित हो जाना।
नजर खाना बुरी दृष्टि से प्रभवित हो जाना।
नज़र गुजारना उपहार देना, अधीनता स्वीकार करना।
नजर जलाना बुरी दृष्टि से प्रभवित हो जाना।
नजर फाड़ना बुरी दृष्टि से प्रभवित हो जाना।
नज़र पड़ना दिखाई पड़ना, देखने में आना।
नजर पर चढ़ना पसन्द आ जाना, भा जाना, भला मालूम होना। (किसी का) कोपभोजन होना।
नजर फिरना कुद्ध होना, सहानुभूति न रखना।
नजर फिसलना चमक या चकाचौध के कारण किसी वस्तु पर दृष्टि का अच्छी तरह न जमना।
नजर फेंकना दूर तक देखना, दृष्टि डालना, सरसरी नजर से देखना।
नजर बांधना जादू या मंत्र आदि के जोर से किसी भी दृष्टि से भ्रम उत्पन्न कर देना, कुछ का कुछ कर दिखाना।
नजर में आना दिलाई पड़ना, दिखाई देना।
नजर में तौलना देखकर किसी के गुण और दोष आदि की परीक्षा करना।
नजर रखना कृपादृष्टि रखना, मेहरबानी करना।
नजर लगना बुरी दृष्टि का असर होना।
नजर लगाना बुरी दृष्टि का प्रभाव डालना, टोना करना।
नजात पाना (किसी से) छुट्टी पाना।
नथना फुलाना क्रोध करना, गुस्सा दिखलाना।
नथना फूलना क्रोध करना।
नथुनी उतारना कमारी का कौमार नष्ट करना, कुमारी के साथ प्रचन समागम करना, चीरा उतारना, सिर ढंकाई करना।
दनदी नाव संयोग संयोग से थोड़ी देर के लिए होने वाली खुशी या साथ।
नन्हा कातना बहुत सूक्ष्मांश से कुछ करना।
नक्शा सा बहुत छोटा।
नब्ज चलना नाड़ी में गति होना।
नब्ज छूटना नाड़ी की गति रूक जाना, प्राण न रह जाना।
नब्ज टटोलना भीतरी छेद या इरादा जानना।
नब्ज का रहना नाड़ी की गति रूक जाना, नाड़ी में गति न रह जाना, प्राण न रहना।
नब्ज अदा करना अपने पालक या स्वामी के उपकार का बदला चुकाना, मालिक के प्रति अपने कर्तव्य का पालन करना।
नमक का सहारा थोड़ा सहारा, थोड़ी सहायता।
(किसी का) नमक खाना (किसी के द्वारा) पालित होना। (किसी का) दिया खाना। (किसी की) सेवा करके जीविका चलाना।
नमक फूटकर निकलना नमकहरामी का कुफल मिलना, कृतघनता का दण्ड मिलना।
नमक मिर्च मिलाना किसी बात को बहुत बढ़ाकर कहना।
नमक से अदा होना अपने पालक या स्वामी के उपकार का बदला चुकाना, मालिक के प्रति अपने कर्तव्य का पालन करना।
नमदा कसना रौब या आतंक जमाना।
नमाज़ कज़ा होना नियत समय पर नमाज़ न पढ़ा जा सकना।
नमाज़ गुजारना ईश्वर की प्रार्थना करना।
नया करना कोई नया फल या अनाज, मौसत में पहले पहल खाना, कपड़ा आदि फाड़ या जला देना।
नया पुराना करना पुराना हिसाब साफ करके नया हिसाब चलाना, पुराने को हटाकर उसके स्थान पर नया करना या रखना।
नरक धोना मल मूत्रादि फेंकना।
नरक होना नरक में भेजा जाना, नरक भोगने का दण्ड मिलना।
नरम पानी ऐसे जलवायु, जिसमें उत्पन्न या पले मनुष्य मंद, ढीले बदन के और असहिष्णु हो।
नल टलना पेशाब की नली में व्यतिक्रम होना।
नला टलना पेशाब की नली में व्यतिक्रम होना।
नन नकद न तेरा उधार तुरन्त मिलने वाली थोड़ी वस्तु भी भविष्य में होने वाले अधिक लाभ से बढ़कर है।
नव सता सजना सोलह श्रंृगार करना।
नव सत सजाना सोलह श्रंृगार करना।
नवाबी करना नवाबों की तरह शान-शौकत करना।
नशा उतरना नशे का न रहना, मादक द्रव्य के प्रभाव का नष्ट हो जाना, घमंड दूर होना।
नशा उतारना घमंड दूर करना।
नशा किरकिरा हो जाना किसी अप्रिय बात होने के कारण नशे का मजा जाता रहना।
नशा चढ़ना नशा होना, मादक द्रव्य का प्रभाव होना।
(आँखों में) नशा छाना नशा चढ़ना, मस्ती चढ़ना।
जशा जमना अच्छी तरह नशा होना।
नशा टूटना नशा उतरना।
नशा हिरन होना कसी असम्भावित घटना आदि के कारण नशे का विलकुल उतर जाना।
नशीली आखें वे आंखे जिनमें मस्ती छवि हो, मदमस्त आंखें।
नश्तर देना नश्तर से फोड़ा चीरना।
नश्तर लगाना नश्तर से फोड़े का चीरा जाना।
नश चढ़ना अपने स्थान से हटने के कारण नस का तन जाना।
नस ढीली पड़ जाना लिेन्द्रिय का शिथिल हो जाना, पुसत्व की कमी हो जाना।
नस ढीली होना तेजी या शैखी दूर होना, पहले की सी शान नह रह जाना।
नस नस में सारे शरीर में, सवांग में।
नस फड़क उठना अत्यधिक प्रसन्नता होना, अति आनन्द होना, सारी देह मेंप्रसन्नता का संचार होना।
नस भड़कना अपने स्थान से हटने के कारण नस का तन जाना।
नसीम आजमाना भाग्य के भरोसे कोई काम करना।
नसीब खुल जाना भाग्य का उदय होना।
नसीब चमकना भाग्य का उदय होना।
नसीब जागना भाग्य का उदय होना।
नसीब टेढ़ा होना बुरे दिन आना, भाग्य का साथ न देना।
नसीब पलटना अच्छे से बुरा या बुरे से अच्छे दिन आना।
नसीब फूट जाना भाग्य मंद होना।
नसीब में लिखा होना किस्मत में बदा होना।
नसीब लड़ना भाग्य का साथ देना।
नसीब सीधा होना भाग का उदय होना।
नसीब सो जाना किस्मत बिगड़ना।
नसीब होना मिलना, प्राप्त होना।
नसे ढीली करना हौसला पस्त करना, बल तोड़ देना।
नसे ढीली होना, हौंसला पस्त होना जल टूट जाना, हौंसला पस्त होना।
(सूखी) नसों में रक्त दौड़ना जोश का नया जीवन आना।
नहर काटना नहर तैयार करना।
नहर खोदना नहर तैयार करना।
नहाते बाल न खिसना कुछ भी कष्ट या हानि न पहुंचना। उ0- नित उदि यही मनावति देवन न्हात खसै जनि बार। सूर।
नहार तोड़ना जलपान करना।
नहार रहना निराहार रहना, बिना कुछ खाये रहना।
नहीं तो उस दशा में जब कि यह बात न हो, इसकेन होने की दशा में।
नहीं सही यदि यह बात न हो तो काई चिन्ता नहीं, यदि ऐसा न हो तो परवाह या हानि नहीं।
नंगा नाच नाचना निर्लज्जता का कार्य करना।
नाक इधर कि नाक उधर हर तरह से एक ही मतलब या बात।
नाक कटना प्रतिष्ठा नष्ट होना, इज्जत जाना, लाज या प्रतिष्ठा जाती रहना।
नाक कटाना प्रतिष्ठा नष्ट कराना, इज्जत बिगड़वाना।
नाक का बांा दोनों नथुनारें की बीच का परदा।
नाक का बांसा फिर जाना नाक का बांसा टेढ़ा हो जाना जो मरने का लक्षण समझा जाता है।
(किसी की) नाक का बाल अत्यन्त अंतरंग मित्र, प्रिय मित्र।
नाक काट का चूतड़ों तले रख लेना लोक लज्ता छोड़ देना, निर्लज्ज हो जाना, अपनी प्रतिष्ठा का ध्यान छोड़ लज्जाजनक कार्य करना, बेहयाई करना।
नाक काटना प्रतिष्ठा नष्ट करना, इज्जत बिगाड़ना, इज्जत उतार लेना, अपमानित करना।
नाक कान काटना कड़ा दण्ड देना।
नाक की सीध में ठीक सामने, बिना इधर उधर मुड़े।
नाक घिसना बहुत गिड़गिड़ाना और विनती करना।
नाक चढ़ना क्रोध आना, त्योरी चढ़ना।
नाक चढ़ाना क्रोध से नथुने फुलाना, क्रोध करना, घृणा प्रकट करना, अरूचि दिखाना, नापसन्द करना, तुच्छ समझना।
नाक चोटी काटकर हाथ देना कठिन दण्ड देना, दुर्दशा करना, अपमान करना।
नाक चोटी काटना कड़ा दण्ड देना।
नाक छेदना हैरान करना, चै बुलवाना।
नाक तक खाना ठूंस ठूंस कर खाना, अत्यधिक खाना।
नाक तक भरना मुँह तक भरना (बरतन आदि को) ठूंस ठूंस कर खाना, अत्यधिक खाना।
नाक न दी जाना बहुत दुर्गन्ध आना, असहय दुर्गन्ध मालूम होना।
नाक पकड़कर नाचना बलपूर्वक वश में करना।
नाक पकड़ते दम निकलना अति शक्तिहीन होना, बहुत अशरक्त होना।
(चाहे इधर से) नाक पकड़ों चाहे उधर से हर पहलू से, हर तरह से।
नाक पर उंगली रखकर बात करना औरतों की तरह बात करना।
नाक पर गुस्सा होना बात बात पर क्रोध आना, चिड़चिड़ा स्वभाव होना, बहुत जल्दी क्रोध आना।
नाक पर दिय बाल कर आना सफलता प्राप्त करके आना, मुख उज्जवल करके आना।
नाक पर पहिया फिर जाना नाक चिपटी होना।
नाक पर मक्खी न बैठने देना बहुत ही खरी प्रकृति का होना, थोड़ा सा भी दोष या त्रुटि न सह सकना, बहुत साफ रहना, किसी का थोड़ा निहोरा भी न लेना, अभिमान के कारण किसी के सामने न दबना।
नाक पर रख देना तुरन्त सामने रख देना, मांगने के साथ ही देना, अदा कर देना।
(किसी की) नाक पर सुपारी तोड़ना खूब तंग करना।
नाक फटने लगना असह्य दुर्गन्ध आना।
नाक बहना नाक में से कपाल कोशो का मल निकलना।
नाक बीधना नथनी आदि पहनाने के लिए नाक में छेद करना।
नाक बैठना नाक का चिपटा होना।
नाक भौं चढ़ाना अरूचि और अप्रस्ननता प्रकट करना, घिनाना और चिढना, नापसन्द करना, क्रोध प्रकट करना।
नाम में दम करना खूब तंग करना, बहुत हैरान करना, बहुत सताना।
नाक भौ सिकोड़ना अरूचि और अप्रसन्नता प्रकट करना, घिनाना और चिढ़ना, नापसन्द करना, क्रोध प्रकट करना।
नाक मारना घृणा प्रकट करना, घिन करना, नापसन्द करना, हैरान करना।
नाक में तीर करना खूब तंग करना, बहुत सताना या हैरान करना।
नाक में तीर डालना खूब तंग करना, बहुत सताना या हैरान करना।
नाक में तीर होना बहुत हैरान होना, बहुत सताया जाना।
नाम में दम आना बहुत तंग या परेशान होना, अत्यन्त दुखी होना।
नाक में दम करना खूब तंग करना, बहुत हैरान करना, बहुत सताना।
नाक में बोलना नासिका से स्वर निकालना, नकिाना।
नाक रख लेना प्रतिष्ठा की रक्षा कर लेना, इज्जत बचाना।
नाक रगड़ना बहुत गिड़गिड़ाना और विनती करना, मिन्नत करना, दीनता प्रकट करना।
नाक रकड़े का बच्चा वह बच्चा जो देवताओं की बहुत मनौती पर हुआ हो।
नाक लगाकर बैठना बहुत प्रतिष्ठावाला बनकर बैठना, बड़ा इज्जतवाला बनना।
नाक सिकोड़ना अरूचि या घृणा प्रकट करना, घिनाना। उ0- सुनि उघ नरकहु नाक सिकोरी। तुलसी।
नाक सिनकना जोर से हवा निकालकर नाक का मल बाहर फेंकना।
नाका छैकना आने जाने का मार्ग रोकना।
नाका बांधना आने जाने का मार्ग रोकना।
नाको आना आजिज आना, परेशान होना।
नाकों चने चबावाना बहुत तंग करना, बहुत हैरान करना, खूब परेशान करना, तंग कर मारना।
नाकों चने चबाना बहुत हैरान होना।
नाको दम आना हैरान होना, बहुत तंग होना। उ0- नाक बनावत आया हो नाकहि नाही पिनाकिहि नेकु निहो। तुलसी।
नाखून पीले होना मरने का लक्षण दिखाई पड़ना, मृत्यु के चिन्ह प्रकट होना।
नाखून लेना नाखून काट कर अलग करना, घोड़े का ठोकर खाना।
नाग फूंकना धातु फूंकना।
नाग से खेलना ऐसा कार्य करना जिससे प्राण जाने का भय हो, खतरे का काम करना।
नागा देना बीच डालना, अख्तर डालना।
नाच काछना नाचने के लिए तैयार होना, नाचने को उद्यत होना। उ0- मैं अपनी मन हरि सो जोरयो।… नाच कछयो घूंघट छोरयो तब लोकलाज सब फटक पछोरयो। सूर।
नाच दिखाना किसी के सामने नाचना, किसी के सामने उछलना, कूदना, हाथ पैर हिलाना, विलक्षण आचरण करना।
नाच नचाना जैसा चाहना वैसा काम करना। उ0- (क) कबिरा बैरी सबल है एक जीव रिपु पांच। अपने अपने स्वार को बहुत नचावै नाच। कबीर। (ख) जो कछु कुबजा के मन भावै सोई नाच नचावै। सूर। तंग करना, हैरान करना। उ0- जहं कहु निसाचर पावहिं धरि सकल बहु नाच नचावहिं। तुलसी।
नाच नाचना भ्रमवस या दिखावे के लिए या व्यर्थ तरह तरह के काम करना। उ0- नाच नाच्यो नाच लच्छ चौरासी। सूर।
नाज उठाना चौचला सहना।
नाज से पालना बड़े लाड़ प्यार से पालना।
नाज़िल होना नीचे आना, अवतरित होना।
नाठ पर बैठना किसी लावारिस माल का अधिकार होना।
नाड़ा उखड़ना पेट की नीबी में कुछ विकार होना, जिससे दस्त आने लगे।
नाड़ा छूट करना पेशाब करना।
नाड़ा बांधना किसी अच्छे उस्ताद या कारीगर का किसी को अपनी विथा या कला सिखाने के लिए अपने शिष्य बनाना।
नाड़ा बैठाना मालिश आदि प्रक्रियाओं आदि से उखड़ा हुआ नाड़ा फिर ठीक स्थान पर लाना।
नाड़ी चलना कलाई की नाड़ी में स्पन्दन या गति होना।
नाड़ी छूटना या छूट जाना नाड़ी का न चलना, प्राण न रह जाना, मृत्यु हो जाना, संज्ञान रहना, मूर्च्छा आना, बेहोशी होना।
नाड़ी देखना कलाई का नाड़ी परीक्षा करके रोग का निदान करना।
नाड़ी धरना नाड़ी की परीक्षा करे रोग का निदान करना।
नाड़ी घराना नब्ज दिखाना।
नाड़ी न बोलना नाड़ी न चलना, प्राण न रहना, मूर्च्छा आना, बेहोशी आना।
नाघ नाघना कोई बड़ा काम ठानना।
नानी मर जाना होश ठिकाने को जाना, प्राण सूख जाना, संकट या दुःख से बुरी तरह घबरा जाना।
नानी याद आना होश ठिकाने हो जाना, प्राण सुख जाना, संकट या दुःख से बुरी तरह घबरा जाना।
नान्ह कातना बहुत बारीक काम करना, कठिन या दुष्कर कार्य करना। उ0- अपजस जोग कि जानकी मनि बारी, कब कान्ह? लोग रिझाइबो करिहि कातिबो नान्ह। तुलसी।
नाबदान में मुँह मारना घृझिात कार्य करना, बुरी ओर घिनौना काम करना।
(किसी के) नाम किसी के पक्ष में, किसी के पास, किसी के प्रति, सरकारी या अन्य प्रमाणिक कागज में किसी के नाम के सामने (दर्ज)।
नाम आसमान पर होना प्रसिद्धि होना।
नाम उछलना बदनामी होना, अपकीर्ति फैलना, निन्दा होना।
नाम उछालना बदनामी करना, अपकीर्ति फैलना, चारों और निन्दा कराना।
नाक उठ जाना नाम न रह जाना, चिन्ह मिट जाना, चर्चा बन्द हो जाना, स्मरण् ाभी न रह जाना, अस्तित्व न रह जाना।
नाम कमाना प्रसिद्धि पाना, कीर्ति लाभ करना, मशहूर होना, ख्याति प्राप्त करना।
(किसी का) नाम करना नाम रखना, पुकारने के लिए नाम निश्चित करना, दूसरे का नाम लगाना, दूसरे पर दोष लगाना, दूसरे के सिर दोष मढ़ना।
(किसी बात का) नाम करना कोई बात पूरी तरह से न करना, कहने भर के लिए थोड़ा सा करना।
नाम करना कीर्ति लाभ करना, प्रस्थान होना।
नाम का नामधारी, कहने सुनने भर के लिए, उपयोग के लिए नहीं, काम के लिए नहीं, नाममात्र के लिए।
(किसी के) नाम का कुत्ता न पालना किसी से इतना बुरा मानना या घृणा करना कि उसका नाम लेना या सुनना भी नापसन्द करना, नाम से चिढ़ना।
(किसी के) नाम का कुत्ता पालना किसी का अत्यधिक अपमान करना, किसी को अत्यन्त नीच समझना।
नाम के लिए कहने सुनने भर के लिए, थोड़ा सा, अणु मात्र उपयोग के लिए नहीं, काम के लिए नहीं।
नाम को कहने भर को, ऐसा नहीं जिससे काम चल सके, बहुत थोड़ा अत्यन्त अल्प, ख्याति के लिए नहीं, अपर्याप्त।
नाम को धब्बा लगाना नाम को कलंकित करना, यश पर लांछन लगाना, बदनामी करना।
नाम को नहीं जरा सा भी नहीं, अणु मात्र भी नहीं, कहने पर को भी नहीं, एक भी नहीं।
नाम को मरना सुयश के लिए अथक प्रयत्न करना, कीर्ति के लिए जी तोड़ परिश्रम करना।
नाम चढ़ना किसी नामावली में नाम लिखा जाना, नाम दर्ज होना।
नाम चढ़ाना किसी नामावली में लिखना, नामा दर्ज कराना।
नाम चमकना चारों और अच्छा नाम होना, कीर्ति फैलना, यश फैलना, प्रसिद्धि होना।
नाम चलना लोगों े नाम का स्मरण बना रहना, यश स्थिर रहना, यादगार बना रहना, वंश का क्रम चलता रहना।
नामचार को नामचार को, नामोच्चार भर के लिए, नाम का, कहने भर को, पूरे तोर से मन से नहीं, बहुत थोड़ा, किंचिन्मात्र।
नाम जगना नाम चमकना, कीर्ति फैलना, ख्याति होना।
नाम जगाना नाम की याद कराते रहना, स्मारक बनाये रखना, ऐसा काम करना कि लोगों में स्मरण बना रहे, उज्जवल कीर्ति फैलाना।
नाम जपना बार बार नाम लेना, बार बार नाम का उच्चारण करना, नाम रटना, भक्ति या प्रेम से ईश्वर या देवता का स्मरण करना, नाम स्मरण करना।
(किसी के) नाम डालना खाते में यह लिखना कि अमुक व्यक्ति को इतना धन या माल दिया गया। (किसी के) नाम के सामने दर्ज करना।
नाम डुबाना नाम को कलंकित करना, यश और कीर्ति का नाश करना, मान और प्रतिष्ठा होना।
नाम डूबना नाम कलंकित होना, यश और कीर्ति का नाश होना, नाम न चलना, कीर्ति का लुप्त होना, प्रतिष्ठा नष्ट होना।
नाम देना नाम रखना, नामकरण करना, किसी देवता के नाम का मंत्र देना, साम्प्रदायिक मंत्र का उपदेश देना।
(किसी का) नाम धरना नाम रखना, नामकरण करना, बदनामी करना, बुरा कहना, दोष लगाना, अपनी चीज का दाम कहना।
(किसी को) नाम धरना बदनाम करना, बुरा कहना, दोष लगाना, दोष ािकनलना, नुक्स निकालना, ऐब बताना।
नाम धराना नामकरण कराना, बदनामी कराना, बदनाम होना, निन्दा कराना। उ0- (क) फिरत धरावत मेरो नामा। मात1 न देति होयगी धामा। (ख) डारि दियो गुरू लोगना को डर, गांव चवाव में नाम धरायो। मतिराम।
नाम न लेना अरूचि, घृणा, भय आदि के कारण चर्चा तक न करना, दूर रहना, बचना, विचार तक न करना, स्मरण तक न करना।
(तो मेरा) नाम नहीं तो मुझे गया गुजरा समझना।
नाम निकल जाना किसी विषय में ख्याति हो जाना, किसी बात के लिए मशहूर या बदनाम हो जाना।
नाम निकलवाना बदनामी कराना, नाम में कलंक लगवाना, मंत्र, तंत्र आदि द्वारा चोर का नाम प्रकट करना, किसी नामावली में से नाम कटवाना, किसी विषय से किसी को अलग करवाना।
नाम निकालना (भली या बुरी) बात के लिए नाम प्रसिद्ध करना या फैलाना, बदनामी करना, मंत्र, तंत्र आदि के द्वारा चोर का नाम प्रकट कराना, किसी नामावली से नाम कटवाना, किसी विषय से अलग कराना।
(किसी के) नाम पड़ना नाम रक्खा जाना, नामकरण होना, नाम निश्चित होना, किसी के नाम के आगे लिखा जाना, जिम्मेदार रक्खा जाना।
(किसी के) नाम पर किसी के निमित्त, किसी की स्मृति में, किसी के भरोसे, किसी को अर्पित करके।
(किसी के) नाम पर जूता लगाना किसी को अत्यन्त तुच्छ समझना।
नाम पर धब्बा लगाना नाम को कलंकित करना, यश पर लांछन लगाना, बदनामी करना।
(किसी के) नाम पर बैठना किसी के भरोसे सन्तोष करके निष्क्रिय होना, किसी के आसरे में या किसी के ख्याल से कोई ऐसा काम न करना जिसका करना स्वाभाविक या आवश्यक हो।
(किसी के) नाम पर मरना किसी के प्रेम में लीन होना, किसी के पेम में खपना, प्रेम के आवेश में अपने हानि लाभ या कट की और कुछ भी ध्यान न देना, ख्याति या मर्यादा के लिए मरना।
(किसी के) नाम पर मिटना किसी के प्रेम में लीन होना, किसी के पेम में खपना, प्रेम के आवेश में अपने हानि लाभ या कट की और कुछ भी ध्यान न देना, ख्याति या मर्यादा के लिए मरना।
नाम पाना प्रसिद्धि प्राप्त करना, मशूहूर होना।
नाम पुकारना ध्यान आकर्षित करने या बुलाने के लिए किसी का नाम लेकर चिल्लाना।
नाम पैदा करना ख्याति प्राप्त करना।
(किसी का) नाम बद करना बदनामी करना, कलंक लगाना, दोष लगाना।
नाम बद होना किसी बुरी बात के लिए किसी का नाम प्रसिद्ध हो जाना, नाम निकल जाना।
नाम बदनाम करना कलंक लगाना, ऐब लगाना, बदनामी करना।
नाम बांकी रहना मरने या कहींचले जाने पर कीर्ति का बना रहना, लोगों में स्मरण बना रहना, केवल नाम ही नाम रह जाना और कुछन रहना, पुरानी बातों के कारण प्रसिद्धि मात्र रह जाना, पर उन बातों का न रहना।
नाम बिकना प्रसिद्धि के कारण लोक में अत्यधिक सम्मान होना, नाम प्रसिद्ध हो जाने के कारण किसी की वस्तु का आदर होना, इतनी ख्याति होना कि नाम सुनने भर से लोगों के हृदय में आदर का भाव जाग उठे। कोई बुरा काम करके बदनामी कराना।
नाम मात्र नाम लेने भर को, बहुत थोड़ा, अत्यन्त अल्प।
नाम मिटे जाना अस्तित्व न रह जाना, स्मरण भी न रह जाना।
नाम मिटना नाल जाता रहना, नाम न रहना, स्मारक या कीर्ति का लोप होना, नाम तक शेष न रहना, कोई चिन्ता न रह जाना।
नाम से धब्बा लगाना कीर्ति को मिटाने वाला काम करना।
नाम का निशान ऐसा चिन्ह या लक्षण जिससे किसी वस्तु के होने का प्रमाण मिल सके, पता, खोज।
(कोई) नाम रखना नाम निश्चित करना, नामकरण करना, कीर्ति सुरक्षित रखना, प्रतिष्ठा की रक्षा करना, अच्छा या बड़ा काम करके याश को स्थिर रखना,नाम डूबने न देना, बदनामी करना, निन्दा करना, बुरा कहना,दोष लगाना,दोष निकालना, ऐब बताना।
नाम रह जाना लोगों में स्मरण बना रहना, कीर्ति की चर्चा रहना, यश बना रहना।
नाम रहना प्रतिष्ठा या सम्मान बना रहना, मर्यादा न मिटना।
नाम लगना दोषी ठहराया जाना, दोष लगना, कलंक मढ़ा जाना।
नाम लगाना किसी दोष या अपराध के सम्बन्ध में नाम लेना, दोष मढ़ना, अपराध लगाना, कलंक लगाना।
नाम लिखना किसी कार्य या विषय में सम्मिलित करने के लिए रजिस्टर, बही आदि में नाम लिखना, किसी मंडली संस्था, कार्यालय आदि में सम्मिलित करना, किसी के नाम के आगे लिखना, किसी के जिम्मे देय स्वरूप में लिखना, भरती करना।
नाम लिखाना किसी विषय या कार्य में सम्मिलित होने के लिए रजिस्टर, बही आदि में नाम लिखाना, किसी मंडली, संस्था, कार्यालय आदि में सम्म्लिित होना, भरती होना।
(किसी का) नाम लेकर किसी के नाम के प्रभाव से। (किसी देवता या पूज्य पुरूष का) स्मरण करके।
नाम लेना नाम का उच्चारण करना, नाम कहना, फल प्राप्ति के लिए या भक्तिवश ईश्वर यसा देवता के नाम का बार बार उच्चारण करना, नाम जपना, नाम स्मरण करना, गुणों कावर्णन करना, गुण गाना, प्रशंसा करना, यश बखानना, कृतज्ञतापूर्वक स्मरण करना, चर्चा करना, जिक्र करना, बदनाम करना,दोष लगाना, नाम व निशान, खोज।
(किसी) नाम से शब्द द्वारा निर्दिष्ट होकर या करके।
(किसी के) नाम से चर्च से जिक्र से, (किसी का) सम्बन्ध बताकर, नाम लेकर प्रकट करके कि कोई बात किसी की ओर से। (किसी की) जिम्मेदारी बताकर (किसी को) हकदार या मालिक बनाकर (किसी की) उपयोग या भोग के लिए, नाम के प्रभाव से, नाम लेकर, ध्यान आकर्षित करके।
नाम से कांपना नाम सुनते ही डर जाना, बहुत भय मानना।
नाम से पूजना नाम प्रसिद्ध होने के कारण आदर पाना।
नाम से बिकना नाम प्रसिद्ध हो जाने से आदर पाना।
नाम ही नाम रह जाना पुरानी बातों के कारण उन लोगों में प्रसिद्ध मात्र रह जाना, पर उन बातों का न रहना।
नाम होना नाम लगना, दोष मढ़ा जाना, कलंक लगना, नाम प्रसिद्ध होना, नाम लिखा जाना।
नामों निशान बाकी न रहना एकदम अभाव होना, बिलकुल न होना।
नाम से बिकना नाम प्रसिद्ध हो जाने से आदर पाना।
नाम ही नाम रह जाना पुरानी बातों के कारण उन लोगों में प्रसिद्ध मात्र रह जाना, पर उन बातों का न रहना।
नाम होना नाम लगना, दोष मढ़ा जाना, कलंक लगना, नाम प्रसिद्ध होना, नाम लिखा जाना।
नामो निशान बाकी न रहना एकदम अभाव होना, बिलकुल न होना।
नामो निशान मिट जाना पता न रह जाना, एकदम नाश हो जाना।
नार नवाना लज्जा, चिन्ता, संकोच मान आदि के कारण सिर नीचा करना, दृष्टि नीची करना, लज्जित होने, चिन्ता करने या रूठने का भाव प्रकट करना। उ0- समुझि निज अपराध करनी नार नावति नीचि। बहुत दिन ते बरति है के आंखि दीजै सींचि। सूर।
नार नीची करना लज्जा, चिन्ता, संकोच मान आदि के कारण सिर नीचा करना, दृटि नीची करना, लज्जित होने, चिन्ता करने या रूठने का भाव प्रकट करना। उ0- मान मनायो राधा प्यारी।….. कत हुवै रही नाच नीची करि देखत लोचन झूले। सूर।
नारियल तोड़ना बच्चा उत्पन्न होने पर नाल काटकर उसे माता के शरीर से अलग करना।
(क्या किसी का) नाल काटा है? क्या किसी की बड़ी बूढ़ी है।
(कहीं पर) नाल गड़ा होना किसी स्थान का जन्म भूमि की भांति प्रिय होना, किसी स्थान पर स्वत्व होना।
नाल छीनना नाल काटना।
नालिश दागना नालिश करना।
नाल के ठंड वह ठंड जो नाली में से बदन निकालकर किया जाय।
(सूखे में) नाव चलाना असम्भव कार्य करने चलना।
नाव में धूल उड़ाना बिना सिर पैर की बात कहना, सरासर झूठ कहना, झूठा अपराध लगाना, व्यर्थ कलंक लगाना।
नासूर डालना नासूर पैदा करना, घाव करना।
नासूर भरना नासूर का घाव अच्छा हो जाना।
निकल चलना वित्त से बाहर काम करना, इतराना, अति करना।
निकल जाना चला जाना, आगे बढ़ जाना, न रह जाना, खो जाना, नष्ट हो जाना, ले लिया जाना,, घट जाना, कम हो जाना, न पकड़ा जाना, भाग जाना, (स्त्री का) किसी पुरूष के साथ अनुचित सम्बन्ध करके घर छोड़कर चला जाना।
(स्त्री का) निकाल लाना स्त्री से अनुचित सम्बन्ध करके उसे उसके घर से अपने यहां लाना।
(स्त्री को) निकाल ले जाना स्त्री से अनुचित सम्बन्ध करके उसे उसके घर से लेकर कहीं चला जाना।
निकाह पढ़ना विवाह करना।
निकाह पढ़ाना विवाह कराना।
निगाह रखना देख रेख रखना, रखवाली करना।
निघरघट देना लज्जित किये जाने पर सफाई देने के लिए बाते बनाना, बेहयाई से झूठी सफाई देना। उ0- दुरे न निघरघटो दिते ये रावरी कुचाल। विष सी लागति है बुरी हंसी खिसी की लाल। बिहारी।
निबला बैठना स्थिर होकर बैठना, शान्तभाव में बैठना, चंचलता न करना, शिष्टापूर्वक बैठना।
निछक्के में एकान्त में
निछावर करना उत्सर्ग करना, छोड़ देना, त्यागना, दे डालना, समर्पण करना।
निछावर होना समर्पित किया जाना, त्याग दिया जाना।
(किसी का) किसी पर निछावर होना किसी के निमित्त प्राण छोड़ देना, किसी के लिए जान देनार।
निज करके बीस विस्वे, निश्चय, अवश्य, जरूर।
निज का खास अपना, अपने शरीा या जन कुटुम्ब से सम्बन्ध रखने वाला।
निठौर पड़ना विषम स्थिति में पड़ना, बुरी दशा में पड़ना। उ0- बहुरि बन बोलन लागे मोर।…. जिनको पिय परदेश सिधारों सो तिय परी निठौर। सूर।
नित्य कुआं खोना प्रति दिन कार्य करके कमाना, और इसी से जीवन निवार्ह करना।
नित्य निबाहना नित्य कर्म करना। उ0- नित्य निबाहि गुरूहिं गुरूहिं सिर नाय। रामा0।
निन्नानवे के फैर में पड़ना रूपया चढ़ाने की धुन में होना, धन बढ़ाने की चिन्ता में पड़ना।
नियम का पालना नियम के अनुकूल व्यवहार, कायदे की पाबन्दी।
नियम का भंग (बड़े से) मिलना, दर्शन या परिचय होना।
निमूल होना जड़ केसाथ नष्ट होना, कारण और कार्य दोनों का नष्ट हो जाना, इस प्रकार नट हो जाना कि कोई चिन्ह न बने।
नींव खोदना मूलोच्छेद करना, जड़ मिटाना या नष्ट करना।
निवेद लगाना देवार्पित करना।
(किसी बात का) निशान उठाना किसी आन्दोलन का नेतृतव करना।
निशान का हाथी सेना का जुलूस में वह हाथी जिस पर झंडा व डंका रहता है।
(किसी बात का) निशान खड़ा करना किसएी काम में अगुआ या नेता बनकर लोगों को अपना अनुयायी बनाना, किसी का आन्दोलन का नेतृत्व करना।
निशान काड़ना झंडा गाड़ना।
निशान देना पता बताना, सम्मन आदि तामील करने के लिए पहचानना।
निशाना करना अस्त्र आदि के वार करने के लिए किसी को लक्ष्य करना।
निशाना खाली जाना निशाना या वार ठीक न बैठना, अस्त्र या लक्ष्य पर न पहुंचना, आक्रमण व्यर्थ हो जाना।
निशाना बनाना अस्त्र आदि के वार करने के लिए किसी को लक्ष्य बनाना।
निशाना बांधना अस्त्र आदि को इस प्रकार साधना कि वह चलाने पर ठीक लक्ष्य पर वार करे।
निशाना मारना ताक कर अस्त्र शस्त्र का वार करना।
निशाना लगाना ताक कर अस्त्र शस्त्र का वार करना।
निशाना साधना निशाना बांधना, निशाना लगाने का अभ्यास करना।
निशाना होना निशाना बनना, लक्ष्य होना।
निसबत देना तलना करना, मसकाबला करना।
निसा भर जी भर के, खूब अच्छी तरह। उ0- बाज निसा भरि प्यारे निसा भरि कीजिये कान्हा केलि खुसी में। ठाकुर।
नींद उबटना नींद का दूर होना।
नींद उचाटना नींद दूर करना, सोने में बाधा डालना।
नींद उचाट होना नींद का खुलने पर फिर न आना, सोने में बाधा पड़ना।
नींद का दुखिया बहुत सोने वाला, सदा सोने का इच्छुक रहने वाला।
नींद का माता नींद से व्याकुल, नींद से गिर गिर पड़ने वाला।
नींद खराब करना सोने का हर्ज करना, सोने में बाधा डालना।
नींद खुलना आंख खुलना, नीद टूटना, जाग जाना।
नींद खोना सोने का हर्ज करना, निद्रा की दशा न रहना।
नींद गंवाना सोने का हर्ज करना, निद्रा की दशा न रहना।
नींद टूटना नींद का छूट जाना, जाग पड़ना।
नींद पड़ना नींद आना, निद्रा की अवस्था होना। उ0- नींद न परै रैन जो आई जायसी।
नींद भरना नींद पूरी करना, सोना।
नींद भर सोना जितनी इच्छा हो उतना सोना, इच्छा भर सोना। उ0- डासत ही सब बीति निसा गई गहिीुं न नाथ नींद भर सोयो। तुलसी।
नींद मारना सोना
नींद लेना सोना। उ0- (क) नींद न लीन्ह रैन सब जागा। होत बिहान आय गढ़ लागा। जायसी। (ख) जब ते प्रीत श्याम को कीन्हा, ता दिनतै नेननि नैकहु नींद न लीन्हा। सूर।
नींद संरचना नींद आना। उ0- द्वादशि में जो पारण करहीं और शयन जो नींद संचरही। सबल सिंह।
नींद हराम करना सोना छुड़ा देना, सोने न देना।
नींद हराम होना सोना छूट जाना, सोने की नौबत न आना।
नींद हराना नींद न आना।
नीद लगना अच्छा लगना, प्रिय लगना, रूचना, फबना, सुहाना।
नीका लगना अच्छा लगना, प्रिय लगना, रूचना, फबना, सुहाना।
नीचा ऊँचा भला बुरा, भलाई बुराई, गुण अवगुण, और बुरा परिणाम, हानि लाभ, सजद विपत, सुख दुख।
नीचा खाना तुच्छ बनना, अपमानित होना, ऐठा बनना, हारना, परास्त होना, लज्जित होना, झेंपना, पराति होना।
नीचा दिखना तुच्छ बनना, अपमानित होना, हारना, परास्त होना,लज्जित होना, छिप्ना।
नीचा दिखाना तुच्छ बनाना, हैठा करना, अपमानित करना, मान भंग करना, दर्प चूर्ण करना, शैखी फाड़ना, परास्त करना, हरारा, झेपना, लज्जित करना।
नीचा देखना तुच्छ बनना, अपमानित होना, हेठा बनना, हारना, परास्त होना, लज्जित होना, झेंपना।
नीची दृष्टि करना सिर झुकाना, सामने न ताकना।
नीच दृष्टि से देखना तच्छ या छोटा समझना, मान या प्रतिष्ठा न करना, आदर न करना।
नीचे ऊपर एक पर एक, तले उपर, उलट पलट, अस्त व्यस्त, अव्यवथित।
नीची निगाह से देखना घृाित या तुच्छ समझना, छोटा समझना।
नीचे गिरना प्रतिष्ठा खोना, मान मर्यादा गंवाना,पतन होना, अनवत दशा को प्राप्त होना, कुश्ती में पटका जाना, पछड़ा जाना, पतित होना।
नीचे गिराना पतित बनाना, मान मर्यादा दूर करना, कुश्ती से पटकना, पछाड़ना।
नीचे डालना फेकना, गिराना, किसी बात से पराजित करना।
नीचे लाना गिराना, कुश्ती में पछाड़ना।
नीचे से ऊपर तक सिर से पांव तक, सभी अंगों या भागों मेें, एक सिरे से दूसरे सिरे तक।
नीठि नीठि करके ज्यों त्यो करके, बहुत इधर उधर करके, किसी न किसी प्रकार। उ0- नीठि नीठि कर चित्र मन्दिर लौ आई बल चहूं और चाहि कछु चेति के मजे लगी। बेनी। कठिनता से, मुश्किल से। उ0- छूटि लट लटकति कट तट लौ चितवति नीठि नीठि करि ठाढ़ी। केशव।
नीबू नीचेड़ थोड़ा सा कुछ देकर बहुत से चीज में साझा करने वाला, थोड़ा सा सम्ब्न्ध जोड़कर बहुत कुछ लाभ उठाने वाला, भारी कंजूस।
नीम की टहनी हिलाने वाला गर्मी की बीमारी लेकर बैैठना, अपदंश या फिरंग रोग से ग्रस्त होना।
नीम हकीम खतरे जान अधकचरे वैध की दवा करने में जान जाने की डर रहतीहै।
नीयत डिगना अच्छा या उचित संकल्प दृढ़ न रहना, मन में विकारउत्पन्न होना, बुरा संकल्प होना।
नीयत बद होना विचार दूषित होना, बुरी इच्छा या संकल्प होना, अनुचित या बुरी बात की ओ प्रवृत्ति होना, बेईमानी सूझना।
नीयत बदल जाना संकल्प या विचार और का और होना। इरादा दूसरा हो जाना, बुरा विचार होना, अनुचित या बुरी बात की ओर प्रवत्ति होना।
नीयत बांधना संकल्प करना, मन में ठानना, इरादा करना।
नीयत बिगड़ना विचार दूषित होना, बुरी इच्छा या संकल्प होना, अनुचित या बुरी बात की ओर प्रवृत्ति होना, बेईमानी सूझना।
नीयत बुरी होना विचार दूषित होना, मन में बुरी बात पैदा होना, मन में बेईमानी की बात आना।
नीयत भरना जी भरना, मन तृप्त होना, इच्छा पूरी होना।
नीयत में फरक आना बुरा विचार या संकल्प होना, अनुचित या बुरी बात की प्रवृत्ति होना, बेईमानी या बुराई सूझना।
नीयत लगी रहना ध्यान बना रहना, इच्छा बनी रहना, जी ललचाय करना।
नीर ढलना मरते समय आंख से आंसू बहना।
नील का टीका लगाना कलंक लगाना, बदनामी उठाना।
नील की सलाई फिरवा देना आंखे फुड़वा डालना, अंधा कर देना।
नील डालना इतनी मार मारना कि शरीर परनीले दाग पड़ जायं, गहरी मार मारना।
नीला करना इतना मारना कि शरीर पर नीले दाग पड़ जाय, अत्यधिक मारना।
नीला पड़ना मार के दाग पड़ना।
नीला पीला होना क्रोध दिखाना, कुद्ध होना, बिगड़ना।
नीले हाथ पांव हो ठंढ हो जाय, मर जाय।
नीलाम पर चढ़ना बोली बोलकर बेवा जाना, नीलाम किया जाना।
नीलाम पर चढ़ाना नीलाम करना।
नींव का पत्थर वह पत्थर जो मकान बनाने के आरम्भ में पहले पहल नींव में रक्खा जाता है।
नींव जमाना जड़ मजबूत करना, आधार दृढ़ करना, स्थिर करना, स्थापित करना, गर्भ स्थित करना, पैट रखना।
नींव डालना दीवार उठाने के लिए नींव तैयार करना, आधार खड़ा करना, जड़ जमाना, सूत्रपात करना, बुनियाद डालना, कोई काम आरम्भ करना।
दींव देना दीवार उठाने के लिए नीव तैयार करना, आधार खड़ा करना, जड़ जमाना, सूत्रपात करना, बुनियाद डालना, कोई काम आरम्भ करना, उपक्रम करना। उ0- बाकी खां सो उठि छता दई की नींव। लाल।
काम आरम्भ करना, उपक्रम करना। उ0- बाकी खां सो उठि छता दई की नींव। लाल।
नींव पड़ना घर की दीवार का आधार खड़ा होना, घर बनाने का लग्गा लगाना, उ0- औक की नींच परी हरि- लोक विलोकत गंगतिरंग तिहारे। जड़ जमना।
नींव भरना दीवार के लिए खुदे हुए गड्ढ़े में कंकड़, पतथर आदि पाटना।
नुकसान उठाना हानि सहना, पल्ले का खोना, क्षतिग्रस्त होना।
नुकसान करना दोष उत्पन्न करना, अस्वस्थ करना, स्वास्थ्य के प्रतिकूल होना।
नुकसान पहुंचना हानि होना।
नुकसान पहुंचाना हानि करना, क्षतिग्रस्त करना।
नुकसान भरना हानि की पूर्ति करना, घाटा पूरा करना।
नुक्का मारना गैड़ी मारना, गैड़ी के खेल में लकड़ी मारना, कील ठोकना, बाधा पहुंचाना, कष्ट पहुंचाना।
नुक्का लगाना बाधा पहुंचाना, कष्ट पहुंचाना।
नुत्फा ठहरना गर्भाधान होना।
नुसखा बांधना हकीम या वैद्य के लिखे अनुसार दवाये व देना, पंसारी या अअतार का काम करना।
नुसखा लिखना दवा लिखना।
नून तैल गृहस्थी का सामान।
नूर का तड़का बहुत सबेरा, प्रातःकाल।
नूर बरसना प्रभा का अधिकता से प्रकट होना।
नेकी और पूछ पूछ किसी का उपकार करने में उससे पूछने की क्या आवश्यकता है।
नेक करना शुभ मुहुर्त में आरम्भ करना, साइत करना।
लेक लगना पुरस्कार देना, आवश्यक होना, रीति के अनुसार कुछ देनाजरूरी होना, हीले लगना, काम में आ जाना, सार्थक होना, सफल होना, सम्बन्ध या सम्पर्क होना, किसी में लीन होना।
नेटा बहना गंदा और मेला कुचैला रहना।
नोक की लेना बढ़ बढ़कर बातें करना।
नोक दुम भागना बड़े जोर से भागना, बेतहाशा भागना।
नोक बनाना बनाव सिंगार करना।
नोक नह जाना मान मर्यादा की रक्षा होना, इज्जत बच जाना।
नोक पलक से ठीक चारों ओर से सुडौल नख से शिख तक सुन्दर।
नौ तेरह बाईस बताना टाल मटोल करना।
नो दो ग्यारह होना चल देना, चम्पत होना, भाग जाना।
नौकरी पर बहाल करना जिस जगह पर नौकर था उसी जगह पर फिर नियुक्ति करना।
नौकरी बजाना सेवा में तत्पर होना।
नौकरी से लगना नौकर होना, काम पाना, नौकरी पाना।
नौबत की टोकर घोंसे की आवाज।
नौबत को पहुंचना दशा को प्राप्त होना, हालत में होना।
नौबत गुजरना मौका जाता रहना।
नौबत झड़ना नौबत बजना।
नौबत बजना आनन्द उत्सव होना, प्रताप या ऐश्वर्य की घोषणा होना।
नौबत बजाकर डंके की चोट, खुले आम, गा बजाकर।
नौबत बजाना आनन्द उत्सव करना, खुशी मनाना, प्रताप या ऐश्वर्य की घोषणा करना, दबदबा दिखाना, आतंक प्रकट करना।
न्याय का डंका बजाना ऐसा न्याय करना जिसकी सब प्रशंसा करें।
न्याय चुकाना झगड़ा मिटाना, निणर्य करना, फैसला करना।
प
पंख जमना मृत्यु विनाश के लक्षण प्रकट होना, बुरे रास्ते पर जाने का रंग ढंग दिखाई पड़ना।न रहने का लक्षण उतपन्न होना व शामत आना
पंख लगना पक्षी के समान वेगवान होना,
पंखा करना पंखा हिला या डुलाकर वायु संचारित करना।
पंच की दुहाई सहायता की पुकार।अन्याय दूर करने की पुकार .
पंच की भीख लोक अनुग्रह सर्वसाधारण की कृपा, सबका आशीर्वाद। उ0- और ग्वाल सब गृह आए गौपालहि बैर भई।…. राज करै वे धेनु तुम्हारी नंदहि कहित सुनाई। पंच की भीख सूर बलि मोहन कहति जसोदा माई। सूर।
पंच परमेश्वर पंचों का कहना ईश्वर वाक्य के तुल्य है।
पंच बदना झगड़े का फैसला करने के लिए किसी को मध्यस्थ बनाना।
पंच मानना झगड़ा निपटाने के लिए किसी के मध्यस्थ बनाना।
पंचतत्व को प्राप्त होना मरना
पंचायत जोड़ना बहुत से लोगों का एकत्र होकर किसी मामले या झगड़े पर विचार करना।
पंजा फेरना पंजे की लड़ाई में प्रतिद्वंदी को हराना।
पंजा फैलाना लेने या अधिकार में करने के लिए हाथ बढ़ाना, हथिया का डोल करना, लेने का उद्योग करना।
पंजा बढ़ाना लेने का अधिकर में करने के लिए हाथ बढ़ाना, हथिया का डोल करना, लेने का उद्योग करना।
पंजा मारना लेने के लिए हाथ लपकाना, झपट्टा मारना।
पंजा मोड़ना पंजे की लड़ाई में प्रतिद्वंदी को हराना, पंजी की लड़ाई में जीतना।
पंजा लड़ाना एक प्रकार की कसरत या बल परीक्षा जिसमें दो आदमी एक दूसरे की उंगलियों में उंगलियां फंसाकर मरोड़ने का प्रयत्न करते हैं।
पंजा ले जाना पंजा लड़ाने में जीत जाना, दूसरे का पंजा मोड़ देना।
पंजा लेना कसरत या बल परीक्षा के लिए उंगलियों को फैलाकर जोर लगाना।
पंजे झाड़कर पीछे पड़ना हाथ धोकर पीछे पड़ना, जी जान से लगना या तत्पर होना, सिर हो जाना।
पंजे में पकड़ में, मुट्ठी में, ग्रहण में, अधिकार में, कब्जे में, वश में, ऐसी स्थिति में जिसमें जी चाहे किया जा सके।
पंजे से पकड़ से, मुट्ठी से, अधिकार से, कब्जे से।
पंजों पर चलना बहुत ऊँचा होकर चलना, इतराना, गर्व करना, जमीन पर पैर न रखना।
पंथ गहना रास्ता पकड़ना, चलने के लिए रास्ते पर होना। उ0- बिछुरत प्रान पयान करेगे रहौ आजु पुनि पंथ गहौ। सूर। बाल पकड़ना, ढंग पर चलना, विशेष प्रकार के कर्म में प्रवृत्त होना, आचरण ग्रहण करना।
पंथ दिखाना रास्ता बताना, शिक्षा देना, धर्म या आचार की रीति बताना, उपदेश देना। उ0- गुरू सेवा जेहि पंथ दिखावा, बिनु गुरू जगत को निर्गुन पावा। जायसी।
पंथ निहारना रास्ता देखना, बाट जोहना, प्रतीक्षा करना, इंतजार करना। उ0- (क) तुमरो पंथ निहारो स्वामी। कबहि मिलौगे अंतर्यामी। सूर। (ख) माखन खाव लाल मेरे आई। खेलत आज अबार लगाई।…. मैं बैठी तुव पंथ निहारो। आवो तुम पे तन मन वारो। सूर।
(किसी के) पंथ पर लगना रास्ते पर होना, चाल ग्रहण करना, अनुकरण करना, परेशान होना।
पंथ पर लाना ठीक रास्ते पर करना, अच्छीचाल पर ले चलना, उत्तम आचरण सिखाना, धर्मापदेश करना, उ0- अगुआ भयउ सेख बुरहानू। पंथ लाय मोहि दीन्ह गियानू। जायसी। सुमार्ग पर चलाना।
पंथ पर \में पाक देना चलना, मार्ग ग्रहण करना, रीति या ढंग पर चलना, विशेष प्रकार के कर्म में प्रवृत्त होना, आचरण ग्रहण करना। उ0- रघुबंसिन कर सहज सुभाऊ। मन कुपंथ पग धरे न काऊ। तुलसी।
पंथ सेना राह देखना, बाट जोहना, आसरा देखना। उ0- हारिल भई पंथ में सेवा। अब तीहि पढो कौन परेवा। जायसी।
पकड़ जाना बंदी बनाया जाना, दोषी ठहराया जाना।
पकड़ में आना पकड़ा जाना, गृहीत होना, मिलना, हाथ लगना, दांव पर चढ़ना, घात में आना, वश में होना।
पक्का कागज वह कागज जिस पर लिखी हुई बात कानून से सही समझी जाती है।
पक्का काम असली चांदी सोने के तार के बने बेल बूटै का काम, असली कारचोबी का काम।
पक्का खाना घी से पका हुआ भोजन।
पक्का घर सुरखी चूने के मसाले और ईंटों से बना हुआ घर।
पक्का चिट्ठा ठीक जंचा चिट्ठा।
पक्का चेला किसी के भेद को जानने वाला।
पक्का पान वह पान जो कुछ दिन रहने से सफेद और खाने में स्वादिष्ट हो गया हो।
पक्का पानी औटाया हुआ पानी, स्वास्थ्यकर जल।
पक्का रंग न छूटने वाला रंग, बना रहने वाला रंग।
पक्का हिसाब ठीक ठीक हिसाब, पूरा हिसाब, सूक्ष्म विवरण।
पक्की छांटना शुद्ध भाषा बोलना।
(किसी का) पक्ष करना पक्ष लेना, पक्षपात करना।
पक्ष गिरना मत का युक्तियों द्वारा सिद्ध न हो सकना, शास्त्रार्थ या विवाद में हार होना।
पक्ष निर्बल पड़ना मत का युक्तियों द्वारा पुष्ट न हो सकना।
पक्ष प्रबल पड़ना मत या युक्तियों द्वारा पुष्ट होना, दलील मजबूत होना।
पक्ष में मत या बात के प्रमाण में, कोई बात सिद्ध करने के लिए।
(किसी का) पक्ष लेना (झगड़े में) किसी की ओर होना, किसी की सहायता में खड़ा होना, सहायक होना, पक्षपात करना, तरफदारी करना।
पक्ष सम्भालना किसी मत या बात का खंडन होने से बचाना।
पख निकालना दोष दिखाना।
पख लगाना प्रतिबंध या रोक लगाना, रोड़ा अटकाना, अड़ंगा लगाना।
पखने से लगकर बैठना बगल से सटकर बैठना।
पग रोपना कोई प्रतिज्ञा करके किसी जगह पैर रखना या अड़ाना।
(किसी से) पगड़ी अटकना बराबरी होना, मुकाबला होना, किसी से झगड़ा लगना।
पगड़ी उछलना दुर्गति होना, बुरी नौबत आना, अनादर होना।
पगड़ी उछालना अनादर करना, दुर्दशा करना, उपहास करना, हंसी उड़ाना।
पगड़ी उतरना प्रतिष्ठा नष्ट होना, अनादर होना, अपमान होना।
पगड़ी उतारना प्रतिष्ठा नष्ट करना, अनादर करना, वस्त्रमोचन करना, ठ गना, लूटना, धन सम्पत्ति हरण करना।
(किसी की) पगड़ी बंधना उत्तराधिकार प्राप्त होना, वरासत मिलना, उच्च पद या स्थान प्राप्त होना, सरदारी मिलना, उच्च अधिकार प्राप्त होना, प्रतिष्ठा मिलना, सम्मान प्राप्त होना।
(किसी को) पगड़ी बांधना उत्तराधिकार देना, गद्दी देना, उच्च पद या अधिकार देना, सरदार बनाना।
(किसी के साथ) पगड़ी बदलना भाईचारे का नाता जोड़ना, मैत्री करना।
पगड़ी रखना मान-मर्यादा की रक्षा करना, इज्जत बचाना, प्रतिष्ठा की रक्षा करना।
(किसी के आगे या पैरों पर) पगड़ी रखना
बहुत विम्रता करना, विनती करना, गिड़गिड़ाना, दया की भीख मांगना।
पच मरना किसी काम के लिए अत्यधिक परिश्रम करना, जी तोड़ मेहनत करना, हैरान होना।
पच्चर उड़ाना बाधा डालना, बाधा खड़ी करना, रूकावट डालना, अडंगा लगाना।
पच्चर ठोकना किसी को कष्ट पहुंचाने या पीड़ित करने के लिए कोई उपाय करना, ऐसा काम करना जिससे किसी को बहुत कष्ट पहुंचे या वह खूब तंग या परेशान हो, खूंटा ठोकना।
पच्चर मारना होते हुए काम में बाधा डालना, बनती हुई बात को बिगाड़ देना, भांजी मारना।
(किसी में) पच्ची हो जाना मिलकर एकरूप हो जाना, लीन हो जाना, हल हो जाना।
पछाड़ खाकर रोना रोते रोते गिरना, अचेत होना।
पहाड़ खाना अचानक बेसुध होकर गिर पड़ना। उ0- परति पछाड़ खाइ छिन ही छिन अति आतुर है दीन। मानहु सूर काढ़ि है लीनी बारि मध्य ते मीन। सूर।
पट उधड़ना मन्दिर का द्वार खुलना, दर्शन का समय आरम्भ होना।
पट खुलना दर्शन का समय आरम्भ होना, मन्दिर का द्वार खुलना।
पट पड़ना औधा पड़ना, कुश्ती में नीचे के पहलवान का पेट के बल पड़कर मिट्टी थामना, मंद पड़ना, धीमा पड़ना, न चलना।
पट बंद होना मन्दिर का द्वार बंद होना, दर्शन का समय बीत जाना।
पट मारना किवाड़ बंद करना।
पट लेना पट नामक पेच करने के लिए जोड़ की टांगे अपनी ओर खींचना।
(किसी के ऊपर, किसी पर या किसी के सिर) पटकना
कोई ऐसा काम किसी के सुपुर्द करना जिसे करने की उसकी इच्छा न हो।
पटका पकड़ना किसी को कार्य विशेष के लिए उत्तरदायी ठहराते हुए रोक रखना।
पटका बांधना कमर कसना, उचित होना।
पटका कर देना मारकर या काटकर गिरा देना, चौपट कर देना, तबाह कर देना, सर्वनाश कर देना।
पटरा फेरना पटेले से जमीन बराबर करना, ध्वंस करना, तबाह कर देना।
पटरा होना मरकर या कटकर गिर जाना, मर जाना, नष्ट हो जाना, स्वाहा हो जाना।
पटरी जमना मन मिलना,मित्रता होना, मेल खाना, पटना।
पटरी जमाना घुड़सवारी में रान बैठाना या जमाना।
पटरी बैठना मन मिलना, मित्रता होना, मेल होना, पटना।
पटा बांधना पटरानी बनाना। उ0- चौदह सहस तिया में तौको पटा बंधाऊं आज। सूर।
पटापटी का पर्दा वह पर्दा जिसमे रंग बिरंग के फूल पत्ते या समोसे आदि कढ़े हो।
पटाफेर विजय की एक रस्म जिसमें वर वधू आपास में आसन बदलते हैं।
पटिया पास बाल संवारना।
पट्ट पड़ना चौपट होना।
पट्टा तोड़ना कुत्ते या बिल्ली का अपने पालने वाले के यहां से भाग कर अन्यत्र चला जाना।
पट्टी जमाना मांग के दोनों ओर के बालों को इस प्रकार बैठाना कि वे सिर में बिलकुल चिपक जायं, पट्टी संवारना।
पट्टी पढ़ना गुरू के पाठ प्राप्त करना, सबक पढ़ना।
पट्टी पढ़ाना छात्र को पट्टी पर लिखकर पाठ देना, बहकाने वाली शिक्षा देना।
पट्टी में आना किसी के चकमे में आना, किसी की धुर्तता पूर्ण बातों में फस जाना।
पट्टीदारी अटकना पट्टीदारी विषयक या पट्टीदारी के कारण कोई झगड़ा खड़ा होना, पट्टीदारी के कारण विरोध होना।
पट्टीदारी करना किसी के बराबर अधिकार जताना, पट्टीदार होने के कारण किसी के काम में रूकावट करना, बराबरी करना, जो कोई एक करे उसे आप भी करना, पट्टीदारी के बल पर किसी का विरोध करना,पट्टीदारी के हक पर अड़ना।
पट्टू सा पढ़ाना खूब सिखाना।
पट्ठा चढ़ना किसी नस का तन जाना, नस पर नस चढ़ना।
पट्ठों में घुसना गहरी दोस्ती पैदा करना, अंतरंग बनना।
पढ़ना लिखना शिखा प्राप्त करना।
पढ़े पढ़ाये पट्टू स्वतः अनुभवी और चालाक।
पड़ता खाना लागत और अमीष्ट लाभ मिल जाना, खर्च और मुनाफा निकल जाना।
पड़ता निकालना लागत का विचार कर भाव निश्चित करना।
पड़ता पड़ना लागत और अमीष्ट लाभ मिल जाना, खर्च और मुनाफा निकल जाना।
पड़ता फैलाना लागत का विचार कर भाव निश्चित करना।
पड़ता बैठना लागत और अमीष्ट लाभ मिल जाना, खर्च और मुनाफा निकल जाना।
पड़ता बैठाना लागत का विचार का भाव निश्चित करना।
पड़ता रहना औसत होना।
पड़ती उठना पड़ती का जीता जाना, पड़ती पर खेती होना, पड़ती के जीते जाने का प्रबन्ध होना, पड़ती खेत का बन्दोबस्त हो जाना।
पड़ती उठाना पड़ती का बन्दोबस्त करना, पड़ती को लगान पर काश्तकार को दे देना।
पड़ती छोड़ना किसी खेत को कुछ समय तक यो ही छोड़ना, उसे जोतना बोना नहीं, जिसमें उसकी उर्वरा शक्ति बढ़ जाय।
पड़ती पड़ना ठीक समय पर भूमि को जोत बो न सकने से उसे छोड़ रखना।
पड़ते से पड़ता फैलाने से जो हिसाब, दूर या भाव आवे उसके अनुसार, लागत के व्यय और लाभ दोनों मिल जाने पर।
(किसी पर) पड़ना विपत्ति या मुसीबत आना, संकट का कठिनाई प्राप्त होना।
पड़ा रहना बराबर लेटे रहना, बिना कुछ काम किये लेटे रहना, लेटकर बेकारी काटना, निकम्मा रहना।
पड़ा होना एक स्थान में कुछ समय तक स्थित रहना, एक ही जगज पर बने रहना, एक ही अवस्था में रहना, रखा रहना, बाकी रहना, शेष रहना, धरा रहना, अव्यवहृत रहना।
पड़ाके की गोट रंग बिरंगी गोट जिसमें सिघाड़े आदि कढ़े हो।
पड़ाव मारना पड़ाव डाले हुए किसी यात्री दल को लूटना, कारवां या काफिला लूटना, कोई बड़ा साहस पूर्ण कार्य करना, भारी शौर्य प्रकट करना।
पड़ोस करना पड़ोस में बसना, पड़ोसी होना।
पतंग काटना अपने पतंग की डोरी के दूसरे पतंग की डोरी को रगड़ कर काट देना।
पतंग बढ़ाना डोरी ढीली करके पतंग को हवा में और ऊपर या आगे बढ़ाना।
पत उतारना किसी की प्रतिष्ठा नष्ट करना, अपमान करना, आबरू लेना।
पत रखना प्रतिष्ठा की रक्षा करना, इज्जत बनी रहने देना, इज्जत बचाना।
पत लेना किसी की प्रतिष्ठा नष्ट करने वाला काम करना, दस आदमियों के बीच से किसी का अपमान करना।
पतला पड़ना दुर्दशाग्रस्त होना, दैन्य प्राप्त होना, आशक्त या निर्बल पड़ जाना, दीन-हीन हो जाना।
पतला हाल दुःख और कष्ट की अवस्था।
पतली चीज कोई तरल पदार्थ, कोई प्रवाही द्रव्य।
पताई झोकना आग को तेज करने के लिए उसमें पताई डालना।
पताई लगाना दहकाने के लिए आग में सूखी पत्तियां झोकना।
(किसी के मुँह में) पताई लगाना (किसी के) मुँह में आग लगाना। (स्त्रियाँ गाली के रूप में कहती हैं)।
(किसी की स्थान में पर) पताका उड़ना
अधिकार होना, राज्य होना, समकक्ष रहित होना, सर्वप्रधान होना, सब में श्रेष्ठ माना जाना, ख्याति होना, धूम होना।
पताका उड़ाना अधिकार करना, विजयी होना।
पताका गिरना हार होना, पराजय होना।
पताका पतन पताका गिरना।
पताका पात पताका गिरना।
(किसी की) पताका फहरना ख्याति होना, मूर्द्धन्ध होना, एकाधिकार होना, सबसे बढ़कर होना।
पताका फहराना आधिपत्य स्थपित करना, विजय प्राप्त करना।
पते का वास्तव में ठीक उस स्थान का जिसका ज्ञान सब लोगों को हो।
पते की भेद प्रकट करने वाली बात, रहस्य खोलने वाली बात, रहस्य की कुंजी, बात की बात।
(एक) पत्तल के खाने वाले बहुत नज़दीकी।
पत्तल खोलना वह कार्य कर डालना जिसके करने के पहले भोजन न करने की शपथ हो, बंधी पत्तल खोलना।
पत्तल पड़ना भोजन के लिए पत्तल बिछना, भोजन के समय लोगों के सामने पत्तलो का रखा जाना।
पत्तल परसना भोजन के सहित पत्तल सामने रखना, पत्तल में भोजन की वस्तुएं रखना, पत्तल में खाना परसना।
पत्तल बांधना कोई पहेली कहकर उसके बूझने के पहले भोजन न करने की शपथ देना। उ0- बांधी पत्तल जो कोई खावे, मूरख पंचन मांह कहावे। कहावत।
(किसी की) पत्तल में खाना किसी के साथ खान-पान का नाता जोड़ना या रखना।
(जिस) पत्तल में खाना उसी में छेद करना
उपकार के बदले अपकार करना, उपकार करने वाले का अपकार करना, कृतघ्न होना।
पत्तल लगाना भोजन के सहित पत्तल सामने रखना, पत्तल में खाना परसना।
पत्ता खड़कना आहट मिलना, कुछ खटका या आशंका होना, आशंका की कोई बात होना, जैसे- पत्ता खड़का बंदा खटका। (कहावत)।
पत्ता तक न हिलना हवा बिलकुल बन्द होना, किसी प्रकार की गति विरोध आदि न होना।
पत्ता तोड़कर भागना बेतहाशा भागना, सिरपर पैर रखकर भागना।
पत्ता न हिलना हवा में गति न होना, हवा का बिलकुल बंद होना, हव्स होना।
पत्ता लगना पत्ते से सटे रहने के कारण फल में दाग पड़ जाना या उसका कुछ अंश सड़ जाना।
पत्ता हो जाना इतनी तेजी से दौड़कर जाना कि क्षण मात्र में अदृश्य हो जाना, उड़न छू हो जाना, काफूर हो जाना, उड़ जाना।
पत्थर कलेजा अति कठोर हृदय, ऐसा कठोर हृदय जिसमें करूणा आदि कोमल भावों का उदय हो।
पत्थर का कलेजा पानी होना कठोर चित्त में दया आना, निष्ठुर हृदय का दयार्द्र होना।
पत्थर का छाया लीथोग्राफ, पत्थर के छापे में छपा हुआ विषय या लेख, पत्थर के छापे का काम।
पत्थर की छाती कभी न टूटने वाली हिम्मत, असफलता या कष्ट से विचलित न होने वाला हृदय, बलवान और दृढ़ हृदय।
पत्थर की लकीर न मिटने वाली वस्तु सदा बनी रहने वाली वस्तु।
पत्थर को जोक लगाना अनहोनी या असम्भव बात करना, वह कार्य करना जो ओरों के लिए असम्भव हो।
पत्थर चटाना पत्थर पर घिसकर धार तेज करना।
पत्थर तले के हाथ निकालना संकट या मुसीबत से छूटना, भारी कष्ट से छुटकारा मिलना।
पत्थर तले हाथ आना ऐसे संकट में फंस जाना जिससे छूटने का उपाय न दिखाई पड़ता हो, बुरी तरह फंस जाना, भारी संकट में फंस जाना।
पत्थर तले हाथ दबना ऐसे संकट में फंस जाना जिससे छूटने का उपाय न दिखाई पड़ता हो, बुरी तरह फंस जाना, भारी संकट में फंस जाना।
पत्थर निचोड़ना जो वस्तु जिससे मिलना असम्भव हो वह वस्तु उससे प्राप्त करना, किसी के उसके स्वभाव के अत्यन्त विरूद्ध कार्य करना, अनहोनी बात का असम्भव कार्य करना।
पत्थर पड़ना चौपट हो जाना, नष्ट-भ्रष्ट हो जाना, कुछ न पाना, मनोरथ भ्ंग होने का सामान मिलना, सियापा पड़ जाना।
पत्थर पड़े चौपट हो जाय, नष्ट हो जाय, मारा जाय, ईश्वर का कोप पड़े।
पत्थर का दूब जमना अनहोनी बात होना, ऐसी बात होना जिसके होने की आशा सर्वथा छोड़ दी गई हो, असम्भव काम होना।
पत्थर पसीजना अनहोनी बात होना, अत्यन्त कठोर चित्त में नरमी, कृपण के मन में दानेच्छा, अत्याचारी के मन में दया उत्पन्न होना।
पत्थर पानी आंधी पानी, तूफान।
पत्थर पिघलना अनहोनी बात होना, अत्यन्त कठोर चित्त में नरमी, कृपण के मन में दानेच्छा, अत्याचारी के मन में दया उत्पन्न होना।
पत्थर मारे भी न मरना मरने के कारण या सामान होने पर भी न मरना, बेहयाई से जीना, निहायत सख्त जान होना, जल्दी न मरना।
पत्थर सा खींच मारना बहुत कड़ी बात कहना या उत्तर देना, ऐसी बात कहना जो सुनने वाले को असह्य हो, लट्ठमार बात कहना या उत्तर देना, दो टूक व जवाब देना।
पत्थर सा फेक मारना बहुत कड़ी बात कहना या उत्तर देना, ऐसी बात कहना जो सुनने वाले को असह्य हो, लट्ठमार बात कहना या उत्तर देना, दो टूक व उत्तर देना।
पत्थर होना स्वाभित होना, निष्कंप होना, पत्थर के समान स्थिर या जड़ हो जाना, संज्ञाहीन होना, जम जाना।
पथ्य से रहना संयम से रहना, परहेज से रहना।
पन रोपना प्रतिज्ञा करना।
पन लेना प्रतिज्ञा करना। उ0- मुख ह्वै पन लीन्हो। सूर।
पनबारा लगाना पत्तल पर खाना सजाना।
पनसाखा बढ़ना झंझट या झगड़ा मिटाना, वाद-विवाद बंद करना।
(किसी से) पनाह मांगना किसी अप्रिया या अनिष्ट वस्तु या व्यक्ति से दूर रहने की कामना करना, किसी से बहुत बचने की इच्छा करना।
पनाह लेना विपत्ति से बचने के लिए रक्षित स्थान में पहुंचना, शरण के लिए कहीं जाना।
पनीर चटाना कोई काम निकालने के लिए किसी की चापूलसी करना, हत्थे चढ़ाने के लिए किसी की परचाना।
पनीर जमाना ऐसी बात करना जिससे आगे चलकर बहुत से काम निकले, किसी वस्तु पर अधिकार करने या पाने के लिए कोई आरम्भिक कार्य करना।
पपड़ी छोड़ना मिट्टी की तह का सूख और सिकुड़ कर चिटक जाना, पपड़ी पड़ना, बिलकुल सूख जाना, तरी न रह जाना, रस का अभाव हो जाना।
पयाल गाहना व्यर्थ श्रम करना, ऐसे व्यक्ति की सेवा करना जिससे कुछ प्राप्त न हो। उ0- फिरि फिरि कहा पयारहि गाहे। सूर।
पयाल झाड़ना व्यर्थ श्रम करना, ऐसे व्यक्ति की सेवा करना जिससे कुछ मिलने की आशा न हो।
पयाल तापना निस्सार कार्य करना।
पर ओर बाल निकलना सीधा सादा न रहना, बहुत सी बातों को समझने बूझने लगना, कुछ एक चालाक होना, उपद्रव करना, ऊधम मचाना।
पर कट जाना अशक्त हो जाना, शक्ति या बल का आधार न रह जाना।
पर काट देना अशरक्त बना देना।
पर कैच करना कबूतर आदि के पंख काट देना।
पर जमना पर निकलना, शरारात सूझना, धूर्तता, चालाकी, दुष्टता आदि पहले पहल आना।
(जाते कही हुए) पर जलना हिम्मत न होना, ताब न होना, साहस न होना, गति न होना, पहुंच न होना।
पर झाड़ना पुराने परों को गिराना, पंख फटफटाना, डैनों को हिलाना।
पर टूट जाना शक्ति या बल का आधार न रह जाना। अशक्त हो जाना, कुछ करने का लायक न रह जाना।
(जाते हुए) पर टूटना हिम्मत न होना, ताब न होना, साहस न होना, गति न होना, पहुंच न होना।
पर न मारना पैर न रख सकना, जा न सकना, फटक न सकना।
पर निकलना नया पर निकलना, होशियार होना।
पर निकालना पंखों से युक्त होना, उड़ने योग्य होना, बढ़कर चलना, इतराना, अपने को कुछ प्रकट करना।
पर बांध देना बेवस करना।
परखचे उड़ाना खण्ड खण्ड कर देना, धज्जियां उड़ाना।
परच पड़ना पहचान में आना।
परचा देना किसी को पूर्ण परिचय देना।
परचा मांगना प्रमाण देने के लिए कहना, किसी देवी देवता से अपनी शक्ति दिखाने को कहाना।
(किसी की) परछांई से डरना बहुत डरना, अत्यन्त भयभीत होना, आने तक से डरना, दूर रहने की इच्छा करना, कोई लगाव न रखना न चाहना (घृणा या आशंका से)।
परछांई से भागना बहुत डरना, अत्यन्त भयभीत होना, पास आने तक से डरना, दूर रहने की इच्छा करना, कोई लगाव रखना न चाहना। (घृणा या आशंका से)।
परती लेना चद्दर से हवा करके भूसा उड़ाना, बरसाना, ओसाना।
परदा उठाना छिपी बात प्रक्ट करना, भेद खोजना।
परदा करना परदे के भीतर रहना, सामने न होना, छिपाव रखना, दुराव रखना।
परदा खोलना छिपी बात प्रकट करना, भेद का खोलना।
परदा डालना छिपाना, प्रकट होने से रोकना, प्रकट न होने देना।
(आँख पर) परदा पड़ना दिखाई न देना।
(बुद्धि पर) परदा पड़ना समझ जाती रहना, बुद्धि मंद होना।
परदा फाश करना गुप्त या गोपनीय बात प्रकट करना, दोष प्रकट करना।
परदा फाश होना दोष प्रकट होना, भेद खुलना।
(किसी का) परदा रखना किसी की बुराई आदि लोगों पर प्रकट न होने देना, किसी की प्रतिष्ठा बनी रहने देना। उ0- मधुकर जाहि कहो सुन मेरो। पीत वसन तन श्याम जानि के राखत परदा तेरो। सूर। परदे की ओट में रहना, लज्जा रखना, दुराव रखना, छिपाये रखना।
(किसी को) परदा लगना परदे में रहने का नियम होना, किसी के सामने न होने का नियम होना।
परदा होना परदा रखे जाने का नियम होना, स्त्रियों को सामने न होने देना का नियम होना, दुराव-छिपाव होना।
परदे के पीछे छिपे-छिपे।
परदे परदे छिपे छिपे, चुपचाप, गुप्त रूप से।
परदे बैठाना (स्त्रिी को) परदे के भीतर रखना।
परदे में छेद होना परदे के पीछे व्यभिचार होना।
