अं
अंक में आना गले लगाना। उदहारण – अंक न आवे मयंक मुखी।
अंक देना गले लगाना, आलिंगन देना।
अंक भरना हृदय से लगाना, लिपटाना, गले लगाना, दोनो हाथों से घेरकर प्यार से दबाना, आलिंगन करना।
अंक लगना गले लगना, आलिंगन देना।
अंक लगाना गले लगाना, लिपटाना।
अंकवार देना गले लगना, छाती से लगाना, आलिंगन करना, भेंटना, गोद में बच्चा रहना, उदहारण – अंकवार भरी रहे नित तिहारी।
अंकवार भरना आलिंगन करना, हृदय से लगाना, दोनों हाथों से घेरकर मिलना, गोद में बच्चा रहना। सन्तानयुक्त होना।
अंग ऐंडा करना ऐंठ दिखाना, बेपरवाही और घमण्ड दिखाना। उदहारण – यह ग्वारन को गाँव बात नहीं सूधे बोले, बसै पसुन के संग अंग एड़े करि डोले। दीनदयाल।
अंग करना अपनाना, स्वीकार करना, अंगीकार करना। उदहारण – जाको मनमोहन अंग करै। सूर।
अंग छूना शपथ खाना, माथा छूना, शरीर छूकर कसम खाना। उदहारण – सूर हृदय तें टरत न गोकुल अंग छुअत हौं तेरो। सूर।
अंग टूटना अंगड़ाई आना, जम्हाई के साथ आलस्य से अंगों को फैलाया जाना। ज्वर के पहले देह टूटना।
अंग तोड़ना अंगड़ाई लेना, जम्हाई लेना।
अंग धरना पहिनना, धारण करना।
अंग मोड़ना शरीर के भागों को सिकोड़ना, लज्जा से देह छिपाना, अंगड़ाई लेना। पीछे हटना, भागना, नटना, बचना उदहारण – रे पतंग निःशंक जल, जलत न मोड़े अंग, पहिले तो दीपक जलै, पीछे जलै पतंग।
अंग लगना लिपटना, आलिंगन करना, छाती से लगना, भोजन का पचकर शरीर को पुष्ट करना, शरीर को बलवान करना, काम में आना, हिलना, पचना.
अंग लगाना आलिंगन करना, छाती से लगाना, लिपटाना, उदहारण – परनारी पैनी छुरी कोउ नहिं लावो अंग। हिलाना, परचाना, अपने शरीर के आराम में खर्च करना, अंगीकार करना।
अंगड़ाई तोड़ना आलस्य में बैठे रहना, कुछ काम न करना, (जो आमतौर पर मनहूस समझा जाता है)।
अंगाकड़ी करना बाटी तैयार करना, बाटी पकाना।
अंगाकड़ी लगाना बाटी तैयार करना, बाटी पकाना।
अंगारा बनना गुस्से से, क्रोध में लाल हो जाना।
अंगारा हो जाना गुस्से से क्रोध मे लाल होना।
अंगारा / अंगारे उगलना कड़ी कड़ी बातें मुँह से निकालना। ऐसी बात बोलना जिससे सुनने वाले को अत्यन्त क्रोध उत्पन्न हो। जली कटी सुनाना।
अंगारी फांकना ऐसा काम करना जिसका फल बहुत बुरा हो।
अंगारा बरसना अत्यधिक गरमी पड़ना, लू चलना, दैवी आपत्ति आना। आग बरसना।
अंगारों पर पैर रखना जान बूझकर हानिकारक कार्य करना, अपने को खतरे में डालना।
अंगारों पर लोटना क्रोध या ईर्ष्या से जलना।
अंगूठा चूमना खुशामद करना, सेवा करना, अधीन होना, सम्मान या अति विनय प्रकट करना।
अंगूठा चूसना बड़ा होकर बच्चे जैसा नामसमझी का काम करना।
अंगूठा दिखाना किसी वस्तु को देने से अवज्ञापूर्वक नाहीं करना, किसी कार्य को करने से हट जाना, चिढ़ाना, धोखा देना।
अंगूठे पर लेना तुच्छ समझना, परवाह न करना।
अंगूठे पर होना तुच्छ होना।
अंगूर खट्टा होना किसी वस्तु को पा सकने की असमर्थता छिपाने के लिए उसे अवांछनीय ठहराना।
अंगूर तड़कना, फटना भरते हुए घाव पर बंधी हुई मांस की झिल्ली का अलग हो जाना।
अंगूर बंधना, भरना घाव के ऊपर मांस की नई झिल्ली चढ़ना, घाव भरना।
अंचरा पसारना किसी बड़े या देवता से कुछ मांगते समय (स्त्रियों का) अपने अंचल को आगे फैलाना जिससे दीनता और उद्वेग सूचित होता है। दीनता और विनय के साथ मांगना।
अंचल थामना सहायता या सहारा देना।
अंचल पकड़ना सहायता या सहारा देना।
अंचल बांधना संकल्प करना।
अक्षर मारना जादू करना, टोना करना, मंत्र प्रयोग करना।
अंजर पंजर ढीला होना शरीर के जोड़ों का उखड़ना या हिल जाना, देह का बंद बंद टूटना, शिथिल होना, लस्त होना।
अंजर पंजर निकलना ठठरी या भीतरी चीजें निकलना।
अंजाम को पहुंचाना पूरा करना।
अंजाम देना पूरा करना।
अंजाम निकालना फल निकालना।
अंजाम पाना पूरा होना।
अंफा पड़ना सूना या नागा होना, खाली जाना।
अंफा होना सूना या नागा होना।
अंटागुड़गुड़ (अंटागफील) होना बेखबर सो जाना।
अंटाचित होना स्तम्भित होना, अवाक होना, सन्न होना, नशे में बेसुध होना, बेखबर होना, अचेत होना।
अंटी देना गरदनी देना।
अंटी पर चढ़ना धोखा खा जाना।
अंटी मारना जुवा खेलते समय कौड़ी को उंगलियों के बीच में छिपा लेना, आंख बचाकर धीरे से दूसरे की वस्तु खिसका लेना। धोखा देकर कोई वस्तु उड़ा लेना, कम तोलना, डांडी मारना।
अंटी में रखना टैंट या मुर्री में खौंसना।
अंटी रखना छिपा रखना, दबा रखना, प्रकट न होने देना।
अंडा खटकना अंडा फूटना, अंडे का तड़कना।
अंडा ढीला होना नस ढीली होना, थकावट आना, शिथिल होना, द्रव्यहीन होना, दिवालिया होना, कमजोर या बीमार होना।
अंड़ा फूटना अंडे से बच्चे का बाहर आना।
अंडा लड़ाना एक तरह का जुआ।
अंडा सरकना हाथ पैर हिलना, हाथ पैर उठना।
अंडा सरकाना हाथ पैर हिलाना, अंग डोलाना, हाथ पैर उठाना।
अंडे का शाहजादा वह व्यक्ति जो कभी घर से बाहर न निकलता हो, वह जिसे अनुभव न हो।
अंडे बच्चे सन्तान।
अंडा सेना पक्षियों का अपने अंडों पर गर्मी पहुंचाने के लिए बैठना। घर में बैठे रहना, बाहर न निकलना।
अंत आना नाश या मृत्यु समय आना। पूर्ति पर पहुंचना।
अंत करना मार डालना, समाप्त करना, इति श्री करना।
अंत जानना फल जानना।
अंत जाना दूसरे स्थान जाना। (अन्यत्र का अपभ्रंश है)
अंत देखना परिणाम देखना।
अंत पाना भेद पाना। पता पाना। पार पाना।
अंत बनना अन्तिम भाग का अच्छा होना, फल अच्छा होना, जीवन लीला की समाप्ति का अच्छा होना, परिणाम अच्छा होना।
अंतर्निविष्ट करना भीतर बठाना, जाना, भीतर रखना, मन में रखना, हृदयंगत करना, दिल में जमाना।।
अंतर्निविष्ट होना भीतर बैठना, भीतर जाना, मन में धँसना, दिल में जमना,
अंत बिगड़ना अन्तिम या पिछले भाग का बुरा होना, फल बुरा होना, परिणाम बुरा होना।
अंत लेना भेद लेना, मन का भाव जानना, मन छूना।
अंत होना खत्म होना, पूर्ण होना, मर जाना।
अंतड़ी गले में पड़ना किसी आपत्ति में फंसना।
अंतड़ी जलना कुलबुलाना, पेट जलना, बहुत भूख लगना।
अंतड़ी टटोलना किसी से खाने के लिए पूछना, रोग की पहिचान के लिए पेट को दबाकर देखना।
अंतड़ियां मिलना एक होना।
अंतड़ियों का बल खोलना बहुत दिनों के बाद भोजन मिलने पर खूब पेट भर खाना।
अंतड़ियों में बल पड़ना अंतड़ियों का ऐंठना या दुखना, पेट में दर्द होना।
अंतरपट साजना छिप्कर बैठना, सामने न होना, ओट में रहना।
अंतर करना भेदभाव करना।
अंतर रखना भेदभाव रखना।
अंदाज उड़ाना दूसरे की चाल ढाल पकड़ना, पूरी तरह नक्ल करना।
अंधा आईना धुंधला शीशा वह दर्पण जिसमे चेहरा साफ दिखाई न देता हो।
अंधा कुआँ सूखा कुआँ । वह कुआँ जिसमें पानी न हो और जिसका मुँह घास पात से ढका हो, लड़कों का एक खेल।
अंधा झोंपड़ा पेट, उदर।
अंधा तारा नेपचून तारा।
अंधा दीया वह दीपक जो धुंधला या मंद जलता हो, धुंधले प्रकाश का दीपक।
अंधा बनना जान बूझकर किसी बात का ध्यान न देना।
अंधा बनाना आँख में धूल डालना, बेबकूफ बनाना, धोखा देना।
अंधा भैंसा लड़कों का एक खेल।
अंधी खोपड़ी का नासमझ, मूर्ख।
अंधी सरकार राज्य जिसका प्रबन्ध बुरा हो, मालिक जो अपने नौकरों का वेतन समय पर न देता हो।
अंधे की लकड़ी (लाठी) एकमात्र आधार, सहारा, आसरा, इकलौता लड़का
अंधे को चिराग दिखाना व्यर्थ का कार्य करना।
अंधे कोठे का मूर्ख, विचार शून्य।
अंधे झोपड़े में आग लगना भूख लगना
अंधेरा छा जाना एकाएक कुछ दिखाई न देना।
अंधेरा छोड़ना प्रकाश के सामने से हटना।
अंधेरा पाख या पक्ष कृष्ण पक्ष या बदी।
अंधेरी कोठरी गुप्त भेद, रहस्य।
अंधेरी कोठरी का यार गुप्त प्रेमी।
अंधेरी देना आँख मूंदकर दुर्गति करना, धोखा देना।
अंधेरे उजाले वक्त बेवक्त।
अंधेरे घर का उजाला अत्यन्त कान्तिमान, कुल दीपक, अत्यन्त सुन्दर, सुलक्षण, वंश की मर्यादा बढ़ाने वाला, इकलौता बेटा।
अंधेरे मुँह सूर्योदय के पहले जब मनुष्य एक दूसरे का मुँह अच्छी तरह न देख सकते हों, बड़े तड़के, बड़े सबेरे, पौ फटते, उजाला होने के पहले।
अंधे की आँख अत्यन्त प्रिय वस्तु।
अंबर के तारे डिगना असम्भव बात का होना।
अकड़कर चलना सीना उभारकर चलना।
अकड जाना लड़ना, ऐंठ जाना, गर्व चूर होना।
अंधेरा छा जाना अत्यधिक अंधकार होना, बहुत बड़ी हानि आदि के एकाएक होने पर कुछ दिखाई न देना।
अंधेरे उजेले समय, कुसमय।
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अकड़ दिखाना घमंड दिखाना।
अकड़ निकालना घमंड दूर करना।
अकड़ में आना हठ में आना, घमंड में आना।
अकड़ रखना हठ करना, घमंड रखना।
अकबक करना प्रलाप करना।
अक्ल अंधी होना बेअक्ल होना।
अक्ल आना समझ आना, समझ होना
अक्ल का कसूर होना बुद्धि दोष।
अक्ल का काम करना समझ में आना।
अक्ल का काम न करना कुछ समय में न आना।
अक्ल का चक्कर में आना विस्मित या चकित होना, हैरान होना, कुछ समझ में न आना।
अक्ल का चरने जाना समझ जाती रहना, बुद्धि नष्ट होना।
अक्ल का चिराग गुल होना अक्ल जाती रहना।
अक्ल का दुश्मन मूर्ख, बेवकूफ।
अक्ल का पुतला बहुत बुद्धिमान। मूर्ख के लिए व्यंग्य में।
अक्ल का पूरा मूर्ख, जड़, बुद्धू (व्यंग्य)।
अक्ल का फतूर अक्ल की कमी।
अक्ल का मारा मूर्ख
अक्ल का मोल लेना किसी समझदार से राय लेना।
अक्ल की कोताही बुद्धि की कमी।
अक्ल की पुडिया बुद्धिमती।
अक्ल के घोड़े दौड़ाना बुद्धि द्वारा समस्या सुलझाने का प्रयास करना।
अक्ल के तोते उड़ जाना बुद्धि ठिकाने न रहना।
अक्ल के नाखून लेना समझकर बात करना।
अक्ल के पीछे लट्ठ लिए फिरना हर समय बुद्धि विरुद्ध कार्य करना।
अक्ल के बखिये उधेड़ना किसी को मूर्ख सिद्ध कर देना।
अक्ल खर्च करना समझ को काम में लाना, सोचना-समझना
अक्ल खो देना समझ का लोप होना।
अक्ल गुम होना बुद्धि का लोप हो जाना, अक्ल का काम न करना, अक्ल मारी जाना।
अक्ल चकराना विस्मित या चकित होना, हैरान होना।
अक्ल जाती रहना बुद्धि काम न करना।
अक्ल ठिकाने लगाना औकात बताना।
अक्ल देना समझाना-बुझाना।
अक्ल दौड़ाना बुद्धि का प्रयोग करना, सोचना, विचारना , गौर करना।
अक्ल पर पत्थर पड़ना अक्ल जाती रहना।
अक्ल पर परदा पड़ना बुद्धि का लोप होना, समझ का काम न करना।
अक्ल भिड़ाना बुद्धि का प्रयोग करना, सोचना, विचारना, गौर करना।
अक्लमंद की दुम मूर्ख (व्यंग्य)।
अक्ल मारी जाना बुद्धि नष्ट होना, हतबुद्धि होना।
अक्ल लड़ाना बुद्धि का प्रयोग करना, सोचना, विचारना।
अक्ल सठियाना बुद्धि भ्रष्ट होना, बुद्धि जीर्ण होना।
अक्ल से काम लेना समझ बूझकर बुद्धि से काम करना।
अक्ल से दूर होना समझ में न आना।
अक्ल से बाहर होना समझ में न आना।
अक्स उतारना हूबहू नक्ल बनाना, फोटो खींचना।
अक्स छाना रंग उतर जाना।
अक्स लेना कसी तस्वीर पर बारीक कागज रखकर खाका लेना।
अक्षर घोंटना अक्षर लिखने का अभ्यास करना।
अक्षर से भेंट न होना मूर्ख रहना, अनपढ़ रहना, बिल्कुल अनपढ़ होना।
अखाड़ा गरम होना ज्यादा भीड़ होना।
अखाड़ा जमना खिलाड़ियों का अखाड़े में जमा होना और दर्शकों की भीड़ लगाना, किसी जगह बहुत से आदमियों का जमा होना।
अखाड़े का जवान कसरती बदन का आदमी।
अखाड़े में आना मुकाबले में खड़ा होना।
अखाड़े में उतरना मुकाबला करने के लिए अखाड़े में आना।
अख़्खाह करना ग्रहण करना, अर्थ या नतीजा निकालने से बात निकालना।
अख़्तर चमकना नसीब जागना, भाग्य का उदय होना।
अगर मगर करना हुज्जत करना, तर्क करना, आगे पीछे करना, टाल-मटोल करना, बहाना करना।
अच्छा करना किसी को ठीक करना।
अच्छा कहना प्रशंसा करना।
अच्छा घर सम्पन्न घर, प्रतिष्ठत कुल।
अच्छा दिन सुख सम्पत्ति का दिन।
अच्छा पहर ऐसा पहर जिसमें आरम्भ किया हुआ कार्य शीघ्र पूरा हो जाय।
अच्छा रहना अच्छी दशा में रहना, लाभ में या आराम में रहना।
अच्छा लगना भला जान पड़ना, सुन्दर लगना, पसन्द आना।
अच्छी कटना आराम से दिन बीतना।
अच्छी गुजरना आराम से दिन बीतना।
अच्छी बीतना अच्छी तरह बीतना, आनन्द से दिन काटना, आराम से दिन बीतना।
अच्छे थान का घोड़ा अच्छी जाति का घोड़ा, प्रसिद्ध स्थान का घोड़ा।
अच्छे वक्त जरूरत के वक्त, आवश्यकता के समय।
अच्छे से पाला पड़ना बड़े बेढब आदमी से वास्ता पड़ना।
अज़ान देना ऊँचे स्थान पर खड़े होकर ऊँचे स्वर से नमान के समय की सूचना देना।
अज़ाब मोल लेना अकारण कष्ट, झंझट में पड़ना।
अज़ीज़ करना प्यार जानना।
अज़ीज़ जानना कद्र करना, प्यार समझना, चाहना।
अज़ीज़ रखना कद्र करना, प्यार समझना, चाहना
अज़ीज़ होना प्रिय होना।
अजीरन होना अपच होना। अजीर्ण का अपभ्रंश है।
अटकन-बटकन खेलना बेकार काम करना।
अटवाटी खटवाटी लेकर पड़ना खिन्न और उदासीन होकर अलग रहना, काम-काज छोड़कर रूठ कर अलग बैठना।
अटेरन कर देना दांव में डालकर चकरा देना, दम न लेने देना।
अटेरन फेरना घोड़े को कावा फेरना।
अटेरन होना हड्डी हड्डी निकलना, अत्यन्त दुर्बल होना।
अठखेलिया करना किलोल करना।
अड्डा जमाना लगातार कहीं पर रहना।
अड्डे पर आना अपने स्थान पर पहुँचना।
अड्डे पर चहकना अपने स्थान पर रौब दिखाना।
अड्डे पर बोलना स्थान विशेष पर ही बोलना।
अड़ंगा डालना अड़चन डालना, होते हुए कार्य में बाधक होना।
अडंगा मारना विघ्न डालना।
अड़ंगा लगाना अड़चन डालना। होते हुए कार्य में बाधक होना।
अड़तल पकड़ना पनाह लेना, शरण में आना, बहाना करना।
अड़िया करना जहाज के लंगड़ की रस्सी खींचना।
अता करना देना
अता फरमाना देना।
अता होना मिलना।
अतिसार होकर निकलना दस्त के रास्ते निकलना, किसी प्रकार नष्ट होना। हमारा जो कुछ खाया है, वह नष्ट होकर निकलेगा।
अदब करना लिहाज़ करना।
अदब की जगह वह व्यक्ति या वस्तु जिसका अदब करना आवश्यक हो।
अदम का रास्ता लेना परलोक सिघारना, मरना।
अदम को सिघारना परलोक सिधारना, मरना।
अदहन देना अदहन का पानी बाग पर चढ़ाना।
अदा करना पालन करना, पूरा करना।
अदालत करना मुकदमा लड़ना।
अधर चबाना क्रोध के कारण दाँतों से ओंठ चबाना। उ0- तदपि क्रोध नहिं रोक्यो जाई। मए अरून चख अधर चबाई। मन्नालाल। अत्यन्त कुद्ध होना।
अधर में फूलना अधूरा रहना, पूरा न होना, पशोपेश में पड़ना, दुविधा में पड़ना, अनिश्चय की दशा में पड़ना।
अधर में पड़ना अधूरा रहना, पूरा न होना, पशोपेश में पड़ना, दुविधा में पड़ना, अनिश्चय की दशा में पड़ना।
अधर में लटकना अधूरा रहना, पूरा न होना, पशोपेश में पड़ना, दुविधा में पड़ना, अनिश्चय की दशा में पड़ना।
अधिया पर उठाना खेत या गायादि के बच्चे को आधे साझे पर देना।
अधिया पर देना देहातों में बेचने की रीति जिसके अनुसार अनाज के आधे के बराबर बेचने वाला अपनी चीज देता है।
अधूरा जाना असमय गर्भपात होना।
अघौड़ी तनना अघाना, खूब पेट भर जाना।
अघौड़ी तानना खूब पेट भरकर खाना,
अनकही देना अवाक् रहना, चुपचाप होना।
अनमल ताकना अहित चाहना।
अनसुनी करना ध्यान न देना। सुनकर भी न सुनना, जान-बूझकर उपेक्षा करना, आनाकानी करना।
ऊनी का हाथ सामने की चोट।
ऊनी की चोट सामने की चोट।
अनी पर कनी चाटना ग्लानि के कारण कनी चाटकर आत्महत्या करना।
अनसूनी करना आनाकानी करना, ध्यान न देना, जान बूझकर उपेक्षा करना।
अन्न मिट्टी होना खाना पीना हराम होना। उ0- जेहि दिन वह छेंके गट घाटी। होई अन्त ओहीं दिन माटी। जायसी।
अन्न जल त्यागना या छोड़ना कुछ न खाना पीना।
अनुकूल चलना इच्छानुसार या आज्ञानुसार चलना।
अनुकूल जाना पक्ष में हो जाना।
अनुकूल होना प्रसन्न या पक्ष में होना।
अन्न जल उठना रहने का संयोग या सहारा न होना।
अन्यथा करना उलटा करना, झूठ बनाना, पहले की आज्ञा या निश्चय रद्द करना।
अन्यथा होना विपरीत होना, असत्य होना।
अपना उल्लू सीधा करना अपना स्वार्थ सिद्ध करना।
अपना करना अपना बनाना, अपने अनुकूल कर लेना, मित्र बना लेना, हाथ में कर लेना।
अपना काम करना प्रयोजन निकालना।
अपना किया पाना किये को भुगतना, कर्म का फल पाना।
अपना घर समझना आराम की जगह समझना, संकोच का स्थान देखना, समझना, ऐसा स्थान समझना जहाँ घर के व्यवहार हो।
अपना देखना स्वार्थ देखना।
अपना पराया शत्रु मित्र, स्वजन परजन, दोस्त दुश्मन।
अपना पराया समझना यह ज्ञान होना कि कौन अपना है कौन बिराना। शत्रु मित्र, भला बुरा पहचानना। भेदभाव रखना।
अपना पेट काटना बचाने के लिए कम खाना, जानबूझकर कम खाना जिसमें कुछ बचत हो।
अपना बेगाना शत्रु मित्र, स्वजन-परजन।
अपना मन डोलाना लालच करना।
अपना राग अलापना अपनी ही बात कहना, अपना ही विचार प्रकट करना, दूसरों की बातों पर ध्यान न देना।
अपना सा करना अपने सामर्थ्य या विचार के अनुसार करना, भरसक करना। उ0- बार-बार मुहिं कहा सुनावत। नेकहु टरत नहीं हिरदय से विविधि मांति मन को समझावत। दाँवल कहा देति मोहि सजनी तू तो बड़ी सुजान। अपनी सी मैं बहुत कीन्हीं रहति न तेरी आन। सूर।
अपना सा मुँह लेकर रह जाना लज्जित होना, वेवकूफ बनना।
अपना ही गीत गाना अपना ही वृतान्त कहना, अपनी ही बात कहना, दूसरे की न सुनना।
अपनी अपनी पड़ना अपनी चिन्ता में व्यग्र होना। उ0- पद्माकर कछु निज कथा कासों कहों बखान। जाहि लखों ता है परी अपनी अपनी आन। पदमाकर
अपनी औसाना इतनी अधिक बातें करना कि दूसरे को बात करने का समय ही न मिले। बातों की झड़ी बांधना।
अपनी संचाना अपनी ही कही हुई बात की बारम्बार पुष्ट करते जाना, दूसरे के तर्क को कुछ न सुनना। उ0- सुनौ धौं दै कान अपनी लोक लोकन कीति। सूर प्रभु अपनी खचाई रही निगमन जीति। सूर।
अपनी खुशी जीना अपने ही सुख में आनन्दित होना।
अपनी गाना अपनी ही बात कहना और किसी की न सुनना।
अपनी गुड़िया संवार देना सामर्थ्य के अनुसार बेटी का विवाह करना।
अपनी जांघ उघाड़ना अपनी बदनामी या कलंक की बात प्रकट करना।
अपनी घरन घरना अपनी बात पर अड़े रहना। हठ या जिद न छोड़ना।
अपनी नींद सोना इच्छानुसार कार्य करना, अपनी मर्जी से सोना-जागना।
अपनी बात का एक दृढ़ प्रतिज्ञा जो अपनी बात पर डटा रहे।
अपनी बात पर आना हठ पकड़ना। हठ करना।
अपनी बात से टलना प्रतिज्ञा न पूरी करना, मुकरना।
अपनी मौत मरना स्वाभाविक ढंग से मरना, प्राकृतिक नियम के अनुसार मरना।
अपनी रूई सूत में उलझना अपने काम में लगना, अपने काम काज में फंसना।
अपनी सी अपने मरसक, जहां तक अपने से हो सके, वहां तक। उ0- मैं अपनी सी बहुत करी री। सूर अपनी इच्छा या शक्ति मर। अपने मन के अनुसार।
अपनी ही गाना अपनी ही बात कहते जाना और किसी की बात न सुनना। अपना ही हाल कहना। अपनी ही विचार प्रकट करना। अपने ही मतलब की बात कहना।
अपने आपको भूलना अपनी अवस्था का ध्यान न रखना, किसी मनोवेग के कारण बेसुध होना। मदान्थ होना। घमण्ड में चूर होना।
अपने चलते भरसक, यथाशक्ति। उ0- अपने चलत न आजु लगि, अनमल काहु कीन्ह। तुलसी।
अपने तक रखना किसी से न कहना, किसी को पता न देना।
अपनेपन पर आना अपने दुःस्वभाव के अनुसार काम करना।
अपने पावैं अपने अनुसार, अपनी जान में।
अपने मुँह मियां मिट्ठू बनना आत्मप्रशंसा करना।
अपने में आना आवेश में आना, क्रोध में आना, अपनी मर्यादा के अन्दर रहना।
अपने लिए कांटा बोना अपने हित की हानि करना।
अपने हिसाब अपनी समझ के अनुसार अपनी जान मे , अपने विचार में। लेखे में।
अपने हिसाब से अपनी समझ के अनुसार अपनी जान मे, अपने विचार में। लेखे में।
अफवाह उड़ाना झूठी बात फैलाना।
अब का इस बार, इस समय का, आधुनिक।
अब के हैले इस बार, इस दफा।
अब जाकर इतनी देर पीछे।
अब तब करना आजकल करना, टाल मटोल करना।
अब तब लगना मरने का समय निकट पहुंचना, मरणासन्न होना, कुछ देर का मेहमान होना।
अब तब होना मरने का समय निकट पहुंचना, मरणासन्न होना, कुछ देर का मेहमान होना।
अब बताओ अब कहो क्या करोगे। अब क्या उपाय है, अब तो मेरे वश में हो, अब क्या कर सकते हो।
अब भी इस समय भी , इतने पर भी।
अब से इस समय से आगे, भविष्य में।
अबरू पर बल आना कुद्ध होना, त्योरी चढ़ना।
अबरू पर मैल न आना (आघात आदि का ) असर होना, अविचलित रहना।
अबे तबे करना निरादर करना, निरादर पूर्वक वाक्य बोलना, कच्ची पक्की बोलना, अपमान जनक ढंग से बात करना।
अभय देना भय से बचाने का वचन देना, शरण देना, निर्भय करना। उ0- ब्रह्म रूद्र लोकहू गयौ।उनहूं ताहि अभ्य नहि दयौ। सूर।
अभय बांह देना भय से बचाने का वचन देना, शरण देना, निर्भय करना। उ0- चरन नाह सिर विनती कन्ही लछिमन अभय बाहं तेहि दीन्हीं।
अभिनय करना नाचना कूदना
अभी जमीन से उठना अल्प वयस्क होना।
अमल दरामद होना काम में लाया जाना।
अमल पानी करना नशा करना, भांग पीना।
अमल में आना निश्चय, आज्ञा आदि का कार्य के रूप में परिणत होना।
अमान मांगना रक्षा की प्रार्थना करना, त्राहि त्राहि करना।
अरई देना ताकीद करना, प्रेरणा करना।
अरई लगाना ताकीद करना, प्रेरणा देना।
अरक अरक होना पसीने में भीग जाना।
अरजी गुजारना किसी बड़े अधिकारी के सामने प्रार्थना पत्र पेश करना।
अरमान निकालना इच्छा पूरी करना, कामना की पूर्ति होना।
अरमान भरा उत्सुक।
अरमान रह जाना इच्छा का पूरा न होना, मन की बात का मन ही में रहना, लालसा, कामना का अतृप्त रह जाना।
अरसा तंग होना कठिनाई में पड़ना।
अर्क होना पसीने से तर हो जाना, लज्जित होना, पानी-पानी होना।
अर्श (दिमाग) पर होना अपने को बहुत बड़ा समझना, अपनी शक्ति सामर्थ्य पर इतराना, बड़े-बड़े मनसूबे बांधना।
अलंग पर आना घोड़ी का मस्ताना।
अलंग पर होना घोड़ी का मस्ताना।
अलख जगाना पुकार कर परमात्मा का स्मरण करना या कराना, परमात्मा के नाम पर भिक्षा मांगना, किसी के नाम की रट लगाना या किसी में विशेष रूप से अनुरक होना।
अलग करना जुदा करना, दूर करना, हटाना, खसकाना, छुड़ाना, बरखास्त करना, बेच डालना, निपटाना, समाप्त करना, बेलाग, बचा हुआ, रक्षित छांटना।
अलग होना दूर या किनारे होना, संयुक्त परिवार के पृथक होना, नौकरी या काम छोडना।
अलच्छन आना बुरा समय आना।
अलबी तलबी छांटना योग्यता दिखाना, रौब जमाना, क्रोध दिखाना।
अलबी तलबी धरा रहना निश्फल कोप होना, रौब सब पड़ रह जाना।
अलबी तलबी भुलाना रौब या आतंक का नष्ट कर देना।
अलबी तलबी भरूल जाना रौब या आतंक का नष्ट कर देना।
अलल हिसाब देना पावने का हिसाब किये बिना कुछ रकम दे देना।
अलारम बजना खतरे की घंटी बजना।
अलाली आना अकर्मण्यता आना, सुस्ती आना, निकम्मा हो जाना।
अलाली चढ़ना अकर्मण्यता आना, सुस्ती आना, निकम्मा हो जाना।
अलाली सवार होना अकर्मण्यता आना, सुस्ती आना, निकम्मा हो जाना।
अलोला रहना नमक न खाने का व्रत रखना।
अल्लाह आमीन से पालना देवता-पितर मनाते हुए बड़े यत्न से पालन करना।
अवटि डालना खूब घूम डालना, छान-बीन कर डालना, मथ डालना।
अवटि मरना ठोकरे खाना, कष्ट उठाना, ममना, मारे-मारे फिरना, चक्कर मारना, दुःख उठाना। उ0- रामचन्द्र रघुनायक तुमसो हों विनती केहि भांति करौ। जो आचरण विचारहु मेरी कल्प कोटि लगि अवटि मरौ। तुलसीदास प्रभु कृपा विलोकनि गोपद ज्यों मवसिंधु तरौं। तुलसीदास।
अवतार करना शरीर धारण करना। उ0- अरून असति सित वपु उनहार। करत जगत में तुम अवतार। सूर।
अवतार धरना जन्म ग्रहण करना। उ0- भुव की रक्षा करन जु कारण धरि वराह अवतार। पीछे कपिल रूप हरि धारयो कीन्हों सांख्य विचार।सूर।
अवतार लेना शरीर ग्रहण करना, जन्म लेना। उ0- असंन सहित मनुज अवतारा लैहहउं दिनकर वंस उदारा। तुलसीदास।
अवधि देना समय नियत कर देना, मुद्दत बांधना।
अवधि घरना समय निर्धारित, नियत कर देना, मुद्दत बांधना।
अवधि बदना समय नियत करना, अवधि देना, समय निर्धारित करना। उ0- आज बिनु आनंद को मुख तेरो। निसि बसिबै की अवधि बदी मोहिं सांझ गये कहि आवन। सूर-श्याम अनतहि कहुं लुबधै नैन भए दोउ सावन।सूर।
अवसर चूकना मौका हाथ से जाने देना। उ0- अवसर चूकी डोमिनी गावै ताल बेताल। सुयोग का लाभ न उठाना।
अवसर ताकना उपयुक्त समय की प्रतीक्षा करना, मौका ढूंढना।
अवसर मारा जाना मौका हाथ से निकल जाना, समय बीत जाना। उ0- संचारी समय विचारिया क्या गिरही क्या योग। औसर मारा जात है चेतु विराने लोग। कबीर।
अवसान उड़ना सुधि-बुधि न रहना। संज्ञा शून्य होना।
अवसान छूटना होश हवास न रहना।
अवसान जाना सुधि-बुधि न रहना। संज्ञा शून्य होना।
अव्वल आना प्रतियोगिता में सर्वप्रथम आना।
अव्वल तौ पहले तौ। प्रथमतः।
अव्वल रहना प्रतियोगिता में सर्वप्रथम आना।
आवाज कसना व्यंग्य कहना, उत्तेजक वाक्य कहना।
अविरद करना प्रण छुटाना।
अशुभ चेतना बुरा चेतना, अमंगल कामना करना।
अशुभ मानना बुरा चेतना, शाप देना, अमंगल कामना करना।
अस्ति अस्ति करना वाह वाह कहना, साधुवाद कहना।
अस्ति अस्ति कहना वाह वाह करना, साधुवाद करना।
अस्ति नास्ति करना हाँ नहीं करना, स्पष्ट उत्तर न देना, संदिग्ध बात कहना।
अस्ति नास्ति कहना हाँ नहीं करना, स्प्ष्ट उत्तर न देना, संदिग्ध बात कहना।
अस्ति नास्ति में डालना सन्देह में छोड़ना, द्विधा में डालना
असामी बनाना अपने मतलब पर चढ़ाना, अपनी गौं का बनाना।
आँ,आं
आँख ध्यान, लक्ष्य, विचार, विवेक, परख, निशान्त, कृपादृष्टि, सन्तति, सन्तान, लड़कावाला। उ0- सौगिन मर गई आँख छोड़ गई।
आँख आना आँख में लाली, पीड़ा और सूजन के साथ कीचड़ और पानी आना।
आँख ओट पहाड़ ओट जब आँख के सामने नहीं तब क्या दूर क्या नजदीक, सामने न होने पर दूर नजदीक एक सा होना।
आँख उठना आँख आना, आँख में लाली और पीड़ा के साथ कीचड़ और पानी आना।
आँख उठाकर न देखना ध्यान न देना, तिरस्कार करना, सामने न ताकना, लज्जा व संकोच से बराबर दृष्टि न करना, उपेक्षा करना।
आँख उठाना ताकना, देखना, सामने नज़र करना, बुरी नज़र देखना, बुरा बर्ताव करना, हानि पहुँचाने की चेष्टा करना, शत्रु भाव से देखना।
आँख उलट जाना पुतली का ऊपर चढ़ जाना, आँख पथरा जाना, (यह मरने के समय होता है) घमंड से नज़र बदल जाना, धमंड होना, अभिमान होना, विचार में परिवर्तन होना।
आँख उलटना क्रोध करना।
आँख ऊँची न होना लज्जा के बराबर ताकने का साहस न होना, लज्जा से दृष्टि नीचे रहना, नज़र बराबर न करना, लज्जा के कारण सामने न देखना।
आँख ऊपर न उठाना लज्जा या भय से सामने न देखना।
आँख कडुआना आँख गड़ाकर देखने या, देर तक जागने से आँखों में पीड़ा होना।
आँख करकना आँख दुखना या पीड़ा करना।
आँख का अंधा गांठ का पूरा मूर्ख धनवान, अनाड़ी मालदार, पैसां वाला पर मूर्ख।
आँख का अंधा नाम नयनसुख नाम गुण में विरोध, काले को गोरा कहना।
आँख का उलट जाना लौभ, ऐश्वर्य या उत्कर्ष के कारण दूसरों को तुच्छ समझना, घमंड से भर जाना।
आँख का कांटा कार्य में बाधक, शत्रु जिसे देखकर कष्ट हो।
आँख का काजल चुराना गहरी चोरी करना, बड़ी सफाई के साथ चोरी करना, सामने या पास की वस्तु चुरा लेना
आँख का कोया आँख का उभरा हुआ सफेद भाग जिस पर पुतली रहती है।
आँख का जाला आँख का एक रोग जिसमें पुतली पर एक सफेद झिल्ली जिसके कारण धुंध दिखा देता है।
आँख का ढेला आँख का बट्टा, आँखा का उभड़ा हुआ सफेद भाग जिस पर पतुली रहती है।
आँख का तारा प्रिय व्यक्ति, संतति।
आँख का तिल आँख का तारा, कनीनिका, प्रिय व्यक्ति।
आँख का तेल निकालना आँखों को कष्ट देना, ऐसा महीन काम करना जिसमें आँखों पर बहुत जोर पड़े।
आँख का परदा आँख के भीतर की झिल्ली जिससे होकर प्रकाश जाता है।
आँख का परदा उठना ज्ञान-चक्षु का खुलना, अज्ञान या भ्रम दूर होना, चैत होना।
आँख का पानी ढल जाना लज्जा छूट जाना, लाज, शर्म का जाता रहना, निर्लज्ज या बैहया हो जाना।
आँख कान खुला रहना सचेत रहना, सावधान रहना, होशियार रहना।
आँख किरकिराना आँख दुःखना, दृष्टि जमना, टकटकी बधना,
आँख की किरकिरी आँख का कांटा, चक्षुशूल, खटकने वाली वस्तु या व्यक्ति।
आँख की ठंढक प्रिय व्यक्ति या वस्तु। आँख के भीतर के परदे का वह भाग जो बाहर से काला दिखाई देता है।
आँख की पुतली अति प्रिय व्यक्ति, प्यारा मनुष्य।
आँख की पुतली फिरना आँख की पुतली का चढ़ जाना, पुतली का स्थान बदलना, आँख का पथराना (यह मरने के पूर्व का लक्षण है)।
आँख की बदी भौं के आगे किसी का दोष ही उसके इष्ट मित्र, भाई बन्धु के सामने ही कहना।
आँख के सामने नाचना अन्तःकरण में प्रत्यक्ष के समान प्रतीत होना, ध्यान में ज्यों का त्यों होना, समृद्धि में बना रहना।
आँख खटकना आँख टीसना, आँख किरकिराना। उ0- कुमसुम मारो गुलाल, नंद जू के कृष्णलाल, जाय कहूँगी कंसराज के आँख खटक मौरी भई है लाल। होली।
आँख खुलना पलक खुलना, परस्पर मिली या चिपकी हुई पलकों का अलग हो जाना, नींद टूटना, भ्रम दूर होना, दिमाग पर तरोताजगी पहुँचना, चैत होना, दिमाग पर तरोताजगी पहुंचना, चैत होना, ज्ञान होना, चित्त स्व्स्थ होना, जागना, तबीयत ठिकाने आना।
आँख खुलवाना आँख बनवाना, मुसलमानों के विवाह की एक रीति जिसमें दुल्हा-दुल्हिन के बीच एक दर्पण रक्खा जाता है और वे उसमें एक दूसरे का मुँह देखते हैं।
आँख खोलना पलक उठाना, ताकना, आँख बनाना, आँख का जाला या मांडा निकालना, चेताना, सावधान करना, ज्ञान का संचार करना, वास्तविक बोध करना, ज्ञान का अनुभव करना, वाकिफ होना, सावधान होना। उ0- माह बंधु औ कुटुंब कबेला झूठे मित्र गिनावै। आँख खोल जब देख बावरे। सब सपना कर पावे। कबीर। सुध में होना, स्वस्थ होना।
आँख गड़ना आँख किरकिराना, आँख दुखना, आँख बैठना, दृष्टि जमना, टकटकी बंधना, बड़ी चाह होना, प्राप्त की उत्कट इच्छा होना।
आँख गड़ाना टकटकी बांधना, स्तब्ध दृष्टि से ताकना, नज़र रखना, प्राप्ति की इच्छा करना, टकटकी लगाकर देखना।
आँख चढ़ना नशे, नींद या सिर की पीड़ा से पलकों का तन जाना और नियमित रूप से न गिरना, आँखों का लाल और प्रफुल्लित होना।
आँख चमकाना आँखों से संकेत करना, आँख की पुतली इधर-उधर घुमाना, आँख मटकाना।
आँख चर जाना दृष्टि का जाता रहना।
आँख चीर चीरकर देखना खूब आँख खोलकर देखना, उत्सुकता से देखना।
आँख चुराकर कुछ करना छिपकर कोई काम करना।
आँख चुराना नज़र बचाना, कतराना, सामने न होना, लज्जा से बराबर ताकना, दृष्टि नीची करना, रूखाई करना, ध्यान न देना, बे मुरोवत हो जाना।
आँख चूकना नज़र चूकना, दृष्टि हट जाना, असावधानी होना, गाफिल होना।
आँख छत से लगना आँख ऊपर को चढ़ना, आँख टंगना, आँख स्तव्ध होना, आँख का एकदम खुली रहना। (यह मरने के पूर्व की अवस्था है) टकटकी बंधना।
आँख छिपाना नज़र बचाना, कतराना, टाल मटोल करना, लज्जा से बराबर न ताकना, दृष्टि नीची करना, रूखाई करना, ध्यान न देना, बे-मुरोवत हो जाना।
आँख जमना नज़र ठहरना, दृष्टि का स्थिर रहना।
आँख जाना आँख फूटना।
आँख झपकना आँख बन्द होना, पलक गिरना, नींद आना, झपकी लगना।
आँख झेंपना दृष्टि नीची होना, लज्जित होना।
आँख झपकाना आँख मारना, इशारा करना।
आँख टंगना आँख ऊपर को चढ़ जाना। आँख की पुतली का स्तवध होना। आँख का एकदम खुली रहना (यह मरने के पूर्व का लक्षण है)। टकटकी बंधना।
आँख टेढ़ी करना भौं टेढ़ी करना, रोष दिखाना, आँखे बदलना, रूखाई करना, बेमुरौवती दिखलाना।
आँख टोरना लज्जा आदि से दृष्टि हटाना, या अलग करना, आँख मोड़ना, दृष्टि छिपाना। उ0- सूर प्रभु के चरित सखियन कहत लौचन टौरि।सूर।
आँख डालना दृष्टि डालना, देखना, ध्यान देना, चाह करना, इच्छा करना।
आँख तरसना देखने के लिए व्याकुल होना, दर्शन के लिए दुखी होना।
आँख दबाना पलक सिकोड़ना, आँख मचकाना।
आँख दिखाना क्रोध की दृष्टि से देखना, कौप जताना। उ0- बादहिं सूद्र द्विजन्ह सन हम तुमते कछु घाटि। जानई ब्रह्म सो विप्रवर आँख दिखावहिं डांटि। तुलसी। (ख) सुनि सरोष भृगुनायक आये। बहुत भांति तिन आँखि दिखाये। तुलसी। (ग) तुलसी रघुबर सेवकहि खल डाटत मन माखि। बाजराज के बालकहि लवा दिखावत आँखि। बाजराज के बालकहि लवा दिखावत आँखि। तुलसी। रोष या अवज्ञा सूचक दृष्टि से देखना।
आँख दीदे से डरना ईश्वर से डरना जो पापियों को अंधा और नकटा कर देता है, पाप से डरना जिससे आँख जाती रहती है।
आँख न उठाना नज़र न उठाना, सामने न देखना, बराबर न ताकना, लज्जा से दृष्टि नीची किये रहना, किसी काम में बराबर लगे रहना।
आँख का खोलना (ज्वर आदि के कारण) गाफिल या बेसुध होना, आँख बन्द रखना, सुस्त पड़ा रहना, बेसुध होना, बादल का घिरा रहना, पानी का थमना, वर्षा का रूकना।
आँख ठहरना चमक या द्रुतगति के कारण दृष्टि न जमना।
आँख न पसीजना आँख में आंसू न आना।
आँख नाक से डरना ईश्वर से डरना जो पापियों को अंधा और नकटा कर देता है। पाप से डरना जिससे आँख जाती रहती है।
आँख निकालना आँख दिखाना, क्रोध की दृष्टि से देखना, आँख के ढेले को निकलना।
आँख नीची करना दृष्टि नीची करना, सामने न ताकना, लज्जा या संकोच से बराबर नज़री न करना, दृष्टि न मिलाना।
आँख नीची होना सिर नीचा होना, लज्जित होना।
आँख नीली-पीली करना गुस्सा दिखाना, धमकाना, बहुत क्रोध करना, तेवर बदलना।
आँख पटपटा जाना आँख फूट जाना (स्त्रियां गाली देने में अधिक बोलती है)।
आँख पट्टम होना आँख फूट जाना।
आँख पड़ना दृष्टिगत होना, नज़र पड़ना, ध्यान जाना, कृपादृष्टि होना, चाह की दृष्टि होना, पाने की इच्छा होना।
आँख पथराना पलक का नियमित रूप से न गिरना और पुतली का गतिहीन होना (मरने के पूर्व लक्षण), स्तवध होना।
आँख पसारना दूर तक दृष्टि बढ़ाकर देखना, नज़र दौड़ाना।
आँख फड़कना आँख की पलक का बार-बार हिलना, वायु के संचार से आँख की पलक का बार-बार फड़फड़ाना (दाहिनी या बाई आँख के फड़कने से लोग भविष्य के शुभ अशुभ का अनुमान करते हैं।)
आँख फाड़ना खूब आँख खोलकर देखना, उत्सुकता से देखना।
आँख फाड़ फाड़कर देखना आश्चर्य या औत्सुक्य के साथ देखना, खूब आँखे खोलकर देखना।
आँख फूटना आँख का जाता रहना, आँख की ज्योति का नष्ट होना, बुरा लगना, कुढ़न होना, देखकर जलना, कुछ लगना, अन्धा होना।
आँख फेरना निगाह फेरना, नज़र बदलना, पहले की सी कृपा या स्नेह दृष्टि न रखना, मित्रता तोड़ना, विरूद्ध होना, प्रतिकूल होना।
आँख फैलाना दृष्टि फैलाना, दीठ पसारना, दूर तक देखना, नज़र दौड़ाना।
आँख फोड़ना आँख नष्ट करना, आँख की ज्योति का नाश करना, कोई ऐसा काम करना जिससे आँख पर जोर पड़े, और कोई ऐसा काम करना जिसमें दृष्टि देर तक गड़ानी पड़े।
आँख बंदकर कोई काम करना बिना सोचे समझे कोई काम करना, बिना जाँच पड़ताल किये कोई काम करना, दूसरी बातों की ओर ध्यान न देकर अपना काम करना, अन्य बातों की परवाह न करके अपना काम करना, किसी के कुछ कहने सुनने की परवाह न करके अपना काम करना।
आँख बन्द होना आँख झपकना, पलक गिरना, मृत्यु होना, ज्ञान न होना।
आँख बचाकर कोई काम करना इस रीति से कोई काम करना कि दूसरा न देख पावे। छिपाकर कोई काम करना।
आँख बचाना नज़र चलाना, सामना न करना, कतराना, आँख चुराना।
आँख बचे का चाँटा लड़कों का एक खेल जिसमें यह बाजी लगती है कि जिसे असावधान देख उसे चांटा लगावे।
आँख बनवाना आँख का जाला कटवाना, आँख का माड़ा निकलवाना, आँख की चिकित्सा करना।
आँख बनाना मोतियाबिंद आदि का शल्योपचार करना।
आँख बराबर करना आँख मिलाना, सामने ताकना, मुँह पर बातचीत करना, सामने डट कर बातचीत करना, ढिठाई करना।
आँख बराबर होना दृष्टि सामने होना, नज़र से नज़र मिलाना।
आँख बहाना आंसू बहाना, रोना। उ0- घाय नहीं घर, दायं परी, जुरि आई खिलायक आँख बहाऊं। पौरियै आवै रतौंधी इते पर ऊंचो सुनै सो महा दुख पाऊं। केशव।
आँख बिगड़ना दृष्टि कम होना, नेत्र की ज्योति घटना, आँख में पानी उतरना या जाला इत्यादि पड़ना। आँख उलटना, आँख पथराना, आँख खराब होना।
आँख बिछाना आदरपूर्वक स्वागत करना।
आँख बैठना आँख का भीतर की ओर धस जाना, चोट आदि के कारण आँख का नष्ट हो जाना, आर्थिक आघात लगना।
आँख भर आना आँख में आंसू आना।
आँख भर देखना खूब अच्छी तरह देखना। तृप्त होकर देखना, बड़े स्नेह से देखना, इच्छा भर देखना। उ0- गाज परै यहि लाज मै री अंखिया मरि देखन हू नहिं पाई।
आँख भर लाना आंसू भर लाना, आँख डबडबाना, रोवांसा हो जाना।
आँख भौं टेढ़ी करना आँख दिखाना, क्रोध की दृष्टि से देखना, तेवर बदलना।
आँख मचकाना आँख खोलना और फिर बंद करना, पलकों को सिकोड़कर गिराना, संकेत करना, सैन मारना।
आँख मलना सोकर उठने पर आँखों को जल्दी खुलने के लिए हाथ से धीरे-धीरे रगड़ना।
आँख मारना इशारा करना, सनकारना, पलक मारना, आँख मटकाना, आँख से निषेध करना, इशारे से मना करना।
आँख मिलना साक्षात्कार होना, देखा-देखी होना, नजर से नजर मिलाना प्रेम होना, प्रीति होना।
आँख मिलाना आँख सामने करना, बराबर ताकना, नज़र मिलाना, सामने आना, सन्मुख होना, मुँह दिखाना, बराबर के भाव से देखना।
आँख मुंदना आँख बन्द होना, आँख झपकना, मृत्यु होना।
आँख मूंदकर कोई काम करना बिना पूछे ताछे कोई काम करना, बिना आगा पीछा किये कोई काम करना।
आँख मूँदना आँख बन्द करना, पलक गिराना, मरना, ध्यान न देना। उ0- मूंदहु आँख कतहुं काई नाही। तुलसी।
आँख में आँख डालना आँख मिलाना, बराबर ताकना, ढिठाई से ताकना। धृष्टतापूर्व दृष्टि से देखना।
आँख में करकना बुरा लगना, आँख से गड़ना।
आँख खटकना मालूम होना, अच्छा न लगना।
आँख मे गड़ना आँख में खटकना, बुरा लगना, मन में बसना, जंचना, पसन्द आना, ध्यान पर चढ़ना। उ0- जाहु भले ही, कान्ह, दान अंग-अंग को मांगत। हमरौ यौवन रूप आँख इनके गड़ि लागत। सूर।।
आँख में घर करना इतना पसन्द आना कि उसका ध्यान सदा बना रहे, प्रिय होना, प्रेमपात्र होना।
आँख में चुभना आँख में धंसना, आँख में खटकना, बुरा लगना, दृष्टि से जंचना, ध्यान पर चढ़ना, पसन्द आना।
आँख में चोब आना चोट आदि लगने से आँख में ललाई आना।
आँख में बसना ध्यान पर चढ़ना, हृदय में समाना, किसी वस्तु का इतना प्रिय लगना कि उसका ध्यान चित्त में हर समय बना रहे।
आँख मोड़ना निगाह फेरना, नज़र बदलना, पहिले की सी कृपा या स्नेह दृष्टि न रखना, मित्रता तोड़ना, विरूद्ध होना, वाम होना, प्रतिकूल होना।
किसी पर आँख रखना नज़र रखना, चौकसी करना, चाह रखना, इच्छा रखना, आसरा रखना, भलाई की आशा रखना।
आँख लगना नींद आना, झपकी आना, सोना। उ0- जब जी वे सुधि कीजिये, तब तक सब सुधि जाहिं। आँखन आँख लगी रहै, आँखे लागत नाहि। बिहारी प्रीति होना, दिल लगना। उ0- (क) धार लगै तरवार लगै पर काहू सों काहू की आँख लगे ना। (ख) ना खिन टरत टारे लगत आँखि। पल आँखि लगे न लगै री श्याम सुंदर सलोने से। देव। टकटकी लगना, दृष्टि जमना, किसी से प्रीति होना। उ0- पलक आँख तेहि मारग, लागी दुनहु रहा हिं, कोउ न संदेसी आवहि, तेहिक संदेश कहाहिं। जायसी।
आँख लगाना टकटकी बांधकर देखना, प्रीति लगाना, नेह जोड़ना।
आँख लगी जिससे आँख लगी हो, प्रेमिका, सुरैतिन, उढरी।
आँख लड़ना प्रेम दृष्टि से देखना, देखा देखी होना, आँख मिलना, प्रीति होना।
आँख लड़ाना आँख मिलाना, घूरना, नज़रबाजी करना।
आँख ललचाना देखने की प्रबल इच्छा होना।
आँख लाल करना आँख दिखाना, क्रोध की दृष्टि से देखना, क्रोध करना।
आँख लाल पीली करना गुस्सा दिखाना, धमकाना
आँख वाला जिसे आँख हो, जो देख सकता हो, परखवाला, पहिचानवाला, जानकार, चतुर।
आँख सामने न करना सामने न ताकना, नज़र न मिलाना, दृष्टि बराबर न करना (लज्जा और भय से प्रायः ऐसा होता है)। सामने ताकने या वाद-प्रतिवाद करने का साहस न करना, मुँह पर बात चीत करने की हिम्मत न करना।
आँख सामने न होना लज्ता से दृष्टि बराबर न होना। शर्म से नज़र न मिलना।
आँख सेंकना सौन्दर्य दर्शन का सुख उठाना, नेत्रानंद लेना, सुन्दर रूप देखना, नजारा करना।
आँख से आँख मिलाना सामने ताकना, दृष्टि बराबर करना, नज़र लड़ाना।
आँख से उठाना सादर स्वीकार करना।
आख से गिरना नजरों से गिरना, दृष्टि से तुच्छ ठहरना
आँख से भी न देखना ध्यान भी न देना, तुच्छ समझना।
आँख होना परख होना, पहिचान होना, शिनाख्त होना, नज़र गड़ना, इच्छा होना, चाह होना, ज्ञान होना, विवेक होना। उ0- देखों राम कैसी कहि कैद किये किये, हिये, हूजिये कृपाल हनुमान जू दयाल हौ, ताहि समय फैलि गये गये कोटि कोटि कपि नये लौचे तनु खैचे चीर भयो यो विवाह हौ…..मई तब आँखे दुख सागर को चाखै, अब वही हमैं राखे, माखे वारो घून माल हौं। प्रिया।
आँखे गुद्दी में चली जाना हुए भी न देखना या न समझना न मानना
आँखे घुलना चार आँखे होना, खूब घूरा घुरी होना, दृष्टि से दृष्टि मिलना। आँख से आँख प्रेमपूर्वक मिलना। उ0- छबीले दृग घुरि घुरि हंसि मुरि जात।नागरी।
आँखे चढ़ना नशे, नींद या सिर की पीड़ा से पलकों का तन जाना और नियमित रूप से न गिरना, क्रोध आना, नशा हो जाना।
आँखे चार करना देखा देखी होना, सामने आना।
आँखे चार होना देखा देखी होना, सामना होना, एक दूसरे का दर्शन होना, विद्या का होना।
आँखे चुराना सामने न आना।
आँखे ठंडी होना तृप्ति होना, इच्छा पूरी होना।
आँखे डबडबाना आँखों में आंसू मर आना।
आँखे ढकर ढकर करना पलकों की गति ठीक न रहना, आँखों का तिलमिलाना।
आँखें तरेरना क्रोध से आँखे निकालकर देखना, क्रोध की दृष्टि से देखना। उ0- सुनि लछिमन बहुरि ज नयन तरेरे राम। तुलसीदास। क्रोध जताना।
आँखे दुखना आँखों में पीड़ा होना।
आँखे दो चार होना सामना होना।
आँखे दौड़ाना नज़र दौड़ाना, डीट पसारना और दृष्टि फैरना, इधर उधर देखना।
आँखे नचाना चंचलतापूर्वक आँखों की पुतलियों को इधर व उधर घुमाना।
आँखे नीली पीली करना बहुत क्रोध करना, तेवर बदलना, आँख दिखलाना।
आँखे फटना चोट या पीड़ा से यह मालूम पड़ना कि आँखें निकली पड़ती हैं। आँखे बढ़ना, आँखों की फांक का फैलाना। उ0- दौरत धीरे ही में थकिये, थहरै पग, आवत जांघ सटी सी। होंत घरी घरी छीन खरी से कटि, और है पास सुवास अटी सी। हे रघुनाथ, बिलौकिबै की तुम्हें आई न खेलन सोंच परी सी। मैं नहिं जानति हाल कहा यह काहै ते जाति है अंखि फटी सी। रघुनाथ।
आँखे फिर जाना नजर बदल जाना, पहिले की कृपा या स्नेह दृष्टि न रहना, चित्त में विरोध उत्पन्न हो जाना, मन में बुराई आना, चित्त में प्रतिकूलता आना। बे मुरौवत होना।
आँखे बदल जाना पहिले की सी कृपा दृष्टि या स्नेहदृष्टि न रह जाना, पहिले का सा व्यवहार न रह जाना, नज़र बदल जाना, बरताव में रूखापन आना। उ0- गौं निकल गई आँख बदल गई। आकृति पर क्रोध दिखाई देना। क्रोध की दृष्टि होना। रिस चढ़ना।
आँखे सेंकना सुन्दर रूप देखकर नजारा करना।
आँखे गुदी में चली जाना सफाई न देना, देख न पड़ना, समय में न आना, किसी वस्तु के प्रत्यक्ष होते हुए भी न देखना या न समझना या न मानना।
आँखे गुदी में होना सफाई न देना, देख न पड़ना, समय में न आना, किसी वस्तु के प्रत्यक्ष होते हुए भी न देखना या न समझना या न मानना।
आँखों का उमडना आँखों का आंसुओं से भर आना, आँखों से अविरल धारा का बहना।
आँखों की सूईयाँ निकालना किसी के कोई काम लगभग पूरा कर लेने का थोड़ा करके सारा श्रेय लेने का प्रयत्य करना।
आँखों के आगे अंधेरा छाना मस्तिष्क पर आघात लगने या कमजोरी से नजर के सामने थोड़ी देर के लिए कुछ न दिखाई देना, बेहोशी होना, मूर्च्छा आना।
आँखों के आगे अंधेरा होना संसार सूना दिखाई देना, विपत्ति या दुःख के समय अपने को असहाय पाकर घोर निराश होना, मूच्छित होना।
आँखों के आगे चिनगारी छूटना आँखों का तिलमिलाना, तिलमिली लगना, मस्तिष्क पर आघात पहुँचने से चकाचौंध सा लगना, चोर आदि के कारण चकाचौध होना।
आँखों के आगे नाचना ध्यान पर चढ़ा रहना, स्मृति में बना रहना, सामने दृश्य मौजूद होना।
आँखों के आगे पलकों की बुराई किसी के इष्ट मित्रों के आगे ही उसकी निन्दा करना।
आँखों के आगे फिरना ध्यान पर चढ़ा रहना, स्मृति में बना रहना, सामने दृश्य मौजूद होना।
आँखों के आगे रखना सामने रखना।
आँखों के डोरे आँखों के सफेद भाग (ढेलों) पर लाल रंग की बहुत बारीक नसें।
आँखों के तारे छूटना आँखों का तिलमिलाना, तिलमिली लगना, मस्तिष्क पर आघात पहुँचने से चकाचौंध सा लगना, चोट आदि के कारण चकाचौंध होना।
आँखों के सामने नाचना ध्यान पर चढ़ा रहना, स्मृति में बना रहना, दृश्य के सामने रहना।
आँखों के सामने रखना निकट रखना, पास से जाने न देना।
आँखों के सामने होना सम्मुख होना, आगे आना।
आँखों की रौ बैठना आँखों को खो देना, अंधे होना।
आँखों तले न लाना कुछ न समझना, तुच्छ समझना।
आँखों देखते आँखों के सामने, देखते हुए, जान बूझकर, देखते देखते, थोड़े ही दिनों में।
आँखों देखा हुआ आँखों से देखा हुआ, अपना देखा। उ9- जल में उपजे जल में रहे। आँखों देखा खूसरो कहे। पहेली-काजल।
आँखों पर आईये आदर के साथ आईये। सादर पधारिये।
आँखों पर ठिकरी रख लेना जान बूझकर अनजान बनना, रूखाई करना, शील न करना, गुण न मानना, उपकार न मानना। कृतघता करना, लज्जा खो देना, निर्लज्ज होना।
आँखों पर पट्टी बाँध लेना दोनों आँखों के ऊपर से कपड़ा ले जाकर सिर के पीछ बांधना जिससे कुछ दिखाई न पड़े। आँखों को ढकना, आँख बन्द करना, ध्यान न देना।
आँखों पर परदा पड़ना अज्ञान का अन्धकार छाना, प्रमाद होना, भ्रम होना, विचार का जाता रहना, विवेक का दूर होना, कमजोरी से आँखों के सामने अंधेरा छाना, सुनाई न देना, समझ में न आना, वस्तु स्थिति न समझना।
आँखों पर पलकों का बोझ न होना अपनी चीज का रखना भारी मालूम नहीं होना, अपने कटुम्बियों को खिलाना पिलाना नहीं खलता। काम की चीज महंगी नहीं मालूम होती।
आँखों पर बिठाना बहुत आदर सत्कार करना, आव भगत करना, प्रीतिपूर्वक व्यवहार करना।
आँखों पर बैठाना आदर के साथ रखना।
आँखों पर रखना बहुत प्रिय करके रखना, बहुत आराम से रखना, खातिरदारी के साथ रखना।
आँखों में दृष्टि में नज़र में, परख में, अनुमान में।
आँखों में क़ाजल क़ाजल का आँखों में खूब लगना।
आँखों में खून अतरना क्रोध से आँखों का लाल होना, रिस चढ़ना। (कसी की) आँखों में घर करना
आँखों में बसना हृदय में समाना, ध्यान पर चढ़ना, किसी को मोहना या मोहित करना।
आँखों में चढ़ना पसन्द आना।
आँखों में चरबी छाना घमण्ड, बैपरवासी या अवावधानी से सामने की चीज न दिखाई देना, प्रमाद से किसी वस्तु की ओर ध्यान र जाना, मदान्थ होना, गर्व से किसी की ओर ध्यान न देना, अभिमान में चूर होना।
आँखों में चुभना बरा लगना, आँखों में जंबना, पसन्द आना, आँखों पर गहरा प्रभाव डालना।
आँखों में चौब आ जाना चोट आदि के कारण आँखों का लाल होना।
आँखों में फाई पड़ना आँखों का थक जाना। उ0- आंखड़ियों फाई परीं, पंथ निहारि निहारि जीभड़ियां छाला परयो, राम पुकारी पुकारि।कबीर।
आँखों में टेसू, तीखी या सरसों फूलना चारों ओर एक ही रंग दिखाई देना, जो बात जी में समाई हुई है उसी का चारों ओर दिखाई पड़ना। जो बात ध्यान से चढ़ी है चारों ओर वही सूझना, नाश होना, तरंग उठना, मस्ती आना।
आँखों में तकला चुभाना आँख फोड़ना।
आँखों में तरावट आना आँखों में ठंडक आना, तबीयत ताजी होना।
आँखों में धूल झोंकना सरासर धोखा देना, भ्रम में डालना। उ0- मैया री मैं जानति वाको, पीत उढ़निया जो मेरी ले गई ले आनो घरि ताको। हरि की माया कोउ न जाने आँाि घूरि सी दीनी, लाल ढिगनी की सारी ताको पीत उढ़नियां कीनी। सूर।
आँखों में धूल डालना सरासर धोखा देना, भ्रम में डालना
आँखों में धूल देना सरासर धोखा देना, भ्रम में डालना
आँखों में नाचना ध्यान पर रहना, स्मृति में बना रहना, दृश्य सामने रहना।
आँखों में नील की सलाई आँखें फाड़वा डालना।
आँखों में नून देना आँख फोड़ना।
आँखों में नून राई आँखें फूटें (स्त्रिया उन लोगों के लिए बोलती हैं जो उनके बच्चों की नज़र लगावे। किसी बच्चे की नज़र लगाने का सन्देह होने पर वे उसके चारों राई नमक घुमाकर आग में डालती है।
आँखों में नौन देना आँख फोड़ना।
आँखों में पालना बड़े सुख चैन से पालना। बड़े लाड़-प्यार से पालन-पोषण करना।
आँखों में फिरना ध्यान पर चढ़ा रहना, स्मृति में बना रहना।
आँखों में बसना दिल में घर कर लेना।
आँखों में बैठना पसन्द आना, आँखों पर गहरा प्रभाव डालना, आँखों में धसना।
आँखों में भंग घुटना आँख पर भांग का खूब नशा छाना। गहागडड नशा होना, भंग के नशे में होना।
आँखों में रहना लाड़ प्यार से रखना, प्रेम में रखना, सुख से रखना। उ0- रानी में जानी अजानी महा पविवाहन हू ते कठोर हियो है। राजहु काज अकाज न जान्यो कहो तिय को जिन ज्ञज्ञन किये है। ऐसी मनोहर मूरति ये बिछुरे कैसे प्रीतम लोग जियो है। आंखिन में, सखि, राखिबे जोग इन्हे किमि कै, वनवास दियो है। तुलसी। सावधानी से रखना, यत्न और रक्षापूर्वक रखना।
आँखों में रात कटना किसी कष्ट, चिन्ता या व्यग्रता से सारी रात जागते बीतना, रात भर नींद न पड़ना।
आँखों में रात काटना किसी कष्ट, चिन्ता या व्यग्रता के कारण जागकर रात बिताना।
आँखों में शील होना चित्त में कोमलता होना, दिल में मुरौअत होना।
आँखों में समाना हृदय में बसना, ध्यान पर चढ़ना, चित्त में स्मरण बना रहना, दिल में घर कर लेना।
आँखों लगना आँखों में लगना, ऊपर पड़ना, ऊपर आना, शरीर पर बीतना। उ0- यशोदा तेरी चिरजीवे गोपाल। बेगि बढ़ै बल सहित वृद्ध लट महरि मनोहर बाल। उपजि परयो यहि कोख कर्मवश मुंदी सीप ज्यों लाल। या गोकुल के प्राण जीवन धन बैरिन के उर साल। सूर कितो मन पावत है देखे श्याम तमाल। सज आरति लगौ मोरी अखियन राग दीख जंजाल। सूर।
आँखों सुख कलेजे ठंडक पूरी प्रसन्नता, ऐन खुशी (जब किसी की बात को लोग प्रसन्नतापूर्वक स्वीकार करते हैं तब यह वाक्या बोलद है)।
आँखों से ओझल होना नज़र से गायब होना, सामने से दूर होना।
आँखों से आंट होना दृष्टि से छिप जाना।
आँखों से उतरना नज़रों से गिरना, दृष्टि से नीचा ठहरना।
आँखों से काम करना इशारों से काम निकालना।
आँखों से कोई काम करना बहुत प्रेम और भक्ति से कोई काम करना।
आँखों से गिरना आँखों से उतरना, नज़रों से गिरना, दृष्टि से तुच्छ ठहरना।
आँखों से चिनगारी छूटना क्रोध से आँखे लाल होना।
आँखों से लगाकर रखना बहुत प्रेम से रखना, बहुत आदर सत्कार से रखना।
आँखों से लगाना प्यार करना, चूम लेना।
आँच आना हानि होना कष्ट या आघात पहुंचना या अपकार होना।
आँच खाना गरमी पाना, आग पर चढ़ना, ताव खाना, आवश्यकता से अधिक पकना, आंच पर पकाया जाना।
आँच दिखाना आग के सामने रखकर गरम करना।
आँच देना गरम करना
आँच पहुंचाना गरमी देना। चोट या हानि पहुँचाना।
आंचार बाँधना स्मरण के लिए अंचल में गाँठ बाँधना।
(किसी के आगे) आँचल जोड़ना कुछ माँगने के लिए दीनतापूर्वक कपड़े का पल्ला फैलाना।
आँचल डालना मुसलमान लोगों में विवाह की एक रीति (जब दूल्हा दुलहिन के घर में जाने लगता है जब उसकी बहिन दरवाजे से उसके सिर पर आंचल डालकर उसे घर में ले जाती है। इसका नैग बहिन को मिलता है)।
आँचल दबाना दूध पीना
आंचल देना बच्चे को दूध पिलाना, विवाह की एक रीति (जब बारात वर के वहां से चलने लती है तब दूल्हे की माँ उसके ऊपर आंचल डालती है और काजल लगाती है, इस रीति की आंचल देना कहते है) आंचल से हवा करना।
आंचल पड़ना आंचल छू जाना। (स्त्रियां बच्चे पर आंचल पड़ना बुरा समझती हैं और कहती हैं कि इससे बच्चों की देह फल जाती है)।
आंचल पल्लू कपड़े के एक छोर पर टका हुआ चौड़ा ठप्पेदार पट्ठा।
आंचल फाड़ना बच्चे के जीने के लिए टोटका करना (जिस स्त्री के बच्चे नहीं जीते या जो बांझ होती है वह किसी बच्चे वाली स्त्री का आंचल घात पाकर कतर लेती है और उसे जलाकर खा जात है। स्त्रियों का विश्वास है कि ऐसा करने से जिसका आंचल कतरा जाता है उसके बच्चे मर जाते हैं और जो आंचल कतरती है उसके बच्चे जीने लगते हैं।
आंचल में बाधना हर समय साथ रखना, प्रतिक्षण पास रखना। कभी न भूलना, गाँठ बांधना तरह स्मरण रखना।
आंचल में बात बांधना किसी कहीं हुई बात को अच्छी तरह स्मरण रखना, कभी न भूलना, दृढ़ निश्चय करना, पूरा विश्वास रखना।
आंचल में सात बातें बांधना टोटका करना, जादू करना।
आंचल लेना आंचल से पैर छूकर प्रणाम करना, सत्कार या अभिवादन करना।
आंचल संभालना आंचल ठीक करना, शरीर को अच्छी तरह ढकना। उ0- फुलवा बिनत डार डार गोपिन के संग कुमार चंद्रबदन चमकत वृषाभानु की लली। हे चंचल कुमारि अपनो अंचलसंभार आवत ब्रजराज आज बिनन को कली।
आंट पर चढ़ना दांव पर चढ़ना
आंटी काटना गिरह काटना, जेब काटना।
आंत उतरना एक रोग जिसमें आंत ढीली होकर असहाय अंडकोश में उतर जाती है और असहनीय पीड़ा उत्पन्न होती है।
आंते ऐंठना आंतों में ऐंठन होना, मरोड होना।
आंते कुलबुलाना मूर्ख के मारे बुरी दशा होना। अत्यन्त भूख होना, भूख लगना।
आंते गले में आना नाकों दम होना, जंजाल में फंसना, तंग होना।
आंते बोलना मूख से पेट कुलकुलाना, पेट बोलना।
आंते मुंह में आना नाको दम होना, जंजाल में फंसना, तंग होना, आंतों में बल पड़ना।
आंते समेटना भूख सहना
बातें सूखना बहुत भूखा होना, भूख के मारे बुदी दशा होना।
आँतों का बल खुलना पेट भरना, भोजन से तृप्ति होना, बहुत देर तक भूखे रहने के उपरान्त भोजन मिलना, छककर खाना।
आंतों का बल खुलवाना पेट पर खिलवाना।
आंतों में बल पड़ना पेट में बल पड़ना, पेट ऐंठना।
आतों का आवा बिगड़ना किसी समाज के सब लोगों का बिगड़ना।
आंधी उठना अंधेर होना, प्रबल आन्दोलन होना, हलचल मचाना, तूफान उठना।
आंधी उठाना हलचल मचाना, धूम धाम मचाना।
आंधी की तरह तेज किसी काम को झटपट करने वाला। चुस्त, चालाक।
आंधी के आम आंधी में अपने से गिरे हुए आम, बिना परिश्रम के मिली हुई चीज, बहुत सान्ती चीज, थोड़े दिन रहने वाली चीज।
आंसू गिराना रोना
आंसू डबडबाना आंसू निकालना, रोने की दशा होना। आंसू ढालना, आंसू गिराना, रोना। उ0- परगट ढारि सके नहिं आंसू। घुट घुट मांस गुपुत होय नासू। जायसी। (ख) नारि चरित की ढारई आंसू। तुलसी।
आंसू तोड़ कुसमय की वर्षा (ठग)।
आंसू थमना आंसू रूकना। रोना बन्द होना। उ0- थमते थमते थमेंगे आंसू। रोना है वह हंसी नहीं है। मीर।
आंसू पीकर रह जाना भीतर ही भीतर रोकर रह जाना। अपनी व्यथा को रोकर प्रकट करना, मन ममसूस कर रह जाना।
आंसू पोछना आश्वासन मिलना, ढांढस बधाना। किसी के आंसू पोछना, बहते हुए आंसू को कपड़े से सुखाना, ढाढस बंधाना, दिलासा देना, आश्वासन देना।
आंसू भर आना आंसू निकल पड़ना
आंसू भर लाना रोने लगना।
आंसू रोना रक्त शोषक दुःख से रोना।
आंसूओं का तार बंधना बराबर आंसू बहना।
आंसूओं से मुँह धोना बहुत आंसू गिरना, बहुत रोना, अत्यन्त विलाप करना।
आ
आ जाना पड़ जाना, स्थित होना।
आ टपकना एक बारगी आ पहुंचना, अकस्मात पाकर उपस्थित होना।
आ धमकना एकाएक आ पहुंचना, तुरन्त आ जाना, देखते देखते उपस्थित होना, अचानक भारस्वरूप उपस्थित हो जाना।
आ निकलना एकाएक पहंुच जाना, अनायास आ जाना।
आ पड़ना सहसा गिरना, एक बारगी गिरना, आक्रमण करना, (अनिष्ट घटना का) घटित होना, संकट, कठिनाई या दुःख का उपस्थित होना, उपस्थित होना, एकबारगी ओना, डेरा जमाना, टिकना, विश्राम करना, सहसा आ पहुंचना।
(किसी की) आ बनना लाभ उठाने का अच्छा अवसर हाथ आना, स्वार्थ साधन का मौका मिलना, किसी पर विपत्ति पड़ना। उ0- आन बनी सिर आपने छोड़ पराई आस।
आ रहना गिर पड़ना।
आ लगना किसी ठिकाने पर पहुँचना। (इस क्रिया पद का प्रयोग जड़ पदार्थो के लिए होता है, चेतन के लिए नहीं)। आरम्भ होना, पीछे लगना, साथ होना।
आ लेना पास पहुंच जाना, पकड़ लेना, आक्रमण करना, टूट पड़ना।
आई आई हुई मृत्यु, आई हुई विपत्ति
आईना होना स्पष्ट होना, अनायास समझ मे आने योग्य होना।
आईने में मुँह देखना अपनी योग्यता को जाँचना, अपनी योग्यता समझ लेना, मुहावरा उस समय बोला जाता है जब कोई व्यक्ति अपनी योग्यता से अधिक काम करने की इच्छा प्रकट करता है।
