एक बार अकबर बादशाह ने बीरबल से पूछा कि संसार में अंधों की संख्या अधिक है या आंख वालों की। बीरबल ने जवाब दिया – जहांपनाह, अंधों की संख्या अधिक है। बादशाह ने कहा – साबित करो। बीरबल राज महल के दरवाजे पर बैठ गए और जूते गांठने लगे. एक मुंशी को उन्होंने अपनी बगल में बिठा लिया. वहाँ से निकलने वालों में जो यह पूछता कि आप यह क्या कर रहे हैं, उसका नाम तो अंधों में लिखवाते और जो पूछता कि आज आप जूते कैसे गाँठ रहे हैं, उनका नाम आँख वालों में। कुछ देर बाद अकबर वहाँ से गुजरे। उनहोंने भी पूछा बीरबल यह क्या कर रहे हो। बीरबल ने मुंशी से कहा – इनको भी लिखो। अकबर ने कहा – क्या मतलब? बीरबल ने तुरंत उनको अपनी लिस्ट दिखाई। अंधों की लिस्ट आँख वालों से बहुत लम्बी थी।
इनको भी लिखो
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May