परदे में रखना स्त्रियों को घर के भीतर रखना, बाहर लोगों के सामने न होने देना, छिपा रखना, प्रकट न होने देना।
परदे में रहना स्त्रियों का घर के भीतर ही रहना, लोगों के सामने न होना, अन्तःपुर में रहना, छिपा रहना, प्रकट न होना।
परदेश में छाना दूसरे देश में निवास करना, घर न रहना।
परधाम पाना मर जाना।
परले दरजे का हद दरजे का, अत्यन्त, अत्यधिक।
परले पार होना अन्त तक पहुंचना, बहुत दूर तक जाना, समाप्त होना।
परले सिरे का हद दरजे का, अत्यन्त, अत्यधिक।
परलोक सिधारना मरना, मृत्यु के उपरान्त आत्मा की दूसरी स्थिति की पूर्ति।
परलोकगामी होना मरना।
परवान चढ़ना पूरी आयु तक पहुंचना, सब सुखों का पूरा भोग करना, विवाहित होना, व्याहने जाना।
(किसी पर) परबाना होना किसी के लिए आत्मभोसर्ग करना, अपनी जान दे देना।
परवाह करना बहाना, धारा में छोड़ना।
पराक्रम चलना पुरूषार्थ या उद्योग हो सकना, शक्ति का साथ दिया जा सकना।
पराये गुलाल की होली खेलना दूसरे के धन या सामग्री से सुख भोग या आनन्द करना।
परे परे कहना दूर हटाना, हट जाने के लिए कहना, दूर हटो, दूर हटो कहना।
परे बैठाना मात करना, बाजी लेना, तुच्छ या छोटा प्रमाणित करना, परास्त करना।
परोल मिलाना भेदिया बनाना, अपनी तरफ मिलाना।
पलंग को लात मारकर खड़ा होना छठी, बरही आदि के उपरान्त सोरी से किसी स्त्री का भली चंगी बाहर आना, कोई बड़ी बीमारी झेलकर अच्छा होना, बीमारी से उठना, खाट लेकर उठना।
पलंग तोड़ना बिना कोई काम किये सोया, या पड़ा रहना, कुछ काम न करते हुए समय काटना, निठल्ला रहना, खाट तोड़ना।
पलंग लगाना पलंग पर ठीक तरह से बिछौना बिछाना, बिस्तर दुरूस्त करना।
पल के पल में बहुत ही अल्पकाल में, बात की बात में, क्षण भर में।
पल मारने में बहुत ही जल्दी, आँख झपकते, तुरन्त।
पलक गिरते देखते देखते, क्षण भर में।
पलक झपकते अत्यन्त अल्प समय में, बात कहते, एक निमेष मात्र में, देखते देखते।
पलक दूर करना सामने से हटाना। उ0- पलक दूर नहिं कीजिये। गिरि0।
पलक पसीजना आँखों से आंसू आना, दया या करूणा उत्पन्न होना, द्रवित होना, आर्द्र होना।
पलक पाना पलक झपकना।
पलक बिछाना किसी का अत्यन्त प्रेम से स्वागत करना, पूर्ण योग से किसी का स्वागत तथा सत्कार करना।
पलक भंजना पलका का गिरना या हिलना, पलक का इस प्रकार हिलना कि उससे कोई संकेत सूचित हो, आँख का इशारा या संकेत होना।
पलक भांजना पलक गिराना या हिलाना, आँख से इशारा करना।
पलक मारते तुरन्त, आँख झपकते, अति शीघ्र।
पलक मारना आँख से संकेत या इशारा करना, पलक झपकाना या गिराना।
पलक लगना आँखे मुंदना, पलक झपकना या गिरना। उ0- पलक नहीं कहुं नकु नागति रहति इकटक हेरि। तऊ कहुं त्रिपि तात नाहीं रूप रस के ढेरि। सूर। नींद आना, झपकी लगना।
पलक लगाना आँख झपकाना, आँखे मूंदना सोने के लिए आँख बंद करना।
पलक से पलक न लगना पलक न झपकना, टकटकी बंधी रहना, आँख न लगना, नींद न आना।
पलकों से जमीन फाड़ना अत्यन्त श्रद्धा तथा भक्ति से किसी की सेवा करना, किसी को सुख पहुंचाने के लिए पूर्ण मनोयोग से प्रयत्न करना।
पलकों से तिनके चुनना अत्यन्त श्रद्धा तथा भक्ति से किसी की सेवा करना, किसी को सुख पहुंचाने के लिए पूर्ण मनोयोग से प्रयत्न करना।
पलटा खाना दशा या स्थिति का पूर्णतः परिवर्तित हो जाना, चक्कर खाना।
पलस्तर करना बराबर करना, चिकना करना, पोतना, नष्ट करना, बिगाड़ना, ध्वस्त करना, अच्छी तरह भरना या पीटना।
पलस्तर ढीला करना पस्त करना।
पलस्तर ढीला होना परिश्रम, हानि आदि के कारण शिथिल होना, मंद य सुस्त पड़ना।
(किसी का) पलस्तर बिगड़ना बिगड़ जाना, परिश्रम, हानि आदि के कारण शिथिल होना, मन्द या सुस्त पड़ना।
(किसी का) पलस्तर बिगाड़ देना बिगाड़ना, पस्त करना।
पलान लेना घोड़े पर जीन कसना।
पली पली जोड़ना थोड़ा थोड़ा करके संचय या संग्रह करना, पैसा पैसा जोड़कर धन एकत्र करना। जैसे- मियां जोड़े पली पली खुदा लुटावे कुप्पा। (कहावत)।
पलीता चाटना जल उठना
पलेथन निकलना खूब मार पड़ना या खाना, मुरकुस निकलना, कचूमर निकलना, परेशान होना, तंग होना, हार जाना।
पलेथन निकालना खूब मारना, ठोकना, कचूमर निकालना, तंग करना, परेशान करना, बुरा हाल करना।
पल्ला छुड़ाना पीछा छुड़़ाना, छुटकारा मिलना, निष्कृति मिलना।
पल्ला झुकना किसी पक्ष का अधिक बलवान होना।
पल्ला पकड़ना सहारा लेना।
पल्ला पसारना किसी से कुछ मांगना, आंचल पसारना, दामन फैलाना।
पल्ला भारी होना पक्ष बलवान या प्रबल होना।
पल्ला लेना शोक करना, किसी की मृत्यु पर रोना।
पल्ले पड़ना प्राप्त होना, मिलना, साथ लगना।
(किसी के) पल्ले बंधना ब्याहना, हाथ पकड़ाना, जिम्मे किये जाना।
(अपने) पल्ले बांधना जिम्मे लेना, गांठ बांधना, व्याहना, हाथ पकड़ना, कोई बात अपने मन में अच्छी तरह या ध्यानपूर्वक रखना।
पल्ले से बांधना जिम्मे लगाना, व्याह देना, हाथ पकड़ा देना।
पवन का भूसा होना उड़ जाना, कुछ न रहना, न ठहरना। उ0- माधो जू सुनिये व्रज व्योहार, मेरो कहयो पवन को भुस भयो गावत नंदकुमार। सूर।
पशम उखाड़ना व्यर्थ समय नष्ट करना, कुछ भी हानि या कष्ट न पहुंचा सकना।
पशम न उखाड़ना कुछ भी काम न हो सकना, कुछ भी हानि या कष्ट न होना।
पशम न समझना कुछ भी न समझना, पशम से भी गया-गुजरा समझना।
पशम पर मारना बिलकुल तुच्छ समझनार।
पंसगा भी न होना कुछ भी न होना, अति तुच्छ होना।
पसलियां ढीली करना बहुत मारना।
पसली चलना बच्चों की सर्दी से श्वास बढ़ जाना।
पसली तोड़ना बहुत मारना।
पसली फड़क उठना मन में उत्साह पैदा होना, जी में उमंग होना।
पसली फड़कना मन में उत्साह पैदा होना, जी में उमंग होना।
पसीने की कमाई परिश्रमपूर्वक कमाया हुआ धन।
पसीने पसीने होना अत्यधिक पसीना होना, पसीने से तर-बतर होना।
पस्त करना दबा देना, हरा देना (हिम्मत) तोड़ देना।
पस्त होना हार जाना, पराजित होना, (हिम्मत) टूट जाना।
पह फटना सबेरा होना, उजाला होना।
पहरा देना रखवाली करना, निगरानी करना, चौकी देना, किसी की रक्षा के लिए तैनात रहना।
पहरा पड़ना रक्षक बैठा रहना, संतरी या चौकीदार का किसी स्थान पर खड़ा रहना, रक्षा का प्रबन्ध रहना, पहरा दिया जाना।
पहरा बदलना रक्षक बदलना, नया रक्षक नियुक्त कर पुराने को छुट्टी देना।
पहरा बैठना किसी वस्तु का व्यक्ति के आस पास रक्षक बैठाया जाना, चौकीदार नियुक्त करना।
पहरे में देना हिरासत में रखना, हवालात भेजना, नजरबंद रखना।
पहरे मे होना हिरासत में होना, नजरबंद होना, हवालात में होना।
पहल निकालना किसी चीज में पहल बनाना, किसी पदार्थ के पृष्ठ देश या बाहरी सतह को तराश या छीलकर उसमें त्रिकोण, चतुष्कोण, षटकोण आदि पैदा करना, पहल तराशना।
पहलू आबाद होना प्रेयसी का प्रेमी के पास बैठना।
(किसी का) पहलू गरम होना किसी का विशेषतः प्रेयसी का प्रेमी से सटकर बैठना, किसी के अति समीप बैठकर उसे सुखी करना, बिलकुल सटकर बैठना, अति समीप होना।
(किसी से) पहलू गरम करना प्रेयसी को अपने शरीर से सटाकर बैठाना।
पहलू दबाना शत्रु की सेना या नगर पर एक ओर से आक्रमण कर देना, अपनी सेना के एक पहलू को कुछ पीछे रखते दूसरे को आगे करते हुए चढ़ाई में आगे बढ़ना।
पहलू पर होना सहायक होना, मददगार होना, पक्ष का होना।
पहलू बचाना मुठभेड़ बचाते हुए निकल जाना, कतराकर निकल जाना, किसी काम से जी चुराना, टाल जाना।
पहलू से बसाना पड़ोस आबाद कराना, पड़ोसी बनाना।
पहलू में बैठना किसी से सटकर या लगकर बैठना।
पहलू में बैठाना किसी को सटाकर या लगकर बैठाना
पहाड़ उठाना भारी काम सिर पर लेना, भारी काम पूरा करना।
पहाड़ कटना बहुत भारी और कठिन काम हो जाना, भारी कठिनाई दूर होना, संकट कटना।
पहाड़ काटना असम्भव काम कर डालना, संकट से पीछा छुड़ाना।
पहाड़ टूटना आपत्ति आ पड़ना, महान संकट उपस्थित होना।
पहाड़ टूट पड़ना भारी संकट आ पड़ना।
पहाड़ से टक्कर लेना अपने से अधिक बलवान व्यक्ति से शत्रुता ठानना, बड़े से वैर करना, जबरदस्त से मुकाबिला करना।
पहाड़ हिलाना अत्यधिक कठिन कार्य करना।
पहुंचने वाला बड़े लोगों के यहां जाने वाला, पता या खबर रखने वाला, जानकार, भेद या रहस्य जानने में समर्थ।
पहुंचा पकड़ना बलपूर्वक किसी से कोई काम करने के लिए उसे रोक रखना।
पहुंचा हुआ ईश्वर की समीप्ता प्राप्त ,सिद्ध, जिसे सब कुछ मालूम हो, अभिज्ञ, पता रखने वाला, दक्ष, निगुण।
पहुनाई करना दूसरों के यहां खाते फिरना, आतिथ्य पर चैन करना, मौज या दावतें उड़ाना।
पहेली बुझाना अपने मतलब को घुमा फिराकर कहना, अपनी बात को ऐसे शब्दों में कहना कि वह जल्दी सुनने वाले की समझ में न आये, चक्करदार बात करना।
पांचवे सवार बनना योग्यता न होने पर भी बड़ो के साथ अपनी गिनती कराने का प्रयत्न करना।
पाँचों उंगलियाँ घी में होना सब तरह का लाभ या आराम होना, सुख भोग का अवसर मिलना, सब प्रकार से लाभ ही लाभ होना।
पाँचों उंगलियाँ बराबर नहीं होती एक जाति की सब वस्तुएं समान गुणवाली नहीं होती।
पाँचों सवारों में नाम लिखाना पात्रता न होते हुए भी अपने को बड़ों में सम्मिलित करना, औरों के साथ अपने को भी श्रेष्ठ गिनाना।
पांव अड़ाना किसी बात में दखल देना, किसी मामले में व्यर्थ पड़ना।
पांव उखड़ जाना लड़ाई में ठहर न सकना, ठहरने की शक्ति या साहस न रह जाना।
पांव उखड़ना ठहर न सकना।
पांव उखाड़ना पैर जमा न रहने देना, हटा देना, भगा देना, किसी बात पर स्थिर न रहने देना, दृढ़ता का भंग करना।
पांव उठ जाना पैर जमा न रहना, पैर हट जाना, स्थिर होकर खड़ान रह सकना, ठहरने की शक्ति या साहस न रह जाना, लड़ाई में न ठहरना, भागने की नौबत आना।
पांव उठाकर चलना जल्दी जल्दी पैर बढ़ाना, तेज चलना।
पंख उठाना चलने के लिए कदम बढ़ाना, जल्दी जल्दी पैर आगे रखना।
पांव उड़ाना शत्रु के आघत से पैरों की रक्षा करना।
पांव उतरना पैर का जोड़ उतर जाना, पैर धंसना, पैर समाना।
पांव कट जाना आने जाने की शक्ति या योग्यता न रहना, आना जाना बंद होना, अन्न जल उठ जाना, रहने या ठहरने का अंत हो जाना, जीवन का अंत हो जाना।
पांव कांपना (समय, आशंका, निर्बलता आदि से) पैर कांपना, किसी काम में भय, आशंका जा से आगे पैर न उठना, अग्रसर होने का साहस होना।
पांव का खटका पैर की आहट, चलने का शब्द।
पांव की जूती अत्यन्त तुच्छ सेवक या दासी।
पांव की जूती सिर को लगना छोटे आदमी का बड़े के मुकाबले में आना, क्षुद्र या नीच का सिर चढ़ना, छोटे आदमी का बड़े से बराबरी का दावा करना।
पांव की बेड़ी बन्धन, जंजाल।
पांव खींचना घूमना फिरना छोड़ देना, इधर उधर घूमना, फिरना, बंद करना।
पांव गाड़ना पैर जमाना, जमकर खड़ा रहना, लड़ाई में स्थिर रहना, डटा रहना, किसी बात पर दृढ़ होना, किसी बात पर जम जाना।
पांव घिसना चलते चलते थक जाना।
पांव चलना पैरों से चलना, पैदल चलना।
पांव छूटना रजःस्नाव होना, रजस्वला होना।
पांव छोड़ना उपचार औषण से रजःस्राव करना।
पांव जमना दृढ़तापूर्वक स्थित होना, स्थिति दृढ़ होना, ऐसी स्थिति में होना कि हटने या विचलित होने की नौबत न आये।
पांव जमाना पैर ठहरना, स्थिर भाव से खड़ा रहना, दृढ़ता रहना, डटा रहना, न हटना, स्थिर हो जाना, अपने ठहरने या रहने का पूरा बन्दोबस्त कर लेना, अपनी स्थिति सुदृढ़ करना।
पांव जोड़ना दो आदमियों का झूले में आमने सामने बैठकर एक विशेष रीति से झूले की रस्ती में पैर उलझाना, पाक जोड़ना।
पांव टिकना पैर ठहरना, स्थिर भाव से खड़ा होना, दृढ़ता रहना, हटने या विचलित होने की अवस्था न आना।
पांव टिकाना खड़ा होना, स्थिर होना, ठहर जाना, विराम करना।
पांव ठहरना पैर जमना, पैर न हटना, ठहराव होना, स्थिरता होना।
पांव डगमगाना पैर स्थिर न रहना, पैर का ठीक न पड़ना, दृढ़ न रहना, लड़खड़ाना, विचलित हो जाना।
पांव डालना किसी काम में हाथ डालना, किसी काम के लिए तत्पर होना।
पांव डिगना स्थिर न रहना, विचलित होना।
पांव तले की चींटी शुद्र से शुद्र जीव, अत्यन्त दीनहीन प्राणी।
पांव तले की धरती खसकना अत्यधिक घबरा जाना, होश उड़ जाना।
पांव तले की मिट्टी निकल जाना (किसी भयंकर बात को सुनकर) स्तब्ध रह जाना, होश उड़ जाना, होश ठिकाने न रहना, ठक हो जाना, सन्नाटे में आ जाना। उ0- जाती है उनके पांव तले की जमीं निकल। सौदा।
पांव तले की मिट्टी सरक जाना स्तब्ध रह जाना।
पांव तले मलना दुःख या पीड़ा देना, पीड़ित करना, कुचलना।
पांव तोड़कर बैठना कहीं आना जाना बंद कराना, अचल होना, स्थिर हो जाना, हारकर बैठना।
पांव थरथराना (भय, आशंका, निर्बलता आदि से) पैर कांपना, किसी काम में भय, आशंका से आगे पैर न उठना, अग्रसेर होने का साहस न होना।
पांव दबाना थकावट दूर करने या आराम पहुंचाने के लिए जंघे से लेकर पंजे तक हथेली रखकर दबाव पहुंचाना, पांव पलोटना, सेवा करना।
पांव दाबना सेवा करना।
पांव धरती पर रखना घमंड में चूर रहना।
(किसी के) पांव धरना पैर रखना, किसी स्थान पर जाना, पधारना, पैर छूकर प्रणाम करना, दीनता से विनय करना, हा हा करना।
पांव धारना पैर रखना, किसी स्थान पर जाना, पधारना। उ0- पन्थ भूमि जन पंथ पहारा। जहं जहं नाथ पांव तुम धारा। तुलसी।
पांव धोकर पीना चरणामृत लेना, बड़े आदर भाव से पूजाकरना, बहुत आव भगत करना।
(किसी के) पांव न होना स्थिर रहने का साहस या बल न होना, दृढ़ता न होना, चल न सकना।
पांव निकलना दुष्चरित्रता की बात फैलना।
पांव निकालना बढ़कर चलना, इतराकर चलना, बेकहा होना, निरंकुश होना, स्वेच्छाचारी होना, नटखटी और उपद्रव करना, व्यभिचार करना, बदचलनी करना, उस्ताद होना, चालाक होना, इधर उधर की बातें समझने योग्य हो जाना।
(किसी काम से) पांव निकालना किसी काम से किनारे हो जाना, तटस्थ हो जाना।
पांव पकड़ना पैर छूना, अत्यधिक दीनता और विनय प्रकट करना, हा हा खाना, विनती करके किसी की कहीं जाने से रोकना। उ.- जानित जो न श्याम ऐहैं पुनि पांव पकरि कर राखती। सूर।
पांव पखारना पैर धोना। उ0- पांव पखारि बैठि तरू छांही।
पांव पड़ना पैरों पर गिरना, साष्टांग दण्डवत् करना, अत्यन्त दीनता से विनय करना, भूत प्रेत की छाया पड़ना, प्रभाव डालना।
पांव पर गिरना पैरों पर गिरना, साष्टांग दण्डवत् करना, अत्यन्त दीनता से विनय करना, भूत प्रेत की छाया पड़ना, प्रभाव डालना।
पांव पर पांव रखकर बैठना काम धंधा छोड़ आराम से बैठना या पड़ा रहना, चैन से चुपचाप पड़ा रहना, उपाय न करना, सावधान न रहना, गाफिल पड़ा रहना।
(किसी के) पांव पर पांव रखना किसी का पूरी तरह अनुगमन करना, दूसरा जो कुछ करता जाय वहीं करते जाना।
पांव पर पांव रखकर सोना काम धंधा छोड़ आराम से बैठना या पड़ा रहना, चेप से चुपचाप पड़ा रहना, उपोग न करना, सावधान न रहना, गाफिल पड़ा रहना।
पांव पर सिर रखना पैरों पर गिरना, साष्टांग दण्डवत करना, अत्यन्त दीनता से विनय करना।
पांव पलोटना पैर दबाना, पांवचप्पनी करना।
पांव पसारना ठाट-बाट करना, पैर फैलाना, आराम से पड़ना या मोना, भरना, आडम्बर बढ़ाना।
पांव पसोरे सोना निर्भय रहना, निश्चित रहना। उ0- मारूत बहहु आज अपने मन सूरज तपहु सुखारे। इन्द्र वरूण यम सुर गण सोवहु पाउं पसारे। रघुराज।
पांव पांव अपने पैरों से, सवारी आदि का नहीं, पैदल।
पांव पाव चन्दन के पांव एक वाक्य जिसे बच्चे के पहले पहल खड़े होने पर घर की स्त्रियां या खेलनेवाली वाली दासियां प्रसन्न होकर करती है।
पांव पांव चलना पैरों से चलना, पैदल चलना।
पांव पीटना बेचैनी से पैर पटकना, छटपटाना, तड़पना, मृत्यु की यंत्रणा मांगना, घोर प्रयत्न करना, हैरान होना।
पांव पूजना अत्यधिक आव भगत करना, विवाह से कन्यादान करने वाले का वर का पूजन करके उसे कन्या समर्पित करना।
पांव फिसलना पैर का जमा न रहना, सरक जाना, रपटना।
पांव फूलना भय, आशंका आदि के कारण ठठक जाना, पैर आगे न उठना, पैर में थकावट आना, थकावट से पैर दुखना।
पांव फेरने जाना विवाह पीछे दुलहिन का पहले पहल ससुराल में जाना, दुलहिन का ससुराल से पहले पहल अपने मायके या किसी सम्बन्धी के यहां जाना और वहां से मिठाई, नारियल का गोला आदि लेकर लौटना, बच्चा होने के पीछे प्रसूता का कुछ दिनों के लिए अपने माँ बाप या और सम्बन्धियों के यहां जाना।
पांव फैलाना अधिक पाने के लिए हाथ बढ़ाना, पाकर भी अधिक का लोभ करना, बच्चों की तरह अड़ना, हठ करना।
पांव बढ़ाना चलने में पैर आगे रखना, अधिक बढ़ना, अतिक्रमण करना।
पांव बाहर निकलना अपनी स्थिति से बढ़कर काम करना, मनमानी करना, दुष्कर्म में प्रवृत्त होना।
पांव बाहर निकालना बढ़कर चलना, हतराकर चलना, बैकहा होना, नटखट और उपद्रवी होना, निरंकुश होना, स्वेच्छाचारी होना।
पांव भर जाना थकावट से पैर में बोझ सा मालूम होना, पैर थाकना।
पांव भारी होना गर्भवती होना।
(किसी से) पांव भी न घुलवाना अत्यन्त तुच्छ और छोटा समझना।
पांव में क्या मैंहदी लगी है? क्या पैर में मैंहदी लगाकर बैठी हो कि छूटने के डर से कोई काम करना नहीं चाहती? (व्यंग्य)।
पांव में मैंहदी लगाना कोई काम करने के लिए बाहर न जाना।
पांव में बेड़ी पड़ना बन्धन या जैजाल में फंसना।
पांव में सिर देना पैरों पर गिरना, साष्टांग दण्डवत करना, अत्यन्त दीनता से विनय करना।
पांव रगड़ना क्लेश या पीड़ा से पैर हिलाना या पीटना, बहुत दौड़ धूप करना, बहुत हैरान होना, बहुत कोशिश करना, छटपटाना।
पांव रह जाना पैरों का अशक्त हो जाना, थकावट से पैरों का बेकाम हो जाना।
पांव रोपना अड़ना, प्रतिज्ञा करना। उ0- सभा सांझ प्रन करि पद रोपा। रामा0।
पांव लगना चरण छूकर प्रणाम करना, पैर पड़ना, विनती करना।
पांव लगा होना बार बार आते जाते रहने के कारण परिचित होना, घुमा फिरा हआ होना।
पांव विचलना पैर इधर उधर हो जाना, पैर फिसलना, धर्म पर स्थिर न रहना, ईमान डिगना, नियत में फर्क पड़ना।
पांव समेटना पैर सिकोड़ना, किनारा खींचना, दूर रहना, लगाव न रखना, तटस्थ होना, मरना, इधर उधर घूमना छोड़ना।
पांव सिकोड़ना पांव समेटना, पैर फैला न रहने देना।
पांव से पांव बांधकर रखना सदा अपने पास में रखना, पास से या आँखों के सामने से हटने न देना, बड़ी चौकसी रखना।
पांव सो जाना पैर सुन्न हो जाना, स्तब्ध हो जाना, पैर उठना।
पांव होना चलने या काम करने में समर्थ होना।
पांसा उलटना किसी प्रपत्र का उलटा फल होना।
पाई करना पाई पर फैले हुए ताने की कूंची से मांजना।
पाक करना धार्मिक विधि के अनुसर किसी वस्तु को धोकर शुद्ध करना, जबह किये हुए पशु या पक्षी के पास से पर, रोये आदि दूर करना।
पाकेट गरम करना घूस लेना, घूस देना।
पाकेट गरम होना पास में काफी धन होना।
पाखंड करना ढोंग करना।
पाखंड फैलाना किसी को ठगने के लिए उपाय रचना, ढकोसला खड़ा करना।
पाखंड रचना दिखवा या धोखे की बात बनाना।
पाखाना निकलना मारे भय के बुरा हाल होना।
पाजामे के बाहर होना अपना असंन्तुलन खोना, संयम खोना, आपे के बाहर होना, मर्यादा भंग करना।
पाटा फेरना पीढ़ा बदलना।
पाटी पढ़ना पाठ पढ़ना, सबक लेना, शिक्षा पाना। उ0- तुम कौन धौं पाटी पढ़े हो लाला मन लेत हौ देत छंटाक नहीं। घनानन्द।
पाटी पढ़ाना पाठ पढ़ाना, शिक्षा देना, कोई बात सिखा देना।
पाटी पारना सिर के बालों में कंघी से मांग निकालना।
पाठ पढ़ना कुछ सिखना, विशेषतः बुरी बात।
पाठ पढ़ाना अपने मतलब के लिए किसी को बहकाना, पट्टी पढ़ाना।
पातो का लगना पतझड़ा होना या उसका समय आना।
पान उठाना कोई काम करने का जिम्मा लेना, कुछ करने की प्रतिज्ञा करना।
पान कमाना पान को उलटना, पलटना और सड़े अंश या पत्तों को अलग करना।
पान खने को (कुछ धन) देना रिश्वत या घूस देना, पुरस्कार आदि के रूप में कुछ धन देना।
पान खिलाना वर कन्या के सम्बन्ध में उभ्य पक्ष का वचनबद्ध होना मंगनी करना, सगाई करना।
पान चीरना व्यर्थ के काम करना, ऐसा काम करना जिससे कोई लाभ न हो।
पान देना कोई साहसपूर्ण काम करने के लिए किसी को प्रेरित करना, बीड़ा देना। उ0- नाम वियोगिनि के बध की को काम वसंतहि पान दियो है। रघुराज। किसी को विदा होने के समय उसे सत्कार के रूप में पान का बीड़ा देना।
पान पाना किसी के यहां से विदा होते समय सत्कार के रूप में पान का बीड़ा पाना।
पान फूल सा अत्यन्त सुकुमार।
पान फेरना पान कमाना।
पान बनाना पान का बीड़ा तैयार करना, पान लगाना, खीली या गिलौरी बनाना, पान कमाना।
पान लगाना पान का बीड़ा तैयार करना।
पान लेना कोई काम कर डालने का जिम्मा लेना, हामी भरना, बीड़ा लेना, उ0- नृपति के लै पान मन कियो अभिमान करत अनुमान चहूंपास घाऊं। सूर।
पान पत्ता लगा या बना हुआ पान, तुच्छ पूजा या भेंट, पांव फूल।
पानी आना पानी का रस रस कर एकत्र होना, कुएं या तालाब में पानी का सोता खुलना, घाव या आंख, नाक आदि में पानी भर आना या उससे पानी गिरना, किसी चीज से पसेव, लार आदि निकलना, पानी बरसने पर होना, मेह पड़ना।
पानी उठना घटा घिरना, बादल का जाना, अब्र उठना।
पानी उठाना पानी सोखना, पानी चूसना, पानी अंटाना, पानी खींचना।
पानी उतरना पानी कीतह या सतह का नीचा होना, पानी घटना, उतार होना। (मोती का) आब या कांति जाना, अण्ड वृद्धि का रोग होना, अपमान होना।
पानी उतारना अपमानित करना, इज्जत उतारना। उ0- जिन नहिं नेहु कानि मन मानी। दीन उतारि छनक में पानी। सबल सिंह।
पानी कर देना किसी के चित को ठंडा कर देना, किसी का गुस्सा उतार देना।
पानी करना साध्य या सरल कर देना, सहज कर डालना, किसी का क्रोध या आवेश शानत करना, लोहे या किसी ऐसे कड़े पदार्थ को गलाकर पानी की तरह तरल करना, किसी के चित को ठंडा करना।
पानी का आसरा नाव की बारी पर लगा हुआ कुछ कुछ झुका हुआ तख्ता जिस पर छान की ओलती का पानी गिरता है। आधी बारी।
पानी का बताशा बुलबुला, बुदबुद, क्षणभंगुर वस्तु, क्षणस्थायी पदार्थ।
पानी का बुलबुला क्षणभंगुर वस्तु।
पानी काटना पानी का बांध काट देना, एक नाली से दूसरी में पानी ले जाना, तैरते समय हाथ से पानी को हटाना, पानी चीरना।
पानी की तरह बहाना अंधाधुंध खर्च करना, अड़ाना या लुटाना।
पानी की पोट वह पदार्थ जिसमें पनी अधिक होना, वे साग पात जिसमें जलीय अंश ही अधिक होता है, ठोस पदार्थ बहुत ही कम।
पानी के मोल कौड़ियों के मोल।
पानी के रेले में बहाना पानी में फेंक देना, नष्ट कर देना, अड़ा देना, पानी के मोल बेच देना, कौड़ियों में लूटा देना।
पानी गिरना मेह पड़ना, वर्षा होना।
पानी चढ़ना पानी का ऊपर चढ़ना या बढ़ना, पानी की गति ऊँचाई की ओर होना। उ0- साबर उवट शिखर की पाटी। चढ़ा पानी पाहन हिय फाटी। जायसी। सींचा जाना।
पानी चढ़ाना पानी को ऊँचाईं पर ले जाना, पानी को चूल्हे पर रखना, अदहन देना, सिंचाई के लिए खेत तक पानी ले जाना, सींचना।
पानी चलाना पानी फेरना, नष्ट करना, चौपट करना। उ0- ऐसे समय लखेउ ठकुरानी, पतिव्रत साझ चलायो पानी। लाल।
पानी छानना एक विशेष कृत्य जो हिन्दुओं के यहां किसी को शीतला या चेचक रोग होने पर किया जाता है।
पानी छूटना रस रसकर पानी निकलना, थोड़ा थोड़ा पानी निकलना, रसना।
पानी छूना आबदस्त लेना।
पानी जाना प्रतिष्ठा नष्ट होना, इज्जत जाना, मान न रह जाना।
पानी टूटना कुएं, ताल आदि के पानी का कम हो जाना, झड़ी रूकना, मेह थमना, वर्षा बंद होना।
पानी तोड़ना पानी का डांड़ या बल्ली से चीरना या हटाना
पानी थामना वार की ओर नाव ले जाना, धार पर चढ़ना।
पानी दिखाना पशुओं को पानी पिलाने के लिए उनके समाने पानी भरा बरतन रखना या उन्हें पानी तक ले जाना, पशुओं को पानी पिलाना।
पानी देना सींचना, पानी में भरना, पानी से तर करना, तर्पण करना, चमकाना, जला करना।
पानी देने वाला न रह जाना वंश का समूल नाश हो जाना, कुल में एक व्यक्ति का जीवित न रह जाना।
पानी मांगना किसी आघात या विष आदि से इतनी जल्दी मर जाना कि एक शब्द भी मुंह से न निकले, चटपट दम तोड़ देना, तत्क्षण मर जाना।
पानी न रह जाना इज्जत मिट्टी में मिलना।
पानी निकलना बूंद टूटना, दृष्टि बंद होना।
पानी निकालना अति श्रमित या दलित करना।
पानी पढ़ना जल को अभिमंत्रित करना, मंत्र पढ़कर पानी फूंकना।
पानी पड़ना वर्षा होना।
पानी पड़ा ढीला ढाला, जो कसा या तना न हो।
पानी पतला करना दुःख देना, पीड़ा पहुंचाना।
पानी पर नींव डालना ऐसा काम आरम्भ करना जो टिकाऊ न हो, ऐसी वस्तु को आधार बनाना जिसकी स्थिति दृढ़ न हो।
पानी पर नींव होना किसी काम का आयोजन का आधार दृढ़ न होना, किसी काम या वस्तु का टिकाऊ न होना।
पानी पर बुनियाद होना किसी काम का आयोजन का आधार दृढ़ न होना, किसी काम या वस्तु का टिकाऊ न होना।
पानी परोरना जल को अभिमंत्रित करना, मंत्र पढ़कर पानी फूंकना।
पानी पाड़ना एक विशेष कृत्य जो हिन्दुओं के यहां किसी को शीतला या चेचक रोग होने पर किया जाता है।
पानी पानी करना अत्यन्त लज्जित करना, लज्जा के मारे पसीने पसीने हो जाना, लज्जा से कट जाना।
पानी पी पीकर निरन्तर, अविराम, हर समय, लगातार।
पानी पी पीकर कोसना अत्यधिक कोसना।
पानी पीकर जाति पूछना काम कर चुकने पर उसके औचित्य की विवेचना करना।
(किसी पर) पानी फिरना नष्ट होना, चौपट होना, मिट्टी में मिल जाना, बरबाद होना।
पानी फूंकना मंत्र पढ़कर पानी पर फूंक मारना, पानी पढ़ना।
पानी फूटना बांध या मेड़ को तोड़कर पानी को निकलना, पानी में उबाल आना, पानी खोलने लगना।
पानी फेर देना ऐसा कार्य करना या कहना जिससे किया कराया कार्य नष्ट हो जाय, चौपट कर देना, मटिया मेट कर देना।
पानी फेरना नष्ट करना।
पानी बचाना मर्यादा की रक्षा करना।
पानी बराना सिंचाई में एक क्यारी भर जाने पर उस पानी को दूसरी क्यारी में ले जाना।
पानी बांधना पानी का बहाह रोकना, बांध बांधकर या मेड़ बना कर पानी को ताल या खेत में एकत्र करके बाहर न जाने देना, जादू से बरसते पानी को रोकना, जलस्तम्भ करना।
पानी बुझाना लोहे, ईंट या सोने चांदी आदि के टुकड़े को आग में लाल करके पानी में बुझाना, पानी बघारना।
पानी भर आना पंछा या राल का किसी एक स्थान में एकत्र हो जाना।
(किसी के सामने) पानी भरना (किसी से तुलना में उसके) दास के बराबर ठहरना (किसी से तुलना में) अत्यन्त तुच्छ प्रतीत होना, फीका पड़ना, लज्जित होना।
पानी भरी खाल अनित्य शरीर, क्षण भंगुर देह, क्षणिक जीवन। उ0- रावरी सपथ राम नाम ही गति मेरे इहां झूठो मूठो सो तिलोक तिहुं काल है। तुलसी को भली, पैर तुम्हरेई किये कृपाल कीजे न विलंब बलि, पान भरी खाली है। तुलसी।
पानी मरना किसी स्थान पर पानी का एकत्र होकर सोखा जाना या जज्ब होना, दोषी या अपराधी सिद्ध होना, अपमानित होना। उ0- पुनि पुनि पानि वहीं ठां मेरे। फेर न निकसे जो तहं परै। जायसी। आँखों का शील या संकोच खो देना।
पानी में आग लगाना असम्भव को सम्भव करना, जो बात दूसरे से न हो सकती हो उसे कर डालना, अनहोनी बातें कहना, असम्भव कार्य करना, जहाँ लड़ाई की बात न हो वहाँ भी लड़ाई लगा देना।
पानी में फेंकना बरबाद करना, नष्ट करना।
पानी में बहाना बरबाद करना, नष्ट करना।
पानी रखना प्रतिष्ठा या आबरू की रक्षा करना, इज्जत बचाना। उ0- रहिमन पानी राखिये बिन पानी सब सून। पानी गये न ऊबरै, मोती मानुस चून। रहीम। धार रखना।
पानी लगना पानी जमा होना, पानी की ठंढक से दांतों मे टीस होना, पानी का स्पर्श दांतों को असहय होना, स्थान विशेष की परिस्थिति के कारण बुरी वासनायें उत्पन्न होना, स्थान विशेष के कारण स्वास्थ्य बिगड़ना या रोग होना। उ0- लागत अति पहार कर पानी। विपिन विपत नहिं जाय बखानी। तुलसी। परिस्थिति का प्रभाव पड़ना। नये लोगों के साथ का असर पड़ना।
पानी लेना कुएं, ताल आदि से खेत को सींचने के लिए पानी ले जाना, पानी छूना, आबदस्त लेना, प्रतिष्ठा या इज्जत नष्ट करना। उ0- सुंदर नैन निहारी लियो कमलन को पानी। सूर। आबरू लेना।
पानी से पतला बहुत तुच्छ, बदनाम, आसान।
पानी से पहले पाड़ बांधना असम्भव संकट की आशंका से कोई यत्न करना, जिस बात का होना असम्भव हो उसके प्रतिकार का उपाय करना, अकारण सिर खपाना, व्यर्थ कष्ट करना।
पानी से पहले पुल बांधना असम्भव संकट की आशंका से कोई यत्न करना, जिस बात का होना असम्भव हो उसके प्रतिकार का उपाय करना, अकारण सिर खपाना, व्यर्थ कष्ट करना।
पानी से पहले मौजा उतारना किसी अनागत विपत्ति का पहले से ही प्रतिकार करने चलना।
पानी हो जाना क्रोध उतर जाना, उग्रता या तेजी न रह जाना, मंद पड़ जाना, धीमा हो जाना।
पानी होना धातु आदि तरल अवस्था में परिणत होना।
(किसी का) पानी होना क्रोध उतर जाना, गुस्सा जाता रहना, उग्रता या तेजी न रह जाना, मंद पड़ जाना, धीमा हो जाना।
पाप उदय होना पूर्वकृत पाप का फल लगना।
पाप कटना पाप का नाश होना, प्रायश्चित या दण्ड भोग के पाप का अन्त होना, बाधा आदि का दूर होना, झगड़ा दूर होना।
पाप कमाना पाप कर्म करना, ऐसे बुरे कर्म करते जाना जिनका फल बुरा हो।
पाप काटना पाप से मुक्त कराना, निष्पाप करना, झगड़ा मिटाना।
पाप की गठरी पापों का समूह, किसी व्यक्ति के सम्पूर्ण पाप, किसी के जन्म भर के पाप।
पाप गले लगना अनिच्छापूर्वक किसी बखेड़े या झंझट के काम में बहुत समय के लिए फंस जाना, कोई बाधा साथ लगना।
पाप चढ़ना पाप के प्रभाव से बुद्धि ठिकाने न रहना।
पाप पड़ना सामर्थ्य से बाहर हो जाना, कठिन हो जाना। उ0- सीरे जतननि सिसिर ऋतु सहि विरहिन तनु खाप। बहिबै को ग्रीष्म दिननि परोसिनि पाप। बिहारी।
पाप बटोरना पाप कर्म करना, लगातार या अत्यधिक पाप करना, ऐसे बुरे कर्म करते जाना जिनका फल बुरा हो।
पाप मोल लेना जान-बूझकर बखेड़े में पड़ना, दर्द सर खरीदना, झगड़े में पड़ना।
पाप लगना पाप पड़ना, पाप का भागी होना, दोषी होना।
पापड़ बेलना कठोर परिश्रम करना, भारी प्रयास करना, कठिनाई या दुःख से दिन काटना, काम बिगाड़ना, चौपट करना, व्यर्थ के निष्फल काम करना, बहुत तरह के काम कर चुकना।
पाया दृढ़ करना आधार या स्थिति को सुदृढ़ करना।
पाया पकड़ना सहारा या सहायक पाना या बनाना।
पाया बुलन्द होना दर्जा बढ़ना।
पार उतर जाना नदी आदि के बीच से होते हुए दूसरे किनारे पर पहुंचना, जिस काम में लगे रहे हो उसे पूरा कर चुकना, किसी काम से छुट्टी पाना, मतलब को पहुंचना, सिद्धि या सफलता प्राप्त करना, मर कर समाप्त होना, मर मिटना, मतलब साध कर अलग हो जाना।
पार उतरना नदी आदि के बीच से होते हुए दूसरे किनारे पर पहुंचना, जिस काम में लगे रहे हो उसे पूरा कर चुकना, किसी काम से छुट्टी पाना, मतलब को पहुंचना, सिद्धि या सफलता प्राप्त करना, मर कर समाप्त होना, मर मिटना।
पार उतारना दूसरे किनारे पर पहुंचाना, पूरा कर चुकना, समाप्ति पर पहुंचाना, उद्वार करना, दुःख या कष्ट से बाहर करना, उबारना। उ0- रघुबर पार उतारिए अपनी ओर निहारि, समाप्त करना, ठिकाने लगाना, मार डालना, किसी काम से छुट्टी पाना।
पार करना नदी आदि के बीच से होते हुए उसके दूसरे किनारे पर पहुंचना, पूरा करना, समाप्ति पर पहुंचना, निपटाना, निबाहना, उद्वार करना।
पार पाना अन्त तक पहुंचना, समाप्ति तक पहुंचना, आदि से अन्त तक जाना या पूरा करना। उ0- शेष शारदा सहस श्रुति कहत न पावे पार। तुलसी। किसी के विरूद्ध सफलता प्राप्त करना, जीतना, किसी की गहराई या थाह तक पहुंचना। उ0- धीरज धरिय तो पाय पारू। तुलसी।
पार लगना किनारे पहुंचना, निर्वाह होना, जीवन के दिन काटना, पूरा हो सकना।
पार लगाना नदी आदि के दूसरे किनारे पहुंचाना। उ0- मोरी नैया पार लगा, कष्ट या दुःख के बाहर करना, उद्वार करना, पूरा करना, समाप्ति पर पहुंचाना, निर्वाह करना।
पार होना दूसरे किनारे या उस पार पहुंचना, काम पूरा कर लेना।
पारघी पड़ना ओट में होकर कोई व्यापार देखना या किसी की बात सुनना।
पार्सल करना किसी माल को पार्सल के रूप में भेजना।
पार्सल लगाना किसी माल के पुलिंदे या पैकेट को कहीं भेजने के लिए डाकघर के हवाले करना।
पार मिलाना किसी वस्तु में पारा भरना, किसी क्रिया द्वारा भारी करना।
(किसी से) पाला पड़ना व्यवहार करने का संयोग होना, वास्ता पड़ना, काम पड़ना। उ0- परे आजु रावन के पाले। रामा0। अति शीत से वायु की भाफ का जम कर तुषार हो जाना।
पाला मार जाना धोंधे का फसल का पाला गिरने से नष्ट हो जाना, हिम या शीत से नष्ट हो जाना।
(किसी के) पाले पड़ना वश मे होना, काबू में आना, पकड़ में आना। उ0- परेहु कठिन रावन के पाले। आजु करौं खलु काल हवाले। तुलसी।
पासंग बराबर स्वल्प, तुच्छ।
(किसी का) पासंग भी न होना किसी के सामने कुछ भी न होना।
पासंग होना डंडी का बराबर न होना।
(किसी के) पास जाना समागम करना।
पास फटकना समीप जाना।
(किसी के) पास बैठना संगत करना, साथ में रहना।
(किसी का) पासा पड़ना पासे का किसी के अनुकूल गिरना, जीत का दांव पड़ना, भाग्य अनुकूल होना, किस्मत जोर करना।
पासा पलटना दांव फिरना, अच्छे से मंद भाग्य होना, जमाना बदलना, दिन का फेर होना।
पासा फेंकना भाग्य की परीक्षा करना, एकसा काम हाथ में लेना जिसका फल कुछ ही निश्चित न हो।
पिंड छूटना छुटकारा मिलना।
पिंड छोड़ना साथ न लगा रहना, सम्बन्ध न रखना, तंग न करना।
पिंड पड़ना पीछे पड़ना, किसी काम या बात के लिए अत्यधिक आग्रह करना।
पिंडली हिलना पैर थर्राना, भय से कंपकंपी होना।
पिंडा देना श्राद्ध और तर्पण करना, पिंडा पारना।
पिंडा धोना स्नान करना, नहाना।
पिंडा पानी देना श्राद्ध और तर्पण् करना।
पिंडा फिका होना जी अच्छा न होना, तबीयत खराब होना।
पिचकारी छूटना किसी स्थान से किसी तरल पदार्थ का बहुत वेग से बाहर निकलना।
पिचकारी छोड़ना किसी तरल पदार्थ का वेग से पिचकारी की भांति बाहर निकालना।
पिचकारी निकालना किसी तरल पदार्थ का बहुत वेग से बाहर निकालना।
पिछला दिन वह दिन जो वर्तमान से एक दिन पहले बीता हो।
पिट्टस पड़ना शोक या दुःख में छाती पीटा जाना, कुहराम मचना।
पिट्टस मचना शोक या दुःख में छाती पीटा जाना, कुहराम मचना।
पिटारी का खर्च वह धन जो स्त्रियों को पान के खर्च के लिए दिया जाय, व्यभिचार की कमाई।
पिछला पहर दोपहर या आधी रात के बाद का समय।
पिछली रात रात्रि का उत्तर काल, रात में आधी रात के बाद का समय।
पित्त उबलना अत्यधिक क्रोध आना, मिजाज भड़क उठना।
पित्त खोलना अत्यधिक क्रोध आना, मिजाज भड़क उठना।
पित्त गरम होना क्रोधाशील होना, मिजाज में गरमी होना, क्रोध की अधिकता होना।
पित्त डालना कै करना, क्रोध आना, मिजाज भड़क उठना।
पित्ता खोलना अत्यधिक क्रोध आना।
पित्ता निकलना बहुत अधिक परिश्रम का काम करना।
पित्ता निकलना अत्यधिक परिश्रम का काम कराना, काम कराके किसी को पीड़ित करना।
पित्ता पानी करना बहुत परिश्रम करना, जान लड़ाकर काम करना, अति कठोर प्रयास करना।
पित्ता मरना क्रुद्ध या उत्तेजित होने की आदत छूट जाना, गुस्सा रह जाना।
पित्ता मारना क्रोध दबाना, उत्तेजना को दबा रखना, बिना उद्विग्न हुए या ऊबे कोई कठिन काम करते रहना, कोई अरूचिकर या कठिन काम करने में न ऊबना।
पित्तामार काम अरूचिकर और कठिन काम, मन मारकर किा जाने वाला काम।
पिनाक होना (किसी काम का) अत्यन्त कठिन होना, दुष्कर या असाध्य होना।
पिसान होना दबकर या पिसकर चूर होना।
पीका फूटना पनपना, पल्लवित होना, कोपले फेंकना। उ0- जासु चरनजल सींचन पाई। पीका फूटि हरित ह्वै जाई। रघुराज।
पीछा करना सिकी के पीछे पीछे जाना या फिरा करना, कोई काम निकालने के लिए या किसी आशा से किसी के साथ लगे रहना। अनिच्छुक व्यक्ति से कोई काम कराने के लिए अत्यन्त आग्रह करना, किसी बात के लिए किसी को तंग करना, गले पड़ना, किसी को पकड़ने, मारने या भगाने आदि के लिए उसके पीछे चलना।
पीछा छुड़ाना पीछा करने वाले से छुटकारा प्राप्त करना, अप्रिय या इच्छा विरूद्ध सम्बन्ध का अन्त करना, दुःखदायी सम्बन्ध से छुटकारा प्राप्त करना, दुःखद कार्य को समाप्त कर सकना या कर लेना।
पीछा छूटना पीछा करने वाले से छुटकारा मिलना, पिंड छूटना, जान छूटना, किसी अप्रिय व्यक्ति या वस्तु से छुटकारा मिलना।
पीछा छोड़ना पीछा करने का काम बन्द करना, आग्रह करना बन्द करना, तंग न करना, जिस बात में बहुत देर से लगे हो उसे छोड़ देना।
पीछा छोड़ाना परेशान या तंग न करना, अप्रिय कार्य से सम्बन्ध न रखना।
पीछा दिखाना भागना, हारकर घर का रास्ता लेना, पीठ दिखाना, मौके पर हट जाना या धोखा देना।
पीछा देना साथ छोड़ देना, मौके पर हट जाना या धोखा देना, पहले भरोसा दिलाकर पीछे सहायता न देना।
पीछा पकड़ना किसी आशा से किसी का साथ करना, आश्रय का आकांक्षी बनाना।
पीछा मारी होना पीछे की ओर शत्रु का होना, पीछे की ओर से भय या खतरा होना, कुमुक आ जाने से सेना का पश्चात भाग सबल हो जाना।
पीछा लेना अनुयायी बनना, अनुकरण करना। उ0- प्रभु में पीछो लियो तुम्हारो। सूर। आश्रय का आकांक्षी बनना।
पीछा होना मार जाना।
(किसी के) पीछे चलना कार्य विशेष में किसी का पदानुसरण करना, किसी का अनुयायी या अनुगामी होना, अनुकरण करना।
(किसी के) पीछे छूटना किसी के साथ रहकर उसका भेद लेने या उसकी गति विधि पर दृष्टि रखने के लिए नियुक्त किया जाना, किसी भागे हुए व्यक्ति को पकड़ने के लिए नियुक्त किया जाना।
पीछे छूटना किसी विषय में किसी से कम होना, पिछड़ा होना, किसी विषय में किसी ऐसे आदमी से घट जाना जिससे किसी समय बराबरी रही हो।
(किसी को) पीछे छोड़ना किसी विषय में बढ़कर या अधिक होना, किसी विषय में किसी विशेष व्यक्ति की अपेक्षा अधिक योग्य या सामर्थ्यवान हो जाना।
पीछे डालना खर्च से बचाकर भविष्य की आवश्यकता के लिए कुछ रखना, संचय करना, पीछे छोड़ना, पीछे दौड़ाना।
पीछे न हटना मुँह मोड़ना, विमुख न होना, तत्पर या प्रस्तुत रहना, कोई काम करने को तैयार रहना।
(किसी काम के) पीछे पड़ना किसी काम को कर डालने पर तुल जाना, किसी कार्य के लिए अविराम उद्योग करना, बार बार विफल होने पर भी किसी काम के लिए उत्साह के साथ प्रयत्नप करते रहना।
(किसी के) पीछे पड़ना कोई काम करने के लिए किसी से बार बार कहना, घेरना, तंग करना, मौका या संधि ढूंढ ढूंढकर किसी की बुराई करते रहना, विषय में किसी से कम होना, पिछड़ा होना, किसी विषय में किसी ऐसे आदमी से घट जाना जिससे किसी समय बराबरी रही हो।
पीछे लगना पीछा करना, अनिष्ट या अप्रिय वस्तु का सम्बन्ध हो जाना रोग, कष्टादि का बना रहना।
पीछे लगाना आश्रय देना, साथ कर देना, रोग, दुःख आदि होने का स्वतः कारण होना, साथ लगा देना, अनिष्ट या अप्रिय वस्तु से सम्बन्ध करा देना,ख् मढ़ देना, भेद लेने या निगाह रखने के लिए किसी को साथ कर देना।
पीठ का जन्म क्रम में अपने सहोदर के अन्तर का।
पीठ का कच्चा (घोड़ा) जो देखने में हृष्ट पुष्ट हो, पर सवारी में ठीक चाल न जानने वाला।
पीठ का सच्चा (घोड़ा) जिससे अच्छी चाल हो, सवारी में आराम देने वाला।
पीठ खाली होना सहायकहीन होना, पीठ पर किसी का न होना।
पीठ चारपाई से जा लगना बीमारी के कारण अत्यन्त दुर्बल और कमजोर हो जाना, उठने बैठने में असमर्थ होना।
पीठ ठोकना उत्तम कार्य करने के लिए अभिनन्दन करना, किसी के कार्य से प्रसन्नता प्रकट करना, किसी के कार्य की प्रशंसा करना, हिम्मत बढ़ाना, प्रोत्साहित करना, प्यार से किसी की पीठ पर थपथपाना।
पीठ तोड़ना कमर तोड़ना,हिम्मत तोड़ना, हताश करना।
पीठ दिखाकर जाना स्नेह तोड़कर या ममता छोड़कर जाना, घरवालों या प्रिय वर्ग से विदा होना, परदेश के लिए प्रस्थान करना।
पीठ दिखा जाना हार मान लेना, विमुख हो भाग जाना।
पीठ दिखाना भाग खड़ा होना, मैदान छोड़ देना, पीछा दिखाना।
पीठ देना विदा होना, विमुख होना, मुँह तोड़ना, भाग जाना, पीठ दिखना, किनारा खिंचना, साथ न देना, सोना, लेटना, आराम करना, किसी की ओर पीठ करके बैठना, मुँह फेर लेना, अरूचिपूर्वक उपेक्षा प्रकट करना, किसी की ओर ध्यान देने या उसकी बात सुनने से अनिच्छा दिखाना।
पीठ पर का एक ही माता द्वारा जन्म क्रम में पीछे।
पीठ पर खाना भागते हुए मार खाना, कायरता प्रकट करते हुए घायल होना।
पीठ पर हाथ फेरना बढ़ावा देना, शाबासी देना।
पीठ पर होना सहायक होना, सहायता के लिए तैयार होना, जन्म क्रम मे अपने किसी भाई या बहिन के पीछे होना।
पीठ पीछे किसी के पीछे, अनुपस्थित में, परोक्ष में।
पीठ फेरना विदा होना, चला जाना, भाग जाना, पीठ दिखाना, किसी की ओर पीठ कर देना, मुँह फेर लेना, अरूचि या अनिच्छा प्रकट करना। उ0- तुलसी जाके होयगी अंतर बाहिर दीठि। सो कि कृपालुहिं देइगो केवट पालहिं पीठि। दोहा0।
पीठ लगना चित होना, कुश्ती में हार खाना, पटका जाना, पछाड़ा जाना, पीठ पर घाव होना, पीठ पक जाना।
पीठ पर ध्यान हो जाना पीठ थक जाना, लेटना, सोना, पड़ना, आराम करना।
(किसी की) पीठ लगाना चित कर देना, कुश्ती में हरा देना, पछाड़ देना, पटकना।
(घोड़े नाल आदि की) पीठ लगाना इस प्रकार कसना या लादना कि पीठ पर घाव हो जाय, पीठ पर घाव कर देना।
पीठ लहना जीतना, उ0- जिनके लहहिं न रिपु रन पीठी। रामा0।
पीठासीन होना अध्यक्षता करना, अध्यक्ष का स्थान ग्रहण करना।
पीड़ा खींचना औषधि आदि से पीड़ा दूर होना।
पीना करना खूब मारना।
(किसी की) पीर जानना किसी का कष्ट या दुःख समझना।
पीर न आना दूसरे के दुःख से दुखी न होना, पराये कष्ट पर न पसीजना, सहानुभूति या हमदर्दी न पैदा होना।
(किसी की) पीर पाना किसी का कष्ट या दुःख समझना।
पीला पड़ना तेज या आभा से रहित होना, भय के कारण चेहरे पर सफेदी आ जाना, रंग फीका पड़ जाना, खून सूख जाना, बीमारी के कारण चेहरे से रक्त का अभाव सूचित होना।
पीली फटना पौ फटना, सबेरा होना।
पीलू पड़ना कीड़े उत्पन्न होना।
पीसना पीसना कठिन परिश्रम का काम लगातार करते रहना।
पुजापा फैलाना आडम्बर फैलाना, वस्तुओं को बिना किसी क्रम के इधर उधर फैलाकर रखना।
(किसी पर) पुटकी पड़ना अकाल मृत्यु आना, बज्र पड़ना।
पुट्ठे पर हाथ न रखने देना चंचलता और तेजी के कारण सवार को पास न आने देना (घोड़ों के लिए)।
पुतला जलाना दूसरे देश में मरने वाले का पुतला बनाकर दाह कर्म करना, किसी के प्रति घृणा प्रकट करने या उसकी मत्यु मनाने के लिए उसका पुतला बनाकर जलाना।
(किसी का) पुतला बांधना किसी की निंदा करते फिरना, किसी की अपकीर्ति फैलाना, बदनामी करना। उ0- तौ तुलसी पूतरा बांधिहै। तुलसी।
पुतली फिर जाना आंखे पथरा जाना, नेत्र स्तब्ध होना (मरण चिन्ह)। घमण्ड हो जाना।
पुनि पुनि बार बार। उ0- पुनि पुनि मोहिं देखाव कुठारा। तुलसी।
पुरखे तर जाना पूर्व पुरुषों को (पुत्र आदि के कृत्य से) परलोक में उत्तम गति प्राप्त होना, बड़ा भारी पुण्य या फल होना, कृतकृत्य होना।
पुरजे पुरजे उड़ना खण्ड खण्ड होना, टूक टूक होना।
पुरजे पुरजे उड़ाना खण्ड खण्ड करना, टूक टूक करना, धज्जियां उड़ाना।
पुरजे पुरजे करना खण्ड खण्ड करना, टूक टूक करना, धज्जियां उड़ाना।
पुरजे पुरजे होना खण्ड खण्ड करना, टूक फूटकर टुकडे टुकड़े होना।
पुरवट नाघना पुरवट की रस्सी में बैल जोतना।
पुरवट हांकना पुरवट के बैलों को चलाना।
पुराना खुर्राट बूढ़ा, पुराना अनुभवी, किसी बात में पक्का।
पुराना घाघ किसी बात में पक्का, बहुत चालाक।
पुराना चंडूल बेडौल, भद्दा या वेवकूफ आदमी।
पुरानी खोपड़ी बूढ़ा, पुराना अनुभवी, किसी बात में पक्का।
पुरानी हड्डी पुराने आदमी का दृढ़ शरीर।
पुल टूटना पुल गिर पड़ना, अधिकता होना। जमघट लगना, अत्यधिक मान में आ पड़ना।
पुल बंधना पुल तैयार होना, ढेर लगना, झड़ी बंधना, बहुत अधिकता होना।
(किसी बात का) पुल बंधना पुल तैयार होना, ढेर लगना, झड़ी बंधना, बहुत अधिकता होना।
(किसी बात का) पुल बांधना ढेर लगाना, झंडी बांधना, अतिशय करना, बहुत अधिकता कर देना।
(किसी की) पूंछ पकड़कर चलना किसी के पीछे चलना, किसी का पिछलग्गू बनना, हर बात में किसी का अनुगमन करना, किसी के सहारे से कोई काम करना, सहारा लेना, किसी विषय में किसी की सहायता पर निर्भर होना। (व्यंग्य)।
पूंजी खोना ऐसा घाटा उठाना किस मूलधन की भी हानि हो। भारी घाटा या क्षति उठाना।
पंजी गंवाना ऐसा घाटा उठाना किस मूलधन की भी हानि हो। भारी घाटा या क्षति उठाना।
पूतड़ों के अमीर जन्म के अमीर, खानदानी या पुश्तैनी अमीर।
(कोई काम) पूरा उतरना अच्छी तरह होना, जैसा चाहिए वैसा ही होना।
(किसी का) पूरा पड़ना कार्य पूर्ण हो जाना, सामग्री न घटना, सामग्री की कमी से बाधा न आना।
पूरा पाना कार्य की सिद्धि तक पहुंचना, प्रयत्न या उद्देश्य की सिद्धि में सफल होना।
(बात) पूरी उतरना ठीक निकलना, सत्य होना।
(दिन) पूरे करना समय बिताना, किसी प्रकार का कालक्षेप करना।
(दिन) पूरे होना अन्तिम समय निकट आना।
पैग मारना झूले पर झूलते समय इस पर इस प्रकार और पहुंचाना जिसमें उसका वेग बढ़ जाय और दोनों ओर वह दूर तक झूले।
पैच काटना पतंग काटना।
पेंच की बात गूढ़ या मर्म की बात।
पैंच घुकाना ऐसी युक्ति करना जिससे किसी के विचार या कार्य आदि का रूख बदल जाय, तरकीब से किसी का मन फेरना।
पैच लड़ाना दूसरे की पतंग काटने के लिए उसकी डोर में अपनी डोर फंसाना।
पेंच हाथ में होना किसी के विचारों को बदलने की शक्ति होना, प्रवृत्ति आदि बदलने का सामर्थ्य होना।
(बिना) पेंदी का लोटा वह मनुष्य जो किसी निश्चित सिद्धान्त का न हो, वह मनुष्य जिसकी मति बदला करे, वह मनुष्य जो कभी इस पक्ष में मिल जाय, कभी उस पक्ष में।
पेंदे का हलका आछा, वह जिसका विश्वास न किया जा सके।
पेंदे के बल बैठना हार मानना, दबना, पलथी मारकर बैठना।
पेट आना दस्त आना।
पेट का काला कपटी, धोखेबाज
पेट का कुत्ता जो केवल भोजन के लालच से सब काम करता हो।
पेट का धंधा वह पेशा जिससे गुजारा हो, जीविका।
पेट का पानी न पचना कोई बात कहे, पूछे बिना न रहा जाना, रह न सकना।
पेट का पानी न हिलना कुछ परिश्रम न पड़ना (जरा भी कष्ट न होना)।
पेट का हलका श्रुद्ध प्रकृति का, ओछे स्वभाव का, जिसमें गंभीरता न हो।
पेट का हाल मन की बात।
पेट काटना पैसा बचाने के लिए कम खाना, किसी को मिलने वाले धन में कमी करना।
पेट की आग भूख, पाचन शक्ति, जलन, ताप, गरमी, कामग्रि, वात्सल्य, प्रेम, ईष्या, डाह।
पेट की आग बुझाना कुछ खाकर या पीकर भूख शांत करना।
पेट की बात मन की बात, भेद की बात, रहस्य भरी बात।
पेट की मार देना भूखा रखना, भोजन न देना।
पेट की मार मारना भूखा रखना, भोजन न देना।
पेट के लिए दौड़ना राजी या जीविका के लिए उद्योग और परिश्रम करना।
पेट को धोखा देना बचाने के लिए कम खाना।
पेट को लगना भूख लगना।
पेट खलाना अत्यन्त दीनता दिखलाना। उ0- राम सुझाव सुने प्रभु सो कही बारक पेट खलाई। पेट पचाकर भूखे होने का संकेत करना। उ0- तब लौ उबैने पायं फिरत पेटै खलाय, बाए मुँह सहत पराओ देस देस को। कविता0।
पेट खोलना पेट की बात कहना।
पेट गड़ना अपच के कारण पेट में दर्द होना।
पेट गदराना गर्भवती होने के चिन्ह दिखाई देना।
पेट गिरना गर्भ गिरना, गर्भपात होना।
पेट गुड़गुड़ाना बादी के कारण आतों में गुड़गुड़ शब्द होना, पेट में वायु का विकार होना।
पेट चलना बार बार दस्त होना, रोजी चलना, निर्वाह होना।
पेट चलाना निर्वाह करना, गुजर करना, च दस्त लाना।
पेट चोट्टी गर्भवती होने पर भी जिसके गर्भ के लक्षण दिखाई न पड़े।
पेट छंटना पेट साफ हो जाना, पेट की मोटाई कम होना, प्रसूता के गर्भाशय का अच्छी तरह साफ हो जाना, दुबला हो जना।
पेट छूटना दस्त होना।
पेट जलना अत्यन्त भूख लगना, अत्यन्त असन्तुष्ट या कुद्ध होना, भरपेट भोजन न मिलना।
पेट जारी होना दस्त लगना, दस्त होने की बीमारी हो जाना।
पेट ठंढा होना बच्चों का सुख देखना, सन्तान का जीवित रहना।
पेट दिखाना पेट दिखाकर मूर्ख होने का संकेत करना, पेट की रोग की पहचान कराना,पेट के रोग का निदान कराना, दीनता प्रकट करना, गर्भ होने या न होने की परीक्षा करना।
पेट देना अपना गूढ़ भेद या विचार किसी को बतलाना, अपने मन की बात बतलाना। उ0- अपनी पेट दियो तै उनको नाकबुद्धि तिय सबै कहै री। सूर।
पेट पकड़े फिरना परेशान होना, बहुत दुखी, तंग या व्याकुल होना।
पेट पाटना जो कुछ मिल जाय उसी से पेट भर लेना, भूख के मारे खाद्य या अखाद्य़ का विचार छोड़कर खा लेना।
पेट पानी होना पतले दस्त आना।
पेट पालना कठिनता से खाने भर को कमा लेना, जीवन निर्वाह करना, दिन काटना।
पेट पीठ एक हो जाना बहुत दुबला हो जाना, बहुत भूखा होना।
पेट पीठ से लगना बहुत दुबला हो जाना, बहुत भूखा होना।
पेट पोछना सबसे अन्तिम सन्तान होना।
पेट पोसू पेटू, खाऊ।
पेट फूलना किसी बात को जानने या कहने के लिए अथवा किसी पदार्थ को पाने आदि के लिए व्याकुल होना, किसी बात के लिए अत्यधिक उत्सुक होना, अत्यधिक हंसने के कारण पेट में हवा भर जाना, पेट में वायु का प्रकोप होना, गर्भ हो जाना।
पेट बढ़ाना अति लालच या लोभ करना।
पेट बांधना कम खाना।
पेट भरना रूखा सूखा भोजन करना।
पेट मारकर मर जाना आत्मघात करना। उ0- पेट ना दिखाओ कोऊ पेट मारि करिहे।
पेट मारना बचाने के लिए कम खाना, आत्मघात करना, आत्महत्या करना।
पेट मोटा हो जोना बहुत घुसखोर हो जाना, अधिक रिश्वत लेने लगना।
पेट में खलबली पड़ना बहुत भूख लगना, व्याकुल या चिंतित होना, वयग्रता या खलबली होना।
पेट में घुसना भेद लेने के लिए घनिष्ठ मित्र बनना।
पेट में चूहे कूदना, दौड़ना बहुत भूख लगना, व्यग्रता या चिंतित होना, खलबली होना, व्याकुल होना।
पेट में चीटें की तरह गिरह होना बहुत कम खाना, थोड़ा भोजन करना।
पेट में चूहों का कलाबाजी खेलना बहुत भूख लगना, व्याकुल या चिन्तित होना, व्यग्रता या खलबली होना।
पेट में दाढ़ी होना बचपन ही में बहुत बुद्धिमान होना, छोटी अवस्था में ही बड़ो की सी बातें करना।
पेट में डालना खा जाना, कोई बात अपने मन में रखना, भेद प्रकट न होने देना।
पेट में पांव होना अत्यन्त छली या कपटी होना, चालबाज होना।
पेट में बल पड़ना इतनी हंसी आना कि पेट में दर्द होने लगे।
पेट में पैठना भेद लेने के लिए मित्र बनना, रहस्य जानने के लिए मेल बढ़ाना, गुप्त भेद जान लेना।
पेट में रखना खा लेना, किसी बात को गुप्त रखना।
पेट में लेना सहना, फैलना।
पेट में हाथ समाना लोक या भय से अति प्रभावित होना।
पेट में होना अधिकार या चंगुल में होना, गुप्त रूप से पास में होना, मन में होना, ज्ञान में होना।
पेट रखना गर्भवती कर देना।
पेट रहना गर्भ स्थित होना, गर्भ रहना।
पेट लग जाना भूख से पेट का अन्दर धंस जाना, भूखों मरना।
पेट लेना भेद लेना।
पेट निकालना किसी के द्वारा उड़ाई या छिपाई कर रक्खी हुई वस्तु को प्राप्त करना, हजम की हुई चीज पाना।
पेट से पांव निकालना किसी अच्छे आदमी का बुरा काम करने लग जाना, कुमार्ग में लगना, बहुत इतराना।
पेट से सीखना स्वभावतः सीख जाना।
पेट से होना गर्भवती होना।
पेट वाली गर्भवती।
पेटा छोड़ना उड़ती हुई गुड्डी की डोर का बीच में लटक या फूल जाना।
पेटा तोड़ना उड़ती हुई गुड्डी की डोर का बीच में लटक या डोर तोड़ना।
पेटी उतरना पुलिस के सिपाही का निलम्बित या पदच्युत किया जाना।
पेटी पड़ना तोंद निकलना।
पेश आना बर्ताव करना, व्यवहार करना, घटित होना, सामने आना, होना।
पेश करना सामने रखना, दिखलाना, सम्मुख उपस्थित कर देना, भेंट करना, नजर करना।
पेश चलना वक्ष चलना, अधिकार या जोर चलना।
पेश जाना वश चलना, अधिकार या जोर चलना।
पेश पाना जीतना, होड़, मुकाबिले में बढ़ना, कृत कार्य होना।
पेशा कमाना स्त्री का व्यभिचार द्वारा धन कमाना।
पेशा करना वैश्या का काम करना।
पेशानी पर बल आना क्रोध से ललाट पर के चमड़े का ऊपर की ओर खिंच जाना, त्योरी चढ़ना।
पेशाब करना अत्यन्त तुच्छ समझना, मूतना।
पेशाब का चिराग जलना अत्यन्त प्रतापी होना, अत्यधिक दबदबा होना।
(किसी को) पेशाब की राह बहा देना रंडीबाजी में खर्च कर देना।
पेशाब निकल पड़ना इतना डर जानाकि पेशाब निकल जाये।
पेश भरना किसी देवता या तीर्थ की ओर पैर नापते चलना, इस प्रकार शपथ खना जैसे तू सच बोलता है तो गंगा की ओर पेश भर जा।
(किसी के) पैड़े परना पीछे पड़ना तंग करने के लिए साथ लगे फिरना, बार बार तंग करना। उ0- मानत नाहिं हटकि हारीं हम पैड़े परे कन्हाई, अनुकरण करना, अनुगामी बनना।
पैगाम डालना सम्बन्ध करने का सन्देश भेजना, सम्बन्ध करने की बातचीत करना।
पैज पड़ जाना प्रतिद्वंद्विता हो जाना, लागडाट हो जाना।
पैज सरना प्रतिज्ञा पूरी होना। उ0- वाकी पैज रै। सरै। सूर।
पैतरा दिखाना चाल या युक्ति के द्वारा अपनी चालाकी दिखाना।
पैतरा बदलना पटा चलाने या कुश्ती लड़ने में ढब के साथ इधर उधर पैर रखना, नयी चाल चलना, नया हाथ दिखाना।
पैतरा मांजना घूमते हुए पैर रखना और हाथ घुमाना।
पैबंद लगाना बात में बात जोड़ना, मेल मिलाना, अधूरी या बिगड़ी हुई बात में नई बात जोड़कर उसे पूरा करना या सुधारना।
पैर उखड़ जाना पैर जमे न रहना, टिक न सकना, पराजित होना।
पैर उखाड़ देना स्थान से विचलित करना, हटाना, भगाना, प्रभाव नष्ट करना।
पैर उठाना चलने के लिए कदम बढ़ाना, आगे रखना, चलना, आरम्भ करना, डग भरना।
पैर का नाखुन न देखना सूरत न देखना।
पैर की धूल अत्यन्त तुच्छ वस्तु या व्यक्ति, नाचीज।
पैर छांदना जाने से रोकना।
पैर छूटना मासिक धर्म या रजःस्राव अधिक होना।
पैर छूना चरण स्पर्श करना, दीनतापूर्वक विनय करना, दीनता प्रकट करना।
पैर जमना स्थिर होना, दृढ़ता रहना, हटने या विचलिीत होने की आस्था न आना।
पैर डालना दखल देना।
पैर तोड़कर बैठना कहीं आना-जाना बंद करना, प्रयत्न करते करते थककर बैठना, हार कर बैठना।
पैर तोड़ना चलते चलते थक जाना, बहुत दौड़ धूप करना, इधर उधर हैरान होना, घोर प्रयत्न करना।
पैर धरना कदम रखना, चलनप।
(धरती पर) पैर न रखना इतराना।
(किसी के) पैर न होना ठहरने की शक्ति या साहस न होना, दृढ़ता न होना।
पैर निकालना पीछा छुड़ाना।
पैर पकड़ना कहीं जाने से रोकना। उ0- जानति जो न श्याम एहे पुनि पांव पकरि घर राखति। सूर। पैर छूना, बड़ी दीनता और विनय करना। उ0- अब यह बात कहो जनि ऊधो, पकरति पांव तिहारे। सूर। पैर छूकर प्रणाम करना, भक्ति और आदपूर्वक प्रणाम करना।
पैर पसारना पैर फैलाना, आराम से पड़नाया सोना, मरना, आडम्बर खड़ा करना, ठाट बाट करना। उ0- तेतो पायं पसारिये जेतो लांबी सौर।
पैर पूजना बड़ा आदर करना, बड़ी श्रद्धा भक्ति करना, बहुत पूज्य मानना, विवाह में कन्यादान के समय कन्याकुल के लोगों का वर का पूजन करना और कन्यादान में योग देना।
पैर फंसाना अपने आपको संकट में डालना।
पैर फैलाना पैर पसारना, आराम से पड़ना या सोना, मरना, आडम्बर खड़ा करना, ठाट बाट करना।
पैर बढ़ाना चलना, बड़े बड़े डग रखना, फाल मरना, अधिकार बढ़ाना, अतिक्रमण करना।
पैर भर जाना थक जाना।
पैर भारी होना पेट होना, गर्भ रहना ।
पैर रखना कदम रखना, चलना।
पैर से पैर बांधकर रखना बराबर अपने पास रखना, पास से अलग न होने देना, बड़ी चौकसी रखना, निगाह के बाहर न होने देना।
पैर सो जाना पैर सुन हो जाना, स्तब्ध हो जाना, पैर झन्ना उठना।
पैरों चलना पैदल चलना।
पैरों पर खड़ा होना स्वावलम्बी होना।
पैरों पर गिरना साष्टांग दण्डवत करना, अत्यन्त दीनता से विनय करना, माफ करना।
पैरों पड़ना पैरों पर गिरना । साष्टांग दण्डवत करना, अत्यन्त दीनता से विनय करना.