आए गये होना खो जाना, नष्ट हो जाना, व्यर्थ खर्च होना।
आए दिन प्रतिदिन , नित प्रतिदिन
आक की बुढ़िया बहुत बूढ़ी स्त्री।
आकबत बिगड़ना परलोक बिगड़ना।
आकबत में दिया दिखाना परलोक में काम आना।
आकाश उठाना बड़ा उपद्रव करना। आकाश की ओर क्षीतिज
आकाश खुलना आसमान साफ होना, बादल हटना।
आकाश चूमना बहुत ऊँचा होना, बहुत बादल हटना।
आकाश छूना बहुत ऊँचा होना।
आकाश पाताल एक करना भारी प्रयास करना, आन्दोलन करना, हलचल करना, धूम मचाना, कठिन परिश्रम करना।
आकाश पाताल का अन्तर बहुत बड़ा अन्तर, बहुत फर्क।
आकाश बांधना अनहोनी बात कहना, असम्भव बात कहना। उ0- जब दधि बेचन जाहिं तब मारग रोकि रहै। ग्वालिनी देखत धाई री अंचल आनि गई।… कहा कहत डरपाई कहु कलू मेरी घटि जहैं। तुम आंधत आकाश बात झूठी को सहैं। सूर।
आकाश में चढ़ना अति करना, कल्पना क्षेत्र में घूमना, असम्भव कार्य करना। उ0- तुलसी चढ़न आकाश।
आकाश से बातें करना बहुत ऊँचा होना, बहकना, बढ़-चढ़कर बातें करना।
आखोर की मस्ती निकम्मों का समूह, निकम्मी चीजों का अटाला।
आग उखाड़ना (गड़ी हुई) भूली हुई, जली भुनी बात की याद दिलाना, निपटे हुए झगड़े को फिर उठाना।
आग उगलना जलाने या दुखाने वाली बुरी बातें कहना, मर्म भेदी बातें कहना, तीखीं और बड़ी बातें कहना।
आग उठाना झगड़ा उठाना, कलह या उपद्रव उत्पन्न करना, दबी वेदना को जगाना। आग उमाड़ना, पुरानी, भूली हुई बरी और क्रोध या झगड़ा उत्पन्न करने वाली बात छेड़ना।
आग कंजियाना आग का ठंडा होना, दहकते हुए कोयले का फिर ढंडा होकर काला पड़ जाना।
आग का पुतला क्रोधी, चिड़चिड़ा।
आग का झंड़काना आग का धधकना, लड़ाई बढ़ाना, जोश बढाना, क्रोध और शोक आदि भावों को उदीप्ति करना।
आग का बाग सुनार का अंगीठा, आतिशबाजी।
आग के मोल बहुत महंगा।
आग खाना अंगार हगना जैसी करनी वैसी भरनी।
आग गाड़ना कड़े की आग की राख में सुरक्षित रखना।
आग जोड़ना आग सुलगाना, अहरा जलाना।
आग झंवाना आग को ठंडा होना, दहकते हुए कोयले का फिर ठंडा होकर काला पड़ जाना।
आग झाड़ना पत्थर या चकमक से आग बनाना।
आग दबाना क्रोध या झगड़ा दबा देना।
आग दिखाना आग लगाना, जलाने के लिए आग छुलाना, तोप में बत्ती देना।
आग देना चिता में आग लगाना, दाह-कर्म करना, आतिशबाजी में आग लगाना। आग लगाना, जलाना, फूकना। उ0- लागी कंट आब दे होरी। छार भई जरि अंग न मोरी। जायसी। बरबाद करना, नष्ट करना, तोप में बत्ती देना। रंजक पर पलीता छुलाना।
आग धोना हुक्का भरने के लिए अंगारों के ऊपर से राख दूर करना।
आग निकलना (आँखों से) अत कुपित होना।
आग निकालना जैसे करना वैसा पाना।
आग पर आग डालना जले को जलाना, दुःख पर दुःख होना। उ0- विरह आग पर मैले आगी। विरह घाव पर घाव विजागी। कैशव।
आग पर पानी डालना क्रोध के समय शीतल वचन कहना, झगड़ा शान्त करना, क्रुद्ध को शांत करना, लड़ने वालों को समझाना बुझाना।
आग पर लोटना बेचैन होना, विकल होना, तड़पना, छाह से जलना, ईष्या करना।
आग पानी का वैर स्वाभाविक शत्रुता, जन्म का बैर, सहज वैर।
आग फांकना व्यर्थ की बकवाद करना, बात बघारना, झूठी शैखी हांकना, डींग मारना।
आग फूंक देना जलन उत्पन्न करना, गरमी पैदा करना।
आग फूंकना क्रोध उत्पन्न करना। रिस लगना, क्रुद्ध करना।
आग फूस का बैर स्वाभाविक शत्रुता, जन्म का बैर, सहज बैर।
आग फैलना बुराई या बावेला फैलाना।
आग बनाना आग सुलगाना।
आग बबूला बनना क्रोध के आवेश में होना, अत्यन्त कुपित होना, गुस्से से लाल होना।
आग बरसना बहुत गरमी पड़ना, लू चलना, गोलियों की बौछार होना, बड़े कठोर वचन कहना।
आग बरसना शत्रु पर गोले गोलियों की वर्षा करना।
आग बुझा लेना कंसर निकालन, बदला लेना।
आग बोना आग लगाना। उ0- योगी आहि वियोगी कोई तुम्हरे मंडप आगि जिन बोई। जायसी। चुगल खोरी करके झगड़ा या उत्पात खड़ा करना।
आग भड़कना आग का धधकना, लडाई उठना, उत्पाद खड़ा होना, हलचल मचना, उद्वैग होना, जोश होना और शोक आदि भावों का तीव्र या उदीप्ति होना।
आग भड़काना हलचल मचाना, लड़ाई बढ़ाना, जोश बढ़ाना।
आग बबूला होना क्रोध से लाल होना
आग भी न लगाना बहुत तुच्छ समझना।
आग मूतना अति करना।
आग में कूदना अपने ऊपर विपत्ति लेना।
आग में घी छोड़ना क्रोध भड़काना, झगड़ा बढ़ाना।
आग में घी डालना क्रोध भड़काना, झगड़ा बढ़ाना।
आग में झोंकना (किसी को) आफत में डाल देना, लड़की को ऐसे घर व्याह देना जहां उसे हर घड़ी कष्ट हुआ करे, खतरे या अनिष्ट में ढकेल देना।
आग में पानी डालना क्रोध शान्त करना, झगड़ा मिटाना।
आग लगना आग से किसी वस्तु का जलना। उ0- नयन चुवहि जस महवअ नीरू। तेहि जल आगलाग सिर चीरू। जायसी। क्रोध उत्पन्न होना, कुढ़न होना, बुरा लगना, ईर्ष्या होना, डाह होना, लाल फैलना, लाल फूलों का चारों ओर झूलना, किसी वस्तु का बहुत महंगा हो जाना, किसी तीव्र भाव का उदय होना, सत्यानाश होना।
आग लगाकर तमाशा देखना झगड़ा या उपद्रव खड़ा करके अपना मनोरंजन करना।
आग लगाकर पानी को दौड़ना पहले झगड़ा लगाकर इसको शांति करने का यत्न करना।
आग लगाके दूर होना झगड़ा, बखेड़ा कराके अलग हो जाना।
आग लगाना क्रोध या ईर्ष्या भड़काना, चुगली खाना, नाश करना, उद्वेग बढ़ाना, जोश बढ़ाना, झगड़ा लगाना।
आग लगे बुरा हो, नाश हो।
आग लगाने पर कुंआ खोदना कोई कठिन कार्य आ पड़ने पर उसके करने के सीधे उपाय को छोड़ बड़ी लम्बी चौड़ी युक्ति में लगना। उ0- आग लगे खोदे कुआं कैसे आग बुझाय। पहले से करने के काम को एैन वक्त पर करने चलना।
आग लगे पर पानी कहाँ गुस्से में मुरौवत नहीं रहती।
आग लगे मुँह पाना ताव पर किसी काम का चटपट न होना। उ0- या के तो आजु ही मिलौ माह। आगि लागे मेरी आली मेह पाइयतु है। केशव।
आग लेने जाना पांव लौट जाना, थोड़ी देर के लिए आना।
आग से पानी होना क्रोध करने के बाद होना, रिस का जाता रहना।
आग होना गर्म होना, लाल अंगारा होना, कुद्ध होना, रोष में मरना।
आगम करना उपक्रम बांधना, ठिकाना करना, लाभ का डोल करना, उपाय रचना।
आगम जनाना होनहार की सूचना देना।
आगम बांधना आने वाली बात का निश्चय करना।
आगा काटना किसी अपशकुन कारक व्यक्ति या प्राणी का आगे से निकल जाना।
आगा तागा लेना आव भगत करना, आदर सत्कार करना।
आगा पीछा करना दुविधा में पड़ना, सन्देह में रहना।
आगा पीछा विचारना भूत भविष्य का विचार करना।
आगा मारी होना गर्भवती होना, पैर भारी होना, कहारों की बोली में राह में ठोकर गड्ढा आदि का होना जिससे गिरने का भय हो।
आगा मारना किसी के कार्य में बाधा डालना, किसी के उन्नति में रूकावट डालना, बाधक होना।
आगा मारा जाना भावी उन्नति में विघ्न पड़ना, आगम मारा जाना।
आगा रूकना भावी उन्नति में बाधा पड़ना।
आगा रोकना आक्रमण रोकना, कोई बड़ा कार्य आ पड़ने पर उसे सम्भालना, मुहड़ा सम्भालना, किसी के सामने इस तरह खड़ा होना कि ओट हो जाय, किसी की उन्नति में बाधा डालना, बाधक होना, आड़ करना।
आना लेना शत्रु के आक्रमण को रोकना, भिड़ना।
आगा सम्भालना मुहड़ा सम्भालना, कोई बड़ा कार्य आ पड़ने पर उसका प्रबन्ध करना, गुप्त अंग को ढांकना, बार रोकना। भिड़ना।
आगे आगे? थोड़े दिनों बाद। क्रमशः।
आगे आना सामने आना, सामने पड़ना, मिलना, सम्मुख होना, सामना करना, भिड़ना, कर्म फल का घटित होना, मिलना, बदला मिलना। उ0- (क) जो जैसा करे सो तैसे पावे। पूत भतार के आगे आवे। (ख) मत कर सास बुराई, तेरी घी के आगे आई, घटित होना। घटना, प्रकट होना, स्वागत करना। उ0- आगे आयहु लेन। रामा0।
आगे करना उपस्थिित करना, प्रस्तुत करना, अगुआ बनाना, मुखिया बनाना। उ0- कमल सहाय सूर संग लीन्हा। राघव चेतन आगे कीन्हा। जायसी अगुआना। अग्रगंता बनाना। उ0- राजै राक्षस नियर बोलावा, आगे कीन्ह पंथ जनु पावा। जायसी। आगे बढ़ाना, चलाना। उ0- चक्र सुदर्शन आगे कीयो, कौटिक सूर्य प्रकाशित भयो। सूर। किसी आफत में डालना, मुखिया बनाना।
आगे का उठा खाने से बचा हुआ, जूठा, उच्छिष्ट। आगे का उठा खाने वाला जूठा खाने वाला, हास होना, टुकड़ खोर, दास नीच, अत्यन्त तुच्छ, नाचीज, दहशत छा जाना।
आगे का कपड़ा घूंघट, आंचल।
आगे की कपड़ा खींचना घूंघट काढ़ना।
आगे की उखेड़ कुश्ती का एक पेंच, खिलाड़ी का प्रतिद्वंदी की पीठ पर जाकर उसकी कमर की लपेट को पकड़कर जिवर और चले उधर फेंकना। अग्रीतोलन।
आगे को आगे से भविष्य में फिर पुनः आंदा।
आगे चलकर भविष्य में अन्तर।
आगे चलना पथ दिखाना, नेता बनना, मुखिया होना।
आगे जागर भविष्य में, इसके बाद, अनन्तर।
आगे डालना देना, खाने के लिए सामने रखना, (यह अवज्ञा सूचक है और प्रायः इसका प्रयोग पशु आदि श्रेणी के जीवधारियों के लिए होता है)।
आगे डोलना आगे फिरना, सामने खेलना कूदना, लड़कों का होना।
आगे देना सामने रखना, उपस्थित करना।
आगे दौड़ पीछे छोड़ किसी काम को जल्दी जल्दी करते जाना और यह न देखना कि किए हुए काम की क्या दशा होती है, आगे करते जाना और पीछे का ध्यान न रखना।
आगे घरना आदर्श बनाना, प्रस्तुत करना, उपस्थित करना, पेश करना, भेंट करना, भेंट देना।
आगे निकलना साथियों, प्रतिस्पर्धियों से आगे बढ़ जाना।
आगे पीछे एक के पीछे एक, कुछ काल के अन्तर यथावकाश, इधर का उधर, उलट पलट।
(किसी) के आगे पीछे होना किसी के वंश में किसी प्राणी का होना।
आगे रखना अर्पण करना, देना, चढ़ाना, उपस्थित करना, पेश करना, भेंट करना, आदर्श बनाना।
आगे लेना अगवानी करना, या आगे बढ़कर स्वागत करना, किसी को प्रसन्न रखने के लिए उसके इच्छानुसार सब काम करना, आदर या सत्कार करना।
आगे से आइंदा भविष्य में, बहुत दिनों से, सामने से, पहिले से।
आगे से लेना स्वागत करना, अभ्यर्थना करना। उ0- कुंअरि सुनि पायो अति आनंद। मनही मनहिं विचार करत इह कब मिलिहैं नंद नंद। हरि आगमन जानि के भीषम आगे लेन सिधायो। सूरदास प्रभु दर्शन कारण नगर लोग सब घायो। सूर।
आगे होकर लेना आगे बढ़कर स्वागत करना, अभ्यर्थना करना। उ0- आगे हवै जहि सुरपति लेई। अर्द्ध सिंहासन आसन देई। तुलसी।
आगे होना आगे बढ़ना, अग्रसर होना, बढ़ जाना, सामने आना, मुकाबला करना, मुखिया बनना, परदा करना, आड़ करना, स्वागत करना।
आजकल करना टाल मटोल करना, हीला हवाली करना।
आजकल का हाल का, नये जमाने का।
आजकल का मेहमान होना अति लघु समय में मरना, मरण काल निकट होना।
आजकल बताना टाल मटोल करना, हीला हवाला करना।
आजकल में थोड़े दिनों में शीघ्र दो चार दिनों में ही।
आजकल लगाना अब तब लगना मरने में दो ही एक दिन की देर होना। मरण काल निकट आना।
आजकल होना टाल मटोल होना, हीला हवाला होना।
आज को इस समय, इस अवसर पर, ऐसे समय में, ऐसे मौके पर।
आज तक आज के दिन तक, इस समय तक, इस घड़ी तक।
आज दिन इस समय, वर्तमान समय में।
आज मुए कल दूसरा दिन मरने के पीछे जो चाहे सो हो। मरने के बाद कोई चिन्ता नहीं रहती। मृत्यु के बाद की बात की ओर ध्यान न देना।
आज लों आज तक।
आज से इस मि समय से। अब से, भविष्य में।
आज हो कि कल थोड़े दिनों में. दो चार दिन के भीतर ही।
आटा कर देना बहुत बारीक करना, पीसना
मुफलिसी में आटा गीला होना कठिनाई में कठिनाई पैदा हो जाना।
आटा के साथ घुन पीसना बड़े आदमी के साथ छोटों को नुकसान पहुँचाना।
आटा दाल का भाव मालूम होना संसार के व्यवहार का ज्ञान होना, असलियत का पता चलना, किये का फल मिलना, जीवन की कटुता का पता चलना।
आटा दाल की फिक्र जीविका की चिन्ता, गृहस्थी की चिन्ता।
आटा माटी होना नष्ट भ्रष्ट होना, किसी वस्तु का चूर्ण, बुकनी, तबाह होना।
आटा में नमक थोड़ा सा, जरा सा।
आटे की आपा मौली स्त्री, अत्यन्त सीधी सादी स्त्री।
आंटके के साथ घुन पिसना बड़े आदमी के साथ छाटे को नुकसान पहुँचाना।
आठ आठ आसू रोना अत्यधिक विलाप करना, फूट फूटकर रोना।
आठ अठारह होना तितर बितर होना, हैरान होना।
आठ पहर चौसठ घड़ी हर वक्त।
आठों गाँव कुम्हैत सर्वगुण सम्पन्न, चतुर, छंटा हुआ, धुर्त दुष्ट, चालाक, वह घोड़ा जिसके सब अंग दुरस्त हों और रंग कुम्हैत हो।
आठों पहन आयों दिन रात। उ0- ओछी संगत कुर की, आठो पहर उपाधि। कबीर।
आड़ा पहर सूली पर रहना चौबीस घंटे, हमेशा कष्ट में रहना।
आड़ो पड़ना बीच में पड़ना, रूकावट डालना। उ0- कबिरा करनी आपनी, कबहुं न निष्फल जाय। सात समुद्र आड़ा परै, मिले अगाउ आय। कबीर। बाधक होना।
आड़ा होना रूकावट डालना, बाधा डालना, आगे न बढ़ने देना। उ0- मैं पाछे मुनि घीय के, चहयों चलन करि चाव, मर्यादा आड़ी मई, आगे दियौ न राव। लक्ष्मण। बाधक होना।
आड़े आना रूकावट डालना, बाधक होना, कठिन समय में सहायक होना, गाढ़े में काम आना, संकट में खड़ा होना।उ0- कमरी धीरे दाम की आवै बहुत काम। खासा मलमल बाफता उनकर राखै मान। उनकर राखै मान बुंद जहं आड़े आवे। बकुवा बाधै मोट राति को मारि बिछावै। गिरिधर सामने आना।
आड़े दिन काम आना विपत्ति के दिनों में सहायता करना।
आड़े देना ओट करना, आड़ के लिए सामने रखना। उ0- आड़े दे आले बसन, जाड़े हू की रात। साहस कै कै नेह बस, सखी सबै ढिक जाति। बिहारी। रक्षा शरण, पनाह। सहारा। आश्रय।
आड़े पड़ना रूकावट डालना। उ0- कबिरा करनी अपनी, कबहुँ न निष्फल जाय, सात समुद्र आड़ ।
आड़े समय कठिनाई के समय, कष्ट के दिनों में।
आड़े हाथों लेना किसी को व्यंग्य द्वारा लज्जित करना, छिपा हुआ, आश्रेप करके लज्जित करना, बुरी तरह बनाना, अनायास विफल करना।
आढ़ आढ़ करना बीच में अवधि डालना, आजकल करना। टाल मटोल करना। उ0- हरि तेरी माया को न बिगोयो? सो योजन मरजाद सिधु की पल में राम बिलोयो। नारद मगन भये साया में ज्ञान बुद्धि बल खोयो। साठ पुत्र अरू द्वादश कन्या कंठ लगाये जोयो। शंकर की चित हरयो कामिनी सैज छाड़ि भू सोयो। जारि मोहिनी आढ़ आढ़ कियो तब नख सिख तें रोयो। सो मैया राजा दुरजोधन पल में गर्द समोयो, सूरदास कांच कंचन एकहि धगा पिरायो, सूर। (ख) आढ़ आढ़ करत असाढ़ आयो, एरी आली, डर से लगत देखि तक के जमाक ते। श्रीपति ये मैन माते मोरन के बैन सुनि परत न चैन बुंदियान के कमाक ते। श्रीपति।
आत्मा का असीसना हृदय से प्रसन्न होकर मंगल कामना करना, आशीष देना।
अब अर्ज करना प्रणाम करना
अब बजा लाना नियमानुसार प्रणाम करना
आत्मा ठंडी होना तुष्टि होना, तृप्ति होना, सन्तोष होना, प्रसन्नता होना, पेट भरना, भूख मिटना।
आत्मा मसोसना भूख सहना, भूख दबाना, किसी प्रबल इच्छा को दबाना, किसी आवेग को भीतर ही भीतर सहना।
आता जाता आने जाने वाला, पथिक, बटोही, ज्ञान जानना।
आदमी करना पति बनाना।
आदमी कसना मनुष्य या नौकर की परीक्षा करना।
आदमी बनना सम्मान होना, पैसा पैदा कर लेना, सभ्यता सीखना, अच्छा व्यवहार सीखना, शिष्टता सीखना, मनुष्यता आना।
आदमी बनाना शिष्ट और सभ्य करना।
आदाब अर्ज करना प्रणाम करना।
आदाब बजा लाना नियमानुसार प्रणाम करना।
आदि से अंत तक आद्योपात, शुरू से आरवीर, सम्पूर्ण समग्र सब।
आधा तीतर आधा बटेर बेजोड़, बेमैल, कुछ एक तरह का और कुछ दूसरी तरह का, क्रमविहीन।
आधा होना दुबला होना, सूखना।
आधार होना कुछ पेट भर जाना, कुछ भूख मिट जाना।
आधी बात जरा सी भी अपमानसूचक बात।
आधी बात कहना जरा सी भी अपमानसूचक बात कहना।
आधी बात न पूछना कुछ ध्यान न देना, कदर न करना।
आधी बात मुँह से निकालना जरा सी भी अपमानसूचक बात कहना।
आधे आध दो बराबर भागों में, अर्द्ध भाग। उ0- लागे जब संग युग सेर भोग धरेउ रंग आधे आघ पाव चले नपूर बजाइ कै। प्रिया।
आधे पेट खाना- भरपेट न खाना, पूरा भोजन न करना।
आधे पेट रहना तृप्त होकर न खाना।
आनंद के ढोल बजाना आनंद के गीत गाना, उत्सव मनाना।
आनंद के तार बजाना आनंद के गीत गाना, उत्सव मनाना।
आज की आन में शीघ्र ही, अल्पकाल में, चटपट बात की बात में, तुरन्त, शीघ्र ही, अल्प काल में।
आनंद के ढोल बजाना आनंद के गीत गाना, उत्सव मनाना।
आनंद के तार बजाना आनंद के गीत गाना, उत्सव मनाना।
आना जाना आवागमन, सहवास करना, संभोग करना।
आप आप करना खुशामद करना।
आप आप की पड़ना अपने अपने काम में व्यवस्त रहना, अपनी अपनी अवस्था का ध्यान रहना, अपनी अपनी रक्षा या लाभ का ध्यान रहना, अपनी ही चिंता होना।
आप आपको अलग अलग, न्यारे न्यारे। उ0- दो पुरूष आप आपको ठाड़े । जब मिले जब नित के गाड़े, पहेली (किवाड़)। अपने अपने।
आप आप में आपस में, परस्पर।
आप से स्वयं, खुद। उ0- खैलत ही सतरंज आलिन मैं आपहि आपहि ते। तहां हरि आये कीघो काहू के बुलाये से केशव।
आप से आप स्वयं अपने आप स्वतः।
आप ही स्वयं अपने आप। उ0- जागहिं दयादृष्टि के आपी। खोल के नयन दीन विधि झांपी। जायसी।
आप ही आप बिना किसी और की प्रेरणा के आपसे आप, मन ही मन, किसी को सम्बोधन करके नहीं। स्वतः स्वगत।
आपकी पड़ना अपने-अपने कार्यों में व्यस्थ रहना।
आपको जानना अपनी आत्मा का ज्ञान होना, अपने गुण कर्मादि का बोध होना।
आपको भूलना किसी मनोवेग के कारण बेसुध होना, मदांध होना, घमंउ में चूर होना, अपनी प्रतिष्ठा और मर्यादा का ख्याल न रखना।
आपस का एक दूसरे से समान सम्बन्ध रखने वाला, अपने भाई, बंधु के बीच का पारस्परिक, इष्ट मित्र के बीच का।
आपस में परस्पर, एक दूसरे के साथ, एक दूसरे के बीच। उ0- (क) हिन्दू यमन शिष्य रहे दोऊ। आपस में भाषै एब कोऊ कबीर। (ख) सुख पाइ है कान सुने बतियाँ फल आपुस में कलपै कहि है। तुलसी।
आपा खोना मर्यादा नष्ट करना, अपना गौरव छोड़ना, अहंकार त्यागना, नम्र होना। निरभिमान होना। उ0- ऐसी बानी बोलिए मन का आपा खोय, औरन को शीतल करै आपहिं शीतल होय। कबीर। अपने को बरबाद करना, अपने को मिटाना, अपनी सत्ता को भूलना, खाक में मिलना। उ0- रंगहि पान मिला जस होई आपहि खोय रहा होय सोई। जायसी। हस्ती बिगाड़ना, प्राण तजना, मरना।
आपा जाना अपने अस्तित्व या मर्यादा का नष्ट होना।
आपा डालना अहंकार का त्याग करना, घमंड छोड़ना। उ0- तन मन ताको दीजिए जाके विषया नाहिं। आपा सबहि डारी के राखै साहिब माहिं। कबीर।
आपा तजना अपनी सत्ता को भूलना, अपने को मिटाना, आत्मभाव परित्याग करना, अपने पराये का भेद छोड़ना। उ0- आप तजो ओ हरि मजो नख शिख तजो विकार। सब जिउलै निर्वेर रहु साधु मता है सार। कबीर। अपने आपको मिटाना। अपने को खराब करना। अहंकार छोड़ना। निरभिमान होना। उ0- आपा तजे सौ हरि का तोय। चोला छोड़ना, प्राण छोड़ना, मरना। आत्मघात करना, उपनत्व से दूर रहना।
आपा दिखलाना दर्शन देना। उ0- के विरहिन को मीच दे कै आप दिखलाय। आठ पहर का दाफना मोपै रहा न जाय। कबीर।
आपा बिसरना आत्मभाव का छूटना, अपने पराये ज्ञान का नाश होना। उ0- ब्रलज्ञान हियै धरू बोलते की खोज करू . माया अज्ञान हरू आपा बिसराउ रै। कबीर। सुध बुध भूलना। होश हवास खोना।
आपा बिसराना अहं भाव को भूलाना, अपने पराये का भेद भुलाना, सुध बुध भुलाना, होश हवास खोना।
आपा भूलना अपने अस्तित्व को भूल जाना।
आपा रखना अपने अस्तित्व को रक्षित रखना, अपनी मान बनाये रखना।
आपा मिटना अहंकार का नाश होना, घमंड का जाता रहना। उ0- या मन फटक पछोरि ले सब आपा मिट जाय। पिंगला होय पिय पिय करै ताको काल न खाय। कबीर।
आपा मेटना घमंड छोड़ना, अहंकार त्यागना। उ0- गुरू गोविन्द दोउ एक है दूजा सब आकार। आपा मेटे हरि मजे तब पावै कतरार। कबीर।
आपा संभालना चैतन्य होना, जागना, होशियार होना, चेतना, शरीर सम्भालना, अपने देह की सुध रखना। अपनी दशा सुधारना, व्यस्क होना, होश सम्भालना, जवान होना।
आपे में आना होश हवाश में होना, सुध में होना, चैत में होना।
अपने में होना, होशो हवास में होना मनोभावों पर काबू होना।
आपे में न रहना आपे से बाहर होना। बेकाबू होना, घबराना, बदहवास होना, उत्तेजना में विवेक खो देना, अत्यन्त क्रोध में होना।
आपे में रहना अपनी मर्यादा के अन्दर रहना, अपने को अपने वश में रखना।
आपे से निकलना आपे से बाहर होना, क्रोध और हर्ष आवेश में सुध बुध खोना।
आपे से बाहर होना वश में रहना, बेकाबू होना, क्रोध या हर्ष के आवेश में सुध बुध खोना। आवेश के कारण अधीर होना, क्षुब्ध होना, घबड़ाना, उद्विग्न होना, अपने गौरव को भुला देना।
आफत उठाना दुःख सहना, विपत्ति मांगना, ऊधम मचाना, हलचल मचाना।
आफत का टुकड़ा बहुत तेज, चलता, धूर्त आदमी, तूफानी।
आफत का परकाला किसी काम को बड़ी तेजी से करने वाला, कुराल, अटूट प्रयत्न करने वाला, उपद्रवी, उद्यमी, उधम मचाने वाला, चंचल, नटखट।
आफत का मारा विपत्ति से सताया हुआ, दुर्दैव, पीड़ित, विपदग्रस्त, संकट में पड़ा हुआ।
आफत खड़ी करना कठिनाई उत्पन्न करना, विघ्न डालना, विपद उपस्थित करना।
आफत गिरना अकस्मात विपत्ति का पड़ना।
आफत ढाना दंगा करना, जल्दी मचाना, आफत उठाना, ऊधम मचाना, उपद्रव मचाना, हलचल मचाना, तकलीफ देना, दुःख पहुँचाना, गजब करना, अनहोनी बात कहना।
आफत तोड़ना आफत मचाना, ऊधम मचाना, उपद्रव मचाना।
आफत मचाना हलचल करना, ऊधम मचाना, दंगा करना, शोर मचाना, गुल गपाड़ा करना, जल्दी मचाना, उतावली करना।
आफत मोल लेना कोई झंझट, बखेड़ा अपने सिर लेना, संकट को न्यौता देना।
आफत लाना विपद उपस्थित करना, बखेड़ा खड़ा करना, झंझट पैदा करना, संकट में लाना .
आफत सिर पर लेना झगड़ा मोल लेना, झंझट में पड़ना, संकट में पड़ना, दुःख को बुलाना, अपने को झंझट में डालना।
आब आना रौनक या छवि आ जाना।
आब आब कहना पानी माँगना । उ0- काबुल गए मुगल हो आए बोले बोल पठानी। आब आब करि पूता मर गये सिरहाने रहा पानी।
आब उतरना चमक का मलीन हो जाना।
आब उतारना प्रतिष्ठा नष्ट करना।
आब चढ़ाना कलई करना, उत्साह देना, उत्तेजित करना।
आब जाना शोभा नष्ट होना, प्रतिष्ठा न रहना।
आब रखना प्रतिष्ठा रखना, पानी रखना।
आब लाना शोभा बढ़ाना, युवावस्था को प्राप्त होना।
आब दाना उठता जीविका न रहना, रहायस न होना। किसी जगह से हटने के लिए विवश होना।
आबनूस का कुंदा जहां के रहने या पहुंचने का संयोग हो। अत्यन्त काले रंग का मनुष्य।
आबी करना दूध, पानी और लालवर्द से बने हुए रंग से किसी कपड़े के थान को तर करके उस पर चमक लाना।
आबोदाना रूठना जीविका न रह जाना।
आबोदाने के हाथ होना जीविका के वश में होना।
आम के आम गुठली के दाम दोहरा लाभ।
आमद आमद होना आने का समय अत्यन्त निकट होना, किसी के आने की खबर फैलाना या घूम होना।
आमीं आमीं करने वाले हाँ में हाँ मिलाने वाले। खुशामदी ।
आ गया अतिथि, अभ्यागत, बीता हुआ, समाप्त।
आयु खुटाना आयु कम होना। उ0- जैहि सुमाय चितवहीं हित जानी। सौ जाने वायु खुटानी। तुलसी।
आयु सिराना जीवन बीतना, आयु का अंत होना। उ0- जौ तें कहीं सो सब हम पानी। पुंडरीक की आयु सिरानी। गोपाल।
आये दिन नित्यप्रति।
आरजू बर आना इच्छा पूरी होना, आशा पूरना।
आरजू मिटाना इच्छा पूरी करना।
आरती उतारना अभिनन्दन करना, सिर चढ़ाना, पूजा करना, अत्याधिक आदर, प्रेम या सेवा करना।
आरती लेना देवता की आरती को चुकने पर उपस्थित लोगों का उस दीपक पर हाथ फेरकर माथे पर चढ़ाना, वह पात्र जिसमें कपूर या घी की बत्ती रखकर आरती की जाय। वह स्तोत्र जो आरती के समय गाय या पढ़ा जाता है।
आराम करना सोना, विश्राम करना।
आराम में होना सोना, सुख में होना।
आराम लेना विश्राम करना, सुस्ताना।
आराम से फुरसत में, धीरे-धीरे, बेखटके, सुख से।
आराम से गुजरना चैन से दिन कटना
आराम होना चंगा या अच्छा होना।
आल्हा गाना अपना वृत्तान्त सुनाना, अपनी बीती सुनाना, किसी बात को बहुत बढ़ा चढ़ा कर कहना, बहुत लम्बा चौड़ा वर्णन।
आवाज उठाना गाने में स्वर ऊँचा करना, किसी के विरूद्ध कहना, विरोध करना, पक्ष या विपक्ष में कहना या बोलना।
आवाज ऊँची करना किसी के पक्ष या विपक्ष में कहना, बोलना।
आवाज खुलना बैठी हुई आवाज का साफ निकलना, स्पष्ट शब्द निकलना, अधोवायु का निकलना।
आवाज गिरना स्वर का मंद पड़ जाना।
आवाज देना जोर से पुकारना, बुलाना।
आवाज निकालना बोलना, चूं करना, जबान खोलना।
आवाज पड़ना गला बैठना, स्वर भंग होना, आवाज बैठना।
आवाज पर कान रखना सुनना, ध्यान देना।
आवाज पर लगना (तीतर, बटेर आदि का आवाज पहिचानकर चलना, आवाज देने पर कोई काम करना।
आवाज फटना आवाज भर्राना।
आवाज बैठना कफ के कारण स्वर का स्पष्ट रूप से न निकलना, स्वर भंग होना, गला बैठना।
आवाज भर्राना गले के अस्पष्ट और मोटी आवाज निकलना। आवाज भारी होना, गला बैठना।
आवाज भारी होना कफ के कारण कंठ का स्वर विकृत होना। गले के अस्पष्ट और मोटी आवाज निकलना। आवाज भारी होना, गला बैठना।
आवाज मारा जाना स्वर सुरीला न रहना, स्वर का कर्कश होना।
आवाज मारना आवाज देना, जोर से पुकारना।
आवाज में आवाज मिलाना ऊँची तान लगाना।
आवाज लगाना जोर से पुकारना।
आवाज लड़ना एक के सुर का दूसरे के सुर से मेल खाना।
आवाज कसना जोर से खींचकर शब्द निकालना, व्यंग बात करना, ललकारना, चुनौती देना, बोली बोलना।
आवाजाही लगाना बारबार आना जाना।
आवां का आवां सारा का सारा।
आवां बिगड़ना आवै के बरतनों का ठीक ठीक न पकना।
आवें का आवां बिगड़ना सारे कुटुम्ब मे कोई दोष होना, सारे परिवार का बिगड़ना, किसी समाज के सब लोगों का बिगड़ना।
आशा टूटना आशा न रहना, आशा भंग होना।
आशा तोड़ना किसी को निराश करना।
आशा देना किसी को उम्मीद बांधना, किसी को उसके अनुकूल कार्य करने का वचन देना।
आशा पर पानी फिरना निराश होना, हताश होना, प्रयोत्नों का सफल न होना।
आशा पूजना आशा पूरी होना।
आशा पूरी करना किसी की इच्छा और निश्चय के अनुसार कार्य करना।
आशा पूरी होना इच्छा और सम्भावना के अनुसार किसी कार्य या घटना का होना।
आशा बंधना आशा उत्पन्न होना।
आशा बांधना आशा करना।
आस करना आशा करना, आसरा करना, मुंह ताकना।
आस छोड़ना आशा परित्याग करना, उम्मीद न रखना।
आस टूटना निराश होना।
आस तकना आसरा देखना, प्रतीक्षा करना, सहायता की अपेक्षा रखना, मुंह जोहना।
आस तजना आशा छोड़ना।
आस तोड़ना किसी की आशा के विरूद्ध कार्य करना, किसी को निराश करना।
आस देना उम्मीद दिलाना, किसी को उसके इच्छानुकूल कार्य करने का वचन देना, संगति में किसी बाजे या स्वर से सहायता देना।
आस पुराना आशा पूरी करना
आस पूजना आशा पूरी होना, इच्छानुकूल फल मिलना।उ0- एकहि बार आस सब पूजी। अब कछु कहब जीभ कर दूजी। तुलसी। मनचाही बात होना।
आस पूरना आशा पूरी होना।
आस बंधना आशा उत्पन्न होना।
आस बांधना उम्मीद करना, किसी अनुकूल घटना की सम्भावना का निश्चय करना।
आस रखना आशा रखना, उम्मीद रखना।
आस लगना आशा उत्पन्न होना।
आस लगाना आशा बांधना।
आस होना आशा होना, सहारा होना, आश्रय होना, गर्म होना, गर्म रहना।
आस्तीन का सांप होना विश्वासघात करना, जमकर न बैठ सकना, डगमगाना।
आसन उखड़ना अपनी जगह से हिल जाना, घोड़े की पीठ पर रान न जमना, प्रभुत्व कम होना या मिटना।
आसन उठना स्थान छूटना, प्रस्थान होना, जाना।
आसन करना योग के अनुसार शरीर को विशेष स्थिति में रखना, बैठना, टिकना, ठहराना।
आसन कसना अंगों को तोड़ मरोड़कर बैठना।
आसन गांठना आसन बनाना
आसन छोड़ना उठ जाना, चला जाना, उठकर चले जाना।
आसन जमना जिस स्थान पर जिस रीति से बैठे उसी स्थान पर उसी रीति से स्थिर रहना, बैठने में स्थिर भाव आना, प्रभाव होना।
आसन जमाना स्थिर भाव से बैठना, जमकर अडिग भाव से बैठना, अपनी स्थिति, अधिकार दृढ़ कर लेना, डेरा डालना।
आसन डिगना चित्त का विचलित होना, बैठने में स्थिर भाव न रहना, चित्त चलायमान होना, मन डोलना, इच्छा और प्रवृत्ति होना, मन में भय या घबराहट पैदा हो जाना।
आसन डिगाना जगह से विचलित करना, चित्त को चलायमान करना, लोभ या इच्छा उत्पन्न करना।
आसन डोल कहारों की बोली, जब पालकी का सवार बीच में खिसक कर एक ओर होता है और पालकी उस और झुक जाती है तब कहार लोग यह वाक्य बोलते हैं।
आसन डोलना चित्त चलायमान होना, लोगों के विश्वास के विरूद्ध किसी की किसी वस्तु की ओर इच्छा या प्रवृत्ति होना, चित्त क्षुब्ध होना, हृदय पर प्रभाव पड़ना, हृदय में भय और करूणा का संचार होना।
आसन तले आना वश में आना, अधीन होना।
आसन देना सत्कारार्थ बैठने के लिए कोई वस्तु रख देना या बतला देना। बैठाना, टिकाना।
आसन पहचानना बैठने के ढंग घोड़ों का सवार को पहचानना।
आसन पाटी खाट खटोला, ओढ़ने बिछाने की वस्तु।
आसन पाटी लेकर पड़ना अटवाटी खटवाटी लेकर पड़ना, दुःख और काम प्रकट करने के लिए ओढ़ना ओढ़कर ओर बिछौना बिछाकर खूब आडम्बर के साथ सोना।
आसन बांधना दोनों रानों के बीच दबाना, जाँधों से जकड़ना।
आसन मारना जमकर बैठना, पालथी लगार बैठना। उ0- मठ मंडप चहुं पास सकार, जपा तपा सब आसन मारे। जायसी।
आसन लगाना आसन मारना, जमकर बैठना, टिकना, ठहरना, किसी कार्य साधन के लिए अड़कर बैठना, बैठने की वस्तु फैलाना, बिछौना।
आसन होना रति प्रसंग के लिए उद्यत होना। बैठने के लिए कोई वस्तु होना। (साधुओं की) टिकान, निवास का डेरा या निवास स्थान।
आसमान का चूमना बहुत ऊँचा होना।
आसमान के कुलाबे मिलाना। वह व्यक्ति जो कभी घर से बाहर निकलता न हो, वह जिसे अनुभव न हो।
आसमान के तारे तोड़ना कोई कठिन या असम्भव कार्य करना, दूरस्थ अनहोनी बात कर डालना।
आसमान गिराना अत्यन्त उच्च स्वर से चिल्लाना, उत्पात मचाना।
आसमान छूना बहुत ऊँचा होना, गगनचुम्बी होना।
आसमान जमीन के बुलावे मिलाना खूब लम्बी चौड़ी हांकना, खूब बढ़ चढ़कर बातें करना, गहरा जोड़ तोड़ लगाना, विकट कार्य करना।
आसमान झांकना घमंड करना।
आसमान टूट पड़ना किसी विपत्ति का अचानक आ पड़ना, वज्रपात होना, गजब पड़ना। दैव कोष होना, विपत्तियों का एकाएक घेर लेना।
आसमान ताकना घमंड से सिर ऊपर उठाना, तनना, मुर्गबाजों की बोली में मुर्ग का मस्ताकर लड़ने के लिए तैयार होना, झड़प चाहना। (जब मुर्गा जोश में भरता है तब आसमान की ओर फूलकर नाचता है। इसी से यह मुहावरा बना है)।
आसमान दिखाना कुश्ती में प्रतिंद्वंद्वी को चित करना, पराजित करना, प्रतिपक्षी को हराना।
आसमान पर उड़ना इतराना, गुरूर करना, बहत ऊँचे ऊँचे संकल्प बांधना, ऐसा कार्य करने का विचार प्रकट जो सार्म्थ्य से बाहर हो, बहुत बढ़कर बात करना, डींग हांकना, अपने आगे किसी को कुछ न समझना।
आसमान पर चढ़ना गरूर करना, घमंड दिखाना, शेखी मारना, चाहत वारिद बुंद गहि, तुलसी चढ़न अकास। तुलसी।
आसमान पर चढ़ाना अत्यन्त प्रशंसा करना, अत्यन्त प्रशंसा करके किसी को फुला देना, प्रशंसा करके मिजाज बिगाड़ देना।
आसमान पर थूकना किसी महात्मा के ऊपर लांछन लगाने के कारण स्वयं निंदित होना, किसी सज्जन को अपमानित करने के कारण उलटे आप तिरस्कृत होना।
आसमान फटना अचानक भारी विपदा आ पड़ना। देवकोप होना।
आसमान में उड़ना इतराना, गरूर करना, बहुत ऊँचे ऊँचे संकल्प बांधना, ऐसा कार्य करने का विचार प्रकट करना जो सामर्थ्य से बाहर हो, बहुत बात करना, डींग हांकना।
आसमान में छेद करना आश्चर्यजनक काम करना, अति करना।
आसमान में छेद हो जाना अति वृष्टि होना, वर्षा का ना थमना
आसमान में थिगली लगाना विकट करर्य करने का प्रयत्न करना, जहाँ किसी की गति न हो वहाँ पहुंचना, कठिन या अनहोनी बात करना।
आसमान सिर पर उठाना ऊधम मचाना, उपद्रव मचाना, हलचल मचाना, खूब आन्दोलन करना, धूम मचाना, अत्याचार करना।
आसमान सिर पर टूट पड़ना देवकोप होना, अचानक कोई भारी विपदा आ पड़ना।
आसमान से गिरना अकारण प्रकट होना, आप से आप आ जाना, अनायास प्राप्त होना, बिना परिश्रम मिलना।
आसमान से टपकना (किसी चीज का) अपने आप उपस्थित हो जाना।
आसमान से बातें करना? आसमान छूना, आसमान तक पहुँचना, बहुत ऊँचा होना।
आसरा टूटना भरोसा न रहना, नैराश्य होना।
आसरा देना वचन देना, किसी बात का विश्वास दिलाना।
आस्तीन का सांप वह व्यक्ति जो मित्र होकर शत्रुता करे, ऐसा संगी जो प्रकट में हिला मिला हो और हृदय से शत्रु हो। प्रच्छत्र शत्रु । छिपा दुश्मन।
आस्तीन चढ़ाना किसी काम को करने के लिए मुश्तैद होना, लड़ने के लिए तैयार होना।
आस्तीन में साँप पालना शत्रु या अशुभ चिन्तक को अपने पास रखकर उसका पोषण करना, धोखा खाना।
आह करना हाय करना, कल्पना, ठंडी सांस लेना। उ0- (क) आह करों तो जग जले, जंगल मी जल जाय। पापी जियरा ना जले, जिसमें आह समाय। (ख) भरथहिं बिछोह पिंगला, बाह करत जिव दीन्ह हौं, सांपिन जो जियत हों, यही दोष हम कीन्ह। जायसी।
आह खींचना ठंडी सांस भरना, उसास खींचना, कल्पना।
आह पड़ना शाप पड़ना, किसी को दुःख पहुंचाने का फल मिलना।
आह भरना ठंडी सांस खींचना। उ0- चितहिं जो चित्र कीन्ह घन रों रों अंग समीप। सहा साल दुःख आह भर, मुरक परी कामीय। जायसी। कल्पना।
आह मारना ठंडी सांस खीचना। उ0- आह जो मारी विरह की, आग उठी तेहि लाग। हंस जो रहा शरीर मंह, पंख जरै तब माग। जायसी।
आह लगना शाप का सत्य होना, किसी को दुःख देने का बुरा फल मिलना।
आह लेना किसी को इतना सहारना कि उसके हृदय से आह निकले।
आहट मिलना किसी के आने का शब्द सुनाई पड़ना और उसके आने का अनुमान करना, पता लगाना।
आहट लेना पता या टोह लेना, किसी के आने के शब्द को सुनना, आहट पाने, टोह लेने के लिए कान लगाये रहना।
इ
इंद्रायान का फल देखने में अच्छा पर वास्तव में बुरा। खोटा।
इज्जत उतारना मर्यादा नष्ट करना, अपमानित करना, बेआबरू करना।
इज्जत खोना मर्यादा खोना।
इज्जत गवांना मर्यादा खोना।
इज्जत देना प्रतिष्ठा गंवाना, सम्मान या आदर करना।
इज्जत बढ़ाना समाज में नाम यश कमाना।
इज्जत बिगाड़ना सतीत्व नष्ट करना, मान मर्यादा नष्ट करना, अपमानित करना।
इज्जत मिट्टी में मिलाना प्रतिष्ठा नष्ट करना।
इज्जत रखना प्रतिष्ठा की रक्षा करना, मान मर्यादा की रक्षा करना।
इज्जत लेना बेइज्जत करना, अपमानित करना, अनुचित मौन सम्बन्ध करना, बेइजजत।
इत उत इधर उधर करना। उ0- भोजन करत चपल चित, इत उत अवसर पाइ। माजि चले किलकात मुख, दधि ओदन लपटाई। तुलसी।
इतना सा मुँह निकल आना दुर्बलता के कारण सुस्त होना, चेहरे पर रौनक न रह जाना, विफलता, हानि या दुःख आदि के कारण उदासीन होना।
इतने में इसी बीच में, इसी समय। उ0- इतने में रनठौर रूधिर नदी प्रगटत मह। गज हय सुमट करारे छिन्न अंग ह्वे ह्वै गिरे।
इत्तफ़ाक करना सहमत होना।
इत्तफाक पड़ना संयोग उपस्थित होना, मौका पड़ना, अवसर आना।
इत्तफाक से संयोगवश, अचानक, अकस्मात।
इतला लिखना राजकर्मचारियों को किसी बात की सूचना लिखना।
इतने में इसी बीच।
इधर उधर यहाँ वहाँ। इतस्तः। अनिश्चित स्थान में, आस पास इनारे किनारे, आस पड़ोस।
इधर उधर करना टाल, मटूल करना, हीला हवाला करना, अस्त व्यस्त करना, उलट पलट करना, क्रम भंग करना, तितर बितर करना, भगाना, हटाना, भिन्न भिन्न स्थानों पर कर देना, कहीं का कहीं कर देना।
इधर उधर की बात बाजारू गप, अफवाह, सुनी सुनाई बात, असम्बद्ध बात, व्यर्थ की बकवाद, अप्रमाणिक।
इधर उधर की उड़ाना झूठमूठ बकना, व्यर्थ बकवाद करना, गप मारना।
इधर उधर की हाकना गप मारना, झूठमूठ बकना, व्यर्थ बकवाद करना।
इधर उधर के काम व्यर्थ के कार्य, अनावश्यक कार्य।
इधर उधर में रहना व्यर्थ समय खोना।
इधर उधर से अनिर्दिष्ट स्थान से, अनिश्चित जगह से। औरों से, दूसरों से, जहाँ तहाँ से।
इधर उधर होना उलट-पुलट होना, बिगड़ना, टाल-मटोल होना, हीला-हवाली होना, भाग जाना, तितर-बितर होना।
इधर का उधर करना उलट-पलट देना, अस्त-व्यस्त करना, क्रम बिगाड़ना।
इधर का उधर होना उलट-पलट जाना, विपर्यय होना, विपरीत हो जाना, अंड कंड होना, कहीं का कहीं हो जाना।
इधर की उधर चुगली, निन्दा, शिकायत।
इधर की उधर करना चुगलखोरी करना, चबाव करना, एक पक्ष के लोगों की बात दूसरे पक्ष के लोगों से कहना, झगड़ा लगाना।
इधर की उधर लगाना चुगलखोरी करना, चबाव करना, एक पक्ष के लोगों की बात दूसरे पक्ष के लोगों से कहना, झगड़ा लगाना।
इधर की दुनिया उधर होना अनहोनी बात का होना, असम्भव का सम्भव होना।
इधर या उधर होना, किसी एक का होना परस्पर विरूद्ध दो सम्भावित घटनाओं में से कोई एक अनुकूल या प्रतिकूल होना। पक्ष या विपक्ष में जीत या हार।
इधर से उधर फिरना चारों ओर।
इनायत करना कृपा करना, कृपा करके देना, रहने देना, बाज रखना, वंचित रखना (व्यंग)।
इमली घोटाना व्याह की एक रस्म जो वर-वधू के मामा को करनी पड़ती है।
इल्लत पालना कोई झंझट, बुरी आदत लगा देना।
इशारे पर चलना आज्ञानुसार करना।
इशारे पर नाचना संकेत पाते ही आज्ञापालन करना।
इस्तिंजा लड़ना अत्यन्त मित्रता का होना, दांतकाटी रोटी होना,
इस्तिंजा लड़ाना अत्यन्त मित्रता करना।
इंस्तिजे का ढेला आनादृत व्यक्ति, तुच्छ मनुष्य।
इष्ट होना किसी देवता की आराधना में सिद्धि प्राप्त कर लेना, उसके आवाहन और अभिलषित कार्य कराने में समर्थ होना।
इल्लत झंझट, बखोड़ा, रोग, बिमारी, दोष, अपराध।
ई
ईंट ईंट बिकना सब सम्पत्ति समाप्त होना।
ईंट का छल्ला देना कच्ची दीवार की मजबूती के लिए उससे साटाकर ईट की एकहरी जोड़ाई करना।
(डेढ़ या ढाई) ईंट की मस्जिद अलग बनाना
अपनी ही बात पर चलना, सबसे निराला ढंग रखना। जो सब लोग कहते या करते हो उसके विरूद्ध कहना या करना।
ईंट गढ़ना ईंटों की काट छांटकर जोड़ाई के काम में आने योग्य बनाना।
ईंट चुनना दीवार बनाने के लिए ईंट पर ईंट बैठाना, ईंटों को जोड़कर दीवार उठाना, जोड़ाई करना।
ईंट पत्थर कुछ नहीं, व्यर्थ की चीजें।
ईंट पाथना गिली मिट्टी को सांचे में डालकर ईंट का आकार देना।
(गुड़ दिखाकर) ईंट या ढेला मारना भलाई की आशा बंधाकर बुराई करना।
ईंट से ईंट बजना किसी नगर या घर का ढह जाना या ध्वंस होना।
ईंट से ईंट बजाना किसी नगर या मकान को ध्वस्त करना या ढहाना।
ईद का चाँद ऐसी वस्तु जिसके दर्शन दुलर्भ हो, अत्यन्त अभिलक्षित और प्रतिक्षित व्यक्ति या पदार्थ।
ईद के चाँद होना बहुत कम दिखाई पड़ना या मिलना, और अति प्रिय होना।
ईद मुहर्रम होना प्रसन्नता या सुख में विपत्ति पड़ना।
ईमान का सौदा खरा व्यवहार।
ईमान की कहना सब कहना, सच्ची बात कहना।
ईमान ठिकाने न होना धर्म पर दृढ़ न रहना।
ईमान डिगना नियत में खामी आना।
ईमान देना सत्य छोड़ना, धर्म विरूद्ध कार्य करना।
ईमान में फर्क आना धर्मभाव में ह्रास होना, नीयत बिगड़ना।
ईमान बिगड़ना नीयत बिगड़ना, धर्म में सच्ची निष्ठा न रहना।
ईमान लाना किसी मत, सिद्धान्त या धर्म की सच्चाई पर विश्वास करना, उसे धर्म रूप में स्वीकार करना।
ईमान से कहना सच सच कहना।
उ
उंगलिया चमकाना बातचीत या लड़ाई करते समय हाथ और उंगलियों को हिलाना।
उंगलियाँ बचाना बातचीत या लड़ाई करते समय हाथ या उंगलियों को हिलाना या मटकाना, उंगलियाँ चमकाना।
उंगलियाँ फोड़ना उंगलियों को इस प्रकार खींचना या दबाना कि उनमें से चट-चट शब्द निकले।, उंगलियाँ चटकाना।
उंगलियों पर नचाना जैसे चाहे वैसे काम कराना, अपने वश मं रखना, तंग करना, हैरान करना, अपनी इच्छा के अनुसार ले चलना। उ0- बड़े घाघ को उंगलियों पर नचाये। मनमानी दौड़ धूप कराना।
उंगलियों पर नाचना किसी की इच्छानुसार सब प्रकार का कार्य करना।
किसी पर या कसी की ओर लोगों की निंदा करना, बदनामी करना, उपहास का पात्र बनाना।
उंगली उठाना
किसी पर या किसी ओर निंदा का लक्ष्य बनाना, लच्छित करना, दोषी बताना, हानि पहुँचाना, टेढ़ी नज़र से देखना, बदनाम करना।
उंगली उठाना
उंगली देना (सांप के मुँह में) हानिप्रद कार्य में हाथ डालना, विनाश का प्रयत्न करना। उ0- सांपहु के मुंह आंगुरि दी
उंगली पकड़ते पहुँचा पकड़ना थोड़ा सा सहारा पाकर विशेष की प्राप्ति के लिए उत्साहित होना, थोड़े मौके का अनुचित और अधिक लाभ उठाना, किसी की भलमनसी का अनुचित लाभ उठाना।
उंगली पर नचाना इच्छानुसार काम करवाना, जैसे चाहे वैसे कराना, किसी से अपनी इच्छानुसार काम लेना।
किसी की कृति पर उंगली रखना दोष दिखलाना। उ0- भला आपको कविता पर कोई उंगली रख सकता है। नाम मात्र।
उंगली लगाना छूना, किसी कार्य में हाथ लगाना, किसी कार्य में थोड़ा भी परिश्रम लगाना।
उखड़ी उखड़ी बातें करना बेलोस (बेमुरव्वत) बातें करना, उदासीनता दिखाते हुए बात करना, विरक्ति सूचक बात करना।
उखड़ी जवान से अस्पष्ट वाणी से।
उखड़ी पुखड़ी सुनाना ऊँचा नीचा सुनाना, अंड बंड सुनाना।
उखाड़ पछाड़ अदल बदल, इधर का उधर, उलट पलट, इधर की उधर लगाना।
उखाड़ पछाड़ करना आलोचना करना
उखाड़ी उखड़ना
उगल देना गुप्त बात को प्रकट कर देना।
उगल पड़ना तलवार का म्यान से बाहर निकल पड़ना।
उधड़ कर नाचना बाहर निकलना, लोकलज्जा छोड़कर खुल्लम खुल्ला मनमाना काम करना। उ0- आजु हौं एक एक करि टरि हौं। अब हौं उधरि नचन चाहत हौं तुमहि विरद विनु करि हौं। सूर। (ख) गोपी स्याम रंग राची। देह गेह सुबधि बिसारि बदी प्रीति साँधी। दुविधा उर दूर भई गई मति वह काँची। राधा ते विवस भई आप उधरि नाची।सूर।
उधड़ पड़ना खुल पड़ना, अपने असली रूप को खोल देना, भेद प्रकट कर देना।
उधाड़ करना किसी दवा का छाले डालना, या वहाँ की खाल उड़ाना।
उच्च के चन्द्रमा होना सौभाग्य और उन्नति के दिन।
उंगली पर नचाना इच्छानुसार काम करवाना। जैसे चाहे वैसे कराना। किसी से अपनी इच्छानुसार काम लेना।
(किसी की कृति में) उंगली रखना दोष दिखाना, किसी काम में नाममात्र हाथ लगाना, किसी कार्य में थोड़ा भी सहारा देना।
उखड़ी उखड़ी बातें करना उदासीनता दिखाते हुए बात करना, उल्टी सीधी बात करना।
उखड़ी जबान से अस्पष्ट वाणी से।
उखड़ी पुखड़ी सुनाना ऊँचा नीचा सुनाना, अंडबंड सुनाना।
उखाड़ पछाड़ अदल बदल, इधर का उधर, उलट पलट, इधर की उधर लगाना।
उखाड़ पछाड़ करना आलोचना करना।
उखाड़ी उखड़ना पोल खोलना, रहस्य जान लेना ।
बेडोल जिसका डील या रूप अच्छा न हो, भद्दा बेढंगा।
बेलौस सच्चा खरा, बेमुरब्बत।
उघड़ कर नाचना बाहर निकलना, लोकलज्जा छोड़कर खुल्लम खुल्ला मनमानी काम करना। उ0- आजु हौं एक एक करि टहहौं। अब हौं उधरि नचन चाहत हौं तुमहि विरद बिनु करि हौं। सूर। (ख) गोपी स्याम रंग राची। देह गेह सुधि बिसारि बढ़ी प्रीति साँची। दुविधा डर दूर भई गई मति वह कावी। राधा ते विनस भई आप उधरि नाची।सूर।
उधड़ पड़ना खुल पड़ना, अपने असली रूप को खोल देना, भेद प्रकट कर देना।
उधाड़ करना किसी दवा का शरीर पर छाले डालना, या वहाँ की खाल उड़ाना।
उच्च के चन्द्रमा होना सौभाग्य और उन्नति के दिन।
उगल देना गुप्त बात का प्रकट कर देना।
उगल पड़ना तलवार का म्यान से बाहर निकल पड़ना।
उधड़ कर नाचना बाहर निकलना, लोकलज्जा छोड़कर खुल्लम खुल्ला मनमानी काम करना।
उधर कर नाचना लोक लज्जा छोड़कर खुल्लम खुल्ला मनमानी काम करना। उ0- (क) आजु हों एक एक करि टरिहौं। अब हों उधरि नाचन चाहत हौं। तुम्ही निरद बिनु करिहौ। सूर। (ख) गोपी स्याम रंग राची। देह गेह सुधि बिसारी बढ़ी प्रीतिसानी। दुविधा उर दूर भई गई मति तह कान्ती। राधा ते विनस भई आप उधरि नाची। सूर।
उछंग लेना आलिंगन करना, हृदय से लगाना। उ0- हाँ हाँ हो पिय नृत्य करो। जैसे करि मैं तुमहि रिझाई त्यों मेरी मन तुमहु हरो।.. मैं हारी त्योंही तुम हारो चरन चापि श्रम मेटोगी। सूर स्याम ज्यों उछंग लई मोहि त्यों में हूं हंसि मेटोगी। सूर।
उछल कूद करना आवेन और उत्साह दिखाना, बढ़ बढ़कर बातें करना।
उजरत पर देना किराये पर देना, भाड़े पर देना।
उजला मुँह करना गौरान्वित करना, महत्व बढ़ाना, गौरव बढ़ाना, कलंक मिटाना।
उजला मुँह होना गौरान्वित होना, निष्कलंक होना।
उजली समझ उज्जवल बुद्धि, स्वच्छ विचार।
उजाला होना दिन निकलना, सबेरा होना।
उजाले का तारा शुक्र ग्रह।
उट्ठी बोलना हार मान लेना।
उठ खड़ा होना चलने को तैयार होना।
दुनिया से उठ जाना दुनिया से चला जाना, मर जाना। उ0- जो उठि गयो बहुरि नहिं आयो मरि मरि दहां समाहीं।कबीर।
उठ बैठ हैरानी, दौड धूप, बेचैनी, उठने बैठने की कसरत।
उठ बैठना लेटा न रहना, जाग पड़ना।
उठती कोपल नवयुवक, गभरू।
उठती जवानी युवावस्था का आरम्भ, उभरती हुई जवानी।
उठा रखना छोड़ना, बाकी रखना, कसर छोड़ना, तुमने हमें तंग करने के लिए कोई बात उठा नहीं रक्खी।
उठा धरना बढ़ जाना।
उठा न रखना बाकी न रखना, कसर न छोड़ना।
उडू उडू होना चारों ओर से बुरा होना,कलंकित होना, बदनाम होना, नक्कू बनना।
उठती परखी जोते का एक भेद जिसके अनुसार किसानों को केवल उन खेतों का लगान देना पड़ता है जिनको वे उस वर्ष जोतते हैं और परती खेतों का कुछ नहीं देना पड़ता।
उठते बैठते प्रत्येक अवस्था में, हर घड़ी, प्रतिक्षण।
उठना बैठना आना जाना, संग साथ, मेल जोल।
उठल्लू का चूल्हा बेकाम, व्यर्थ, इधर उधर फिरने वाला, निकम्मा, बेमतलब घूमने वाला।
उठा धरना बढ़ जाना।
उठा न रखना बाकी न रखना, कसर न छोड़ना।
उठा बैठी हैरानी, दौड़ धूप। बेकली, बेचैनी, उठने बैठने की कसरत, बैठक।
उठा रखना छोड़ना, बाकी रखना, तुमने हमें तंग करने के लिए कोई बात उठा नहीं रक्खी, कसर छोड़ना।
उड़ जाना किसी स्थान से वेग से आना। झटपट आना, भाग आना। उ0- बहुरिव्यास कह ठाकुर काही उड़ि अडहै ठाकुर ब्रजमाही। रघुराज। इतनी जल्दी से आना कि किसी को खबर न हो। चुपके से भाग जाना। उ0- करी खैचरी सिद्ध जनु उड़ि सी आई ग्वारि। बाहिर जनु मदमत्त बिधु दियो अमी सब ढारि।व्यास।
उड़ा खाना उड़ उड़ केर काटना, घर खाना, अप्रिय लगना, न सुहाना। उ0- ऐसे सुनिय द्वै वैसाख। जानत हौं जीवन काहे को जतन करो जो लाख। मृग मद मिलै कपूर कुमकुमार केसरि मला लाख। जरति अगिनि में ज्यों घृत नायो तनु जरि हवै हवै है राख। ता ऊपर लिखि योग पठावत खाहु नीव तजि दाख। सूरदास ऊधों की बत्तियां उड़ि उड़ि बैठी खात। सूरदास।
उड़ चलना तेज दौड़ना, सरपट भागना, शोभित होना, फबना, घमंड करना, इतराना।
उड़ती खबर सुनी सुनाई या बिना प्रमाण की खबर।
उड़ता बनना भाग जाना, चलता होना, चल देना।
उड़ता होना भाग जाना, चलता होना, चल देना।
उड़ता खाना चलती फिरती खबर, अपना कार्य आप करना, जीविका प्राप्त करना।
उड़ती खबर वह खबर जिसकी सच्चाई का निश्चय न हो, बाजारू खबर।
उड़ती चिड़िया पहिचानना किवदंती मन की बात जान लेना।
उड़ने लगना चकमा दे हुआ लगना, सशक्त और सबल होना, अपना कार्य करने के योग्य हो चलना।
उड़ान पर्दा बैलगाड़ी का पर्दा, पर्दा जो बैलगाड़ी पर डाला जाता है।
उड़ान फल वह फल जिसके खाने से उड़ने की शक्ति उत्पन्न हो। उ0- वह उड़ान फर तहिअए खाए। जब भा पंखि पांख तन पाए। जायसी।
उड़ान भरना बहुत ऊपर या दूर तक उड़ना या दौड़ना।
उड़ान मारना बहाना करना, बातों में टालना।
उतरकर फीका होकर, निम्न श्रेणी का, नीचे दरजे का।
उतर पड़ना किसी काम को तन मन से लगना, डट जाना, तुल जाना।
उतार चढ़ाव बताना ऊँचा नीचा समझाना, धोखा देना, लाभ हानि बताना।
उत्तू करना बहुत मारना।
उथल पुथल मचाना गड़बड़ी मचाना।
उथल पुथल होना गड़बड़ी होना।
उदय से अस्त तक पृथ्वी के एक द्वार से दूसरे छोर तक, सारी पृथ्वी में, आदि से अंत तक।
उदर जिलाना पेट पालना, पेट भरना, खाना। उ0- मांगत बार बार शेष ग्वालन को पाऊं। आप लियौ कछु जानि भक्ष करि उदर जियाऊँ।सूर।
उदर भरना पेट भरना, खाना। उ0- हरि हरि हरि सुमिरन करो। हरि चरणाविंद उर धरो। भिक्षा वृत्ति उदर नित भरै। निशि दिन हरि हरि सुमिरन करै।सूर।
उधार खाना कर्ज पर गुजर करना।
उधार खाये बैठना किसी अपने अनुकूल होने वाली बात के लिए अत्यन्त उत्सुक रहना। किसी बात पर तुल जाना। किसी मारी आसरे पर दिन काटते रहना।
उधेड़कर रख देना कच्चा चिट्ठा खोल देना,सब दोष बुराई उलट देना।
उनका होना अलभ्य, अदृश्या हो जाना।
उन्नीस बीस का फर्क बहुत ही थोड़ा अन्तर।
उन्नीस बीस होना मात्रा में कुछ कम होना, कम वेश होना। तुलना में एक दूसरे से कुछ हो अच्छा बुरा होना।
उन्नीस होना मात्रा में कुछ कम होना, थोड़ा घटना, गुण में तनिक घटकर होना।
उपज की लेना मजा लेना, आनंद करना, उक्ति निकालना, जोश, देष या आवेश के कारण मन में छिपे भाव प्रकट कर देना।
उपयोग करना आवेश में उचित अनुचित का किये बिना बोलना।
उफ़ न करना पीड़ा पी जाना, मुँह से आह तक न निकालना।
उबटना खेलना मुसलमानों में विवाह की एक रस्म जिसमें लोग गले मिलते हैं।
उबल पड़ना जोश या आवेश के कारण मन में छिपे भाव प्रकट कर देना, आवेश में उचित अनुचित का विचार किये बिना बोलना।
उभारा लेना किसी बीमारी का फिर फिर होना।
उमड़ना घुमड़ना घूम घूमकर फैलना।
उम्मीद बर आना इच्छा पूरी होना, अमीष्ट सिद्ध होना।
उम्मेद से होना गर्भवती होना।
उम्मेद होना सन्तान की आश होना, गर्भ के लक्षण दिखाई देना।
उम्र का पैमाना भर जाना आयु अन्त निकट होने जाना, मृत्यु निकट आना।
उम्र का प्याला भर जाना आयु का अन्त हो जाना, मृत्यु निकट आना।
उम्र टेरना किसी तरह जिन्दगी के दिन पूरे करना, किसी तरह दिन काटना।
उर आनना छाती से लगाना। आलिंगन करना। उ0- (क) ताप सरसानी, देखे अति अकुलानी, जउ पति उर आनी, तरू सेज में बिलानी जात। पद्माकर। (ख) दिन दस गये बालि पहं जाई, पूछेहु कुशल सखा उर लाई। तुलसी। मन में लाना, ध्यान करना, विचारना। उ0- उर आनहु रघुपति प्रभुताई। तुलसी। सोचना।
उर धरना मन में रखना, ध्यान में रखना, ध्यान करना। उ0- वंदि चरण उर धरि प्रभुताई, अंगद चले सबहिं सिर नाई। तुलसी।
उर लाना छाती से लगाना, सोचना, ध्यान करना, मन में लाना।
उरद के आटे की तरह ऐंठना बिगड़ना, नाराज होना, घमंड करना, इतराना, ठसक दिखाना।
उरद पर सफेदी बहुत कम मात्रा, नाम मात्र को, दाल में नमक।
उलझन में डालना झंझट में फंसाना, बखेड़े में डालना।
उलझन में पड़ना फेर में पड़ना, चक्कर में पड़ना, आगा पीछा करना।
उलझना उलझाना बात बात में दखल देना।
उलझना पुलझना अच्छी तरह फंसना। उ0- ब्राह्मण गुरू है जगत के करम मरम का खाहिं। उलझि पुलझि के मरि गये चारिउ वेदन माहिं। कबीर।
उलझना सुलझना फंसना और खुलना। उ0- को सुख को दुःख देत है छेत कर्म झकझोर। उरके सुरके आप ही ध्वजा पवन की जोर। सभा. वि0।
उलझा सुलझा टेढ़ा सीधा, भला बुरा।
उलट पड़ना एकाएक आक्रमण कर बैठना।
उलटा जमाना वह संगत जब भली बात बुरी समझी जाय, अंधेरे का समय।
उलटा तवा अत्यन्त काला, काला कलूटा।
उलटा घड़ा बांधना और का और करना, मामले को फेर देना, ऐसी युक्ति रचना कि विरूद्ध चाल चलने वाले की चाल का बुरा फल घूमकर उसी पर पड़े।
उलटा पाठ पढ़ाना कुछ का कुछ समझा देना, वास्तविकता के विरूद्ध चालाकी से गलत विश्वास करा देना, बहका देना।
उलटा फिरना तुरन्त लौट पड़ना, बिना क्षण भर ठहरे पलटना, चलते चलते घूम पड़ना।
उलटा लटकना किसी वस्तु के लिए प्राण देने पर उतारू होना।
उलटा लौटना तुरन्त लौट पड़ना, बिना क्षण भर ठहरे पलटना, चलते चलते घूम पड़ना।
उलटा सीधा बिना क्रम का, अंडबंड, बेसिर पैर का, बिना ठीक ठिकाने का, अव्यवस्थित, भला बुरा।
उलटा हाथ बायां हाथ, इसकी गुप्त मंशा क्या है अस्पष्ट है जो स्पष्ट हो सके।
उलटी खोपड़ी का औंधी समझ का, जड़, मूर्ख, नासमझ।
उलटी गंगा बहना अनहोनी या नियम विरूद्ध बात होना, बताना, उलटी रीति चलाना, रीति विरूद्ध।
उलटी गंगा बहाना जो कभी न सकता हो उसको करने का असफल प्रयास करना, रीति विरूद्ध चलना, उलटी रीति चलाने का असफल प्रयास करना।
उलटी टांगे गले पड़ना अपनी चाल से आप खराब होना, आपत्ति मोल लेना, लेने के देने में पड़ना, अपनी बात से आप ही कायल होना।
उलटी माला फेरना मारण आदि का प्रयोग करना।
उलटी पट्टी पढ़ाना टेढ़ी सीधी समझाना, और की ओर सुझाना, भ्रम में डालना।
उलटी सांस चलना दम उखड़ना, निकट समय आने का लक्षण दिखाई देना, रुक रुक कर सांस चलना, मरणासन्न होना। (मरने के समय)।
ऊ
ऊखल में सिर देना झंझट या जोखिम के काम में पड़ना।
ऊन मानना दिल छोटा करना, दुःखी होना।
ऊपर ऊपर बाला बाला, अलग अलग, निराले निराले, बिना और किसी के जताये चुपके से, बाहर ही बाहर, बिना घुले मिले या एक हुए।
ऊपर जाना लक्ष्य से बाहर जाना, निष्फल होना, व्यर्थ जाना, कुछ प्रभाव न उत्पन्न करना।
ऊपर का दम भरना ऊँची साँस चलना, उखड़ी साँस चलना, धरा चलना।
ऊपर का प्रकोप ईश्वर का कोप
ऊपर की आमदनी वह प्राप्ति जो वेतन के अतिरिक्त हो। इधर उधर से घूस आदि के द्वारा प्राप्त रकम।
ऊपर की आज्ञा किसी ऊपर के अधिकारी या शासक का हुआ।
ऊपर की दोनों जाना दोनों आँखें फूटना। उ0- ऊपर की दोनों गई हिय की गई हैराय। कह कबीर चारिहुं गई तासो कहा बसाय। कबीर।
ऊपर छार पड़ना मर जाना। उ0- जौ लहि ऊपर छार न परे। तौलहि यह तृष्णा नहिं मरे। जायसी।
ऊपर टूट पड़ना धावा करना, आक्रमण करना।
ऊपर तले ऊपर नीचे, एक के पीछे एक, आगे पीछे, लगातार।
ऊपर तले के आगे पीछे होने वाले, तरपरिया।
ऊपर लेना जिम्मे लेना, हाथ में लेना, किसी कार्य का भार लेना, सिर या कन्धे पर रखना, भार ग्रहण करना।
ऊपरवाला ईश्वर, अधिकारी ऊँचे दर्जे का, ऊपरी काम करने वाला, अपरिचित, बिना जाना बूझा आदमी, बाहरी आदमी।
उलटी सांस लेना जल्दी जल्दी सांस खींचना, मरने के निकट होना, मरने के समय रोगी का बड़े कष्ट से सांस लेना। सांस उखड़ना, गहरी या ठंडी सांस लेना।
उलटी सीधी हाँकना लम्बी चौड़ी बातें करना, बेसिर पैर की बातें करना।
उलटी सीधी सुनना भला बुरा सहना, गाली खाना।
उलटी सीधी सुनाना खरी खोटी सुनाना, भला बुरा कहना, फटकारना।
उलटी हवा बहना उलटी रीति चलना, गलत रास्ते पर चलना।
उलटे कांटे तौलना कम तौलना, डांडी मारना।
उलटे कुरे से मूंडना उल्लू बनाकर काम निकालना बेबकूफ बनाकर लूटना, फंसना, उल्लू बनाकर पैंसा ऐंठना।
उलटे पांव फिरना तुरन्त लौट पड़ना, बिना क्षण भर ठहरे वापिस चल देना।
उलटे पांव लौटाना तुरन्त लौटाना।
उलटे मुँह गिरना दूसरे की हानि करने के प्रयत्न में स्वयं हानि उठाना, दूसरे को नीचा दिखाने के बदले स्वयं नीचा देखना, धोखा खाकर बुरी तरह विफल होना।
उलटे हाथ दांव बांए हाथ का खेल, काम को बहुत ही सहल होना बताना।
उलथ मारना कलाबाजी करते हुए (पानी में) कूदना, करवट बदलना।
उल्लू का गोश्त खिलाना बेककूफ बनाना, मूर्ख बनाना, दाव पेंच से वश में कर लेना।
उल्लू का पट्ठा निपट मूर्ख।
उल्लू बनना बहस आदि में हारकर निरुत्तर होना।
उल्लू बनाना मूर्ख बनाना, ठगना, धोखा देना।
उल्लू बोलना उजाड़ होना, उजड़ जाना, वीरान होना।
उल्लू सीधा करना स्वार्थ सिद्ध करना, मतलब गाँठना।
ऊँचा नीचा ऊबड़ खाबड़, जो समतल न हो, भला बुरा, हानि लाभ।
ऊँचा नीचा दिखाना हानि लाभ बतलाना, उलटा सीधा, समझाना, बहकाना।
ऊँचा नीचा सोचना परिणाम का विचार न करना, भला बुरा न विचारना।
ऊँचा नीचा समझना हानि विचारना। उ0- बड़ा हुआ तो क्या हुआ बढ़ गया जैसे बांस। ऊँच नीच समझे नहीं किया बंस का नास।
ऊँचा नीचा समझाना हानि लाभ बतलाना, उलटा सीधा समझाना, बहकाना।
ऊँचा नीचा सुझाना हानि लाभ बतलाना, उलटा सीधा समझाना, बहकाना।
ऊँचा नीचा सोचना हानि विचारना। उ0- बड़ा हुआ तो क्या हुआ बढ़ गया जैसे बांस। ऊँच नीच समझे नहीं किया बंस का नास।
ऊँचा नीचा सुनाना खरी खोटी सुनाना, भला बुरा कहना, फटकारना।
(किसी को) ऊँचा पीढ़ा देना किसी को ऊँचे आसन या पद पर बैठाना, सम्मानित करना।
ऊँचा सुनना केवल जोर की आवाज सुनाना, कम सुनना, अर्ध-बाधिर होना।
ऊँचा सुनाई देना (पड़ना) कम सुनाई पड़ना।
ऊँची दुकान फीका पकवान होना नाम के अनुरूप काम, गुण आदि का न होना।
ऊँची नीची सुनाना खोटी खरी सुनाना, भला बुरा कहना, फटकारना।
ऊँची सांस लम्बी सांस, दुःख भरी सांस।
ऊँचे नीचे पैर पड़ना व्यभिचार में फंसना, बुरे काम में प्रवृत्त होना, चूक होना।
ऊँचे नीचे पैर रखना कुमार्ग पर चलना, बुरा काम करना।
ऊँचे बोल का बोल नीचा घमंडी का सिर नीचा।
ऊँचे बोल बोलना घमंड की बातें करना।
ऊँट किस करवट बैठता है देखिये, मामले का क्या नतीजा होता है?
