भगवान राम की लंका पर विजय में विभीषण का बहुत योगदान था. लक्ष्मण को शक्ति लगने पर विभीषण ने ही सुषेण वैद्य को बुलाने की सलाह दी थी. मेघनाद का वध भी उन की बताई युक्ति से ही हुआ था और रावण की नाभि में अमृत की बात भी उन्होंने ही बताई थी. इन सब जान कारियों के बिना रावण पर विजय पाना असंभव था. भारतीय सेनाएँ भी कई बार घर के भेदियों के कारण ही मुगलों और अंग्रेजों से हारी थीं.
घर का भेदी लंका ढावे
19
Jul