पैसा उठाना धन व्यर्थ नष्ट करना, फजूलखर्ची करना।
पैसा उड़ाना बहुत खर्च करना, अधिक व्य करना, ठनना, चुराना।
पैसा कमाना धन उपार्जित करना, रूपया पैदा करना।
पैसा डुबोना धन गंवाना या नष्ट करना, घाटा उठाना।
पैसा डूबना लगा हुआ रूपया नष्ट होना, घाटा होना।
पैसा ढो ले जाना सब धन खींच ले जाना, व्यापार आदि द्वारा किसी देश का धन दूसरे देश में ले जाना।
पैसा धोकर उठाना किसी देवता की पूजा की मनौती करके अलग पैसा निकाल कर रखना।
पैसे का मुँह देखना रूपया का विचार कर खर्च करना।
पैसे से दरबार बांधना रिश्वत या घूस देकर मनमाना काम करना।
पों बोलना हार मानना, थककर बैठ रहना, दिवाला निकलना, खुक्श हो जाना।
पोइयो जाना दोनों पैर फेंकते हुए दौड़ना।
पाई फूटना ईख में अंकुर निकलना।
पोटा तर होना पास में धन होने से प्रसन्नता और निश्चिन्तता होना, पास में माल रहने से बेफिक्री होना।
पोत पूरा करना कमी पूरी करना, ज्यों ज्यों करके किसी काम को पूरा करना।
पोत पूरा होना कमी पूरी होना, ज्यों ज्यों करके किसी काम को पूरा करना।
पीता फेरना दीवार आदि पर चूने, मिट्टी आदि का लेप करके सफाई करना, चौका लगाना, चौपट करना, सफाई कर देना, सब कुछ लूट ले जाना।
पोदना सा बहुत छोटा सा, जरा सा।
(किसी की) पोल खुलना भीतरी दुरवस्था प्रकट हो जाना, किसी का छिपा हुआ दोष या बुराई प्रकट हो जाना, भांडा फूटना।
(किसी की) पोल खोलना भीतरी दुरवस्था प्रकट करना, किसी के छिपे हुए दोष या बुराई को प्रकट करना, भंडा फोड़ना।
पोशाक बढ़ाना कपड़े उतारना।
पौ फटना सबेरे का उजाला दिखाई पड़ना, सबेरा होना, तड़का होना। उ0- पौ फाटी, पागर हुआ, जागे जीया जून। सब काहू को देत है चोंच समाना चून। कबीर। रंचक पौ फाटन लागी। रत्नाकर।
पौ बारह पड़ना पासे में जीत का दांव पड़ना, लाभ का मौका मिलना।
पौ बारह होना जीत का दांव पड़ना, जीत होना, बन आना, भाग्य होना, लाभ का खूब अवसर मिलना।
पौन चलाना जादू टोना करना, झूठ चलाना, प्रयोग करना।
पौन बिठाना (किसी पर) भूत करना, किसी के पीछे प्रेम लगाना।
पौन मारना जादू टोना करना, झूठ चलाना, प्रयोग करना।
पौने सोलह आना बहुत सा, अधिकांश, बहुत सा, लगभग पूरा।
पौने सोलह आने अधिक अंश में, लगभग पूरा।
प्याला देना मद्य पिलाना, शराब पीना।
प्याला बहना गर्भपात होना, गर्भ गिरना।
प्याला भरना आयु पूरी होना, दिन पूरे होना।
प्याला लेना शराब पीना।
प्यास बुझाना जल पीकर तृष्णा को शांत करना, किसी उत्कट इच्छा की पूर्ति करना।
प्यास लगना प्यास मालूम होना, पानी पीते की इच्छा होना।
प्रतिज्ञा करना प्रतिज्ञा पूरी करना। उ0- जन प्रहलाद प्रतिज्ञा पारी। सूर।
प्रयोग में लाना बल, अधिकार आदि प्रयोग करना, व्यवहार में लाना।
प्रसाद पाना प्राण सूखना, विस्मित होना। उ0- नंद यशोदा सब ब्रज वासी। अपने अपने शकट साजि के मिलन चलै अविनासी।…. वासो जैसी भांति चाहिये ताहि मिल्यो धाय। देश देश के नृपति यह प्राण रहे अरगाय। सूर।
प्राण आना घबराहट या भय कम होना, चित कुछ ठिकाने होना।
प्राण उड़ जाना होश हवास जाता रहना, बहुत घबराहट हो जाना, हक्का बक्का हो जाना, डर जाना, भयभीत हो जाना।
प्राण कंठगत होना प्राण निकलने पर होना, मृत्यु का निकट आना। उ0- प्राण कंठगत भयउ मुवालू। तुलसी।
प्राण का गले तक आना मरने पर होना, मरणासन्न होना। उ0- ठाने अठान जेठानिनहूं सब लोगन हूं कलंक लगाये। सासु लरी गहि गांस खरी ननदीन के बोल न जात गिनाये। ऐती खरी जिनके लए में सखी तें कहि कोन कहां विलसाये। आय गले लगे प्राण पै केसेहूं बाहर आज अजो नहिं आए।
प्राण का ग्राहक होना प्राण लेने वाला होना, मार डालने की ताक में रहने वाला होना।
प्राण का मुँह को आना मरने पर होना, अत्यन्त दुःख होना, अत्यधिक हार्दिक कष्ट होना।
प्राण खाना बहुत तंग करना, बहुत सताना।
प्राण खोना प्राण देना, मरना।
प्राण छूटना जीवन का अन्त होना, मरना, मृत्यु होना।
प्राण छोड़ना मरना।
प्राण जाना जीवन का अंत होना, मरना।
प्राण डालना जीवन प्रदान करना, जीवन का संचार करना, सजीव बनाना।
प्राण तजना मरना। उ0- प्रिय बिछुरन को दुसह दुःख हरखि जात प्योसार। दुरजोधन लौ देखियत तजत प्रान इहि बार। बिहारी।
प्राण देना मरना, अधिक कष्ट पाना, किसी को अत्यधिक चाहना, प्राण से भी बढ़कर चाहना, किसी के लिए मरने तक तैयार रहना, किसी के लिए अत्यधिक परिश्रम या प्रयत्न करना।
प्राण निकलना मर जाना, मरना, भय से होश हवास जाता रहना। बहुत घबरा जाना, भयभीत होना, मरने का सा कष्ट होना।
प्राण पयान होना मरना।
प्राण बचाना जीवन की रक्षा करना, जान बचाना, जान छुड़ाना, पीछा छुड़ाना।
प्राण मुँह को आना अत्यधिक दुःख होना, दुःख से व्याकुल होना।
प्राण मुट्ठी में लिए रहना जीवन को कुछ न समझना, प्राण देने पर उतारू रहना।
प्राण रखना जिलाना, जीवन देना। उ0- वल निकेत साकेत चल्यो निज विजय हेतु बिढ़। प्रेतराज सम समर खेत पर प्राण लेत चढ़ि। गोपाल।
प्राण सूख जाना बदहवास हो जाना, अत्यधिक घबरा जाना, बहुत डर जाना।
प्राण हथेली पर लिये रहना जीवन को कुछ न समझना, प्राण देने पर उतारू रहना।
प्राण हरना मारना, मार डालना। उ0- कौन के प्राण हरै हम, यो दृग कानन लागि मतो चहै बूझन। अत्यधिक दुःख देना। उ0- मिलत एक दारूण दुख देही। बिछुरत एक प्राण हरि लेहीं। तुलसी।
प्राण हारना मर जाना। उ0- सब जल तजे प्रेम के नाते।…. समुझत मीन नीर की बातें तजत प्राण हठि हारत। जानि कुरंग प्रेम नहिं त्यागत यदपि व्याध शर मारत। सूर। साहस टूट जाना, उत्साह न रह जाना।
प्राणों पर आ पड़ना जीवन का संकट में पड़ना, जान जोखिम होना, बड़ी कठिनाई में पड़ना। उ0- ब्रज बहि जाय ना कहूं यो आई आंखिन ते, उमगि अनोखी घटा बरसति नेह की। कहै पदमाकर चलावै खान पान की को, प्राणन पड़ी है आनि दहसति देह की। पद्माकर।
प्राणों पर आ बनना ऐसा संकट या कठिनता पड़ना जिसमें प्राण जाने का भय हो।
प्राणों पर खेलना ऐसा काम करना जिसमें जान जाने का भय हो, प्राणों को संकट में डालना। उ0- तुम तो अपने ही मुख झूठे।….. हमसो मिले बरष द्वादस दिन चारिक तुम सो तूठे। सूर आपने प्राणन खेले ऊधो खेलो रूठे। सूर।
प्राणों पर बीतना जीवन संकट में पड़ना, जान जोखिम होना, जान निकल जाना, मर जाना।
प्राणों में प्राण आना घबराहट या भय कम होना, चित्त कुछ ठिकाने होना।
प्राणों से हाथ धोना जान देना, मर जाना।
(किसी की) प्रीति मानना किसी के प्रेम से प्रसन्न होकर उसके साथ वैसा ही प्रेम करना।
प्रूफ देखना प्रूफ की अशुद्धियां ठीक करना।
(किसी चीज का) प्रेस में होना अप्रकाशित रूप में होना, छपने की स्थिति में होना, छपना।
फ
फंका करना नष्ट करना।
फंका मारना फांकना।
फंदा छुड़ाना कैद से रिहा करना।
फंदा देना गाँठ देना, फंदा लगाना।
(किसी पर) फंदा पड़ना रचा हुआ प्रपंच सफल होना।
फंदा मारना जाल में फंसाना।
फंदा लगना जाल फैलना, ढंग लगना, धोखा चल जाना।
फंदा लगाना जाल फैलाना, किसी को अपनी चाल में लाने का प्रयत्न करना, धोखा देना, गांठ लगाकर फंदा तैयार करना।
फंदे में आना जाल में फंसना।
फंदे में पड़ना धोखे में पड़ना, जाल में फंसना, वशीभूत होना।
फंदे में लाना जाल में लाना, फरेब में लाना।
फक कराना छुड़ाना।
(रंग) फक पड़ जाना डर के मारे स्तब्ध हो जाना, अत्यधिक घबड़ा जाना, विवर्ण हो जाना।
(रग) फक हो जाना डर के मारे स्तब्ध हो जाना, अत्यधिक घबड़ा जाना, विवर्ण हो जाना।
फक बन्धन से मुक्त होना।
फक्कड़ तौलना गाली बकना, कुवाच्य कहना।
फकीर का घर बड़ा है फकीर को अपनी शक्ति से सब कुछ प्राप्त है।
फकीर की सदा वह आवाज जो फकीर मांगने के समय देते हैं।
फगुआ खेलना होली के उत्सव में रंग गुलाल आदि एक दूसरे पर डालना। उ0- बन धन फूले टेसुआ बगियन बेलि। चले विदेश पियरवा फगुआ खेलि। रहीम।
फगुआ मनाना फागुन में स्त्री पुरूषों का परस्पर मिलकर रंग खेलना और गुलाल मलना आदि। उ0- खेलत बसंत राजाधिराज देखत नम कौतुक सुर समाज। नुपूर किंकिन पुनि मति सुहाइ। ललनागन जब गहि धरहि धाइ। लोचन आंजहिं फगुआ मनाई। छाड़हिं नबाइ हा हा कराइ। तुलसी।
फजीलत की पगड़ी सूचक पदक या चिन्ह।
फट पड़ना अचानक आ पहुंचना, सहसा आ पड़ना।
फट से तुरन्त, शीघ्र।
फटकना पछोरना सूप या छाज पर हिलाकर साफ करना। उ0- मूंग मसूर उरद चना दारी। कनक बरन धरि फटक पछारी। सूर। अच्छी तरह जांच पड़ताल करना, ठोकना बजाना, जांचना, परखना। उ0- (क) ऊधों तुम सब साथी मोरे। मेरे कहे बिलगि मानोगे कोटि कुटिल लै जोरे। वे अकूर कूर कृत जिनके, नीते मरे मरे गहि ढोरे। आपुनि श्याम, श्याम अंतर मन श्याम काम के बोरे। तुम मधुकर निर्गुण निज नीके देखे फटकि पछोरे, सूरदास कारण के संगी कहा पाइयत गोरे। सूर। (ख) देश देश हम बागिया ग्राम ग्राम की खोरि। ऐसा जियरा ना मिला जो लेइ फटकि पछौरि। कबीर। सूर जहां लों श्यामगात है देखे कटकि पछोरी। सूर।
फटकार खाना तड़फना, फड़फड़ाना।
फटफट होना तकरार होना, कहा सुनी होना।
(किसी के) फटे में पांव अड़ाना जान बूझकर किसी झगड़े में पड़ना, किसी की बला अपने सिर लेना।
(किसी के) फटे में पांव देना जान बूझकर किसी झगड़े में पड़ना, दूसरे की आपत्ति को अपने ऊपर लेना।
फट्ठा उलटना दिवाला निकालना, टाट उलटना।
फट्ठा लौटना दिवाला निकालना, टाट उलटना।
फड़ पाना जीतना, बाजी मारना।
फड़ रखना दांव लगाना।
फड़ लगाना दांव लगाना।
फड़क उठना उमंग में होना, आनन्दित होना, प्रसन्न होना।
फड़क जाना मुग्ध होना, एकाएक आवेश में आ जाना।
फबती उड़ाना हंसी उड़ाना, चुटीली बात कहना, चुटकी लेना।
फबती कहना चुमती हुई पर हंसी की बात कहना, हास्यपूर्ण व्यंग्य कहना, हंसी उड़ाते हुए चुटकी लेना, व्यंग्यपूर्ण बात कहना।
फरक फरक होना दूर हो य राह छोड़ो की आवाज होना, हटो बचो होना। उ0- चत्यो राजमंदिर की ओरा। फरक फरक माच्यो मन सोरा। रघुराज।
(घड़ी का) फरक होना चाल जितनी चाहिए उससे तेज होना, सुई का आगे का समय बताना।
फरजी बनना पैदल का वज़ीर के खाने में पहुंचकर वजीर बन जाना।
फरना फूलना सफल मनोरथ होना। उ0- गोव कली सम विगसी ऋतु बसंत और फाग। फुलहु फरहु सदा सुख सफल सुहाग। जायसी।
फरना देना चेस में कसकर मैटर को छापने के लिए तैयार कर देना।
फरागत करना समाप्त करना, पूरा करना।
फरागत जाना टट्टी जाना।
फरागत पाना छुटकारा पाना, निश्चिन्त होना।
फरागत होना छुटकारा पाना, निश्चिन्त होना।
फरियादी होना नालिश फरियाद करना।
फर्ज अदा करना कर्तव्य का पालन करना।
फर्ज करना मानना, कल्पना करना।
(किसी पर) फर्ज होना अवश्य कर्त्तव्य होना, धर्म होना।
फर्श जमी होना मरना, दफन होना।
फर्शी सलाम जमीन पर झुककर किया जाने वाला सलाम।
फर्राटा भरना वेग से दौड़ना, तेजी से दौड़ना।
फर्राटा मारना वेग से दौड़ना, तेजी से दौड़ना।
फल आना छोटे छोटे दानों का निकल आना।
फल जाना छोटे छोटे दानों का निकल आना।
फलक टूटना आसमान।
फलक पर चढ़ना आसमान।
फलक चढ़ाना आसमान।
फलक पर याद आना जमाने के उलट फेर याद आना।
फलना फूलना फलयुक्त होना, बाल बच्चों वाला होना, सुख सौभाग्य युक्त होना।
फलीता दिखाना आग लगाना, बन्दूक या तोप को दागना।
फलीता सुंघाना ताबीज या यंत्र की धूनी देना।
फसाद का घर झगड़े की जड़।
फस्द खोलना नम से रक्त निकालना, रग पर नस्तर देना।
फस्द खुलवाना शरीर का दूषित रक्त निकलना, पागलपन की चिकित्सा करवाना, होश की दवा कराना।
फस्द लेना शरीर का दूषित रक्त निकलना, पागलपन की चिकित्सा करवाना, रग पर नस्तर देना।
फांड़ा कसना किसी काम के लिए मुस्तैद होना।
फांडा पकड़ना इस प्रकार पकड़ना जिसमें कोई मनुष्य भागने न पाये, स्त्री का किसी पुरूष को अपने भरण पोषण के लिए जिम्मेदार ठहराना।
फांड़ा बांधना किसी काम के लिए मुस्तैद होना।
फांस चुमना जी में खटकने वाली बात होना, कसकनेवाली बात होना, ऐसी बात होना जिससे चित को दुःख पहुंचे।
फांस निकलना कंटक दूर होना, ऐसी वस्तु या व्यक्ति का न रह जाना जिससे दुःख या खटका हो।
फांस निकालना कंटक दूर करना, ऐसी वस्तु या व्यक्ति को दूर करना जिससे कुछ कष्ट या किसी बात को खटका हो।
फांसी खड़ी होना फांसी दिये जाने की तैयारी होना, प्राण जाने का डर होना, डर की बात होना।
फांसी चढ़ना पाश द्वारा प्राण दण्ड पाना।
फांसी चढ़ाना प्राण दण्ड देना।
फांसी देना प्राण दण्ड देना।
फांसी पड़ना फांसी की सजा पाना।
फांसी लगना फंदे से गला कसना।
फाइल करना नत्थी करना, मिसिल में शामिल करना।
फाका पड़ना उपवास होना।
फाको का मारा भोजन न मिलने से अत्यन्त शिथिल, भूख से मरता हुआ।
फाको मरना भूखो मरना, उपवास का कष्ट सहना।
फाड़ खाना क्रोध से झल्लाना, बिगड़ना, चिड़चिड़ाना।
फातिहा पढ़ना निराश होना।
फाफा कुटनी इधर उधर करने वाली स्त्री, बुढ़िया जो कुटपन करती या इधर उधर करती हो।
फासरी बधारना बे मौके फारसीदानी दिखाने के लिए फारसी बोलना।
फाल भरना कदम रखना, डग भरना।
फाल बांधना छलांग मारना, कूदकर एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाना, उछलकर लांघना। उ0- कहै पद्माकर त्यो कु हुंकरत, फुकरत, फैलत फलात, फाल बांधत फलंका मे। पद्माकर।
फालिज गिरना अधरंग होना, अंग सुन्न पड़ जाना।
फालिज मारना फालिज की बीमारी होना।
फाल्गुनी बजाना खोदकर गिराना, ढाना।
फावड़ा चलाना खेत में काम करना।
फावड़ा बजना खुदाई होना, खुदना, ध्वस्त होना।
फावड़ा बजाना खोदना, खोदकर ढाना या गिराना।
(परदा) फ़ाश करना गुप्त बात प्रकट कर देना।
फिक्र लगना ऐसा ध्यान बना रहना कि चित्त अस्थिर रहे, ख्याल या खटका बना रहना।
फिकरा कसना व्यंग्य वाक्य कहना, ताना मारना।
फिकरा चल जाना धोखा देने के लिए कही हुई बात का अमीष्ट फल होना, चकमे का काम कर जाना।
फिकरा चलाना धोखा देने के लिए कोई बात बनाकर कहना।
फिकरा चुस्त करना दिल से कोई मौजू बात जोड़कर कहना।
फिकरा तराशना धोखा देने के लिए कोई बात गढ़कर कहना।
फिकरा देना झांसा देना, दम बुत्ता देना।
फिकरा बताना झांसा देना, दुम बुत्ता देना, धोखा देना।
फिकरा बनाना धोखा देने के लिए कोई बात गढ़कर कहना।
फिकरे कहना व्यंग्यपूर्ण बात कहना, बोली बोलना, आवाजा कसना।
फिकरे जड़ना आवाजा कसना।
फिकरे ढालना व्यंग्यपूर्ण बात कहना, बोली बोलना, आवाजा कसना।
फिकरे सुनाना व्यंग्यपूर्ण बात कहना, बोली बोलना, आवाजा कसना।
(मुँह या चेहरे पर) फिटकार बरसना चेहरे का मलिन, उतरा हुआ होना।
फिटकार लगाना शाप देना, शाप ठीक उतरना।
फिट्टा मुँह उतरा या फीका पड़ा हुआ चेहरा।
फितना जगाना मिटे हुए झगड़े को फिर उठाना।
फ़िदा होना आशिक होना, किसी के लिए जान देना।
फिरिश्ता दिखाई देना मौत करीब होना।
फिरिश्ता नज़र आना मौत करीब होना।
फिरिश्ते का कान में फूंकना घमंडी होना।
फिरिश्ते का गुजर न होना किसी की पहुंच न होना।
फिरिश्ते की दाल न गलना किसी की पहुंच न होना।
फिरिश्तों को खबर न होना नितान्त गुप्त होना।
फिर क्या है? तब क्या पूछना है, तब तो किसी बात की कसर हीं नहीं है, तब तो कोई अड़चन ही नहीं है, तब तो सब बात बनी बनायी है।
फिर पड़ना विरूद्ध होना, कुद्ध होना, बिगड़ना।
फिराक में रहना खोज में रहना, फिक्र या तलाश में रहना।
फिस हो जाना हवा हो जाना, कुछ न रह जाना, बेकार सिद्ध होना, व्यर्थ हो जाना।
फुई ताल भरता है थोड़ा थोड़ा होना, छुटकारा पाना।
फुरसत पाना बरखास्त होना, छुटकारा पाना।
फुरसत से अवकाश में, धीरे-धीरे।
फुरहरी आना फुरफरी होना, सर्दी, डर आदि के कारण कपकपी होना।
फुरहरी लेना उड़ने के लिए पंख हिलाना, कांपना।
फुरेरी लेना कंप के साथ रोमांस होना, सतर्क हो जाना, कांपना थरथराना। उ0- अन्हाय नहिं जाय घर चित चिहुट्यो ताकि तीरापरसि फुरहरि लै फिरति, विहंसति घंसति न नीर। बिहारी। फड़फड़ाना, फड़कना, हिलना।
फुस फुस करना सुनाई न देने वाले स्वर में बोलना।
फुस से बहुत धीमी आवाज से, चुपके से।
फूंक कर पैर रखना बहुत बचाकर काम करना, कुछ करते हुए इस बात का बहुत ध्यान रखना कि कोई ऐसी बात न हो जाय जिससे कोई हानि या बुराई हो, बहुत सावधानी रखना।
फूंक निकल जाना दम निकल जाना, प्राण निकल जाना, मर जाना।
फूंक फूंक कर पांव रखना बचा बचा कर चलना, बहुत बचाकर कोई काम करना, बहुत सावधानी से कोई काम करना।
फूंक मारना जोर से मुंह की हवा छोड़ना, फूंकना।
फूंक ताप डालना उड़ा देना, बरबाद कर देना।
फूंक सा बहुत कमजोर, दुबला पतला (आदमी)।
फूंकना तापना व्यर्थ खर्च करके धन नष्ट करना।
फूट डालना भेद डालना, भेदभव या विरोध उत्पन्न करना, झगड़ा कराना। उ0- नारद हवे ये बड़े सयाने घर घर डालत फूट। सूर।
फूट पड़ना फूट पैदा होना।
फूट फूट कर रोना विलख विलख कर रोना, बहुत विलाप करना।
फूट सा खिलना पक कर खसता होकर दरकना।
फूटहरा फूटना खूब जोरो की हंसी होना, ठहाका लगाना (व्यंग्य)
फूटी आंख का तारा कई बेटों में से एक बचा हुआ बेटा, बहुत प्यारा लड़का।
फूटी आंखों न देख सकना बूरा मानना, देखकर जलना, कूढ़ना, देखना भी सह्य न होना।
फूटी आंखों न माना तनिक भी न सुहाना, बहुत बुरा लगना, अत्यन्त अप्रिय लगना।
फूटी कौड़ी (पास में) न होना कुछ न होना।
फूटे मुंह बात न करना बिलकुल ही उपेक्षा करना, एक बात भी न करना।
फूटे मुंह से न बोलना एक बात भी न करना, अत्यन्त उपेक्षा करना।
फूल आना फूल लगना।
फूल उतारना फूल तोड़ना, फूल चुनना।
फूलकर कुप्पा हो जाना मोटापा, हृष्ट पुष्ट होना, अत्यन्त हर्षित होना, आनन्द से फूल जाना, अत्यधिक गर्व होना।
फूल करना बुझाना (चिरागको)।
फूल चुनना फूल तोड़कर इकट्ठा करना।
फूल झड़ना मुँह से प्रिय और मधुर बातें निकलना। उ0- झरत फूल मुँह से वहि केरी। जायसी।
फूल पड़ना बत्ती के मुँह पर गुल बनना।
फूल भेजना फूलों के संकेत द्वारा प्रेमी-प्रेमिका का एक दूसरे को संदेशा भेजना।
फूल लोढ़ना फूल चुनना।
फूल सा अत्यन्त सकुमार, हलका या सुन्दर।
फूल सूंघकर रहना बहुत कम खाना, अल्पहारी होना।
फूलना फलना धन, धान्य, सन्तति आदि से पूर्ण और प्रसन्न रहना, उन्नति करना। उ0- फूलों फरो रहो जहं चाहो यही असीस हमारी। सूर।
फूलना फालना प्रफुल्ल होना, उल्लास में रहना, प्रसन्न होना। उ0- फूली फाली फूल सी फिरती विमल, विकास, मौर तरैया हांयगी चलत तोहि पिय पास। बिहारी।
फूला फूला फिरना गर्व करते हुए घुमना, आनन्द में रहना। उ0- मनवा तो फूला फिरे कहे जो करता धर्म। कोटि करन सिर पर चढ़े चैति न देखे मर्म। कबीर। आनन्द में मग्न होकर विचरना। जसुमति रानी देति बधाई भूखन रतन अपार। फूली किरति रोहिणी मैया नखसिख किए सिंगार। सूर।
फूलों का गहना फूलों की माला, हार आदि का सिंगार या सजावट का सामान, ऐसी नाजुक और कमजोर चीज जो थोड़ी देर की शोभा के लिए हो।
फूलों की छड़ी वह छड़ी जिसमें फूलों की माला लपेटी रहती है और जिससे चौथी खेलते हैं।
फूलों की सेज आनन्द की सेज।
फूलों के सेज पर सोना सुख चैन की जिन्दगी बसर करना।
फूलों के कांटे में तुलना बहुत सुकुमार होना, राजसिक सुख भोगना।
फूले अंग न समाना अत्यन्त आनन्दित होना। उ0- स्यामतक मणि जांबवती सह आए द्वारिका नाथ। अति आनन्द कोलाहल घर घर फूले अंग न समात। सूर। (ख) उठा फूलि अंग नाहिं समाना। कथा टूक टूक महराना। जायसी।
फूले फूले फिरना आनन्द में रहना, बहुत प्रसन्न होकर घूमना। उ0- (क) जसुमति रानी देत बधाई भूखन रतन अपार। फूली फिरति रोहिणी मैया नखसिरन किए सिंगार। सूर। (ख) आजु दशरथ के आंगन मीर।…. फूले फिरत अयोध्यावासी गनत न त्यागत पीर। परिरंभन हंसि देत परस्पर आनन्द नैनन नीर। सूर। (ग) फूले फिरत है आज हमारो ब्याह। (प्रचलित।
फेंट कसना कटिबद्ध होना, कमर कसकर तैयार होना, सन्मद्ध होना। उ0- ढोल बजावती गावती गीत मचावती घुंघुर घूरि के धारन। फेंट फते की कसे द्विजदेव जू चंचलता बस अंचल तारन। द्विजदेव।
फेंट धरना जाने न देना, जाने से रोकना, इस प्रकार पकड़ना कि भागने न पाये। उ0- अब लौ तौ तुम विरद बुलायो भई न मोसो मेट तजो विरत कै मोहि उबारौ सूर कही कसि फेंट। सूर।
फेंट पकड़ना जाने न देना, जाने से रोकना, इस प्रकार पकड़ना कि भागने न पाये। उ0- जो तुम राम नाम चित धरतो। अब को जन्म आगिलो तेरो दोऊ जन्म सुधरतो। छोटो नफा साधु की संगति मूल, गांठि से परखो, सूरदास। बैकुंठ पैठ में कोउ न फेंट फरतो। सूर।
फेंट बांधना कटिबद्ध होना, कमर कसकर तैयार होना, सन्नद्ध होना। उ9- पाग पेंच खेंच दे, लपेटि पट फैटि बांघि, ऐडि ऐड़े आंव पैने टूटे डीम डीम ते। हनुमान।
फेफड़ी पड़ना ओठ सूखना।
फेफड़ी बांधना ओठ सूखना।
फेर की बात घुमाव की बात, बात जो सीधी सादी न हो।
फेर खाना घुमाव के रास्ते जाना, सीधा न जाकर इधर उधर घूमकर अधिक चलना, चक्कर काटना।
फेर देना घुमाना, मोड़ना, रूख बदलना।
फेर पड़ना घुमाव का रास्ता पड़ना, सीधा न पड़ना।
फेर बंधना क्रम या तार बंधना, सिलसिला लगना।
फेर बांधना सिलसिला डालना, तार बांधना।
फेर में आना धोखा खाना।
फेर में डालना असमंजस में डालना, अनिश्चय किंकर्त्व्य विमूढ़ करना।
फेर में पड़ना असमंजस में होना, कठिनाई में पड़ना, हानि उठाना, घाटा सहना, धोखा खाना।
फेर लगाना उपाय या ढंग रचना, युक्ति लगाना।
फेरी पड़ना झांवर होना, विवाह के समय वर कन्या का साथ साथ मंडप स्तम्भ की परिक्रमा करना।
फेरि फेरि बार बार। उ0- हरे हरे हेरि हेरि हंसि हंसि फेरि फेरि कहत कहा नीकी लगत। देव।
अपने फेज को पहुंचना अपने कर्म का उचित फल पाना।
फैसला सुनाना मुकदमे का निर्णय सुनाना।
फोकट का बिना परिश्रम का, बिना मूल्य का, मुफ्त।
फोकट में बिना श्रम और व्यय के, मुफ्त में, यो ही।
ब
बंद ढीले कर देना थका देना, पस्त कर देना।
बंदगी कबूल होना प्रणाम, वंदना स्वीकार होना।
बंदर का घाव वह घाव जो कभी सूखे नहीं। (बंदर का घाव जब सूखने लगता है तो वह खुजलाकर उसे छील देता है)।
बंदर भबकी देना ऐसी धमकी या डांट डपट जो केवल डराने या धमकाने के लिए ही हो। ऐसी धमकी जो दृढ़ या बलिष्ठ से काम पड़ने पर कुछ भी प्रभाव न रख सकती हो।
बकना झकना बड़बड़ाना, बिगड़कर व्यर्थ की बातें करना, गुस्से में बोलना।
बकारी फूटना मुँह से शबद या वर्णो का उच्चारण होना, बात निकलना।
बकरे की माँ कब तक खैर मनायेगी दोषी, अपराधी कब तक बच सकता है?
बकुची बांधना हाथ पैर समेटकर गठरी जैसा बन जाना।
बकुची मारना हाथ पैर समेटकर गठरी जैसा बन जाना।
बखिया उधड़ना बखिया, सीवन खुलना, भंडा फोड़ होना।
बखिया उधेड़ना भेद खोलना, कलई खोलना, भंडा फोड़ना, सीवज खोलना।
बगल गरम करना सहवास करना।
बगल गीर होना आलिंगन करना, छाती से लगाना।
बगल में ईमान दबाना बेईमानी करना, ईमान छोड़कर बोलना।
बगल में दबाना कांख में छिपा लेना, धोखा देकर या बलात किसी वस्तु को अपने अधिकार में लाना, अधिकार करना, ले लेना। उ0- अनूप रूप संपत्ति बगली दाबि उचिकै अचान कुच कंचन पहार से। देव।
बगल में दाबना कांख में छिपा लेना, कब्जे में कर लेना।
बगल में धरना बगल में छिपाना, बगल में दबाना। उ0- बूंद सुहावनी री लागत मत मीजै तेरी चूंनरी। मोहिं दै उतार घर राखे बगल में तू न री। हरिदास। अधिकार में लाना, छीन लेना।
बगली घूंसा वह वार जो आड़ में छिपकर या धोखे से किया जाय।
बगले झांकना इधर उधर भागने का यत्न करना, बचाव का रास्ता ढूंढना, निरूत्तर होना।
बगले बजाना बहुत प्रसन्नता प्रकट करना, खूब खुशी मनाना।
बग़ावत का झंडा उठाना विद्रोह करना, विद्रोह की घोषणा करना।
बगुला भगत धर्मध्वजी, कपटी, धोखेबाज।
बच कर चलना सतर्कता से व्यवहार या काम करना।
बचन डालना कुछ मांगना, याचना करना।
बचन छोड़ना प्रतिज्ञा से विचलित होना, कहकर न करना, प्रतिज्ञा भंग करना।
बचन तोड़ना प्रतिज्ञा से विचलित होना, कहकर न करना, प्रतिज्ञा भंग करना।
बचन देना प्रतिज्ञा करना, बात हारना।
बचन निभाना प्रतिज्ञा के अनुसार कार्य करना, जो कुछ कहना वह करना।
बचन बांधना प्रतिज्ञा कराना, बचनबद्ध करना। उ0- नंद यशोदा बचन बधायो। ता कारण देही धरि आयो। सूर।
बचन मानना आज्ञा पालन करना। उ0- तौ तु बचन मानि घर रहहू। रामा0।
बचन लेना प्रतिज्ञा कराना।
बचन हारना प्रतिज्ञाबद्ध होना, बात हारना, कुछ करने का पक्का वादा करना।
बच्चा देना प्रसव करना, गर्भ से उत्पन्न करना, मैस आदि का बच्चा जनना।
बच्चे निकलना अंडे से बच्चे का बाहर आना।
बच्चों का खेल बहुत सुगम कार्य, सहज काम।
बछिया का ताऊ मूर्ख, अज्ञान।
बज्र की छाती ऐसा कठोर हृदय जो दुःख सह सके, अत्यन्त सहिष्णु हृदय।
बज्र बहरा बहुत अधिक बहरा, जिसे कुछ भी सुनाई न पड़ता हो।
बजा लाना पूरा करना, पालन करना, करना।
बजाकर डंका पीटकर, खुल्लमखुल्ला।
बटना खेलना ब्याह के अवसर पर परिहासार्थ एक दूसरे को उबटन लगाना।
बटाऊ होना राही होना, चलता होना। चल देना। उ0-(क) चेटक लाय हरहिं मन जौ लहिं गध है फैट। सांट नाठ उठि भए बटाऊ का पहिचान न भेंट । जायसी। (ख) भए बटाऊ नेह तजि बाद बकति बेकाज। अब अलि देत उराहनो उर उपजति अति लाज। बिहारी।
बटेर का जगाना रात को बटेर के कान में आवाज देना। (बटेरवाज)।
बटेर का बह जाना दाना न मिलने के कारण बटेर का दुबला हो जाना।
बट्टा काटना दस्तूरी आदि निकाल लेना।
बट्टा लगना दाग लगना, कलंक लगना, ऐब हो जाना, त्रुटि या कसर हो जाना, बट्टे से चलना, पूरा मूल्य न मिलना।
बट्टा लगाना कलंक लगाना, ऐब लगाना, दुषित करना, बदनाम करना।
बट्टा सहना घाटा, हानि उठाना।
बट्टेखाते लिखना हानि के लेखे में डालना, घाटा या हानि मान लेना, गया हुआ समझना।
बढ़कर चलना इतराना, घमंड करना।
बढ़कर बोलना दूसरों से अधिक दाम लगाना, बड़ी बोली बोलना।
बढ़कर होना श्रेष्ठ होना, अधिक महत्व का होना।
बढ़ बढ़कर बोलना डींग मारना, ढिठाई, गुस्ताखी करना।
बढ़ा चढ़ा श्रेष्ठ, अधिक बड़ा या अच्छा, अधिक, विशेष।
बढ़ावे में आना उत्साह देने से किसी टढ़े काम में प्रवृत्त हो जाना।
बड़ मारना डींग हांकना।
बड़ा आदमी धनी मनुष्य, ऊँचे पर या अधिकार का आदमी, प्रसिद्ध मनुष्य।
बड़ा घर कैदखाना, कारागार।
बड़ा भारी बहुत बड़ा।
बड़ाई देना आदर करना, सम्मान करना, प्रतिष्ठा प्रदान करना, उ0- यहि विधि प्रभु मोहिं दीन बड़ाई।
बड़ाई मारना शैखी होंकना, झूठी प्रशंसा करना।
बड़ी बड़ी बातें करना डींग हांकना, शेखी बधारना, दून की लेना।
बड़े गुरू का चेला अच्छा ज्ञाता, खूब घुटा हुआ व्यक्ति।
बड़े बरतन की खुरचन धनी, बड़े आदमी की जूठना।
बड़े बाप का बेटा बड़े नाम, प्रतिष्ठावाले का बेटा, बड़े घराने का आदमी।
बड़े बोल का सिर नीचा घमंडी को नीचा देखना पड़ता है।
बतासे सा घुलना फट नष्ट हो जाना, क्षीण और दुर्बल हो जाना।
बतोले बनाना बाते बनाना, भुलावा देना।
बतीसी खिलना हंस पड़ना, खुलकर हंसना।
बतीसी झड़ना दांतों का गिर जाना।
बतीसी दिखाना दांत दिखाना, हंसना।
बतीसी बजना अधिक जाड़ा लगाना, जाड़े के कारण दांढ़ों का कापना।
बत्ती चढ़ाना शमदान में मोमबत्ती दिखाना।
बत्ती देना दागना तोप आदि।
बत्ती लाना जलाना, आग लगाना, भस्म करना, जलती हुई बत्ती कुला देना।
बदन जलना बुखार की तेजी होना।
बदन टूटना शरीर की हड्डियों में पीड़ा होना, जोड़ों में दर्द होना (ज्वर आने या मरने के पहले)। अंगड़ाई आना।
बदन ढीला करना बदन का तनाव दूर करना।
बदन तख्ता होना बदन अकड़ जाना
बदन तोड़ना पीड़ा के कारण अंगों को तानना और खींचना, अंगड़ाई लेना, मरने से पहले बेहोशी में हाथ पैर आदि हिलाना, डुलाना और पटकना।
बदन दुहरा होना बदन झुक जाना।
बदन फलना बदन पर फोड़े फुंसियां निकलना।
बदन में आग लगना बहुत क्रोध आना।
बदन सनसनाना बदन में सनसनी पैदा होना।
बदन सांचे में ढला होना हर एक अंग का सुन्दर होना।
बदन सूखकर कांटा हो जाना बहुत दुबला हो जाना।
बदन हरा होना बदन का तर और ताजा होना।
बद में एक्व में, बदले में, स्थान पर। उ0- गुरूगृह जब हम बन को जात। तुरत हमारे बद में लकरी लावत सहि दुख गात। सूर।
बदकर (कोई काम करना) जानबूझकर, पूरे हठ के साथ, ललकारकर।
बदर निकालना जिम्मे रकम निकालना, हिसाब में गलती बताना।
बदला देना उपकार के बदले में उपकार करना, प्रत्युपकार करना, किसी के कुछ लाभ उठाकर उसे लाभ पहुंचाना।
बदले में (के) स्थान पर, एवज में।
बदा होना भाग्य में लिखा होना, प्रारव्य में होना, अवश्यम्भावी होना।
बधाई बजना शुभ या मांगलिक अवसर पर बधाई का सूचक गाना बजाना होना, लोक में निंदा या बदनामी होना।
बघिया बैठना घाटा होना, टोटा होना, दिवाला निकलना, चलते हुए बैल का बैठ जाना।
बन्दूक छतियाना भरी हुई बन्दूक को छाती के साथ लगाकर उसका निशाना ठीक करना, बन्दूक चलाने के लिए तैयार होना।
बन्दूक दागना बन्दूक चलाना।
बन्धन ढीला करना अत्यधिक मारना पीटना।
बन आना विवशता या असमंजस की दशा में पहुंचना, ऐसी स्थिति में पहुंचना कि खूब लाभ या उन्नति हो, संयोग मिलना, अभीष्ट सिद्धि का अवसर मिलना।
बनकर भली भांति, अच्छी तरह। उ0- प्रात भये सब भूप, बन बन मंडप गये। रामा0।
बनना ठनना बनाव सिंगार करना, सजना संवरना।
बन पड़ना हो सकना, शक्या होना।
बन बनाकर बनकर, पूरी तरह बनकर।
बनाकर खूब अच्छी तरह, भली भांति, पूर्ण रूप से।
बनाना पछोड़ना फटकना, साफ करना।
बनाना बिगाड़ना अचछी या बुरी हालत में पहुंचाना।
बना रहना जीवित रहना, उपस्थित रहना, मौजूद रहना, ठहरा रहना।
बना हुआ चालाक व्यक्ति जो कुछ कहे और करे कुछ।
बनाये रखना जीवित रखना, जीवित रहने देना, कायम रखना।
बम बम करना शिवोपासकों का शिव को प्रसन्न करने के लिए बम बम कहना।
बम बोल जाना शक्ति, धन आदि की समाप्ति हो जाना, कुछ न रह जाना, खाली हो जाना, दिवाला हो जाना।
बम बोलना शक्ति, धन आदि की समाप्ति हो जाना, कुछ न रह जाना, खाली हो जाना, दिवाला हो जाना।
बयान देना अभियुक्त, साक्षी आदि का यह बतलाना कि मैं वक्त्व्य या कथन क्या है?
बयान लेना अभियुक्त, साक्षी आदि से पूछना या जानना कि उसका वक्तव्य या कथन क्या है?
बयार करना पंखा हिलाना, पंखे से हवा करना। उ0- भोजन करत कनक की थारी, दुपदसुता तहं करति बयारी।
बर आना बढ़कर निकलना, मुकाबिले में अच्छा ठहरना, पूरा होना, सफल होना।
बर खांचना किसी बात में दृढ़ता करना। उ0- तेहि ऊपर राधव वर खांचा, दुइज आजु तो पंडित सांचा। जायसी। हठ दिखाना, अड़ना। उ0- हिन्द देव काह वर खांचा, सरगहु अब न सूर सो बांचा। जायसी।
बर खींचना किसी बात में बहुत दृढ़ता दिखलाना, हठ दिखाना, अड़ना।
बर जबान (होना) जो बहुत अच्छी तरह याद हो, कंठस्थ, उपस्थित।
बर परना बढ़ निकलना, श्रेष्ठ होना। उ0- अर ते टरत न बर परै दई मरक मनु मैन। होड़ाहोड़ी बढ़ि चले चित चतुराई नैन। बिहारी।
बर पाना बढ़कर निकलना, मुकाबिले में अच्छा ठहरना।
बर बांधना प्रतिज्ञा करना। उ0- लंघउर घरा देव जस आदी। और को बर बांधे, को बादी? जायसी।
बर लाना पूरा करना, सिद्ध करना।
बरकत उठना बरक़त न रह जाना, पूरा न पड़ना, वैभव आदि की समाप्ति या अन्त आने लगना, ह्रास का आरम्भ होना।
बरकत देना बढ़ाना, वृद्धि करना।
बरकत होना अधिकता होना, वृद्धि होना, उन्नति होना।
(मिट्टी का) बरतन पकना आंवें में आंच खाकर कड़ा होना, आंवें में तैयार होना।
बरस दिन का दिन ऐसा दिन (त्योहार या पर्व आदि) जो साल भर में एक ही बार आता हो, बड़ा त्योहार।
बरस पड़ना अत्यधिक कुद्ध होकर डाटने, डपटने लगना, बहुत कुछ बुरी भली बातें कहने लगना।
बरात करना बरात में सम्मिलित होना।
बराबर करना समाप्त कर देना, अन्त कर देना, न रहने देना, समतल करना।
बराबर का बराबरी करने वाला, समान।
बराबर (पर) छूटना कुश्ती, बटेरो आदि की लड़ाई में लड़नेवालों का बिना हारे-जीते अलग हो जाना, किसी जीत-हार न होना।
बराबर से निकलना पास से निकलना।
बरामद करना छिपी-छिपायी हुई चीज को बाहर लाना, प्रकट करना। (चोरी का माल)।
बरामद होना बाहर आना, प्रकट होना।
बरोठे का चार द्वारपूजा।
बर्फ गिरना आकाश से बरफ का गिरना, हिमपात।
बर्फ पड़ना आकाश से बरफ का गिरना, हिमपात।
बर्फ होना बहुत ठंढा होना।
(किसी के) बल पर कूदना किसी के भरोसे इतराना।
बल आना शिकन पड़ना, फर्क आना।
बल उतरना शिकन दूर होना।
बल की बात शरारत या चालाकी की बात।
बल की लेना इतराना, घमंड करना।
बल खाना ऐठ जाना, पेंच खाना, या घुमाने से घुमावदार हो जाना, टेढ़ा होना, हानि सहना, कुचित होना, लचकना, झुकना। उ0- बल खात दिग्गज कोल कूरम शेष सिर हालति मही। विश्राम सागर। घाटा सहना, खर्च करना, नाराज होना।
बल दे खुलना सीधा होना।
बल देना ऐठना, मरोड़ना, हटना।
बल निकालना टेढ़ापन दूर करना।
बल पड़ना अन्तर होना, फर्क रहना, कमी या घाटा होना।
बल पीछे लगाना बखेड़ा साथ करना, झंझट में डालना, बखेड़े में फंसाना।
बल भरना बल दिखाना, जोर दिखाना, जोर करना, जोर में आना।
बला उतरना विपत आना, देवकोप होना।
बला का गजब का, घोर, अत्यन्त, बहुत बढ़ा चढ़ा।
(किसी की) बला कुछ करे, करने जाय। नहीं करना।
(मेरी) बला जाने मैं न जानता हूं कि जानने की गरज है।
बला टलना कष्ट, परेशानी या तंग करने वाले आदमी से छुटकारा मिलना।
बला पीछे लगना तंग करने वाले आदमी का साथ में होना, बखेड़ा साथ में होना, झंझट या आफत का सामना होना।
बला मोल लेना जान बूझकर झंझट झमेले में पड़ना।
(मेरी) बला से कुछ परवाह नहीं, कुछ चिंता नहीं।
बलाये लेना किसी का रोग, दुःख अपने ऊपर लेना, मंगल कामना करते हुए प्यार करना।
बलैया लेना किसी का रोग, दुःख अपने ऊपर लेना।
बलि चढ़ना मारा जाना, भारी हानि सहना।
बलि चढ़ाना बलि देना, देवता के उद्देश्य से घात करना, देवार्पण के लिए बध करना।
बलि जाना निछावर होना, बलिहारी आना। उ0- (क) तात जाउं बलि बेगि नहाहू। जो मन भाव मधुर कलु खाहू। तुलसी। (ख) अवधपुर आये दशरथ राय। राम लच्छिमन भरत सत्रुहन सोभित चारो भाय। कौशल्या आदिक महतारी आरति करति बनाय। वह सुख निखि मुदित सुर नर मुनि सूरदास बलि जाय। सूर।
बलि जाऊँ या बलि मैं तुम पर निछावर हूँ। उ0- छै छिगुनी पहुंचौ गिलत अति दीनता दिखाई। बलि बानन कौ ब्यौतु सुनि को बलि तुम्हे पत्याई। बिहारी।
बलिहारी जाना निछावर होना, कुरबान जाना, बलैया लेना। उ0- दादू उस गुरूदेव की मैं बलिहारी जाउं। आसन, अमर अलेख था लै राखे उस ठाउं।
बलिहारी लेना बलैया लेना, प्रेम दिखाना। उ0- पहुंची जाय महरि मंदिर में करत कुलाहल भारी। दरसन करि जसुमति-सुत को सब लेन लगी बहिलारी। सूर।
बलिहारी है! मैं इतना मोहित या प्रसन्न हूं कि अपने को निछावर करता हूं, क्या कहना है।
बलैया लेता हूँ बलिहारी है, इस बात का निछावर होता हूँ, क्या कहना है, पराकाष्ठा है, बहुत ही बढ़ चढ़ कर है। उ0- लाज बांह गहे की, नेवाजे की संभार सार, साहब न राम सो, बलैया लीजै सील ही। तुलसी।
(किसी की) बलैया लेना अर्थात् किसी का रोग, दुःख अपने ऊपर लेना, मंगलकामना करते हुए प्यार करना।
बस करो! ठहरो, रूको, इतना बहुत है, और अधिक नहीं।
बस चलना शक्ति का काम करना, शक्ति या सामर्थ्य का ठीक तरह से काम करना।
बस हो चुका कुछ न होगा, कुछ भी काम न बनेगा, काम पूरा न होगा।
बस्ता बांधना कागज -पत्र समेटना। (विद्यालय, कार्यालय से) घर जाने की तैयारी करना।
बसेरा करना रात में टिकना, डेरा डालना, निवास करना, ठहरना। उ0- (क) बहुते को उधम परिहरै। निर्भय ठौर बसेरो करै। सूर। (ख) भूला लोग कहे घर मोरा। जा घरवा में फूले डोला सो घर नाहीं तेरा। हाथी घोड़ा बैल बाहनों संग्रह किया घनेरा। बस्ती में से दिया खदेरी जंगल किया बसेरा। कबीर। घर बनाना, रहना, बस जाना। उ0- कहा भयो जो देश द्वारका कीन्हो दूर बसेरो। आपुनहीं या ब्रज के कारण करिहो फिरि फिरि फेरो। सूर।
बसेरा देना रहने की जगह देना, ठहराना, टिकाना, आश्रय देना, ठिकाना देना। उ0- प्रभु कह गरलंघु ससि कैरा। अति प्रिय निज उर दीन बसेरा। तुलसी। टिकने या बसने का भाव रहना, बसना, आबाद होना। उ0- परहित हानि लाभ जिन केरे। उजरे हरष विषाद बसेरे। तुलसी।
बसेरा लेना निवास करना, वास करना, रहना। उ0- अरी ग्वारि मैमंत वचन बोलत जो अनेरो। कब हरि बालक भए गर्भ कब लियो बसेरो। सूर। विश्राम के लिए ठहरना या रहना, रात में टिकना।
बह चलना पानी की तरह पतला हो जाना।
बहक कर बोलना मद में चूर होकर बोलना, जोश में आकर बढ़ बढ़कर बोलना, अभिमान आदि से भरकर, परिणाम या औचित्य आदि का विचार न करना।
बहकी बहकी बातें करना मदोन्मत की सी बातें करना, बहुत बढ़ी चढ़ी बातें करना।
बहता हुआ जोड़ा बहुत अंडे देने वाला जोड़ा (कबूतर)।
बहती गंगा में हाथ धोना किसी ऐसी बात से लाभ उठाना जिससे सब लोग लाभ उठा रहे हो, किसी अवसर से सहज में लाभ उठाना।
बहती नदी में पांव पखारना किसी ऐसी बात से लाभ उठाना जिससे सब लाभ उठा रहे हों।
बहरा पत्थर बहुत अधिक बहरा।
बहा फिरना दुर्दशा भोगते हुए भटकना, मारा मारा फिरना। उ0- कब लगि फिरिहो दीन बड्यो। सूर।
बहार पर आना विकसित होना, पूर्ण शोभा सम्पन्न होना, जवानी पर आना।
बहार पर होना जवानी पर आना, खिलना, पूर्ण विकास होना।
बही पर चढ़ना बही पर लिख लिया जाना।
बही पर चढ़ाना बही पर लिखना, दर्ज करना।
बही पर टंकना बही पर लिख लिया जाना।
बही पर टांकना बही पर लिखना।
बहुत अच्छा स्वीकृति सूचक वाक्य।
बहुत करके अधिकतर, बहुधा, प्रायः अधिक अवसरों पर, अधिक सम्भव।
बहुत कुछ कम नहीं, गिनती करने योग्य।
बहुत खूब वाह! क्या कहना, बहुत अच्छा।
बहुत से पापड़ बेलना बहुत तरह से काम कर चुकना, बहुत जगह भटक चुकना।
बहुत है कुछ नहीं (व्यंग्य)।
बहुत हो गये रहने दो, जाओ, चल दो, तुम्हारा काम नहीं।
बहे फिरना दुर्दशा भोगते हुए भटकना, मारा मारा फिरना। उ0- कब लगि फिरिहौ दीन बहयो। सूर।
बांझ पड़ना हिस्से में आना।
बांटे पड़ना हिस्से में आना, किसी में या किसी के पास बहुत परिमाण में होना। उ0- (क) विप्रद्रोह जनु बांट परयो हठि सबसो बैर चढ़ावो। तुलसी। (ख) जिनके बांट परी तरवारि। आल्हा।
बांदी का जना परम अधीन, अत्यन्त आज्ञाकारी, तुच्छ हीन, वर्णसंकर, दोगला।
बांदी का बेटा परम अधीन, अत्यन्त आज्ञाकारी, तुच्छ हीन, वर्णसंकर, दोगला।
बांधनू बांधना आडम्बर रचना, संसूबा बांधना, झूठा अपराध लगाना।
बांस पर चढ़ना बदनाम होना।
बांस पर चढ़ाना बदनाम करना, बहुत बढ़ा देना, बहुत उन्नत या उच्च कर देना, मिजाज बढ़ा देना, बहुत आदर करके घृष्ट या घमंडी बना देना।
बांस बजना लाठी चलना, मार पीट होना।
बांस बजाना लाठी चलना, मारपीट करना।
बांस बराबर बहुत लम्बा
बांसा फिर जाना नाक का टेढ़ा हो जाना। (जो मृत्युकाल के समीप होने का चिन्ह माना जाता है)।
बांसो उछलना अत्यधिक प्रसन्न होना, खूब खुश होना, बहुत उछल कूद करना।
बांह की छांह लेना शरण में आना।
बांह गहना भरण-रक्षण का भार उठाना, हर तरह से मदद देने के लिए तैयार होना, अपनाना, विवाह करना, पाणिग्रहण करना, सहारा देना।
बांह गहे की लाज रक्षा करने के प्रण को अनेक कष्ट भोगते हुए भी न छोड़ना। उ0- एक विभिषन बांह गहे की।
बांह चढ़ाना कोई काम करने के लिए तैयार होना, लड़ने के लिए तैयार होना, आस्तीन चढ़ाना।
बांह टूटना सहायक या रक्षक आदि का न रह जाना, भाई का मरना।
बांह देना सहायता देना, सहारा देना, मदद करना। उ0- (क) नुपुर जनु मुनिवर कल हंसन रचे नीड़ दे बांह। तुलसी। (ख) कीन्ह सखा सुग्रीव प्रभु दीन्ह बांह रघुबीर। तुलसी।
बांह पकड़ना भरण रक्षण का भार उठाना, हर तरह से मदद देने के लिय तैयार होना, अपनाना, विवाह करना, पाणिग्रहण करना, सहारा देना।
बांह बुलन्द होना साहस करना, उदार होना।
बाई की झोंक वायु का प्रकोप, आवेश।
बाई चढ़ना वायु का प्र्रकोप होना, घमंड आदि के कारण व्यर्थ की बातें करना, सन्निपात होना।
बाई पचना वायु का प्रकोप होना, घमंड टूटना, शेखी मिटना, गर्व दूर होना।
बाई पचाना घमंड तोड़ना, गर्व चूर करना।
बाग उठाना चल पड़ना।
बाग बाग होना प्रसन्न होना।
बाग मोड़ना किसी और प्रवृत्त करना, किसी ओर घुमाना, ले जाना।
बाग हाथ से छूटना बेकाबू होना, मौका हाथ से जाता रहना।
बाछे खिलना अति प्रसन्न होना, खुशी से खिल जाना।
बाज आना खोना, छोड़ना, त्यागना, दूर रहना, अलग होना, पास न जाना, लौटना।
बाज करना रोकना, मना करना, उ0- देखिबे ते अंखियान को बाज के लाज के भाजि के भीतर आई। रघुनाथ।
बाज रखना रोकना, मना करना।
बाज रहना दूर रहना, अलग रहना।
बाजार उतरना बाजार में किसी चीज की मांग कम होना, ग्राहकों की कमी होना, पदार्थ के मूल्य में निरन्तर ह्रास होना, दाम घटना, कारोबार कम चलना।
बाजार करना चीजें खरीदने के लिए बाजार जाना।
बाजार का गज वह आदमी जो इधर उधर मारा मारा फिरे।
बाजार की मिठाई आसानी से मिलने वाली चीज। वैश्या।
बाजार गरम होना बाजार में चीजों या ग्राहकों आदि की अधिकता होना, खूब लेन देन या खरीद बिक्री होना, खूब काम चलना, काम जोरों पर होना।
(किसी चीज का) बाजार गरम होना जोर, अधिकता, प्रबलता होना (रिश्चत, गिरफ्तारियों का बाजार)।
बाजार गिरना भाव घटना, मंदी होना।
बाजार ठंढा होना बाजार में लेन देन खूब न होना।
बाजार तेज होना बाजार में किसी चीज की मांग अत्यधिक होना, ग्राहकों की अधिकता होना, किसी चीज का मल्य वृद्धि होना, काम जोरों पर होना, खूब काम चलना, भाव चढ़ना।
बाजार भाव प्रचलित मूल्य।
बाजार भाव देना खूब पीटना, पूरी मरम्मत करना।
बाजार भाव पीटना खूब पीटना, पूरी मरम्मत करना।
बाजार मंदा होना चीज की मांग कम होना, ग्राहकों की कमी होना, किसी पदार्थ के मूल्य में निनन्तर ह्रास होना, दाम घटना, कारोबार कम चलना।
बाजार लगना बहुत सी चीजों का इधर उधर ढ़ेर लगना, बाजारों का खुलना।
बाजार लगाना चीजों का इधर उधर फैला देना, अटाला लगाना।
बज़ी आना ताश-गंजीफे की बाट में अच्छे पत्ते मिलना।
बाज़ी बदना शर्त बदना, लगाना।
बाज़ी मारना बाज़ी जीतना, दांव जीतना।
बाज़ी ले जाना किसी बात में आगे बढ़ जाना, श्रेष्ठ ठहरना, जीतना।
बाजू टूटना बांह टूटना, गतबल हो जाना।
बाजू तौलना (पक्षी का) उड़ने को तैयार होना।
बाट करना रास्ता खोलना, मार्ग बनाना। उ0- जीत्थो जरासंघ बंदि छोरी। जुगल कपाट विदारि बाट करि लतनि जुही संघि चोरी। सूर।
बाट का रोड़ा बाधक, विघ्नरूप।
बाट काटना रास्ता तैय
करना।
बाट जोहना प्रतीक्षा करना, आसरा देखना।
बाट देखना प्रतीक्षा करना, आसरा देखना।
बाट पड़ना रास्ते में आ आकर बाधा देना, तंग करना, किसी काम में बाधक होना, पीछे पड़ना, डाका पड़ना, हरण होना। उ0- तरनिउं मुनि धरनी होई जाई। बाट परइ मोरि नाव उड़ाई। तुलसी।
बाट पारना डाका मारना, मार्ग में लूट लेना। उ0- राम लौ न जान दीनी बाट ही में खरी कीनी बाट पारिबे को बली अंगद प्रवीन है। हनुमान।
बाट लगाना रास्ता दिखलाना, मार्ग बतलाना, किसी काम करने का ढंग बताना, मूर्ख बनाना।
बाटली चापना रस्से का खींचकर पाल तानना।
बाढ़ का डोरा तलवार के धार की रेखा।
बाढ़ पर चढ़ना सान देना, उकसाना, भड़काना।
बाढ़ मरना (रोगादि से) बाढ़ का रूक जाना।
बाढ़ रूंधना कांटेदार झाड़ियों या ईंट, मिट्टी आदि से आने जाने का मार्ग बन्द करना।
बाढ़ रोकना आगे बढ़ने से रोकना।
बाढ़ दगना तोप का लगातार छूटना।
बात आंचल से बांधना
बात आ पड़ना प्रसंग आना, संयोग उपस्थित होना।
बात आना चर्चा छिड़ना, प्रसंग आना, किसी विषय पर कुछ कहा सुना जाना।
(किसी पर) बात आना दोषारोपण होना, दोष लगना, कलंक लगना।
बात उखाड़ना (पुरानी) चर्चा छेड़ना, भूली बातों की स्मृति दिलाना, प्रसंग उठाना।
बात उठना चर्चा छिड़ना, प्रसंग आना, किसी विषय पर कुछ कहा सुना जाना।
बात उठाना कड़वी बातें सहना, कथन का पालन करना, बात पर चलना, मान रखना, बात न मानना, वचन खाली करना, चर्चा चलाना, किसी विषय पर कुछ कहना आरम्भ करना। उ0- समझी मैं बात सबन की झूठे ही यह बात उठावति। सूर।
बात उड़ना चारों ओर चर्चा फैलना, किसी विषय पर लोगों के बीच प्रसिद्ध या प्रचार होना। उ0- झूठी ही यह बात उड़ी है राधा कान्ह कहत नर नारी। रिस की बात सूता के मुख सो सुनत हंसी मन ही मन भारी। सूर।
बात उड़ाना बात टालना।
बात उलटना बात का जवाब देना, बात पलटना, विरूद्ध कहना।
बात कहते तुरन्त, झट, फौरन, पल भर में, बहुत थोड़े समय में।
(किसी की) बात कांघना स्वीकृत करना, मान लेना।
बात का ओर-छोर बात का मतलब, बात का सिर पैर।
बात का कच्चा प्रतिज्ञा भंग करने वाला।
बात को गांस कर रखना मन में बैठाकर रखना, हृदय में जमाना, स्मरण रखना, मन में लिए रहना। उ0- दांउ घाउ तुमही सब जानत। सदा मानि तुम को हम आई अबहूं, तैसह मानत। तुम वह बात गांस करि, राखी हम को गई भुलाइ। ता दिन कहयो नहीं मैं जानो मान लई सति भाइ।
बात का धनी प्रतिज्ञा, वचन या बात का पालन करने वाला, दृढ़ प्रतिज्ञा कोल का सच्चा।
बात का पूरा प्रतिज्ञा, वचन या बात का पालन करने वाला, दृढ़ प्रतिज्ञा कोल का सच्चा, जिसके पास कोई वस्तु यथेष्ट या प्रचुर हो, अटल।
बात का बतंगड़ करना छोटी सी बात को बड़ी बना देना, तिल का ताड़ बनाना।
बात का हैठा प्रतिज्ञा भंग करने वाला।
बात काटना बीच में बोलना, बात में दखल देना, बात का खंडन करना, बात का विरोध करना, टोकना, कही हुई बात के विरूद्ध कहना।
बात कान पड़ना बात का सुना जाना, बात की जानकारी होना।
बात की तहु असल मतलब, तात्पर्य।
बात की पुड़िया बहुत बातूनी।
बात की बात में दम भर में, झट से, फौरन, तुरन्त, बहुत थोड़े समय में।
बात को भरना व्यर्थ का निस्सारबादों मं शान दिखाने की इच्छा करना। उ0- भरत कह बात को। नंद। वचनों से अपना महत्व प्रकट करना, अपनी बात रखने का प्रयत्न करना।
बात खाली जाना प्रार्थना का कथन का निष्फल होना, बात का न माना जाना, कहने के अनुसार कोई बात न होना।
बात खाली पड़ना प्रार्थना का कथन का निष्फ होना, बात का न माना जाना। कहने के अनुसार कोई बात का न होना।
बात खुलना गुप्त विषय प्रकट होना, छिपी व्यवस्था ज्ञात होना, छिपा मामला जाहिर होना।
(अपनी) बात खोलना साख बिगाड़ना, ऐसा काम करना जिससे लोग विश्वास करना छोड़ दें, प्रतिष्ठा नष्ट करना, इज्जत गंवाना।
बात गढ़ना झूठी बात कहना, मिथ्या प्रसंग की उद्भावना करना, बात बनाना। उ0- झूठै कहत श्याम अंग सुन्दर बातें गढ़त बनाय। सूर।
बात गांठ बांधना बात को न भूलना, अच्छी तरह याद कर लेना, बात दिल में बैठा लेना।
बात घूंट जाना बात सुनकर भी उस पर ध्यान न देना, सुनी अनसुनी कर देना, अनुचित या कठोर बचन सुनकर भी चुप रहना, दर गुजर करना, जाने देना।
बात चबा जाना कुछ कहते कहते रूक जाना, बात का रूख दूसरी ओर कर देना।
बात चलना प्रसंग आना, चर्चा छिड़ना, किसी विषय पर कुछ कहा सुनना।
बात चलाना चर्चा छेड़ना, जिक्र करना। उ0- फिरि फिरि नृपति चलावत बात। कहो सुमंत कहां ते पलटे प्रान। जिवन कैसे बन जात। सूर। चर्चा चलाना, बात छेड़ना। उ0- ऊधो कत ये बाते चाली। कछु मीठी कुछु हरि की अंतर भर में सब साली। सूर।
बात छेड़ना चर्चा छेड़ना, जिक्र करना।
(मन में) बात जमना किसी बात का हृदय पर भली भांति अंकित होना, किसी बात का मन पर बुरा प्रभाव पड़ना।
(मन में) बात जमाना दृढ़ निश्चय कराना।
बात जाना बात का प्रमाण न रहना, लोगों को विश्वास न रह जाना, प्रतिष्ठा नष्ट होना। उ0- उचित यासु निग्रह अब भाई। नतरू बात जदुकुल की जाई। गोपाल। एतबार उठना, इज्जत न रह जाना।
बात टलना कथन का अन्यथा होना, जैसा कहा गया हो वैसा न होना।
बात टालना बात न मानना, सुनी अनसुनी करना, आदेश, प्रार्थना या शिक्षा के अनुकूल कार्य न करना, कहीं हुई बात पर चलना।
बात ठहरना किसी विषय में यह स्थिर होना कि ऐसा होगा, मामाल तै होना, विवाह सम्बन्ध स्थिर होना, किसी प्रकार का निश्चय होना।
बात डालना कहना न मानना, कथन का पालन न करना।
बात तक पहुंचना छिपा हुआ अर्थ समझ जाना, गूढ़ार्थ जान जाना।
बात दुहराना दूसरे की बातों को उलट कर जवाब देना।
बात न करना घमंड के मारे न बोलना।
बात न पूछना तुच्छ जानकर बातचीत न करना, ध्यान न देना, आदर न करना, उपेक्षा करना, अवज्ञा से ध्यान न देना। उ0- (क) सिर हेठ, ऊपर चरन संकट, बात नहिं पूछै कोऊ। तुलसी। (ख) मीन वियोग न सहि सकै नीर न पूछै बात। सूर।
बात निकलना चर्चा चलना।
बात निकालना बात चलाना।
बात नीचे डालना अपनी बात का खंडन होने देना, अपनी बात का आग्रह त्याग देना।
बात पक्की करना परस्पर स्थिर करना कि ऐसा ही होगा, दृढ़ निश्चय करना, प्रतिज्ञा या संकल्प पुष्ट करना।
बात पक्की होना स्थिर होना कि ऐसा ही होगा, प्रतिज्ञा या संकल्प का दृढ़ होना।
बात पकड़ना कथन में परस्पर विरोध या दोष दिखाना, किसी के कथन को उसी के कथन द्वारा अयुक्त सिद्ध करना, बातों से कायल करना, नुक्ताचीनी करना।
बात पचना सुनी हुई बात का दूसरों से न कहना।
बात पड़ना चर्चा छिड़ना।
बात पर आना अपने कहे हुए वचन के अनुसार ही काम करने के लिए उतारू होना, कहे का भरोसा करना, अपनी बात का पक्ष, हठ करना।
बात का कहना जवाब देना।
बात पर जमना अपने कथन से न बदलना।
(किसी की) बात पर जाना बात का ख्याल करना, बात पर ध्यान देना, बात का भला बुरा मानना, कहने पर भरोसा करना, कथन के अनुसार।
बात पर धूल डालना किसी काम, बात या घटना को भूल जाना, मामले का ख्याल न करना।
बात पर बात निकलना चर्चा या प्रसंग, दूसरे के कुछ कहने के कारण किसी बात का कहा जाना।
बात पर मरना अपने कथन या संकल्प की चरितार्थता का पूर्ण प्रयत्न करना, तदर्थ सर्वस्व त्यागना, जीवन देकर भी बात रखना।
बात पलटना बात बदलना, मुकरना ।
बात पाना छिपा हुआ अर्थ समझ जाना, गूढ़ार्थ जान जाना, वास्तविक तात्पर्य समझ जाना।
बात पी जाना बात सुनकर भी उस पर ध्यान न देना, सुनी अनसुनी करना, अनुचित या कठोर वचन सुनकर भी चुप रहना, जाने देना।
बात पूछना खोज खबर लेना, ध्यान देना, आदर करना।
बात फूटना शब्द मुँह से निकलना, रहस्य प्रकाशित होना।
बात फेंकना व्यंग्य छोड़ना, ताने मारना, बोली ठोली मारना।
बात फेरना चलते हुए प्रसंग को बीच में उड़ाकर दूसरा विषय छेड़ना, बात पलटना, बात का समर्थन करके उसका महत्व बढ़ाना।
बात फैलना चर्चा फैलना, प्रसिद्ध होना, लोगों के मुँह से चारों ओर सुनाई पड़ना।
बात फैलाना इधर उधर लोगों में चर्चा करना, प्रसिद्ध करना।
बात बढ़ना बात का विवाद के रूप में हो जाना, झगड़ा होना, तकरार होना, मामले का तूल खींचना, मामला टेढ़ा होना, मान प्रतिष्ठा बढ़ना।
बात बढ़ाना विवाद करना, कहा सुनी करना, झगड़ा करना, मामले का तूल देना, अत्युक्ति करना।
बात बदलना कह कर पलटना, मुकरना बात पर कायम न रहना, बात का विषय, पहलू बदलना।
बात बनना काम बनना, प्रयोजन सिद्ध होना, सिद्धि प्राप्त होना। उ0- खोज मारि रथ हांकहु ताता। आन उपाय बनहिं नहिं बाता। तुलसी। संयोग या घटना का अनुकूल होना, बोलने वाला होना, साख रहना, विश्वास रहना, प्रतिष्ठा होना, लोगों पर अच्छा प्रभाव होना।
(अपनी) बात बना लेना लोगों में प्रतिष्ठा प्राप्त कर लेना, नाम या यश प्राप्त करना।
बात बनाना मिथ्या प्रसंग की उद्भावना करना, झूठ बोलना, बहाना करना, व्यर्थ वागविस्तार करना। उ0- तुम जो राजनीति सब जानत बहुत बनावत बात। सूर। काम बनाना, कार्य सिद्ध करना, मामला गांठना। उ0- भरत भगति तुम्हरे मन आई। तहजु सोच विधि बात बनाई। तुलसी। छोटी सी बात को बहुत बड़ा देना, तिल का ताड़ करना।
बात बनी होना साख, प्रतिष्ठा या मर्यादा का स्थिर रहना, अच्छी दशा होना।
बात कहना चारों ओर चर्चा फैलना, बात उड़ना। उ0- जो हम सुनत रही सो नाही। ऐसी ही यह बात बहानी। सूर।
बात बात पर प्रत्येक प्रसंग पर थोड़ा सा भी कुछ होने पर, हर काम में।
बात बिगड़ना कार्य नष्ट होना, काम चौपट होना, प्रयोजन सिद्ध न होना, प्रतिष्ठा नष्ट होना, दिवाला निकलना, विफलता होना।
बात बिगाड़ना कार्य नष्ट करना, काम चौपट करना, बुरी परिस्थिति लाना। उ0- विधि बनाइ सब बात बिकारी। तुलसी। प्रतिष्ठा नष्ट करना, इज्जत खोना।
बात मारना बात दबाना, घुमा फिरा कर असल बात न कहना, व्यंग्य बोलना, ताना मारना।
बात मुँह पर लाना बात बोलना, या वाक्य का उच्चारण करना, (किसी) विषय की चर्चा कर बैठना।
बात में हर एक बात में, जो कुछ कहता है सबमैं, पुनः पुनः। बार बार, प्रत्येक प्रसंग पर, हर बार।
बात में फर्क आना बात झूठी ठहरना।
बात से बात निकालना बाल की खाल निकालना, बात की बारीकी निकालना।
बात रख लेना प्रतिष्ठा नष्ट होने देना।
बात रखना कहना मानना, कथन या आदेश का पालन करना, मनोरथ पूरा करना, मन रखना, दूसरे के वचन या प्रतिज्ञा की पूर्ति में सहायक होना, अपने वचन का पालन करना, हठ करना, दुराग्रह करना, दोष लगाना, कलंक मढ़ना, लांछन रखना। उ0- वेद विदित बहु धर्म चलाउब राखु हमारी बात। रघुराज।
बात रहना मान मर्यादा या इज्जत रहना, वचन का पालन होना।
बात लगना विवाह के सम्बन्ध में प्रस्ताव आदि होना, बात का प्रभाव पड़ना, बात का बुरा लगना।
बात लगाना किसी के विरूद्ध इधर उधर बात कहना, लगाई बुझाई करना, कान भरना, निंदा करना, विवाह का प्रस्ताव करना।
बात लाना वर या कन्या पक्ष से विवाह का प्रस्ताव लाना।
बात संवारना काम बनाना, कार्य सिद्ध करना, मामला गांठना। उ0- चतुर गंभीर राम महतारी, बीच पाय निज बात संवारी। तुलसी।
बात हारना प्रतिज्ञा करना, वादा करना, वचन देना, वचन पूरा न करना।
बात हेठी होना बात का प्रमाण या साख न रह जाना, विश्वास उठ जाना।
बात है कथन मात्र है, सत्य नहीं है।
बातें गढ़ना कल्पित बाते बनाना।
बातें छांटना बहुत बातें करना, व्यर्थ बोलना, बढ़ चढ़ कर बोलना।
बातें बधारना बातें बनाना, बहुत बोलना, ऐसी बातें करना जिनमें तथ्य न हो, बढ़ बढ़ कर बोलना, डींग हांकना, शेखी मारना।
बातें बनाना व्यर्थ बोलन, बहाना करना, खुशामद करना, चापलूसी करना, डींग हांकना, बढ़ बढ़ कर बोलना।
बातें मिलना हाँ में हाँ करना, प्रसन्न करने के लिए सुहाती बातें कहना।
बातें रचना मोहक, किन्तु झूठी बातें बनाना।
बातें सुनना कठोर वचन सहना, दुर्वचन सहना, कड़वी बात बर्दाश्त करना।
बातें सुनाना ऊँचा नीचा सुनाना, भला बुरा कहना, कठोर वचन कहना।
बातों आना बातों पर विश्वास करके उनके अनुकूल चलना।
बातों का गूदा निकालना बाल की खाल निकालना, बहुत खोद विनोद करना।
बातों का धनी सिर्फ जबानी जमा खर्च करने वाला, बहुत कुछ कहने वाला पर करने वाला कुछ नहीं, बातें बनाने वाला।
बातों की झड़ी बात पर बात कहते जाना, लगातार बोलने जाना।
बातों पर जाना बातों पर ध्यान देना, कहने के अनुसार चलना।
बातों बातों में बातचीत करते हुए, कथोपकथन के बीच में।
बातों में आना बात का विश्वास कर लेना, कथन या व्यवहार से धोखा खाना।
बातों में उड़ाना (किसी विषय की) हंसी में टालना,, बहाली देना, टालमटूल करना।
बातों में घर लेना युक्ति से बातों का खंडन कर देना, कायल कर देना।
बातों में फुसलाना केवल वचनों से सन्तुष्ट या दूसरी ओर प्रवृत्त करना, बातें कहकर सन्तोष या समाधान करना।
बातों में दहलाना केवल वचनों से सन्तुष्ट या दूसरी ओर प्रवृत्त करना, बातें कहकर सन्तोष या समाधान करना।
बातों में लगाना बातों में उलझाना, बहकाना। उ0- बातन ही सुत लाय लियो। तब लो मथि दधि जननि जसोदा माखन करि हरि हाथ दियो। सूर।
बाद करना अलग कर देना, काट देना।