ऊँट की चोरी और नीचे नीचे न छिपने वाली बात को छिपाने की कोशिश करना।
ऊँट के गले में बिल्ली बेमेल, असंगत बात।
ऊँट के मुँह में जीरा अधिक खाने वाले या आवश्यकता वाला को थोड़ी सी चीज देना।
ऊपर से बुलन्दी से, ऊँचे से, इसके अतिरिक्त, सिवा इसके, वेतन से अधिक, घूस, ऊपर की आय, भेंट, असाधारण आय, दिखाने के लिए, जाहिरी तौर पर।
ऊपर से चला जाना कुचलते हुए चले जाना, रौंदते हुए जाना।
ऊपर से देखने पर जो ऊपरी भागों में, सर्वत्र, स्वांग में, सिर से पैर तक,
ऊपर ही ऊपर नीचे तक पहुँचना, कुछ इने गिने लोगों तक ही, मुख्य को छोड़कर, गहराई में जाये बिना।
ऊपर होना बढ़ जाना, आगे निकल जाना, बढ़ कर होना, श्रेष्ठ होना, प्रधान होना, मुख्य होना, स्वतंत्र होना, रक्षा या सहायता विहीन होना।
ऋ
ऋण उतरना कर्ज अदा होना।
ऋण उतारना कर्ज अदा करना।
ऋण चढ़ना कर्ज होना।
ऋण चढ़ाना कर्जा चढ़ाना
ऋण पटना धीरी धीरे करके कर्ज अदा करना।
ऋण पटाना धीरे धीरे करके उधार लिया हुआ रूपया चुकता करना।
ऋण मढ़ना ऋण चढ़ाना, देनदार बनाना, ऐसा कैसे होगा कृपया सोचें? मढ़ना, दर्शाता है कि जबरदस्ती जानबूझ कर गलतौर पर ऋण चढ़ाना से मतलब है।
ए
एंड़ी बेड़ी सुनाना भला बुरा कहना, फटकारना।
एक अंक पक्की बात, निश्चय एक ही, बात मुख फेरि हंसैं सब रावरंग। तेहि धरेन गेहू एक अंक कबीर।
एक अनार सौ बीमार चीज थोड़ी और चाहने वाले बहुत।
जहाँ राम यह आयहु देहू, एकहि आक मारे हित एकहु। तुलसी।
एक आंक पक्की बात, निश्चय।
एक आँख न आना तनिक भी अच्छा न लगना, बिल्कुल नापसंद होना।
एक आँख न भाना तनिक भी अच्छा न लगना, बिल्कुल नापसन्द होना।
एक आँख से सबको देखना सबके साथ समान भाव रखना, एक ही तरह का बर्ताव।
एक आध बहुत थोड़ा, बहुत कम,
एक एक प्रत्येक हर एक, सब अलग अलग, पृथक पृथक।
एक एक करके एक के पीछे दूसरा, धीरे धीरे, क्रम से।
एक एक के दस दस करना खूब लाभ कमाना।
एक एक के दो दो करना काम बढ़ाना, व्यर्थ समय खोना, दिन काटना।
एक ओर किनारे, दाहिने या बाएं।
एक और एक ग्यारह होना मिलकर शक्ति बढ़ाना।
एक और एक ग्यारह होना कई आदमियों के मिलने से शक्ति बढ़ना।
एक करना जिता देना, मिल्लत करना
एक करना किसी की और अपनी दशा एक सी करना, मारना और मर जाना, समस्त उपाय कर डालना, मिला देना, व्याप्त होना।
एक कलम बिल्कुल, सब, एक साथ, एक राम, एक विचार।
एक की चार लगाना बढ़ा चढ़ाकर कहना, शिकायत करना, अपनी ओर से बातें जोड़ मिलाकर कहना, भड़काना।
एक की दवा दो एक को दबाने, हराने के लिए दो बहुत होते हैं।
एक के दस सुनाना एक कड़ी बात के बदले दस कड़ी बातें सुनाना।
एक चना माड़ नहीं फोड़ सकता एक आदमी के किये वह काम नहीं हो सकता, जो कई आदमियों के मिलकर करने का हो।
एक चने की दाल एक रूप या ढंग से लगातार, बिल्कुल एक से, हर बात में बराबर, सगे भाई।
एक चाल से एक रूप या ढंग से। लगातार।
एक जान खूब मिला जुला, जो मिलकर एक रूप हो गया हो।
एक जान दो कालिब बहुत आदमी को अगणित चिन्ताएं, रंज होना।
एक जान हजार गम एक आदमी को अगणित चिन्ताएं, रंज होना।
एक जान हजार मुसीबतें एक आदमी को अगणित चिन्ताएं, रंज होना।
एक टक बिना सांस की पलक मारे हुए, अनिमेष, स्थिर दृष्टि से, नजर गड़ाकर। उ0- (क) सकुच सनेह मोद मन बाढ़ा, भरतहिं चितवत एकटक ठाढ़ा। तुलसी। (ख) भरत विमल जस विमल विघु सुमति चकौर कुमारि। उदित विमल जन हृदय नाम एकटक रही निहारी। तुलसी।
एक टक आशा देखना लगातार वाट जोहना
एकटक आशा लगाना लगातार बहुत दिनों से आसरा बंधा रहना। उ0- जन्म ते एक टक लागि आशा रही विषय विष खात नहिं तृप्ति मानी।सूर।
एक टांग फिरना बराबर घूमा करना, बैठकर दम भी न लेना।
एक तरफ किनारे, दाहिने या बाएं।
एकताक समान, बराबर, भेद रहित, तुल्य। उ0- सरवन भंग हरि जेंवत छाक। प्रेम सहित मैया दे पतयो सवै बनाए है एकताक। सूर।
एक तो पहले तो, पहली बात तो यह कि।
एक थैली के चट्टे बट्टे दोनों एक से, दोनों में कोई वास्तविक अन्तर नहीं।
एकदम बिना रूके, एक क्रम से, फौरन, उसी समय, एक बारगी, एक साथ, बिल्कुल, नितान्त, जहाज में यह वाक्य कह कर उस समय चिल्लाते हैं जब बहुत से जहाजियों को एक साथ किसी काम में लगाना होता है। लगातार।
एक दिल खूब मिला जुला, जो मिलकर एक रूप हो गया हो। एक ही विचार का अभिन्न हृदय। एक ही लक्ष्य का।
एक दीवार रूपया हजार रूपया, काफी रूपया।
एक दूसरे का, की, पर में से परस्पर
एक (रीति) न आना ढंग से आना।
एक न चलना कोई युक्ति सफल न होना, सारे प्रयत्न विफल होना।
एक न लगना कोई उपाय न लगना।
एक न शुद को शुद एक ही बला थी, दूसरी और आ पड़ी, एक कष्ट या विपत्ति के रहते दूसरी का आ जाना। गरीबी में आटा गीला।
एक पंथ दो काज एक यत्न, उपाय से दो कार्य सिद्ध होना, एक करम करते हुए दूसरा हो जाना।
एक पत्तल में खने वाले परस्पर घनिष्ट सामाजिक सम्बन्ध रखने वाले। परस्पर रोटी बेटी का व्यवहार करने वाले। अत्यन्त सवर्गीय या सजातीय।
एक पाँव भीतर एक पाँव बाहर काम की भीड़ या परेशानी से एक जगह ठहर न सकना, कभी यहाँ कभी यहाँ आते जाते रहना।
एक पाँव रिकाब में होना यात्रा के लिए हर समय तैयार रहना, आज यहाँ कल वहाँ जाते रहना।
एक पाँव से खड़े रहना आज्ञापालन के लिए तैयार रहना, आज्ञा की प्रतीक्षा में खड़ा रहना, ताबेदारी बजाना।
एक पास पास पास, एक ही जगह, निकट। उ0- रची सार दोनों एक पासा। होय जुग जुग आवहि कैलासा। जायसी। (ख) जलचर वृंद जाल अन्तर्गत, सिमिट होत एक पासा। तुलसी।
एक पेट से सहोदर, एक ही माँ से उत्पन्न (भाई या बहन)
एक-ब-एक अकस्मात, अचानक, एक बारगी।
एक बात दृढ़ वचन, ठीक बात, सच्ची बात।
एक मामला कई आदमियों में परस्पर इतना हेल मेल कि किसी एक का किया हुआ दूसरों को स्वीकार हो।
एक मुँह से कहना एक मत होकर कहना, एक स्वर में कहना।
एक मुँह से बोलना एक मत होकर बोलना, एक स्वर से बोलना।
एक मुश्त एक साथ, एक बारगी, इकट्ठा (रुपये पैसे के सम्बन्ध में)।
एक रोयां न उखड़ना कुछ भी हानि न होना।
एक लख्त एक दाम, एक बारगी।
एक लाठी से सबको हांकना सबके साथ एक सा व्यवहार करना, भले-बुरे का विचार न करना। छोटे-बड़े, ऊँच-नीच का विचार न करना ।
एक समान एक सा, एक जैसा।
एक सा समान, बराबर।
एक साथ एक सिलसिले में।
एक से एक एक से एक बढ़कर। उ0- एक ते एक महा रनधीरा। तुलसी।
एक से इक्कीस होना बढ़ना, उन्नति करना, फलना फूलना
एक स्वर से (कहना या बोलना) एक मत होकर कहना, बिना रूके लगातार कहते जाना, बोलने में सांस या दम न लेना, एक साथ बोलना।
एक से दो होना व्याह होना, बीबी का घर में आना।
एक हत्या करना एकाधिकार, हज़ारा, कायम कर लेना।
एक हाथ से ताली नहीं बजती बैर या प्रीति एक ओर से नहीं होती।
एक ही आंक दृढ़ बात, पक्की बात, निश्चय।
एक ही टाट के एक ही बिरादरी के, एक साथ उठने बैठने वाले, एक ही मंडली के, एक ही दल के, एक ही विचार के।
एक ही थैली के चट्टे बट्टे एक ही गुट के मनुष्य, एक ही स्वभाव और रूचि के लोग, एक ही मेल के आदमी, एक ही विचार के लोग। एक जैसे।
एक होना मिलना-जुलना, मेल करना, तदय होना, मिल जाना। गोल बनाना (एकदम बन जाना) गुटबंदी करना, एक जज होना, एक पक्ष में निर्णय। वह डिगरी जो मुद्दालैह के हाजिर न होने के कारण मुदई को प्राप्त हो।
एकताक समान, बराबर, भेद रहित। उ0- सखन संग हरि जैंवत छाक। प्रेम सहित भैया दे पठयो सबै बनाए है एकताक। सूर।
एकतार एक ही नाम का, एक ही रूप रंग का, समान, बराबर, समभाव से, लगातार। उ0- (क) आकिंबन इंद्रिय दमन रमन राम एकतार। तुलसी ऐसे संत जन बिरले या संसार। तुलसी। (ख) का जानों कब होयगा हरि सुमिरन एकतार। का जानों कब छोडिहैं यह मन विषय विकार। दादू।
एकत्र करना बटोरना, संग्रह करना।
एकत्र होना जमा होना, इकट्ठा होना, जुड़ना, जुटना।
एकादशी मनाना निराहार रहना।
एकादशी होना आहार न मिलना।
एड़ करना एड़ लगाना, खाना होना, चल देना, ऐड़ का प्रयोग करना।
एड़ देना घोड़े को आगे बढ़ाने के लिए एड़ मारना, उत्तेजित करना, चलते हुए काम में बाधा डालना, घोड़े को आगे बढ़ाना।
एड़ लगाना घोड़े को आगे बढ़ाने के लिए एड़ मारना। उकसाना, उत्तेजित करना, बाधा डालना।
एडलेड बकना अंडबंड बोलना, बेसिर पैर की बातें करना।
एड़ी घिसना एड़ी को मल मलकर धोना। उ0- मुख धोवति दीपना, बहुत दिनों से कलेश या बिमारी में पड़े रहना, बहुत कष्ट भोगना, श्रम, दौड़-धूप करना।
एड़ी रगड़ना बहुत दिनों के क्लेश या बीमारी में पड़े रहना। कष्ट उठाना।
एड़ी चाटना
एड़ी चोटी पर से वारना सिर और पाँव पर से न्योछावर करना, तुच्छ समझना, कुछ कदर न करना, एड़ी चोटी पै मुए देव को कुडबाने कह। ईदा सभा।
एड़ी रगड़ना एड़ी को मल मलकर धोना, मुख धेवत एड़ी घसति हंसति अगनगन तितीर। बिहारी। रोधना बहुत दिनों से बीमारी या क्लेश में पड़े रहना, बहुत कष्ट भोगना, बहुत श्रम, दौड़-धूप करना।
एड़ी चोटी का पसीना एक करना बहुत परिश्रम, प्रयास करना।
एड़ी से चोटी तक सिर से पैर तक, आदि से अन्त तक, अत्यधिक, नीचे से ऊपर तक।
(किसी का) एतवार उठना (किसी के ऊपर से) लोगों का विश्वास हटना, किसी का अविश्वास होना।
एतबार खोना अपने ऊपर से लोगों का विश्वास हटाना।
एतबार जमना विश्वास उत्पन्न होना।
एहसास जताना अपने उपकारों की प्रतिफल की भावना से ऊँचे स्वरों से चर्चा करना। (किसी को) अपने एहसानों की याददिलाना, उपकार करके उसे बखारना और उसके प्रतिफल की इच्छा करना।
ऐंड़ा ऐंड़ा डालना इतराना फिरना, घमंड में फूलकर घूमना।उ0- जिन पै कृपा करी नंद नंदन सो ऐंड़ी काहे नहिं डोले। सूर।
ऐंड़ा ऐंड़ा फिरना इतराया फिरना, घमंड में फूलकर घूमना।
ऐब करने को हुनर चाहिए दोष के लिए गुण की अपेक्षा है।
ऐब निकालना दोष दिखाना (किसी वस्तु में)
ऐसा गैरा नत्थू खेरा जिसकी कोई हैसियत न हो, तुच्छ, नगण्य जन, अपरिचित व्यक्ति, राह चलता आदमी।
गेरा गैरा पंचकल्याणी ऐरा गैरा आदमी।
ऐसा तैसा साधारण, तुच्छ, अदना।
ऐसा वैसा साधारण, तुच्छ, अदना।
ऐसी तैसी में जाना माड़ में जाना, चूल्हे में जाना, नष्ट होना।
ऐसे ऐसे नाखूनों में पड़े हैं ऐसे ऐसे बहुत देखे हैं, ऐसों की कहीं पर कोई गिनती नहीं। तुच्छ, अनदेखा करना।
ऐसी की तैसी किसी के प्रति अत्यन्त उपेक्ष निरादर और अमर्श सूचित करने का भाव।
ओ
ओंठ उखड़ना परती खेत को पहले पहल जोतना।
ओंठ काटना क्रोध और दुःख से ओंठों से दातों के नीचे दबाना, क्रोध और दुःख प्रकट करना।
ओंठ चबाना ओंठ को दांतों तले दबाना।
ओंठ चबाना क्रोध और दुःख प्रकट करना।
ओंठ चाटना किसी वस्तु को खो चुकने पर स्वाद के लालच से ओंठों पर जीभ फेरना।
ओंठ चूसना अधर का चुम्बन करना।
ओंठ दबाना भय प्रकट करना, निवारण करना।
ओंठ पपड़ाना ओंठ पर खुश्की के कारण चमड़े की सूखी हुई तह जम जाना।
ओंठ फटना खुश्की के कारण ओंठ पर पपड़ी पड़ना।
ओंठ फड़कना क्रोध के कारण ओंठ फड़कना।
ओंठ मलना कटुई बात करने वाले को दण्ड देना।
ओंठ हिलना मुँह से शब्द निकलना, बोलने का प्रयास करना।
ओंठ हिलाना मुँह से शब्द निकालना, बोलने का प्रयास करना।
ओंठों पर जबान पर आकर रूक जाना, कुछ स्मरण आने के कारण मुँह से निकलने पर वाणी द्वारा स्फुरित होने के निकट प्रकट होने के निकट।
ओंठों पर मुसकराहट आना चेहरे पर हंसी दिखाई पड़ना।
ओंठों पर मुस्कराहट दिखाई देना चेहरे पर हंसी दिखाई पड़ना।
ओठों पर हंसी आना चेहरे पर हंसी दिखाई पड़ना।
ओंठों पर हंसी दिखाई पड़ना चेहरे पर हंसी दिखाई पड़ना।
ओंठों में कहना धीमे ओर अस्पष्ट स्वर में कहना, मुँह से साफ शब्द न निकलना।
ओंठों से मुस्कराना बहुत थोड़ा हंसना, ऐसा हंसना कि वह बहुत प्रसन्न न हो।
ओखली में सिर देना अपनी इच्छा से किसी झंझट में पड़ना।
ओट में बहाने से, हीले से। ओट राम नाम की, लजाव सिसि गई है। तुलसी। तृण धरि ओट कहत वेदेही।
ओढ़ना उतारना अपमानित करना, इज्जत उतारना।
ओढ़ना ओढ़े को बिछाऊँ किसी काम में ला सकने योग्य न हो पाना।
ओढ़ना गले में डालना बांधकर न्यायकर्ता के पास ले जाना, अपराधी बनाकर रखना।
ओढ़ना बिछौना बना लेना हर समय काम में लाना, लापरवाही से बरतना।
ओढ़नी बदलना बहनापा जोड़ना, बहन का सम्बन्ध स्थापित करना, सहेली बनाना।
ओढ़े या बिछावे क्या करे किस काम में लावे। उ0- वे राम में वचन हमें नहिं पावै। योग क्या ओढ़े कि बिछावें। दूर।
ओड़ा पड़ना अप्राप्य होना, अकाल पड़ना, मिटना।
ओना लगना तालाब में इतना पानी भरना कि ओने की राह से बाहर निकल चले।
ओर आना नाश का समय आना। उ0- हंसता ठाकुर, अन्तिम समय तक, खांसता चोर, इन दोनों का आया और।
ओर निबाहना किसी की बराबर सहायता करते रहना, अन्त तक अपना कर्तव्य पूरा करना। उ0- (क) पुरूष गंभीर न बोलहिं काहू। जो बोलहिं तो और निबाहू। जायसी। (ख) प्रणतपाल पालहि सब काहू। दूहू दुहूं दिसि और निबाहू। तुलसी।
और निभाना अन्त तक अपना कर्तव्य पूरा करना, किसी की सहायता बराबर करते रहना।
ओलती तले का भूत पास रहने वाला आदमी जो घर के सब भेद जानता हो।
ओली ओड़ना आंचल फैलाकर कुछ मांगना, विनयपूर्वक कोई प्रार्थना करना, विनती करना, बोली न हो कि तो लाभ रहे हरि पायं परे अरू ओलियो ओड़ी।केशव। ओली, खेत की उपज करने का एक ढंग।
ओली ओड़ना आंचल फैलाकर कुछ मांगना, विनय पूर्वक कोई प्रार्थना करना, विनती करना। उ0- (क) ऐंड सो ऐंडाय जनि अंचल उड़ात ओली बओड़त हो काहू की जु डीहि लगि जायगी। केशव। (ख) एरछ ही जैये सब छोड़ि, हों जु कहत हौं ओली ओडि, केशव। (ग) बोली न हों वे बोलाय रहे हरि पायं परे अरू ओलियां ओड़ी।केशव।
ओली लेना गोद लेना, दत्तक बनाना।
ओस चाटने से प्यास नहीं बुझती थोड़ी सी वस्तु से बड़ी आवश्यकता की पूर्ति नहीं हो सकती।
ओस पड़ना कुमहलाना, बेरौनक हो जाना, उत्साह नष्ट हो जाना, उदासी छाना, ठंडा हो जाना, लल्जित होना, शरमाना।
ओस का मोती शीघ्र नाशवान, जल्दी मिटने वाला। उ0- यह संसार ओस का मोती बिखर जात इन छिन में। कबीर।
औ
औंठ उठाना परती पड़े हुए खेत को जोतना।
औंधा हो जाना गिर पड़ना, असुध होना, अचेत होना।
औंधी खोपड़ी का मूर्ख, जड़, कूढ, मग्ज, नासमझ। उ0- कबिरा औंधा खोपड़ी, कबहू घापैं नाहिं। तीन लोक की संपदा, कव ओवे घर माहिं। कबीर।
औंधी बुद्धि उलटी समझ, जड़, बुद्धि।
औंधी समझ उलटी समझ, जड़, बुद्धि।
औंधे मुँह मुँह के बल, नीचे मुँह किए हुए।
औंधे मुँह गिरना मुँह के बल गिरना, बेतरह चूकना या धोखा खाना, झटपट बिना सोचे समझे किसी काम को बिना सोचे समझे करके दुःख उठाना, भूल करना। भ्रम में पड़ना।
औचट में पड़ना संकट में पड़ना।
औझड़ मारना वार पर वार करना, धड़ाधड़ चांटे लगाना।
औझड़ लगाना वार पर वार करना, धड़ाधड़ चांटे लगाना।
औने-पौने करना कमती बढ़ती दाम पर बेच डालना, जो कुछ मिले उसी पर बेच डालना, औने-पौने बेचना।
और क्या? हाँ, अवश्य, नहीं तो क्या? ऐसा ही, बिल्कुल सही।
और का और कुछ या कुछ, विपरीत, अंडबंड, उलटा।
और का और होना भारी उलट फेर। विशेष परिवर्तन। उ0- द्विज पतिया दे कहियो श्यामहि अब ही और की और होत कछु लागै वारा ताते मैं पाती लिखी तुम प्रान अधारा। सूर।
और तो और दूसरों का ऐसा करना तो उतने आश्चर्य की बात नहीं। दूसरों से या दूसरों के विषय में ऐसी सम्भावना हो भी। दूसरों की बात जाने, दूसरों की तो बात ही क्या?।
और तो क्या और बातें तो दूर रही, और बातों का तो जिक्र ही क्या, उचित तो बहुत कुछ था।
और लो, और सुनो यह वाक्य किसी तीसरे से उस समय कहा जाता है, जब कोई व्यक्ति एक के उपरान्त दूसरी और अधिक अनहोनी बात करता है या कहने वाले पर दोषारोपण करता है।
और ही कुछ होना सबसे निराला होना, विलक्षण होना। उ0- यह चितवनी और कछु जिहि बस होत सुजान। बिहारी। जुदा। अनूठा।
औसान खता होना सुधबुध भूलना, बुद्धि का चकराना, धैर्य न रहना, मतिभ्रम होना, घबरा जाना।
क
कंकड पत्थर बेकाम की चीज, कूड़ा करकट।
कंगन बोहना दो आदमियों का एक दूसरे के पंजे को गठना, पंजा मिलाना, पंजा फसाना।
कंघी चोटी बनाव सिंगार।
कंघी चोटी करना बाल संवारना, बनाव सिंगार करना।
कंचन बरसना (किसी स्थान का) समृद्धि और शोभ से युक्त होना। अति लाभ होना। उ0- आवत ही हरषै नहीं नैनन नहीं सनेह। तुलसी तहां न जाइये वरषै। तुलसी। अटूट धन सम्पत्ति प्राप्त होना।
कंचन बरसाना बहुत कुछ धनादि देना।
कंठ करना कंठस्थ करना, जबानी याद करना।
कंठ खुलना रूंधे हुए गले का साफ होना, मुँह से आवाज निकलना।
कंठ खोलना, बोलना रूंधे हुए गले का साफ होना, मुँह से आवाज निकलना।
कंठ दबाना, मार डालना वर्णो के स्पष्ट उच्चारण का आरम्भ होना।
कंठ फूटना आवाज खुलना, बच्चों की आवाज साफ होना, बकारी फूटनार, वक्कुर निकलना, मुँह से शब्द निकलना। घांटी फूटना, युवावस्था आरम्भ होने पर आवाज का बदलना, तोते आदि पक्षियों के गले में रंगीन रेखायें पड़ना, हंसली पड़ना या फूटना। उ0- हीरामन हौं तैहिक परवा। कंठा फूट करत तेहि सेवा। जायसी।
कंठ फोड़ना बोलने का अभ्यास करना, बोलने का अभ्यास करना।
कंठ बैठना आवाज का बेसुरा हो जाना, आवाज का भारी हो जाना, गला बैठना।
कंठ में रखना कंठस्थ रखना, जबानी याद रखना।
कंठ में सरस्वती का बैठना सबका ज्ञान हो जाना, कृतनिध होना, सदा उपस्थिति रहना, बराबर याद रहना।
कंठ में होना बराबर याद रहना।
कंठ सूखना प्यास से व्याकुल होना।
कंठ होना कंठाग्र होना, जबानी याद होना, स्मरण रहना।
कंठी उठाना कंठी की सौगंध खाना, कसम खाना।
कंठी छूना कंठी की सौगंध खाना, कसम खाना।
कंठी तोड़ना वैष्णत्व का त्याग, मांस-मछली फिर खाने लगना।
कंठी देना चला करना, चैला बनाना।
कंठी बांधना चेला बनाना, चेला मूंडना, अपना अंधभक्त बनाना, वैष्णव सम्प्रदाय की दीक्षा लेना, भक्त होना।
कंठी लेना मंद्य मांस छोड़ना, विषयों को त्यागना, धार्मिक जीवन बिताना, किसी गुरू से दीक्षा लेना, वैष्णव होना, गुरू मंत्र लेना, भक्त होना, मद्य मांस छोड़ना, विषयों को त्यागना, मेम धर्म निवाहना।
कंडा होना सूखना, दुर्बल हो जाना, ढेंड जाना, मर जाना, अंकार में पथा हुआ गोबर जो जलाने के काम आता है।
कंदला गलाना चांदी और सोने को एक में मिलाकर गलाना।
कंधा डालना बैल या अपने कंधे से जुआ फेंक देना।, जुआ डालना, हिम्मत हारना, थक जाना, साहस छोड़ना। (कोई) बोझ, जिम्मेदारी उठाने से भागना।
कंधा देना अर्थी में कंधा लगाना, अर्थी को कंधे पर लेना या लेकर चलना। शव के साथ श्मशान तक जाना। सहारा देना, सहायता देना, मदद देना।
कंधा बदलना बोझ को एक कंधे से दूसरे कंधे पर लेना, बोझ को दूसरे के कंधे से अपने कंधे पर लेना। पालकी कांवर आदि एक कंधे से दूसरे कंधे पर लेना।
कंधा लगना जुए की रकड़ से कंधे का छिल जाना।
कंधावर डालना किसी दुपट्टे को जनेऊ की तरह कंधे पर डालना।
कंधे की उड़ान मालखम्भ की एक कसरत जिसमें कंधे के बल उड़ते हैं।
कंधे से कंधा छिलना अत्यधिक पीड़ा होना।
कंधों से कंधा छिलना भारी भीड़ होना।
कंधा मारना चिड़ियों को कंपे में फंसाना, धोखे से किसी को अपने वश में करना, फंसाना, दांव पर चढ़ाना।
कंधा लगाना चिड़ियों को कंधे से फंसाना, धोखे से किसी को अपने वश में करना, फंसाना, दाव पर चढ़ाना।
कंपास लगाना नापना, ताक झांक करना, फंसाने की घात में रहना।
ककड़ी का चोर छोटा अपराध करने वाला।
ककड़ी के चोर की कटारी से मारना छोटे अपराध या दोष पर कड़ा दण्ड देना, निष्ठुरता करना।
ककड़ी खीरा करना तुच्छ समझना, तुच्छ बनाना, कदर न करना।
कब्र बांधना किसी की बगल से हाथ ले जाकर उसके कंधे पर चढ़ाना और उसकी गरदन को दबाना।
कचर कचर कर खाना खूब पेट भर खाना।
कचहरी करना फैसला करना, न्याय का आडंबर करना, दायर मुकदमा करना।
कचहरी चढ़ना अदालत तक मामला ले जाना।
कचहरी लगाना भीड़ लगाना, गल मचाना।
कचालू करना खूब पीटना।
कचालू बनाना खूब पीटना।
कचीची बंधना दाँत बैठना। (मरने के समय)
कचीची बटना दाँत पीसना, किच किचाना।
कचीची लेना मरने के समय का दाँत पीसना।
कचूमर करना खूब कूटना, चूर-चूर कना, कबुलना, असावधानी या अत्यधिक व्यवहार के कारण किसी वस्तु को नष्ट करना, मारते मारते बेदम करना। खूब पीटना, मुरकुस निकालना, भुर्ता बना देना।
कचूमर निकालना खूब कूटना, चूर-चूर कना, कबुलना, असावधानी या अत्यधिक व्यवहार के कारण किसी वस्तु को नष्ट करना, मारते मारते बैदम करना। खूब पीटना, मुरकुस निकालना।
कचूर होना कचूर की तरह हरा होना, खूब हरा होना (खेती आदि का)।
कच्चा करना डराना, भयभीत करना, हिम्मत छुड़ा देना, कच्ची सिलाई करना, लंगर डालना, सलंगा मारना मरना, अप्रमाणिक ठहराना, झूठा सिद्ध करना, लज्जित करना, नीचा दिखाना, काट देना, कातिल ठहराना।
कच्चा काम करना अपूर्ण कार्य करना, यथोष्ट या यथोचित न करना।
कच्चा खा जाना मार डालना, प्राण ले लेना, नष्ट करना। (क्रोध में लोगों की यह साधारण बोल चाल है)।
कच्चा खाना हारना, हतोत्साह होना।
कच्चा चिट्ठा पूरा और ठीक ठीक गुप्त वृतान्त, ऐसा सविस्तार वृतान्त जिसमें कोई बात छिपाई न गई हो।
कच्चा चिट्ठा खोलना गुप्त बातों को पूरे व्योरे के साथ प्रकट करना। गुप्त वृतान्त कहना, रहस्य उद्घाटित।
कच्चा जाना गर्भपात होना, गर्भ गिरना।
कच्चा जी या दिल विचलित होने वाला चित, धैर्ययुक्त होने वाला चित्त।
कच्चा पक्का इमारत या जोड़ाई का वह काम जिसमें पक्की ईंटे मिट्टी गारे से जोड़ी गई हों।
कच्चा पड़ना अप्रामाणिक ठहरना, निःसार ठहरना, झूठा ठहरना, सिटापिटाना, संकुचित होना, सकुचाना, लज्जित होना।
कच्चा बैठना दाँत बैठना, मरने के समय ऊपर नीचे के दाँतों का इस प्रकार मिल जाना कि वे अलग न हो के। निराहार से कनपटी का धंस जाना।
कच्चा हिसाब स्थूल विवरण, मोटा व्योरा, ऐसा व्योरा जो अधूरा हो।
कच्चा होना अधीर होना, हतोत्साह होना, हिम्मत हारना, लंगर पड़ना, कच्ची सिलाई होना।
कच्ची करना चौसर, पचीसी में विपक्षी की गोटी मारने के लिए अपनी लाल या पक्की गोटी को फिर बाहर निकालना।
कच्ची कली टूटना थोड़ी अवस्था वाले का मरना, बहुत छोटी अवस्था वाली या कुमारी का पुरूष से संयोग होना।
कच्ची गृहस्थी वह कुटुम्ब जिसके छोटे छोटे बच्चों को देखभाल करने वाला कोई बड़ा व्यक्ति न हो।
कच्ची गोटी खेलना अनुभवहीन होना, अशिक्षित बने रहना, अनाड़ीपन वाला।
कच्ची गोली खेलना अनुभवहीन बनना, अनुभवहीन होना, अनाड़ीपन करना।
कच्ची जबान बोलना अनादर सूचक शब्दों का प्रयोग करना, गाली देना, अशिष्ट शब्द कहना।
कच्ची पक्की भली बुरी, उलटी सीधी, दुर्वचन गाली ।
कच्ची पक्की (बात) कहना झूठ सच कहना, इधर उधर, भली बुरी कहना।
कच्ची बात अश्लील बात, लज्जाजनक बात।
कच्चे घड़े की चढ़ना शराब या ताड़ी आदि को पीकर मतवाला होना, नशे में चूर होना, पागल होना, उन्मत होना। बहकना।
कच्चे धड़े पानी भरना अत्यन्त कठिन काम करना।
कच्छ की उखेड़ कुश्ती का एक पेंच जिससे पट पड़े हुए को उलटते हैं।
कच्छा पाटना कई कच्छों या पटेलों को एक साथ बांधकर पाटना।
कछोटा मारना स्त्री का कछोटा बांधना
कज निकालना दोष को दूर करना, दोष बतलाना, दूर्षण दिखाना।
क़जा़ आना मौत आना।
क़ज़ा करना नमाज या दूसरे मजहबी फर्ज का नियत समय पर अदा न होना।
क़ज़ा होना नमाज या दूसरे मजहबी फर्ज का नियत समय पर अदा न होना।
कट जाना लज्जित हो जाना, झेपना।
कट मरना कटकर मर जाना, लड़ मरना।
कटटे लगाना किसी दूसरे के कारण अपनी वस्तु का नष्ट होना या इसका दूसरे के हाथ लगना।
कटती कहना लगती हुई बात कहना, मर्म भेदी बात कहना।
कटनी काटना इधर से उधर और उधर से इधर भागना, दाहिनी और से बाई और और बाई और से दाहिनी और भागना।
कटनी मारना बैसाख, जेठ में अर्थात् जोतने के पहले कुदाल से खेतों की घास खोदना।
कटाव पड़ना किसी दूसरे के कारण अपनी वस्तु का नष्ट होना या उसका दूसरे के हाथ लगना, किसी ऐसी वस्तु का नष्ट होना या हाथ से निकल जाना जो दूसरे की नज़र में खटकती हो।
कटाव लगना किसी दूसरे के कारण अपनी वस्तु का नष्ट होना या उसका दूसरे के हाथ लगना, किसी ऐसी वस्तु का नष्ट होना या हाथ से निकल जाना जो दूसरे की नज़र में खटकती हो।
कटे पर नमक छिड़कना किसी दुःखी को और दुःख देना, पीड़ित को और पीड़ित करना, कष्ट पाते हुए को और कष्ट पहुँचाना।
कटोरा चलाना मंत्रबल से चोर या काल का पता लगाने के लिए कटोरा खसकाना।
कट्टे लगना किसी दूसरे के कारण अपनी वस्तु का नष्ट होना या उस दूसरे के हाथ लगना, स्वामी की इच्छा के विरूद्ध किसी वस्तु का दूसरे के हाथ में जाना, किसी ऐसी वस्तु का नष्ट होना या हाथ से निकल जाना जो दूसरे की नज़र में खटकती हो।
कढ़ जाना किसी स्त्री या किसी के साथ भाग जाना, यार के साथ चले जाना, कुटुम्ब छोड़कर उपपति करना। उ0- गोकुल के कुल को तजि के मजि कै वन वीधिनन मे बढ़ि जइये। उपपति – अवैध पति
कढ़ाही करना कढ़ाही चढ़ाना, मनौती पूरी होने पर किसी देवी देवता की पूजा के लिए हलवा पूरी करना।
कढ़ाही पूजन किसी शुभ कार्य के निमित्त पकवान बनाने के लिए कढ़ाही चढ़ाने के पहले उसकी पूजा करना।
कढ़ी का सा उबाल शीघ्र ही घट जाने वाला जोश। (कढ़ी में एक ही बार उबाल आता है और शीघ्र ही दब जाता है)।
कढ़ी में कंकड़ी अत्यन्त सुन्दर वस्तु में खटकने वाला दोष होना, क्षमिक उत्साह या आवेश।
कढ़ी में कोयला अच्छी वस्तु में कुछ छोटा सा दोष, दाल में काला, कुछ मर्म की बात, कोई भेद, अत्यन्त सुन्दर वस्तु में खटकने वाला दोष होना।
कड़क उठना एकाएक गरजकर बोलना।
कडुवा घूंट पीना अति कष्टकर बात को सह लेना।
कड़वा होना स्पष्ट होना, बिगड़ना।
कड़ा करना मजबूत करना।
कड़ा पड़ना दृढ़ता दिखाना, न दबना, किसी मामले में कठोरता धारण करना।
कड़ा पानी ऐसे जलवायु जिसमें उत्पन्न या पले मनुष्य या पशु फुरतीले, शूर, साहसी तथा कट्टर स्वभाव के हो।
कड़ा लगाना लदाव की छत बनाना।
कड़ा होना निर्दय होना, भाव तेज होना।
कड़ाके का जोर का, तेज, प्रचंड।
कड़ाही में हाथ डालना अग्नि परीक्षा देना।
कड़ी उठाना मुसीबतें झेलना।
कड़ी छत लदाव की छत, वह छत जो केवल चूने और ईंटों से पाटी गई हो, कड़ी या शहतीर के आधार पर न हो।
कड़ी घरती वह प्रदेश जहाँ के लोग हट्टे कट्टे हों, भूत प्रेत के रहने की जगह।
कड़ी पाटन लदाव की छत, वह छत जो केवल चूने और ईंटों से पाटी गई हो, कड़ी या शहतीर के आधार पर न हो।
कड़ी बोलना अस्पष्ट से चिटकने की सी आवाज निकलना, जो रहने वाले के लिए अशकुन समझा जाता है।
कड़ी दृष्टि रखना पूरी निगरानी रखना, ताक में रहना।
कड़ी दृष्टि होना पूरी निगरानी होना, कोप का भाव रहना।
कड़ी सुनाना खोटी-खरी सुनाना।
कड़ुआ करना धन बिगाड़ना, कुछ रूपया लगाना, कुछ दाम खड़ा करना, औने पौने करना।
कडुआ घूंट कठिन काम, असहज बात।
कडुआ मुँह वह मुँह जिससे कटु शब्द किले, कटुभासी मुख। उ0- खीरा को मुख काटि के मलियत लोन लगाय। रहिमन कडुए मुख की चाहिए यही उपाय। रहीम।
कडुए कसैले दिन बुरे दिन, कष्ट के दिन, दो रसा दिन, जिसमें रोग फैलता है, गर्भ का आठवां महीना जिसमें गर्भ गिरने का भय रहता है।
कतरनी सी जबान चलना बकवाद करना, दूसरे की बात काटने की बहुत बकवाद करना।
कता करना कपड़े को किसी नापके अनुसार काटना, कपड़े को व्योंतना
कथा उठना कथा बन्द या समाप्त होना।
कथा चुकाना झगड़ा मिटाना, मामला खत्म करना, काम तमाम करना, मार डालना। उ0- मेधनादै रिस आई, मंत्र पढ़ि के चलाइयौ बाण ही में नाग फांस बड़ी दुखदाहनी।… काहे की लराई उन कथा ही चुकाई जैसे पारा मारि डाख है पल मंे रसाइनी। हनुमान।
कथा बैठना कथा होना, कथा का प्रारम्भ होना,
कथा बैठाना कथा कहने के लिए किसी व्यास को नियुक्त करना। पुराण की कथा का आयोजन करना।
कदम उखड़ना पाँव उखड़ना, भाग जाना।
कदम उठाना आगे बढ़ना, तेज चलना, उन्नति करना, कोई काम प्रारम्भ करना।
कदम चूमना प्रणाम करना, शपथ खाना, गुरू मान लेना, अत्यन्त आदर करना।
(किसी के) कदम छूकर कुछ कहना किसी की शपथ खाकर कुछ कहना।
कदम छूना प्रणाम करना, शपथ खाना, खुशामद करना।
कदम निकालना (घोड़े को) कदम की चाल सिखाना, बाहर जाना।
कदम पर कदम रखना ठीक पीछे चलना, पीछे लगना, अनुसरण करना, नकल करना, पैरवी करना, घोड़े की वह चाल जिसमें पैर तो चलते हैं किन्तु बदन नहीं हिलता।
कदम ब कदम चलना साथ साथ चलना, अनुकरण करना।
कदम बढ़ाना तेज चलना, चाल तेज करना, उन्नति करना, आगे बढ़ना।
कदम भरना चलना, डग बढ़ाना।
कदम मारना दौड़-धूप करना, यत्न प्रयत्न करना।
कदम रखना प्रवेश करना।
कदम लेना पांव पड़ना, पांव छूकर प्रणाम करना, आदर सत्कार करना।
कनकौवा काटना किसी बढ़ी हुई पतंग की डोरी को दूसरी बढ़ी हुई पतंग की डोरी से रगड़कर काटना।
कनकौवा बढ़ाना कनकौवे पतंग की डोर ढीली करना जिसमें वह हवा में और ऊपर या आगे जा सके।
कनकौवा लड़ाना किसी बढ़ी हुई पतंग की डोरी में दूसरी बढ़ी हुई पतंग की डोरी को फंसाना जिसमें रकड़ खाकर वह दोनों में से कोई पतंग कट जाय।
कनकौवे से दुमछल्ला बड़ा मुख्य वस्तु से अंगभूत, उसमें उपजी वस्तु का बड़ा होना।
कनसी देना रोकना।
कनखी मारना आँख से इशारा करना, आँख के इशारे से किसी को कोई काम करने से रोकना।
कनखियाँ लगना छिपकर देखना, ताकना, झांकना। उ0- घुनि किंकिनी होति जगेगी सबै सुख सारिका चौंकि चित परिहै। कनखैंयन लागि रही है परीसिन की सिसकी सुनि कै डरिहैं। लाल।
कनखैयन लगना छिपकर देखना, ताड़ना, भांपना। उ0- घुनि किंकिनि होति जगैंगी सबे सारिका चौंकि चित परिहै। कनखैंयन लागि रही है परीसिन की सिसकी सुनि कै डरिहैं। लाल।
कनसुई कनसुइयां लेना छिपकर किसी की बात सुनना, अनकना, भेद लेना, आहट लेना, एगुन विचारना।
कनाई काटना रास्ता काटकर दूसरे रास्ते निकल जाना, सामना बचाकर दूसरा रास्ता पकड़ना, किसी काम के लिएकह कर मौके पर निकल जाना, चालबाजी करना।
कनात करना बचना, छोड़ना।
कनी खाना हीरे की कनी निगलकर प्राण देना, हीरे की कन किरिच खाकर आत्मघात करना।
कनी चाटना हीरे की कनी निगलकर प्राण देना, हीरे की कन किरिच खाकर आत्मघात करना।
कनैव छेदना पये के छेदों को टेढ़ा छेदना जिससे चारपाई कन्नी हो जाय।
कनौतियां उठाना कान खड़ा करना, चौकन्ना होना।
कनौतियां खड़ा करना कान खड़ा करना, चौकन्ना होना।
कनौतियां बदलना घोड़े का कान खड़ा करना, चौकन्ना होना, चौककर सावधान होना।
कन्ना काटना प्रयत्न का निष्फल होना।
कन्ना ढीला होना थक जाना, शिथिल होना, ऐंठ ढीली पड़ जाना, जोर का टूटना, शक्ति और गर्व न रहना, मान मर्दन होना, हौंसला पस्त होना।
कन्ना साधना कन्ने की गांठ ठीक जगह बांधने के लिए उसकी लम्बाई नापना।
कन्नी काटना सामने न आना, कतराना, सामने से निकल जाना।
कन्नी खाना पतंग या उड़ने में एक और झुकना, पतंग का एक और झुक उड़ना। (इस प्रकार उड़ने से पतंग बढ़ नहीं सकती)।
(किसी की) कन्नी दबना किसी के अधीन या वशीभूत होना, दबना, सहमना, झेपना, लजाना।
कन्नी दबाना काबू में, अधीनता में लाना।
कन्ने से कटना मूल से अलग होना, पतंग का कन्ने पर से कट जाना।
कन्ने से काटना मूल से अलग करना, किसी कार्य को मूल से नष्ट कर देना।
कपड़े आना मासिक धर्म से होना।
कपड़ा उतार लेना वस्त्र मोचन करना, खूब लूटना, सब कुछ छीन लेना।
कपड़ा रंगना गेरूआ वस्त्र पहनना, योगी होना, विरक्त होना।
कपड़े छानना पल्ला छुड़ाना, पिंड छुड़ाना, पीछा छुड़ाना।
कपड़ों में न समाना फूले अंग न समाना, आनन्द से फूलना।
कपड़ों से होना मासिक धर्म से होना, रजस्वला होना, एकवस्त्र होना।
कपाल खुलना भाग्य का उदय होना, सिर खुलना, सिर से लहू निकलना।
कपाल क्रिया करना नष्ट करना।
कपूर खाना विष खाना। उ0- बुडे जलजात कूर कदली कपूर खात दाडिग दरिक अंग उपमा न तौलेरी।। तेरे स्वास सौरभ को त्रिविध समीर धीर विविध लतान तीर बन बन डोलै री। बेनी प्रवीन।
कफन की कौड़ी न रखना जो कमाना वह सब खा डालना । धन संचित न करना कुछ मी बचा न रखना। अत्यन्त त्यागी होना। (साधु के लिए)।
कफन की कौड़ी न होना अत्यन्त दरिद्र होना।
कफन फाड़कर उठना मुर्दे का जी उठना, सहसा उठ पड़ना।
कफन फाड़कर चिल्लाना बहुत जोर से चिल्लाना।
कफन फाड़कर बोलना बहुत जोर से बोलना, शोर मचाना।
कफन मैला न होना मृत्यु हुए अधिक दिन न होना, मरे थोड़े ही दिन होना। (मुसलमान)
कफन सिर में बाधना मरने पर तैयार होना, जान जोखिम में डालना, जान पर खेलना, युद्ध के लिए रवाना होना।
कफे अफसोस मलना हाथ मलना, पछताना।
कब ऐसा हो कब ऐसा करें ज्योहि ऐसा हो त्योंहि ऐसा करें।
कब कब कभी कभी, बहुत कम। उ0- कब कब मंगरू बोवे घान।सूखा डाले भगवान।
कब का, के, से देर से, विलम्ब से।
कब नहीं बराबर, सदा।
कबड्डी खेलते फिरना बेकाम फिरना, इधर उधर घूमना।
कबड्डी खेलना कूदना-फांदना।
कबाब करना जलाना, दुःख देना, कष्ट पहुंचाना, पकड़कर खींचना, मलावरोध करना।
कबाब लगना कबाब पकना।
कबाब होना भुनना, जलना, क्रोध से जलना।
कबाबा लिखना किसी जायदाद पर कब्जा करना, जायदाद अधिकार में लाना, मालिक बनना।
कबाला लेना किसी जायदाद पर कब्जा करना, जायदाद अधिकार में लाना, मालिक बनना।
कब्जा उठना अधिकार का जाता रहना।
कब्जे पर हाथ रखना खींचने के लिए उस तलवार की मूंठ पकड़ना।
कब्र का अजाब (मुसलमानों के विश्वासनुसार) पापी को कब्र में मिलने वाला कष्ट, पाप के बदले में मिलनेवाला दुःख
कब्र का मुँह झाँक आना मरते मरते बचना, मौत के मुँह से निकल आना।
कब्र का मुँह झाँकना मरते मरते बचना।
(अपनी) कब्र खोदना अपने सर्वनाश का उपाय करना।
कब्र में जाना मरने के निकट होना, मर जाना।
कब्र में पैर लटकाये होना मरने को होना, मरने की करीब होना, बहुत बूढा होना।
कब्र में सांथ ले जाना मरते दम तक याद रखना, मघ कभी न भूलना।
कब्र से उठकर आना मरते-मरते बचना, नव-जीवन पाना।
कभी कबार कभी कभी।
कभी कभी कुछ काल के अन्तर पर, बहुत कम।
कभी का बहुत देर से।
कभी कुछ कभी कुछ एक ढंग पर नहीं। (इस वाक्य का व्याकरण सम्बन्ध दूसरे वाक्य के साथ नहीं रहता, जैसे- उनका कुछ ठीक नहीं, कभी कुछ कभी कुछ)।
कभी न कभी किसी न किसी समय, आगे चलकर किसी अवसर पर अवश्य।
कम से कम अधिक नहीं तो इतना अवश्य। (इस मुहावरे के साथ ‘तो’ प्राय आता है)।
कमबख्ती आना बुरा समय आना, कुभाग्योदय होना।
कमबख्ती सवार होना बुरा समय आना, अभाग्योदय होना।
कमबख्ती सूझना शैतानी या नटखटी सूझना।
कमर करdfghना घोड़े का सवारी में कमर उछालना , कबूतर का कलाबजी मरना।
कमर कसना किसी काम को करने के लिए तैयार होना, उद्यत होना, उतारू होना, तत्पर होना, कटिबद्ध होना, चलने की तैयारी करना, गमनोद्यत होना, किसी काम को करने की दृढ़ प्रतिज्ञा करना, संकल्प करना, इरादा करना।
कमर की टंगड़ी कुश्ती का एक पेंच।
कमर खोलना कमरबंद उतारना, पटका खोलना, पेटी खोलना, विश्राम करना, दम लेना, सुस्ताना, ठहरना, किसी काम को करने का विचार छोड़ देना, संकल्प छोड़ना, किसी उद्यम से मन हटाना, हिम्मत हारना, हतोत्साह होना।
कमर टूटना हिम्मत पस्त होना, दिल बैठ जाना, कुछ करने का दम न रह जाना, निराश होना, असहाय या निरावलम्ब हो जाना।
कमर तोड़ना हताश करना, निराश करना
कमर बैठ जाना आशा टूटना, निराश होना, उत्साह का न रहना।
कमर सीधी करना ओंठगना, विश्राम करना, थकावट मिटाना।
काल उलट जाना बच्चेदानी या गर्भाश्य के मुँह का अपवर्तित हो जाना जिससे स्त्रियाँ बंध्या हो जाती है।
कमल खिलना चित्त आनन्दित होना।
कमाई हुई हड्डी व्यायाम से बलिष्ठ देह।
कमान उतारना कमान का चिल्ला या रौदा उतार देना।
कमान खींचना कमान पर तीर चढ़ाकर उसके रोदे को अपनी और खींचना।
कमान चढ़ना दौरदौरा होना, त्यौरी चढ़ना, क्रोध में होना, बोलबाला होना।
कमान चढ़ाना कमान का चिल्ला चढ़ाना।
कमान तानना कमान पर तीर चढ़ाकर उसके रौंदे अपनी ओर खींचना।
कमान पर जाना नौकरी पर जाना, लड़ाई पर जाना।
कमान पर होना काम पर होना, लड़ाई पर होना।
कमान बोलना सिपाही के नौकरी पर जाने की आज्ञा देना, लड़ाई पर जाने की आज्ञा देना।
कमान बोली जाना लड़ाई पर जाने की आज्ञा मिलना।
कमाना धमाना उद्यम, व्यापार करना, काम काज करके रूपया पैदा करना।
कमाया साँप वह साँप जिसके दाँत उखाड़ लिए गये हों।
कमाल करना अद्भुत कुशलता, योग्यता का परिचय देना।
कमाल को पहुँचाना पूरा उतारना।
कमेला करना मारना, हनना।
कयामत का गजब का, हद दरजे का, अत्यधिक, अत्यधिक प्रभाव डालने वाला।
कयामत बरपा होना अति आपत्ति का उपद्रव करना, गजब ढाना, क्रोध करना।
कयास में आना समय में आना, मन में बैठना।
कयास दौड़ाना अनुमान बांधना, अटकल पच्चू विचार करना, ध्यान दौड़ाना।
कयास लगाना अनुमान बांधना, अटकल पच्चू विचार करना, ध्यान दौड़ाना।
कर गहना हाथ पकड़ना, पाणिग्रहण करना।
करधन टूटना सामर्थ्य न रहना। (साहस छूटना) हिम्मत न रहना, धन का बल न रहना, दरिद्र होना।
करधन में बूता होना कमर में ताकत होना, शरीर में बल होना, पौरुष होना।
करम का मारा अभागा, भाग्यहीन
करम टेढ़ा होना भाग्यमंद होना, भाग्य बुरा होना, किस्मत खोटी होना।
करम तिरछा होना भाग्य मंद होना, भाग्य बुरा होना, किस्मत खोटी होटन। उ0- पा लागों छाड़ों अब अंचल बार बार अंचल करौ तेरी। तिरछी करम मयो पूरब की प्रीतम मयो पायं की बैरी।सूर।
करम फूटना भाग्य मंद होना, भाग्य बुरा होना, किस्मत खोटी होना।
करम होना कष्ट या दुःख मिलना, अपमान होना।
करवट खाना उलट जाना, फिर जाना, जहाज का किनारे लग जाना, जहाज का टेढ़ा होना या झुक जाना (लशकर)।
करवट न लेना कर्त्तव्य पर ध्यान र रखना, दम न लेना, साँस न लेना, सन्नाटा खींचना, चुप्पी साधना, कुछ न करना, न लौटाना।
करवट बदलना दूसरी ओर घूमकर लेटना, पलटा खाना, और का और कर बैठना, एक ओर से दूसरी ओर हो जाना, एक पक्ष छोड़कर दूसरे पक्ष में हो जाना, सो न सकना, जमाने का फिर जाना।
करवट लेना दूसरी ओर फिर कर लेटना, मुँह फैरना, पीठ फेरना, और का और हो जाना, पलट जाना, बेरूख होना, फिर जाना, विमुख होना, करवट के नीचे सर काटना। उ0- (क) गारी मति दीजौ मो करीबिनी को जायो है।… काशी करवट लीनों द्रव्य हू लुटायो है। (ख) तिल भर मछली खाई जो कोटि गऊ दे दान काशी करवट लै मरै तो हू नरक निदान।
करवट होना उलट जाना, फिर जाना, जहाज का किनारे लग जाना, जहाज का टेढ़ा होना, या झुक जाना। (लशकर)।
करवटें बदलना बार बार पहलू बदलना, बिस्तर पर बेचैन रहना, तड़पना, विकल होना।
करवटों में रात काटना सोने का समय व्याकुलता में बिताना, उख्पंठा में रात बिताना।
करसी लेना कंडे की आग में अपने शरीर को जलाकर राख कर देना। उ0- सोइ सुकृती सुचि सांचो जगहि पन तुम रीझे, मनिका, गोधी अधिक हरिपुर गए लै करसी प्रयाग कब सीझे। विमुक्त।
करार पाना तै होना, ठहरना, चैन आराम पाना।
करारा दम जो थका मांदा न हो। जो शिथिल न हो, तेज।
करीम लेना भालू के नाखून काटना।
करोड़ की एक बहुत सी बातों का तत्व, यथार्थ तत्व, बड़े अनुभव की बात।
कर्ज उठाना ऋण लेना, ऋण का बोझ ऊपर लेना।
कर्ज उतारना कर्ज, चुकाना, उधार बेबाक करना।
कर्ज खाए बैठना किसी अपने अनुकूल होने वाली बात के लिए अत्यन्त उत्सुक रहना, किसी मारी आसरे पर दिन काटते रहना। किसी की मृत्यु के आसरे में रहना, किसी का नाश चाहना।
कर्ज खाना ऋणी होना, ऋण भार से दबा होना, उपकृत होना, वश में होना।
कर्ण का पहरा प्रभात काल, दान, पुण्य का समय।
कर्मकांड करना बड़े लम्बे चौड़े ढंग से कोई काम करना।
करूना करना रोना, बिलखना, दुःख करना और रोना। उ0- जन अबला इव करूना करहू। रामा0।
कलंक का टीका दोष का धब्बा, लांछन।
कलंक चढ़ाना कलंक या दोष लगाना।
कल ऐंठना किसी के चित्त को किसी ओर फेरना।
कल कल करना बात के लिए सदा दूसरे दिन का वादा करना, टाल मटोल करना, हीला हवाला करना।
कल का थोड़े दिनों का, हाल का।
कल का पुतला दूसरे के कहने पर चलने वाला, दूसरे के अधीन काम करने वाला।
कल की बात थोड़े दिनों की बात, ऐसी घटना जिसे हुए बहुत दिन न हुए हों, हाल का मामला।
कल की रात वह रात जो आज से पहले बीत गयी।
कल घुमाना किसी के वित्त की किसी ओर फेरना।
कल बेकल होना पुरजा ढीला होना, जोड़ आदि का सरकना, अव्यवस्थित होना, क्रम बिगड़ना।
कल से चैन से। उ0- सुवै तहां दिन दस कल काटी। आयल व्याध ढुका है टाटी। जायसी। आराम से, धीरे धीरे, अहिस्ता अहिस्ता।
कलई करना असली बात छिपाना और उसे दूसरे चमत्कृत या झूठे रूप में रखना।
कलई खुलना असलियत जाहिर होना, असली भेद खुलना, वास्तविक रूप का प्रकट होना। उ0- आई उधरि प्रीति कलई सी जैसी खाटी आमी। सूर। पोल खुलना।
कलई खोलना छिपी हुई बुराईयां प्रकट कर देना।
कलई चढ़ाना असली बात छिपाना और उसे दूसरे चमत्कृत या झूठे रूप में रखना।
कलई न लगना झूठी युक्ति न चलना।
कलम करना काटना-छांटना, जैसे कलम रूके तो कर कलम कराइये, नष्ट करना।
कलम घसीटना लिखना।
कलम चलना लिखाई होना, कलम का कागज पर अच्छी तरह खिसकना।
कलम चलाना लिखना।
कलम तोड़ना लिखने की हद कर देना, अंनूठी उक्ति करना, रचना कोशल की पराकाष्ठा का देना।
कलम दान देना किसी को लिखने पढ़ने की कोई नौकरी देना।
कम फेरना लिखे हुए को काटना, रद्द करना।
कलम बंद पूरा पूरा, ठीक ठीक।
कलम बंद करना लेखबद्ध करना।
कलम मारना लिखे हुए को काटना, रद्द करना।
कलमा टूटना हठ छूटना, दुराग्रही जन का किसी बात को मान लेना।
कलमा पढ़ना इस्लाम धर्म स्वीकार करना, विश्वास करना।
(किसी का) कलमा पढ़ना (किसी का) भक्त, अनुगत, प्रेमी, प्रशंसक होना, (किसी के) रूप, गुण पर मुग्ध होना।
कलमा पढ़ाना मुसलमान बनाना, इस्लाम की दीक्षा देना।
कलमे का शरीफ सहधर्मी, धर्मबन्धु (मुसलमान)
कला बजाना बन्दरों का मजीरा बजाना (मदारी)।
कलाबाजी खाना लौटनियाँ लेना, उड़ते उड़ते सिर नीचे करके पलटा खाना (गिरहबाज कबूतर का)।
कलाम होना सन्देह होना, शंका होना।
कलेजा उछलना दिल धड़कना, घबड़ाहट होना, हृदय प्रफुल्लित होना, हर्ष उद्वेग, आशंका आदि से दिल का धड़कना।
कलेजा उड़ना होश जाता रहना, घबड़ाहट होना।
