इस कहावत में एक सीख तो यह दी गई है कि यदि किसी को लगातार खांसी आती हो तो उसे कोई गंभीर बीमारी हो सकती है. इसलिए उचित जाँच इत्यादि करा लेना चाहिए. दूसरी एक बहुत महत्वपूर्ण सीख दी गई है कि किसी की हंसी उड़ाना लड़ाई को न्योता देने के समान है. महाभारत के युद्ध की जड़ भी यही हंसी थी, जब दुर्योधन के पानी में गिरने पर द्रोपदी ने हंसकर कहा था “अंधे का पुत्र अंधा”.
रोग का घर खांसी, लड़ाई का घर हाँसी
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Apr