बाद मेलना शर्त बदना, बाजी लगाना। उ0- बाद मैलि के खेल पसारा। हार देय जो खेलत हारा। जायसी। बाद-विवाद करना, झगड़े की बात पैदा करना।
बादल उठना बादलों का फैलना, घटा उठना।
बादल उमड़ना बादलों का फैलना, घटा उठना।
बादल गरजना मेघों की रगड़ से आकाश में घोर शव्द होना।
बादल घिरना मेघों का चारों ओर छाना।
बादल चढ़ना बादलों का फैलना, घटा उठना।
बादल छंटना मेघों का खंड खंड होकर हट जाना, आकाश स्वच्छ होना।
बादल झुमना बादलों का एकत्र होकर झुकना।
बादल फटना मेघों का घटा के रूप में फैला न रहना, तितर बितर हो जाना।
बादल में चकती या थिगली लगाना बहुत ही कठिन या प्रायः असम्भव कार्य करना, अनहोनी बात करने का प्रयत्न करना, बहुत बढ़ी चढ़ी बात कहना।
बादलों से बातें करना आकाश से बातें करना, बहुत ऊँचा होना।
बाधा डालना रूकावट खड़ी करना, विघ्न उपस्थित करना।
बाधा पड़ना रूकावट खड़ी करना, विघ्न उपस्थित करना।
बाधा पहुंचना रूकावट खड़ी करना, विघ्न उपस्थित करना।
बानी मारना प्रतिज्ञा करना, मनौती मानना।
बाप का पैतृक।
बाप की चीज समझना अपनी सम्पत्ति समझना।
बाप तक जाना बाप की गाली देना।
बाप दादा पूर्वज, पूर्व पुरूष।
बाप दादा का नाम डुबाना कुल की प्रतिष्ठा मिटाना।
बाप दादा बखानना बाप दादा को बुरा भला कहना, गाली देना।
बाप दादा से पीढ़ियों से।
बाप बनाना अति सम्मान करना, खुशामद करना, चापलूसी करना।
आप माँ रक्षक, पालन करने वाला।
बाप रे दुःखमय या आश्चर्यसूचक वाक्य।
बांय देना बचा जाना, छोड़ना, तरह देना, कुछ ध्यान न देना, फेरा देना, चक्कर देना। उ0- निंदक न्हाय गहन कुरूक्षेत्र। अपरै नारि सिंगार समेत। चौंसठ कुआं बांय दिखावे। तो भी निंदक नरकहि जावे। कबीर।
बायन देना छेड़-छाड़ करना।
बायां कदम लेना गुरू मानना, हार मानना।
बांया देना किनारे से निकल जाना, बचा जाना, जान बूझकर छोड़ना, मिलते हुए का त्याग करना। उ0- बायो दियो विभव कुरूपति को भोजन जाय विदुर घर कीन्हो। तुलसी।
बायां पांव पूजना घाक मानना, हार मानना, गुरू मानना।
बायें हाथ का काम बहुत आसान काम।
बायें हाथ का खेल बहुत आसान काम।
बायें हाथ से गिनवा लेना जबरदस्ती लेना, रखवा लेना।
बायें हाथ से रखवा लेना जबरदस्ती लेना, रखवा लेना।
बायें होना प्रतिकूल होना, विरुद्ध होना, अप्रसन्न होना, रुष्ट होना।
बोर कर ज़हाज पर से बोझ उतारना (जहाजी)।
बार बार पुनः पुनः, फिकर फिर। उ0- (क) तुलसी मुदित मन पुरनारि बार बार हरै मुख ओध मृगराज को। तुलसी। (ख) फूल बिनन मिस कुंज में परिहारि गुंज को हार। पग निरखति नंदलाल को सुबलि बार ही बार। पद्माकर। रह रह कर। बराबर।
बार लगाना विलम्ब करना, देरी लगाना ।
बारह गुना लिखना हारने पर बारह गुना देने की शर्त स्वीकार करना।
बारह पत्थर बाहर करना छावनी की हद से बाहर निकाल देना।
बारह पानी का बारह बरस का सूअर।
बारह बच्चे वाली सुअरी।
बारह बाट करना तितर-बितर या छिन्न भिन्न करना, नष्ट भ्रष्ट करना, इधर उधर करना।
बारह बाट घालना छिन्न भिन्न करना, तितर-बितर या नष्ट-भ्रष्ट करना। उ0- मौहि लागि यह कुटाठ तेह ठाटा। घालेसि सब जग बारह बाटा। तुलसी।
बारह बाट जान तितर-बितर होना, छिन्न-भिन्न होना। उ0- मन बदले भवसिंधु ते बहुत लगाये घाट। मनही के घाले गये वहि घर बारह वाट। रसनिधि। नष्ट भ्रष्ट होना। उ0- (क) लंक असुभ चरचा चलति हाट बाट घर घाट। रावन सहित समाज हब जाइहि वारह बाट। तुलसी। (ख) राज करत बिनु काजहिं ठटहिं जे ठाट कुठाट। तुलसी ते कुरूराज ज्यों जेहे बारह बाट। तुलसी।
बारह बाट होना तितर बितर होना, नष्ट होना। उ0- प्रथम एक जे हो किया भया सो बारह बाट, कसत कसौटी ना टिका पीतर भया निराट। कबीर।
बारात उठना बारात का प्रस्थान करना।
बारी बंधना आगे पीछे के क्रम से एक एक बात के लिए अलग अलग समय नियत होना। उ0- तीनहु लोकन की तरूमीन की बारी बंधी हुती दंड दुहू की। केशव।
बारी बांधना आगे पीछे का क्रम नियत करना।
बारी बारी से कालक्रम में एक के पीछे एक की रीति से।
बारी रहो किनारे होकर चलो (पालकी के कंहार घंटे आदि चुमने पर)।
बारीकी निकालना ऐसी बात निकालना जो साधारण दृष्टि से देखने पर समझ में न आ सके, सूक्ष्म उद्भावना करना।
बात से जब बालक रहा हो तभी से, बचपन से, बाल्यावस्था से। उ0- (क) बूझति है रूक्मिनि, प्रिय इनमें को वृषभानु किसोरी। नेकु हमै दिखरावौ अपनी बालापन की जोरी। परन चतुर जिन कीन्है मोहन अल्प बेस की धोरी। बारे ते जिन यहे पढ़ायो बुघि, बल, कल विधि चोरी। सूर। (ख) बारैहि ते निज हित पति जानी। लछिमन राम चरन रति मानी। तुलसी।
बाल की खाल खींचना बारीकी निकालना, बहुत छानबीन करना।
बाल की खाल निकालना बहुत ही छोटा, व्यर्थ या तुच्छ तर्क करना, व्यर्थ का दोष निकालना, बड़ी बारीकी निकालना, व्यर्थ का कारण या दलील दिखाना।
बाल की मेड़ बनाना अति रंजना करना, तिल का ताड़ बनाना।
बाल की खिचड़ी होना स्याह से सफेद बाल अधिक हो जाना।
बाल तक बांका न होना कुछ भी कष्ट या हानि न पहुंचना, पूर्ण रूप से सुरक्षित रहना। उ0- होय न बांको बार भक्त को जो कोउ कोटि उपाय करे। तुलसी।
बाल धूप में पकाना बूढ़ा हो जाने पर भी ज्ञान, अनुभव से कोरा रहना।
बाल न बांकना बाल बांका न होना। उ0- जेहि जिय मनहिं होय सत मारू। परे पहार न बांके बारू। जायसी।
बाल पकना (बुढ़ापे के कारण) बाल सफेद होना।
(किसी काम में) बाल पकाना (कोई काम करते करते) बूढ़ा हो जाना, बहुत दिनों का अनुभव प्राप्त करना।
बाल पड़ना शीशे, चीनी आदि की चीजों में टूटने का दरार पड़ना।
बाल बंधना (किसी के ऋण, उपकार से) अत्यधिक बंधा, दबा होना।
बाल बंधा होना (किसी के ऋण, उपकार से) अत्यधिक बंधा, दबा होना।
बाल बराबर बहुत सूक्ष्म, महीन या पतला।
बाल बराबर न समझना कुछ भी परवाह न करना, अत्यन्त तुच्छ समझना।
बाल बांका होना कष्ट, चोट पहुंचाना, हानि, अनिष्ट होना।
बाल बांघा निशान उड़ाना पक्का अचूक निशाना लगाना।
बाल बाल गज मोती पिरोना खूब बनाव श्रृंगार करना।
बाल बाल गुनहगार होना एक तरफ से, सिर से पैर तक, अपराधी होना।
बाल बाल दुश्मन होना हर एक का दुश्मन होना, सभी का शत्रु हो जाना।
बाल बाल बचना कोई आपत्ति पड़ने या हानि पहुंचने में बहुत थोड़ी कसर रह जाना, साफ या बिलकुल बच जाना।
बाला बाला ऊपर ही ऊपर, बाहर बाहर, इस प्रकार जिसमें किसी को मालूम न हो।
बालू की मीत ऐसी वस्तु जो शीघ्र ही नष्ट हो जाय, अथवा जिसका भरोसा न किया जा सके। उ0- बिनसत बार न लागहीं ओछे जन की प्रीत। अंबर डंबर सांझ के ज्यो बालू की मीत। अस्थायी वस्तु या कार्य।
बाव रसना अपान वायु का निकलना, पाद निकलना।
बावन वीर अत्यधिक वीर या चतुर, बड़ा बहादुर और चालाक।
बावली हांड़ी वह भोजन जिससे बहुत सी चीजें एक में मिल गयी हो।
बासी कढ़ी में उबाल आना बुढ़ापे में जवानी का जोश आना, समय बीत जाने पर कुछ करने की इच्छा होना।
बाहर आना सामने आना, प्रकट होना।
बाहर करना अलग करना, दूर कना, हटाना।
बाहर का बेगाना, पराया।
बाहर की हवा लगना बाहरवाली का असर पड़ना, आवारा होना ।
बाहर जाना घर से निकलना, परदेश जाना।
बाहर बाहर ऊपर ऊपर , बाहर रहते हुए, अलग से, बिना किसी को जताये, दूर से।
बाहर होना सामने आना, प्रकट होना।
(आज्ञा से) बाहर होना मानने से इनकार करना।
बिख बोना बहुत बड़े अनर्थ का सूत्रपात करना।
बिख बोलना बहुत ही कटु और लगती हुई बात करना।
बिगड़ी संवारना बिगड़ी बात बनाना।
बिजली कड़कना आकाश में बिजली फैलने से मेघों में जोर का शव्द होना।
बिजली गिरना आकाश से बिजली का वेकपूर्वक पृथ्वी की ओर आना।
बिजली पड़ना आकाश से बिजली का वेकपूर्वक पृथ्वी की ओर आना।
बिदा देना जाने की आज्ञा देना।
बिदा मांगना प्रस्थान की आज्ञा मांगना।
बिघ बैठना उपाय या रास्ता निकलना।
बिध मिलाना आय-व्यय का हिसाब ठीक करना।
बिना आये तरना समय से पहले मर जाना।
बिना मूल्य बिकना बिना किसी प्रतिकर के दास हो जाना।
बिपत्ति पारना संकट की स्थिति में डालना, आफत ढाना।
विपत्ति भरना विपत्ति भोगते हुए दिन बिताना।
बिरादरी से खारिज होना जातिच्युत होना।
बिरादरी से बाहर होना जातिच्युत होना।
बिल ढूंढ़ना अपनी रक्षा का उपाय ढूंढना, बचाव की जगह ढूंढना।
बिल में घुसना छिप जाना, घर में बैठ रहना।
बिलग मानना बुरा या मानना। उ0- तजिहां जो हरखि तो बिलग नप माने कहूं। अमी0।
बिल्ली का रास्ता काटना बिल्ली का सामने से निकल जाना जो अशुभ समझा जाता है।
बिल्ली को छीछड़ो के ख्वाब मनुष्य का जैसा स्वभाव होता है वैसे ही विचार उनके मन में आते हैं।
बिस बिस्वे अधिक सम्भवतः।
बिस बिस्सा निश्चय, निःसन्देह।
बिसात उलटना उलट पलट हो जाना, दशा बदल-बिगड़ जाना।
बिसायंध आना सड़ी मछली के समान दुर्गन्ध आना।
बिस्मिल्ल करना शुरू करना।
बिस्मिल्ला ही गलत होना शुरू में ही गलती होना।
बीच करना बिचवई करना। उ0- ललित मृकुटि तिलक माल चिबुक अधर, द्विज रसाल, हास चारूतर कपोल नासिका सुहाई। मधुकर जनु पंकज बिच मुख विलोकि नीरज पर लरत मधुप अवली माना बिच कियो आई। तुलसी। झगड़ा निपटाना या मिटाना। उ0- (क) चोरी के फल तुमहिं दिखाऊं। कंचन खंम डोर कंचन की देखों तुमहिं बंचाऊं। खंडो एक अंग कछु तुमरो चोरी डांड़ मंगाऊं। बीच करन जो आवे कोऊ ताको सोह दिबाऊं। सूरश्याम चोरन के राजा बहुरि कहा में पाऊं। सूर। (ख) रहा कोइ घर हरिया करे जो दोउ मंह बीच। जायसी।
बीच खेत खुले मैदान, सबके सामने, प्रकट रूप में, अवश्य, खुल्लम खुल्ला, डंके की चोट।
बीच डालना परिवर्तन करना, विभेद या पार्थक्य करना।
बीच पड़ना (दशा आदि में) फर्क होना, परिवर्तन होना, और का और होना। उ0- कोटि जतन कोऊ करे परे न प्रकृति बीच। नल बल जल ऊंचे चढ़े अंत नीच का नीच। झगड़ा निपटाने के लिए पंच बनना, मध्यस्थ होना।
बीच पारना परिवर्तन करना, विभेद या पार्थक्य करना। उ0- विधि न सकेउ सहि मौर दुलारा। नीच बीच जननी मिस पारा। तुलसी। भेद करना।
बीच बीच में रह रह कर, थोड़ी थोड़ी देर में, थोड़ी थोड़ी दूरी पर थोड़े थोड़े अन्तर पर।
बीच में कूदना अनावश्यक हस्तक्षेप करना, व्यर्थ टांग अड़ाना।
बीच में डालना मध्यस्थ बनाना।
बीच में देना साक्षी बनाना।
बीच में पड़ना मध्यस्थ होना, जिम्मेदार बनना, प्रतिभू बनाना, बिचवई करना।
(ईश्वर आदि के) बीच में रखकर कहना (ईश्वर आदि की) शपथ खाना, कसम खना।
बीच रखना भेद करना, दुराव रखना, पराया समझना। उ0- व्यापि गई बात सुताही, दुवत चढ़ी जनु सब तन बीछी। तुलसी।
बीज होना किसी बात का कार्य का प्रारम्भ या सूत्रपात करना।
बीड़ा उठाना कोई काम करने का संकल्प करना, किसी काम के लिए हामी भरना, पंखा बांधना। उ0- कबिरा निंदक मरि गया अब क्या कहिए जाइ। ऐसा कोई ना मिले बीड़ा लेइ उठाइ। कबीर। उधत होना। मुस्तेद होना। उ0- कहे कंस मन लाय भली भयी मंत्री दयो। लीने मल्ल बुलाय आदर कर बीर लयो। लल्लू।
बीड़ा जोड़ना बीड़ा उठाना।
बीड़ा जोरना बीड़ा उठाना।
बीड़ा देना कोई काम करने की आज्ञा देना, काम का भार सौंपना। उ0- कंस नृपति ने शकट बुलाए लेकर बीरा दीनहो। आय नंदगृह द्वार नगर में रूप प्रकट निज कीन्हो। सूर। नाचने, गाने वाली आदि की साई देना, बयाना देना, किसी आगत व्यक्ति को चलने के समय पान देना।
बीमा करना क्षतिपूर्ति की जिम्मेदारी लेना।
बुढ़िया का काता महीन सूत की एक मिठाई।
बुत बन (हो) जाना मूर्ति की तरह स्थिर और मौन हो जाना।
बुत्ता देना झांसा देना, दम देना।
बुद्धि पर परदा पड़ना बुद्धि मंद होना, समझ में न आना।
बुर्द होना ऐसी अवस्था होना कि किसी पक्ष में केवल बादशह बच जाय, बाकी सब मोहरे मर जाये। (यह आधी मात या हार के समान मानी जाती है)।
बुनियाद डालना नींव डालना।
बुनियाद रखना नींव डालना।
बुरा करना अनुचित काम करना, हानिकर कार्य करना, हानि पहुंचाना।
बुरा कहना निंदा करना, बदनाम करना।
बुरा चाहना बुराई चाहना (किसी के) अनिष्ट की कामना करना।
बुरा पहरा ऐसा पहरा जिसमें आरम्भ किया हुआ कार्य जल्दी समाप्त न हो।
बुरा फंसना आपत्ति में पड़ना, विपत्ति में पड़ना।
बुरा बनना बुराई लेना, दोषी बनना, बदनाम होना।
बुरा मानना द्वेष रखना, वैर रखना, खार खाना, अनुचित या खराब समझना, दुखी होना, नाराज होना।
बुरा लगना नागवार लगना, अच्छा न लगना।
बुरा हाल होना तबाह होना, घोर कष्ट होना। (रोगी की) हालत बिगड़ना।
बुराई आगे आना बुरे काम का फल मिलना।
बुरी गत करना बहुत मारना।
बुरी तरह पेश आना दुर्व्यवहार करना।
बुरी समाना दिल में बुराई समाना, पापबुद्धि होना।
बुरे ग्रह होना ग्रहों का प्रतिकूल होना।
बुरे दिन कष्ट के दिन, विपद्काल।
बुरे पंथ पर पांव धरना बुरे काम में प्रवृत्त होना।
बुरे रास्ते पर पैर धरना बुरे काम में प्रवृत्त होना। उ0- रघुवंशिन कर सहज सुभाऊ। मन कुपंथ पग धरे न काऊ। तुलसी।
बुरे रास्ते पर पैर रखना बुरे काम में प्रवृत्त होना।
बूंद भर बहुत थोड़ा।
बूंदे गिरना धीमी वर्षा होना, थोड़ा थोड़ा पानी बरसना।
बूंदे पड़ना धीमी वर्षा होना, थोड़ा थोड़ा पानी बरसना।
बूं उड़ना भेद, कलंक का प्रसिद्ध हो जाना।
बू फैलना भेद, कलंक का प्रसिद्ध हो जाना।
बूढ़े तोते को पढ़ाना पढ़ने-सीखने की उम्र बीत जाने का सिखाना-पढ़ाना।
बूढ़े मुँह मुँहासे बुढ़ापे में जवानी के शौ आदि करना।
बेत की तरह कांपना थर थर कांपना, बहुत अधिक डरना।
बे का जामा पहन लेना नितान्त निर्लज्ज हो जाना।
बे का बुरका ओढ़ लेना नितान्त निर्लज्ज हो जाना।
बे का बुरका मुँह पर डाल लेना नितान्त निर्लज्ज हो जाना।
बे ते करना किसी को तुच्छ समझते हुए उसके साथ अशिष्टता पूर्वक बातें करना।
बे पर की उड़ाना बेतुकी हांकना, गप मारना।
बे पर के कबूतर उड़ाना चतुराई के बल से अनहोनी बात कर लेना, हवा में गिरह बांधना।
बे पानी करना किसी की प्रतिष्ठा नष्ट करना, किसी का अनादर करना।
बेपेंदी का लोटा जो किसी बात पर स्थिर न रहे, जिसका मत बदलता रहे, ढुलमुल।
बे मुँह का होना बहुत सीधा होना।
बे हांकना असंगत, बेतुकी बात बकना।
बे होना (घर) उजड़ना, बेटे का मर जाना।
बे सुनाना दो टूक कहना, बहुत गालियां देना।
बेगार टालना बिना मन लगाये कोई काम करना, पीछा छुड़ाने के लिए किसी काम को जैसे तैसे पूरा करना।
बेगार पुतला जबरदस्ती दिया गया काम करना।
बेच खाना बेचकर मूल्य खा जाना, नष्ट कर देना, उड़ा डालना। उ0-(क) सुनु मैया याकी टेव लरन की सकुच बैचि सी खाई। तुलसी। (ख) पुरूष केरी सबै सोहै कूबरी के काज। सूर प्रभु की कहा कहिए बेचि खाई लाज। सूर।
बेजवान जो अधिक न बोलता हो, बहुत सीधा।
बेटा बनाना गोद लेना।
बेटी देना बेटी व्याहना।
बेटी लेना किसी की बेटी से ब्याह करना।
बेड़ा डूबना नाश होना, काम बिगड़ना।
बेड़ा पार करना किसी को संकट से पार लगाना, विपत्ति के समय किसी की सहायता करके उसका काम पूरा कर देना।
बेड़ा पार लगना विपत्ति या संकट से उद्वार होना, कष्ट से छुटकारा पाना।
बेड़ा पार लगाना संकट से पार या मुक्त करना, विपत्ति के समय सहायता करके किसी का काम पूरा कर देना।
बेड़ा पार होना विपत्ति या संकट से उद्वार होना, कष्ट से छुटकारा पाना, काम हो जाना।
बेद की तरह कांपना बहुत डरना।
बेपरद करना नंगा करना।
बेभाव की पड़ना अत्यधिक मार पड़ना, अत्यधिक फटकार पड़ना।
बेल बढ़ना वंश वृद्धि होना।
बेल मढ़े चढ़ना काम का पूरा होना, किसी कार्य का अन्त तक ठीक ठीक पूरा उतरना।
बेसतर करना नंगा करना, अपमान करना।
बेहयाई का जामा पहनना निर्लज्जता धारण करना, निर्लज्ज हो जाना।
बेहिसाब बहुत अधिक, अत्यन्त।
बै खरीदना ज़मीन आदि बैनाम लिखाकर मोल लेना।
बै लेना ज़मीन आदि बैनाम लिखाकर मोल लेना।
बैठ रहना देर लगाना, वहीं का हो रहना, साहस त्यागना, निराश होना, हारकर उद्योग छोड़ देना।
बैठते उठते सदा, सब अवस्था में, हर समय।
(कहीं, किसी के साथ) बैठना उठना संग में समय बिताना, कालक्षेप करना। उ0- जाइ आई जहाँ तहाँ बैठि उठि जैसे तैसे, दिन तो बितायो वधु बीतति है कैसे राति। पद्माकर।
बैठे बैठाये अकारण, निरर्थक, अचानक, एकाएक।
बैठे बैठे निष्प्रयोजन, अचानक, एकाएक।
बैठे रहो अलग रहो, हाथ मत लगाओ, हस्तक्षेप न करो, तुम्हारी आवश्यकता नहीं है। चुप रहो, कुछ मत बोलो।
बैन झरना मुँह से वचन या बात निकलना, बीत निकलना। उ0- जसुमति मन अभिलाष करै। कब मेरो लाल घुटरूवन रैगे, कब धरनी पग द्वैक धरे। कब द्वै दंत दूध के देखों कब तुतरे मुख बैन झरै। सूर।
बैरंग लौटना बिना काम हुए, विफल होकर लौटना।
बैर काढ़ना बदला लेना। उ0- यह विधि सब नवीन पायो। ब्रज काढ़त बैर दुरासी। सूर।
बैर निकालना बदला लेना। उ0- यहि विधि सब नवीन पायो ब्रज काढ़त बैर दुरासी। सूर।
बैर ठानना शत्रुता करना, दुश्मनी मान लेना, दुर्भाव रखना, आरम्भ करना। उ0- सिर करि धाय कंचुकी मारी। अब तो मेरो नांव भयो। कालि नहीं यह मारग ऐहौ, ऐसो मोसो बैर ठयो। सूर।
बैर डालना विरोध करना, दुश्मनी पैदा करना।
बैर पड़ना शत्रु होकर कष्ट पहुंचाना, बाधक होना, तंग करना, कष्ट देना। उ0- कुटुंब बैर मेरे परे बरनि बरे सिसुपाल। सूर।
बैर बढ़ाना अधिक दुर्भाव उत्पन्न करना, दुश्मनी बढ़ाना, अप्रसन्न या कुपित मनुष्य को और भी अप्रसन्न ओर कुपित करना। उ0- आवत जात रहत याही पथ मोसो बैर बढ़ेहो। सूर।
बैर बांधना कोई बड़ा काम करने और उसके लिए लोगों को अपना अनुयायी बनाने के लिए झंडा खड़ा करना। उ0- अपने नाम की बैरक बांधो, सबु बसो इहि गांव। सूर।
बैर बिसाहना किसी से शत्रुता करना। उ0- चाहयो भयो न कछु कबहुं जमराजहु सो वृथा बैर बिसाह्यो। पद्माकर।
बैर मानना दुर्भाव रखना, बुरा मानना, दुश्मनी रखना।
बैर मोल लेना किसी से दुश्मनी पैदा करना।
बैर लेना बदला लेना, कसर निकालना। उ0- (क) लेत केहरि को बयर जुनु मेक हरि गोमाय। तुलसी। (ख) लैहो बैर पिता तेरे को, जैहें कहां पराई। सूर।
बैस चढ़ना युवावस्था प्राप्त होना, जवानी आना। उ0- बैस चढ़ै घर ही रहु बैठि अटानि चढ़े बदनाम चढ़ैगो।
बोझ उठना किसी कठिन बात का हो सकना, किसी कठिन कार्य का भार लिया जा सकना।
बोझ उठाना कोई कठिन काम करने का भार लेना।
बोझ उतरना किसी कठिन काम से छुट्ठी पाना, चिन्ता या खटके की बात कर दूर होना, जी हलका होना।
बोझ उतारना किसी कठिन काम से छुटकारा देना, चिन्ता या खटके की बात दूर करना, कोई ऐसा काम कर डालना जिससे चिन्ता या खटका मिट जाय।
बोटी बोटी करना शरीर को काटकर टुकड़े टुकड़े करना।
बोटी बोटी फड़कना अत्यन्त चंचलता होना, किसी कार्य पर उद्यत होना, लड़ाई, विरोध या बदला लेने के लिए तैयार होना। उ0- फेरी फरके सो न कीजै। गिरि0। अंग अंग फड़कना।
बोतल ढलकना खूब शराब पिया जाना, मध पान किया जाना।
बोतल ढालना शराब पीना, मधपान करना।
बोतल की बोतल चढ़ाना बहुत मध पीना।
बोरिया बांधना सारा सामान लेकर चलने की तैयारी करना, प्रस्थान करना।
बोरिया बंधना उठाना चलने की तैयारी करना, प्रस्थान करना।
बोरिया समेटना चल देना, रास्ता लेना।
बोरिया सम्हालना चलने की तैयारी करना।
बोरी बांधना चलने की तैयारी करना। उ0- जानउं लाई काहु ठगोरी। खन पुकार, खन बांधे बोरी। जायसी।
बोल आना किसी के मुँह से कुछ शब्द निकलना, कुछ कहा जा सकना।
बोल उठना एकाएक कुछ कहने लगना, सहसा कोई वचन निकाल देना, चुप न रहा जाना।
बोल चाल न होना परस्पर सद्भव न होना, वैमनस्य होना।
बोल जाना मर जाना, आशिष्ट, निःशेष हो जाना, बाकी न रह जाना, चुक जाना, व्यवहार के योग्य न रह जाना, टूट फूट जाना, घिस जाना, फट जाना, हार मान लेना, हिम्म्त हार देना, सिटपिटा जाना, स्तब्ध हो जाना।
बोल बनाना संगीत में गाते समय किसी गीत के एक एक शब्द का बार बार अलग अलग तरह से सुन्दरता और कोमलता पूर्वक उच्चारण करना।
बोल बाला रहना बात की सात बनी रहना। बात स्थिर रहना। बात पालन होता जाना, मान मर्यादा का बना रहना, भाग्य बढ़कर होना, प्रसिद्धि होना, कीर्ति होना।
(किसी) बोला बाला होना बात की साख बनी रहना। बात स्थिर रहना। बात मालन होता जाना, मान मर्यादा का बना रहना, भाग्य बढ़कर होना, प्रसिद्धि होना, कीर्ति होना।
बोल मारना ताना देना, व्यंग्य वचन कहना।
बोल रहना साख रहना, मान मर्यादा रहना, इज्जत रहना।
बोलती मारी जाना बोलने की शक्ति न रह जाना, मुँह से शब्द न निकलना।
बोलि पठाना बुला भेजना। उ0- नाकरन कर अवसर जानी। भूप बोलि पठए मुनि ज्ञानी। तुलसी।
बोली कसना ताने देना, आवाजा कसना।
बोली छोड़ना किसी को लक्ष्य करके उपहास या व्यंग्य के शब्द कहना।
बोली बोलना व्यंग्य करना, फबती कसना, नीलाम के चीज के दाम लगाना।
बोली मारना ताने देना, आवाजा कहना।
बोह लेना डुबकी लेना, गोता लगाना। उ0- रूप जलधि बपुष ले मन गयंद बोहे। तुलसी।
व्योत खाना ठीक प्रबन्ध बैठना, व्यवस्था अनुकूल पड़ना, पूरा हिसाब किताब बैठना।
व्यौत बनना उपाय होना, डौल निकलना।
व्यौत बांधना आयोजन करना, तैयारी करना। उ0- घूरन के लता बिनै कन्या तन का व्यौत बांधे।
व्यौत फैलना पुरा हिसाब किताब बैठना।
व्यौहार चलना सूद पर रूपया देना, महाजनी करना।
ब्रह्म लगना किसी के ऊपर ब्राह्मण प्रेत का अधिकार होना।
ब्रह्मांड चटकना खोपड़ी फटना, अधिक ताप या गर्मी से सिर में असह्य पीड़ा होना।
ब्रेक लगाना गाड़ी आदि को रोकने के लिए ब्रेक को दबाना।
भ
भंडा फूटना भेद खुलना।
भंडा फोड़ना भेद खोलना।
भंडारा खुल जाना पेट फटकर आंतों का बाहर निकल आना।
भंवर में पड़ना चक्कर में पड़ना, घबरा जाना।
भंवा कर जोतना किसी को धोखा देकर उसे कार्य साधने के अनुकूल बनाना।
भख करना खाना। उ0- आछे देहु जो गढ़त जनि चालहु यह बात। तिनहि जो पाहन भख करहि अस केहि के मुख दांत। जायसी।
मट्ठी दहकना किसी का कारोबार जोरों पर होना, बहुत आय होना।
मठियारिनो की तरह लड़ना चिल्लाते, उंगलियां आदि चमकाते और गंदी गालियां आदि बकते हुए लड़ना।
भड़साई चिकना कारोबार का खूब चलना, अच्छी आय होना (व्यंग्य)।
भड़ास निकालना कुछ कह सुन कर या और किसी प्रकार मन में बैठा हुआ दुःख दूर करना।
भद्रा उतरना किसी प्रकार की हानि विशेषतः आर्थिक हानि होना।
भद्रा लगना विघ्न पड़ना, बाधा उपस्थित होना।
भद्रा लगाना बाधा उत्पन्न करना।
भभूत रमाना वैराग्य धारण करना, साधु हो जाना, शरीर में भभूत लगाना। उ0- अंसुअन की सैली गल में लगत सुहाई। तन घूर जमी सोइ अंग भभूत रमाई। हरिश्चन्द्र।
भय खाना डरना, भयभीत होना।
भर पाना पूरा पावना वसूल हो जाना, किये का फल पाना।
भरती करना किसी के बीच में रखना, लगाना या बैठाना।
भरती का जो केवल स्थान पूरा करने के लिए रक्खा जाय, बहुत ही साधारण या रद्दी, व्यर्थ का या निकम्मा।
भरम गंवाना भेद खोलना, थाह देना, बंधी या जमी हुई धाक नष्ट करना। उ0- आपन भरम गंवाह के, बांट न लेहे कोय। रहीम।
भरम न बताना भेद न बताना।
भरम बिगाड़ना भंडा फोड़ना, रहस्य खोलना।
भरी गोद खाली होना सन्तान का मर जाना।
भरी थाली में लात मारना लगी नौकरी मिलती रोजी का छोड़ देना।
भरी सभा में सबके सामने।
भले ही एुसा हुआ करे, इससे कोई हानि नहीं, अच्छा ही है। उ0- हृदय हेरि हारेउ सब ओरा, एकहि भांति मलैहि मल मोरा। (इस प्रयोग से कुछ उपेक्षा या सन्तोष का भाव प्रकट होता है)।
भविष्य में आने वाले समय मे, इसके बाद, आगे चलकर।
भांग खा जाना नशे में होने की सी बातें करना, नासमझी या पागलपन की सी बातें करना।
भांग छानना भांग पीना।
(घर में भूंजी) भांग न होना दरिद्र होना।
भांग पी जाना नशे में होने की सी बातें करना, नासमझी या पागलपन की सी बातें करना।
भांजी मारना किसी को हानि पहुंचाने की बात कहना, विघ्न डालना।
भांड़े मरना पश्चाताप करना, पछताना। उ0- तब तू मरबोई करति। रिसनि आगे कहि जो आवनि अब लै भांडे, भरति। सूर। फूट फूटकर रोना।
भांड़े में जी देना किसी पर दिल लगा होना। उ0- को तुम उतर देय हो भांडे। सो बोले जाको जिव भांड़े। जायसी।
भांति भांति के तरह तरह के, अनेक प्रकार के। उ9- पांयत के रंग सो रंगि जात सो भांतिहि भांति सरस्वति सेनी। पद्माकर।
भांवर पारना विवाह के समय वर और वधु का अग्नि की परिक्रमा करना ।
भांवर भरना परिक्रमा करना।
भाग खुलना भाग्योदय होना, तकदीर खुलना।
भाग जागना भाग्योदय होना, तकदीर खुलना।
भाग फूटना बुरे दिन आना।
भाड़ झोकना भाड़ गरम करना, तुच्छ काम करना, नीव वृत्ति धारण करना, व्यर्थ समय गंवाना, निरर्थक काम करना।
भाड़ झोकना भाड़ गरम करना, तुच्छ काम करना, नीच वृत्ति धारण करना, व्यर्थ समय गंवाना, जाने देना, त्यागना।
भाड़ में जाय चूल्हे में जाय।
भाड़ में डालना चूल्हे में डालना, जलाना, फेंकना, नष्ट करना, त्यागना, उपेक्षा करना।
भाड़ में पड़े आग लगे, नष्ट हो।
भाड़े का टट्टू उज्रत पर काम करने वाला, वह आदमी जिसे पैसा देकर जो चाहे काम ले, जो स्थायी न हो, खक्षिक, निकम्मा।
भाड़े फेरना जिवर हवा का रूख हो, उधर नाव का मुँह फेरना।
भाप भरना चिड़ियों का अपने बच्चों के मुँह में मुँह डालकर फूंकना। (चिड़ियां अपने बच्चों को अंडे से निकलने पर दो तीन तक उनके मुँह में दाना देने के पहले फूंकती है)।
भाप लेना बफारा लेना।
भार उठाना उत्तरदायित्व अपने ऊपर लेना।
भार उतरना कर्तव्य के ऋण से मुक्त होना।
भार उतारना कर्तव्य पूरा करना, ज्यों त्यों किसी काम को पूरा करना, बला टालना, बेगार टालना।
भार डालना बोझ रखना, बोझ डालना।
भार देना बोझ रखना, बोझ डालना। उ0- मंजुल मंजरी पै हो मलिंद विचारि के भार सम्हारि के दीजिये। प्रताप।
भारी पल्ला बलवान पक्ष।
भारी पहरा बुरा पहरा।
भारी भरकम बड़ा और भारी।
भारी रहना नाव को रोकना (मल्लाह) धीरे चलना (कहार)। चुप रहना (दलाल)।
(…..पर) भारी होना जबरदस्त पड़ना।
(…..से) भारी होना प्रबल होना।
भाव उतरना किसी चीज का दाम घट जाना।
भाव गिरना किसी चीज का दाम घट जाना।
भाव बढ़ना दाम बढ़ जाना, दर तेज होना।
भाव देना आकृति आदि से अथवा अंग संचालित करके मन का भाव प्रकट करना। उ0- श्याम को भव दै गई राधा। नारि नागरि न काहु लख्यो कोऊ नहिं कान्य कहु करत है बहुत अनुराधा। सूर।
भाव बताना कोई काम न करके केवल हाथ पैर मटकाना, व्यर्थ नखरे के साथ हाथ पैर हिलाना।
भीख मानकर लेना बहुत ही दीन भाव से ओर कृतज्ञतापूर्वक किसी की दी हुई कोई चीज लेना।
भीगी बिल्ली होना भय आदि से दबे रहना, बिलकुल चुप रहना।
भीड़ चीरना जन-समूह को हटाकर जाने के लिए मार्ग बनाना।
भीड़ छंटना भीड़ के लोगों का इधर उधर हो जाना, भीड़ न रह जाना।
भीड़ लगना जन-समूह इकट्ठा होना।
भीड़ हरना (किसी पर) आया हुआ संकट दूर करना, कष्ट से बचाना। उ0- जुग जुग भीर (भीड़) हटी संतन की। मीरा।
भीत में दौड़ना अपनी सामर्थ्य से बाहर, अपना असम्भव कार्य करने में प्रवृत्त होना। उ0- आलि बली खरदूषन और अनेक गिरे जै जे भीत में दौरे। तुलसी।
भीत के बिना चित्र बनाना बे सिर पैर की बात करना, बिना प्रमाण की बात करना। उ0- तात रिस करत भ्रता कहै मारिहो भीत बिन चित्र तुम करत रेखा। सूर।
भीतर का कुंआ वह उपयोगी पदार्थ जिससे कोई लाभ न उठा सके, अच्छी पर किसी के काम न आ सकने योग्य चीज। उ0- सूरदास प्रभु तुम बिन जीवन घर भीतर की कृपा। सूर।
भीतर पैठकर देखना तत्व जानना, असलियत जांचना।
भीतर ही भीतर मन ही मन, हृदय में।
भीम के हाथी न लौटने वाली वस्तु, भीमसेन के हाथी।
भुइ लाना झुकाना । उ0- कुंडल गहे सीस मुइं लावा। पांवर सुवन जहां के पावा। जायसी।
भुगत लेना समझ लेना, निपट लेना।
भुज में भरना आलिंगन करना, अंक भरना, गले लगाना। उ0- कहा बात कहि पियहि जगाऊं। कैसे भुज भरि कंठ लगाऊं। लल्लू।
भुजा उठाना प्रतिज्ञा करना, प्रण करना। उ0- चल न ब्रह्मकुल सन बरियाई। सत्य कहउं दोउ भुजा उठाई। तुलसी। बोलो बंदी बचन बर सुनहु सकल महिपाला, पन बिदेह कर कबहि हम भुजा उठाई बिसाल। मानस।
भुजा टेकना प्रतिज्ञा करना, प्रण करना। उ0- भुजा टेकि के पंडित बोला, छाड़हि देस बचन जो डोला। जायसी।
भुनभुन करना कुढ़कर अस्पष्ट स्वर में कुछ कहना।
भुरकस निकलना चूर चूर होना, इतना मार खाना कि हड्डी पसली चूर चूर हो जाय। बेदम होना, नष्ट होना, बरबाद होना, आघात आदि से दुर्दशाग्रस्त होना।
भुरकस निकालना इतना मारना कि हड्डी पसली चूर चूर हो जाय, मारते मारते बेदम करना, बेकाम करना, किसी काम का न रहने देना, नष्ट करना, बरबाद करना।
भुरता कर देना कुचलकर पीस डालना, दबाकर चूर चूर कर देना।
भुरता करना कुचलकर पीस डालना, दबाकर चूर चूर कर देना।
भुलना खर खाना विस्मरणशील होना।
भुस में डालना, मिलाना व्यर्थ नष्ट करना।
भूख मर जाना सुधा का नष्ट हो जाना, भूख न लगना।
भूख लगना भोजन की इच्छा होना, खाने को जी चाहना।
भूखा रहना निराहार रहना, भोजन न करना, व्रत रखना, उपवास करना।
भूखे प्यासे बिना खाये पिये, बिना अन्न जल ग्रहण किये।
भूखों मरना सुधा कष्ट से पीड़ित होना, निराहार रहरना।
भूत उतरना पागल कर देने वाले गुस्से का उतर जाना, रूख का दूर होना, फक, सनक या दुराग्रह मिटना, बुद्धि का स्थिर होना।
भूत का पकवान भ्रमवश दिखाई देने वाला पदार्थ, जल्द नष्ट हो जाने वाला पदार्थ।
भूत की मिठाई भ्रमवश दिखाई देने वाला पदार्थ, जल्द नष्ट हो जाने वाला पदार्थ। सहज में मिला हुआ धन जो शीघ्र ही नष्ट हो जाय। उ0- भूत की मिठाई जैसे साधु की झुठाई तैसी स्यार की ढिठाई ऐसी क्षीण छहूं ऋतु है। केशव।
भूत चढ़ना अत्यधिक आग्रह या हठ हो जाना, अत्यधिक क्रोध आना।
भूत बनकर लगना बुरी तरह पीछे लगना, किसी तरह पीछा न छोड़ना।
भूत बनना नशे में चूर होना, अत्यधिक क्रोध में होना, किसी काम में तन्मय होना।
(किसी बात का) भूत सवार होना किसी चीज के पीछे पड़ जाना, उसका हठ पकड़ लेना, अत्यधिक क्रोध होना।
भूमि बांधना किसी बात को सीधे-सीधे थोड़े में न कहकर, उसे कहने के लिए इधर उधर से बहुत सी बातें लाकर जोड़ तोड़ भिड़ाना।
भूमि होना पृथ्वी पर गिर पड़ना।
भूलकर नाम न लेना कभी नाम न लेना।
भूल के कोई काम करना कोई ऐसा काम करना जो पहले न करते रहे हो। भ्रम में पड़कर कोई काम कर बैठना।
भूल के कोई काम न करना कदापि कोई काम न करना।
भेंड मारना किसी कार्य की सिद्धि में बाधा डालना।
भेजा खाना बक बककर सिर खाना, बहुत बक बककर तंग करना।
भेजा पकाना बकबक करके खोपड़ी खाना।
भेड़िया धसान बिना परिणम सोचे समझे दूसरों का अनुसरण करना।
भैंस काटना गरमी का रोग होना, उपदंश होना।
भोजन छाजन खाना कपड़ा।
भोजन पेट में पड़ना भाजन होना, खाया जाना।
भो चढ़ाना नाराज होना, कुद्ध होना, त्योरी चढ़ाना, बिगड़ना, रोष प्रकट करना।
भौ जोहना प्रसन्न रखने के लिए संकेत पर चलना, खुशामद करना। उ0- अकारन को हितु और को है। विरद गरीबनबाज कौन को मोह जासु जन जाहै। तुलसी।
भौ ताकना किसी की प्रवृत्ति या विचार का ध्यान रखना, रूख देखना।
भौ तानना नाराज होना, कुद्ध होना। उ0- बदत काहू नहीं निघरक निदरि मोहिं न गनत। बार बार बुझाई हारी। भौह मोपर तनत। सूर। त्योरी चढ़ाना, बिगड़ना, रोष प्रकट करना।
भौं नचाना बारबार भौहें हिलाना जो स्यिो के हाव भाव ओर विशेष चंचलता का सूचक है।
भौ मरोड़ना भू-भ्रंग करना, आंख से इशारा करना, कनखी मारना। उ0- पान दियो हंसि प्यार सो प्यारी बहू लाखि त्यों हंसि भौह मरोरी, देव नाक भौं चढ़ाना, भौं सिकोड़ना। उ0-हौ हूं गही पदुमाकर दौरि सो भौह मरोरत सेज लो आई। पद्माकर।
म
मंजिल उठाना मकान बनाना
मंजिल भारी होना यात्रा पूरी करना, कठिन होना।
मंजिल मारना यात्रा पूरी करना, मुश्किल हल होना।
मंडा देना मांजना, लेस चढ़ाना।
मंडल बांधना चारों ओर वृत्त की रेखा के रूप में फिरना, चक्कर काटना, चारों ओर घेरना, चारों ओर से छा जाना, अंधेरे का चारों ओर छा जाना।
मंडान बांधना आयोजन या प्रबन्ध करना।
मंडी लगना बाजार खुलना, बाजार लगना।
मंत्र मारना जादू करना।
मकदूर चलना बस चलना, काबू चलना।
मकदूर से बाहर पांव रखना सामर्थ्य या योग्यता से बढ़कर काम करना।
मकान हिला देना बहुत शोरगुल मचाना।
(किसी पर) मक्खियां भिनभिनाना नितान्त असमर्थ हो जाना, बहुत गंदा होना, अत्यन्त मलिन होना।
मक्खी मारना बिलकुल निकम्मा रहना, कुछ न करना।
मक्खी उड़ाना निकम्मा रहना, कुछ भी काम धंधा न करना।
मक्खी की तरह निकाल देना त्याज्य या निकृष्ट समझकर बिलकुल अलग कर देना।
मक्खी की तरह फेंक देना त्याज्य या निकृष्ट समझकर बिलकुल अलग कर देना।
मक्खी छोड़ना हाथी निगलना छोटे दोष से बचना और बड़ा अपराध करना।
मक्खी पर मक्खी मारना बेसमझे पूरी नकल करना।
मक्षिका स्थाने मक्षिका मक्खी पर मक्खी मारना, पूरी और बे सोचे समझे नकल।
मगज उड़ना दुर्गन्ध या शोर के कारण दिमाग खराब होना।
मगज उड़ाना बहुत बक बक कर तंग करना।
मगज खाली करना अत्यधिक दिमाग लड़ाना, सिर खपाना, समझाने के लिए बहुत बकना।
मगज चलना बहुत अभिमान होना, पागल होना।
मगज पचाना अत्यधिक दिमाग लड़ाना, सिर खपाना, समझाने के लिए बहुत बकना।
मगज भिन्नाना दुर्गन्ध या शोर के कारण दिमाग खराब होना।
मग्ज के कीड़े उड़ाना बकवास से खोपड़ी खा जाना।
मग्ज खा जाना व्यर्थ बक बक कर तंग करना, बक बक करके खोपड़ी खाली कर देना।
मग्ज खा लेना व्यर्थ बक बक कर तंग करना, बक बक करके खोपड़ी खाली कर देना।
मग्ज चाट जाना व्यर्थ बक बक कर तंग करना, बक बक करके खोपड़ी खाली कर देना।
मग्ज पिलपिला करना मारकर भरता बना देना।
मच्छर पर तोप लगाना छोटे आदमी को दबाने, दण्ड देने के लिए भारी तैयारी करना।
मंजमून बांधना किसी भाव को गद्य या पद्य में लिखना।
मंजमून मिलना दो अलग अलग लेखकों या कवियों के वर्णित विषयों या भवों का मिल जाना।
मंजमून लड़ना दो लेखों, रचनाओं के भाव मिल जाना।
मजल मारना बहुत दूर से पैदल चलकर आना, कोई बड़ा काम करना।
मज़ा आ जाना परिहास का साधन प्रस्तुत होना, दिल्लगी का सामान होना।
मज़ा उड़ाना आनन्द लेना, सुख भोगना।
मज़ा किरकिरा होना आनन्द में विघ्न पड़ना, रंग में भंग होना, बात बिगड़ जाना, कार्य का आनन्द न मिलना।
मज़ा चखना लुत्फ उठाना, दण्ड, फल भोगना।
मज़ा चखाना किये का फल चखाना, किये हुए अपराध का दण्ड देना।
मज़ा देखना दिल्लगी या तमाशा देखना।
मज़ा पड़ना चसका लगना, आदत पड़ना।
मज़ा पाना लुत्फ उठाना, दण्ड, फल भोगना।
मज़ा लूटना आनन्द लेना, सुख भोगना।
मज़ा लेना दिल्लगी या तमाशा देखना।
मज़ाक उड़ाना परिहास करना।
मज़े का अच्छा, बढ़िया, उत्तम।
मज़े पर आना अपनी सबसे अच्छी दशा में आना, जोबन पर आना।
मज़े में आनन्दपूर्वक, बहुत अच्छी तरह, सुख से।
मज़े से आनन्दपूर्वक, बहुत अच्छी तरह, सुख से।
मझधार में छोड़ना किसी काम को बीच में ही छोड़ देना, किसी को ऐसी असहाय अवस्था में छोड़ देना कि वह इधर का रहे, न उधर का।
मटकी देना मटकाना, चमकाना।
मट्टी करना नाश करना, बिगाड़ना।
मट्टी देना मुर्दा गाड़ना या दफनाना।
मढ़ आना घिर आना (जैसे बादलों का)। उ0- राति हवै आई चले घर को दसहूं दिस मेघ महा मढ़ि आये । केशव।
मत उपाना सम्पत्ति स्थिर करना। उ0- करूना लखि करूनानिधान ने मन यह मती उपायो।
मतरिया बहिनिया करना माँ बहन की गाली देना।
मतलब का यार अपना भला देखने वाला। स्वार्थी।
मतलब गांठना स्वार्थ साधन करना, काम निकालना, प्रयोजन सिद्ध करना।
मतलब निकालना स्वार्थ साधन करना, काम निकालना, प्रयोजन सिद्ध करना।
मतल फौत होना कार्य नष्ट होना।
मतलब हो जाना सफल मनोरथ होना, बुरा हाल हो जाना, मर जाना।
मति मारा जाना बुद्धि भ्रंश होना, अक्ल का मारा जाना।
मत्था टेकना नमस्कार करना, बंदना करना।
मथानी पड़ना खलबली मचना।
मथानी बहना खलबली मचना। उ0- गढ़ ग्वालियर मंह वही मथानी। औ कंधार मथा में पानी। जायसी।
मद पर आना उमंग पर आना, कामोन्म्त्त होना । गरमाना, युवा होना।
मदद पहुंचना कुमक पहुंचना, सहायता मिलना।
मदद बांटना काम पर लगे हुए मजदूरों को मजदूरी बांटना या देना, दैनिक मजदूरी चुकाना।
(किसी में) मन अटकना प्रीति होना, प्रेम होना।
(किसी पर) मन आना समझ पड़ना, जंचना। उ0- (क) मंगल मूरति कंचन पत्र की मैन रची मन आवत नीटि है। दास। (ख) और दीन बहुत रतन पखाना। सोन रूप जो मनहि न आना। जायसी। किसी पर दिल आना।
(किसी से) मन उलझना प्रीति होना, प्रेम होना।
मन कचोटना कष्ट, पश्चाताप, वियोग आदि के कारण मन में दुःख या क्लेश होना।
मन कच्चा करना दिल छोटा करना, हिम्मत हारना।
मन करना इच्छा होना, जी चाहना। उ0- मन न मनावन को करै देत रूठाय रूठाय, कौतुक लाग्यो पिय प्रिया खिजहु रिझावति जाय। बिहारी।
मन कांचा होना जी छोटा होना, उत्साह और दृढ़ता न रहना। उ0- समय सुझाव नारि कार सांचा, मंगल मंह भय मन अति काचा। तुलसी।
मन का उबाल निकलना भावों को प्रकट कर चित हलका करना।
मन का उमड़ना हृदय का भावावेश तैयार हो जाना।
मन का कच्चा कमजोर दिल का।
मन का खराब होना मन फिरना, रूष्ट होना, अप्रसन्न होना, रोगी होना, बीमार होना।
मन का ढरकना मरने के समय गरदन टेढ़ी हो जाना।
मन का ढलकना मृत्यु के समय गरदन एक ओर झुक जाना।
मन का बूझना मन में शांति आना, मन में धैर्य आनां
मन का मारा खिन्न हृदय, दुखी चितवाला।
मन का मैला कपटी, घाती, बुरे दिल का।
मन का हौंसला निकालना इच्छा पूरी तरह न होना, प्रयत्न कर देखना।
मन की गांठ खोलना जी खोलकर कोई बात कहना, मन में कोई बात गुप्त न रखना, अपनी भीतरी इच्छा प्रकट करना, हौंसला निकालना, लालसा पूरी करना।
मन की दौड़ चित्त की सूझ, कल्पना। उ0- भक्ति रूप भगवंत की मेष जो मन की दौर। कबीर।
मन की थाह अन्तःकरण के गुप्त अभिप्राय की जानकारी, चित्त की बात का पता, संकल्प या विचार का पता। उ0- कुटिल जनन के मन की मिलत न कबहूं थाह।
मन की मन में रहना इच्छा पूरी न होना, मन का चाहा न होना।
मन की मौज मन की लहर।
मन के लड्डू खाना व्यर्थ की आशा पर प्रसन्न होना, ख्याली पुलाव पकाना, व्यर्थ किसी असम्भव की कल्पना करना।
मन खोलना बुराव छोड़ना, निष्कपट होना, शुद्ध हृदय होना।
मन चलना इच्छा होना, प्रवृत्ति होना, किसी वस्तु के लए चित्त चंचल होना, जी चाहना, लालसा होना।
मन चलाना इच्छा करना, लालसा करना।
मन चौगुना होना उत्साह बढ़ना, चित और प्रसन्न होना। उ0- विंध्याव तिया सी न देखी कहूं तिया नैन विध्यो प्रभु पिया देखि कियो मन चौगुनी। प्रिया।
(किसी का) मन टटोलना किसी के मन की थाह लेना, किसी की इच्छा को जानना, हृदय के भाव पता लगाना।
मन टूटना साहस छूटना, हताश होना। उ0- फूटो निज कर्म नहिं लूटो सुख जानकी को टूटो न घनुष टूट गये मन सकब सबके। हनुमन्नाटक। उत्साह न रहना।
मन ठहरना चित्त स्थिर और शांत होना, चित्त की व्याकुलता दूर होना। उ0- जबै आऊं साधु संगति कछुक मन ठहराई। सूर।
मन डोलना (मन का) चलायमान होना, इच्छा होना, ललचाना, लोभ हो आना।
मन डोलाना मन में चंचलता उत्पन्न करना, मन चलायमान करना। उ0- भोजन करत गह्यो कर रूकमिनि सोई देहु जो मन न डौलावे। सूरदास प्रभु जब निधिदाता जापर कृपा सोई जन पावै। सूर। लालच उत्पन्न करना, लोभ दिलाना।
मन तोड़ना भग्नोत्साह होना, साहस छोड़ना। उ0- अंग बिनु है सबै नहीं एको फबै सुनत देखत जबै कहन लोरे। कहै रसना सुनत श्रवन देखत नयन सूर सब भेद मुनि गुनि मनहि तोरे। सूर।
मन देना जी लगाना, मन लगाना। उ0- (क) एक बार जो मन देइ सेवा। सेवहि फल प्रसन्न होइ देवा। जायसी। (ख) रघुपति पुरी जनमु तब भयऊ। पुनि ते मन सेवा मम दयउ। तुलसी। ध्यान देना, आसक्त होना, मोहित होना।
मन धरना ध्यान देना, मन लगाना। उ0- (क) त्रास भयो अपराध आप लखि स्तुति करत खरे। सूरदास स्वामी मनमोहन तामे मन धरे। सूर। (ख) जोई भक्त भाजन मन घरे। सोई हरि सो मिलि अनुसरे। लल्लू।
मन फटना घृणा होना, नफरत होना, चाह-प्रीति न रहना, विरक्ति हो जाना।
मन फिर जाना घृणा होना, नफरत होना।
मन फिराना चित को हटना, मन को किसी ओर से अलग करना, प्रवृत्ति बदलना।
मन फेरना चित्त को हटाना, मन को किसी और से अलग करना, प्रवृत्ति बदलना। उ0- फिरि फिरि फेरि फेरि फैप्यो में हरी को मन फेरै फिरीपुनि भाग की भली धरी। केशव। ध्यान हटाना।
मन बढ़ना साहस बढ़ना, उत्साह बढ़ना, प्रोत्साहित होना। उ0- सुनि मन धीरज मयल हो रमैया राम। मन बढ़ि रहल लजाय हो रमैया राम। कबीर।
मन बढ़ाना बढ़ावा देना, साहस दिलाना, उत्साह बढ़ाना, प्रोत्साहित करना। उ0- दियो शिरपाव नृपराउ ने महर को आप पहरावीन सब दिखाए । अतिहि सुख पाइ के लियो सिर नाइ के हरषि नंदराइ के मन बढ़ाए। सूर।
मन बहलाना खिन्न या दुखी चित को किसी काम में लगाकर आनन्दित करना, दुःख छोड़कर आनन्द से समय काटना, चित प्रसन्न करना, जी बहलाना। उ0 ना किसान अब समाचार तहं आप सुनै है ना नाऊ की बातें सब को मन बहले है। श्रीधर पाठक।
मन बिगड़ना मन का हट जाना, मन का उदासीन हो जाना, मतली आना, कै मालूम होना, उन्मत होना, पागल होना।
(किसी का) मन बूझना मन की थाह लेना।
मन भर जाना अधा जाना, तृप्ति होना, अधिक प्रवृत्ति न रह जाना। किसी के दोष, अपराध आदि के कारण उसके प्रति अनुराग न रह जाना।
मन भरना प्रतिति होना, निश्चय या विश्वास होना, सन्तोष होना, तृष्टि होना, तृप्ति होना, सन्देह आदि दूर करके सन्तुष्ट करना, समाधान करना।
मन भाना भला लगना, पसन्द होना, रूचना। उ0- (क) बामिन को बामदेव कामिनी को कामदेव रण जयंथम रामदेव मन ये जू। केशव। (ख) कहेहु नीक मोरेहु मन भावा। यह अनुचित नहिं नेवत पठावा। तुलसी। (ग) हरिहर बला के मन भाई, विधि अझर लै युगुति बनाई। कबीर।
मन भारी करना दुखी होना, उदास होना।
मन भरना मन में वासना आदि न रह जाना।
मन मसोसना इच्छा या मनोवृत्ति को वलात रोकना।
मन मानना सन्तोष होना, मन में शांति होना। उ0- (क) मधुकर की कहि कैसे मन मानै। जिनके एक अनन्य व्रत सूझै क्यो दूजो उर आने। सूर। (ख) राजा भा निश्चै मन माना। बांध रतन छोड़ि के आना। जायसी। निश्चय होना, प्रति होना। उ0- कै बिनु सपथ न अस मन माना। सपथ बोलु परमाना। जायसी। अच्छा लगना, रूचना, पसन्द आना, माना। उ0- सप्त प्रबंध सुमग सोपाना, ज्ञान नयन निरखत मन माना। तुलसी। स्नेह होना, अनुराग होना। उ0- सखी री श्याम सो मन मान्यो। नीके करि चित कमल नैन सौ घालि एक ठों सान्यो, सूर। अक्ल ठिकाने लगना।
मन मारना चित खिन्न होना, उदास होना। उ0-(क) भूसुत शत्रु थान किन हेरत लखत मोहिं मन मारे। मुनि रिपु पुत्र वधू किन वैरिन मौको देत सवारै। सूर। (ख) मौन गहौ मन मारे रहौ निज पीतम की कहो कौन कहानी। प्रताप। इच्छा को दबाना, मन को वश में करना, मनोनिग्रह करना। उ0- मन नहिं मार मना करी सका न पांव प्रहारि। सील सांच सरघा नहीं अजहूं इंद्रि उधारि। कबीर।
मन मारे (हुए) दुखी, उदास, खिन्न चित्त। उ0- (क) कहं लगि सहिय रहिय मन मारे। नाथ साथ धनु हाथ हमारे। तुलसी। (ख) प्रिया क्यिोन फिरत मारे मन परे सिंधु तट आनि। ता सुंदरि हित मोहि पठायो सको न हो पहिचानी। सूर। (ग) भवन ही मन भारि बैठी सजि सखी इस आई। देखि तनु अति विरह व्याकुल कहति बचन बनाई। सूर। (घ) उर धरि धीरज गयउ दुआरे। पूछहिं सकल देखि मन मारे। तुलसी।
मन मिलना प्रेम होना, अनुराग होना, मित्रता होना, प्रवृत्ति में समानता होना। उ0- (क) मन मिले का मेला। नहीं तो सबसे भला अकेला (ख) प्रकृति मिले मन मिलत है। वृंद।
मन में आना मन में किसी भाव का उत्पन्न होना। उ0- तासो उन कटु बचन सुनाये। पै ताके मन कछू न आये। सूर। समझ पड़ना, ध्यान में आना। उ0- यह तु तनु क्यो ही दियो न जावे। और देव कछु मन नहिं आवे। सूर। अच्छा जान पड़ना, भला लगना, इच्छा होना।
मन में आनना विचार करना, सोचना, ध्यान देना।
मन में गांठ चित में बुरा, भाव, द्वेष भाव, बुरा।
मन में गांठ पड़ना आपस के सम्बन्ध में भेद पड़ना। मनमोटाव होना, बैर होना, द्वेष होना। उ0 (क) मन की मारो पटकि के टूक टूक उड़ि जाय। टूटे पाछे फिर जुरै, बीच गांठि पड़ जाय। कबीर। (ख) दृग उरझत टूटत कुटुम जुरत चतुर संग प्रीति। परति गांठ दुरजन हिये दई नई यह रीति। बिहारी।
मन में गांठ रखना जी में बुरा मानना, बैर मानना।
मन में गांस रखना दिल में बैर रखना।
मन में घर करना इतना पसन्द आना कि उसका ध्यान सदा बना रहे, जंचना।
मन में चोर पैठना मन में किसी प्रकार का खटका या सन्देह होना, मन में दुर्भाव आना।
मन जमना ठीक जंचना, उचित या युक्ति युक्त प्रतीत होना, विचार में आना, ध्यान में आना।
मन में टांके रखना स्मरण रखना, याद रखना।
मन में ठानना निश्चय करना, दृढ़ संकल्प करना।
मन में धंसना चित में प्रभाव उत्पन्न करना, मन में निश्चय या विश्वास उत्पन्न करना, हृदय में अंकित होना, ध्यान पर बराबर चढ़ा रहना। उ0- मन मंह धंसी मनोहर मूरति टरति नहीं वह टारे। सूर।
मन में धरना गुप्त रखना, प्रकट न करना, स्मरण रखना।
मन में नक्शे कराना किसी के मन में कोई बात अच्छी तरह बैठाना।
मन में बसना ध्यान में बना रहना, स्मृति में रहना। उ0- सीस मुकुट कटि काछनी, कर मुरली उर माल। इहि बानक मो बसौ मन सदा बिहारी लाल। बिहारी। मन में खुमना, पसन्द आना, अच्छा लगना, रूचना, माना। उ0- गुर के मेला जिव डरे काया छीजन हारा। कुमति कमाई मन बसे लागु जुवा की लार। कबीर।
मन में बसाना चित में इस प्रकार जमाना कि बराबर ध्यान में रहे। हृदय में अंकित कर लेना। उ0- व्यासदेव जब शुकहि सुनायो। सुनि के शुक सो हृदय बसायो। सूर।
मन में भरना हृदयंगम करना, मन में जमाना।
मन में मरोड़ करना मन में दुराव या कपट रखना, कपट करना। उ0- साधू आवत देखि के मन करत मरोर । सौ होवेगा चूहड़ा बसे गांव की ओर। कबीर।
मन में मैला आना (किसी के विषय में) मन में बुराई, दुर्भाव पैदा होना।
मन में मैल रखना मन में किसी प्रकार का दुर्भाव या वैमनस्य आदि रखना।
मन में रखना गुप्त रखना, प्रकट न करना, स्मरण रखना।
मन में लाना विचार करना, सोचना, ध्यान देना। उ0- कहै पद्माकर झकोर झिलली शोरन को मोरन को महत न कोऊ मन त्यावतो। पद्माकर।
मन मैला करना मन में खिनन होना, अप्रसन्न या असन्तुष्ट होना। उ0- (क) भाइ मिले मन का करिहो मुँह ही के मिले ते किये मन मैले। केशव। (ख) परसत मन मैला करै। रहीम।
मन मैला होना किसी के बारे में विचार का खराब हो जाना, खिन्न होना।
मन मोटा करना मन में खिन्न होना, अप्रसन्न या असन्तुष्ट होना।
मन मोटा होना विराग होना, उदासीन होना।
मन मोड़ना प्रवृत्ति या विचार का दूसरी ओर लगाना।
मन मोहना किसी के मन को अपनी ओर आकृष्ट करना, मन लुभाना, अनुरक्त करना। उ0- जग जदपि दिगंबर पुष्पवती नर निरखि मन मोहे। केशव।
(किसी का) मन रजखना किसी की इच्छा पूर्ण करना, किसी के मन में आई हुई बात पूरी करना।
मन लगना जी लगना,तबीयत आना, चित विनोद होना। उ0- बिरहागि ह्वै दुगुनी जगै। मन बात देखत ना लगै। गुमान।
मन लगाना चित लगाना, मनोयोग देना, चित विनोद करना, मन की उदासी मिटाना, प्रेम करना, अनुराग करना।
मन ललचाना मन मोहित करना, मुग्ध करना, लुभाना। उ0- गली में आय, तान मोहिनी सुनाय, मेरो मन ललचाय भय्यो कानन में रस है।
मन लाना मन लगाना, जी लगाना। उ0-(क) गगन मंडल मां मा उजियारा उलटा फेर लगाया। कहे कबीर जन भये विवेकी जिन यंत्री मन लाया। कबीर। (ख) छमिहहिं सज्जन मोर ढिठाई। सुनिहहि बाल वचन मन लाई। तुलसी। प्रेम करना, आसक्त होना। उ0- पवन सांस तोसो मन लाई। जोवे मारक दृष्टि बिछाई। जायसी।
मन से उतरना मन में आदर भाव न रह जाना, तिरस्कृत होना, घृणित ठहरना, याद न रहना, विस्मृत होना।
मन से उतारना मन में पहले का सा आदर भाव न रखना, तिरस्कार करना, घृणा, विस्मृत करना, भुलाना।
मन हरना मन मुग्ध करना, मोहित करना, मोह लेना। उ0- वह देखे युवति वृंद में ठाढ़ी बसन तनु गोरी। सूरदास। मेरो मन बाकी चितवन देखि हरेउ री। सूरदास। मन खींचना, मन आकर्षित करना, लुभाना। उ0- हरि दिखराय मोहिनी मूरति मन हरि लियो हमारी। सूर।
मन हरा होना प्रसन्न होना, चित्त प्रसन्न होना।
मन ही मन हृदय में, चुपचाप, बिना कुछ कहे हुए,भीतर ही भीतर। उ0- (क) ललिता मुख चिवत मुसुकाने। आप हंसी पिय मुख अवलोकत दुहुनि मनहिं मन जाने। सूरदास। (ख) मन ही मन मनाय अकुलानी। रामा0।
मन होना इच्छा होना। उ0- उमगत अनुराग सभा के सराहे भाग देखि दसा जनक की कहिबै को मनु भयो। तुलसी।
मनमाना अपने मन के अनुसार, यथेच्छ।
मनसा फलना इच्छा पूर्ण या सफल होना।
मनसायन करना बातचीत आदि के द्वारा इस प्रकार किसी का मन बहलाना जिसमें उसे अकेले होने का कष्ट न जान पड़े।
मनसूबा बांधना युक्ति निकालना, ढंग सोचना।
मनुहार करना विनती करना, खुशामद करना, मनाना। उ0- (क) तुम्हारे हेतु हरि लियो अवतार। अब तुम जाइ करो मनुहार। सूर। (ख) दुसह रोष मूरति भृगुपति अति नृपति निकर षयकारी। क्यों सोपेउ सारंग हारि हिय करिहै बहु मनुहारी। तुलसी।
मन्नत उतारना मन्नत पूरी करना, पूजा की प्रतिज्ञा पूरी करना।
मन्नत चढ़ाना मन्नत पूरी करना, पूजा की प्रतिज्ञा पूरी करना।
मन्नत मानना मनौती मानना
मयस्सर होना मिलना, प्राप्त होना।
मरकर जीना मरते-मरते बचना।
मर-खप जाना मरकर नष्ट हो जाना।
मर-पचना अत्यन्त कष्ट सहना, जान तोड़कर, मेहरत, कोशिया करना, अति श्रम करना।
मर मिटना श्रम करते करते विनष्ट हो जाना, प्रयत्न करते करते बहुत बुरी दशा में पहुंचना। उ0- इसी तमन्ना में मर मिटे हम। मरकर मिट जाना। जान दे देना। तबाह हो जाना।
मर लेना प्रयत्न करते करते मरने का सा कष्ट भोग चुकना।
मरते को मारना दुखिया को और सताना।
मरना जीना जीवन-मरण, जीवन-मरण का चक्र, शादी-गमी।
मरने की छुट्टी न मिलना बिलकुल छुट्टी न मिलना, अवकाश का अभाव होना, दिन रात कार्य में फंसा रहना।
मरने तक की फुरसत न होना दम मारने को फुरसत न मिलना, काम की भारी भीड़ में होना।
महहमत करना देना, प्रदान करना।
मरहमत फरमाना देना, प्रदान करना।
मरहला तय करना झमेला निबटाना, कठिन काम पूरा करा।
मरा जाना बहुत व्याकुल होना, व्यग्र होना, उत्सुक होना, उतावली करना, घबड़ाना।
मरातिब तै करना किसी विषय के सारे झगड़ों का निपटारा करना।
मरू करि कठिनाई से, ज्यों त्यों करके, बहुत मुश्किल से। उ0- ता कहं तौ अब लौ बहराई कै राखी बसाइ मरू करि में है। केशव।
मरूरा देना बल देना, मरोड़ना, उमेठना। उ0- मुख के पवन परस्पर सुखवत गहे पानि पिय जूरो। बुझति जानि मन्मथ चिनगी फिरि मानो दियो मरूरो। सूर।
मरोड़ की बात पेचदार बात, घुमाव फिराव की बात।
मरोड़ खाना चक्कर खाना। उ0- न्हाय बसत पहिरन लगी बस न चल्यो चित दौर। खाय मरोर खड़े गिप्यो गड़े कड़े कुच कोर। रामसहाय। उलझन में पड़ना।
मरोड़ गहना क्रोध करना। उ0- रह्यो मोह मिलना रहियो यों कहि गहै मरोर। उत है सखिहि उठाहनो इत चितई मो ओर। बिहारी।
मरोड़ी करना खींचातानी करना, इधर उधर करना। उ0- नख सिख लौ चित चोर सकल अंग चीन्हे पर करत कत मरोरी। एक सुनि हज्यो मेरो सरबस अरू उलटी डोलो संग डोरी। सूर।
मर्द आदमी भला आदमी, सभ्य पुरूष, वीर।
मर्यादा रखना बरात का विवाह के तिसरे दिन ठहरकर मौज में सम्मिलित होना।
मलार की सूझना बहुत प्रसन्न होकर कुछ कहना, विशेषत गाना।
मलाल आना किसी की ओर से चित्त खिन्न हो जाना, मन में मैल आ जाना।
मलाल निकालना मन में दबा हुआ दुःख कुछ वक्त झककर दूर करना।
मलोले आना दुःख होना, पछतावा होना, पश्चाताप होना।
मलोले खाना मानसिक व्यथा सहना, दुःख उठाना।
मवास करना बसेरा करना, निवास करना। उ0- (क) कहै पद्माकर कालिंदी के कंदबन पै, मधुपन कीन्हो आई महत मवासो है। पद्माकर। (ख) निडर तहांई मधु करत मवासो है। सरस।
मवासी तोड़ना गढ़ तोड़ना, विजय करना, संग्राम जीतना। उ0- कबदते मवासी तोरी। कब सुकदेव तोपची जोरी। कबीर।
मशाल लेकर ढूंढना अच्छी तरह ढूंढना, सावधनी से ढूंढना।
मशीखत बघारना बढ़ बढ़कर बातें करना, शेखी बधारना।
मष्ट करना चुप होना, चुप करना, मुँह न खोलना। उ0- (क) बोलत लखनहिं जनक डेराहीं। मष्ट करहु अनुचित भल नाहीं। तुलसी। (ख) ग्वालिनी श्याम तनु देख री आयु तन देखिये। भीत जब होइ तब चित अवरेखिये। कहां मेरो कान्ह की तनक सी आंगुरी बड़े बड़े नखनि के चिन्ह तेरे। मष्ट करू हंसे गरे लोगु अंकवार भुज कहां पाये तै श्याम मेरे। सूर। (ग) बूझेउि सचिव उचित मत कहहू। ते सब हंसे भष्ट करि रहहू। तुलसी।
मष्ट धारना मौन धारण करना, चुप्पी साधना। उ0- सुन्यो वसुदेव दोउ नंदसुअव आये। तिया सो कहत कछु सुनत है री नारि, रातिहू सपन कछु एसो पाये। गए अकूर तेहि नृपति मांगे बोलि, तुरत आए आनि कंस मारे। कहो पिय कहत सुनिहै बात पैरिया, जाय कहिहै रहो मष्ट धारे। सूर।
मष्ट मारना मौन धारण करना, चुपचाप रहना।
मसजिद में चिराग जलाना मन्नत पूरी करने के लिए मसजिद के ताकों में दिये जलाना।
मसला हल होना उलझन, कठिनाई का दूर हो जाना या उसका उपाय मिल पाना।
मसें मींगना मूछों का निकलना आरम्भ होना, मूछों की रेखा दिखाई पड़ने लगना। उ0- उठत बैठत मस भीजत सलोने सुठि शोभा देखवैया बिनु बित ही बिकै है।
मसान जगाना तंत्र शास्त के अनुसार श्मशान पर बैठकर शव की सिद्धि करना, शव साधन करना। उ0- कपट सयानि न कहति कछु जानति मनहु मसान। तुलसी।
मसान पड़ना सन्नाटा हो जाना।
मसू करके बहुत कठिनता से, बड़ी मुश्किल से। उ0- रसखानि तिहारी सो एरी जसोमति मागि मसू करि छूटन पाई। रसखान।
मसोदा करना युक्ति सोचना, सलाह करना।
मसोदा गांठना कोई काम करने की युक्ति या उपाय सोचना, तरकीब निकालना, मजूमन बनाना, मनसूबा बांधना।
मसौदा बांधना कोई काम करने की युक्ति या उपाय सोचना, तरकीब निकालना।
मस्ती झड़ना मस्ती दूर होना, मस्ती उतरना, अक्ल ठिकाने आना।
मस्ती झाड़ना मस्ती दूर कर देना। (नशा, गर्व) दूर कर देना।
मस्ती निकालना प्रसंग करके वीर्यपात करना, संभोग करके वीर्य स्खलित करना।
मस्ती पर आना मस्त होना ।
महफिल जमना जलसा लगना, जलसे का रंग जमना।
महर (मेहर) बख्शवाना पति का कह सुनकर पत्नी से महर माफ करवा लेना।
महर बांधना महर के लिए धन या सम्पत्ति नियत करना।
महशर बरपा होना भारी उपद्रव मचना।
महसूस करना अनुभव करना।
महसूस होना अनुभव होना।
महयाई खाना भय से कांपने लगना, बदहवास हो जाना।
महीन काम वह काम जिसके करने में बहुत सावधनी और आंख गड़ाने की आवश्यकता पड़ती हो।
महीने से होना स्त्रियों का रजस्वला होना, रजोधर्म से होना।
मांग उजड़ना विधवा होना।
मांग कोख से सुखी रहना स्त्रियों का सौभाग्यवती और सन्तानवती रहना। उ0- आनंद अवनि राज रानी सब मांगहु कोखु जुड़ानी। तुलसी।
मांग पट्टी करना केश विन्यास करना, कंघी करना।
मांग पारना केशों को दो ओर करके बीच में मांग निकालना।
मांग फारना केशों को दो ओर करके बीच में मांग निकालना।
मांग बांधना कंघा चोटी करना।
मांझ पड़ना बीच पड़ना, अन्तर पड़ना। उ0- द्वादश बरष मांझ भयो तब ही पिता सेवा सावधान मन नीको कर आनिये। प्रियादास।
मांझा ढीला होना। कमजोरी मालूम होना।
मांझा बैठना वर-कन्या का विवाह के दो तीन दिन पूर्व पीले कपड़े पहनकर एकान्तवास करने लगना।
मांझे का जोड़ा हलदी की रस्म के बाद वर कन्या को पहनाये जाने वाले कपड़े।
मांद पड़ना फीका पड़ना, बे आब होना।
मांइन में थापना पितरों के समान आदर करना। उ0- जो लो हो जीवन भर जीवो सदा नाम तुव जहियो। दधि ओदन दोना करि देहो अरू माइंन में थपिहो। सूर।
माख मानना बुरा या बिलक मानाना। उ0 (क) माखे लखन कुटिल भई भौहे। रामा0। (ख) माखि मानि बैठो ऐठि लाडिलो हमारो ताको। रत्नाकर।
माचल मारना जान-बूझकर अनजान बने रहना, मचला होना।