कलेजा उलटना कै करते करते आँतों में बल पड़ना, वमन करते करते जी घबड़ाना, होश का जाता रहना।
कलेजा कटना हीरे की कनी या और किसी विष के खाने से अतड़ियों में छेद होना, मल के साथ रक्त गिरना, खूनी दस्त आना, दिल पर चोट पहुँचना, अत्यन्त हार्दिक कष्ट पहुँचना, बुरा लगना, दिल जलना, डाह होना।
कलेजा कबाब होना दिल जलना, अति दुःख, सन्ताप अनुभव करना।
कलेजा कांपना जी दहलना, डर लगना, डर से कांप जाना।
कलेजा काढ़ के देना अपनी अत्यन्त प्यारी वस्तु देना, सूम का किसी को अपनी कोई वस्तु देना (जिससे उसे बहुत कष्ट हो)।
कलेजा काढ़ लेना हृदय में वेदना पहुँचाना, अत्यन्त कष्ट देना, मोहित करना, रिझाना, चोटी की चीज निकाल लेना, सबसे अच्छी वस्तु को छांट लेना, सार वस्तु ले लेना, किसी का सर्वस्त्र हरण कर लेना, किसी की प्रिय वस्तु को ले लेना।
कलेजा काढ़ना दिल निकालना, वेदना पहुँचाना, किसी की अत्यन्त प्रिय वस्तु को ले लेना, किसी का सर्वस्त्र हरण करना।
कलेजा खाना बहुत तंग करना, बार-बार तकाजा करना,सताना पीड़ा देना, किसी चीज को बार बार मांगकर कष्ट पहुंचाना।
कलेजा खिलाना अत्यन्त प्रिय वस्तु देना, आदर सत्कार में कोई बात उठा न रखना।
कलेजा खुरचना बहुत भूल लगना, प्रिय वस्तु को पृथक होने पर व्याकुल होना।
कलेजा गोदना कटु वाक्यों की वर्षा करना, लगती बात कहना, ताने मेहने मारना।
कलेजा चीरकर रखना हृदय मे छिपे भावों को व्यक्त करना।
कलेजा छलनी होना दुःख या झंझट सहते सहते हृदय जर्जर हो जाना, निरन्तर कष्ट से जी ऊब जाना, जी दुखाने वाली बात सुनते सुनते घबड़ा जाना।
कलेजा छिदना कड़ी बातों से जी दुखना, ताने मेहने से हृदय व्यथित होना।
कलेजा छेदना कटु वाक्यों की वर्षा करना, लगती या चुभती बात कहना, ताने मारना।
कलेजा जलना मन को अत्यन्त दुःख पहुंचना, कष्ट पहुंचना, बुरा लगना, अरूचिकर होना, छाती जलना।
कलेजा जलाना दुःख देना, दुःख पहुंचाना, सताना।
कलेजा जली दुखिया, जिसके हृदय पर बहुत चोट पहुंची हो।
कलेजा टूक टूक होना शोक से हृदय विदीर्ण होना, हृदय पर कड़ी चोट पहुंचना।
कलेजा टूटना जी टूटना, उत्साह भंग होना, हौसला न रहना।
कलेजा ठंडा करना सन्तोष देना, तुष्ट करना, चित्त की अभिलाषा पूरी करना।
कलेजा ठंडा होना मन को शांति मिलना, तृप्ति होना, सन्तोष होना, अभिलाषा पूरी होना, शांति मिलना, चैन पड़ना।
कलेजा तर होना कलेजे में ठंडक पहुँचना, निर्द्वन्द रहना।
कलेजा थामकर बैठ जाना शोक के वेग को दबाकर रह जाना, मन मसोस कर रह जाना, सन्तोष करना।
कलेजा थामकर रह जाना शोक के वेग को दबाकर रह जाना, मन मसोस कर रह जाना, सन्तोष करना, असहय कष्ट-वेदना को बिना आह किये, दिल पकड़कर सह लेना।
कलेजा थाम थाम कर रोना मसोस मसोस कर रोना, शोक के वेग को दबाते दबाते रोना, रह रह कर रोना।
कलेजा थाम लेना दुःख सहने के लिए जी कड़ा करना, शोक के वेग को दबाना।
कलेजा दहलना डर से हृदय कांपना, डर के मारे छाती धक-धक करना, भय से कांपना।
कलेजा धक धक करना भय से व्याकुल होना, आशंका से चित्त विचलित होना, भय, आशंका से असहय कष्ट सहन के लिए बल संचय करन, घबराना।
कलेजा धक से हो जाना भय से सहसा स्तव्ध होना, एक वारगी डर का जाना, चकित होना, विस्मित होना, भौचक्का रहना।
कलेजा धड़कना डर से जी कांपना, भय या आशंका से हृदय जोर जोर और जल्दी जल्दी उछलना, भय से व्याकुलता होना, चित्त में चिन्ता होना, जी खटका होना।
कलेजा का धड़काना डरा देना, भयभीत कर देना, खटके में डाल देना।
कलेजा धुकड़ धुकड़ करना डर से जी कंपना, भय से व्याकुलता होना, चित्त में चिन्ता होना, जी में खटका होना।
कलेजा निकलना अत्यन्त कष्ट होना, असहय क्लेश होना, खलना, सार सार वस्तु का निकल जाना, हीर निकल जाना।
कलेजा निकाल कर घर कर देना अत्यन्त प्रिय वस्तु समर्पित करना, सर्वस्त्र दे देना, सारी शक्ति लगा देना।
कलेजा निकाल कर रख देना अत्यन्त प्रिय वस्तु समर्पित करना, सर्वस्त्र दे देना, सारी शक्ति लगा देना, मर्म या भेद खोलना।
कलेजा निकालना दिल निकालना, वेदना पहुंचाना, किसी की अत्यन्त प्रिय वस्तु को ले लेना, किसी का र्स्वस्त्र हरण करना।
कलेजा पक जाना किसी कष्ट से ऊब जाना, दुःख सहते सहते तंग आ जाना।
कलेजा पकड़ लेना कष्ट सहने के लिए जी कड़ा करना, कलेजे पर भारी मालूम होना।
कलेजा पकड़ना दुःख सहने के लिए जी कड़ा करना, शोक के वेग को दबाना।
कलेजा पकना जी जलना, सन्ताप होना।
कलेजा पकाना इतना दुःख देना कि जी ऊब जाय, नाक में दम करना, हैरान करना, जी जलाना।
कलेजा पत्थर का करना भारी दुःख झेलने के लिए चित्त को कड़ा करना, निष्ठुर, निर्भय बन जाना।
कलेजा पत्थर होना जी कड़ा होना, चित्त कठोर होना।
कलेजा पसीजना दयार्द्व होना, किसी के दुःख से प्रभावित होना।
कलेजा फट जाना किसी के दुःख को देखकर मन में अत्यन्त कष्ट होना।
कलेजा बढ़ जाना दिल बढ़ना, उत्साह और आनन्द होना, हौसला होना।
कलेजा बल्लियां उछलना हर्ष, भय आशंका आदि से हृदय का ओर से स्पंदित होना, दिल का बड़े जोर से धड़कना, आनन्द से चित्त प्रभुल्लित होना।
कलेजा बांसो उछलना आनन्द से चित्त प्रभुल्लित होना, आनन्द की उमंग में फूलना, भय या आशंका से जी धक धक करना।
कलेजा बिंचना कड़ी बातों से जी दुखना, ताने मेहने से हृदय व्यथित होना।
कलेजा बीधना कटु वाक्यों की वर्षा करना, लगती बात कहना, ताने मारना।
कलेजा बैठ जाना भय या शिथिलता से चित्त का संज्ञा शून्य और व्याकुल होना, श्रीणता के कारण शरीर और मन की शक्ति का मंद पड़ना।
कलेजा मलना दिल दुखाना, कष्ट पहुंचाना।
कलेजा मसोस कर रह जाना कलेजा थामकर रह जाना, दुःख के वेग को रोक कर रह जाना।
कलेजा मुँह की आना जी घबड़ाना, उकताना, व्याकुलता होना, संताप होना, किसी कष्ट, व्यथा से व्याकुल, बेचैन होना, अति क्लेश होना।
कलेजा सुलगना दिल जलना, अत्यन्त दुःख पहुंचना, सन्ताप होना।
कलेजा सुलगाना बहुत सताना, अत्यन्त कष्ट देना, दिल जलाना।
कलेजा हिलना कलेजा कांपना, अत्यन्त भय होना।
कलेजा हुकर पुकर करना भय या आशंका से हृदय से कंपकपी या अशांति होना, डर या घबराहट से दिल घबड़ाना, चित्त अधीर होना या घबराहट होना।
कलेजे का टुकड़ा सन्तान, बेटा।
कलेजे की कौर सन्तान, बेटी, अत्यन्त प्रिय व्यक्ति।
कलेजे खाई डाइन, बच्चों पर टोना करने वाली।
कलेजे पर चोट लगना सदमा पहुँचना, अत्यन्त क्लेश होना।
कलेजे पर छुरी चल लाना दिल पर चौट पहुँचना, अत्यन्त क्लेश पहुँचना।
कलेजे पर छुरी फिरना हृदय पर गहरा आघात पहुंचना।
कलेजे पर मक्खन मला जाना छाती ठंडी होना, बहुत सन्तोष या तृप्ति होना, शत्रु की क्षति से तृप्ति होना।
कलेजे पर सांप लोटना चित्त में किसी बात के स्मरण आ जाने से एक बारगी शोक छा जाना, अत्यन्त दुःख होना, अत्यधिक व्याकुलता या पीड़ा होना, ईष्या आदि के कारण अत्यन्त दुःख होना।
कलेजे में हाथ घर कर देखना अपनी आत्मा से पूछ कर देखना, अपने चित्त का जो यथार्थ विश्वास हो उस पर ध्यान देना।
कलेजे पर हाथ फेरना अपनी बात की यर्थाथता के विषय में अपने दिल अंतरात्मा से पूछना।
कलेजे पर हाथ रखना अपने दिल से पूछना, अपनी आत्मा से पूछना, चित्त में जैसा विश्वास हो ठीक वैसा ही कहना।
कलेजे में आग लगना अत्यन्त दुःख या शोक होना, डाह होना, द्वेष होना, बहुत प्यास लगना।
कलेजे में घुसना भेद लेने या मतलब निकालने के लिए हेल-मेल बढ़ाना।
कलेजे में डालना प्यार से पास रखना, हृदय से लगाकर रखना।
कलेजे में तीर लगना दिल में गहरी चोट लगना।
कलेजे में पैठना भेद लेने या मतलब निकालने के लिए हेल-मेल बढ़ाना।
कलेजे में लगना कलेजे में अटकना, कलेजे पर भारी मालूम होन, कलेजे या पेट में विकार उत्पन्न करना।
कलेजे में लगाकर रखना किसी प्रिय वस्तु को अपने अत्यन्त निकट पास से जुदा न होने देना, बहुत प्रिय करके बहुत यत्न रखना।
कलेजे से लगना छाती से लगाना, आलिंगन करना, प्यार करना।
कलेवर चढ़ाना महावीर, भैरव, गणेश आदि देवताओं की मूर्ति पर घी तेल में मिले हुए सेंदुर का लेप करना।
कलेवर बदलना एक शरीर त्यागकर दूसरा शरीर धारण करना, चोला बदलना, एक रूप् से दूसरे रूप में जाना, काया कल्प होना, रोग के पीछे शरीर पर नईनंगत चढ़ना, पुराना कपड़ा उतारकर नया और साफ कपड़ा पहनना।
कलेवा करना निगल जाना, खा जाना, उ0- भूपन जगजीति बांधि जम अपनी बांह बसायो। तेऊ काल कलेवा कीन्हो तू गिनती कब आयो। तुलसी। अधिक अवस्था का होना, मार डालना।
कलैया खाना एक पक्ष को छोड़कर दूसरे पक्ष में हो जाना।
कल्ला चल्ला मुँह चलना, खाना।
कल्ला दबाना गला दबाना, बोलने से रोकना, मुँह पकड़ना, अपने सामने दूसरे को न बोलने देना।
कल्ला फुलाना मुँह, फुलाना, रंज से मुँह फुलाना, किसी से बोल चाल बन्द कर देना, रूठना, रिसना, घमंड से मुँह फुलाना, घमंड करना।
कल्ला मारना गाल बजाना, डींग हांकना, शेखी बधारना।
कल्ले पाए सिर और पैर का मांस।
कल्ले तले दबा लेना चीख-चिल्लाकर दूसरे को दबा लेना।
कसकर खींचकर, जोर से, बल पूर्वक। उ0- दहें निगोड़े नैन ये गहैं न चेत अचेत। हौं कसि कसि कै रिस करौं ये निरखे हंसि देत। पूरा पूरा, अत्यधिक।
कस का वश का, अधीन, जिस पर अपना अधिकार हो।
कस की गोदी कुश्ती का एक पेंच।
कस में कर रखना रोक रखना, दबाना। उ0- पर तिय दोष पुराण सुनि हंसि मुलकी सुखदानि। कस करि राखि मित्रहूं मुख आई मुसकानि। बिहारी।
कस में करना वश में रखना, अधीन रखना।
कस में रखना वश में रखना, अधीन रखना, रोक या दबाव में रखना।
कसक काढ़ना पुराने वैर का बदला लेना।
कसक निकालना हौंसला पूरा करना, पुराने बैर का बदला लेना।
कसक मिटाना हौंसला पूरा करना, पुराने वैर का बदला लेना।
कसम उतारना शपथ का प्रभाव दूर करना, खाई या दिलाई हुई शपथ के अनुसार न चलने पर उसके दोष का परिहार करना, किसी काम को नाम मात्र के लिए करना।
कसम खाकर कहना सत्य कहना।
कसम खाना प्रतिज्ञा करना, शपथ लेना, दूर रहना, बाज आना, परहेज करना।
कसम खाने को नाम मात्र को।
काम तोड़ना शपथ खाकर किसी कार्य को पूरा न करना, प्रतिज्ञा भंग करना।
कसम देना किसी को किसी शपथ द्वारा बाध्य करना, सत्य कहलाना।
कसम रखना सत्य कहलाना।
कसम लेना कसम खिलाना, प्रतिज्ञा कराना।
कसर करना त्रुटि +कराना, कछ बांकी छोड़ना। (किसी बात को करने में) कमी रखना, कोताही करना।
कसर खाना घाटा सहना, हानि उठाना।
कसर छोड़ना त्रुटि करना, कुछ बाकी छोड़ना।
कसर देना घाटा पूरा करना
कसर निकलना क्षतिपूर्ति होना, बदला मिलना।
कसर निकालना कमी पूरी करना, बदला लेना।
कसर भरना घाटा पूरा करना, वैर फेरना।
कसर रखना त्रुटि करना, कुछ बाकी छोड़ना। (किसी बात के करने में) कमी रखना, कोताही करना।
कसर रहना कमी रहना।
कसा पूरा पूरा, अत्यधिक
कसा कसाया चलने के लिए बिलकुल तैयार।
कसा तौलना कम तोलना, तौल में कम देना।
कसाई के खूंटे बंधना निष्ठुर के पाले पड़ना, बेदर्द से व्याहा जाना।
कसौटी पर कसना जाँचना, परखना, आजमाना।
कस्तूरी हो जाना किसी वस्तु का बहुत महंगा हो जाना या कम मिलना।
कहकहा लगाना जोर से हंसना।
कह बदलकर प्रतिज्ञा करके, दृढ़ संकल्प करके, ललकार कर, खुले खजाने, दावे के साथ।
कहना बदना निश्चय करना, ठहराना।
कहना-सुनना बातचीत करना, समझाना, बहस करना, मनाना, विनीत करना।
कहने की बात वह बात जो वास्तव में नहीं हो।
कहने को नाम मात्र को, बरायनाम, भविष्य में स्मरण के लिए।
कहने पर जाना किसी की बनावटी बातों पर विश्वास करने और उसके अनुसार कार्य करना।
(किसी के) कहने में आना किसी की बहकाने वाली बात को मान लेना, किसी के चकमे में आना।
(किसी के) कहने में होना किसी के हाथ, वश में होना।
कहने सुनने को नाम-मात्र की, भविष्य में स्मरण के लिए।
कह करना अत्याचार करना, अद्भुत कर्म करना, ऐसा काम करना जिससे लोगों को विस्मय हो, अनोखा काम करना, असम्भव को सम्भव करना, अमानुष कृत्य करना।
कह का कठिन, असहय, मात्रा से अधिक, अत्यन्त, भयानक, डरावना, बहुत बड़ा, महाना।
कह टूटना आफत आना, दैवी विपत्ति पड़ना।
कह़ ढाना किसी पर आफत लाना।
कहाँ का न जाने कहां का? ऐसा जो पहले और कहीं देखने में न आया हो, असाधारण, बड़ा भारी, कहीं का कहीं।
कहाँ का कहाँ बहुत दूर
कहाँ की बात यह बात ठीक नहीं है, यह बात कभी नहीं हो सकती।
कहाँ तक (लौं) कितनी दूर तक, कितने परिमाण तक, कितनी संख्या तक, कितनी मात्रा तक, कितनी देर तक, कितने कायल पर्यन्त।
कहाँ यह कहाँ वह इनमें बड़ा अन्दर है। उ0- कहं कुंमज कहं सिंधु अपारा। रामा0।
कहाँ से क्यों, व्यर्थ, नाहक, कभी नहीं, कदापि नहीं, नहीं।
कहाँ से कहाँ अनिश्चित स्थान से, अनिश्चित स्थान में। उ0- उठि आये कहाँ ते कहाँ घों कहो। रत्नाकर।
कहानी जोड़ना कहानी बनाना, आख्या रचना।
कहीं उल्लू बोलना उजाड़ होना।
कहीं और दूसरी जगह, अनयत्र।
कहीं कहीं किसी किसी स्थान पर, कुछ जगहों में, बहुत कम स्थानों में।
कहीं का न जाने कहाँ का। ऐसा जो पहले सुनने में न आया हो, बड़ा भारी।
कहीं का न छोड़ना तबाह करना, बरबाद करना।
कहीं का न रहना दो पक्षों में से किसी पक्ष के योग्य न रहना, दो भिन्न मनोरथों में से एक का भी पूरा न होना, किसी का न रहना, बरबाद होना।
कहीं का हो रहना कहीं से ना लौटना, कहीं जाकर वहीं रह जाना, अधिक विलम्ब लगा देना।
कहीं न कहीं किसी स्थान पर अवश्य।
कहीं पर नाल गाड़ना कोई स्थान जन्म स्थान के समान प्रिय होना, किसी स्थान से बहुत प्रेम होना, किसी स्थान पर सदा बना रहना, जल्दी न हटना, किसी स्थान पर अधिकार होना, दावा होना।
कहीं से या का कहीं एक ओर से दूसरी ओर। दूर। उ0- कहीं का ईंट कहीं का रोड़ा । भानमती से कुनुबा जोड़ा।
कहीं सींग समाना कहीं ठिकाना मिलना, शरण मिलना, कहीं गुजारा या निर्वाह होना।
कहीं……………… न (आशंका और आशा सूचित के लिए) ऐसा न हो कि। ( इस मुहावरे में या तो भाव रूप में क्रियायें आती हैं अथवा संदिग्ध भूत, सम्भाव्य भविष्यत् आदि सम्भावना सूचक क्रियायें आती हैं)।
कहीं……………तो नहीं (प्रश्न के रूप में आशंका और आशा सूचित करने के लिए)
कांकरी चुनना वियोग के दुःख से किसी काम में मन न लगना। उ0- ता थल कांकरी बैठी चुन्यो करे। रस0
काँख में कतरनी रखना छल करना।
काँच खोलना प्रसंग करना। उ0- कामी से कुत्ता भला रितु सर खोलै कांच। राम नाम जाना नहीं भावी जाय न बांच। कबीर। हिम्मत छोड़ना, साहस छोड़ना, विरोध करने में असमर्थ होना।
काँच निकलना किसी श्रम या चोट के सहने में असमर्थ होना। किसी आघत या परिश्रम से बुरी दशा होना, एक रोग।
काँच निकालना अत्यन्त चोट या कष्ट पहुँचाना। वे दम करना, अत्यधिक परिश्रम लेना।
काँचा मन कच्चा मन, जो शुद्धता और भक्ति में दृढ़ न हो। उ0- जप माला, छापा, तिलक सरें न एकौ काम, मन कांचे नाचे वृथा कि सांचे रांचे राम।बिहारी।
काँची बुद्धि उपरिपक्व बुद्धि, खोटी समझ। उ9- ठकुराइत गिरिधर जू की सांची।……हरि चरणाविध तजि लागत अनत कहूं तिन की मति कांची सूरदास भगवंत भजन जे जिनकी लीक चहूं युग खंची। सूर।
काँची मति अपरिपक्व बुद्धि। खोटी समझ। उ0- ठकुराइत गिरिधर जू सांची। … हरि चरणाबिंद तजि लागत अनत कहूं तिन की मति कांची। सूरदास भगवंत मजत जे तिनकी लीक चहूं युग खांची।सूरदास।
काँटा डालना मछली फंसाने के लिए कांटे पानी मे डालना।
काँटा निकलना बाधा या कष्ट दूर होना, चैन होना, आराम होना, खटका मिटना, मन का क्लेश मिटना।
काँटा निकालना बाधा या कष्ट दूर करना, खटका मिटाना।
काँटा पड़ना गले या जीभ का प्यास से सूखना।
(राह में) काँटा बिछाना अड़चन डालना, विघ्न करना, बाधा डालना, रोड़े अटकाना।
काँटा बोना बुराई करना, अनिष्ट करना। उ0- जौ तोकों कांटा बोधे ताहि बोउ तू फूल। कबीर। अड़चन डालना, उपद्रव मचाना, भावी अनिष्ट का कारण बनना।
काँटा लगना पक्षी को काँटे का रोग होना।
काँटा सा कंटक के समान, दुःखदायी, खटकने वाला।
आँखों में काँटा खटकना अच्छा न लगना, दुःखदायी होना, बुरा लगना, असहय होना। उ0- निसि दिन काँट लौं करेजे कसकत है ।
काँटा होना दुबला होना, सूखकर ठठरी ही ठठरी रह जाना, सूखकर कड़ा हो जाना, विघ्न या बाधा बनना।
काँटी खाना कैद काटना, जेल काटना, कैद होना। (जुआरी की बोली)।
काँटी लड़ाना लड़कों का एक खेल, लंगर लड़ाना।
काँटे की तोल बिल्कुल ठीक ,न कम न अधिक।
काँटे पर की ओस क्षणभंगुर वस्तु, थोड़े दिन रहने वाली चीज।
काँटे में तुलना महँगा होना।
काँटे से काँटा निकालना बुराई का बदला बुराई से लेना, एक शत्रु से दूसरे का नाश करना।
काँटों पर लोटना बैचेन होना, डाह से जलना, कष्ट से तड़पना।
काँटों में घसीटना किसी की इतनी अधिक प्रशंसा या आदर करना जिसके योग्य वह अपने को न समझे। (अनुचित प्रशंसा द्वारा) लज्जित करना, दुःख झंझट या संकोच में डालना।
काँटों में हाथ डालना संकट में फंसना।
कांड़ी कफन मुरदे की रथी का सामान।
कांध देना सहारा देना, उठाने में सहायता करना, किसी भारी चीज को कंधे पर उठाकर ले जाने में सहायता देना, अंगीकार करना, ऊपर लेना, मानना। उ0- यह सौ कृष्ण बलराज जस कीन छहै छर बांध। हम विचार अस आवहि मौरहिं दीज न कांघ। जायसी।
कांध मारना न टिकना, धोखा देना, काम न आना। उ0- सजग जो नाहिं मार बल बांधा, बुध कहिये हस्ती का बांधा। जायसी।
कांध लेना उठाना, ऊपर लेना, सम्भावना। उ0- कांघ समुद्र घस लीन्हेसि मा पाछे सब कोई। कोई काहू न संभारे आपस आपस होइ। जायसी।
कांधी देना इधर उधर करके बात टालना, टाल मटोल करना, कंधा देना।
कांधी मारना घोड़े का अपनी गर्दन को किसी ओर को झटके के साथ फेरना जिससे सवार का आसन हिल जाये।
कांस में तैरना असमंजस में पड़ना, दुविधा में पड़ना।
कांस में फंसना संकट में पड़ना।
काई छुड़ाना मैल दूर करना, दुःख दारिद्रय मिटाना।
काई लगना मैला हो जाना। उ0- शरीस लस्यो तजि नीर ज्यों काई। कवि.।
काई सा फट जाना तितर-बितर हो जाना, छंट जाना, बिसर जाना।
काकुल छोड़ना बालों की लट गिराना या बिखराना।
कागज काला करना व्यर्थ कुछ लिखना।
कागज की नाव क्षण भंगुर वस्तु, न टिकने वाली चीज।
कागज पर चढ़ाना कहीं लिख लेना, टांकना, टीपना।
कागज रंगना कागज पर कुछ लिखना, व्यर्थ कुछ लिखना।
कागज के घोड़े दौड़ाना खूब लिखा पढ़ी करना, खूब चिट्ठी पत्री करना, परस्पर खूब पत्र -व्यवहार करना। उ0- सत्य कहा लिखि कागद कोरे। रामा0। केवल कागजी कार्यवाही करना।
कागजी फूल सारहीन कृत्रिम, दिखावटी पदार्थ।
कागद खोना वृद्ध होकर भी मृत्यु न होना।
काछ काछना वेष बनाना।
काछ का खोलना नंगा करना, संभोग करना।
काछ लगना चलने में रानों का रगड़ खाना, चमड़े का रगड़ कर छिल जाना।
काजल की कोठरी ऐसा स्थान जहां जाने से मनुष्य को कलंक लगे।
कागज घुलाना (आँखों में) कागज लगाना।
काजल पारना दीपक के घुएं की कालिख को किसी बर्तन में जमाना, दीपक के धुंए से काजल बनाना या जमाना।
काजी जी की दाढ़ी तबर्रुक में गयी किसी अच्छी चीज का यों ही समाप्त हो जाना।
काजी जी दुबले क्यों शहर के अंदेशे से ऐसी बातों की चिन्ता में घुलना, जिनका अपने में सम्बन्ध न हो।
काट खाना दाँतों से घायल करना, डंसना, डंक मारना।
काटने दौड़ना चिड़चिड़ाना, खीजना, बहुत बुरा लगना, सूना और उजाड़ लगना, बहुत गुस्से में बोलना।
काटे खाना बुरा मालूम होना, चित्त को व्यथित करना, जी को उचाट करना, सूना ओर उजाड़ लगना।
काटे दौड़ना बुरा मालूम होना, चित्त को व्यथित करना, जी को उचाट करना, सूना ओर उजाड़ लगना।
काटो तो खून नहीं अचानक उत्पन्न हुए भयादि के कारण स्तब्ध होना, एकबारगी सन्न हो जाना।
काठ कटौअल बांसुरी आँख मिचौनी की तरह एक खेल जिसमें लड़के किसी काठ को छूकर आते हैं।
काठ का उल्लू जड़, बज्र मूर्ख।
काठ का घोड़ा बैसाखी।
काठ कौड़ा चलना काठ में पैर देने और कोड़ा मारने का अधिकार होना, दण्ड देने का अधिकार होना, बड़ी चलती होना।
काठ की हांड़ी ऐसी दिखाऊ वस्तु जिसका धोखा एक बार से अधिक न चल सके।
काठ की पुतली होना अशक्त होना।
काठ चबाना दुःख से निर्वाह करना।
(किसी को) काठ मार जाना अत्यधिक चकित, स्तब्ध या सुन्न हो जाना।
काठ मारना अपराधी को काठ की बेड़ी पहनाना, चलने-फिरने पर रोक लगाना।
काठ में पाँव देना अपराधी को काठ की बेड़ी पहनाना, कलंदरा में पाँव डालना, स्वयं बन्धन में पड़ना। उ0- पूलै फूले फिरत है, होत हमारी व्याव, तुलसी गाय बजाय के देत काठ में पांव। तुलसी।
काठ हो जाना डर या घबराकर सन्न हो जाना, स्तब्ध होना।
काठ होना संज्ञाहीन होना, चेतना रहित होना, जड़वत होना, स्तब्ध होना, सूखकर कड़ा हो जाना।
कान उठाना सुनने के लिए तैयार होना। (पशु का) आहट लेना, चौकन्ना होना, सचेत या सजग होना।
कान उड़ना लगातार देर तक गम्भीर या कड़ा शब्द सुनते सुनते कान कान को पीड़ा या चित्त को घबड़ाहट होना, कान का कट जाना।
कान उड़ा देना हल्ला गुल्ला करके कान को पीड़ा पहुँचाना और व्याकुल करना, कान काट लेना।
कान उमेठना दण्ड देने के हेतु किसी का कान मरोड़ देना, दण्ड आदि द्वारा गहरी चेतावनी देना, किसी काम के न करने की कड़ी प्रतिज्ञा करना।
कान ऊँचे करना सुनने के लिए तैयार होना, आहट लेना, सचेत या सजग होना, होशियार होना।
कान ऐंठना दण्ड देने के हेतु किसी का कान मरोड़ देना, दण्ड आदि द्वारा गहरी चेतावनी देना, कोई काम न करने की शपथ करना।
कान करना सुनना, ध्यान देना, उ0- बालक बचन करिय नहिं काना। तुलसी।
कान कतरना मात देना, बढ़कर होना, नीचा दिखाना।
कान का कच्चा जो कुछ सुने, उस पर बिना विचार किये विश्वास कर लेने वाला।
कान काटना मात देना, बढ़कर होना, नीचा दिखाना।
कान खड़े करना (आप) चौकन्ना होना, सचेत होना, सचेत करना, होशियार करना।
कान खड़े रखना होशियार रहना।
कान खड़े होना सचेत होना, चौकन्ना होना।
कान खरा करना कान गरम करना, कान मलना।
कान खा जाना बहुत शोर गुल करना, बहुत बातें करना।
कान खाना बहुत शोर गुल करना, बहुत बातें करना।
कान खुलना सजग होना, सचेत होना, शिक्षा ग्रहण करना।
कान खोल देना होशियार कर देना, चेताना, सजग कर देना, मूल बता देना।
कान खोलना होशियार कर देना, चेताना, सजग कर देना, मूल बता देना, सावधान कर देना।
कान गरम कर देना कान उमेठना।
कान झन्नाना अधिक शब्द सुनने से कान का सुन्न हो जाना।
कान दबाना विरोध न करना, दबना, सहमना।
कान देना ध्यान देना, ध्यान से सुनना। उ0- सुर असुर ऋषि मुनि कान दीन्हे। रामा0।
कान धरना ध्यान से सुनना, (किसी बात को) फिर न करने की प्रतिज्ञा करना, बाज आना, कान मरोड़ना, दण्ड आदि द्वारा गहरी चेतावनी देना।
कान न दिया जाना कर्कश या करूण स्वर सुनने की क्षमता न रहना, न सुना जाना, सुनने में कष्ट होना।
कान हिलाना कुछ उत्तर न देना, उपेक्षा भाव रखना, बिना विरोध किसी बात को मान लेना, चूं न करना, दम न मारना, विरोध, आपत्ति न करना।
कान पकड़कर उठना बैठना बच्चों को दी जाने वाली एक सजा।
कान पकड़कर निकाल देना अनादर के साथ किसी स्थान से बाहर कर देना, बइज्जती से हटा देना।
कान पकड़ना कान मलकर दण्ड देना, कान उमेठना, अपनी भूल या छोटाई स्वीकार करना, किसी को अपना गुरू मान लेना। पछतावे के साथ किसी बात को फिर न करने की प्रतिज्ञा करना।
कान पकड़ी लोंडी अत्यन्त आज्ञाकारिणी दासी।
कान पड़ना सुनने में आना, सुनाई पड़ना।
कान पड़ी आवाज सुनाई न देना शोरगुल के कारण कान में पड़ी हुई बात का सुनाई न देना।
कान पर जूं न रेंगना कुछ भी परवाह न होना, कुछ भी ध्यान न देना, कुछ भी चेत न होना, बेखबर होना।
कान पूंद दबा कर चला जाना चुपचाप चला जाना, बिना ची चपड़ के खिसक जाना, बिना विरोध किए टल जाना।
कान पूंछ फटकारना सजग होना, सावधान होना, चैतन्य होना, तुरन्त के आघात से स्वस्थ या तन्द्रा से चैतन्य होना।
कान फटना कड़े शब्द को सुनते सुनते कान में पीड़ा होना या जी उबना।
कान फटफटाना कुत्तों का कान हिलाना जिससे फट फट शब्द होता है। (यात्रा आदि में यह अशुभ समझा जाता है)।
कान फूंकवाना गुरूमंत्र लेना, दीक्षा लेना।
कान फूंकना दीक्षा देना, चेला बनाना, गुरू मंत्र देना, किसी के विरूद्ध किसी के मन में कोई बात बैठा देना, पहले से किसी के विषय में किसी का ख्याल खराब करना, बहकाना, कान भरना।
कान फोड़ना शोरगुल करके कानों को कष्ट पहुंचाना।
कान बंद कर लेना जान बूझकर किसी की बात न सुनना, सुनकर भी उस पर ध्यान न देना।
कान बजना कान में सायं सायं की आवाज होना।
कान बहना कान से पीव निकलना।
कान बहरे कर लेना जान बूझकर किसी की बात न सुनना, सुनकर भी उस पर ध्यान देना।
कान बीधना कान छेदना।
कान बुचियाना कानों को पीछे की ओर दबाकर काटने या चोट करने की तैयारी करना। (यह मुद्रा बन्दरों और घोड़ों में बहुधा देखने को आती है)।
कान भर जाना सुनते सुनते जी ऊब जाना।
कान भरना चुगली करना, बुराई या निंदा करना, किसी विषय में पहले से किसी का ख्याल खराब करना।
कान मलना कान उमेठना, दण्ड आदि द्वारा गहरी चेतावनी देना।
कान मूंदना सुनना न चाहना।
कान में कोड़ी डालना दास या गुलाम बनाना।
कान में ठेंठी लगाना न सुनना।
(कोई बात) कान में डाल देना सुना देना, जता देना।
कान में तेल डालकर बैठना बहरा बन जाना, बात सुनकर भी उस ओर कुछ ध्यान न देना, बेखबर रहना।
कान में तेल डालना सुना देना, कान बहरे कर लेना।
कान में पड़ना सुनने में आना, सुनाई पड़ना।
कान में पारा मरना कान में परा भरने का दण्ड देना। (प्राचीन काल में अपराधियो के कान में सीसा या पार भरा जाता था)।
कान में लेना सुनना। उ0- करें धरी दस ता में कोऊ जो खबरि देत लेत। नहिं कान और मखवजी। प्रियादास।
कान लगना कान के पीछे घाव होना। कनकटी हो जाना, चुपके चुपके कान भरना, गुप्त रीति से मंत्रणा देना।
कान लगाना ध्यान देना।
कान होना चेतना, खबर होना, ख्याल होना, दूसरों की काम करने वाली बातों को सुनाना।
कानाफूसी करना चुपके चुपके कान में बात कहना, या भेद बताना।
कानाबाती करना चुपके चुपके कान में बात कहना, बच्चों को हंसाने का एक ढंग, जिसमें बच्चे के कान में ‘काना बाती काना बाती कू’ कह कर ‘कू’ शब्द को अधिक जोर से कहते हैं जिससे बच्चा हंस देता है।
कानि पड़ना लोक या समाज की मर्यादा का ध्यान रखना।
कानी उंगली कनिष्का या सबसे छोटी उंगली।
कानी कौड़ी पास न होना एक पैसा भी पास न रहना, निर्धन होना।
कानून छांटना बहस करना, कुतर्क करना, हुज्जत करना।
कानून बधरना अनावश्यक तर्क-कुतर्क करना।
कानून बूंकना तर्क-कुर्तक करना।
कानों पर जूं रेंगना चेत होना, स्थिति का ज्ञान होना, सतर्कता होना, होश होना।
कानों पर हाथ धरना बिल्कुल इनकार करना, किसी बात से अपनी अनभिज्ञता प्रकट करना, किसी बात से अपना लगाव अस्वीकार करना, किसी बात के करने से एकबारगी इनकार करना, अनजान बनना।
कानों में उंगली देना किसी बात से उदासीन या विरक्त होकर उसकी चर्चा बचाना, किसी विषय को न सुनने का प्रयत्न करना।
कानों कान खबर न होना किसी के सुनने में न आना, जरा भी खबर न होना।
काफिया तंग करना बहुत हैरान करना, नाकों दम करना, परेशान करना।
काफिया तंग होना लाचार होना, नाकों दम रहना।
काफिया मिलाना तुक मिलाना, अपना साथी बनाना, किसी काम में शरीक करना।
काफूर होना चम्पत होना, रफू चक्कर होना, गायब होना, उड़ जाना, अदृश्य हो जाना।
काबुल में क्या गधे नहीं होते? अच्छों के बीच बुरे, पंडितों के कुल में मूर्ख भी हो सकते हैं।
काबू पर चढ़ना अधिकार में आना, दांव पर चढ़ना।
काबू में रहना वश में करना।
काम अटकना काम रूकना, हर्ज होना।
काम आना लड़ाई में मारा जाना, काम में आना, व्यवहार में आना, उपयोगी होना, साथ देना, सहारा देना,सहायक होना, आड़े आना।
काम उतारना किसी दस्तकारी के काम को पूरा करना, कोई कारीगरी की चीज को तैयार करना।
काम करना प्रभाव डालना या दिलाना, असर करना, प्रयत्न में कृत होना,संभोग करना, अर्थ साधना, मतलब निकालना।
काम के सिर होना काम में लगना।
काम खुलना कारोबार चलना, नया कारखाना खुलना, नया कारोबार प्रारम्भ होना।
काम चढ़ना तैयारी के लिए किसी चीज का खराब करघे कालिब वूल आदि पर रक्खा जाना।
काम चढ़ाना किसी चीज को तैयार करने के लिए खराब, करघे कालिक, कल आदि पर रखना या लगाना।
काम चलना काम जारी रहना, क्रिया का सम्पादन होना, प्रयोजन निकलना, अर्थ सिद्ध होना, अभिप्राय निकालन, अर्थ सिद्ध करना, कार्य निवार्हह करना, आवश्यकता पूरी करना।
काम चमकना बहुत अच्छी तरह कारोबार चलना, व्यवसाय में वृद्धि होना।
काम तमाम करना काम पूरा करना, मार डालना, घात करना।
काम तमाम होना काम पूरा होना, काम का समाप्त होना, मरना, जान से जाना, प्राण निकल जाना।
काम देखना किसी चलते हुए कार्य को देखभाल करना, काम की जाँच करना, अपने कार्य या मतलब की ओर ध्यान रखना।
काम देना व्यवहार में आना, उपयोगी होना।
काम न आना बेकाम हो जाना
काम निकलना प्रयोजन सिद्ध होना, उद्देश्य पूरा होना, मतलब गंठना, कार्य-निवार्ह होना, आवश्यकता पूरी होना।
काम निकालना प्रयोजन साधना, मतलब गांठना, कार्य निर्वाह करना, आवश्यकता पूरी करना।
काम पड़ना आवश्यकता होना, प्रयोजन पड़ना, दरकार होना, किसी से पाला पड़ना, किसी प्रकार का व्यवहार या सम्बन्ध होना। उ0- चंदन पड़ा चमार घर, नित उठि कूटै चाम। चंदन बपुरा का कै, पड़ा नीच से काम।
काम पर जाना कार्यालय जाना, अपने रोजगार की जगह जाना, जहाँ पर कोई काम हो रहा हो वहाँ जाना।
काम बंटाना किसी काम में सम्मिलित होना, किसी काम में सहायता करना, सहायक होना।
काम बढ़ाना काम बंद करना,नित्य के नियमित समय पर कोई काम बंद करना।
काम बनना अर्थ साधना, प्रयोजन निकलना, मतलब गठना, उद्देश्य सिद्ध होना, बात करना।
काम बनाना किसी का अर्थ साधन करना, किसी का मतलब निकालना।
काम बिगड़ना कारबार बिगड़ना, व्यवसाय नष्ट होना, व्यापार में घाटा आना, बात बिगड़ना, मामला बिगड़ना।
काम भुगतना काम निपटना, काम पूरा होना।
काम भुगताना कार्य समाप्त करना, काम पूरा करना।
काम में आना व्यवहार में आना, वरता जाना, व्यवहृत होना।
काम में नघना काम में लगना।
काम में नाथना काम में लगाना।
काम में लाना बरतना, व्यवहार करना, उपयोग करना।
काम रखता है बड़ा कठिन कार्य है, मुश्किल बात है।
काम रखना वास्ता रखना, सरोकार रखना, लगाव रखना, कठिन होना।
काम लगना काम जारी होना, कार्य का विधान होना, किसी वस्तु के निर्मित करने का अनुष्ठान होना, काम पड़ना, आवश्यकता होना।
काम लगा रहना व्यापार जारी रखना।
काम लेना कार्य में नियुक्त करना, कार्य कराना, व्यवहार में लाना, उपयोग करना, बरतना।
काम संवारना काम बनाना, किसी का अर्थ साधन करना।
काम सीखना कार्यक्रम की शिक्षा लेना, व्यवसाय का धंधा सीखना, कला सीखना।
काम से काम रखना अपने कार्य में प्रयोजन रखना, अपने प्रयोजन की ओर ध्यान रखना, व्यर्थ की बातों में न पड़ना।
काम होना प्रयोजन सिद्ध होना, अर्थ निकलना, आवश्यकता पूरी होना, मरना, प्राण जाना, अत्यन्त कष्ट पहुंचना।
कायजा करना घोड़े की लगाम की डोरी को पूँछ में फंसाना (घोड़े को चुपचाप खड़ा करने के लिए खरहरा करते समय प्रायः ऐसा करते है)।
कायम उठाना शतरंज की बाजी का इस प्रकार समाप्त होना, जिसमें किसी पक्ष की हार जीत न हो।
कायल करना किसी से कोई बात मनवा लेना।
कायल माकूल करना कायम करना।
कायल होना मान लेना, विपक्षी की बात का औचित्य स्वीकार करना, निरूत्तर हो जाना।
काया पलट जाना रूपान्तर हो जाना, और से और कर देना।
काया पलट देना रूपान्तर करना, और से और कर देना।
कारखाना फैलाना अनावश्यक विस्तार या आडम्बर करना।
कारूरा मिलना अत्यन्त घनिष्ठता होना, अत्यन्त हेल-मेल होना।
काल काटना समय बिताना।
काल के गाल में जाना मर जाना, ऐसे संकट में पड़ना जिसमें मरने का भय हो, मृत्यु के मुख में पड़ना।
कालक्षेप करना समय काटना, दिन बिताना।
काला के आगे चिराग नहीं जलता जबरदस्त के आगे कुछ और नहीं चलता। (कहते हैं कि काले सांप के फुफकार से दीपक बुझ जाता है)।
काला मुँह होना कलंकित होना बदनाम होना।
काला बाल जाना किसी को अत्यन्त तुच्छ समझना। उ0- चोर कब उसका जोर माने है, काला बाल उसको अपना जाने है। सौदा।
कालिख पुत जाना बदनामी होना।
कालिख पोतना बदनामी करना।
काली हांडी सिरपर रखना सिर पर बदनामी लेना, कलंक टीका लगाना।
काले कौसो बहुत दूर। उ0- तातें अब मरियत अफसोसन। मथुराहू ते गए सखी री अब हरि काले कोसन। सूर।
काले कौवे खाना बहुत दिनों तक जीवित रहना। (ऐसा प्रसिद्ध है कि कौवा बहुत दिनों तक जीता है)।
(किसी का) काले तिल चबाना (किसी का) दबेल होना, अधीन या वशवर्ती होना, गुलाम होना।
कावा काटना वृत्त में दौड़ना, चक्कर खाना, चक्कर मारना, आँख बचाकर दूसरी ओर निकल जाना।
कावा देना वृत्त में दौड़ाना, चक्कर देना।
(घोड़े को) कावे पर लगाना (घोड़े को) कावा या चक्कर देना।
काशी करवट लेना काशी करवट नामक तीर्थ में गला कटवाकर मर प्राण त्याग करना, कठिन दुःख सहना।
किचकिची बांधना क्रोध से दाँत पिसना, भरपूर बल लगाने के लिए दाँत पर दाँत पर दाँत रखकर चबाना।
किताबी कीड़ा वह कीड़ा जो पुस्तकों को चाट जाता है, व्यक्ति जो सदा पुस्तक पढ़ता रहता है।
किताबी चेहरा वह चेहरा जिसकी आकृति लम्बाई लिए हो।
किधर आया किवर गया किसी के आने जाने की कुछ भी खबर नहीं।
किधर का चाँद निकला यह कैसी अनहोनी बात हुई, यह कैसी बात हुई जिसकी कोई आशा न थी।
किधर जाऊँ क्या करू? कौन सा उपाय करूं? कोई उपाय नहीं सूझता।
किधर से चाँद निकला? आज कैसे दिखाई पड़े? क्या अनहोनी बात हुई जो आप दिखाई पड़े।
किनारा करना अलग होना, दूर होना, परित्याग करना, छोड़ देना। उ0- जिनके हित परलोक बिकारा। ते सब जिअतै किहिन किनारा। विश्राम।
किनारा कश होना अलग, एक ओर हो जाना।
किनारा कशी करना दूर होना, हटना।
किनारा खींचना किनारे होना, अलग होना, दूर होना, हटना।
किनारे करना पूरा करना, अलग करना, हटाना।
किनारे न जाना दूर रहना, अलग रहना, बचना।
किनारे न लगना पास न फटकना, निकट न जाना, दूर रहना।
किनारे बैठना अलग होना, छोड़ कर दूर हटना। उ0- रही किनारे बैठ। कबीर।
किनारे रहना दूर रहना, बचना।
किनारे लगना पार पहुँचना, (किसी कार्य का) समाप्ति पर पहुँचना, काम समाप्त होना।
किनारे लगाना पार पहुँचाना, (किसी कार्य का) समाप्ति पर पहुँचाना, पूरा करना, निर्वाह करना।
किनारे होना बदनामी होना, अपमान होना, हेठी होना।
किरन फूटना सूर्योदय होना।
किराया उतारना भाड़ा वसूल करना।
किराये करना किराये पर लेना।
किराये के व्यर्थ के, अयोग्य (लोग)।
किराये पर देना अपनी वस्तु को दूसरे के व्यवहार के लिए कछ धन के बदले में देना।
किराये पर लेना दूसरे की वस्तु का कुछ दाम देकर व्यवहार करना।
किरिया घराना कसम देना।
किला टूटना किसी बड़ी भारी कठिनता या अड़चन का दूर होना, किसी दुःसाध्य कार्य का पूरा होना।
किला फतह करना कोई कठिन काम कर लेना, अत्यन्त विकट कार्य करने में सफलता प्राप्त करना, किला जीत लेना।
किला बांधना शतरंज के खेल में बादशाह को किसी घर में सुरक्षित रखना जिसमें प्रतिपक्षी जल्दी मात न कर सके।
किला सर करना किला जीत लेना, अति कठिन कार्य करना।
किल्ला गाड़ कर बैठना अटल होकर बैठना।
किल्ली ऐंठना पेच घुमाना, किसी का मत फेर देने की युक्ति करना, जोड़तोड़ लगाना, दांव चलाना।
किल्ली घुमाना दांव पेंच चलाना, किसी का मत फेर देने की युक्ति करना। जोड़ तोड़ लगाना।
(किसी की) किल्ली हाथ मे होना किसी से मनचाहा काम करा लेने की युक्ति मालूम होना।
किवाड़ देना किवाड़ बंद करना।
किवाड़ बंद हो जाना घर में किसी का न रहना, सबका मर जाना।
किसी आदमी को पीसना बहुत भारी उपकार करना या हानि पहुंचाना, नष्ट पहुंचा देना, चौपट कर देना।
किसी ओर फिरना प्रवृत्त होना, झुकना। उ0- तसि मति फिरी अहइ जसि मावी। तुलसी।
किसी का कुछ जानना किसी का सहायतार्थ दिया हआ धन या किया हुआ उपकार स्मरण रहना, किसी के किये हुए उपकार के लिए कृतज्ञ होना।
किसी का तौलना किसी की खुशामद करना।
किसी का वेश धारण करना किसी के रूपरंग और पहनावे की नकल करना।
किसी का सर पूजना किसी की बराबरी तक पहुँचना।
किसी का होना किसी के अधिकार में, अधीन या आज्ञावर्ती होना, दास होना। उ0- तुलसी तिहरो, तुम ही तें तुलसी को हित राखि कहा। जो पे तो ह्वै हों माखी घीय की। तुलसी। किसी का प्रेमी या प्रेमपात्र होना। उ0- अब तो कान्ह मए कुबजा के क्यों कहि हैं ब्रज फेरो। सूर। किसी का आत्मीय या सम्बन्धी होना। उ0- देस में रहेंगे, परदेसा में रहेंगे, काहू भेस में रहेंगे ताऊ रावरे कहावेंगे। अनीस।
किसी काम पर तुलना काई काम करने के लिए उद्यत होना।
किसी की आँखों में सलाई फेरना आँखो में सुरमा या औषण लगाना। किसी को अंधा करने के लिए सलाई गरम करके आँखों में लगाना। आँखें फोड़ना।
किसी की चमकना किसी की श्रीवृद्धि होना, किसी की बढ़ती और कीर्ति होना।
किसी की चलना (किसी का) उपाय लगना, वश चलना, प्रयत्न सफल होना। उ0- अंग निरखि अनंग लज्जित सके नहिं ठहराय। एक की कहा चलै शत शत कोटि रहत लजाय। सूर।
किसी को चलाना प्रसंगवश किसी का जिक्र करना, किसी के बारे में कुछ कहना।
किसी की शान में किसी बड़े के सम्बन्ध में, किसी के प्रति या किसी के विषय में।
किसी को हेकड़ी भुलाना किसी को पराजित करके उसका अभिमान नष्ट करना।
किसी के आगे की थाली खींचना किसी के निश्चित लाभ में बाधक होना।
किसी के आगे पीछे होना किसी के वश में होना।
किसी के कान भरना चुगली करना, छिप कर बुराई या निन्दा करना।
किसी के ख्याल पड़ना किसी के पीछे पड़ना, किसी को तंग या परेशान करने पर उतारू होना।
किसी के चक्कर मे आना या पड़ना किसी के धोखे में आना या पड़ना।
किसी के जिम्मे रूपया आना किसी के ऊपर ऋण स्वरूप रूपया होना, देना ठहराना।
किसी के जोर पर कूदना किसी को अपनी सहायता पर देखकर अपना बल दिखाना।
किसी के ठौर किसी के स्थानापन्न, किसी के तुल्य।
किसी के दरगाह पड़ना किसी के पीछे पड़ना, किसी को लगातार बहुत तंग करना।
किसी के नाम का खुतबा पड़ जाना सर्वसाधारण को सूचना देने के लिए किसी के सिंहासाधीन होने की घोषणा होना।
किसी के नाम डालना किसी के नाम के आगे लिखना, किसी के जिम्मे लिखना।
किसी के निकट किसी के निकट कुछ मांगना, किसी के लेखे में. किसी भी समय में – जैसे तुम्हारे निकट यह काम कुछ भी नहीं।
किसी के पंथ लगना किसी के पीछे होना, अनुसरण करना, अनुयायी होना, किसी के पीछे पड़ना, बराबर तंग करना, लगातार कष्ट देना। उ0- किन्नर, सिद्ध, मनुज, सुर नागा, हठि साब ही के पंथहि लागा। तुलसी।
किसी के पैर की धूल होना किसी की तुलना में अत्यन्त तुच्छ होना।
किसी के बल पर कूदना किसी का सहारा पाकर बहुत बढ़ चढकर बोलना।
किसी के मुँह पर चन्दन पोतना किसी की कीर्ति पर कलंक लगाना, कालिख पोतना। (व्यंग्य)।
किसी के मुँह पर तोबड़ा चढ़ाना किसी को बोलने से रोकना, मुँह बन्द करना।
किसी के रहते किसी की विद्यमानताम में, उपस्थिति में।
किसी के लिए मरना हैरान होना, कष्ट सहना।
किसी के लेखे किसी की समझ में, किसी के विचार के अनुसार। उ0- नर बानर केहि लेखे आंही।
किसी के सिर सेहरा बंधना किसी का कृतकार्य होना, औरों से अधिक यश या कीर्ति होना। श्रेय मिलना।
किसी के सुर में सुर मिलाना किसी की हाँ में हाँ मिलाना, चापलूसी करना।
किसी के हाथ बिकना किसी का अनुचर, सेवक या दास होना, किसी का गुलाम बनना। उ0- आयु चितेरिन हाथ बिकानी। रत्ना0।
किसी को ओसाना किसी को खूब फटकारना।
किसी को कुछ आना किसी को कुछ बोध होना, किसी को कुछ ज्ञान होना।
किसी को कुछ आना जाना किसी को कुछ बोध या ज्ञान होना।
किसी को दीवार में चुनना जीते जी किसी को दीवार में गड़वा देना, किसी मनुष्य को खड़ा करके ऊपर ईंटों की जोड़ाई करना।
किसी (आदमी) को पीसना बहुत भारी उपकार करना या हानि पहुँचाना, नष्ट प्राय कर देना, चौपट कर देना।
किसी को लगाकर कुछ कहना बीच में किसी का सम्बन्ध स्थापित करके किसी प्रकार का आरोप लगाना या गाली देना
किसी घाट लगना कहीं ठिकाना या आश्रय पाना।
किसी न किसी कोई न कोई (कोई एक) एक न एक।
किसी पर आँख रखना नज़र रखना, चौकसी करना, चाह रखना, इच्छा रखना, आशा रखना, भलाई का आसरा रखना।
किसी पर किसी को छोड़ना किसी के पीछे किसी को दौड़ाना, किसी को पकड़ने, तंग करने या चोट पहुंचाने के लिए उसके पीछे किसी को लगा देना।
किसी पर गुजरना किसी पर (संकट या विपत्ति) पड़ना।
किसी पर छौहाना किसी पर स्नेह प्रकट करना, किसी पर दया या अनुग्रह करना।
किसी पर टाल देना समय बिताना, अपनी जान बचाते हुए दूसरे को निर्देश कर देना।
किसी पर डांट रखना किसी पर शासन या दबाव रखना।
किसी (व्यक्ति या वस्तु) पर थूकना अत्यन्त घृणा करना, तनिक भी पसन्द न करना, अत्यन्त तुच्छ समझ कर ध्यान तक न देना।
किसी पर मरना लुब्ध होना, आसक्त होना।
किसी पर रोशन होना किसी पर जाहिर होना, प्रकट होना, मालूम होना।
किसी पर हंसना विनोद की बात कहकर तुच्छ या मूर्ख ठहराना, उपहास करना, व्यंग्यपूर्ण निन्दा करना, अनादर करना। उ0- (क) हंसिबे जोग, हंसे नहिं खोरी। तुलसी। (ख) हंसहि मलिन खल विमल बतकहि। तुलसी।
किसी पर हरफ आना दोष लगना, कसूर लगना।
किसी बात का ठहरना किसी बात का संकल्प होना, विचार स्थिर होना, उठना, किसी बात का पक्का होना।
किसी बात का रोना होना किसी बात का कष्ट या प्रभाव होना।
किसी बात को गठिया रखना किसी बात को निश्चय समझना।
किसी बात को पीटना किसी व्यक्ति की मृत्यु पर शोक करना, किसी व्यक्ति के मरने पर छाती पीटना।
किसी बात पर जाना किसी बात के अनुसार कुछ अनुमान या निश्चय करना, किसी बात को ठीक मानकर उस पर चलना, किसी बात पर ध्यान देना।
किसी बात पर ठनना किसी बात या काम को करने के लिए उद्यत होना।
किसी बात से भी गये इतनी बात से भी वंचित रहे? इतना करने के भी अधिकारी या पात्र न रहे? इतने में भी चूकने वाले हो गये?
