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घर जल गया, तब चूड़ियां पूछीं

किसी स्त्री ने नई चूड़ियां पहनीं। वह चाहती थी कि लोग उन्हें देखें और प्रशंसा करें। सुबह से शाम हो गई पर किसी का ध्यान उनकी ओर नहीं गया। हताश हो कर उसने अपने घर में आग लगा दी। लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। वह हाथ उठा उठा कर जलते हुए घर की ओर इशारा करके कहने लगी – देखो मेरा घर जल रहा है। तब किसी की नज़र चूड़ियों पर पड़ गयी। उसने प्रश्न किया – अरे, ये चूड़ियां तुमने कब बनवाईं। तब उस ने उत्तर दिया – यह प्रश्न अगर तुमने पहले ही पूछ लिया होता, तो मेरा घर क्यों जलता?