माल काटना किसी के धन को अनुचित रूप से अधिकार में लेना, माल उड़ाना, चलती रेलगाड़ी या माल गोदाम आदि में से माल चुराना।
माट बिगड़ जाना किसी के स्वभाव का ऐसा बिगड़ जाना कि उसका सुधार असम्भव हो।
माटी होना नष्ट होना, निस्सार होना।
माता ठंडी करना शीतला या चेचक के होने पर शीतला की अन्तिम पूजा करना।
मातम मनाना शोक करना।
माथा कूटना सिर पीटना।
माथा खपाना अत्यधिक समझाना या सोचना, सिर खपाना, मगज पच्ची करना, मस्तिष्क से अत्यधिक या व्यर्थ काम लेना, हैरान होना।
माथा खाली करना अत्यधिक समझाना या सोचना, सिर खपाना, मगज पच्ची करना, मस्तिष्क से अत्यधिक या व्यर्थ काम लेना, हैरान होना।
माथा घिसना नम्रता प्रकट करना, अनुनय विनय करना, भूमि से सिर लगाकर प्रणाम करना।
(किसी के आगे) माथा झुकाना अत्यधिक नम्रता या अधीनता प्रकट करना।
माथा टकराना अत्यन्त अनुनय विनय करना, घोर प्रयत्न करना, सिर मारना, हैरान होना।
माथा टेकना प्रणाम करना, दण्डवत करना।
माथा ठनकना किसी अनिष्ट की पहले से आशंका होना, किसी बुरे लक्षण को देखकर चित में घोर आंशका उत्पन्न होना, गहरा खटका पैदा होना, सचेत होना, सिर में रूक रूककर दर्द होना।
माथा घुनना सिर पर हाथ मारकर अत्यधिक दुःख या शोक करना।
माथा पच्ची करना देर तक सोचना समझना, विशेष परिश्रम से समझना, सिर खपाना।
माथा मारना सिर मारना, माथा पच्ची करना।
माथा रगड़ना नम्रता प्रकट करना, खुशामद करना, भूमि से सिर लगाकर प्रणाम करना।
माथे चढ़ाना शिरोधार्य करना, सादर स्वीकार करना।
माथे ठीका होना (किसी बात का) किसी के नाम ठेका होना, खासतौर से किसी के जिम्मे होना।
माथे धरना शिरोधार्य करना, सादर स्वीकार करना। उ0- मम आयुस तुम माथे धरो। छल बल करि मम कारज करो। सूर।
माथे पड़ना उत्तरदायित्व आ पड़ना, ऊपर आ पड़ना।
माथे पर बल पड़ना आकृति से क्रोध, दुःख या असन्तोष आदि के चिन्ह प्रकट होना, शक्ल से नाराजगी जाहिर होना।
माथे भाग होना भाग्यवान होना।
माथे मढ़ना गले बांधना, गले मढ़ना, जबरदस्ती देना, सिर थोपना।
माथे मानना शिरोधार्य करना, सादर स्वीकार करना। उ0- (क) कह रवि सुत मम कारज होई। माथे मानि करब हम सोई। सबलसिंह। (ख) सूरदास प्रभु के जिय भावे आयुस माथे मानि। सूर।
माथे मारना बहुत ही उपेक्षा का तिरस्कापूर्वक किसी को कुछ देना, बहुत तुच्छ भाव से देना।
मान मथना मान भंग करना, गर्व चूर्ण करना, शेखी तोड़ना। उ0- इन जरासंघ मदअंम मम मान मथ बांधि बिनु काज बल इहां आने। सूर।
मान मनाना रूठे हुए को मनाना। उ0- घरी चारि परम सुजान पिय प्यारी रीझि, मान न मनाओ, मानिनी को मान देखि रहयो। रघुनाथ।
मान मारना मान का त्याग करना, मान छोड़ देना। उ0- मुख को निहारो जो न मान्यो सो भली करी न केशौराय की सो तोहिं जो तू मान मोरिहे। केशव।
मान रखना बात रखना (किसी के) बड़प्पन का सम्मान करना, प्रतिष्ठा करना। उ0- कारी थोरे दाम की आवै बहुते काम। खासा मलमल बाफता उन कर राखे मान। गिरिधर।
माफ करना क्षमा करना। उ0- (क) प्रभु जु में ऐसो अमल कमायो साबिक जमा हुती जो जोरी मीजां कुल तल आयो।…. बड़ों तुम्हार बरामद हू को लिखि कीन्हो है साफ। सूरदास को वह मुहासिबा दस्तक कीजो माफ। सूर। (ख) खलनि को योग जहां नाज ही में देखियतु माफ करिबेही मांह होतु कर नाशु है। गुमान।
माफी चाहना क्षमा मांगना, माफ किये जाने के लिए प्रार्थना करना।
माफी मांगना क्षमा मांगना, माफ किये जाने के लिए प्रार्थना करना।
मामला करना बातचीत करना, बात पक्की करना, समझौता करना, फैसला करना।
मामला पटाना सौदा करना।
मामला बनाना काम ठीक करना, पक्की करना, सम्भोग करना, प्रसंग करना।
मामी पीना दोषारोपण को ध्यान में न लाना, अपने रोश पर ध्यान न देना। उ0- ऊधो हरि काहे के अंर्तयामी। अजहुं न आइ मिले यहि औसर अवधि बतावत लाभी। कीन्ही प्रीति पुहुप संडा की अपने काज के कामी। तिनको कौन परेखा कीजै जै है गरूड़ के गामी। आई उधरि प्रीति कलई सी जैसे खाटी आमी। सूर। (ख) लाज कि और कहा कहि केशव जे सुनिये गुण ते सब ठाये। मामी पिये इनकी मेरी माई को है। हरि आठहू गांठ हठाये। केशव। मुकर जाना।
मारकंडेय की आयु होना दीर्घजीवी होना, चिरायु होना।
मारका सर करना युद्ध में जय लाभ करना।
मारग मारना रास्ते में पथिक को लूट लेना। उ0- मारग मारि जहीसुर मारि कुमारग कोटिक के धन लियो। तुलसी।
मारन लगना रास्ता लेना, रास्ता लगना, चला जाना। उ0- (क) जोगी होहु तो जुक्ति सो मांगहु। भुगुति लेहु लै मार लागहु। जायसी। (ख) खप्पर लिये वार भा मांगो। भुगुति देहु लै मारग लागो। जायसी। (ग) यह सुनि मुनि मारग लगे सुख पायो नर देव। केशव।
मारग लेना रास्ते लगना, रास्ता लेना, चला जाना।
मारने उठना मारने के लिए उद्यत होना।
मारते मारते गूदा निकालना गहरी मार मारना।
मारा मारा फिरना व्यर्थ घूमना, दर दर की ठोकरे खाना, दुर्दशाग्रस्त होकर इधर उधर भटकना। उ0- टुक हिर्स हवा को छोड़ मियां मत देस विदेश फिरे मारा। कज्जाक अजल का लूटे है दिन रात बजाकर नक्कारा, क्या बधिया भैंसा बैल शतुर क्या गोनी पल्ला सर मारा। क्या गेहूं चावल माठ मटर क्या आग धुआं और अंगारा। सब ठाट पड़ा रह जाएगा जब लाद चलेगा बंजारा। नजीर।
मारे शर्म के गुड़ जाना बहुत लज्जित होने के कारण मुंह न दिखा सकना, बहुत लज्जित होना।
मारे शर्म के पानी पानी होना अत्यधिक लज्जित होने के कारण मुंह न दिखा सकना, अत्यधिक लज्जित होना।
माल उड़ाना बहुत रूपया खर्च करना, धन का अपव्यय करना, किसी की सम्पित्त को हड़प लेना, दूसरे का माल अनुचित रूप से ले लेना, सुस्वादु और बहुमूल्य भोजन करना।
माल काटना दूसरे का पैसा हथियाना, नाजायज तौर से रूपया पैदा करना, चलती ट्रेन आदि से माल चुराना।
माल चाभना अनेक प्रकार के स्वादिष्ट और पौष्टिक पदार्थ खान, बढ़िया बढ़िया चीजें खाना।
माल चीरना पराया धन हड़पना, माल उड़ाना, माल मारना, अनुचित रूप से बहुत धन कमाना।
माल न समझना अस्तित्व न समझना, कुछ न गिनना।
माल मारना अनुचित रूप से पराये धन पर अधिकार करना, दूसरे की सम्पत्ति दबा बैठना, अनुचित रूप से बहुत धन कमाना।
माला फेरना जप करना, भजन करना। उ0- (क) कबिरा माला काठ की बहत जतन का फेरू। माला फेरो सांस की जामे गांठ नप मैं। कबीर। (ख) माला फेरत जग मुदा फिरा न मन का फेर। कर का मन का डार के मन का मनका फेर। कबीर। बार बार नाम लेना, रट लगाना, धुन लगाना।
मावा निकालना खूब पीटना, कचूमर निकालना।
माश मारना उरद के दानों पर मंत्र पढ़कर किसी पर फेकना, जादू करना।
माशा तोला होना चित का स्थिर न होना, छिन छिन में बदलना।
माह ताब देना तोप के पतीले में आग देना।
माहुर की गांठ भारी बिषैली वस्तु, अत्यन्त दुष्ट या कुटिल मनुष्य।
माल उड़ाना बहुत रूपया खर्च करना, धन का अपव्यय करना, किसी की सम्पित्त को हड़प लेना, दूसरे का माल अनुचित रूप से ले लेना, सुस्वादु और बहुमूल्य भोजन करना।
माल काटना दूसरे का पैसा हथियाना, नारायज तौर से रूपया पैदा करना, चलती ट्रेन आदि से माल चुराना।
माल चाभना अनेक प्रकार के स्वादिष्ट और पौष्टिक पदार्थ खान, बढ़िया बढ़िया चीजें खाना।
माल चीरना पराया धन हड़पना, माल उड़ानार, माल मारना, अनुचित रूप से बहुत धन कमाना।
माल न समझना अस्तित्व न समझना, कुछ न गिनना।
माल मारना अनुचित रूप से पराये धन पर अधिकार करना, दूसरे की सम्पत्ति दबा बैठना, अनुचित रूप से बहुत धन कमाना।
माला फेरना जप करना, भजन करना। उ0- (क) कबिरा माला काठ की बहत जतन का फेरू। माला फेरो सांस की जामे गांठ नप मैं। कबीर। (ख) माला फेरत जग भया फिरा न मन का फेर। कर का मन का डार के मन का मनका फेर। कबीर। बार बार नाम लेना, रट लगाना, धुन लगाना।
मावा निकालना खूब पीटना, कचूमर निकालना।
माश मारना उरद के दानों पर मंत्र पढ़कर किसी पर फेकना, जादू करना।
माशा तोला होना चित का स्थिर न होना, छिन छिन में बदलना।
माह ताब देना तोप के पतीले में आग देना।
माहुर की गांठ भारी बिषैली वस्तु, अत्यन्त दुष्ट या कुटिल मनुष्य।
मिजाज आना अभिमान करना, घमण्ड होना।
मिजाज खराब होना मन में अप्रसन्नता आदि उत्पन्न होना, ग्लानि आदि होना, अस्वस्थता होना।
मिजाज खौलना अत्यधिक क्रोध या आवेश आना
मिजाज न मिलना अभिमान के कारण किसी का अलग रहना, घमंड के कारण किसी से ठीक तरह बात न करना, इतराना।
मिजाज पहचानना किसी के रूचि-स्वभाव को समझना।
मिजाज पाना स्वभाव पहचान लेना, किसी स्वभाव से परिचित होना, किसी को अनुकूल या प्रसन्न देखना।
मिजाज पूछना तबीयत का हाल पूछना, कुशल प्रश्न करना।
मिज़ाज़ बिगड़ना मन में किसी प्रकार की अप्रसन्नता आदि उत्पन्न होना, ग्लानि आदि होना, अस्वस्थता होना।
मिजाज बिगाड़ना किसी के मन में क्रोध, अभिमान आदि मनोधिकार उत्पन्न करना।
मिजाज में आना ध्यान में आना, समझ में आना, दिल में आना।
मिजाज सातवें आसमान पर होना घमंड बहुत बढ़ जाना, गर्व से पांव सीधे न पड़ना।
मिजाज सीधा होना अनुकूल या प्रसन्न होना, तबीयत ठिकाने होना।
मिज़ाज होना घमंड होना।
मिट्टी उठना लाश, शव, जनाजा उठाना।
मिट्टी करना नष्ट करना, खराब करना, चौपट करना।
मिट्टी के मोल बहुत सस्ता, बहत ही थोड़े मूल्य पर।
मिट्टी खराब होना अन्त्येष्टि, क्रिया कर्म ठिकाने से न होना।
मिट्टी छूये सोना होना भाग्य का प्रबल होना, सितारा चमकना, साधारण काम मंे भी विशेष लाभ होना।
मिट्टी ठिकाने लगना अन्त्येष्टि समुचित प्रकार से होना।
मिट्टी ठिकाने लगाना समुचित प्रकार से (किसी की) अन्त्येष्टि करना।
मिट्टी डलवाना चोरी गयी हुई वस्तु का पता लगाने के लिए लोगों से किसी स्थान पर मिट्टी डालने के लिए कहना।
मिट्टी डालना किसी के दोष को छिपाना, दोष परदा डालना, किसी बात को जाने देना।
मिट्टी ढह जाना मुसलमानों में किसी के मरने पर सब लोगों का उसकी कब्र में तीन मुट्ठी मिट्टी डालना जो पुण्य का कार्य समझा जाता है। कब्र में गाड़ना।
मिट्टी देना कब्र में गाड़ना, लाश को दफन करना, लाश को कब्र में सुलाने के बाद उपस्थित जनों का उस कब्र में तीन तीन मुट्ठी मिट्टी डालना।
मिट्टी पकड़ना जमीन पर दृढ़़तापूर्वक जम जाना, नड़ पकड़ना, अच्दी तरह जम जाना।
मिट्टी पलीद करना दुर्दशा करना, खराबी करना, बरबाद करना।
मिट्टी पलीद होना दुर्दशा होना, ज़लील होना, क्रिया कर्म ठिकाने से न होना।
मिट्टी में मिलना नष्ट होना, चौपट होना, खराब होना, मरना।
मिट्टी में मिलाना नष्ट होना, चौपट होना, बरबाद करना।
मिट्टी से मिट्टी मिलना मुर्दे का दफन होना।
मिट्टी होना नष्ट होना, खराब होना, मैला कुचैला होना, बेकार होना।
मिठाई चढ़ाना मन्नत पूरी होने पर किसी देवी देवता को मिठाई अर्पित करना।
मिठाई बांटना किसी सफलता या अभिष्ट सिद्धि की खुशी में मिठाई बांटना।
मिति चढ़ना तिथि लिखना, तिथि डालना।
मिति पूजना आयु के दिन पूरा होना।
मिती काटना ब्याज काटना।
मिती पूजना हुंडी का नियत समय पूरा होना, हुंडी की अवधि पूरी होना।
मिनटों में बात की बात में।
मियां की जूती मियां का सर जिसकी चीज हो, उसी के विरूद्ध उसका प्रयोग करना।
(अपने मुँह) मिया मिट्ठू बनना अपनी प्रशंसा अपने आप करना।
मियां मिट्ठू बनाना तोते की तरह रटाना, बिना समझाये पढ़ाना।
मियादी हुंडी़ वह हुंडी जिसके रूपये को मिति के बाद देने का नियम हो।
मियान से निकल पड़ना बहुत तेज स्वभाव का होना, बात-बात पर लड़ने को तैयार होना।
मिल बांटकर खाना सबको बांटकर, लाभ आदि में दूसरों को सम्मिलित करके खाना या उपयोग करना।
मिल्लत का जिसमें मिलनसारी हो, मिलनसार।
मिसरा लगाना किसी एक मिसरे में अपनी ओर से रचना करके दूसरा मिसरा जोड़ना।
मिसिल उठाना पुस्तक के अलग अलग फर्मों को सीने के लिए पहले एक क्रम से लगाना (दफ्तरी)।
मिसली चोर बहुत बड़ा चोर या बदमाश जिसके अपराध न्यायालय की मिसिलों तक से प्रमाणित हो।
मिस्सी काजल करना स्त्रियों का बनाव सिंगार करना, मिस्सी और काजल आदि लगाना।
मिहना मारना ताना मारना, ठठोली करना।
मीआद काटना कारागार का दण्ड भोगना, सजा भुगतना।
मीआद गुजारना अवधि बीत जाना।
मीआद बोलना कारावास का दण्ड देना, कैद की सजा सुनाना।
मीजा पटना दो व्यक्तियों का परस्पर मेल जोल होना, स्वभाव मिलने के कारण मेल होना।
मीजा मिलना स्वभाव मिलने के कारण मेल होना।
मीज़ाज मिलना जमा खर्च का मीजान बराबर होना।
मीठा होना किसी प्रकार के लाभ या आनन्द आदि की प्राप्ति होना, अपने पक्ष में कुछ भलाई होना।
मीठी छुरी चलाना दोस्ती के परदे में गला काटना।
मीठी बोली मधुर वचन।
मीन की सनीचरी मीन राशि पर शनि की स्थिति की दशा जिसका फल राजा और प्रजा दोनों का नाश माना जाता है। उ0- एक तो कराल कतिकाल सूल मूल तो में कोढ़ में की खाज सी सनीचरी है मीन। तुलसी।
मीन-मेष करना किन्तु परन्तु या इधर उधर करना, आना पीछा करना, संकल्प विकल्प करना। उ0- कियो अकूर भोजन दुहुन संग लै, नर नारी ब्रज लोग सबै देखे। मनो आए संग, देखि ऐसे रंग, मनहि मन परस्पर कर मेषै। सूर।
मीन-मेख निकालना दोष निकालना, छिद्रान्वेषण करना। उ0- काम विधि बाम की कला में मीन मेख कहा। ऊ. श0।
मीन-मेख होना गड़बड़ होना।
मीनाकारी छांटना व्यर्थ का छिद्रान्वेषण करना, निरर्थक दोष निकालना, बाल की खाल निकालना।
मुंडकरी मारना घुटनों में सिर देकर, बहुत दुखी होकर बैठना।
मुंडो का विधवा स्त्री के गर्भ से उसके वैधव्य काल में उत्पन्न बालक।
मुंह अंधेरे प्रभात के समय, तड़के।
मुंह आंसुओं से धोना बहुत रोना।
मुंह आना मुंह में छाले पड़ना और चेहरा सूजना।
मुंह इतनासा निकल आना चेहरा धंस जाना, बहुत दुबला हो जाना।
मुंह उजला होना प्रतिष्ठा रह जाना, बात रह जाना, इज्जत न जाना।
मुंह उजाले प्रभात के समय, बहुत सबेरे, तड़के।
मुंह उठना किसी ओर चलने की प्रवृत्ति होना।
मुंह उठाकर कहना बिना सोचे समझे कहना, जो मुंह में आवे सो कहना।
मुंह उठाकर चलना नीचे की ओर बिना देखे हुए, केवल ऊपर की ओर मुँह करके चलना, अंधाधुंध चलना।
मुंह उठाये चले जाना बेधड़क चले जाना, बिना रूके हुए चले जाना।
मुंह उठे प्रभात के समय, बहुत सबेरे, तड़के।।
मुंह उतर जाना दुखी या उदास होना।
मुंह उतरना दुर्बलता के कारण सुस्त होना, चेहरे पर रौनक न रह जाना, विफलता, हानि या दुःख आदि के कारण उदास होना, विवर्णता होना।
मुंह औधाकर पड़ना दुःख, रोष या मान से अलग जाकर पड़ना।
मुंह औधाकर लेटना दुःख, रोष या मान से अलग जाकर पड़ना।
मुंह करना मुलाहजा करना, ख्याल करना, सामना करना, मिलाना, आक्रमण करना, फोड़े का फूटना।
(किसी और को) मुंह करना किसी ओर जाने का विचार करना।
मुंह का कच्चा (घोड़ा) जो लगाम का झटका न सह सके। जिसकी बात का कोई विश्वास न हो, झूठा, जो किसी बात को गुप्त न रख सकता हो, हर एक बात सबसे कह देने वाला।
मुंह का कड़ा लगाम का अंकुश न मानने वाला (घोड़ा), कड़ा, तेज, उदण्डतापूर्वक बातें करने वाला।
मुंह का कौर बहुत आसान काम।
मुंह का कौर छीनना देखते देखते किसी का अंश दबा बैठना, किसी की रोटी छीनना, मिलती हुई वस्तु से वंचित करना।
मुँह का कौर होना आसान या सरल होना।
मंह का निवाला बहुत आसान काम।
मुंह का मीठा मधुर और प्रिय बोलने, किन्तु अन्दर कपट रखने वाला, चिकनी चुपड़ी बातें करने वाला।
मुंह का सख्त मुंह जोरा लगाम का अंकुश न मानने वाला (घोड़ा)।
मुंह का सच्चा बात का धनी, वादे का पक्का।
मुंह काला करना (अपना) व्यभिचार करना, मुँह में कालिख पोतना, अपनी बदनामी करना, अनुचित संभोग करना।
मुंह काल करना (दूसरे का) अपेक्षा से हटाना, त्यागना, व्यर्थ का झंझट दूर करना, कलंक का कारण होना, अपमान करना।
(किसी का) मुंह काला हो मुंह में कालिख लगे, नाश हो (शाप)।
मुंह काला होना कंलकित होना, बदनाम होना, दूर होना, नष्ट होना।
मुंह किलना मुंह का बन्द किया जाना, जवान बन्द हो जाना।
मुंह की खाना थप्पड़ खाना, अनादर किया जाना, दुर्दशा कराना, मुंह तोड़ उत्तर सुनना, लज्जित होना, धोखा खाना, चूक जाना, पराजित होना, हार जाना, किये का पूरा फल पाना, नीचा देखना, बेइज्जत होना।
मुंह की बात छीनना जो बात कोई दूसरा करना चाहता हो वही आप कह देना।
मुंह की मक्खी न उड़ा सकना अत्यधिक दुर्बल होना।
मुंह कील देना मंत्र बल से जवान बंद कर देना, बोलने से रोकना, चुप करा देना, घूस से मुंह बंद कर देना।
मुंह कूंचना मारा पीटना, मान ध्वंस करना, ध्वस्त करना।
मुंह के कौए उड़ जाना चेहरे पर हवाईयां उड़ने लगना, हवास गायब हो जाना।
मुंह के टुकड़े उड़ जाना पानी में अधिक चूना होने के कारण मुंह का कट जाना।
मुंह के बल गिरना ठोकर खाना, धोखा खाना, बिना सोचे समझे किसी ओर प्रवृत्त होना, कोई वस्तु प्राप्त करने के लिए आतुर हो जाना।
मुंह के लच्छन झड़ना निर्लज्ज हो जाना।
मुंह के लायक होना (किसी को) स्थिति के अनुरूप होना।
मुंह खराब करना जवान का स्वाद बिगाड़ना, जवान से गंदी बातें कहना।
मुंह खुलना उदंतापूर्वक बातें करने की आदत पड़ना। (फोड़े का) मुंह बड़ा हो जाना।
मुंह खुलवाना बोलने को बाध्य कहना, गुस्ताख़ बनाना।
मुंह खुश्क होना गला, जवान का सूखना, मन में भय भर जाना, घबरा जाना।
मुंह खोलकर रह जाना कुछ कहते कहते चुप हो जाना, सहमकर चुप रह जाना।
मुंह खोलना कहना, बोलना, गालियां देना, खराब खराब बातें कहना, चेहरे पर से घूंघट आदि हटाना।
(किसी को) मुंह चढ़ाना किसी को बहुत उदंड बनाना, बातें करने में दृष्ट करना, अपना पार्श्ववर्ती और प्रिय बनाना।
मुंह चढ़ाना आकृति से असन्तोष या अप्रसन्नता प्रकट करना।
मुंह चपड़ा कर देना कल्ले पर जोर का तमाचा लगाना।
मुंह चलना भोजन होना, खाया जाना, मुंह से व्यर्थ की बातें या दुर्वचन निकलना, खूब बोलना।
मुंह चलाना खाना, भोजन करना, बोलना, बकना, दुर्वचन कहना, घोड़े का काटना, दांत से काटना, विशेषतः घोड़े का काटना।
मुंह चाटना खुशामद करना, ठकुर सुहाती कहना, लल्लो पत्ती करना, प्यार करना।
मुंह चिढ़ाना किसी को चिढ़ाने के लिए उसकी आकृति, हाव भाव या कथन की बहुत बिगाड़कर नकल कराना, बिराना।
मुंह चूमकर छोड़ देना लज्जित करके छोड़ देना।
मुंह चूम लेना किसी की शक्ति, योग्यता का कायल हो जाना, अपने से बहुत बड़ा मान लेना।
मुंह छिपाना लज्जा के मारे सामने न आना, लज्जित होना।
मुंह कुआना नाम मात्र के लिए कहना, मन से नहीं, बल्कि ऊपर से कहना, दिखौआ बात करना।
मुंह छूना नाम मात्र के लिए कहना, दिखाने के लिए ऊपरी मन से कहना, दिखौआ बात करना।
मुंह ज़हर हो जाना मुंह का अत्यधिक कड़ा हो जाना।
मुंह जुठारना नाम मात्र के लिए कुछ खाना।
मुंह जूठा करना नाम मात्र के लिए कुछ खाना।
मुंह जोड़ना काना फूसी करना।
मुंह फटक जाना रोग या दुर्बलता आदि के कारण चेहरा उतर जाना।
मुंह झुलसना मुंह में आग लगाना, मुंह फूंकना, दाह कर्म करना, कुछ दे लेकर दूर करना, हटाना।
मुंह डेढ़ा करना मुंह फुलाना, अप्रसन्नता या असन्तोष प्रकट करना।
मुंह डालना किसी पशु आदि का खाद्य पदार्थ पर मुंह चलाना, मुर्गों का लड़ना या आक्रमण करना, खाना।
मुंह ढाक कर रोना मुंह पर आंचल या रूमाल रखकर रोना, अधिक विलाप करना।
मुंह ढांकना किसी के मरने पर उसके लिए शोक करना या रोना (मुसलमानों के यहाँ)।
मुंह तक आना जवान पर आना, कहा जाना, पूरी तरह से मर जाना, लबालव होना।
मुंह तक भरना पूरी तरह से भर जाना, लबालब होना, ठसाठस भर जाना।
मुंह तक रह जाना चकित होकर चुप हो जाना।
मुंह तकना किसी से आस लगाये बैठे रहना, चकित, हतबुद्धि होकर किसी की ओर देखना।
मुंह तकने लगना चकित होकर किसी का मुंह देखने लगना।
मुंह ताकना किसी का मुखापेक्षी होना, किसी से आस लगाये बैठे रहना, टक लगाकर देखना, विवश होकर देखना, चकित होकर देखना, अकर्मण्य होकर चुपचाप बैठे रहना, सहायता की अपेक्षा रखना।
मुंह ताकने लगना चकित होकर किसी का मुंह देखने लगना।
मुंह ताक करके रह जाना चकित होकर चुप हो जाना।
(अपना) मुंह तो देखो पहले यह तो देखो कि इस योग्य हो या नहीं (व्यंग्य)।
मुंह तोड़ विरूद्ध या कड़ा उत्तर ।
मुंह तोड़कर जबाब देना ऐसा जबाब देना कि दूसरे को चुप ही रह जाना पड़े, पूरा पूरा जबान देना।
मुंह तोड़ जबाब निरूत्तर जबाब देना, ऐसा जबाब देना कि कोई बोल न सके।
मुंह थकना अत्यधिक बोलने के कारण शिथिलता आना।
मुंह थकाना अत्यधिक बोलकर अपने आपको शिथिल करना।
मुंह थुथाना मुँह फुलाना, क्रोध या अप्रसन्नता प्रकट करना।
मुंह दर मुंह कहना मुंह पर कहना, सामने कहना।
मुंह दिखाना सामने आना।
(किसी का) मुंह देखकर किसी का लिहाज करके, किसी को सन्तुष्ट या प्रसन्न करने के विचार से।
मुंह देखकर उठना प्रातःकाल सोकर उठने के समय किसी पर दृष्टि पड़ना।
मुंह देखकर बात करना किसी की इच्छा या खुशी का ख्याल करके व्यवहार करना, खुशामद करना, किसी के साथ उसकी योग्यता के अनुसार बात करना, पक्षपात करना।
मुंह देखकर बात कहना खुशामद करना, किसी के साथ उसकी योग्यता के अनुसार बात करना।
मुंह देखना सामना करना, किसी के सामने जाना, किसी के साथ साक्षात्कार करना, चकित होकर देखना, दर्पण में अपना प्रतिबिम्ब देखना।
मुंह देखने का जो हार्दिक न हो, केवल ऊपरी दिखौआ हो, जो केवल सामना होने पर हो।
मुंह देखने लगना चकित होकर किसी का मुंह देखने लगना।
मुंह देखी करना किसी की इच्छा या खुशी का ख्याल रखकर व्यवहार करना, पक्षपात करना।
मुंह देखी बात लिहाज, मुरोजत, चापलूसी की बात।
मुंह देखे की ऊपरी, दिखाऊ (प्रीति, चाह)।
मुंह देना किसी पशु आदि का किसी खाद्द पदार्थ पर मुंह डालना।
मुंह धो रखना किसी पदार्थ की प्राप्ति की ओर से निराश हो जाना, आशा न रखना (व्यंग्य)।
मुँह धो रखो इस चीज की आशा न करो, अपना मुंह देखो।
मुंह न देखना किसी से अत्यधिक घृणा करना, किसी से देखा देखी तक न करना, न मिलना जुलना।
मुंह न फेरना दृढ़तापूर्वक सामने ठहरे रहना, पीछे न हटना, विमुख न होना, अस्वीकार न करना।
मुंह न मोड़ना दृढ़तार्पूवक सामने ठहरे रहना, पीछे न हटना, विमुख न होना, अस्वीकार न करना।
मुंह निकल आना रोग या दुर्बलता आदि के कारण चेहरे का तेज जाता रहना, चेहरा उतर जाना।
मुंह पकड़ना बोलने से रोकना, बोलने न देना।
मुंह पड़ना साहस होना, हिम्मत होना।
मुंह पर सामने, प्रत्यक्ष, चेहरे पर, जबान पर।
मुंह पर खिलना चेहरा पीला पड़ जाना, उदास या भयभीत हो जाना।
मुंह पर चढ़ना लड़ने या प्रतियोगिता करने के लिए सामने आना, मुकाबला करना।
मुंह पर जाना मुरौवत करना, लिहाज करना, किसी का ध्यान करना।
मुंह पर ठीकरी रख लेना बेमुरौवत हो जाना।
मुंह पर ताला लग जाना जबान बंद हो जाना, चुप्पी साध लेना।
मुंह पर ताला लगाना बोलना रोकना।
मुंह पर न थूकना अति हेय समझना, उसकी ओर देखना तक नहीं।
मुंह पर थूकना अत्यधिक अप्रतिष्ठित या लज्जित करना, अपमानित करना।
मुंह पर न रखना तनिक भी स्वाद न लेना, जरा भी न खाना।
मुंह पर नाक न होना शर्म न होना, लज्जा न होना, निर्लज्ज होना।
मुंह पर फेंक देना बहुत अप्रसन्न होकर किसी को कोई चीज देना या लौटा देना।
मुँह पर फेंक मारना बहुत अप्रसन्न होकर किसी की कोई चीज देना या लौटा देना।
मुंह पर बरसना आकृति से प्रकट होना, चेहरे से जाहिर होना।
मुंह पर बात आना कुछ कहने को जी चाहना, कुछ कहना।
मुंह पर महताब छूटना चेहरा पीला हो जाना, चेहरे पर हवाईयां उड़ना।
मुंह पर मुरदनी छाना मृत्यु के चिन्ह प्रकट होना, अन्तिम समय समीप आना, चेहरा पीला पड़ना, भयभीत, लज्जित या उदास होना।
मुंह पर मुहर करना बोलने से रोकना, कहने न देना, चुप कराना।
मुँह पर मुहर लगाना चुप्पी साथ लेना, एक शबद भी न कहना।
मुंह पर रखना किसी के समाने ही कोई बात कह देना, पूरा पूरा उत्तर देना, चखना, खाना।
मुंह पर लाना कहना, वर्णन करना।
मुंह पर शफ़क फूलना प्रसन्नता से चेहरे पर लाली आ जाना।
मुंह पर हवाइयां उड़ना भय, घबराहट या लज्जा आदि के कारण चेहरा पीला या सफेद पड़ जाना।
मुंह पर हवाई छूटना भय या लज्जा आदि के कारण चेहरा पीला पड़ जाना।
मुंह पर हाथ रखना बोलने से जबरदस्ती रोकना या मना करना।
मुंह पसारकर दौड़ना कुछ पाने के लालच में बहुत उत्सुक होकर आगे बढ़ना।
मुंह पसारना मुंह फैलाना (कुछ) पाने के लिए आगे बढ़ना, अधिक दाम मांगना।
मुंह पाना भावानुकूल दिखाना, मर्जी या रूख पाना।
मुंह पीट लेना अत्यधिक क्रोध या दुःख की अवस्था में दोनों हाथों से मुंह पर आघात करना।
मुंह पेट चलना कै-दस्त दोनों होना, हैजा होना।
मुंह फक होना चेहरे का रंग उड़ जाना, विवर्णता होना, भय या आशंका से चेहरा पीला पड़ जाना।
मुंह फटना सर्दी, खुश्की के कारण ओठो, कपोलो की त्वचा खूलकर फटना।
मुंह फाड़कर कहना बेहया बनकर जबान पर लाना, निर्लज्ज होकर कहना।
मुंह फिर जाना मुंह का टेढ़ा, कुरूप या खराब हो जाना, लकवे का रोग हो जाना, सामना करने के योग्य न रह जाना, सामने से हट या भाग जाना।
मुंह फिरना मुंह का टेढ़ा, कुरूप या खराब हो जाना, लकवे का रोग हो जाना, सामना करने के योग्य न रह जाना, सामने से हट या भाग जाना।
मुंह फुलाना रूठना, आकृति से असन्तोष या अप्रसन्ता प्रकट करना, मन करना।
मुंह फूकना मुंह में आग लगाना, दाह कर्म करना, कुछ ले देकर दूर करना, हटाना, मुंह झुलसाना।
मुंह फूलना अप्रसन्ता या असन्तोष होना।
मुंह फेरना परास्त करना, दबा लेना, किसी की ओर पीठ करना, उपेक्षा प्रकट करना, मन हटा लेना, विमुख होना, उदासीन होना।
मुंह फैलाना मुंह फाड़ना या डोलना, अधिक लेने की इच्छा करना, अधिक दाम मांगना, अधिक लोभ करना।
मुंह फोड़कर कहना बैहया बनकर जबान भर लाना, निर्लज्ज होकर कहना।
मुंह बंद कर देना बोलने न देना, निरूत्तर कर देना, घूस देकर अपने विरूद्ध करने, कहने से रोक देना।
मुँह बंद कर लेना चुप हो जाना।
मुंह बंद करना चुप कराना, बोलने से रोकना।
मुंह बंद रखना बिलकुल चुप हो जाना, कुछ न बोलना।
मुंह बंद होना चुप होना।
मुंह बन जाना ऐसी आकृति होना जिससे असन्तोष या अप्रसन्नता प्रकट हो।
मुंह बनना ऐसी आकृति होना जिससे असन्तोष या अप्रसन्ता प्रकट हो।
मुंह बनवाना किसी कार्य अथवा प्राप्ति के योग्य अपनी आकृति बनवाना।
मुंह बनवा रखना इस चीज की आशा न करो।
मुंह बनाना ऐसी आकृति बनाना जिससे अप्रसन्नता या असन्तोष प्रकट हो, चिढ़ाना।
मुंह बांध देना चुप करा देना, बोलने न देना।
मुंह बांधकर बैठना चुपचाप बैठना, कुछ न बोलना।
मुंह बांधना चुप करा देना, बोलने न देना।
मुंह बाना मुंह फाड़ना या खोलना, जंमाई लेना, अपनी हीनता सिद्ध होने पर भी हंस पड़ना। बुरी तरह से हंसना, अधिक लोभ करना, अधिक दाम मांगना।
मुंह बिगाड़ देना मार पीटकर चेहरे की आकृति खराब कर देना, बहुत मारना।
मुंह बिगाड़ना मुंह का स्वा मारकर चेहरा खराब कर देना, चेहरे से अप्रसन्नता प्रकट करना।
मुंह बुरा बनाना असन्तोष या अप्रसन्नता प्रकट करना।
मुंह भर आना मुंह में पानी भर आना, किसी चीज को लेने के लिए बहुत लालच होना, जी ललचाना।
मुंह भर के मुंह तक, लबालब, जहां तक इच्छा हो, जितना जी चाहे, पूरी तरह से, भली भांति, भरपूर, यथेच्छ।
मुंह पर बोलना अच्छी तरह बोलना।
मुंह भरना रिश्वत देना, घूस देना, खिलाना, भोजन कराना, मुंह बंद करना, बोलने से रोकना।
मुंह मारना खाने की चीज में मुंह लगाना, दांत लगाना, काटना, जल्दी जल्दी भोजन करना, किसी को बोलने से रोकना, चुप कराना, रिश्वत देना, बढ़कर होना।
मुंह मीठा करना मिठाई, खाना, खिलाना, पुरस्कार या घूस आदि देकर प्रसन्न करना।
मुंह मीठा होना किसी से कुछ मिलना, प्राप्त होना, लाभ होना, मंगनी होना।
मुंह मुलाहिजे का जान पहचान का, परिचित।
मुंह में आग लगना मरना (शवदाह के समय मुर्दे के मुंह में आग लगाई जाती है)।
मुंह में आना कहने को जी चाहना, जवान पर आना।
मुंह में कालिख पुतना अत्यधिक बदनामी होना, कलंक लगना, बदनामी और कलंक के कारण मुंह दिखाने लायक न रहना।
मुँह में कालिख लगना अत्यधिक बदनामी होना, कलंक लगना, बदनामी और कलंक के कारण मुंह दिखाने लायक न रहना।
मुंह में खाक मुंह में खक पड़े (अशुभ बात अपने या दूसरे के मुंह से निकलने पर कहते हैं)।
मुँह में खून लगना चसका पड़ना, चाट पड़ना।
मुंह में गुड़ घी तुम्हारा मुंह मीठा हो (किसी के कार्य कोई हर्ष का समाचार सुनाने पर कहते हैं)।
मुंह में घी शक्कर तुम्हारा मुंह मीठा हो (किसी के कोई हर्ष का समाचार सुनाने परक कहते हैं)।
मुंह में घुनघुनिया भर लेना चुप्पी साध लेना, मूक बन जाना।
मुंह में जबान न रखना कहने की शक्ति या सामर्थ्य न होना, गूंगा होना, बेजवान होना।
मुंह में जबान रखना कहने का सामर्थ्य होना, बोलने में समर्थ होना, वाकशक्ति रखना।
मुंह में जबान होना कहने का सामर्थ्य होना, बोलने में समर्थ होना, वाकशक्ति रखना।
मुंह में जाना खाया जाना, भक्ष्य बनना।
मुंह में तिनका लेना अत्यधिक दीन बनना, दातों में तिनका दबाना।
मुंह में थूकना अपमानित करना।
मुंह में दांत न पेट में आंत अति वृद्ध होना।
मुँह में पड़ना इतनी धीमी आवाज में पढ़ना कि दूसरे की सुनाई न देना।
मुंह में पड़ना खाया जाना, खाने के काम आना, बात का मुंह से निकलना या कहा जाना।
मुँह में पानी भर आना राल टपकना, लालायित होना, ललचना, ईष्या होना।
मुंह में बात करना इतने धीरे धीरे बोलना कि जल्दी औरों को सुनाई न दे।
मुंह में बोलना इतने धीरे धीरे बोलना कि जल्दी औरों को सुनाई न दे।
मुंह में लगाम देना समझ-बूझकर बातें कहना, कम और ठीक तरह से बोलना।
मुंह में लगाम न होना बोलने के समय सचेत न रहना, जो मुँह में आवे सो कह देना, जबान पर अंकुश न होना, जो मन में आवे बक देना।
मुँह लटकाना मुंह फुलाना, मुखाकृति से रोष, अप्रसन्नता प्रकट करना।
मुंह में लहू लगना चसका पड़ना, चाट पड़ना।
मुंह में लार आना किसी चीज को देखकर उसके पाने की तीव्र लालसा होना।
मूंह में लूका लगाना मुंह जलाना, तिरस्कार करना, मुंह काला करना।
मुंह मोड़ना किसी और से प्रवृत्ति हटा लेना, ध्यान न देना, इनकार करना, अस्वीकृति करना, परास्त करना, हराना, आनाकानी करना, आगा पीछा करना, विमुख होना।
मुंह रखना किसी का लिहाज करना, ध्यान रखना।
मुँह लगना किसी के सामने बढ़ चढ़कर बाते करना, जवाब सवाल करना, किसी चीज का खाया जाना, चसका लगना, उलझना।
मुंह लगाना सिर चढ़ाना, उदण्ड बनाना, चखना, ओठो से छुवाना।
मुंह लटकना उदास या लज्जित होना।
मुंह लपेटकर रहना दुःख या रोष में मुंह ढककर पड़ रहना।
मुंह लाल करना मुंह पर थप्पड़ मारकर उसे सुजा देना, पान तम्बाकू से आदर सत्कार करना।
मुँह लाल होना मारे क्रोध के चेहरा तमतमाना, आकृति से अत्यधिक क्रोध प्रकट होना।
(अपनासा) मुँह लेकर रह जाना लज्जित होकर चुप हो जाना, खिसियाकर रह जाना।
मुंह शक्कर से भर देना (हर्ष समाचार सुनाने वाले का) मुंह मीठा करना।
मुँह सम्हालना व्यर्थ बकने से जवान को रोकना, जबान में लगाम देना, सोच समझकर बोलना।
मुंह सफेद होना भय या लज्जा से चेहरे का रंग उड़ जाना, उदासी छा जाना।
मुंह सिकोड़ना आकृति से अप्रसन्नता या असन्तोष प्रकट करना, नाक भो सिकोड़ना।
(अपना) मुँह सीना मुंह से बात न निकालना, बिलकुल चुप रहना, बोलने से रूकना।
मुंह खुजाना थप्पड़ मारकर मुंह लाल करना, आकृति से असन्तोष या अप्रसन्नता प्रकट करना।
मुंह सुर्ख होना क्रोध के मारे चेहरा तमतमाना, गुस्से से चेहरालाल होना।
मुंह सूखना भय या लज्जा आदि से चेहरे का तेज जाता रहना, प्यास या रोग आदि के कारण गला खुश्क होना, गले और जबान से कांटे पड़ना, मन में भय मर जाना, घबरा जाना।
मुंह से जबानी, ऊपर से (कहना)।
मुंह से कुछ फूटना कुछ कहना या बोलना।
मुंह से दूध की बू आना बच्चा नादान या नापसमझ होना, विशेष अनुभव और ज्ञान न होना।
मुंह से दूध टपकना बच्चा नादान या नापसमझ होना, विशेष अनुभव और ज्ञान न होना।
मुंह से निकलना कहा जाना।
मुंह से निकालना कहना, उच्चारण करना।
मुंह से फूटना कहना, बोलना। (व्यंग्य)।
मुंह से फूल झड़ना मुंह से बहुत ही सुन्दर और प्रिय बातें निकलना, बातों में बहुत मिठास होना।
मुंह से बरसना आकृति से प्रकट होना, चेहरे से जाहिर होना।
मुंह से बात छीनना किसी के कहते कहते उसकी बात कह देना, किसी के मन की बात कह देना।
मुंह से बात न आना मुंह से शब्द न निकलना।
मुंह से बात न निकालना क्रोध या भय के मारे कुछ बोला न जाना, मुंह से शब्द निकलना, बिलकुल चुप रहना।
मुंह से भाप न निकालना भय आदि के कारण सन्न हो जाना, चूं तक न करना।
मुंह से लार टपकना कोई चीज प्राप्त करने के लिए अत्यन्त लालच होना, मन में अति लोभ होना।
मुंह से लाल उगलना मुंह से बहुत ही सुन्दर और प्रिय बातें निकलना।
मुंह स्याह होना मुंह में कालिख लगना, अपमानित होना, दूर होना, नष्ट होना।
मुंह ही मुंह में चुपके चुपके (….. कहना, बाते करना)।
मुअम्मा खुलना रहस्य खुलना, भेद प्रकट होना, गुत्थी सुलझना।
मुअम्मा हल होना रहस्य खुलना, भेद प्रकट होना, गुत्थी सुलझना।
मुकद्दर आजमाना भाग्य की परीक्षा करना।
मुकद्दर चमकना भाग्योदय होना।
मुकाबिले पर, में आना विरोध या प्रतिद्वंद्विता करने अथवा लड़ने के लिए सामने आना, सामना करना।
मुकाम करना ठहरना, उतरना।
मुकाम देना किसी के मर जाने पर उसके घर मातमपुरसी करने जाना।
मुकाम बोलना ठहरने, पड़ारव करने का आदेश देना।
मुकर्रर होना स्वीकार करना।
मुक्का मारना मुक्के से आघात करना।
मुक्का सा लगना हार्दिक कष्ट पहुंचना।
मुख राता होना लाभ या सफलता होना।
(किसी की ओर) मुखातिब होना किसी की ओर घूमकर उससे बातें करना, किसी की बात सुनने के लिए उसकी ओर प्रवृत्त होना।
मुगघम रहना चुप रहना, कुछ न बोलना, किसी का रहस्य प्रकट न होना, भेद न खुलना, परदा ढका रह जाना।
मुजम्मा लगाना ऐसा काम करना जिससे कोई बात या काम रूक जाय, रोक या आड़ लगाना।
मुजम्मा लेना आड़े हाथों लेना, खबर लेना, ठीक करना।
मुजरा करना मिनहा करना, अबद से सलाल करना, वेश्या का बैठकर बिना नाच का गाना।
मुटाई चढ़ना अत्यधिक लाभ होना।
मुटाई झड़ना अभिमान चूर्ण होना, शेखी टूटना।
मुट्ठी गरम करना हाथ में चुपके से रूपया धर देना, घूस देना, धन देना।
मुट्ठी बंद होना घर का भेद किसी को मालूम न होना, रहस्य प्रकट न होना।
मुट्ठी बंधी होना घर का भेद किसी को मालूम न होना, रहस्य प्रकट न होना।
मुट्ठी में कब्जे में, अधिकार में। उ0- नी कहा बिरहा करती सखी होती कहूं जु पै मीचु मुठी में । पद्माकर।
मुट्ठी में आना कब्जे, काबू में आना।
मुट्ठी में रखा होना बहुत समीप होना, पास होना।
मुट्ठी में हवा बंद करना अनहोनी बात करने की कोशिश करना।
मुट्ठी में होना कब्जे, काबू में होना।
मुद्दत काटना थोक माल का मूल्य अवधि से पहले देने पर अवधि के बाकी दिनों का ब्याज काटना।
मुफ्त में बिना मूल्य दिये या लिये नाहक, व्यर्थ, बिना मतलब।
मुफ़ीद पड़ना लाभकारी, अनुकूल होना।
मुंरडा करना गठरी सा बना देना, समेट कर लड्डू सा कर देना, भून डालना, बहुत मारना पीटना, मोह लेना, मुग्ध कर लेना।
मुरंडा होना सूख कर कांटा हो जाना, मुग्ध होना, मोहित होना।
मुरना बनाना यंत्रणादण्ड का एक प्रकार।
मुरगी बिठाना मुरगी को अंड़ पर बिठाना।
मुरदा उठना मरना, जनाजा उठना (शाप)।
मुरदा उठाना मृतक को जलाने का गाड़ने आदि के लिए ले जाना, अन्त्येष्टि क्रिया के लिए ले जाना।
मुरदा कर देना मार डालना, अधमरा कर देना।
(किसी का) मुरदा निकले मर जाय, जनाजा उठे (शोप)।
मुरदार खाना मरे हुए जानवर का मांस खाना।
मुरदे की कब्र (गौर) पहचानना दूसरे की चालाकी, छल-छद्म की अच्छी तरह समझना, अति चतुर होना।
मुरदे की नींद सोना बेखबर सोना, खर्राटे भरना।
मुरदे से शर्त बांधकर होना अत्यधिक सोना।
मुराद पाना मनोरथ सिद्ध होना, कामना पूरी होना।
मुराद बर आना अभिलाषा पूरी होना, मनोरथ सिद्ध होना।
मुराद मांगना मनोरथ पूरा होने की प्रार्थना करना।
मुराद मानना मन्नत मानना, मनौती करना।
मुरादों के दिन युवावस्था, जवानी।
मरोवत तोड़ना रूखाई का व्यवहार करना, शील के विरूद्ध आचरण करना।
मुलतानी करना छींट छापने के पहले कपड़े को मुलतानी मिट्टी में रंगना।
मुलायम करना किसी का क्रोध शांत करना।
मुश्किल आसान होना संकट कटना, कठिनाई दूर होना।
मुश्कें कसना (अपराधी की) दोनों भुजाओं को पीठ की ओर करके बांधना।
मुश्कें बांधना (अपराधी की) दोनों भुजाओं को पीठ की ओर करके बांधना।
मूसलाधार मेह बरसना देर तक जोरों की वर्षा होना।
मुसाफिर की गठनी सरदी से सिकुड़ा हुआ आदमी।
मुहब्बत उछलना प्रेम का आवेग होना।
मुहर करना मुहर लगाना।
मुहर लगना (आदेश आदि का पक्का हो जाना) प्रामाणिकता की छाप लग जाना।
मुहर लगाना पक्का कर देना, प्रामाणिकता की सनद देना।
मुहरा लेना सामना करना, सामने होकर लड़ना, मुकाबिला करना।
मुहरे पर खड़ा करना तोप आदि की मार के सामने खड़ा करना।
मुहर्रम की पैदाइश मनहूस, सदा दुखी और चिन्तित रहने वाला।
मुहर्रमी सूरत रोनी सूरत, मनहूस सूरत।
मुहासबा तलब करना हिसाब मांगना।
मुहिम सर करना लड़ाई जीतना, कठिन काम करना।
मूंग की दाल खाने वाला पुरूथार्थहीन, निर्बल, डरपोक।
मूंछ उखड़ना घमंड चूर करना।
मूंछ का बाल जिसका किसी के यहां बहुत मान जान, प्रभाव हो।
मूंछ नीची होना लज्जित होना, घमंड टूट जाना, प्रतिष्ठा होना।
मूंछे उखड़वाना मूंछों के बाल चुनाव लेना, अपमानित करना, गर्व दूर करना।
मूछे मरोड़ना मूंछों के सिरों के बालों का मरोड़ना, अपनी बड़ाई करना।
मूंछे मुड़वाना हार मान लेना, पुरूष्ज्ञत्व का दावा त्याग देना।
मूंछों का कूंडा सिवइयों की दावत जो बेटे की मसें भीगने पर मुसलमान स्त्रियां खिलाती है।
मूंछों पर ताव देना अभिमान से मूंछ मरोड़ना, वीरता की अकड़ दिखाना, अपनी बड़ाई करना।
मूंछों पर हाथ फेरना अभिमान से मूंछ मरोड़ना, वीरता की अकड़ दिखाना।
मूंड़ चढ़ना ढिठाई करना, सिर चढ़ना।
मूंड़ चढ़ाना ढीठ करना, निडर कर देना, सिर चढ़ाना।
मूंड़ मारना बहुत हैरान होना, बहुत कोशिश करना। उ0- मूड़ मारि हिय हारि कै हित हेरि हहारि अब चरन सरन तकि आयो । तुलसी।
मूंड़ मुड़ाना सन्यासी होना, सन्यास लेना।
मूंडी काटे स्त्रियों की बोलचाल में पुरूषों के लिए गाली।
मूंडी मरोड़ना गला दबाकर मार डालना, धोखा देकर हानि पहुंचाना।
मूठ करना तीतर, बटेर आदि की मुट्ठी में लेकर लड़ाई के लिए तैयार करना।
मूठ चलाना जादू करना, टोना मारना, तंत्र मंत्र का प्रयोग करना।
मूठ मारना जादू करना, टोना, मारना, तंत्र मंत्र का प्रयोग करना। उ0- (क) काहू देवननि मिलि मोटी मूठ मार दी। तुलसी। (ख) पीठ दिए हों नैकु मुरि कर घूंघट पटु टारि। भरि गुलाल की मूठि सौं, गई मुठि सी मारि। बिहारी।
मूठ लगाना जादू का प्रभाव या फल होना।
मूत का दिया जलना बड़ा ऐश्वर्य या प्रताप होना।
मूत देना डर से घबरा जाना।
मूत निकल पड़ना डर के मारे बुरी दशा हो जाना।
मूत मारना मूत देना।
मूत से निकलकर गू में पड़ना और भी बुरी दशा में जा पड़ना।
मूतना बंद करना बहुत हैरान करना।
मूर्ति के समान ठक, स्तब्ध, निश्चल।
मूल पूजना व्यापार में लगी हुई पूंजी या मूलधन निकल आना।
(किसी को) मूली गाजर समझना अति तुच्छ समझना, नाचीज गिननार।
मूसलों ढोल बजाना बहुत खुशी मनाना, अत्यन्त प्रसन्नता प्रकट करना।
मृत्यु शय्या पर पड़ा होना सांघातिक रोग से पीड़ित या दो चार दिन का मेहमान होना।
मेंख ठोकना हाथ पैर में कील ठोकने की सजा देना, बहुत कठोर दण्ड देना, हराना, दबा लेना।
मेख़ मारना कील ठोकना, भांजी मारना, रूकावट डालना।
मेढ़की को जुकाम होना छोटे मनुष्य का बड़ों के समान चेष्टा करना।
मेदा कड़ा होना आंतों की क्रिया इस प्रकार की होना कि जल्दी दस्त न हो।
मेदा साफ होना मलशुद्धि होना।
मेल करना घनिष्ट व्यवहार करना, अधिक परिचय और साथ करना, मैत्री करना।
मेल खाना साथ का ठीक होना, संगति का उपयुक्त होना, पटरी बैठना, साथ निभाना, दो चीजों का जोड़ ठीक बैठना, अनुकूलता होना।
मेल बिसारना स्नेह या मैत्री का व्यवहार भूल जाना या छोड़ देना।
मेल बैठना साथ का ठीक होना, संगति का उपयुक्त होना, पटरी बैठना, साथ निभना, दो चीजों का जोड़ ठीक बैठना, अनुकूलता होना।
मेल मिलना साथ का ठीक होना, संगति का उपयुक्त होना, पटरी बैठना, साथ निभना, दो चीजों का जोड़ ठीक बैठना।
मेला लगना जमाव होना, भीड़ लगना।
मेष करना आगा पीछा करना। उ0- आए संग देखि ऐसे रंग, मनाई मन परस्पर करत मेषे। सूर।
(किसी वस्तु) में आना ऊपर से ठीक बैठना, चपकना, ढीला या तंग न होना, भीतर अटना, समाना, अन्तर्गत होना, अन्भूर्त होना।
मेहंदी बांधना मेहदी की पत्तियां पीसकर लगाना।
मेहंदी रचना मेहंदी लगाना।
मेह की आंख न खुलना लगातार गहरी वर्षा होना।
मेहनत ठिकाने लगना श्रम सफल होना।
मेहमानी करना खूब गत बनाना, नारा पीटना, दण्ड देना। (व्यंग्य)। उ0- नंदनहरि की कानि करति हौ ना तरू करति मेहमानी। सूर।
मैदान करना लड़ना, युद्ध करना। उ0- जेहि पर चढ़ि करि मैं मैदाना जीवहुँ सकल बीर बलवाना। विश्राम।
मैदान छोड़ना जगह छोड़ना, रणक्षेत्र से हट जाना।
मैदान जाना शोच के लिए बस्ती के बाहर जान।
मैदान जीतना लड़ाई जीतना, विजय लाभ करना।
मैदान बदना लड़ने, बल-परीक्षा के लिए दिन, स्थान नियत करना।
मैदान मारना प्रतियोगिता में जीतना, विजय प्राप्त करना, लड़ाई जीतना।
मैदान में आना मुकाबले पर आना, प्रतियोगिता या प्रतिद्वंद्विता के लिए सामने आना।
मैदान में उतरना कुश्ती के लिए अखाड़े में आना, कार्यक्षेत्र में आना।
मैदान साफ कर देना विघ्न बाधाओं को दूर कर देना, सबको मार भगाना।
मैदान साफ होना मार्ग में कोई बाधा आदि न होना। (किसी का) अकेला होना।
मैदान हाथ रहना लड़ाई जीतना।
मैदान होना युद्ध होना।
मैल काटना मैल दूर करना।
मोटा आसामी अमीर।
मोटा खाना घटिया, खराब।
मोटा दिखाई देना आंख की ज्योति में कमी होना, कम दिखाई पड़ना।
मोटा पहनना सस्ता, घटिया, यत्र अन्य-वस्त्र खाना, पहनना।
मोटा भाग्य सौभाग्य उ0- (क) सहज संतोषहि पाइए दादू मोटे भाग। दादू। (ख) सूरदास प्रभु मुदित जसोदा भाग बड़े करपन की मोटी। सूर।
मोटाई उतरना शेखी किरकिरी होना, दुरूस्त होना, पाजीपन कूटना।
मोटाई चढ़ना घमंडी या बदमाश होना।
मोटाई झड़ना घमंड या शरारत दूर होना।
मोटी चुनाई बिना गढ़े हुए बेडौल पत्थर की जोड़ाई।
मोटी मूल भद्दी या भारी भूल।
मोटी बात साधारण बात, मामूली बात।
मोटे तौर पर बहुत सुक्ष्म विचार के अनुसार नहीं, स्थल रूप से।
मोटे हिसाब से अन्दाज से, अटकल से, बिलकुल ठीक ठीक नहीं।
मोतियों से मांग भरना मांग से मोती पिरोना।
मोतियों से मुंह भरना बहुत अधिक धन या सम्पत्ति देना।
मोती उगलना मुँह से सुन्दर, मधुर शब्दावली निकालना।
मोती गरजना मोती में बल पड़ जाना, मोती चटकना या कड़क जाना।
मोती ठंढा होना मोती का टूट जाना या बेआब हो जाना।
मोती ढलकना रोना, व्यंग्य।
मोती धूल में कोलना सुन्दर, बहुमूल्य वस्तु की बेकदरी होना।
मोती पिरोना बहुत ही सुन्दर और प्रिय भाषण करना, बहुत ही सुन्दर और स्पष्ट अक्षर लिखना। रोना (व्यंग्य)। कोई बारीक काम करना, मोतियों की लड़ी बनाना।
मोती बींधना मोती को पिरोये जाने के योग्य बनाने के लिए उसके बीच में छेद करना, कुमारी का कौमार्य भंग करना।
मोती रोलना बिना परिश्रम के बहुत अधिक धन कमाना या प्राप्त करना, मोती बटोरना।
मोम करना द्रवीभूत कर लेना, दयार्द्र कर लेना।
मोम बनाना द्रवीभूत कर लेना, दयार्द्र कर लेना।
मोम होना दयार्द्र होना, कठोरता छोड़ देना, नरम होना।
मोमियाई निकालना किसी से कठिन परिरम लेना किसी को खूब मारना।
मोरचा खाना मोरचा लेगने से खराब होना।
मोरचा जीतना शत्रु के मोरचे पर अधिकार कर लेना, विजय प्राप्त करना।
मोरचा बांधना मोरचाबंदी करना।
मोरचा मारना मोरचा जीतना, विजय प्राप्त करना।
मोरचा लेना युद्ध करना, द्वंद्व या प्रतियोगिता में सामने आना, मोरचा जीतना।
मोरचाबंदी करना गढ़ के चारों ओर यथा स्थान सेवा नियुक्त करना।
मोरी छूटना दस्त आना, पेट चलना।
मोल करना उचित से अधिक मूल्य मांगना, चीज के दाम तय करना।
मोल बढ़ाना दाम बढ़ाना।
मोल लेना मनुष्य को धन देकर खरीदना, दास बनाना।
मोहड़ा मारना किसी काम को सबसे पहले कर डालना।
मोहड़ा लगाना अन्म से भरे हुए बोरे को दुकान पर रखकर उसका मुँह खोल देना।
मोहनी डालना माया के वश करना, जादू करना। उ0- नागरि मन गई अरूझाइ। अति बिरह तनु मई व्याकुल न नेकु सुहाइ। श्याम सुन्दर मनमोहन मोहनी की लाइ। मातु पितु को त्रास मानत मन बिना भइ बाइ। जनी सो दोहनि मांगति बेगि दे दी माइ। सूर प्रभु को खोरि मिलिहौं गए मोहि बुलाइ। सूर।
मोहनी लगना मोहित होना, लुभाना, उ0- आजु गई हौ नंद भवन में कहा कहों ग्रह चैनु री। बहु अंग चतुरंग छल मो कोटिक दुहियत धेनु, री।… बोलि लई नव वधू जानि के खेलत जहां कंघाई री। मुख देखत मोहिनी सी लागत रूप न बरन्यो जाई री। सूर।
मोहरा लेना सेना का मुकाबिला करना, भिड़ जाना प्रतिद्वंदिता करना।
मौका तकना दांव में रहना, उपयुक्त अवसर की ताक में रहना।
मौका देखना दांव में रहना, उपयुक्त अवसर की ताक में रहना।
मौका देना अवकाश देना, समय देना, अवसर देना।
मौका पाना अवकाश पाना, फुरसत पाना, उपयुक्त समय या अवसर पाना, दांव पाना।
मौका मिलना अवकाश मिलना, समय या अवसर मिलना, घात मिलना, दांव पाना।
मौका हाथ लगना अवकाश मिलना, समय या अवसर मिलना, घात मिलना, दांव पाना।
मौज आना उमंग में मरना, अचानक किसी काम के लिए उत्तेजना होना, धुन होना।
मौज उठना मन में उमंग उठना।
मौज खाना लहर मारना, हिलोरा लेना।
(किसी की) मौज पाना इच्छा से अवगत होना, मरजी जानना।
मौज मारना लहराना, बहना, सुख भोगना, ऐश करना, लहरे उठना।
मौज में आना उमंग में मरना, अचानक किसी काम के लिए उत्तेजना होना, धुन होना, किसी को कुछ देने की इच्छा होना।
मौजूद रहना उपस्थित रहना, सामने रहना, ठहरे रहना।
मौत आना मरने को आना, शामत, आफत आना।
मौत का घर देख जाना बार बार मृत्यु आने की आशंका होना।
मौत का घर देख लेना बार बार मृत्यु आने की आशंका होना।
मौत का तमाचा मृत्यु का स्मरण दिखाने वाला कार्य या घटना।
मौत का पसीना आना आसन्न मरण होना, मरने के लक्षण दिखाई देना।
मौत का सिर पर खेलना मौत करीब होना, मरने के दिन आना।
मौत के घाट उतारना मार डालना।
मौत के दिन पूरे करना किसी प्रकार आयु बिताना, कठिनता से कालक्षेप करना, कष्ट से दिन काटना।
मौत के मुंह में घोर संकट में।
मौत के मुंह में जाना खतरे में पड़ना, जान का जोखिम होना।
मौत बुलना ऐसा काम करना जिससे मृत्यु निश्चित हो।
मौत मांगना कष्ट, कठिनाइयों से ऊबकर मौत मांगना।
मौत सिर पर खेलना मरने को होना, दुर्दिन आने को होना, प्राण जाने का भय होना, जान जोखिम होना।
मौन खोलना चुप रहने के उपरान्त बोलना। उ0- खिनक मौन बांध खिन खोला। गहेसि जीभ मुख जाइ न बोला। जायसी।
मौन गहना चुप रहना, चुप्पी साधना। (क) देखत ही जेहि मौन गही अरू मौन तजे कटु बोल उचारे। केशव। (ख) मौन गहो मन मारे रहो निज पीतम की कहो कौन कहानी। (व्यंग्य)।
मौन ग्रहण करना चुप रहना, न बोलना, मौन रहना।
मौन तजना चुप्पी छोड़ना, बोलने लगना। उ0- देखत ही जेहि मौन गही अरू मौन तजे कटु बोल उचारे। जायसी।
मौन धारण करना न बोलना, चुप रहना, मौन होना। उ0- जहं बैठी वृषभानु नंदिनी तहं आये धरि मोन। पड़े पायं हरि चरण परसि कर छिन अपराध सलोन। सूर।
मौन बांधना चुप हो जाना, चुप्पी साधना। उ0- जो बोले सो मानिक मंगका। नाहिं तो मौन बांधु होइ गूंगा। जायसी।
मौन लेना मौन धारण करना, चुप होना, न बोलना।
मौन संभारना मौन साधना, चुप होना।
मौन साधना मौन धारण करना, चुप होना, न बोलना। उ0- जिय में न क्रोध करू जाहि अब केहू ठोर नगर जरावे जिन साध्यो हम मौन है। हनुमान्नाटक।
मौर बंधना मौर निकलना, मंजरी लगना।
मौर बांधना विवाह के समय सिर पर मौर पहनना। उ0- पांवरि तजहु देहु पग, पैरन बांक तुखार। बांध मौर ओ छत्र सिर बेगि होहु असवार। जायसी।
मौसर आना मिल सकना। उ0- समय की चूक हूक सालति प्रबीनन को मौसर न आवै बने औसर जवाब को। बलवीर।
म्यांव पकड़ना अत्यधिक खतरे का काम करना।
म्यांव म्यांव करना भयभीत होकर धीमी आवाज से बोलना, डर के मारे बोल बंद हो जाना। उ0- माधव जी सो अपराधी हो। जनम पाइ कछु भलो न कीन्हो कहा सो क्यो निबहों।….. हंसि बोले जगदीश जगत्पति बात तुम्हारी यौ। करूणसिंधु कृपालु कृपानिधि भजो शरण को क्यो। बात सुने ते बहुत हंसोगे चरण कमल की सो। मेरी देह छुटत जम पठयै जितक हुते घर मौ। लै लै सब हथियार आपुने सार घराये त्यो। जिनके दारून दरस देखिक के पतित करत म्यो म्यो। सूर।
य
यक (एक) होकर कहना मिलकर एक बात कहना।
यकीन आना विश्वास होना।
यकीन करना विश्वास करना।
यकीन जानना विश्वास करना।
यकीन मानो सच जानो।
यदा कदा कभी कभी, अनिश्चित समय पर।
यमपुर पहुंचाना मार डालना, प्राण ले लेना।
यमलोक पहुँचाना मार डालना, प्राण ले लेना।
यमलोक भेजना मार डालना, प्राण ले लेना।
यश कमाना यश प्राप्त करना, नाम हासिल करना।
यश गाना प्रशंसा करना, कृतज्ञ होना, एहसान मानना।
यश मानना कृतज्ञ होना, निहोरा मानना, एहसान मानना।
यश लूटना यश प्राप्त करना।
यह क्या करते हो? यह ठीक नहीं करते हो, यह बुरा करते हो, यह दिलक्षण कार्य करते हो। (आश्चर्य और खेदसूचक)।
यह क्या किया? यह ठीक नहीं करते, यह बुरा करते हो, यह विलक्षण कार्य करते हो।
यह भी कोई बात है यह कोई बात नहीं, ऐसा नहीं हो सकता, ऐसा नहीं होना चाहिए।
याद करोगे स्मरण करोगे, पछताओगे।
याद किया है बुलाया है।
याद फरमाना बादशाह या उच्च पदाधिकारी का किसी को बुलाना।
युग युग बहुत दिनों तक, अनन्त काल तक।
युगधर्म समय के अनुसार चाल या व्यवहार।
युगान्तर उपस्थित करना समय पलट देना, किसी पुरानी प्रथा को हटाकर उसके स्थानपर नई प्रथा चलाना।
युद्ध मांड़ना लड़ाई ठानना। उ0- कुंअर तन श्याम मानो काम है दूसरों सपन में देखि ऊखा लुभाई। मित्ररेखा सकल जगत के नृपन की छिनिक में मुरति तम लिखि देखाई, निरखि यदुवंश को रहस मन में भयो देखि अनिरूद्ध युद्ध माड्यो। सूर प्रभु ठटी ज्यों भयो चाहे सो त्यो फांसि करि कुंअर अनिरूद्ध बांध्यो। सूर।
यों वो करना आनाकानी करना। उ0- बारे आज दोपहर को जाकर सीधा हुआ। पहले यों वो करता रहा, लेकिन मैंने पिंड न छोड़ा। कायाकल्प।
र
रंग आना भली भांति रंग लग जाना, रंग खुलना, आनन्द आना।
रंग उखड़ना धाक न रहना, स्थिति प्रतिकूल होना, दूसरों पर महत्व आदि का प्रभाव न रह जाना, बने हुए आनन्द का अचानक घटना या नष्ट हो जाना।
रंग उड़ना धूप या जल आदि के संसर्ग से रंग का बिगड़ जाना या फीका पड़ जाना, भय या लज्जा से चेहरे की रौनक का जाता रहना, चेहरा पीला पड़ना, कान्तिहीन होना।
रंग उतरना धूप या जल आदि के संसर्ग से रंग का बिगड़ जाना या फीका पड़ जाना, भय या लज्जा से चेहरे की रौनक का जाता रहना, चेहरा पीला पड़ना, शोभा, रौनक घटना, कान्तिहीन होना।
रंग काछना चाल चलना, नया ढंग पकड़ना। उ9- सूर श्याम जितने रंग काछत युवती जन मन के गोऊ है। सूर।
रंग खेलना होली के दिन पानी में रंग घोलकर एक दूसरे पर डालना।
रंग गांठना रोब जमाना, अपना आतंक जपाना।
रंग चढ़ना रंग अच्छी तरह लग जाना, रंग खुलना, प्रभाव पड़ना, आनन्द आना। उ0- सूरदास की कारी कामरी चढ़े न दूजो रंग। सूर।
रंग चूना भरी जवानी में होना, योवन उमड़ना।
रंग जमना दृढ़ प्रभाव पड़ना, पाक जमना, अनुकूल स्थिति उत्पन्न होना, आनन्द का पूर्णता पर आना, खूब मजा होना, चौपड़ में रंग की गोटी का किसी अच्छे और उपर्युक्त घर में जा बैठना, जिसके कारण खिलाड़ी की जीत अधिक निश्चित हो जाती है।
रंग जमाना प्रभाव डालना, धाक बांधना, अधिकार दृढ़ करना।
रंग टपकना भरी जवानी में होना, यौवन उमड़ना।
रंग डालना पानी में घुला रंग एक दूसरे पर डालना।
रंग देना किसी को अपने प्रेमपाश में फंसाने के लिए उसके प्रति प्रेम प्रकट करना।
रंग निकलना रंग का शोख या चटकिला होना।
रंग निखरना रंग का शोख या चटकीला होना, चेहरे का रंग साफ होना, चेहरा साफ और चमकदार होना, चेहरे पर रौनक आना।
रंग पकड़ना रौनक या बहार पर आना।
रंग पर आना रौनक या बहार पर आना।
रंग फक पड़ जाना हक्का बक्का हो जाना, चेहरे का रंग फीका पड़ जाना, घबरा जाना।
रंग फक हो जाना हक्का बक्का हो जाना, चेहरे का रंग फीका पड़ जाना, घबरा जाना।
रंग फक होना धूप या जल आदि के संसर्ग से रंग बिगड़ जाना।
रंग फीका पड़ना रौनक कम हो जाना, शोभा घट जाना।
रंग फीका रहना पूरा पूरा प्रभाव न पड़ना।
रंग फीका होना शोभा, रौनक घटना।
रंग फेंकना पानी में घुला रंग एक दूसरे पर डालना।
रंग बंधना रौब जमना, धाक बंधना।
रंग बांधना सहत्व, प्रभाव स्थापित करना, रौब गांठना, धाक जमाना, झूठा आडम्बर रचना, ढोंग रचना।
रंग बदलना लाल पीला होना, कुद्ध होना, रूप का वेश बदलना, स्थिति में परिवर्तन होना, अच्छी दशा में होना।
रंग बरसना अत्यन्त शोभा होना, खूब रौनक होना।
रंग बिगड़ना रौब जाता रहना, प्रभाव नष्ट या कम होना।
रंग बिगाड़ना प्रभाव नष्ट करना, महत्व घटाना, शेखी किरकिरी करना।
रंग मचना रणक्षेत्र में उत्साहपूर्वक भीषण युद्ध करना।
रंग मचाना रण में खूब युद्ध करना। उ0- चढ़ि देहि समर उत्तर परन उत्तरद्वार मचाय रंग। गोपाल। धूम मचाना। उ0- असवारी में मचावै। मन के संग तुरंग नचावै। लाल।
रंग मारना बाजी जीतना, विजय पाना। उ0-(क) यह रूठ जो कि पोपले यारो है हमारे। इन होठों न बोसो के बड़े रंग है मारे। कबीर। (ख) इश्कबाजी के लिए हमने बिछाई चौसर। पासा गिरते ही गोया रंग हमारा मारा। नजीर।
रंग बींधना किसी पर पूरी तरह से अनुरक्त् होना।
रंग में भंग करना पूर्ण आनन्द के समय उसमें विघ्न उपस्थित करना, बना बनाया मजा बिगाड़ना।
रंग में भंग पड़ना आमोद प्रमोद के बीच कोई दुःख की बात का आ पड़ना, हंसी और आनन्द में विघ्न पड़ना।
रंग में रंगना तन्मय होना, अनुकूल होना, किसी का अनुकरण करना, किसी को अपने ही विचारों का बना लेना, अपना सा कर लेना।
रंग रचाना उत्सव करना, जलसा करना।
रंग रलना आमोद प्रमोद करना, क्रीड़ा या भोग विलास करना। उ0- भाव ही कह्यो मन भाव दृढ़ राखिबो दे सुख तुमहिं संग रंग रलि है। सूर।
रंग लाना प्रभाव या गुण दिखलाना, दशा उपस्थित करना, हालत करना।
रंग सफेद पड़ जाना विवर्णता होना, भय आदि से चेहरे का रंग फीका पड़ जाना।
रंग है शाबाश! वाह वाह! क्या बात है।
रंगत आना मजा आना, आनन्द होना।
रंगरलियां मचाना आनन्द मंगल और आमोद प्रमोद करना। उ0- तमाम शहर में हर सू मची है रंगरलियां। गुलाल अबीर से गुलजार है सभी गलियां। नजीर।
रंगे हाथ अपराध करते हुए या उसके प्रमाण के साथ।
रंगे हाथों अपराध करते हुए या उसके प्रमाण के साथ।
रंजक उड़ाना बन्दूक, तोप की प्याली का बारूद रखकर जलाना।
रंजक चाट जाना तोप, बन्दूक की प्याली की बारूद का यो ही जलकर रह जाना, गोली न छूटना।
रंजक देना गांजे आदि का दम लगाना।
रंजक पिलाना तोप, बन्दूक की प्याली में रंजक रखना।
रकाब टूटना रकाब के चकड़े, तस्मे का सवारी में टूट जाना।
रकाब थामना घोड़े पर किसी के चढ़ते समय साइंस का रकाब पकड़ना।