किसी वस्तु को रोना किसी वस्तु के लिए पछताना या शोक करना, किसी वस्तु का दुःख मानना।
किसी व्यक्ति को के लिए पीटना किसी व्यक्ति की मृत्यु का शोक करना, किसी के मरने पर छाती पीटना, मातम करना। उ0- आँख फूटे जो नजर भर देखे। मुझ को पीटे अगर इधर देखे। उर्दू किव।
किस्मत आजमाना भाग्य की परीक्षा करना, किस्मत के भरोसे पर कोई कार्य करना।
किस्मत उलटना भाग्य खराब होना।
किस्मत का धनी भाग्यहीन, बड़े भाग्यवाला।
किस्मत का फेर बदमिस्मती, जमाने का उलट फेर।
किस्मत का लिखा जो भाग्य में बधा हो। नियति।
किस्मत खुलना भाग्य अच्छा होना।
किस्मत चमकना भाग्य प्रबल होना, बहुत भाग्यवान होना, बढ़ती के दिन आना।
किस्मत जगना भाग्य का अनुकूल होना, भाग्य का प्रबल होना, बहुत भाग्यवान होना, बढ़ती के दिन आना।
किस्मत पलटना भाग्य के परिवर्तन होना, प्रारब्ध का अच्छे से बुरा या बुरे से अच्छा होना।
किस्मत फिरना भाग्य के परिवर्तन होना, प्रारब्ध का अच्छे से बुरा या बुरे से अच्छा होना।
किस्मत फूटना भाग्य का मंद पड़ना।
किस्मत उड़ना भाग्य की परीक्षा होना, भाग्य खुलना, प्रारव्य अच्छा होना, भाग्य का अनुकूल होना।
किस्सा कोताह करना थोड़े में मतलब की बात कहना।
किस्सा कोताह यह थोड़े में, संक्षेप में यह। सारांश।
किस्सा खड़ा करना काण्ड खड़ा करना, झगड़ा खड़ा करना।
किस्सा खत्म करना झगड़ा मिटाना, झंझट दूर करना, किसी वस्तु या विषय को समूल नष्ट करना।
किस्सा खत्म होना झगड़ा मिटना, किसी वस्तु या विषय का समूल नष्ट होना।
किस्सा तमाम होना झगड़ा खत्म होना, मिटना, मरना।
किस्सा नाथना अपनी बीती सुनाना, अपने कष्ट का वृतान्त आरम्भ करना, झगड़ा खड़ा करना।
किस्सा पाक होना झगड़ा खत्म होना, मिटना, मरना।
किस्सा बढ़ाना किसी वृतान्त को विस्तार से कहना।
किस्सा मोल लेना झगड़ा खड़ा करना।
कीचड़ में फंसना असमंजस में पड़ना, संकट में पड़ना, कठिनाई में पड़ना।
कीड़ा काटना चुनचुनाहट होना, बेचैनी होना, चंचलता होना, जी उकताना।
कीड़ा पड़ना (वस्तु में) कीड़े उत्पन्न होना, दोष होना, ऐब होना। (किसी चीज का) सड़, बिगड़ जाना।
कीड़ा लगना कीडों का किसी चीज (कपड़ा, किताब आदि को) खा जाना या उसमें घर करना।
कीड़ा होना किसी बात का कार्य में व्यस्त होना।
कीमत ठहरना मूल्य निश्चित करन होना, दाम तै होना।
कीमत ठहराना मूल्य निश्चित करना, दाम तै करना।
कीमा करना किसी चींज के बहुत छोटे-छोटे टुकड़े करना, रैजा-रेजा करना।
कुंजरो ना नरो ना कुंजरो नरो हाथी या मनुष्य, श्वेत या कुष्ण, यह या वह, अनिश्चित या दुविधा की बात। उ0- सोहों सुमिरत नाम सुधारस पैखत परसि घोरा। स्वारथ हूपरमारथ हू को नहिं कुंजरो नरो। तुलसी।
(किसी की) कुंजी हाथ में होना किसी का बस में होना, किसी की चाल या गति का बस में होना।
कुंड पड़ना नदी के बहाव में किसी स्थान का अत्यन्त गहरा पड़ जाना।
कुंडली की विधि मिलना कुंडली में लिखी बात का पूरा होना, पंडित ज्योतिष द्वारा बताई हुई बात का ठीक घटना।
कुंडी खटखटाना दरवाजा खुलवाने के लिए सांकल को इस तरह हिलाना कि जोर की आवाज हो।
कुंद छुरी से हलाल करना बहुत कष्ट देना, सताना।
कुंदन सा दमकना स्वच्छ सोने की भांति चमकना।
कुंदन हो जाना खूब स्वच्छ और निर्मल हो जाना, निखर जाना।
कुंदा कसना दूध से खोवा तैयार करना।
कुंदा मुनना दूध से खोवा तैयार करना।
कुंदा होना मोटा या स्थूल होना।
कुंदे जोड़, तोल या बांधकर उतरना, गिरना। (पक्षी का) परों को समेटकर धरती पर आना।
उतरना, गिरना
कुंदे तौलना पक्षी का पंख फैलाकर उड़ने की चेष्टा करन।
कुआं खोदना दूसरे की बुराई करना, दूसरे का नाश करने या उसे हानि पहुंचाने का प्रयत्न करना, जीविका के लिए परिश्रम करना।
कुआं चलाना कुएं से खेत सींचने के लिए पानी निकालना।
कुआं जोतना कुएं से खेत सींचने के लिए पानी निकालना।
कूआं फंकाना परेशान करना, तलाश में दौड़ाना।
कुआं फांकना यत्न में इधर उधर दौड़ाना, खोज में चारों ओर मारे-मारे फिरना, कोशिश में हैरान होना।
कुआं में गिरना आपत्ति में फंसना, जान-बूझकर विपत्ति में पड़ना, जान देने के लिए कुएं में कूदना।
कूएं की मिट्टी कुएं में लगना जहाँ की आमदनी हो वहीं खर्च होना।
कूएं पर से प्वीसे आना कार्य सिद्ध की जगह से निराश लौटना।
कूएं में गिरना विपत्ति में पड़ना।
कूएं में डालना जन्म नष्ट करना, सत्यानाश करना, लड़की को बुरे घर में डाल देना, उसकी जिन्दगी बरबाद कर देना।
कूएं में ढकेलना लड़की को बुरे घर में डाल देना, उसकी जिन्दगी बरबाद कर देना।
कूएं में बांस डालना बहुत तलाश करना, बहुत ढूंढना, बहुत छानबीन करना।
कूएं में बोलना इतने धीरे से बोलना कि सुनाई न पड़े।
कूएं में भांग पड़ना मंडली की मंडली उन्मत्त होना, सब की बुद्धि मारी जाना, घर के घर का बेवकूफ बन जाना।
कुचल देना पीस डालना, बल तोड़ देना।
कुछ एक थोड़ा सा।
कुछ ऐसा विलक्षण असाधारण।
कुछ कर देना जादू टोना कर देना, मंत्र प्रयोग कर देना।
कुछ कर बैठना कोई अनुचित, अनिष्ट बात कर डालना।
कुछ कह बैठना कड़ी बात कहना, गाली देना, बिगड़ना, उलटा, और की और।
कुछ का कुछ उलटा, और का और।
कुछ कुछ थोड़ा।
कुछ खा कर मर जाना विष खा कर मर जाना।
कुछ खा लेना विष खा लेना।
कुछ घर में आना अपना लाभ होना, प्राप्ति होना।
कुछ चिन्ता नहीं कुछ परवाह नहीं, कोई खटके की बात नहीं।
कुछ न कुछ थोड़ा बहुत, कम या अधिक।
कुछ न चलना वश न चलना।
कुछ ठहरना अयोग्य सिद्ध होना।
कुछ न पूछिये कहने की बात नहीं, क्या कहना, क्या बात है।
कुछ न होना निष्फल या अयोग्य होना।
कुछ पढ़कर मारना मंत्र से फूंककर कोई चीज किसी पर फेंकना (जादू टोना)।
कुछ लगाना (अपने आपको) बड़ा या श्रेष्ठ समझना, अपने धन, बल आदि का गर्व करना।
कुछ समझना (अपने आपको) बड़ा समझना, अपने धन, बल आदि का गर्व करना।
कुछ सुनोगे ऊँचा नीचा सुनोगे, गाली खाओगे।
कुछ हो चाहे जो हो।
कुछ हो जाना कोई रोग या भूत-प्रेत की बाधा हो जाना, किसी योग्य हो जाना, गणमान्य हो जाना।
कुट्टी करना चारा काटना, मित्रता भंग करना।
कुठांव मारना मर्म स्थान पर मारना अथवा ऐसे स्थान पर मारना जहाँ बहुत कष्ट या दुर्गति हो। घोर आघात पहुंचाना, बुरी मौत मारना। उ0- धरम धुरंधर धीर धरि नयन उधारे राव। सिर धुनि लीन्ह उसास असि मारेसि मोहिं कुठांव। तुलसी।
कुड़कुड़ी होना किसी बात को जानने के लिए गहरी उत्कंठा या आकुलता होना, पेट में चूहे कूदना।
कुडुक बोलना व्यर्थ होना, खाली जाना।
कुतका दिखलाना किसी चीज के देने से साफ इनकार कर जाना, अंगूठा दिखलाना।
कुत्ते का काटना सनक जाना, पागल हो जाना।
कुत्ते का दिमाग होना अत्यधिक बरबाद करने की शक्ति होना, बहुत बक्की होना।
कुत्ते का भेजा खाना बहुत बक्की होना।
कुत्ते की दुम कभी सीधी नहीं होती प्रकृतिगत खुटाई पर समझाने बुझाने का कोई असर नहीं होता।
कुत्ते की नींद ऐसी नींद जो जरा से खटके से खुल जाय।
कुत्ते की मौत मरना बहुत बुरी तरह से मरना।
कुत्ते की हुडुक उठना अचानक या कुसमय में किसी वस्तु के लिए आतुर होना।
कुत्ते की हुड़क पागल कुत्ते के काटने से होने वाला जलातक रोग का दौरा।
कुत्ते के पाँव जाना बहुत तेज दौड़ते हुए जाना।
कुत्ते के भूंकने से हाथी नहीं डरता शक्तिशाली पुरुष तुच्छ आदमी के धमकाने की परवाह नहीं करता।
कुत्ते घसीटना नीच और तुच्छ कार्य करना।
कुदक्का मारना इधर उधर कूदते फिरना।
कुदाल बजना (घर का) खोदा जाना।
कुनबा जोड़ना नाते गोते के लोगों को इकट्ठा करना, परिवार जुटाना। उ0- कहीं की ईंट कहीं का रौड़ा, भानुमति से कुनबा जोड़ा।
कुप्पा लुढ़कना किसी बड़े आदमी का मरना, अधिक व्यय होना।
कुप्पा सा मुँह करना मुँह फुलाना, रूठकर बोल चाल बंद करना।
कुप्पा होना फूल जाना, सूजना, वरम होना, मोटा होना, यठना, यठकर बोल चाल बंद करना, हष्ट पुष्ट होना।
(किसी की) कुमक पर होना किसी का हिमायत करना, पक्ष लेना, तरफदारी करना, मददगार होना।
कुम्हड़े की बतिया कुम्हड़े का छोटा कच्चा फल, अशक्त और निर्बल मनुष्य।
कुरबान करना न्यौछावर करना, वारना। उ0- चंचल चारू विशाल विवि लोचन मोचन मान। चिवत दिशि कब देखियों मन की करि कुरबान। विश्राम।
कुरबान जाना न्यौछावर होना, बलि जाना।
कुरबान होना न्यौछावर होना, मरना, प्राण देना।
कुरसी देना आदर करना।
कैफियत तलब करना कारण पूछना, जवाब मांगना, नियमानुसार विवरण मांगना।
कोई भरना अंचल के कोने में चावल, मिठाई, हल्दी, नारीयल आदि मंगल द्रव्य डालना।
कोई भरी रहना पुत्रवती रहना।
कोई एक जो चाहे सो एक।
कोई सा जो चाहे सो एक।
कोई दकीका बाकी न रखना कोई उपाय बांकी न रखना, सब उपाय कर डालना।
कोई दम का मेहमान थोड़े ही काल तक और जीने वाला, शीघ्र मरने वाला।
कोई न कोई एक नहीं तो दूसरा, यह न वह।
कोख उजड़ जाना सन्तान मर जाना, बालक मर जाना, गर्भ गिर जाना।
कोख उजड़ना सन्तान मर जाना, गर्भ गिर जाना।
कोख की आँच सन्तान का वियोग, सन्तान का कष्ट।
कोख का धन्य होना सुयोग्य पुत्रवती होना।
कोख खुलना बांझपन दूर होना।
कोख ठंडी रहना बालक या बालक और पति का सुख देखते रहना। (आसीस)।
कोख ठंडी होना स्त्री का सन्तान प्रसव करके सुखी होना।
कोख बंद होना बन्ध्या होना, सन्तति उत्पन्न करने के अयोग्य होना।
कोख मांग से भरी पूरी रहना बालक या बालक और पति का सुख देखते रहना। (आसीस।
कोख मारी जाना बन्ध्या होना, सन्तति उत्पन्न करने के अयोग्य होना।
कोख सिराना कोख ठंडी होना।
कोखे लगना पेट खाली रहने या अत्यधिक भूख लगने के कारण पेट अन्दर धंस जाना।
कोचा करेला वह चेहरा जिस पर शीतला के हु बहु बहुत से दाग हों।
कोठा खींचना लकीरों से खाना बनाना।
कोठा बिगड़ना अपच आदि रोग होना, गर्भाशय में किसी प्रकार का रोग होना।
कोठा मरना हिन्दुओं में कार्तिक स्नान करने वाली स्त्रियों का विशेष तिथियों को भूमि पर 35 खाने खींचकर ब्राह्मण को दान देने के अभिप्राय से उनमें अन्न वस्त्र आदि पदार्थ भरना।
कोठा साफ होना साफ दस्त होने के बाद पेट का हलका हो जाना। अन्तःकरण शुद्ध होना, हृदय में को बुरा विचार न रहना।
कोठी करना महाजनी का काम शुरू करना, लेन देन का व्यवहार करना, कोई बड़ा कारोबार शुरू करना, बड़ी दुकान खोलना।
कोठी खोलना महाजनी का काम शुरू करना, लेन देन का व्यवहार करना, कोई बड़ा कारोबार शुरू करना।
कोठी मलना कुएं या पुल के खम्भे में जमवट या गोले के ऊपर की जोड़ाई को नीचे धंसाना।
कोठी चलना महाजनी का कारोबार होना, लेन-देन का व्यवहार होना।
कोठी बैठना दिवाला निकलना, कारोबार में घाटा होना।
कोठे पर चढ़ना किसी ऐसे स्थान पर पहुंचना जहां सब लोग देख सकें, अधिक ज्ञात या प्रसिद्ध होना।
कोठे पर बैठना वैश्या बनना, कसब कमाना।
कोठों में चित जाना अनेक प्रकार की आशंकायें होना।
कोठों में चित मरमना अनेक प्रकार की आशंकायें होना।
कोढ़ की खाज दुःख में दुःख बढ़ाने वाली वस्तु।
कोढ़ चूना कोढ़ के कारण अंगों का गल गलकर गिरना।
कोढ़ टपकना कोढ़ के कारण अंगों का गल गलकर गिरना।
कोढ़ में खाज दुःख पर दुःख, विपत्ति पर विपत्ति। उ0- एक तो कराल कलिकाल सूल मूल तामे, कोढ़ में की खाजु सी सनीचरी है मीन की। तुलसी।
कोथला भरना भोजन करना (व्यंग्य)।
कोदों दलना निकृष्ट पर अधिक परिश्रम का काम करना।
कोदों देकर पढ़ना अधूरी या बैढंगी शिक्षा पाना, संत में पढ़ना, फलतः कुछ सीख न पाना, मूर्ख रह जाना।
कोदों देकर सीखना अधूरी या बैढंगी शिक्षा पाना।
कोन देना कोने पर से हल को घुमाना।
कोन भारना जोतने में छूटै हुए कोनों को गोड़ना।
कौना अंतरा घर के भीतर का ऐसा स्थान जहाँ दृष्टि व जल्दी न पड़ती हो, छिपा स्थान।
कौना छांटना बढ़े हुए धारदार किनारे को कम या बराबर करना।
कौना झांकना भय या लज्जा से जी चुराना, किसी बात के बचने का उपाय करना।
कौना दबना दबाव या वश में होना, वश में होना।
कोना निकालना किनारा बनाना।
कौना भारना बढ़े हुए या धारदार किनारे को कम या बराबर करना।
कोने में बैठ रहना एकान्त में छिपकर बैठ रहना।
कोने में रहना थोड़ी जगह में अलग या एकान्त रहना।
कोने में होना चौथाई का भागी होना (दलाली)।
कोन से चार आने फी रुपयों के हिसाब से।
कोयले की दलाली में हाथ काला बुरे काम से बदनामी ही हाथ लगती है।
कोयलों पर मुहर केवल छोटे और तुच्छ खर्चो की अधिक जांच पड़ताल होना, छोटे और तुच्छ पदार्थ की अधिक और अनावश्यक रक्षा होना।
कोर दबना किसी प्रकार के दबाव या वश में होना।
कोर निकालना किनारा बनाना।
कोर भरी रहना पुत्रवती रहना।
कोरट छुटना जायदाद का कोर्ट आफ बार्ड्स के प्रबन्ध से निकलना।
कोर्ट बैठना किसी जायदाद का कोर्ट ऑफ बार्ड्स के प्रबन्ध में लिया जाना।
कोर्ट होना किसी जायदाद का कोर्ट ऑफ वार्ड्स के प्रबन्ध में लिया जाना।
कोरा उस्तरा वह उस्तरा जिस पर ताजा सान रखा हो, वह सान रखा हुआ छुरा जो चलाया न गया हो।
कोरा घोड़ा निर्लज्ज।
कोरा छुरा वह सान रखा हुआ छुरा जो चलाया न गया हो।
कोरा जवाब साफ इन्कार, स्पष्ट शब्दों में अस्वीकार।
कोरा पिंडा अछूता शरीर, बिना व्याहा पुरुष या बिन ब्याही स्त्री।
को रा बरतन मिट्टी का वह बरतन जिसमें पानी न डालागया हो। नवोढ़ा स्त्री, अछूती कुमारी।
कोरा रह जाना कुछ न पाना, सिद्ध लाभ न करना, वंचित रह जाना।
कोरा सिर वह सिर जिसमें छुरा न लगा हो, वह सिर जिसमें पेट के बाल हों, वह मला हुआ सिर जिसमें तेल न लगा हो।
कोरी धार हथियार की धार जिस पर साने अभी रक्खी गयी हो।
कोरी बोढ हरेन।
कोरे छुरे से मूंडना ताजी धार के छुरे से सिर मूंडना जिसमें बाल जड़ से मुड़ जाय अथवा बड़ा कष्ट हो। सूखा मूंडना, बिना पानी लगाये मूंडना, खूब लूटना, म खूब फंसना।
कोल्हू का बैल कड़ी मेहनत करने, हर समय पिसने वाला, एक ही जगह चक्कर खाने वाला।
कोल्हू काटकर, मुंगरी बनाना कोई छोटी चीज बनाने के लिए बड़ी चीज नष्ट करना, घोड़े से लाभ के लिए बड़ी हानि करना।
कोल्हू में डालकर पेरना बहुत अधिक कष्ट पहुंचाना।
कोसना काटना शाप और गाली देना।
कोसों दूर भागना अलग रहना, बहुत बचना।
कोसों दूर रहना अलग रहना, बहुत बचना।
कौआ उड़ाना कहीं बैठे हुए कौए को उड़ाकर किसी प्रिय के आने या न आने का शकुन देखना।
कौड़ी ऊँट बिकना बहुत सस्ते मूल्य पर बिकना।
कौड़ी कफन की न होना बिल्कुल मुफलिस, मुहताज होना।
कौड़ी का जिसका कुछ मूल्य न हो, तुच्छ निकलना, निकृष्ट, खराब।
कौड़ी काम का नहीं किसी काम का न होना, निकम्मा, निकृष्ट।
कौड़ी के तीन तीन बहुत सस्ता, जिसे कोई न पूछे।
कौड़ी के तीन बिकना बहुत सस्ता बिकना।
कौड़ी के तीन होना बहुत सस्ता होना, तुच्छ होना, बेकदर होना, नाचीज होना, नगण्य होना।
कौड़ी के मोल बहुत सस्ता या सस्तें में।
कौड़ी कौस दौड़ना एक कौड़ी के पीछे कोसों का धावा मारना, थोड़ी सी वस्तु के लिए बहुत परिश्रम करना।
कौड़ी कौड़ी एक एक कौड़ी।
कौड़ी कौड़ी का हिसाब छोटी से छोटी रकम का, पाई पाई का हिसाब।
कौड़ी कौड़ी की मुहताज रुपये पैसे से बिलकुल खाली, दरिद्र, अति निर्धन।
कौड़ी कौड़ी चुका देना अदा करना, सब ऋण चुका देना, कुल बेबाक कर देना।
कौड़ी कौड़ी जोड़ना बहुत थोड़ा थोड़ा करके धन इकट्ठा करना, एक-एक पैसा जोड़ना, बड़े कष्ट से रूपया बटोरना।
कौड़ी कौड़ी भर पाना सारा लहना वसूल कर लेना।
कौड़ी जलना भूख, क्रोध आदि से शरीर में ताप होना।
कौड़ी न पूछना मुफ्त भी न लेना, बिलकुल निकम्मा समझना नितान्त तुच्छ ठहराना, कुछ भी आदर न करना।
कौड़ी फिरना जुए में अपना दांव पड़ने लगना, फौजी, सिपाहियों का किसी विषय में एकमत होना।
कौड़ी फेरा करना घड़ी घड़ी आना जाना, बहुत से फेरे लगाना।
कौड़ी भर बहुत थोड़ा सा, जरा सा।
कौड़ी लेना मस्तुल के चारों ओर रस्सी लपेटना (लशकर)। कौन शिशिर है, किसके फालतू सिर है? किसी अपने मरने का भय नहीं है?।
कौन सा कौन।
कौन होना क्या अधिकार रखना है, क्या मतलब रखना है, कौन संबंधी होना। उ0- कोटि मनोज लजाव निहोर सुमुखि कहहु को आहि तुम्हारी। तुलसी।
कौमार्य भंग करना किसी पुरुष का किसी कुमारी कन्या से, अथवा किसी स्त्री का किसी कुंआरे पुरुष से पहले पहल सम्भोग करना, जिससे उसका कौमार्य नष्ट हो।
(काल) कौर होना मर जाना, मृत्यु के वश होना। उ0- काल कौर ह्ये है छिन माही। रामा0।
कौरी भर कर लेना आंलिंगन करके मिलना। उ0- छत्रसाल त्यों गये बिजौरी। मेंटे रतन साहु भर कौरी। लाल।
कौरे लगना किसी बात को चुपचाप सुनने के लिए द्वार के कोने में छिप कर खड़ा होना, किसी घात में छिपा रहना। उ0- मन जिनि सुनै बात यह माई। कौरे लाग्यो होई गौ कितहूं कहि दैहे सो जाई। सूर, रूठकर द्वार के कोने में खड़ा होना, मुँह फुलाना।
कौल तोड़ना किसी से की हुई प्रतिज्ञा छोड़ना, प्रतिज्ञा के अनुसार कार्य न करना।
कौल देना किसी से प्रतिज्ञा करना, वचन देना।
कौल लेना प्रतिज्ञा कराना, वचन लेना।
कौल से फिरना किसी से की हुई प्रतिज्ञा छोड़ना, प्रतिज्ञा के अनुसार कार्य न करना।
कौल हारना किसी से प्रतिज्ञा करना, किसी को वचन देना।
कौले लगना रूठकर द्वार के कोने में खड़ा होना, किसी बात को चुपचाप सुनने के लिए द्वार के कोने में छिप कर खड़ा होना, घात में रहना।
कौले सींचना पूजा, यात्रा आदि के समय द्वार के इधर-उधर पानी छिड़कना।
कौवा उठाना बढ़ी या अधिक लटकती हुई घंटी को दबाकर यथा स्थान करना।
कौवा गुहान में पड़ना हुल्लड़ या शोर में पड़ना, बहुत बोलने वालों के बीच में फंसना।
कौवा गुहान में फंसना हुल्लड़ या शोर में पड़ना, बहुत बोलने वालों के बीच में फंसना।
कौवे उड़ाना व्यर्थ या अनावश्यक कार्य करना।
क्या आये क्या चले बहुत जल्दी जा रहे हो, अभी थोड़ा और बैठो।
क्या उखाड़ना कुछ न कर सकना, कुछ हानि न पहुंचा सकना।
क्या कहना है? (प्रशंसा सूचक वाक्य) धन्य, साधु साधु, शाबास, वाह वाह, बहुत अच्छा है, बहुत बढ़िया है, प्रशंसा के योग्य नहीं है, बहुत बुरा है, बहुत अनुचित है, बिलकुल ठीक नहीं है, ऐसा नहीं है। (व्यंग्य)।
क्या किसी का नाल काटा है? क्या किसी की दाई है? क्या किसी को जनाने वाली है? क्या किसी की बढ़ी बूढ़ी है?
क्या कुछ सब कुछ, बहुत कुछ।
क्या कुत्ते ने काटा है क्या पागल हुए हैं।
क्या क्या कुछ सब कुछ, बहुत कुछ।
क्या गुदड़ी है? क्या बित्त है? क्या मजाल है?
क्या चीज है? नाचीज है, तुच्छ है।
क्या जाता है? क्या हानि होती है, कौन सा हर्ज होता है? क्या हानि नहीं, क्या व्यय होता है? क्या लगता है।
क्या पड़ना क्या आवश्यकता होना, कुछ अत्यन्त न होना, कुछ गरज न होना।
क्या जाने? कुछ नहीं जानते, ज्ञात नहीं, मालूम नहीं।
क्या नाम? नाम स्मरण नहीं आना ।
क्या पड़ी है? क्या आवश्यकता है? कुछ जरूरत नहीं। उ0- परी कहा तोहिं ब्यारी पाप अपने जरि जाहीं। सूर।
क्या पूछना (प्रशंसा सूचक वाक्य) धन्य, साधु साधु, शाबास, बहुत अच्छा है, प्रशंसा के योग्य नहीं है, बहुत बुरा है, अनुचित है, बिलकुल ठीक नहीं है, ऐसा नहीं है।
क्या समझते हैं? कुछ नहीं समझते, तुच्छ समझते हैं।
क्या से क्या हो गया बिलकुल बदल गया, और ही दशा हो गई।
क्या हुआ? क्या हर्ज है, कुछ हर्ज नहीं है, कुछ परवाह नहीं है।
क्यों न हो तुम ऐसे महानुभाव से ऐसा उत्तम कार्य क्यों न हो? वाह वाह, क्या खूब, धन्य हो, ऐसी विलक्षण बात क्यों न कहोगे?। (व्यंग्य)।
क्यों नहीं ऐसा ही है, ठीक कहते हो, निःसन्देह, (किसी बात के समर्थन में)। (स्वीकार में) हां, अवश्य, ऐसा नहीं है, ठीक नहीं करते हो। (व्यंग्य) कभी नहीं।
क्यों कर किस प्रकार, कैसे।
क्रम क्रम करके धीरे-धीरे, शनैः शनैः। उ0- जो कोउ दूरि चलन को करे। क्रम क्रम करि डग डग पग धरे। सूर।
क्रम क्रम से धीरे धीरे।
क्रम से धीरे धीरे।
क्षण मात्र थोड़ी देर।
ख
खंगर लगना सुखंडी रोग होना, दुर्बलता का रोग होना।
खंड खंड करना चकनाचूकर करना, टुकड़े टुकड़े करना, धज्जियाँ उड़ा देना।
खंडहर करना विनिष्ट करना, उजाड़ देना।
खंडहर होना उजाड़ होना।
खंडी करना किस्त बांधना।
खट से तुरन्त, तत्काल।
खटके पर होना खटके के सहारे रहना।
खटपाटी लेना हड़ या क्रोध के कारण स्त्रियों का काम धंधा छोड़ देना।
खटाई देना गहने आदि को साफ करने के लिए खटाई में रखना।
खटाई में डालना दुविधा में रखना, कुछ निर्णय न करना, अनश्चित अवस्था में रखना, गहना साफ करने के लिए खटाई में डालना।
खटाई में पड़ना दुविधा में पड़ना, अनश्चिित दशा में होना, खटाई में डाला जाना।
खट्टा खाना अप्रसन्न रहना, मुँह फुलाना, नीचा देखना, विफल होना।
खट्टा होना अप्रसन्न होना।
खट्टी कहना अप्रिय बात कहना।
खड़ा करना ढांचा खड़ा करना, स्थूल रूप से आकार आदि बनाना, विरोध करना, रोकना, तैयार करना, कच्ची सिलाई करना।
खड़ा जवाब अभिलम्ब इनकार या अस्वीकृति, साफ इनकार।
खड़ा दांव जुए का वह दांव जो जुवारी उठते उठते समय लगाते हैं।
खड़ा दोना मिठाई आदि जो किसी पीर को चढ़ाई जाय।
खड़ा होना सहायता करना, मदद देना, तैयार होना, चुनाव में उम्मीदवार होना।
सड़िया में कोयला बेमैल बात, अच्छे के साथ बुरे का संयोग।
खड़ी पछाड़े खाना क्रोध या शोक से पृथ्वी पर गिरगिर पड़ना।
खड़ी सवारी आना तुरन्त लोट जाने को तैयार होना।
खड़े खड़े खड़े रहने की दशा में, तुरन्त, झटपट।
खड़े घाट घोना घाट पर ही कपड़ा लेकर बिना भट्ठी दिये धोना, कुछ घंटों में ही कपड़ा धो देना।
खत खींचना लकीर, खींचना, काटना।
खत निकलना दाढ़ी के बाल उगना।
खत बनाना दाढ़ी औ कनपटी के बालों को उस्तरे से बराबर करना, हजामत बनाना।
खतम करना मार डालना।
खत्म होना मर जाना, प्राण निकल जाना।
खता खाना धोखे से पड़ना, धोखे से पड़कर हानि उठाना, चूकना, गलती करना।
खता होना कसूर होना, मूल जाना, ठीक ठिकाने न रहना (होश) अनजान में निकल जाना (पेशाब)।
खतौनी करना खाते में चढ़ाना, खतियाना।
खपरैल डालना खपड़े की छत छाना।
खप्पर भरना खप्पर में मदिरा आदि भरकर देवी पर चढ़ाना।
खबर उड़ना चर्चा फैलना, अफवाह होना।
खबर फैलना खबर उड़ना।
खबर लेना समाचार जानना, वृतान्त समझना, दीन दशा पर ध्यान देना, सहायता करना, सहानुभूति दिखलाना, दंडित करना,डांटना, फटकारना।
खव्त सवार होना सनक चढ़ना, पागलपन रहना।
खम खाना मुड़ना, झुकना, दबना, हारना, पराजित होना, नीचा देखना। उ0- पहर रात भर भार मचाई। मुरक्यो तुरक उहां खम खाई। लाल। (ख) सूदन समर साहि सैन तृन तन गनी हनी दैह गौलिन न खाई खेत खम है। सूदन। (ग) तीन खम खाता है यों लफ्जे कमर तहरीर में।
खम ठोंकना लड़ने के लिए ताल ठोंकना।
खम ठोंककर ताल ठोंक कर। दृढ़तापूर्वक, निश्चयपूर्वक, जोर देकर, निडर होकर।
खम बजाना लड़ने के लिए ताल ठोंकना, दृढ़ता दिखलाना।
खम मारना लड़ने के लिए ताल ठोंकना, दृढ़ता दिखलाना।
खमीर उठना आटे आदि का खमीर पैदा हो जाने से फूलकर उठना, फैलना।
खमीर खट्टा होना गूंधे हुए आटे का अधिक खमीर उठने के कारण खट्टा हो जाना।
ख्याल में न लाना लिहाज, परवाह न करना।
ख्याल में समाना ध्यान में चढ़ जाना, हर समय याद रहना।
ख्याल से उतरना याद न रहना, भूल जाना।
ख्याली पुलाव पकाना कल्पना के महल खड़ा करना, अनहोनी बातें सोचना।
(घी) खर करना (घी) गरम करके तपाना।
खरका करना भोजन के उपरान्त दांतों में फंसे हुए अन्न आदि को तिनके से खोदकर निकालना।
खरबूजे को देखकर खरबूजा रंग पकड़ता है आदमी जैसे का संग करे वैसा ही हो जाता है।
खरल करना खरल में बारीक पीसना, हल जोतना।
खरा आदमी लेन देन में सफाई रखने वाला आदमी, व्यवहार में सच्चा मनुष्य, ईमानदार।
खरा खेल साफ मामला, शुद्ध व्यवहार।
खरा खेल फर्रूखाबादी शुद्ध और सच्चा व्यवहार।
खरा खोटा भला बुरा।
खरा परखना भले बुरे की पहचान करना।
खराई भारना जलपान करना, कलेवा करना।
खराद पर चढ़ना ठीक करना, दुरूस्त होना, सुवरना, लौकिक व्यवहार में कुशल होना, अनुभव प्राप्त होना।
खराद पर चढ़ाना ठीक करना, सुधारना, दुरस्त करना, संवारना। उ0- खैचि खराद चढ़ाये नहीं न सुढार के ढरनि मध्य ढराये। सरदार।
खरापत बधारना सच्चाई की डींग मारना, अत्यधिक सच्चा बनना।
(किसी को) खराब करना (किसी पर स्त्री के साथ) कुकर्म करना।
खराब होना दुष्टचरित्र होना, बदचलन होना।
खराबी में पड़ना विपत्ति या दुर्दशा में पड़ना।
खरी खरी सुनाना सच्ची बात कहना, चाहे किसी को भली लगे चाहे बुरा, अप्रिय सत्य कहना।
खरी खोटी सुनाना सच्ची बात कहना, चाहे किसी को भली लगे चाहे बुरा, अप्रिय सत्य कहना।
खरे आये अच्छे मिले, अच्छे आये (व्यंग्य)।
खर्च उठाना व्यय का भार सहना, खर्च करना।
खर्च चलाना व्यय का निर्वाह करना, आवश्यक व्यय के लिए धन देते रहना।
खर्च निकलना लागत निकल आना।
खर्च में डालना व्यय करने के लिए विवश करना, किसी धन को खर्च में मद में लिखना।
खर्च में पड़ना व्यय करने के लिए विवश होना।
खर्ची पर चलना कुकर्म्भ करना, प्रसंग कराना।
खर्ची पर जाना कुकर्म्भ करना, प्रसंग कराना।
खर्राटे भरना बेखबर सोना, गहरी नींद सोना।
खर्राटे मारना बेखबर सोना, गहरी नींद सोना।
खर्राटे लेना बेखबर सोना, गहरी नींद सोना।
खल करना खल में महीन पीसना।
खल होना पीसना, चूर चूर होना। उ0- खल मई लोक लाज कुल कानी। सूर।
खलाल देना भात करना।
खलित होना वीर्यपात होना। उ0- पारवती ऐसी पत्नी जाकी ताको मन क्यों डोला। खलित भये छवि देख मोहिनी हा हा करि के बोला। कबीर।
खलियान करना काटी हुई फसल का ढेर लगाना, तितर बितर करना, नष्ट करना।
ख्वे से ख्वा छिलना बहुत भीड़ होना, धक्कम धक्का होना।
खसम करना किसी पुरुष से पति सम्बन्ध स्थापित करना। (स्त्री का) विवाह करना।
खस्सी चढ़ाना बकरे को बलिदान करना।
खा जाना मार डालना।
खा पका जाना खर्च कर डालना, उड़ा डालना।
खा पका डालना खर्च कर डालना, उड़ा डालना।
(कहीं पर) खाक उड़ना बरबादी होना,तबाही होना, नाश होना, उजाड़ होना।
खाक उड़ाना खाक छानना, मारा मारा फिरना, उपहार करना, मिट्टी पलीद करना, धूल उड़ाना, जीट उड़ाना।
खाक करना तबाह करना, बरबाद करना, नष्ट भ्रष्ट करना, जलाकर राख कर देना।
खाक का पैबंद होना दफन होना, मरना।
खाक चाटकर अति नम्रतापूर्वक (कोई बात कहना)।
खाक चाटना सिर नवाजा, नम्रता करना, अनुनय विनय करना, स्वीकार करना, धूल चाटना।
खाक छानना बहुत ढूंढना, अच्छी तरह तलाश करना, मारा मारा फिरना, आवारा फिरना, चारो ओर भटकते फिरना।
खांक डालना छिपाना, दबाना, भूल जाना। (एैब पर) पर्दा डालना।
खाक बरसाना अच्छी दशा न रहना, नष्ट भ्रष्ट हो जाना, उजाड़ लगना, धूल उड़ना।
खाक में मिलना बिगड़ना, बरबाद होना, चौपट होना, नष्ट भ्रष्ट होना, धूल में मिलना।
खाक में मिलाना बिगाड़ना, तबाह करना, नष्ट भ्रष्ट करना, सत्यानाश करना।
खाक रखना नष्ट हो जाना।
खाक सियाह कर देना जलाकर राख कर देना, नष्ट कर देना।
खाक सियाह करना जलाकर राख कर देना, नष्ट कर देना।
खाक सिर पर उड़ाना मातम मनाना, शोक में रोना धोना।
खाक सिर पर डालना शोक करना, रोना पीटना।
खा जाना निकल जाना, मार डालना, खर्च कर देना, हजम गवन कर लेना।
खा डालना निकल जाना, मार डालना, खर्च कर देना, हजम गवन कर लेना।
खा पका जाना खर्च कर डालना, उडा डालना।
खा पी जाना खा पीकर खत्म करना, उड़ा डालना।
खाका उड़ाना नक्ल उतारना, एक ही ढांचे पर बनाना, उपहार करना, निन्दा करना, धूल उड़ाना, बदनाम करना।
खाका उतारना नकल करना।
खाजा होना शिकार होना।
खाजी खाना मुँह की खाना, बुरी तरह परास्त और लज्जित होना। उ0- सानुज सचिव सुजोधन भए सुख मलिन खाइ खल खाजी। तुलसी।
खाट कटना खाट पर ही मल-मूल त्याग का प्रबन्ध होना, सख्त बीमार होना।
खाट पर पड़ना बीमार पड़ना, बीमार होकर चारपाई पर पड़ना।
खाट से उतारा जाना आसन्न मरण होना, मरने के समीप होना।
खाट से लगना बहुत बीमार पड़ना, इतना बीमार पड़ना कि उठ बैठ न सकना।
खाता कमाता खाने पीने भर को कमाने वाला, वह व्यक्ति जिसके पास धन संचित न हो।
खाता खोलना हिसाब खोलना, किसी से लेन देन आरम्भ करना, नया व्यवहार करना।
खाता चलना लेन देन के व्यवहार का चलता रहना।
खाता डालना हिसाब खोलना, किसी के लेन देन आरम्भ करना।
खाता पड़ना लेन देन आरम्भ होना।
खाता बंद करना हिसाब किताब बंद करना।
खाते बाकी वह रकम जो खाते में बाकी निकलती हो।
खाते में पड़ना किसी के नपाम, किसी के हिसाब में लिखा जाना, पक्की बही में लिखा जाना।
खादर लगाना पशुओं के चरने योग्य घास उगना।
खानगी ढंग (तौर) से आपसाना ढंग से।
खाना कमाना काम धंधा करके जीविका निर्वाह करना, मेहनत मजदूरी करके गुजर करना।
खाना खिलाना अच्छी चीजें बनाकर खाने और दूसरे को खिलाने का शौक रखना।
खाना न पचना चैन न पड़ना, जी न मानना।
खाना पीना भोजन-पान, खाने पीने का सुख मांगना।
खाना लहू करना कुद्ध का खिन्न करके खाने पीने को निरानंद कर देना, क्रोध या खेद उत्पन्न करना।
खाना हराम करना बहुत कष्ट देना, तंग करना, अवकाश न मिलना।
खाना हराम होना बहुत कष्ट होना।
खाने के दाँत और दिखाने के ओर बाहर कुछ भीतर कुछ करना, कुछ और प्रकट करना कुछ और।
खाने दौड़ना चिड़चिड़ाना, कुद्ध होना।
खाने पीने से खुश सुख से जीवन निर्वाह करने वाला, सुखी, खुशहाल।
खम पड़ना घटना, कम पड़ना।
खार उतारना क्रोध उतारना, बदला लेना।
खार गुजरना बुरा लगना, खटकना।
खार खाना डाइ करना, जलना, क्रोध करना, द्वेष करना।
खार देना कष्ट, क्लेश देना।
खार निकलना खटक, जलन मिटना।
खार निकालना बदला लेना, जलन मिटाना।
खार लगना छरछराना।
खारिज करना बाहर करना, निकाल देना, विचार के अयोग्य मानना, नामंजूर करना।
खाल उड़ाना बहुत मारना।
खाल उधेड़ना बहुत मारना।
खाल खींचना जीवित शरीर पर से चमड़ा खींचकर अलग कर लेना, बहुत मारना, कड़ा दण्ड देना।
खाल खींचकर भूसा भर देना बहुत मारना। उ0- मुई खाल की सांस सो। कबीर।
खाल बिगड़ना दुर्दशा कराने या दंडित होने की इच्छा होना, शामत आना।
(अपनी) खाल में मस्त होना अपनी स्थिति से सन्तुष्ट होना, बैपरवाह होना।
खालसा करना जब्त करना, नष्ट करना, चौपट करना, सरकार का किसी सम्पत्ति का प्रबंन्ध अपने हाथ में लेना।
खाला ऊंचा जो समतल न हो, भला बुरा या हनि लाभ।
खाला जी का घर वह काम जिसके करने से अधिक परिश्रम न करना पड़े, सहज काम। उ0- यह तो घर है पैम का खाला का पर नाहि। कबीर।
खाली करना भीतर कुछ न रहने देना, भीतर की वस्तु या सार निकाल लेना।
खाली जाना निशाने पर लगना, व्यर्थ होना।
खाली दिन वह दिन जिस दिन कोई नया या शुभ कार्य न किया जाय।
खाली देना हट-बढ़कर वार बचाना, साफ निकल जाना।
खाली पेट बिना कुछ खाये हुए, निरन्ने पेट, बासी मुँह।
खाली बैठना कोई काम धाम न करना, बेरोजगार रहना, बिना जीविका के रहना, बेकार बैठना।
खाली हाथ बिना मुट्ठी में कुछ दाम लिये, बिना कुछ रूपये पैसे के, बिना किसी हथियार के।
खाली हाथ लौटना विफल लौटना।
खाली हाथ होना हाथ या मुट्ठी में रूपया पैसा न होना, अंकिचन या निर्धन होना, हाथ में कोई हथियार न होना, हाथ में लिया हुआ काम समाप्त होना, फुरसत मिलना, अवकाश मिलना।
खाविंद करना नया पति करना।
खासकर विशेषत, प्रधानतः।
खास खास चुने चुने, चुनिंदे, अच्छे और प्रतिष्ठित।
खिचड़ी आना मकर संक्रान्ति के अवसर पर वधू के मैके से खिचड़ी, चूड़ा, तिलवा आदि का आना, भेजा जाना।
खिचड़ी खाते पहुंचा उतरना अत्यन्त कोमल होना, बहुत नाजुक होना, बहुत नजाकत दिखाना।
खिचड़ी छुवाना नव वधू से पहले पहल भोजन बनवाना।
खिचड़ी खिलाना वर और बरातियों को (कन्या पक्ष वालों का) कच्ची रसोई खिलाना।
खिचड़ी पकना गुप्त मंत्रणा होना।
खिचड़ी पकाना गुप्त भाव से कोई सलाह करना।
खिचड़ी होना बालों का पकने लगना।
खिड़की फोड़ना खिड़की बनाना।
खिन खिन प्रति क्षण, हर दम।
खिल्ली उड़ाना हंसी करना, किसी का मजाक उड़ाना।
खिसियानी खंभा नोचे खिसियाना हुआ आदमी अपनी खीस दूसरों पर उतारता है।
खीज निकालना किसी को चिढ़ाने के लिए कोई नई बात निकालना।
खीर चटाना बच्चे को अन्नप्राशन में खीर खिलाना।
खीरा ककड़ी अत्यन्त तुच्छ वस्तु, गाजर मूली।
खीरे ककड़ी की तरह काटना धड़ाधड़, बिना प्रयास काटना।
खीस काढ़ना बेढंगे तौर से हंसना, दीन होकर कुछ मांगना, मर जाना।
खीस जाना नष्ट होना। उ0- कान्ह कृपाल बड़े नतपाल गये खल खेचर खीस खलाई। तुलसी।
खीस डालना नष्ट करना। उ0- काहे को निर्गुण ज्ञान गनत हो जित तित डारत खीस। सूर।
खीस निकालना गाय, भैंस का दूध, गर्भकाल में रूका रहने से उनके थन में जो मांस-कील बन जाती है, उसे खींचकर निकालना, कोई भूल हो जाने पर या असमर्थ होने पर भी निर्लज्जतापूर्वक हंसना।
सुगीर की मस्ती अनावश्यक और व्यर्थ के लोगों या पदार्थों का संग्रह।
खुदरा करना नोट या रूपया भुनाना।
खुदा की मार ईश्वरी प्रकोप।
खुदा के घर जाना मरना।
खुदा की दरियामान देना ईश्वर को साक्षी बनाना।
खुदा खैर करे ईश्वर कुशल करे, भगवान रक्षा करे।
खुदा गंजे को नाखून न दे ईश्वर औछे को धन, अधिकार न दे।
खुदा न ख्यास्ता ईश्वर न करे (ऐसा हो)।
खुदा हाफिज़ ईश्वर रक्षक है।
खुम चढ़ाना कपड़े को धाने से पहले भट्ठी देना।
खुमार तोड़ना नशे के उतार का अवसाद दूर करने के लिए थोड़ी सी शराब फिर पी लेना।
खुरपा सम्भालना घसियारे का धंधा करना।
खुरी करना घोड़े, बैल आदि सुमवाले पशुओं का पैर से जमीन खोदना, बहुत जल्दी करना।
खुल कर बिना रूकावट के, खूब अच्छी तरह, साफ साफ निःसंकोच, स्पष्टतः, प्रकट रूप से।
खुलकर खेलना लज्ता या कलंक का भय छोड़कर कोई काम सबके सामने करना, निडर होकर कोई काम करना, लज्जा , संकोच त्याग देना
खुल जाना गांठ से जाता रहना, खो जाना।
खुलता रंग हलका सुहावना रंग, वह रंग जो बहुत गहरा न हो।
खुली मुट्ठी होना दान देने, खर्च करने में उदार होना।
खुली सोरठ कहना खुले आम कहना, निःसंकोच कहना।
खुले आम बेधड़क, सबके सामने, छिपाकर नहीं।
खुले खजाने बेधड़क, सबके सामने, अलानिया, छिपाकर नहीं।
खुले दिल का उदार, साफ दिल।
खुले दिल से उदार, साफ दिल।
खुले बंदा बेधड़क, सबके सामने।
खुले बाजार बेधड़क, सबके सामने।
खुले मैदान खुले खजाने, डंके की चोट, छिपाकर नहीं, सबके सामने।
खुशी से फूल उठना। अति प्रसन्न होना, खिल उठना।
खूंटा गाड़ना सीता निर्धारित करना, हद बांधना, केन्द्र निर्धारित करना, अड्डा बना लेना, जम जाना।
खूंटी कसना सितार, सारंगी आदि के तार कसना।
खूंटी निकालना ऐसा मूंडना कि बाल की जड़ तक न रह जाय।
खूंटी लेना इस तरह मुड़ना कि बालों की खूंटियां निकल जाये।
खूंटे के बाल कूदना दूसरे के बल-बूते पर कूदना, इतराना।
खून आंखों से उबरना क्रोध से आँखे लाल हो जाना, अति कुद्ध होना।
खून उबलना क्रोध से शरीर लाल होना, गुस्सा चढ़ना।
खून करना हत्या करना।
खून का जोश वंश या कुल का प्रेम।
खून का दौरा शरीर में होने वाला रक्त का संचार।
खून का प्यासा वध करने का इच्छुक, जान लेने पर तुला हुआ।
खून के आंसू रोना बहुत शोक करना, अतिशय व्यथित होना।
खून के घूंट पीना भारी गुस्से को पी जाना, सह लेना।
खून खुश्क होना अत्यन्त भयभीत होना।
खून खौलना क्रोध से शरीर लाल होना, गुस्सा चढ़ना, अति कुद्ध होना।
खून गरदन पर होना (किसी के) कतल का जिम्मेदार होना।
खून थूकना मुँह से खून थूकना, क्षय से पीड़ित होना।
खून पानी एक करना अत्यधिक शारीरिक परिश्रम या प्रयत्न करना, खून पानी की तरह बहाना।
खून पानी होना बहुत गर्म होना, कठिन कष्ट पहुंचना।
खून पीना मार डालना, बहुत तंग करना, सताना, बहुत दुःख सहना।
खून बहाना मार डालना, रक्तपात करना।
खून बिगड़ना रक्त में किसी प्रकार का विकार होना, कोढ़ी हो जाना।
खून मुँह (को) लगना खून का भजा मिलना, खून का चाट लगना, काटने की आदत पड़ जाना।
खून रूलाना बहुत पीड़ा, क्लेश देना।
खून लगना किसी हिंसक पशु का खुंखार हो जाना।
खून लगाकर शहीद बनना काम का नाम करके उसका यश चाहना।
खून लगाकर शहीदों में दाखिल होना काम का नाम करके उसका यश चाहना।
खून सिर पर चढ़कर बोलता है हत्या का पाप छिपा नहीं रहता।
खून सिर पर चढ़ना किसी को मार डालने या किसी प्रकार का और कोई अनिष्ट करने पर उद्यत होना।
खून सफेद होना प्रेम, आत्मीयता की भावना न रहना, निष्ठुर हो जाना।
खेड़े की दूब अत्यन्त बलहीन, दुर्बल या तुच्छ। उ0- नंद नंदन लै गये हमारी सब व्रज कुल की ऊब। सूर श्याम तजि औरे सूझे ज्यों खेरे की दूब। सूर।
खेत आना युद्ध में मारा जाना। उ0- खड़गी न खेत आय कोपित करिदै धायो, मरत बचायो, गुहरायो रघुबीर। वीरगति प्राप्त करना।
खेत मारना जुताई, खाद आदि से खेत को उपजाऊ बनाना।
खेत करना समतल करना। उ0- सीखि के खेत के बांधि सेतु करि उतरिबो उदधि न बोहित चाहिबा तुलसी। उदय के समय चन्द्रमा का पहले पहल प्रकाश फैलाना, युद्ध करना, लड़ना।
खेत काटना खेत में उपजी हुई फसल काटना, खड़ी फसल की चोरी करना।
खेत छोड़ना रणभूमि में परास्त होना, रणभूमि छोडकर भागना, पीठ दिखलाना।
खेत पड़ना युद्ध में मारा जाना।
खेत पर चढ़े किसमी योग्यता का पता काम पड़ने पर लगता है।
खेत बदना लड़ने का स्थान, काल नियत करना।
खेत रखना खेत की रखवाली करना। उ0- खति खेत खरी खरी खरे उरोजन बाल। बिहारी। समर में विजय प्राप्त करना।
खेत रखना खेत की रखवाली करना।
खेत रहना युद्ध में मारा जाना।
खेत लेना युद्ध छेड़ना। उ0- सानुज निदरि निपातउं खेत। लीन्ह्यो खेत मारी कुरूराज सो अकेला जाई। अ0व0।
खेत होना युद्ध में मारा जाना।
खेती मारी जाना फसल नष्ट होना।
खेती लेट जाना फसल का अधिक वर्षा या हवा के कारण सीधा खड़ा न रहना, जमीन पर पड़ जाना, नत होना, विनीत हो जाना, प्रभुत्व मान लेना।
खेप लदाना इतना सामान देना जो बैलगाड़ी आदि पर ढोया जा सके।
खेप लादना बैलगाड़ी पर माल लादना।
खेप हारना माल में घाटा उठाना।
खेल उलटना किसी का किया कराया चौपट करना, किसी छल को सफल न होने देना, भंडाफोड़ करना।
खेल करना किसी काम को अनावश्यक या तुच्छ समझकर हंसी में उड़ाना।
खेल के दिन खेलने खाने के दिन, लड़कपन।
खेल खेलना चाल चलना।
खेल खैलाना बहुत तंग करना।
खेल जानना बहुत आसान समझना।
खेल न होना साधारण बात न होना।
खेल बनना काम बनना।
खेल बिगड़ना काम खराब होना, रंग में भंग होना।
खेल समझना साधारण या तुच्छ समझना, कुछ न समझना।
खेलना खाना आनन्द से दिन बिताना, निश्चिन्त होकर चैन से दिन बिताना। उ0- (क) खेलत खात रहे व्रज भीतर। नान्ही जाति तकि धन ईतर। सूर। (ख) खेलत खात लरिकपन गौ जीवन जुवतिन लियो जीति। तुलसी। केवल खेलने खाने से मतलब रखना।
खेला खेलाकर मारना दौड़ा दौड़ाकर धीरे धीरे मारना, सांसत देकर मारना। उ0- अबहिं बहुत का करों बड़ाई। हतियों तोहि खेलाइ खेलाई। तुलसी।
खेली खाई पुरुष समागम से जानकार।
खैवा मी देना और बह भी जाना पैंसे देकर बेवकूफ बनना।
खेह खाना धूल फांकना, मट्टी छानना, फाख मारना, व्यर्थ समय खोना, नष्ट जाना। उ0- सुनि सीतापति सील सुमाऊ। मौद न मन तन पुलक नयन जल सो नर खेहहिं खाऊ। तुलसी। दुर्दशाग्रस्त होना। उ0- रघुनाथ कपि साथ पाथ बांधि आयो नाथ मागे ते खिरिर खेह खहिगो। तुलसी। दुर्दशाग्रस्त होना।
ख़ैर बाद कहना बिदा करना।
ख़ैरियत पूछना कुशल पूछना।
ख़ैरियत मिलना कुशल मिलना।
खोंइचा भरना शकुन के रूप में किसी (स्त्री) के आंचल में चावल, गुड आदि देना।
खो जाना गुम हो जाना, किसी चिंता-विचार मेें डूब जाना, हक्का बक्का हो जाना।
खोज खबर लेना हाल चाल पूछना, पता लेना।
खोज पड़ना पीछे पड़ना। उ0- सखी परी सब खोज।
खोज मारना लीक या पद चिन्ह मिटा देना। उ0- खोज मारि रथ हांकहु ताता। आन उपाय बनहि नहिं बाता। तुलसी।
खोज मिटाना नष्ट करना, ध्वस्त करना, बरबाद करना, यिंह तक न रहने देना, पद चिन्ह मिटाना।
खोट होना दूषित होना, खराब हो जाना।
खोटा खरा भला बुरा, उत्तम या निकृष्ट।
खोटा खाना बेइमानी से या बुरी तरह से कमाकर खाना। उ0- फाटक दै कै हाटक मांगत मोरी निपट सुधारी। धुर ही ते खोटो खायो के लिये फिरत सिर भारी। सूर।
खोटी करना खोटापन या बुराई करना।
खोटी खरी सुनाना दुर्वचन कहना, डांटना, फटकारना।
खोटी बोलना बुरी बात बोलना।
खोद खोदकर पूछना एक एक बात पर शंकर करके पूछना, अच्छी तरह पूछना, पूरी बात जानने के लिए जिरह करना।
खोन्चा लगाना बेचने के लिए खोन्चे में मिठाई सजाना या रखना।
खोपड़ी खा जाना बहुत बात करके तंग करना।
खोपड़ी खाली हो जाना मस्तिष्क में बातें करते करते शिथिलता आ जाना, अधिक श्रम से दिमाग थक जाना।
खोपड़ी खुजलाना ऐसी कोई बात या शरारत करना जिससे मार खाने की नौबत आवे, मार खाने का जी चाहना, सिर पर जूता मारना।
खोपड़ी गंजी करना मारते मारते सिर के बोल न रहने देन, सिर पर खूब जूते लगाना, मार या व्यय आदि के कारण परेशान होना।
खोपड़ी गंजी होना इतनी मार खाना कि सिर के बाल झड़ जायं, सिर पर खूब जूते पड़ना।
खोपड़ी चटकना अधिक धूप, प्यास या पीड़ा के कारण सिर में गर्मी और चक्कर मालूम होना, सिर ठनकना।
खोपड़ी चाट जाना बकवाद करके तंग करना।
खोया-खोया रहना किसी चिंता-विचार में निमग्न रहना, गुमसुम रहना।
खोया जाना चकपका जाना, सिटपिटा जाना, घबराना, हक्का बक्का होना।
खोरी करना राख में मिला देना, राख के रूप में कर देना, सोने या चाँदी को राख कर देना।
ख्याल करना सोचना, याद करना, रिआयात करना।
ख्याल पड़ना ख्याल में आना, याद आना, पीछे पड़ना, तंग या परेशान करने पर उतारू होना। उ0- राधा मन में यही विचारति। ये सब मेरे ख्याल परी हैं अबहिं बातन लै निरूआरति। सूर।
ख्याल पर चढ़ना ध्यान में आना, याद आना।
ख्याल बांधना अनुमान लगाना, कल्पना करना।
ख्याल में आना समय में आना।
ख्याल में लाना रियायत करना, महत्वपूर्ण समझना।
ख्याल रखना ध्यान रखना, देखते भालते रहना, याद रखना, स्मरण रखना, कृपादृष्टि रखना।
ख्याल रहना याद रहना।
ख्याल से उतर जाना भूल जाना, विस्मृति हो जाना।
ख्याल से उतरना भूल जाना, विस्मृत हो जाना।
ख्याली पुलाव पकाना असम्भव बातें सोचना, मनोराज्य करना।
ग
गंगा उठाना गंगाजल उठाकर शपथ खाना
गंगा नहाना कृतार्थ होना, छुट्टी पाना, किसी कठिन कार्य को पूरा कर लेना।
गंगा दुहाई गंगा की शपथ।
गंगा पार करना देश से निकालना।
गंगा पीना झूठी कसम खाना।
गंगाजली उठाना गंगाजली हाथ में लेकर शपथ खाना, गंगा की कसम खाना।
गंगालाभ होना गंगा किनारे पर मरना, मुक्त होना, डूब कर मरना, मरना।
गंज डालना बाजार लगाना, मण्डी आबाद करना।
गंडा ताबीज मंत्र जंत्र, झाडू फूंक, जादू टोना, टोटका।
गंद बकना गालियां बकना।
गंव से ढंग से, युक्ति से, धीरे से, चुपके से। उ0- (क) बैठे हैं राम लखन अरू सीता। पंचवटी बर परनकुटी तर कहै ककु कथा पुनीता। कपट कुरंग कनक मनि मय लखि प्रिय सों कहति हंसि बाला। पाए पलिबे जोग मंजुमृग मंजुल छाला। प्रिया वचन सुनि बिहंसि प्रेमबस गंवहिं चाप सर लीन्हें। चल्यो सो भोजि फिरि फिरि हैरत मुनि रखवारे चीन्हे। तुलसी। (ख) रावन बान महाभट मारे, देखि सरासन गंवहिं सिधारे। तुलसी।
गंवार का लट्ठ उजड़ड, उजबक।
गई करना ध्यान न देना, जाने देना, तरह देना।
गगन खेलना बहते हुए पानी या नदी आदि का उछलना।
गगन होना पक्षी या गुड्डी आदि का बहुत ऊपर आकाश में जाना।
गज़ट होना किसी सूचना या वृत्त का गज़ट में छप जाना।
गज़ब का विलक्षण, अपूर्व।
गज़ब टूटना आफत करना, भारी अनर्थ पड़ना।
गज़ब ढाना आफत करना, भारी अनर्थ पड़ना।
गज़ब पड़ना अचानक भारी विपत्ति आ पड़ना।
ग़ज भर बनियों की बोल चाल में एक रूपये में सोलह सेर का भाव।
गज़र का वक्त सबेरा, उषा काल।
गज़र दम तड़के, पौ फटते, सबेरे।
गज़र बजे तड़के, पौ फटते, सबेरे।
गजी गाढ़ा मोटा, साधारण और सख्त कपड़ा।
गज्फा छोड़ना मछली का पानी के भीतर से बाहर बुलबुला फेंकना।
गज्फा दबाना माल दबाना या हड़प करना, अनुचित रूप से बहुत सा धन एक बारगी ले लेना, मारना।
गज्फा मारना गज्फा छोड़ना, माल मारना, रूपया हाथ में करना।
गट्ट करना निगल जाना, हड़प जाना, दबा बैठना, अनुचित अधिकार कर लेना।
गट्टा उखाड़ना परास्त करना, दबाना।
गट्टा पकड़ना तगादा या झगड़ा करने अथवाबलपूर्वक कुछ मांगने या पूछने आदि के लिए किसी की कलाई पकड़ना।
गट्टी करना किसी खम्भे में बंधी हुइ पाल को चूल के सहारे घुमाना।
गट्ठर साधना तैराक का गठरी बांधकर ऊँचाई से कूदना।
गठरी कटना भारी रकम हाथ से निकल जाना, खर्च।
गठरी कर देना हाथ पैर तोड़ या बांध कर अथवा और किसी प्रकार बेकाम कर देना, ढेर करना, मार कर गिरा देना, कुश्ती में विपक्षी को इस प्रकार दोहरा कर देना कि जिसमें उसकी आकृति गठरी के समान हो जाय।
गठरी बांधना असबाब बांधकर यात्रा की तैयारी करना, पैरों और घुटनों को छाती से लगाकर और उन्हें दोनों हाथों से जकड़कर गठरी की आकृति बना लेना।
गठरी मारना अनुचित रूप से किसी का धन ले लेना, ठगना।
गठिया होना मोटा होना।
गडंग मारना डींग मारना, शेखी बधरना, बढ़ बढ़कर बातें करना, अहंकार करना, शेखी करना।
गड्ड का गड्ड ढेर का ढेर, बहुत सा।
गड्ड में छोटी बड़ी या सब तरह की चीजें एक साथ लेने पर (मूल्य, भाव आदि के विचार से)।
(किसी के लिए) गड्ढा खोदना अनिष्ट का प्रयत्न करना, किसी को हानि पहुँचाने का प्रयत्न करना।
गड्ढे में गिराना विपत्ति में फंसाना।
गड्ढे में डालना विपत्ति में फंसाना।
गढ़ गढ़ कर बातें करना झूठ मूठ की कल्पना करके बात कहना, नमक मिर्च लगाकर बातें करना। उ0- तू माही को मारन जानति, उनके चरित कहा कोउ जाने, उनहि कही तू मानति, कदम ते मोहिं बुलाय गढ़ि गढ़ि बातेें बानति। मटकत गिरी गागरी सिर से अब ऐसी बुधि ठानति। सूर।
गढ़ जीतना किला जीतना, किले पर अधिकार करना, बहुत कठिन काम करना।
गढ़ तोड़ना किला जीतना, किले पर अधिकार करना, बहुत कठिन काम करना।
(किसी के लिए) गढ़ा खोदना किसी की बुराई का, किसी को हानि पहुँचाने का उपाय करना।
गढ़ा भरना घाटा पूरा होना, पेट भरना।
गढ़े में गिरना विपद में फंसना, पतन होना।
गड़ जाना झैंप जाना, लज्जित होना, लजाना।
गड़पंख बनाना मूर्ख बनाना, बेवकूफ बनाना।
गड़प से गडप शब्द करके (पानी आदि का एक बारगी पी जाना)।
गड़प होना डूब जाना, धंस जाना।
गड़हा खोदना बुराई करना, हानि पहुंचाना, किसी के लिए गड्ढे खोदना, किसी के लिए अनष्टि का प्रबन्ध करना।
गड़हा पाटना टोटा भरना, कमी या घाटा पूरा करना, खुशी सुखी से पेट भरना।
गड़हे में पड़ना असमंजस में पड़ना, फेर में पड़ना कठिनाई में पड़ना।
गडे़ मुर्दे उखाड़ना दबी दबाई या पुरानी बात उझाड़ना, पुरानी फूली हुई (अप्रिय) बातों की चर्चा करना।
गत का काम का, अच्छा भला।
गत बनाना दुर्दशा करना, दुर्गति करना, अपमान करना, डांटना-डपटना, मारना-पीटना, दण्ड देना, खबर लेना, हंसी ठट्ठे में लज्जित करना, उपहार करना, झेंपना, वेवकूप बनाना, रूप रंग बनाना, वेष धारण करना, अद्भुत रूप रंग बनाना, आकृति बिगाड़ना।
गत होना मरना, मर जाना।
गत्तालखाते में जाना हजम हो जाना, हड़प हो जाना।
गत्तालखाते लिखना हजम हुआ समझना, गया डूबा समझना।
गद्गद् होना प्रसन्नता से प्रपूरित होना।
गदहे का हल चलना बिलकुल उजड़ जाना, बरबाद हो जाना।
गदहे पर चढ़ाना अत्यधिक अपमान या बदनाम करना।
गदका सुनाना झिड़की सुनाना, फटकारना।
गद्द माराना अपने वश में करना।
गद्द मारा जाना जड़ हो जाना, वेवकूफ बन जाना।
गद्दी चलना वंश परम्परा या शिष्य परम्परा का जारी रहना, उत्तराधिकारियों का क्रम चलना।
गद्दी जगाना परम्परा का कायम रखना।
गद्दी पर बैठना सिंहासन रूढ़ होना, उत्तराधिकारी होना।
गद्दी लगाना घोड़े की हथेली या कुहनी से मलना।
गधा पीटे घोड़ा नहीं होना मूर्ख सिखाने से समझदार, कमीना समझाने से भला आदमी नहीं हो सकता।
गधे का हल चलना बिलकुल उजड़ जाना, बदनाम हो जाना।
गधे को बाप बनाना काम निकालने के लिए मूर्ख की खुशामद करना।
गधे पर चढ़ाना अनादर करना, बहुत अपमानित या बदनाम करना।
गधे पर फूल पड़ना बहुत ही अयोग्य या कुरूप मनुष्य के शरीर पर बहुमल्य और बढ़िया पस्त्र होना।
गधे से हल चलवाना खुदवाकर जमीन को बराबर करा देना, बिलकुल उजाड़ देना।
गप उड़ना झूठी खबर फैलना।
गप उड़ाना झूठी खबर फैलाना।
गप पर जाना हड़प जाना।
गप मारना झूठी और विनोदपूर्ण बात करना, डींग मारना, लम्बी चौड़ी बातें करना।
गप लड़ाना गपशप करना।
गप हांकना काल्पनिक बातें करना, डींग मारना, बकवास करना।
गप्पा खाना धोखे से आना, चूकना।
गफ्फा मारना बड़ा कौर खाना।
गबरहा करना बरतन के सांचे पर गोबर और मिट्टी चढ़ाना।
गम करना चट कर जाना, पेट में डाल लेना, खा लेना। उ0- चारि वृक्ष शाखा वाके पत्र अठारह भाई। एतिक ले गैया गम कीन्हों भैया अति हरहाई। कबीर।
गम खाना क्षमा करना, ध्यान न देना, जाने देना। उ0- तस्कर के कुल धर्म, दुष्ट के कल गम खाना। रघुनाथ। धैर्य करना, सन्तोष करना, सहन करना।
गम गलत करना दुःख देने वाली बात को भुलाना, शोक दूर करने का प्रयत्नप करना, जी बहलाना।
गमक उठना महक उठना, बाजे का बजना।
गया करना गया में जाकर पिंडदान आदि करना।
गया घर दुर्दशा प्राप्त घराना, वह जिसकी समृद्धि नष्ट हो गई हो।
