एक मियां के घर के पास ही कुम्हार का घर था। मियां की कुम्हार से अनबन हो गई तो उसने खुदा से फरियाद की कि वह कुम्हार की गधी को मार दे। लेकिन अगले ही दिन उनकी स्वयं की गाय मर गई। इस पर मियां ने ख़ुदा को उपालंभ देते हुए कहा कि या ख़ुदा ये तूने क्या किया? तुझे खुदाई करते इतने जुग बीत गये लेकिन अभी तक गाय और गधी का फर्क भी मालूम न हुआ। मैंने पड़ोसी को गधी मारने के लिए अर्ज की थी और तूने मेरी ही गाय मार दी।
क्या खुदा तेरी खुदाई, मारनी थी गधी मर गई गाइ
10
May