रकाब में सहयात्रा, हमराह।
रकाब में पैर रखना घोड़े पर सवार होना, चलने के लिए बिलकुल तैयार होना।
रकाब में पैर रहना हर वक्त चलने को तैयार रहना।
रखकर कहना किसी को सुनाने या चिढ़ाने के उद्देश्य से किसी दूसरे पर आरोपित करके कोई बात कहना, लक्ष्य बनाकर कहना, किसी बात का कुछ अंश बचाकर या छिपाकर शेष अंश कहना।
रख लेना दबा लेना, वापस न करना, रक्षा करना, बचाना।
रग उतरना क्रोध उतरना, हठ दूर होना, आंत उतरना।
रग का खुल जाना पस्द खुलवाने पर अत्यधिक खून निकलना।
रग खड़ी होना बस फूल जाना।
रग खुलना रग से अत्यधिक खून निकलना।
रग चढ़ना क्रोध आना, गुस्सा आना, हठ के वश होना, किसी रग का अपनी जगह से हटना।
रग जान से नजदीक होना बहुत निकट होना।
रग दबना दबाव मानना, किसी के प्रभाव या अधिकार में होना, डरना।
रग पट्ठे से परिचित होना स्वभाव और व्यवहार आदि से परिचित होना, अच्छी तरह जानना, खूब पहचानना।
रग पहिचानना भेद, रहस्य जानना।
रग पाना वास्तविक बात मालूम करना।
रग फड़कना अनिष्ट की शंका होनो, माथा ठनकना, रग का हरकत करना।
रग फूलना खून के दबाव से रग का मोटा हो जाना।
रग मिलना पस्द खोलने के लिए टटोलने पर रग का पता लगना।
रग में दौड़ जाना असर करना।
रग रग फड़कना अत्यधिक उत्साह या आवेश के लक्षण प्रकट होना।
रग रग में सारे शरीर में।
रग रग से वाकिफ होना पूरी तरह जानना।
रग रेशे में सारे शरीर में, अंग अंग में।
रग रेशे में पड़ा होना किसी आदमी में खोटी आदत का अत्यधिक मात्रा में होना, गोश्त-पोस्त में शामिल होना, अमल में होना।
रग रेशे से परिचित होना स्वभाव और व्यवहार आदि से परिचित होना, अच्छी तरह जानना, खूब पहचानना।
रगड़ खाना धक्के खाना।
रगड़ देना पीस डालना, तंग करना।
रगड़ पड़ना अधिक परिश्रम पड़ना।
रगड़ा देना रगड़ना, घिसना।
रग़बत आना प्रवृत्त होना।
रग़बत की आंखों से देखना पसन्द करना, ख्वाहिश करना।
रग़बत दिलाना उकसाना, चाह पैदा करना।
रग़बत रखना इच्छा होना।
रगे निकल आना बहुत दुबला होना।
रगे मरना नसों की ताकत जाती रहना, नामर्द हो जाना, कमजोर हो जाना।
रगों में खून दौड़ना नसों में खून की तेज चाल।
रचि रचि बहुत होशियारी और कारीगरी के साथ (कोई काम करना) बहुत कौशलपूर्वक।
रटन लगाना किसी बात को बार बार कहना।
रत्ती भर बहुत थोड़ा सा, जरा सा।
रदीफ़ चमकना रदीफ़ का व्यवहार करना।
रद्दा जमाना आरोप करना, इलजाम जगाना, रौब जमाना, चपेटना।
रद्दा रखना एक तह पर दूसरी तह रखना, इलजाम राना, खाने पर खाना।
रपट्टा मारना फिसलना, दौड़ना, लपकना, झपटना।
रपट्टा लगाना दौड़ना, झपटना, लपकना।
रफू करना असम्बद्ध, विपरी बातों में सामंजस्य जोड़ना।
रफू खुलना रफू के तागे टूट जाना।
रफूचक्कर होना भाग जाना, चलता बनना, गायब हो जाना।
रबदा पड़ना खूब पानी बरसना, जल वृष्टि होना। उ0- जेहि चलते रबदे पड़ा धरी होइ बिहार। कबीर।
रव्त छटना लगाव न रहना, बंदिश दुरूस्त न रहना।
रव्त छूटना लगाव न रहना, बंदिश दुरूस्त न रहना।
रव्त डालना अभ्यास करना।
रर्रा मिलना घुलना मिलना, एक हो जाना।
रवा भर बहुत थोड़ा, जरा सा।
रस मीजना आनन्द का समय। तरूणई प्रकट होना, यौवन का आरम्भ या संचार होना। उ0- ह्यां इनके रस भीजत त्यों दृग हवो उनके मसि मीजत आवै । पद्माकर।
रस रस धीरे धीरे। आहिस्ते आहिस्ते। शनेःशनैः। उ0-(क) रस रस सूख सरित सर पानी। ममता ज्ञान करहिं जिमि ज्ञानी। तुलसी। (ख) चंचलता अपनी तजिकै रस ही रस सौ रस सुंदर पीजियो। परताप।
रसना खोलना बोलना आरम्भ करना। उ0- हीरामन रसना रस खोला। दै असीस करि अस्तुति बोला। जायसी।
रसना तालू से लगाना बोलना बंद करना, चुप होना। उ0- रसना तारू सो नहि लावत पीवै पीव पुकारत। सूर।
रसातल में जाना नष्ट होना।
रसातल में पहुंचाना मटिया मेट कर देना, मिट्टी में मिला देना, बरबाद कर देना।
(थप्पड़ मुक्का आदि) रसीद करना (थप्पड़ मुक्का आदि) लगाना, जड़ना, मारना, प्रविष्ट करना।
रसीद काटना रसीद लिखकर देना।
रसोई चढ़ाना भोजन पकना, खाना बनना।
रसोई तपना भोजन पकाना। खाना बनाना। उ0- (क) जो पुरूषारथ ते कहूं संपति मिलति रहीम। पेट लागि बैराट घर तपत रसोई मीम। रहीम। (ख) कह गिरिधर कविराय तपै वह भीम रसोई गिरिधर।
रह चलना प्रस्थान करने का विचार छोड देना, रूक जाना, ठहर जाना। उ0- रहि चलिए सुंदर रघुनायक। जो सुत तात वचन पालन रत जननिउ तात मानिबे लायक। तुलसी। पिछड़ जाना।
रह जाना कुछ कार्यवाही न करना, सफल न होना, लाभ न उठा सकना, विफल होना, थक जाना, शिथिल हो जाना, पीछे हट जाना, अवशिष्ट होना, खर्च या व्यवहार से बचना, रूक जाना।
रहने देना जिस अवस्था में हो, उसी में छोड़ देना, हस्तक्षेप न करना जाने देना, कुछ ध्यान न देना।
रहा जाना शांति या स्थिरितापूर्वक अवस्थान करने में समर्थ होना, सन्तुष्ट होना। उ0- वृषम उदर व्रत रहा न जाई। रघुराज।
राई काई करना टुकड़े टुकड़े कर डालना । छिन्न भिन्न करना।
राई काई होना टुकड़े टुकड़े होना।
राई मोन उतारना नज़र लगे हुए बच्चे पर उतारा करके राई और नमक को आग में डालना जिससे नजर के प्रभव का दूर होना माना जाता है। टोना। उ0- (क) कबहूं अंग भूषण बनावति राई लोन उतारि। सूर। (ख) यशुमति माय घाय उर लीन्हो राई लोन उतारो। सूर।
राई भर बहुत थोड़ा।
राई रत्ती करके बारीक से बारीक हिसाब करके।
राई से पर्वत करना। थोड़ी बात को बहुत बढ़ा चढ़ा देना, हीन को मान बनाना। उ0- अविगति गति जानी प पैरे राईसे पर्वत करि डाररै राइ मेरू करे। सूर।
राग लगाना किसी बात का सिलसिला जारी करना।
रागताग बिड़ना प्रबन्ध का बिगड़ना।
राज देना शासनाभार देना। उ0- दीन्हे भरि असुर हरि ने तक देवन दीन्हो राज। एकन को फगुआ इंद्रासन इक पताल को साज सूर।
राज पर बैठना राजा का राज्याधिकार पाना। उ0- (क) जब से बैठे राज, राजा दशरथ भूमि में। सुख सोयो सुरराज, तादिन ते सुरलोक में। केशव। (ख) रामराज बैठे त्रय लोका। रामा।
राज रजना राज्य करना, अत्यधिक सुख ओर अधिकार भोगना, सुख से रहना।
राज रजाना बहुत सुख देना।
राजकाज राज्य का प्रबन्ध।
रात दिन सर्वदा, सदा, हमेशा।
राम जाने मुझे मालूम नहीं, ईश्वर जाने।
राम राम करके बड़ी कठिनता से, किसी प्रकार।
राम राम करना अभिवादन करना, प्रणाम करना, भगवान का नाम जपना।
राम राम सत्य हो जाना मर जाना, गत हो जाना। उ0- तौ लौ रहे प्राण दशरथ जू के नीके, पाछे राम नाम लेत राजा राम राम ह्वै गयो। रामकवि।
राम राम हो जाना भेंट होना। उ0- कैसे हवै है दई मेरे आनंद की जई राम, भई राम राम आज नई राम राम सो। रामकवि। मर जाना।
राम शरण होना साधु होना, विरक्त होना, मर जाना, परलोकवासी होना। उ0- राम राम कहि राम सिय शरण भए राउ। तुलसी।
राय कायम करना किसी विषय में मत निश्चित करना, सम्मति स्थिर करना, निर्णय करना।
राल टपकना किसी पदार्थ को देखकर उसे पाने की बहुत इच्छा होना, मुंह में पानी भर आना।
राशि आना अनुकूल होना।
राशि बैठना गोद बैठना, दत्तक पुत्र होना।
राशि मिलना दो व्यक्तियों का एक ही राशि में जन्म होना, मेल मिलना, पटरी बैठना।
रास आना अनुकूल होना, ठीक होना।
रास कड़ी करना घोड़े की लगाम अपनी ओर खींचे रहना।
रास बैठाना गोद बैठाना, दत्तक लेना।
रास में लाना अधिकार में लाना, वशीभूत करना।
रास रमाना रास जोड़ना, रास रचना। उ0- जाकी महिमा कहत न आवै। सो गोपिन संग रास रमावै। सूर।
रास लेना गोद बैठाना, दत्तक लेना।
रास्ता काटना मंजिल, रास्ता तय होना।
रास्ता काटना चलने वाले के आगे होकर एक ओर से दूसरी ओर
निकल जाना।
रास्ता देखना प्रतीक्षा करना, आसरा देखना।
रास्ता नापना चलते बनना।
रास्ता पकड़ना मार्ग का अवलम्बन करना, राह से चलना, चल देना, चले जाना।
रास्ता बताना चलता करना, टालना, हटाना, उपाय बताना।
रास्ते का कांटा विघ्न रूप, बाधा स्वरूप।
रास्ते पर लाना सुमार्ग पर चलाना, ठीक करना, दुरूस्त करना, उचित मार्ग पर लाना।
राह ताकना प्रतीक्षा करना, आसरा देखना।
राह देखना प्रतीक्षा करना।
राह पड़ना डाका पड़ना, बाट पड़ना। उ0- कहै पद्माकर त्यो रोगन की राह परी दुःखन में गाह अति गाज की। पद्माकर। रास्ते में आना। रास्ते पर जाना।
राह पूछना रास्ता मालूम करना।
राह बाट का लड़का ऐसा लड़का जिसे किसी ने रास्ते में पड़ा पाया हो और जिसके माता पिता का पता न हो।
राह बायन होना राह अलग होना।
राह लगना रास्ते से जाना, अपना काम देखना, अपने काम से काम रखना।
राही करना टालना, चलता करना।
राही होना चलते बनना, चल देना, खिसक जाना।
रिजक मारना किसी की जीविका में बाधा डालना।
रिस मारना क्रोध को रोकना। उ0- रामै राम पुकार हनुमान अंगद कहयो। तब रावण रिस मारि रामचन्द्र मन में घरे। हृदयराम।
रू से अनुसार।
रूई का गाला बहुत उज्जवल।
रूई की तरह तुमना नोचना, बहुत मारना, पीटना, गालियां देना, बखानना, अच्छी तरह छानबीन करना।
रूई की तरह धुनना खूब मारना।
रूई सा रूई की भांति, नरम, कोमल।
रूख देना प्रवृत्त होना, ध्यान देना।
रूख फेरना ध्यान न देना, प्रवृत्त न होना, अवकृपा करना, नाराज होना।
रूख बदलना ध्यान न देना, प्रवृत्त न होना, अवकृपा करना, नाराज होना।
रूख मिलाना मुंह सामने करना।
रूखा पड़ना बेमुरौवती करना, शील संकोच त्याग देना, कुद्ध होना, रोष प्रकट करना, नाराज होना, तीखा पड़ना। उ0- पूंछे क्यों रूखी पड़ति सग बग रही सनेह। मनमोहन छबि पर कटी कहै कटयानी देह। बिहारी।
रूखा सूखा जिसमें चिकना और चटपटा पदार्थ न हो, बहुत साधारण भोजन करना।
रूखा होना बेमरौवती, शी संकोच त्याग देना, कुद्ध होना, नाराज होना, रोष प्रकट करना, तीखा पड़ना। उ0- भोजन देहु भए वे भूखे। यह सुनि कै ह्वैगे रूखे। सूर।
रूच रूच बहुत रूचि से, चुन चुनकर।
रूप दिखाना स्वाभाविक के अतिरिक्त कोई कृत्रिम वृत्ति या भाव धारण करना।
रूप भरना भेस बनाना, वेष धारण करना, स्वांग रचना, मजाक या तमाशा खड़ा करना।
रूप हरना लज्जित करना। उ0- दीम सम दीपति उदीपति अनूप निज रूप के स्रूप रति रूपहि हरति है। व्यंग्यार्थ।
रूप लेना रूप धारण करना।
रूपया उठाना रूपया खर्च करना।
रूपया उड़ाना खूब धन खर्च करना, रूपया बरबाद करना।
रूपया गलना व्यर्थ व्यय होना, फजूल खर्च होना।
रूपया जोड़ना धन संचय करना।
रूपया ठनका लेना रूपया वसूल करना।
रूपया ठीकरी करना रूपये का अपव्यय करना, अनावश्यक खर्च करना।
रूपया पानी में फेंकना व्यर्थ खर्च करना, धन बरबाद करना।
रूपये खरे होना रूपये मिलना या मिलने का निश्चय होना।
रूमाल पर रूमाल भिगोना अत्यधिक रोना, आंसुओं की धार बहाना।
रूस्तम का साला बहुत बड़ा वीर, बहुत बहादुर (व्यंग्य)।
रेख आना मूंछे निकलना शुरू होना।
रेख काढ़ना लकीर बनाना, अंकित करना। उ0- तृन तोप्यो गुन जात जिते गुन काढ़ति रेख मही। सूर। प्रतिज्ञा करना, दृढ़तापूर्वक कुछ कहना।
रेख खांचना लकीर बनाना, रेखा अंकित करना, कोई बात जोर देकर कहना, दृढ़ता प्रकट करना। निनश्चय उत्पन्न करना। प्रतिज्ञा करना। उ0- (क) पूछा गुनिन्ह, रेख तिन खांची भरत भुवाल होहिं, यह सांची। तुलसी। (ख) रेख खंचाइ कहो बल भाखी। मानिनि मइउ दूध के माखी। तुलसी।
रेख खींचना रेखा अंकित करना, कोई बात जोर देकर कहना, प्रतिज्ञा करना।
रेख मीजना मूछें निकलना आरम्भ होना।
रेख मीनना मूदे निकलना आरम्भ होना।
रेवड़ी के फेर में आना लालच में पड़ना।
रेशम की गांठ पड़ना रेशम के रेशे, तार की गांठ जो बड़ी कठिनाई से खुलती हे।
रेशम की गांठ पड़ना किसी काम का बहुत मुश्किल होना।
रोगटे खड़े होना रोमांच होना, किसी भयानक कांड को देख या सोचकर शरीर में बहुत क्षोभ उत्पन्न होना।
रोकड़ मिलाना आयव्यय का हिसाब लगाकर रकम के घटने बढ़ने का पता लगाना।
रोजगार चमकना व्यवसाय में लाभ होना।
राजगार चलना कारोबार में लाभ होना, व्यवसाय जारी रहना।
रोजगार छूटना जीविका न रहना।
रोजगार लगना जीविका का प्रबन्ध होना, कोई काम देना, निर्वाह के लिए कोई मार्ग बताना।
रोजगार से होना निर्वाह के लिए किसी काम में लगना।
रोज़ा अफ्तार होना रोज़ा खोलना।
रोज़ा खोलना दिन भर व्रत रखकर शाम को पहले पहल कुछ खाना।
रोज़ा टूटना व्रत खंडित होना, व्रत का निर्वाह न हो पाना।
रोज़ा तोड़ना व्रत खंडित करना, व्रत पूरा न करना।
रोजी चलना भोजन, वस्त्र मिलता जाना।
रोजी चलाना भोजन, वस्त्र आदि का ठिकाना करना।
रोटियों का मारा भूखा।
रोटयां तोड़ना किसी के घर पड़ा रहकर पेट पालना, बैठे बैठे किसी का दिया खाना।
रोटिया लगना किसी को खाना मिलने से मोटाई सूझना, भरपेट भोजन पाने से इतराना।
रोटियों के लाले पड़ना भोजन दुलर्भ होना।
रोटी कपड़ा भोजन वाला, जीवन निर्वाह की सामग्री।
रोटी कमाना जीविका उपार्जन करना।
रोटी का पेट रोटी का वह पार्श्व या तल जो पहले गरम तवे पर डाला जाता है।
रोटी की पीठ रोटी का वह पहलू जो उलटकर सेका जाता है।
रोटी का रोना भूखों मरना।
(किसी बात की) रोटी खाना किसी बात से जीविका कमाना।
रोटी दाल चलाना साधारण जीवन निर्वाह करना।
रोटी पोना रोटी पकाना।
रोटी बेटी का सम्बन्ध विवाह और खानपान का सम्बन्ध।
रोड़ा अटकाना विघ्न या बाधा डालना।
रोड़ा डालना बाधा खड़ी करना।
रो बैठना (किसी व्यक्ति या वस्तु के लिए) शोक कर चुकना, निराश होकर रह जाना।
रो रोकर ज्यों त्यो करके, बहुत कठिनता से, दुःख और कष्ट के साथ, बहुत धीरे धीरे, बहुत रूक रूक कर।
रो रोकर घर भरना बहुत विलाप करना।
रोना आना दिल भर आना, अफसोस होना।
रोना कलपना विलाप करना।
रोना गाना विनती करना, गिड़गिड़ाना।
रोना धोना विलाप करना।
रोना पड़ना विलाप होना, शोक करना, कुहराम मचना।
रोना पीटना चिल्लाकर, छाती पीटकर रोना, बहुत विलाप करना।
रोब गांठना आतंक जमाना, प्रभुत्व दिखाना।
रौब जमाना बड़प्पन दिखाना, आतंक उत्पन्न करना।
रोब दिखाना बड़प्पन दिखाना, आतंक उत्पन्न करने वाली चेष्ट प्रकट करना।
रोब मिट्ठी में मिलन बड़प्पन न रह जाना, मय मानना, धाक, प्रभाव मानना।
रोम रोम खिल उठना अत्यधिक प्रसन्न होना।
रोम रोम में शरीर भर में, अंग अंग में ।
रोम रोम से तन मन से, पूर्ण हृदय से।
रोयां खड़ा होना रोमांच होना।
रोयां टेढ़ा न होना कुछ न बिगड़ पाना, कोई क्षति न होना।
रोयां पसीजना हृदय में दया उत्पन्न होना, करूणार्द्र होना, तरस आना। उ0- ईगुर भा पहार जो मीजा। पै तुम्हार नहिं रोंव पसीजा। जायसी।
रोएं खड़े होना किसी भयानक या कूर काण्ड को देखकर शरीर में क्षोभ उत्पन्न होना, जी दहलना।
रौद पर जाना गश्त के लिए निकलना।
ल
लंगर उठाना रूके हुए जहाज का रवाना होना।
लंगर करना शरारत या ढिठाई करना। उ0- बोलि लियो बलराम यशुपति। आवहु लाल सुनो हरि के गुण कालिहि ते लंगयो करत अति। सूर। जहाज का ठहरना, पड़ाव करना।
लंगर डालना जहाज के लंगर को नदी या समुद्र में फेकना, जहाज को खड़ा करना।
लंगर बांधना पहलवानी करना, ब्रह्मचर्य धारण करना, लड़ने को प्रस्तुत होना।
लंगर लंगोट कसना लड़ने को तैयार होना।
लंगर लंगोट (किसी को) देना पहलवानी सीखने के लिए सिकी की शिष्यता स्वीकार करना।
लंगोट फाड़ डालना कुश्ती छोड़ देना।
लंगोट बांधना लड़ने को तैयार होना, कुश्ती के लिए तैयार होना।
लंगोटिया यार बचपन का मित्र।
लंगोटी तक उतार लेना पास में कुछ भी धन न रहने देना, कंगाल कर देना।
लंगोटी पर फाग खेलना कम सामर्थ्य होने पर भी बहुत अधिक व्यय करना।
लंगोटी बंधवाना अत्यधिक दरिद्र कर देना, धनहीन कर देना।
लंगोटी बांध लेना दरिद्र होना, सांसारिक सुखों का त्याग करना।
लंगोटी बांधे फिरना गरीबी के कारण नंगा फिरना।
लंगोटी बिकवाना ऐसा करना कि पहनने के वस्त्र तक न रह जाये।
लंगोटी में फाग खेलना घोड़ा सावन होने पर विलास की ओर दौड़ना, सामर्थ्य होने पर भी अत्यधिक व्यय करना।
लंगोटी में मस्त गरीबी की हालत में खुश रहने वाला।
लंबा करना (आदमी को) रवाना करना, चलता करना, चित करना। उ0- खर नास्यो इन समर अनल खननासे जैसे कियो भूमि पर लंब नासि परलंबहि तैसे। गि0 दास। घता करना, हटाना, दराज करना, जमीन पर पटक या लेटा देना।
लंबा होना चल देना, रवाना होना, प्रस्थान करना।
लंबी चौड़ी हांकना डींग मारना।
लंबी जबान रखना खाने का लालची होना।
लंबी तानकर सोना बेफिक्र होकर सोना।
लंबी तानना बेफिक्री से सो जाना, बेखबर होकर देर तक सोना।
लंबी मौज दूर तक का बहाव।
लंबी सांस भरना शोक-दुःख से सांस लेना, आहे भरना।
लंबी सांस लेना शोक-दुःख से सांस लेना, आहे भरना।
लकड़ी चलना मारपीट होना, लाठी चलना।
लकड़ी देना मुरदा जलाना।
लकड़ी फेरना किसी को अपने अनुकूल या वश में करना।
लकड़ी सा बहुत दुबला, पतला।
लकड़ी सुंघाना किसी को अपने अनुकूल या वश में करना।
लकड़ी होना दुबला और कमोर होना, सूखकर बहुत कड़ा हो जाना।
लकवा मारना लकवा रोग से ग्रस्त होना।
लकीर का फकीर बिना समझे बूझे किसी प्राचीन प्रथा पर चलने वाला। उ0- लकीर को फीकर बनी बैठो है। रसाल।
लकीर पर चलना पुरानी प्रथा पर चलना।
लकीर पीटना पुरानी प्रथाओं पर चलना, पछताना।
लग चलना किसी के साथ या पीछे हो लेना, किसी का साथ पकड़ना।
लगती बात कहना मर्मभेदी बात कहना, चुटकी लेना।
लगन धरना विवाह का मुहुर्त स्थिर कराना। उ0- अंध कहै अंधा पतियात, जस बिसवा के लगन घराय। कबीर।
लगाना बुझाना झगड़ा कराना।
लगाना बुझोना झगड़ा करके सुलह कराना।
लगाम कड़ी करना घोड़े की चाल धीमी करना, कार्यादिक, निमंत्रण करना।
लगाम चढ़ाना किसी को कोई कार्य करने से, विशेषतः बोलने से रोकना, लंगौट कसना।
लगाम ढीली करना घोड़े की मनचाही चाल चलने देना, कार्यादि का नियंत्रण न रखना।
लगाम देना किसी को कोई कार्य करने से प्रतिबद्ध करना, संयत करना।
लगाम लिए फिरना किसी को पकड़ने, बांधने या वश में करने के लिए उसका पीछा करना, बराबर ढूंढते फिरना।
(किसी चीज की) लगाम हाथ में लेना संचालन सूत्र हाथ में लेना।
लगी बुझाना इच्छा पूरी होना।
लगी बुरी होती है इश्क बुरी बला है।
लगे हाथ साथ ही, इसी सिलसिले में।
लगे हाथों साथ ही, इसी सिलसिले में।
लग्गा लग जाना काम शुरू हो जाना, कार्य का सूत्रपात हो जना।
लग्गी लगाना काम को सिलसिला देना, बराबर चलाये जाना।
लज्ज करना किसी बात की बड़ाई की रक्षा का ध्यान करना, मर्यादा का विचार करना।
लट छिटकाना सिर के बाल को खोलकर बिखेरना।
लट पड़ना सिर के बालों का उलझना, लिपटना।
लटकती चाल बला खाती हुई मनोहर चाल। उ0-भ्रकुटि भटकनि पीत पट चटक, लटकती चाल। चल चख चितवनि चोर चितु लियौ बिहारी लाल। बिहारी।
लटिया करना सूत को लपेटकर आंटी या इच्छा बनाना।
लटी मारना गप हांकना, सीटना, झूठी बात कहना।
लट्टू होना मोहित होना, आसक्त होना, लुभाना। उ0- (क) हम तो रीफि लटू भई लालन महा प्रेम तिया जाति । सूर। (ख) ब्याह ही ते भए कान्य लटू तब ह्वै कहा जब होयगो गोनो। पद्माकर। चाह में हैरान होना, प्राप्ति के लिए उत्कुंठित होना। उ0- जा सुख की लालसा लट सिव सनकादि उदासी। तुलसी।
लट्ठ लिए फिरना लाठी लेकर चलना, किसी वस्तु, सिद्धान्त, व्यक्ति का बराबर विरोध करना, विरूद्ध आचरण करना।
(मन के) लड्डू खाना ऐसे लाभ की कल्पना करना जिसका होना कठिन हो।
लड्डू खिलाना उत्सव मनाना, दावत करना।
लड्डू बंटना लाभ या प्राप्ति होना।
लड्डू मिलना लाभ होना।
लड़ मिलाना मेल करना, मित्रता करना।
लड़ में रहना किसी दल या पक्ष में शामिल होना, अनुयायियों में रहना।
लड़कों का खेल बिना महत्व की बात, सहज बात या काम।
लड़ाई का मैदान रणक्षेत्र।
लड़ाई पर जाना यौद्धा या सैनिक के रूप में रणक्षेत्र में जाना।
लत्ता उड़ जाना टुकड़े-टुकड़े हो जाना, नष्ट होना।
लत्ते लेना आड़े हाथ लेना, उपहास करना, बनाना।
लथाड़ खाना पटका जाना, पछाड़ा जाना, ध्वस्त किया जाना, नष्ट किया जाना, डांटा जाना, झिड़का जाना, घुड़की सुनना।
लथाड़ पड़ना डांटा जाना, झिड़का जाना।
लथाड़ में पड़ना कठिन स्थिति में पड़ना, झमेले या हैरानी में पड़ना।
लप लप करना लचीली छड़ी हवा में तेजी से हिलाकर ध्वनि उत्पन्न करना, झलकना, चमकाना।
लप से लौ या लपट की तरह तेजी से, त्वरापूर्वक, झट से।
लपक कर तुरन्त तेजी से जाकर, झट से। उ0- ताही समय घनघोर दामिनी सी घाय उर लागी स्यामधन सौ पलकि कै। केशव। बेढंगी चाल, चपलता की चाल।
लपझप चाल बेढंगी चाल, चपलता की चाल।
लपना झपना हैरान या परेशान होना।
लब खुश्क होना होठ सूखना।
लब खोलना बोलना, बात करना।
लब पर आना होठों पर आना, कहा जाना।
लब भर थोड़ा सा, नाम मात्र को।
लब सीना मुँह मुँह बंद करना।
लब हिलना बात निकलना।
लबड़घोघो चलना बेईमानी की चाल सफल होना।
लबों पर जान आना मरणासन्न होना।
लबों से लगाना मुँह से लगाना।
लय देखना ठीक लय में गाना।
ललाट का लिखा भाग्य का लेख।
ललाट में होना भाग्य में होना।
लहना चुकाना कर्ज अदा करना, ऋण दे देना।
लहना पटाना ऋण दे देना, कर्ज अदा करना।
लहना साफ करना ऋण दे देना, कर्ज अदा करना।
लहर आ जाना धुन बंधना, इच्छा का जोर मारना।
लहर आना आनन्द आना, उमंग पैदा होना, सांप के काटने पर बदन में लहर उठना।
लहर उठना मौज आना, जोश होना, उमंग उठना।
लहर छूटना उमंग पैदा होना।
लहर देना रह रहकर कष्ट या पीड़ा होना, सीधा न जाकर मुड़ते हुए जाना।
लहर बहर सब प्रकार का आनन्द और सुख।
लहर मारना रह रहकर कष्ट या पीड़ा होना, सीधा न जाकर मुड़ते हुए जाना, आनन्द भोगना, मौज करना।
लहर देना आनन्द भोगना, दरिया का मौज मारना, लहर में स्नान करना।
लहू उबलना सख्त गुस्सा आना।
लहू उमर आना किसी जगह से लहू थोड़ा थोड़ा करके निकलना।
लहू औटना क्रोध या गम से जोश पैदा होना।
लहू का घूंट पीकर रह जाना गुस्सा सह लेना।
लहू का प्यासा जानी दुश्मन।
लहू खुश्क कर देना बहुत डरा देना।
लहू पसीना एक करना सख्त मुसीबत उठाना।
लहू पानी एक करना सख्त मुसीबत उठाना।
लहू पानी एक होना गुस्से के मारे खाना पीना अंग न लगना।
लहू पानी होना क्रोधामिभूत होना।
लहू पी जाना कत्ल करना।
लहू पीना तकलीफ देना।
लहू पी पीकर रह जाना गुस्सा चुपचाप सह लेना।
लहू बिगड़ना खून का खराब होना।
लहू बोलना हत्या का स्वयं प्रकट होना।
लहू में नहाना क्षत-विक्षत होना।
लहू लगा (मल) का शहीद होना थोड़ास काम करके बड़ा काम करने वालों में अपनी गणना करना।
लहू सफेद हो जाना सहानुभूति या दया का न रहना।
लहूलुहान होना खून से भर जाना, अत्यन्त लहू बहाना, विशेष रक्तस्राव होना।
ला दावा लिखना यह लिखना कि अमुक वस्तु पर अब हमारा कोई अधिकार नहीं रह गया।
लापता हो जाना गायब हो जाना।
लाख का घर खाक होना।
लाख टके की बात अत्यन्त उपयोगी बात।
लाख से लीख होना अत्यधिक से अत्यल्प हो जाना। सब कुछ खो बैठना, कुछ न रह जाना। उ0- बहुतक भवन सोह अंतरीखा। रहे जो लाख मए ते लीखा। जायसी।
लाज धरना अपनी मर्यादा की रक्षा करना, नष्ट होती हुई प्रतिष्ठा की रक्षा करना।
लाज बचाना प्रतिष्ठा बचाना, आबरू खराब न होने देना, किसी को लज्जित या अपमानित होने से बचाना।
लाज रखना प्रतिष्ठा बचाना, आबरू खराब न होने देना।
लाल सम्भालना लाज बचना या रहना।
लाठी चलना लाठी से मारपीट होना।
लाठी चलाना लाठी से मारपीट करना।
लाठी बांधना लाठी लिए रहना, दंड धारण करना, लाठी साथ रखना।
लाठी सा मारना कटु तथा कठोर बात कहना।
लात खाना पैरों की ठोकर सहना, मार खाना।
लात चलाना लात से मारना।
लात जाना दुहने वाले को लात मारकर दूधार जानवरों का हट जाना।
लात मारकर खड़ा होना प्रसव के बाद स्त्री का चलने फिरने योग्य होना, नीरोग होकर चलने फिरने लगना।
लात मारना तुच्छ समझकर छोड़ देना, त्याग देना, उपेक्षा करना, घृणा करना।
लानत का तौज़ (गले में) पड़ना बदनाम, बेइज्जत होना।
लानत का मारा घृणित, कुत्सित, अभागा।
लानत की बौछार लगातार, अत्यधिक भर्त्सना।
लानत बरसना चेहरे पर उदासी होना, लानत की बौछार होना।
लानत भेजना धिक्कारना, कोसना, घुणापूर्वक त्याग देना, ठुकराना।
लाभ काफ कहना बुरा-भला कहना, लानत-मलानत करना।
लाभ पर जाना लड़ाई के मोर्चे पर जाना।
लाभ बांधना चढ़ाई के लिए सेना तैयार कराना। बहुत से लोगों को एकत्र करना, बहुत सा सामान जमा करना।
लाय देना आग लगाना, जलाना। उ0- ख्वाय विष, गृह लाय दीन्हो, तउ न पाये जरन। सूर।
लार आना किसी चीज को पानी का लोभ होना।
लार टपकना किसी चीज को पाने की परम लालसा होना, मुँह में पानी भर आना।
लार लगाना फंसाना, बझाना। उ0- षट दरसन पाखंड न्यावने मरनि भयो संसार। बेद पुरान सबै मिलि गावै कर्म लगायो लार। कबीर।
लाल अंगारा बहुत लाल, अत्यन्त क्रुद्ध।
लाल आँखें दिखाना क्रोध से आंखे लाल करना, गुस्से से देखना।
लाल आँखें निकालना क्रोध से आंखे लाल करना, गुस्से से देखना।
लाल उगलना अच्छी, प्यारी और महत्व की बातें कहना, मीठी और सुन्दर बातें कहना।
लाल पड़ना क्रुद्ध होना, रूष्ट होना, नाराज होना। उ0- दशरथ लाल ह्वै कराल कछु लाल परि, माषत मयोई नेके रावणे न गनहो। पद्माकर।
लाल पीला होना गुस्सा होना, क्रोध करना।
लाल हो जाना क्रोध करना, गुस्सा होना।
लाल होना बहुत अधिक सम्पत्ति पाकर सम्पन्न होना।
लालच देना किसी के मन में लालच उत्पन्न करना।
लाला भइया करना किसी को आदरपूर्वक सम्बोधन करना, आदर के साथ बातचीत करना।
(किसी चीज के) लाले पड़ना किसी चीज को देखने या पाने के लिए अत्यधिक तरसना, किसी चीज के अप्राप्य या पहुंच के बाहर होने के कारण अत्यधिक लालायित होना। उ0- तिन्है देखिबे को अब लौ परे। हरि0।
लाल उठाना बन्धक रखकर रूपया उधार देना, किसानों को उनके कष्ट के समय ऋण देना, तकाबी देना।
लाव चलाना चरसे से पानी निकालकर खेत सींचना।
लावा मेल देना मंत्र से उच्चाटन करना।
लाश उठना मर जाना।
लाश गलियों में खिंचवाना मरने के बाद जलील करना।
लाश पर लाश गिरना (युद्ध में) लाशों के ढेर लग जाना।
लास करना चलती हुई नाव को रोकने के लिए डोंड़ों को बहाते हुए पानी में बेड़े बल में ठहराना।
लासन देना मस्तूल के चारों ओर रस्सी लपेटना।
लासा लगाना झगड़ा कराना, फंसाना।
लासा हो जाना चिपक जाना, पीछा न छोड़ना।
लाहौल पढ़ना लाहा पिशाच आदि को भगाने के लिए लाहोलवलाकूबत पढ़ना, अत्यधिक घृणा प्रकट करना।
लिखत पढ़त होना लिखा पढ़ी होना, लेख के रूप में पक्का होना।
लिखना पढ़ना अध्ययन करना, विद्द्यार्जन करना।
लिखाना पढ़ाना शिक्षा देना, लेखबद्ध कराना।
लिफाफा खुल जाना भेद खुल जाना, छिपी हुई बात का प्रकट हो जाना, असली रूप में प्रकट हो जाना।
लिफाफा बदलना ठाट बदलना, नयी वेशभूषा धारण करना।
लिफाफा बनाना ठाट बनाना, आडम्बर करना, ढकोसला करना।
लिवा लाना साथ ले आना।
लिहाड़ी लेना उपहास करना, ठट्ठा करना, बनाना, निन्दा करना।
लीक करके जोर देकर। उ0- आगम निगम पुरान कहत करि लीक। तुलसी।
लीक खींचना साख बंधना, प्रतिष्ठा स्थिर होना। उ0- हरि चरनार बिंद तजि लागत अनत कहूं तिनकी मति कांची। भगवंत मजत जे तिनकी लकीचकह चहूं दिसि खांची। सूर।
लीक खींचकर जोर देकर। उ0- सूर श्याम तेरे बस राधा कहति लीक में खांची। सूर।
लीक खींचना दृढ़ निश्चय करना ।
लीक पकड़ना ढरी पर चलना, पगडंडी पर होना।
लीक पीटना पुराने रस्म पर चलते जाना, चली आती हुई प्रथा का अनुसरण करना।
लीक लगना किसी के दिखाये हुए मार्ग पर चलना, अनुकरण करना।
लीक लीक चलना रास्ते पर चलना, पुरानी रीति या प्रणाली पर ही चलना।
लीक से बेलीक होना गुमराह होना, पुरानी चाल छोड़ना।
लीद करना घोड़े आदि का मल त्याग करना।
लीपना पोतना सफाई करना।
लीप पोतकर बराबर करना काम बिगाड़ना, चौपट करना, चौका लगाना, सत्यानाश करना।
लीपा पोती करना गंदा लिखना, काट छांटकर लिखना, गलती को ढकने का प्रयास करना।
लुक छिपकर बहुत ही गुप्त रूप से, अप्रकट में, किसी के देखने में नहीं।
लुकमान के पास दवा नहीं रोग का असाध्य होना।
लुकमान को हिकमत सिखाना बुद्धिमान को अक्ल सिखाना, बेवकूफी की बात करना।
लुगंत छांटना पांडित्या प्रदर्शन के लिए क्लिष्ट, अप्रचलित शब्दों का व्यवहार करना।
लुगेत ताराशना शब्द गढ़ना, किल्ष्ट शब्दावली का व्यवहार करना।
लुटिया डुबाना महत्व खोना, बड़ाई नष्ट करना, प्रतिष्ठा नष्ट करना, काम बिगाड़ना, सब काम चौपट करना, सर्वनाश करना, कलंक लगाना, अपयश का काम करना।
लुढ़कना पुड़कना गिरना, पड़ना।
लुत्फ उठाना मजा पाना।
लू मारना तप्त हवा लगने से ज्वर आदि हो जाना।
लू लगना तप्त हवा लगने से ज्वर आदि होना।
लूका लगाना आग लगाना, जलाना, वैमन्स्यकारी बात कहना।
(मुंह में) लुका लगाना मुंह जलाना, अपमान करना। (औरतों की गाली)।
लूट खाना अनुसूचित ढंग से किसी का धन ले लेना, किसी का धन अनुचित रीति से ले लेना, किसी का माल मारना।
लूटना पाटना लूटमार करना।
लूती लगाना आग लगाना, झगड़ा लगाना।
लूलू बनाना मूर्ख बनाना, बातों में मूर्ख प्रमाणित करना, उपहास करना, निन्दा करना।
ले आना लेकर आना।
ले उड़ना कोई चीज लेकर भाग जाना, किसी बात का संकेत पाते ही वितंडावाद खड़ा करना, बिना समझे बात का बतंगड़ करना।
ले चलना लेकर चलना, चलते समय किसी को साथ करना, साथ साथ गमन कराना या पहुंचाना, थामकर या उठाकर चलाना।
ले जाना लेकर जाना, पास में रखकर प्रस्थान करना।
ले डालना खराब करना, चौपट करना, नष्ट करना, पराजित करना, हराना, किसी काम को निपटा देना, पूरा करना, समाप्त करना।
ले डूबना अपने साथ दूसरे को भी खराब करना, या नष्ट करना।
ले दे करना हुज्जत करना, तकरार कराना, बहुत प्रयत्न करना, बड़ी कोशिश करना।
ले देकर लेना देना एवं जोड़ जोड़कर, बड़ी मुश्किल से, कठिनाई से, सब मिलकर।
ले देना दूसरे को मोल लेकर देना, खरीद देना।
ले निकलना लेकर चल देना।
ले पड़ना अपने साथ जमीन पर गिरा देना, सम्भोग करने लगना।
ले पालना गोद लेना, दत्तक लेना।
ले बीतना खराब करना, चौपट करना, नष्ट करना, पराजित करना, हराना, किसी काम को निपटा देना, पूरा करना, समाप्त करना।
ले बैठना बोझ लिए डूब जाना (नाव आदि का) अपने साथ नष्ट या खराब करना, किसी व्यवसाय का पूंजी सहित नष्ट हो जाना।
ले भागना लेकर भाग जाना।
ले मारना अपने साथ दूसरे को भी नष्ट या बरबाद करना।
ले रखना खरीदकर रख छोड़ना।
लेखना जोखना अन्दाज लगाना, कूतना, जांच करना।
लेखनी उठाना लिखना शुरू करना।
लेखा जांचना यह देखना कि हिसाब ठीक है या नहीं।
लेखा डालना हिसाब किताब खोलना, लेन देन के व्यवहार की बही में लिखना।
लेखा डेबढ़ करना हिसाब साफ करना, हिसाब बराबर करना।
लेखा पूरा करना हिसाब चुकता करना, पिछला देना चुकाना।
लेन देन सरोकार, सम्बन्ध।
लेन देन न होना व्यवहार न होना, सरोकार न होना, सम्बन्ध या प्रयोजन न होना। उ0- हमे कछु न देन ह्वै ए बीर! तुम्हारे। सूर।
लेना एक न देना दो कुछ मतलब नहीं, कुछ सरोकार नहीं।
लेना देना होना मतलब या प्रयोजन होना, सरोकार होना।
लेने के देने पड़ना लेने के स्थान पर उलटे देना पड़ना, भले के लिए कुछ करते हुए बुरा होना। (किसी मामले में) लाभ के बदले हानि होना, बहुत कठिन समय आना, जान पर आ बनना।
लेव चढ़ाना मोटा होना, मोटाई आना (व्यंग्य)।
लेव लगना (धान आदि बोने के लिए) मैड़ के बराबर पानी होना।
लेवा लगना धान बोने लायक स्थिति होना।
लेहाड़ी करना बनाना, हंसी उड़ाना।
लेहाड़ी लेना बनाना, हंसी उड़ाना।
लोपा लगाना चुगली खाना।
लोचन भर आना आंखों में आंसू डबडबा आना, आंखे भ आना। उ0- यह सुनिकै हलधर तहं धाये। देशि श्याम ऊखल सो बांधे,तबही दोउ लोचन भरि आये। सूर।
लोट जाना बेसुध होना, बेहोश हो जाना, मर जाना, लुढ़कना। संज्ञाहीन होना।
लोट पोट कर उठ खड़ा होना बीमार होकर अच्छा हो जाना।
लोट पोट करना लेटना, विश्राम करना।
लोट पोट होना प्रसन्नता से नाच उठना, अधिक हंसते के कारण गिर पड़ना।
लोट मारना लेटना, सोना, किसी के प्रेम से बेसुध होना।
लोट लगाना लुढ़कना, लेट जाना।
लोट हो जाना किसी चीज पर आशिक होना, रीझना व्याकुल होना।
लोट होना आसक्त होना, रीझना, व्याकुल होना।
लोटता फिरना तड़पता फिरना, व्याकुल होना।
लोटा लोटा फिरना दर्द आदि से तड़पना।
लोटिया डूबना असफल होना, अप्रतिष्ठा या हानि होना।
लोढ़ा डालना बराबर करना। उ0- धुमि चहुं दिसि झूमि रहे धन बूंदन ते छिति डारत लोढ़े। रघुनाथ।
लोढ़ाढाल चौपट, सत्यानाश।
लोथ गिरना मारा जाना, निहित होना।
लोथ डालना मार गिराना, प्राणान्त करना, हत्या करना।
लोथारी डालना लोथारी लंगर को थोड़े पानी में डालकर तल की थह लेते हुए नाव को किनारे लगाना।
लोथरी थानना ठीक मार्ग से होकर नाव को किनारे लगाना।
लोधो की मीत उठाना अनेक मनुष्यों को मारना। उ0- लोथनि पै लोथनी की मीति उठि जायगी। रत्ना0।
लोन चराना नमकीन बनाना
लोन न मानना उपकार न मानना। उ0- नैन को अब नाहिं पत्याऊं बहुप्यो उनको बोलति हौ तुम हाइ हाइ लीजै नहिं नाऊं। अब उनको मैं नाहिं बसाऊं मेरे उनको नाहीं ठाऊं। व्याकुल भइ डोलत हो ऐसेहि वे जहं रहे तहां नहिं जाऊं। खाइ ख्वाइ बड़े जब कीनहे बसे जाइ अब औरहि गाऊं। अपनो कियो आप पावेगे में काहे उनको पछिताऊं। जैसे लौन हमारो मान्यो कहा कहो कहि काहि सुनाऊँ। सूरदास मैं इन बिन रहिहो कृपा करे उनको सरमाऊं। सूर।
(किसी का) लोन निकालना नमकहरामी का फल मिलना, अकृतज्ञता का फल पाना। उ0- ताते मन पोखियत घोर वरतौर मिसि फूटि फूटि निकसत है लीन राम राय को। तुलसी।
लोन का लगना अरूचिकर होना, अप्रिय होना। उ9- राजै लोन सुनावा लागहु हूं जस लोन। आइ कुंहाई माहिर कहं सिंह जान औ गोन। जायसी।
लोह चबाना युद्ध में संगा घात सहना। उ0- लगन विचारे का छत्रीगन जे रन ठाढे़ लोह चबाये। आ0 खं0।
लोहा करना इस्तरी करना।
लोहा गहना हथियार उठाना, युद्ध करना। उ0- लोह गहे लालच करि जिय को ओरा सुमट जलावै। सूरदास प्रभु जीति शत्रु को कुशल क्षेम घर आवै। सूर।
लोहा बजना युद्ध होना उ0- तीन महीना लोहा बाजा। नदिता बितवां के मैदान। आ0 खं0। संघर्ष होना।
लोहा बरसना तलवार चलना, घमासान युद्ध होना।
(किसी का) लोहा मानना किसी विषय में (किसी का) प्रभुत्व स्वीकार करना, किसी विषय में किसी से दबना, पराजित होना, हार जाना।
(किसी से) लोहा लेना लड़ना, युद्ध करना, लड़ाई करना। उ0- सनमुख लोह भरत सन लेऊ। जियत न सुरसरि ऊतरन देऊं। तुलसी। साहसपूर्वक सामना करना।
लोहार खाने में सेवइयां बेचना बेवकूफी का काम करना।
लोहे का चना अत्यन्त कठिन काम, दुष्कर कार्य, विकट कार्य।
लोहे का दिल निष्ठुर हृदय।
लोहे का पानी तलवार आदि पर चढ़ाया जाने वाला पानी।
लोहे के चने चबाना अत्यन्त कठिन काम करना।
लोहे ठंढ़े होना उमंग का कम हो जाना।
व
वंश डुबाना वंश की मर्यादा नष्ट करना, कुल की प्रतिष्ठा खोना।
वकालत चमकना वकालत के पेशे में आमदनी होना।
वकालत चलना वकालत के पेशे में आमदनी होना।
वकालत जमना वकालत के पेशे में आमदनी होना।
वकूल में आना प्रकट होना, घटित होना।
वकूफ पकड़ना अक्ल सीखना।
वक्त आ जाना नियतकाल, मौत की घड़ी आ जाना।
वक्त काटना किसी प्रकार समय बिताना, जी बहलाना।
वक्त की चीज किस समय या ऋतु विशेष से मिलने वाली चीज, किसी विशेष समय में गाया जाने वाला गीत या राग।
वक्त खोना समय नष्ट करना।
वक्त गुजारना समय नष्ट करना, दिन काटना।
वक्त तंग होना काल का प्रतिकूल होना।
वक्त ताकना मौका देखना, इस बात की प्रतीक्षा में रहना कि कब उपयुक्त अवसर मिले और कोई बात करूं।
वक्त देना किसी से मिलने, बातचीत आदि के लिए समय नियत करना।
वक्त पड़ना मुसीबत आना, कठिनाई में पड़ना।
वक्त पड़े पर मुसीबत के समय।
वक्त पर अवसर आने पर, कोई विशेष परिस्थिति होने पर, काम पड़ने पर।
वक्त बेवक्त काम आना जरूरत के समय काम आना।
वक्त हाथ से देना अवसर चूकना, मौका आने पर भी काम न करना।
वक्फ कर देना ईश्वरोर्पण कर देना, पुण्य कार्य में लगा देना।
वक्र खोना मान, प्रतिष्ठा गंवाना।
वज्र की छाती ऐसा कठोर हृय जो दुःख सह सके, सहिष्णु हृदय।
वज्र पड़े देव से भारी दण्ड मिले, सत्यानाश हो।
वजूद पकड़ना प्रकट होना, अस्तित्व में आना।
वजूद पाना अस्तित्व में आना।
वजूद में आना उत्पन्न होना, प्रकट होना।
वजूद में लाना उत्पन्न करना।
वनवास देना
वनवास लेना संसार त्याग करना।
वफ़ात पाना मर जाना।
बवाल पड़ना किसी को दुःख पहुंचाने का फल मिलना, दुखिया की आह पड़ना।
वरक उलटना पुस्तक को उलट- पलट कर देखना, पुस्तक पर सरसरी निगाह डालना, भारी परिवर्तन, क्रान्ति होना।
वरक स्याह करना बहुत लिखना।
वर्षा होना अत्यधिक परिमाण में ऊपर से गिरना, अत्यधिक संख्या में मिलना।
वश का जिस पर जोर या अधिकार हो, इच्छा के अधीन।
वश चलना कुछ करने की शक्ति होना, शक्ति का सामर्थ्य का अपना प्रभाव दिखलाना।
वश में होना अधिकार, आज्ञा में होना।
वसमा करना बालों में खिजाब लगाना।
वसीला पैदा करना किसी कार्य की सिद्धि का मार्ग निकालना, सहारा पैदा करना, आमदनी आदि का रास्ता निकालना।
वसीला रखना सम्बन्ध रखना, आठरा रखना।
वसूल पाना दूसरे से जो पाना हो, वह मिल जाना।
वह मारा बस अब कार्य सिद्ध हो गया, जो चाहते वे हो गया।
वहशत उछलना सनक होना, ख्व्त होना, धुन होना।
बहशत बरसना उदासी छाना, करूणा या दुःख का भाव प्रकट होना, रौनक न रहना।
वाके होना घटित होना।
वाजिबी खर्च आवश्यक व्यय।
वाजिबी बात ठीक बात, सच्ची बात।
वाट परना हानि होना। उ0- वाट परे मोरी नाव उड़ाई।
वाणी फुरना मुंह से शब्द निकलना।
वादा टालना प्रतिज्ञा भंग करना।
वादा पूरा करना वचन के अनुसार काम करना, प्रतिज्ञा पूर्ण करना।
वादा रखाना वचन लेना, प्रतिज्ञा कराना। उ0- सोह करि कहत हो एहो प्यो रघुनाथ, आवति रखाए वादो उनहीं के घर सो। रघुनाथ।
वादाखिलाफी करना बात पूरी करना, कथन के विरूद्ध कार्य करना।
वापस आना किसी स्थान पर जाकर वहां से फिर आ जाना, लौट आना।
वापस करना लौटाना, मोल ली हुई वस्तु को लौटाकर फिर से दाम ले लेना, किसी से ली हुई वस्तु को उसे फिर दे देना।
वापस जाना लौट आना।
वापस होना लौट जाना, फेरा जाना, दी हुई वस्तु या फिर मिल जाना, ली हुई वस्तु का फिर दे दिया जाना।
वार खाली जाना प्रहार का ठीक स्थान पर न पड़ना, आक्रमण व्यर्थ आना, युक्ति सफल न होना, चली हुई चाल या उपाय का कुछ परिणाम न होना।
वार पार करना पूरा विस्तार से करना, इस ओर से उस ओर तक घंसाना, पूरी मोटाई छेदकर दूसरी ओर निकालना।
वार पार होना पूरा विस्तार से होना।
वार मिलना फुरसत मिलना।
वारने जाना निछावर होना, बलि जाना। उ0- बाल विभूषन बसन मनोहर अंगनि बिरचि बनैहो। सोभा निरखि निछावरि करि उर लाइ वारने जेहो। तुलसी।
वारा जाना निछावर होना।
वारा पड़ना बचत होना।
वारा बैठना बचत होना।
वारा होना निछावर होना, कुरबान होना। उ0- वारी तेरे इंदुवदन पर अति छवि अलसानि राई। सूर।
वारियां जाऊं छुम पर निछावर हूं।
वास्ता देना बीच में डालना, दुहाई देना।
वास्ता पड़ना व्यवहार का अवसर आना, काम पड़नरा, सरोकार होना।
वास्ता पैदा करना ढब लगाना, सम्बन्ध जोड़ना।
वास्ता रखना लगाव रखना, सम्बन्ध रखना।
वाहवाही लूटना लोगों की प्रशंसा का पात्र बनना।
वाहवाही लेना लोगों की प्रशंसा का पात्र बनना।
विजय की पताका विजय सूचक पताका।
विधना के अक्षर कर्म रेख, भाग्य, लिखना।
विधि बैठना परस्पर अनुकूलता होना, मेल बैठना, मेल खाना, व्यवहार निमना, सब बातों का ठीक होना, इच्छानुकूल व्यवस्था होना।
विधि मिलना आय और व्यय के अनुसार हिसाब ठीक ठीक मिल जाना।
विपत्ति उठाना संकट या कष्ट सहना।
विपत्ति का समुद्र उमड़ना दुःख का चारों ओर से घेरना।
विपत्ति झेलना कष्ट या संकट सहना।
विपत्ति पर डालना (किसी को) शोक या दुःख पहुंचाना।
(किसी को) विपत्ति ढहना सहसा कोई दुःख या शोक उपस्थित होना, एक बारगी आफत आना।
विपत्ति भुगतना शोक, दुःख या संकट सहना।
विपत्ति भोगना शोक, दुःख या संकट सहना।
विपत्ति में डालना संकट या दुःख की अवस्था में करना, किसी को दुःख देना।
विपत्ति में पड़ना शोक, दुःख या संकट की दशा को प्राप्त होना, संकटग्रस्त होना।
विपत्ति मोल लेना जान बूझकर संकट में पड़ना।
विपत्ति सिर पर लेना व्यर्थ झंझट में पड़ना।
विष की गांठ वह जो अनेक प्रकार के उपद्रव और अपकार आदि करता हो।
विश्वास जमाना विश्वास उत्पन्न करना।
विश्वास दिलाना विश्वास उत्पन्न करना।
वुज़ ढीला होना हिम्मत हार देना, संकल्प शिथिल हो जाना।
वुंज़ शिकस्त होना हिम्मत हार देना, संकल्प शिथिल हो जाना।
वैर चुकाना बदला लेने के लिए शत्रु को हानि पहुंचाना, बदला लेना।
वैर निकालना बदला लेने के लिए शत्रु को हानि पहुंचाना, बदला लेना।
वैर बांधना शत्रुता उत्पन्न करना, दुश्मनी खड़ी करना।
वैर साधना वैर चुकाना।
(किसी का) वेश धारण करना किसी की पोशोक आदि की नकल करना।
वैसे तो प्रस्तुत को छोड़कर किसी और या दूसरी दशा में।
व्यवस्था देना किसी विषय में शास्त्रों का विधान बतलाना।
व्यवहार प्रस्तुत करना ऐसा कार्य करना जिसमें किसी के विरूद्ध कोई कार्यवाही विशेषतः विधिक कार्यवाही हो सके।
श
शंख बजना सफलता मिलना
शंख बजाना विजय प्राप्त होना, किसी की बुराई या हानि देखकर आनन्द मनाना, असफल होने पर पछताना, बकबक करना।
शंख फूंकना युद्ध की घोषणा करना, देश, व्यक्ति जाति से जागरण, उत्साह आदि की भावना भरना।
शक होना फटना।
शकर से मुँह भरना खुशखबरी सुनने वाले को मिठाई खिलाना।
शकुन आना विवाह आदि शुभ अवसरों पर मंगल सूचक वस्तुओं का जाना।
शकुन देखना कोई कार्य करने के पूर्व ज्योतिष आदि साधनों द्वारा शुभ तिथि और मुहुर्त अथवा उस (कार्य) के शुभाशुभ फल जानना।
शकुन निकलना कोई कार्य करने के पूर्व ज्योतिष आदि साधनों द्वारा शुभ तिथि और मुहुर्त अथवा उस (कार्य) के शुभाशुभ फल जानना।
शकुन विचारना कोई कार्य करने के पूर्व ज्योतिष आदि साधनों द्वारा शुभ तिथि और मुहुर्त अथवा उस (कार्य) के शुभाशुभ फल जानना।
(अपनी) शक्ल तो देखो अपनी योग्यता, अपनी सामर्थ्य तो देखो, अनाधिकार, चेष्टा पर व्यंग्य।
शक्ल दिखाना मिलना, सामने आना।
शक्ल देखते रह जाना चकित, मुग्ध हो जाना।
शक्ल देखा करना चकित, मुग्ध हो जाना।
शक्ल न दिखाना न मिलना, मुंह छिपाना।
शक्ल पकड़ना रूप, आकार ग्रहण करना।
शक्ल पहचानना सूरत से पहचानना, चेहरा या सूरत देखकर शील स्वभाव जान लेना।
शक्ल बनाना शक्ल बिगाड़ना, असुन्दर बन जाना।
शक्ल बिगाड़ना चेहरे को सुन्दर कर लेना या कर देना, बहुत मारना।
शगल करना किसी, विशेषकर खाने पीने , हुक्का पीने आदि के, काम में लगना।
शनाख्त करना पहचानना।
शगूफा लिखना कोई नई और विलक्षण घटना होना।
शगूफा खिलाना काई ऐसी नई और विलक्षण बात कर बैठना जिससे सब लोग चकित हो जाय।
शगूफा छोड़ना नयी विलक्षण बात कहना।
शपथ खाना कसम खाना। उ0- शपथ खाय बोले सदा। वृ0।
शफ़क फूलना प्रातःकाल या सन्ध्या के समय आकाश में लालिमा फैलना, शफक का प्रकट होना।
शबनम का रोना ओस का गिरना।
शबाब फट पड़ना जवानी का जोर पर होना, पूरी तरह खिल उठना।
शरबत पिलाना विवाह के पूर्व या पश्चात् बरातियों को शरबत पिलाना (एक रस्म)।
शरबत के प्याले पर निकाह कर (पढ़ा) देना बिना कुछ खर्च किये विवाह कर देना।
शरम धोकर पी जाना निर्लज्ज हो जाना।
शरम रखना इज्जत रखना, आदर रखना।
शरम रहना प्रतिष्ठा रहना, आवरू रहना।
शरम से गड़ना बहुत लज्जित होना।
शर्त बंद (बांध) कर (के) होना बहुत देर तक होना, बहुत लम्बी नींद लेना।
शर्त बदना बाजी लगाना।
शर्त बांधना बाजी लगाना।
(किसी बात की) शर्त होना किसी बात के लिए अनिवार्य, अत्यावश्यक होना।
शर्त यह है इस शर्त पर।
शर्म आना लाज लगना।
शर्म करना लज्जित होना, लिहाज करना।
शर्म की बात लज्जानक कार्य।
शर्म खाना लज्जा अनुभव होना।
शर्म से गठरी हो जाना (दुलहिन का) लाज के मारे सिकुड़कर गठरी सा बन जाना, जमीन में गड़ जाना।
शर्मिदिंगी उठाना लज्जित होना।
शराब ढलना मद्य पीया जाना।
शरीर छूटना मृत्यु होना, मर जाना।
शरीर बरतना शरीर छूटना।
शल हो जाना थककर चूर हो जाना, (हाथ पांव का) हिलाने लायक न रहना।
शस्त बांधना निराशा बेधने के लिए सीध या ताक लगाना।
शस्त लगाना निशाना बेधने के लिए साध या ताक लगाना।
शह करना निरूत्तर कर देना, चुप कर देना।
शह झाड़ना पक्षी का डेनों को फैलाकर जोर से हिलाना कि खराब और कमजोर पंख झड़ जायें।
(जवार में) शहद घुलना मिठास से भर जाना।
(कानों में) शहद घोलना अति मधुर, सुखद वचन बोलना।
शहद लगाकर अलग होना उपद्रव का सूत्रपात करके अलग हो जाना, दूर से तमाशा देखना, आग लगाकर दूर हो जाना, दूर से तमाशा देखना।
शहद लगाकर चाटना निरर्थक चीज को यत्न से रखे रहना।
शहर की दाई घर घर की खबर रखने वाली स्त्री।
शांख निकलना ऐब निकलना, झगड़ा निकलना, बखेड़ा निकलना।
शाख निकालना दोष निकलाना, कलंक लगाना, नुक्ता चीनी करना, झगड़ा खड़ा करना, टहनी निकालना, नयी बात पैदा करना।
शाख लगना घमंड होना, इतराना।
शाख लगाना कलम लगाना, टहनी लगाना, सिंगी लगाना, पद बढ़ाना, सम्मान करना।
शान घटना इज्जत में कमी होना, बड़प्पन में कमी होना।
शान जाना अप्रतिष्ठा होना, मान भंग होना।
शान मारी जाना अप्रतिष्ठा होना, मान भंग होना।
शान में बट्टा लगना इज्जत में कमी होना, बड़प्पन में कमी होना।
शाम का फूलना सन्घ्या समय पश्चिमी क्षीतिज पर ललाई प्रकट होना।
शम की सुबह करना सारी रात जागकर बीताना, सबेरा कर देना।
शम सुह करना टाल मटोल करना।
शाम सुबह लगाना टाल मटोल करना।
शामत आना बुरे दिन आना, दुदैव की प्रेरणा होना।
शामत का मारा अभागा, दुर्दशाग्रस्त।
शामत की मार दुर्भाग्य।
शामत सवार होना शामत आना, दुर्दशा का समय निकट आना, बुरे दिन आना।
शाडा करना प्रकाशित करना।
शिकंजे में आना पकड़ में आना, कब्जे में आना।
शिकंजे में कसना अत्यधिक शारीरिक कष्ट देना, घोर यंत्रणा पहुचाना।
शिकंजे में खिंचवाना घोर यंत्रणा दिलवाना, सांसत कराना।
शिकमी देना ज़मीदार या मालिक से किराये, लगान आदि से पर ली हुई चीज अपनी ओर से किसी दूसरे को किराये, लगान आदि पर देना।
शिकम होकर खाना पेट भरकर खाना।
शिकरा पालना बोझ अपने सिर लेना।
शकस्त खाना पराजित होना, हराना।
शिकस्त देना पराजित होना, हराना।
शिकायत करना दुखड़ा रोना, बुराई करना, उलाहना देना, पीड़ा बताना।
शिकायत रफा करना रोग दूर करना, मांदगी हटाना।
शिकार आना मारने के लिए कोई जानवर मिलना, किसी ऐसे आदमी का मिलना जिससे कुछ लाभ हो।
शिकार करना आखेट करना, किसी से खूब लाभ उठाना, लूटना, फंदे में फंसाना, मुट्ठी में करना।
शिकार खेलना आखेट करना।
(किसी का) शिकार होना फंदे में फंसना, किसी रोग, दर्घटना आदि से मरना या पीड़ित होना, किसी के रोषादि की बलि होना, वश में आना।
शिकारी व्याह गांधर्व विवाह जो क्षत्रियों में अब तक कहीं कहीं होता है।
शिगाफ़ देना कलम को चीरना, चीरा लगाना, नश्तर लगाना।
शिकाफ़ लगाना कलम को चीरना, चीरा लगाना, नश्तर लगाना।
शिगूफ़ा खिलाना कोई अनहोनी बात करना, झगड़ा उठाना।
शिगूफ़ा छोड़ना झगड़ा फसाद कराने वाली बात कहना, करना।
शिरोधार्य करना सिर पर धारण करना, सिर माथे चढ़ाना, आदरपूर्वक स्वीकार करना, आदर के साथ मानना।
शीन काफ़ दुरूस्त न होना उच्चारण शुद्ध, अस्खलित न होना।
शीन के शटक्के ‘श’ का शुद्ध उच्चारण न कर सकना।
शीर हो जाना घुल मिल जाना, अतिशय स्नेह होना।
शीराज़ा खुलना टांका टूटना, सिलाई खुल जाना, प्रबन्ध बिगड़ जाना।
शीराज़ा टूटना टांका टूटना, सिलाई खुल जाना, प्रबन्ध बिगड़ जाना।
शीराज़ा बंधना किताब के जुजों की सिलाई होना, बिखरी हुई चीजों का इकट्ठा श्रंखलित किया जाना।
शीराज़ा बिखरना विश्रंखलित हो जाना, बिगड़ जाना।
शील तोड़ना मुरोक्त न रखना।
(आँखों में) शील न होना बेमुरोवत होना, क्रूरता का व्यवहार करना।
शील निभाना स्तस्वभव को न छोड़ना।
शील भर जाना संकोच, सद्भाव सद्वृत्ति आदि का किसी व्यक्ति से निकल जाना, दुर्वत्त होना, बेमुरोक्त होना।
शील रखना सद्व्यवहार रखना, करना।
शीश महल का कुत्ता पागल कुत्तों की तरह बकने या उलछने कूदने वाला।
शीशा बाशा बहुत नाजुक चीज।
शीशी सुंघाना दवा सुंघाकर बेहोश करना।
शीशे में उतारना भूत छुड़ाना, प्रेत बाधा शान्त करना, वश में करना, मोहित करना।
शुक्र करना (खुदा का) एहसान मानना, भगवान के किये पर सन्तुष्ट, प्रसन्न रहना।
शुक्र बजा लाना कृतज्ञता प्रकट करना।
शुक्र है भगवान का परम अनुग्रह है।
शुमार में रहना संस्थातीत हेाना, बिलकुल मामूली होना।
शुमार में न लाना कुछ न समझना, नितान्त उपेक्षणीय मानना।
शुमार में न होना संख्यातीत होना, बिलकुल मामूली होना।
शूल उठना शूल चुभाने की सी पीड़ा का होना।
शुल देना तीव्र व्यथा उत्पन्न करना।
शेखी किरकिरी होना घमंड चूर होना, लज्जित होना।
शेखी झड़ना गर्व चूर्ण होना, मान ध्वस्त होना, ऐसा दण्ड पाना या हानि सहना कि अभिमान दूर हो जाय।
शेखी निकालना गर्व चूर्ण होना, मान ध्वस्त होना, ऐसा दण्ड पाना या हानि सहना कि अभिमान दूर हो जाय।
शेखी बधारना बढ़ बढ़कर बातें करना, अभिमान से भरी बातें बोलना, डींग मारना, अपने मुंह अपनी बड़ाई करना।
शेखी हांकना बढ़ चढ़कर बातें करना, अभिमान से भरी बातें बोलना, डींग मारना।
शेर करना बत्ती बढ़ाकर रोशनी तेज करना, हौसला बढ़ा देना, निडर कर देना।
शेर का मुंह झुलसना शेर को मारने के बाद उसकी मूंछों को जला देना।
शेर की नज़र घूरना कोप भरी दृष्टि से देखना।
शेर की बोली बोलना कै करना।
शेर के मुंह में जाना जान जोखिम वाले स्थान में जाना।
शेर के मुंह से शिकार लेना जबरदस्त से कोई चीज छीन लेना।
शेर बकरी का एक घाट पर पानी पीना शुद्ध न्याय का राज्य होना, छोटे बड़े सबके साथ एक सा व्यवहार होना।
शेर होना हौंसला बढ़ना, निर्भय या घृष्ट होना, डर या दबाव में न रहना, स्वेच्छाचारी और उदंड होना। उ0- कसन गुफ़ता शेर हमचूं सीन ऐनो, दाल ये। सादी।
शैतान उठाना झगड़ा खड़ा करना, उपद्रव मचाना।
शैतान उतरना क्रोध शांत होना, बुराई या उपद्रव की प्रवृत्ति या हठ का दूर होना।
शैतान की आंत बहुत लम्बी वस्तु।
शैतान के कान काटना शैतानी में शैतान से बढ़ जाना।
शैतान (सिर पर) चढ़ना गुस्सा चढ़ना, शरारत, बुराई पर आमादा होना।
शैतान सवार होना गुस्सा चढ़ना, शरारत, बुराई पर आमादा होना।
शोरे में झालना पानी की सुराही को नमक औरा शोरा खिले हुए पानी में रखकर डंढा करना।
शीशा छोड़ना अनोखी या झगड़ा खड़ा करने वाली बात कहना।
शौक करना (किसी वस्तु या पदार्थ का) मांग करना।
शौक चर्राना मन में प्रबल कामना होना, इच्छा का तीव्र होना।
शौक पूरा करना किसी बात की प्रबल इच्छा की पूर्ति करना।
शौक फरमाना किसी बात की प्रबल इच्छा की पूर्ति करना।
शौक से प्रसन्नतापूर्वक आनन्द से, रूचिपूर्वक, निःसंकोच।
श्रम पाना परिश्रम करना, मेहनत करके थकना। उ0- आजु कहा उद्यम करि आए। कहै वृथा भ्रमि भ्रमि श्रम पाए। सूर।
श्रम साधना कठिन परिश्रम करना, अभ्यास करना, उ0- मुक्त हित जोगी स्रम् साधे असुर विरोधे पावै। सूर।
श्वास खींचना सांस रोके रखना।
श्वास चढ़ाना सांस रोके रहना।
श्वास छूटना मृत्यु होना।
श्वास रहते प्राण रहते, जीते जी।
स
संकरे में पड़ना दुःख में पड़ना, कष्ट में पड़ना।
संग करना साथ होना, दोस्ती करना।
संग छोड़ना साथ छोड़ना।
संग जाना साथ जाना, हमराह होना।
संग ले लगना साथ हो लेना, पीछा करना, पीछे लगना।
संग लेना साथ लेना, साथ ले चलना।
संग सोना सहवास करना, समागम करना।
संगत करना गाने वाले के साथ कोई बाद्य बजाना।
संगति बैठना मेल मिलना। उ0- संति सुमति न पावही परे कुमति के धंध। नीति।
संध्या बत्ती सन्ध्या के समय दीपक जलाना।
संठ मारना मौन रहना, चुप्पी लगाना।
संभाल लेना रोगी का मरने से कुछ पहले थोड़ा संभल या ठीक हो जाना।
संयोग से बिना पहले से निश्चित हुए, इत्तफाक से, दैववशात्।
सकता पड़ना छंद में यदि भंग दोष होना।
सखुन डालना कोई बात कहना, कुछ चाहना या मांगना, उ0- सखुन उन्हीं पर डाले जो हंस हंस रखे मान। प्रश्न करना, पूछना, सवाल करना।
सखुन देना वचन हारना, वादा करना।
सख्तियां उठाना मुसीबत फैलना, जुल्म बरदाष्त करना।
सख्ती उठाना मुसीबत फैलना, जुल्म बरदाष्त करना।
सख्ती से कष्ट से, कठिनाई से।
सख्ती से पेश आना कड़ाई करना, कठोरता, निर्दयता का व्यवहार करना।
सज़ा का मजा मिलना किये का फल पाना।
सटका मारना एक सांस में दौड़कर जाना, बहुत तेजी से जाना।
सट्टा बट्टा लड़ाना अपना कार्य सिद्ध करने के लिए किसी प्रकार की युक्ति करना।
सट्टी मचाना शोर गुल करना।
सट्टी लगाना बहुत सीचीजें इधर उधर फैला देना।
सत पर चढ़ना पति के मृत शरीर के साथ सती होना।
सत पर रहना पतिव्रता रहना।
सतह चौरस करना समतल करना, उभार और गहराई अथवा खुरदरापन निकालना।
सती होना मरे हुए पति के शरीर के साथ चिता में जल मरना, सहगमन करना, किसी के पीछे मर मिटना।
सतित्व नष्ट करना किसी स्त्री से बलात्कार करना।
सत्ता चलाना अधिकार जताना, शासन करना, यह प्रकट या सिद्ध करना कि हम में यह सत्ता या शक्ति है।
सत्तू बांधकर पीछे पड़ना किसी के विरूद्ध निरन्तर चेष्टाशील रहना, पूरी तैयारी के साथ किसी काम में लगना, सब काम धाम छोड़कर प्रवृत्त होना।
सदके उतारना कोई चीज किसी के सिर के चारों और घुमाकर किसी को देना या चौराहे पर रख आना।
सदके करना निछावर करना, वारना (स्त्री) चूल्हे में डालना।
सदके जाना बलि जाना (मुसलमान) निछावर होना।
सदके में छोड़ना वारकर छोड़ना (किसी चिड़िया को)।
सदके होना निछावर होना, वारी जाना।
सदमा उठाना दुःख हृदय पर हुए आघात को सह लेना।
सदमा पहुंचना चोट लगना, नुकसान पहुंचना।
सदा देना फकीर का आवाज लगाना, पुकारना।
सदा बुलंद करना आवाज उठाना, नारा लगाना।
सदा लगाना फकीर का आवाज लगाना, पुकारना।
सनक आना पागल होना।
सनक चढ़ना धुन सवार होना।
सनक लेना पागलपन का कोई काम करना।
सनक सवार होना धुन सवार होना।
सनक गरदानना भरोसक करना, प्रमाण में सामने रखना।
सनद जानना सही, प्रामाणिक मानना।
सनाथ करना आश्रय देना।
सन्नाटा खींचना बिलकुल चुप हो जाना।
सन्नाटा छाना सब लोगों का बिलकुल स्तब्ध हो जाना।
सन्नाटा बीतना उदासी में समय काटना।
सन्नाटा मारना बिलकुल चुप हो जाना।
सन्नाटे का सन सन शब्द के साथ बहता हुआ।
सन्नाटे के साथ तेजी से।
सन्नाटे में आना स्तम्भित हो जाना, कुछ कहते सुनते न बनना, हक्का बक्का हो जाना।
सन्नाटे से तेजी से।
सपना होना देखने को भी न मिलना, दुर्लभ हो जाना, अप्राप्य होना।
सफा उलट देना सैनिकों की पांत को छिन्न भिन्न या अस्त व्यस्त कर देना।
सफा से उठ जाना मर जाना।
सफ़ा कर देना साफ कर देना, कुछ रहने न देना, पूरी तरह मूड़ लेना, चाट पोछ जाना।
सफ़ा कहना खरी, बेलाग कहना।
सफाई कर देना साफ कर देना, चुकता कर देना, चट कर जाना, समाप्त कर देना।
सफाई देना निर्दाषिता प्रमाणित करना, कसूरवार न होने का सबूत देना।
सफाई हो जाना मेल, चुकता, सफाया हो जाना।
सफाया कर देना समाप्त कर देना, मिटा देना, सबको मार डालना।
सफें साफ कर देना सैन्य पंक्तियों का सफाया कर देना।
सफेद दाग श्वेत कुष्ठ, चरक, फूल।
सफेद पड़ जाना (भय, रोग आदि से) चेहरे का रंग उड़ जाना, पीला पड़ जाना।
सफेदी आना बाल सफेद होना, बुढ़ापा आना। जैसे- स्याही गयी सफेदी आयी। स्फु0।
सब मिलाकर जितना हो उतना, सब कुछ।
सबक पढ़ाना शिक्षा देना, पट्टी पढ़ाना, बहकाना।