गया बीता बुरी दशा को पहुंचा हुआ, दुर्दशा प्राप्त, नष्ट, निकृष्ट।
गरकी देना कष्ट देना
गरगज लगाना ढेर करना।
गरज गांठना मतलब सीधा करना, प्रयोजन निकालना, काम सिद्ध करना।
गरदन उठाना विरोध करना, सिर उठाना, विद्रोह करना।
गरदन उड़ाना सिर काटना, मार डालना।
गरदन उतारना धड़ से सिर अलग करना, मार डालना, बुराई करना, हानि पहुंचाना।
गरदन ऐंठी रहना घमंड में चूर या नाराज रहना।
गरदन काटना धड़ से सिर अलग करना, मार डालना, बुराई करना, हानि पहुंचाना, भारी अहित करना।
गरदन झुकना नम्र, आज्ञाकारी या अधीन होना, लज्जित होना, शरमाना, बेहोश होना, मरना।
गरदन झुकाना नम्रता, आज्ञाकारिता या अधीनता प्रकाशित करना, लज्जित होना, झेंपना।
गरदन ढलना मरना, आसन्न भरण होना।
गरदन न उठाना लज्जित होना, बीमारी से पड़े रहना, सब कुछ सह लेना।
गरदन नापना धक्के देकर निकाल बाहर करना, गरदनिया देना, अपमान करना।
गरदन पर ऊपर, जिम्मै।
गरदन पर छुरी फेरना हलाल करना, अन्याय करना।
गरदन पर जुवा रखना भारी काम सुपुर्द करना।
गरदन पर होना ऊपर होना, जिम्मेदार होना। (हत्या, पाप)।
गरदन फंसना अधिकार में आना, वश में होना, आँखों में पड़ना।
गरदन मोड़ना गला बवाना, मार डालना, पीडित करना, कष्ट पहुंचाना।
गरदन मारना सिर काटना, वध करना, मार डालना।
गरदन में हाथ देना अपमान करना, गरदनियां देना, क्रोध में किसी की गरदन पकड़ना।
गरदन लगाना प्राणों की बाजी लगाना।
गरदन हिलने लगना बहुत वृद्ध होना।
गरदन हिलाना स्वीकार या अस्वीकार करना।
गरदन सही करना गरदन पर घोल लगाना।
गरम व सर्द उठाना संसार का ऊँचा नीचा देखना, भले बुुरे दिन काटना, दुनिया का अनुभव प्राप्त करना।
गरम वसर्व देखना संसार का ऊँचा नीचा देखना, भले बुुरे दिन काटना।
गरम व सर्द रखना दुनिया का भला बुरा, दुःख सुख देख लेना, दुनिया का अनुभव प्राप्त कर लेना।
गरम व सर्व सहना दुनिया का भला बुरा, दुःख सुख देख लेना, दुनिया का अनुभव प्राप्त कर लेना।
गरम होना आवेश आना, कुद्ध होना, भाव तेज होना, चहल पहल होना।
गरमी आना दिमाग बिगड़ना, क्रोध आना।
गरमी करना प्रकृति में उष्णता लाना, पेट या कलेजे में ताप उत्पन्न करना।
गरमी चढ़ना दिमाग बिगड़ना, क्रोध आना।
गरमी दिखाना क्रोध प्रकट करना।
गरमी निकलना घमंड चूर हो जाना, ऐंठ ढीली हो जाना।
गरमी निकालना उष्णता दूर करना, प्रसंग करना, गर्व दूर करना।
गरमी पचना घमंड चूर हो जाना, ऐंठ ढीली हो जाना।
गरह कटना अरष्टि दूर होना, दुःख नष्ट होना, आपत्ति टलना।
गरा गुज़रना भारी होना, नागवार होना।
गराड़ी पड़ना गहरा चिन्ह होना।
गरीबान चाक करना उन्माद में कपड़े फाड़ना, पागल होना।
गरीबान फाड़ना उन्माद में कपड़े फाड़ना, पागल होना।
गरीबान में मुँह डालना लज्जित होना, अपराध स्वीकार करना।
गरीबान में सिर डालना लज्जित होना, लज्जा से मुँह छिपाना।
गरीबी आना दरिद्रता होना, मुहताजी होना।
गरीबी में आटा गीला होना धन की कमी के समय पास से कुछ और जाता रहना।
गर्द उड़ना हवा के साथ धूल का फ।लना।
गर्द उड़ाना नष्ट या चौपट करना, धूल में मिलाना, बरबाद करना।
गर्द को न छू सकना बराबरी न कर सकना।
गर्द को न पहुंचना समता न कर सकना।
गर्द फांकना व्यर्थ घूमना, आवारा फिरना।
गर्द होना तुच्छ होना, समता के योग्य न होना, नष्ट होना, चौपट होना।
गर्भ गिरना पेट के बच्चे का पूरी बाढ़ के पहिले निकल जाना, गर्भपात होना।
गर्भ गिरवाना पेट के बच्चे को औषध आघात द्वारा पूरी बाढ़ या पूरे समय के पहिले निकाल देना, गर्भपात करना।
गर्भ रहना पेट में बच्चा आना।
गल गाजना हर्षित होना।
गलतंस हो जाना निर्वश हो जाना, वंश का नाश हो जाना।
गलती में पड़ना धोखा खाना, भूल करना।
गला आना गले के भीतर छाला पड़ना, सूजन होना।
गला उठाना घंटी बैठाना।
गला काटना धड़ से सिर अलग होना, कतल किया जाना, अनुचित हानि पहुँचना, किसी के विरूद्ध कार्यवाही से हानि पहुंचना।
गला कटवाना जान देना, कतल होना, भारी हानि होना।
गला करना घंटी बैठाना।
गला काटना गरदन काटना, धड़ से सिर अलग करना, अत्यन्त कष्ट पहुंचाना, बहुत दुख देना, अन्याय करना, गले के भीतर कनकनाना, हानि पहुंचाना, बुराई करना, अहित करना।
गला खुलना गले से स्पष्ट स्वर का निकल सकना।
गला खुश्य होना गला सूखना, चिल्लाते चिल्लाते गला बैठ जाना।
गला गरमाना बोलना या गाना आरम्भ करने पर कुछ देर बाद स्वर का तीव्र होना।
गला घुंटना दम रूकना, अच्छी तरह सांस न लिया जाना।
गला घोंटना गले को ऐसा दबाना कि सांस रूक जाय। टेंटुआ दबाना, जबरदस्ती करना, मारडालना।
गला चलना कंठ से सुरीला स्वर निकलना, आवाज का सुरीला होना।
गला छुड़ाना परेशान करने वाले व्यक्ति या वस्तु से पीछा छुड़ाना।
गला छूटना पीछा छूटना, पल्ला छूटना, छुटकारा मिलना, निस्तार होना, किसी अरूचिकर या इच्छा विरूद्ध बात का दूर होना, बचाव होना।
गला जोड़ना प्रीति या मैत्री प्रकट करने के लिए एक दूसरे के गले में हाथ डालना, मिलना, मैत्री करना, साथ देना।
गला टीपना गले को इतने जोर से पकड़ना कि सांस रूकने लगे, गला दबाकर मार डालना, जबरदस्ती करना, अनुचित दबाव डालना।
गला दबाना गले को इतने जोर से पकड़ना कि सांस रूकने लगे, गला दबाकर मार डालना, जबरदस्ती करना, अनुचित दबाव डालना।
गला पकड़ना गले में बैठना, गले में चिपकना या रूकना कंठ से स्पष्ट शब्द न निकलने देना, गले में खुजली या जलन पैदा करना।
गला पड़ना गले के भीतर सूजन या कफ आदि के कारण शब्द मुंह से स्पष्ट न निकलना या घरघराहट के साथ निकलना, बहुत बोलने, गाने आदि से विकृत स्वर निकलना।
गला फंसना बन्धन में पड़ना, लाचार होना, मजबूर होना, कौर दबना, विवश होना, ऋणग्रस्त होना।
गला फंसाना दांव में कसना, बन्धन में डालना, वशीभूत करना, आपत्ति में फंसाना, संकट में डालना, ऋण आदि का बोझ ऊपर डालना।
गला फटना गले में खराब होने से भद्दी, मोटी और बेढंगी आवाज निकलना।
गला फांसना दांव में कसना, बन्धन में डालना, वशीभूत करना, संकट में डालना, ऋण आदि का बोझ ऊपर डालना।
गला फाड़कर चिल्लाना बहुत जोर से बोलना, बेमलब चिल्लाना, जोर भर आवाज लगाना।
गला बंधना मजबूर होना, बंध जाना, विवश होना।
गला बांधना बन्धन में डालना, मजबूर करना।
गला बैठना गले के भीतर सूजन होने या कफ आदि के कारण शब्द मुँह से स्पष्ट न निकलना, घबराहट के साथ निकलना, बहुत बोलने, गाने आदि से विकृत स्वर निकलना।
गला भर जाना शोक, प्रेम आदि से कंठ का वाष्पावरूद्ध हो जाना।
गला भारी होना गला बैठना, मुँह से ठीक आवाज न निकलना।
गला रेतना अत्यन्त कष्ट पहुंचाना, अधिक और असहय दुःख देना, अहित करना, बुराई करना, हानि पहुंचाना, गला काटना।
गलियां छानना किसी की खोज में बहुत भटकना, हैरान होना।
गलियां झांकना किसी की खोज में बहुत भटकना, हैरान होना।
गली कमाना गली में झाडू देना, मेहतर का काम करना, पाखाना साफ करना।
गली गली मारे मारे फिरना इधर उधर व्यर्थ घूमना, जीविका के लिए इधर से उधर भटकना, चारों और अधिकता से मिलना, सब जगह दिखाई पड़ना, साधारण वस्तु होना।
गली गली में भटकना सर्वत्र घूना।
गली झांकना इधर उधर हैरान करना, खोज में फिराना।
गले उतरना (बात) मन में बैठना, जी में जंचना, ध्यान में आना, समझ में आना, स्वीकृत होना।
गले उतारना स्वीकार कराना।
गले का हार इतना प्यारा (व्यक्ति या वस्तु) कि पास से कभी अलग न किया जाय, अत्यन्त प्रिय, चिर सहचर, कभी अलग न होना। उ0- ह्वै गौ सोई अब हार गरे की। रसाल। पीछा न छोड़ने वाला।
(बातें) गले के नीचे उतरना (बात) मन में बैठना, जी में जे चना, ध्यान में आना, समझ में आना, स्वीकृत होना, ठीक लगना।
गले पकड़कर देना जबरदस्ती देना, मत्थे मढ़ना।
गले पड़ना इच्छा के विरूद्ध प्राप्त होना, न चाहने पर भी मिलना, मत्थे पड़ना। उ0- पड़ी ढोल बजाए सिद्ध, सिर पड़ना, आगे आना, मांगने या सहने के लिए सामने उपस्थित होना। उ0- होी अनजान तो न जानत इतीक विथा मेरे जिय जान मेरो जानिबो गरै परयो। देव।
गले पर छुरी फेरना अनिष्ट करना, भारी हानि पहुँचाना, अन्याय करना, गला काटना।
गले बांधना संग लगाना, सिर पर से लेना, व्यर्थ पास में रखना, निष्प्रयोजन के लिए रहना, इच्छा के विरूद्ध किसी से विवाह करना, दूसरे की इच्छा के विरूद्ध उसे देना, जबरदस्ती देना।
गले मढ़ना किसी की इच्छा के विरूद्ध उसे देना, जबरदस्ती देना, किसी की इच्छा के विरूद्ध उस पर किसी कार्य का भार देना, कोई काम सौंपना, किसी की इच्छा के विरूद्ध उसके साथ किसी की व्यावहना।
गले मिलना आलिंगन करना, गले लगाना, बगलवीर होना, भेंटन।
गले में उतरना गिला निगला जाना, मन में धंसना, मन पर प्रभाव करना।
गले में खटकना गले मिलना, गले में हाथ डालना, गले पड़ना, इच्छा के विरूद्ध प्राप्त होना, मेंटना, बगल गीर होना।
गले लगाना गले मढ़ना, दूसरे की इच्छा के विरूद्ध उसे देना, दूसरे के न चाहने पर भी उसे लेने के लिए विवश करना, आलिंगन करना।
गंव ताकना मौका देखना।
गर्व से घात देखकर, मौका तजबीज कर, धीरे से, चुपचाप। उ0- रावन, बान महामट मारे। देखि सरासन नवहिं सिधारे। तुलसी।
गवाह देना अपने दावे को सिद्ध करने के लिए प्रमाण के लिए साक्षी उपस्थित करना।
गवाह ऐनी या ख्यत वह गवाह जिसने घटना अपनी आँखों देखी हो और जो सुनी सुनाई बात कहे।
गवाह समाई वह गवाह जिसने घटना अपनी आँखों देखी हो और जो सुनी सुनाई बात कहे।
गवाह देना किसी साक्षी या किसी घटना के विषय में अपना इज़हार लिखना, प्रमाण देना।
गश खाना मूर्च्छित होना, बेहोश होना।
गश्त नाचना वेश्याओं का बारात के आगे नाचते हुए चलना।
गश्त मारना चक्कर देना, चारों और फिरना।
गस्सा मारना कौर मुँह में डालना।
गह बैठना झूठ पर हाथ भरपूर जमाना, झूठ पर अच्छी तरह हाथ बैठना।
गहने रखना रैहन या बन्धक रखना।
गहरा आसामी भारी या मालदार आदमी, बड़ा आदमी।
गहरा पेट ऐसा पेट जिसमें बहुत सी बातें पच जायं, ऐसा हृदय जिसका भेद न मिले।
गहरा हाथ हथियार का भरपूर वार, जिससे खूब चोट लगे।
गहरा हाथ मारना हथियार का भरपूर वार करना, भारी माल उड़ाना, खूब धन चुराना, बहुत माल पैदा करना, किसी भारी या अनूठी वस्तु को पैदा करना।
गहरी घुंटना खूब गाढ़ी पंग पिसना, गाढ़ी मित्रता होना, अत्यधिक हेल मेल होना, खूब आमोद-प्रमोद होना।
गहरी छनना गाढ़ी या अधिक मांग पीना, गाढ़ी मित्रता होना, अत्यन्त घनिष्टता होना, साथ में खूब आमोद-प्रमोद होना, बिगाड़ होना, लड़ाई होना, एक-दूसरे के विरूद्ध प्रयत्न होना।
गहरी बात गूढ़ या दिल मंे बैठने वाली बात, गम्भीर बात।
गहरी सांस भरना ठंडी सांस लेना।
गहरी सांस लेना अत्यधिक दुःख या शौक होना, सन्तोष या विश्राम का अनुभव करना।
गहरे करना माल मारना, खूब लाभ कमाना।
गहरे चलना घात में लगना, जाते हुए पथिक का प्राण लेना। (ठग)। घोड़े का खूब जोर से कदम चलना।
गहरे लोग चतुर लोग, भारी उस्ताद, घोर धूर्त।
गांठ उखड़ना जोड़ उखड़ना, किसी अंग का अपने जोड़ पर से हट जाना।
गांठ कतरना गांठ काटकर रूपया निकाल लेना, जेब कतरना, लूटना, ठगना, मूल्य से अधिक लेना।
गांठ करना संग्रह करना, इकट्ठा करना, अपने पास रख लेना। उ0- रह द्रव्य तब कीन न गांठी पुनि कत मिलै लच्छ जौ नाठी। याद रखना। गांठ में बाध लेना, बटोरना।
गांठ का पास का, पल्ले का।
गांठ का पूरा धनी, मालदार।
गांठ का पूरा आंँख का अंधा पैसे वाला पर मूर्ख।
गांठ काटना जेब काटना
गांठ खुलना उलझन मिटना, किसी भारी समस्या का समाधान होना, कोई भारी प्रश्न हल होना, दिल की सफाई होना।
गांठ खोलना या छोड़ना उलझन मिटाना, अड़चन दूर करना, कठिनाई मिटाना। उ0- कहनि रहनि एक विरति विवेक नीति वेद वुधसंमत पथन निरवान को बिनु गुन की कठिन गांठि जड़ चेता की छोरी अनायास साधु साधक उफान की। तुलसी। थैली या जेेब से रूपया निकालना, पास का खर्च होना।
गांठ जोड़ना गंठजोड़ा करना, गठबन्धन करना, किसी के साथ विवाह करना।
(मन में) गांठ पड़ना मैद मानना, अन्तर रखना, बुरा मानना, खिंचा रहना, वैर मानना, कीना रखना, बिगाड़ होना।
गांठ पर गांठ पड़ना उलझन बढ़ती जाना, किसी बात का उत्तरोत्तर कठिन होता जाना, मामला पैचींदा होता जाना, मन मौटाव बढ़ता जाना, द्वेष बढ़ता जाना।
गांठ में बांधना अच्छी तरह याद रखना, स्मरण रखना, सदा ध्यान में रखना। उ0- कहल हमारा गांठी बांधो, निसि बासरहि होहु हुसियारा। ये कलि के गरू बड़ परपंची, डारि ठगोरी सब जग मारा। कबीर।
गांठ में लंगोटी न होना अत्यन्त दरिद्र होना।
गांठ में होना पल्ले में होना, पास में होना। उ0- राजा पद्मावति सो कहा। सांठ नाठ कछु गांठ न रहा। जायसी।
गांठ से पास से, पल्ले से।
गाव गवई देहात।
गांव गिरावं देहात, जमींदारी।
गांव मारना डाका डालना। उ0- जिमीदारसुता ताके उमे माई रहे आपस में वैर, गांव मास्यो सब छीजियो। प्रिया।
गांस निकालना वैर निकालना।
गांस में करना अधिकार में रखना, देह रेख में रखना, शासन में रखना। उ0- निर्गुण कौन ईस को बासी। मधुकर कहि समुझाई सौंह के बूझत सांच। न हांसी।….. पावैगो पुनि किो आपनो जोर करेगी गांसी। सुनत मौन ह्वै रह्यो बावरी सूर सबै मत नासी। सूर।
गांसी लगना तीर लगना। उ0- फांसी से फुलेल लागे गांसी सी गुलाल लागे गाज अरगजा लागे चौबा लागे चहकना।
गाज गिरना बिजली गिरना, आफत आना।
गाज पड़ना व्रजपात होना, बिजली गिरना। उ0- मानहुं पुरी स्वर्ग हुत गाजा। फाटी धरति आइ जो बाजा। जायसी। आफत आना, ध्वंस होना, नाश होना। उ0- जो सत पूछसि गंध्रब राजा सत पर कबहुं पैर नहिं गाजा। जायसी।
(किसी बात पर) गाज पड़े नष्ट हो, दूर हो। न रह जाय। उ0- (क) गाज परै ऐसी लाज पै जो मारि लोचन देति न मोहिं निहारन। (ख) गाज परै ब्रज कौ बसिबो तुमहुं, सखि, देखति हौ बजोरी। दूलह। (किसी को कोसने या किसी बात से अनिच्छा प्रकट करने के लिए इस मुहावरे का प्रयोग स्त्रियाँ बहुत अधिक करती हैं)।
गाज मारना बिजली गिरना, ब्रजघात होना, आफत आना। उ0- दैव कहा सुनु बड़रे राजा। दैवहि अनुमन मारा गाजा। जायसी।
गाजर मूली समझना तुच्छ समझना।
गाढ़ पड़ना संकट पड़ना, हानि होना। उ0- गाढ़ परै ही जानिये, हित अनहित के कौय।
गाढ़ी छनना खूब भंग पिया जाना, गहगड्ड नशा होना, गहरी मित्रता होना, गूढ़ मित्रता होना, गूढ़ प्रेम होना, गुप्त सलाह होना, लाग डाट होना, विरोध होना।
गाढ़े का साथी संकट के समय का मित्र, वितकाल में साथ देने वाला।
गाढ़े दिन गाढ़, मुसीबत के दिन।
गाढ़े पसीने की कमाई कठिन परिश्रम से अर्जित किया हुआ धन।
गाढ़े में विपत्ति के दिनों में, संकट के समय में।
गाढ़े में पड़ना संकट से पड़ना, आपत्तिग्रस्त होना। उ0- एक परे गाढ़े, एक डाढ़त ही काढ़े, एक देखत है ठाढ़े, कहै पावक भयावनो। तुलसी।
गाड़ी कटना किसी डिब्बे का ट्रेन से अलग होना, चलती गाड़ी में से माल चोरी जाना।
गाड़ी छूटना गाड़ी का रवाना होना।
गाड़ी जोतना गाड़ी में घोड़े जोतना, चलने के लिए गाड़ी तैयार करना।
गाड़ी भर बहुत सा, ढेर का ढेर।
गाड़े बैठना घात में बैठना, चौकी या पहरा देना।
गात उमगना छाती उठना, कुच निकलना।
गात से होना गर्भवती होना।
गाती मारना गाती गांधना।
गाथा गाना क्या प्रशंसा करना, सविस्तार कहना।
गाद बैठना तलछट बैठना।
गाना बजाना आमोद-प्रमोद करना, उत्सव मनाना, राग-रंग, गान-वाथ, उत्सव।
गाबर खुर्द होना बरबाद जाना, नष्ट भ्रष्ट हो जाना, चौपट होना, गायब होना, लापता होना, उड़ जाना।
गाम डालना गर्भ गिराना, गर्भ फेंकना, बच्चा डालना, अत्यन्त भयभीत होना।
गामत होना पानी का टपकना।
गाय का बछिया तले हेरी फेरी करना, इधर उधर करन।
गाय की तरह कांपना बहुत डरना।
गायताल लिखना बट्टे खाते डालना, गया गुजरा समझना। उ0- टूटे मणि मालै निर्गुण गायताल लिखे पोथिन ही अंक मन कलह विचारही। गुमान।
गायब करना चुरा लेना, उड़ा लेना।
गायब खेलना बिना देखे शतरंज खेलना।
गायब होना चोरी जाना।
गारद में करना पहरे में रखना, कारागार में बंद करना।
गारद में रखना पहरे में रखना, कारागारर में बंद करना।
गारी आना कलंक लगना, लांछन लगना, दाग लगना, बदनामी होना। उ0- लोचन लालच भारी, इनके लिए लाज या तन की सबै श्याम सौं हारी। बरजत मात पिता पति बांधव अरू आवै कुल गारी। तदपि रहत न नंद नंदन बिनु कठिन प्रकृति इठ धारी। सूर।
गारी लाना कलंकित करना, दाग लगाना।
गाल करना बोलने में शंकर संकोच न करना, मुँहजोरी करना, मुँह के अंडबंड निकालना। उ0- कत सिख देह हमहिं कोउ माई। गालु करब केहि कर बल पाई। तुलसी। बढ़ बढ़कर बातें करना। डींग मारना। उ0- वेगि करो मेरो कह्यो पकवान राल। वह मधवा बलि लेतु है नित करि करि गांल। गिरि गांवर्द्धन पूजियै जीवन गोपाल। जाके दीन्हे बाढ़ही मैया गण जाल। सूर।
गाल पिचकना गालों का धंस जाना, दुबला होना।
गाल फुलाना गर्व सूचक आकृति बनाना, अभिमान प्रकट करना। उ0- सो मलु मन न खाब हम भाई। बचन कहहिं सब गाल फुलाई। तुलसी। रूठ कर बोलना, रूठना, रिसाना,ख् मान करना। उ0- दोउ एक संग न होइ भुवालू। हंसब उठाई फुलाउब गालू। तुलसी।
गाल बजाना डींग मारना, बढ़ चढ़कर बातें करना। उ0- (क) वृथा मरहु जनि गाल बजाई। मनमोदकर कि मूख बुझाई। तुलसी। (ख) बलवान है स्वान गली अपनी तोहि लाज न गाल बजावत सोई तुलसी। व्यर्थ बकवाद करना। मिथ्या प्रलाप करना। उ0- कबीर वर्णहिं पैरि के अवरण भई छिनार। बैठी आप अतीत ह्वै कियो अनंत मतारि। कबीर बैठी शेष ह्वै बिना रूप की रांड। गाल बजावै नेति कहि कियो मतारहि भांड। कबीर।
गाल मारना डींग हांकना, बढ़ चढ़कर बातें करना। सीटना। उ0- मूढ़ मृषा जनि मारसि गाल। राम बैर होइहै अस हाला। तुलसी। व्यर्थ बकवाद करना, बड़बड़ाना, मिथ्या जल्पना। उ0- क्यों न मारे गाल बैठो काल डाढ़न बीच। तुलसी। व्यर्थ बकवाद करना, बड़बड़ाना। ्रास मुख में रखना, कौर मुँह में डालना। उ0- काहू को सर सूघो न परै मारत गाल गली गली हाट। हरिदास।
गाल में जाना मुँह में पड़ना।
गाल में भरना खाने के लिए मुँह में रखना।
गाला सा बहुत उजला, सफेद, धुला।
गालियों पर उतरना गालियां देने लगना, गालियां बकने पर उतारू होना।
गालियों पर मुँह खोलना गाली बकना आरम्भ करना।
गाली खाना दुर्वचन सुनना, गाली सहना।
गाली चढ़ाना विवाह के पूर्व किसी को किसी लड़की का पति, सास, ससुर आदि बताना।
गाली देना दुर्वन कहना।
गाली पड़ना किसी स्त्री के बारे में नाते के विरूद्ध बात कहना।
गाहकी पटना सौदा पटन।
गाही के गाही अत्यधिक।
गिरपिट करना टूटी फूटी अंग्रेजी बोलना।
गिन गिनकर कदम रखना बहुत धीरे धीरे चलना, छोटे छोटे कदम रखना।
गिन गिनकर गालियां देना बुरी से बुरी गालियां देना, अत्यधिक गालियां देना, घर के घर आदमी का नाम ले-लेकर गालियां देना।
गिन गिनकर दिन काटना बहुत कष्ट से समय बिताना।
गिन गिनकर पैर रखना बहुत धीरे धीरे और सावधानता से चलना।
गिन गिनकर मारना खूब मारना।
गिन देना तुरन्त चुकता कर देना।
गिनती कराना किसी कोटि के अन्तर्गत समझा जाना।
गिनती के बहुत थोड़े, संख्या में बहुत कम।
गिनती गिनाने के लिए नाम मात्र के लिए, कहने सुनने भर को।
गिनती पर जानाु हाजिरी देने या लिखाने जाना।
गिनती में आना कुछ मूल्य, महत्व का होना, कुछ समझा जाना।
गिनती में होना कुछ मूल्य, महत्व का होना, कुछ समझा जाना।
गिनती होना महत्व का समझा जाना।
गिन्नी खाना चक्कर खाना (पतंग का)।
गिन्नी खिलाना चक्कर देना।
गिने गिनाये थोड़े से, गिनती के।
गिने-चुने थोड़े से, गिनती के।
गिरकर मामला करना गरजमंद बनकरी, दबकर मामला करना।
गिरकर सौदा करना गरजमंद बनकर, दबकर मामला करना।
गिरकिट की तरह रंग बदलना बहुत जल्दी सम्पत्ति या सिद्धान्त बदल देना, कभी कुछ कभी कुछ कहना और करना।
गिरफ्त करना कोई दोष निकालना या आपत्ति करना।
गिरफ्तारी निकलना किसी के गिरफ्तार होने का पखाना या वारंट निकलना।
गिरह लगाना किसी अन्य कवि की किसी छंद पंक्ति को लेकर उसके भाव को बढ़ाकर पूरा करना। उ0- नाते की गिरह ताहि नैननि निर्बर दे। द्विज।
गिरो गाठा रैहना।
गिल्लियां गढ़ना वितंडावाद करना, व्यर्थ बकवाद करना।
गीत गाना बड़ाई करना, प्रशंसा करना। उ0- गाना जय के गीत कहीं। अयो0।
गीदड़ बोलना बुरा शकुन होना।
गृहस्थी सम्भालना घर का काम काज देखना, कुटुम्ब का पालन पोषण करना।
गंुचा खिलना खूब नाच रंग होना, जश्न होना, आनन्द उड़ना।
गुंमी बांधना पाल को खींच खींचकर ठीक करना। (लश0)।
गुज़र जाना मर जाना
गुट्ट करना मिल जुलकर सलाह करना।
गुट्ट बांधना मुँह इकट्ठा करना, दल बनाना।
(किसी के नाम का) गुड्डा बांधना अपकीर्ति करते फिरना, निंदा करना, माटा जोग जब अपने किसी जजमान से इच्छानुसार धन नहीं पाते तब एक लम्बे बांस में एक पुतला बांधकर लटकाते हैं और उस पुतले को वहीं सूम जजमान मानकर उसकी निंदा करते फिरते हैं। इसी को गुड्डा बांधना कहते हैं।
गुड़ खाना, गुलगुले से परहेज करना बड़ी बुराई करना, छोटी से बचना।
गुड़ गोबर होना अच्छा काम बिगड़ जाना, रंग में भंग होना।
गुड़ चिंउटा होना एक दूसरे से गुथ जाना, परस्पर चिपट जाना, गुत्थमगुत्था होना।
गुड़ दिखाकर ढेला मारना कुछ लालच लेकर ऐसा बर्ताव करना जिससे कुछ प्राप्त न हो, उलटा कष्ट उठाना पड़े, भलाई की आशा देकर बुराई करना।
गुड़ भरा इंख्यिा असमंजस का काम जिसे न तो करते ही बने और न छोड़ते ही, ऐसा काम जिसे करने से भी जी हिचकता है और छोड़ने को भी जी नहीं चाहता।
गुड़ लेट जाना ताव बिगड़ने के कारण गुड़ का गिला और चिपचिपा हो जाना।
गुड़ से मरे तो जहर क्यों दे नरमी से काम चले तो कड़ाई क्यों करे।
गुड़िया संवारना वित्त के अनुसार लड़की का विवाह करना।
गुड़िया सी छोटी और सुन्दर, रूपवती।
गुड़ियों का खेल सहज काम
गुडियों का व्याह लड़कियों का खेल जिसमें वे गुड्डे और गुड़िया की शादी करती हैं। गरीब आदमी का व्याह जिसमें बहुत धूम धाम नहीं होती।
गुण गाना प्रशंसा करना।
गुण मानना एहसान मानना, निहोरा मानना, कृतज्ञ होना।
गुत्थी सुलझाना जटिल समस्याओं की मीमांसा करना, कठिनाइयों से बचने का मार्ग निकालना।
गुदड़ी का लाल साधारण घर में जनमा हुआ, साधारण वेशभूषा में रहने वाला असाधारण गुणी।
गुदड़ी में लाल तुच्छ स्थान में अच्छी वस्तु।
गुदारे लगना नाव का किनारे पहुंचना, किसी काम का समाप्ति या अन्त होना।
गुद्दी की नागिन गरदन के पीछे बालों की मोरी जिसे लोग अशुभ समझते हैं।
गुद्दी नापना गुद्दी पर घोल लगाना।
गुद्दी से जीभ खीेंचना जबान डींच लेना, बहुत बड़ा दण्ड देना।
गुबार निकालना मन में भरी हुई बातें कह डालना, भड़ास निकालना।
गुर्रा करना तातील करना, छुट्टी करना, लंघन करना, फाका करना।
गुर्रा देना नाना करना, लंघन करना, फाका करना।
गुर्रा बताना तातील का वादा करना, नाना करना, लंघन करना, टाल-मटूल करना, बिना कुछ दिये टाल देना।
(चिराग) गुल करना (चिराग) बुझना या ठंडा करना।
गुल कतरना कागज या कपड़े आदि के बैल-बूटे या फूल बनाना। कोई विलक्षण या अनोाा काम करना, गुल खिलाना, बत्ती का गुल काटना।
गुल खाना अपने शरीर पर गरम घातु से दगवाना, जलना।
गुल तिलना विचित्र घटना होना, अद्भुत बात होना। ऐसी बात होना जिसका अनुमान पहले से लोगों को न हो, मजेदार बात होना। कोई ऐसी घटना होना, जिससे लोगों को कतूहल हो। बखेड़ा खड़ा होना, उपद्रव मचना, भेद खुलना।
गुल खिलाना विचित्र घटना उपस्थित करना, उपद्रव मचाना, काई अद्भुत, अचम्भे की बात करना।
गुल बंधना आग का अच्छी तरह सुलग जाना, पास में कुछ घन हो जाना, कुछ पूंजी हो जाना, बत्ती के सिरे का खूब जल जाना।
गुल होना (दीपक) बुझना।
गुलगोथना सा मोटा ताजा, पूल फुले हुए गाल वाला।
गुलछर्रे उड़ाना निर्द्वन्द रूप से अनुचित और अत्यधिक भोग विलास करना, मौज करना।
गुल्फ टी निकालना मनोमालिन्य दूर करना।
गुलाम का तिलाम बहुत ही तुच्छ सेवक, सेवक का सेवक।
गुलामी बजाना गुलाम का काम करना।
गुल्ली खेलना खेल कूद में समय नष्ट करना।
गुल्ली बंधना वीर्य का पुष्ट होना, युवावस्था आना।
गुस्सा उतरना क्रोध शांत होना।
(किसी पर) गुस्सा उतारना क्रोध में जो इच्छा हो उसे पूर्ण करना। कोप प्रकट करना, अपने कोप का फल चखना, एक के ऊपर जो क्रोध हो उसे दूसरे पर प्रकट करना।
गुस्सा चढ़ना क्रोध का आवेश होना, रिस का लगना।
गुस्सा थूक देना क्रोध को दूर कर देना, क्षमा करना, गई गुजरी करना (स्त्रियाँ)।
गुस्सा निकलना क्रोध शांत होना।
गुस्सा निकालना क्रोध की शांति के लिए (किसी पर) बिगड़ना, मारना इत्यादि।
गुस्सा पी जाना क्रोध रोकना, भीतर ही भीतर क्रोध करके रह जाना, प्रकट न करना।
गुस्सा मारना क्रोध रोकना।
गुस्से से लाल होना क्रोध से तमतमाना, क्रोध से न कही जाय, इशारों में कही जाय।
गूंगे का गुड़ वह बात जो अनुभव की जाय, पर कहीं न जा सके। अकथनीय अनुभव।
गूंगे का गुड़ खाना गूंगू के द्वारा गुड़ का खाया जाना। उ0- (क) नैनहिं ढुरहिं मौति औ मूंगा। जस गुर खाय रहा ह्वै गूंगा। जायसी। (ख) ज्यों गूंगा गुर खाइ के स्वाद न सकै बखानि। तुलसी।
गू उठाना पाखाना साफ करना, तुच्छ से तुच्छ सेवा।
गू उछलना कलंक फैलना, निंदा होना।
गू उछालना बदनामी कराना।
गू करना गंदा और मैला करना।
गू का कीड़ा बहुत मैला रहने वाला, घिनौना आदमी।
गू का चौंथ मद्दा और घिनौना (वस्तु या व्यक्ति) निकम्मा आदमी।
गू का टोकरा बदनामी का टोकरा, कलंक का मारा।
गू खाना बहुत अनुचित और भ्रष्ट कार्य करना।
गू गोड़ते फिरना अगभ्या स्त्रियों से गमन करते फिरना।
गू मूत करना मलमूत्र साफ करना, बच्चे का पालन-पोषण करना।
गू में घसीटना बहुत जलील करना, दुर्दशा करना।
गू में ढेला फेंकना बुरे आदमी से छेड़छाड़ करना, नीच के मुँह लगना।
गू में नहलाना बहुत जलील करना, दुर्दशा करना।
गूलर का कीड़ा एक ही स्थान पर पड़ा रहने वाला, अनुभव प्राप्त करने के लिए घर या देश से बाहर न निकलने वाला। ईधर उधर की कुछ भी परवाह न रखने वाला। कूपमंडक।
गूलर का पेट फड़वाना गुप्त या दबाई बात प्रकट करना, मंडा फोड़वाना, भेद खुलवाना।
गूलर का फूल वह जो कभीदेखने में न आये, दुलर्भ व्यक्ति या वस्तु। उ0- दीवाने हो गये हैं गूलर का फूल लेंगे।
गूलर का फूल होना कभी देखने में न आना, दुलर्भ होना।
गूलर फोड़कर जीव उठाना गुप्त भेद प्रकट करना।
(किसी की) गैल जाना किसी का अनुसरण करना, किसी के साथ जाना।
गैल बताना दगाबाजी करना। उ0- घायल के प्यारे अब गैल बतरावै। ऊ0।
गैल लेना साथ में लेना
गौंडा सीजना बरात के पहुंचने पर कन्या के घरवालों का नयोछावर के रूप में कुछ द्रव्य बांटना या लुटाना।
गोदी सा लदना अत्यधिक फलना, फलों से कुछ जाना, शरीर में शीतला के या और किसी प्रकार के बहुत से दाने निकलना।
गौजी चलना लाठियों से मार-पीट होना।
गौअी जमना खेल के आरम्भ में पौ आदि दांव पड़ने पर मई गोटी का चलने योग्य बनना। युक्ति चलना, उपाय या युक्ति का सफल होना, प्राप्त का डोल होना। आमदनी सूरत होना।
गोटी जमाना युक्ति लगाना, तकदीर छड़ाना।
गोटी बैठना युक्ति चलना, उपाय सफल होना, प्राप्ति का डोल होना, आमदनी का जरिया होना।
गोटी बैठाना युक्ति लगाना, तकदीर लड़ाना।
गोटी मरना किसी गोटी का मृत मान लिया जाना, खेल में काम न आ सकना।
गोटी लगाना परिस्थितियों का उत्पन्न होना।
गोटी लाल होना लाभ होना, प्राप्ति होना, काम बनना।
गोड़ मरना प्रैर में महावर लगाना, विवाह की एक रस्म जिसमें वर की माता या चाची उसे गोद में लेकर मंडप में बैठती है और नालन उसके पैर में महावर लगाती है।
गोड़ी जमना उद्योग में सफलता होना, लाभ के लिए जो चाल चली गई हो उसका सफल होना, लाभ होना।
गोड़ी लगना उद्योग में सफलता होना, लाभ होना, प्रयत्न सफल होना।
गोड़ी हाथ से जाना कुछ न लगना, कुछ लाभ न होना।
गोता खाना जल में डूबना, डुबकी लगाना, धोखे में आना, धोखा खाना।
गोता देना डुबाना, धोखा देना।
गोता मारना डुबकी लगाना, डूबना, स्त्री प्रसंग करना, बीच में अनुपस्थित रहना, नागा करना।
गोता लगाना डुबकी लगाना, डूबना, बीच में अनुपस्थित रहना, नागा करना।
गोद का छोटा बालक, बच्चा, बहुत समीप का पास का, गोद में खेलने वाला।
गोद का बच्चा शिशु, दूध पीता बच्चा।
गोद पसारकर अत्यन्त अधीनता से।
गोद पसारना कुछ मांगने के लिए दीनतापूर्वक पल्ला फैलाना।
गोद बिठाना दत्तक बनाना, गोद लेना।
गोद बैठना दत्तक बनना, गोद लिया जाना।
गोद भरना विवाह आदि शुभ अवसरों पर अथवा किसी के आने जाने के समय सौभाग्यवती स्त्री के अंचल में चावल, हल्दी, नारियल आदि पदार्थ देना, जो शुभ समझा जाता है, सन्तान होना।
गोद भरी रहे पुत्रवती बनी रहे।
गोद भरी होना स्त्री के ओ बाल कच्ची होना, सन्तानवती होना।
गोद लेना किसी लड़के को दत्तक बनाना।
गोबर करना गौ, बैल आदि का विष्टा त्याग रिना, गाय, बैल आदि के नीचे का गोबर हटाना, गोबर आदि से कंडे पाथना अथवा इसी प्रकार का और कोई मैला काम करना।
गोबर का चौथ मद्दा और बेडौल, जड़ और मूर्ख।
गोबर खाना प्रायश्चित करना।
गोबर पाथना गोबर के कंडे बनाना।
गोबर बीनना ईधन के लिए सूखा हुआ गोबर इकट्ठा करना।
गोबरी निकालना जहाज के पेंदे में छेद करना।
गोबरी फेरनाु अन्न की राशि के चारों ओर गौबर का चिन्ह डालना।
गोमुख नाहर वह व्यक्ति जो देखने में बहुत ही सीधा पर वास्तव में बड़ा क्रूर और अत्याचारी हो।
गोल करना कोई चीज कहीं से चुपके से हटा देना, गायब करना।
गोल गोल स्थूल रूप से, मोटे हिसाब से, अस्पष्ट यप से, साफ साफ नहीं।
गोल मटोल स्थूल रूप से, कस्पष्ट रूप से, मोटा और ठेंगना, नाटा और मोटा, गुलगुथना, ऊँचाई के हिसाब से जिसको चौड़ाई या मोटाई बहुत अधिक हो।
गोल पारना गड़बड़ मचाना, हलचल मचाना। उ0- ऊधो सुनो तिहारी बोल, त्यायो हरि कुशलात धन्य तुम घर पारयो गोउ। सूर।
गोल बांधना मंडली या फुंड बनाना, भीड़ लगाना।
गोल बात ऐसी बात जिसका अर्थ स्पष्ट न हो।
गोल रहना बिलकुल चुप रहना।
गोल होना चुप हो रहना, मौन हो जाना, गायब।
गोला बारूद लड़ाई की सामग्री।
गोली खाना बंदूक की गोली से घायल होना, गोली की चोट सहना।
गोली चलना बंदूक से गोली का चलाया जाना।
गोली मारना किसी पर बन्दूक चलाना, जाने देना, ध्यान न देना, त्याग देना, तुच्छ या अनावश्यक समझना, ठुकरा देना।
गोली मारो उपेक्षापूर्वक छोड़ दो, तुच्छ समझकर ध्यान देना, छोड़ दो, मिलने न मिलने या होने न होने की परवाह न करो, जाने दो, दूर हटाओ।
गोश गुज़ार करना सुनाना।
गोश होना सुनना, कान में पड़ना।
गोहार मारना सहायता के लिए पुकारना।
गोहार लगना सहायता या रक्षा करना। उ0- कौन जन कातर गोहार लगिबै के काज। रत्ना0।
गोहार लड़ना सबको ललकार कर लड़ना, गंवारों का लाठियों से लड़ना, एक आदमी का कई आदमियों से लड़ना।
गौ का मतलब का, काम का, प्रयोजनी (वस्तु)। स्वार्थी, मतलबी (व्यक्ति)।
गौ का यार मतलबी, स्वार्थी।
गो गांउना अपना मतलब निकालना, स्वार्थ साधन करना, काम निकालना, अपनी गरज देखना।
गौ तकना मौका देखना। उ0- जिमि गौ तकइ लेउं केहि मांती। रामा0।
गौ निकलना काम निकालना, प्रयोजन सिद्ध होना, मतलब पूरा करना, स्वार्थ साधन होना।
गौ पड़ना काम पड़ना, गरज होना, दरकार होना, आवश्यकता होना।
गौ से चुपके से।
गौना देना वधू को वर के साथ पहले पहल ससुराल भेजना।
गौना लाना वर अपनी ससुाल जाकर वधू को अपने साथ ले जाना।
घ
घंटा दिखाना किसी मांगने या चाहने वाले को कोई वस्तु न देना, किसी मांगी या चाही हुई वस्तु का अभाव बतलाना।
घंटा हिलाना व्यर्थ का काम काना, फख मारना, सिर पटकना, हाथ मलना, ऐसा काम करना जिससे कुछ हाथ न लगे।
घंटे मोरछल से उठाना उत्यन्त वृद्ध के शव को बाजे गाजे के साथ श्मशान पर ले जाना।
घट पट करना न्याय, वेदान्त की चर्चा करना या बहस करना।
घट में बुसना मन में बसना, हृदयगंम होना।
घटका लगना मरते समय तक कफ छेंकना।
घटती का पहरा अवनति के दिन, बुरा जमाना।
घटा उठना मेघमाला का उमड़ना।
घटा घिरना आकाश का बादलों से ढक जाना।
घटा छाना आकाश का बादलों से ढक जाना।
घटाव पर होना बाढ़ का कम होना।
घटी आना व्यवसाय में हानि होना।
घटी पड़ना व्यवसाय में हानि होना।
घट्टा खुलना दरार होना, फट जाना।
घट्ठा पड़ना अभ्यास होना, मश्य होना, आदत पड़ना।
घड़ी गिनना किसी बात का बड़ी उत्सुकता के साथ आसरा देखना, अत्यन्त उत्कंठित होकर प्रतीक्षा करना, मृत्यु का आसरा देखना, मरने के निकट होना। उ0- मानहु मीचु धरी गनी लेई तुलसी।
घड़ी घड़ी बार बार। थोड़ी थोड़ी देर पर। उ0- सोंचि गुलाब घरी घरी अरी वरीहिं न बार। बिहारी।
घड़ी टलना समय बोतना, किसी बात का नियत काल, मुहुर्त टालना।
घड़ी घड़ी माशा कभी कुछ, कभी कुछ, एक क्षण में एक बात दूसरे क्षण में दूसरी बात, अस्थिर बात या व्यवहार।
घड़ी देखना प्रतीक्षा करना, ठीक समय देखना।
घड़ी देना। मुहुर्त बतलाना, साइत बतलाना। उ0- मरै गौ चले गंग गति लैही तेहि दिन कहां घड़ी को देई जायसी।
घड़ी भर थोड़ी देर, थोड़ा समय।
घड़ी में घड़ियाल है जिन्दगी का कोई ठिकाना नहीं, न जाने कब काल आवे। क्षण भर में न जाने क्या से क्या हो जाता है, दश पलटने में दूर नहीं लगती।
घड़ी साइत का मेहमान आसन्नमरण।
घड़ी साइत पर होना मरने के निकट होना।
घड़ी पानी पड़ जाना अत्यन्त लज्जित होना, लज्ता के मारे गड़ जाना।
घन का बहुत घना।
घनचक्कर में फेर में फंसना, संकट में पड़ना।
घपची बांधकर पानी में कूदना दोनों घुटनों को छाती से सटाकर और उन्हें दोनों हाथों के घेरे में कसकर पानी में कूदना।
घमंड टूटना मान ध्वस्त होना, गर्व चूर्ण होना।
घमंड निकलना घमंड दूर होना, गर्व चूर्ण होना।
घर आबाद होना घर बसना, घर में स्त्री का आना, विवाह होना।
घर उठना घर बनना, घर पर तबाही आना।
घर उजड़ना परिवार की दशा बिगड़ना, कुल को समृद्धि नष्ट होना, घर पर तबाही आना, घर की सम्पत्ति नष्ट होना, परिवर पर विपत्ति आना, घर के प्राणियों का तितर बितर होना या मर जाना, पत्नी का मर जाना।
घर करना बसना, रहना, निवास करना, घर बनाना, किसी वस्तु का जमने या ठहरने के लिए जगह बनाना, समाने या अंटने के लिए स्थान निकालना, घुसना, धंसना, बिल बनाना, छेद करना, घर का प्रबन्ध करना, घर सम्भालना, किफायत से चलना, इतना पसन्द आना कि उसका ध्यान सदा बना रहे, प्रिय होना, प्रेमपात्र होना।
घर कहना ठीक स्वर के साथ गाना, चिड़ियों का अच्छी बोली बोलना।
घर का निज का, अपना, आपस का, सम्बन्धियों का, आत्मजनों के बीच का।
घर का अच्छा समृद्ध कुल का, अच्छे खनदान का, खाने पीने से खुश, खुशहाल।
घर का आदमी अपने कुटुम्ब का प्राणी, भाई बन्धु, इष्ट मित्र।
घर का आंगन हो जाना घर खंडहर हो जाना, घर उजड़ जाना, घर पर तबाही आना, स्त्री को बच्चा होना, घर में सन्तान उत्पन्न होना।
घर का उजाला कुलदीपक, कुल की समृद्धि करने वला, कुल की कीर्ति बढ़ाने वाला, भाग्यवान, अत्यन्त प्रिय, लाड़ला, रूपवान।
घर का काटे खाना घर में तनिक भी जी न लगना, घर का भयानक लगना।
घर का घर घर के सब आदमी, अपना घर।
घर का घरोना करना घर उजाड़ना, घर सत्यानाश करना।
घर का चिराग घर भर का प्यारा, बहुत सुन्दर बेटा, घर की शोभा।
घर का न घाट का जो कहीं का न हो, निकम्मा, जिसके रहने का कोई निश्चित स्थान न हो।
घर का नाम डुबोना कुल को कलंकित करना, अपने भ्रष्ट और निकृष्ट आचरण से अपने परिवार की प्रतिष्ठा खोना।
घर का बोझ गृहस्थी का काम-काज देखना, घर का प्रबन्ध करना।
घर का बोझ सम्भालना घर का काम-काज देखना, घर बार संभालना।
घर का भेदी घर का सब भेद जानने वाला, ऐसा निकटस्थ मनुष्य जो सब रहस्य जानता हो। उ0- घर का भेदिया लंका डाहे।
घर का मोला अपने परिवार में सबसे मूर्ख, बिलकुल सीधा सादा।
घर का मर्द जो घर में हो बहादुरी दिखा सके।
घर का रास्ता सीधा या सरल काम।
घर का रास्ता लेना चल देना, सिधरना, घर को वापस जाना।
घर का हिसाब अपने लेन-देन का लेखा, निज का लेखा, अपने इच्छानुसार किया हुआ हिसाब, मनमाना लेखा।
घट काटने दौड़ना घर में रहना, अच्छा न लगना, घर उजाड़ और भयानक लगना, घर में उदासी छाना।
घर को घरवाली,गृहणी, स्त्री।
घर की खेती अपनी ही वस्तु, अपने यहां होने या मिलने वाली वस्तु।
घर की पूंजी अपने पास की सम्पत्ति, निज का धन।
घर की बात कुल से सम्बन्ध रखने वाली बात। आपस की बात, आत्मीय जनों के बीच की बात।
घर की मुर्गी घर का लायक, पर बेकदर आदमी, पत्नी।
घर की मुर्गी दाल बराबर घर की अच्छी चीज की भी कद्र नहीं होती।
घर के घर घर ही घर में, अन्दर ही अन्दर, बहुत से धर। गुप्त रीति से।
घर के घर बन्द होना बहुत से घरों का उजड़ जाना, बहुत से घरों के रहने वालों का मर जाना या कहीं चला जाना।
घर के घर रहना हानि उठाना और न लाभ, बराबर रहना।
घर के जाले बुहारना घर घर फिरना, भटकना।
घर के बाढ़े घर ही मेंबढ़ बढ़ कर बाते करने वाला, बाहर कुछ पुरूषार्थ न दिखाने वाला। पीठ पीछे शैखी बधारने वाला, सामने न आने वाला। उ0- (क) मिले नप कबहुसुभट रन गाढ़े, द्विज देवता धरहिं के बाढ़े। तुलसी। (ख) ग्वालिन घर ही की बाढ़ी, निस दिन देखत अपने ही आंगन का ठाढ़ी सूर। (ख) ग्वालिन घर ही की बाढ़ी, निज दिन देखत अपने ही आंगन ठाढ़ी। सूर।
घर खाली छोड़ना वार न करना, वार चूक जाना।
घर खाली देना वार न करना, वार चूक जाना।
घर खोज मिटा जिसके घर का चिन्ह तक न रह जाय, जिसका कुल क्षय हो जाय, नष्ट, निगोड़ा।
घार खोज मिटे घर बरबाद हो, सत्यानाश हो। (स्त्रियों का अभिशाप)
घर घर हर एक घर में, सब के यहाँ।
घर घर का हो जाना तितर बितर हो जाना, इधर उधर हो जाना, मारे मारे फिरना, बे ठिकाने हो जाना। उ.- तेरे मारे यातुवान भर्ये घर घर के। तुलसी।
घर चलना घर बिगड़ना, घर उजड़ना, परिवार की बुरी दशा होना, कुल में कलंक लगना। उ0- कहै ही बिना घर केते घलै जू। देव।
घर घाट रंग ढंग, चाल ढाल, गति और अवस्था, प्रकृति।
घर घाम में छवाना विपत्ति में डालना।
घर घालना घर बिगाड़ाना, परिवार में अशान्ति या दुःख फैलाना, परिवार को हानि पहुंचाना, कुल को दूषित करना, कुल को मर्यादा भ्रष्ट करना, कुल कुल में कलंक लगाना, मोहित करके वश में करना, प्रेम में व्यथित करना।
घर घुसना घर में घुसा रहने वाला, हर घड़ी अन्तःपुर में पड़ा रहने वाला, सदा स्त्रियों के बीच बैठा रहने वाला, सदा बाहर निकलकर काम काज न करने वाला।
घर चढ़कर लड़ने वाला लड़ाई करने के लिए किसी के घर पर जाना।
घर चलना गृहस्थी का निर्वाह होना, घर का खर्च चलना।
घर चलाना गृहस्थी का निवाह करना।
घर जमना गृहस्थी ठीक होना, घर का सामान इकट्ठा होना।
घर जाना घर का बिगड़ना, कुल का नाश होना।
घर जुगुत गृहस्थी का प्रबन्ध।
घर झंकनी एक घर से दूसरे घर घूमने वाली। अपने घर न बैठने वाली।
घर डुबोना घन की सम्पत्ति नष्ट करना, घर तबाह करना, कुल में कलंक लगाना।
घर डूबना घर तबाह होना।
घर तक पहुंँचना माँ बहिन को गाली देना, बाप दादा तक बढ़ जाना, बाप दादे बखनना, पूरा करना।
घर तक पहुंचानपा समाप्ति तक पहुंचाना, सम्पूर्ण करना, ठिकाने तक ले जाना, बात को ठीक ठीक समझादेना, कायल करना।
घर दामाद लेना दामाद को अपने घर रखना।
घर देखना किसी के घर कुछ मांगने जाना, रास्ता देख लेना, परब जाना, ढर्रा निकाल लेना।
घर देख लेना रास्ता देख लेना, परब जाना, ढर्रा निकाल लेना, बार बार कुछ मांगने आना।
(किसी के) घर पड़ना किसी के घर में पत्नी भाव से जाना, घर में आना, प्राप्त होना, मिलना, मोल मिलना, पत्नी, बहू होकर जाना, व्याहा जाना।
घर पर गंगा आना बिना परिश्रम के काम पूरा हो जाना।
घर पोछे एक एक घर में एक एक घर से।
घर फटना मकान की दीवार आदि में ददार पड़ना, घर में बच्चा उत्पन्न होना, छाती फटना, बुरा लगना, असहय होना, न भाना, घर में बिगाड़ होना।
घर फूंक तमाशा घर का सत्यानपाश करने वाली बात, ऐसी बात जिससे घर की सम्पत्ति नष्ट हो, घर पर तबाह लाने वाली चाल ढाल।
घर फूंक तमाशा देखना घर की सम्पत्ति नष्ट करके अपना मनोरंजन करना, अपनी हानि करके मौज उड़ाना।
घर फोड़ना घर में विग्रह उत्पन्न करना, परिवार में झगड़ा लगाना।
घर बन्द होना शतरंज या चौसर में किसी मोहने या गोट का किसी घर में न जा सकना, घर में ताला लगना, घर में प्राणे न रह जाना, घर का कोई मालिक न रहना, घर के प्राणियोें का तितर बितर होना, किसी घर से कोई सम्बन्ध न रह जाना।
घर बनना मकान तैयार होना, घर की आर्थिक स्थिति अच्छी होना, सम्पन्न होना, घर भरा पूरा होना।
घर बनाना मकान तैयार करना, निवास स्थान ठहराना, बसना, जम कर रहना, घर भरना, घर को धन-धान्य से पूर्ण करना, घर की आर्थिक दशा सुधारना, अपना लाभ करना।
घर बरबाद होना घर बिगड़ना, घर की समृद्धि नष्ट होना, परिवार की दशा बिगड़ना।
घर बसना कुटुम्ब सहित सुखपूर्वक स्थिति होना, घर आबाद होना, घर में प्राणियों का होना। उ0- नारद बचन न में परिहरहूं। बसउ भवन, उबरउ नहिं घ डरहूं। तुलसी। घर की दशा सुधारना, घर में धन-धान्य होना, घर में स्त्री या बहू आना, व्याह होना, दूल्हा दुलहिन का समागम होना।
घर बसाना गृहस्थी जमाना, घर आबाद करना, घर में नये प्राणी लाना, घर की दशा सुधारना, घर को धन-धान्य से पूरित करना, घर में स्त्री या बहू लाना, विवाह करना।
घर बह जाना सब नष्ट हो जाना। उ0- खेत में उपजे सब जग खाय। घर में होय तो घर बहि जाय।
घर बिगड़ना घर में फूट या कलह पैदा करना,घर सम्पत्ति को नष्ट करना।
घर बिगाड़ना घर उजाड़ना, घरकी समृद्धि नष्ट करना, घर तबाह करना, परिवार की हानि करना, घर में फूट फैलाना, घर में झगड़ा खड़ा करना, घर के प्राणियों में परस्पर लड़ाई कराना, कुलवती को बहकाना, घर की बहू बेटी को बुरे मार्ग पर ले जाना।
घर बेचिराग हो जाना बेटे का मर जाना, कोई नामलेवा न रह जाना।
घर बैठना घर में बैठना, एकान्त सेवन करना, काम पर न जाना, काम छोड़ना, नौकरी छोड़ना, कोई काम न मिलना, बेकार रहना, बेरोजगार रहना, जीविका न रहना, अधिक वर्षा से मकान का गिरना, किसी के घर पत्नी भाव से जाना, किसी को पति बनाना।
घर बैठे बिना कुछ काम मिये, बिना हाथ पैर डुलाये, बिना परिरम, बिना कहीं गये, बिना कुछ देखे भाले, बिना बाहर जाकर सब बातों का पता लगाये, बिना देश काल को अवस्था जाने, बिना एक ही स्थान पर रहते हुए।
घर बैठे की नौकरी बिना परिश्रम की नौकरी।
घर पर घर के सब प्राणी, सारा परिवार।
घर भरना घर को धन धान्य से पूर्ण करना, अपना लाभ करना, माल अपने घर में रखना। (अकर्मक) घाटा पूरा होना, हानि की पूर्ति होना, घर का प्राणियों से भरना, घर में मेहमानी और कुटुम्ब वालों का एकत्रित होना। (किसी को) खूब धन देना।
घर मुसना घर में चोरी होना।
घर में स्त्री, घरवाली।
घर में कहना ठीक स्वर के साथ गाना।
घर में कहना आना बड़ी कठिनता का सामना होना, विपत्ति आना।
घर में डालना किसी स्वी को रंडेली बना लेना, रख लेना, जोरू बनाना।
घर में पड़ना पत्नी, बहू होकर जाना, विवाह जाना।
घर में बसना सुखपूर्वक गृहस्थी में रहना। उ0- सुनत वचन विहसे रिषिय गिरि संभव तव देह, नारद कर उपदेश कहहु बसेउ को गेह। तुलसी।
घट लुटना घर का माल चोरी जाना या अपहृत होना।
घर सिर पर उठा लेना बहुत शोर, ऊधम मचाना।
घर से पास से, पल्ले से, पति, स्वामी, स्त्री, पत्नी।
घर से देना अपने पास से देना, अपनी गांठ से देना, अपना रूपया खोना, स्वयं हानि उठाना।
घर से पांव निकालना इधर उधर बहुत घूमना, शासन में न रहना, स्वेच्छाचार करना, मर्यादा के बाहर चलना।
घर से बाहर पांव निकालना वित्त से बाहर काम करना, कमाई से अधिक खर्च करना।
घर सेना घर में पड़े रहना, बाहर न निकलना, बेकार बैठक रहना, इधर उधर काम धंधे के लिए न जाना।
घर ही के घर रहना न हानि उठाना, न लाभ। बराबर रहना।
घर होना गृहस्थी चलना, निर्वा होना, घर का काम चलना, घर के प्राणियों में मेल जोल होना, घर में सुख शंति होना, स्त्री पुरूष में बनना।
धरा चलना मरते समय कफ छेंकने के कारण सांस का घरघराहट के साथ रूक रूक कर निकलना। घुघंरू बोलना, घटका लगना।
घाट घाट का पानी पीना चारों ओर देश देशान्तर में घ्ूम कर अनुभव प्राप्त करना, अनेक स्थानों में अनेक प्रकार के व्यापारों में रहकर जानकार होना, इधर उधर मारे मारे फिरना, कई घर बदलना, बहुतेरे बीबी बनना, भटकना।
घाट करना राह छेंकना, जबरदस्ती के लिए रास्ते में खड़े होना। उ0- घाट धरयो तुम यहे जानि के करत ठगन के छंदा। सूर।
घाट नहाना किसी के मरने पर उदय क्रिया करना।
घाट मारना नदी को उतराई न देना, नाव या पुल का महसूल दिये बिना चले जाना।
(किसी) घाट लगना नाव का किनारे पहुंचना, कहीं ठिकाने लगना, आश्रय मिलना।
घाटा उठाना हानि सहना, नुकसान में पड़ना।
घाटा भरना नुकसन भरना, अपने पल्ले का रूपया देना, हानि कसर निकालना, कमी पूरी करना।
घात चलाना मारन मोहन आदि प्रयोग करना, झूठ चलाना, जादू टोना करना।
घात पर चढ़ना अभिप्राय साधन के अनुकूल होना, दाव पर चढ़ना, वश में आना, हत्थे चढ़ना, चाल में फंसना।
घात में ताक में। उ0- नर सों बचि रहो, करे न कबहू घात। वृ0।
घात में आना अभिप्राय साधन के अनुकूल होना, दाव पर चढ़ने वश में आना, हत्थे चढ़ाना, चाल में फसना।
घात में पाना किसी को ऐसी स्थिति में पाना जिससे कोई अर्थ सिद्ध हो। वश में पाना।
घात में फिरना ताक में घूमना, अनिष्ट साधन के लिए अनुकूल अवसर ढंूढते फिरना।
घात में बैठना आक्रमण करने या मारने के लिए छिपकरबैठना, किसी के विरूद्ध कोठ्र कार्य करने के लिए गुप्त रूप से तैयार रहना।उ0- चित्रकूट अचल अहेरी बैठो घात मानो पातक के ब्रात घोर सावज संधारिहे। तुलसी।
घात में रहना किसी के विरूद्ध कोई कार्य करने के लिए अनुकूल अवसर ढूंढते रहना, ताक में रहना।
घात में होना किसी के विरूद्ध कार्य करने को ताक में रहना।
घात लगना सुयोग मिलना, किसी कार्य के लिए अनकूल स्थिति होना। उ0- हमिरउ लागी घात तब हमहूं देव कलंक, विश्राम। अच्छा मोका मिलना।
घात लगाना युक्ति भिड़ाना, तरकीब करना, ताक में बैठना, आक्रमण आदि के अवसर की खोज में रहना। उ0- केलि के राति अधाने नहीं दिन ही में लला पुनि घात लगाई। मतिराम।
घाटे में मुफ्त में, नफे में, शप्प के अतिरिक्त।
घातें बताना चाल सिखाना, चालबाजी करना, रास्ता बतलाना, बहलाना।
घान उतरना कोल्हू में एक बार डाली हुई वस्तु से तेल या रस आदि निकलना, कढ़ाई में पकवान निकलना।
घान उतारना कोल्हू में से तेल, रस तथा कढ़ाई में से पकवान आदि निकलना।
घान डालना कोल्हू में पैरने या कढ़ाई में एक बार में तलने के लिए वस्तु डालना, किसी काम में हाथ लगाना।
घान पड़ जाना किसी काम में हाथ लग जाना, किसी कार्य का आरम्भ हो जाना।
घान पड़ना कोल्हू मेंपैरने या कढ़ाई में पकाने के लिए वस्तु का डाला जाना।
घान लगना घान का कार्य आरम्भ होना।
घानी करना पेरना।
घामी करना पैरना।
घाम खाना गर्मी के लिए धूप में रहना, ऐसे स्थान पर रहना, जहाँ धूप या सूर्य की गर्मी का प्रभाव पड़े।
घाम बचाना कष्टदायक बात से बचना।
घाम कराना कष्टदायक बात से बचना।
घाल न गिनना पसंगे बराबर भीन समझना। तुच्छ समझना, हेय समझना। उ0- (क) रघुवीर बल गर्वित विभिषण घाल नहिं ताकहं गनै। तुलसी। (ख) वीर करि केसरी कुठारपानि मानी हार तेरी कहा चली विह तो को गनै घाल को। तुलसी। (ग) चढ़हिं कुंवर मन करें उछाहूं। आग घाल गनै नहि काहू। जायसी।
घाव खाना घायल होना, आहत होना।
घाव देना दुःख पहुंचाना, शोक में डालना।
घाव पर नमक छिड़कना दुःख के समय और दुःख देना, शोक पर और शौक उत्पन्नकरना।
घाव पूजना घाव का अच्छा होना, घाव का भरकर सूख जाना।
घाव भरना घाव का भरकर सूख जाना।
घास काटना तुच्छ काम करना, छोटा और सहल काम करना, व्यर्थ काम करना, निरर्थक काम करना। उ0- तुम सो प्रेम कथा को कहिवो मनो काटिवो घास। सूर। किसी काम को बेपरवाही से जल्दी जल्दी करना।
घास खाना पशु बनना, पशु के समान होना, घोर मूर्खता का परिचय देना।
घास खोदना तुच्छ काम करना, छोटा और सहल काम करना, व्यर्थ काम करना, निरर्थक काम करना, किसी को बेवरवाही से जल्दी जल्दी करना।
घास छीलना तुच्छ काम करना, व्यर्थ काम करना।
घिग्घी बंधना रोते रोते सांस का रूक रूक कर निकलना और स्पष्ट शब्द मुंह से बाहर न होना, हिचकी बंधना, डर के मारे मुंह से साफ बोली न निकलना।
घिन खाना घृणा करना।
घिरनी खाना चक्कर लगाना, चारों ओर फिरना।
घिरिया में घिरना असमंजस या कठिनता में पड़ना, ऐसी अवस्था में पड़ना जिससे निस्तार कठिन हो।
घिस घिस कर चलना बहुत दिनों तक खूब काम में लाया जाना और चलना।
फिस लगाने को नहीं घिस कर मिलक या अंजन लगाने भर को भी नहीं। लैश मात्र नहीं।
घी कड़कड़ाना साफ और सोंधा करने के लिए घी को तपाना।
घी का कुप्पा लुढ़कना किसी बहुत बड़े धनी का मर जाना, किसी बड़े आदमी की मृत्यु होना, भारी हानि होना, बहुत नुकसान होना।
घी का डोरा घी की धार वो दाल आदि में डालते समय बंध जाती है।
घी का डोरा देना किसी भोजन में तपाया हुआ घी डालना।