सबक लेना पढ़ना, शिक्ष लेना।
सबक सिखाना शिक्षा देना।
सबकत करना आगे बढ़ जाना, पहल करना।
सबकत ले जाना आगे बढ़ जाना (अपनी) श्रेष्ठता स्थापित करना।
सब्ज बाग दिखलाना काम निकालने या फसाने के लिए बड़ी बड़ी आशायें दिलाना, धोखा देना।
सब्ज होना हरा भरा होना, फलना फूलना।
सब्जा आना कपोलो पर दाढ़ी के बाल उगने लगना।
सब्त करना लिखना।
सब्र आना धीरज धरना, कल पड़ना।
सब्र कर बैठना कोई हानि या अनिष्ट होने पर चुपचाप उसे सह लेना।
सब्र कर लेना कोई हानि या अनिष्ट होने पर चुपचाप उसे सह लेना।
सब्र करना सहन करना, अत्याचार को चुपचाप सह लेना, ठहरना, धैर्य रखना, आशा त्याग देना।
सब्र की सील छाती (दिल) पर रखना चुपचाप धैर्यपूर्वक सह लेना।
सब्र देना (ईश्वर का) सहने की शक्ति देना, धीरज बंधवाना।
(किसी का) सब्र पड़ना पीड़ित या दुखिया की आह का असर होना। सब्र के बदले में अत्याचारी को ईश्वर से दण्ड मिलना, किसी के धौयपूर्वक सहन किये हुए कष्ट का प्रतिफल होना।
सब्र समेटना किसी का शाप लेना, ऐसा काम करना जिसमें किसी का शाप पड़े।
समझ रखना अच्छी तरह जान रखना, भली भांति हृदयगम करना।
समझ लेना बदला लेना, प्रतिशोध लेना, समझौता करना, निपटारा करना।
समय पर ठीक वक्त पर।
सभा बदल जाना स्थिति बदल जाना।
समां बंधना (संगीत आदि का) इतनी उत्तमता से होना कि लोग स्तब्ध हो जायें, रंग जमना।
समां बांधना रंग जमाना।
सर अवसर न देखना यह न सोचना कि अमुक काम के लिए यह अवसर ठीक है या नहीं। उ0- नृप सिसुपाल महापद पायो, सर अवसर नहिं जान्यो। सूर।
सर अवसर न समझना यह न सोचना कि अमुक काम के लिए यह अवसर ठीक है या नहीं।
सर करना बन्दूक छोड़ना, फायर करना, जीतना, वश में लाना, दबाना, खेल में हारना, आरम्भ करना।
सर होना सफल होना, आरम्भ होना, फतह होना, छोड़ा जाना (तोप बन्दूक)।
सरता-बरता करना एक दूसरे की सहातया से काम चलाना।
सरफराज करना वैश्या के साथ प्रथम समागम करना।
सराफी करना रूपये पैसे का रखना, सराफ का काम करना।
सर्द होना ठंढा पड़ना, शीतल होना, मरकर तमाम होना, मंद हो जाना, बीमा हो जाना, उत्साह रहित होना, चुप हो जाना, दब जाना।
सर्दी खाना ठंढ लगना, शीत सहना।
सर्दी गर्मी से बचाना ठंढ़ गर्म मौसम का हवा से बचाना।
सर्दी पड़ना जाड़ा होना।
सर्फ होना खर्च होना, बीतना।
उर्व उठना किसी के सम्मान के लिए खड़ा हो जाना।
सर्रार्टे भरना तेजी के साथ इधर से उधर जाना।
सर्राफ के से टके वह सौदा जिसमें किसी प्रकार की हानि न हो।
सलतनत बैठना प्रबन्ध ठीक होना।
सलब हो जाना लुप्त हो जाना, छिन जाना।
सलाई फेरना सुरमा, दवा लगाना, आंख फोड़ना, सलाई गरम करके आंखों में लगाना, धंध करने के लिए।
सलाम करके चलना किसी से नाराज होकर चलना, अप्रसन्न होकर विदा होना।
(किसी को) सलाम करना दूर रहने की इच्छा प्रकट करना, त्यागना, विदा होना (किसी की) उस्तादी, बड़ाई आदि मान लेना।
(किसी को) सलाम देना सलाम करना सलाम कहलाना, विदा करना।
सलाम फेरना नमाज खत्म करना, किसी से अप्रसन्न होकर उसका प्रणाम स्वीकार न करना।
सलाम लेना सलाम का जवाब देना, मिलना बंद कर देना, विदा होना।
सलाम है हम दूर रहना, चाहते है, आज आये।
सलामत रहना कायम रहना, बना रहना, जीवित रहना।
सलामी का जाम पीना स्वास्थ्य कामना का प्याला पीना।
सलामती चाहना कुशल मनाना।
सलामती पढ़ना वह दुआ पढ़ना जिसमे खुदा के नित्य होने, सर्वकाल में विषमान होने की बात कही गयी हो।
सलामती से ईश्वर की कृपा से, परमात्मा के अनुग्रह से।
सलामी उतारना किसी के स्वागतार्थ बन्दूकों या तोपों की बाढ़ दागना।
सलामी लेना सलाम का जवाब देना, सलाम कबूल करना, किसी बड़े अधिकारी का खड़े होकर सैनिकों का अभिवादन स्वीकृत करना।
सलावतै सुनाना गालियां देना, बुरा भला कहना।
सल्तनत जमना अधिकार स्थापित होना, प्रबन्ध ठीक होना।
सल्तनत बैठना अधिकार स्थापित होना, प्रबन्ध ठीक होना।
सब साजना चिता बनाकर जलाने के लिए उस पर शव रखना।
सवाब कमाना ऐसा काम करना जिसमें पुण्य हो, पुण्य कार्य करना।
सवाब बख्शना दूसरे को पुण्यफल देना।
सवारी आना (सवारी पर) पधारना।
सवारी कसना विपक्षी को सवारी (पैच) में बांधना, आसनतले (ब) दबाना।
सवारी गांठना विपक्षी को सवारी (पैच) में बांधना, आसनतले (ब) दबाना।
सवारी देना सवारी का काम देना।
सवारी लगना सवारी का लगाया जाना।
सवारी लगाना डोली, पालकी इत्यादि का सवार होने के लिए ड्योढ़ी में रखना।
सवारी लेना सवारी के काम में लाना, सवारी होना।
सवाल करना पूछना, जांच के लिए कोई बात पूछना, मांगना, याचना करना।
सवाल कुछ, जवाब कुछ प्रश्न से असम्बद्ध उत्तर देना।
सवाल डालना प्रार्थना, याचना करना।
सवाल देना (किसी पर) नालिश करना, फरियाद करना, प्रार्थना पत्र देना।
सवाल बनाना परीक्षा में पूछने के लिए प्रश्न तैयार करना।
सस्ता लगा देना कम दाम पर बेचना, दाम या भाव कम कर देना।
सस्ते छूटना थोड़े व्यय, परिश्रम या कष्ट में कोई काम हो जाना, सहज से किसी बड़े काम का संकट से छुटकारा पाना।
सहनक से उठ जाना सतीत्व से च्युत हो जाना, सतियों की श्रेणी से बाहर जाना।
सहम चढ़ना डर होना, भय होना।
सही पड़ना ठीक उतारना, सच होना, प्रमाणित होना।
सही भरना तसलीम करना, मान लेना। उ0- बानी विधि गौरि हर सेसहूं गनेस कही सही भरी लोमस मुंसुडिवहु वारिषो। तुलसी। यह कहना कि हां, यह ठीक है, किसी की सत्यता की साक्षी देना।
स्याह सफेद भला बुरा, अनिष्ट।
सांचे में ढला बहुत सुन्दर।
सांचे में ढला होना अंग प्रत्यंग से बहुत ही सुन्दर होना, रूप और आकार आदि में बहुत सुन्दर होना।
सांचे में ढालना बहुत सुन्दर बनाना।
सांड़ की तरह घूमना आजाद और बेफ्रिक घूमना।
सांड़ की तरह डकना जोर से चिल्लाना।
सांधा मारना दो रस्सियों आदि में गांठ लगाकर उन्हें जोड़ना।
सांप उतारना सांप का जहर दूर करना।
सांप का पांव देखना असम्भव बात के लिए प्रयत्न करना।
सांप का बच्चा दृष्ट, अत्याचारी।
सांप की तरह जमीन पकड़ना जरा भी न हिलना।
सांप की तरह फन झाड़ कर रह जाना वश न चलना, प्रयत्न में विफल होना।
सांप की लकीर पृथ्वी पर चिन्ह जो सांप के निकल जाने पर होता है।
सांप की लहर सांप काटने का कष्ट।
सांप की सी केंचुली झाड़ना साफ सुथरा होना, आरोग्य लाभ करना।
सांप कीलना मंत्र द्वारा सांप को काटने से रोकना।
सांप के मुंह में बहुत जोखिम में।
सांप खेलाना मंत्र के बल से सांप पकड़ना और उससे क्रीड़ा करना।
सांप छछूंदर की गति द्विविध की स्थिति। उ0- उभय भांति विधि त्रास घनेरी। भइ गति सांप छदूंदरि केरी। मानस।
सांप लहराना सांप की तरह आचरण करना, बहुत व्याकुल होना।
सांप का लोटना बहुत व्याकुल होना।
सांप सूंघ जाना मर जाना, निर्जीव हो जाना, किसी को सांप काट लेना, जिससे वह मर जाता है, भय या आशंका से अभिभूत हो जाना, कांठ मार जाना।
सांप से खेलना खतरनाक आदमी से मेल-मिलाप करना।
सांस उखड़ना दम टूटना, हांफना, मरने के समय रोगी का बड़े कष्ट से सांस लेना।
सांस उड़ना दम रुकना।
सांस उलटी चलना आसन्नमृत्यु होना।
सांस ऊपर को चढ़ना आसन्नमृत्यु होना।
सांस ऊपर नीचे होना सांस रुकना, दम घुटना, बहुत व्यस्त होना।
सांस का शुमार होना आसन्नमृत्यु की सांस देखकर हालत का निश्चय होना।
सांस खींचना जोर से सांस लेना, वायु अन्दर खींचकर उसे रोक रखना, दम साधना।
सांस गिनना आसन्नमृत्यु की सांस देखकर हालत का निश्चय करना।
सांस चढ़ना हांफना, सांस फूलना।
सांस चढ़ाना सांस लेना, दम साधना, मुर्दा बन जाना।
सांस चलना जिन्दा होना।
सांस छोड़ना सांस बाहर निकालना।
सांस टूटना सांस का नियमित रूप से न चलना, दम टूटना।
सांस डकार न लेना माल पचा जाना और पता न लगने देना।
सांस तक न लेना बिलकुल चुपचाप रहना, कुछ भी न बोलना।
सांस देखना बीमारी की हालत में सांस देखकर मरणासन्न आदि होने का निश्चय करना।
सांस निकालना चुप रहना।
सांस न लेना तुरन्त मर जाना।
सांस निकलना मृत्यु होना, किसी चीज के अन्दर मरी हुई हवा का बाहर निकल जाना।
सांस फूलना सांस चढ़ना, दमें का रोग होना, हांफना।
सांस भरना किसी चीज के अन्दर हवा भरना, ऊपर का दम भरना, हांफना, आह भरना।
सांस रहते जीते जी, जीवनपर्यन्त।
सांस रुकना सांस से आने जाने में बाधा होना।
सांस लेना सांस अन्दर और बाहर निकालना, थक जाने पर विश्राम करना, ठहर जाना।
(उलटी) सांस लेना बड़े कष्ट में होना।
सांस लेने की फुरसत थोड़ी सी फुरसत।
सांस सीने में अड़ना सांस रुकना, मरणासन्न होना।
सांस चढ़ना चिन्ता होना, फिक्र होना।
सांसा पड़ना संशय होना, सन्देह होना, चिन्ता होना।
सांसा रहना अन्देशा रहना।
साई बजाना जिससे साई ली हो, उसके यहां नियत समय पर जाकर गाना बजाना।
साका चलना प्रभाव माना जाना। उ0- हृदय मुकुतामाल निरखत वारि अवलि वलाक। करज कर पर कमल वारत चलति जहं तहं साक। सूर।
सांका चलाना रौब जमाना, धाक जमाना, आतंक फैलाना।
सांका बांधना रौब जमाना, धाक जमाना, आतंक फैलाना।
साखी पुकारना साक्षी का कुछ कहना, साक्षी देना, गवाही देना, उ9- याते योग न आवै मन में तू नीके करि राखि। सूरदास स्वामी के आके निगम पुकारत साखि। सूर।
साग पात समझना बहुत तुच्छ समझना, कुछ न समझना।
साज़ करना मेल करना, साजिश करना।
साज छेड़ना साज बजाना।
साढ़े बाईस व्यर्थ, तुच्छ।
सात की नाक काटना सारे परिवार का बदनाम होना।
सात घर भीख मांगना दर-दर मांगना।
सात घार होकर निकलना खाद्य पदार्थ का बिना पचे दस्त होकर निकलना।
सात परदे लगना परदे में रहना।
सात परदों में रखना छिपा कर रखना, बहुत सम्भालकर रखना।
सात पांच करना बहाना करना, झगड़ा करना, उपद्रव करना, चालबाजी करना, धूर्तता करना।
सात राजाओं की साक्षी देना बहुत दृढ़तापूर्वक कोई बात कहना, किसी बात की सत्यता पर बहुत जोर देना। उ0- मनसि वचन अरू कर्मना कहु कहति नाहिन राखि। सूर प्रभु यह बोल हिरदय सात राजा साखि दूर।
सात समुंदर पार बहुत दूर।
सात सीकें बनाना शिुश जन्म के छठे दिन एक रीति जिसमें सात सीके रखी जाती है। उ0- साधिये बनाइके देहिं द्वारे सात सींक बनाय, नव किशोरी ह्वे ह्वै गहति यशुदा जी के पायं। सूर।
सातों भूल जाना होश हवास चला जाना, इन्द्रियों का काम न करना।
साथ करना सम्पर्क में रहना, पास रहना।
साथ का खेला बाल्यावस्था का मित्र बचपन का साथी, लंगोटिया यार।
साथ को वह जिससे रोटी लगाकर खायी जाय।
साथ खोना साथ से वंचित होना।
साथ घसीटना जबरदस्ती सम्मिलित करना।
साथ छूटना संग छूटना, अलग होना, जुदा होना, दोस्ती छूठना।
साथ देना किसी काम में संग रहना, सहानुभूति करना, सहायता देना, निवाहना, सम्मिलित होना।
साथ निबहना निबाह होना।
साथ पुरवना साथ देना।
साथ रहना संग रहना।
साथ लग लेना सम्मिलित हो जाना।
साथ लगा रहना पीछा न छोड़ना।
साथ लेकर डूबना अपने साथ दूसरे की भी हानि करना।
साथ लेना अपने संग रखना या ले चलना।
साथ सुलाना किसी का एक बिस्तरे पर दूसरे के निकट सोना, सहवास करना।
साथ सोकर मुंह छिपाना अत्यधिक घनिष्टता होने पर भी संकोच करना।
साथ सोना किसी का एक बिस्तरे पर दूसरे के निकट सोना, सहवास करना।
साथ ही सिवा, अलावा।
साथ ही साथ एक साथ, एक सिलसिले में।
साथ होना सम्मिलित होना।
साद करना सही मानना, स्वीकृति सूचित करना।
साध न रहने देना सब प्रकार से इच्छा पूरी कर लेना, कुछ कमी या कसर न करना। उ0- व्याध अपराध की साथ राखी कहा, पिगलै कौन मति भक्ति भई। तुलसी।
साघ राघना अभिलाषा पूरी करना या होना।
साधु साधु कहना किसी का कोई अच्छा काम करने पर उसकी बहुत प्रशंसा करना।
सान देना धार तीक्ष्ण करना, धार तेज करना।
सान धरना धार तेज करना।
साफ करना चुकाना (हिसाब)। अभ्यास करना, मार डालना, वध करना, हत्या करना, नष्ट करना, चौपट करना, न रहने देना, खा जाना, सफाई करना, धोना मांजना, फिर से लिखना, विघ्न बाधा दूर करना।
साफ कहना खरी, बेलाग कहना, सच्ची बात बिना कुछ घटाये छिपाये कहना, खुलकर, स्पष्ट रूप से कहना।
साफ छूटना बेदाग छूटना, निर्दोष सिद्ध होकर रिहाई पाना।
साफ बचना बाल बाल बचना, तनिक भी आंच न आना।
साफ बनना पाक साफ बनना, सच्चाई, साधुता का ढोंग करना।
साफ बोलना उच्चारण ठीक होना, शुद्ध प्रवाह के साथ बोलना।
साफ मैदान पाना कोई विघ्न बाधा न होना, एकान्त मिलना।
साफ साफ सुनाना बिलकुल स्पष्ट और ठीक बात कहना, खरी बात कहना।
साफ होना साफ किया जाना।
साफा देना उपवास कराना, भूखा रखना, कपड़ों में साबुन लगाकर साफ करना।
साफा लगाना उपवास कराना, भूखा रखना, कपड़ों में साबुन लगाकर साफ करना।
साबिका पड़ना काम पड़ना, वास्ता पड़ना, लेन-देन होना, मेल-मिलाप होना।
सामना करना घृष्ठता करना, सामने होकर जवाब देना, गुस्ताखी करना।
सामने आना आगे आना, सम्मुख आना, मुकाबिले में आना, मुंह दिखाना।
सामने करना उपस्थित करना, आगे लाना, मुकाबिले में लाना।
सामने का जो समक्ष हो, अपना देखा हुआ, जो अपनी उपस्थिति में हुआ हो, आगे का।
सामने की चोट खुली हुई चोट।
सामने की बात आँखों देखी बात, वह बात जो अपनी उपस्थिति में हुई हो।
सामने पड़ना दृष्टि के आगे आना, रोक कर खड़ा होना, संयोग से मिल जाना।
सामने से उठ जाना मौजूदगी में न रहना, मर जाना।
सामने होना परदा न करना, घृष्टतापूर्वक वर्ताव करना।
सामान करना तैयारी करना, आवश्यक चीजें जुटाना।
सामान बनना सामान होना, प्रबन्ध या तैयारी होना।
सामान बांधना माल असबाब बांधकर चलने की तैयारी करना।
साया उठना संरक्षक का मर जाना।
साया उतरना छाया का ऊपर से नीचे आना, प्रेत बाधा दूर होना।
साया डालना कृपा करना, प्रभाव डालना।
साया पड़ना किसी की संगत का असर होना, छाहं पड़ना।
साया होना जिन, परी का असर, प्रेतबाधा होना।
साये की तरह साथ फिरना हर समय साथ लगे रहना।
साये में जाना जिन, परी आदि का असर पड़ जाना, प्रेतबाधा होना।
साये में रहना शरण में रहना, संरक्षण में रहना।
साये से बचकर चलना बहुत दूर रहना, असर न पड़ने देना।
साये से मांगना भड़कना, सामीप्य से डरना, घृणा करना।
साष्टांग प्रणाम करना बहुत बचना, दूर रहना।
साहस टूटना साहस न रहना।
साल पलटना बरस पूरा होकर दूसरा आरम्भ होना।
साल भारी होना वर्ष का अशुभ, अनिष्टकर होना।
सिंगी पूरना सिंगी के मुंह से हवा भरकर बजाना।
सिंदूर चढ़ना कुमारी का विवाह होना।
सिंदूर देना विवाह के समय वर का कन्या की मांग में सिंदूर डालकर उसे अपनी पत्नी बनाना।
सिक्का चलाना (अपना) सिक्का जारी करना।
सिक्का जमना अधिकार स्थापित होना, प्रभुत्व होना, आतंक जमना, प्रधानता प्राप्त होना, धाक जमना।
सिक्का जमाना अधिकार स्थापित होना, प्रभुत्व होना, आतंक जमना, प्रधानता प्राप्त करना।
सिक्का पड़ना सिक्का ढलना।
सिक्का बैठना रौव-दाब कायम होना, अधिकार स्थापित होना।
सिक्का बैठाना रौव-दाब कायम होना, अधिकार स्थापित होना।
सिट्ट भूलना सिट-पिटा जाना, कुछ कहने या करने से अक्षम होना।
सिट्टी गुम होना घबराकर चुप हो जाना, सिटपिटा जाना।
सिड़ सवार होना सनक सवार होना, धुन होना।
सितम ढाना भारी अन्याय करना, गजब करना।
सितम तोड़ना अन्याय, अत्याचार करना।
सितारा गर्दिश होना दुर्भाग्य के दिन होना।
सितारा चमकना भाग्योदय होना, अच्छी किस्मत होना, भाग्य का प्रबल या अनुकूल होना।
सितारा बुलन्द होना भाग्योदय होना।
सितारा भारी होना दुर्दिन आना।
सितारा मिलना फालित ज्योतिष में गृह मैत्री मिलना, गणना बैठना, मन मिलना, परस्पर प्रेम होना।
सिन्न को पहुंचना सयाना होना।
सिन्नस से उतर जाना जवानी ढलने लगना।
सिन्नी मानना मनौती मानना, अति प्रसन्न होना।
सिपर डाल देना हथियार डाल देना, हार मान लेना।
सिपर मुंह पर लेना रक्षा के लिए ढाल उठाना।
सिप्पा जमाना युक्ति या उपाय करना, इधर उधर कह सुनकर कोशिश करना, भूमिका बांधना, किसी कार्य के अनुकूल परिस्थिति उत्पन्न करना।
सिप्पा बैठना युक्ति या उपाय करना।
सिप्पा भिड़ना युक्ति सफल होना, मौका मिलना।
सप्पा भिड़ाना टिप्पस जमाना , उपाय करना।
सिप्पा मारना निशाना लगाना, फंदा लगाना, जाल डालना।
सिप्पा लगाना निशाना लगाना, फंदा लगाना, जाल डालना।
सिप्पा लड़ना युक्ति सफल होना।
सिप्पा लड़ाना टिप्पस जमाना, उपाय करना।
सियाह करना जो चाहना सो करना।
सियाह का मालिक होना सर्वाधिकारी होना।
(कागज़) सियाह करना लिखना, बहुत लिखना।
सियाहा करना सियाहे में लिख लेना।
सियाहा होना सियाहे में लिखा जाना, रजिस्टरों में दर्ज होना।
सियाही दौड़ना (मुँह पर) सियाही छा जाना।
सिर अलग करना सिर काटना।
सिर आंखों पर होना स्वीकार होना, शोक से, माननीय होना।
सिर आंखों पर रखना बड़ी आवभगत करना।
सिर आंखों से स्वीकार है, शोक से।
सिर आंखों पर होना सहर्ष स्वीकार होना, माननीय होना।
सिर औधाना सिर नीचा करना।
सिर आना सिर पर वार करना, प्रताविष्ट होना, किसी के पीछे पड़ना, झगड़ना।
सिर आ बनना अभियोग लगना, कष्ट पाना।
सिर उकसाना सिर ऊंचा करना, दंगा फसाद करना, विद्रोह करना।
सिर उठाकर चलना इतराकर चलना, घमंड दिखाना, अकड़कर चलना।
सिर उठाना अवकाश पाना, विरोध करना, शत्रुता के लिए सन्मद्ध होना, मुकाबिले के लिए तैयार होना, ऊधम मचाना, दंगा फसाद करना, उपद्रव करना, इतराना, अकड़ दिखाना, घमंड करना, सामने मुंह करना, बराबर ताकना, लज्जित न होना, प्रतिष्ठा के साथ खड़ा होना, इज्जत के साथ लोगों से मिलना।
सिर उठाने की फुरसत नहीं जरा भी अवकाश नहीं, कार्य की अधिकता होना।
सिर उठाने न देना दम भर की मुहलत न देना, काम में लगाये रखना, बोलने की फुरसत न देना।
सिर उठाने नहीं देता जरा भी फुरसत नहीं देता, हरदम काम में जोते रखता है।
सिर उड़ जाना सिर कट जाना।
सिर उड़ना सिर कट जाना।
सिर उड़ाना सिर काटना।
सिर उतरना गला काटना, अपमानित होना, भूति प्रेत आदि का आवेश आना, एक की बला को दूसरे को लगना।
सिर उतरवाना सिर कटवाना, मरवा डालना।
सिर उतारना सिर काटना, मार डालना।
सिर ऊंचा करना सम्मान का पात्र बनाना, सम्मान देना, प्रतिष्ठा देना।
सिर कटना सिर में क्षत होना, जान से मारा जाना।
सिर कदम पर रखना पांव पर सिर रखना, मिन्नत करना, आदर करना।
सिर करना (स्त्रियो के) बाल संवारना, चोटी गूंथना, जबरदस्ती देना, इच्छा के विरूद्ध सुपुर्द करना, गले मढ़ना, जिम्मेवार बनाना, ताश आदि की बाजी जीतना।
सिर कलम करना सिर काटना।
सिर कहां फोड़ूं कहां तलाश करूं?
सिर का न पांव का बेसिर पैर का, ऊल जलूल।
सिर का पसीना पांव को आना अत्यधिक परिश्रम करना।
सिर का बोझ उतरना किसी काम से फुरसत पाना।
सिर का बोझ उतारना लापरवाही से कोई काम करना।
सिर का बोझ टलना निश्चिन्तता होना, झंझट टलना।
सिर का बोझ टालना बेगार टालना, अच्छी तरह न करना, जी लगाकर न करना।
सिर का बोझ डालना लापरवाही से कोई काम करना।
सिर का बवाल होना दूभर होना, जी का जंजाल होना।
सिर काटना सिर उतारना, मार डालना।
सिर काढ़ना प्रसिद्ध होना, प्रसिद्धि प्राप्त करना।
सिर की आफत टलना मुसीबत दूर होना।
सिर की कसम शपथ का एक प्रकार (देना, खाना)।
सिर की टली जान पर आयी एक तरफ संकट टला, दूसरी तरफ से आया।
सिर कुचलना पराजित करना।
सिर के जोर पूरी तरह से।
सिर के बल जाना बहुत विनीत भाव से, किसी के पास जाना। (जाना)। उ0- सिर बल जाउं धरम यह मोरा। रामा.।
सिर के साथ है जाने के साथ है।
सिर खपाना सोचने विचारने में हैरान होना, सिर पच्ची करना, मस्तिष्क से अत्यधिक या व्यर्थ काम लेना। कार्य में वयग्र होना।
सिर खाना बकवाद करके जी उबाना, व्यर्थ की बातें करके तंग करना, शोर मचाना।
सिर खाली करना बकवाद करना, बेकार माथा पच्ची करना, सोच विचार में हैरान होना।
सिर खींचना तूल पकड़ना, सिर एक तरफ कर लेना।
सिर खुजलाना शामत आना, मार खाने को जी चाहना। (व्यंग्य)।
सिर डोलना सिर उघाड़ना, बाल फैलाना, किसी कड़ी चीज से मारकर सिर फोड़ना।
सिर गंजा करना इतना मारना कि सिर पर बाल न रह जाय, कंगाल कर देना।
सिर गाड़ी पैर पहिया करना बहुत कठिन परिश्रम करना।
सिर गाला मुंह बाला सिर सफेद, पर चेहरे पर जवानी की झलक।
सिर गिरना सिर कटना, सिर झुकना।
सिर गिराना सिर तन से अलग करना।
सिर गूंधना चोटी करना, बाल काढ़ना (औरतों के)।
सिर घुटनों में देना खिन्न होना, लज्जित होना।
सिर घूमना सिर में दर्द होना, घबराहट या मोह होना, बेहोशी होना, चिन्ता से विभ्रम होना।
सिर घोटाना सिर मुड़ाना।
सिर चकराना सिर में दर्द होना, चक्कर आना, बेहोशी होना, पागल हो जाना।
सिर चढ़कर निडर होकर, खुद छेड़खानी करके।
सिर चढ़कर बोलना भूत-प्रेत का सिर पर आकर बोलना, स्वयं प्रकट हो जाना, छिपाये न छिपना, अपने आप भेद खुलना।
सिर चढ़कर किसी को अपने खून का उत्तरदायी ठहराना, किसी के ऊपर जान देना।
सिर चढ़कर लड़ना लड़ाई लेना, अनायास छेड़खानी करना।
सिर चढ़ना यार बनना।
सिर चढ़ाकर पटकना आदर देकर अपमानित करना।
सिर चढ़ाना अनुचित कामों की उपक्षा करके उदंड बनाना, शिरोधार्य करना, आदर का भाव दिखाना, देवी देवता को बलि देना, पूज्य भाव दिखाना, बहुत बढ़ा देना, मुंह लगाना।
सिर चला जाना मृत्यु हो जाना।
सिर चिटकना सिर के बालों का चिकट जाना।
सिर चिकटाना सिर के बालों को चिकटने की स्थिति में करना।
सिर चीरना सिर जख्मी करना, लड़ना, जिद करना, जबरदस्ती करना।
सिर जाना सिर कटना, किसी के जिम्मे पड़ना।
सिर जोड़कर बैठना मिलकर बैठना, मंत्र-परामर्श के लिए पास पास बैठना।
सिर जोड़ना एकत्र होना, पंचायत करना, एका करना, षडयंत रचना, सिर मिलाना, राय करना।
सिर झांड़ना बालों में कंघी करना।
सिर झुकना सिर नीचा होना (लज्जा, पराय आदि से)।
सिर झुकाना सिर नवाना, नमस्कार करना, लज्जा से गरदन नीची करना, सादर स्वीकार करना, चुपचाप मान लेना।
सिर टकराकर मर जाना इच्छा पूरी न होने की स्थिति में ही दुःखमय अंत होना, व्यर्थ हैरान होना।
सिर टकराना सिर फोड़ना, अत्यन्त परिश्रम करना, सिर से टक्कर लगाना।
सिर टीका होना काम का किसी पर मुनहसर होना।
सिर टूटना सिर फटना, लड़ाई झगड़ा होना।
सिर डालना किसी के सिर मढ़ना, दूसरे के ऊपर कार्य का भार देना, आरोपण करना।
सिर ढांकना सिर पर कपड़ा डाल लेना।
सिर ढोरना प्रसन्न होकर सिर हिलाना। उ0- मुरली की धुनि सुनि सुर वधु सिर ढोरो। सूरदास मनमोहना।
सिर तन से उतारना सिर काटना।
सिर तराशना सिर काटना।
सिर तोड़ कोशिश करना अत्यधिक प्रयत्न करना।
सिर तोड़कर लेना बलपूर्वक कोई चीज ले लेना।
सिर तोड़ना सिर फोड़ना, खूब मारना, पीटना, वश में करना।
सिर थकाना किसी को आवश्यकता से अधिक समझाना, किसी काम में अत्यधिक दिमाग लगाना।
सिर थाम लेना कोई बुरी खबर सुनकर या कोई चोट पहुंचाने वाली बात होने पर सिर पकड़ लेना।
सिर थामकर बैठ जाना शोक, क्षेभ, आघात आदि के वेग से सिर पकड़कर बैठ जाना।
सिर धुप जाना जिम्में पड़ना, दोष लगना।
सिर थोपना किसी के जिम्मे करना, दोष लगाना।
सिर दबाना सिर की मालिश करना, पराजित करना।
सिर दाबना सिर की मालिश करना, पराजित करना।
सिर दिखाना जुएं निकलवाना।
सिर दुखना सिर में दर्द होना।
सिर दुखाना सिर में दर्द करना, सिर फिराना, परेशान करना।
सिर दे दे मारना सिर पीटना (शौकादि में)।
सिर दे मारना सिर पीटना (शौकादि में)।
सिर देना प्राण न्योछावर करना, जान देना।
सिर दोष लगाना किसी को किसी बात का दोषी ठहराना। उ0- तुम तो दोष लगावन कौ सिर, बैठे देखत नैरे। सूर।
सिर धरना सादर स्वीकार करना, मान लेना, अंगीकार करना, आरोप करना, लगाना, मढ़ाना, उत्तरदायी बनाना।
सिर घुनना शोक या पछतावे से सिर पीटना, पछताना, हाथ मलना, शोकर करना। उ0- सिर धुनि धुनि पछताय। रामा.।
सिर धोना सिर के बालों को खली, मिट्टी बगैरह डालकर पानी से साफ करना।
सिर नंगा करना सिर खोलना, इज्जत उतारना, अपमानित करना।
सिर न पांव क्रमहीन, बेतुका।
सिर नवाना सिर झुकाना, नमस्कार करना, विनीत बनना, दीन बनना।
सिर नहीं उठा सकता उपकार के भार से आंख नहीं मिला सकता।
सिर नापना सिर काटना।
सिर निकालना प्रानीया किसी चीज में से सिर बाहर करना, प्रकट होना, तरक्की करना।
सिर निहुराना लज्जा से सिर नीचा करना, कृतज्ञ रहना।
सिर नीचा करना लज्जा से सिर झुकाना, शर्माना, प्रतिष्ठा खोना, मर्यादा नष्ट करना, उदास होना।
सिर नीचा होना अप्रतिष्ठा होना, इज्जत बिगड़ना, मान भंग होना, पराजित होना, हार होना, लज्जित होना।
सिर पकड़कर बैठना शौकावेग से मौन होकर बैठना, शेख और पश्चाताप के चिन्ह प्रकट करना।
सिर पकड़कर रह जाना अत्यन्त दुःख और आश्चर्य की स्थिति में होना।
सिर पकड़कर रोना सिर पर हाथ धरके रोना।
सिर पचाना परिश्रम करना, उद्योग करना, सोचने विचारने में हैरान होना।
सिर पटकना सिर फोड़ना, सिर घुनना, बहुत परिश्रम करना, अफसोस करना, हाथ मलना, घबड़ाना, बार बार असफल प्रयत्न करना।
सिर पड़ना जिम्मे पड़ना, भार ऊपर दिया जाना, हिस्से में आना, मजबूरी का सौदा होना।
सिर पर ऊपर, बहुत पास या सामने।
सिर पर अजल (मौत) का खेलना मृत्यु के लक्षण दिखाई देना।
सिर पर अहसान करना अहसानमंद बनाना।
सिर पर अहसान घर जाना किसी को कृतज्ञ बनाना।
सिर पर आंखे न होना पीछे पड़ जाना, छाती पर मौजूद होना।
सिर पर जाना बहुत समीप आ जाना, थोड़े ही दिन और रह जाना।
सिर पर आ पड़ना अपने ऊपर घटित होना, ऊपर आ बनना, जिम्मे पड़ना।
सिर पर आ पहुंचना सन्निकट आना।
(भूत, प्रेत देवी या देवता का) सिर पर आना आवेश होना, प्रभाव होना, खेलना, बहुत पास आ जाना।
सिर पर आफत आना विपत्ति आना।
सिर पर आरे चलना अत्यन्त संकट की स्थिति में होना।
सिर पर आसमान उठाना बहुत शोरगुल मचाना।
सिर पर आसमान टूटना बहुत बड़ी विपत्ति आना, देवी कोप होना।
सिर पर उठा ले जाना सिर पर रखकर ले जाना, मरकर साथ ले जाना।
सिर पर उठा लेना बहुत ऊधम करना, धूम मचाना।
सिर पर कफ़न बांधना मरने के लिए तैयार रहना।
सिर पर कयामत टूटना विपत्ति जाना।
सिर पर कयामत बरपा करना मुसीबत लाना, शोर, हंगामा करना।
सिर पर काली हांड़ी रखना शर्मिन्दा होना।
सिर पर कुरान उठाना कुरान की कसम खाना।
सिर पर कुरान रखना कुरान की कसम खाना।
सिर पर कोई न होना कोई मददगार या संरक्षक न होना।
सिर पर कोदो दलना दूसरे को जलाने के लिए कोई काम करना, दूसरी शादी करना।
सिर पर खड़ा होना सामने रहना, सन्निकट होना, बेअदबी से खड़ा होना।
सिर पर ख़ाक उड़ाना शोक करना।
सिर पर खून चढ़ना जान लेने पर उतारू होना, हत्या के कारण आपे में न रहना, हत्या करने का लक्षण प्रकट होना।
सिर पर खून लेना कत्ल का जिम्मेदार होना।
सिर पर खून सवार होना जान लेने पर उतारू होना, हत्या के कारण आपे मंे न रहना, हत्या करने का लक्षण प्रकट होना।
सिर का खून होना कत्ल का जिम्मेदार होना।
सिर पर खेलना प्रेत का सिर पर आकर बातें करना, निकट होना, सिर पर आना, जान जोखिम में डालना।
सिर पर गठरी रखना सिर पर बोझ रखना, जिम्मेदारी डालना।
सिर पर चक्कियां चलना सिरहाने धर्धर की आवाज, शोरगुल होना।
सिर पर चढ़ना मुंह लगना।
सिर पर चढ़ाना आदर करना, मनबढ़ करना, बढ़ावा देना, मुंहलग करना।
सिर पर चढ़ा रहना पीछे लगा रहना।
सिर पर चिल्लाना पास आकर शोकर करना।
सिर पर छत उठा लेना बहुत शोरगुल करना।
सिर पर छप्पर रखना बोझ से दबना, दबाव डालना, जिम्मे देना।
सिर पर जनून चढ़ना पागलपन सवार होना, धुन, जिद होना।
सिर पर जहानभर का बेड़ा उठा लेना बड़ा झगड़ा मोल लेना, सामर्थ्य से बाहर काम ले बैठना।
सिर पर जिन खेलना प्रेत के आवेश में अंगों का अस्वाभाविक परिचालन और प्रलाप करना।
सिर पर जिन चढ़ना भूत-प्रेत का सिर पर आना।
सिर पर जिन सवार होना भूत-प्रेत का सिर पर आना।
सिर पर जूं न रेगना ध्यान न होना, चैत न होना, होश में न होना।
सिर पर टीका होना किसी काम की सफलता किसी पर निर्भर होना, किसी तरह की नामवरी का ताज होना, प्रतिष्ठा, सम्मान होना।
सिर पर टूटना सिर पर मारकर तोड़ा जाना।
सिर पर डालना सिर पर डालना, मत्थे मढ़ना।
सिर पर ढोल बजाना शोरगुल करना, चिल्लाना।
सिर पर थाली फिरना मजना, भीड़ भाड़ होना।
सिर पर धरना माथे मढ़ना, उत्तरदायी ठहराना, सिर पर पहनाना।
सिर पर धूल डालना पछताना, सिर घुनना। उ0- पदमिनि गवन हंस गये दूरी। हस्ति लाज मेलहिं सिर घूरी। जायसी।
सिर पर न रहना किसी बड़े बूढ़े अभिभावक का मर जाना।
सिर पर नक्कारा बजाना शोरगुल होना।
सिर पर नाचना घेरना, ग्रसना, आक्रान्त करना, प्रभाव डालना, पास आना, निकट आना। उ0- (क) जेहि घर काल मदारी नाचा। पंखिहि नांव जीव नहिं बांचा। जायसी। (ख) लखि नरेस बात सब सांची। तिय मिस मीचु सीस पर नाची। तुलसी।
सिर पर पड़ना जिम्मे पड़ना, अपने ऊपर आना या बीतना, गुजरना।
सिर पर पत्थर ढोना बड़ी तकलीफ से जिन्दगी बिताना, अत्यधिक कष्ट सहना।
सिर पर पहाड़ गिरना बड़ी विपत्ति सहसा आना, जैसे- सिर पर गिरे पहाड़ तो फरियाद क्या करें।
सिर पर पहाड़ गिराना मुसीबत डालना।
सिर पर पांव का जूता टूटना जूतों से किसी का इतना पीटा जाना कि जूता टूट जाय।
सिर पर पांव रखना बहुत जल्द भाग जाना, हवा होना।
सिर का पृथ्वी उठाना बहुत उत्पात करना, बहुत परिश्रम का काम करना।
सिर पर पेच पड़ना मुसीबत आना।
सिर पर पैर रखकर भागना बहुत तेजी से भागना, जल्दी जल्दी चले जाना।
सिर पर बनना मुसीबत में फंसना।
सिर पर बला लाना संकट आना।
सिर पर बला लाना सिर पर विपत्ति लाना।
सिर पर बाल होना बोलने की शक्ति होना, मजाल होना।
सिर पर बिठाना सम्मानपूर्वक पास बैठाना, बहुत आदर करना।
सिर पर बीतना सिर पर पड़ना।
सिर पर बोझ पड़ना अहसानमंद होना, चिन्तित होना, जिम्मेदारी पड़ना।
सिर पर बोझ लेना जिम्मेवारी लेना, भार लेना।
सिर पर बोलना मंत्र बल के सांप काटे रोगी का सांप की ओर से बोलना, बात करना।
सिर पर भार लेना उत्तरदायित्व लेना।
सिर पर भूत सवार होना पागल होना, किसी बात की धुन होना, सिर पर भूत-प्रेत का आना।
सिर पर मिट्टी डालना शोक करना।
सिर पर मौत का खेलना मौत आना, मौत सवार होना।
सिर पर रख लेना सिर पर उठाना।
सिर पर रखना प्रतिष्ठित करना, मान करना, पदोन्नति करना, आदरार्थ कोई चीज सिर पर रखना।
सिर पर रहना पास रहना, प्रतिष्ठित होना।
सिर पर लगाना सिर पर धौल या जूता मारना।
सिर पर लादकर ले जाना मरते समय सिर पर पाप का भार ले जाना।
सिर पर लादना किसी के जिम्मे डालना।
सिर पर लिये फिरना सिर पर रखकर घूमना, बहुत दौड़ धूप परिश्रम करना।
सिर पर ले जाकर खड़ा कर देना प्रत्यक्ष रूप से सामने उपस्थित कर देना।
सिर पर ले जाना कोइ भार ढोना, कोई चीज अपनी देख-रेख में ले जाना।
सिर पर लेना ऊपर लेना, जिम्मे लेना, सिर पर उठाना।
सिर पर वारना कोई चीज किसी के सिर के चारों ओर घुमाकर निछावर करना, बाट देना।
सिर पर शैतान चढ़ना गुस्सा चढ़ना, दुराग्रह होना, पाप की प्रवृत्ति होना।
सिर पर शैतान सवार होना दुराग्रह, हठ होना, क्रोध चढ़ना, पाप की प्रवृत्ति होना।
सिर पर सनीचर सवार होना मुसीबत आना।
सिर पर सफेदी आना बुढ़ापा आना।
सिर पर सवार करना घृष्ट करना, मनबढ़ करना।
सिर पर सवार रहना घृष्ट होना, साथ रहना, सान न छोड़ना, कड़ाई से निगरानी करना।
सिर पर सवार होना भूत-प्रेत का साया, प्रभाव होना, किसी बात की धुन होना।
सिर पर सहना बरदाश्त करना।
सिर पर साया रखना किसी का अभ्ज्ञिभावक्त्व करना, कृपा रखना।
सिर पर साया रहना अभिभावक होना।
सिर पर साया होना अभिभावक का जीवित रहना।
सिर पर सींग होना कोई विशेषता होना, और से बढ़कर कोई बात होना, सुरख्राव का पर होना, खसूसियत होना।
सिर से निकलना सिरहाने से निकलना, पास से निकलना।
सिर पर से वारना कोई चीज मंगल-कामना से किसी के सिर के चारों ओर फेर कर बांट देना।
सिर पर सेहरा होना किसी पदार्थ का श्रेय प्राप्त होना, वाहवाही मिलना।
सिर पर सौदा चढ़ना किसी चीज की धुन होना।
सिर पर हाथ धरके रोना पछताना, अफसोस करना, शोकाकुल होना।
सिर पर हाथ धरना संरक्षक होना, सहायक होना, शपथ खाना।
सिर पर हाथ फेरना प्यार करना, आश्वासन देना, ढाढस बंधाना।
सिर पर हाथ रखना संरक्षक होना, सहायक होना, शपथ खाना।
सिर पर होना थोड़े ही दिन रह जाना, संरक्षक होना, बहुत निकट होना।
सिर पांव न होना सिलसिला न होना, बेढंगा होना।
सिर पांव पर धरना पैरों पड़ना, दीनता प्रकट करना।
सिर पीट के रोना रोते समय दुःखातिरेक से सिर पीटना।
सिर पीटना क्रोध, शोक, दुःख के आवेग से सिर पर प्रहार करना।
सिर पैर न होना आदि और अन्त का न होना।
सिर पैर होना आदि अन्त होना।
सिर फट जाना सिर फूटना, सिर पर गहरी चोट लगना (लाठी आदि से)।
सिर फटा जाता है सिर पर आंखों से अत्यधिक पीड़ा होने की स्थिति।
सिर फटा पड़ता है सिर और आंखों में अत्यधिक पीड़ा होने की स्थित।
सिर फिर जाना दिमाग परेशान होना, चक्कर आना।
सिर फिरना सिर घूमना, सिर चकराना, पागल हो जाना, उन्माद होना, बुद्धि भ्रष्ट होना।
सिर फिराना बकवास से श्रोता के सिर में दर्द पैदा करना।
सिर फूटना सिर का घायल होना (पत्थर, ईट, लाठी आदि की चोट से)।
सिर फेरना कहा न मानना, अवज्ञा करना, अस्वीकार करना।
सिर फोड़ना सिर दे माना, लड़ाई-झगड़ा करना, कपाल क्रिया करना, ईर्ष्या या शोक के आवेग मे अपने आपको व्यथित करना।
सिर फोड़े डालना सिर फोड़ने के लिए तैयार हो जाना।
सिर बक-बक कर खा जाना बकते-बकते सिर खा जाना, बकझक से परेशान कर देना।
सिर बांधना सिर पर निशाना करना। (पटेबाज)। चोटी करना, सिर गूंथना, घोड़े की लगाम इस प्रकार पकड़ना कि चलते समय घोड़े की गर्दन सीधी रहे।
(किसी के) सिर बीतना सिर पर पड़ना।
सिर बेगार होना किसी के जिम्मे ऐसा काम होना जो उसे नागवार हो।
सिर बेचना सिर देना, फौज की नौकरी करना।
सिर भारी होना सिर में पीड़ा होना, सिर घूमना।
सिर भिन्नाना सिर चकराना।
सिर मगजन करना किसिी काम में तरदुद करना, बकवास करना।
सिर मटकाना ताने या व्यंग्य से सिर हिलाना।
सिर मढ़ना बलपूर्वक किसी के जिम्मे करना। इच्छा के विरूद्ध सपुर्द करना।
सिर मारते फिरना सिर टकराते फिरना, कठिनाइयों से जान बूझकर उलझना।
सिर मारना सोचने विचारने में हैरान होना, सिर खपाना, चिल्लाना, पुकारना, व्यर्थ बहुत प्रयत्न करना, अत्यधिक श्रम करना।
सिर मुंडवा देना विधवा स्त्री का सिर मुंडा देना, एक सजा।
सिर मुड़ाते ही ओले पड़ना प्रारम्भ में ही कार्य बिगड़ना, कार्यारम्भ होते ही विघ्न पड़ना।
सिर मुंडाना बाल बनवाना, जोगी बनना, फकीरी लेना, सन्यासी होना।
सिर मूंड़ना सिर के बाल उतारना।
सिर मूंडा जाना एक सजा।
सिर में खाक डालना मातम करना।
सिर में खन्नास समाना अभ्ज्ञिमान होना, सिर में दर्द उठना।
सिर में तेल पड़ना श्रृंगार, केश-विन्यास के लिए बालों में तेल डाला जाना।
सिर में दर्द उठना सिर में पीड़ा होना।
सिर में दर्द होना सिर में पीड़ा होना।
सिर में धमक होना सिर भारी होना, गरम होना, दर्द होना।
सिर में बाल होना मार खाने, फैलने की ताकत होना।
सिर में सफेदी आना बाल सफेद होना, बुढ़ापा आना।
सिर में सौदा होना धुन होना।
सिर में हवा भरना धुन समाना।
सिर रंगना सिर फोड़ना, लहू-लोहान होना।
सिर रहना किसी के पीछे पड़ना, रात दिन परिश्रम करना, जिन्दा रहना, जिम्मे रहना।
सिर लगना इलजाम आना।
सिर लगाना किसी के जिम्मे करना।
सिर लड़ाना सिर से सिर टकराना।
सिर लेना जिम्मे लेना।
सिर व तन की खैर होना खबरदार होना।
सिर सफेद होना वृदावस्था आ जाना, सिर के बाल पकना।
सिर सलामत रहे जीवित रहे।
सिल सलामत है जीवित है।
सिर सहरा रहना प्रतिष्ठा होना, सरदारी प्राप्त होना।
सिर सहरा होना किसी पर किसी काम का निर्भर होना।
सिर सहलाना खुशामद करना, प्यार करना, सिर पर हाथ फेरना।
सिर सुखाना बालों की नमी दूर करना।
सिर सूंघना बड़ों को मंगल कामना के लिए छोटों का मस्तक सूंघना।
सिर के आसेब उतरना क्रोध, भय, भ्रम न रहना।
सिर के आसेब उतारना भय, भ्रम, क्रोध दूर करना।
सिर से उतारना सिर से वारना।
सिर से कदम तक बलाएं लेना सारे शरीर की बलाएं लेना।
सिर से कफन बांधना मरने के लिए उद्यत हो जाना, बड़ी दिलेरी का काम करना।
सिर से किनारा करना जान देना, मरना।
सिर से कुंआ खोदना बहुत परिश्रम से काम करना।
सिर से खेल जाना प्राण दे देना, दुस्साध्य, असम्भव काम करना।
सिर से खेलना सिर पर भूत प्रेत आना।
सिर से गुजर जाना पानी का डुबाव होना, मर जाना, जीवन समाप्त होना।
सिर से गुजरना पानी का डुबाव होना, मर जाना, जीवन समाप्त होना।
सिर से चलना बहुत आदर सम्मान करना।
सिर से जाना बहुत आदर भाव से किसी के लिए जाना।
सिर से जिन उतारना क्रोध धीमा करना, भय दूर करना।
सिर से जोड़ना सिर मिलाना, एकत्र होना, मिलकर बैठना, एका करना, षड़यंत्र करना।
सिर से टलना पीछा छूटना।
सिर से टालना पीछा छुड़ाना।
सिर से तिनका उतारना थोड़ा सा उपकार करना।
सिर से तोड़ना सिर पर मारकर तोड़ना, अपना सिर मारकर किसी चीज को टुकड़े टुकड़े करना।
सिर से पटक जाना वापस कर जाना, जबरदस्ती किसी के जिम्मे डालना।
सिर से पहाड़ टालना सिर से मुसीबत टालना।
सिर से पांव तक आदि से अन्त तक, ऊपर से नीचे तक, तमाम।
सिर से पानी गुजरना सहन की पराकाष्ठा होना, असह्य हो जाना, किसी बात का हद तक पहुंच जाना।
सिर से पैदा होना सिर की ओर से बच्चे का पैदा होना।
सिर से पैर तक आरम्भ से अन्त तक, पूर्ण रूप से, सर्वांग में।
सिर से पैर तक आग लगना अत्यधिक क्रोध चढ़ना।
सिर से फिरना सिर पर निसार होना, सिर के गिर्द कफरना।
सिर से बला टलना विपत्ति दूर होना।
सिर से बेगार टालना बेमन से काम करना, जी लगाकर काम न करना।
सिर से बोझ उतरना झंझट दूर होना, निश्चिन्तता होना।
सिर से बोझ उतारना किसी भार ओर दायित्व से मुक्ति प्राप्त करना।
सिर से बोझ बांधना नाहक खर्च अपने जिम्मे लेना।
सिर से मारना अप्रसन्न होकर कोई चीज किसी को लौटाना, सिर पर मारना, फेंक देना।
सिर से लगाना आदर, प्यार करना।
सिर से बवाल उतरना किसी झंझट से छुटकारा होना।
सिर से वारना सिर पर से निछावर करना।
सिर से साया उतरना जिन, परी आदि का असर दूर होना।
सिर से हाज़िर होना (किसी काम के लिए) सहर्ष तैयार होना।
सिर हिलाना स्वीकृति, अस्वीकृति या प्रसन्नता सूचित करने के लिए सिर को गति देना।
सिर होना पीछे पड़ना, पीछा न छोड़ना, साथ साथ लगा रहना, बार बार किसी बात का आग्रह करके तंग करना, उलझ पड़ना, झगड़ा करना, ताड़ लेना, समझ लेना, जिम्मे होना, ऊपर चढ़ना।
सिर से होश जाना बुद्धि भ्रष्ट होना, घबड़ा जाना।
सिर हथेली पर धरना, रखना, लिये फिरना, लेना बहादुरी से जान देने के लिए तैयार रहना।
सिर हथेली पर रहना, होना जान देने को तैयार रहना।
सिर हाजिर है (किसी काम के लिए) सहर्ष तैयार होना।
सिर हाथ पर रखना मरने के लिए तैयार होना।
सिर हिलना सिर कांपना।
सिरे का सबसे अच्छा।
सिलसिला निकलना आरम्भ होना, रास्ता खुलना।
सिलसिला निकालना सम्बन्ध जोड़ना।
सिल्ला चुनना खेत में गिरे अनाज के दाने चुनना।
सिल्ला बिनना खेत में गिरे अनाज के दाने चुनना। उ0- कविता खेती उन लई, सिल्ला बिनत मजूर।
सिले में बदले में, उपलक्ष में।
सिसकती भिनकती मैली, कुचैली और रोनी सूरत की (स्त्री)।
सींकिया पहलवान दुबला पतला आदमी जो अपने को बड़ा बली समझता हो।
सींग कटाकर बछड़ों में मिलना बूढ़े होकर भी बच्चों में मिलना, किसी सयाने का बच्चों का साथ देना।
सींग जमना लड़ने की इच्छा होना।
सींग दिखाना अंगूठा दिखाना, कोई वस्तु न देना और चिढ़ाना।
सींग निकलना चौपाये का जवान होना, इतराना, पागलपन करना, सनक जाना।
सींग पर मारना कुछ न समझना, तुच्छ समझना, कुछ परवाह न करना।
सींग पूंछ गिरा देना अति दीन बन जाना।
सींग मारना (सींगवाले पशु का) सींग से मारना।
(कहीं) सींग समाना स्थान, अवसर मिलना, कहीं ठिकाना मिलना।
(किसी के) सिर पर | में सींग होना कोई विशेषता।
सींगी लगाना सींगी से रक्त खींचना, चुम्बन करना।
सींव कांड़ना अधिकार दिखाना, दबाना, जबरदस्ती करना। उ0- है काके द्वै सीस ईस के जो हठि जन की सींव चरै। तुलसी। कष्ट हिु पहुंचाना।
सीख लेना शिक्षा, उपदेश ग्रहण करना।
सीख पा होना घोड़े का अलफ होना, बहुत नाराज होना।
सीटी देना सीटी बजाना, सीटी बजाकर कोई संकेत करना।
सीढ़ी सीढ़ी चढ़ना क्रम क्रम से ऊपर की ओर बढ़ना, धीरे धीरे उन्नति करना।
सीध बांधना सड़क, क्यारी आदि बनाने से पहले रेखा डालना, निशाना साधना, लक्ष्य ठीक करना।
सीधा आना सामना करना, भिड़ जाना।
(किसी को) सीधा करना लक्ष्य की आरे लगाना, निशाना साधना, अनुकूल करना, दण्ड देकर ठीक करना, रास्ते पर लाना, शिक्षा देना।
सीधा दिन अच्छा दिन, शुभ दिन या मुहुर्त।
सीधी उंगलियों घी न निकलता सिधाई के साथ काम नहीं चलता, भलमंसाहत से कार्य सिद्ध नहीं होता।
सीधी तरह शिष्ट व्यवहार से, नरमी से।
सीधी राह सुमार्ग, अच्छा आचरण।
सीधी सुनाना साफ साफ कहना, खरी खरी कहना, लगी लिपटी न रखना, भला बुरा कहना, दुर्वचन कहना।
सीने पर गुल खाना प्रेयसी के छलले को गरम करके छाती को दागना।
सीने पर पत्थर रखना
सीने पर सांप लोटना
सीने पर हाथ मारना छाती पीटना।
सीने में जगह देना प्यार करना, सम्मान करना।
सीने में सांस समाना हांफना बंद होना, शांति मिलना।
सीने में लगना छाती से लगाना, आलिंगन करना।
सीपी का मुंह निकल आना इतना दुबला हो जाना कि चेहरे की हड्डियां निकल आये।
सीमा चरना अधिकार जताना, दबाना, जबरदस्ती करना। उ0- है काके द्वै सीस ईस के जो हठि जन की सीम चरै। तुलसी।
सीमा बन्द करना आदमियों और माल का आना जाना रोकना।
सीमा से बाहर जाना उचित से अधिक बढ़ जाना, मर्यादा भंग करना, हद से ज्यादा बढ़ना।
सीर करना जमींदार का किसी जमीन को खुद जोतना, काश्त करना।
सीर खुलवाना फसूद बुलवाना।
सीर में एक साथ मिलकर, इकट्ठा, एक में।
सीर में होना जमींदार की अपनी जोत, काश्त में होना।
सील मुहर होना किसी चीज का मुंहर बंद किया जाना।
सुख की नींद सोना निश्चिन्त होकर आन्न्द से सोना या रहना, खूब मजे में समय बिताना।
सुख देखना आराम पाना।
सुख फरमाना आराम करना।
सुख मानना परिस्थिति आदि की अनुकूलता के कारण ठीक अवस्था में रहना, सन्तुष्ट या प्रसन्न होना। उ0- जो तुम सुखु मानहु मन माही। रामा0।
सूख लूटना यथेष्ट सुख का भोग करना, मौज करना, आनन्द करना।
सुख दिलाना याद दिलाना, स्मरण करना।
सुख न रहना विस्मृत हो जाना, भूल जाना, याद न रहना, होश न रहना, अचेत हो जाना। उ0- सुध न रही देखतु रहे कल न चखे बिनु तोहिं। देखे अनदेखे तुहे कठिन दुहूं विधि मोहिं। रत्नाकर रतन हजारा।
सुध बिसरना विस्मृत हो जाना, भूल जाना, अचेत होना, होश में न रहना, ठिकाने न रहना।
सुध बिसारना किसी को भूल जाना, किसी को स्मरण न रखना। उ0- तुमहे कौन अनरीत सिलाई, सजन खुब बिसराई। अचेत करना, होश में न रहने देना। उ0- कान्हा न कैसी बांसुरी बजाई, मोरी सुध बुध बिसराई। अचेत करना।
सुध बुध जाती रहना होश-हवास जाता रहना।
सुध बुध ठिकाने न होना बुद्धि ठिकाने न होना, होश-हवास दुरूस्त न होना।
सुध बुध मारी जाना बुद्धि का लोप हो जाना, होश हवास न रहना।
सुध भुलाना किसी को भूल जाना, किसी को स्मरण न रखना।
सुध भूलना विसमृत हो जाना, भूल जाना।
सुध रखना चौकसी रखना। उ0- प्रसमन को विलंब भयो तब सत्राजित सुध लीन्ही। सूर।
सुध लेना पता लेना, हाल चाल जानना, याद करना।
सुध सम्भालना होश सम्भालना, होश में आना।
सुना-सुनाया दूसरों के मुंह से सुना हुआ, जो आंखों देखा न हो।
सुनी अनसुनी कर देना काई बात सुनकर भी उस पर ध्यान न देना, किसी बात को टाल जाना।
सुनी अनसुनी करना बात सुनकर भी ध्यान न देना।
सुपारी लगना सुपारी के टुकड़े का गले में अटक जाना।
सुबह उठकर हाथ देखना सबेरे आंख खुलते ही अपने दोनों हाथों की रेखाएं देखना, जिसमें किसी मनहूस का मुंह देखने से अधिक अनिष्ट का डर न रहे।
सुबह कर देना रात गुजार देना।
सुबह का निकला शाम को आना आवारागर्दी करना।
सुबह शाम करना टाल-मटोल, आज कल करना।
सुबह शाम होना टाल-मटोल किया जाना, आज कल होना।
सूर अलापना कोई विलक्षण, नयी या औरों से अलग रहने की बात कहना।
सुर भरना किसी गाने बजाने वाले को सहारा देने के लिए उसके साथ कोई एक सुर अलापना या बाजे आदि से निकालना।
सुरवान पर लगना विलक्षणता या विशेषता होना, अनोखा होना।
सुर में सुर मिलाना हां में हा मिलाना, चापलूसी करना।
सूरत बिसारना भूल जाना, विस्मृत होना।
सूरत संभालना होश संभालना।
सुरमा करना बहुत बारीक करना, सुरमे सा कर देना।
सुरमा बनाना बहुत बारीक करना, सुरमे सा कर देना।
सुरमा खाना चुप हो जाना।
सुरूर गठना हलका नशा होना, आंखों में नशे की सुर्खी आना।
सुरूर जमना हलका नशा होना, आंखों में नशे की सुर्खी आना।
सुर्ख होना क्रुद्ध होना, सम्पन्न होना।
सुर्खाब पर लगना विलक्षणता या विशेषता होना, अनोखापन होना।
सुर्खाब का पर लगा होना कोई अनोखी बात, कोई खास खूबी होना।
सुर्खी कायम करना शीर्षक लगाना।
सुस्ती उतारना अंगड़ाई लेना।
सुस्ती तोड़ना अंगड़ाई लेना।
सुहबत उठाना किसी की सुहबत में रहकर कुछ सीखना, पास रहना।
सुहबत बिगड़ना अनबन हो जाना, मित्रता भंग हो जाना।
सुहाग उजड़ना विधवा होना।
सुहाग उदरना पति के मरने पर पत्नी के शरीर के सुहाग की चीज (चूड़ियां, सिंदूर आदि का) उतारा जाना, विधवा होना।
सुहाग भरना मांग भरना।
सुहाग मनाना अखण्ड सौभाग्य की कल्पना करना, पति सुख के अखंड रहने के लिए कामना करना।
सूइयों नाज पिरोना बहुत कंजूसी करना।
सुई का फावड़ा बना देना जरा सी बात को बहुत बड़ा बनाना, बात का बतंगड़ करना।
सुई के नाके से ऊंट निकालना अनहोनी बात कर दिखाना।
सुई पिरोना सुई के छेर में तागा डालना।
सुई लगाना उपकरण की नली के द्वारा शरीर के अन्दर दवा पहुंचाना।
सुई लेना रोगी का उपकरण की नली के द्वारा काई दवा अपने शरीर में प्रविष्ट कराना।
सूख जाना सुन्न, स्तव्ध हो जाना।
सूखकर कांटा हो जाना अत्यनत कृश होना, बहुत दुबला होना।
सूखा घाट उतरना वंचित रहना।
सूखा जवाब देना साफ इन्कार करना।
सूखा टारना, टालना आंकाक्षी या आचक आदि को बिना उसकी कामना पूरी किये लौटाना, कोरा जवाब देना।
सूखा पड़ना पानी न बरसना, अकाल पड़ना।
सूखा लगना सूखा रोग होना, दुबला हो जाना।
सूखी नसों का रक्त प्राण प्रिय।
सूखी सुनाना साफ जवाब देना, दो टूक जवाब देना।
सूखे खेत लहलहाना अच्छे दिन आना।
सूखे घाटों उतारना वंचित रखना।
सूखे टुकड़ों पर कौए उड़ाना छोटे से वेतन पर जलील करना।
सूखे घानों पर पानी पड़ना नैराश्य की दशा में मनोकामना पूरी होना।
सूखे पर लगना नाव आदि का किनारे पर लगना।
सूखे में नाव नहीं चलती बिना कुछ खर्च किये काम नहीं चलता, उदारता के बिना प्रसिद्धि नहीं होती।
सूखे पानी में डूबना मुंह फुलाये हुए, खफा।
सूत धरना निशान लगाना, रेखा खींचना। उ0- मनहुं मानु मंडलहि सवारत, धरयो सूत विधि सुत विचित्र मति। तुलसी।
सूत बराबर बहुत सूक्ष्म, बहुत महीन।
सूत बांधना लकड़ी आदि पर निशान करना, रेखा खींचना।
सूत सूत जरा जरा, तनिक तनिक।
सूत सूत जरा जरा, तनिक तनिक।
सूद दर सूद ब्याज पर ब्याज, चक्रवृद्धि ब्याज।
सूदी चलाना सूद पर रूपया देना।
सूधे सुध कोरा, साफ साफ। उ0- सूधे सूध जवाब न दीजै। विश्राम।
सूना लगना निर्जीव मालूम होना, उदास मालूम होना।
सूना सूना लगना निर्जीव मालूम होना, उदास मालूम होना।
सूप भर बहुत सा, अत्यधिक।
सूरज को दीपक दिखाना अति गुणवान को कुछ बतलाना, अति विख्यात पुरूष का परिचय देना।
सूरज ढलना सूर्य का अस्त होना।
सूरत पर थूकना नितान्त निर्दोष या साधु व्यक्ति पर लांछन लगाना।
सूरत दिखाना सामने आना, शकल दिखाना।
सूरत नज़र आना उपाय सूझना।
सूरत निकल जाना सुन्दर हो जाना, उपाय सूझ जाना।
सूरत पर झाड़ू फेरना अतिशत घृणा के कारण शक्ल न देखना, नाम न लेना।
सूरत बदलना भेस बदलना, हालत बदलना।
सूरत बनाना अच्छा रूप् बनाना, मेस बदलना, मुंह बनाना, नाक भौ सिकोड़ना, अरूचि प्रकट करना, चित्र बनाना।
सूरत बिगड़ना चेहरा बिगड़ना, चेहरे की रंगत फीकी पड़ना।
सूरत बिगाड़ना चेहरा बिगाड़ना, कुरूप करना, अपमानित करना, दण्ड देना, चेहरे से दोष या अप्रसन्नता प्रकट करना।
सूरत से बेजार होना अतिशय घृणा के कारण शक्ल न देखना, नाम न लेना।
सेंत का निःशुल्क, मुफ्त का, बहुत सा, ढेर का ढेर। उ0- चलहु जु मिली उनही पै जैये, जिन्ह तुम टोकन पंथ पठाए। सखा संग लीने जु सैति के फिरत रैनि दिन वन में घाए। नाहिन राज कंस को जान्हो बाट रोकते फिरत पराए। सूर।
सेंत में निःशुल्क, मुफ्त में, व्यर्थ, निष्प्रयोजन।
सेंदुर चढ़ना स्त्री का विवाह होना।
सेंदुर देना विवाह के समय पति का पत्नी की मांग भरना। उ0- राम सीय सिर सैदुर दैहीं। सीमा कहि न जात विधि कैही। तुलसी।
सेंध मारना सेंध लगाकर चोरी करना।
सेंवई पूरना बटकर सेंवई बनाना।
सेंवई बटना बटकर सेंवई बनाना।
सेवा यो समीप, सामने।
सेराब होना तृप्त होना, मन भर जाना, ऊब जाना।
सेशन सिपुर्द करना अभियुक्त, अभियोग को सेशन जज के पास भेजना।
सेशन सिपुर्द होना अभियुक्त, अभियोग को सेशन जज के पास भेजा जाना।
सेहत पाना आरोग्यलाभ करना, रोग मुक्त होना।
सेहरा बांधना सेहरा सिर पर रक्खा जाना, दुल्हा बनाया जाना, काम का श्रेय दिया जाना।
सेहरे जलवे की विवाहिता (स्त्री)।
सेहरे के फूल खिलना विवाह का समय आना।
सोंटा चलना सोटे से मारपीट होना।
सोंटा चलाना सोटे से प्रहार करना।
सोंटा जमाना सोटे से प्रहार करना।
सोख्त होना जब्त, नष्ट, बेकार होना।
सोग मनाना किसी प्रिया या सम्बन्धी के मर जाने पर शोक सूचक चिन्ह धारण करना और किसी प्रकार के उत्सव या मनोविनोद आदि में सम्मिलित न होना।
सोते जागते हर समय।
सोना कसना सोना जांचना, परखना।
सोना कसाना सोने को परखवाना।
सोना का पानी सोने का मुलम्मा।
सोना चढ़ना किसी चीज पर सोने का मुलम्मा होना।
सोना चढ़वाना किसी चीज पर सोने का मुलम्मा होना।
सोना छूते मिट्टी होना अच्छे या बने बनाये कार्य में योग देते ही उनका नष्ट होना। (घोर विपत्ति का सूचक)।
सोना लेकर मिट्टी (तक) न देना बेईमानी करना।
सोने का घर मिट्टी करना लाख का घर खाक करना, सारा वैभव नष्ट करना।
सोने का घर मिट्टी का हो जाना बना बनाया घर मिट जाना, बनी गृहस्थी बिगड़ जाना।
सोने का मिट्टी होना सब कुछ नष्ट होना।
सोने की चिड़िया धनी व्यक्ति, अत्यन्त सुन्दर व प्रिय व्यक्ति।
सोने की चिड़िया उड़ जाना मालदार आदमी का चंगुंल से निकल जाना, सुअवसर का निकल जाना।
सेाने की चिड़िया मिलना किसी बहुमूल्य वस्तु का मिलना, किसी मालदार आदमी का काबू में आना।
सोने की चिड़िया हाथ आना किसी बहुमूल्य वस्तु का मिलना, किसी मालदार आदमी का काबू में आना।
सोने की चिड़या हाथ लगना किसी बहुमूल्य वस्तु का मिलना, किसी मालदार आदमी का काबू में आना।
सोने की चिड़िया हाथ से उड़ जाना मालदार आदमी का चंगुल से निकल जाना, सुअवसर का निकल जाना।
सोने की चिड़िया हाथ से निकल जाना मालदार आदमी का चंगुल से निकल जाना, सुअवसर का निकल जाना।
सोने के बराबर तोलना कोई मामूली कीमत की भी चीज तोल में एकदम ठीक देना।
सोने के महल उठाना बहुत धनवान होना।
सोने के मोल बहुमूल्य।
सोने में घुन लगना असम्भव या अनहोनी बात का होना। उ0- काहू चीटी लागे पांख, काहू यम मारे काख, सुनो है न दैख्यो घुन लागो है कनक को। हनुमन्नाटक।
सोने में सुगंध किसी बहुत बढ़िया चीज में और अधिक विशेषता होना।
सोने में सुहागा गलते सोने में सुहागा मिला देने से उसका रंग निखर जाता है, किसी वस्तु या व्यक्ति का उच्चतर, बेहतर होना।
सोने से लदे रहना बहुत गहने पहने रहना।
सोने से लदे होना बहुत गहने पहने रहना।
सोर पड़ना (जहाज का) किनारे लगना।
सोलह परियों का नाच जूआ खलने के लिए सोलह चित्ती कौड़िया, वह जूआ जो सोलह कौड़ियों से खेलते हैं।
सोलह सोलह गंडे सुनाना खूब गालियां देना।
सोलहो आने सम्पूर्ण, पूरा पूरा।
सौ बात की एक बात बहुत ही उचित बात, सर्वमान्य बात, सारांश, तात्पर्य, निचोड़। उ0- (क) सौ बातन की एके बात। सब तजि मजो जानकी नाथ। सूर। (ख) सौ बातन की एकै बात। हरि हरि सुमिरहु दिन राति। सूर।
सौ की सीधी एक सारांश। निचोड़। उ0- रोम रोम जीभ पाय कहै तो कहयो न जाय जानत ब्रजेश सब मर्दन मयन है। सूघी यह बात जाने गिरधर तै बखानो सो की सीधी एक यही दायक चयन के। गिरधर।
सौ के सवाये करना पचीस प्रतिशत लाभ करना।
सौ के सवाये होना पचीस प्रतिशत लाभ करना।
सौ कोस भागना दूर रहना, अलग रहना।
सौ कोस नजर न आना कहीं दिखाई न देना, कहीं पता न लगना।
सौ घड़े पानी पड़ना बहुत लज्जित होना।
सौ छिपाये चाहे किसी तरह भी योग्य रखे, हरचंद छिपाये।
सौ जतन करना बहुत प्रयत्न करना।
सौ जान से पूरे दिल से, पूर्णतः।
सौ जान से आशिक होना अत्यन्त मुग्ध होना।
सौ जान से कुर्बान होना अत्यन्त मुग्ध होना।
सौ जान से फिदा होना अत्यन्त मुग्ध होना।
सौ तरह का भिन्न भिन्न ढंग का, विभिन्न प्रकार का।
सौ दो सौ में बहुत में (में कुछ छांटने के अर्थ में)।
सौ नाम धरना अनेक त्रुटियां निकालना।
सौ पचास कई, अनेक।
सौ पलटे देना किसी जगह के बहुत चक्कर लगाना।
सौ फेरे करना किसी जगह के बहुत चक्कर लगाना।
सौ बल खाना बहुत पेंच खाना।
सौ बात सुनाना बुरा भला कहना।
सौ मन का बहुत भारी।
सौ मन के पांव होना डर, घबराहट के कारण चल न सकना।
सौ में एक बहुत कम।
सौ में कहना बिना हिचकिचाहट के खुले तौर से कहना।
सौ सुनाना बहुत गालियां देना, बहुत बुरा भला कहना।
सौ हाथ का कलेजा हो जाना प्रसन्नता के कारण अत्यन्त उत्साहित होना।
सौ हाथ की जवान होना चटोर होना।
सौतिया डाह दो सौतों में होने वाला डाह या ईष्या, द्वेष, जलन।
सौदा करना बात चीत करके लेन देन, आदान प्रदान आदि का कोई व्यापार या व्यवहार पक्का या स्थिर करना।
सौदा पटना क्रय विक्रय की बातचीत ठीक होना। उ0- आखिर इसी बहाने मिला यार के नजीर। कपड़े बला के फट गये सौदा तो पट गया। नजीर।
सौदा पटाना मोल भाव करके दाम तय करना।
सौदा होना सौदा पट जाना।
स्टीम भरना जोश देना, उत्साहित करना।
स्तन पीना स्तन में मुँह लगाकर उसका दूध पीना।
स्पष्ट कहना बिलकुल साफ साफ कहना, बिना कुछ छिपाव अथवा किसी का कुछ ध्यान किये कहना।
स्पष्ट सुनाना बिलकुल साफ साफ कहना, बिना कुछ छिपाव अथवा किसी का कुछ ध्यान किये कहना।
स्मरण दिलाना भूली हुई बात याद कराना।
स्यापा पड़ना रोना चिल्लाना मचना, बिलकुल उजाड़ या सुनसान होना, रूदन क्रन्दन होना।
स्याही जाना बालों का कालापन जाना, जवानी का बीत जाना। उ0- स्याही गई सफेदी आई दिल सफेद अजहूं न हुआ कबीर। उम्र ढलना।
स्याही दौड़ना स्याही छा जाना।
स्याही धो जाना दुर्भाग्य या दोष दूर होना।
स्याही लगाना मुँह काला करना, बदनाम करना।
स्वर उतरना स्वर धीमा पड़ना।
स्वर उतारना स्वर नीचा या धीमा करना।
स्वर चढ़ाना स्वर ऊंचा या तेज करना।
स्वर निकालना स्वर उत्पन्न करना।
स्वर भरना अभ्यास के लिए किसी एक ही स्वर का कुछ समय तक उच्चारण करना।
स्वर मिलाना किसी के स्वर के अनुसार स्वर निकालना।
स्वर साधना स्प्तक के स्वरों का अभ्यास करना।
स्वर्ग के पथ पर पैर रखना मरना, जान जोखिम में डालना। उ0- कहो सो तोहिं सिंहलगढ़ है खंड सात चढ़ाव। फेरि न कोई जीति जिय स्वर्ग पंथ दे पाव। जायसी।
स्वर्ग जाना मरना, देहान्त होना। उ0- बहते भंवर बवडंर भये। पहुंच न सके र्व्ग कह गये। जायसी।
स्वर्ग सिधारना मरना, देहान्त होना।
स्वर्गवास होना मरना।
स्वांग बनाना रूप भरना, भेस बनाना, नकल करना।
स्वांग भरना रूप भरना, भेस बनाना, नकल करना।
स्वांग लाना रूप भरना, भेस बनाना, नकल करना।
(किसी बात में) स्वार्थ लेना दिलचस्पी लेना, अनुराग रखना।
स्वाद चखाना किसी को उसके किये हुए अपराध का दण्ड देना, बदला लेना।
स्वाधीन करना सौंपना, हवाले करना।
स्वारथ आना भलाई या हित के लिए उपयोगी होना।
स्वाहा करना नष्ट कर देना, फूंक डालना।
स्वाहा होना नष्ट होना, बरबाद होना।
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हंकड़ान देना बहुत जोर-जोर से और अनेक बार हंड़कना।
हकड़ान भरना बहुत जोर-जोर से और अनेक बार हंड़कना।
हंकड़ान मारना बहुत जोर-जोर से और अनेक बार हंड़कना।
हंका देना ललकारना, पुकारना।
हंका मारना ललकारना, पुकारना।
हंकार देना पुकारना।
हंकार पड़ना बुलाने के लिए आवाज लगाना, पुकार होना।
हंटर जमाना हंटर मारना ।
हंटर लगाना हंटर मारना।
हंड़िया चढ़ाना भोजन पकाने के लिए हांड़ी में पानी रखकर आंच पर रखना।
हंड़िया दागना भोजन बनाना।
हंफनि मिटाना दम लेना, दम मारना, सुस्ताना, थकावट दूर करना। उ0- बात कहिबे में नंदलाल की उताल कहा, हाल तो हरिन नैनी हंफनि मिटाय लै। शिव।
हंस उड़ जाना शरीर से प्राण निकल जाना। उ0- कांचे बासन टिकै न पानी। उड़िगो हंस काया कुम्हिलानी। कबीर।
हंस देना हंसने लगना।
हंस पढ़ना हंस देना।
हंस बोलकर बसर करना प्रसन्नतापूर्वक जीवन निर्वाह करना।
हंस बोल लेना प्रसन्नतापूर्वक वार्तालाप करना, हंसी खुशी से बातचीत करना।
हंसकर बात उड़ाना किसी बात को अनावश्यक समझकर उस पर ध्यान न देना, तुच्छ या साधारण समझकर बात विनोद में टाल देना।
हंसता चेहरा प्रसन्न मुख, ऐसा चेहरा जिससे प्रसन्नता का भाव टपकता हो।
हंसता मुंह प्रसन्न मुख, ऐसा चेहरा जिससे प्रसन्नता झलकती हो।
हंसते-बोलते मजाक करते-करते, दिल्लगी से।
हंसते-हंसते हंस हंसकर, बहुत हंसते हुए। प्रसन्नता से।
हंसते-हंसते पेट में बल पड़ जाना अधिक हंसने के कारण पेट में एक प्रकार की ऐठन होने लगना।
हंसते-हंसते लोट जाना बहुत हंसते हुए लोटपोट होने लगना।
हंसते हुए प्रसन्नता से।
हंसना-खेलना प्रसन्नता और आमोद-प्रमोद की बातचीत करना।
हंसना-बोलना प्रसन्नता और आमोद-प्रमोद की बातचीत करना, मजाक करना।
हंसा मारना बहुत हंसाना।
हंसी उड़ना किसी का मजाक होना, किसी का बनाया जाना।
हंसी उड़ाना किसी को बनाना, किसी की भद्द करना, व्यंग्यपूर्ण निंदा करना, उपहास करना, चतुराई की उक्ति द्वारा अनादर प्रकट करना।
हंसी खेल समझना साधारण बात समझना, आसान बात समझना, कठिन न समझना।
हंसी छूटना तेजी से हंसी आना।
हंसी जव्त कर लेना हंसी रोक लेना।
हंसी मानना मामूली या आसान काम अथवा बात समझना।
हंसी में उड़ जाना किसी काम का मजाक या दिल्लगी में टल जाना।
हंसी में उड़ना किसी काम का मजाक या दिल्लगी में टल जाना।
हंसी में उड़ा देना किसी काम को दिल्लगी में टाल देना।
हंसी में खांसी दिल्लगी की बातचीत होते होते झगड़ा या मारपीट की नौबत आना।
हंसी में टालना किसी बुरी बात को गम्भीरता पूर्वक ग्रहण न करना, किसी की बुरे चाल पर ध्यान न देकर हंस कर सह लेना।
हंसी में फूल झड़ना किसी का हंसना अच्छा लगना।
हंसी में ले जाना किसी बात को मजाक समझना, किसी बात का ऐसा अर्थ समझना मानो वह ध्यान देने की नहीं है, केवल मन बहलाव की।
हंसी में ले लेना किसी बात को गम्भीरतापूर्वक ग्रहण न करना।
हंसी समझना आसान बात या काम समझना, ध्यान न देना, परवाह न करना।
हंसी सूझना हास्य, विनोद, मजाक करने की प्रवृत्ति होना।
हक़ अदा करना वह बात करना जो न्याय, नीति आदि की दृष्टि से करणीय हो, कर्तव्यपालन करना।
हक़ को पहुंचना न्याय पाना, सत्य को पा लेना।
हक़ दबना उस वस्तु या बात से वंचित होना जिसका न्याय से अधिकार प्राप्त हो, स्वत्व की हानि होना।
हक़ दबाना किसी को उस वस्तु का बात से वंचित रखना, जिसका उसे अधिकार प्राप्त हो।
हक़ पर लड़ना अपने न्याययुक्त अधिकार के लिए प्रयत्न करना, स्वत्व रक्षा के हेतु प्रयत्न करना।
हक़ पर होना न्याय पक्ष का अवलम्बन करना, उचित बात का आग्रह करना।
हक मारना नेग आदि न देना।
हक़ मारा जाना उस वस्तु या बात से वंचित होना जिसका न्याय से अधिकार प्राप्त हो, स्वत्व की हानि होना।
(किसी के) हक़ में हित के लिए, लाभ की दृष्टि से, पक्ष में, विषय में।
(किसी के) हक़ में कांटे बोना बुराई करना।
हक़ साबित करना स्वत्व प्रमाणित करना।
हक़ारत की नज़र से देखना तुच्छ समझना, हैय मानना।
हक़ीक़त खुल जाना असलीयत जाहिर हो जाना, सत्य का प्रकट हो जाना।
हक़ीक़त खुलना असली बात का पता लग जाना, ठीक बात मालूम हो जाना।
हक़ीक़त से वास्तव में, सचमुच।
हकूमत चलाना प्रभुत्व या अधिकार जताना या उससे काम चलना।
हकूमत जताना अधिकार या प्रभुत्व दिखाना।
हग मारना मल का वेग सम्भाल न सकने के कारण तुरन्त उसे त्याग देना, बहुत डर जाना, कोई वस्तु बहुत गंदी कर देना।
हगनहटी मचाना बार -बार शौच जाना।
हगा मारना बहुत थका देना, परेशान करना।
हगा लेना जबरदस्ती वसूल करना या लेना।
हगास लगना शौच मालूम पड़ना।
हचक खाना झटका लगना।
हचक देना जोर से मारना।
हजम कर जाना पचाना, गबन कर लेना, माल मारना।
हजम करना पचाना, गबन कर लेना, माल मारना।
हजम होना बेईमानी से ली हुई वस्तु का अपने पास रहना, पचना, गवन का प्रकट न होना।
हजामत बढ़ना बालों का बढ़ना।
हजामत बनाना दाढ़ी बनाना या बाल काटना, लूटना, धन हरण करना, दण्ड देना, मारना-पीटना।
हजामत होना किसी के धन का धोखा देकर हरण होना, लूट होना, दण्ड पड़ना, मार पड़ना।
हज़ार जान से बड़े शौक से।
हज़ार में बहुत लोगों के सामने।
हजारों घड़े पानी पड़ जाना बहुत लज्जित होना।
हजारों में बहुतों में, खुल्लमखुल्ला।
हटक मानना मना करने पर किसी काम को न करना, निषेध कर पालन करना। उ0- बंसी धुनि मृदु कान परत ही गुरूजन हटक न मानति। सूर।
हटकर सड़ चल दूर हो (अत्यन्त अवज्ञा)।
हटकि जबरदस्ती, बिना कारण।
हटना-बढ़ना चुपके से भाग जाना, खिसक जाना, इधर-उधर होना।
हठ कर बलात्, जबरदस्ती, किसी का कहना न मानकर। उ0- सुनि हठि चला महा अभिमानी। तुलसी।
हठ करना हठ ठानना।
हठ पकड़ना किसी बात के लिए बड़ जाना, दुरःग्रह करना, आग्रह या जिद करना।
हठ बांधनां हठ पकड़ना।
हठ मांड़ना हठ ठानना। उ0- हठ मांड़ि रही री सजनी। टेरत श्याम सुजान, सूर। हठ करना।
हठ में पड़ना किसी के दृढ़ संकल्प का शिकार होना, हठ करना। उ0- मन हठ परा न माना सिखाना। तुलसी।
हठ रखना किसी के हठ को पूरा करना या मान लेना, जिद पूरी करना। उ0- हठ राखे नहिं राखे प्राना। रामा.।
हठ रोपना हठ मांड़ना।
हड़कंप मचाना आतंक फैलना।
हड़प करना गायब करना, बेईमानी से ले लेना, अनुचित रीति से अधिकार कर लेना।
(पेट में) हड़बड़ाहट पड़ना बहुत घबड़ाना।
हड़बड़ी पड़ना किसी काम के लिए जल्दी होना, घडबड़ाहट होना।
हड़बड़ी में पड़ना ऐसी स्थिति में पड़ना जिसमें काम बहुत जल्दी-जल्दी करना पड़े, उतावली की दशा में होना।
हड़बड़ी सवार होना किसी काम को जल्दी करने की धुन होना।
हड़ा हड़ा करना बोलकर चिड़िया उड़ाना।
हड्डी उखड़ना हड्डियों का जोड़ खुल जाना।
हड्डी का जोड़ खुलना हड्डी उखड़ना।
हड्डियाँ गढ़ना खूब मारना, खूब पीटना।
हड्डी चूसना अशक्त व्यक्ति से जबरदस्ती लेना, काम कराना।
हड्डी पसली तोड़ना खूब मारना, पीटना।
हड्डी बोलना हड्डी टूटना।
हड्डी से हड्डी बजाना लड़ना, लड़ाई-झगड़ा करना।
हड्डियाँ दिखाई पड़ना शरीर बहुत दुबला हो जाना।
हड्डियाँ निकल आना शरीर बहुत दुबला हो जाना।
हत्थे चढ़ना हाथ में आना, अधिकार में आना, प्राप्त होना, वश में आना, प्रभाव के भीतर आना, अनजाने अपने विरोधी के पंजे में आ जाना।
हत्थे लगना हाथ में आना, मिलना।
हत्था टलना झंझट दूर होना।
हत्था पल्ले बांधना झगड़े से सम्बन्ध स्थापित करना।
हत्या मोल लेना हत्या पल्ले बांधना।
हत्या लगना हत्या का पाप लगना, किसी के बध का दोष ऊपर आना।
हत्या लेना पाप का भागी होना।
हत्या सवार होना मुखाकृति आदि से हत्या की प्रवृत्ति प्रकट होना, खून चढ़ना।
हत्या सिर मढ़ना अपराधी ठहराना, लड़ाई-झगड़े का काम सौंपना।
हत्या सिर लगाना अपराधी ठहराना, लड़ाई-झगड़े का काम सौंपना, बखेड़े का काम देना, झंझट लादना।
हथकंडा चलना चालबाजी कारगर होना।
हथकंडा दिखाना हाथ की सफाई का प्रदर्शन करना, चालबाजी की कला दिखाना।
हथकंडा लगना चालबाजी कारगर होना।
हथकड़ी डालना हथकड़ी पहनाना, दोषी करार देना।
हथकड़ी पड़ना अपराधी माना जाना, दोषी ठहराया जाना।
हथियार उठाना मारने के लिए अस्त्र हाथ में लेना, लड़ाई के लिए तैयार होना।
हथियार करना हथियार चलाना।
हथियार डालना लड़ाई बंद करना।
हथियार बांधना अस्त्र-शस्त्र से सज्जित होना।
हथियार लगाना अस्त्र-शस्त्र से सज्जित होना।
हथियार सम्भालना मारने के लिए अस्त्र हाथ में लेना, लड़ाई के लिए तैयार होना।
हथेली का फफोला अत्यन्त सुकुमार वस्तु, बहुत नाजुक चीज, जिसके टूटने का सदा डर हो।
हथली खुजलाना द्रव्य मिलने का आगम सूचित होना, कुछ मिलने का शकुन होना।
हथली देना हाथ का सहारा देना, सहायता करना, मदद करके सम्भालना।
हथेली पर जान रखना जान देने के लिए तैयार रहना।
हथेली पर जान लेकर कोई काम करना जान जोखिम में डालकर कोई काम करना।
हथेली पर जान लेना जान देने के लिए तैयार रहना।
हथेली पर जान होना जान जोखिम में होना।
हथेली पर दही जमाना कोई काम कराने के लिए जल्दी मचाना।
हथेली पर बाल जमना किसी में साहस, शक्ति का आना।
हथेली पर सर रखना जान देने के लिए तैयार रहना।
हथेली पर सर लेना जान देने के लिए तैयार रहना।
हथेली पर सरसों जमाना कोई कठिन काम फुर्ती से करना।
हथेली पीटना ताली बजाना।
हथेली बजाना ताली बजाना।
हथेली में आना हाथ में आना, अधिकार में आना, प्राप्त होना, वश में होना, मिलना।
हथेली में करना अपने अधिकार में करना, ले लेना।
हथेली लगाना हाथ का सहारा देना।
हथेली सा बिल्कुल चौरस या सपाट, समतल।
हथौटी जमना हाथ खूब सध जाना, काम करने का कौशल प्राप्त होना।
हथौटी मंजना हाथ खूब सध जाना, काम करने का कौशल प्राप्त होना।
हथौटी सधना हाथ खूब सध जाना, काम करने का कौशल प्राप्त होना।
हद कर देना अति कर देना, औचित्य की सीमा लांघ जाना।
हद करना अति कर देना, औचित्य की सीमा लांघ जाना।
हद कायम करना सीमा निर्धारित होना।
हद तोड़ना सीमा के बाहर जाना या कुछ करना, सीमा तक का अतिक्रमण करना।
हद बंधना सीमा निर्धारित होना।
हद बांधना सीमा निर्धारित होना।
हद व हिसाब नहीं बहुत ही ज्यादा,अत्यन्त, अपार।
हद से गुजरना मर्यादा का अतिक्रमण करना, अति हो जाना, सीमा के पार हो जाना।
हद से ज्यादा अत्यधिक।
हद से बाहर निर्धारित सीमा के बाहर।
हदीस समझना बिलकुल सच समझना, प्रमाण मानना।
हदे समाअत हो जाना सुनवाई की अवधि बीत जाना, तमादी हो जाना।
(कोई) हदों हिसाब न होना अत्यधिक हो जाना।
हप कर जाना मुंह में डालकर झट से निगल जाना, तुरन्त चट कर जाना, उड़ा जाना।
हप करना मुंह में डालकर झट से निगल जाना, तुरन्त चट कर जाना, उड़ा जाना।
हप्पा देना खिलाना, घूस देना।
हमराह करना साथ में करना, संग में लगाना।
हमराह होना साथ जाना।
हमल गिराना गर्भपात करना।
हमाहमी करना स्वार्थपरायण होना, स्वार्थी होना, अपने अहंकार की तुष्टि के लिए यत्न करना, अपनी बात जबरदस्ती मनवाने का प्रयत्न करना।
हमेव टूटना गर्व चूर्ण होना, शेखी निकल जाना।
हमेशा के लिए सब दिन के लिए
हर एक प्रत्येक, एक एक।
हर किसी प्रत्येक मनुष्य, सर्वसाधारण।
हर कोई प्रत्येक मनुष्य, सर्वसाधारण।
हर दम प्रति क्षण, सदा।
हर बार प्रत्येक अवसर पर।
हर रोज प्रति दिन, नित्य।
हर हाल में प्रत्येक दशा में।
हरकत करना हिलना, चलना, प्रस्थान करना।
हरकत देना जेर, जबर, पेश लगाना।
करताल फेरना किसी बने काम को बिगाड़ देना, नष्ट करना, रद्द करना।
हरताल लगाना किसी बने काम को बिगाड़ देना, नष्ट करना, किया न किया बराबर करना।
हरफ उठाना अक्षर पहचानकर पढ़ लेना।
हरबे हथियार से लैस होना शस्त्र सन्मद्ध हो जाना।
हरा करना आनन्दित, हर्षित, प्रसन्न करना।
हरा दिखाई पड़ना सूख, आशा आदि की व्यर्थ कल्पना, अपने अज्ञान के कारण झूठी आशा बांधना।
हरा बाग व्यर्थ आशा बंधाने वाली बात।
हरा बाग दिखाई पड़ना सूझना, सुख, आशा, आदि की व्यर्थ कल्पना, अपने अज्ञान के कारण झूठी आशा बांधना।
हरा भरा जो सूख या मुरझाया न हो, जो हरे वृक्षों से भरा हो।
हरा सूझना सुख, आशा, आदि की व्यर्थ कल्पना, अपने अज्ञान के कारण झूठी आशा बांधना।
हराई फांदना जुताई या कूंड शुरू करना।
हराम कर देना कठिन, दुःखद बना देना।
(कोई बात) हराम करना किसी बात का करना मुश्किल कर देना, ऐसा करना कि कोई काम आराम से न कर सके।
हराम का जो बेईमानी से प्राप्त हो, जो पाप या अधर्म से कमाया गया हो, मुफ्त का।
हराम का खाना बिना मेहनत किये खाना, मुफ्तखोरी करना।
हराम का जना हरामजादा।
हराम का पिल्ला दोगला, दुष्ट।
हराम का पेट व्यभिचार से रह जाने वाला गर्भ।
हराम का माल अधर्म से कमाया हुआ धन, मुफ्त का माल।
हराम की कमाई अर्धम से कमाया हुआ पैसा।
हराम की मौत मरना आत्मघात करना।
हराम होना कठिन, दुःखद होना, त्याज्य होना, किसी बात का मुश्किल हो जाना।
हरियाली सूझना चारों ओर आनन्द ही आनन्द दिखाई पड़ना, मौज की बातों की ओर ही ध्यान रहना, आनन्द में मग्न रहना, कठिन अवसर में भी उमंग, प्रसन्नता दूर की असम्भव बातें सूझना।
हर्फ आना दोष लगना।
हर्फ उठाना अक्षर पहचान कर पढ़ लेना।
हर्फ पकड़ना गलती पकड़ना, टोकना।
हर्फ बनाना सुन्दर अक्षर लिखना, अक्षर लिखने का अभ्यास करना, किसी दस्तावेज में जाल के लिए फेरफार करना।
हर्फ बैठाना छापे के अक्षर क्रम में रखना, टाइप जमाना।
हर्फ लाना दोष देना, लांछित करना।
हल करना सुलझाना, घोटना, पीसकर मिलाना, सवाल का जवाब निकालना, पहेली बुझाना।
हल जोतना खेत में हल चलाना, खेती करना, गंवारों का सा काम करना।
हलक़ के नीचे उतरना पेट में जाना (किसी बात का) मन में बैठना।
हलक़ पर छुरी फेरना भारी अहित, अन्याय करना, गला काटना।
हलक़ में उंगली देकर (माल) निकालना बड़ी छान-बीन और कड़ाई के साथ किसी हजम की हुई वस्तु को प्राप्त करना।
हलक़ से उतरना गले से उतरना, मन में बैठना।
हलका करना अपमानित करना, तुच्छ ठहराना, लोगों की दृष्टि में कम करना।
हलका पड़ना एक वस्तु, व्यक्ति का दूसरी वस्तु, व्यक्ति की समानता में नीचा, कमजोर, अनुपयुक्त आदि होना।
हलका पहरा अच्छा पहरा।
हलका बनना अप्रतिष्ठिती बनना, ओछा समझा जाना।
हलका भारी बोलना खोटे वचन कहना, खरी खोटी सुनाना, बुरे शब्द मुंह से निकालना।
हलका भारी होना ऊबना, भार अनुभव करना, बोझ से समझना, अपने को तुच्छ बनाना।
हलका सोना हलका सुनहरा रंग।
हलका होना अप्रतिष्ठित होना, ओछा समझा जाना।
हलकी बात ओछी या तुच्छ बात, बुरी बात।
हलके हलके धीरे धीरे, मंद गति से, आहिस्ता आहिस्ता।
हलके होना आछा या तुच्छ समझा जाना, प्रतिष्ठा खोना, बुरा समझा जाना।
हलचल ठडालना उथल-पुथल मचाना, अराजकता, अवयवस्था उत्पन्न करना।
हलचल पड़ना उपद्रव, अराजकता का होना।
हलचल मचना उपद्रव, अराजकता का होना।
हलचल मचाना उथल-पुथल मचाना, अराजकता, अवयवस्था उत्पन्न करना।
हलदी उठना विवाह के पूर्व दूल्हे और दुलहन के शरीर में हलदी और तेल लगाने की रस्म होना।
हलदी का हाथ होना विवाह होना।
हलदी चढ़ना विवाह के पूर्व दूल्हे और दुलहन के शरीर में हलदी और तेल लगने की रस्म होना।
हलदी लगना विवाह होना।
हलदी लगाकर बैठना कोई काम धाम न करना, घमंड में फूला रहना, अपने को बहुत लगाना।
हलदी लगे न फिटकरी बिना कुछ खर्च या परिश्रम किये हुए, मुफ्त में।
हलक उठवाना शपथ खिलाना, शपथ खाने को कहना।
हलफ उठाना शपथपूर्वक कहना, ईश्वर को साक्षी देकर कहना।
हलफ देना शपथ खिलाना, शपथ खाने को कहना।
हलफ लेना शपथपूर्वक कहना, ईश्वर को साक्षी देकर कहना।
हलफा चलना बहुत तेज सांस चलना।
हलफा मारना लहर लेना, लहराना, ऊँची-ऊँची तरंगों का पछाड़ा खाना।
हलवा निकल जाना कचूमर निकल जाना, गति बन जाना।
हलवा निकाल देना बहुत पीटना, खूब मारना, पीटकर गत बना देना।
(अपने) हलवा मांडे से काम केवल स्वार्थ साधन से ही प्रयोजन, अपने लाभ ही से मतलब।
हलाक करना मार डालना, वध करना।
हलाक होना मरना, तबाह होना।
हलाल करके खाना मेहनत करके, बदले में पूरा काम करके खाना।
हलाल करना ईमानदारी के साथ व्यवहार करना, बदले में पूरा करना, जबह करना, मार डालना, स्वकर्तव्य का पालन करना।
हलाल का ईमानदारी से पाया हुआ।
हल्ला बोलना ललकारकर धावा करना।
हल्ला मचना शोर होना।
हल्ला मचाना शोर करना।
हलीसा तानना डांड़ चलाना।
हवस उड़ा देना लालसा, इच्छा छोड़ देना।
हवस निकलना हौसला पूरा होना।
हवस निकालना हौसला पूरा करना।
हवस पकाना व्यर्थ कामना करना, केवल मन में ही किसी कामना की पूर्ति का अनुमान किया करना, मनमोदक खाना।
हवस पूरी करना इच्छा पूर्ण करना।
हवस पूरी होना इच्छा पूर्ण होना।
हवस बुझना उमंग शांत होना।
हवा उखड़ना नाम न रह जाना, प्रसिद्धि न रह जाना, बाजार में साख न रह जाना।
हवा उड़ना खबर फैलना, बात फैलना या प्रसिद्धि होना, अफवाह फैलना।
हवा उड़ाना अधोवायु छोड़ना, अफवाह फैलाना, झूठी बात का प्रचार करना, किवदन्ती उड़ाना।
हवा करना पंखा झलना, गायब करना, उड़ा देना।
हवा का कारखाना साख पर चलने वाला काम।
हवा का गुज़र न होना किसी की रसाई न होना।
हवा का रूख जानना परिस्थिति समझना।
हवा का रूख देना जमाने का हाल समझकर काम करना।
हवा का रूख बताना परिस्थिति का आभास पहले ही दे देना, परिस्थिति का ज्ञान कराना।
हवा के घोड़े पर आना बहुत तेज आना।
हवा के घोड़े पर सवार होना बहुत उतावली में, बहुत जल्दी में, किसी प्रकार के नशे या गहरी उमंग में।
हवा के बबूले फोड़ना ख्याली पुलाव पकाना।
हवा के मुँह पर जाना जाने के मुताबिक चलना।
हवा के रूख जाना समय के अनुसार चलना।
हवा खाना शुद्ध वायु का सेवन करना, टलहना, प्रयोजन सिद्धि तक न पहुंचना, अकृतकार्य होना, वंचित होना, कही जाना, असफल रहना।
(कहीं की) हवा खिलाना कहीं भेजना।
हवा खिलाना किसी को असफल बनाना, बहकाना, चकमा देना।
हवा गरम होना हवा में गरमी होना, गरमबाजारी होना।
हवा गांठ में बांधना असम्भव बात के लिए प्रयत्न करना, अनहोनी बात के पीछे हैरान होना।
हवा गिरना हवा थमना, तेज हवा का मंद हो जाना।
हवा छोड़ना अपानवायु छोड़ना।
हवा देखना जमाने की हालत समझना।
हवा देना मुंह से हवा छोड़कर दहकाना। फूंकना, बाहर हवा में रखना, झगड़ा बढ़ाना, हवा करना, कबूतरों को उड़ाना।
हवा पकड़ना पाल में हवा भरना, पाल का हवा ग्रहण करना।
हवा पर गिरह लगाना चालाकी करना।
हवा पलटना हवा का रूख बदलना, दशांतर होना, कोई नयी स्थिति या अवस्था होना, हालत बदलना।
हवा पीकर रहना निराहार रहना (व्यंग्य)।
हवा पीटना व्यर्थ ही काई काम करना, ऐसा कोई काम करना जिसका कोई परिणाम न हो।
हवा फांककर रहना निराहार रहना (व्यंग्य)।
हवा फिरना हवा का रूख बदलना, दशान्तर होना, कोई नयी स्थिति या अवस्था होना, हालत बदलना।
हवा फेंकना किसी वस्तु से तेजी के साथ हवा का बाहर निकलना।
हवा बंदी करना छोटी बातें मशहूर करना, ख्याली पुलाव पकाना।
हवा बंधना अच्छा नाम हो जाना, लोगों के बीच प्रसिद्धि हो जाना, कीर्ति या यश फैलना, बाजार में साख होना, हवा का रूक जाना।
हवा बताना किसी वस्तु से वंचित रखना, टाल देना, किसी के मनोरंजन या उद्देश्य की सिद्धि में बाधक होकर उसे दूर हटाना।
हवा बदलना दूसरी ओर की हवा चलने लगना, दशांतर होना, कोई नयी स्थिति या अवस्था होना, हालत बदलना।
हवा बंाधकर जाना हवा की उलटी और नाव खेना।
हवा बांधना लम्बी चौड़ी बातें कहना, बढ़ बढ़कर बोलना, शेखी हांकना, नाम करना, धाक जमाना, डींग मारना।
हवा बिगड़ना रीति या चाल बिगड़ना, बुरे विचार फैलना, सारी परिस्थिति खराब होना, पही की सही मर्यादा या धाक न रह जाना, वायु मंडल का दूषित होना, संक्रामक रोग फैलना।
हवा भर जाना सिर फिरना, उन्माद होना, बुद्धि ठीक न रहना, खुशी या घमंड से फूल जाना।
हवा मुट्ठी में बांधना असम्भव काम के लिए प्रयत्न करना।
(किसी की) हवा लगना हवा का झोका बदन पर पड़ना, वायु का स्पर्श होना, वात रोग से ग्रस्त होना, उन्माद होना, बुद्धि ठीक न रहना, संगत का प्रभाव पड़ना, किसी स्थान से विशेष प्रेम होना।
हवा सा बिलकुल महीन या हलका।
हवा से बातें करना बहुत तेज दौड़ना या चलना, आप ही आप या व्यर्थ बहुत बोलना।
हवा से लड़ना किसी के अकारण लड़ना, झगड़ा करने के लिए अवसर ढूंढना।
हवा हो जाना झटपट चल देना, बहुत तेजी से भागना, न रह जाना, अभाव हो जाना।
(चेहरे, मुंह पर) हवाईयां उठना चेहरे का रंग फीका पड़ जाना, आकृति से भय, लज्जा या उदासी प्रकट होना, मुख का विवर्ण होना।
हवाई उड़ना अफवाह फैलना, मुंह फक होना।
हवाई उड़ाना अफवाह फैलाना।
हवाई किला बनाना ऐसे मनसूने गांठना जो कभी सम्भव न हो, ख्याली पुलाव पकाना।
हवाई गुम होना अक्ल गायब होना, सिटपिटाना।
हवाई छोड़ना आतिशबाजी छोड़ना।
हवाई होना चेहरे का रंग उड़ जाना।
हवाला देना पता, निशान देना, प्रमाण के लिए (पुस्तक, पृष्ठ आदि का) उल्लेख करना।
हवालात करना पहरे के भीतर बंद करना।
(किसी के) हवाले करना कब्जे में देना किसी के सुपुर्द करना, सौंपना।
हवाले पड़ना वश में आ जाना, हाथ में आ जाना, चंगुल में आना। उ0- अब हवै कहा अरविंद सो आनन इंदु के आय हवाले परयो। पद्माकर।
हवास उड़ना होश ठिकाने न रहना।
हवास गुम होना होश ठिकाने न रहना, भय आदि से स्तविध होना, ठक रह जाना, कर्तव्य न सूझना।
हत्र के वादे पर देना ऐसे आदमी को ऋण देना जिससे कभी वसूल होने की आशा न हो।
हत्र ढाना आफत बचाना।
हत्र बरपा करना ऊधम, उपद्रव मचाना।
हत्र बरपा होना कोलाहल होना, उपद्रव मचना।
हत्र में उठना मुसलमानों के विश्वासानुसार कयामत के दिन मुर्दा का जिंदा होकर उठ बैठना।
हसरत करना इच्छा करना, चाहना।
हसरत टपकना इच्छा करना, चाहना।
हसरत निकलना ललसा पूरी होना।
हसरत निकालना अरमान निकालना।
हसरत बरसना विषानद की व्यंजना होना, नैराश्य प्रकट होना।
हसरत बाकी रहना लालसा रह जाना, अरमान पूरा होना।
हस्ती खोना नष्ट होना (किसी के) नामोनिशान का न रहना।
हस्ती मिटना नाश होना, बरबाद होना।
हस्ती मिटाना नष्ट, बरबाद करना।
हस्ती होना जीवित, विद्यमान रहना, महल का होना।
हस्र होना अवलम्बित होना।
हहरकर मिलना अत्यन्त प्रसन्नता तथा उत्सुकतापूर्वक किसी से मिलना।
हाहा खाना बहुत गिड़गिड़ाना, बहुत विनती करना।
हां करना स्वीकार होना, सहमत होना, ठीक मान लेना।
हां जी हां जी करना खुशामद करना, चापलूसी करना, किसी की अनुचित बात भी ठीक मान लेना या बतलाना। उ0- सांकरी गली में प्यारी हां कारी न नाकरी।
हां न करना इधर उधर की बात कहकर जल्दी स्वीकार न करना, न मानना।
हां में हां मिलाना बिना विचार किये बात का समर्थन करना, प्रसन्न करने के लिए किसी के मन की बात कहना, खुशामद करना, चापलूसी करना।
हां हां करना स्वीकार सूचक शब्द कहना, मान लेना।
हांक देना जोर से पुकारना, सम्बोधित करना।
हांक मारना जोर से पुकारना, सम्बोधित करना।
हांक पुकारकर कहना डंके की चोट कहना (सबके सामने निर्भय और निःसंकोच कहना, सबको सुनाकर कहना। उ0- सुनि हांक हनुमान की। स्फुट0।
हांक लगाना जोर से पुकारना, सम्बोधित करना।
हांगा करना किसी के विरूद्ध बल प्रयोग करना।
हांगा छूटना बल काम न करना, साहस छूटना, हिम्मत न रहना।
हांमी भरना हामी भरना, स्वीकार करना, अंगीकार करना। उ0- पुलक, प्रसंद हू निवारि डारी, रोकि रसना हू त्यो भरी ना कछू हांगी री। ऐते पै रहयो न प्रान मोहन लटू पै मटू, टूक टूक हवै के जौ छटूक भई आंगरी। पद्माकर। कोई बात विशेषतः स्वीकृत सूचक कहना।
हांड़ी उबलना पकती हुई चीज का उबलना, खुशी से फूलना, इतराना।
हांड़ी चढ़ाना कोई चीज पकाने के लिए हांड़ी का आग पर रक्खा जाना। उ0- हांड़ी कांठ की चढ़े न दूजी बार।
हांड़ी पकना हांड़ी में पकाई जाने वाली चीज का पकना, बकवाद होना, भीतर ही भीतर कोई युक्ति खड़ी होना, कोई षडयंत्र रचा जाना, गप लड़ना।
(किसी के नाम पर) हांड़ी फोड़ना किसी अप्रिय व्यक्ति के चले जाने पर प्रसन्नता प्रकट करना।
हांफा छूटना कड़ा शारीरिक श्रम करने पर तुरन्त हांफने लगना।
हाजत में देना पहरे के भीतर देना, हवालात में डालना।
हाजत में रखना हवालात में डालना, पहरे के भीतर रखना।
हाजत रफ़ा करना हाजत पूरी करना, पाखाने जाना।
हाज़मा खराब होना पाचन शक्ति का ठीक तरह से काम न करना।
हाज़मा बिगड़ना अन्न न पचना।
हाजिर आना उपस्थित होना।
हाजिर में हुज्जत नहीं जो कुछ मौजूद है, बिना हीला-हुज्जत के हाजिर है।
हाज़िरी देना हाजिर होना, उपस्थित की सूचना देना।
हाज़िरी बजाना किसी बड़े आदमी के पास बराबर रहना, दरबारदारी करना।
हाज़िरी लेना नाम पुकाररकर छात्रों आदि की उपस्थिति मालूम करना, लिखना।
हाट करना दुकान लगाकर बैठना, सोदा लेने के लिए बाजार जाना।
हाट खोलना दुकान रखना, दुकान लगाना।
हाट चढ़ना बाजार में बिकने के लिए आना। उ0- पंडित होइ सो हाट नप चढ़ा। जायसी।
हाट बाजार करना सौदा लेने के लिए बाजोर जाना।
हाट लगना दुकान या बाजार में बिक्री की चीजें रक्खी जाना।
हातिम की कबर पर लात मारना बहुत अधिक उदारता या परोपकार करना। (व्यंग्य)।
हाथ आंखों से लगाना बहुत आदर सम्मान करना।
हाथ आगे करना किसी वस्तु को लेने या देने के लिए हाथ आगे बढ़ाना।
हाथ आजमाना किसी काम के करने में अपनी कारीगरी, शक्ति आदि की आजमाइश करना।
हाथ आना अधिकार या वश में आना, मिलना, प्राप्त होना, लाभ होना।
हाथ जोड़ना हाथ फैलाना, मांगना।
हाथ उठा-उठाकर कोसना शाप देना, किसी के अनिष्ट की ओर हाथ उठाकर आशीर्वाद देना।
हाथ उठाकर देना अपनी खुशी से देना, दान देना।
हाथ उठा बैठना किसी को मार बैठना, असहयोग कर देना, किसी काम में सहातया देना बंद करना।
हाथ उठा लेना किसी को मार बैठना, असहयोग कर देना, किसी काम में सहातया देना बंद करना।
(किसी को, पर) हाथ उठाना प्रणाम करना, किसी को मारने के लिए घूसा तानना, मारना।
हाथ उतरना हाथ की हड्डी उखड़ जाना।
हाथ ऊंचा करना खर्चीला होना, किसी के लिए दुवा करना, किसी को आशीर्वाद देना।
हाथ ऊंचा रहना खर्चीला होना, देने के काबिल होना।
हाथ ऊंचा होना दान देने में प्रवृत्त होना, देने लायक होना, खर्च करने के योग्य होना, सम्पन्न होना, खर्चीला होना।
हाथ ओछा पड़ना हाथ की पूरी ताकत से वार न होना।
हाथ ओट लेना दोनों हाथ इकट्ठे फैलाकर किसी चीज को लेना।
हाथ कंगन को आरसी क्या प्रत्यक्ष बात के लिए प्रमाण की क्या आवश्यकता है।
हाथ कट जाना विवश हो जाना, कुछ करने योग्य न रह जाना, साधन या सहायक का अभाव हो जाना, प्रतिज्ञा आदि से बद्ध हो जाना।
हाथ कटा देना अने को कुछ करने योग्य न रहना, साधन या सहायक खो देना, अपने को प्रतिज्ञा आदि से बद्ध कर देना, बंध जाना।
हाथ कटा लेना विवश हो जाना, बेकाबू हो जाना, किसी को किसी काम के लिए वचन देकर बंध जाना।
हाथ कटाना विवश हो जाना, बेकाबू हो जाना, किसी को किसी काम के लिए वचन देकर बंध जाना।
हाथ करना हाथ चलाना, प्रहार करना, ताश आदि के खेल में बाजी जीतना।
हाथ कलम करना पूरा हाथ काटना।
हाथ कलम होना पूरा हाथ काटना।
हाथ का खिलौना आमोद-प्रमोद की वस्तु, वह व्यक्ति जिससे मन बहले, प्रिय व्यक्ति।
हाथ का झूठा अविश्सनीय, धोखेबाज।
हाथ का दिया दान दिया हुआ, प्रदत्त, दान।
हाथ का मैल बाबर हाथ में आता जाता रहने वाला, साधारण वस्तु, तुच्छ वस्तु।
हाथ का सच्चा ईमानदार, अचूकवार करने वाला।
हाथ काट देना विवश कर देना, बेकाबू कर देना।
हाथ कटना सहारा या साधन छीन लेना।
हाथ कानों पर रखना (हाथ से कानों को छूकर) पनाह मांगना, किसी काम केो न करना, किसी काम के कर देने से इनकार कर देना। किसी काम के करने में अपने को बिलकुल अयोग्य दिखलाना)।
हाथ की चिट्ठी किसी की लिखी हुई चिट्ठी का पुर्जा, हस्तलेख।
हाथ की मैल तुच्छ वस्तु।
हाथ की लकीर हस्तरेखा, भाग्य।
हाथ की सफाई हाथ के उद्योग, बाजीगरी आदि में हाथ की कारीगरी, लड़ाी में वार करने का अच्छा अभ्यास।
हाथ के नीेचे आना काबू में आना, वश में आना, ऐसी स्थिति में पड़ना कि जो बात चाहे कराई जा सके।
हाथ के हाथ तुरन्त, उसी समय।
हाथ को हाथ्र नज़र न आना अंधकार होना।
हाथ खाना वार की चपेट में आना, वार खाना।
हाथ खाली जाना जुए आदि में दांव कान आना, वार चूकना, प्रहार न बैठना, युक्ति साफ न होना, चाल चूक जाना।
हाथ खाली न होना काम में फंसा रहना, फुरसत न होना।
हाथ खाली होना पास में कुछ द्रव्य न रह जाना, रूपया पैसा न रहना।
हाथ खिंचना देना बंद होना।
हाथ खींचना किसी काम से अलग हो जाना, योग न देना, खर्च देना बंद कर देना, द्रव्य देना बंद कर देना, काम करते करते थक जाना।
हाथ खुलजाना मारने को जी मरना, मिलने का आगम होना, प्राप्ति के लक्षण दिखाई पड़ना।
हाथ खुलना दान में प्रवृत्ति होना, खर्च करना, हाथ का चलना, हाथ का काम देने लगना, हथकुट होना।
हाथ खोलना खूब दान देना, खैरात करना, खूब खर्च करना, आजादी देना, तंगी न रहने देनपा।
हाथ गरमाना किसी प्रकार की आर्थिक प्राप्त होना, किसी घूस को घूस आदि देना, हाथ में रूपया आना, हाथ में रूपया देना, कुछ इनाम देना।
हाथ गलना हाथ ठिठुरना, अत्यन्त शीत से हाथ का सुन्न पड़ जाना।
हाथ गले में डालना समवयस्क के प्रति प्रेम प्रकट करना, छोटे को प्यार करना।
हाथ घिस जाना बहुत ही परिश्रम से कोई (हाथ का) काम बहुत देर तक करना।
हाथ चढ़ना वश में होना, अधिकार में होना, लाभ होना।
हाथ मकाना औरतों की तरह हाथ उठा, हिलाकर बातें करना, औरतों का हाथ की उंगलियां टेढ़ी कर हाथ हिलाना, तलवार को म्यान से निकालकर हिलाना।
हाथ चलना किसी के द्वारा काम का अच्छी तरह किया जाना, मारने के लिए हाथ उठाना, किसी का मारने पीटने का स्वभाव होना, कार्य निर्वाह में समर्थ होनाप।
हाथ चला फुरती से दूसरे की चीज उड़ा लेने वाला, दूसरे की वस्तु लेने में हाथ की सफाई दिखाने वाला, किसी काम में हाथ की सफाई दिखाने वाला।
हाथ चलाना किसी काम को भली भांति करना, मारना, किसी वस्तु को छूनपे या लेने के लिए हाथ बढ़ाना, मारने के लिए हाथ उठाना।
हाथ चाटना सब खा जाना, सब खाकर भी तृप्त न होना।
हाथ चूमना किसी की कला-निपुणता पर मुग्ध होकर उसके हाथों को प्यार करना, किसी की कारीगरी पर इतना प्रसन्न होना कि उसके हाथों को प्रेम की दृष्टि से देखना।
हाथ छूटा होना बेधड़क मारने की आदत होना।
हाथ छूटना मारने के लिए हाथ उठाना, मारने के लिए प्रवृत्ति होना, वैवाहिक सम्बन्ध का विच्छिन्न होना।
हाथ छोड़ना मारना, प्रहार करना, वैवाहिक सम्बन्ध भंग करना।
हाथ जड़ना थप्पड़ मारना, प्रहार करना।
हाथ जमना अभ्यास होना, किसी पर ठीक और भरपूर थप्पड़ या वार पड़ना, खाली न जाना, किसी व्यक्ति का किसी हस्तकौशल में निपुण, प्रवीण होना।
हाथ जमाना तमाचा लगाना, थप्पड़ मारना, प्रहार करना, किसी हस्तकौशल हाथ की अभ्यस्त, निपुण करना, किसी हस्तकौशल में कुशल होना।
हाथ जाना हाथ का किसी स्थान पर पहुंचना।
हाथ जूठा करना थोड़ा सा खाना।
हाथ जूठा होना हाथ में खाने पीने की चीज लगी रहना, हाथ का मुंह में पड़ जाना।
हाथ जोड़ देना हार मान लेना, क्षमा मांग लेना।
हाथ जोड़ना प्रणाम करना, कृपा के लिए अनुनय-विनय करना, प्रार्थना करना, संसर्ग या सम्बन्ध न रखना, पीछा छुड़ाना, सम्बन्ध विच्छेद करना (व्यंग्य)।
हाथ झाड़ देना खाली हाथ को जाना, कह देना कि मेरे पास कुछ नहीं है।
हाथ झाड़कर खड़ हो जाना खाली हाथ दिखा देना, पास में एक पैसा न होने की बात करना।
हाथ झाड़कर जाना जुए आदि में रूपया पैसा हारकर खाली हाथ जाना।
हाथ झाड़ना पटाका मारना, लड़ाई में खूब शस्त्र चलाना, वार करना, प्रहार करना, खाली हाथ दिख देना, पास में एक पैसा न रहने की बात करना।
हाथ फुलाते आना कुछ भी लेकर न आना, खाली हाथ बै लोटना।
हाथ फूठा होना हाथ सुन्न होना, हाथ का काम करने के योग्य न रहना, वार खाली जाना।
हाथ फूठा पड़ना हाथ सुन्न होना, हाथ का काम करने के योग्य न रहना, वार खाली जाना।
हाथ फूल जाना हाथ टूट जाना, हाथ का इस तरह टूट जाना कि वह फूलने लगे।
हाथ टेकना प्रायः शारीरिक (हाथ का) सहारा, सहायता, अवलम्ब देना।
हाथ डालना किसी काम में हाथ लगाना, योग देना, दखल देना, हस्तक्षेप करना, स्त्री को हाथ लगाना, लूटना, माल मारना, कोई काम आरम्भ करना।
हाथ डोलाये जाना बराबर खाते जाना।
हाथ तंग होना खर्च करने के लिए रूपया पैसा न रहना, पल्ले पैसा न होना, धनहीन होना।
हाथ तकना दूसरे के देने के आसरे रहना, दूसरे के आश्रित रहना।
हाथ तले आना काबू में आना, वश में आना, ऐसी स्थिति में पड़ना कि जो बात चाहे कराई जा सके।
हाथ तैयार होना कला आदि के हाथ का बहुत अभ्यस्त और कुशल होना, हाथ मंज जाना।
हाथ थिरकाना नाचने या बोलने में हाथ मटकाना या हिलाना।
हाथ दिखाना हस्त रेखा पर विचार कराना, वैद्य की नाड़ी दिखाना।
हाथ दिलाना नज़र झड़वाना।
हाथ देखना नाड़ी देखना, सामुद्रिक का विचार करना।
हाथ देना सहारा देना, बाजी लगाना, गुप्त रूप से सौदा से करना, दीया बुझाना, भूत-प्रेत की बाधा का विचार करना, रोकना, मना करना, रोकने के लिए इशारा करना, जुआ आदि खेल में बाजी हारना, मारना-पीटना।
हाथ धरना कोई काम करने से रोकना, किसी को सहारा देना, प्राणिग्रहण करना, आशीर्वाद देना।
हाथ धो बैठना खो देना, गवां देना, वंचित रहना, प्राप्ति की सम्भावना न रहना।
हाथ धोकर पीछे पड़नपा किसी काम में जी जान से लग जाना, सब कुछ छोड़कर प्रवृत्त हो जाना, किसी को हानि पहुंचाने में सब काम धंधा छोड़कर लग जाना।
(किसी बात, वस्तु से) हाथ धोना खो देना, गवां देना, वंचित रहना, प्राप्ति की सम्भावना न रखना, नष्ट करना।
हाथ धो बैठना खो देना, गवां देना, वंचित रहना, प्राप्ति की सम्भावना न रहना।
(पुट्ठे पर) हाथ न धरने देना बहुत तेजी दिखाना, हााि धरते ही उछलने, कुदने या दौड़ने लगना (घोड़े आदि के लिए) जरा भी बातों मंे न आना, थोड़ी सी भी बात मानने के लिए तैयार न होना, दृढ़ रहना।
(पुट्ठे पर) हाथ न रखने देना बहुत तेजी दिखाना, हााि धरते ही उछलने, कुदने या दौड़ने लगना (घोड़े आदि के लिए) जरा भी बातों मंे न आना, थोड़ी सी भी बात मानने के लिए तैयार न होना, दृढ़ रहना।
हाथ नचाना नाचने या बोलने में हाथ मटकाना या हिलाना।
हाथ पकड़ना कोई काम करने से रोकना, सहारा देना, आश्रय देना, रक्षक होना, पाणिग्रहण करना।
हाथ पकड़ते पहुंचा पकड़ना थोड़ी सी रियायत पा जाने से ही बहुत हिलमिल जाना, थोड़ा सा सहारा मिल जाने पर अधिक प्राप्ति का अवसर ढूंढना।
हाथ पकड़े की लाज करना किसी को वचन या आश्रय देकर उसका निर्वाह करना।
हाथ पकड़े की लाज रखना किसी को वचन या आश्रय देकर उसका निर्वाह करना।
हाथ पड़ जाना बिना परिश्रम, प्रयत्न के, यो ही किसी वस्तु का मिल जाना, चोरी हो जाना।
हाथ पड़ना हाथ लगना, हाथ छू जाना, छापा पड़ना, डाका पड़ना, लूट होना, किसी के अधिकार या वश में जाना, किसी के पल्ले पड़ना। उ0- छांडहु पाखंड मानहु बात नाहिं तो परिहौ जम के हाथ। कबीर।
हाथ पत्थर तले दबना कठिनाई में फंसना, संकट या कठिनाई में पड़ना, कुछ कर घर न सकना, कुछ करने की शक्ति या अवकाश न रहना, लाचार होना, विवश होना, असहाय हो जाना।
हाथ पैर की मैल बराबर हाथ में आता जाता रहने वाला, साधारण वस्तु, तुच्छ वस्तु।
हाथ पर गंगाजली रखना किसी को गंगा की शपथ खिलाना, कसम खिलाना।
हाथ पर तोता पालना अपने हाथ के घाव, फोड़े, फंुसी को इच्छा न होने देना, अपने हाथ को जख्मी करना।
हाथ पर धरा रहना किसी वस्तु का किसी के लेने के लिए हाथ पर होना, तैयार रहना।
हाथ पर धरा हुआ रहना किसी वस्तु का हर वक्त पास या तैयार रहना।
हाथ पर नाग खेलाना अपनी जान जोखिम में डालना, प्राण संकट में डालना।
हाथ पर हाथ धरकर बैठ जाना निराश हो जाना।
हाथ पर हाथ धरे बैठे रहना खाली हाथ बैठे रहना, कुछ काम धंधा न करना, निरूपम होना।
हाथ का हाथ मारना प्रतिज्ञा करना, किसी बात को दृढ़ करना, किसी बात को पक्का करना, बाजी लगाना।
हाथ पसारना कुछ मांगना, याचना करना, भिक्षा मांगना।
हाथ पसारे जाना इस संसार से खाली हाथ चले जाना।
हाथ पांव कहने में होना हाथ-पांव का काम करना, हाथ पैर का काबू में रहना।
हाथ पांव का जवाब देना बीमारी या वृद्धावस्था के कारण हाथ-पांव का काम न कर सकना।
हाथ पांव चलना काम धंधे के लिए सामर्थ्य होना, कार्य करने की योग्यता होना, उद्योगी होना।
हाथ पांव चलाना उद्योग करना, कर्मशील होना।
हाथ पांव जोड़ना गिड़गिड़ाना।
हाथ पांव झूठे पड़ जाना हाथ-पांव का बेकाम हो जाना, काम करने के योग्य न रह जाना।
,हाथ पांव टूटना अंग-भंग होना, शरीर में पीड़ा होना।
हाथ पांव ठंढे़ होना मरणासन्न होना, भय या आशंका से स्तब्ध हो जाना, ठक हो जाना, मृत्यु होना, काठ मार जाना।
हाथ पांव तैयार होना व्यायाम द्वारा हाथ पांव का शरीर का पुष्ट होना।
हाथ पांव तोड़ना अंग भंग करना, हाथ पांव थर्राना, डर के मारे कंपकपी होना।
हाथ पांव घुनना हाथ पैर में सनसनाइट होना।
हाथ पांव निकालना शरीर हृष्ट पुष्ट होना, मोटा ताजा होना, सीमा का अतिक्रमण करना, नटखटी करना, छेड़छाड़ करना, अधिकार से अधिक चाहना।
हाथ पांव पटकना छटपटाना, तड़फड़ाना।
हाथ पांव पीटना व्यर्थ प्रयत्न करना।
हाथ पांव फूलना विपत्ति से घबड़ा जाना।
हाथ पांव फैलाना उन्नति करना, कार्यक्षेत्र बढ़ाना।
हाथ पांव बचाना किसी कष्ट, खतरे आदि से शरीर की रक्षा करना।
हाथ पांव मारना तैरने में हाथ-पैर हिलाना, चलाना, खूब कोशिश करना, कष्ट सहते हुए भी प्रयत्न करना, खूब काम करना, पीड़ा, शोक आदि से तड़फड़ाना, छटपटाना।
हाथ पांव रह जाना हाथ-पांव का काम न करना, हाथ-पांव का बेकार हो जाना।
हाथ पांव संभालना हाथ-पांव को वश में करना, रोकना।
हाथ पांव सीधे करना सीधा लेटकर हाथ पांव को आराम देना।
हाथ पांव से छूटना अच्छी तरह बच्चा पैदा होना, सहज में कुशलपूर्वक प्रसव होना।
हाथ पांव हारना साहस छोड़ना, हिम्मत हारना, निराश होना।
हाथ पांव हिलाना तैरने में हाथ-पैर हिलाना, चलाना, खूब कोशिश करना, कष्ट सहते हुए भी प्रयत्न करना, खूक काम करना, पीड़ा, शोक आदि से तड़फड़ाना, छटपटाना।
हाथ पीछे करना विवाह करना।
हाथ पीले पड़ना किसी प्रकार विवाह कर देना, विवाह करना।
हाथ फेंकना हाथ चलाना, वार करना, हथियार चलाना, जुए आदि के खेल में अपनी पारी पर कौड़ी, पास आदि फेंकना।
हाथ फेर लेना किसी वस्तु को चुरा, उड़ा लेना।
हाथ फेरना प्यार करना, स्पर्श करना।
हाथ फैलाना कुछ मांगना, याचना करना।
(किसी काम में) हाथ बंटाना सहयोग देना, सम्मिलित होना, सहायता करना।
हाथ बंद होना खर्च करने के लिए रूपया पैसा न रहना, निर्धन होना।
हाथ बचाना आक्रमण रोकना, वार बचाना।
हाथ बढ़ाना हाथ फैलाना, हद से बाहर जाना, अतिक्रमण करना, अपने अधिकार, अपनी सीमा से अधिक मांगना, जाना।
हाथ बांधे खड़ा रहना सेवा में बराबर उपस्थित रहना, हाथ जोड़े खड़ा रहना।
हाथ बांधे रहना सेवा में बराबर उपस्थित रहना, हाथ जोड़े खड़ा रहना।
(किसी के) हाथ बिकाना किसी को मोल दिया जाना, किसी का क्रीत दासहोना, किसी के बिलकुल अधीन होना, विवश हो, किसी के कहने के अनुसार काम करना।
हाथ बेचना किसी को मूल्य लेकर कुछ देना।
हाथ बैठना अभ्यास होना, किसी पर ठीक और भरपूर वार या थप्पड़ पड़ना, वार खाली न जाना।
हाथ भर आना काम करते करते हाथ थक जाना।
हाथ भर का कलेजा होना बहुत खुशी होना, आनन्द से फूलना, उत्साह होना, साहस बंधना।
हाथ भर की जवान होना कटुभाषी होना, खाद्य पदार्थो का लालची होना।
हाथ भरना हाथ में रंग या महावर लगाना, हाथ थकाना, काम मकरते करते हाथ की नाड़ियों में रक्त अधिक मात्रा में भर जाना।
हाथ मेजना किसी के द्वारा कोई चीज भेजना।
हाथ मंजना अभ्यास होना
हाथ मरोड़ना हाथ मलना, पछताना। उ0- (क) अब पछताब दरब जस जोरी, करहु स्वर्ग पर हाथ मरोरी। जायसी। (ख) पुरूष पुरातन छाड़ि कर चली आन के साथ। लोभी संगत बीछुड़ी खड़ी मोरइ हाथ। दादू।
हाथ मलना पछताना। उ0- बार बार करतल महं मलि कै, निज कर पीठ रदन सो दलि कै। गोपाल पश्चाताप करना, निराश और दुखी होना, क्रोध प्रकट करना। उ0- चलो सुकर्मा वीर भलो अंबर तन धारे। मलो करहि मरि क्रोध हलोरनप नद बहु बारे। गोपाल।
हाथ मांजना अभ्यास करना।
हाथ मारकर मागना दौड़ने और पकड़ने का खेल खेलना।
हाथ मारना बात पक्की करना, दृढ़ प्रतिज्ञा करना, बाबी लगाना, उड़ा लेना, गायब कर लेना, बेईमानी से ले लेना, खूब खाना, बड़े-बड़े कौर मुंह में डालना, दांव जीतना, कुशलतापूर्वक किसी पर हथियार का वार करना।
हाथ मिलाना भेंट होने पर प्रेमपूर्वक एक दूसरे का हाथ पकड़ना, लड़ना, पंजा लड़ाना, सौदा पटाकर लेना, सम्पर्क या सम्बन्ध स्थापित करना, कुश्ती लड़ने के पूर्व लड़नेवाले से हाथ मिलाना।
हाथ मींजना बहुत पछताना, निराश और दुखी होना। उ0- मीड़त हाथ, सीसधुनि ढौरत,ख् रूदन करत नृप पारथ। सूर।
हाथ मुंह पर रख देना बोलने न देना।
हाथ में आना अधिकार में आना, वश में आना, मिलना।
हाथ में करना वश में करना, अधिकार में करना, प्राप्त करना, मोहित करना, लुभाना, प्रेम में फंसाना, ले लेना।
हाथ में गुन होना किसी कला में निपुणता होना।
हाथ में ठीकरा लेना भिक्षावृत्ति का अवलम्बन करना, भीख मांगना।
हाथ में जाना किसी के अधिकार में जाना, किसी के पास पहुंचना।
हाथ में ठीकरा देना किसी की आर्थिक स्थिति खराब कर उसे गरीब, भिखारी बनाना।
हाथ में पड़ना अधिकार में आना, वश में जाना। उ0- छांड़हु पाखंड मानहु बात नाहिं तो परिहो जम के हाथ। कबीर।
हाथ में रखना बलात् या प्रेमपूर्वक किसी को वश में करना, अधिकार करना।
हाथ में लाना बलात् या प्रेमपूर्वक किसी को वश में करना, अधिकार करना।
हाथ में लेना करने का मार ऊपर लेना, जिम्मे लेना, अधिकार में करना।
हाथ में सनीचर आना बहुत गरीब हो जाना।
हाथ मे हाथ डालना हाथ पकड़ना।
हाथ में हाथ देना पाणिग्रहण करना, व्याह देना।
हाथ में हाथ होना साथ साथ होना, किसी के संरक्षण, सरपरस्ती में होना।
हाथ मे हुनर होना किसी कला में निपुणता होना, हाथ की कारीगरी में निपुर्ण होना।
हाथ में होना अधिकार में होना, पास में होना, वश में होना, अधीन होना। उ0- हानि लाभ जीवन मरन जस अपजस विधि हाथ। तुलसी।
हाथ रंगना हाथ में मैहदी लगाना, किसी बुरे काम में पड़कर अपने को कलंकित करना, घूस लेना, अनुचित रूप से लाभ या प्राप्त करना।
(किसी के सिर पर) हाथ रखना किसी की रक्षा का भार लेना, शरण या आश्रय में लेना।
हाथ रखना बेवकूफ बनाना, शपथ खाना।
हाथ रह जाना काम करते-करते हाथ थक जाना।
हाथ रोकना कोई काम न करने देना, कुछ करते समय हाथ थाम लेना, कुछ करने से मना करना, किसी काम का करना बन्द कर देना, किसी काम से अलग हो जाना, मारने के लिए हाथ उठाकर रह जाना, खर्च करते समय आगा-पीछा सोचना, सम्भालकर खर्च करना।
हाथ सोपना हाथ फैलाना, मांगना।
हाथ लगना हाथ में आना, प्राप्त होना, अधिकार में आना, गणित करते समय वह संश्या जो अन्तिम संख्या लने पर बच रहती है, किसी काम का आरम्भ होना या शुरू किया जाना, किसी के द्वाराकोई काम किया जाना, किसी का लगाव होना, छू जाना, स्पर्श होना।
हाथ लगाना कोई काम आरम्भ करना, कोई काम करने में प्रवृत्त होना, योग देना, छूना, स्पर्श करना।
हाथ लगाये कुम्हलाना अत्यन्त कोमल होना।
हाथ लगे मैला होना इतना स्वच्छ और पवित्र होना कि हाथ से छूने से मैला हो जाय।
हाथ लपकान हाथ बढ़ाना।
हाथ समेटना किसी काम से हट जाना, उसमें सहयोग न करना, द्रव्य देना बंद करना, आर्थिक सहायता रोकना।
हाथ साधना अभ्यास करना।
(किसी पर) हाथ साफ करना किसी को मार डालना, बेईमानी से ले लेना, अन्याय से करण करना, उड़ा लेना, खूब खाना।
हाथ सिर पर रखकर रोना बहुत पछताना, परेशान होना।
हाथ सिर पर रखना किस सिर की कसम खाना।
हाथ से काम निकलना किसी के जरिये कोई काम होना, किसी काम का अनुभव होना।
हाथ से द्वारा, मार्फत।
हाथ से काम निकालना किसी से कोई काम कराना, किसी को किसी के काम का अनुभव कराना।
हाथ से खोना मिलती हुई वस्तु न लेना, किसी चीज का हाथ से निकल जाना।
हाथ से जाना अधिकार में न रहना, वश में न रह जाना, हाथ से छूट जाना, गिर जाना।
हाथ से निकलना अधिकार में न रहना, वश में न रह जाना, हाथ से छूट या गिर जाना।
हाथ से दिल जाना किसी पर मुग्ध होनाा।
हाथ से दिल फिसलना किसी पर मुग्ध होनाा।
हाथ से रख देना हाथ पर ली हुई कोई वस्तु जमीन पर रख देना।
हाथ हिलाते आना खाली हाथों आना, कुछ प्राप्त करके न आना, बिना कार्य सिद्ध हुए लौट आना।
हाथ हिलाते आना खाली हाथों लौट आना, बिना कार्य सिद्ध हुए लौट आना, कुछ भी लेकर न आना।
हाथ हिलाये जाना बराबर खाते जाना।
हाथ होना वश होना।
हाथी की राह आकाश गंगा, डहर।
हाथी के साथ गांडे़ खाना बहुत बड़े बलवान की बराबरी करना।
हाथी पर चढ़ना बहुत अमीर होना, बहुत बड़ा सम्मान प्राप्त करना।
हाथी पर चढ़ाना बहुत सम्मान देना, करना।
हाथी बांधना बहुत अमीर होना।
हाथी सा होना बहुत छोटा होना, अत्यन्त स्थूलकाय होना।
हाथों उचकना मनुष्य या पशु का बहुत उछलना।
हाथों उछलना खूब तड़पना, खूब कूदना।
हाथों कलेजा उछलना बहुत जी धड़कना, बहुत खुशी होना, अत्यन्त उत्साहित होना।
हाथों के तोते उड़ जाना अचानक कोई दुर्घटना या अनिष्ट हो जाने पर भौचक्का या सन्न हो जाना, भारी अनिष्ट के कारण बहुत घबरा जाना, सिटपिटा जाना।
हाथों दिल बढ़ाना बहुत हौंसला, साहस बढ़ाना।
हाथों में चांद आना पुत्र उत्पन्न होना, मन चाही वस्तु मिलना।
हाथों में रखना बड़े लाड़ प्यार या आदर सम्मान से रखना।
(दोनों) हाथों समेटना खूब धन एकत्र करना।
हाथों हाथ एक हाथ से दूसरे हाथ में होते हुए तुरन्त शीघ्र।
हाथों हाथ उठाकर ले जाना ऊपर ही ऊपर ले जाना।
हाथों हाथ उड़ जाना खूब बिक्री होना, अत्यधिक मांग होना, तुरन्त बिक जाना।
हाथों हाथ बिक जाना खूब बिक्री होना, अत्यधिक मांग होना, तुरन्त बिक जाना।
हाथों हाथ लेना बड़े आदर और सम्मान से स्वागत करना।
हानि उठाना नुकसान सहना, घाटा सहना।
हानि पहुंचना नुकसान होना।
हानि पहुंचाना नुकसान होना।
हानि भरना किसी बात के ऊपर में हा कहना, स्वीकार करना।
हाय करके रह जाना विवश होकर शारीरिक या मानसिक पीड़ा सह लेना।
(किसी को) हाय पड़ना पहुंचाये हुए दुःख का कष्ट, बुरा फल मिलना।
हाय मारना शोक से हाय हाय करना, कराहना, दहल जाना, स्तम्भित हो जाना।
हाय हाय करना परेशान होना, व्यस्त रहना।
हाय हाय पड़ना घबडाहट की स्थिति में होना, घबड़ाना।
हाय हाय होना किसी के सुख, वैभव आदि को देखकर पीड़ा होना, डाह करना।
हार खाना हार जाना, पराजित होना।
हार देना पराजित करना, हारना।
हारकर असमर्थ होकर, लाचार होकर।
हारकर रह जाना थककर चुप बैठ जाना।
हारे दर्ज निराश होकर, विवश होकर, लाचार होकर।
हाल का थोड़े दिनों का, नया, ताजा, कुछ ही दिन पहले।
हाल की महफिल वह समारोह जिसमें हाल लाने वाली चीजें गायी जाये।
हाल गैर होना दशा बिगड़ना।
हाल दबाह होना बुरा हाल होना।
हाल में थोड़े दिन पहले।
हाल लाना आत्मविस्मृति, आनन्दविह्वलता उत्पन्न करना।
हाशिया चढ़ाना किसी बात में मनोरंजन आदि के लिए कुछ और बात जोड़ना, नमक मिर्च लगाना, किसी विवरण में अपनी और से कुछ और जोड़ना, गोट टांकना या टीका लिखना।
हाशिए का गवाह वह गवाह जिसका नाम किसी दस्तावेज के हाशिये पर दर्ज हो।
हासिल आना (गणित) आगे जोड़ या लिखे जाने के लिए बच रहना, हाथ लगना।
हासिल करना प्राप्त करना, लाभ करना, पाना, कमाना, पैदा करना।
हासिल होना प्राप्त होना, मिलना, लाभ होना, हाथ लगना।
हाहा करना गिड़गिड़ाना, बहुत विनती करना, दुहाई देना। उ0- हाहा के हारि रहे मोहन पाये परे जिन्ह लातनि मारे। केशव। (ख) हा हा कहि सब लोग पुकार। रामायण।
हाहा खाना बहुत गिड़गिड़ाना, अत्यन्त दीनता और नम्रता से पुकारना, बहुत विनती करना। उ0- सांटी लै जसुमति अति तरजति हरि बसि हाहा खात। सूर।
हाहा मचना खूब हंसी होना।
हाहा होना खूब हंसी होना।
हाहा-हीही करना हंसी-लट्ठा करना।
हाहा-हीही मचाना हंसी-मजाक होना।
हाहा-हीही होना हंसी-मजाक होना।
हाही पड़ना किसी वस्तु की प्राप्त के लिए अत्यन्त व्यग्र होना।
हिचकियां लगना मरणासन्न अवस्था होना, मरने के निकट होना, मरने के समय बार-बार हिचकियां आना।
हिचकियां लेना रोते समय सांस का रूक-रूक कर निकलना।
हिचकी बंध जाना ज्यादा रोने से सांस रूकने लगना।
हिचकी लगना ज्यादा रोने से सांस रूकने लगना।
हिजाब उठना परद, रोक न रहना, निर्लज्ज हो जाना।
जिज्जे करना अक्षरों को जोड़नरा, किसी मामले में व्यर्थ की बकसास करना, टुकड़े टुकड़े करना, आपत्ति करना।
हिज्जे पकड़ना त्रुटि निकालना।
हिन्दी की बिन्दी निकालना बहुत सूक्ष्म, पर व्यर्थ के या तुच्छ दोष निकालना, कुतर्क करना।
हिब्बा भर जरा सा, थोड़ा सा।
हिम्मत पड़ना साहस होना।
हिम्मत हारना पस्त हो जाना, किसी काम के करने में साहस का न रह जाना।
हिय जलना अत्यन्त क्रोध या ईर्ष्या होना। उ0- कूर कुठार निहारी तजै फल ताकि यहै जो हियो रजई। केशव।
हिये में लीन सा लगना बहुत बुरा लगना, अत्यन्त अरूचिकर होना। उ0- सुनत रूचि भई परखी, हिये लोन अस लाग। जायसी। करे पर लगने लगने की तरह मन में बहुत पीड़ा होना।
हिया हारना हिम्मत छोड़ना, साहस न रखना। उ0- तेहि कारन आवत हिय हारे। कापी काक बलाक बेचारे। तुलसी। शारीरिक या मानसिक दृष्टि से थक जाना।
हिया ठंढा होना मन में सुख शांति होना, मन तृप्त और आनन्दित होना, हृदय शांत होना।
हिया फटना कलेजा फटना, अत्यन्त शोक या दुःख के अतिरेक का अनुभव होना।
हिया भर आना कलेजा भर आना, शोक या दुःख का हृदय में अत्यनत वेग होना, करूणार्द्र होना।
हिया भर लेना शोक, दुःख आदि के कारण लम्बी सांस लेना, शोक, दुःख, पीड़ा आदि की अभिव्यक्ति करना।
हिया शीतल होना मन में सुख शांति होना, मन तृप्त और आनन्दित होना।
हियाब खुलना दृढ़ता आना, साहस हो जाना, हिम्मत बंधना, संकोच, हिचक या भय न रहना।
हियाब पड़ना हिम्मत पड़ना, साहस होना।
हिये का अंधा अज्ञान, मूर्ख।
हिये की फूटना ज्ञान न रहना, अज्ञान रहना, बुद्धि नष्ट होना, सत् असत् का विवेक न रहना।
हिये पर पत्थर धरना धैर्य धारण कर लेना।
हिये में लोन सा लगना बहुत बुरा लगना।
हिये लगना गले से लगना, छाती से लगना, आलिंगन करना। उ0- क्यों हठि मान गहै सजनी उठि बेगि गोपाल हिय किये किन लागै। शंकर। भेंटना।
हिरन हो जाना भाग जाना, बहुत तेजी से भागना, नष्ट हो जाना, न रह जाना, चंपत हो जाना, लुप्त हो जाना।
हिर्स कूटना लालच होना।
हिर्स दिलाना प्रबल इच्छा उत्पन्न करना, लालसा जगाना, कामना उत्तेजित करना, लालच दिलाना।
हिर्स मिटना इच्छा का वेग शांत होना, काम का वेग शांत होना।
हिर्स मिटाना इच्छा पूरी करना, लालसा पूरी करना, काम का वेग शांत करना।
हिल जाना परच जाना।
किल-मिलकर मेल-जोल के साथ, घनिष्ठता और मैत्री के साथ, एक जी होकर, सम्मिलित होकर, एकत्र होकर। उ0- हिल मिल फान परस्पर खेलहि, सोभा बरनि न जाई। गीत।
हिलकोरा लेना पानी के धक्के से हिलाना, तरंगित करना।
हिलकोरा लेना तरंगित होना।
हिलना-डोलना चलायमान होना, चलना-फिरना, घूमना, टहलना, श्रम करना, काम धंधा करना, प्रयष्त्न करना, चंचल होना।
हिलना-मिलना घुलना-मिलना, एक हो जाना, भेंट मुलाकात करते रहना।
हिला जुला मेल जोल से आया हुआ, घनिष्ठ सम्बन्ध रखता हुआ, सुहृद भाव रखता हुआ, परचा हुआ, परिचित और अनुरक्त।
हिला-मिला मेल-जोल से आया हुआ घनिष्ठ सम्बन्ध रखता हुआ, सुहृद भाव रखता हुआ, परचा हुआ, परिचित और अनुरक्त।
हिलोरा लेना लहराना, तरंगित होना।
हिवांर पड़ना बर्फ गिरना, बहुत सर्दी पड़ना।
हिंवार होना बहुत शीतल होना।
हिसाब करना देना पावना समझना, जोड़ना, जो लिम्मे आता हो।
हिसाब किताब देखना लेखा जांचना।
हिसाब चलना लेन-देन का लेखा रहना, उधार लिखा जाना।
हिसाब चुकता करना देना चुका देना।
हिसाब चुकाना देना चुका देना। उ0- हिसाब दांस्ता पर दिल अगर वह दिलरूबा समझे। जोक।
हिसाब जांचना लेखा देखना कि ठीक है या नहीं।
हिसाब जोड़ना अलग-अलग रकमों का मिजान लगाना, कई अलग अलग अंकों का योगफल निकालना।
हिसाब तलब करना हिसाब मांगना, हिसाब समझाने को कहना।
हिसाब देना लेखा समझाना, जमा खर्च का व्यौरा बताना।
हिसाब नप होना बे हिसाब होना, गिनती न होना।
हिसाब पर चढ़ना बही में लिखा जाना, लेखे में टंकना।
हिसाब पाक करना देना चुका देना।
हिसाब पूछना हिसाब मांगना।
हिसाब मांगना लेखा आगे न चलाना, देन बंद करना।
हिसाब बराबर करना कुछ दे-देकर लेना-देना बराबर करना, लेन-देन का हिसाब साफ करना, अपना काम पूरा करना।
हिसाब बेवाक करना खाते में कुछ बांकी न रह जाना, जो कुछ जिम्मे निकलता हो उसे दे देना।
हिसाब बैठना ठीक ठीक जैसा चाहिए वैसा प्रबन्ध हो जाना, इच्छानुसार सब बातों की व्यवस्था होना, सुमीता होना, सुपास होना, आवश्यकता पूरी होना, पटरी बैठना, मेल मिलना, प्रकृति की समानता होना।
हिसाब में जमा होना पाई हुर्ठ रकम का लिखा जाना, लेन-देन के लेखे में पावने से ऊपर आई हुई रकम का अलग लिखा जाना।
हिसाब में लगाना उधार या लेन-देन में लगाना, शामिल करना।
हिसाब रखना आय-व्यय आदि का लेखबद्ध विवरण रखना।
हिसाब लगाना मेल मिलना, तबीयत लगना।
हिसाब लड़ना लेखा ठीक उतरना, किसी बात का सुमीता होना, मेल मिलना, तबीयत लगना।
हिसाब लेना यह पूछना कि कितनी रकम कहां से आई और खर्च हुई।
हिसाब समझना आदमनी और खर्च का ब्योरा पूछना।
हिसाब समझाना आमदनी और खर्च का ब्योरा बताना।
हिसाब साफ करना हिसाब चुकता करना।
हिसाब से अन्दाज से, संयम से, परिमित, लेखे के अनुसार, लिखे हुए ब्योरे के मुताबिक, परिमाण, क्रम या गति के अनुसार, विचार से, अपेक्षा से।
हिसाब से चलना नाम तोलकर काम करना, किफायत से खर्च करना।
हिसार करना घेरा डालना।
हिसाब बांधना घेरा डालना, चारों ओर सैनिकों की पांत या दूसरी रोक खड़ी कर देना।
हिस्सा रसद बंटने पर अपने-अपने हिस्से के अनुसार लाभ, बिना पकाया कच्चा अनाज।
हिस्सा हिस्सा होना बंटवारा होना, जायदाद का हिस्सेदारों में बंट जाना।
हिस्सा लेना भाग लेना।
हिस्से करना बांटना।
हिस्से में आना बांट में पड़ना, बंटवारे से मिलना।
हीक मारना बसाना, रह रह कर दुर्गन्ध करना।
हीरा खाना ईर्ष्या से जान देना, आत्महत्या करने के विचार से हीरे का कण खा लेना।
हीरा चाटना हीरा चाटकर मर जाना।