घी के जलना कामना पूरी होना, मनोरथ सफल होना, उत्सव होना, समृद्धि होना।
घी के दिये जलना कामना पूरी होना, मनोरथ सफल होना, आनन्द मंगल होना, उत्सव होना, सौभाग्य की दशा होना, धनधान्य की पूर्णता होना, समृद्धि होना, ऐश्वर्य होना।
घी के लिये जलाना (मनोरथ पूरी होने पर) आनन्द मंगल मनाना, उत्सव मनाना, सुख सम्पत्ति का भोग करना, बड़े सुख चैन से रहना।
घी के दिये भरना आनन्द मंगल मनाना, उत्सव मनान। उ0- भूप गहै कपिराज के पाप कहयो अब दीप भरो सब घी के। हनुमान। सुख सम्पत्ति का भोग करना, बड़े सुख चैन से रहना।
घी खिचड़ी खूब मिला जुला।
धी खिचड़ी होना खूब मिल जुल जाना, अभिन्न हृदय होना, प्रगाढ़ प्रेम होना।
घुंघनियां मुँह में रख कर बैठना चुपचाप बैठना, मौन होकर बैठना।
घुंघरू आंघना नाचने में चेला करना, नाचने के लिए तैयार होना।
घुंघरू बोलना घर्रा लगारा, घटका लगना, मरते समय तक छेंकना।
घुंघरू सा लदना शरीर में अत्यधिक फुंसिया, चेचक या छाले आदि निकलना।
घुंडी लगाना घुंडी टांकना, घुंडी में तुकने से अंगरखे आदि का पल्ला अटकाना।
घुटकी लगना प्राण का कंठगत होना।
घुट-घुट करके जान देना घुल-घुलकर, असहय कष्ट सहते हुए मरना।
घुट घुट कर मरना दम तोड़ते हुए सांसत सेमरना, असहय कष्ट सहते हुए मरना।
घुटने टेकना घंटनों के बल बैठना, अधीनता स्वीकार करना, पराजय स्वीकार कर लेना।
घुटनों के बल चलना बच्चे का बैंया बैयां चलना।
घुटनों में सिर देना सोच में बैठना, चिन्तित या उदास होना, लज्जित होना, सिर नीचा करना।
घुटनों में लगकर बैठना हर घड़ी पास रहना, सटे रहना।
घुटा हुआ मुंडा हुआ, सफाचट (सिर)। पक्का चालाक, मंजा हुआ, रगड़ खाकर चिकना होना।
घुट्टी में पड़ना स्वभाव में होना। उ0- घुट्टी पान करत हरि रोचत। सूर।
घुन फड़ना घुन खाई हुई लकड़ी का चूर गिरना।
घुन लगना घुन का अनाज या लकड़ी को खाना, भीतर ही भीतर किसी वस्तु का क्षीण होना, धीरे-धीरे अप्रत्यक्ष रूप से किसी वस्तु का ह्रास होना। उ0- कीट मनोरथ दारू शरीरा। जेहि न लाग घुन को अस धीरा। तुलसी।
घुमाव फिराव की बात पेंचीदी बात, हेर फेर की बात।
घुल घुल कर कांटा होना बहुत दुबला हो जाना, इतना दुबला हो जाना कि शरीर की हड्डिया दिखाई दें।
घुल घुलकर जान देना रोग-शोक से क्रमशः छोजकर, सूख कर, बहुत दिनों तक कष्ट उठाकर मरना।
घुल-घुलकर बातें करना खूब मिल जुलकर बातें करना, अभिन्न हृदय होकर बातें करना, बड़ी घनिष्ठता के साथ बातें करना।
घुल-घुलकर मरना बहुत दिनों तक कष्ट भोगकर मरना।
घुल मिलकर खूब मेल जोल के साथ।
घुला हुआ बुड्ढा, खूब पका हुआ, पिलपिला।
घुस कर बैठना छिप रहना, सामने न आना, पास पास बैठना, सट कर बैठना।
घूंघट उठाना मुँह खोलने के लिए घूंघट को ऊपर उठाना, परदा हटाना।
घूंघट उलटना मुँह खेलने के लिए घूंघट को ऊपर उठाना, परदा हटाना।
घूंघट करना साड़ी, दुपट्टे आदि से मुँह को ढक लेना, परदा करना।
घूंघट काढ़ना साड़ी, दुपट्टे आदि से मुँह को ढक लेना, परदा करना।
घूंघट निकालना साड़, दुपट्टे आदि से मुँह को ढक लेना, परदा करना।
घूंट घूंट कर मारना तंग करके मारना, दुःख पहुंचा पहुंचा कर मारना।
घूं फेंकना किसी पीने की वस्तु का बहुत थोड़ा सा अंश पीने के पहले पृथ्वी पर गिराना जिसमें नजर न लगे या किसी देवी देवता का अंश निकल जाय।
घूंट लेना घूंट घूंट करके पीना, बहुत थोड़ा थोड़ा करके पीना।
घूंसो का क्या उधार? मार का बदला मार से लेने में क्या देर? मार पीट का बदला तुरन्त ले मारने वाले को तुरन्त मारना चाहिए।
घूम पड़ना सहसा कुद्ध हो जाना, बिगड़ उठना।
घोटाले में पड़ना गड़बड़ में पड़ना, निश्चित या ठीक न होना, अस्थिर रहना।
घोड़ा उठाना घोड़े को तेज, सरपट दौड़ाना।
घोड़ा उलांगना किसी नये घोड़े पर पहले पहल सवार होना।
घोड़ा कसना घोड़े पर सवारी के लिए जोन या चार जाना कसना।
घोड़ा खोलना घोड़े का साज या चारजामा उतारना, घोड़े को बन्धन मुक्त करना, घोड़ा चुराना या छीनना।
घोड़ा छोड़ना किसी और घोड़ा दौड़ाना, किसी के पीछे घोड़ा दौड़ाना, घोड़े की घोड़ी से जोड़ा खाने के लिए छोड़ना, घोड़े का घोड़ी से समागम कराना, घोड़े को उसके इच्छानुसार चलने देना, दिग्विजय के लिए अश्वमेघ का घोड़ा छोड़ना कि वह जहां चाहे वहां चला जाय। घोड़े का साज या चारजामा उतारना।
घोड़ा डालना किसी और वेग से घोड़ा बढ़ाना।
घोड़ा निकालना घोड़े को सिखलाकर सवारी के योग्य बनाना, घोड़े को आगे बढ़ा ले जाना।
घोड़े पर चढ़े आना किसी स्थान पर पहुंचकर वहां से लौटने के लिए जल्दी करना।
घोड़ा फेंकना वेग से घोड़ा दौड़ाना।
घोड़ा फेरना घोड़े को सिखाकर सवारी योग्य बनाना, घोड़े को दौड़ने का अभ्यास कराने के लिए एक वृत्त में घुमाना, कावा देना।
घोड़ा बेचकर सोना खूब निश्चिन्त होकर सोना, गहरी नींद में सोना।
घोड़े जोड़े की सैर दूल्हा-दुल्हन और उसकी सवारी सकुशल रहे।
घोड़े पर चढ़ आना लौटने की जल्दी मचाना।
घोड़ी चढ़ना विवाह में दूल्हे का घोड़ी पर चढ़कर दुलहिन के घर जाना।
घोलकर पी जाना सहज में मार डालना, देखते देखते नाश कर डालना, कुछ गिनना, पारंगत हो जाना।
घोल पाना शरबत की तरह पी जाना, सहज में मार डालना, सहज में नष्ट कर देना, कुछ न समझना, तृण समझना।
घोलुवा घोलना किसी काम में बहुत देर करना।
घोलुवा पीना कडुई वस्तु (दवा आदि) पीना।
घोले में डालना खटाई में डालना, रोक रखना, फंसा रखना, उलझन में डाल रखना, किसी काम में बहुत देर लगाना, किसी काम में टालमटोल करना।
घोले में पड़ना बखेड़े में पड़ना, उलझन में फंसना, ऐसे काम में फंसना जो जल्दी न निपटे।
च
चंग उभहना बड़ी बात होना, खूब जोर होना। उ0- तवो पद्माकर दीजे मिलाय क्यों चंग चबाइन की उमही है। पद्माकर।
चंग चढ़ना बड़ी बड़ी बात होना,खूब जोर होना।
चंक पर चढ़ाना इधर उधर की बातें कहकर किसी को अपने अनुकूल करना, किसी को अभिप्राय साधन के अनुकूल करना, आसमान पर चढ़ा देना, मिज़ाज बढ़ा देना।
चंगुल में फंसना पंजे में फंसना, वश या पकड़ में आना, काबू में होना,कब्जे में आना।
चंडासा चढ़ाना बहुत जल्दी मचाना, उतावली करना।
चंडूखाने को गप मतवालों की झूठी बकवाद, बिलकुल झूठी बात।
चंदन उतारना पानी के साथ चन्दन की लकड़ी को घिसना जिसमें उसका अंश पानी में घुल जाय।
चंदन चढ़ाना घिसे हुए चन्दन को शरीर में लगाना।
चंदिया खाना बकवाद करना, सिर खाना, सिर में दर्द पैदा करना, सब कुछ हरण करके दरिद्र बना देना।
चंदिया खुजाना सिर खुजलाना, मार या जूते खाने को जी चाहना, मार खाने का काम करना।
चंदिया पर बाल न छोड़ना सिर के बाल तक न छोड़ना, सब कुछ ले लेना, सर्वस्व हरण कर लेना, सिर पर जूते लगाते बाल उड़ा देना, खूब जूते उड़ाना।
चंदिया मूंड़ना सिर, मूंडना, हजामत बनाना, लूट कर खाना, धोखा देकर किसी का धन आदि ले लेना, सिर पर खूब जूते लगाना।
चंदिया से परे सरक सिर के ऊपर से अलग जाकर खड़ा हो पास से हट जा।
चंजल लगाना खूब पानी बढ़ता, जलमय होना।
चंवर ढलना ऊपर चंवर हिलाया जाना।
चक काटना भूमि का विभाग करना, जमीन की हद बांधना।
चक जमना रंग जमना, अधिकार होना।
चक बंधना बराबर बढ़ता जाना, एक पर एक अधिक होता जाना, तार बंधना।
चकता मारनादां दांत से मांस आदि नोच लेना, वकोटा मारना, दांतों से काट खाना।
चकता मरना दातों से काटना, दांतों से मांस निकाल लेना।
चकता मारना दांतों से काटना।
चकमा खाना धोखा खाना, भुलावे में आना।
चकमा देना धोखा देना, भुलवाना, प्रान्त करना।
चकाबू में पड़ना फेर में पड़ना, चक्कर में पड़ना, ऐसी स्थिति में होना जिसमें कर्तव्य सूझ न पड़े।
चक्कर काटना वृत्तकार परिधि में घूमना, परिक्रमा करना, मंडराना, भटकना, फेरा करना।
चक्कर खाना पहिये की तरह घूमना, अक्ष पर घूमना, घुमाव फिराव के साथ जाना, सीधे न जमकर टेढ़े मेढ़े जाना, भटकना, प्राप्त होना, हैरान होना।
चक्कर देना मंडल बांधकर घेमना, परिक्रमा करना, मंडराना।
चक्कर पड़ना जाने के लिए सीधा न पड़ना, घुमाव या फेर पड़ना, व्रजपात होना, विपत्ति आना, गाज गिरना।
चक्कर बांधना मंडलाकार मार्ग बनाना, वृा बनाते हुए घूमना, इस तरह घूमना कि वृत्त बन जाय।
चक्कर मारना पहिये की तरह अक्ष पर घूमना, परिक्रमा करना, चारों ओर घूमना, इधर उधर फिरना, भटकना।
चक्कर में आना चकित होना, प्रान्त होना, हैरान होना, दंग रह जाना, धोखे में आना, भुलावे में आना।
चक्कर में डालना चकित करना, हैरान करना, कठिनता या असमंजस में डालना, फेर में डालना, ऐसी स्थिति में करना जिसमें यह न सूझ पड़े कि क्या करना चाहिए।
चक्कर में पड़ना असमंजस मे पड़ना, दुविधा में पड़ना, कठिन स्थिति में पड़ना, हैरान होना, माथा खपाना, धोखे मे पड़ना, भुलावे में पड़ना।
चक्कर लगाना परिक्रमा करना, मंडराना, चारों ओर घूमना, इधर उधर फिरना, फेरा लगाना, आना जाना, घूमना फिरना।
चक्की का पाट चक्की का एक पत्थर।
चक्की की मानी चक्की के पीने के पाट के बीच में गड़ी हुई वह खूंटी जिस पर ऊपर का पाट घूमता है। ध्रुव। ध्रुव तारा।
चक्की कूना चक्की में हाथ लगाना, चक्की चलाना आरम्भ करना, अपना चरखा श्खुरू करना, अपना वृतान्त आरम्भ करना, अपनी कथा छोड़ना, आप बीती सुनाना।
चक्की पीसना चक्की में डालकर अनाज पीसना, चक्की चलाना, कड़ा परिश्रम करना, बड़ा कष्ट उठाना।
चक्की रहाना चक्की की टांकी से खोद खोदकर खुरदरा करना जिसमें दाना अच्छी तरह पिसे। चक्की कूटना।
चक्र गिरना बज्रपात होना, विपत्ति आना।
चचा बनाकर छोड़ना खूब बदला लेकर छोड़ना।
चचा बनाना यथोचित दण्ड देना, खूब बदला लेना, दुरस्त करना।
चट कर जाना सब खा जाना, चाट-पोछकर खा जाना, पचा जाना, हजम कर लेना, दूसरे की वस्तु लेकर न देना।
चट बलाएं लेना उंगलियां चटकाते हुए (नज़र लगाने वाले का नाश मनाते हुए) बलाएं लेना।
चट से जल्दी से, शीघ्र।
चटकारे का चरपरा, मजेदार, तीक्ष्ण स्वाद का।
चटखारे भरना खूब जीभ से चाट चाटकर स्वाद लेना, ओंठ चाटना, स्वाद लेकर खाना।
चटनी करना बहुत महीन पीसना, पीस डालना, चूर-चूर कर देना, मार डालना, खा जाना, चाट जाना।
चटनी होना खूब पीस जाना, चट हो जाना, चट पट खा लिया जाना, खाने भर को न होना, चुक जाना, खतम हो जाना, उड़ जाना।
चटपट की गिरह वह फंदा जिसे खींच लेने से चट से गांठ पड़ जाय। सकरमुद्धी।
चटपट होना चटपट मर जाना, थोड़ी ही देर में समाप्त हो जाना, बात की बात में मर जाना।
चटर करना मस्तूल आदि को घुमाना या फेरना, चक्कर देना।
चटाके का बहुत तेज, उग्र, प्रचण्ड।
चट्टी भरना हानि पूरी करना।
चट्टे कट्टे लगाना इधर की उधर लगाकर लड़ाई कराना, चुटकुला छोड़ना, ऐसी बात कहना जिसमें कुछ लोग आपस में लड़ जाये।
चड्ढी गांठना रोब से दबा देना, किसी पर हावी होना, सवारी करना।
चड्ढी देना हार कर पीठ पर चढ़ाना।
चढ़ दौड़ना चढ़ाई करना, आक्रमण करना, चढ़ जाना।
चढ़ बजना बात बनना, पौ बारह होना, खूब चलती होना। उ0- अधर रस मुरली लूटि करावति। आपुन बार बार लै अंचवति जहां तहां ढरकावति। आजु महा चढ़ि बाजी बाकी जोड कोई करे विराजे। करि सिंहासन पैठि अधर सिर छत्र घरे वह गाजै। सूर।
चढ़ बनना मनोरथ सफल होना, सुयोग मिलना, लाभ का अवसर हाथ आना, मनचाही होना, बन आना।
चढ़ बैठना सवार हो जाना, दबा लेना।
चढ़ती जवानी योवनारम्भ, उठती जवानी।
चढ़ा लाना आक्रमण या चढ़ाई के लिए किसी को दल बल सहित साथ लाना।
चढ़ावा बढ़ावा देना जी बढ़ाना, उत्साह बढ़ाना, उकसाना, उत्तेजित करना।
चढ़ी उतरी लगाना बार बार चढ़ना उतरना।
चढ़ी ऊपरी लगाना एक दूसरे से आगे होने या बढ़पने का प्रयत्न करना, होड़ा होड़ी करना।
बड़बड़ चड़बड़ करना बकवाद करना।
चतुरई छोलना चालाकी करना, धोखा देना। उ0- जाहु चले गुन प्रगट सूर प्रभु कहा चतुरई छौलत हो। सूर।
चतुरई तौलना चालाकी करना। उ0- बहुनायक आजु में जानी कहा चतुरई तौलत हो। सूर।
चद्दर पड़ना नदी के बहतु हुए पानी के कुछ अंश का एकदम समतल हो जाना।
चने का मारा मरना इतना दुर्बल होना कि बहुत जरा सा चोट से मर जाय।
चपटी लड़ाना दो स्त्रियों का परस्पर योनि मिलाकर रगड़ना।
चपत बैठना हानि होना।
चपत लगना हानि होना
चपनी चाटना बहुत थोड़ा अंश पाकर रह जाना।
चपनी भर पानी में डूब मरना लज्जा के मारे किसी को मुँह न दिखाना।
पाती सा पेट वह पेट जो बहुत निकला हुआ न हो। कृशेदर।
चबा चबा कर बाते करना एक एक शब्द धीरे धीरे बोलना, मठार मठार कर बातें करना।
चबा जाना खा जाना, काट खाना।
चबे को चबाना एक ही काम को बार बार करना, पिष्टपेषण करना। उ0- बरस पखासक लों विषय ही में वास कियो तऊ ना उदास भये चबे को चबाइए। प्रिया। चमकना, फलकना।
चमक देना चमकना, झलकना।
चमक लाना चमक उत्पन्न करना, झलकाना।
चमड़ा उधेड़ना चमड़े को शरीर से अलग करना, बहुत मार मारना, बहुत कठोर दण्ड देना।
चमड़ा खींचना चमड़े को शरीर से अलग करना, बहुत मार मारना, बहुत कठोर दण्ड देना।
चमड़ा सिफाना विशेष प्रक्रिया से चमड़े को मुलायम करना।
चरण छूना दण्डवत या प्रणाम करना, बड़े का अभिवादन करना, पांव छूकर प्रणाम करना।
चरण देना पैर रखना। उ0- जैहि गिरि चरण देह हनुमंता। तुलसी।
चरण पड़ना आगमन होना, कदम जाना। उ0- जहं जहं चरणपड़े संतन के तहं तहं बंटा धार। तुलसी। प्रवेश होना।
चरण लेना पैर पड़ना, पैर छूकर प्रणाम करना।
चरण सेना तुच्छ से तुच्छ चाकरी बजाना, पैर दबाना।
चरणामृत लेना किसी महात्मा या बड़े के चरण धोकर पीना, बहुत ही थोड़ी मात्रा में कोई तरल पदार्थ पीना।
चरब करना घी, तेल में तलना, घी-तेल लगाना, चिकनाना।
चारबांक दीदा जिसकीदृष्टि चंचल हो, चंचल नेत्रवाला, ढीठ, निडर, शेख।
चरबा उतारना खाका खींचना, नक्शा उतारना, चित्र खींचना, किसी की नकल करना।
चरबी चढ़ना मोटा होना, मद में अंधा होना।
चरबी छाना (किसी मनुष्य या पशु आदि का) बहुत मोटा हो जाना, मदान्ध होना, गर्व के कारण किसी को कुछ न समझना।
चरीं छोड़ना व्यंग्यपूर्ण या लगती हुई बात कहना।
चल निकलना किसी कार्य में उन्नति करना, किसी विषयम में क्रमशः आगे बढ़ना, किसी काम का ढर्रे पर आना, किसी कार्य में सफलता होना, जमना।
चल बसना मर जाना।
चल विचल होना मन का किसी एक बात पर न ठहरना, चित्त का चंचल होना।
चलता करना हटाना, भगाना, भेजना, किसी प्रकार निपटाना, झगड़ा दूर करना।
चलता गाना वह गाना जो शुद्ध राग रागनियों के अन्तर्गत न हो पर जिसका प्रचार सर्वसाधारण में हो।
चलता पुरजा व्यवहार कुशल, चालाक, चुस्त, व्यवहार तत्पर, उपयोगी।
चलता फिरता नजर आना चला जाना, चलता बनना।
चलता बनना चल देना, प्रस्थान करना, खिसक जाना।
चलता हिसाब लेन देन का लेखा जो जारी हो।
चलता होना चल देना, प्रस्थान करना, खिसक जाना।
चलती गाड़ी में रोड़ा अटकाना होते हुए कार्य में बाधा डालना।
चलते बाजू जब तक अपने पास शक्ति सामर्थ्य रहे।
चलते रहते जब तक अपने पास शक्ति सामर्थ्य रहे।
चलते बैल को आर लगाना ठीक तरह से काम करने वाले को भी ताकीद करके उसे तंग करना।
चलन से चलना अपने पद और मर्यादा आदि के अनुकूल काम करना, उचित रीति से व्यवहार करना।
चश्मदीद गवाह वह गवाह जिसने घटना आंख से देखी हो।
चश्म बद दूर बुरी नज़र दूर हो, बुरी नज़र न लगे।
चहका लगाना लूका लगाना, आग लगाना, जलाना। (स्त्रियों की गाली)।
चहन कर खाना बहुत अच्छी तरह खाना, कस कर खाना। उ0- लुचई पोइ घी मेइ। पाछे चहन खांड़ सों जेई। जायसी।
चांड सरना इच्छा पूरी होना, काम पूरा होना, लालसा पूरी होना। उ0- तोरे धनुष चांड, नहिं सरई। जनित हमहिं कुंवर को बरई। तुलसी।
चांड सराना इच्छा पूरी करना, लालसा मिटना। उ0- पुरुष मंवर दिन चारि आपने अपनो चांड सरायो। सूर।
चांद का टुकड़ा अति सुन्दर, अत्यन्त सुन्दर मनुष्य।
चांद को ग्रहण लगना अच्छी, सुन्दर वस्तु में दोष होना।
चांद गंजी हो जाना बहुत मार पड़ना।
चांद चढ़ना चन्द्रमा का ऊपर आना, नया महीना चढ़न, ऋतु का बीत जाना, गर्भ रहना।
चांद ढलना चन्द्रमा का अस्त होना।
चांद दीखे शक्ल द्वितिया के पीछे।
चांद पर ख़ाक उड़ाना निर्दोष व्यक्ति या वस्तु में दोष निकालना, साधु चरित जन पर दोष लगाना।
चांद पर थूकना किसी महात्मा पर कलंक लगाना, जिसके कारण स्वयं अपमानि होना पड़े, किसी निर्दोष पर कलंक लगाना।
चांद पर धूल उड़ाना सिर पर इतने जूते लगाना कि बाल फड़ जाय। सिर पर खूब जूते लगाना, मूंडना, सर्वस्व हरण करना, सब कुछ ले लेना।
चांद का मुखड़ा अत्यन्त प्यारा मुख।
चांदनी का खेत चन्द्रोदय का चारों ओर फैला हुआ प्रकाश, चन्द्रमा के निकलने के पहले उसकी आभा का फैलना।
चांदनी खिलना चन्द्रमा के स्वच्छ प्रकाश का खूब फैलना, शुभ्र ज्योत्सना का फैलना।
चांदनी मारना चांदनी का बुरा प्रभाव पड़ना।
चांदी काटना खूब रूपया पैदा करना, गहरी आय होना, खूब माल मिलना, स्त्री से प्रथम समागम करना।
चांदी कर देना जला कर राख कर डालना।
चांदी का जूता घूस, उत्कोच, रिश्वत।
चांदी का पहरा सुख समृद्धि का समय, सौभाग्य की दशा, धन धान्य से पूर्णता की अवस्था।
चांदी काटना खूब रूपया पैदा करना।
चांदी की जूती घूस, उत्कोच।
चांदी खोलवाना चांद के ऊपर के बाल मुड़ाना।
चांदी होना बहुत लाभ होना, माल मिलना, जलकर राख होना।
चाक करना चीरना, फाड़ना।
चाक चौबन्द हृष्ट-पुष्ट, तगड़ा।
चाक होना चीरा जाना, फाड़ा जाना।
चाकरी बजाना सेवा करना।
चाट जाना खा डालना, साफ कर देना।
चाट पोंछकर खाना सब खा जाना, कुछ न छोड़ना।
चाबर उतारना बेपर्द करना, इज्जत उतारना, अपमानित करना, मर्यादा बिगाड़ना।
चादर ओढ़ाना किसी विधवा को रख लेना।
चादर डालना विधवा से विवाह करना, विधवा को घर में डाललेना।
चादर देखकर पांव फैलाना वित्त, बिसात देखकर खर्च करना।
चादर रहना सम्मान रहना, कुल की मर्यादा रहना, प्रतिष्ठा का बना रहना।
चादर से बाहर पैर फैलाना अपनी हद से बाहर जाना, अपने वित्त से अधिक खर्च आदि करना।
चादर हिलाना युद्ध में शत्रुओं से घिरे हुए सिपाही का युद्ध रोकने या आत्म समर्पण करने के लिए कपड़ा हिलाना, युद्ध रोकने का झंडा दिखाना।
चाबी देना कुंजी घुमाकर घड़ी आदि की कमानी को कस देना।
चाम के दाम चलाना अपनी जबरदस्ती के भरोसे कोई काम करना, अन्याय करना, अन्धेर करना। उ0- ऊधो अब कछु कहत न आवे। सिर में सोति हमारो कुबजा चाम के दाम चलावै। सूर। अधिकार या अवसर पाकर मनमाना अन्धेर करना। उ0- अतयान सुनाय के सोतिन की छतियान में साल सलाय ले रो। सपनेहू न कोजिय मान अये अपने जोबना को बलाय ले री। परमेसू ज रूप तरगन सौ अंग अंगन रूप रलाय ले रो। दिन चारिक तू पिय प्यारे के प्यार सो चाम के दाम चलाय ले री। परमेश।
चार आंखे करना आँखे मिलाना, देखा देखी करना, सामने आना, साक्षात्कार करना, मिलना।
चार आंखे होना दृष्टि से दृष्टि मिलना, देखा देखी होना, साक्षात्कार होना, बुद्धिमता होना, आँखे चार होना।
चार की कही पंचों या लोगों का कहना।
चार के कंधे, कांधे चढ़ना मर जाना, अरथी उठाना।
चार के कंधे, कांधे चलना मर जाना, अरथी उठाना।
चार के कान पड़ना चर्चा होना, बात का फैलना।
चार चांद लगना चौगुनी प्रतिष्ठा होना, चौगुनी शोभा होना, सौन्दर्य बढ़ना।
चार तार चार थान कपड़े या गहने, कुछ कपड़ा लत्ता या जेवर।
चार ताल चौताला, तबले का मृदंग के एक ताल का नाम।
चार दिन थोड़े दिन, कुछ दिन।
चार दिन की चांदनी दो-चार ही दिन रहने, टिकने वाली बात, चंद रोज, थोड़े दिन रहने वाला, सुख का आनन्द।
चार पकड़ी करना जहाज का लंगर डालना, जहाज को ठहराना।
चार पांच करना हीला हवाला करना, इधर उधर करना, बातें बढ़ाना, तकरार करना।
चार पांच लाना हीला हवाला करना, तकरार करना।
चार पैंसे कुछ धन, कुछ रूपया पैंसा।
चारपाई धरना अत्यन्त रूग्ण होना।
चारपाई पकड़ना अत्यन्त रूग्ण होना।
चारपाई पर पड़ना लेटना, बीमार होना।
चारपाई में कान निकलना चारपाई का टेढ़ा होना, चारपाई में कज पड़ना।
चारपाई से पीठ लगना बीमारी के कारण चारपाई से उठ न सकना, सख्त बीमार होना।
चारपाई में लगना बीमारी के कारण चारपाई से उठ न सकना।
चारमेखा करना लिटाकर हाथ पांव खम्भों से बांध देना।
चारों खाने चित गिरना पूरी तरह परास्त हो जाना। (कोई शोक संवाद सुनकर) स्तब्ध हो जाना, हिम्मत हार जाना।
चारों फूटना चारों आँखे फूटना। (दो हिये की, दो ऊपर की)। अंधा होना। उ0- आछो गात अकारथ गारयो। गरी न प्रीति कंमल लोचन सो जन्म जुवा ज्यों हारयो, निसि दिन विषय विलासन सिलति फूटि गई तब चारयो। सूर।
चाल खेलना कुछ चालाकी करना।
चाल चलना धोखा देना, धूर्तता से कार्य सिद्ध होना, धोखा देने का आयोजन करना, चालाकी करना, धूर्तता करना।
चाल चलना गलत, अपनी ही हानि करने वाली चाल चलना।
चाल फंसना (शतरंज आदि में) ऐसी चाल चलना की अपनी ही मुहरा फंस जाय। अपनी चाल में खुद फंस जाना।
चाल मिलना हिलने डोलने का शब्द सुनाई देना, आहट मिलना।
चाल में आना धोखे में पड़ना, धोखा खाना, प्रतारित होना।
चाल सुधारना आचरण ठीक करना।
चाला देखना यात्रा का मुहूर्त विचारना।
चाला निकालना मूहुर्त निश्चित करना।
चालू करना प्रगति देना, चलाना।
चाव निकालना लालसा पूरी करना।
चावल भर रत्ती के आठवें भाग के बराबर।
चाश्नी चटाना मजा चखाना, क्षति पहुंचाना।
चाशनी में पागना मीठा करने के लिए चाशनी में डुबाना।
चाहे इधर से नाक पकड़ो चाहे उधर से चाहे जिस तरह कहो या मरो बात एक ही है।
चिं आं सी छोटी, बहुत छोटी।
चिंउटी की चाल बहुत सुस्त चाल, मंद गति।
चिंउटी की चाल चलना बहुत धीमी चाल से चलना।
चिंउटी के पर निकलना ऐसा काम करना जिससे मृत्यु हो, मरने पर होना, मृत्यु या विनाश का समय पास आना।
चिंटियों से भरा कबाव झगड़े-झंझट की चीज, मुसीबत का घर।
चिंता लगना चिंता का बराबर बना रहना।
चिंदी की बिन्दी अत्यन्त तुच्छ मूल निकालना, कुतर्क करना।
चिंदी की बिंदी करना किसी वस्तु को ऐसा तोड़ना कि उसके छोटे छोटे टुकड़े हो जायें।
चिकना घड़ा जिस पर कहने सुनने का असर नहो, बैहया, निर्ल्लज।
चिकना चुपड़ा बना ठना, छैल चिकनिया, संवार सिंगार किये हुए।
चिकना देख फिसल पड़ना केवल सौन्दर्य या धन देखकर रौफ जाना, धन या रूप पर लुभा जाना।
चिकना मुँह सुन्दर और संवारा हुआ चेहरा।
चिकनी चुपड़ी बातें बनावटी स्नेह से भरी बातें, कृत्रिम मधुर भाषण।
चिकने घड़े पर पानी पड़ना किसी पर किसी अच्छी बात या उपेक्षा का प्रभाव पड़ना।
चिकने मुँह का ठग ऐसा मूर्त जो देखने में और बातचीत से मलभानुसा जान पड़ता हो। वंचक।
चिचड़ी सा चिमटना पीछा न छोड़ना, साथ में बना रहना, पिंड न छोड़ना।
चिट्ठा बांधना लेखा तैयार करना।
चिट्ठा लड़ाना झूठा बढ़ावा देना, ऐसी बात कहना जिससे दो आदमियों में झगड़ा हो।
चिट्ठी करना किसी के नाम से हुंडी करना, किसी को रुपये देने की लिखित आज्ञा देना।
चिट्ठी डालना लाटरी डालना।
चिढ़ निकालना ढूंढ कर ऐसी बात कहना जिससे कोई चिढ़े, चिढ़ाने की युक्ति निकालना, छेड़न का ढंग निकालना, कुढ़ाना, खिझाना।
चिड़िया का दूध अप्राप्य वस्तु, अलभ्य वस्तु, ऐसी वस्तु जिसका होना असम्भव हो।
चिड़िया के छिनाले में पकडा जाना व्यर्थ की आपत्ति में फंसना, नाहक झंझट में पड़ना।
चिड़िया नाचन चारों ओर का तकाजा, चारों ओर की मांग, बहुत से लोगों का किसी बात के लिए अनुरोध या दबाव।
चिड़िया पर नहीं मार सकती कोई जा नहीं सकता, किसी की पहुंच नहीं हो सकती।
चिड़िया फंसाना किसी स्त्री को बहका कर हाथों में कर लेना, किसी देने वाले धनी आदमी को अपने अनूकूल करना, किसी मालदार को दांव पर चढ़ाना।
चित करना कुश्ती में प्रतिपक्षी को पछाड़ना, कुश्ती में पटकना।
चित पट करना इधर या उधर कुछ निर्णय करना, कुछ तै कर डालना।
चित पट होना कुछ तै होना, कुछ निर्णय होना।
चित होना बेसुध होकर पड़ जाना, बेहोश होना, कुश्ती में हार खाना, पछाड़ा जाना।
चितवन चढ़ाना त्योरी चढ़ाना, भों चढ़ाना, कुपित दृष्टि करना, क्रोध की दृष्टि से देखना।
चिता चुनना शवदाह के लिए लकड़ियों को नीचे ऊपर क्रम से रखना, चिता सजाना, चिता तैयार करना।
चिता पर चढ़ना मरना।
चिता में बैठना सती होने के लिए विधवा या मृत पति की चिता में बैठना, मृत पति के साथ जलना, सती होना।
चिता सजाना शवदाह के लिए लकड़ियों को नीचे ऊपर क्रम से रखना, चिता तैयार करना।
चित उलटना जी न लगना, विरक्ति होना, मन उदास होना।
चित करना इच्छा होना, जी चाहना।
चित कौड़ी वह कौड़ी जिसकी पीठ पर उभड़ी हुई गांठे हों। (इसका व्वहार जुये में होता है)। उ0- कौड़ी के न काम के आये बिना दाम के। बैनी।
चित खींचना मन को मोहित करना।
चित चढ़ना ध्यान पर चढ़ना, मन मे बसना, बार-बार ध्यान में आना। उ0- तब चित चढ्यो जो शंकर कहेऊ।
चित चिहुंटना चित में संवेदना उत्पन्न करना, मर्म स्पर्श करना, चित में चुभना। उ0- चुमकी निकसै धसै विहसै अंग दिखाय। तकि तकि चित चिहुटै खरी ऐंड़ भरी, अंगिराय।
चित चुराना मन मोह लेना, मोहित करना, चित आकर्षित करना। उ0- नैन सैन दै चितहिं चुरावति यहै मंत्र टोना सिर डारि। सूर।
चित देना ध्यान देना, मन लगाना, गौर करना। उ0- चित दे सुनो हमारी बात। सूर।
चित धरना ध्यान देना, मन लगाना। उ0- कहीं सो क्या सुनो चित धर, कहै सुनै सौ लहै सुख सार। सूर मन में लाना। उ0- हमारे प्रभु चि अवगुन चित न धरौ। सूर।
चित पर चढ़ना ध्यान पर चढ़ना, मन में बसना, बार बार ध्यान में आना, स्मरण होना, याद पड़ना।
चित बंटना चित एकाग्र न रहना, ध्यान दो ओर हो जाना, एक विषय की ओर ध्यान स्थिर न रहना, ध्यान इधर उधर होना, चित में बहुत सी चिन्तायें होना।
चित बंटाना ध्यान इधर उधर करना, ध्यान एक ओर न रहने देना।
चित में घर करना इतना पसन्द आना कि उसका ध्यान सदा बना रहे, जंचना, अत्यन्त प्रिय होना, प्रेम पात्र होना।
चित में जमना जी में जमना, हृदय में दृढ़ होना, हृदयगम होना, असर करना।
चित में धंसना जी में जमना, हृदय में दृढ़ होना, मन में धंसना, हृदयगम होना, असर करना।
चित में बैठना जी में जमना, हृदय में दृढ़ होना, मन में धंसना, हृदयगम होना। उ0- अब हमारे चित बैठयो यह पद होनी होउ सौ होउ, असर कहाना।
चित मे होना इच्छ होना, जी चाहना। उ0- चित होत जाउं में अबहीं यहां नहीं मन लागत। सूर।
चित लगना मन लगना, जी न घबड़ाना, जी न ऊबना, मन की प्रवृत्ति स्थिर रहना।
चित लेना इच्छा होना, जी चाहना।
चित में उतरना ध्यान में न रहना, विस्मृत होना, भूल जाना। उ0- सूर श्याम चित में नहिं उतरत वह बन कुंज थली। सूर। दृष्टि में गिरना, प्रिया या आदरणीय न रह जाना, विरक्तिभाजन होना, अप्रिय लगना, अश्रद्धाभजन होना, नीचा जंचना।
चित से न टलना ध्यान में बराबर बना रहना, भूलना। उ0- सूर चित में टरत नाहीं राधिका की प्रति। सूर।
चित होना इच्छा होना, जी चहकना। उ.- चित होत जाउं में अबहीं यहां नहीं मन लागत। सूर।
चित्र उतारना चित्र बनाना, तसवीर खींचना, वर्णन आदि के द्वारा ठीक ठीक दृश्य सामने उपस्थित कर देना।
चित्र खींचना चित्र बनाना, तसवीर खींचना, वर्णन आदि के द्वारा ठीक ठीक दृश्य सामने उपस्थित कर देना।
चिथड़ा लपेटना फटे पुराने कपड़े पहनना।
चिथड़े चिथड़े हो जाना बुरी तरह फट जाना, धज्जियां उड़ जाना।
चिथड़े लगाना गरीबी के कारण फटे-चिथे कपड़े पहनने को लाचार होना, बहुत गरीबी आना।
चिथड़ों लगना बहुत दारिद्र होना, इतना दरिद्र होना कि पहनने को केवल चिथड़े ही मिले।
चिनगारी छोड़ना झगड़ा लगाने वाली बात कहना, ऐसी चाल चलना जिससे एक नई बात खड़ी हो जाय।
चिनगारी डालना आग लगाना, कोई ऐसी बात कह देना जिससे लोगों में लड़ाई झगड़ा हो जाय।
चिरबत्ती कर डालना चिथड़े-चिथड़े कर डालना, फाड़कर टुकड़े-टुकड़े करना। (कागज, कपड़ा आदि)।
चिराग उफ़ करना चिराग बुझाना।
चिराग का हंसना चिराग से फूल झड़ना।
चिराग को हाथ देना चिराग बुझाना।
चिराग गुल करना दीपक बुझाना, किसी के वंश का विनाश करना, रोनक मिटाना।
चिराग गुल पगड़ी गायब निगाह झपते ही माल का गायब कर दिया जाना।
चिराग गुल होना दीपक का बुझ जाना, रोनक मिटना, उदासी होना, किसी के वंश का विनाश होना। (घर का किसी प्रिय व्यक्ति का मरना)।
चिराग जले अंधेरा होने पर, सन्ध्या समय।
चिराग ठंडा करना दिया बुझाना।
चिराग तले अंधेरा रखवाले के सामने चोरी, किसी ऐसे स्थान पर बुराई होना जहां उसके रोकने का प्रबन्ध हो, किसी ऐसे मनुष्य द्वारा कोई बुराई होना जिससे उसकी सम्भावना न हो, ज्ञानी के घर में घोर मूर्खता का आचरण होना।
चिराग दिखाना रोशनी दिखाना, सामने उजाला करना।
चिराग पा होना घोड़े का अलफ होना।
चिराग बढ़ाना दिया बुझाना।
चिराग बत्ती करना दीपक जलाना, दीपक जलाने की तैयारी करना।
चिराग बत्ती का वक्त सन्ध्या का समय।
चिराग लेकर ढूंढना बड़ी छानबीन के साथ ढूंढना, चारों ओर हैरान होकर ढूंढना
चिराग से चिराग जलता है एक के गुण आदि से दूसरे को लाभ पहुंचता है।
चिराग के फूल झड़ना चिराग की जलती हुई बत्ती में गोल गोल फुचड़े निकलना या गिरना, चिराग से गुल झड़ना।
चिरायंध फैलना बदनामी फैलना।
चिलम चढ़ाना चिलम पर तम्बाकू (गांजा आदि) और आग रखकर उसे पीने के लिए तैयार करना, गुलामी करना।
चिलम पीना हुक्का, तम्बाकू पीना।
चिलम मरना चिलम पर तम्बाकू (गांजा आदि) और आग रखकर उसे पीने के लिए तैयार करना, गुलामी करना।
चिल्ला खींचना चालीस दिनों का अनुष्ठान करना।
चिल्लै का जाड़ा बहुत कड़ी सरदी, चालीस दिन का अंधेज या किसी पुण्य कार्य का नियम।
चीं बजबी होना रूष्ट होना।
चीं बरजबीं होना रूष्ट होना।
चीं बोलना अयोग्यता, अकर्मण्यता या अधीनता स्वीकार करना, दबैल होना, हार मान लेना।
चीख़ मारना चिल्लाना, जोर से कराहना।
चीरा उतारना (किसी पुरूष का स्त्री के साथ) प्रथम समागम करना, कुमारी का कौमार नष्ट करना।
चील का भूत वह चीज जिसका मिलना बहुत कठिन प्रायः असम्भव हो।
चुकौता लिखना भरपाई का कागज लिखकर देना, कर्जा चुकता पाने की रसीद देना, भरपाई करना।
चुगली खाना पीठ पीछे निन्दा, बुराई करना।
चुटकियों में चुटकी बजाते, दम भर में।
चुटकियों में उड़ाना बात की बात में निपटाना, अत्यन्त तुच्छ या सहज समझना, कुछ न समझना, कुछ परवाह न करना, खेल समझना।
चुटकी काटना चुभती या लगती हुई बात का कहना, हंसी उड़ाना, व्यंग्य वचन बोलना।
चुटकी देना चुटकी बजाना। उ0- मूरति जल थल मों व्यापक निगम न खोजत पाई। सो मूरति तू अपने आंगन चुटकी दै दै नचाही सूर। भोख देना।
चुटकी बजाते चटपट, देखते देखते, बात की बात में।
चुटकी बजाना अंगूठे को बीच की उंगली पर रखकर जोर से छटका कर शब्द निकालना।
चुटकी बजाने वाला खुशामदी, चापलूस।
चुटकी बैठना किसी ऐसे काम का अभ्यास होना जो चुटकी से पकड़ कर किया जाय।
चुटकी भर बहुत थोड़ा सा, जरा सा।
चुटकी भरना चुटकी काटना, चुमती या लगती हुई बात कहना, हंसी उड़ाना, व्यंग्य वचन बोलना, चुटकी लेना।
चुटकी मांगना भिक्षा मांगना।
चुटकी लगाना चुटकी से पकड़ना, कपड़े के थान को उंगलियों से फाड़ना, थान पर से कपड़ा उतारना, जेब काटना, दूध दुहने के लिए चुटकी से गाय का थन पकड़ना, चुटकी से पत्तों को मोड़कर दोना बनाना।
चुटकी लेना हंसी उड़ाना, ठट्ठा करना, उपहार करना, व्यंग्य व्यंग्य वचन बोलना, चुभती या लगती बात कहना, चुटकी से खोदना। उ0- बार बार कर गहि गहि निरखत घूंघट ओट करो किन न्यारो। कबहुक कर परसत कपोल कुइ चुटकि लेत हया हमहिं निहारो। सूर।
चुटकुला छोड़ना विलक्षण बात कह बैठना, दिल्लगी की बात कहना, कोई ऐसी बात कहना जिससे एक नया मामला खड़ा हो जाय।
(किसी की) चुटिया हाथ में होना अपने वश या कब्जे में होना।
चुनचुना लगना मलदार में कृमियो के काटने के कारण जलन और खुजली होना।
चुना हुआ बढ़िया, उत्तम, श्रेष्ठ।
चुन्नी रचना मस्तक और कपोलों पर सितारे या चमकी लगाना।
चुप साधना मौनावल्म्बन करना।
चुप मारना मौन होना।
चुपका करना बोलने न देना, चुप होना, मौन रहना।
चुपकी लगाना मुँह से बात न निकालना, सन्नाटे में रहना। उ0- ऐसी मीठी कुछ नहीं जैसी मीठी चुप। कबीर।
चुपके से मौन, बिना कुछ कहे सुने। छिपाकर, गुप्त रूप से, चुपचाप, शान्त भाव से, धीरे से।
चुप्पी साधना मौन हो रहना, चुप लगा लेना।
चुर मुर होना ‘चुरमुर’ की आवाज के साथ टूटना, चूर होना।
चुल उठना खुजलाहट होना, प्रसंग की इच्छा होना।
चुल मिटना कामदासना तृप्त करना।
चुल्लओं लहू पीना बहुत सताना।
चुल्लू भर पानी में डूब मरना लज्जा के मारे मर जाना, शर्म के मारे मुँह न दिखा सकना।
चुल्लू भर पानी में डूब मरो मुँह न दिखाओ, लज्जा के मारे मर जाओ।
चुल्लू भर लहू पीना दुश्मन को कतल कर चुल्लू भर खून पीना। (पुराने ज़माने की एक चाल)।
चुल्ल में उल्लू बनना बहुत थोड़ी सी मांग या शराब में बेसुध हो जाना।
चुल्लू में समुद्र न समाना छोटे पात्र में बहुत वस्तु न आना, कुपात्र या शुद्र मनुष्य से कोई बड़ा या अच्छा काम न हो सकना।
चूं करना कुछ कहना, विरोध में कुछ कहना।
चूं चं का मुरब्बा तरह तरह की बेमैल चीजों का योग।
चूं न करना तनिक भी उज्र, आपत्ति न करना।
चूची पीता बहुत छोटा (बच्चा), नासमझ, नादान।
चूड़ियाँ ठंडी करना पति के मरने के समय स्त्री का अपनी चूड़ियाँ उतारना या तोड़ना, वैधव्य का चिन्ह धारण करना।
चूड़ियाँ तोड़ना स्त्री के विधवा होने पर चूडियाँ तोड़ देना।
चूड़ियाँ पहनना स्त्रियों का वेश धारण करना, औरत बनना, स्त्रियों की तरह कायर बनना, स्त्री का किसी को अपना उप पति बना लेना। स्त्री का किसी के घर बैठ जाना, विधवा का फिर से व्याह करना।
चूड़ियाँ पहनाना विधवा स्त्री से विवाह करना।
चूड़ियाँ बढ़ाना चूड़ियाँ उतारना। (चूडियों के साथ उतारना शब्द का प्रयोग स्त्रियों में अनुचित और अशुभ माना जाता है)।
चूड़ी टूटना पति का मरना।
चूतड़ दिखाना कठिन समय पर भाग जाना, पीठ दिखाना।
चूतड़ पीटना बहुत प्रसन्न होना।
चूतड़ बजाना बहुत प्रसन्न होना।
चूतड़ों का लहू भरना एक स्थान पर जम कर बैठने के योग्य होना।
चूना छूना दीवारों पर चूने की सफेदी करना।
चूना देना धोखा देना।
चूना फेरना सफेदी करना।
चूना लगाना खूब धोखा देना, हानि पहुंचाना, बहुत लज्जित करना, वेबकूप बनाना।
चुप कर छोड़ देना किसी भारी कार्य को आरम्भ करके या किसी वस्तु को छूकर बिना उसका उपयोग किये छोड़ देना।
चूमना चाटना चूमना, प्यार करना।
चूर चूर करना किसी पदार्थ को तोड़ फोड़ कर उसके बहुत छोटे छोटे टुकड़े करना, नष्ट कर देना।
चूले ढीली होना अधिक परिश्रम के कारण बहुत थकावट होना, पस्त होना।
चूल्हा जलना भोजन बनना।
चूल्हा जलाना भोजन बनाना।
चूल्हा न्योतना घर के सब लोगों को निमंत्रण देना।
चूल्हा फूंकना भोजन पकाना।
चूल्हे में जाय नष्ट भ्रष्ट हो जाय।
चूल्हे में डालना नष्ट भ्रष्ट करना, दूर करना।
चूल्हे में पड़े नष्ट भ्रष्ट हो जाय, अस्तित्व मिट जाय।
चूल्हे से निकलकर भट्ठी में पड़ना छोटी विपत्ति से निकलकर बड़ी विपत्ति में फंसना।
चैक काटना चैक लिखकर देना।
चैता भूलना ध्यान न रहना, स्मरण न रहना।
चैहलाई करना भेंट और पूजा आदि संगह करने के लिए चेलों मंे घूमना।
चेला मूड़ना चैला बनाना, शिष्य बनाना।
चेहरा उड़ना लज्जा, शोक, चिन्ता या रोग के कारा किसी चेहरे का तेज जाते रहना, मुख मलीन होना, मुख पर उदासी छानप।
चेहरा तमतमाना गर्मी या क्रोध आदि के कारण चेहरे पर लाल हो जाना।
चेहरा पीला पड़ जाना रोग, भय आदि के कारा चेहरे पर पीलेपन की झलक आ जाना, आकृति से भय, उद्विग्नता, लज्जा, खेद, विषाद, ग्लानि आदि मनोभावों का प्रकट होना, सजीवता से लज्ता नष्ट होना।
चेहरा बिगड़ना मार खाने के कारण चेहरे की रंगत फीकी पड़ जाना।
चेहरा बिगाड़ना इतना मारना कि सूरत पहचानी न जाय, बहुत मारना।
चेहरा लिखाना (सेना में) नौकरी करना।
चेहरा सफेद हो जाना रोग या भय के कारण चेहरे पर सफेदी आ जाना, उसकी चमक, सुर्खी का गायब हो जाना।
चेहरा होना फौज में नाम लिखा जाना।
चेहरे पर मुर्दनी छाना मुख पर मृत्यु के चिन्ह प्रकट होना, अत्यधिक निराश या उदास होना।
चेहरे पर हवाईयां उड़ना आश्चर्य या विस्मय होना, भय, ग्लानि से चेहरे का रंग उड़ जाना।
चैन उड़ाना चैन करना, आनन्द करना।
चैन की वंशी बजाना बड़े आनन्द से दिन बिताना, निश्चिंत रहना।
चैन पड़ना शान्ति मिलना, सुख मिलना, कल मिलना।
चैन से कटना सूख पूर्वक समय बीतना, आराम से जिन्दगी बसर होना।
चोंच बन्द करना मुँह बन्द करना, चुप हो जाना।
चौड़े पर (कोई काम करना) सिर पर चढ़कर या सामने होकर (कोई काम करना)।
चौथ लगाना हग कर गुह का ढेर लगाना।
चोट उभरना चोट में फिर से पीड़ा होना, चोट खाये हुए स्थान पर फिर से दर्द करना।
चोट करना हमला या प्रहार करना। (हिंस जंतु का) काटना, डंसना।
चोट खाना आघात सहना, प्रहार सहना, घायल होना।
चोट खाली जाना वार का निशाने पर न बैठना, आक्रमण व्यर्थ होना।
चोट पर चोट पड़ना दुःख पर दुःख होना, हानि पर हानि होना।
चोट बचाना चोट न लगने देना।
चोटी कटाना बस में होना, गुलाम बनना।
चोटी कतरना बस में करना, अधीन करना।
चोटी करना सिर के बालों को एक में मिलाकर गूंथना।
चोटी का सबसे बढ़िया या अच्छा, सर्वोत्तम।
चोटी दबना दबाव में होना, काबू में होना।
(किसी की) चोटी हाथ मे होना दबाव में होना, काबू में होना।
चोटें चलना दो आदमियों का एक दूसरे पर (शब्द या शस्त्र से ) वार करना।
चोभा देना औषधि की पोटली में बांधकर उससे शरीर के किसी प्रीड़ित अंग को सेकना।
चोर पड़ना चोर का कुछ आकर चुरा ले जाना।
चोर पर मोर पड़ना धूर्त से धुर्तता होना, चालाक के साथ चालाकी होना।
चोरी चोरी छिपाकर, गुप्त रूप से।
चोरी लगना चोरी के दोष का आरोपण होना।
चोला छोड़ना मरना, प्राण त्यागना।
चोला बदलना एक शरीर का परित्याग करके दूसरा शरीर धारण करना (साधुओं की बोली)। नया स्वरूप धारण करना। रूप बदलना।
चोली दामन का साथ कभी न छूटने वाला साथ, बहुत अधिक घनिष्ठता।
चोर ढलना सिर पर चंवर हिलाया जाना।
चोंर ढालना सिर पर चोंर हिलाना।
चौक पूरना जमीन पर पूजा के लिए या मंगल अवसरों पर आटे, अधीर आदि से चौकोर चित्रण या अंकन करना।
चौकड़ी भूल जाना एक भी चाल न सूझना, बुद्धि का काम न करना, किंकर्तव्य विमूढ़ होना, सिरपिटा जाना, घबरा जाना, भैचक्का रह जाना।
चौका घोलना लीप-पांत कर बराबर करना, सत्यानाश करना, चौपट करना।
चौका बरतन करना बरतन मांजने और रसोई का घर लीपने पोतने का काम करना।
चौका देना, फेरना या लगाना लीप-पोत कर बराबर करना, सत्यानाश करना, चौपट करना। उ0- कियो तीन तेरह सबै चौका चौका लाय। हरिश्चन्द्र। किसी स्थान को गोबर या मिट्टी से लीपना।
चौकी जाना कसब कमाने जाना, खर्ची पर जाना।
चौकी देना बैठने के लिए कुरसी देना, कुरसी पर बिठाना, पहरा देना, रखवाली करना।
चौकी भरना पहरा पूरा करना, अपनी बारी के अनुसार पहरा किसी देवी या देवता के दर्शनों के मन्नत के अनुसार जाना।
चौखट न झांकना (किसी के घर) कभी न जाना।
चौखट लांघना घर के भीतर या बाहर जाना।
चौचंद पारना चबाव करना, बदनामी करनप।
चौथा का चांद भद्र शुक्ल चतुर्थी का चन्द्रमा जिसके विषय में प्रसिद्ध है कि यदि कोईै देख ले तो उसे झूठा कलंक लगता है।
चौथी का जोड़ा वह जोड़ा या लहंगा जो वर के घर से आता है और जिसे दुलहिन चौथी के दिन पहनती है।
चौथी खेलना विवाह के चौथे दिन दूल्हा दुलहिन का एक दूसरे के ऊपर मेवे, फल आदि फेंकना।
चौथी छुड़ाना चौथी की रीति करना।
चौथी छूटना चौथी के दिन वर कन्या के हाथों कंगन खुलना, चौथी की रीति होना।
चौपड़ मढ़ना चौपड़ खेलने के लिए उसकी विसात बिछाना।
चौपहरा देना चार चार पहर के अन्तर पर घोड़े से काम लेना।
चौमुखा दिया जलाना दिवाला निकालना, दिवालिया बनना।
चौरंग उड़ाना, करना, काटना तलवार आदि से किसी चीज को बहुत सफाई से काटना, एक में बंधे हुए ऊँट के चारों पैर को तलवार के एक हाथ से काटना।
चौरासी में पड़ना निरन्तर कई प्रकार के शरीर धारण करना, आवागमन केचक्र में पड़ना। उ0- चौरासी पर नाचत अस उपदेसत छविधारी। देवस्वामी।
चौवा करना चार उंगलियों में तागा आदि लपेटना।
छ
छंटा हुआ चुना हुआ, चालाक, चतुर, धूर्त।
छंटाक पर तौल में पाव का चौथाई भाग, बहुत थोड़ा, स्वल्प, कम।
छंटे छंटे फिरना दूर दूर रहना, साथ बचाना, कुछ सम्बन्ध या लगाव न रखना।
छकड़ा लादना छकड़े में बोझ या सामान भरना।
छक्का पंजा दांव पेंच, चालबाजी, छल कपट।
छक्का पंजा भूल जाना उपाय काम न करना, चाल न चलना, कर्तव्य सुझाई न पड़ना, बुद्धि का काम न करना।
छक्का छूटना होश हवास जाता रहना, होश उड़ना। बुद्धि का काम न करना, स्तब्ध होना, हिम्मत हारना, साहस छूटना, घबरा जाना, चालाकी या उपाय न सूझना, चालाकी न चलना, चकित होना।
छक्के छुड़ाना चकित करना, विस्मित करना, हैरान करना, साहस छुड़ाना, अधीर करना, घबरा देना, पस्त करना, पैर उखाड़ा देना, हौंसला पस्त कर देना।
छछूंदर के सिर में चमेली का तेल कोई बेमेल बात, अयोग्य व्यक्ति।
छछूंदर छोड़ना ऐसी बात कहना जिससे लोगों में हलचल मच जाय, आग लगाना, झगड़ा लगाना, खुराफात करना।
छटा हुआ चतुर, बदमाश।
छठी का दूध निकलना कठिन श्रम पड़ना, बहुत हैरानी होना, भारी संकट पड़ना, बचपन का खाया पिया निकलना।
छठी का दूध निकालना बहुत हैरान करना, अधिक परिश्रम लेना, बहुत कष्ट देना।
छठी का दूध याद आना सब सुख भूल जाना, बचपन की सारी ख्लिाई पिलाई निकल आना, घोर परिश्रम पड़ना, बहुत हैरानी होना, भारी संकट पड़ना, शेखी भूल जाना।
छठी का राजा पुश्तैनी अमीर, पुराना रईस। (व्यंग्य)। अन्य का दरिद्र।
छठी में न पड़ना भग्य में न होना, प्रकृति में न होना, प्रकृति विरूद्ध होना, स्वभाव के प्रतिकूल होना।
छड़ी छटांक बिना किसी संगी साथी के, अकेले एकाकी, बिना किसी बोझा या असबाब लिए।
छत बंधना बादलों का घेर कर छाना।
छनन मनन होना पूरी पकवान आदि बनाना।
छन्न होना सूख जाना, उड़ जाना।
छप्पर पर रखना दूर रखना, अलग रखना, रहने देना, छोड़ देना, चर्चा न करना।
छप्पर पर फूस न होना अत्यन्त निर्धन होना, कंगाल होना, अकिंचन होना।
छप्पर फाड़कर देना अनायास देना, बिना परिश्रम प्रदान करना, बैठे बिठाये अक्समात देना, घर बैठे पहुंचना।
छप्पर रखना एहसान रखना, बोझ रखना, निहारा लगाना, उपकृत करना, दोषारोपण करना, दोष लगाना, कलंक लगाना।
छर जाना भूत इत्यादि से डर जाना।
छर्रा पिलाना बन्दूक में छर्रे भरना।
छल छंद कपट, धोखेबाजी, चालबाजी। उ0- छोम छल छंदन कोबाढ़े। पाप दंद को फिकिर के फंदन को फाहिहै पैफारिहै। पद्माकर।
छल छेव कपट व्यवहार, कुटिलता का दांव पेच, छल छिद्र। उ0- जानति नहीं कहां ते सीखे चौरी के छल छेव। सूर।
छल पिलाना कटोरे बजा बजाकर राह चलते पथिकों को पानी पिलाना।
छलनी कर देना छेदों से भर देना, जर्जर कर देना।
छलनी में डालकर छाज उड़ाना बात का बतंगड़ करना, थोड़ी सी बुराई या दोष को बहुत बढ़ाकर कहना, थोड़ी सी बात का लेकर चारों और बढ़ा चढ़ाकर कहते फिरना, तिल का ताड़ बनाना।
छलनी हो जाना किसी वस्तु में बहुत से छेद हो जाना, किसी वस्तु का स्थान स्थान पर फटकर बेकाम हो जाना, बहुत जीर्ण हो जाना।
छलावा खेलना अगिया बेताल कमा इधर उधर दिखाई पड़ना। इधर उधर लुक फिरता हुआ दिखाई पड़ता देना।
छलावा सा बहुत चंचल। उ0- कर तें छटकि छूटी छलकि छलावा सी। हरिशचन्द्र।
छलावा हो जाना अदृश्या हो जाना।
छांटा देना किसी को छलपूर्वक संग साथ से अलग करना।
छांह छूना पास जाना, पास फटकना। उ0- माहीं लगी जग नाहीं मुबारक, छाहीं कुए छरके उछलै। मुबारक।
छांह न छूना पास तक न जाना।
छांह न छूने देना पास न फटकने देना, निकट तक न आने देना।
छांह पड़ना प्रभाव पड़ना।
छांह बचाना दूर दूर रहना, पास न जाना, अलग रहना।
छांह में होना ओट में होना, छिपता। उ0- पंथ अति कठिन पथिक कोऊ संग नाहिं तेज भए तारागन छांह भयो रवि है।
छाज में उड़ाना बात का बतंगड़ करना, थोड़ी सी बुराई या दोष को बहुत बढ़ाकर कहना। थोड़ी सी बात को लेकर चारों ओर बढ़ा चढ़ाकर कहते फिरना।
छाज की दाढ़ी बड़ी और चौड़ी दाढ़ी।
छाजों में बरसना बहुत पानी बरसना, मूसलाधार पानी बरसना।
छाती उड़ी जाना दुःख या आशंका से चित व्याकुल होना, कलेजा दहलना, जी घबड़ाना।
छाती उमड़ जाना प्रेम या करूणा के आवेग से हृदय परिपूर्ण होना, प्रेम या करूणा से गद्गद होना।
छाती उभरना युवावस्था आरम्भ होने पर स्त्रियों के स्तन का उठना बढ़ना।
छाती का जम दुःखदायक वस्तु या व्यक्ति, हर घड़ी कष्ट पहुंचाने वाला आदमी या वस्तु, कष्ट पहुंचाने क लिए सदा घेरे रहने वाला आदमी, घृष्ट मनुष्य ढीठ आदमी।
छाती कूटना छाती पर जोर जोर से हाथ पटकना, दुःख या शोक से व्याकुल होकर छाती पर हाथ पटकना, शोक के आवेग में हृदय पर आघात करना, मातम मनाना, ईष्या के अतिरेक से छाती पीटना।
छाती के किवाड़ खुलना छाती फटना, गहरी चीख निकलना।
छाती छलनी होना कष्ट या अपमान उहते सहते हृदय जर्जर हो जाना, बार-बार के दुःख या कुढ़न से चित का अत्यन्त व्यथित होना, दुःख फैलते फैलते या कुढ़ते कुढ़ते जी ऊब जाना।
छाती जलना कलेजे पर गर्मी मालूम होना, अजीर्ण आदि के कारण हृदय में जलन मालूम होना, शौक से हृदय व्यथित होना, हृदय दग्ध होना, मानसिक व्यथा होना, सन्ताप होना, ईष्या या क्रोध से चित्त सन्तप्त होना, जलन होना। उ0.- जौ वही भली नेक हू हो तो तो मिलि सबनि बताती। वह पापिनी दाहि कुल आई देखि जरत मोरि छाती। सूर।
छाती जलाना हृदय सन्तप्त करना, सन्ताप देना, मानसिक व्यथा पहुंचाना, जी जलाना, कष्ट पहुंचाना, कुढ़ाना, चिढ़ाना।
छाती जुड़ाना हृदय शीतल होना, चित शांत और प्रफुल्लित होना, मन का आवेग शांत होना, कामना पूर्ण होना, हौसला पूरा होना, हृदय शीतल करना, चित शांत करना, कामना पूर्ण करना, इच्छा या हौसला पूरा करना, मन का आवेग संग्रह करना। उ0- (क) लेहिं परस्पर अति प्रिय पाती, हृदय लगाय जुड़ावहिं छाती। तुलसी। (ख) खौजत रहेउं तोहिं सुत घाती। आज निपाति जुड़ावहुं छाती। तुलसी।
छाती ठंडी करना हृदय शीतल करना, चित शांत और प्रफुल्लित करना, मन का आवेग शांत करना, मन की अभिलाषा पूर्ण करना, हौसला पूरा करना।
छाती ठंडी होना हृदय शीतल होना, चित शांत और प्रफुल्लित होना, मन का आवेग शांत होना, कामना पूर्ण होना, हौंसला पूरा होना, जी की जलन मिटना।
छाती ठुकना हिम्मत बधना, साहस बंधना, चित में दृढ़ता होना।
छाती ठोककर कहना कोई कठिन कार्य करने की प्रतिज्ञा करना, विश्वास दिलाना।
छाती ठोकना किसी कठिन कार्य के करने की साहसपूर्वक प्रतिज्ञा करना, किसी भारी या कठीन कार्य को करने का दृढ़तापूर्वक निश्चय दिलाना, कोई दुष्कर कार्य करने का साहस प्रकट करना, हिम्मत बांधना।
छाती ढलना स्तनों का लटक जाना।
छाती तले रखना पास से अलग न होने देना, सदा अपने समीप या अपनी रक्षा में रखना, अत्यन्त प्रिय करके रखना।
छाती तले रहना पास रहना, आँखों के सामने रहना, अत्यन्त प्रिय होकर रहना।
छाती थामकर रह जाना ऐसा भारी शोक या दुःख अनुभव करना जो प्रकट न किया जा सके, कोई भारी मानसिक आघात सह कर स्तब्ध हो जाना, शोक से ठक रह जाना।
छाती दरकना दुःख से हृदय व्यथित होना, दुःख, शोक आदि से चित व्याकुल होना, अत्यन्त मानसिक क्लेश होना, अत्यन्त सन्ताप होना, ईष्या से हृदय व्यथित होना, चित में डाह होना, जी जलना, कुढ़न होना।
छाती देना बच्चे के मुंह में पीने के लिए स्तन डालना, दूध पीलाना, बच्चे को दूध पीलाना।
छाती पकड़ना किसी भय या आशंका से हृदय कंपित होना, कलेवा धक धक करना, खटके या डर से कलेजा जल्दी जल्दी उलझना, जी दहलना।
छाती निकालकर चलना सीना तानकर चलना, अकड़ कर चलना, ऐंठ कर चलना।
छाती पक जाना कष्ट का अपमान सहते सहते हृदय जर्जर हो जाना। बार-बार के दुःख या कुढ़न से चित का अत्यन्त व्यथित होना।
छाती पकड़ कर रह जाना ऐसा भारी शोक या दुःख अनुभव करना जो प्रकट न किया जा सके, कोई भारी मानसिक आघात सह कर स्तव्ध हो जाना, शोक से ठक रह जाना।
छाती पकना स्तनों पर क्षत होना, स्तनों में घाव होना।
छाती पत्थर की करना अत्यन्त शोक या दुःख सहने के लिए हृदय कठोर करना, भारी कष्ट या सन्ताप सह लेना या सहने के लिए प्रस्तुत होना।
छाती पत्थर की होना अत्यन्त शोक या दुःख सहने के लिए कड़ा होना, हृदय इतना कठोर होना कि वह शोक या दुःख का आघात सह सके।
छाती पर का जम हर घड़ी साथ लगा रहने या घेरे रहने वाला आदमी।
छाती पर कौदों दलना किसी को दिखाकर कोई ऐसा काम करना जिससे उसे ईष्या या ताप हो, ऐसी बात करना, जिससे किसी का जी दुख या क्रोध सन्ताप हो, किसी के सामने ही उसकी हानि या बुराई करना, अत्यन्त कष्ट पहुंचाना, खूब पीड़ित करना।
छाती पर चढ़कर ढाई चुल्लू लहू पीना कठिन दण्ड देना, प्राण दण्ड देना।
छाती पर चढ़ना कष्ट पहुंचाने के लिए पास जाना।
छाती पर घर कर ले जाना मरने पर अपने साथ ले जाना।
छाती पर पत्थर रखना किसी भारी शोक या दुःख के आघात का सहन दुःख सहने के लिए हृदय कठोर करना।
छाती पर फिरना घड़ी घड़ी ध्यान में आना, बार बार स्मरण होना।
छाती पर बाल होना उदारता, न्यायशीलता आदि के लक्षण होना।
छाती पर सांप लौटना दुःख से कलेजा दहल जाना, हृदय पर दुःख, शोक आदि का आघत पहुंचना, मन महोसना, मानसिक व्यथा होना, ईर्ष्या से मन व्यथित होना, डाह होना, जलन होना।
छाती पीटना छाती पर जोर जोर से हाथ पटकना, दुःख या शोक से व्याकुल होकर छाती पर हाथ पटकना, शोक के आवेग में हृदय पर आघत करना, मातम मनाना, ईष्या के अतिरेक से बार बार छाती पर हाथ पटकना।
छाती फटना दुःख से हृदय व्यथित होना, दुःख, शोक आदिसे चित व्याकुल होना, अत्यन्त मानसिक क्लेश होना, अत्यन्त सन्ताप होना। उ0- तुम बिन छिन छिन कैसे कटे। पलक ओट में छाती फटे। लल्लू। (ख) बल विलौकि विवरति नहिं छाती। रामा0। ईष्या से हृदय व्यथित होना, चित में डाह होना, कुढ़न होना,जल जलना।
छाती फुलाना अकड़कर चलना, तनप कर चलना, इतराना, घमंड करना, अभिमान दिलाना।
छाती पर आना प्रेम या करूणा के आवेग से हृदय परिपूर्ण होना, प्रेम या करूणा से गदगद होना। उ0- वारि विलोचन वांचत पाती। पुलकि गात मारि आई छाती। तुलसी। छाती में दूध भर आना, दूध उतरना, अत्यन्त दुःख होना।
छाती मसोसना चुपचाप हृदय में ऐसा घोर दुःख होना जो प्रकट न किया जा सके, मन ही मन संतप्त होना।
छाती में छेद पड़ना कष्ट या अपमान सहते सहते हृदय जर्जर होना, बार बार के दुःख या कुढ़न से चित अत्यन्त व्यथित होना। उ0- मेदिया सो मेद कहिवो। छेद सो छाती परो। सूर।
छाती में नासूर डालना बहुत कुढ़ाना, बहुत तंग करना।
छाती से पत्थर टलना किसी ऐसे भारी काम का हो जाना जिसका भार अपने ऊपर रहा हो, कठिन या बड़े काम के पूरे होने पर चित निश्चिन्त होना, ऐसे कार्य का पूरा हो जाना जिसका खटका सदा बना रहता हो, बेटी का ब्याह हो जाना।
छाती से लगाना आलिंगन करना, गले लगाना, प्यार करना, प्रेम से दोनों भुजाओं के बीच दबाना।
छाती से लगा रखना अपने पास से जाने न देना, प्रेमपूर्वक सदा अपने समीप रखना, अत्यन्त प्रिय करके रखना, अपनी देख-रेख और रक्षा में रखना।
छापा मारना हमला करना।
छार खार करना खाक-सियाह कर देना, नष्ट-भ्रष्ट करना।
छिपा रूस्तम वह जो देखने में सीधा साधा पर वास्तव में बहुत वीर हो।
छिया छरद करना छी छी करना, घिनाना, घृणित समझना। उ0- जो छिया छरद करि सकल संतन तजी तासु मतिमूढ़ रस प्रीति ठानी। सूर।
छियाकिया करना खराब या बरबाद करना, नष्ट भ्रष्ट करना।
छींक होना अपशकुन होना।
छींकते नाक काटना थोड़ी थोड़ी बात पर चिढ़ना या दण्ड देना, अत्याचार करना, छोटे से उपराध का बहुत बड़ा दण्ड मिलना।
छींकने पर नाक कटना छोटे से अपराध का बहुत बड़ा दण्ड मिलना।
छींटा कसना कटूक्ति कहना।
छींटा छोड़ना आक्षेप करना आक्षेप करना, व्यंग्य करना।
छींटा देना भड़काना, उकसाना।
छींटा फेंकना आक्षेप करना, व्यंग्य करना।
छी छी करना घिनाना, अरूचि या घृणा प्रकट करना। उ0-वैश भये विष भावे न भूशन भोजन को कहुहू नही इडी। मोच के साधन सोंध सधा, दधि दूध जो माखन आदिहु छो। छो।
छोका टूटना अनायास ऐसी घटना होना जिससे किसी को कुछ लाभ हो जाय, संयोग से बिना प्रयत्न किये कोई लाभ हो जाना।
छीर डालना धोती आदि में किनारे का तागा निकालकर फालर बनाना।
छुलहंड दिखाना मांगने पर किसी वस्तु को देने से इनकार करना या उसका अभाव बतलाना।
छुट्टा छरिंदा एकाकी, अकेला, जिसके साथ यात्रा में मा अवसाव या साथी न हो।
छुट्टी पाना झंझट से बचना, पीछा छुड़ाना, जवाबदेही या जिम्मेदारी से अलग होना।
छुट्टी पर जाना नियत कार्य से अवकाश ग्रहण करना।
छुट्टी मनाना अवकाश का दिन आनन्द से मनाना।
छुट्टी होना झंझट दूर होना, काम निपटाना, काम समाप्त होना।
छुट्टे हाथ खाली हाथ, हाथ में बिना छड़ी या हथियार आदि लिए।
छुरी कटारी रहना लड़ाई झगड़ा रहना, बिगाड़ रहना, बैर रहना।
छुरी कटारी लिए रहना लड़ने को तैयार रहना।
छुरी कटारी होना बैर होना, लड़ाई झगड़ा होते रहना।
छुरी चलना छुरी से लड़ाई होना, चीरने आदि के लिए छुरी का प्रयोग होना।
छुरी चलाना बहुत सताना, कष्ट देना, भारी हानि करना।
छुरी तले दम लेना अति क्लेश, विपत्ति में धैर्य धारण करना।
छुरी तेज करना उत्पीड़न, अपकार, हानि पहुंचाने की तैयारी करना।
छुरी तेज होना अनिष्ट करने या हानि हपुंचाने की तैयारी होना।
छुरी देना मारना, गला काटना।
छुरी फेरना किसी का अनिष्ट करना, या किसी को भारी हानि पहुंचाना।
छूंछा पड़ना व्यर्थ जाना, निष्फल होना।
छूंछा हाथ द्रव्य से खाली हाथ, बिना हथियार का हाथ।
छू करना मंत्र पड़कर फूंकना।
छू छू बनाना उल्लू बनाना, वेवकूफ बनाना।
छू बनना चलता बनना, गायब होना।
छू मंतर होना चट पट दूर होना, मिट जाना, गायब होना, जाता रहना, न रहना।
छू होना चलता बनना, चंपत होना, गायब होना, उड़ जाना, जाता रहना।
छूट पड़ना किसी पकड़ी या बंधी हुई वस्तु का अलग होकर नीचे गिर जाना।
छूत उतरना अशुचि स्पर्श का दोष दूर होना।
छूत झाड़ना मनहूस आदमी या भूत प्रेत की छाया का प्रभाव मंत्र से दूर करना।
छूने को होना रजस्वला होना।
छूने से होना रजस्वला होना।
छेड़ निकालना चिढ़ाने वाली बात करना।
(पत्तल में) छेद करना हानि करना।
छै जाना देर का फट जाना, किसी छेद का फैलकर इतना बढ़ जाना कि उसके आस पास का स्थान फट जाय।
छोटे मुंह बड़ी बात अपने हैसियत से बड़ी बात कहना, छोटे आदमी का बड़े के दोष निकालना, निंदा करना।
(किसी को) छोड़ या छोड़कर (किसी के) अतिरिक्त। सिवाय।
छोड़ छोड़ाई माफी।
ज
जंगल में मंगल सुनसान स्थान पर चहल पहल।
जंचा तुला सुपरिचित, सध या मंजा, अव्यर्थ, ठीक ठाक, जिसकी सच्चाई में कुछ भी सन्देह नहो।
जंजाल में पड़ना कठिनता में पड़ना, संकट में पड़ना, उलझन में फंसना।
जंजीर डालना पैर में बेड़ी डालना, बांधना, बंदी करना।
जंजीर बजाना कुंडी खटखटाना।
जंजीर लगाना कुंडी बंद करना।
जंतरी में खींचना तारों को जते में डालकर पतला और लम्बा करना, सीधा करना, दुरस्त करना, कजजि निकालना, टेढ़ापन दूर करना।
जंदरा ढीला होना कल पूर्जे बेकार होना, हाथ पैर सुस्त होना, नस ढीली होना, थकावट आना।
जई डालना अंकुर निकालने के लिए किसी अन्न को भिगोना या तर स्थान में रखना।
जई लेना किसी अन्न को इस बात की परीक्षा करने के लिए बोना कि वह अंकुरित होगा या नहीं।
जक बंधना रट लगना, धुन लगना। उ0- तब पद चमक चकवाने चंद्रचूड़ चख चितवत एकटक जक बंध गई है। चरण।
जकड़बंद करना खूब कसकर बांधना, अच्छी तरह फंसा लेना, पूरी तरह अपने अधिकार में कर लेना।
जख्म ताजा हो आना बीते हुए कष्ट का फिर लौट आना, गई हुई विपत्ति का फिर आ जाना, पिछला कष्ट फिर याद आना।
जख्म हरा होना बीते हुए कष्ट का फिर लोट आना।
जगत का साला वह आदमी जिसका धन, बडप्पन दूसरे की कृपा का फल हो।
जगह जगह सब स्थानों पर, सब जगह।
जटल काफिये उड़ाना वे सिर पैर की और व्यर्थ बातें करना।
जड़ उखाड़ना समूल नष्ट करना, बुराई करना, अहित करना।
जड़ काटना तबाह करने की कोशिश करना, भारी हानि पहुंचाना।
जड़ खोदना किसी प्रकार की हानि पहुंचाकर या बुराई करके समूल नाश करना, ऐसा नष्ट करना जिसमें वह फिर अपनी पूर्व स्थिति तक न पहुंच सके, अपकार या अहित करना।
जड़ जमाना दृढ़ या स्थायी होना, पौधे का अच्छी तरह जम जाना।
जड़ पकड़ना जमना, दृढ़ होना, मजबूत होना, पौधे का अच्छी तरह जम जाना।
जड़ पड़ना नींव पड़ना, बुनियाद पड़ना, चल या बढ़ सकने की स्थिति में होना।
जड़ बुनियाद से समूल जड़ से।
जड़ मूल से समूल, जड़ से।
जड़ में पानी देना जड़ खोदना।
जनम गंवाना व्यर्थ जनम या समय नष्ट करना, जीवन का सदुपयोग न करना।
जनम बिगड़ना धर्म नष्ट होना।
(किसी बात का) जनमघूंटी में पड़ना जन्म से ही (किसी बात को) आदत पड़ना, जन्म से ही इतना अभ्यस्त हो जाना कि उससे पीछा न छूट सके।
जनाना करना पर्दा करना, स्थान को पर्दे वाली स्त्रियों के आने जाने योग्य करना।
जनेऊ का हाथ पटेबाजी या तलवार का एक हाथ जिमसें प्रतिद्वंदी की छाती पर ऐसा आघात लगाया जाता है जैसे जनेऊ पड़ा रहता है।
जन्म जन्म सदा, नित्य।
जन्म बिगाड़ना बे धर्म होना, धर्म नष्ट होना।
जन्म में थूकना घृणापूर्वक धिक्कारना।
जन्म लेना पैदा होना।
जन्म हारना व्यर्थ जन्म खोना, दूसरे का दास होकर रहना।
जब जब जब कभी, जिस समय। उ0- जब जब होइ धरम की हानी, बाढ़े असुर अधम अभिमानी, तब तब प्रभु धरि मनूज शरीरा। हरहिं कृपानिधि सज्जन पीरा। तुलसी।
जब तक जीना तब तक सोना जीवन पर्यन्त किसी काम में लगे रहना। उ0- पेट के बैट बेगारहि में जब लौ जियना तब लौ सियना है। पद्माकर।
जब तब कभी कभी।
जब देखे तब सदा, सर्वदा, हमेशा।
जब होता है तब प्रायः बराबर।
जबड़ा फाड़ना मुँह खोलना, मुँ फाड़ना।
जबह करना बहुत कष्ट देना, अत्यन्त दुःख देना।
जबान खींच लेना ऐसा कठोर दण्ड देना कि दण्डित व्यक्ति बोलने के योग्य न रह जाय।
जबान खींचना बहुत अनुचित या घृष्टतापूर्ण बातें करने के लिए कठोर दण्ड देना।
जबान खुलना मुँह से बात निकलना, बच्चे का बोलने लगना।
जबान खुलवाना बोलने, जवाब देने या कोई अप्रिय बात कहने को विवश करना, मुँह खुलवाना।
जबान खुश्क होना बहुत प्यासा होना, बहुत बातें करना।
जबान खोलना मुँह से बात निकालना, बोलना, शिकायत करना।
जबान चलना मुँह से जल्दी जल्दी शब्द निकलना, मुँह से अनुचित शब्द निकलना, खाया जाना, मुँह चलना।
जबान चलाना बोलना, विशेषतः जल्दी जल्दी बोलना, मुँह से अनुचित शब्द निकालना।
जबान चलाये की रोटी खाना चापलूसी से पेट पालना।
जबान चाटना ओठ चाटना।
जबान टूटना (बालक का) किलष्ट शब्दों का शुद्ध, स्पष्ट उच्चारण करने लगना।
जबान ढालना मांगना, याचना करना, पूछना, प्रश्न करना।
जबान थामना किसी को अपनी बात कहने से रोकना, बोलने न देना, वचन में दोष, गलती निकालना, टोकना।
जबान देना प्रतिज्ञा करना, वचन देना, वादा करना।
जबान पकड़ना बोलने न देना, कहने से रोकना, वक्त में दोष निकालना।
जबान पर आना कहा जाना, किसी बात का मुँह से निकलना।
जबान पर ताला लगाना (कुत्सित, व्यर्थ) न बोलना।
जबान पर मुहर होना जबान बंद होना, बोल न सकना।
जबान पर रखना किसी चीज को थोड़ी मात्रा में खाकर उसका स्वाद देखना, चखना, स्मरण रखना, याद रखना।
जबान पर लाना मुँह से कहना, बोलना, बयान करना।
जबान पर होना हर दम याद रहना, स्मरण रहना, चर्चा का विषय होना।
जबान पलटना बात कहकर मुकरना, वचन भंग करना।
जबान बंद करना चुप होना, बोलने से रोकना, विवाद में हराना।
जबान बंद रखना (कुत्सित, व्यर्थ) न बोलना।
जबान बंद होना मुँह से शब्द न निकलना, विवाद में हार जाना, निग्रह स्थान में आना, चुप रहने को विवश होना।
जबान बदलना कही हुई बात से फिर जाना, वचन भंग करना।
जबान बिगड़ना मुँह से अपशब्द निकलने का अभ्यास होना, मुँह का स्वाद इस प्रकार खराब होना कि खाने की चीज अच्छी न लगे, जबान चटोरी होना।
जबान में कांटे पड़ना जबान का सूखकर खुरदरा हो जाना।
जबान में खुजली होना लड़ने, उलझने को जी चाहना।
जबान में (पर) ताला लगना चुप रहना, मौनावलम्बन करना।
जबान में लगाम न होना अनुचित बातें कहने का अभ्यास होना, सोच समझकर बोलने के अयोग्य होना, बिना सोचे समझे बोलने की आदत होना, मुँहफट हो जाना।
(मुँह में) जबान रखना बोलने में, उत्तर देने में समर्थ होना।
जबान रूकना बोलने में अटकना, चूप होना।
जबान रोकना जबान पकड़ना, चुप करना, बोलना बंद करना।
जबान सम्भालना मुँह से अनुचित शब्द निकलने न देना, सोच समझकर बोलना।
जबान से निकलना अच्चारित होना, कहा जाना।
जबान हारना प्रतिज्ञा करना, वचन देना, वादा करना।
जबान हिलाना बोलने का प्रयत्न करना, मुँह से शब्द निकालना।
जबाने हाल से कहना बिना कहे, स्थिति से प्रकट होना।
जब्ती में आना जब्त हो जाना।
जब्त करना बहुत कष्ट देना।
जम हो जाना न टलना, पीछा न छोड़ना।
जमा मारना अनुचित रूप से किसी का धन ले लेना।
जमाना उलटना समय का एकबारगी बदल जाना, नया युग उपस्थित हो जाना।
जमाना देखना अनुभव प्राप्त करना।
जमाना देखी होना अनुभवी होना।
जमाना पलटना अच्छे दिन से बुरे या बुरे दिन से अच्छे दिन आना।
जमाना बदलना अच्छे दिन से बुरे या बुरे दिन से अच्छे दिन आना।
जमाने की गर्दिश समय का उलट का फेर, दिन का फेर।
अमीन आसमान एक करना अत्यधिक परिश्रम या उद्योग करना, बहुत बड़े उपाय करना, हलचल मचाना, दुनिया छान मारना।
जमीन व आसमान का फर्क अत्यधिक अन्तर, आकाश पाताल का अन्तर।
जमीन आसमान के बुलावे मिलाना बहुत डींग हांकना, बहुत शैखी करना, अत्युक्ति करना, झूठ का पुल बांधना।
जमीन का पांच तले से खिसक जाना भय या घबराहट से खड़ा न रह सकना।
जमीन का पैबंद होना दफन होना, मरना।
जमीन चूमना मुँह के बल गिरना, जमीन से माथा टेककर (राजा आदि को) प्रणाम करना।
जमीन दिखाना गिराना, पटकना, नीचा दिखाना।
जमीन देखना गिर पड़ना, पटका जाना, नीचा देखना।
जमीन नापना अधिक यात्रा करना, बेकार फिरते रहना।
जमीन पकड़ना जम कर बैठना (कुश्ती में) चित न होना।
जमीन पर आना (कुश्ती में) नीचे आना।
जमीन पर चढ़ना घोड़े को तेज दौड़ने का अभ्यस्त होना, किसी कार्य का अभ्यस्त होना।
जमीन पर पांव न पड़ना बहुत अभिमान होना।
जमीन पर पांव न रखना बहुत इतराना, बहुत अभिमान करना।
जमीन बांधना किसी कार्य के लिए पहले प्रणाली निश्चित करना, अस्तर लगाकर चित्र की जमीन तैयार करना, भूमि का बांधना, पेशबंदी करना।
जमीन में गड़ जाना अत्यनत लज्जित होना, लज्जा से सिर उठा न सकना।
जमीन सूंघना पीनक लेना, ऊँघना।
जय बोलना विजय की कामना, समृद्धि चाहना।
जय मनाना विजय कल्याण की कामना करना, समृद्धि चाहना।
जय हो आशीर्वाद जो ब्राह्मण लोग प्रणाम के उत्तर में देते हैं।
जरदी छाना किसी मनुष्य के शरीर का रंग बहुत दुर्बलता, खून की कमी या किसी दुर्घटना आदि के कारण पीला हो जाना।
जरब देना चोट लगाना, पीटना। उ0- दगा देत दूतन चुनौती चित्र गुप्तै देत जम को जरब देत पापी लेत शिव लोक को। पद्माकर। गुणा करना।
जरीब डालना भूमि को जरीब से नापना।
जरूरियात से फारिग होना शौचादि से निवृत्त होना।
जल बलना जलना।
जल भुनकर कबाब होना बहुत कुद्ध होना, आग बबूला होना।
जल भुनकर कोयला होना बहुत कुद्ध होना, आग बबूला होना।
जल भरना डाह या ईर्ष्या आदि के कारण बहुत कुढ़ना, द्वेष आदि के कारण बहुत व्यथित हो उठना, आत्मघात करना, जलकर मर जाना। उ0- तुम अपनायो तब जहिहों जब मन फिरि परिहै, हरिखिहै न अति आदरे निदरे न जरि मरिहै। तुलसी।
जलकर कवाब होना बहुत कुद्ध होना, आग बबूला होना।
जलकर कोयला होना बहुत कुद्ध होना, आग बबूला होना।
जलकर खाक होना अति कुपित होना, आग बबूला होना।
जलकर लाल होना अति कुपित होना, आग बबूला होना।
जलती आग भयानक आपत्ति।
जलती आग में कूदना जान बूझकर भारी विपत्ति में फंसना।
जलती आग मे घी डालना झगड़ा बढ़ाना, ऐसी बात करना जिससे क्रोध और बढ़ जाय।
जलती आग में तेल डालना झगड़ा बढ़ाना, ऐसी बात करना जिससे क्रोध और बढ़ जाय।
जलन निकालना द्वेष या ईष्या से उत्पन्न इच्छा पूरी करना।
जलना भुनना कुढ़ना।
जला-बला क्रोध में उबलता हुआ, बहुत कुद्ध।
जला जला कर मारना बहुत दुःख देना, खूब तंग करना।
जला भुना अति कुपित, क्रोध में उबलता हुआ।
जली कटी बात वह लगती हुई बात जो द्वेष, डाह या क्रोध के कारण बहुत व्यथित होकर कही जाय। तीखे व्यंग्य ;सुनना।
जली-कटी सुनाना डाह या क्रोध आदि के कारण कड़वी बातें कहना।
जले को जलाना दुःखी को दुःख देना।
जले पर नमक छिढ़कना किसी दुःखी या व्यथित मनुष्य को और अधिक दुःख या व्यथा पहुंचाना।
जले पर लोन देना दुःख पर दुःख देना। उ0- अति कटु वचन कहति मानहु लोन जलें पर देई। तुलसी।
जले पांव की बिल्ली जो स्त्री हरदम घूमती फिरती रहे और एक स्थान पर न ठहर सके।
जले फफोड़े फोड़ना दुखी या व्यथित को किसी प्रकार, विशेषकर अपना बदला चुकाने की इच्छा से और अधिक दुखी या व्यथित करना, भड़ास निकालना।
जवानी उठना यौवन का प्रारम्भ होना, तरूणार्थ का आरम्भ होना।
जवानी उतरना उमर ढलना, बुढ़ापा आना।
जवानी चढ़ना यौवन का आगमन होना, तरूणाई का प्रारम्भ होना मद पर आना, मदभाव होना।
जवानी ढलना जवानी उतरना, बुढ़ापा आना, युवावस्था का जाता रहना।
जवानी दीवानी है जवानी के जोश में आदमी बहुत सी भूले करता है।
जवानी फटी पड़ना योजवन का पूर्ण विकास होना, जवानी का खिल उठना।
जवानी में माँझा ढीला भरी जवानी में अशक्तता दिखाना।
जवानी में फल पाये जवानी से सुख भोगे (आशीर्वाद)।
जवाब तलब करना (किसी बात का) कारण पूछना।
जवाब देना नौकरी से अलग करना, इनकार करना, छोड़ना, अलग होना, बेकार मिलना।
जवाब मिलना निषेधात्मक उत्तर मिलना।
जहन्नुम में जाय चूल्हे में जाय, हमसे कोई सम्बन्ध नहीं। (इस मुहावरे का प्रयोग दुःख जनित उदासीनता प्रकट करने के लिए होता है)।
जहमत उठाना दुःख भोगना।
जहमत में पड़ना झंझट में फंसना, बखेड़े में पड़ना।
जहर उगलना ममभेदी बात कहना, द्वेषपूर्ण बात कहना, जली कटी कहना।
जहर कर देना किसी खाद्य पदार्थ को इतना कडुवा कर देना कि उसका खाना कठिन हो जाय, अत्यधिक कटु, अप्रिय या दुःखद बात कह देना कि भोजन का स्वाद सुख जाता रहे, अप्रिय बना देना।
ज़हर का घूंट बहुत कड़वा, बे स्वाद या कड़ुवा होने के कारण न खाने योग्य, अति अप्रि, असहय बात।
ज़हर का घूंट पीना विवशता के कारण क्रोध को मन ही मन दबा रखना, क्रोध को प्रकट न होने देना, अत्यधिक क्रोध आने पर भी चुप रह जाना, असहय को सह लेना।
ज़हर का घूंट पीकर रह जाना विवशता के कारण क्रोध को मन ही मन दबा रखना, क्रोध को प्रकट न होने देना, अत्यधिक क्रोध आने पर भी चुप रह जाना, असहय् को सह लेना।
ज़हर का बुझाया हुआ बहुत अधिक उपद्रवी या दुष्ट।
ज़हर की पुड़िया भारी उपद्रवी।
(किसी बात पर) ज़हर खाना किसी बात से खिन्न, दुःखी होकर आत्महत्या का यत्न करना।
ज़हर देना ज़हर पिलाना, ज़हर खिलाना।
ज़हर मार करना अनिच्छा या अरूचि होने पर भी जबरदस्ती खाना।
ज़हर मारना विष के प्रभाव या शक्ति को दबाना या शान्त करना।
ज़हर मिलाना किसी बात को अप्रिय कर देना।
ज़हर में बुझाना धारदार (चीर, छुरी तलवार,कटार आदि) हथियारों को विषाक्त करना, किसी बात या काम को अप्रिय बनाना।
ज़हर लगना बहुत अप्रिय जान पड़ना।
जहां का तहां जिस जगह पर हो, उसी जगह पर।
जहाँ तहाँ इतस्तत:, इधर उधर, सब जगह, सब स्थानों पर।
जहाज का कौआ वह कौवा जो किसी जहाज के टूटने के समय उस पर बैठ जाता है और जहाज के बहत दूर समुद्र में निकल जाने पर जब वह उड़ता है तब चारों ओर कहीं स्थल न देखकर फिर उसी जहाज पर आ बैठता है। उ0- काम जहाज को सूझत और न ठोर। तुलसी। बहुत बड़ा धूर्त। मारी चालाक।
जा धमकना एकाएक पहुंच जाना।
जा निकलना अचानक पहुंच जाना।
जा पड़ना अकस्मात जा पहुंचना।
जा पहुंचना अकस्मात पहुंचना।
जा रहना किसी स्थान पर जाकर वहां ठहरना, टिकना।
जा लेना आगे बढ़कर किसी के पास पहुंचना या साथ होना, भागने वाले को पकड़ लेना।
जांगर थकना प्रत्यक्ष, साक्षात। उ0- जाहिरै जागति सी जमुना जब जूड़े बहै उमहै वह बैनी। पद्माकर। प्रकाशित।
जादू उतरना जादू का असर दूर होना।
जादू चलना जादू का असर होना, बात का असर होना।
जादू जगाना प्रयोग प्रारम्भ करने से पहले जादू को चैतन्य करना।
जादू डालना जादू करना।
जादू मारना जादू का प्रयोग करना।
जादू वह जो सिर पर चढ़कर बोले उपाय वहीं अच्छा है जो सफल हो और विरोधी को भी मानना पड़े।
जान आँखों में आ जाना आसन्नमरण होना।
जान आना जी ठिकाने होना, चित में धैर्य होना, चित स्थिर होना, शांति होना, शोभा बढ़ना, ओज का बढ़ना।
जानकर अनजान होना किसी बात के विषय में जानकारी रखते हए भी किसी को चिढ़ाने, धोखा देने या अपना मतलब निकालने के लिए अपनी अनभिज्ञता प्रकट करना।
जान का अज़ाब जी का जंजाल, झंझट, बखेड़ा।
जान का गाहक प्राण लेने की इच्छा रखने वाला, मार डालने का यत्न करने वाला, भारी शत्रु, बहुत तंग करने वाला, पीछा न छोड़ने वाला।
जान का नुकसान प्राण हानि, किसी दुर्घटना मे मनुष्यों का मरना या मारा जाना।
जान का रोग ऐसा दुःखदायी व्यक्ति या वस्तु जो पीछा न छोड़े। सब दिन कष्ट देने वाला, भारी जंजाल।
जान का लागू जान का दुश्मन।
जान को अमान प्राण रक्षा, प्राणदान (पाना, मांगना)।
जान की खैर प्राण रक्षा, कुशल।
जान की तरह रखना तनिक भी कष्ट न पहुंचने देना, सुख सुपास का विशेष ध्यान रखना, बहुत समझाकर रखना।
जान की पड़ना जान बचाने की चिन्ता होना, प्राण मय होना।ै
जान के लाले पड़ना प्राण बचना कठिन दिखाई देना, जी आ बनना, उबरने की आशा न रहना।
जान को जान न समझना प्राण जाने की परवाह न करना, अत्यधिक कष्ट सहना या परिश्रम करना, किसी को अत्यन्त कष्ट या दुःख देना, किसी के साथ निष्ठुर व्यवहार करना।
(किसी की) जान को रोना किसी के कारण कष्ट पाकर उसका स्मरण करते हुए दुखी होना, किसी के द्वारा पहुंचाये हुए कष्ट को याद करके दुखी होना।
जान खपाना (किसी काम में) बहुत श्रम करना, कष्ट उठाना।
जान खाना तंग करना, बार बार घेरकर परेशान करना, किसी बात के लिए बार बार कहना।
जान खोना जान देना, किसी दुःख में घुलना।
जान चुराना किसी काम से भागना।
जान छुड़ाना प्राण बचाना, किसी झंझट से छुटकारा करना, किसी अप्रिय या कष्टदायक वस्तु को दूर करना, संकट टालना, छुटकारा करना, निस्तार करना, पीछा छुड़ाना।
जान छूटना किसी झंझट या आपत्ति से छुटकारा मिलना, किसी अप्रिय या कष्टदायक वस्तु का देर होना, निस्तार होना।
जान जाना प्राण निकलना, मृत्यु होना, किसी पर अत्यधिक प्रेम होना।
जान जोखिम होना प्राण जाने का भय होना।
जान जोखों प्राण जाने का भय।
जान दूभर होना जीवन कटना कठिन जान पड़ना, जीना मार मालूम होना, दुःख पड़ने के कारण जी ने की इच्छा न रह जाना।
जान देना प्राण त्याग करना, मरना, किसी के किसी कर्म के कारण प्राण त्याग करना, किसी के किसी काम रूष्ट या दुखी होकर मरना, किसी पर प्राण न्योछावर करना, किसी को प्राण में बढ़कर चाहना, किसी को अत्यधिक चाहना, किसी वस्तु के लिए अत्यधिक व्यग्र होना, किसी वस्तु की प्राप्ति या रक्षा के लिए बेचैन होना, दांत से पकड़े रहना, व्यय या हानि सह न सकना।
जान निकलना प्राण निकलना, मरना, भय के मारे प्राण सूखना, डर लगना, अत्यधिक कष्ट होना, घोर पीड़ा होना।
जान निसार करना दूसरे के लिए मरना, प्राणोत्सर्ग करना।
जान पड़ना प्राण संचार होना, शक्ति आना, हरा-भरा होना, मालूम होना, अनुभव होना।
जान पर जा बनना प्राण भय होना, प्राण बचना कठिन दिखाई देना, आपत्ति आना, चित्त संकट में पड़ना, हैरानी होना, नाक में दम होना, गहरी व्यग्रता होना।
जान पर खेलना प्राणों को भय में डालना, जान जोखिम में डालना, बड़े साहस का काम करना।
जान पर नौबत आना जान जाने का डर होना, भारी संकट में पड़ना।
जान बचाना प्राण रक्षा करना, पीछा छुड़ाना, किसी कष्टदायक या अप्रिय वस्तु को दूर रखना, निस्तारण करना।
जान-बूझकर भूल से नहीं, अनजान में नहीं, पूरे संकल्प के साथ, नीयत के साथ।
जान भारी होना जीना दुःखद हो जाना, जिन्दगी से ऊब जाना।
जान मारकर काम करना जी तोड़कर काम करना, अत्यधिक परिश्रम से काम करना।
जान मारना प्राण हत्या करना, सताना, दुःख देना, तंग करना, अत्यधिक परिरम कराना।
जान में जानकारी में, जहां तक कोई जानता है वहां तक।
जान में जान आना धैर्य बंधना, ढाढस होना, चित स्थिर होना, व्यग्रता, घबड़ाहट या भय आदि का दूर होना।
जान में जान होना जिन्दा होना (जब तक जान में जान है)।
जान रखना समझ रखना, ध्यान में रखना, मन में बैठाना, हृदयगम करना।
जान लड़ाना जी जान से, जी तोड़ कोशिश करना।
जान लबों पर आना आसन्नमरण होना, प्राणांतक कष्ट होना।
जान लेना मार डालना, प्राणघात करना, तंग करना, दुःख देना, पीड़ित करना।
जान सी निकलने लगना कठिन पीड़ा होना,बहुत दुःख होना।
जान सूखना प्राण सूखना, भय के मारे स्तब्ध होना, होश हवास उड़ना, अत्यधिक कष्ट होना, बहुत बुरा लगना, खलना।
जान सूली पर होना जान खतरे में होना, भारी परेशानी में होना।
जान से गुजर जाना मर जाना
जान से जाना प्राण खोना, मरना।
जान से तंग आना जीना असहय हो जाना, जीने से ऊब जाना।
जान सक बेज़ार होना जीना असहय हो जाना, जीने से ऊब जाना।
मान से मारना मार डालना, प्राण ले लेना।
जान से हाथ धोरा प्राण गंवाना, मर जाना।
जान हलाकान करना सताना, तंग करना, हैरान करना।
जान है तो जहान है दुनिया का सब सुख जिन्दगी के साथ है।
जान होठों पर आना प्राण कंठगत होना, प्राण निकलने पर होना, अत्यन्त कष्ट होना, घोर पीड़ा होना।
जाने देना छोड़ देना, क्षमा कर देना।
जाने दो क्षमा करो, त्याग करो, छोड़ दो, चर्चा छोड़ो, प्रसंग छोड़ो, ध्यान मत दो।
जाम चलना शराब का दौर चलना, प्याले पर प्याला पीते जाना।
जाने में फूला न समाना अत्यन्त आनन्दित होना।
जामे से बाहर होना आपे से बाहर होना, अत्यधिक क्रोध करना, अति प्रसन्न होना।
जायजा देना हिसाब समझाना।
जायजा लेना पड़ताल करना, जांचना।
जारी करना निकालना, चलाना, आरम्भ करना।
जाल डालना पानी में जाल फेंकना, फैलाना।
जाल फैलाना चिड़ियों आदि को फंसाने के लिए जाल लगाना, किसी को फंसाने के लिए युक्ति करना।
जाल फेंकना पानी में जाल फेंकना, फैलाना।
जाल बिछाना फंसाने की युक्ति रखना।
जाल में फंसना धोखा खाना, किसी के फरेब मे आना।
जिन्दगी के दिन पूरा करना दिन काटना, जीवन बिताना, मरने को होना, आसन्न मृत्यु होना।
जिन्दगी बसेर करना जीवन बिताना, जीवन यापन करना।
जिन्दगी से बेजार होना जीने से निराश होना, जीवन से मृत्यु की अधिक पसन्द करना।
जिन्दगी में मौत का मजा चखना बहुत कष्ट भोगना।
जिउ तपना जी जलना।
जिगर कबाब होना कलेजा पकना, बुरी तरह कुढ़ना।
जिगर के टुकड़े होना दिल पर भारी दुःख होना।
जिगर थामकर बैठ जाना असह्य आघात, पीड़ा से व्याकुल होना।
जिद चढ़ना हठ करना।
जिद पकड़ना हठ करना।
जिद पर आना हठ करना, अड़ना।
जिन्न का साया जिन्न का सिर पर सवार होना।
जिन्न चढ़ना गुस्से में पागल हो जाना।
जिधर तिवर जहां तहां, इधर उधर, बे ठिकाने।
जिफायत करना आदर सत्कार करना, खाना, खिलाना, मौज देना।
जियारत लगना मेला लगना, दर्शन के लिए दर्शकों की भीड़ होना।
जिरह काढ़ना खेद विनोद करना, अत्यधिक पूछताद करना, बात में बात निकासलना, खुचुर निकालना।
जिला देना मांगकर तथा रोगा आदि चढ़ाकर चमकाना, सिकली करना।
जिला बोलना दयर्थक बात कहना, व्यंग्योक्ति करना।
जिल्लत उठाना अपमानित होना, तुच्छ होना, हेठा ठहरना।
जिल्लत देना अपमानित करना, तुच्छ होना, हेठा ठहराना।
जिल्लत पाना अपमानित होना।
जिसका खाना गुर्राना जिसका अन्न खाना उसी को आंख दिखाना, उपकार न मारना।
जिहन खुलना बुद्धि का विकास होना।
जिहन में जाना समझ में आना।
जिहन लड़ना बुद्धि का काम करना, बुद्धि पहुंचना।
जिहन लड़ाना सोचना, बुद्धि दौड़ाना, ऊहापोह करना।
जिह्वाग करना कंठस्थ करना, जबानी याद करना। उ0- अमुष्य विद्या जिह्वाग नर्तकी। नैष0।
जिह्वाग्र होना जवानी याद होना।
जी अच्छा होना चित्त स्वस्थ होना, रोग आदि की पीड़ा या बेैचनी न रहना, निरोग होना।
(किसी पर) जी आना (किसी से) प्रेम होन, हृदय का किसी के प्रेम में अनुरक्त होना।
जी उकताना चित्त का उचाट होना, चित्त न लगना, एक ही अवस्था में बहुत काल तक रहते रहते परिवर्तन के लिए चित्त व्यग्र होना, तबीयत घबड़ाना।
जी उचटना चित्त न लगना, चित्त का प्रवृत न होना, मन हटना, किसी कार्य, वस्तु या स्थान आदि के विरक्ति होना।
जी उठना चित्त न लगना, चित्ता का प्रवृत न होना, मन हटना, किसी कार्य वस्तु या स्थान आदि से विरक्ति होना, मरे हुए का जी जाना, सूखे हुए का हरा हो जाना।
जी उठाना चित्त हटाना, मन फेर लेना, विरक होना, अनुरक्त न रहना।
जी उड़ा जाना भय, आशंका आदि से चित्त सहसा व्यग्र हो जाना, चित्त चंचल हो जाना, धैर्य जाता रहना, जी में घबराहट होना।
जी उदास होना चित्त खिन्न होना।
जी उलझना दिल घबराना।
जी उलट जाना मन का वश में न रहना, चित्त चंचल और अयवथित हो जाना, चित्त विक्षिपत हो जाना, होश हवास जाता रहना, मन फिर जाना, चित्त विरक्त होना।
जी करना हिम्मत करना, हौसला करना, साहस करना, जी चाहना, इच्छा होना।
जी कल्लाना चित्त को दुःख पहुंचना।
जी कांपना भय, आशंका आदि से कलेजा धक धक करना, हृदय थर्राना, डर लगना।
जी का जीवटवाला, जीगरेवाला, साहसी, हिम्मती। उ0- धनी धरनी के नीके आपुनी अनी के संगी आवें जुरि जीके मो नजी के गरजी के सो। गोपाल।
जी का गाइक प्राण लेने वाला, मार डालने की ताक में रहने वाला, दिल करने वाला।
जी का बुखार निकालना हृदय का उद्वेग बाहर करना, क्रोध, शेक, दुःख आदि के वेग को रो-कलप कर या वक-फक कर शान्त करना, मन का दुःख या व्यथा कहकर प्रकट करना और इस प्रकार जी हलका करना।
जी का बोझ हलका होना ऐसी बात का दूर होना जिसकी चिंता चित्त में बराबर रहती आई हो, खटका मिटना, चिन्ता दूर होना।
जी की अमान मांगना प्राण रक्षा को प्रार्थना करना, किसी काम के या किसी बात के कहने के पहले उस मनुष्य के प्राण रक्षा करने या अपराध क्षमा करने की प्रार्थना करना जिसके विषय में यह निश्चय हो कि उसे उस काम के होने या उस बात के सुनने से अवश्य दुःख पहुंचेगा।
जी की आ लगना प्राणों पर आ बनना, प्राण बचना कठिन हो जाना, संकट से पीछा छुड़ाना कठिन हो जाना।
जी की घुंडी खोलना हृदय की गांठ खोलना, चित्त से दुर्भाव या द्वेश निकालना।
जी का जी में रहना मनोरथों का पूरा न होना, मन में ठानी, सोची या चाही हुई बातों का न होना।
जी की निकालना मन की उमंग पूरी करना, मनोरथ पूरा करना, हृदय का उद्गार निकालना, क्रोध, दुःख, द्वेष आदि को बक-फक कर शांत करना, बदला लेने की इच्छा पूरी करना।
जी की पड़ना प्राण बचाने की चिंता होना, प्राण बचाना, कठिन हो जाना, ऐसे भारी झंझट में फंस जाना कि पीछा छुड़ाना कठिन हो जाय। उ0- सब असबाब दाड़ों मैन काढ़ो तेन काढ़ो जिय की परी सभारे सहन भंडार की। तुलसी।
(किसी के) जी को जी न समझना (किसी के) कष्टों आदि की कुछ भी परवाह न करना।
जी को न लगना चित्त में अनुभव होना, हृदय में वेदना होना, सहानुभूति होना, प्रिय लगना, भाना, अच्छा लगना।
जी को मारना मन की इच्छाओं को रोकना, चित्त के उत्साहों को न पूरा करना, सन्तोष धारण करना।
जी का रोग लगना किसी बात की चिन्ता करना।
जी को लगना दिल पर असर होना, चोट पहुंचना।
जी खटकना चित्त में खटका या सन्देह उत्पन्न होना, हानि आदि की आशंका से (किसी काम के करने से) जी हिचकना।
जी खट्टा करना जी फेर देना, चित्त में घृणा या विरक्ति उत्पन्न कर देना, चित्त विरक्त करना, हृदय में दुर्भाव उत्पन्न करना।
जी खट्टा होना चित्त हट जाना, मन फिर जाना य विरक्त होना, अनुराग न रहना, घृणा होना, चित्त प्रसन्न होना।
जी खपाना चित्त तन्मय करना। (किसी काम में) जी लगाना, नितान्त दत्चित होना, जी तोड़कर किसी काम में लगना, प्राण देना, अत्यन्त कष्ट उठाना।
जो खरा खटा होना चित्त चलायमान होना, डिगना, बुरी नियत होना।
जी खुलना संकोच छूट जाना, धड़क खुल जाना, किसी काम मे करने में हिचक न रह जाना।
जी खोना जान देना, दिल का हाथ में न रहना।
जी खोलकर बेधड़क, बिना किसी संकोच के, बिना किसी प्रकार के भय या लज्ता के, बिना हिचके, जितना जी चाहे बिना अपनी ओर से कोई भी कमी किये, मनमाना, यथेष्ट।
जी गंवाना प्राण देना, जान खोना।
जी गिरा जाना जी बैठा जाना, तबीयत सुस्त होती जाना, शिथिलता आती जाना।
जी घबराना चित्त व्याकुल होना, मन व्यग्र होना, मन न लगना, जी उबना।
जी चलना जी चाहना, इच्छा होना, जी आना, चित्त मोहित होना।
जी चला वीर, शूर, दानवीन, उदार, रसिक, सहृदय।
जी चलाना इच्छा करना, मन दौड़ाना, चाह करना, हिम्मत बांधना, साहस करना, हौंसला बढ़ाना।
जी चाहना मपोमिलाष होना, मन चलना, इच्छा होना।
जी चुराना हीला हवाली करना, किसीकाम से भागना, मन न लगना।
जी चाहे यदि इच्छा हो (तो)। यदि मन में आवे।
जी छुपाना किसी काम या बात से बचने के लिए हीला हवाली करना या युक्ति रचना, किसी काम से भागना।
जी छूटना हृय की दृढ़ता न रखना, साहस दूर होना, निराश होना, उत्साह जाता रहना, थकावट आना, शिथिलता आना।
जी छोटा करना उत्साह कम करना, मन उदास करना, हृदय संकुलित करना, उदारता छोड़ना, कंजूसी करना।
जी छोड़कर भागना हिम्मत हारकर बड़े वेग से भागना, एकदम भागना, ऐसा भागना कि दम लेने के लिए भी न ठहरना।
जी छोड़ना प्राण त्याग करना, मरना, हृदय की दृढ़ता खोना, साहस गंवाना, हिम्मत हारना।
जी जलना चित्त संतप्त होना, हृदय में संताप होना, चित्त में कुढ़ना और दुःख होना, क्रोध आना, गुस्सा लगना, ईष्या होना, डाह होना।
जी जलाना चित्त संतप्त करना, हृदय में क्रोध उत्पन्न करना, कुढ़ाना, चिढ़ाना, हृदय में दुःख उत्पन्न करना, रंज पहुंचाना, दुखी करना, चित्त व्यथित करना, सताना, ईष्या या डाह उत्पन्न करना।
जी जान उड़ाना मन लगाना, दत्तचित्त होना।
जी जान से हृदय से, सारा एकाग्रचित होकर, पूरी शक्ति से।
जी जानता है हृदय ही अनुभव करता है, कहा नहीं जा सकता, सही हुई कठिनाई, दुःख, पीड़ा आदि वर्णन के बाहर है।
जी टंगा रहना चित्त में ध्यान या चिंता रहना, जी में खटका बना रहना चित्त चिंतित रहना।
जी टंगा होना किसी बात की चिन्ता लगी रहना, खटका बना रहना।
जी टूट जाना उत्साह भंग हो जाना, उमंग या हौसला न रह जाना, नैराश्य होना, उदासीनता होना।
जी ठंडा होना चित्त शांत और सन्तुष्ट होना, अभिलाषा पूरी होने से हृदय प्रभुल्लित होना, चित्त में सन्तोष और प्रसन्नता होना।
जी ठुकना मन को सन्तोष होना, चित्त स्थिर होना, चित्त मे दृढ़ता होना, साहस होना, हिम्मत बंधना।
जी डालना शरीर में प्राण डालना, जीवित करना, प्राण रक्षा करना, मरने से बचाना, हृदय मिलाना, प्रेम करना।
जी डूबना बेहोशी होना, मूर्छा आना, चित्त विड्वल होना, चित्त स्थिरन रहना, घबराहट और बेचैनी होना, चित्त व्याकुल होना।
जी ढहा जाना चित्त विह्वल होता जाना, चित्त ठिकाने न रहना, चैतन्य न रहना, मूर्च्छा सी आना।
जी तपना जी जलना, चित्त क्रोध से सन्तप्त होना, क्रोध चढ़ना। उ0- सुनि गज जूह अधिक चिउ तपा। सिंह जात कहुं रह नहिं छपा। जायसी।
जी तरसना किसी वस्तु या बात के अभाव से चित्त व्याकुल होना, किसी वस्तु की प्रापित के लिए अधीर या दुखी होना, किसी बात को इच्छा पूरी न होने का कष्ट होना।
जी तले ऊपर होना जी मचलाना, जी ऊबना, चित्त घबराना।
जी दहलना भय या आशंका से चित्त डांवाडाल होना, डर से हृदय कांपना, डर के मारे जी ठिकाने न रहना, अत्यन्त भय लगना, डर के मारे छाती धक धक करना।
जी-दान प्राणदान, प्राण रक्षा।
जी दार जीयटवाला, दृढ़ हृदय का, साहसी, हिम्मतवर।
जी दुःखना चित्त को कष्ट पहुँचना, हृदय में दुःख होना।
जी दुखाना चित्त व्यथित करना, हृदय को कष्ट पहुंचाना, दुःख देना, सताना, मानसिक कष्ट पहुंचाना, मन में दुःख उत्पन्न करना।
जी देना प्राण खोना, मरना, दूसरे की प्रसन्नता या रक्षा के लिए प्राण देने के लिए प्रस्तुत रहना, प्राण से बढ़कर प्रिय समझना, अत्यधिक प्रेम करना।
जी धंसा जाना चित्त विहवल होना जाना, चित ठिकाने न रहना, चैतन्य न रहना, मूचर्छा सी आना।
जी दौड़ना मन चलना, इच्छा होना, लालसा होना।
जी धक धक करना कलेजे का भय आदि के आवेग से जोर जोर उलझना, भय या उद्वेग से जी धड़कना, डर लगना।
जी धक धक होना कलेजे का भय आदि के आवेग से जोर जोर उलझना, भय या उद्वेग से जी धड़कना, डर लगना।
जी धक से होना उद्वेग या घबराहट होना, आशंका होना, भय होना, जी दहलना।
जी धक हो जाना भय या उद्वेग से जी धड़क उठना, डर से जी दहल जाना, चौक उठना।
जी धड़कना भय या आशंका से चित्त स्थिर न रहना, कलेजा धक धक करना, डर के मारे हृदय घबराहट होना, डर लगना, चित्त में दृढ़ता न होना, साहस न होना।
जी निकलना प्राण छूटना, प्राण निकलना, मृत्यु होना, भय से चित्त व्याकुल होना, डर लगना, प्राण सूखना।
जी निढाल होना चित्त का स्थिर न रहना, चित्त ठिकाने न रहना, चित्त विह्वल होना, हृदय व्याकुल होना, मूर्च्छा आना, जी डूबना।
जी पक जाना किसी अप्रिय बात को नित्य देखते देखते या सुनते सुनते चित्त दुखी हो जाना, किसी बार बार होने वाली बात का चित्त को असह्य हों जाना, और अधिक सहने की सामर्थ्य चित्त में न रहना।
जी पकड़ लेना कलेजा थामना, किसी असह्य दुःख के वेग को दबाने के लिए हृदय या छाती पर हाथ रख लेना।
जी पकड़ा जाना मन में सन्देह पड़ जाना, माथा ठनकना, कोई भारी खटकापैदा हो जाना, कोई भारी आशंका चित्त में उठना।
जी पड़ना शरीर में प्राण का संचार होना, मृतक के शरीर में प्राण का संचार होना।
जी पर आ बनना प्राण बचाना, कठिन हो जाना, ऐसे भारी संकट या झंझट में फंस जाना कि पीछा छुड़ाना कठिन हो जाय।
जी पर खेलना प्राण को संकट में डालना, जान को आफत में डालना, ऐसा काम करना जिसमें प्राण जाने का भय हो, बड़े साहस का काम करना।
जी पानी करना लहू पानी एक करना, प्राण देने और लेने की नौबत आना, भारी आपत्ति खड़ी करना, चित्त कोमल या दयार्द करना।
जी पानी होना चित कोमल या दयार्द होना।
जी पिघलना दया में हृदय द्रवित होना, चित का दयार्द्र होना, हृदय का प्रेमार्द्र होना, चित में स्नेह का संचार होना।
जी पीछे पड़ना दिल बहलाना, चित बंटना, मन का किसी और लग जाना जिसमें दुःख की बात कुछ भूल जाय।
जी पीढ़ा करना जी कड़ा करना, चित को दृढ़ करना जिसमें भय, पीड़ा, दुःख आदि से विचलित न हो।
जी फट जाना हृदय मिला न रहना, चित में पहले का सा सद्भाव या प्रेमभव न रह जाना, प्रीति भंग होना, प्रेम में अन्तर पड़ जाना, चित विरक्त होना, किसी की ओर से चित खिन्न हो जाना।
जी फिर जाना मन हट जाना, चित विरक्त हो जाना, चित अनुरक्त न रहना, हृदय में घृणा या अरूचि उत्पन्न हो जाना।
जी फिरना चित प्रवृत न रहना, चित उचट जाना, चित हट जाना, विरक्त हो जाना।
चित फिसलना चित का (किसी और) आकर्षित होना, मन खिंचना, हृदय अनुरक्त होना, मन मोहित होना, मन लुभाना, मन प्रवृत होना।
चित फीका होना चित हट जाना, मन फिर जाना, या विरक्त होना, अनुराग न रहना, घृणा होना।
जी बंटना जी बहलाना, चित का किसी और इस प्रकार लग जाना कि कोई दुःख या चिंता की बात भूल जाय। चित का एकाग्र न रहना। चित का एक विषय में पूर्ण रूप से न लगा रहना, दूसरी बातों की ओर भी चला जाना, ध्यान स्थिर न रहना, ध्यान भंग होना, मन उचटना, एकान्त प्रेम न रहना, एक व्यक्ति के अतिरिक्त दूसरे व्यक्ति से भी प्रेम हो जाना, अनन्य प्रेम न रहना।
जी बढ़ना चित प्रसन्न या उत्साहित होना, हौंसला बढ़ना, साहस बढ़ना, हिम्मत आना।
जी बढ़ाना उत्साह बढ़ाना, किसी विषय में प्रवृत्त करने के लिए उत्तेजित करना, प्रशंसा, पुरस्कार आदि द्वारा किसी काम में अधिक रूचि उत्पन्न करना, हौंसला बढ़ाना, किसी कार्य की सफलता की आशा बांधकर अधिक उत्साह उत्पन्न करना, किसी कार्य में होने वाली बाधा कठिनाई के दूर होने का निश्चय दिलाकर उसकी ओर अधिक प्रवृत्ति उत्पन्न करना, साहस दिलाना, हिम्मत बंधाना।
जी बहलना चित का किसी विषय में लगकर आनन्द अनुभव करना, चित का आनन्दपूर्वक लीन होना, मनोरंजन होना, चित के किसी विषय में लग जाने से दुःख या चिन्ता की बात भूल जाना।
जी बहलाना रूचि के अनुकूल किसी विषय में लगकर चित प्रसन्न करना, ध्यान को किसी ओर लगाकर आनन्द अनुभव करना, मनोरंजन करना, चित को किसी ओर लगाकर दुःख या चिन्ता की बात भूल जाना।
जी बिखरना चित ठिकाने न रहना, मन विह्वल होना, मूर्च्छा आना।
जी बिगड़ना जी मचलाना, मतली छूटना, भिटकना, घृणा करना, घिन मालूम होना।
जी बुरा करना कै करना, उलटी करना, वमन करना, किसी के प्रति अच्छा भाव न रखना, किसी के प्रति बुरी धारणा रखना, किसी के प्रति घृणा या क्रोध करना, दूसरे का ख्याल खराब करना, बुरी धारणा उत्पन्न करना, क्रोध, घृणा या दुर्भाव उत्पन्न करना।
जी बुरा होना उलटी होना, ख्याल खराब होना, चित में दुर्भाव या घृणा उत्पन्न होना।
जी बैठ जाना दिल डूबना, चित का अति खिन्न होना।
जी बैठा जाना चित विह्वल होता जाना, चित ठिकाने न रहना, चैतन्य न रहना, मूर्च्छा सी आना, मन मरना, उदासी होना, मन का धैर्य नष्ट होता जाना।
जी भर आना हृदय का करूण या शोक के आवेग से पूर्ण होना, चित में दुःख या करूणा का उद्वेग होना, दुःख या दया उमड़ना, हृदय में इतने दुःख या दया का वेग उठना कि आंखों में आंसू आ जाय, हृदय का करूणा से विह्वल होना।
जी भरकर जितना और जहां तक जी चाहे, मन माना यथेच्छ।
जी भरना चित सन्तुष्ट होना, तुष्टि होना, तृप्ति होना, मन अधाना, और अधिक की इच्छा न रह जाना, मन को अभिलाषा पूरी होने से आनन्द और सन्तोष होना, चित विश्वास पूर्ण करना, चित का सन्देह दूर करना, चित से किसी बात की बुराई या धोखा आदि खाने की आशंका दूर करना, क्षटका मिटाना, रूचि के अनुकूल होना, मन मानना, मन में घृणा न होना, दूसरे का सन्देह दूर करना, खटका मिटाना।
जी भरभरा उठना रोमांच होना, हृदय के किसी आकस्मिक आवेग से चित विह्वल हो जाना।
जी भारी करना चित खिन्न या दुखी करना।
जी भावरी होना तबीयत अच्छी न होना, किसी रोग या पीड़ा आदि के कारण सुस्ती जान पड़ना, शरीा अच्छा न रहना, अनमना होना।
जी भिटकना चित में घृणा होना, घिन मालूम होना।
जी भुरभुराना किसी की ओर चित आकर्षित होना, मन लुभाना, मन मोहित होना।
जी मतलाना चित में उलटी करने की इच्छा होना, वमन करने को जी चाहना।
जी मर जाना मन में उमंग न रह जाना, हृदय का उत्साह नष्ट होना, मन उदास हो जाना।
जी मलमलाना चित में दुःख या पछतावा होना।
जी मारना चित की उमंग को रोकना, हृदय का उत्साह नष्ट करना, सन्तोष धारण करना।
जी मिलना चित के भाव का परस्पर समान होना, हृदय का भाव एक होना, समान प्रवृत्ति होना, एक मनुष्य के भावों का दूसरे मनुष्य के भावों के अनुकूल होना।
जी में आना मन में भाव उठना, चित में विचार उत्पन्न होना, मन में इच्छा होना, जी चाहना, संकल्प होना।
जी में गड़ना मन में बस जाना।
जी में घर करना मन में स्थान करना, हृदय में किसी का ध्यान जम जाना, हृदय में बराबर किसी का ध्यान बना रहना।
जी में खुमना चित में जम जाना, हृदय पर गहरा प्रभाव करना, मर्म भेदना, हृदय में अंकित हो जाना, चित मे बराबर ध्यान बना रहना। उ0- माधव मूरति जिय में खुमी। सूर।
जी में जलना हृदय में क्रोध के कारण सन्ताप होना, मन में कुढ़ना, मन ही मन ईष्या करना, डाह करना।
जी में जी आना चित ठिकाने होना, चित की घबराहट दूर होना, चित शांत और स्थित होना, चित की चिंता या व्यग्रता दूर होना, किसी बात की आशंका या भय मिट जाना, आत्म विश्वास होना।
जी में जी डालना चित सन्तुष्ट और स्थिर होना, चित का खटका दूर करना, चिंता मिटाना, विश्वास दिलाना, मन में विचार लाना, सोचना।
जी में धंसना चित में प्रभाव उत्पन्न करना, मन में निश्चय या विश्वास उत्पन्न करना, हृदय में अंकित होना, ध्यान पर बराबर चढ़ा रहना।
जी में धरना मन में लाना, चित में किसी बात का इसलिए ध्यान बनाये रहना जिसमें आगे चलकर उसके अनुसार कोई कार्य करें, मन में बुरा मानना, बैर रखना। उ0- माधव जू जो जन तै बिकरै। तड कृपालु करूणामय केशव प्रभु नहिं जीय धरै। सूर।
जी में पैठना चित में जम जाना, हृदय पर गहरा प्रभाव करना, मर्म भेदना, ध्यान में अंकित होना, बराबर ध्यान में बना रहना, चित से न हटना या भूलना।
जी में बसना दिल में घर कर लेना, सदा याद रहना।
जी में बैठना मन में स्थिर होना, चित में निश्चय होना, मन में सत्य प्रतीत होना, हृदय पर गहरा प्रभाव करना, हृदय पर अंकित हो जाना, ध्यान में बराबर बना रहना।
जी में रहना चित में विचार धारण करना, ख्याल बनाये रखना, चित में इसलिए किसी बात का ध्यान बनाये रहना जिसमें आगे चलकर उसके अनुसार कोई कार्य करे, बुरा मानना, बैर रखना, द्वेष रखना, हृदय में गुप्त रखना, हृदय के भाव को बाहर न प्रकट करना, मन में लिए रहना।
(किसी का) जी रखना मन रखना, मन की बात होने देना, मन की अभिलाषा पूरी करना, इच्छा पूरी करना, उत्साह भंग न करना, प्रसन्न करना, सन्तुष्ट करना।
जी रूकना जी घबराना, जी हिचकना, चित प्रवृत न हो।न
जी लगना चित तत्पर होना, मन का किसी विषय में योग देना, चित प्रवृत होना, चित का प्रेमासक्त होना, किसी से प्रेम होना।
जी लगाना तत्पर होना, दतचित होना, दिल लगाना।
जी लगा होना ध्यान रहना, जी में खटका लगा रहना, चित चिन्हित रहना, चिन्ता लगी रहना।
जी लड़ाना प्राण जाने की भी परवाह न करके किसी विषय में तत्पर होना,मन का पूर्ण रूप से योग देना, पूरा ध्यान देना।
जी लरजना कलेजा कांपना।
जी ललचना जी में लालच होना, चित में किसी बात के लिए प्रबल इच्छा होना, किसी वस्तु के प्राप्त करने की प्रबल इच्छा होना,चित आकर्षित होना, मन लुभाना, मन मोहित होना।
जी ललचाना चित में लालच उत्पन्न करना, किसी बात के लिए प्रबल इच्छा उत्पन्न कराना, मन लुभाना, मन मोहिल करना।
जी लुटना मन मोहित होना, मन मुग्ध होना, हृदय प्रेमासतः होना।
जी लुभाना चित आकर्षित करना, मन मोहित करना, हृदय में प्रीति उपजाना, सौन्दर्य आदि गुणों के द्वारा मन खींचना, चित आकर्षित होना, मन मोहित होना।
जी लूटना मन मोहित करना, चित आकर्षित करना।
जी लेना जी चाहना, जी करना, चित का इच्छुक होना, प्राण हरण करना, मार डालना।
जी लोट जाना किसी चीज के लिए दिल का बैचेन हो जाना।
जी लोटना जी छटपटाना, किसी वस्तु की प्राप्ति या और किसी बात के लिए चित व्याकुल होना, चित का अत्यन्त इच्छुक होना, ऐसी इच्छा होना कि रहा न जाय।
जी सन्न होना चित स्तब्ध हो जाना, जी घबरा जाना, डर के मारे चित ठिकाने न रहना, होश उड़ जाना।
जी सनसनाना चित स्तब्ध होना, भय, आशंका आदि से अंगों की गति शिथिल हो जाना, चित विह्वल होना।
जी सांय सांय करना चित स्तब्ध होना, चित विह्वल होना, भय, आशंका आदि से अंगों की गति शिथिल हो जाना।
जी से जी लगाकर, ध्यान देकर, पूर्ण रूप से, दतचित होकर।
जी से उतर जाना दृष्टि से गिर जाना, इच्छा या चाह न रह जाना स्नेह या श्रद्धा न रह जाना, चित में विरक्ति हो जाना, भला न जंचना, हेय या तुच्छ हो जाना।
जी से जाना प्राण विहिन होना, मर जाना, जान खो बैठना।
जी से जी मिलना हृदय के भाव परस्पर एक होना, मैत्री का व्यवहार होना, चित में एक दूसरे से प्रेम होना, परस्पर प्रीति होना।
जी हजूरी करना चापलुसी या खुशामद करना।
जी हट जाना चित विरक्त हो जाना, चित प्रवृत्त या अनुरक्त न रह जाना, इच्छा या चाह न रह जाना।
जी हवा हो जाना, किसी भय या आशंका की बात से चित ठिकाने न रह जाना, किसी भय, दुःख या शोक के सहसा उपस्थित होने पर चित स्तव्ध हो जाना, चित विह्वल हो जाना, चित घबरा जाना, चित व्याकुल हो जाना।
जी हवा होना प्राण निकल जाना, मृत्यु होना।
(किसी का) जी अपने हाथ में रखना किसी का भाव अपने प्रति अच्छा रखना, किसी को प्रसन्न रखना, मन मैला न होने देना, जी में किसी प्रकार खटका न पैदा होने देना।
जी हाथ में लेना किसी का भाव अपने प्रति अच्छा रखना, किसी को प्रसन्न रखना।
जी हारना किसी काम से घबरा या ऊब जाना, हैरान होना, हिम्मत हारना, साहस छोड़ना।
जी हिलना भय से हृदय कांपना, जी दहलना, करूणा से हृदय क्षुब्ध होना, दया से चित उद्विग्न होना।
जीता जागता जीवित और सचेत, भला चंगा।
जीता लहू देह से ताजा निकला हुआ खून।
जीती मक्खी निगलना जान बूझकर कोई अनुचित या अन्याय पूर्ण कार्य करना, सरासर बेईमानी करना, जान बूझकर बुराई में फंसना, जान बूझकर आपत्ति या संकट में पड़ना, जान बूझकर कोई ऐसा अनुचित कृत्य या पाप करना जिसके कारण पीछे से हानि हो, दोष या अनौचित्य की ओर ध्यान न देना।
जीते जी जीवित अवस्था में, जिन्दगी रहते हुए, उपस्थित में, बने रहते, जब तक जीवन है, जिन्दगी भर।
जीते जी मर जाना जीवन में ही मृत्यु से बढ़कर कष्ट भोगना, किसी भारी विपत्ति या मानसिक आघात से जीवन भच भारी होना, जीवन का सारा सुख और आनन्द जाता रहना, जीवन नष्ट होना।
जीते-मरते किसी तरह, बड़ी कठिनाई से।
जीते रहो बहुत दिनों जियो (आशीर्वाद)
जीनत देना श्रंगाररूप होना, शोभा बढ़ाना।
जीनत बख्शना श्रंगाररूप होना, शोभा बढ़ाना।
जीना दूभर हो जाना जीवन का प्रारूप या कठिन हो जाना।
जीना भारी हो जाना जीवन कष्टमय हो जाना, जीवन का सुख और आनन्द जाता रहना।
जीने का मज़ा जीवन का सुख।
जीम करना बढ़ बढ़कर बोलना, ढिठाई से उत्तर देना।
(किसी की) जीभ के नीचे जीभ होना (किसी का) अपनी कही हुई बात का बदल जाना, झूठ बोलने की आदत होना।
जीभ खोलना मुँह से कुछ बोलना, शब्द निकालना।
जीभ गिरना स्वादिष्ट भोजन को लालायित होना।
जीभ खलना भिन्न भिन्न वस्तुओं का स्वाद लेने के लिए जीभ का हिलना, डोलना, स्वाद के अनुभव के लिए जिवा चंचल होना, चटोरेपन क